hereस्ट्रीटबज़्ज़ हेल्थ टिप्स: शरीर को स्वस्थ रखने के लिए घास पर नंगे पैर चलना है उपयोगी,इससे आप को किन 5 बीमारियों से मिलेगी छुटकारा ,आइये जानते




नई दिल्ली : पैदल चलना हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होता है। वॉकिंग और जॉगिंग शरीर को लंबे समय तक हेल्दी रखने में मदद करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं शरीर को स्वस्थ रखने के लिए घास पर नंगे पैर चलना स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी होता है। नंगे पैर घास पर चलने से पैरों की स्किन सीधे जमीन को टच करती है, जो शरीर को बहुत फायदा देती है। नियमित घास पर नंगे पैर चलने से आंखों की रोशनी तेज होने के साथ इम्यूनिटी भी मजबूत होती हैं। 

लेकिन ध्यान रखें जब नंगे पैर घास पर चलें, तो साफ-सफाई का भी विशेष ध्याल रखें, तो आइए जानते हैं नंगे पैर घास पर चलने के फायदों के बारे में।

आंखों की रोशनी बढ़ती हैं

सुबह रोज नंगे पैर घास पर चलने से आंखों की रोशनी तेज होती हैं। जब हम सुबह नंगे पैर घास पर चलते हैं, तो हमारी बॉडी का पूरा प्रेशर पैरों के अंगूठों पर होता है। जिस कारण आंखों की रोशनी बढ़ती हैं। हरी घास आंखों को बहुत राहत भी देती है। इससे आंखों को सुकून मिलता है।

एलर्जी का इलाज

सुबह नंगे पैर घास पर चलने से एलर्जी भी आराम मिलता है। सुबह नंगे पैर घास पर चलने से पैरों की एक्सरसाइज होती हैं और शरीर को आराम भी मिलता है। नंगे पैर घास पर चलने से छींक आने की परेशानी भी दूर होती हैं।

तनाव को करता हैं दूर

सुबह नंगै पैर घास पर चलने से तनाव दूर होने में मदद मिलती है। जब आप काफी स्ट्रेस फील कर रहे हो, तो सुबह नंगे पैर घास पर चल कर देखें। आपका मूड ठीक होगा और तनाव को कम करने में मदद मिलेगी। सुबह की सूरज की किरणें, हरी खास और ठंडी हवा तनाव को दूर करती हैं।

डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद

सुबह नंगे पैर घास पर चलने से डायबिटीज मरीजों को फायदेमंद होता हैं। अगर डायबिटीज मरीज हरी घास पर चलें, तो डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलती हैं। ऐसा करने से शरीर में ऑक्सीजन की पूर्ति अच्छी होती है और मरीजों को फायदा मिलता है। डायबिटीज मरीजों को सुबह नियमित घास पर चलना चाहिए। ऐसा करने से उनका मूड भी फ्रेश होता है।

उच्च रक्तचाप में लाभदायक

अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हैं, तो नंगे पैर घास पर चलें। ऐसा करने से ये समस्या कम होने में मदद मिलती है। नंगे पैर घास पर चलने से शरीर को बहुत फायदा होता है। ऐसा नियमित करने से एक्यूपंक्चर पॉइंट काफी एक्टिव हो जाता हैं और आपका पूरा शरीर एक्टिव हो जाता हैं। जिससे हेल्दी रहने में मदद मिलती है।

सुबह नंगे पैर घास पर चलने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं। लेकिन ध्यान रखें नंगे पैर चलने के बाद पैरों को अच्छे से वॉश अवश्य करें। 

दिल्ली अध्यादेश मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को भेजा नोटिस, दो हफ्ते बाद फिर होगी सुनवाई_

नईदिल्ली : सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ दी गई दिल्ली सरकार की याचिका पर सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को लेकर केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। इस मामले में सीजेआई ने कहा कि इस पर विस्तार से सुनवाई की जरूरत है और 2 हफ्ते बाद फिर सुनवाई होगी। आपको बता दें कि दिल्ली की आप (AAP) सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में सेवाओं पर नियंत्रण से जुड़े केंद्र के अध्यादेश की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी है। सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने इस अध्यादेश पर रोक की मांग की।

