गुजरात के नवसारी और जूनागढ़ समेत कई जिलों में 'जल प्रलय' से हुई तबाही से
जनजीवन अस्त-व्यस्त, जूनागढ़ में कई कारें और मवेशी पानी की तेज धार में बहे, राहत बचाव कार्य जारी
गुजरात के नवसारी और जूनागढ़ समेत कई जिलों में 'जल प्रलय' से हुई तबाही से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अहमदाबाद सहित राज्य के दक्षिणी हिस्से और सौराष्ट्र क्षेत्र में भारी बारिश होने से बांधों एवं नदियों में जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया तथा शहरी क्षेत्रों एवं कुछ गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। जूनागढ़ में तो कई कारें और मवेशी पानी की तेज धार में बह गए। वहीं आज अहमदाबाद एयरपोर्ट में भी पानी घुस गया। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की और राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति के बारे में जानकारी ली।
जानकारी के अनुसार, शनिवार को गुजरात के दक्षिणी और सौराष्ट्र क्षेत्रों के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, जिससे शहरी क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई और बांधों और नदियों में जलस्तर खतरे के स्तर तक बढ़ने के बीच गांवों का शहरों से संपर्क कट गया। शहर में शनिवार शाम चार बजे तक पिछले आठ घंटे में 219 मिलीमीटर बारिश हुई है। लोग सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने के लिए कमर तक पानी में चलते हुए नजर आए। उनमें से कुछ को पानी की तेज धार से बचाने के लिए वॉलंटियर्स ने मदद की। नवसारी और जूनागढ़ जिले बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। बारिश के कारण कई आवासीय क्षेत्रों और बाजारों में पानी भर गया।
प्रशासन ने लोगों से एहतियात बरतने का अनुरोध किया है और उनसे किसी अप्रिय घटना या आकस्मिक स्थिति में कंट्रोल रू से संपर्क करने की अपील की है। लोगों को बांधों या उनके आसपास के क्षेत्रों में नहीं जाने की चेतावनी दी गई है। निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए बचाव टीमों को तैनात किया गया है।
जनजीवन पटरी से उतरा
दक्षिण गुजरात में नवसारी जिले में भारी बारिश हुई तथा बाढ़ के कारण शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आम जनजीवन पटरी से उतर गया। राज्य आपात अभियान केंद्र ने बताया कि जिले के नवसारी और जलालपोर तालुका में शनिवार सुबह छह बजे से शाम 4 बजे तक क्रमश: 303 और 276 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।
मूसलाधार बारिश होने से गलियों एवं निचले इलाकों में भारी जलभराव हो गया। इससे शहर में ट्रैफिक जाम हो गया। अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ के कारण नवसारी के निकट मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात जाम लग गया।
राज्य आपात अभियान केंद्र ने बताया कि देवभूमि द्वारका, भावनगर, भरूच, सूरत, तापी, वलसाड और अमरेली ऐसे अन्य जिले हैं जहां शनिवार को भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने दक्षिण गुजरात तथा सौराष्ट्र-कच्छ के जिलों में रविवार सुबह तक भारी बारिश होने की चेतावनी दी थी। मौसम विभाग ने 22 जुलाई से 26 जुलाई तक उत्तरी गुजरात के तटवर्ती क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में मछली पकड़ने के लिए नहीं जाने की सलाह दी है। इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सूत्रपाड़ा, मंगरोल और गिर सोमनाथ के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया।
एनडीआरएफ की टीम ने जूनागढ़ में चलाया बचाव अभियान
गुजरात के कई हिस्सों में लगातार बारिश के बीच, राष्ट्रीय रक्षा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम ने शनिवार को क्षेत्र के जूनागढ़ जिले में बचाव अभियान चलाया। बचाव अभियान में एनडीआरएफ कर्मी आम जनता तक पहुंचे और उन्हें शहर के बाढ़ और जलभराव वाले क्षेत्रों को सुरक्षित क्षेत्रों में पार करने में सहायता की। इससे पहले शनिवार को मॉनसून की बारिश के बीच नवसारी शहर में एक व्यक्ति लापता हो गया था।
गृहमंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री से बात कर हालात का जायजा लिया
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्विटर पर कहा कि हाल ही में भारी बारिश के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति के बारे में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल जी से बात की। साथ ही जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की पर्याप्त संख्या में टीमें उपलब्ध हैं।
Jul 23 2023, 17:19