लालू हुए एक्टिव, बैडमिंटन खेला और फिर बीजेपी पर बोला हमला-'इस बार तो सफाया हो जाएगा'

डेस्क: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबीयत काफी खराब रही थी, एक बार फिर से स्वस्थ होने के बाद वे राजनीति में सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने अपने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के नए संगठन छात्र राजद भारत की पहली बैठक में शिरकत की और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। लालू ने कहा ''बाबा साहेब अंबेडकर की विचारधारा को मानने वाली पार्टियां एक साथ आ रही हैं...इस बार तो बीजेपी का सफाया हो जाएगा. आने वाले समय में हम (इंडिया गठबंधन) महाराष्ट्र में मिलने जा रहे हैं जहां हम आगे की रणनीति को अंतिम रूप दें..." इससे पहले लालू यादव बैडमिंटन खेलते भी नजर आए थे। 

इस बीच खबर ये भी मिल रही है कि सोमवार की सुबह 10 बजे खड़गे के चैंबर में 'INDIA' के नेता मीटिंग करेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।

लालू ने तेजप्रताप को दी सलाह

नए संगठन छात्र राजद भारत की पहली बैठक में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि, पंचायत स्तर पर छात्र नौजवान पूरे देश में घूमें, नरेंद्र मोदी संविधान को मिटाना चाहते हैं लेकिन देश की अखंडता को हम मिटने नहीं देंगे। वहीं लालू प्रसाद यादव ने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को सलाह देते हुए कहा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और झारखंड में DSS का कार्यक्रम कराएं। लालू ने कहा कि RSS वाले आप लोगों से घबराते हैं, एकजुट रहना है ताकि पार्टी में कोई भ्रम न फैले।

लालू ने पीएम मोदी पर कसा तंज-वे तो पिज्जा-बर्गर खाएंगे

लालू ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला-बिहार में सूखा पड़ गया है, किसानों को खेती करने में परेशानी हो रही है। बिहार सरकार ने राहत का ऐलान किया है और केंद्र की पीएम सरकार को कोई मतलब नहीं, भिंडी 80 रूपए किलो, टमाटर 300 रूपए बिक रहा है और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी विदेश घूम रहे हैं क्योंकि कहां ठहराना है वो देख रहे हैं कि वहां पिज़्ज़ा, मोमो, और बर्गर खाएंगे।

लालू प्रसाद ने आगे कहा बिहार में राजद, जेडीयू और कांग्रेस एक साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं। 2024 का चुनाव नजदीक आ गया है। चुनाव में एक उम्मीदवार के खिलाफ एक कैंडिडेट खड़ा होगा। इसबार INDIA बनाम NDA होगा। बीजेपी का सफाया कर देंगे।

नाबािलग के साथ यौन उत्पीड़न मामले में पॉक्सो कोर्ट की अहम टिप्पणी, 'सेक्सुअल असॉल्ट केस में निर्णायक सबूत नहीं हो सकता DNA टेस्ट'

डेस्क: एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में स्पेशल पॉक्सो कोर्ट ने दो लोगों को सजा सुनाते हुए अहम टिप्पणी की है. कोर्ट ने कहा कि डीएनए टेस्ट बलात्कार में निर्णायक सबूत नहीं हो सकता, इसका सिर्फ पुष्टि के लिए सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. कोर्ट ने कहा कि टेस्ट में इस बात की पुष्टि नहीं होती कि दोनों पीड़िता के बच्चे के बायोलॉजिकल पिता हैं, लेकिन इससे यह नहीं माना जा सकता कि उन्होंने नाबालिग का यौन उत्पीड़न नहीं किया.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कोर्ट ने कहा कि पीड़िता अपने बयान पर शुरुआत से कायम है और उसकी गवाही इस बात की पुष्टि करती है कि उसके साथ यौन उत्पीड़न हुआ है. 

कोर्ट की टिप्पणी

जस्टिस सीमा सी जाधव इस मामले की सुनवाई कर रही थीं. 16 वर्षीय नाबालिग की गवाही के आधार पर कोर्ट ने दो लोगों को उसका यौन उत्पीड़न का दोषी ठहराते हुए 20 साल की सजा सुनाई है. पीड़िता ने अपनी मां की दोस्त के पति और दुकान पर काम करने वाले शख्स पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. डॉक्टरों ने बताया कि मानसिक रूप से पीड़िता की उम्र 11 साल है. कोर्ट ने कहा कि आरोपी परिपक्व हैं और ऐसे जघन्य अपराध ने पीड़िता को शारीरिक और भावनात्मक रूप से प्रभावित किया है. कोर्ट ने कहा कि ऐसे कृत्य पीड़ित के लिए जिंदगीभर के लिए कलंक बन जाते हैं.

