पीएम मोदी ने परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण पर किया कड़ा प्रहार, भारत के विकसित देश बनने की राह में बताया सबसे बड़ा रोड़ा

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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देश के विकास में आने वाली सबसे बड़े रोड़ों का जिक्र किया। लाल किले पर तिरंगा लहराने के बाद पीएम मोदी ने देशवासियों के सामने सरकार की उपलब्धियां गिनाई। वहीं देश के विकास में आ रही बाधा की बात करते हुए परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के बहाने विपक्ष पर कड़ा प्रहार किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में इन तीन बुराइयों को खत्म करने का संकल्प लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सपनों को सिद्ध करने के लिए भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण का आंख में आंख डालकर सामना करने की बात कही।

मोदी का कमिटमेंट है कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता रहूंगा-पीएम मोदी

लाल किले के प्राचीर से भाषण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, " भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है। इसने देश के सामर्थ्य को बुरी तरह नोंच लिया है। यह मोदी के जीवन का कमिटमेंट है, यह मेरे व्यक्तित्व की प्रतिबद्धता है कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता रहूंगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें भ्रष्टाचार से मुक्ति पानी है।

इस देश में पिछले नौ साल में दस करोड़ लोगों को मैंने गलत फायदा उठाने से रोक दिया। ये दस करोड़ लोग वो थे, जिनका जन्म ही नहीं हुआ था। वे विधवा, वृद्ध, दिव्यांग हो जाते थे। दस करोड़ बेनामी चीजों को रोका है। भ्रष्टाचारियों की संपत्ति पहले की तुलना में 20 गुना ज्यादा जब्त की है। पीएम मोदी ने बताया कि इस सरकार ने सरकारी व्यवस्था में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए पिछली सरकारों की तुलना अदालत में ज्यादा चार्जशीट दायर की हैं।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ नफरत का माहौल बनाना होगा। जैसे गंदगी हमारे मन में नफरत पैदा करती है, वैसे ही सार्वजनिक जीवन की इस गंदगी को भी दूर करना होगा।

देश के विकास के लिए परिवारवाद से मुक्ति जरूरी

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि 'लोकतंत्र में यह कैसे हो सकता है, विशेष बल देकर राजनीतिक दलों के बारे में कह रहा हूं। यह बुराई है परिवारवादी पार्टियां। उनका मूल मंत्र है उनका राजनीतिक दल, परिवार का, परिवार के द्वारा और परिवार के लिए काम करे। परिवारवाद और भाई-भतीजावाद प्रतिभाओं के दुश्मन होते हैं। किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है? देश के विकास के लिए परिवारवाद से मुक्ति जरूरी है।

तुष्टीकरण ने सामाजिक न्याय को मौत के घाट उतार दिया-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि तुष्टीकरण ने सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा नुकसान किया है। सामाजिक न्याय को तबाह किसी ने किया है तो वह तुष्टीकरण की राजनीति ने किया है। इसने सामाजिक न्याय को मौत के घाट उतार दिया है। 

इनसे लड़ने के लिए संकल्प लेने का आहवान*

इन तीन बुराइयों के बारे में बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने देश को इनसे पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ने का संकल्प लेने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि इन बुराइयों से देश के लोगों की आकांक्षाओं का दमन होता है और ये बुराइयां लोगों के सामर्थ्य का शोषण करती हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गरीब, दलित, पिछड़े, पसमांदा, आदिवासी, माता-बहनों को उनका हक दिलाने के लिए देश को इन तीन बुराइयों से मुक्ति पाना होगा।

लोकसभा चुनाव से पहले यह प्रधानमंत्री का लाल किले से आखिरी संबोधन, किये ये बड़े ऐलान

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देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश के लोगों को संबोधित किया।इस दौरान पीएम मोदी ने लाल किले से नई योजनाओं का ऐलान किया, साथ ही कई वादे भी किए।साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले यह प्रधानमंत्री का लाल किले से आखिरी संबोधन है, ऐसे में इस संबोधन के कई राजनीतिक मायने भी हैं।

-लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलान किया कि वह सुनार, सुतार, राजमिस्त्री, बाल काटने वाले, औजारों-हाथों से काम करने वाले वर्ग को नई ताकत देने वाले हैं। इसके लिए वह विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना शुरू करेंगे।इसकी शुरुआत 13 से 15 हजार करोड़ रुपये से की जाएगी।

-पीएम मोदी ने घोषणा करते हुए कहा कि देश में अभी तक 10 हजार जन औषधि केंद्र थे, अब हम इस लक्ष्य को 25 हजार जन औषधि केंद्र तक पहुंचा रहे हैं और आने वाले वक्त में इस ओर काम शुरू हो जाएगा।

-पीएम ने ऐलान किया कि मोदी की गारंटी है कि आने वाले पांच साल में देश दुनिया की टॉप-3 अर्थव्यवस्था में शामिल होगा।

-शहरों में जो लोग किराये पर रहते हैं या जिनके पास अपना घर नहीं है या जो अनाधिकृत कॉलोनी में रहते हैं, उनको अपना घर बनाने के लिए बैंक से जो लोन मिलता है, उसके ब्याज में राहत दी जाएगी और इसके लिए जल्द योजना का ऐलान होगा।

-प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा नया लक्ष्य गांव में 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने का है, एग्रीकल्चर सेक्टर के जरिए हम वुमेन सेल्फ हेल्प ग्रुप की ट्रेनिंग देंगे जिसमें महिलाओं को ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। हम गांव में महिलाओं को मजबूत करना चाहते हैं और इस ओर यह कदम अहम है।

अपर लोक अभियोजक रंजीत सिंह के आक्समिक निधन से अधिवक्ताओं में शोक की लहर, जिला विधिज्ञ संघ ने शोक सभा का किया आयोजन

औरंगाबाद : आज जिला विधिज्ञ संघ औरंगाबाद के पुरानी पुस्तकालय में एक शोक सभा आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता लोक अभियोजक पुष्कर अग्रवाल ने किया और संचालन अवध किशोर सिन्हा ने किया।

उन्होंने अपने साथी अपर लोक अभियोजक रंजीत सिंह के आक्समिक निधन अधिवक्ता समाज का अपूर्णीय क्षति बताया गया और उनके आत्मा के शांति के लिए दो मिनट मौन रखकर प्रार्थना की गई।

इस मौके पर जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष सह एपीपी रसिक बिहारी सिंह, इंद्रदेव सिंह, अशोक कुमार सिंह,अनील कुमार प्रथम एवं द्वितीय, रविन्द्र सिंह, महेंद्र प्रसाद सिंह, कामता प्रसाद सिंह,नृपेश्वर सिंह देव, रामनरेश प्रसाद, परवेज अख्तर, रामाशीष शर्मा, संजीव कुमार सिंह,सुर्यदेव शर्मा, मिथलेश सिंहा, राधेश्याम प्रसाद, राजाराम चौधरी, यमुना प्रसाद सिंह, सहित अन्य उपस्थित थे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

वरीय अधिवक्ता सह एपीपी रंजीत सिंह के आक्समिक निधन पर शोक सभा का किया गया आयोजन, अधिवक्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर दी श्रद्धांजली

औरंगाबाद : आज़ जिला विधिज्ञ संघ औरंगाबाद के केन्द्रीय कक्ष में वरीय अधिवक्ता सह एपीपी रंजीत सिंह के आक्समिक निधन पर शोक सभा आयोजित किया गया।

इस शोक सभा की अध्यक्षता जिला विधिज्ञ संघ औरंगाबाद के अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह और संचालन महासचिव नागेंद्र सिंह ने किया।

सर्वप्रथम उनके वकालत और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया उसके उपरांत उनके आत्मा के शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर प्रार्थना की गई।

इस मौके कुमार योगेन्द्र नारायण सिंह, महेंद्र प्रसाद सिंह, नागेश्वर सिंह, धर्मराज शर्मा, अवध किशोर पांडे, ओमप्रकाश शर्मा, प्रमोद कुमार सिंह, अमित कुमार, उपेन्द्र शर्मा,कमला प्रसाद, रणधीर सिंह, सियाराम पांडे,अनील कुमार सिंह, नागेंद्र सिंह, सुजीत सिंह, सतीश कुमार स्नेही, अभय कुमार सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद-गया में तीन ठिकानों पर आरपीएफ ने छापेमारी कर तीन टिकट दलालों को किया गिरफ्तार, बरामद लैपटॉप खोलेगा रेलवे टिकटों की दलाली के गहरे राज


