मणिपुर वीडियो पर आज भी संसद में बवाल, विपक्ष के हंगामा के बीच राजनाथ सिंह ने कहा-सरकार चर्चा के लिए तैयार, कुछ दल नहीं चाहते सदन चले

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लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही संसद में विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया है। मणिपुर मुद्दे पर भारी हंगामे की वजह से लोकसभा के बाद राज्यसभा की कार्यवाही भी स्थगित कर दी गई। उच्च सदन की कार्यवाही दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही जबरदस्त हंगामा शुरू हो गया और स्पीकर ओम बिरला के बार-बार कहने पर भी विपक्ष की तरफ से शोर-शराबा कम नहीं हुआ। हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

राजनाथ सिंह ने कहा- कुछ दल सदन नहीं चलने देना चाहते

विपक्ष ने लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने भारी हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में मणिपुर मुद्दे पर बयान दें। नारेबाजी और शोरशराबे के बीच राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकर मामले की गंभीरता को समझती है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। कुछ राजनीतिक दल चर्चा नहीं करना चाहते, इसलिए वे ऐसा बर्ताव कर रहे हैं। इसके बाद ओम बिरला ने भी हंगामे पर नाराजगी जताते हुए कहा कि नारेबाजी से समस्या का समाधान नहीं होगा। इसके बाद स्पीकर ने लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

देश चाहता है पीएम संसद में बयान दें- खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर में महिलाओं के बर्बरता वाले वीडियो को लेकर फिर पीएम की आलोचना की है। खरगे ने कहा कि पीएम संसद के बाहर बयानबाजी कर रहे हैं लेकिन संसद में नहीं बोल रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश चाहता है प्रधानमंत्री संसद में बयान दें। खरगे ने कहा कि यदि पीएम इतने क्रोधित हैं तो उन्हें मणिपुर के सीएम से इस्तीफा लेना चाहिए।

सऊदी अरब और यूएई के बीच टकराव के हालात, जानें क्या है पूरा मामला

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सऊदी अरब और युनाइटेड अरब अमीरात के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो रही है। दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय नीतियों को लेकर जारी मतभेद किसी से छुपा नहीं है। इस बीच आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने पिछले साल दिसंबर में यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को धमकी दी थी।

अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जरनल का दावा है कि एमबीएस ने स्थानीय पत्रकारों से गुप्त बातचीत में यूएई को खुली धमकी दी। पत्रकारों से कहा कि उन्होंने यूएई को मांगों की एक लिस्ट भेजी है। चेतावनी दी है कि अगर वे किंगडम के लिए मुसीबत बनेंगे तो वह कड़ी कार्रवाई करेंगे। प्रिंस ने कहा कि “यह उससे भी बदतर होगा जो मैंने कतर के साथ किया। 

वॉल स्‍ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी प्रिंस ने बातचीत में यहां तक आरोप लगा दिया था कि दशकों से हमारे सहयोगी दोस्‍त देश यूएई ने हमारी पीठ में छुरा घोपा है। इसके बाद सऊदी प्रिंस ने लंबे समय तक अपने 'गुरु' रहे शेख मोहम्‍मद से खुद को अलग कर लिया और अब दोनों के बीच खाड़ी देशों में वर्चस्‍व की जंग चल रही है।

अमेरिका की भूमिका कम होने के बाद बढ़ा तनाव

रिपोर्ट के मुताबिक दोनों शाही परिवारों में अब पश्चिम एशिया में अपना दबदबा कायम करने के लिए रंजिश शुरू हो गई है जहां अब अमेरिका की भूमिका कम हो रही है। मोहम्‍मद बिन सलमान हों या शेख मोहम्‍मद दोनों ही बहुत महत्‍वाकांक्षी रहे हैं और हमेशा से ही खाड़ी देशों के प्रमुख खिलाड़ी बनने की तमन्‍ना रखते रहे हैं।

पिछले 6 महीने से ज्‍यादा समय से दोनों के बीच बातचीत नहीं

अमेरिकी अखबार ने दोनों नेताओं के करीबी लोगों के हवाले से बताया कि एक समय में एमबीएस और 62वर्षीय एमबीजेड के बीच बहुत करीबी संबंध थे लेकिन अब पिछले 6 महीने से ज्‍यादा समय से दोनों के बीच बातचीत नहीं हुई है। अब उनका निजी विवाद सार्वजनिक हो गया है। यूएई और सऊदी अरब के बीच यमन के युद्ध को लेकर मतभेद है। वहीं यूएई इस बात से हताश है कि सऊदी अरब तेल के दाम बढ़ाने के लिए दबाव डाल रहा है जिससे ओपेक के अंदर भी दरार पड़ती जा रही है।

गल्फ का सुपर पावर बनने की जंग?