कोर्ट ने दोनों पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया और कहा कि यह राशि पीड़िता को मुआवजे को तौर पर दी जाएगी. कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा, "ऐसी घटनाएं पीड़ित पर बहुत प्रभाव डालती हैं और कोई भी मुआवजा पीड़ित के लिए पर्याप्त नहीं है और न ही राहत दे सकता है, लेकिन आर्थिक मुआवजा कम से कम उसे कुछ सांत्वना दे सकेगा." इस मामले में नाबालिग, उसकी बुआ, डॉक्टरों और पुलिस समेत 11 लोगों ने कोर्ट में गवाही दी. पीड़िता का मेंटल अससेमेंट किया गया, जिसमें डॉक्टरों ने बताया कि उसका आईक्यू 11 साल 5 महीने के बच्चे जितना है.

क्या है पूरा मामला ?

रिपोर्ट के मुताबिक, जब नाबालिग की उम्र 11 साल थी, तभी उसकी मां की मृत्यु हो गई थी. इसके बाद वह अपनी मां की दोस्त के पास रहकर ब्यूटीशियन का काम सीखने लगी. साल 2021 में जब वह अपनी बुआ के पास गई तो उसका पेट देखकर उन्होंने उससे सवाल किया तो उसने यह कहकर टाल दिया कि ज्यादा खाने की वजह से पेट निकल गया है. हालांकि, बुआ को यकीन नहीं हुआ तो उन्होंने प्रेग्नेंसी टेस्ट करवाया और रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद पीड़िता ने खुलासा किया कि दुकान पर काम करने वाला एक शख्स उसका यौन उत्पीड़न करता था. इसके बाद उसको बाल गृह भेजा गया तब उसने दूसरे आरोपी और उसकी मां के दोस्त के पति के बारे में भी बताया कि वह उसके साथ बार-बार दुष्कर्म करता था.

पीएम मोदी 1 अगस्त को पुणे में मेट्रो ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी, कई और परियाजनाओं की भी देंगे सौगात

डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (1 अगस्त) को पुणे का दौरा करेंगे और मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इस दौरान, वह विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने रविवार (30 जुलाई) को एक बयान में कहा कि इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार भी ग्रहण करेंगे.

पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री पुणे मेट्रो के पहले चरण के दो गलियारों के पूर्ण हो चुके खंडों पर सेवाओं के उद्घाटन के अवसर पर मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. ये खंड फुगेवाड़ी स्टेशन से सिविल कोर्ट स्टेशन और गरवारे कॉलेज स्टेशन से रूबी हॉल क्लिनिक स्टेशन तक हैं. प्रधानमंत्री ने 2016 में इस परियोजना की आधारशिला भी रखी थी. नए खंड पुणे शहर के महत्वपूर्ण स्थानों जैसे शिवाजी नगर, सिविल कोर्ट, पुणे नगर निगम कार्यालय, पुणे आरटीओ और पुणे रेलवे स्टेशन को जोड़ेंगे.

पीएमओ ने कहा, ये प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में कदम

पीएमओ ने कहा कि यह उद्घाटन देश भर में नागरिकों को आधुनिक और पर्यावरण के अनुकूल शहरी परिवहन प्रणाली प्रदान करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. मार्ग पर कुछ मेट्रो स्टेशन का डिजाइन छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरित है. छत्रपति संभाजी उद्यान मेट्रो स्टेशन और डेक्कन जिमखाना मेट्रो स्टेशन का डिजाइन छत्रपति शिवाजी महाराज के सैनिकों द्वारा पहनी जाने वाली पगड़ी से मिलता-जुलता है, जिसे 'मावला पगड़ी' भी कहा जाता है.

पीएमओ ने कहा कि शिवाजी नगर भूमिगत मेट्रो स्टेशन में एक विशिष्ट डिजाइन है जो छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा निर्मित किलों की याद दिलाता है. पीएमओ ने कहा, "एक और अनूठी विशेषता यह है कि सिविल कोर्ट मेट्रो स्टेशन देश के सबसे गहरे मेट्रो स्टेशनों में से एक है, जिसमें 33.1 मीटर का सबसे गहरा बिंदु है। स्टेशन की छत को इस तरह से बनाया गया है कि सीधी धूप प्लेटफॉर्म पर पड़े." इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम (पीसीएमसी) के तहत अपशिष्ट के उपयोग वाले ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन करेंगे. लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से विकसित यह संयंत्र बिजली का उत्पादन करने के लिए सालाना लगभग 2.5 लाख मीट्रिक टन कचरे का उपयोग करेगा.

