दुमका : 88 हजार पर ही होगा बी0एड0 में एडमिशन, SKMU ने बढ़ोतरी के फैसले को लिया वापस, रंग लाया छात्रों का आंदोलन

दुमका : सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय ने बीएड फीस में की गयी बढ़ोतरी के फैसले को वापस ले लिया है। विवि ने इसे अगले आदेश तक स्थगित करते हुए बुधवार को नोटिस भी जारी कर दी। 

विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा बीएड फीस में बढ़ोतरी का लगातार विरोध किया जा रहा था। बुधवार को भी छात्र समन्वय समिति ने बीएड फीस में बढ़ोतरी का विरोध करते हुए विवि के में तालाबंदी कर दी। छात्र संगठनों के विरोध को देखते हुए विवि को अपना निर्णय वापस लेना पड़ा। सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा बीएड फीस वृद्धि को तत्काल प्रभाव से स्थगित करते 88 हजार शुल्क पर ही सत्र 2023-25 में नामांकन लेने का आदेश जारी करना पड़ा।

दरअसल पिछले महीने एसकेएमयु द्वारा सत्र 2023 - 25 से बीएड कॉलेज में नामांकन हेतु फीस को 88 हजार रुपये से बढ़ा कर एक लाख 50 हजार रुपये कर दिया गया था। छात्र संगठनों को जब इसकी जानकारी मिली तो विभिन्न छात्र संगठनों ने आंदोलन शुरू कर दिया।

 आंदोलन के पहले दौर में विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा छात्र संगठनों को भरोसा दिया गया था कि छात्रों से वार्ता के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस बीच छात्रों से वार्ता के बगैर बढ़े हुए शुल्क के साथ बीएड कॉलेज में नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी। 

जिसके विरोध में बुधवार को छात्र समन्वय समिति के बैनर तले छात्रों ने विश्वविद्यालय में तालाबंदी कर दिया। छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। छात्रों ने विश्वविद्यालय सहित तमाम कॉलेज में अनिश्चितकालीन तालाबंदी की चेतावनी दे डाली।

 छात्रों के रुख को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा अपने निर्णय पर पुनर्विचार करते हुए सत्र 2023 - 25 में बीएड कॉलेज में नामांकन हेतु पूर्व के आदेश को स्थगित करते हुए 88 हजार रुपये पर नामांकन लेने का आदेश निर्गत किया। एसकेएमयु के रजिस्ट्रार के हस्ताक्षर से इस बाबत पत्र निर्गत किया गया।

विश्वविद्यालय के उस निर्णय पर छात्र नेता श्यामदेव हेम्ब्रम, राजीव बास्की और राजेंद्र मुर्मू ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह सैकड़ों छात्रों के भविष्य का सवाल था। संथाल परगना प्रमंडल पिछड़ा प्रमंडल है। यहां के छात्रों की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं कि वो एक लाख 50 हजार रुपये वहन कर सके। इसलिए विश्वविद्यालय का निर्णय स्वागत योग्य है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : बाल विवाह के खिलाफ गर्ल्स स्कूल में चला जागरूकता कार्यक्रम, छात्राओं ने ली शपथ

दुमका : जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के मकसद से कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन-यूएस के सहयोग और ग्राम ज्योति व जिला बाल संरक्षण इकाई एवं चाइल्डलाइन दुमका के संयुक्त तत्वाधान में बुधवार को प्लस टू राजकृत कन्या उच्च विद्यालय में एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

जागरूकता कार्यक्रम में विद्यालय के सैकड़ों बच्चों सहित शिक्षक शामिल हुए। भाग लिया। मौके पर मुख्य अतिथि बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ अमरेंद्र कुमार एवं विशिष्ट अतिथि जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्र, बाल कल्याण समिति सदस्य डॉ राजकुमार उपाध्याय तथा नगर थाना के सब-इंस्पेक्टर मनोज कुमार मिश्रा उपस्थित थे।

 कार्यक्रम की शुरुआत से विद्यालय की बालिकाओं ने अतिथियों का स्वागत गान एवं पुष्पगुच्छ देकर किया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक मृनाल कांति सरकार ने अपने स्वागत संबोधन में अतिथियों का स्वागत किया। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन-यूएस के कार्यक्रम समन्वयक नरेंद्र शर्मा ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।

