*विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितताओं के विरुद्ध आंदोलन जारी रखेगी अभाविप*
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गोरखपुर।दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितता एवं बेतहाशा हुए शुल्क वृद्धि पर विश्वविद्यालय प्रशासन कोई उचित कदम नहीं उठा रहा है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरखपुर विश्वविद्यालय इकाई दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में उत्पन्न समस्याओं को लेकर विगत कई महीनों से आंदोलनरत है, अभाविप द्वारा विश्वविद्यालय की समस्याओं को ठीक करने के उद्देश्य से लोकतांत्रिक रूप से किया गया आंदोलन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह की संवादहीनता तथा संवेदनहीनता की भेंट चढ़ गया, जिसमें अभाविप कार्यकर्ताओं के 8 कार्यकर्ताओं को जेल हुई तथा 22 पर गंभीर धाराओं में मुकदमें दर्ज कराकर उन्हें विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया गया है।
विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ हो रहे इतने बर्बरता पूर्वक पुलिसिया उत्पीड़न के बावजूद भी अभी तक उन समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है,जिसके लिए अभाविप लगातार आंदोलनरत है।
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए अभाविप गोरक्ष प्रांत मंत्री सौरभ कुमार गौंड ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन एकात्म मानव दर्शन के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के अंत्योदय के विचारों की हत्या कर रहा है।
जहाँ एक ओर विश्वविद्यालय प्रशासन अपने शुल्क में चार सौ गुना की वृद्धि करके गरीब छात्रों को भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त शिक्षा के अधिकार से वंचित कर रहा है तो वही दूसरी ओर जब छात्र गोरखपुर विश्वविद्यालय में हुई शुल्क वृद्धि के विरुद्ध शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन करता है तो विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह द्वारा उस छात्र के ऊपर फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर जेल भेजकर उसे छात्र से अपराधी बनाया जा रहा है, जो उसके अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन है।
गोरखपुर विश्वविद्यालय के सबसे प्राचीन छात्रावास नाथ चंद्रावत को पिछले आठ महीनों से छात्रों से खाली पीएसी का आवास बनाया गया है लेकिन इस पर विश्वविद्यालय का कोई जबाबदेह नहीं है।
गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्रों के साथ-साथ शिक्षक तथा कर्मचारियों के भी शोषण का केंद्र बनते जा रहा है, उन्होंने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय में ऐसे भ्रष्ट कुलपति की कार्यप्रणाली पर उत्तर प्रदेश के राजभवन की चुप्पी खतरनाक साबित हो रही है जो विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ अन्याय है।
अभाविप गोरक्ष प्रांत सहमंत्री मयंक राय ने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्रों के अधिकारों के हनन के साथ ही साथ धनोदहन का भी अड्डा बन रहा है, विश्वविद्यालय में आयोजित पुरातन छात्र सम्मेलन धन उगाही का श्रोत बना है।
उन्होंने शोध विद्यार्थियों के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय में CSIR, DST, UGC तथा ICMR की अन्य फंडिंग एजेंसी द्वारा शोध के लिए शोधार्थियों को जूनियर रिसर्च फैलोशिप दी जाती है वह विगत दो वर्षों से संज्ञान में आया है कि नहीं मिली है,जिससे उनका JRF से SRF नहीं हो पा रहा है। सभी पत्रावलियां पता करने पर पता चलता है कि कुलपति आवास पर कूड़ेदान में पड़ी है तो इस प्रकार विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा विश्वविद्यालय में शोध के वातावरण को विवादित करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है।
विगत तीन वर्षों में छात्रों को मिलने वाली शोध संबंधी सुविधाओं का विस्तार अभी तक नही हुआ है जो विद्यार्थियों के जीवन को अंधकारमय बना रहा है, विश्वविद्यालय को शिक्षा का केंद्र बनाने के बजाय धनादोहन का केंद्र बनना काफी दुर्भाग्यपूर्ण तथा निंदनीय है।
अभाविप विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितता, शुल्क वृद्धि को कम करने तथा छात्रों के निष्कासन संबंधी आदेशों के विरुद्ध आंदोलन जारी रखेगी।
अभाविप गोरक्ष प्रांत राज्य विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख ऋषभ सिंह ने कहा कि गोरखपुर के कुलपति प्रो. राजेश सिंह विश्वविद्यालय में छात्रों के अधिकारों के हनन की प्रतिमूर्ति बन चुके है , अभाविप इनके छात्र विरोधी रवैये की समाप्ति करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि भारत के गौरवशाली इतिहास और अनुपम विरासत सम्पन्न राष्ट्र के पुनर्निर्माण का बीड़ा उठाकर शिक्षा जगत में भारतीयता का स्वर मुखर करने वाले विश्व के सबसे बडे छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में व्याप्त घोर अनियमितताओं को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध एक जनांदोलन खड़ा कर रही हैं, तथा इस जनांदोलन में समाज के प्रत्येक व्यक्ति की भूमिका तय होगी।
उन्होंने छात्रों की समस्याओं के समाधान तक अभाविप द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध विश्वविद्यालय कुलपति का प्रतीकात्मक शव यात्रा, शुद्धि-बुद्धि यज्ञ, पत्रक वितरण, छात्र संवाद, मशाल यात्रा जैसे आंदोलनों के स्वरूप की चर्चा किया
इस अवसर पर एबीवीपी गोरक्ष प्रांत मंत्री सौरभ गौंड, एबीवीपी गोरक्ष प्रांत सहमंत्री मयंक राय, प्रांत राज्य विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख ऋषभ सिंह, प्रांत मीडिया संयोजक अनुराग मिश्रा, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य सौम्या गुप्ता, विश्वविद्यालय इकाई सहमंत्री शिवम पांडेय उपस्थित रहे।
Aug 04 2023, 19:22