नई दिल्ली : धीरेंद्र शास्त्री को दिल्ली के डीसीपी ऑफिस जाने पर चर्चाओं का बाजार गर्म
उन्होंने दी सफाई, कहा- सुरक्षा को लेकर थे आशंकित, इसी लिए मिले पुलिस अधिकारी से,वर्दी वाले भी इंसान होते हैं, संतो का सम्मान वे भी करते हैं
दिल्ली पुलिस के DCP ऑफिस में जाने पर हो रही चर्चाओं के बीच बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने बयान दिया। उन्होंने कहा, वर्दी में जो हैं, वो भी इंसान हैं। उनके अंदर भी भावनाएं हैं। माता-पिता और संतों का सम्मान अगर पढ़े-लिखे और राष्ट्र के कानून की शपथ खाए हुए लोग नहीं करेंगे तो क्या ऐरा-गैरा करेंगे। कार्यक्रम की भीड़ और मेरी सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस आशंकित थी। पुलिस की रिक्वेस्ट पर मैं उनके ऑफिस गया था।
गाजियाबाद के कस्बा मुरादनगर स्थित काइट कॉलेज में रविवार देर रात कार्यक्रम में धीरेंद्र शास्त्री पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘हम आज कहीं न्यूज पढ़ रहे थे। न्यूज वालों ने उल्टा-पुल्टा लिख दिया। हम उन्हें कहना चाहते हैं कि हम अपनी स्वेच्छा से सहर्ष गए थे। वो हमारी सुरक्षा को लेकर परेशान हो गए थे। कह रहे थे कि भीड़ हल्की हो जाएगी, तब तक आप हमारे कार्यालय में बैठिए। इसलिए वहां गए थे।
‘सनातनी हो तो पुलिस का सपोर्ट करो’
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, क्या माता-पिता या पुलिस वाले अपने गुरु को प्रणाम नहीं कर सकते? ये जो भी छाप रहे हो, सावधान, खबरदार हो जाएं। भारत राम का राष्ट्र है। राम के राष्ट्र में माता-पिता को पूजा जाता है। वो (पुलिस वाले) भी इंसान हैं, उनके अंदर भावना है। वो दिन रात भारत की रक्षा के लिए लगे हैं। हमें अच्छा नहीं लग रहा, इस प्रकार की खबरों पर रोक लगाओ। सच्चे हिन्दू और सनातनी हो तो पुलिस का सपोर्ट करो।
‘हमें कागज पर नहीं, दिलों में हिन्दू राष्ट्र चाहिए’
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने खुले मंच से यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘हमें कागज पर हिन्दू राष्ट्र नहीं, तुम्हारे और तुम्हारे बच्चों के दिलों में हिन्दू राष्ट्र चाहिए। राम चरित मानस का आदर्श, सनातनी हिंदुओं की बात पर एकता, मंदिरों में भीड़, सड़कों पर तूफान और रामराष्ट्र से सजा हिन्दुस्तान चाहिए। वरना जो हाल दिल्ली में साक्षी का हुआ, वो हमारी बहन बेटियों का होगा। ये नहीं चाहते हो तो जागो। हमारा कथा दरबार सिर्फ एक बहाना है।’
आधी रात गाजियाबाद पहुंचे धीरेंद्र शास्त्री
पंडित धीरेंद्र शास्त्री रविवार आधी रात को गाजियाबाद पहुंचे। तेज बारिश की वजह से कविनगर रामलीला मैदान में जो कार्यक्रम रद हुआ था, वो ऐन वक्त पर मुरादनगर के काइट कॉलेज के ऑडिटोरियम में हुआ। धीरेंद्र शास्त्री इस कार्यक्रम में करीब तीन घंटे तक मौजूद रहे। शॉर्ट नोटिस के बावजूद बारिश के मौसम में उन्हें सुनने के लिए हजारों भक्त पहुंचे। इससे पहले दिल्ली से गाजियाबाद आते वक्त राजनगर एक्सटेंशन में जब वो पहुंचे तो आधी रात में सैकड़ों भक्त उनका स्वागत करते घरों से बाहर निकल आए।
भारत में भिक्षा नहीं, शिक्षा की बताई जरूरत
संस्कार शिक्षा केंद्र की ओर से हुए कार्यक्रम में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, भारत में भिक्षा नहीं, शिक्षा की आवश्यकता है। हमें सड़कें, मकान, फ्री गैस नहीं चाहिए। हमें भारत में गुरुकुल पद्धति चाहिए। अगर हमारे बच्चे पढ़ जाएंगे तो रोड और मकान खुद बनवा लेंगे। अंग्रेजों ने भारत में आकर सर्वप्रथम प्रहार शिक्षा पर किया था, इसलिए हम भिक्षा पर आ गए। आज फिर से शिक्षा की जरूरत है। जीवन कैसे जीना है, इसके लिए आध्यात्म की शिक्षा आवश्यक है।
Jul 11 2023, 17:57