बालासोर ट्रैन दुर्घटना: रेलवे के उच्चस्तरीय जांच में बालासोर ट्रेन दुर्घटना का कारण सिग्नल सिस्टम में खराबी की बात सामने आयी,

समय पर कदम उठाया जाता तो सैकड़ों जानें बच जाती

नई दिल्ली: बालासोर ट्रेन दुर्घटना का प्राथमिक कारण 'गलत सिग्नलिंग' था. उच्चस्तरीय जांच में सिग्नलिंग और दूरसंचार (एसएंडटी) विभाग के भीतर 'कई स्तरों पर चूक' को उजागर किया गया है. साथ ही ये स्वीकार किया गया है कि यदि पिछली चेतावनियों की सूचना दी गई होती, तो इस त्रासदी को रोका जा सकता था.

समय पर देते जानकारी तो न होता हादसा :रेलवे सुरक्षा आयोग (सीआरएस) ने रेलवे बोर्ड को एक स्वतंत्र रिपोर्ट सौंपी, जिसमें कहा गया कि सिग्नलिंग कार्य में कमियों के बावजूद, एसएंडटी कर्मचारी सुधारात्मक उपाय कर सकते थे यदि उन्हें बाहानागा बाजार के स्टेशन प्रबंधक द्वारा दो समानांतर पटरियों को जोड़ने वाले स्विच के 'बार-बार असामान्य व्यवहार' के बारे में सूचित किया गया होता, जहां हादसा हुआ.

इसके अतिरिक्त रिपोर्ट ने संकेत दिया कि स्टेशन के लिए अप्रूव्ड सर्किट डायग्राम न होने के परिणामस्वरूप बाहानागा बाजार स्टेशन में लेवल क्रॉसिंग गेट 94 पर इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर बदलने का गलत तरीका सामने आया. डायग्राम न होने के कारण गलत वायरिंग हुई. रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि फील्ड पर्यवेक्षकों की एक टीम ने वायरिंग डायग्राम को संशोधित करने का प्रयास किया लेकिन इसे सटीक रूप से दोहराने में विफल रही.

बांकरा नयाबाज़ स्टेशन हादसे का भी जिक्र :इसके अलावा, रिपोर्ट में 16 मई, 2022 को दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर डिवीजन के बांकरा नयाबाज़ स्टेशन पर भी इसी तरह की घटना पर प्रकाश डाला गया, जो दोषपूर्ण वायरिंग और केबल मुद्दों के कारण हुई थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि इस घटना के बाद गलत वायरिंग की समस्या को दूर करने के लिए सुधारात्मक उपाय किए गए होते तो बीएनबीआर में दुर्घटना टाली जा सकती थी.

इसलिए गलत सिग्नल मिला :निर्णायक रूप से, रिपोर्ट ने पीछे की टक्कर को दुर्घटना का जिम्मेदार ठहराया. 'सिग्नलिंग-सर्किट-परिवर्तन में चूक' जो अतीत में उत्तरी सिग्नल 'गुमटी' पर हुआ था, साथ ही स्टेशन लेवल क्रॉसिंग गेट 94 पर इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर के बदलने से संबंधित सिग्नलिंग कार्य के दौरान हुआ था.इन खामियों के परिणामस्वरूप ट्रेन संख्या 12841 को गलत सिग्नल मिला, जिससे यह अप लूप लाइन पर चली गई और अंततः वहां मौजूद माल गाड़ियों से टकरा गई.

सीआरएस ने ये दिए सुझाव :भीषण ट्रेन हादसे की जांच रिपोर्ट में रेलवे सुरक्षा आयोग ने कई सुझाव भी दिए हैं. आयोग ने साइट पर सिग्नलिंग सर्किट के पूरा होने वाले सिग्नलिंग वायरिंग डायग्राम, साथ ही अन्य प्रासंगिक दस्तावेजों और लेटरिंग को अपडेट करने के लिए एक अभियान शुरू करने का सुझाव दिया है. साथ ही कहा है कि सिग्नलिंग संशोधन कार्य करते समय मानकों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए.गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर जिले में बाहानगा बाजार के निकट दो जून को हुई दुर्घटना में 292 लोगों की मौत हो गई थी और 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.