पीएम देंगे इन परियोजनाओं की सौगात

प्रधानमंत्री इस अवसर पर पीसीएमसी द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित 1,280 से अधिक मकान सौंपेंगे. वह पुणे नगर निगम द्वारा निर्मित 2,650 से अधिक पीएमएवाई घर भी सौंपेंगे. इसके अलावा, प्रधानमंत्री पीसीएमसी द्वारा निर्मित किए जाने वाले लगभग 1,190 पीएमएवाई घरों और पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित 6,400 से अधिक घरों की आधारशिला भी रखेंगे. प्रधानमंत्री को इस यात्रा के दौरान लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. लोकमान्य तिलक की विरासत का सम्मान करने के लिए 1983 में तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट द्वारा इस पुरस्कार की शुरुआत की गई थी.

प्रधानमंत्री से पहले किस-किस को मिल चुका है यह सम्मान

पीएमओ ने कहा कि यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने राष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए काम किया है और जिनके योगदान को केवल उल्लेखनीय और असाधारण के रूप में देखा जा सकता है. यह पुरस्कार हर साल एक अगस्त को लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि पर दिया जाता है. प्रधानमंत्री मोदी से पहले यह पुरस्कार पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा और प्रणब मुखर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह के अलावा मशहूर व्यवसायी एन आर नारायणमूर्ति और 'मेट्रो मैन' ई श्रीधरन जैसे 40 दिग्गजों को प्रदान किया जा चुका है.

*पाकिस्तान गई अंजू का ऑडियो वायरल, पति को फोन पर दी गालियां, बच्चों के लिए दी धमकी*


डेस्क: राजस्थान के अलवर से पाकिस्तान पहुंची अंजू लगातार सुर्खियों में है. वहां जाकर उसने इस्लाम धर्म कबूल कर फातिमा बन गई और अपने प्रेमी नसरुल्लाह से निकाह भी कर लिया. अब अंजू का एक ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो अपने पति अरविंद से बात कर रही है, इस बातचीत में अंजू अरविंद को लगातार गालियां दे रही है.

हाल ही में अंजू ने भारत में रह रहे अपने पति अरविंद के पास कॉल किया. जिसका ऑडियो वायरल हो गया. वायरल ऑडियो में उसने अरविंद को बुरा-भला कहा, जिसके बाद दोनों की खूब बहस हुई. अंजू ने अरविंद से कहा कि तुम मीडिया में क्या-क्या बकवास कर रहे हो, कुछ भी बके जा रहे हो. अपने बारे में भी बताओ कैसे इंसान हो तुम. तू मीडिया के सामने नाच रहा है.

इसके जवाब में अरविंद कहता है कि तुमने भी तो वहां शादी कर ली, घूम रही है. इस पर अंजू कहती है ये मेरी मर्जी है, जो चाहूंगी वह करूंगी. मैं बच्चों के लिए वापस आऊंगी. हालांकि एबीपी न्यूज इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है.

इंटरव्यू में भी निकाली थी भड़ास

इससे पहले एक मीडिया संस्थान को दिए एक इंटरव्यू में अंजू ने मीडिया पर भी जमकर भड़ास निकाली थी. उसने कहा था, “मैं तो देख रहीं हूं कि आप लोग मेरे बारे में क्या-क्या कह रहे हैं. मुझे आने लायक नहीं छोड़ा, वहां कौन मेरी गारंटी लेगा, ना रिश्तेदार और ना बच्चे अपनाएंगे तो मैं कहां जाऊंगी? यहां मेरे ऊपर कोई दबाव नहीं है. सोशल मीडिया पर मेरे बारे में जो कहा जा रहा है, उस पर एक्शन ले सकती हूं. मैं अभी इंडिया की हूं, मैं सबको बता दूंगी कि मैं क्या कर सकती हूं.”

पति से झूठ बोलकर गई पाकिस्तान

अंजू की शादी अरविंद से हुई थी, जो राजस्थान में रहते हैं. उनकी 15 साल की बेटी और छह साल का बेटा है. अंजू के पति ने कहा कि वो झूठकर बोलकर पाकिस्तान गई है. वहीं अंजू से पाकिस्तान से वीडियो शेयर करते हुए कहा कि वो वहां सुरक्षित है और वीजा लेकर गई है. जल्द ही वह वापस लौट आएगी.