 उन्होंने कहा की ग्राम ज्योति केएससीएफ यूएस के सहयोग से दुमका जिला के 5 प्रखंडों के 34 पंचायतों के 150 गावों के 225000 परिवार को बाल विवाह मुक्त कराने के लिए एक रोडमैप पर काम कर रही है। इसके अंतर्गत बाल श्रम, बाल यौन शोषण व बाल तस्करी की रोकथाम के लिए जिला स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने का कार्य कर रही है। चाइल्डलाइन के जिला समन्वयक ने भी कार्यक्रम के उद्देश्य पर चर्चा की। 

विशिष्ट अथिति नगर थाना के सब-इंस्पेक्टर मनोज कुमार मिश्रा ने कहा कि पुलिस को मित्र समझे और बच्चों से संबंधित कोई भी मामला हो तो हमें इसकी जानकारी दे, हम इसे गम्भीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाही करेंगे।

 बाल कल्याण समिति सदस्य डॉ राजकुमार उपाध्याय ने विद्यालय की बालिकाओं एवं शिक्षकों को पॉस्को एक्ट 2012 पर विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान बालिकाओं ने बाल यौन शोषण से संबंधित कई सवाल किये जिसका जवाब सदस्य श्री उपाध्याय ने दी।

 जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्र ने कहा कि जिला समाज कल्याण कार्यालय एवं मिशन वात्सल्य अंतर्गत कई योजनाएं हैं जिनका लाभ संस्थागत और गैर-संस्थागत देखभाल वाले पात्र बच्चों को मिलता है।

 इसी संदर्भ में हम वैसे बच्चों को स्पॉन्सरशिप कार्यक्रम से जोड़ रहे हैं, जो एकल, अनाथ, आर्थिक रूप से कमजोर परिवार तथा कोरोना महामारी में अपने माता पिता को खो चुके हैं। मुख्य अतिथि बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ अमरेंद्र कुमार ने अपने सम्बोधन में बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 पर विस्तृत जानकारी दी। 

कहा कि बाल विवाह होने से शारीरिक एवं मानसिक विकास अवरुद्ध होता है। हमें ऐसे किसी आयोजन का हिस्सा नहीं बनना चाहिए जहां बाल विवाह हो रहा हो और कहीं बाल विवाह हो रहा हो तो इसकी सूचना टोल फ्री नंबर 1098/112 /100 पर साझा करें। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की बालिकाओं, शिक्षकों एवं अतिथियों ने दुमका जिला को बाल विवाह मुक्त करने हेतु शपथ ली। 

मौके पर क्षेत्रीय उत्प्रेरक निक्कू कुमार, निशा कुमारी, शांतिलता, इब्नुल हसन, राजीव रंजन, पवन कुमार एवं सनातन मुर्मू आदि उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : मोहर्रम पर चुस्त रहेगी विधि व्यवस्था, अफवाह फैलानेवालों पर होगी सख्त कार्रवाई


दुमका : मोहर्रम पर विधि व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रखने को लेकर बुधवार को पुलिस अधीक्षक अम्बर लकड़ा ने सभी पुलिस पदाधिकारियों एवं थाना को कई निर्देश दिया।

पुलिस अधीक्षक श्री लकड़ा ने जिले के सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पुलिस निरीक्षक, थाना प्रभारी, परिचारी प्रवर एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ मोहर्रम पर्व पर विधि व्यवस्था की तैयारी को लेकर ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक किए। 

बैठक में पुलिस अधीक्षक ने बैठक में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारियों को मोहर्रम को लेकर विविध विधि व्यवस्था की तैयारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी थाना क्षेत्र में कितने जुलूस निकलते हैं इसकी पूरी जानकारी लेकर कई दिशा निर्देश दिया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : पाइप चोरी मामले में बंगाल के 3 अपराधी गिरफ्तार, माल वाहक वाहन भी बरामद


दुमका : मसलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत शित पहाड़ी गांव से पाइप चोरी मामले में पुलिस ने पश्चिम बंगाल के तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अपराधियों के पास से माल वाहक वाहन, चोरी किये गए 22 पीस डीआई पाइप और तीन मोबाइल बरामद किया।

बुधवार को मामले का खुलासा करते हुए सदर अंचल के पुलिस निरीक्षक नवल किशोर सिंह ने कहा कि शित पहाड़ी गांव से बीते मंगलवार को अज्ञात अपराधियों द्वारा डीआई पाइप की चोरी की गई थी। मामले में संजीव कुमार चौबे ने मसलिया थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। 

कहा कि पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चोरी के उदभेदन एवं चोरी की गई पाइप की बरामदगी को लेकर एक टीम का गठन किया गया। टीम ने छापेमारी के दौरान पाइप से लदा एक लाल रंग का माल वाहक वाहन और तीन अपरधियों को खदेड़कर पकड़ा गया। 