गल्फ की इन दो बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों ने कभी साथ में लड़ाई लड़ी है। यमन में 2014 से दोनों साथ थे। दोनों ने अमेरिका के साथ ईरान के न्यूक्लियर डील का एक स्वर में विरोध किया और कतर को काबू करने में भी दोनों देश साथ रहे। अब हालात ये हैं कि दोनों ने ही एक-दूसरे के खिलाफ तलवार निकाल ली है।सऊदी अरब और युनाइटेड अरब अमीरात के बीच असल लड़ाई इस बात की है कि आखिर गल्फ का सुपर पावर कौन बनेगा? गल्फ को-ऑपरेशन काउंसिल में किसका प्रभाव होगा? अपनी अर्थव्यवस्था और विदेश नीति के जरिए गल्फ को दुनिया के पटल पर कौन रखेगा?

लोकसभा और राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस, मणिपुर हिंसा को लेकर दूसरे दिन भी हंगामे के आसार

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संसद के मानसून सत्र के पहले दिन की कार्यवाही मणिपुर हिंसा पर विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गई। राज्य में हिंसा व महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने के मामले पर नाराज विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा किया।आज भी इस मुद्दे पर हंगामे की पूरी आशंका है। दरअसल, विपक्षी दलों ने संसद के दोनों सदनों में मणिपुर हिंसा पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिया है

मानसून सत्र के दूसरे दिन शनिवार को कांग्रेस के सांसद मनिकैम टैगोर, मनीष तिवारी और गौरव गोगोई ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। सांसदों ने मणिपुर हिंसा पर संसद में पीएम नरेंद्र मोदी के बयान की भी मांग की है।वहीं, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, कांग्रेस के सांसद राजीव शुक्ला और आरजेडी के सांसद मनोज कुमार झा ने नियम 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस का नोटिस दिया है।साथ ही बीआरआस सांसद के केशव राव और डीएमके सांसद तिरुचि शिवा ने भी राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया है।

कैसा रहा लोकसभा का पहला दिन?

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कार्य स्थगन प्रस्ताव देते हुए मणिपुर के हालात पर चर्चा की मांग की, जिसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने खारिज करते हुए सरकार की तरफ से सूचित विधेयकों पर चर्चा शुरू करने को कहा, जिसके बाद विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। इस पर अध्यक्ष ने सदन शुक्रवार दोपहर तक स्थगित कर दिया। विपक्ष ने बाद में आरोप लगाया कि सरकार इस पर चर्चा नहीं चाहती। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सवाल उठाते हुए विपक्ष पर चर्चा से भागने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने पूछा, जब सरकार चर्चा के लिए तैयार है, तब विपक्ष हंगामा क्यों कर रहा है? केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्ष सदन तो चलने दे।

दो महिलाओं को नग्न घुमाने के मामले में मचा बवाल

बता दें कि मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने और यौन उत्पीड़न का वीडियो सामने आने के बाद काफी विवाद मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि ये वीडियो करीब तीन महीने पुराना है और पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के एक दिन बाद 4 मई का बताया जा रहा है। मानसून सत्र की शुरुआत होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वीडियो को लेकर नाराजगी जाहिर की। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा हृदय पीड़ा और क्रोध से भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि मणिपुर की जो घटना सामने आई है वह किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है।पीएम मोदी ने कहा कि मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

मणिपुर में महिलाओं की नग्न परेड कराने पर भड़का लोगोंका गुस्सा, भीड़ ने मुख्य आरोपी के घर को किया आग के हवाले

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मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई बर्बरता से देश भर में उबाल है। वहीं, राज्य एक बार फिर “जल” उठा है।महिलाओं की नग्न परेड कराने के मामले में लोगों का गुस्सा भड़क गया। जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने मुख्य आरोपी के घर को गुरुवार को आग के हवाले कर दिया।दो महिलाओं से सार्वजनिक बदसलूकी करने वाले मुख्य आरोपी के घर को उसी के गांव वालों ने फूंक दिया है।

