*एलडीए की पार्किंग स्थल पर चल रहा मोटी कमाई का धंधा, स्पोर्टस कोचिंग चलाकर वसूल रहे मोटी रकम*

लखनऊ। एलडीए भले ही अवैध निर्माणो पर कार्यवाही कर वाहवाही लूट रहा हो, लेकिन एलडीए खुद अपने मुख्यालय से नजदीक की पार्किंग को बचा नही पा रहा है। जिसमें आरोप है कि कर्मचारियों की मिलीभगत से पार्किंग स्थल पर अनैतिक रूप से स्पोर्टस की क्लासेज लग रही है।

जिसमें क्लासेज से एक मोटी रकम वसूल कर आपस में बंदर बाट किया जा रहा है। एलडीए की पार्किंग पर क्लासेज लगने के कारण लोग अपने वाहन बाहर सड़क पर ही खड़े कर देते है जिसकी वजह से एलडीए को चूना भी लग रहा है। मंगलवार को महानगर के निवासियों हर्षित किशोर, आकाश, रिषभ, सोनू व राजेश कुमार समेत अन्य ने सामूहिक पत्र लिखकर एलडीए उपाध्यक्ष को बताया कि गोमती नगर विस्तार स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नंबर 06 की पार्किंग स्थल पर अनैतिक रूप से स्पोर्टस की क्लासेज लगाई जा रही है ।

जिसमें इस क्लासेज के द्वारा एलडीए को चूना लगाते हुए एक मोटी रकम वसूली जा रही है। निवासियों का आरोप है कि पार्किंग स्थल पर क्लासेज शाम को 05 से 07 बजे तक व 07 बजे के बाद दूसरी बैच लगाई जाती है। एलडीए की पार्किंग होने के बाद भी लोग अपने वाहन सड़क पर ही पार्क कर रहे है। हालांकि आरोप है कि क्लासेस को चलाने वाला व्यक्ति गाड़ी पार्किंग के समय पर गाड़ी मालिक से गाली गलोच तथा असामान्य व्यवहार करने लगता है जिससे झगड़े की नौबत आ जाती है।

नागरिकों ने पत्र के माध्यम से अनुरोध किया कि इस प्रकार की एक्टीविटी को तत्काल प्रभाव से रोकने की व्यवस्था करें, जिससे भविष्य में होने वाली किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोका जा सके।

बिना बोर्ड बैनर के पार्किंग स्थल पर खुलेआम चल रही स्पोर्टस की क्लासेज

आरोप है कि जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नंबर 06 पर कर्मचारियों की मिलीभगत से खुलेआम स्पोर्टस की क्लासेज चलाई जा रही है जिसमें बड़ी मात्रा में स्टूडेंट्स व उनके अभिभावक भी आ रहे है। पार्किंग स्थल पर चलने वाली क्लासेज बिना बोर्ड और बैनर के चलाई जा रही है। यहां ना तो किसी प्रकार का बोर्ड लगा है और ना ही एलडीए की पार्किंग स्थल पर क्लासेज चलाने की परमीशन का कोई लेटर कही चस्पा है।

यहां तक की अभिभावकों के मुताबिक क्लासेज में आने वाले स्टूडेंस से वसूली जाने वाली रकम भी बिना किसी लिखा पढ़ी यानी बिना रसीद के ली जा रही है। लेकिन इतना सब होने के बाद भी एलडीए के अधिकारी इसे नजर अंदाज कर रहे है। हालांकि बिना बोर्ड बैनर के लगने वाली क्लासेज को नजर अंदाज करना एक बड़ी लापरवाही का संकेत है।

*राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के नए सत्र में प्रवेश प्रारंभ*

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के सत्र जुलाई 2023- 24 की ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया का प्रारंभ बुधवार को कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने किया। इस अवसर पर उन्होंने स्पाट पर प्रवेश लेने वाली एमकॉम की छात्रा श्वेता त्रिपाठी तथा बीए की छात्रा दिशा पाल को शुभकामनाएं दी। शिक्षार्थी लंबे समय से विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ होने का इंतजार कर रहे थे। कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने बताया कि ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया प्रदेश के सभी 12 क्षेत्रीय केंद्रों से सम्बद्ध लगभग 1300 अध्ययन केंद्रों पर प्रारंभ की गई है। प्रोफेसर सिंह ने बताया कि इस बार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत सभी पाठ्यक्रम तैयार कराए गए हैं। जिनसे विश्वविद्यालय के छात्र लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के सभी स्नातक, परास्नातक सहित महत्वपूर्ण विषयों में प्रवेश प्रक्रिया 31अगस्त 2023 तक संचालित की जाएगी।

प्रवेश पार्टल पर किया गया है व्यापक सुधार

प्रोफेसर सिंह ने बताया कि ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रवेश पोर्टल पर आवश्यक सुधार किए गए हैं जिससे प्रवेशार्थी आसानी से सभी प्रविष्टियां पूर्ण कर सकें। विश्वविद्यालय की वेबसाइट को स्टूडेंट फ्रेंडली तथा प्रवेश फॉर्म को त्रुटि रहित बनाने का कार्य किया गया है । प्रवेशार्थियों की भीड़ का असर विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर न पड़े इसके लिए वेबसाइट की क्षमता बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। इस तरह प्रवेशार्थियों को फॉर्म भरने में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। उन्होंने सभी अध्ययन केंद्र समन्वयकों को निर्देशित किया कि शिक्षार्थियों के प्रवेश फार्म को त्वरित गति से सत्यापित करते हुए विश्वविद्यालय भेजें जिससे उनकी पाठ्य सामग्री सही समय पर पहुंचाई जा सके। जिससे शिक्षार्थियों को सेमेस्टर प्रणाली की परीक्षाओं से पूर्व पढ़ाई का उचित अवसर प्रदान होगा।