पीपलू का शंकर मीणा हत्याकांड, वारदात में शामिल बजरी रॉयल्टी नाके के आठ कर्मचारी गिरफ्तार_

जयपुर. टोंक जिले के पीपलू इलाके में बजरी खनन को लेकर ट्रैक्टर चालक शंकर मीणा की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले की जांच के लिए बनी एसआईटी ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में एसआईटी ने बजरी रॉयल्टी नाके के आठ कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि वारदात में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में टीमों का गठन किया गया है. 

साथ ही रॉयल्टी नाकों के मालिक, मैनेजर और लीजधारकों की घटना में क्या भूमिका रही, इसे लेकर भी एसआईटी अनुसंधान कर रही है. 

डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देश पर 2 जून को इस प्रकरण की जांच पुलिस मुख्यालय क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी.

एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन ने बताया कि 27 जून की रात करीब 10:30 बजे टोंक जिले में पीपलू थाना इलाके के गाता-डोडवाडी रोड पर ट्रैक्टर चालक शंकर मीणा की हत्या कर दी गई. दो दिन धरना-प्रदर्शन के बाद 29 जून को घटनास्थल पर ही मृतक के भाई पिंटू मीणा की रिपोर्ट पर पीपलू थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच एएसपी राकेश बैरवा को सौंपी गई. मामले के खुलासे के लिए आईजी प्रफुल्ल कुमार के सुपरविजन में एसआईटी गठित की गई.

जिसमें एएसपी नेम सिंह, आशाराम चौधरी व राजेश मलिक, पुलिस निरीक्षक हनुमान सिंह, रविंद्र यादव व राम सिंह, एएसआई रामकरण और कांस्टेबल रतीराम शामिल थे. एसआईटी ने तकनीकी अनुसंधान कर आरोपियों की घटनास्थल पर मौजूदगी सुनिश्चित की. 

साथ ही एसआईटी ने मामले का खुलासा करते हुए नीमकाथाना निवासी सागरमल चौधरी, राकेश उर्फ शेरा जाट, सुरेंद्र गुर्जर, राजेंद्र उर्फ मुकेश जाट, अभिषेक कुमावत, जोबनेर निवासी महेंद्र सिंह, बानसूर निवासी मुकेश तंवर और सीकर निवासी सतवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है.

अवैध रूप से करते हैं धरपकड़ और गश्तःएडीजी दिनेश एमएन के अनुसार जांच में सामने आया है कि पकड़े गए सभी आरोपी रॉयल्टी नाकों के प्राइवेट कर्मचारी हैं, जो क्षेत्र में अवैध रूप से गश्त और धरपकड़ करते हैं. घटना के समय रॉयल्टी नाका पर बजरी के चार ट्रैक्टर आने की सूचना पर सागरमल चौधरी ने अलग-अलग रॉयल्टी नाकों से अपने कर्मचारियों को बुलाया और सभी एक बिना नंबरी बोलेरो और दो बोलेरो कैंपर लेकर गाता-डोड़वाड़ी रोड पहुंचे.

सूचना मिलने पर शंकर ने खाली कर दी बजरीः एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि 27 जून की रात करीब 10:30 बजे शंकर मीणा और एक अन्य लोग अपने ट्रैक्टर की लाइट बंद कर चल रहे थे. इस बीच शंकर के दोस्त शक्ति सिंह ने उसे कॉल कर आगाह किया कि आगे रॉयल्टी नाके के आदमी खड़े हैं. इस पर शंकर ने ट्रैक्टर से बजरी खाली कर दी और खाली ट्रैक्टर लेकर आगे बढ़ा.