दिल्ली सरकार की दलील

दिल्ली सरकार ने अपनी याचिका में कहा है कि यह अध्यादेश 'कार्यकारी आदेश का असंवैधानिक इस्तेमाल' है, जो सुप्रीम कोर्ट और संविधान की मूल संरचना के 'उल्लंघन' की कोशिश है। दिल्ली सरकार के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि नए अध्यादेश के लागू होने से दो अधिकारी मिलकर मुख्यमंत्री की बात को काट सकते हैं उसके बाद मामला उपराज्यपाल को भेज दिया जाएगा, जो फिर से इस पर रोक लगा सकते हैं ऐसे में इस अध्यादेश पर रोक लगानी जरूरी है। सीजेआई ने कहा कि हम केंद्र को नोटिस जारी कर रहे हैं। कोर्ट ने उपराज्यपाल के वकील के अनुरोध पर उन्हें भी मामले में पक्ष बनाया।

जानिए क्या है अध्यादेश?

केंद्र सरकार ने दिल्ली में 'ग्रुप-ए' अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए एक अथॉरिटी का गठन करते हुए 19 मई को 'राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) अध्यादेश, 2023' जारी किया था। केंद्र सरकार ने यह अध्यादेश सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश के एक सप्ताह बाद जारी किया, जिसमें सबसे बड़ी अदालत ने दिल्ली में पुलिस, पब्लिक ऑर्डर और लैंड को छोड़कर अन्य सभी सेवाओं का नियंत्रण दिल्ली सरकार को सौंप दिया था। इससे पहले तक दिल्ली सरकार के सभी अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग पर एलजी का कंट्रोल था। दिल्ली सरकार इसका विरोध कर रही है।

लोगों को हटाने का मामला

दिल्ली सरकार के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने उन्होंने कहा कि इसी अध्यादेश के आधार पर 471 ऐसे लोगों को पद से हटा दिया गया है जिनमें से कई ऑक्सफोर्ड जैसे विश्विद्यालय से शिक्षित हैं। इस पर भी सुनवाई हो। इस पर केन्द्र की ओर से पेश सॉलिसीटर जनरल ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को नौकरी दी गई है। ये मांग याचिका में नहीं है, इसलिए इस पर सीधे सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई न हो। जो प्रभावित हैं, वह हाई कोर्ट जा सकते हैं। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सीजेआई ने कहा कि हम इस पहलू पर अगले सोमवार (17 जुलाई) को सुनवाई करेंगे।

दिल्ली: भारी बारिश और यमुना के बढ़ते जल स्तर को लेकर सीएम केजरीवाल ने की बैठक कहा हालात सामान्य


उन्होंने कहा की अगर यमुना का जल स्तर 206 मीटर के निशान को पार करती है, थो जल निकासी की जाएगी व्यवस्था

नई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में बीते तीन दिनों में भारी बारिश से बने हालात को देखते हुए आज सभी मंत्रियों, अधिकारियों और मेयर के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की. इस दौरान सीएम ने कहा, यह एक-दूसरे पर उंगली उठाने का समय नहीं है. बाढ़ प्रभावित राज्यों की सरकारों को जनता को राहत देने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है.

उन्होनें कहा, दिल्ली में 8 और 9 जुलाई को 153 मिमी बारिश हुई इससे यमुना नदी में खतरे के निशान से ऊपर बढ़ गया. केजरीवाल ने कहा कि CWC के मुताबिक दिल्ली में यमुना नदी में जलस्तर 203.58 मीटर है. कल सुबह इसके 205.5 मीटर तक पहुंचने की आशंका है. लेकिन, मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक यमुना में जल स्तर बहुत ज्यादा बढ़ने की उम्मीद नहीं है. अगर यमुना 206 मीटर के निशान को पार करती है, तो सरकार नदी के किनारे निकासी शुरू कर देंगे.

वहीं, इससे पहले आप सरकार में मंत्री अतिशी ने सोमवार को कहा, ऐसा लग रहा है कि हरियाणा से छोड़ा गया पानी कल सुबह तक दिल्ली पहुंच जाएगा और यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि बारिश जारी रहने की स्थिति में हम पानी के प्रवाह पर नजर रख रहे हैं, जो लोग पानी के बहुत करीब रहते हैं उनको सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है.