विश्वविद्यालय के लिए छात्रों का हित सर्वोपरि : प्रो. सीमा सिंह

प्रोफेसर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए छात्रों का हित सर्वोपरि है। विश्वविद्यालय अपने छात्रों को हर तरह की सुविधा प्रदान करने का प्रयास कर रहा है। विश्वविद्यालय छात्रों को उनके विषय से संबंधित आकाशवाणी तथा यूट्यूब के माध्यम से विद्वानों के लेक्चर मुहैया करा रहा है। जो प्रतियोगी परीक्षाओं में भी काफी उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी हाल ही में विश्वविद्यालय की एक छात्रा आईएएस की परीक्षा में सफल हुई और उसने विश्वविद्यालय की पाठ्य सामग्री की सराहना की। प्रारम्भ में प्रवेश प्रभारी प्रोफेसर जय प्रकाश यादव एवं प्रोफेसर प्रेम प्रकाश दुबे ने कुलपति प्रोफेसर सिंह का स्वागत किया। इस अवसर पर प्रोफेसर पी पी दुबे, प्रोफेसर पी के स्टालिन, प्रोफेसर एस कुमार, प्रोफेसर पी के पांडेय, प्रोफेसर जे पी यादव, प्रोफेसर ए के मलिक, डॉ मीरा पाल, डॉ ज्ञान प्रकाश यादव, डॉ देवेश रंजन त्रिपाठी, डॉ दिनेश सिंह, डॉ सतीश चंद्र जैसल, परीक्षा नियंत्रक देवेंद्र प्रताप सिंह एवं प्रवेश विभाग के अन्य कर्मचारी तथा शिक्षक उपस्थित रहे।

*महाकुंभ 2025 में 1200 स्पेशल ट्रेने को संचालन होगा: मंडल रेल प्रबंधक हिमाशु बडोनी*

लखनऊ। कुंभ मेला 2025 एवं प्रयागराज जंक्शन के री डिवेलपमेंट के दृष्टिगत किए जा रहे विकास कार्यों के परिपेक्ष में मंडल रेल प्रबंधक/ प्रयागराज मण्डल हिमांशु बडोनी की अध्यक्षता में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के संकल्प सभागार में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया । मण्डल रेल प्रबंधक ने कहा कि यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए हम इंफ्रास्ट्रक्चर का डेवलपमेंट कर रहे हैं जिससे कि कुंभ 2025 में हम अधिक ट्रेनें यात्रियों के लिए चला सके। श्री बडोनी ने बताया कि कुम्भ 2019 की तैयारियों के दौरान तीर्थयात्रियों की सुविधाओं हेतु रेलवे द्वारा लगभग 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 41 कार्य किए गए । छह आरयूबी का चौड़ीकरण, प्रयागराज और उसके आसपास आठ नए आरओबी रिकॉर्ड समय में पूरे किए गए, प्रयागराज जंक्शन पर लगभग 10,000 तीर्थयात्रियों की क्षमता वाले चार यात्री आश्रयों का निर्माण।

इन आश्रयों में वेंडिंग स्टॉल, वॉटर बूथ, टिकट काउंटर, एलसीडी टीवी, पीए सिस्टम, सीसीटीवी और महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय हैं, वॉशेबल एप्रोन से सुसज्जित नये प्लेटफार्म नंबर 6 का निर्माण, प्रयागराज जंक्शन सभी प्लेटफार्म को जोड़ने वाले मुख्य एफओबी को 6 मीटर चौड़ा किया गया, तीर्थयात्रियों की आवाजाही और सड़क वाहनों की आसान निकासी की सुविधा के लिए वाराणसी-प्रयागराज मार्ग पर 3 लेवल क्रॉसिंग और प्रयाग-लखनऊ खंड पर 2 लेवल क्रॉसिंग का चौड़ीकरणजैसे आधारभूत संरचना के कार्यों को किया गया| कुम्भ 2019 क३ दौरान छह मुख्य स्नान दिवसों (डी-1 से डी+3) पर 800 विशेष मेला ट्रेनों का संचालन किया गया था।

इसी क्रम में आगे मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि कुम्भ 2025 के दृष्टिगत लगभग 837 करोड़ की लागत से विभिन्न आधारभूत संरचना एवं यात्री सुविधाओं के कार्यों को किया जा रहा है। जिसमें प्रयागराज क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर आर.ओ.बी.और आर. यू .बी. का निर्माण कराया जा रहा है| जिससे की प्रयागराज क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो सकेगी| इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया की इन सभी कार्यों के लिए जिला प्रशासन एवं सेना के अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से विचार विमर्श कर निर्णय लिए जा रहे हैं, जिससे कार्य को तेजी के साथ किये जाने में सहायता मिल रही है साथ ही महाकुंभ 2025 मे रेलवे 1200 स्पेशल ट्रेनो का संचालन होगा । उन्होंने कहाँ कि रेलवे की कोशिश है कि अक्टूबर 2024 तक कुम्भ 2025 से जुड़े सभी कार्य पूर्ण कर लिया जाए। इस अवसर पर उन्होंने यह भी बताया की उपरोक्त तैयारियों के अतिरिक्त रेलवे एवं जिला प्रशासन द्वारा प्रयागराज क्षेत्र के सभी 9 स्टेशनों की गैप एनालिसिस हेतु प्रत्येक स्टेशन हेतु सन्युक्त टीमों का गठन किया गया है| टीमों द्वारा सभी स्टेशनों का सन्युक्त रूप से निरीक्षण कर लिया गया है| टीमों द्वारा सौपी जाने वाली रिपोर्ट के आधार पर कुम्भ मेला 2025 हेतु आवश्यकतानुसार अतिरिक्त संसाधनों की व्यवस्था की जायेगी।