तीनो अपराधी पश्चिम बंगाल के है जिसमें मुर्शिदाबाद का मुर्तजा शेख, नूर सलीम एवं हुगली का दाऊद अली मंडल शामिल है। तीनों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

मौके पर थाना प्रभारी ईश्वर दयाल मुंडा, पुअनि गौतम कुमार राय,मिथुन किस्कू, सअनि अनिल कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मी मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट )

दुमका : मणिपुर में हिंसा के खिलाफ प्रतिवाद दिवस, सीएम से इस्तीफे की मांग


दुमका : मणिपुर में हिंसा एवं महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी की घटना के खिलाफ झारखंड राज्य किसान सभा ए0 आइ0 के0 एस0, जनवादी महिला समिति एवं आदिवासी अधिकार मंच के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को नकटी में प्रतिवाद सभा का आयोजन किया गया।सभा की अध्यक्षता आदिवासी अधिकार मंच के संथाल परगना संयोजक सुभाष हेमब्रम ने की। 

श्री हेम्ब्रम ने कहा कि मणिपुर हिंसा में लगातार जानमाल का नुकसान हो रहा है। हत्याएं हो रही है। हजारों लोग राहत शिविर में है जबकि केंद्र में भाजपा की मोदी सरकार है और राज्य में भाजपा के एन वीरेन सिंह मुख्यमंत्री हैं। डबल इंजन की सरकार रहते हुए भी लगभग तीन महीने से जातीय हिंसा उग्र रूप ले चुका है।

 उन्होंने कहा कि बीते चार मई को दो लड़कियों को नग्न घुमाया जाता है और सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया जाता है परंतु मोदी सरकार की चुप्पी यह घटना प्रकाश में आने के बाद टूटी है। फिर भी आज तक वीरेंन सिंह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान है। यह सिर्फ देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को शर्मसार करने वाली है। कहा कि इस तरह की घटना से प्रधानमंत्री मोदी को नैतिक तौर पर इस्तीफा दे देना चाहिए और मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त किया जाना चाहिए। 

एडवा की रानी सोरेन, आशा झा और उषा कुमारी ने भी मणिपुर की घटना पर रोष जताया। किसान सभा के जिला सचिव देवी सिंह पहाड़िया ने कहा कि आदिवासियों पर इस तरह से लगातार मोदी सरकार के द्वारा जो जुल्म किया जा रहा है इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता इसके खिलाफ जनतांत्रिक तरीके से संगठित करते हुए आंदोलन को तेज करना होगा आदिवासी अधिकार मंच के जिला सचिव कॉमरेड पीटर ने भी सभा को संबोधित किया। मौके पर मुनकी देवी, नीम धन तुरी, कालीचरण सिंह, विष्णु राणा, अरेरा टूडू, विमल हेंब्रम, शांति देवी, शिवरात्रि देवी सहित अन्य मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : एसकेएमयू में यूजी सेमेस्टर 5 के नतीजे जारी, 98.24 फीसदी परीक्षार्थी सफल


दुमका : सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने मंगलवार को यूजी सेमेस्टर-5 की परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया। परीक्षा में विभिन्न विषयों से कुल 19 हजार 690 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे, जिसमे से 98.24 फीसदी परीक्षार्थी उत्तीर्ण उतीर्ण हुए। 

इस परीक्षा में कला ऑनर्स में 98.19 प्रतिशत, विज्ञान ऑनर्स में 98.63 प्रतिशत, कला सामान्य में 97.59 प्रतिशत, विज्ञान सामान्य में 71.43 एवं वाणिज्य सामान्य में 93.75 फीसदी परीक्षार्थी सफल हुए।

उक्त रिजल्ट को विश्विद्यालय के आधिकारिक वेबसाइट https://skmu.ac.in / पर देखा जा सकता है। उक्त जानकारी विवि के जनसंपर्क पदाधिकारी दीपक कुमार दास ने दी।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : भारतीय मुद्रा में ओल चिकी लिपि को प्राथमिकता देने की मांग, मणिपुर हिंसा की निंदा


            

दुमका : छात्र समन्वय समिति सहित अन्य आदिवासी सामाजिक संगठनों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से भारतीय मुद्रा में संताली भाषा के ओल चिकी से लिखने की मांग की है। 

सोमवार को संताल परगना महाविद्यालय के परिसर में छात्र समन्वय समिति, आदिवासी क्रांति सेना एवं दिशोम मांझी थान के एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में ओल चिकी लिपि पर चर्चा के साथ ही मणिपुर हिंसा की निंदा की गयी।