लाठियों से पीट-पीटकर हत्याः 

शंकर अपना खाली ट्रैक्टर लेकर आगे बढ़ रहा था तभी साइड से रॉयल्टी नाका कार्मिकों ने शंकर के ट्रैक्टर को टक्कर मारी. इससे उसका ट्रैक्टर घूम कर सड़क के नीचे खेत में सीमेंट के पोल और कांटेदार बाड़ से टकरा कर रुक गया.

 आरोपियों ने शंकर मीणा को ट्रैक्टर से नीचे उतारा और उसकी लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी. बाद में आरोपी ट्रैक्टर को घुमा कर वापस सड़क पर लाए और घटनास्थल से दूर खड़ा कर दिया. 

इसके बाद अपने वाहन भी वहां खड़े कर दिए

राजनीतिक दबाव में प्राथमिकी दर्ज करने का आरोपःशंकर मीणा हत्याकांड में बजरी कारोबारी मेघराज सिंह सहित कई लोगों पर राजनीतिक दबाव में प्राथमिकी दर्ज करने का आरोप लगाते हुए राजपूत समाज के प्रतिनिधियों ने डीजीपी उमेश मिश्रा से मुलाकात की. उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है. समाज के लोगों ने डीजीपी को एक ज्ञापन भी सौंपा है. 

इसमें बताया गया है कि मेघराज सिंह को पीपलू थाने में दर्ज प्राथमिकी में नामजद किया गया है, जो पूरी तरह से राजनीतिक दबाव से प्रेरित है. ज्ञापन में लिखा है कि जिस तरह से सार्वजनिक मंचों से मेघराज सिंह के लिए सार्वजनिक मंच से अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था. तभी से इस बात का अंदेशा था कि उनके खिलाफ कोई साजिश हो सकती है. राजपूत समाज की ओर से दिए ज्ञापन में दावा किया गया है कि जिस जगह शंकर मीणा की अप्राकृतिक मौत का हवाला दिया गया है. वह मेघराज सिंह का खनन क्षेत्र नहीं है न ही उस जगह उनका कोई बजरी रॉयल्टी का ठेका है.

अलवर बैंक जाने की बात कहकर घर निकला लापता व्यापारी का शव मिला,क्षेत्र में सनसनी

अलवर (राजस्थान): शिवाजी पार्क थाना क्षेत्र के निवासी एक व्यापारी घर से बैंक जाने की बात कहकर घर से निकला लेकिन रात तक घर नही लौटा।दूसरे दिन उसका शव बरामद हुआ।इस घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गयी।

उस व्यापारी के परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस को दी थी. पुलिस की मानें तो व्यापारी हवाला के पैसे का काम करता था. ऐसे में प्रथम दृष्टया मामला सुसाइड का लग रहा है.

शाम को निकला, रात तक नहीं लौटा : 

एसएचओ नेकीराम ने बताया कि अलवर के शिवाजी पार्क थाना क्षेत्र के विजयनगर मैदान के पास मंगलवार सुबह कच्ची बस्ती क्षेत्र में एक व्यपारी का शव मिला है. शव की पहचान स्कीम 10 निवासी अभिषेक गोयल (40) के रूप में हुई है, जो सोमवार शाम करीब 4 बजे से लापता था. अभिषेक सोमवार शाम 4 बजे घर से बैंक जाने का कहकर निकला था, लेकिन इसके बाद वापस नहीं लौटा. रात 8 बजे तक परिजनों ने अभिषेक की तलाश की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली. इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई.

परिजनों ने की शव की शिनाख्त :

एसएचओ ने बताया कि मंगलवार सुबह विजयनगर मैदान के पास कच्ची बस्ती क्षेत्र की तरफ अभिषेक गोयल का शव पड़ा हुआ मिला. लोगों ने शव की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर राजीव गांधी सामान्य अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी दी. परिजन मौके पर पहुंचे और उन्होंने शव की पहचान की. इसके बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करावाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया.