*रामदास अठावले बोले- 'एनडीए में आ जाइए', नीतीश कुमार का I.N.D.I.A में हो रहा तिरस्कार*

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्षी पार्टियों ने एक गठबंधन बनाया है जिसका नाम रखा गया है INDIA। इस मुद्दे पर अब केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बयान देते हुए कहा है कि नीतीश कुमार को वापस NDA में आ जाना चाहिए। विपक्षी गठबंधन में उनका तिरस्कार हो रहा है। एनडीए में उनका स्वागत होगा। उन्होंने कहा कि INDIA के गठबंधन में कई लोग प्रधानमंत्री पद के दावेदार हैं। इसलिए नीतीश कुमार की वहां दाल नहीं गलेगी। विपक्ष का INDIA नाम रखने पर नीतीश कुमार ने नाराजगी भी जताई थी।

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 350 सीटों पर होगी जीत

अठावले ने कहा कि विपक्ष के गठबंधन को INDIA नाम देने से वो भारत देश नहीं बन जाता है। उनका गठबंधन Dead Alliance है। उनके साथ आने से एनडीए को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार 350 सीट के साथ सरकार बनेगी। क्योंकि देश की जनता एनडीए के साथ है। 1 अगस्त को पुणे के कार्यक्रम में शरद पवार और पीएम मोदी एक मंच पर होंगे। कार्यक्रम में जब दोनों एक साथ आएंगे तो बहुत सी बातें भी होंगी और मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री और शरद पवार के बीच 2024 के लोकसभा चुनाव में साथ आने को लेकर भी चर्चा हो सकती है।

मोदी सरकार को है मणिपुर की चिंता

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी बात करेंगे तो शायद शरद पवार का मन बदल जाए और वो एनडीए के साथ आ जाएं। अजित पवार तो हमारे साथ पहले से हैं। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष के लोग मणिपुर जा सकते हैं तो राजस्थान, बंगाल, छत्तीसगढ़ जाने से क्यों परहेज है। INDIA यानी विपक्षी दल मणिपुर गए हैं। यह अच्छी बात है। अब वहां से क्या रिपोर्ट लाते हैं और सरकार को देते हैं। रिपोर्ट मिलने पर विचार किया जाएगा।

 रामदास अठावले ने कहा कि मोदी सरकार लगातार मणिपुर में शांति के लिए कोशिश कर रही है। इसलिए 35,000 सुरक्षाबलों की तैनाती मणिपुर में की गई है।

*राम भक्तों के लिए खुशखबरी, आज से खुल जाएगा राम जन्मभूमि पथ, रामलला के दर्शन में होगी सुविधा*

डेस्क: भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में रामलला के मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है। अक्टूबर 2023 में गर्भगृह बनकर तैयार हो जाएगा और रामलला 24 जनवरी 2024 में अपने दिव्य भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। मंदिर में विराजमान होने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी। रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान रामलला का दर्शन-पूजन करेंगे, जिसे देखते हुए अयोध्या में सड़क चौड़ीकरण का कार्य भी किया जा रहा है।

राम जन्मभूमि को जाने वाले 4 मार्गों का निर्माण

इसके मद्देनजर राम जन्मभूमि को जाने वाले 4 मार्ग बनाए जा रहे हैं। इन चार मार्गों में राम पथ, जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ और सुग्रीव पथ का निर्माण कार्य किया जाएगा। आने वाले राम भक्तों को किसी भी तरह की कोई असुविधा न हो, इसके लिए यह मार्ग बनाए जा रहे हैं। आज करीब दोपहर 1:30 बजे जन्मभूमि पथ पर बने नवीन दर्शन मार्ग का शुभारंभ किया जाएगा। यानी आज से राम भक्तों के लिए जन्मभूमि पथ से रामलला का दर्शन करने के लिए के लिए यह मार्ग शुरू कर दिया जाएगा। 

राम पथ का निर्माण कार्य भी जल्द होगा पूरा

जन्मभूमि मार्ग पूरी तरह राममय बनाया गया है। इस मार्ग पर अनेकों प्रकार की सुविधाएं भी दी जाएंगी। साथ ही भक्ति पथ का भी निर्माण कार्य बहुत ही जल्द पूरा कर लिया जाएगा। सबसे लंबा पथ, राम पथ है उसका भी निर्माण कार्य 3 से 4 महीने में पूरा कर लिया जाएगा। दीपोत्सव और भगवान रामलला को उनके गर्भगृह में विराजमान होने से पहले इन सभी मार्ग के कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।

