दुर्भाग्य :इस मुस्लिम देश में मची भयानक लूटपाट, अपने ही मुल्क के बैंक को लूट रहे लोग


नयी दिल्ली : वर्तमान समय में पाकिस्तान आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है लेकिन पाकिस्तान के अलावा एक और मुस्लिम मुल्क है, जहां की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है. दुनिया के कई मुल्कों में वित्तीय संकट का असर देखने को मिल रहा है।

मध्य-पूर्वी देश लेबनान में भी हालात दिन-प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं. कंगाली के मुहाने पर खड़े लेबनान के केंद्रीय बैंक के गवर्नर रियाद सलामेह 30 सालों बाद अपनी कुर्सी छोड़ रहे हैं. लेबनान में इन दिनों हालात कुछ इस तरह हो गए हैं कि यहां पर 10 में से 9 परिवारों के पास खाने-पीने का सामान खरीदने तक का पैसा नहीं बचा है. कई परिवार ऐसे भी हैं जो रोजमर्रा की जरूरतों से वंचित हैं. ऐसी स्थिति में यहां लूटपाट जैसी घटनाएं आम हो चुकी हैं।

लेबनान की आम जनता जब बैंकों में अपना पैसा निकालने के लिए जा रही है, तब उन्हें वहां से खाली हाथ लौटना पड़ रहा है. बैंकों ने लोगों को पैसा देने से इनकार कर दिया है. इस बीच गुस्से में आग बबूला हुए लेबनानवासी बैंक पर ही टूट पड़े हैं. लेबनान के लोगों ने अब बैंकों पर ही 'डाका' डालना भी शुरू कर दिया है।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जो लेबनान का बताया जा रहा है. वायरल वीडियो में एक शख्स दिखाई देता है जो अपने हाथ में तेजाब लिए हुए हैं और बैंक कर्मी के ऊपर डालने की धमकी दे रहा है. धमकी देने वाला शख्स कह रहा है कि बैंक उसको पैसे दे दे, वरना वो तेजाब उसके ऊपर फेंक देगा. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वायरल वीडियो में दिखाई देने वाले शख्स की पहचान उमर आवाह के रूप में की गई है. शख्स ने बीबीसी से बात करते हुए कहा कि बैंक वालों को यह एहसास दिलाना था कि यह तेजाब असली है. इसकी वजह से उसकी कुछ बूंदे जमीन पर डालीं, इसके बाद तेजाब उबलने लगा.

आरोपी शख्स ने बताया कि वह पैसे की डकैती करने बैंक में दाखिल नहीं हुआ था. बल्कि उसने अपने पैसे बैंक में जमा किए हैं, उन पैसों को वो निकालने पहुंचा हुआ था. शख्स ने आगे कहा कि वह किसी को नुकसान पहुंचाने नहीं गया था. आपको बता दें कि लेबनान की मुद्रा में काफी गिरावट आई है, वहीं दूसरी तरफ पूरे मुल्क कंगाली के गर्त में डूब रहा है।

दिल्ली:दिल्ली में फिर मंडराया बाढ़ का खतरा,अब तक हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा जा चुका करीब साढे नौ लाख क्यूसेक पानी


दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है।शुक्रवार को तीसरी बार यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया। शुक्रवार शाम को करीब छह बजे तीसरी बार यमुना का जलस्तर 205.38 मीटर के पार पहुंच गया, जिससे यमुना के आस पास रहने वाले लोगों की चिंता बढ गई। 

वहीं, शनिवार सुबह को फिर से जलस्तर कम होने लगा। सुबह नौ बजे जलस्तर खतरे के निशान से नीचे 205.29 दर्ज किया गया। वहीं, 11 बजे यह 205.25 मीटर पर पहुंच गया था। रात एक बजे से लेकर सुबह 11 बजे तक हथिनी कुंज बैराज से अब तक नौ लाख 42 हजार 514 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा जा चुका है।

बाढ़ प्रभावित लोग अभी अपने बचे खुचे सामान ठीक से सुखा भी नहीं पाए हैं कि इनके सर पर फिर से बाढ़ का खतरा मंड़राने लगा है। करीब एक हफ्ते से जलमग्न राजघाट परिसर से शुक्रवार को ही पानी निकाला गया है। पानी बढ़ने पर यमुना के करीब स्थित इस गहरी जगह पर फिर से पानी भरने का खतरा है।