औरंगाबाद : रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने औरंगाबाद और गया में तीन स्थानों पर स्थानीय पुलिस के सहयोग से रेल टिकट दलालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। यह कार्रवाई पूर्व मध्य रेल के दीनदयाल उपाध्याय मंडल के आरपीएफ के कमांडेंट जतिन बी राज के निर्देश पर की गई है।

कार्रवाई में तीन रेल टिकट दलालों को दबोंचा गया है। साथ ही रेल टिकट बुकिंग के लिए इस्तेमाल किए जा रहे लैपटॉप और प्रिंटर भी जब्त किए गए है। नगदी भी बरामद की गई है। माना जा रहा है कि जब्त लैपटॉप से रेल टिकटों की दलाली के गहरे राज खुलेंगे।

आरपीएफ पोस्ट रफीगंज के प्रभारी निरीक्षक वीके सिंह ने बताया कि कमांडेंट के निर्देश पर उनके नेतृत्व में औरंगाबाद और गया जिले में रेल टिकट दलालों के तीन ठिकानों पर स्थानीय पुलिस के सहयोग से रविवार को देर शाम छापेमारी की गई। छापेमारी में आशातीत सफलता मिली है।

पहली छापेमारी औरंगाबाद जिले के गोह थाना क्षेत्र में देवहरा स्थित एक वसुधा केंद्र और डिजिटल इंडिया कॉमन सेंटर में की गई। दोनों ठिकानों से इनके संचालक पिंटू कुमार और जनमेजय कुमार को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद दूसरी छापेमारी गया जिले में टेकारी थाना क्षेत्र में पंचानपुर स्थित संवासिन डिजिटल सेंटर पर की गई, जहां से इसके संचालक अनुज पासवान को गिरप्तार किया गया।

इस ठिकानें से करीब 1 लाख 05 हजार रुपए के अवैध रेलवे ई-टिकट बरामद किए गए। साथ ही लैपटॉप भी जब्त किया गया। लैपटॉप की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। माना जा रहा है कि लैपटॉप की जांच में रेल टिकटों के अवैध कारोबार के गहरे राज खुलेंगे। छापेमारी अभियान में गोह एवं टिकारी थाना की पुलिस भी शामिल रही।

सायबर कैफे के आड़ में होता है रेल टिकटों का अवैध कारोबार

आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक ने सोमवार को बताया कि सायबर कैफे के आड़ में इनके संचालक रेल टिकटों का अवैध कारोबार किया करते है। आरपीएफ को लगातार इनपुट मिल रहा था कि रेलवे के ऑनलाइन टिकट बुकिंग सिस्टम में सेंधमारी कर रेल टिकटों का अवैध कारोबार किया जा रहा है। इस कारण आम यात्रियों को तत्काल जैसी सुविधा का लाभ लेने में कठिनाई हो रही थी जबकि दलालों के माध्यम से रेल टिकट आसानी से उपलब्ध हो जा रहे थे। इस तरह की शिकायतों के बाद आरपीएफ ने अपने खुफिया नेटवर्क के माध्यम से रेल टिकट दलालों के बारे में जानकारी की। इसके बाद यह कार्रवाई की गई, जिसमें आशातीत सफलता मिली।

रेल टिकट के अवैध कारोबारियों में हड़कम्प-रेल सुरक्षा बल की इस कार्रवाई से रेल टिकटों का अवैध कारोबार करनेवालों में हड़कंप मच गया है। छापेमारी के बाद कुछ कारोबारियों ने अपने ठिकानों से सायबर कैफे का बोर्ड हटा दिया है। कुछ अपने घर से चोरी छिपे यह काम करने लगे है। वही कुछ ने फिलहाल धंधा ही बंद कर दिया है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मेरी माटी-मेरा देश अभियान’, के तहत पूर्व मंत्री ने ओबरा में दो स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार के मुखिया को किया सम्मानित