राम भक्तों के लिए आज से जन्मभूमि पथ शुरू कर दिया जाएगा। इसी जन्मभूमि पथ से राम भक्त कम दूरी तय कर अपने आराध्य प्रभु श्री राम का दर्शन पूजन कर सकेंगे। पहले हनुमानगढ़ी होकर राम जन्मभूमि मार्ग यानी अमावा मंदिर के पास भारी-भरकम भीड़ से होकर राम भक्तों को रामलला का दर्शन करना पड़ता था, लेकिन अब राम भक्तों के लिए जन्मभूमि पथ शुरू कर दिया गया है। आज से इसी पथ से राम भक्त दर्शन और पूजन कर सकेंगे।

जन्मभूमि पथ पर सुरक्षा चेकिंग प्वॉइंट होगा

वहीं, राम मंदिर ट्रस्ट के सहयोगी गोपाल राव जी ने बताया कि इस जन्मभूमि पथ पर सुरक्षा चेकिंग प्वॉइंट के साथ आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान रखते हुए यात्री सुविधा केंद्र लॉकर बनाया गया है, जहां श्रद्धालु अपना सामान रख सकेंगे। इससे श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन में सुविधा होगी।

*जानिए कौन हैं बिहार की बेटी फलक खान, जिनकी फिल्म 'चंपारण मटन' ऑस्कर की दौड़ में हुई है शामिल*

डेस्क: बिहार के मुजफ्फरपुर की बेटी फलक अभिनीत फिल्म 'चंपारण मटन' ऑस्कर की दौड़ में शामिल है। फिल्म ऑस्कर के स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड-2023 के सेमीफाइनल राउंड में पहुंची है। इस अवार्ड के लिए दुनियाभर के फिल्म प्रशिक्षण संस्थानों की 1700 से अधिक फिल्मों का नामांकन हुआ था। 'चंपारण मटन' का निर्देशन फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे के रंजन कुमार ने किया है।

नैरेटिव कैटेगरी के सेमीफाइनल में चुनी गई फिल्म

स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड चार अलग-अलग श्रेणियों में दिया जाता है। इसमें फलक खान की फिल्म नैरेटिव कैटेगरी में सेमीफाइनल में चुनी गई 16 फिल्मों से मुकाबला करेगी। नैरेटिव श्रेणी में अर्जेंटीना, जर्मनी, बेल्जियम जैसे देशों की फिल्में चुनी गई हैं। चंपारण मटन नैरेटिव समेत अन्य तीन श्रेणियों में शामिल भारत की एकमात्र फिल्म है। स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड फिल्म प्रशिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों से फिल्म बनाना पढ़ रहे छात्रों की फिल्मों को दिया जाता है। यह ऑस्कर की ही शाखा है। यह अवार्ड 1972 से दिए जा रहे हैं। इस अवार्ड से पुरस्कृत कई फिल्में ऑस्कर से नवाजी जा चुकी हैं।

क्या है फिल्म 'चंपारण मटन' की कहानी?

बिहार के लोगों की कभी हार नहीं मानने की कहानी अभिनेत्री फलक बताती हैं। आधे घंटे की यह फिल्म बिहार के लोगों की अपने रिश्तों के प्रति ईमानदारी और किसी भी हाल में हार न मानने की कहानी है। लॉकडाउन के बाद नौकरी छूट जाने पर गांव लौटने और पत्नी की इच्छा पूरी करने की कोशिश में लगे एक परिवार के इर्द-गिर्द इस फिल्म की कहानी है। कहानी की संवेदनशीलता हर किसी के दिल को छू रही है। यही इसके स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड में पहुंचने की वजह है। 

"बेटी ने दुनिया के सामने देश का मान बढ़ाया"

ब्रह्मपुरा निवासी फलक के पिता डॉ. एआर खान और मां डॉ. अजीज खान को बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व है। मेंहदी हसन चौक निवासी फलक खान के पिता मैनेजमेंट कॉलेज में प्राचार्य हैं और माता भी प्रोफेसर हैं। इनका रोजाना का ज्यादातर वक्त शिक्षण कार्यों में बितता है। बेटी की फिल्म अवार्ड की दौड़ में शामिल होने पर माता-पिता बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के सामने देश का मान बढ़ाया है, ऐसी बेटी पर नाज है।

कौन हैं फलक खान?