10 जुलाई को यमुना ने खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर लिया था और 13 जुलाई को यमुना ने दिल्ली में 1978 में आई बाढ़ के दौरान के अपने जलस्तर 207.49 मीटर के रिकार्ड नीचे छोड़ दिया था।पुराने रेलवे ब्रिज पर तब इसका अधिकतम जलस्तर 208.66 मीटर पहुंच गया।

छह दिन बाद 19 जुलाई को सुबह पांच बजे यमुना का जलस्तर फिर से खतरे के निशान के नीचे 205.22 मीटर पर आया। लेकिन छह बजे से इसका जलस्तर फिर बढ़ने लगा। 

सुबह सात बजे यमुना खतरे के निशान को पार कर गई। शाम को पांच बजे तक इसका जलस्तर 205.79 मीटर पहुंच गया। इसके बाद शुक्रवार को शाम छह बजे तीसरी बार यमुना का पानी नीचे आने के बाद फिर से खतरे के निशान को पार कर गया है।

प्रशासन की तरफ से बताया जा रहा है कि पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही तेज बारिश के कारण फिर से यमुना का जलस्तर बढ़ा।

दिल्ली: पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर और सचिन की तबीयत हुई खराब,बोल भी नहीं पा रही,परिवार ने बताई ये वजह

दिल्ली:पाकिस्तान से आई महिला 

सीमा हैदर की शनिवार को अचानक तबीयत खराब हो गई। सचिन मीणा की भी तबीयत बिगड़ने की खबर है। सीमा फिलहाल किसी से बात नहीं कर रही है। सीमा का घर पर इलाज चल रहा है। डॉक्टर ने घर पर ही ड्रिप लगाई है। 

सचिन मीणा के पिता सचिन नेत्रपाल ने बताया कि सीमा की रात से तबीयत खराब है। वो बहुत कमजोरी महसूस कर रही है। फिलहाल सीमा बात भी नहीं कर पा रही है। घर पर उसका इलाज किया जा रहा है। घर से निकले डॉक्टर ने कहा कि वो सीमा को ड्रिप लगाकर आए हैं।

हाल ही में पाकिस्तानी महिला के जासूस होने का शक और पाकिस्तान से भारत आने के सही वजह जानने के लिए यूपी एटीएस और अन्य जांच एजेंसियों ने दो दिन तक पूछताछ की थी। पाकिस्तानी महिला के अलावा सचिन मीणा और उसके पिता नेत्रपाल से भी यूपी एटीएस ने कई घंटे तक पूछताछ की थी।

पूछताछ के बाद सीमा और सचिन गुरुवार को ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा स्थित घर पर आए। शनिवार को अचानक तबीयत खराब हो गई। सचिन की तबीयत भी बिगड़ गई है। दोनों को घर पर ड्रिप लगाई गई है। शनिवार को सीमा और सचिन के वकील रबूपुरा स्थित घर पर पहुंच कर दोनों से मिले।

एटीएस ने जन्म से लेकर अब तक के पूछे सवाल

सीमा को पुलिस सुरक्षा के बीच शुक्रवार को मीडिया से बातचीत की अनुमति दे दी गई। शुक्रवार को दिन भर सचिन के घर पर हलचल रही। सीमा ने बताया कि एटीएस ने उससे जन्म से लेकर अब तक के हर तरह के सवाल पूछे। जवाब में उसने सच कहा।

सीमा ने बताया कि पाक सेना में सूबेदार बताए जा रहे चाचा से कभी उसका कोई लेना देना नहीं रहा। उसने नेपाल के होटल संचालक और टिकट बुक करने वाले बस एजेंट के दावे को भी झूठा बताया।

राष्ट्रपति के नाम दया याचिका देकर मांगी नागरिकता वहीं, सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह और सचिन मीणा के पिता नेत्रपाल के साथ शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन पहुंचे। उन्होंने सीमा की तरफ से दया याचिका दायर की। एपी सिंह का कहना है कि सीमा का अपने पूर्व पति गुलाम हैदर से तलाक हो चुका है। उसने सचिन मीणा संग प्रेम विवाह किया है। 

सीमा भारतीय संस्कृति से प्यार करती है। अगर उसे पाकिस्तान भेजा गया तो उसकी वहां उसकी जान को खतरा हो सकता है। अगर कोई शंका है तो एजेंसियों को जांच कर लेनी चाहिए। एजेंसियां चाहें तो पॉलीग्राफ और ब्रेन मैपिंग जैसे टेस्ट भी करा सकती हैं।