आगे उन्होंने प्रयागराज जंक्शन के री डेवलपमेंट के बारे में बताया कि प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन के रीडेवलपमेंट के कार्य को तीन भागों में किया जा रहा है, जिसमें सिविल लाइंस साइड का कार्य, सिटी साइड का कार्य और कानकोर्स का कार्य किया जाना है, जिसमें सिविल लाइन साइड कार्य शुरू हो चुका है इसका फंक्शनल पोर्शन अक्टूबर 2024 तक पूर्ण कर लिया जाएगा| शेष कार्य को कुंभ 2025 के पश्चात किया जाएगा, जिससे कि यात्रियों को कुंभ में आने जाने में किसी दिक्कत का सामना ना करना पड़े l इस अवसर पर उन्होंने यह भी बताया की वर्त्तमान में किये जा रहे आधारभूत संरचना के विकास के सभी कार्यों के फलस्वरूप रेल प्रशासन हमारी संचालन क्षमता में वृद्धि होगी जिसके परिणामस्वरूप हम अधिक से अधिक ट्रेनों का संचालन कर पायेंगे और यात्रियों को अधिक बेहतर सुविधा उपलब्ध करा सकेंगे| उन्होने बताया कि कुंभ 2025 के तैयारियो को लेकर प्रत्यक तीसरे माह रेल प्रशासन तथा जिला प्रशासन की संयुक्त बैठके आयोजित होती है ।

इस अवसर पर उन्होंने यह भी बताया की प्रयागराज मण्डल में 15 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन के रूप में विकसिट किया जा रहा है। इस अवसर पर अपर मण्डल रेल प्रबंधक/ सामान्य संजय सिंह ने पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से कुम्भ 2025 के लिए की जा रही तैयारियों के बारे में मीडिया बंधुओं को अवगत कराया एवं एक वीडियो के माध्यम से भविष्य के विश्वस्तरीय स्टेशन की एक झलक दिखाई गयी ।इस दौरान वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक, प्रयागराज मण्डल शशिभूषण, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबंधक कृष्ण शुक्ला, मण्डल इंजीनियर/ संपदा सहित निर्माण विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

*सीएम योगी ने ड्रेस एवं स्टेशनरी क्रय के लिए धनराशि का डीबीटी के माध्यम से अन्तरण प्रक्रिया का शुभारम्भ कार्यक्रम*

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत 06 वर्षांं में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन तथा नेतृत्व में देश की सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में समग्र विकास की अवधारणा साकार हुई है। प्रदेश में क्रान्तिकारी परिवर्तन आये हैं। उत्तर प्रदेश ने गरीबी से मुक्ति के लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की है। विगत 06 वर्षां में प्रदेश में लगभग साढ़े पांच करोड़ लोग गरीबी से मुक्त हुए हैं तथा वे सक्षम बने हैं। नीति आयोग द्वारा अपनी रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया गया है। नीति आयोग ने इसके लिए विभिन्न पैरामीटर तय किये थे, जिनमें शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण था। प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन करने की दिशा में कदम उठाये गये हैं, जिनके परिणाम आने शुरू हो गये हैं। विगत 06 वर्षां में प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद तथा माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में 01 लाख 64 हजार शिक्षकों की भर्ती की गयी है। आने वाले वर्षां में इनके और बेहतरीन परिणाम आएंगे।

20 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में अतिरिक्त कक्षा-कक्ष व ऑडिटोरियम का लोकार्पण किया

मुख्यमंत्री लोक भवन में शिक्षा सत्र 2023-24 में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को ड्रेस, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा एवं स्टेशनरी क्रय हेतु प्रति छात्र-छात्रा 1,200 रुपये की धनराशि उनके माता/पिता/अभिभावक के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से अन्तरण प्रक्रिया का शुभारम्भ कर इस अवसर पर आयोजित समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने शैक्षिक सत्र 2023-24 में 125 कस्तूरबा गांधी बालिका इण्टर कॉलेजों का लोकार्पण तथा प्रदेश के 20 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में अतिरिक्त कक्षा-कक्ष व ऑडिटोरियम का लोकार्पण किया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एससीईआरटी द्वारा विकसित ‘कलांकुर’, ‘कलासृजन-2’, ‘इण्टर्नशिप मैनुअल’ तथा ‘संस्कृत भाषा किट’ का विमोचन किया। उन्होंने 1,772 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में ‘लर्निंग बाय डूइंग’ कार्यक्रम का शुभारम्भ एवं सम्बन्धित शिक्षक मैनुअल का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने प्री-प्राइमरी शिक्षा हेतु 52,836 को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केन्द्रों को आईआईटी, गांधीनगर द्वारा विकसित वण्डर बॉक्स के वितरण का शुभारम्भ किया। उन्होंने 02 आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को वण्डर बॉक्स प्रदान किये।

बालिकाओं को छात्रवृत्ति अन्तरण की प्रक्रिया का शुभारम्भ किया

मुख्यमंत्री ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में डीबीटी के माध्यम से बालिकाओं को छात्रवृत्ति अन्तरण की प्रक्रिया का शुभारम्भ किया। उन्होंने परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत दिव्यांग छात्राओं को स्टाइपेण्ड तथा गम्भीर दिव्यांग छात्र-छात्राओं को एस्कार्ट एलाउंस की धनराशि डी0बी0टी0 के माध्यम से अन्तरण प्रक्रिया का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने सी0एस0आर0 के माध्यम से परिषदीय विद्यालयों में गुणात्मक सुधार तथा संसाधनों के निर्माण हेतु योगदान करने वाली 06 संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के आकांक्षात्मक जनपदों में शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन आये हैं। नीति आयोग ने इस सम्बन्ध में आंकड़े जारी किये हैं। सभी शिक्षक इस परिवर्तन के वाहक हैं। विभिन्न विभागों ने प्रधानमंत्री के विजन को प्राप्त करने के लिए मिशन मोड पर कार्य किया है। आज बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ रही है। विगत 06 वर्षां में लगभग 03 वर्ष कोरोना महामारी का सामना करने में व्यतीत हुए। इसी दौरान बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में लगभग 55 से 60 लाख नये बच्चों का नामांकन हुआ।