मणिपुर के जिस वीडियो के वायरल हो जाने के बाद देशभर में इस घटना के खिलाफ गुस्सा था, वहीं अब आरोपी के खुद के समुदाय के लोग भी खुलकर आरोपियों की खिलाफत कर रहे हैं। महिला के साथ बर्बरता करने वाले मैतई समुदाय के लोग हैं और उसके घर को आग लगाने वाले भी उसी मेतई समुदाय के लोग हैं।मामले में आरोपियों के खिलाफ लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। घटना के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी की जानकारी पर स्थानीय लोग थौबाल जिले के याइरीपोक गांव में एकत्र हो गए हैं। देखते ही देखते आक्रोशित लोगों की संख्या बढ़ गई। इसके बाद अनियंत्रित भीड़ ने मुख्य आरोपी हुइरेम हेरोदास मैतेई के घर को आग के हवाले कर दिया। 

वायरल वीडियो में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सरेआम उनके साथ दरिंदगी करने वालों में से चार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से मुख्य आरोपी हुउरेम हेरोदास भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है।पुलिस का कहना है कि महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। रात को भी पुलिस की टीम हर संभावित जगहों पर छापेमारी कर रही है।आरोपियों की तलाश के लिए टीमें गठित कर दी हैं। पुलिस की टीम बुधवार रात से ही जगह-जगह छापेमारी कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

फिर इतिहास रचने को तैयार इसरो, चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग के बाद गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम का सफल परीक्षण

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चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग के बाद इसरो अब गगनयान प्रोजेक्ट में जुट गई है। इस प्रोजेक्ट में तीन लोगों को तीन दिन के लिए अंतरिक्ष में भेजा जाना है। उन्हें 400 किमी की कक्षा में लॉन्च करके वापस लाया जाएगा और समुद्र में लैंडिंग कराई जाएगी। इसरो ने बुधवार को तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम (SMPS) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।इसरो ने यह जानकारी एक ट्वीट के जरिये दी।

अगस्त में लॉन्च होगा पहला गगनयान मिशन

इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने पिछले महीने कहा था कि भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ अगस्त के अंत में लॉन्च किया जाएगा, जबकि मानव रहित मिशन अगले साल लॉन्च होगा। भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पीआरएल) में एक कार्यक्रम के मौके पर सोमनाथ ने कहा था कि गगनयान मिशन के लिए हमने एक नया रॉकेट बनाया है जो श्रीहरिकोटा में तैयार है। क्रू मॉड्यूल और क्रू एस्केप सिस्टम को जोड़ने का काम शुरू हो गया है। मुझे बताया गया है कि इस महीने के अंत तक यह काम पूरा हो जाएगा और सभी परीक्षण कर लिए जाएंगे।

भारत का अंतरिक्ष में पहला मानव मिशन

गगनयान भारत का अंतरिक्ष में पहला मानव मिशन है। गंभीरता को देखते हुए इसे लेकर इसरो में बारीकी से परिक्षण किए जा रहे हैं। इसरो की योजना गगनयान के माध्‍यम से अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्‍वी से करीब 400 किलोमीटर ऊपर स्‍पेस में भेजने की है। इस संबंध में भारतीय वायुसेना की मदद भी ली जा रही है। वायुसेना से अंतरिक्ष यात्री चुनने के लिए कहा गया है।

गगनयान की सफलता के बाद चुनिन्‍दा देशों में शामिल हो जाएगा भारत

गगनयान इसरो के तीन अंतरिक्ष मिशन का एक ग्रुप है। इसमें दो अभियान मानव रहित हैं जबकि तीसरे में मानव को भी अंतरिक्ष में भेजा जाता है। बताया जा रहा है कि इस मिशन में तीन अंतरिक्ष यात्री भेजे जाएंगे, जिसमें से दो पुरुष और एक महिला होंगी। इसरो की योजना पृथ्‍वी की सबसे करीबी कक्षा (लोअर ऑर्बिट) में मानव यान भेजने की है। अगर गगनयान मिशन सफल रहा तो अमेरिका, रूस और चीन जैसे चुनिन्‍दा देशों की फेहरिस्‍त में भारत भी शामिल हो जाएगा।

नया खुलासा, सीमा हैदर ने आर्मी के जवानों के अलावा दिल्ली और नोएडा के कई लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी, प्राइवेट फोटो भी भेजती थी, दिल्ली के करीब रहने वाला दोस्त भी तलाश रही थी