औरंगाबाद: आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भाजपा के राष्ट्रव्यापी "मेरी माटी-मेरा देश" अभियान में स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों का सम्मान करने राज्य भ्रमण पर निकले भाजपा के वरीय नेता, पूर्व मंत्री व बिहार विधानसभा की विरासत विकास समिति के सभापति डॉ. प्रेम कुमार शुक्रवार को देर शाम औरंगाबाद के ओबरा पहुंचे। यहां पहुंचने पर वें ओबरा के स्वतंत्रता सेनानी स्व. देवनारायण लाल के घर पर पहुंचे। स्व. लाल के परिजनों से मुलाकात की। परिवार की मुखिया स्वतंत्रता सेनानी स्व. लाल की पुत्रवधु शिक्षिका दमयंती कुंवर को अंगवस्त्र से सम्मानित किया।

 उन्होने परिजनों से स्वतंत्रता सेनानी स्व. देवनारायण लाल के आजादी की लड़ाई में संघर्षों की दास्तान सुनी। परिजनों ने उन्हे बताया कि देवनारायण लाल व्यवसायी थे। उनका कोलकात्ता के बड़ा बाजार में कपड़ा का कारोबार था। वें बड़ा बाजार कपड़ा व्यवसायी सभा के महामंत्री थे। देश की आजादी की लड़ाई में सहयोग के लिए उन्होने बड़ा बाजार के व्यवसायियों को एकजुट किया। उनके एक आह्वान पर जरूरत पड़ने पर आजादी के दीवानों की बड़ा बाजार के व्यवसायी दिल खोलकर आर्थिक़ सहयोग किया करते थे। इस बीच जब महात्मा गांधी के आह्वान पर उनके नेतृत्व में बड़ा बाजार के व्यवसायियों ने विदेशी कपड़ों की होली जलाई। उन्होने सविनय अवज्ञा आंदोलन में खुलकर भाग लिया। उनकी स्वतंत्रता को लेकर बड़ा बाजार के व्यवसायियों के बीच चलाई जा रही गतिविधियां बिटिश हुकुमत को खटकने लगी। आखिरकार 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन यानी अगस्त क्रांति के दौरान उन्हे गिरफ्तार कर जेल में ठूंस दिया गया। अंग्रेजों ने उन्हे अलीपुर सेंट्रल जेल में कठोर यातनाएं दी। ब्रिटिश हुकुमत द्वारा उन्हे दी गई यातनाओं का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वें जब अपने शरीर से कपड़े उतारते थे तो उनकी पीठ पर हंटर के वार से चमड़ी फट जाने के गहरे दाग दिखाई दिया करता था। जेल जाने से उनका व्यापार चौपट हो गया। उनके पैतृक घर पर रह रहे परिवार को खाने पीने के लाले पड़ गए। इस दौरान उनके साथी व्यवसायियों ने परिवार की मदद की।

 इस दौरान करीब दो साल तक वें जेल में रहे। रिहा होने के बाद भी वें आजादी के अंदोलन से पीछे नही हटे। भूमिगत रहकर वें आजादी के आंदोलन में तबतक भाग लेते रहे जबतक देश आजाद नही हो गया। देश के आजाद होने के बाद उन्होने अपना व्यापार फिर से खड़ा करने की कोशिश की लेकिन अर्थाभाव में उन्हे सफलता नही मिली। इस स्थिति में वें अपने पैतृक गांव ओबरा में ही आकर रहने लगे। अंग्रेजों द्वारा दी गई कठोर यातना के कारण आजादी के बाद वें ज्यादा दिन तक जीवित नही रह सके लेकिन मरने के पहले वें स्वतंत्रता सेनानी सम्मान पेंशन के लिए आवेदन कर गए थे, जो उनकी मृत्यु के बाद स्वीकृत हुआ। उनकी मृत्यु के बाद यह पेंशन उनकी पत्नी राधा देवी को स्वीकृत हुआ जो उन्हे उनके जीवनकाल तक मिलता रहा। 