सीएम केजरीवाल का कहना है कि राजधानी में बाढ़ जैसी स्थिति की संभावना नहीं है, सरकार तैयार है. उन्होनें कहा कि वह केंद्रीय जल आयोग के संपर्क में हैं और आयोग ने दावा किया है कि मौसम की भविष्यवाणियों से संकेत मिलता है कि भले ही और बारिश होगी, लेकिन भारी बारिश नहीं होगी. उन्होंने कहा, बारिश की वजह से सड़कों पर गड्ढे हो गए है ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए इन्हें पत्थरों से भरा जाएगा.

राजस्थान: बीकानेर जिले के नोखा थाना क्षेत्र में बीच बाज़ार में लगे एटीएम को चोरों ने उखाड़ लिया


बीकानेर. राजस्थान के बीकानेर जिले के नोखा थाना क्षेत्र में स्थित बाजार में लगे पीएनबी बैंक का एटीएम चोर उखाड़ कर ले गए. यह घटना देर रात से लेकर तड़के सुबह के बीच घटित हुई है.

 नोखा के अंबेडकर सर्किल के पास लगे पंजाब नेशनल बैंक की एटीएम पर लगे कांच को तोड़ दिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद बैंक अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने पुलिस की इसकी सूचना दी. 

जिसके बाद नोखा थाना अधिकारी ईश्वर प्रसाद मौके पर पहुंचे. फिलहाल पुलिस ने मौका मुआयना कर जांच पड़ताल में जुटी है. थानाधिकारी ईश्वर प्रसाद ने बताया कि अब बाजार खुलने के बाद आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालकर चोर का पता लगाने का प्रयास किया जाएगा.

भरे बाजार की घटना : बताया जा रहा है कि नोखा के अंबेडकर सर्किल पर लगा एटीएम बाजार के बीच में है. इस तरह से बाजार के बीचोंबीच लगे एटीएम एटीएम को उखाड़ कर ले जाने की घटना से लोग काफी हैरान और अचंभित हैं. वहीं पुलिस के लिए भी एक बड़ी चुनौती है.

बैंक अधिकारी देंगे जानकारी :हालांकि नोखा थानाधिकारी ईश्वर प्रसाद से जब एटीएम में नकदी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि फिलहाल बैंक ने इस बारे में जानकारी नहीं दी है.

 बैंक खुलने के बाद ही बैंक अधिकारियों ने इसके बारे में जानकारी देने की बात कही है. जिसके बाद ही इस बात का पता चल पाएगा कि एटीएम में घटना के दौरान कितना नकद था.

संदिग्ध गाड़ी पर नजर :घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन चला रखा है. वहीं कुछ संदिग्ध गाड़ियों को भी पुलिस ने चयनित शॉर्ट लिस्ट किया है. इन संदिग्ध गाड़ियों को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. 

थानाधिकारी ने बताया कि फिलहाल पुलिस की जांच पड़ताल जारी है और अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है.

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन की अंतरिम जमानत 24 जुलाई तक बढ़ाई


नई दिल्ली : उच्चतम न्यायालय ने प्रवर्तन निदेशालय(ईडी)द्वारा जांच किये जा रहे धन शोधन मामले में चिकित्सा आधार पर दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन को दी गई अंतरिम जमानत की अवधि 24 जुलाई तक बढ़ा दी है.

 न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति एम एम सुंदरेश की पीठ ने सत्येंद्र जैन की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी को मेडिकल रिपोर्ट अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस वी राजू को सौंपने का निर्देश दिया.

3 अस्पतालों ने की सर्जरी की सिफारिश :

संक्षिप्त सुनवाई के दौरान सीनियर एडवोकेट सिंघवी ने कहा कि तीन अस्पतालों ने सत्येंद्र जैन ने सर्जरी की सलाह दी है. शीर्ष अदालत ने 26 मई को जैन को चिकित्सा आधार पर छह सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत दी थी. उस वक्त कोर्ट ने अंतरिम जमानत देते हुए कहा था कि एक शख्स को अपने खर्च पर निजी अस्पताल में अपनी मर्जी का इलाज कराने का अधिकार है.