सीमा हैदर ने आर्मी के जवानों के अलावा दिल्ली और नोएडा के कई लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। पूछताछ में पता चला है कि उसकी कई लोगों से बातचीत भी हुई। वह दिल्ली के करीब रहने वाला दोस्त तलाश रही थी। सीमा ने स्वीकार किया कि उसने सचिन से पूछा था कि वह दिल्ली से कितनी दूर के रहने वाले हैं? इस पर सचिन अपना घर 50 किलोमीटर तो कभी 40 किलोमीटर दूर बताता था। सीमा ने कहा था कि उसने भारत के ज्यादा शहरों के नाम नहीं सुने, लेकिन दिल्ली राजधानी है और लोग बताते हैं कि बड़ा खूबसूरत शहर है। 

पूछताछ में स्पष्ट हुआ कि सीमा और सचिन के बीच अधिकांशत रात 11:00 बजे के बाद ही इंटरनेट कॉलिंग पर होती थी। सचिन ने मोहब्बत की बात अपने परिवार और दोस्तों से छिपाई थी। सीमा ने किसी स्थान का कोई सार्वजनिक फोटो सचिन से नहीं मांगा था। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में सचिन ने बताया कि उसने और सीमा ने एक दूसरे को बेहद निजी तस्वीरें भी भेजी थीं। 

तीनों के बयानों में विरोधाभास 

एटीएस ने सीमा और सचिन से करीब 50 सवालों को अलग-अलग तरीके से पूछा है। कुछ सवालों में दोनों के जवाब अलग-अलग आए हैं। वहीं, सीमा की बड़ी बेटी से भी मम्मी के साथ आने और कहां कहां रुकने जैसे सवाल पूछे गए। सूत्रों के अनुसार, सीमा की बेटी ने पूछताछ के दौरान बताया कि मम्मी फोन चलाती रहती थी, लेकिन बच्चों को यह नहीं बताया कि हमें कहां जाना है? सीमा ने अपने बच्चों से यह भी कहा था कि कोई तुम्हारे पापा के बारे में पूछे तो कुछ मत बताना। एटीएस और आईबी अब तीनों के अलग-अलग बयानों को संदेह में लेते हुए आगे की जांच कर रही है।

परिवार का सदस्य सामने नहीं आया 

एटीएस ने पूछताछ के बाद सीमा हैदर और उसके बच्चों को सचिन और नेत्रपाल के साथ रबूपुरा स्थित उनके घर पर छोड़ा। इसकी सूचना मिलते ही मीडियाकर्मी और ग्रामीण सीमा और सचिन से मिलने के लिए घर पहुंचने लगे। लेकिन, बुधवार शाम तक परिवार का कोई भी व्यक्ति सामने नहीं आया। सचिन के घर का दरवाजा अंदर से बंद रहा। इसे देखते हुए सीमा और अन्य को रबूपुरा थाने में रखे जाने के कयास लगते रहे। बताया जाता है कि मीडियाकर्मियों की भीड़ को देखते हुए सीमा, उसके बच्चों और सचिन को मौहल्ले में ही किसी अन्य व्यक्ति के घर ठहराया गया है।

महिला पहलवानों से यौन शोषण मामले में बृजभूषण शरण सिंह को मिली जमानत, कोर्ट ने बिना बताए देश के बाहर नहीं जाने की रखी शर्त

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महिला पहलवानों से यौन शोषण के आरोपों से घिरे बृजभूषण शरण सिंह को द‍िल्‍ली की न‍िचली अदालत से बड़ी राहत मिली है। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने कई पहलवानों की शिकायतों के आधार पर दर्ज यौन उत्पीड़न मामले में भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह और महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर सिंह को नियमित जमानत दे दी है। कोर्ट ने बृजभूषण शरण सिंह को सशर्त जमानत दी है। 

बृजभूषण शरण सिंह को 25,000 रुपये के निजी मुचलके पर ज़मानत मिल गई है। जमानत देते हुए कोर्ट ने शर्त रखी कि बृजभूषण बिना बताए देश के बाहर नहीं जाएंगे, गवाहों को प्रभावित नहीं करेंगे। शिकायतकर्ताओं को कोई प्रलोभन और धमकी नहीं देने के भी कोर्ट ने निर्देश दिए हैं। साथ ही कोर्ट ने कहा कि सभी शर्तों का कड़ाई से पालन किया जाए। 

