जापान के हिरोशिमा में जी-7 शिखर सम्मेलन के समापन के तुरंत बाद चीन का अमेरिका पर ट्रेड स्ट्राइक, अमेरिकी टेक कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी के बनाए चि
दुनिया की दो बड़ी आर्थिक महाशक्तियों के बीच जारी ट्रेड वार में चीन ने अमेरिका पर बड़ा हमला बोलते हुए अमेरिकी टेक कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी द्वारा बनाए गए चिप को 'राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा'बताया है। ड्रैगन ने चीन के इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में माइक्रोन टेक्नोलॉजी के चिप के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है।
साइबरस्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ चाइना (CAC) ने रविवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि यूएस चिप निर्माता कंपनी साइबर सुरक्षा के मापदंडों में खरा नहीं उतर सकी। चीन का यह कदम जापान के हिरोशिमा में जी-7 शिखर सम्मेलन के समापन के तुरंत बाद आया है। जी-7 की बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत कई प्रमुख नेताओं ने चीन की महत्वाकांक्षी भू-राजनीतिक विस्तार पर चिंता जताई थी और ताइवान समेत हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और शांत की चिंताओं पर एक स्वर में बात की थी।
चीनी नियामक ने एक बयान में कहा है, "समीक्षा में पाया गया कि माइक्रोन के उत्पादों में अपेक्षाकृत गंभीर साइबर सुरक्षा जोखिम हैं, जो चीन की महत्वपूर्ण सूचना अवसंरचना आपूर्ति श्रृंखला के लिए महत्वपूर्ण सुरक्षा जोखिम पैदा करते हैं और ये राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं।"
चीनी प्रतिबंध के बाद सोमवार को प्रीमार्केट ट्रेडिंग में माइक्रोन टेक्नोलॉजी के शेयर लगभग 6% लुढ़क गए, जबकि इसके एशियाई प्रतिद्वंद्वियों ने दिन में बड़ी उछाल दर्ज की। चीनी मेमोरी चिप निर्माता इंजेनिक सेमीकंडक्टर के शेयर आज 2.8% उछले। शेन्ज़ेन Techwinsemi प्रौद्योगिकी के शेयरों में 6.3% की उछाल दर्ज की गई, जबकि,Toyou Feiji Electronics के शेयर 14% चढ़ गए। सियोल में, दुनिया के सबसे बड़े मेमोरी चिप निर्माताओं में से एक, एसके हाइनिक्स ने दक्षिण कोरियाई बाजार से बेहतर प्रदर्शन करते हुए 0.9% की बढ़त हासिल की।
Aug 30 2023, 16:02