संगठन ने 30 जून को हूल दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के द्वारा संताली भाषा के ऑल चिकी का सम्मान करते हुए पूरे विश्व के संताल आदिवासी को हूल संदेश दिये जाने की सराहना की। कहा कि भारतीय संविधान के आठवीं अनुसूची में कुल 22 भाषाओं को सूचीबद्ध किया गया है।

 इन सूचीबद्ध 22 भाषाओं में से केवल 15 भाषाओं का भारतीय मुद्राओं में अंकित किया गया है। संगठनों ने भारतीय मुद्रा में संताली भाषा के ऑल चिकी से लिखे जाने की मांग की। साथ ही संगठनों ने झारखंड के सभी सरकारी स्कूलों में नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा प्रथम से पंचम तक संताली भाषा के ऑल चिकी लिपि में अविलंब पढ़ाई शुरू और संताली भाषा को राज्य का प्रथम राजभाषा का दर्जा देने की मांग की।

 संगठन ने मणिपुर राज्य की हिंसा की घटनाओं पर राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर रोष जताते हुए मांग किया और कहा कि भाजपा शासित प्रदेश मणिपुर में आदिवासी महिला को निवस्त्र कर गैंगरैप करने वाले दरिंद्रों को फांसी की सजा जल्द से जल्द दिया जाय और मणिपुर के हिंसात्मक हालत को देखते हुए अविलंब राष्ट्रपति शासन लागू किया जाय। संगठन ने राज्य में 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति परिभाषित करने एवं उसी को आधार मानते हुए यहां के आदिवासी मूलवासी छात्रों के हित में नियोजन नीति निर्धारित करने की मांग की। 

मौके पर संताली साहित्यकार चुंडा सोरेन सिपाही, छात्र नेता राजीव बास्की, राजेंद्र मुर्मू, आदिवासी क्रांति सेना के 

सीमांत हांसदा एवं निखिल मुर्मू, दिशोम पाराणिक दिशाम मांझी थान बेनीलाल टुडू, 

जोग मांझी दिशोम मांझी थान

लव किशोर टुडू, लक्ष्मण हांसदा, परेश मुर्मू, निलेश मुर्मू, मोतीलाल मुर्मू, विवेक हांसदा, सुबोध हांसदा, संदीप हेंब्रम, राजेश सोरेन, बाबूराम सोरेन, राजेश टुडू, रोहित मुर्मू, जॉन बास्की, सुजीत हेंब्रम, सुबोध सोरेन, अर्जुन मरांडी, गणेश मुर्मू, सैलेश हेंब्रम, सोनाराम हांसदा, इग्नेश्वर सोरेन, शोनू टुडू, राजेश टुडू, ललित मुर्मू, संजय मुर्मू, लालटू मरांडी, समीर टुडू, बिमलाल टुडू, सेवेन मुर्मू, माथानियल किस्कू, लखन टुडू, लक्ष्मण हांसदा सहित अन्य छात्र उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : हाड़ी जाति विकास मंच के युवा मोर्चा का जल्द होगा गठन, बैठक में लिए गए कई निर्णय


दुमका : हाड़ी जाति विकास मंच का पूरे प्रदेश में युवा मोर्चा का गठन किया जाएगा। रांची में संगठन के जिला युवा कमेटी के गठन के बाद अन्य जिलों में भी जल्द विस्तार करने का निर्णय लिया गया है। 

उक्त निर्णय प्रदेश अध्यक्ष अनूप लाल हरि की अध्यक्षता में प्रदेश कार्यकारिणी की दुमका में हुई एक बैठक में लिया गया।

 बैठक का संचालन युवा मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष विशाल हरि ने किया। बैठक में हाड़ी समाज से जुड़े भूमिहीनों को भूमि उपलब्ध कराने, जाति व निवासी प्रमाण पत्र बनवाने में आ रही समस्याओं से संबंधित मांग पत्र सरकार को सौंपने का निर्णय लिया गया। साथ ही सरकार के स्तर से संगठन के पूर्व की मांगें पूरी होने पर चर्चा की गई।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : भारतीय मजदूर संघ का 69 वां स्थापना दिवस संपन्न, मजदूरों के अधिकारों पर जोर


दुमका : भारतीय मजदूर संघ का 69 वां स्थापना दिवस रविवार को 

मत्स्यगंधा गेस्ट हाउस में सम्पन्न हुआ। 

संघ के जिला अध्यक्ष शिव शंकर गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर एवं भारत माता और भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक दत्तोपंत ठेंगड़ी की छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। 