यही पेंशन स्वतंत्रता सेनानी के परिवार का सहारा बना और परिवार के सदस्यगण पढ़ लिखकर अपने पैरों पर खड़े हो पाए। डॉ. प्रेम कुमार इन बातों को सुनकर भाव विभोर हो उठे। उन्होने कहा कि आपके परिवार ने स्वतंत्रता आंदोलन में अमूल्य योगदान दिया है। इस तरह के योगदान के लिए पूरा देश स्वतंत्रता सेनानियों और वीर शहीदों का कृतज्ञ है। मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत भाजपा शहीदों के गांव की मिट्टी का नमन कर रही है। वीर शहीदों का वंदन कर रही है। स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार का सम्मान कर रही है। 

इसी कड़ी में मैं आपके घर पर आया हूं। यहां आकर आपके परिवार के स्वतंत्रता सेनानी स्व. देवनारायण लाल के आजादी की लड़ाई में योगदान को जानकर हम सभी भाजपा कार्यकर्ता अभिभूत है। यहां के बाद डॉ. कुमार स्वतंत्रता सेनानी स्व. राम प्रसाद के भी घर पर गये और उनके पुत्र लोकनाथ प्रसाद को सम्मानित किया। 

इस मौके पर स्वतंत्रता सेनानी स्व. देवनारायण लाल के पौत्र महेश कुमार, शिक्षक अजय कुमार, पौत्रवधु रेणु गुप्ता, नेहा कुमारी, शिक्षिका सुषमा गुप्ता, भाजपा के जिला महामंत्री संजय गुप्ता, ओबरा मंडल अध्यक्ष मनोज कुमार उर्फपप्पू अग्रवाल, उपाध्यक्ष विनोद नाग, सुबोध चंद्रवंशी, शिव शंकर प्रसाद, बिंदेश्वर प्रसाद गुप्ता, मंगलेश कुमार, दिलीप कुमार जायसवाल, विजय निराला, सुधीर चंद्रवंशी, अनिल चंद्रवंशी एवं काराकाट लोस क्षेत्र विस्तारक रामप्रकाश पांडेय आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे। इसके पूर्व ओबरा पहुंचने पर पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार का ओबरा मंडल भाजपा के कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। 

स्वागत के बाद उन्होने ओबरा बाजार के विभिन्न मुहल्लों में अपने समाज और जाति के लोगो से मिले। उन्हे 2045 तक विकसित एवं सशक्त भारत बनाने के भाजपा के संकल्प की जानकारी दी। कार्यकर्ताओं ने स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में जयकारे लगाए। 

जयकारा लगाते कार्यकताओं के साथ ओबरा बाजार के विभिन्न मुहल्लों का भ्रमण करते हुए पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार स्थानीय स्वतंत्रता सेनानी स्व. देवनारायण लाल एवं स्व. राम प्रसाद के घर पहुंचे और दोनों परिवार के मुखिया को सम्मानित किया।

औरंगाबाद में बाइकर्स ने बोला उत्पाद पुलिस पर हमला, शराबी को छुड़ाकर हुए फरार

औरंगाबाद()। औरंगाबाद के नबीनगर प्रखंड में टंडवा थाना क्षेत्र के सिमरी गांव के पास पिछुलिया स्थित चेक पोस्ट पर गुरूवार को देर रात ग्रामीणों ने उत्पाद विभाग की टीम पर हमला बोलकर एक शराबी को जबरन छुड़ा लिया। हमले में एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल पुलिसकर्मी का औरंगाबाद सदर अस्पताल में इलाज किया गया। इलाज के बाद घायल की स्थिति सामान्य है।

बताया जाता है कि पिछुलिया चेक पोस्ट पर उत्पाद विभाग की पुलिस ब्रेथ एनालाइजर मशीन से झारखंड की ओर से आने वाले लोगो की जांच कर रही थी। जांच के दौरान ही एक व्यक्ति के शराब पिए होने की पुष्टि हो गयी। शराब पीने की पुष्टि होते ही उत्पाद टीम शराबी को पकड़कर पुलिस वाहन में बैठाने ले जाने लगी।

इसी दौरान शराबी के साथ रहे बाइक सवार युवकों ने शराबी को पुलिस वैन में बैठाने ले जा रहे पुलिसकर्मी पर हमला बोल दिया और शराबी को उसके कब्जें से छुड़ा लिया। पुलिसकर्मी के कब्जें से शराबी को छुड़ाने के बाद साथ रहे युवक उसे ले भागे। हमले में पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया।

