*चन्द्रयान-3 की सफल लैडिंग पर भारत माता की जय घोष के साथ सभागार गूंज उठा*

अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में बुधवार को सायं चन्द्रयान-3 की लैडिंग का सजीव प्रसारण दिखाया गया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल की मौजूदगी में शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं ने चन्द्रयान-3 की सफल लैडिंग का सीधा प्रसारण देखा।

सजीव प्रसारण के उत्साह में छात्र-छात्राओं ने भारत माता के जय घोष के साथ सभागार गूुज उठा। कुलपति प्रो0 गोयल ने बताया कि चन्द्रयान-3 की सफल लैडिंग कर भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया जिसने चन्द्रमा के उत्तरी धु्रव पर साफ्ट लैडिंग करने में सफलता प्राप्त की है।

उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि भारत के इस सफल अन्तरिक्ष अभियान से भारतीयों का सिर गौरव से ऊॅचा उठा है। वहीं दूसरी ओर कुलपति प्रो0 गोयल ने फाइन आट्र्स विभाग द्वारा निर्मित चन्द्रयान-3 रमणीक कलाकृति का लोकार्पण किया।

इसके लिए कुलपति ने विभाग की शिक्षिकाओं एवं छात्र-छात्राओं को बधाई दी। सजीव प्रसारण के समय अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो0 नीलम पाठक, प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह, प्रो0 चयन कुमार मिश्र, प्रो0 एसएस मिश्र, प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 विनोद श्रीवास्तव, प्रो0 आरके सिंह, प्रो0 शैलेन्द्र वर्मा, सहित विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

*कृषि विवि में दिखा चंद्रयान के चांद पर उतरने का जश्न ,छात्र-छात्राओं ने देखा चंद्रयान-3 के लैंडिंग का लाइव प्रसारण, विज्ञानियों ने एक दूसरे को

अयोध्या। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने के बाद कृषि विश्वविद्यालय में खुशी की लहर दौड़ गई। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं ने पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के प्रेक्षागृह में एकजुट हुए और चंद्रयान की सफल लैंडिंग की तस्वीरों का लाइव प्रसारण देखा। चंद्रयान की सफलतापूर्वक लैंडिंग पर कृषि विश्वविद्यालय में जश्न का माहौल दिखा। विवि के विज्ञानियों एवं छात्र-छात्राएं एक दूसरे को बधाई देते नजर आए। जैसे-जैसे चंद्रयान चंद्रमा की सतह पर नीचे उतर रहा था तालियो की गड़गड़ाहट से ऑडिटोरियम भी गूंज रहा था।

कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने कहा कि चंद्रयान-3 की चांद पर सफलतापूर्वक लैंडिंग पूरे विश्व के लिए गर्व की बात है। विज्ञान के क्षेत्र में भारत तेजी से विश्व के शीर्ष देशों में शामिल हो रहा है। कुलपति ने कहा कि आगामी वर्षों में भारत जिस उंचाई पर होगा, उसमें भारत की वैज्ञानिक शक्ति की बड़ी भूमिका होगी। कुलपति ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता विश्व के पन्नों में दर्ज और इसे पूरा विश्व हमेशा याद रखेगा।

वहीं दूसरी तरफ विवि की वैज्ञानिक डॉ प्रतिभा सिंह का कहना है कि चंद्रयान के सॉफ्ट लैंडिंग में अब हमारे देश का नाम विश्व में चौथे नंबर पर दर्ज हो गया। इससे हमारे देश के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ेगा और आने वाले समय में हमारे देश का विज्ञान और तरक्की करेगा। वैज्ञानिक डॉ सुशांत श्रीवास्तव का कहना है कि चंद्रयान का उतरना हमारे लिए और भी गर्व की बात है क्योंकि चंद्रयान-3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतारा जा रहा है, जहां आज तक कोई देश नहीं पहुंच सका है।

*इस तिथि के बाद मिलने लगेगा भगवान रामलला के दर्शन, जानिये कब से शुरू होगा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव*


अयोध्या । देश-दुनिया के रामभक्तों के लिए राहत भरी खबर है। चूंकि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में स्थित श्रीरामजन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन राममंदिर जनवरी 2024 में खुल जाएगा। साथ ही 24 जनवरी से भव्य गर्भगृह में रामलला का दर्शन भक्तों को मिलने लगेगा। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मकर संक्रांति से शुरू होगा। भव्य गर्भगृह में रामलला को विराजित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अयोध्या आएंगे। श्रीरामजन्मभूमि का निर्माण बहुत तेजी से चल रहा है।

प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 10 दिवसीय होगा: नृपेंद्र मिश्रा

161 फीट ऊंचे भव्य राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि सामने आ गई है। एक न्यूज चैनल को दिए गए साक्षात्कार में राममंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि दिसंबर 2023 तक राममंदिर भक्तों के दर्शन के लिए तैयार हो जाएगा। तीन मंजिला राममंदिर के भूतल का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के पदाधिकारियों के अनुुसार रामलला की प्राण प्रतिष्ठा मकर संक्रांति के बाद होनी चाहिए। ऐसे में 14-15 जनवरी 2024 से 24 जनवरी के बीच रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान संपन्न कर लिया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 10 दिवसीय होगा। नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि 24-25 जनवरी से भव्य गर्भगृह में भक्तों को रामलला का दर्शन प्राप्त होने लगेगा।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए ज्योतिषियों ने निकाली थीं चार तिथियां

