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Jun 20 2023, 16:20

विवादित फिल्म आदिपुरुष को लेकर हरिद्वार के संत उग्र, बैठक के बाद दी चेतावनी, कहा- ‘फिल्म पर रोक नहीं लगी तो हरकी पैड़ी पर देंगे धरना’


हरिद्वार के संत समाज ने फिल्म आदिपुरुष के प्रसारण पर रोक नहीं लगने पर हरकी पैड़ी पर धरना देकर आंदोलन की चेतावनी दी है। श्री गरीबदासीय आश्रम में संत समाज की बैठक के दौरान महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि आदिपुरुष में सनातन हिंदू संस्कृति पर जिस प्रकार कुठाराघात किया गया है। वह सहन करने योग्य नहीं है।

स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन पर आधारित फिल्म आदिपुरुष में निर्माता निर्देशक ने तमाम मर्यादाओं का उल्लंघन करते हुए भावनाओं को आहत करने का काम किया है। फिल्म में सी ग्रेड के संवाद रखकर हिंदू धर्म का उपहास उड़ाया गया है।

स्वामी अमृतानंद ने कहा कि श्रीराम व माता सीता करोड़ों हिंदुओं के आराध्य हैं। बैठक में महंत गंगादास, महंत सूरजदास, महंत श्याम प्रकाश, स्वामी ज्ञानानंद, स्वामी अमृतानंद, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी लाल बाबा, स्वामी अनंतानंद, महंत परमेश्वर मुनि, स्वामी कृष्णानंद, महंत विष्णुदास, महंत रघुवीर दास आदि मौजूद रहे।

हरिद्वार जिले में आदिपुरुष के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग

वहीं अखिल भारतीय सनातन परिषद ने हरिद्वार जिले में फिल्म आदिपुरुष के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की है। एक प्रतिनिधिमंडल ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा है। इससे पूर्व निरंजनी अखाड़ा स्थित परिषद के केंद्रीय कार्यालय में साधु-संतों की बैठक में भी फिल्म की निंदा करते हुए रोक लगाने की मांग की गई। उग्र विरोध की चेतावनी भी दी गई।

बैठक के बाद अखिल भारतीय सनातन परिषद युवा के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देने कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। परिषद के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता महामंडलेश्वर स्वामी महेशानंद गिरि ने कहा कि आदिपुरुष तीर्थनगरी हरिद्वार की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली फिल्म है। इसलिए पूरे हरिद्वार जनपद में इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाया जाए।

उग्र विरोध करेंगे

परिषद के संरक्षक महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि ने कहा कि फिल्म में भगवान श्रीराम, श्री हनुमान, श्री लक्ष्मण और माता सीता के किरदारों को गलत ढंग से दर्शाया गया है। रामानंद सागर के महाभारत सीरियल में हमारे आराध्यों को बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया था, लेकिन आदिपुरुष फिल्म में ऐसे दृश्य फिल्माए गए तो भारतीय संस्कृति के साथ ही करोड़ों हिंदुओं को आस्था पर कुठाराघात है। राष्ट्रीय प्रचार सचिव स्वामी सतीश वन ने कहा कि सेंसर बोर्ड को भी ऐसी फिल्मों की अनुमति नहीं देनी चाहिए।

चेतावनी देते हुए कहा कि अविलम्ब हरिद्वार जनपद के सभी मॉल और सिनेमाघरों से आदिपुरुष फिल्म हटवाई जाए, नहीं तो अखिल भारतीय सनातन परिषद से जुड़े कार्यकर्ता इसका उग्र विरोध करेंगे। युवा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने कहा कि सेंसर बोर्ड को तत्काल प्रभाव से आदिपुरुष पर बैन लगाना चाहिए।

बैठक में महामंत्री पुरुषोत्तम शर्मा, उत्तराखंड प्रांत के महामंत्री सुधांशु वत्स, भोला शर्मा, मनोज मंत्री, सोनू गुर्जर, लोकेश चौधरी, अरुण चौहान, अभिजीत सिंह चौहान, सुमित कश्यप, अंकुश चौधरी, आदि उपस्थित रहे।

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Jun 20 2023, 16:19

पशुधन विधेयक लाने की तैयारी में मोदी सरकार, जिंदा पशुओं के आयात और निर्यात के मसौदे का विरोध शुरू

#govt_s_draft_livestock_bill

केंद्र सरकार के पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने पशु आयात और निर्यात विधेयक का मसौदा तैयार किया है। इसे जल्द कैबिनेट में लाने की तैयारी है।मसौदा विधेयक के अनुसार, नए प्रस्तावित कानून का उद्देश्य पशुधन और पशुधन उत्पादों के आयात के नियमन के साथ-साथ पशुधन और पशुधन उत्पादों के निर्यात के प्रचार और विकास के लिए उपाय तैयार करना है।