विद्यार्थियों की संख्या 1 करोड़ 91 लाख से अधिक हो गयी

बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या लगभग 01 करोड़ 34 लाख से बढ़कर आज 1 करोड़ 91 लाख से अधिक हो गयी है। इस संख्या को और बढ़ाने के साथ ही ड्रॉप आउट को नियंत्रित किये जाने की आवश्यकता है। इसके लिए अभिभावकों से संवाद तथा तकनीक का प्रयोग किया जाना चाहिए। यह शिक्षकों की जिम्मेदारी है। शिक्षक अपने कार्य व्यवहार से बच्चों के विकास में सकारात्मक योगदान दे सकते हैं। इससे शिक्षकों का सम्मान बढ़ेगा। यह ड्रॉप आउट को रोकने का माध्यम भी बनेगा।

सभी बच्चे नियमित रूप से अपनी यूनीफॉर्म में ही विद्यालय आयें

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा सबसे पवित्र मन्दिर वह है, जहां से हमारा परिवार तथा हमारी आजीविका चल रही है। हम सभी उस ऋषि परम्परा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जिसने हमें ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ की प्रेरणा दी है। यह एक छात्र को अपने शिक्षक, माता-पिता तथा अतिथि के प्रति देवत्व के भाव से जोड़ता है। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यार्थियों को 1,200 रुपये प्रति छात्र/छात्रा की दर से उनके माता/पिता/अभिभावक के खाते में डी0बी0टी0 के माध्यम से धनराशि अन्तरित की गयी है। इसमें कोई भ्रष्टाचार नहीं होता है। यह पारदर्शिता और शुचिता का प्रतीक है। सभी शिक्षक अभिभावकों के साथ संवाद करके, समयबद्ध रूप से विद्यार्थियों के लिए यूनीफॉर्म, स्कूल बैग, जूता-मोजा तथा स्टेशनरी का क्रय करना सुनिश्चित करें। सभी बच्चे नियमित रूप से अपनी यूनीफॉर्म में ही विद्यालय आयें।

746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के क्रमिक उन्नयन के कार्य को आगे बढ़ाया गया

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के क्रमिक उन्नयन के कार्य को आगे बढ़ाया गया है। इन्हें 12वीं तक करने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के परिसरों में अतिरिक्त कक्षा-कक्ष तथा ऑडिटोरियम का लोकार्पण हुआ है। सभी डायट में शिक्षकों के प्रशिक्षण के साथ ही पहले से तैनात शिक्षकों के लिए समय-समय पर रिफ्रेशर कोर्स आयोजित किये जाने चाहिए। शिक्षकों का अपडेट होना बहुत आवश्यक है। सभी डायट में अच्छे प्रशिक्षक होने चाहिए। इसके लिए योग्यता को मानक बनाया जाए। आज यहां एस0सी0ई0आर0टी0 द्वारा विकसित अनेक पुस्तकों का विमोचन हुआ है। इन्हें सभी विद्यालयों को उपलब्ध कराया जाए। सभी शिक्षक इन पुस्तकों का अध्ययन करें तथा बच्चों को भी इनकी जानकारी दें।

प्री-प्राइमरी के रूप में विकसित करने का कार्य किया जा रहा है

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्री-प्राइमरी के रूप में विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। जिन आंगनबाड़ियों ने अच्छा कार्य किया है, वहां बच्चों में स्कूल जाने के प्रति अच्छा भाव दिखता है। परिषदीय विद्यालयों में ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के लिए लगभग 250 करोड़ रुपये सी0एस0आर0 निधि के माध्यम से मिले हैं। इनमें से 06 समूहों को यहां सम्मानित किया गया है। सी0एस0आर0 की निधि का इससे बेहतर उपयोग नहीं हो सकता। यह देश की नींव को मजबूत बनाने का कार्य है। इसके माध्यम से हम अपनी पीढ़ी के अच्छे भविष्य का निर्माण कर रहे हैं। इसके साथ ही हमारे जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारियों, समाज के श्रेष्ठ लोगों एवं शिक्षकों ने ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ को सफलता की नयी ऊँचाइयां प्रदान की हैं। आज वे विद्यालय बच्चों की रचनात्मकता को बढ़ाने में अपना योगदान दे रहे हैं। निपुण भारत कार्यक्रम में भी इस दिशा में बहुत सकारात्मक योगदान दिया है।

1,200 रुपये प्रति छात्र-छात्रा की दर से 2,300 करोड़ रुपये धनराशि भेजी गयी

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के लगभग 01 करोड़ 91 लाख विद्यार्थियों को डीबीटी के माध्यम से 1,200 रुपये प्रति छात्र-छात्रा की दर से 2,300 करोड़ रुपये धनराशि भेजी गयी है। बहुत से देशों की इतनी आबादी भी नहीं है, जितनी हमारे यहां विद्यार्थी हैं। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की बालिकाओं को प्रतिवर्ष 1,100 रुपये प्रति छात्रा की दर से छात्रवृत्ति प्रेषित की गयी है। इसके साथ ही 19,553 पात्र दिव्यांग छात्राओं को 2,000 रुपये स्टाइपेण्ड तथा 11,364 गम्भीर दिव्यांग छात्र-छात्राओं, जो बिना सहायता के विद्यालय आने में असमर्थ हैं, उन्हें नियमित विद्यालय आने हेतु प्रेरित करने के उद्देश्य से 6,000 रुपये के एस्कार्ट एलाउंस की धनराशि डी0बी0टी0 के माध्यम से अन्तरित की गयी है। इस राशि का सदुपयोग होना चाहिए।