पुलिसकर्मी के घायल होने के बाद उसके साथी पुलिसकर्मियों ने उसे इलाज के लिए कुटुम्बा रेफरल अस्पताल लाया, जहां डॉक्टरों ने प्रारंभिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया। इसके बाद घायल पुलिसकर्मी का सदर अस्पताल में इलाज किया गया। इलाज के बाद घायल की स्थिति सामान्य है।

घायल पुलिसकर्मी कपिलदेव यादव(58) देव थाना क्षेत्र के अदरी गांव का निवासी है। मिली जानकारी के मुताबिक गुरूवार को देर रात उत्पाद विभाग की टीम पिछुलिया चेक पोस्ट पर वाहनों की जांच कर रही थी। इसी दौरान 4-5 की संख्या में बाइक सवार कुछ युवक आए।

टीम ने ब्रेथ एनालाईजर से उनकी जांच की।इसी दौरान एक युवक जांच में शराब के नशे में धुत पाया गया। पुलिस ने जब ब्रेथ एनालाजर से जांच की तो उसके शराब पिए होने की पुष्टि हो गई। शराब पीने की पुष्टि के बाद एक पुलिसकर्मी उसे उत्पाद विभाग के जीप में बैठाने ले जा रहा था। इसी दौरान शराबी युवक के साथ रहे बाइक सवार युवकों ने पुलिस पर पर हमला बोलकर उसे छुड़ा लिया और पलक झपकते ही उसे लेकर बाइक से फरार हो गए।

मामले में उत्पाद पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने, पुलिस पर हमला बोलने एवं शराबबंदी कानून के उल्लंघन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की। प्राथमिकी में शराबी और उसके सहयोगियों को आरोपी बनाया गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।

पुलिस से झड़प करने के 26 साल पुराने मामले में अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष समेत तीन को कोर्ट ने किया बरी

औरंगाबाद()। औरंगाबाद व्यवहार न्यायालय के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश(एडीजे)-3 ब्रजेश कुमार सिंह की अदालत ने शुक्रवार को 26 साल पुराने एक वाद में निर्णय पर सुनवाई करते हुए मामले के तीन अभियुक्तों अम्बा थाना के बिराज बिगहा निवासी ललन भुईयां, श्रवण भुईयां एवं कासमा थाना के ईटवां निवासी सुरेंद्र यादव को रिहा कर दिया।

एपीपी कामता प्रसाद सिंह ने बताया कि मामले की प्राथमिकी 03 अगस्त 1997 को जिला निबंधक पदाधिकारी सूर्य नारायण सिंह ने भादंवि की धारा 147, 323, 341, 353, 337, 447, 504, 307 एवं 149 के तहत दर्ज कराई थी। इन धाराओं में 30 अक्टूबर 2012 को आरोप गठन किया गया था।

तीनों पर जिला समाहरणालय पर राजनीतिक नारेबाजी करने, गेट से जबरदस्ती घुसने और पुलिस से झड़प करने का आरोप था।

मामले के बचाव पक्ष के अधिवक्ता मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि साक्ष्य के अभाव में तीनों को दोषमुक्त किया गया है।

गौरतलब है कि मामले के एक आरोपी रहे ललन भुईयां कुटुम्बा के पूर्व विधायक है और वर्तमान में वें बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष है।

माओवादियों ने जुड़ी बिगहा में लगाया बम, इलाके में मचा हड़कंप, जांच में निकला मौसम डिवाइस

औरंगाबाद : प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के शीर्षस्थ नेता और पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रमोद मिश्रा की की गया में गिरफ्तारी के साथ ही नक्सली संगठन द्वारा बदले की कार्रवाई किए जाने का संकेत मिलने लगा है। यह संकेत गिरफ्तारी के बाद ही श्री मिश्रा के गृह जिला औरंगाबाद में देखने को मिला। 

बताया जाता है कि अति नक्सल प्रभावित देव थाना क्षेत्र के जुड़ी बिगहा के ग्रामीणों ने गांव के बघार में एक बम देखा। बम की खबर के बाद गांव में सनसनी फैल गयी। लोग दहशत में सिहर उठे। ग्रामीणों ने इसकी सूचना देव थाना की पुलिस को दी। 