पशुपालन और डेयरी विभाग ने पशुधन और पशुधन उत्पाद (आयात और निर्यात) विधेयक, 2023 को 7 जून को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया। इसमें 10 दिनों के भीतर सुझाव और टिप्पणियां मांगी गईं थी।

पशुधन विधेयक 2023 का समाज के विभिन्न वर्गों से लोग विरोध कर रहे। पशु अधिकार कार्यकर्ता, दक्षिणपंथी समूह और जैन धार्मिक नेता केंद्र के पशुधन विधेयक के मसौदे को लेकर विरोध में हैं। लोग पशुपालन विभाग द्वारा जिंदा पशुओं को भारत से निर्यात करने के लिए विधेयक पर विरोध जता रहे हैं। उनकी मांग है कि सरकार इसे वापस ले।

बॉलीबुड अभिनेत्री ज़ीनत अमान से लेकर सुनील गावस्कर तक, कई हस्तियां, राजनेता, पशु अधिकार कार्यकर्ता और धार्मिक नेता बिल का खुलकर विरोध कर रहे हैं।ट्वीट्स की बाढ़ के अलावा, कई मशहूर हस्तियों के वीडियो माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर व्यापक रूप से साझा किए गए थे, जिसमें वे ड्राफ्ट बिल पर टिप्पणी कर रहे थे और अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे थे।

एक वीडियो में, पूर्व भारतीय टीम के क्रिकेटर कपिल देव को लोगों से बिल का विरोध करने की अपील करते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने कहा है कि वह बिल की बारीकियों से अनजान हैं, लेकिन उनका मानना है कि इस तरह का बिल पास नहीं होना चाहिए।

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Jun 20 2023, 15:23

पटना में विपक्ष की बैठक से पहले केजरीवाल का बड़ा दावा, कहा-पहला एजेंडा अध्यादेश होगा

#kejriwal_big_statement_delhi_ordinance_first_agenda_of_opposition_meeting

बिहार की राजनधानी पटना में 23 जून को विपक्षी दोलों की बड़ी बैठक होने वाली है। यह बैठक 2024 लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की एक कवायद है। इस बैठक के मुद्दों को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा बयान दिया है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि 23 जून को पटना में जो विपक्ष की मीटिंग होने वाली है उसमें पहला एजेंडा दिल्ली के लिए लाया गया अध्यादेश होगा।

केजरीवाल ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कहा कि वह 23 जून को जब बैठक में जाएंगे तो सबसे पहले किस मुद्दे को उठाएंगे।केजरीवाल ने पत्रकारों से कहा कि मुझे उम्मीद है कि 23 जून को जो बैठक होने वाली है उसमें सभी पार्टियां कांग्रेस से कहेंगी कि वे दिल्ली को लेकर केंद्र द्वारा जो अध्यादेश लाया गया है उस पर अपना रुख स्पष्ट करे।मुख्यमंत्री आगे बोले मुझे लगता है कि इस बैठक का सबसे पहला एजेंडा केंद्र का अध्यादेश होगा जिसने दिल्ली में लोकतंत्र खत्म कर दिया है।उन्होंने कहा कि वह मीटिंग में संविधान की एक कॉपी लेकर जाएंगे, और सभी को समझाएंगे कि दिल्ली आधा राज्य है, इसलिए ये ना समझें कि अन्य राज्यों के लिए अध्यादेश नहीं आएगा। ये अध्यादेश तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पंजाब में कहीं भी आ सकता है।

बता दें कि दिल्ली में अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग मामले पर केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया था। अध्यादेश के जरिए सेवा विभाग से संबंधित मसलों पर अहम फैसला लेने के लिए केंद्र ने एनसीसीएसए का गठन किया था। अध्यादेश के जरिए गठित एनसीसीएसए की आज मुख्यमंत्री केजरीवाल की अध्यक्षता में पहली बैठक हुई। इसके बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा 23 जून को पटना में जो विपक्ष की मीटिंग होने वाली है उसमें पहला एजेंडा दिल्ली के लिए लाया गया अध्यादेश होगा।

एनसीसीएसए की पहली मीटिंग के बाद केजरीवाल ने कहा कि इस अध्यदेश को समझना होगा। तीन बार दिल्ली में चुनाव हारने के बाद भी इन्होंने ऐसे-ऐसे नियम बना दिए कि चुनी हुई सरकार की नहीं चलेगी, अधिकरियों के चलेगी और अधिकरी केंद्र सरकार के अधीन हैं। इस कमेटी में भी मुख्यमंत्री के ऊपर दो अधिकरी को बिठा दिया। ये पूरी दुनिया में पहली बार हो रहा है। सरकार ऐसे कैसे चलेगी। मंत्री कोई फैसला लेगा और अधिकरी उसे मना कर देगा। कैबिनेट जो भी निर्णय लेगी उसे चीफ सेक्रेटरी तय करेगा कि वो सही नहीं है।