बता दें कि फलक खान MIT मुजफ्फरपुर की इंजीनियरिंग की छात्रा रही हैं। MIT से पढ़ाई पूरी कर मुंबई से MBA की पढ़ाई की। इसके बाद मुंबई में रहते हुए डायरेक्टरिंग, प्रोडक्शन, एडिटिंग का कोर्स किया और FK फिल्म प्रोडक्शन के जरिए छोटी-मोटी फिल्मों का कार्य शुरू किया। 

इस बीच, अभिनीत 'चंपारण मटन' फिल्म ऑस्कर अवार्ड के दौर में शामिल हुई, जो ऑस्कर के स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड- 2023 के सेमीफाइनल राउंड में पहुंच गई है। वहीं, फलक खान भी बताती हैं कि इतना बड़ा मुकाम पाने के लिए संघर्ष और माता-पिता का आशीर्वाद ही काम देता है।

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तो क्या विश्व से अब तक खतम नहीं हुआ कोरोना ! भारत के पड़ोसी देश इंडोनेशिया में वैज्ञानिकों ने ढूंढ़ा ओमिक्रॉन से भी ज्यादा जानलेवा और खतरनाक वैर


 डब्ल्यूएचओ ने इसी साल मई महीने में कोरोना वायरस को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की श्रेणी से हटा दिया था। इसके बाद ऐसा लगने लगा था कि कोरोना वायरस का दुनिया से अंत हो गया है लेकिन, ऐसा नहीं है। हाल ही में भारत के पड़ोसी देश इंडोनेशिया में वैज्ञानिकों ने कोरोना के ऐसे खतरनाक वैरिएंट की खोज की है, जो ओमिक्रॉन से भी ज्यादा जानलेवा है और खतरनाक है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह वैरिएंट 113 यूनीक म्यूटेंट वाला कोरोना वायरस का नया वैरिएंट हो सकता है। साथ ही वैज्ञानिकों ने इस वैरिएंट को अब तक का सबसे घातक वैरिएंट करार दिया है।

इंडोनेशिया में वैज्ञानिकों को कोरोना का सबसे नया और घातक वैरिएंट मिला है। रिपोर्टों के अनुसार, इससे पहले 50 म्यूटेंट वाला ओमिक्रॉन कोरोना वायरस को सबसे अधिक घातक और तेजी से संक्रमण करने वाला वैरिएंट था। लेकिन, इंडोनेशिया में वैज्ञानिकों ने जिस वैरिएंट की खोज की है, वह 113 यूनीक म्यूटेंट के साथ ऑमिक्रोन को भी पीछे छोड़ देता है। 

क्यों है इतना खतरनाक

वैज्ञानिकों का कहना है कि स्पाइक प्रोटीन वायरस की सतह पर पाया जाता है और इसे मानव कोशिकाओं से जुड़ने और प्रवेश करने में मदद मिलती है। अधिकांश कोरोना टीके मानव शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करते हैं और स्पाइक प्रोटीन को टारगेट करके उन पर हमला करते हैं। ये यूनीक म्यूटेंट स्पाइक प्रोटीन को काफी प्रभावित कर सकते हैं, जिससे ये अधिक खतरनाक हो जाते हैं।

कोरोना से ठीक हुए शख्स में नया वैरिएंट

शोधकर्ताओं का कहना है कि कोविड वायरस का यह नया वैरिएंट एक पुराने कोविड मरीज से उत्पन्न हुआ है जो महीनों से संक्रमण से पीड़ित है। इन पुराने रोगियों में आम तौर पर एड्स या कीमोथेरेपी से गुजरने के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है जो कि कोविड वायरस से लड़ने की क्षमता को कम कर देती है।

चिंता की बात

मेलऑनलाइन से बात करते हुए रीडिंग यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट प्रोफेसर इयान जोन्स ने कहा कि पुराने संक्रमणों में मुख्य चिंता यह है कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट उन व्यक्तियों में भी पैदा होते है, जिन्होंने कोरोना वायरस के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर ली है। इंडोनेशिया में पाए गए नए कोविड वायरस वैरिएंट को विश्व जीनोमिक्स डेटाबेस में जमा कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट नए और अप्रत्याशित तरीके से उत्परिवर्तन करके आश्चर्यचकित करते रहते हैं।

एक नहीं सात सात उपग्रहों को सटीक तौर पर उनकी कक्षाओं में इसरो ने कर दिया प्रक्षेपित, पढ़िए, भारत की अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि


भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज सुबह 6.30 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC), श्रीहरिकोटा (Sriharikota) से 7 उपग्रहों के साथ पीएसएलवी-सी56 (PSLV-C56’) को लॉन्च किया है। चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग के बाद इसरो का ये नया कारनामा है। इस मौके पर सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में मिशन नियंत्रण केंद्र पर इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ और अन्य अधिकारी मौजूद हैं। इसरो ने कहा कि मिशन सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। PSLV-C56 से सभी उपग्रहों को उनकी इच्छित कक्षाओं में सटीक रूप से प्रक्षेपित किया गया। इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने लॉन्च के सफलता से पूरा होने के बाद कहा कि ‘बधाई हो, प्राथमिक उपग्रह डीएस-एसएआर और दूसरे 6 उपग्रहों सहित 7 उपग्रहों को ले जाने वाले पीएसएलवी-सी56 को सफलतापूर्वक सही कक्षा में स्थापित किया गया है।