लोग उसके बच्चों पर शक कर रहे हैं, तो उनका डीएन करा लेना चाहिए। लेकिन पूर्व में अन्य विदेशियों को जिस तरह नागरिकता दी गई है, सीमा को सचिन की पत्नी होने के नाते नागरिकता देनी चाहिए।

वायरल हुए सीमा व सचिन के शादी के फोटो

सचिन और सीमा के गले में वरमाला डाले हुए फोटो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए। सचिन सीमा दावा करते रहे हैं कि उन्होंने नेपाल के काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर में शादी की है। हालांकि वायरल तस्वीरें कहां की हैं इसकी पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि कुछ लोग इन फोटो को रबूपुरा का होने का दावा कर रहे हैं।

नेपाल के रास्ते पाकिस्तान से भारत आ गई थी।

सीमा पाकिस्तान के कराची निवासी सीमा हैदर और रबूपुरा के सचिन मीणा के बीच पबजी गेम खेलने के दौरान जान-पहचान हुई थी। वीडियो कॉलिंग के जरिये नजदीकियां बढ़ने के बाद सीमा 13 मई नेपाल के रास्ते पाकिस्तान से भारत आ गई थी। 

चार बच्चों संग रबूपुरा पहुंची सीमा आंबेडकर नगर में किराये पर मकान लेकर सचिन के साथ रहने लगी। मामले की भनक पुलिस को लगते ही सीमा चार बच्चों और सचिन के साथ फरार हो गई। पुलिस टीम ने सभी को हरियाणा के बल्लभगढ़ से पकड़ा था।

दिल्ली:उमस भरी गर्मी से दिल्लीवासियों का हाल बेहाल, कब मिलेगी राहत,बारिश को लेकर मौसम विभाग की भविष्यवाणी जानने के लिए पढ़े।

दिल्ली-राजधानी दिल्ली में उमस भरी भरी से लोगो का बुरा हाल है। नमी और तापमान बढ़ने से राजधानी का मौसम इस समय लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। मौसम विभाग के अनुसार अभी कम से कम दो दिनों तक राहत मिलने की संभावना नहीं है। ऐसे में लोगों को अपना ख्याल रखना होगा। 

इस तरह की गर्मी में शरीर में पानी की कमी होने से लोग असहज महसूस करते हैं। दोपहर ढाई बजे हीट इंडेक्स 48 डिग्री रहा। वहीं शाम साढ़े पांच बजे यह 51 डिग्री तक पहुंच गया। ऐसे में गर्मी की मार उन पर सबसे अधिक दिखाई दे रही है, जो इस वक्त ऑफिस से घर को निकलते हैं।

देखिए हीट इंडेक्स का क्या हाल है

एक्सपर्ट के अनुसार 41 से 54 डिग्री के बीच हीट इंडेक्स का होना डेंजर है। इतने हीट इंडेक्स पर हीट क्रैंप, हीट स्ट्रोक का खतरा काफी अधिक रहता है। लोग हीट एग्जॉशन के शिकार भी हो सकते हैं। यही वजह है कि कई संस्थाएं हीट इंडेक्स के आधार पर एडवाइजरी जारी करने की मांग कर रही हैं। शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक 39.4 डिग्री रहा। 

वहीं न्यूनतम तापमान भी सामान्य से दो डिग्री अधिक 29.5 डिग्री रहा। हवा में नमी का स्तर 55 से 82 प्रतिशत रहा। राजधानी के सबसे गर्म एरिया में डीयू का अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री, नजफगढ़ में 40 डिग्री, पीतमपुरा में 39.1 डिग्री, सीडब्ल्यूजी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 39.9 डिग्री दर्ज हुआ। वहीं पालम का न्यूनतम तापमान 30.6 डिग्री, नजफगढ़ का 31.3 डिग्री, पीतमपुरा का 31.8 डिग्री, पूसा का 30.4 डिग्री, सीडब्ल्यूजी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का 31.9 डिग्री रहा।