सूचना मिलते ही पुलिस महकमा हरकत में आ गया। सूचना पर देव थाना एएसआई राहुल कुमार, रंजय कुमार, गोविंद कुशवाहा, जितेंद्र चौधरी एवं आतिश सिंह सदल बल मौके पर पहुंचे। 

पुलिस अधिकारियों ने इसकी जानकारी सीआरपीएफ की टीम को दी। सीआरपीएफ की टीम के बम निरोधक दस्ते के जवान विपिन कुमार एवं श्याम सुंदर कुमार भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। टीम ने काम करना शुरू किया। सुरक्षा के लिहाज से पूरे इलाके की घेराबंदी कर चप्पा चप्पा सर्च किया जाने लगा। बम डिटेक्टिंग यंत्र से जांच की जाने लगी। 

जांच में बम जैसी दिख रही चीज मौसम विभाग द्वारा जांच करने वाली डिवाइस निकली। इसके बाद ग्रामीणों से लेकर पुलिस महकमें तक के लोगो ने राहत की सांस ली। इस दौरान गांव में दहशत का माहौल बना रहा। हालांकि नक्सलियों द्वारा नकली बम लगाकर पुलिस को परेशान करने और भरमाने का यह कोई पहला मौका नही है। इसके पहले भी नक्सली इलाकें में इस तरह का काम करते रहे है। जब कभी नक्सलियों ने इस तरह की गतिविधियां की है, उसके बाद बड़ी घटना को अंजाम दिया है। ऐसे में शीर्षस्थ माओवादी नेता प्रमोद मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद नक्सलियों की इस तरह की गतिविधि को खतरे का संकेत के साथ ही किसी बड़ी घटना को अंजाम देने का प्री ट्रायल की माना जा सकता है। 

नक्सलियों की कार्यशैली भी इस बात का संकेत करती रही है कि जब भी पुलिस ने किसी बड़े माओवादी नेता पर हाथ डाला है, तब तब नक्सलियों ने बदले की कार्रवाई में किसी बड़ी घटना को अंजाम दिया है। 

इस घटना को इलाके में प्रमोद मिश्रा की गिरफ्तारी से भी जोड़कर देखा जा रहा है क्योकि श्री मिश्रा माओवादियों के टॉप लीडर है। ऐसे में पुलिस को इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस को एहतियात बरतने और लगातार सर्च ऑपरेशन चलाते रहने की जरुरत है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

विधानसभा की याचिका समिति अध्ययन दल 02 द्वारा औरंगाबाद स्थित राजकीय अंबेडकर बालिका आवासीय विद्यालय, सीलार का किया निरीक्षण

आज दिनांक 10 अगस्त 2023 को विधानसभा की याचिका समिति अध्ययन दल 02 द्वारा औरंगाबाद स्थित राजकीय अंबेडकर बालिका आवासीय विद्यालय, सीलार का निरीक्षण किया गया। 

समिति के माननीय अध्यक्ष एवं अन्य माननीय सदस्यों द्वारा विद्यालय के साफ सफाई की स्थिति पर नाराजगी जाहिर की गई। माननीय सदस्यों द्वारा विद्यालय में साफ सफाई की कमी को ध्यान में रखते हुए प्रखंड कल्याण पदाधिकारी को साफ-सफाई की ओर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया। माननीय अध्यक्ष ने विद्यार्थियों से बात करते हुए विद्यालय में मिल रहे भोजन के गुणवत्ता का अवलोकन किया। माननीय सदस्यों द्वारा विद्यार्थियों से उनके पाठ्यक्रम से संबंधित एवं सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछ कर शिक्षा के गुणवत्ता का निरीक्षण किया गया। 

उन्होंने आवासीय विद्यालय के शिक्षा की गुणवत्ता में अपेक्षित प्रगति लाने हेतु विद्यालय का एक कमेटी गठित कर जांच कराने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रधानाध्यापक सहित सभी शिक्षक गणों से शिक्षा की गुणवत्ता संबंधित सवाल किए एवं शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने हेतु निरंतर प्रयास करने का निर्देश दिया।