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Jun 20 2023, 14:28

*'आदिपुरुष' को लेकर नेपाल में भी बवाल, काठमांडू में सभी हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध, नेपाल सरकार ने मेयर को लगाई फटकार*

#film_adipurush_banned_in_kathmandu_all_hindi_films_also_banned

फिल्म ‘आदिपुरुष’ का सिर्फ भारत में ही बल्कि नेपाल में भी रिलीज के बाद से विरोध हो रहा है। नेपाल में प्रभास और कृति सैनन स्टारर फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।वहीं काठमांडू के मेयर ने विवादित फिल्म 'आदिपुरुष' के बहाने सभी हिन्दी फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक लगाने का तुगलकी फरमान जारी कर दिया। फिल्म 'आदिपुरुष' में 'आपत्तिजनक' शब्दों और सीता के चित्रण को लेकर सोमवार से नेपाल की राजधानी काठमांडू में सभी हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया। 

काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह ने काठमांडू महानगरीय क्षेत्र (केएमसी) में सभी हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध लगाए जाने संबंधी फैसले को लेकर फेसबुक पोस्ट में कहा, 'सोमवार, 19 जून से काठमांडू महानगरीय क्षेत्र में सभी हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक लगा दी जाएगी, क्योंकि फिल्म 'आदिपुरुष' के संवाद में आपत्तिजनक शब्द अभी तक नहीं हटाए गए हैं।' उन्होंने कहा, 'हमने तीन दिन पहले फिल्म से 'सीता माता भारत की बेटी हैं' वाले संवाद के आपत्तिजनक हिस्से को तीन दिन के भीतर हटाने के लिए पहले ही नोटिस जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि यदि फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति दी जाती है तो 'हमारी राष्ट्रीयता, सांस्कृतिक एकता को अपूरणीय क्षति' होगी। शाह राजधानी शहर के सभी 17 सिनेमाघरों में वर्तमान में दिखाई जा रही सभी हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन को रोकने के लिए प्रतिबद्ध दिखे। 

मेयर बालेंद्र के इस फरमान पर नेपाल सरकार की तरफ से सूचना तथा संचार मंत्रालय ने अपनी गम्भीर आपत्ति दर्ज की है। मंत्रालय के तरफ से बयान जारी कर आदिपुरुष सहित सभी फिल्मों के प्रदर्शन पर किसी प्रकार का रोक लगाए जाने को गैर कानूनी बताया गया है। बयान में कहा गया है कि आदिपुरुष के जिस डायलॉग पर लोगों को आपत्ति थी उसे म्यूट कर सिनेमाघरों म़ें चलाने की अनुमति दी गई थी। बावजूद इसके कुछ लोगों द्वारा इसका विरोध किया जाना ठीक नहीं है। नेपाल के सेंसर बोर्ड की तरफ से भारत शब्द को हटा कर प्रसारण का प्रमाण पत्र देने के बाद इसका विरोध करना उचित नहीं है।

इधर, नेपाल में फिल्म पर प्रतिबंध लगने के बाद ‘आदिपुरुष’ के मेकर्स ने काठमांडू के मेयर से माफी मांगी है। माफी मांगते हुए, मेकर्स ने नेपाल की राजधानी में हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध हटाने का अनुरोध किया और कहा कि सीता ‘भारत की बेटी’ थीं, इस गलती को सुधार लिया गया है। नेपाल में हिंदी ‘आदिपुरुष’ और अन्य हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध को देखते हुए मेकर्स ने एक माफीनामा लिखा है। इसमें लिखा है, अगर हमने किसी भी तरह से नेपाल के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है तो हम सबसे पहले माफी मांगते हैं।ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया था।

दरअसल, ‘आदिपुरुष’ में देवी सीता को भारत की बेटी बताया गया था, जिससे नेपाल के लोग नाराज थे। सीता के जन्म को सदियों से विवाद है। भारतीयों का कहना है कि सीता का जन्म बिहार के सीतामढ़ी में हुआ था, जबकि नेपाल दावा करता है कि नेपाल के जनकपुर में सीता का जन्म हुआ था। इसलिए नेपाल ने सीता को भारत की बेटी बताना पर आपत्ति जताई थी और ‘आदिपुरुष’ समेत हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध लगाया था।

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Jun 20 2023, 13:45

पश्चिम बंगाल सरकार को सुप्रीम कोर्ट से झटका, पंचायत चुनाव में सेंट्रल फोर्स की तैनाती का हाईकोर्ट का आदेश बरकरार

#west_bengal_panchayat_election_central_forces_deployment_supreme_court_decision 

पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में केंद्रीय बलों की तैनाती के संबंध में कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। शीर्ष अदालत ने राज्य चुनाव आयोग की याचिका खारिज करते हुए हाईकोर्ट के आदेश में हस्तक्षेप से इनकार कर दिया। इसे ममता बनर्जी सरकार के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।दरअसल पश्चिम बंगाल में आगामी पंचायत चुनावों के मद्देनजर कलकत्ता हाईकोर्ट ने 48 घंटे के भीतर हर जिले में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती का आदेश दिया था। इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। इस पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।

पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में केंद्रीय बल की तैनाती के खिलाफ राज्य सरकार और बंगाल चुनाव आयोग की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा है कि चुनाव प्रबंधन हिंसा का लाइसेंस नहीं देता है। न्यायमूर्ति नागरत्न ने कहा कि चुनाव कराने से हिंसा में लिप्त होने का लाइसेंस नहीं मिल जाता है। निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव और लोकतंत्र की विशेषताएं है। हिंसा के माहौल में चुनाव नहीं हो सकते हैं। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की याचिका खारिज कर दी और इसके साथ ही केंद्रीय वाहिनी तैनाती की हाईकोर्ट के फैसले को बहाल रखा है।

नागरत्ना ने कहा कि हाईकोर्ट ने ये आदेश इसलिए दिया क्योंकि 2013, 2018 मे हुई हिंसा का पुराना इतिहास रहा है। जस्टिस नागरत्ना ने कहा कि हिंसा के माहौल मे चुनाव नहीं कराया जा सकता। चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र होना चाहिए। जस्टिस नागरत्ना ने कहा कि अगर लोगों को इस बात की भी आजादी नहीं है कि वो नामंकन पत्र दाखिल कर पाए, उनकी हत्या हो रही है तो फिर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की बात का सवाल ही नहीं उठता। हाईकोर्ट ने हिंसा की ऐसी तमाम घटनाओं के मद्देनजर ही ऐसा आदेश दिया होगा।

जस्टिस नागरत्न ने कहा, आपने पांच राज्यों से पुलिस मांगी है और हाईकोर्ट ने केंद्रीय बलों को तैनात करने को कहा है। खर्चा केंद्र वहन करेगा। आपकी कठिनाइयां कहां हैं? इसके अलावा अगर केंद्रीय बल चुनाव में कानून-व्यवस्था के सवाल पर उलझे हैं तो इसमें दिक्कत कहां है?

इस पर पश्चिम बंगाल सरकार के वकील ने कहा कि ऐसा नहीं है, हमने पुलिस फोर्स का इंतजाम कर लिया है।राज्य सरकार के वकील ने कहा कि 8 जुलाई को चुनाव होना है। आज (20 जून) नाम वापस लेने की आखिरी तारीख है, 189 सेंसिटिव बूथ हैं। हम सुरक्षा को लेकर पूरी तैयार हैं।इसके साथ जस्टिस ने राज्य चुनाव आयोग की याचिका को खारिज कर दिया। इससे हाईकोर्ट का सभी केंद्रों पर केंद्रीय वाहिनी की तैनाती का फैसला बहाल रहा।

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Jun 20 2023, 13:35

जब आंखों का स्कैन कर के बीमारियों का पता लगाएंगे डॉक्टर, सुंदर पिचाई का दावा-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से हेल्थकेयर में होने जा रही है क्रांति*
#eye_scan_to_predict_heart_disease_sundar_pichai_explained * दुनिया तेजी से बदल रही है। खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भी इंसान ने काफी तरक्की कर ली है। इस बीच गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उन्होंने बताया कि आने वाले समय में ऐसी डिवाइसेस डेवलप की जाएंगी जो केवल आंख का स्कैन करके शरीर की हर बीमारी का पता लगा लिया करेंगी। इसका मतलब यह है कि आने वाले वक्त में सीटी स्कैन्स, एमआरआई और एक्स-रे को छोड़कर डॉक्टर्स आंखों का स्कैन कर के बीमारियों का पता लगा पाएंगे। दरअसल, ट्विटर पर सुंदर पिचाई का एक पुराना वीडियो वायरल है। वीडियो 2018 के गूगल आईओ इवेंट का है। यह वीडियो पूर्व नेवी ऑफिसर और राइटर हरिंदर एस सिक्का ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, “एक्स-रे, सीटी स्कैन और एमआरआई को गुड बाय। दिल की बीमारियों का पता आंख को स्कैन करके लगाया जा सकेगा। डॉक्टरों को अब शरीर के अंदर का क्लियर व्यू मिल सकेगा : सुंदर पिचाई। इस वीडियो में सुंदर पिचाई बता रहे हैं एआई दुनिया के कई क्षेत्रों में व्यापक परिवर्तन ला सकता है। उन्होंने विशेष रूप से हेल्थकेयर को उदाहरण दिया है, जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पूरी तरह से परिवर्तन का कारक बन सकती है। वीडियो में सुंदर पिचाई कह रहे हैं, बीते साल हमने डायबेटिक रेटिनॉपैथी पर अपना काम अनाउंस किया। इसकी वजह से लोगों में ब्लाइंडनेस होती है। हमने डीप लर्निंग का इस्तेमाल करके ऐसा सिस्टम डेवलप किया जिससे डॉक्टर सही समय पर इसका पता लगा सकते हैं। तब से ही हम भारत के अस्पतालों में इसका फील्ड ट्रायल कर रहे हैं। फील्ड ट्रायल सही जा रहे हैं। जिन इलाकों में ट्रेन्ड डॉक्टर्स की कमी है, वहां पर हमारी टेक्नोलॉजी काम आ रही है। वीडियो में पिचाई बता रहे हैं कि फील्ड स्टडी में ये भी सामने आया कि हमारा एआई सिस्टम डायबेटिक रेटिनॉपैथी के अलावा दूसरी चीज़ों पर भी इनसाइट दे रहा था। उसी आंख के स्कैन से ये भी पता लगाया जा सकता है कि व्यक्ति की उम्र कितनी है, बायोलॉजिकल सेक्स क्या है, वो स्मोकिंग तो नहीं करता, उसका बीएमआई आदि पता लगाया जा सकता है। इसके साथ ही स्कैन ये भी बता सकता है कि अगले पांच साल में हार्ट अटैक की आशंका कितनी है। हेल्थ टेक में गूगल के AI की शुरुआत तब हुई जब गूगल और अरविंद आई हॉस्पिटल की टीम ने साथ मिलकर एक ऑटोमेटेड टूल तैयार किया। इस टूल पर डायबिटिक रेटिनोपैथी को डिटेक्ट करने के लिए काम किया जा रहा था। उन्होंने ऐसी अल्गोरिद्म का इस्तेमाल किया जिससे मरीज की रेटिनल फोटोज से कुछ सेकेंड्स में ही यह पता लगाया जा सकता था कि उन्हें बीमारी है या नहीं