अंतरिम जमानत पर सुनवाई के दौरान राउज एवेन्यू कोर्ट के अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट हरजीत सिंह जसपाल के समक्ष अभियोजन पक्ष ने जमानत पर आपत्ति नहीं जताई थी। दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने कहा था कि डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को गिरफ्तार नहीं किया गया। हम उनकी जमानत का विरोध नहीं करेंगे बशर्ते वे गवाहों को प्रभावित नहीं करेंगे।

बृजभूषण शरण सिंह के अलावा उनके करीबी और कुश्ती संघ के सहायक सचिव विनोद तोमर को भी जमानत मिल गई है. उन्हें बृजभूषण शरण सिंह के साथ इस मामले में सह-आरोपी बनाया गया है. महिला पहलवानों ने उन पर आरोप लगाए हैं कि वो ऐसे वक्त में बृजभूषण शरण सिंह से मुलाकात कराते थे जब वो अकेले रहते थे. दिल्ली पुलिस की चार्जशीटके मुताबिक, शिकायत करने वाली पहलवान 3 अलग-अलग मौकों पर बृजभूषण शरण सिंह से मिलने दिल्ली स्थित उनके ऑफिस गईं थीं, तब वे अकेली थीं. एक मामले में महिला पहलवान के पति और दूसरे मामले में पहलवान के कोच को बाहर ही रोक दिया गया था.

फिर जेल से बाहर आएगा राम रहीम, रेप और हत्या के दोषी को 30 महीने में सातवीं बार मिली पैरोल

#ramrahimgetsparolefor30days_again

रेप और दो हत्याओं के मामलों में उम्र कैद की सजा काट रहा राम रहीम एक बार फिर जेल से बाहर आने वाला है।राम रहीम को एक बार फिर 30 दिन की पैरोल मिल गई है। कुछ समय बाद राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर आ जाएगा।पिछले 30 महीनों में 6 बार गुरमीत राम रहीम पैरोल पर जेल से रिहा हो चुका है। अब 7वीं बार उसे परोल मिली है। 

इस बार राम रहीम को उसके जन्म दिन से परोल दी गई। राम रहीम 15 अगस्त को अपना जन्मदिन मनाता है।जेल प्रशासन ने राम रहीम को सिरसा डेरे में जाने की इजाजत नहीं है।एक बार फिर उसे यूपी के बागपत में स्थिति बरनावा आश्रम में रहना पड़ेगा। जिसको लेकर बरनावा आश्रम की सुरक्षा बढ़ाई गई और सिरसा से घोड़े और गाय पहुंचाई गई है।राम रहीम को इसी साल जनवरी में 40 दिन की पैरोल मिली थी। 

राम रहीम को कब-कब मिली पैरोल

• राम रहीम को पहली बार 24 अक्टूबर 2020 को बीमार मां से मिलने के लिए एक दिन की पैरोल दी गई थी। 

• डेरा प्रमुख को दूसरी बार 21 मई 2021 को फिर बीमार मां से मिलने के लिए एक दिन की पैरोल दी गई थी। 

• तीसरी बार 7 फरवरी 2022 को राम रहीम को 21 दिनों की पैरोल दी गई थी।

• वहीं चौथी बार जून 2022 को डेरा प्रमुख को एक महीने की पैरोल दी गई।

• पांचवीं बार अक्टूबर 2022 को डेरा प्रमुख राम रहीम को 40 दिनों की पैरोल दी गई।

• छठवीं बार 21 जनवरी 2023 को राम रहीम को फिर 40 दिनों की पैरोल दी गई

• वहीं आज 20 जुलाई 2023 को 7वीं बार फिर डेरा प्रमुख को पैरोल दी गई है. जो 30 दिन की है।

रेप और दो हत्या के मामलों में काट रहा सजा

राम रहीम वर्तमान में रोहतक की सुनारिया जेल में सजा काट रहा है। उसे अपनी दो साध्वियों के साथ रेप और दो हत्या के मामलों में दोषी पाया गया था जिसके बाद कोर्ट ने उसे उम्र कैद की सजा सुनाई थी।राम रहीम ने निचली अदालत के इस फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती दी। अब ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि राम रहीम को इतनी जल्दी पैरलो कैसे मिल जाती है। वो भी ऐसे कैदी को जिसे रेप और मर्डर दोनों के लिए सजा दी गई है।

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में लैंडस्लाइड से भारी तबाही, पहाड़ की मिट्टी गिरने से पूरा गांव चपेट में, 4 की मौत, 50 दबे