मंच संचालन जिला मंत्री गंगाधर शर्मा ने किया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष शिव शंकर गुप्ता ने कहा कि दत्तोपंत ठेंगड़ी ने जब भारतीय मजदूर संघ का गठन किया उस समय संगठन से बहुत कम लोग जुड़े हुए थे। 

आज भारतीय मजदूर संघ पूरे भारत का सबसे बड़ा श्रम संगठन है और भारतीय मजदूर संघ संगठित एवं असंगठित क्षेत्रों के सभी मजदूरों को अधिकार दिलाने का काम किया है। भारतीय मजदूर संघ का नारा ही है त्याग, तपस्या और बलिदान। संघ मजदूर हितों के लिए हमेशा से काम किया और आगे भ करता रहेगा। 

जिला मंत्री गंगाधर शर्मा ने कहा कि हम दत्तोपंत ठेंगड़ी का सदा ऋणी रहेंगे जिन्होंने आज ही के दिन भारतीय मजदूर संघ जैसे मजबूत संगठन का बीजारोपण किया था। उन्होंने कहा कि ई रिक्शा वाले एवं भवन निर्माण के मजदूरों का अत्यधिक शोषण होता है। इन को सरकारी लाभ भी नहीं मिल पाता। इन क्षेत्रों में संगठन को मजबूत किया जाएगा और इनको सभी तरह के लाभ, अधिकार एवं सम्मान दिलाया जाएगा। सेवा भारती के जिला सचिव संदीप कुमार मंडल ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ राष्ट्रहित में कार्य करने वाला संगठन है। 

संघ के सदस्य राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आ रहा है और आगे भी निभाते रहेगा। जिला सह मंत्री पम्मी देवी ने नारी शक्ति को मजबूत करने पर जोर दिया। कार्यक्रम में जिला कार्यसमिति सदस्य दुर्योधन दर्वे, कौशल मंडल, पानसल टूडू, संतोष सिन्हा, इम्तियाज आलम, रितिक शर्मा, दिनेश हरिजन, चंदन यादव, सनी हरि, कृपाल कुमार, सुभाष यादव, संतोष मल्लाह, मौसम कुमार गुप्ता, उमाशंकर आजाद एवं मनीष कुमार गुप्ता उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : सावन की दूसरी सोमवारी को केसरियामय हुआ बासुकिनाथधाम, 86 हजार श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक

दुमका : सावन की दूसरी सोमवारी को फौजदारी बाबा बासुकीनाथ का दरबार हर हर महादेव और बोलबम से गुंजायमान रहा। दूसरी सोमवारी को बाबा बासुकिनाथधाम में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। देर शाम तक बाबा बासुकीनाथ पर करीब 86 हजार श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। 

वही शीघ्र दर्शनम के माध्यम से दो हजार 700 से अधिक श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया। वहीं एक हजार 241 डाक बम श्रद्धालुओं ने दूसरी सोमवारी को बाबा का जलार्पण किया।

श्रद्धालु बड़ी तादाद में रविवार को देर रात्रि से ही संपूर्ण मेला क्षेत्र में दिखाई दे रहे थे। हाथ मे पवित्र गंगाजल लिए श्रद्धालु हर हर महादेव और बोल बम के नारों के साथ अपने आराध्य को जलार्पण करने के लिए कतारबद्ध हो रहे थे। 

श्रद्धालुओं की कतार देर रात्रि से ही संस्कार मंडप, क्यू कॉम्प्लेक्स एवं पूरे रुट लाइन तथा शिवगंगा तट पर दिखाई दे रही थी। सरकारी पूजा के बाद सुबह चार बजकर 10 मिनट से अर्घा के माध्यम से श्रद्धालु जलार्पण करने लगे। श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं एक्टिव मोड में थी। दूसरी सोमवारी को उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला एवं उप विकास आयुक्त अभिजीत सिन्हा द्वारा कंट्रोल रूम से बैठकर पूरे मेला की विधि व्यवस्था पर नजर बनाये हुए थे। 

उपायुक्त द्वारा श्रद्धालुओं की तादाद को देखते हुए अधिकारियों को निदेश दिए जा रहे थे। सभी चेक पॉइंट पर प्रतिनियुक्त अधिकारी, दंडाधिकारी एवं सुरक्षा बल के जवानों को समय समय पर उपायुक्त द्वारा निदेश दिए जा रहे थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)