*विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितताओं के विरुद्ध छात्र आंदोलन को जन आंदोलन बनायेगी अभाविप: सौरभ कुमार गौंड*
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गोरखपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरखपुर विश्वविद्यालय इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितता, शुल्क वृद्धि तथा छात्रों के निष्कासन जैसे आदेशों के विरुद्ध विगत कई दिनों से चलाया जा रहा आंदोलन का स्वरूप अब विस्तृत आकार लेता हुआ दिखाई पड़ रहा है।
इसी क्रम में आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरखपुर महानगर के कार्यकर्ताओं द्वारा दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में हो रहे छात्रों के मूलभूत अधिकारों के हनन के विरुद्ध महानगर के विभिन्न चौराहों पर दुकानदारों तथा मोहल्लों में छात्रों के मध्य पत्रक वितरण कर जन जागरूकता अभियान चलाया गया।
अभाविप द्वारा जारी पत्रक में गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति से विभिन्न विषयों पर जबाब माँगा गया है:
विश्वविद्यालय के पी.एच.डी. में 400 % एवं अन्य पाठ्यक्रमो में 200% तक शुल्क वृद्धि क्यों ? पेड़ों की अवैध कटाई का जिम्मेदार कौन ? विश्वविद्यालय के एन.सी. छात्रावास में पिछले एक वर्ष से विद्यार्थी की जगह पीएससी क्यो? विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षा और परिणाम में अनिमियतता क्यों ? NEP-2020 के नाम पर महाविद्यालयों से कभी कार्यशाला,कभी सेमीनार, तो कभी दीक्षांत के नाम पर फर्जी वसूली क्यों ? 8 रु० की परीक्षा कॉपी 25 से 30 रु० में खरीदी जा रही है, आखिर क्यों? करोड़ों रुपये का स्पोर्ट्स घोटाले का जिम्मेदार कौन ? छात्रावास में मेस न चलने पर भी मेस शुल्क क्यों ? कई विश्वविद्यालय से ब्लैक लिस्टेड (डिबार) परीक्षा एजेंसी को परीक्षा प्रभार क्यों ? हेड डीन / पाठ्यक्रम समिति के अधिकारों का अतिक्रमण क्यों ? प्रशासनिक भवन में कैंटीन के नाम पर घोटाला आखिर क्यों? प्रवेश परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक का दोषी कौन ? कार्यवाई क्यों नहीं हुई? विश्वविद्यालय का वार्षिक कैलेंडर क्यों नहीं? पुस्तकालय की दयनीय स्थिति का जिम्मेदार कौन ? विद्यार्थी अपनी कक्षाओं को छोड़कर प्रशासनिक भवन का चक्कर लगाने पर मजबूर क्यों ? शोध शुल्क जमा करने का शुल्क 3200 रुपये से बढाकर 10,500 रुपये क्यों? सेमेस्टर के पंजीकरण शुल्क 100 रु० से 250 रु० क्यों? मुख्य नियंता द्वारा पिछड़ों तथा दलित वर्ग के छात्रों पर जाति सूचक शब्द का प्रयोग क्यों? विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर पर छात्रसंघ शुल्क तो लिया जाता है लेकिन चुनाव क्यों नहीं? राजभवन के नाम पर कुलपति द्वारा विद्यार्थियों को बारंबार धमकी क्यों दी जाती है ? बिना पाठ्यक्रम समिति के पास कराये स्ववित्तपोषित कोर्सेस की वैधानिकता क्या है ?
इस संदर्भ में अधिक जानकारी देते हुए अभाविप गोरक्ष प्रांत मंत्री सौरभ कुमार गौंड ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा भारतीय संविधान द्वारा नागरिकों को प्रदान किये गये अनुच्छेद 19 के अंतर्गत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन किया जा रहा है।
गोरखपुर विश्वविद्यालय के हठधर्मी कुलपति प्रो. राजेश सिंह के द्वारा छात्रों के मूलभूत अधिकारों को उनसे छिनने का प्रयत्न किया जा रहा है और जब छात्र अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ते हैं तो उन पर पुलिसिया लाठीचार्ज, झूठे मुकदमें लगाकर विश्वविद्यालय से निष्कासित कर छात्रों से उनके शिक्षा का अधिकार छीन लिया जाता है। छात्रों को उनके अधिकारों को दिलाने के लिए विद्यार्थी परिषद विगत कई दिनों से आंदोलनरत है इसी क्रम में अभाविप द्वारा छात्रहितों के लिए किये जा रहे आंदोलन में जन-जन की भागीदारी को सुनिश्चित करते हुए इसे जनांदोलन के रूप में परिवर्तित करने के उद्देश्य से गोरखपुर महानगर के विभिन्न चौराहों पर दुकानदारों तथा मोहल्लों में छात्रों के मध्य पत्रक वितरण कर जनसंपर्क अभियान के माध्यम से लोगो को जागरूक कर छात्रशक्ति के इस महायज्ञ में अपना समर्थन प्रदान करने का आग्रह किया गया।
Jul 30 2023, 19:24