हवाला कारोबारी होने की आशंका : 

परिजनों ने बताया कि अभिषेक ऑनलाइन टिकट बुकिंग का काम करता था. उसके दो भाई हैं, जो दिल्ली और लद्दाख में व्यापार करते हैं. अभिषेक गोयल का एक बेटा है. शुरुआती जांच पड़ताल में कई अन्य तथ्य भी सामने आ रहे हैं. पुलिस के अनुसार अभिषेक गोयल हवाला के पैसे का काम भी करता था. उस पर लोगों का पैसा बकाया चल रहा था, जिसके चलते अभिषेक परेशान रहता था. फिलहाल मौत के कारणों का भी पता नहीं चल सका है.

सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की जाति व्यवस्था के पुनर्वर्गीकरण के लिए केंद्र को निर्देश देने की मांग करने वाली याचिका याचिकाकर्ता पर लगाया जुर्माना

नई दिल्ली :उच्चतम न्यायालय ने जाति व्यवस्था के पुनर्वर्गीकरण के लिए केंद्र को निर्देश देने की मांग करने वाली याचिका मंगलवार को खारिज कर दी. मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा की पीठ ने मंगलवार को जाति व्यवस्था के पुनर्वर्गीकरण के लिए केंद्र को निर्देश देने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी. कोर्ट ने एक वकील की ओर से दायर याचिका को खारिज करते हुए याजिका कर्ता पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया.

शीर्ष अदालत ने अपने आदेश में कहा कि यह कानून की प्रक्रिया का दुरुपयोग है. इस तरह की जनहित याचिकाएं बंद होनी चाहिए. कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि संविधान के अनुच्छेद 32 का आह्वान करते हुए केंद्र को जाति व्यवस्था के पुन: वर्गीकरण के लिए एक नीति बनाने का निर्देश देने की मांग की गई है. यह जनहित याचिका अदालत की प्रक्रिया का दुरुपयोग है. हम इसे खारिज करते हैं और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन को 25,000 रुपये का भुगतान करने का निर्देश देते हैं.

याचिकाकर्ता को दो सप्ताह के भीतर भुगतान की रसीद पेश करनी होगी. शीर्ष अदालत वकील सचिन गुप्ता की जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें जाति व्यवस्था के पुन: वर्गीकरण के लिए केंद्र को निर्देश देने की मांग की गई थी. इससे पहले एक मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 14 मार्च 2023 को कहा था कि फैसले के वाद शीर्षक में किसी मामले में शामिल पक्षों की जाति का उल्लेख नहीं किया जाना चाहिए.

सरल शब्दों में, इसमें कहा गया है कि मामले में शामिल लोगों की जाति का उल्लेख केस फ़ाइल के नाम में करने की आवश्यकता नहीं है. शीर्ष अदालत की यह सलाह तब आई थी जब वह बलात्कार के दोषी की सजा कम करने के खिलाफ 'राजस्थान राज्य बनाम गौतम हरिजन' मामले की सुनवाई कर रही थी.

राज्य सरकार ने राजस्थान उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती दी थी, जिसने बलात्कार के दोषी की सजा को बरकरार रखा था, लेकिन उसकी उम्र, कारावास की अवधि और पहली बार अपराधी होने जैसे कारकों के कारण उसकी सजा कम कर दी थी. उस व्यक्ति को ट्रायल कोर्ट ने यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO), 2012 अधिनियम की धाराओं के तहत दोषी ठहराया था.

