मणिपुर पर विपक्ष का एक और सियासी दांव, 29-30 जुलाई को राज्य के दौरे पर जाएंगे “INDIA” के सांसद
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मणिपुर हिंसा को लेकर सियासत जारी है।विपक्ष मणिपुर को लेकर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। विपक्ष की मांग है कि प्रधानमंत्री संसद में मणिपुर हिंसा को लेकर बयान दें। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से खबर आ रही है कि 26 राजनीतिक पार्टियों वाले विपक्षी गठबंधन “INDIA”के सांसद 29-30 जुलाई को हिंसा प्रभावित राज्य मणिपुर का दौरा कर सकते हैं।
लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने बताया कि विपक्षी दलों के 20 से अधिक सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल इस सप्ताक के अंत में मणिपुर का दौरा कर हालात का जायजा लेगा।टैगोर ने कहा कि विपक्षी सांसद काफी समय से हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा करना चाहते थे लेकिन वहां के हालात को देखते हुए उन्हें अनुमति नहीं दी गई।बता दें कि 3 मई को राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मणिपुर का दौरा किया था।
खड़गे का पीएम मोदी पर हमला
इस मामले पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सदन चल रहा है, हम मांग कर रहे हैं कि पीएम यहां आएं और अपना बयान दें। लेकिन वे राजस्थान में राजनीतिक भाषण दे रहे हैं और चुनाव की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब वो राजस्थान जा सकते हैं तो क्या सदन में आधे घंटे के लिए आकर मणिपुर मामले पर बयान नहीं दे सकते हैं। लोकतंत्र में उनकी कोई रूची नहीं है। कोई विश्वास नहीं है। वे संसद का अपमान कर रहे हैं। वे लोकतंत्र की रक्षा नहीं करना चाहते हैं।
हाल ही वायरल हुआ था महिलाओं का वीडियो
मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने का वीडियो बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस मामले में अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। महिलाओं की नग्न स्थिति में वायरल हुई वीडियो की पूरे देशभर में कड़ी निंदा की गई थी।इस मामले में पुलिस ने अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस ने वीडियो के जरिए 14 लोगों की पहचान की थी। दरअसल, वीडियो में कुछ आरोपी दो महिलाओं को नग्न अवस्था में घुमा रहे थे और उनके साथ छेड़छाड़ कर रहे थे।
करीब तीन महीने से जारी हिंसा
मणिपुर में बीती तीन मई को जातीय हिंसा की शुरुआत हुई थी। मणिपुर के मैतई समुदाय द्वारा जनजातीय आरक्षण देने की मांग से हिंसा की शुरुआत हुई थी, जिसमें अभी तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं।
Jul 27 2023, 16:32