#eye_scan_to_predict_heart_disease_sundar_pichai_explained * दुनिया तेजी से बदल रही है। खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भी इंसान ने काफी तरक्की कर ली है। इस बीच गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई क

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Jun 20 2023, 11:48

ओडिशा रेल हादसे की जांच में नया मोड़, सिग्नल जेई आमिर खान परिवार समेत फरार, सीबीआई ने सील किया मकान

#balasore_train_accident_cbi_seals_house_of_railway_signal_je

ओडिशा के बालासोर जिले में हुए भीषण रेल हादसे की जांच जारी है। इस बीच सीबीआई ने बड़ा ऐक्शन लिया है। सीबीआ ने बालासोर सिग्नल जेई का घर सील कर दिया है। जांच टीम ने कुछ दिन पहले ही हादसे को लेकर सिग्नल जेई से पूछताछ की थी। जिसके बाद से ही सिग्नल जेई अपने परिवार के साथ लापता है। 

मीडिया रिपोर्टों में इस सेक्शन सिग्नल जेई का नाम आमिर खान बताया गया है। उससे सीबीआई ने किसी अज्ञात जगह पर पूछताछ की थी। लेकिन अब वह अपने घर से गायब है। इसके बाद सोमवार को जाँच एजेंसी ने किराए का उसका घर सील कर दिया। जानकारी के मुताबिक सीबीआई आमिर के घर की निगरानी कर रही है।

बता दें कि बालासोर हादसे में अब तक 292 लोगों की मौत हो चुकी है। 2 जून को हुए हादसे के बाद रेलवे की ओर से सीबीआई जांच की सिफारिश की गई थी। हादसे के बाद इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ छेड़खानी करने का अंदेशा जताया गया था। इसके बाद जांच एजेंसी मामले में शामिल हुई थी। सीबीआई को ओर से ट्रेन हादसे की जांच की शुरुआत 6 जून को गई। सीबीआई ने अपनी जांच के दौरान सिग्नल जेई से एक अज्ञात स्थान पर पूछताछ की थी। 

यह हादसा उस वक्त हुआ जब तेज रफ्तार से जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस बालासोर में डिरेल होकर लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। वहीं, उसके कुछ डिब्बे बगल की पटरी से गुजर रही दूसरी पैसेंजर ट्रेन से भी टकरा गए थे। हादसा इतना भीषण था डिब्बों के परखच्चे उड़ गए हैं। हादसे का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि कोरोमंडल ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के वैगन पर चढ़ गया था। हादसे में अब तक 292 यात्रियों की मौत हो चुकी है। जिस वक्त हादसा हुआ था उस समयें करीब 1200 लोग घायल हुए थे। इसमें 100 से अधिक बुरी तरह से चोटिल हुए थे। घटना के बाद रेल मंत्री के अलावा खुद प्रधानमंत्री मोदी भी घटनास्थनल का दौरा करने के लिए बालासोर गए थे। रेल मंत्री तीन दिन तक घटनास्थल पर मौजूद रहे और 51 घंटे के भीतर रेलवे लाइन को फिर से शुरू कराया था।