आज हल्की बारिश की संभावना

शनिवार को बादल छाए रहेंगे। हल्की बारिश की संभावना है। अधिकतम तापमान 38 और न्यूनतम तापमान 30 डिग्री तक पहुंच सकता है। वहीं 23 जुलाई को भी मौसम का मिजाज इसी तरह का बना रहेगा। 24 जुलाई से बारिश थोड़ा बढ़ेगी। इसकी वजह से तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट हो सकती है। 25 से 27 जुलाई तक नमी भरी गर्मी से थोड़ी राहत रहेगी। हल्की से मध्यम बारिश होगी।

25 के बाद बढ़ेगी बारिश

स्काईमेट के अनुसार राजधानी में इस साल अब तक जुलाई में तापमान 38.5 डिग्री से उपर नहीं गया था। शुक्रवार को यह 39.4 डिग्री तक पहुंच गया। बारिश न होने की वजह से तापमान बढ़ रहा है। अगले चार दिनों तक बारिश की अधिक संभावना नहीं है। ऐसे में गर्मी इसी तरह की बनी रह सकती है। 25 जुलाई के बाद बारिश बढ़ेगी। बारिश न होने की वजह यही है कि मॉनसून ट्रफ इस समय दिल्ली एनसीआर से दूर शिफ्ट हो गइ है।

दिल्ली अध्यादेश मामला: सुप्रीम कोर्ट शासन के संवैधानिक सिद्धांतों के निरसन से जुड़े सवाल पर करेगा विचार


नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ इस बात पर विचार करेगी कि क्या संसद प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण वापस लेने के संबंध में कानून बनाकर दिल्ली सरकार के लिए शासन के संवैधानिक सिद्धांतों को निरस्त कर सकती है. 

केंद्र सरकार ने हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी से संबंधित संविधान के विशेष प्रावधान, अनुच्छेद 239-एए के तहत अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण को लेकर एक अध्यादेश जारी किया था.

शीर्ष अदालत ने केंद्र के अध्यादेश को चुनौती देने वाली दिल्ली सरकार की याचिका गुरुवार को एक संविधान पीठ के पास भेज दी थी. उसने अपनी वेबसाइट पर आदेश की प्रति अपलोड की, जिसमें उन कानूनी सवालों का जिक्र किया गया है, जिन पर वृहद पीठ विचार करेगी. प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ द्वारा पारित आदेश में कहा गया है कि हम तदनुसार निम्नलिखित प्रश्नों को संविधान पीठ के पास भेजते हैं, (i) अनुच्छेद 239-एए(7) के तहत कानून बनाने की संसद की शक्तियों की सीमाएं क्या हैं? 

(ii) क्या संसद अनुच्छेद 239-एए(7) के तहत अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (एनसीटीडी) के लिए शासन के संवैधानिक सिद्धांतों को निरस्त कर सकती है?

प्रधान न्यायाधीश द्वारा लिखे 10 पन्नों के आदेश में कहा गया है कि बड़ी पीठ के विचार के लिए दो प्रारंभिक मुद्दे उठाए गए हैं. इसमें कहा गया है कि पहला मुद्दा (अध्यादेश की) धारा-3ए को शामिल किए जाने से संबंधित है. धारा-3ए एनसीटीडी की विधायी शक्तियों से सूची दो (राज्य सूची) की प्रविष्टि 41 (सेवाएं) को हटाती है. एनसीटीडी की विधायी शक्तियों से प्रविष्टि 41 को हटाए जाने से एनसीटीडी की सरकार के पास सेवाओं पर कार्यकारी शक्ति नहीं रह जाती, क्योंकि कार्यकारी शक्तियां विधायी शक्तियों के समान होती हैं.

आदेश के मुताबिक, मुद्दा यह है कि क्या कोई कानून सेवाओं पर दिल्ली सरकार की कार्यकारी शक्तियों को पूरी तरह से हटा सकता है. इसमें कहा गया है कि प्रविष्टि 41 के तहत सेवाओं का पहलू भी अध्यादेश की धारा-3ए की वैधता के साथ जुड़ा हुआ है. दिल्ली सरकार की याचिका को संविधान पीठ के पास भेजते हुए पीठ ने दिल्ली सरकार की इस दलील को खारिज कर दिया था कि मामले को संवैधानिक पीठ के पास भेजने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि इसके लंबित रहने के दौरान पूरी व्यवस्था पंगु बन जाएगी.