बच्चों में सकारात्मकता उत्पन्न करनी होगी : सीएम योगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहां विद्यार्थियों को कौशल विकास के साथ जोड़ने के लिए एक अभिनव कार्यक्रम आगे बढ़ा है। इसके लिए बच्चों में सकारात्मकता उत्पन्न करनी होगी। उन्हें ड्रॉइंग की जानकारी दी जा सकती है, जिससे वे आगे चलकर आर्किटेक्ट या मास्टर प्लानर बन सकते हैं। बच्चों को मिट्टी के खिलौने बनाने का अभ्यास कराया जाना चाहिए। उन्हें किचन गार्डनिंग तथा वृक्षारोपण के लिए प्रेरित करना चाहिए। बच्चों को सही रास्ता दिखाने की आवश्यकता है। उन्हें सही व्यवहार की जानकारी दी जानी चाहिए। विद्यालय सुन्दर होने चाहिए। बच्चों को इस कार्य में सहयोग के लिए प्रेरित करना चाहिए। मानसिक व शारीरिक श्रम मिलकर बेहतर परिणाम दे सकते हैं। इस दिशा में स्थानीय स्तर पर शिक्षकों को कार्य करने की आवश्यकता है। विगत 06 वर्षां में जो दूरी तय की गयी है, इसे और आगे बढ़ाना चाहिए।

इस वर्ष मात्र 15 दिनों में बोर्ड परीक्षाएं सम्पन्न हुईं

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में परिवर्तन दिखता है। अब माध्यमिक शिक्षा में परिवर्तन की बारी है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने नकलविहीन परीक्षाएं सम्पन्न की हैं। इस वर्ष मात्र 15 दिनों में बोर्ड परीक्षाएं सम्पन्न हुईं तथा 14 दिनों में परिणाम आ गये। कुल 29 दिनों में माध्यमिक शिक्षा परिषद ने सभी कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न किये। यही परिवर्तन है और इस परिवर्तन के लिए अपने आपको तैयार करने की आवश्यकता है। ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ का दूसरा चरण माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में परिवर्तन का होना चाहिए। सभी सरकारी इण्टर कॉलेज, राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज तथा सरकारी सहायता प्राप्त निजी प्रबन्धन में चलने वाले विद्यालयों का एक समय-सीमा में तथा गुणवत्ता के साथ ‘ऑपरेशन कायाकल्प-2’ के माध्यम से कायाकल्प किया जाए। आज उत्तर प्रदेश पहचान की संकट से उभरा है। इसके लिए प्रदेश में जो परिवर्तन किये गये हैं, उन्हें और अच्छे ढंग से आगे बढ़ाया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में नया युग प्रारम्भ हुआ है: गुलाब देवी

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में नया युग प्रारम्भ हुआ है। शिक्षण संस्थाओं का विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। शिक्षण की गुणवत्ता को बढ़ावा मिला है। प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में निरन्तर उन्नति की ओर आगे बढ़ रहा है। बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश सरकार सभी बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा का संवैधानिक अधिकार प्रदान करने के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है। इसमें तकनीक का प्रयोग भी किया जा रहा है। बिना किसी भेदभाव के सभी बच्चों के लिए डी0बी0टी0 के माध्यम से पारदर्शी तरीके से धनराशि प्रेषित की जा रही है।इस अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक एवं बेसिक शिक्षा दीपक कुमार, महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनन्द, शिक्षा विभाग के अधिकारीगण, शिक्षक तथा विद्यार्थी सम्मिलित थे।

*उपराष्ट्रपति प्रयागराज की खुशबू खन्ना को 23को देंगे गोल्ड मेडल*

लखनऊ । प्रयागराज की बेटी खुशबू खन्ना ने जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय दिल्ली में आर्किटेक्चर की पढ़ाई में सर्वोच्च अंक प्राप्त किया है। रविवार 23 जुलाई को विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड प्रयागराज की खुशबू खन्ना को गोल्ड मेडल प्रदान करेंगे। खुशबू खन्ना की शुरुआती शिक्षा जीएचएस से हुई है। आगे की पढ़ाई जामिया मिल्लिया विवि दिल्ली से हुई है। उन्होंने आर्किटेक्चर की पढ़ाई में विवि में सबसे अधिक अंक प्राप्त किया है।खुशबू प्रयागराज की वरिष्ठ समाजसेवी एवं भारतीय जनता पार्टी की चौक महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष श्रीमती शिखा खन्ना की बेटी है।

खुशबू ने आर्किटेक्चर की पढ़ाई में प्राप्त किया है सर्वोच्च अंक

खुशबू वर्तमान समय में सोनीपत में जिंदल यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। ख़ुशबू के भाई प्रखर खन्ना सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता है। खुशबू ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता शिखा खन्ना को दिया है। शिखा खन्ना का कहना है कि बच्चों को उनके परिश्रम का फल ईश्वर दें रहा है और वह आगे बढ़ रहे हैं। खुशबू खन्ना की सफलता पर किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज, उप्र वेलफेयर बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य और किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि (टीना मा), गुरूकुल मांटेसरी विधालय फाफामऊ की प्रधानाचार्या अमिता मिश्रा, विधावती यादव स्मारक महर्षि कृष्ण इण्टर कालेज हण्डिया,समाजसेवी राजीव कुमार मिश्रा,शिक्षक नेता डा ज्ञानप्रकाश सिंह, अक्षय सिंह सहित अन्य लोगों ने बधाई दिया है।

*शिक्षा में किया गया निवेश कभी व्यर्थ नहीं जाता, शिक्षा देश और समाज के भविष्य को संवारने का माध्यम : सीएम योगी*