PSLV-C56 / DS-SAR, सिंगापुर के एसटी इंजीनियरिंग के लिए न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) का कॉमर्शियल मिशन है। सिंगापुर का डीएस-एसएआर एक रडार इमेजिंग आधारित पृथ्वी निगरानी सेटेलाइट मिशन के लिए प्राइमरी सेटेलाइट है। इन उपग्रहों का उपयोग सिंगापुर सरकार के भीतर विभिन्न एजेंसियों की सेटेलाइट इमेजरी की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा। एसटी इंजीनियरिंग अपने कॉमर्शियल ग्राहकों के लिए मल्टी-मॉडल और उच्च प्रतिक्रियाशीलता इमेजरी और भू-स्थानिक सेवाओं के लिए इसका उपयोग करेगी।

यह मिशन पीएसएलवी की 58वीं उड़ान है। यह अकेले कोर कॉन्फ़िगरेशन में रॉकेट की 17वीं उड़ान भी है। इसरो के मुताबिक उपग्रहों को निर्धारित कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित करने की क्षमता के लिए इसका विश्वसनीय रॉकेट पीएसएलवी सही चयन है। वहीं न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड इसरो की कॉमर्शियल शाखा है और यह उपग्रह प्रक्षेपण अभियान सिंगापुर में ग्राहकों के लिए एक कॉमर्शियल परियोजना है। 14 जुलाई को लॉन्च किए गए चंद्रयान-3 मिशन के बाद इस महीने यह इसरो का दूसरा बड़ा सफल अभियान है।

गौरतलब है कि इसरो ने ‘चंद्रयान-3’ को चंद्रमा की कक्षा में ऊपर उठाने की पांचवें चरण की प्रक्रिया को भी हाल ही में सफलतापूर्वक पूरा कर लिया था। इससे चंद्रयान-3 पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकलेगा और एक अगस्त को निर्धारित कार्यक्रम के तहत चंद्रमा की तरफ बढ़ेगा। इसरो ने कहा कि चंद्रयान को कक्षा में ऊपर उठाने की अगली प्रक्रिया ‘ट्रांसलूनार इंजेक्शन (टीएलआई)’ एक अगस्त 2023 को मध्य रात्रि 12 बजे से एक बजे के बीच की जाएगी। टीएलआई की प्रक्रिया के बाद चंद्रयान-3 पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकल जाएगा और उस रास्ते पर आगे बढ़ जाएगा, जो उसे चंद्रमा के करीब ले जाएगा।

अगले लोकसभा चुनाव के पूर्व जारी एक पोल सर्वे के पढ़िए, डिटेल में नतीजे, क्या इस बार भी मोदी मैजिक रहेगी अभेद्य या कहीं विपक्षी गठबंधन बना सकेगी

 देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं। एनडीए के खिलाफ मजबूत विपक्ष खड़ा करने के लिए बाकी दलों ने INDIA नाम के साथ आगे बढ़ने का निश्चय तो कर लिया है लेकिन, क्या यह कदम चुनाव में कुछ बदलाव ला पाएगा? शनिवार को एक पोल सर्वे में जो आंकड़े सामने आए, वो विपक्षी गठबंधन के लिए बैचेनी बढ़ाने वाले हैं। पोल में बीजेपी की जीत की हैट्रिक का दावा किया जा रहा है। INDIA के लिए राहत की बात सिर्फ यही है कि कुछ राज्यों में झटकों के साथ-साथ अच्छी खबरें भी मिली हैं। दक्षिण भारतीय राज्यों और महाराष्ट्र के अलावा पश्चिम बंगाल राज्य से भी विपक्षी दलों के लिए पोल सर्वे खुश करने वाला है। बंगाल में इस बार भी ममता बनर्जी का बंगाल किला बीजेपी के लिए अभेद्य नजर आ रहा है। ज्यादा सीट लाना तो दूर, पांच साल पहले बीजेपी ने जो सीटें कमाई थी, उन्हें भी गंवाती नजर आ रही है। पोल सर्वे के मुताबिक, करीब एक तिहाई सीटों का नुकसान हो रहा है। 