पीठ ने गुरुवार को अध्यादेश के संबंध में सवाल उठाया था और कहा कि इसने दिल्ली सरकार से सेवाओं का नियंत्रण छीन लिया है. उसने कहा कि संविधान पुलिस, कानून-व्यवस्था और जमीन से संबंधित सूची दो (राज्य सूची) की तीन प्रविष्टियों को दिल्ली सरकार के नियंत्रण से बाहर रखता है. पीठ ने कहा कि आपने (केंद्र) संविधान में की गई इस व्यवस्था पर प्रभावी ढंग से अमल किया है कि तीन प्रविष्टियों को छोड़कर, सभी मामलों में दिल्ली विधानसभा के पास शक्ति है. लेकिन, अध्यादेश (सूची दो की) प्रविष्टि 41 (सेवाओं) को भी शक्तियों से छीन लेता है. यह अध्यादेश की धारा-3ए का नतीजा है.

पीठ ने हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी में सेवाओं पर नियंत्रण संबंधी अध्यादेश पर अंतरिम रोक लगाने से इनकार करते हुए दिल्ली सरकार की याचिका पर केंद्र और दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना को नोटिस जारी किया था. अनुच्छेद-239एए संविधान में दिल्ली के संबंध में विशेष प्रावधानों से संबंधित है और इसके उप-अनुच्छेद 7 में कहा गया है कि संसद कानून के माध्यम से पूर्वगामी खंडों में निहित प्रावधानों को प्रभावी या पूरक बनाने के लिए और सभी प्रासंगिक या महत्वपूर्ण मामलों के संबंध में प्रावधान कर सकती है.

अनुच्छेद-239एए यह भी कहता है कि इसके तहत बनाए गए ऐसे किसी भी कानून को अनुच्छेद-368 के उद्देश्यों के लिए संविधान में संशोधन नहीं माना जाएगा, भले ही उक्त कानून में कोई ऐसा प्रावधान शामिल हो, जो संविधान में संशोधन करता हो या संशोधन करने का प्रभाव रखता हो. केंद्र सरकार ने दिल्ली में ग्रुप-ए अधिकारियों की तैनाती और स्थानांतरण के लिए एक प्राधिकरण बनाने के वास्ते 19 मई को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) अध्यादेश-2023 जारी किया था.

2011 से अबतक लगभग 18 लाख लोगों ने छोड़ी भारत की नागरिकता लोकसभा में सरकार ने दिया जवाब


नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि साल 2020 से 2023 (जून) तक 5,61,272 भारतीयों ने अपनी नागरिकता छोड़ दी, जिनमें से 2020 में 85,256, 2021 में 1,63,370, 2022 में 2,25,620 और 2023 (जून) तक 87,026 लोगों ने नागरिकता छोड़ी है. यह जानकारी केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ जयशंकर ने एक लिखित उत्तर के माध्यम से कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए साझा की, जिसमें उन्होंने पिछले तीन वर्षों और चालू वर्ष के दौरान अपनी नागरिकता छोड़ने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या के बारे में पूछा था.

विदेश मंत्री डॉ जयशंकर द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार 2011 से अब तक 17 लाख 50,466 भारतीयों ने अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ दी है, जिनमें 2011 में 1,22,819, 2012 में 1,20,923, 2013 में 1,31,405, 2014 में 1,29,328, 2015 में 1,31,489, 2016 में 1,41,603, 2017 में 1,33,049, 2018 में 1,34,561, 2019 में 1,44,017 लोगों ने नागरिकता छोड़ी है. उन्होंने कहा कि "पिछले दो दशकों में वैश्विक कार्यस्थल की खोज करने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या महत्वपूर्ण रही है. उनमें से कई ने व्यक्तिगत सुविधा के कारणों से विदेशी नागरिकता लेने का विकल्प चुना है.

जयशंकर ने कहा कि सरकार इस बात से अवगत है. इसको लेकर भारत सरकार ने 'मेक इन इंडिया' के तहत कई योजनाएं भी लॉन्च की हैं, जिससे यहां रह रहे लोगों की प्रतिभा का दोहन करेगी. जयशंकर ने उन 135 देशों की सूची भी प्रदान की जिनकी नागरिकता भारतीयों ने हासिल की है.यहां ध्यान देने योग्य बात यह है कि पिछले साल सदन में सरकार के जवाब के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका इस सूची में शीर्ष पर रहा, 2021 में 78,284 भारतीयों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में बसने के लिए अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ दी. 2019 और 2020 में क्रमशः 61,683 और 30, 828 लोग भारतीय नागरिकता छोड़कर अमेरिका में बस गए.