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए ट्रस्ट ने देश के शीर्ष ज्योतिषियों से मुुहूर्त निकलवाए हैं। ज्योतिषियों की ओर से दिए गए शुभ मुुहूर्त में 21, 22, 24 व 25 जनवरी की तिथि शामिल हैं। ट्रस्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो सकती है, क्योंकि यह सबसे उत्तम तिथि बताई जा रही है। यह भी तय है कि रामलला को नए घर में विराजमान करने पीएम मोदी आएंगे। 15 जून को भरतकुंड में आयोजित जनसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इससे पहले अयोध्या सुंदरतम नगरी बन जाएगी। वहीं श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से पीएम मोदी को आमंत्रण भी भेजा जा चुका है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए रामलला की अचल मूर्ति के निर्माण का काम भी तेजी से चल रहा है। नवंबर तक मूर्ति बनकर तैयार हो जाएगी।

श्रीराममंदिर की मुख्य संरचना को जानिये

जानकारी के लिए बता दें कि श्रीराम मंदिर जो बन रहा है। उसकी मुख्य संरचना कुछ इस प्रकार से होगी। जिसे जानने के बाद आप भी कहेंगे कितना कितना और भव्य मंदिर बन रहा है। कुल निर्मित क्षेत्र-57400 स्कॉवायर फीट ,मंदिर की लंबाई-360 फीट ,मंदिर की चौड़ाई-235 फीट, मंदिर की ऊंचाई-161 फीट, मंदिर तीन तल का होगा ,प्रत्येक तल की ऊंचाई-20 फीट ,भूतल के स्तंभों की संख्या-160 ,प्रथम तल में स्तंभों की संख्या-132 ,दूसरे तल में स्तंभों की संख्या-74 ,मंदिर में द्वारों की संख्या-12 ,राममंदिर की सीढि़यां-32 होगी।

नृपेंद्र मिश्रा बोले, रामभक्तों ने छोड़ दी थी मंदिर निर्माण की आशा

नृपेंद्र मिश्र ने साक्षात्कार के दौरान कहा कि एक समय था जब रामभक्तों ने राममंदिर निर्माण की आशा ही छोड़ दी थी। इस बीच जब 2019 में 500 साल तक चले लंबे संघर्ष के बाद सुप्रीम कोर्ट से राममंदिर के हक में फैसला आया तो पूरे देश में उत्साह छा गया। इसके बाद जब मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन हुआ तो रामभक्तों में मंदिर निर्माण की आशा फिर जगी। आज सदियों की कल्पना साकार रूप ले रही है। जिसका भक्तों को लंबे समय से इंतजार था।

अयोध्या में सड़क हादसे में चार की मौत


अयोध्या। जिले के रुदौली कोतवाली के भेलसर पुलिस चौकी अंतर्गत राष्ट्रीय मार्ग पर स्थित ग्राम मुजफ्फरपुर गांव के निकट टाटी बाबा मंदिर के पास डिटर्जेंट पाउडर बेच रहे बाइक सवार सेल्समैन को पीछे से तेज रफ्तार पिकअप (छोटाहाथी) जोरदार टक्कर मारने के बाद अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में चार की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई।

घटना से राष्ट्रीय मार्ग पर अफरातफरी का माहौल बन गया। चीख पुकार सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने पलटी हुई पिकअप के नीचे दबे लोगों को कड़ी मशक्कत से बाहर निकाला और हादसे की सूचना रुदौली कोतवाली को दी। सूचना मिलते ही भेलसर चौकी प्रभारी द्रवेश द्विवेदी अपने हमराहियों के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। गंभीर रूप से घायल महिला को एनएचएआई की एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया। पिकअप को राष्ट्रीय मार्ग से हटवाकर भेलसर चौकी लाया गया।

गुरुवार सुबह लगभग साढ़े 8 बजे अपनी बाइक प्लैटिना पर सवार होकर एक सेल्समैन रोज की भांति मुजफ्फरपुर गांव के सामने बाइक खड़ी कर पाउडर बेच रहा था। इसी दौरान अयोध्या की ओर से लखनऊ जा रही तेज रफ्तार पिकअप ने अनियंत्रित होकर पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। घटना में सेल्समैन अब्दुल बारी पुत्र अब्दुल हसन निवासी चंदी भानपुर थाना तंबौर जिला सीतापुर सहित ग्राहक महिला सुरती (19) पुत्री बसंत लाल, जातिरा (42) पुत्री राम दुलारे निवासी जगदीशपुर मजरे फेलसंडा थाना कोतवाली रुदौली जनपद अयोध्या की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।

जबकि हर्षमान (03) पुत्र तिलकराम निवासी जगदीशपुर मुजफ्फरपुर थाना कोतवाली रुदौली की हालत गंभीर होने पर एंबुलेंस से सीएचसी रुदौली भेजा गया जहां पर इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। हादसे में गंभीर रूप से घायल अनुपा (23) पत्नी अनिल निषाद को भी एनएचएआई की एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजवाया गया।