दिल्ली में पावर पॉलिटिक्स का खेल जारी,उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने केजरीवाल सरकार में काम कर रहे 400 विशेषज्ञों को नौकरी से हटाया


दिल्ली में पावर पॉलिटिक्स का गेम जारी है। खबर यह आ रही है कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने तत्काल प्रभाव से केजरीवाल सरकार में काम कर रहे 400 विशेषज्ञ को नौकरी से हटा दिया है। 

बयान में कहा गया है कि इन लोगों की तैनाती में आरक्षण नीति के साथ पारदर्शिता का पालन नहीं किया गया था, जिस वजह से इन सबको सेवा से टर्मिनेट कर दिया गया है। ये लोग दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों, कॉरपोरेशन, बोर्ड और पीएसयू में बतौर ‘विशेषज्ञ’ नियुक्त थे।

उपराज्यपाल का आरोप इनके नियुक्ति में आरक्षण पॉलिसी का नहीं हुआ पालन

इस संबंध में उपराज्यपाल के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इन ‘विशेषज्ञों’ की नियुक्तियों में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आरक्षण नीति का पालन नहीं किया गया था। सेवा से हटाए गए ये लोग दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों और एजेंसियों में फेलो, सहायक फेलो, सलाहकार, उप सलाहकार, विशेषज्ञ, सीनियर रिसर्च अधिकारी और कंसल्टेंट पदों पर नियुक्त थे।

खुशखबरी:अब इंटरनेट का 6G वर्ज़न का भारत में हो रहा है आगमन,टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 3 जुलाई को इसको लेकर एक नया एलाइंस की शुरुआत की


अभी कुछ लोग 5G तो अधिकतर 4 G इंटरनेट नेटवर्क का उपयोग कर रहे हैं।आज इंटरनेट सोशल मीडिया के युग में जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है। इसी बीच भारत में 6G का आगमन हो चुका है।अब नेटवर्क इतना फ़ास्ट हो जाएगा कि लोगों की व्यस्तता और बढ़ जाएगी।

 6G के नेटवर्क को लेकर शुरू हो गयी तैयारी

5G लॉन्च करने के बाद सिक्स जी की ओर कदम बढ़ाया गया है। भारत में अब 6G लाने की तैयारी तेज हो गई है। जल्द ही आप इस सुपरफास्ट टेक्नोलॉजी का मजा ले पाएंगे। 3 जुलाई को टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 6G को लेकर नया एलायंस की शुरुवात की। ये एलायंस भारत में नई टेलीकॉम तकनीक और सिक्स जी के विकास के लिए काम करेगा।

6G: में है कई एक्सट्रा फीचर

सिक्स जी एक वायरलेस टेक्नोलॉजी है जो 5G से बहुत बेहतर होने वाली है। जो काम 5G नही कर पाया वो काम सिक्स जी करेगा। इसमें आपको नेटवर्क बहुत अच्छा मिलेगा। इसके साथ साथ Security भी 5G से ज्यादा अच्छी मिलेगी। नेक्स्ट जेनरेशन कि इस तकनीक को लाने के लिए भारत समय रहते तैयारी करना चाहता है। ताकि दूसरे देशों में आने वाली तकनीक पर निर्भरता को कम किया जा सके। साथ ही वह नए तकनीक के निर्यात में भी अहम भूमिका अदा करना चाहता है।

6G को आगे बढ़ाया:

सिक्स जी एलायंस सार्वजनिक सेक्टर, प्राइवेट सेक्टर और अन्य विभाग का गठजोड़ है। इसमें सभी सिक्स जी को आगे बढ़ाने के लिए अपना योगदान देंगे। साथ ही नए आइडिया के साथ इसे से बेहतर बनाया जाएगा। इसमें National Research Institute एंड साइंस ऑर्गेनाइजेशन का विकास होगा।

6G डॉक्यूमेंट पेश किए गए

इसी साल मार्च में पीएम मोदी ने सिक्स जी Vision डॉक्यूमेंट पेश किया था । इसके साथ ही सिक्स जी टेस्ट आज का भी ऐलान किया गया था। दरअसल टेस्ट मैच में किसी भी टेक्नोलॉजी को लॉन्च से पहले टैस्ट किया जाता है। ये एक तरह का ट्रायल होता है जो लोन से काफी पहले किया जाता है।