पांच माह में जन्मी बच्ची को मृत बताकर डॉक्टर ने सौंपा परिजन को,अंतिम संस्कार के समय बच्ची की चल।रही थी सांस,फिर क्या हुआ पढिये पूरी खबर...

कानपुर, कांशीराम अस्पताल में एक गर्भवती का पांच माह में ही प्रसव हो गया। डाक्टर ने जन्मी बच्ची को मृत बता कपड़े में लपेटकर स्वजन को सौंप दिया। घर पहुंच स्वजन शव को गंगा में बहाने जा रहे थे। तभी उसमें सांस चलने लगी। उसे जिंदा देख लोगों की भीड़ जुट गई।

बच्ची को वापस कांशीराम अस्पताल लेकर पहुंचे तो डाक्टर ने साफ इनकार कर दिया कि उनके यहां प्रसव हुआ ही नहीं है। काफी हंगामे के बाद डाक्टर ने बच्ची को भर्ती कर इलाज शुरू किया। जाजमऊ तिवारीपुर निवासी ई रिक्शा चालक राजकुमार की पत्नी मीनू पांच माह की गर्भवती थी।

वह रामादेवी स्थित कांशीराम अस्पताल में रूटीन में जांच भी कराती थी।गुरुवार देर रात मीनू को प्रसव पीड़ा हुई तो उसे स्वजन कांशीराम अस्पताल ले गए।राजकुमार के भाई राज किशोर ने बताया कि सुबह करीब चार बजे नार्मल डिलीवरी हुई और भाभी ने एक बच्ची को जन्म दिया।

12 साल बाद उनकी दूसरी बच्ची हुई,लेकिन डाक्टर ने बताया कि पांच माह में प्रसव होने से बच्ची मृत हुई है। उन्होंने कपड़े में लपेटकर शव स्वजन को सौंप दिया। परिवार दुखी मन से घर पहुंचे और रिश्तेदारों को सूचना दी। गंगा में अंतिम संस्कार के लिए सब चलने के लिए सब तैयार थे।

जैसे ही कपड़ा खोला तो बच्ची की सांसे चल रही थी। वे लोग वापस अस्पताल पहुंचे, लेकिन कांशीराम अस्पताल के डाक्टर कहने लगे उनके यहां प्रसव ही नहीं हुआ। यह सुनकर सभी भड़क गए और हंगामा किया। इसके बाद उसे भर्ती किया गया।

यमुना के जलस्तर बढ़ने के कारण त्रिपाल और पन्नी लगाकर रोड किनारे रह रहे दो परिवार में मारपीट, दो लोग घायल


दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली के कालिंदी कुंज थाना क्षेत्र में मदनपुर खादर में त्रिपाल या पन्नी फटने के कारण दो पक्षों में भयंकर मारपीट हो गई। मारपीट में चुम्मन के बेटे और प्रवीण की पत्नी मुतुल को चोटें आई हैं।

त्रिपाल लगाकर रह रहे हैं लोग

दरअसल, प्रवीण और चुम्मन का परिवार मदनपुर खादर के कलीमुल्लाह मोहल्ले में रहते हैं। अभी यमुना का जल स्तर बढ़ने के कारण सड़क किनारे त्रिपाल और पन्नी लगाकर इनका परिवार रह रहा हैं। प्रवीण ठेला चलाने का काम करता हैं। उसने अपनी ठेला चुम्मन के तंबू के पास खड़ी कर रखी थी। इसी बीच चुम्मन ने अपनी त्रिपाल की रस्सी प्रवीण की ठेला से बांध दिया था। 

शुक्रवार दोपहर जब प्रवीण अपना ठेला लेकर जाने लगा तो चुम्मन का त्रिपाल खींचने के कारण फट गया । इस पर चुम्मन और प्रवीण के बीच बहस शुरू हो गई और फिर बहस मारपीट में बदल गई। मारपीट में चुम्मन के बेटे और प्रवीण की पत्नी मुतुल को चोटें आई हैं।

बाढ़ के बाद शुरू हुईं बीमारियों की मार,बढ़े आई फ्लू के मामले, अस्पतालों में मरीजों की बढ़ी भीड़