11 जुलाई तक मिली थी अंतरिम जमानत:

उससे पहले उच्चतम न्यायालय ने सत्येंद्र जैन को चिकित्सा आधार पर 11 जुलाई तक अंतरिम जमानत दी थी. साथ ही उनसे 10 जुलाई तक चिकित्सा रिकॉर्ड पेश करने को कहा. उसने जैन को अंतरिम जमानत की अवधि के दौरान मीडिया से बात न करने का भी निर्देश दिया था. सिंघवी ने अदालत को बताया था कि जैन का वजन 35 किलोग्राम कम हो गया है और वह रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्या से परेशान हैं। 

बता दें कि ईडी ने जैन को कथित तौर पर उनसे जुड़ी चार कंपनियों के माध्यम से धन शोधन के आरोप में पिछले साल 30 मई को गिरफ्तार किया था. एजेंसी ने जैन को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत 2017 में उनके खिलाफ दर्ज की गई सीबीआई एफआईआर के बाद गिरफ्तार किया था. 

सीबीआई द्वारा दर्ज मामले में उन्हें 6 सितंबर 2019 को ट्रायल कोर्ट द्वारा नियमित जमानत दी गई थी.

राजस्थान : 10 लाख की अफीम के साथ दो तस्कर गिरफ्तार

चित्तौड़गढ़। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो चित्तौड़गढ़ की टीम ने रविवार तड़के एक कार्रवाई को अंजाम देते हुए 10 लाख से अधिक की अफीम सहित 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही एक कार भी बरामद की गई है. नारकोटिक्स सेल चित्तौड़गढ़ के अधीक्षक डीएम काठेड के निर्देशन में उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया गया.

अधीक्षक डीएम काठेड़ ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि लाडपुरा भीलवाड़ा रोड से कुछ लोग अफीम तस्करी करने वाले हैं. सूचना पुख्ता होने के कारण तत्काल ही एक टीम गठित की गई. 

टीम ने सवाईपुर के पास एक कार को रुकवाया. चालक ने गाड़ी सहित भागने की कोशिश की, लेकिन टीम पहले से ही तैनात थी. ऐसे में उसे भागने का मौका नहीं मिला और पुलिस ने उसे दबोच लिया. कार की तलाशी लेने पर ड्राइवर के पीछे अफीम से भरी तीन थैलियां मिली, जिसका वजन 5 किलो 80 ग्राम था. पुलिस कार सहित अफीम जब्त कर ली है.

उन्होंने बताया कि चालक मांडलगढ़ भीलवाड़ा निवासी राजकुमार पुत्र लादू लाल जाट और उसके साथी विट्ठलपुरा गांव निवासी राजाराम पुत्र रामेश्वर दास बैरागी को एनडीपीएस एक्ट की धारा के अंतर्गत गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी यह अफीम कहां से लाए और कहां सप्लाई करने वाले थे, इसका पता लगाया जा रहा है. इन दिनों ब्लैक मार्केट में अफीम का भाव 2 से ढाई लाख रुपए प्रति किलो चल रहा है, ऐसे में पकड़ी गई अफीम की कीमत 10 लाख से अधिक आंकी जा रही है.

बदमाश को पकड़ने गई पुलिस पर फायरिंग, घायल हेड कांस्टेबल ने पीछे कर बदमाश को दबोचा


जयपुर. राजधानी जयपुर के बस्सी थाना इलाके में एक बदमाश ने उसे पकड़ने गई टीम पर फायरिंग कर दी. फायरिंग की इस घटना में जयपुर कमिश्नरेट की स्पेशल टीम (सीएसटी) के हेड कांस्टेबल घायल हो गए. इसके बावजूद उन्होंने बहादुरी दिखाते हुए पीछा कर बदमाश को दबोच लिया. 