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने शुरू कर दी कावड़ियों के सुविधा के लिए तैयारी,कहा दिल्ली में नही होगी कोई दिक्कत,प्रशासन सहयोग के लिए है तैयार


 नई दिल्ली:- कांवर यात्रा को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा का ख्याल रखकर आसपास के राज्यों से राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने वाले श्रद्धालु के लिए दिल्ली यातायात पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है। बहुत सारे लोग

 गंगोत्री धाम और हरिद्वार तक दिल्ली होते हुए जाते हैं साथ हीं दिल्ली के लोग भी कावड़ लेकर जाते हैं.जिसके सुविधा के लिए दिल्ली यातायात पुलिस ने व्यापक व्यवस्था की है और सूचित किया है कि कुछ क्षेत्रों से यातायात भीड़ की आशंका होगी।

 हर साल, श्रावण के हिंदू चंद्र माह के दौरान, भक्त श्रावण शिवरात्रि पर शिव मंदिरों में पवित्र गंगा जल चढ़ाने के लिए गौमुख, गंगोत्री धाम और हरिद्वार से पैदल यात्रा करते हैं।

 4 जुलाई को शुरू होने की उम्मीद है, इसका समापन 15 जुलाई को होगा। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा, कई कांवरिए दिल्ली पहुंचते हैं और उनमें से कुछ दिल्ली सीमाओं के माध्यम से हरियाणा और राजस्थान जाते हैं। इस वर्ष अपेक्षित संख्या लगभग 15-20 लाख है।

 “हमने कांवरियों और अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं की आवाजाही को अलग करने और जनता और भक्तों को असुविधा कम करने के लिए विस्तृत व्यवस्था की है।  

पुलिस ने कहा, श्रद्धालुओं और सड़क उपयोगकर्ताओं को यातायात नियमों का पालन करने और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे आज नई दिल्ली ,पीएम मोदी से की मुलाकात


 दिसम्बर में देहरादून में आयोजित होने वाले "वैश्विक निवेशक सम्मेलन-2023" में मुख्य अतिथि के रूप में किया आमंत्रित

नई दिल्ली: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नई दिल्ली में आज पीएम नरेन्द्र मोदी से भेंट कर उत्तराखंड के विकास में प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंंड ईज ऑफ डुईंग बिजनेस, निवेश प्रोत्साहन और स्टार्टअप क्षेत्र में निरंतर विकास कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय निवेशकों को राज्य में आकर्षित करने के उद्देश्य से दिसम्बर 2023 के द्वितीय सप्ताह में देहरादून में "वैश्विक निवेशक सम्मेलन-2023" आयोजित किया जाना प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि आमन्त्रित करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में निवेशक सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न होगा।

सीएम धामी ने किच्छा खटीमा रेल स्टेशन प्रोजेक्ट के लिए केंद्र से मांगा राशि

किच्छा खटीमा रेलवे स्टेशन प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 1546 करोड़ है। मुख्यमंत्री ने राज्य की वित्तीय स्थिति को देखते हुये उन्होंने सम्पूर्ण लागत केन्द्र सरकार द्वारा वहन किये जाने का अनुरोध किया।

देहरादून रेलवे स्टेशन को दूसरे जगह शिफ्ट करने के लिए स्वीकृति मांगा

मुख्यमंत्री ने देहरादून के मुख्य रेलवे स्टेशन को हर्रावाला शिफ्ट किया जाने एवं ऋषिकेश के अन्तर्गत पुराने रेलवे स्टेशन की भूमि राज्य सरकार को हस्तान्तरित किये जाने का प्रस्ताव को स्वीकृत करने का भी अनुरोध किया। 