इंडिया टीवी-सीएनएक्स के ओपिनियन पोल में बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में 318 सीटों के साथ जीत दर्ज कर रही है। वहीं, विपक्ष दलों का गठबंधन INDIA 175 सीटें ही जीत पा रही है। राज्यों की बात करें तो कई राज्यों में बीजेपी बंपर सीटें तो ला रही है लेकिन, कई स्टेट्स में बीजेपी का हाल काफी बुरा है। 

ओपिनियन पोल अनुसार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनावों में टीएमसी की सीट हिस्सेदारी में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ मजबूती से उभरती हुई दिख रही है। यहां ममता को छोड़ बाकियों का हाल काफी बुरा है। बीजेपी को पिछली बार के मुकाबले 6 सीटों का नुकसान हो रहा है। लेफ्ट से लेकर अन्य छोटे-मोटे दल भी पिछड़ रहे हैं। कांग्रेस पिछली बार की तरह इस बार भी एक ही सीट लेकर खड़ी दिखाई दे रही है।

2019 में चला मोदी मैजिक इस बार फेल?

2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने टीएमसी के लिए बड़ा खतरा पैदा कर दिया था। पीएम मोदी, तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और अन्य सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं ने राज्य में जमकर प्रचार किया था। पार्टी ने मतदान से पहले चुनाव में 20 से अधिक सीटें जीतने का दावा किया था, हालांकि, उसे 18 सीटों से संतोष करना पड़ा था। 2019 के आम चुनाव में टीएमसी ने पश्चिम बंगाल की 42 में से 22 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस 2 सीटें जीतने में कामयाब रही थी और सीपीएम अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी। 

बंगाल पर क्या कहता है पोल सर्वे

इंडिया टीवी-सीएनएक्स ने 29 जुलाई को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए ओपिनियन पोल जारी किया था। यह पोल बीजेपी के हक में जाता दिख रहा है। लगातार तीसरी बार बीजेपी को अच्छे मार्जिन से जीत मिल रही है। लेकिन कई राज्यों की तरह पश्चिम बंगाल में हालत इससे काफी उलट हैं। पोल में 2024 में पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को 29 लोकसभा सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है, जबकि बीजेपी को 12 सीटें मिल सकती हैं। वाम मोर्चे के शून्य दोहराए जाने से कांग्रेस के 1 सीट जीतने की संभावना है।

ममता को 48 फीसदी वोट

ओपिनियन पोल के मुताबिक, 2024 में पश्चिम बंगाल में ममता की तृणमूल कांग्रेस को 48% वोट मिलने की संभावना है, बीजेपी को 37% वोट मिलने की उम्मीद है। कांग्रेस 6% वोटों के साथ तीसरे स्थान पर है और लेफ्ट फ्रंट को सिर्फ 5% वोट मिल सकते हैं।  

अन्य राज्यों में क्या हाल

ओडिशा की बात करें तो बीजू जनता दल (बीजेडी) एक बार फिर ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बाद जीत हासिल करने के लिए पूरी तरह तैयार है। बीजेडी को 13 सीटें और बीजेपी को 8 सीटें मिलने की उम्मीद है और कांग्रेस को कोई भी सीट नहीं मिल पा रही है। इससे पहले 2019 में बीजेडी को 12 सीटें मिली थीं जबकि बीजेपी 8 सीटों पर रही थी और कांग्रेस एक सीट जुटाने में सफल रही थी। उत्तराखंड में बीजेपी सभी पांच सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। इस बार भी कांग्रेस को कोई सीट नहीं मिलने की उम्मीद है।

केरल में 14 सीटें हासिल करने के बाद यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के विजयी होने की संभावना है। इंडिया टीवी द्वारा कराए गए ओपिनियन पोल में भविष्यवाणी की गई है कि लेफ्ट डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीएफ) 6 सीटों पर पिछड़ गई है, जबकि बीजेपी किसी भी सीट पर कब्जा करने में विफल रहेगी। 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 15 सीटों के साथ विजयी हुई थी। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) को 2 सीटें मिलीं, उसके बाद रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), केरल कांग्रेस (एम) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) को 1 सीट मिली।

वहीं, केंद्र शासित प्रदेशों (पुडुचेरी, चंडीगढ़, दादरा नगर हवेली, अंडमान निकोबार, लक्षद्वीप) की 6 सीटों में से बीजेपी को 4 और कांग्रेस को 2 सीटें मिलने का अनुमान है। 2019 में कांग्रेस ने पुडुचेरी के साथ-साथ अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से भी एक सीट जीतकर सरकार बनाई थी। इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने लक्षद्वीप में एक सीट जीती थी।