बताया जा रहा है कि फायरिंग करने वाले बदमाश पर दर्जनभर से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं.बस्सी थानाधिकारी यशवंत सिंह के अनुसार जयपुर कमिश्नरेट की सीएसटी की एक टीम रविवार को बदमाशों की धरपकड़ के लिए दौसा गई थी. यहां से लौटते समय एएसआई उम्मेद सिंह और हेड कांस्टेबल नेमीचंद को आगरा-जयपुर हाईवे पर बैनाड़ा मोड़ पर बदमाश सुल्तान उर्फ बंटी दिखाई दिया. उन्होंने जैसे ही गाड़ी रोकी बदमाश सुल्तान ने 312 बोर के देशी कट्टे से पुलिस पर फायर कर दिया. गोली हेड कांस्टेबल नेमीचंद की बाजू और छाती को छूते हुए निकली. इससे वे घायल हो गए. इसके बाद बदमाश सुल्तान सड़क क्रॉस कर भागने लगा, लेकिन नेमीचंद ने पीछा कर उसे पकड़ लिया.

नेमीचंद को पहचानता था बदमाश :बताया जा रहा है कि बदमाश सुल्तान उर्फ बंटी के खिलाफ अलग-अलग थानों में करीब दो दर्जन मुकदमें दर्ज हैं. इनमें से कई मामलों में वह फरार चल रहा है. वह हेड कांस्टेबल को पहचानता था, इसलिए जैसे ही वो गाड़ी से उतरकर उसकी ओर बढ़ा बदमाश ने उन पर कट्टा तान दिया और फायर कर दिया. प्राथमिक उपचार के बाद हेड कांस्टेबल नेमीचंद अब स्वस्थ हैं. इधर घटना के बाद बस्सी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया.

महिला सहित दो साथी भागे :बस्सी थानाधिकारी यशवंत सिंह ने बताया है कि बदमाश सुल्तान के साथ एक महिला समेत दो साथी और थे, लेकिन वे मौका देखकर भाग निकले. उनकी पहचान कर पुलिस दोनों को पकड़ने में जुटी हुई है. उन्होंने बताया कि बदमाश सुल्तान को हिरासत में ले लिया गया है. उसके खिलाफ फायरिंग मामले को लेकर मुकदमा दर्ज किyया गया है.

दिल्ली के रोहणी में रोड धंसी बीच सड़क पर बन गया बड़ा गड्ढा, कोई हताहत नही


नई दिल्ली: वर्ष 2023 की पहली मानसून ने ही दिल्ली की सड़क की स्थिति की पोल खलकर रख दी।पिछले दो दिनों से हो रही बारिश ने रोहिणी सेक्टर 23-24 की रेड लाइट पर मुख्य सड़क धंस कर नीचे आ गई है. स्थिति यह हो गई कि सड़क में काफी बड़ा गड्ढा हो गया. गनीमत रही कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. 

गड्ढा इतना बड़ा है कि उसमें बड़ी गाड़ी भी समा जाए. एहतियात के तौर पर सड़क के चारो ओर बेरिकेटिंग करके बंद कर दी गई है

बता दें, यह राजधानी की मुख्य सड़कों में से एक है. यहां रोजाना बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही देखने को मिलती है. फिलहाल गड्ढे के आसपास बैरिकेडिंग करके सड़क को बंद कर दिया गया है. साथ ही यहां से गुजरने वाले लोगों को भी एहतियात के तौर पर सावधानी बरतने की अपील की जा रही है, लेकिन 2 दिन की बारिश में ही दिल्ली की व्यवस्थाएं और कामों की गुणवत्ता की पोल खुल गई है. साफ देखा जा सकता है कि सड़क किस तरह से धंस कर नीचे खिसक गई है. इस गड्ढे में किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है.

जलभराव के कारण दिल्ली पानी-पानी: दिल्ली में लगातार हो रही बरसात से पूरी दिल्ली पानी-पानी हो गई है. इसका खामियाजा दिल्लीवासियों को भुगतना पड़ रहा है. जगह जगह जलजमाव के बीच किराड़ी इलाके में भी जलभराव की स्थिति बन गई है. आलम यह है कि अब लोगों के घरों में भी पानी भर गया है, जिसके कारण स्थानीय लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. लोग ग्राउंड फ्लोर छोड़कर ऊपर रहने को मजबूर हो गए हैं. घर में खाना तक नहीं बन पा रहा है. स्थानीय लोगों ने इस स्थिति के लिए शासन और प्रशासन दोनों को जिम्मेदार ठहराया है.