लखनऊ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के प्रतिष्ठित निजी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा में किया गया निवेश कभी व्यर्थ नहीं जाता। शिक्षा देश और समाज के भविष्य को संवारने का माध्यम है। उत्तर प्रदेश जैसी युवा आबादी वाले राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में अनन्त सम्भावनाएं हैं। निजी क्षेत्र को इसका लाभ उठाना चाहिए। असेवित जनपदों में विश्वविद्यालयों की स्थापना करने वाले संस्थानों को प्रदेश सरकार हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराएगी।

5.5 करोड़ लोगों को गरीबी के दंश से कराया गया मुक्त

मुख्यमंत्री योगी अपने सरकारी आवास पर दक्षिण भारत और मध्य भारत के प्रतिष्ठित निजी विश्वविद्यालयों तथा देश के उच्च शिक्षण संस्थानों के कुलपतियों, प्रतिकुलपतियों, निदेशकों, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों व अन्य प्रतिनिधियों से संवाद के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नीति आयोग की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार विगत छह वर्षों में उत्तर प्रदेश के 5.5 करोड़ लोगों को गरीबी के दंश से मुक्त कराया गया है। प्रदेश में सस्टेनेबल डेवलपमेण्ट-शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, रोजगार सृजन सहित हर आवश्यक क्षेत्र में कार्य किए गए हैं। परिणाम सभी के सामने हैं। उत्तर प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में निजी क्षेत्र के सहयोग से नए मानक स्थापित कर सकता है। प्रदेश सरकार सभी निवेशकों की सुरक्षा और उनका सम्मान सुनिश्चित करेगी।

पुरातन काल से उत्तर प्रदेश, शिक्षा का प्रमुख केन्द्र रहा

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की आध्यत्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करता है। पुरातन काल से उत्तर प्रदेश, शिक्षा का प्रमुख केन्द्र रहा है। काशी इसका सर्वोत्कृष्ट उदाहरण है। काशी, अयोध्या, मथुरा संस्कृति और सभ्यता के प्राचीन नगर रहे हैं। हालांकि बीते दशकों में शिक्षा के प्रति विमुखता का भाव देखा गया। किन्तु आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश व प्रदेश में शिक्षा के प्रति एक सकारात्मक भाव जागृत हुआ है। आज प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट और इण्टरस्टेट कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में मात्र 12 राजकीय मेडिकल कॉलेज थे। विगत छह वर्षों के प्रयास के बाद आज 45 जनपदों में सरकारी मेडिकल कॉलेज संचालित हैं, जबकि 16 निर्माणाधीन हैं। पीपीपी मोड पर 16 और मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो रही है।

आज प्रदेश में 22 राज्य विश्वविद्यालय व तीन केन्द्रीय विश्वविद्यालय संचालित

आज प्रदेश में 22 राज्य विश्वविद्यालय व तीन केन्द्रीय विश्वविद्यालय संचालित हैं। तीन राज्य विश्वविद्यालय निर्माणाधीन हैं। 36 निजी विश्वविद्यालय, दो एम्स, दो आईआईटी व आईआईएम संचालित हैं। 2000 से अधिक पॉलिटेक्निक व वोकेशनल इंस्टीट्यूट भी संचालित हैं। इनकी लम्बी श्रृंखला है, जो यहां के शैक्षिक परिदृश्य को मजबूत बनाते हैं। इसके बावजूद, अभी बहुत से जनपद ऐसे हैं, जहां कोई विश्वविद्यालय क्रियाशील नहीं है। स्थानीय युवाओं की आकांक्षाओं के दृष्टिगत राज्य सरकार ने निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना को प्रोत्साहित करते हुए एक नई नीति लागू की, जिसके आशातीत परिणाम मिले हैं। अभी हाल में जनपद शाहजहांपुर, बागपत और चित्रकूट के शिक्षण संस्थानों ने अपनी रुचि दर्शायी है।

बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में 1.91 करोड़ बच्चे कर रहे हैं पढ़ाई

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश उत्कृष्ट विश्वविद्यालयों की दिशा में प्रयासरत है। निजी क्षेत्र के अनेक शिक्षण संस्थानों ने उत्कृष्टता के मानक स्थापित किए हैं। उत्तर प्रदेश, इनके अनुभवों का लाभ प्रदेश के युवाओं को दिलाने के लिए तत्पर है। निजी क्षेत्र के लिए सम्भावनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के लिए यह आश्चर्यजनक हो सकता है, लेकिन यह सत्य है कि आज प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में 1.91 करोड़ बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। प्रदेश सरकार ने आज एक कार्यक्रम के माध्यम से बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को ड्रेस, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा एवं स्टेशनरी क्रय हेतु प्रति छात्र/छात्रा 1,200 रुपये की धनराशि उनके माता,पिता व अभिभावक के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से अंतरित की है।

इस साल 56 लाख बच्चों ने यूपी बोर्ड की परीक्षा दी

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी तरह, इस साल 56 लाख बच्चों ने यूपी बोर्ड की परीक्षा दी। विद्यार्थियों के यह आंकड़े कई राज्यों की जनसंख्या से भी अधिक हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसी जनपद के स्वास्थ्य केन्द्र या शिक्षण संस्थान में जाएं, वहां उत्तर प्रदेश के साथ-साथ नेपाल, बिहार, छत्तीसगढ़ और उत्तराखण्ड के लोग भी मिलेंगे। यह स्थिति बताती है कि निजी क्षेत्र के विश्वविद्यालयों के लिए उत्तर प्रदेश में अपार सम्भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि जिन जनपदों में कोई विश्वविद्यालय स्थापित नहीं है, वहां अपने विश्वविद्यालय स्थापित करने वाले निवेशकों को राज्य सरकार अपनी नीति के अनुरूप हर आवश्यक सहायता उपलब्ध कराएगी। उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने भी कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किए।