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के खालापुर के इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन हुआ है। बताया जा रहा है पहाड़ की मिट्टी गिरने से पूरा गांव चपेट में आ गया है। अबतक 22 लोगों को बचा लिया गया है। जबकि हादसे में अबतक 4 लोगों की मौत हो गयी है और तीन अन्य लोग घायल हो गये है। यह जानकारी रायगढ़ पुलिस ने दी है। मलबे में अब भी 100 लोगों के फंसे होने की आशंका जतायी जा रही है। भूस्खलन बुधवार देर रात करीब 11 बजे खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में हुआ।

राहत और बचाव कार्य जारी

मौके पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौजूद हैं। जबकि रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ की 4 टीमों को राहत और बचाव कार्य में लगाया गया है। हादसे की खबर जानने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे घटना स्थल के लिए निकल चुके हैं।

महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत और दादा भुसे घटना स्थल पर पहुंचे

महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत और दादा भुसे रायगढ़ जिले के खालापुर के इरशालवाड़ी पहुंचे जहां देर रात भूस्खलन हुआ था. रायगढ़ पुलिस ने बताया, अब तक हमने 22 लोगों को बचाया है। अभी भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। फिलहाल पुलिस और जिला प्रशासन के 100 से अधिक अधिकारी बचाव कार्य में लगे हुए हैं। हमें एनडीआरएफ, स्थानीय लोगों और कुछ गैर सरकारी संगठनों से मदद मिल रही है।

रात में जब घरों पर सोये थे गांव के लोग तब पहाड़ की मिट्टी ने लिया चपेट में

बताया जा रहा है कि जब लोग रात में अपने घरों पर सो रहे थे, उस समय लैंडस्लाइड हुआ और पहाड़ की मिट्टी ने पूरे गांव को अपनी चपेट में ले लिया। एनडीआरएफ की टीम ने बताया कि मिट्टी ने करीब 15 से 20 घरों को अपनी चपेट में लिया।

सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र के अध्यादेश का मामला संवैधानिक पीठ को भेजा, पांच जजों की बेंच करेगी सुनवाई

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सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र के अध्यादेश को चुनौती देने वाली दिल्ली सरकार की याचिका पर बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़ा अध्यादेश का मामला संविधान पीठ को भेज दिया, जहां पांच जजों वाली संवैधानिक पीठ इस मामले की सुनवाई करेगी। 

आज यानी गुरुवार को इस मामले में सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस पी एस नरसिम्हा और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच में सुनवाई हुई। इस दौरान चीफ जस्टिस ने कहा कि इस बात पर लंबी सुनवाई जरूरी है कि सेवाओं को अध्यादेश के जरिए दिल्ली विधानसभा के दायरे से बाहर कर देना सही है या नहीं। एलजी के लिए पेश वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने कहा कि संसद में बिल पेश हो जाने के बाद अध्यादेश के मसले पर विचार की जरूरत ही नहीं रहेगी. इसपर सीजेआई ने कहा कि हम तब तक इंतजार नहीं कर सकते। वहीं, दिल्ली सरकार के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने संविधान पीठ में जल्द सुनवाई की मांग की। चीफ जस्टिस ने कहा कि आदेश शाम तक अपलोड किया जाएगा। उसमें सुनवाई की तारीख भी बताई जाएगी।

दिल्ली अध्यादेश क्या है

दिल्ली अध्यादेश 2023 के तहत दिल्ली में प्रशासनिक अधिकारियों के तबादले और नियुक्ति का अधिकार एलजी के पास है। इस अध्यादेश के तहत केंद्र सरकार ने नई दिल्ली सिविल सर्विसेज अथॉरिटी का गठन किया है। इस अथॉरिटी में दिल्ली के सीएम की अध्यक्षता में मुख्य सचिव और प्रधान गृह सचिव को सदस्य बनाया गया है। यही अथॉरिटी ही दिल्ली में अधिकारियों की नियुक्ति और तबादले का फैसला करेगी। हालांकि इस अथॉरिटी में मतभेद होने पर अंतिम फैसले का अधिकार एलजी को दिया गया है।

केजरीवाल सरकार कर रही अध्यादेश का विरोध

अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी दिल्ली में नौकरशाहों के तबादले और पोस्टिंग को लेकर केंद्र के अध्यादेश का विरोध कर रही है। दिल्ली सरकार का कहना है कि यह अध्यादेश दिल्ली में निर्वाचित सरकार को सर्विस मामले पर नियंत्रण देने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ है।