हिमांचल से लेकर दिल्ली तक बारिश ने मचाई तबाही,कहीं पुल बहे तो कहीं सड़क,भूस्खलन ने ली कई जानें,आज दिल्ली में येलो अलर्ट जारी


 मानसून आगमन के साथ बारिश ने ​​​​​​उत्तर भारत के कई हिस्सों में जिस तरह तबाही मचाई वह र कपां देने बाली है। रविवार को हुई मूसलाधार बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में कई लोगों की मौत हो गई. दिल्ली में यमुना सहित देश के उत्तरी क्षेत्र में कई नदियां उफान पर हैं. कई शहरों और कस्बों में सड़कें तथा आवासीय क्षेत्र घुटनों तक पानी में डूब गए और रिकॉर्ड बारिश के चलते निकाय व्यवस्था पंगु नजर आई. 

अचानक आई बाढ़ से पर्वतीय इलाकों में सड़कें बह गईं. हिमाचल में तो बारिश की वजह से उफान पर आई नदियों ने रौद्र रूप ले लिया है. आलम ये है कि कुछ जगह पर सड़क बह तो गई तो कहीं पर पुल. 

मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2 दिनों तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना है. इसके साथ ‘पंजाब, हरियाणा, यूपी और पूर्वी राजस्थान में भी अगले दो दिनों में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है.

मौसम विभाग के मुताबिक उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के पहाड़ों में सोमवार को भी बारिश की संभावनाएं जताई गई हैं. इसके अलावा मैदानी इलाकों में बारिश की तीव्रता कम होगी. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली तथा अन्य स्थानों के लोगों द्वारा जलमग्न सड़कों पर कागज की नावों की तरह तैरते वाहन, आवासीय क्षेत्रों में गंदा पानी घुसने, उफनती नदियों और भूमि के धंसने के कारण तटों पर डूबे हुए मंदिर और अन्य संरचनाओं की तस्वीरें ऑनलाइन साझा की गईं. 

जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जबकि दिल्ली में अधिकारियों ने यमुना के बढ़ते जल स्तर को लेकर चेतावनी दी है. राष्ट्रीय राजधानी में 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई.

सामान्य जनजीवन ठप होने के कारण दिल्ली और इसके आसपास के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) शहरों गुरुग्राम और नोएडा में स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे. गाजियाबाद में बारिश के कारण दो दिन और उसके बाद ‘कांवड़ यात्रा' के कारण 17 जुलाई तक स्कूल बंद रहेंगे. 

भारी बारिश से रेलवे सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं. उत्तर रेलवे ने कहा कि लगभग 17 रेलगाड़ियां रद्द कर दी गई हैं और लगभग 12 अन्य का मार्ग बदला गया है. जलभराव के कारण चार स्थानों पर यातायात रोक दिया गया है. हिमाचल प्रदेश में 10 जिलों में अत्यधिक भारी बारिश के पूर्वानुमान को लेकर ‘रेड अलर्ट' जारी किया गया है. राज्य में भूस्खलन की तीन अलग-अलग घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई. हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य से संबद्ध सभी सरकारी और निजी स्कूलों और कॉलेजों को दो दिनों (10 और 11 जुलाई) के लिए बंद कर दिया है.

शिमला जिले के कोटगढ़ इलाके में भूस्खलन के चलते एक मकान के ढहने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई, जबकि कुल्लू और चंबा जिलों से एक-एक व्यक्ति की मौत की सूचना है.

 हिमाचल प्रदेश आपातकालीन अभियान केंद्र के अनुसार, पिछले 36 घंटों में चौदह बड़े भूस्खलन और अचानक बाढ़ की 13 घटनाओं की सूचना मिली है, जबकि 700 से अधिक सड़कें बंद कर दी गई हैं. इस बीच, उत्तराखंड में ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुलर के पास भूस्खलन के चलते एक जीप के नदी में गिरने से तीन तीर्थयात्री गंगा में डूब गए. 

राज्य आपदा मोचन बल और पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि जीप में 11 लोग सवार थे. उन्होंने बताया कि पांच लोगों को बचा लिया गया है, जबकि तीन अन्य की तलाश जारी है और बचावकर्मियों ने तीन शव बरामद कर लिए हैं.

जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों के साथ-साथ लद्दाख से भी हिमपात की खबरें हैं, जहां भारी बारिश को लेकर ‘रेड अलर्ट' जारी किया गया है. नदियों में जलस्तर के खतरे के निशान को पार करने के साथ जम्मू-कश्मीर के कठुआ और सांबा जिलों के साथ ही निचले जलग्रहण क्षेत्रों के लिए ‘रेड अलर्ट' जारी किया गया है. हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति के चंद्रताल में लगभग 200 लोग फंस गए और ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग का एक हिस्सा बह गया. अचानक बाढ़ से भूस्खलन और भू-धंसाव के कारण उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों के गांवों तक सड़क मार्ग से पहुंचना मुश्किल हो गया है. मनाली में दुकानें बहने और कुल्लू, किन्नौर तथा चंबा में नालों में उफान से वाहनों के बह जाने की भी सूचना मिली हैं.

जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई हिस्सों में रविवार को लगातार तीसरे दिन भी भारी बारिश और बेमौसम बर्फबारी होने के कारण दो सैनिकों समेत पांच लोगों की मौत हो गयी. जलाशयों के जलस्तर में वृद्धि के कारण, मौसम विभाग ने जम्मू क्षेत्र और लद्दाख के कुछ हिस्सों के लिए सोमवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि जम्मू क्षेत्र के कई निचले इलाकों के लोगों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. जम्मू कश्मीर के पुंछ में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में बहे दो सैनिकों के शव बरामद कर लिए गए हैं. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी.

ब्लैक-टी से हो जाये सावधान! ज्यादा सेवन करने से किडनी के लिए हो सकता है खतरनाक


नई दिल्ली: ब्लैक टी हमारी सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होती है. ये कहना है कई हेल्थ एक्सपर्ट्स का. 

दरअसल ब्लैक टी में मौजूद तमाम तरहों के एंटीऑक्सीडेंट हमारे दिल से लेकर डायबिटीज की समस्या तक लाभदायी होते हैं. न सिर्फ इतना, बल्कि इससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी कई गुना तक इजाफा होता है, जो कोरोना जैसी संक्रामक बीमारियां हमसे दूर रखता है. हालांकि कई लोगों का ये भी मानना है कि ब्लैक-टी का ज्यादा सेवन हमें किडनी की बीमारियों से ग्रसित कर सकता है... तो आइये इसे विस्तार से जानें...

कैफीन से खतरा...

यूं तो कैफीन हमारी किडनी के लिए लाभकारी है, क्योंकि इसमें मौजूद मूत्रवर्धक प्रभाव किडनी के लिए लाभादायी है, मगर कैफीन की अधिक मात्रा खतरनाक भी हो सकती है. दरअसल चाय और कॉफी में कैफीन प्राथमिक घटक है जो किडनी पर अच्छा और बुरा दोनों असर डालता है. शोध के मुताबिक कैफीन से ब्लड प्रेशर प्रभावित होता है. अगर हम कैफीन का ज्यादा सेवन करेंगे, तो इससे हमें ब्लड प्रेशर में वृद्धि का खतरा रहता है, जिससे किडनी की बीमारी होने का जोखिम बना रहता है. 

वहीं इसमें पाय जाने वाल ऑक्सलेट, इसे हमारी किडनी के लिए और भी ज्यादा खतरनाक बनाता है. वहीं इसमें मौजूद ऑक्सालेट कैल्शियम किडनी के भीतर क्रिस्टल बनाते हैं, जिससे हमें पथरी होने का खतरा बना रहता है. ऐसे में ब्लैक टी का अधिक सेवन हमारी किडनी के लिए हर मायने में खराब माना जाता है.

हेल्थ एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यूं तो ब्लैक-टी कई तरहों से सेहत के लिए लाभयादी है, इसमें हृदय रोग से जुड़ी पेरशानी, खासतौर पर कोलेस्ट्रॉल को कम करने और ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने जैसे कई फायदे हैं. हालांकि इसका सेवन भी कम मात्रा में होना चाहिए. इसका अधिक सेवन हमें कई प्रकार की परेशानियों में डाल सकता है. मुख्यतौर पर ब्लैक-टी की अधिकता किडनी के लिए समस्याकारक साबित हो सकती है.