संवाद कार्यक्रम में यह भी रहे मौजूद

संवाद कार्यक्रम में रमैया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन कर्नाटक, मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन हरियाणा, वीआईटी यूनिवर्सिटी वेल्लौर, सीबी रमन ग्लोबल यूनिवर्सिटी ओडिशा, नित्ति डीम्ड यूनिवर्सिटी कर्नाटक, जेआईएस ग्रुप एजुकेशनल इनिशिएटिव पश्चिम बंगाल, एनेपोया डीम्ड यूनिवर्सिटी, एमएनआर यूनिवर्सिटी, गलगोटिया यूनिवर्सिटी, एलायंस यूनिवर्सिटी, केएमसीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन, जेम्बोर एजुकेशनल प्रालि, जेआईएमएस ग्रुप, पूर्णिमा यूनिवर्सिटी, रमैया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन, एमएस रमैया यूनिवर्सिटी ऑफ अप्लाइड साइंसेज, सवीथा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड टेक्निकल साइंसेज, ईपीएसआई का प्रतिनिधित्व रहा। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

*सपा, बसपा व कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों ने ली पासी पार्टी की सदस्यता*


लखनऊ। पब्लिक अधिकार सोशलिस्ट इंडियन पार्टी (पासी पार्टी)लगातार प्रदेश में अपनी पार्टी करती हुई दिख रही है। पार्टी की नीतियों को देखकर प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगातार पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वालों की संख्या बढ़ रही है। इसी क्रम में बुधवार को सपा, बसपा और कांग्रेस पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों ने पब्लिक अधिकार सोशलिस्ट इंडियन पार्टी (पासी पार्टी) की सदस्यता ग्रहण की।

इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव शरण प्रसाद पासी व प्रदेश अध्यक्ष राम सागर रावत के समक्ष प्रदेश कार्यालय उर्मिला पुरी सुरेंद्र नगर लखनऊ स्थित कार्यालय में सदस्यता ग्रहण की । पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवशरण पासी व प्रदेश अध्यक्ष राम सागर रावत ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाले सरदार वीरेंद्र सिंह गौतम को पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष, नन्हे लाल विश्वकर्मा को विधानसभा अध्यक्ष दरियाबाद शिव मगन रावत को विधानसभा प्रभारी दरियाबाद, शिव कुमार वर्मा को जिला सचिव बाराबंकी मनोनीत किया। पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाले पदाधिकारियों ने पार्टी की सदस्यता लेने के बाद अपना संकल्प दोहराते हुए कहा कि वे पार्टी की नीतियां जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगे।

इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव शरण प्रसाद पासी, प्रदेश अध्यक्ष राम सागर रावत व प्रदेश उपाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद वर्मा ने कहा कि पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। आने वाले समय में उनकी पार्टी समान विचारधारा रखने वाली किसी भी दल से गठबंधन कर सकती है लेकिन अभी यह भविष्य में तय किया जाएगा कि वह किस पार्टी के साथ रहेंगे या फिर अकेले चुनाव लड़ेंगे।

*बेसहारा बेघर बालकों की शिक्षा उनके जीवन यापन हेतु सुगमता पहुंचाने में हम सबको बढ़-चढ़कर आगे आने की जरूरतः डॉ रोशन जैकब*


लखनऊ । मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब की अध्यक्षता में जनपद लखनऊ में जनपद के बेसहारा बेघर भिक्षायापन करने वाले बालक व उनके परिवारजनों को अच्छा जीवन यापन प्रदान करने के उद्देश्य से मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब की अध्यक्षता में आयुक्त सभागार में महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर मंडलायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप मानवीयता के आधार पर जनपद के बेसहारा बेघर बालकों की शिक्षा उनके जीवन यापन हेतु सुगमता पहुंचाने में हम सबको बढ़-चढ़कर आगे आने की जरूरत है जिससे उनका जीवन सुखमय हो सके। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव होगा जब आम जनमानस से लेकर हम सभी को सार्थक प्रयास करने होंगे जिससे कि भिक्षायापन करने वाले ऐसे बच्चों के जीवन में खुशहाली आ सके।

बैठक में मंडलायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि स्लम बस्तियों में रह रहे लोगों का डूडा विभाग द्वारा गंभीरता से सर्वे करा लिया जाए जिसके लिए सर्वे की समयावधि निर्धारित की जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि समाज कल्याण विभाग द्वारा स्लम बस्तियों में कैंप लगाकर पात्र व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे समस्त योजनाओं से लाभान्वित किया जाए ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकार की योजनाओं से वंचित न रहे।

मंडलायुक्त द्वारा संबंधित अधिकारीगणों को निर्देशित किया गया कि चौराहों पर भीक्षायापन कर रहे बालकों व उनके परिवारजनों को अच्छे जीवन यापन हेतु नगर निगम, समाज कल्याण विभाग, महिला कल्याण विभाग, ड़ूडा, जिला पूर्ति विभाग व एनजीओ आपस में समन्वय स्थापित करते हुए ऐसे बच्चों को शासन द्वारा संचालित योजनाओं से जोड़ने का काम करें। जिससे जनपद भर में भिक्षायापन करने वाले ऐसे समस्त बालक व उनके परिवारजनों को अच्छे जीवन यापन हेतु मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप लाभान्वित किया जा सके।

समीक्षा में मंडलायुक्त ने पाया कि यूनिसेफ द्वारा सर्वे कराकर श्रम विभाग ने चाइल्ड लेबल के 80 बच्चों को स्कूल में दाखिला कराया है जिनके शिक्षा दीक्षा का कार्य अच्छे से कराया जा रहा है साथ ही उनको राज्य सरकार की योजनाओं से लाभान्वित भी किया जा रहा है। मंडलायुक्त ने बैठक में एनजीओ संस्थाओं में उम्मीद संस्था, बदलाव संस्था, एहसास संस्था के पदाधिकारियों से संवाद करते हुए उनके सुझावों को गंभीरता से सुना तथा उनका अक्षरशः से पालन कराने के निर्देश संबंधित को दिए।