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Jun 20 2023, 11:23

उत्तराखंड में बिपरजॉय के कारण बदला मौसम, भारी वर्षा, ओलावृष्टि और अंधड़ की चेतावनी, चारधाम यात्रा मार्गों पर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह

उत्तराखंड में मौसम ने करवट बदल ली है। पहाड़ से मैदान तक बादल मंडरा रहे हैं। सोमवार को सुबह से धूप-छांव का खेल जारी रहने के बाद दोपहर बाद देहरादून में तेज आंधी चली, जिससे तापमान के गिरावट दर्ज की गई। मौसम का यह हाल आज यानी मंगलवार को भी बरकरार है।

 मौसम का मिजाज बदला और तेज हवा चलनी शुरू हो गई है। यहां बादलों व तेज हवा के कारण गर्मी से कुछ निजात मिली है। वहीं नैनीताल में बौछारें पड़ींं, जिससे वहां ठंड बढ़ गई और मौसम सुहावना हो गया।

भारी वर्षा, ओलावृष्टि और अंधड़ की चेतावनी

बिपरजॉय के असर को देखते हुए प्रदेश में सोमवार को भारी वर्षा, ओलावृष्टि और अंधड़ की चेतावनी जारी की गई है। चारधाम यात्रा मार्गों पर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी श्रद्धालुओं से मौसम के पूर्वानुमान को देखकर ही यात्रा पर आने और इस दौरान सुरक्षित स्थानों पर ठहरने की अपील की है।

आरेंज अलर्ट जारी

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, उत्तराखंड में उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं तीव्र बौछार, झोंकेदार हवाएं और ओलावृष्टि के आसार हैं।

जबकि, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी, देहरादून और नैनीताल में गरज-चमक के साथ भारी वर्षा और 70 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अंधड़ चल सकता है। इसे लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से की अपील

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मौसम को लेकर जारी अलर्ट के मद्देनजर श्रद्धालुओं से यात्रा रोकने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने मीडिया के माध्यम से कहा कि मौसम की जानकारी लेकर ही चारधाम यात्रा पर निकलें। साथ ही जो श्रद्धालु यात्रा पर निकल चुके हैं वे सुरक्षित स्थानों पर ठहर जाएं। इसके अलावा प्रदेश के संवेदनशील क्षेत्रों में जाने से बचें।

सुबह रिमझिम वर्षा से राहत, दोपहर में फिर से उमस

रुड़की में रविवार को कई दिनों के इंतजार के बाद रिमझिम वर्षा हुई थी। ऐसे में सुबह के वक्त तो मौसम थोड़ा राहतभरा रहा, लेकिन बाद में धूप खिलने से दोपहर में लोगों को फिर से उमस झेलनी पड़ी। आग उगलती गर्मी से राहत पाने के लिए लोग झमाझम वर्षा की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

वहीं शनिवार रात से शहर और आसपास के क्षेत्रों में मौसम का मिजाज बदल गया। हवा चलने के साथ बूंदाबांदी भी हुई। रविवार अलसुबह से लेकर सुबह दस बजे तक रिमझिम वर्षा होती रही। आसमान में बादल छाने और वर्षा होने से सुबह मौसम गर्मी से राहत भरा रहा, लेकिन लोगों को भीषण गर्मी से ज्यादा देर राहत नहीं मिल सकी। क्योंकि सुबह 11 बजे के बाद धूप खिल गई और उमस होने लगी।

तापमान में गिरावट दर्ज की गई

हालांकि मौसम के करवट लेने से शनिवार की तुलना में रविवार को तापमान में गिरावट दर्ज की गई। रविवार को शहर का अधिकतम तापमान 39 डिग्री से लुढ़ककर 35 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री से कम होकर 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

उधर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन विभाग में संचालित ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना से मिली जानकारी के अनुसार 21 जून तक आसमान में बादल छाने और बूंदाबांदी होने की संभावना है।

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Jun 20 2023, 11:22

*भारत-यूएस के बीच बढ़ती दोस्‍ती से डरा ड्रैगन! ग्‍लोबल टाइम्‍स के जरिए कसा तंज,कहा- अमेरिका द्वारा मोदी को गले लगाने की एक कीमत है*

#chinaglobaltimesonpmmodius_visit

भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अमेरिका के राजकीय यात्रा पर रवाना हो गए हैं।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन के न्योते पर पीएम मोदी का अमेरिका जाना काफी अहम माना जा रहा है। पीएम मोदी की ये यात्रा कई मायने में ऐतिहासिक साबित होने वाली है।पीएम मोदी की यूएस यात्रा से पहले ही चीन से लेकर पाकिस्तान तक परेशान हैं। दोनों देश भारत को नसीहत दे रहे हैं।चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के भोंपू ग्लोबल टाइम्स ने पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले एक ओपिनियन आर्टिकिल लिखा है, जिसमें भारत की तारीफ की गई है, लेकिन सवालों के साथ भारत को नसीहत भी दी गई है, कि अमेरिका पर निर्भर होना, उसे अमेरिका के रिमोट कंट्रोल पर चलने वाली स्थिति में ला सकता है।