नोएडा में बाढ़ के बाद शहर के लोगों में आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस का खतरा बढ़ गया है। अस्पतालों में इसके मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। खासतौर पर बच्चों में ज्यादा मामले देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में स्कूलों ने एडवायजरी जारी करते हुए अभिभावकों को हिदायत दी है कि अगर बच्चे में आई फ्लू के लक्षण हैं तो उसे स्कूल न भेजें। 

डॉक्टरों का कहना है कि पहले आई फ्लू के मरीज तीन से चार दिन में ठीक हो जाते थे, लेकिन अब आठ से दस दिन लग रहे हैं।

उत्तर प्रदेश ऑप्थेल्मोलॉजी सोसाइटी की महासचिव नेत्र विशेषज्ञ डॉ. मोहिता शर्मा ने बताया कि मानसून में वायरस आसानी से पनपते हैं। इस वजह से बीमारियां बढ़ जाती हैं। कंजक्टिवाइटिस के मामले पूरे प्रदेश से सामने आ रहे हैं। आंखों का लाल होना, सफेद या पीला कीचड़ आना, पानी आना, सूजन, खुजली और दर्द होना आई फ्लू के लक्षण हैं। तैराकी करने वालों में आई फ्लू का ज्यादा खतरा है।

मेट्रो अस्पताल के नेत्र विभाग के अध्यक्ष व वरिष्ठ सलाहकार डॉ. रजत आनंद ने बताया कि इस समय ओपीडी में 10 से 15 केस आ रहे हैं, जबकि पिछले महीने तक मुश्किल से एक से दो केस आ रहे थे। आई फ्लू के बचने के लिए हाथों की साफ-सफाई रखना सबसे जरूरी है। बच्चे हाथों की साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं, इस वजह से संक्रमण जल्दी हो जाता है।

आई फ्लू होने पर रखें ध्यान

- आंखों को बार-बार छूने से बचें।

- आंखों को साफ करने के लिए टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें।

- एक बाद इस्तेमाल के बाद टिश्यू पेपर को कचरेदान में फेंक दे।

- किसी से भी आई टू आई कांटेक्ट न बनाएं।

- टीवी या मोबाइल से दूर रहें।

सीयूईटी पीजी 2023 रिजल्ट की घोषित,बैचलर डिग्री कर चुके छात्रों को पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सों में इस रिजल्ट के आधार पर मिलेगी दाखिला

नई दिल्ली: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने सीयूईटी पीजी 2023 रिजल्ट की घोषणा कर दी है. एजेंसी ने 8 लाख से अधिक बच्चों के लिए सीयूईटी पीजी परीक्षा परिणाम जारी किया है, जो आधिकारिक वेबसाइट cuet.nta.nic.in पर उपलब्ध है.

 उम्मीदवार सीयूईटी पीजी स्कोर को एप्लीकेशन नंबर और डेट ऑफ बर्थ की मदद से डाउनलोड कर सकते हैं. आपको बता दें कि सीयूईटी पीजी परीक्षा के जरिए ही बैचलर डिग्री कर चुके छात्रों को पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सों में दाखिला मिलता है. 

सीयूईटी पीजी स्कोर के जरिए छात्र न सिर्फ डीयू में बल्कि हैदराबाद यूनिवर्सिटी के पीजी कोर्सों में एडमिशन पा सकते हैं. आइये जानते हैं देश के उन पांच यूनिवर्सिटी के बारे में जहां छात्रों को सीयूईटी पीजी स्कोर के आधार पर दाखिला मिलेगा.  

डीयू यानी दिल्ली यूनिवर्सिटी

सीयूईटी पीजी स्कोर के आधार पर छात्रों को देश के जाने-माने यूनिवर्सिटी दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला मिलता है. वैसे तो दिल्ली यूनिवर्सिटी का एनआईआरएफ रैंकिग में ऑल इंडिया रैंक 11 है, लेकिन इस यूनिवर्सिटी का अलग ही जलवा है. बॉलीवुड के कई बड़े स्टार ने इस यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है, इसमें शाहरुख खान का नाम भी शामिल है. 

जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी 

सेंट्रल यूनिवर्सिटी जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी,एनआईआरएफ रैंकिंग 2023  में दूसरे पायदान पर है. इस यूनिवर्सिटी के पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सों में छात्रों को सीयूईटी पीजी स्कोर के आधार पर एडमिशन प्राप्त मिलता है. जेएनयू से छात्र आर्ट्स और सहित कई अन्य विषयों में पीजी कर सकते हैं.