इस अवसर पर नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, मुख्य विकास अधिकारी रिया केजरीवाल, जिलाधिकारी प्रशासन शुभी काकन सहित संबंधित विभागीय अधिकारीगण व एनजीओ के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

*विद्यालय परिसर को ग्रीन बेल्ट के रूप में किया जाए विकसित, अधिक से अधिक पेड़-पौधे किए जाएं रोपितः रोशन जैकब*


लखनऊ। मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब की अध्यक्षता में आज अटल आवासीय विद्यालय के संचालन से संबंधित सामग्रियों का क्रय (मंडल स्तरीय अनुश्रवण समिति) के माध्यम से वित्तीय नियमों के अंतर्गत किए जाने हेतु महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन आयुक्त कार्यालय कक्ष में किया गया।

बैठक में मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारीगणों को निर्देशित करते हुए कहा कि अटल आवासीय विद्यालय मोहनलालगंज का संचालन 10 अगस्त से प्रारंभ किया जाएगा जिसके संबंध में संबंधित अधिकारीगण पूर्व में समस्त व्यवस्थाएं कराया जाना सुनिश्चित कर ले। उन्होंने विद्यालय में फर्नीचर, ब्रॉड बैंड, पुस्तक क्रय आदि सामग्रीयों की उपलब्धता ससमय सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्रय की जा रही सामग्रियों में क्वालिटी का विशेष ध्यान रखा जाए जिसमें किसी प्रकार गुणवत्ता की कमी न होने पाए।

बैठक के दौरान अटल आवासीय विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा मंडलायुक्त को अवगत कराया गया कि 01 अगस्त से विद्यालय में समस्त अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित हो जाएगी। उन्होंने बताया कि स्टॉफ के भोजन के लिए कैंटीन का संचालन अभी प्रारंभ नहीं हुआ है जिस पर मंडलायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि अस्थाई रूप से स्टॉफ कैंटीन का संचालन करा लिया जाए।

उक्त के पश्चात मंडलायुक्त ने अटल आवासीय विद्यालय में वृक्षारोपण को लेकर डीएफओ को निर्देशित किया कि अटल आवासीय विद्यालय में पेड़-पौधों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए एवं ससमय विद्यालय प्रांगण में वृक्षारोपण कराया जाना सुनिश्चित कराया जा सके। उन्होंने डीएफओ को निर्देशित किया कि विद्यालय प्रांगण में सहजन, जामुन, सलीफा आदि फलदार वृक्ष व छायादार वृक्ष में गुलमोहर, कदम के पौधों को प्रांगण में लगाया जाना सुनिश्चित किया जाए।

मंडलायुक्त ने निर्देशित किया कि विद्यालय प्रांगण के बाउंड्री के किनारे फूलदार पेड़-पौधे लगवाया जाए व वृक्षारोपण के लिए पूर्व से स्थान चिन्हित करते हुए पौधे लगाने के निर्देश दिए जिससे विद्यालय प्रांगण हरा भरा रहे एवं वातावरण के अनुकूल रहे। बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने लखनऊ विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष को निर्देश देते हुए कहा कि किसान पथ एरिया में छायादार वृक्ष लगाया जाना सुनिश्चित किया जाए साथ ही ग्रीन कॉरिडोर एरिया में कलर कोडिंग के पौधे लगवाये जाए एवं गांधी पार्क, ग्लोब पार्क आदि स्थानों पर फ्लावरिंग कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। जिस पर एलडीए उपाध्यक्ष द्वारा अवगत कराया गया कि 10 हाज़र पौधे सीजी सिटी में लगाए जाएंगे एवं प्रत्येक एलडीए स्टॉफ द्वारा पांच-पांच पौधे रोपित किए जाएंगे।

इस अवसर पर बैठक में एलडीए उपाध्यक्ष इंद्र मणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, मुख्य विकास अधिकारी रिया केजरीवाल सहित विद्यालय के संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

*बसपा सुप्रीमाे मायावती ने किया एलान, बोलीं, बीएसपी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी*


लखनऊ । बसपा सुप्रीमो मायावती ने एलान किया है कि बीएसपी लोकसभा चुनाव और इसके पहले तीन राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ेगी। हालांकि, हरियाणा और पंजाब में क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरेगी। मायावती ने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर निशाना साधा। कहा कि गठबंधन की राजनीति कांग्रेस करती है। उनका जातिवादी दलों के साथ गठबंधन है। वहीं, बीजीपी की बातें-दावे खोखले हैं। कांग्रेस सत्ता में आने के लिए गठबंधन कर रही है। हम ऐसा नहीं कर सकते हैं।

मायावती ने बुधवार को मीडिया को संबोधित किया और कहा कि विपक्षी दल सत्ता पाने के लिए गठबंधन कर रहे हैं। कांग्रेस पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने जैसी जातिवादी और पुंजीवादी ताकतों के साथ गठबंधन कर रही है। उन्होंने कहा कि सत्ता से बाहर होने पर ही कांग्रेस को दलितों, पिछड़ों और गरीबों की याद आती है। जब सत्ता में होते हैं तो न तो भाजपा व न ही कांग्रेस को किसी की परवाह रहती है। भाजपा ने 2014 में हर गरीब के खाते में 15-15 लाख रुपये डालने का वादा किया था जो कि पूरा नहीं किया। मायावती ने बताया कि आगामी चुनाव में बसपा अपने सहयोगी गठबंधन को मजबूत करेगी। उन्होंने विपक्षी गठबंधन को एक मजबूर गठबंधन बताया है।