इस अवसर पर दिल्ली में पत्रकारों से महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर सीएम धामी ने दी प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के लिए जो कार्य कर रहे हैं, उसे देखते हुए सभी चाहते हैं कि वे भाजपा के साथ जुड़ें। प्रधानमंत्री ने जो कार्यक्रम बनाए हैं, उनमें योगदान दें। देश के विकास में अपना योगदान दें। यही कारण है कि जहां भाजपा सत्ता में नहीं आती थी, अब सत्ता में आ रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में भी यही हुआ है। दल भाजपा के साथ आना चाहते हैं। अन्य राज्यों में भी यही स्थिति है। समान नागरिक संहिता पर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की भी यही अपेक्षा थी कि अन्य राज्यों में भी इसे लागू किया जाए।

अब अन्य राज्यों में भी इस पर काम शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो भी कार्य किए हैं, वे नारी सशक्तीकरण के लिए हैं। समान नागरिक संहिता में भी इस पर काम हो रहा है। आज आम जनमानस भी इस पर चर्चा कर रहा है। समान नागरिक संहिता की देशभर में चर्चा हो रही है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। यह ड्राफ्ट बनाने के लिए गठित विशेषज्ञ समिति ने सभी से सुझाव लिए हैं। समिति को 2.35 लाख सुझाव मिले हैं। संहिता का प्रारूप तय करने के लिए धार्मिक व सामाजिक संगठन, राजनीतिक दल, बुद्धिजीवी वर्ग से राय ली गई है।

उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने एक आईआईटी के दीक्षांत समारोह में कहा-अब देश में समान नागरिक संहिता लागू करने का समय आ गया है


नई दिल्ली: देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गुवाहाटी के 25 वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लागू करने का अब सही समय आ गया है। 

उपराष्ट्रपति ने कहा, 'संविधान के संस्थापकों जिस यूसीसी की परिकल्पना की थी, उसे लागू करने का अब सही समय आ गया है।' उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 44 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि देश अपने नागरिकों के लिए यूसीसी को सुरक्षित करने का प्रयास करेगा।'

ये संविधान के संस्थापकों के विचारों की प्रक्रिया थी। अब यूसीसी के क्रियान्वयन का समय आ गया है। और इसमें कोई बाधा या अधिक देरी नहीं हो सकती।

बता दें कि उपराष्ट्रपति एक दिवसीय असम दौरे पर हैं। उन्होंने मंगलवार को आईआईटी गुवाहाटी के 25वें दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया। असम दौरे पर उपराष्ट्रपति पत्नी भी उनके साथ हैं। लोकप्रियो गोपीनाथ बोरदोलोई एयरपोर्ट पहुंचने पर राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दोनों का स्वागत किया।

कोल्डड्रिंक में नशीली पदार्थ मिलाकर एक नाबालिग लड़की के साथ एक युवक ने किया दुष्कर्म,शिकायत पर आरोपी गिरफ्तार,

दिल्ली: एक 16 वर्ष की लड़की के साथ 22 वर्षीय सलमान नामक युवक द्वारा कथित दुष्कर्म का मामले में उक्त युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

प्राप्त सूचनानुसार डीसीपी आउटर हरेंद्र सिंह के अनुसार आरोपी को , "पीएस मुंडका में आईपीसी रेप और पॉक्सो एक्ट की धारा के तहत 1 जुलाई को मामला दर्ज कर लिया गया है। 

सीआरपीसी की धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता का बयान दर्ज किया गया। और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।"

 घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि सलमान नामक 22 वर्षीय युवक ने उस 16 वर्षीय लड़की के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया। शिकायतकर्ता आरोपियों को जानती थी, क्योंकि वे दोनों एक खिलौना फैक्ट्री में काम करते हैं। 29 जून को, वह उसे गुरुग्राम में अपने भाई के घर ले गया और उसे कोल्ड ड्रिंक दी, जिसके बाद वह बेहोश हो गई और जब उठी तो उसके शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। 

 उसने उसे यह बात किसी को न बताने की धमकी भी दी... उसने उसके साथ 2-3 बार ऐसा किया और उसे ब्लैकमेल किया।