हाल के सालों मे भारत और अमेरिका के बीच एक अलग ही संबंध कायम होता दिख रहा है। भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती सैन्य और राजनीतिक भागीदारी ने चीन को परेशान करना शुरू कर दिया है। चीन की परेशानी पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले ग्लोबल टाइम्स में छपे ओपिनियन आर्टिकिल में देखा जा सकता है। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका जा रहे हैं।

चीनी कम्यनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ने लिखा है, कि “2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से वह (पीएम मोदी) अक्सर अमेरिका का दौरा करते रहे हैं, लेकिन नवंबर 2009 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली राजकीय यात्रा है।” आगे लिखा गया है, कि “अमेरिकियों ने इसे (पीएम मोदी की यात्रा को) गंभीरता से लिया और उन्हें कांग्रेस में बोलने का सम्मान दिया है, एक ऐसा सम्मान, जो द इकोनॉमिस्ट में 15 जून के एक लेख ने याद दिलाया है, कि ये सम्मान विंस्टन चर्चिल जैसे बड़े नामों ही मिला हुआ है।

भारत-अमेरिका संबंध से डरने लगा ड्रैगन

ग्लोबल टाइम्स में पीएम मोदी की यात्रा पर तंज कसते हुए लिखा गया है कि इस दौरान वाशिंगटन ना केवल फूल बरसाना चाहता है, बल्कि ऐतिहासिक रक्षा विधेयक पर भी हस्ताक्षर करना चाहता है। गोलबल टाइम्स आगे लिखता है दोनों देशों में रक्षा सौदा बेहद अहम मसला है। और यह चीन के खिलाफ कोई रणनीति हो सकती है। ग्लोबल टाइम्स के हवाले से चीन ने यह भी कहना चाहा है कि अमेरिका भारत के साथ साझेदारी को खुद को मजबूत करके लाभ उठाना चाहता है और दुनिया के मंच पर चीन की ग्रोथ को रोकना चाहता है।

“अमेरिका इन देशों का रिमोट अपने हाथों में रखेगा”

चीन इतने पर ही नहीं रुका। ग्लोबल टाइम्स में यह भी लिखा है कि अमेरिका ने हाल के सालों में चीन के खिलाफ रणनीति में बदलाव किया है। वह दक्षिण एशियाई देशों से संबंध विकसित कर रहा है। इसमें भारत, जापान, दक्षिण कोरिया और आसियान देश शामिल हैं। चीन ये भी कहना चाहता है कि इस रणनीति से आखिरकार अमेरिका को ही फायदा होगा। अमेरिका इन देशों का रिमोट अपने हाथों में रखेगा। 

“अमेरिका द्वारा मोदी को गले लगाने की एक कीमत है”

ग्लोबल टाइम्स ने लिखा, फाइनेंशियल टाइम्स ने हाल ही में यह कहते हुए चेतावनी दी थी कि अमेरिका द्वारा मोदी को गले लगाने की एक कीमत है। अमेरिका चीन के खिलाफ भारत को एक ढाल के रूप में इस्तेमाल करने का प्रयास करता है। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, ''अमेरिका और भारत के बीच आर्थिक और व्यापार सहयोग वर्तमान में बढ़ रहा है। अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक वित्तीय वर्ष में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बन गया है। अगर व्यापार गति जारी रहती है तो यह भारत की अर्थव्यवस्था को लाभ देगा। हालांकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि अमेरिका ने भारत के साथ आर्थिक और व्यापारिक बातचीत को बढ़ाते हुए कई भू-राजनीतिक जोड़ गणित भी की हैं।

“अमेरिका घाटे का सौदा नहीं करेगा”

ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा है, कि बेशक, अमेरिका घाटे का सौदा नहीं करेगा। रॉयटर्स ने इस मामले से परिचित सूत्रों के हवाले से कहा, कि वाशिंगटन नई दिल्ली से MQ-9B SeaGuardian ड्रोन खरीदने का आग्रह कर रहा है, हथियारों की बिक्री का ये सौदा 2 अरब डॉलर से 3 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।

भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन के मुद्दों पर अमेरिका की चुप्पी की वजह बताई

चीनी अखबार ने आगे लिखा है, कि "चीन के साथ प्रतिस्पर्धा करने की अमेरिका की रणनीति की वजह से ही यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत के जो विचार हैं, उससे अमेरिका चिंतित नहीं है, इसके अलावा, भारत के रूस से तेल खरीदने को लेकर भी अमेरिका चिंतित नहीं है और यही वजह है, कि भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन के मुद्दों पर भी अमेरिका चुप रहता है, जिसकी अमेरिका में व्यापक चर्चा होती है।

