अमेरिकी सांसदों की राष्ट्रपति बाइडेन से अपील, पत्र लिखकर कहा-पीएम मोदी का स्वागत करें लेकिन, भारत में धार्मिक स्वतंत्रता जैसे मुद्दों पर भी बात
#pm_modi_america_visit_75_us_senators_wrote_letter_to_joe_biden
22 जून को दूसरी बार भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र में संबोधन होना है। साल 2016 के बाद पीएम मोदी दूसरी बार इसे संबोधित करेंगे। पहले 75 यूएस सांसदों और कांग्रेस प्रतिनिधियों ने राष्ट्रपति बाइडेन को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने अपनी चिंताओं को सामने रखा है। उनका कहना है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राज्य यात्रा के दौरान स्वागत किया जाए, लेकिन साथ ही भारत के साथ मौजूदा चिंताओं पर भी चर्चा की जाए।
दरअसल अमेरिका में भारतवंशी सांसद प्रमिला जयपाल समेत 75 अन्य सांसदों के साइन वाले पत्र में कहा गया है कि हम लोग लंबे समय से भारत-अमेरिका के मजबूत संबंधों के समर्थक रहे हैं। हम यह भी मानते हैं कि दोस्तों के बीच अगर किसी बात को लेकर मतभेद हैं तो उस पर ईमानदार और स्पष्ट तरीके से उन्हें चर्चा करनी चाहिए। इस पत्र में कहा गया है कि, इसलिए हम सम्मानपूर्वक अनुरोध करते हैं कि भारत और अमेरिका के बीच साझा हितों के कई क्षेत्रों के अलावा आप सीधे प्रधानमंत्री मोदी के साथ चिंता के मुद्दों को भी उठाएं।
इन मुद्दों पर बातचीत की मांग
इस लेटर में भारत में धार्मिक असहिष्णुता के बढ़ने, नागरिक, संगठनों और पत्रकारों को निशाना बनाने, साथ ही मीडिया की स्वतंत्रता और इंटरनेट पर बढ़ते प्रतिबंधों के बारे में खबरों का उल्लेख किया गया है और विदेश विभाग की भारत में मानवाधिकार को लेकर 2022 की देश आधारित रिपोर्ट का भी जिक्र किया गया है।इस पत्र में अमेरिकी विदेश विभाग और नागरिक समाज संगठनों की रिपोर्टों का हवाला दिया गया है।
अमेरिकी संसद के 14 फीसद सांसदों ने पत्र पर हस्ताक्षर किया
मंगलवार दोपहर को यह पत्र जारी किया है। सीनेटर क्रिस वैन होलेन (जिन्होंने इस महीने की शुरुआत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लिए एक निजी रात्रिभोज में भाग लिया था और भारत के वर्तमान राजनीतिक प्रक्षेपवक्र के आलोचक रहे हैं) और कांग्रेस महिला प्रमिला जयपाल (कांग्रेस के प्रगतिशील कॉकस के भारतीय मूल के प्रमुख) ने पहल का नेतृत्व किया। पत्र पर बर्नी सैंडर्स, एलिजाबेथ वारेन और टिम कैन सहित 18 सीनेटरों और प्रतिनिधि सभा के 57 सदस्यों ने हस्ताक्षर किए हैं। जयपाल पांच प्रतिनिधियों में से एकमात्र भारतीय-अमेरिकी हैं, जिन्होंने पत्र पर हस्ताक्षर किया है। अमेरिकी संसद के दोनों सदनों सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में कुल 535 सांसद हैं यानी अमेरिकी संसद के 14 फीसद सांसदों ने पत्र पर हस्ताक्षर किया है।
Jun 21 2023, 15:56