चीनी अखबार ने की भारत की तारीफ

ग्लोबल टाइम्स ने अपनी टिप्पणी में ये तो माना है कि हाल के सालों में भारत की अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार हुआ है और भारत दुनिया के मंच पर एक मजबूत देश बनकर उभरा है। चीनी अखबार ने लिखा है, कि जाहिर है, भारत तेजी से विकास के दौर में प्रवेश कर रहा है। सरकार कई दीर्घकालिक परियोजनाओं को आगे बढ़ाकर विकास को गति देने का प्रयास कर रही है और एक मजबूत वित्तीय प्रणाली का निर्माण करने के लिए सुधार कार्यक्रम चल रहे हैं, जिससे सप्लाई चेन में विकास हो रहा है।

चीनी अखबार ने आगे भारत की तारीफ करते हुए लिखा है, कि भारत ने कुछ सही कदम उठाए हैं और अगर भारत अपनी जनसंख्या की क्षमता का सही उपयोग करे और धर्मनिरपेक्ष आध्यात्मिक परिवर्तन, जो भारत के खुलेपन के लिए एक ठोस आधार तैयार कर सकता है। और इस तरह से भारत एक अग्रणी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन सकता है, लेकिन इसमें अमेरिका की रणनीति भारत को क्या फायदा पहुंचा सकती है?

India

Jun 20 2023, 11:18

पटना के फुलवारीशरीफ के पीएफआई मामले में वांटेड 15वा अभियुक्त मुमताज अंसारी तमिलनाडु से गिरफ्तार, केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपा गया


बिहार आतंकवाद निरोधी दस्ता की टीम ने पटना के फुलवारीशरीफ के पीएफआई मामले में वांटेड अभियुक्त मुमताज अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है। उसे तमिलनाडु के तिरिवल्लूर जिले पेरियापल्लम थाना क्षेत्र के कनीगयीपेयर गांव से पकड़ा गया है। वह बिहार के पूर्वी चंपारण के मेहसी थाने के हरपुर नाग गांव का रहने वाला है। उसके पिता का नाम मो. अनवर हुसैन है। फुलवारीशरीफ के पीएफआई मामले की जांच एनआईए कर रही है। मुमताज काफी समय से फरार था। इसलिए गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने उसे तुरंत केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया।

पीएफआई मामले में गिरफ्तार होने वाला यह 15वां अभियुक्त है। इससे पहले एटीएस ने इसी मामले के एक अन्य वांछित अभियुक्त इरशाम आलम को भी मार्च में गिरफ्तार कर एनआईए को सुपुर्द किया था। वह भी पूर्वी चंपारण के इसी गांव का रहने वाला था। 

ये सभी अभियुक्त पीएफआई के फुलवारीशरीफ और इससे जुड़े मोतिहारी मॉड्यूल में मुख्य रूप से आरोपित हैं। ये सभी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त थे तथा दोनों स्थानों पर अवैध रूप से आतंकी ट्रेनिंग कैंप चलाते थे। इनके पास से इससे संबंधित कई स्तर के प्रमाण मिले हैं। इन कैंपों के संचालन के लिए हवाला के जरिए रुपये अरब देशों से कर्नाटक और केरल होते हुए इनके पास तक आते थे। आतंकी फंडिंग से जुड़े कई प्रमाण मिले हैं।

10 दिनों के कैंप के बाद पकड़ा गया आरोपित 

एनआईए ने जब फुलवारीशरीफ के पीएफआई मॉड्यूल को लेकर छापेमारी शुरू की और सभी नामजद अभियुक्तों की तलाश शुरू की, तभी मुमताज अंसारी किसी तरह भागकर तमिलनाडु चला गया था। 

उसने छिपने के लिए चेन्नई से 30 किमी दूर कनीगयीपेयर नामक गांव को चुना। वहां वह एक सामान्य मजदूर के तौर पर काम करता था। वह मैट्रिक तक पढ़ा लिखा है। एटीएस की टीम ने उसे पकड़ने के लिए 10 दिनों तक कैंप कर कई स्तर पर आसूचना (इंटेलिंजेंस) एकत्र किया। उसकी सभी गतिविधियों की बारीकी से रेकी करने के बाद जब यह स्पष्ट हो गया कि वही मुमताज है, तब उसे पकड़ने का अंतिम ऑपरेशन शुरू किया गया। इस पूरी कवायद में उसके मोबाइल नंबर को पता करके फिर उसे ट्रेस कर उसकी शिनाख्त कर उस तक पहुंचने में काफी मदद मिली। उसे गिरफ्तार करने के लिए तमिलनाडु पुलिस के साथ मिलकर पूरे गांव की नाकाबंदी करके ऑपरेशन चलाया गया। तब वह गिरफ्त में आया।