कृषि मंत्री ने की विभागीय योजनाओं की समीक्षा, दिए कई निर्देश

 

डेस्क : डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय, किशनगंज में बिहार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने पूर्णिया प्रमंडल के चार जिलों तथा पूर्णिया, कटिहार, अररिया एवं किशनगंज जिले में कृषि विभाग द्वारा क्रियान्वित कृषि विभाग की योजनाओं की समीक्षा की। 

समीक्षा बैठक में कृषि विभाग के कृषि निदेशक डॉ. आलोक रंजन घोष, उद्यान निदेशक अभिषेक कुमार, बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा॰ डी॰ आर॰ सिंह, कृषि निदेशालय के संयुक्त निदेशक उपादान, अभियंत्रण के संयुक्त निदेशक, पूर्णिया प्रमंडल के संयुक्त कृषि निदेशक के साथ-साथ चारों जिलों के जिला कृषि पदाधिकारी, उद्यान पदाधिकारी, पौधा संरक्षण के पदाधिकारी, कृषि यांत्रिकरण के पदाधिकारी सहित जिला एवं अनुमंडल स्तर के कृषि पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

मंत्री ने कहा कि कृषि एवं किसानों का विकास सरकार की सर्वोच्य प्राथमिकता है। राज्य के किसानों को समय पर खेती हेतु आवश्यक सभी उपादान जैसे बीज, उर्वरक, कृषि यंत्र आदि हर हाल में उपलब्ध कराया जाय। यह ध्यान रखा जाय कि किसानों को खेती में कोई परेशानी नहीं होने पाये। किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरकों की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित कराने की जबाबदेही कृषि विभाग के पदाधिकारियों की है। 

कहा कि अधिक मूल्य पर उर्वरक ब्रिकी करने के दोषी बिक्रेताओं एवं पदाधिकारियों के विरूद्ध कठोर कारवाई की जायेगी।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिला में फसलों की प्रकृति एवं उस जिले की उपयुक्तता के आधार पर फसलों को प्रोत्साहित किया जाय एवं वहाँ के किसानों को सभी आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाय। जैसे किसी जिलें में अगर चाय की खेती होती है तो उसे प्रोत्साहित किया जाय। 

अनानस, ड्रेगन फू्रट, मखाना, मशरूम आदि फसलों की खेती को प्रोत्साहित किया जाय एवं उपर्युक्त सभी के लिए किसानों को आवश्यक सभी सुविधायें उपलब्ध करायी जाय। उपर्युक्त आधुनिक फसलों की खेती में उपयोग होने वाले आधुनिक कृषि यंत्रों पर भी अनुदान की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।

मंत्री ने कहा कि छोटे एवं गरीब किसानों का विकास हमारी प्राथमिकता है तथा किसानों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराना विभागीय पदाधिकारियों की जिम्मेदारी है। राज्य के गरीब एवं अतिपिछड़े, दलित, महादलित एवं अनुसूचित जनजाति, आदिवासी किसानों की आर्थिक स्थिति को देखते हुये उनके विकास के लिए कृषि विभाग की कृषि यांत्रिकरण योजना, सूक्ष्म सिंचाई योजना एवं अन्य योजनाओं में सामान्य की अपेक्षा अधिक अनुदान का प्राबधान किया गया है। 

कहा कि नये किसानों को योजनाओं का लाभ दिया जाय। किसानों को सहयोग न करने एवं उन्हें परेशान करने वाले पदाधिकारियों के विरूद्ध भी कठोर कारवाई की जायेगी।

श्री कुमार ने आज की विभागीय समीक्षा बैठक से पहले चाय उत्पादन क्षेत्र का भ्रमण भी किया तथा चाय बगानों में जाकर किसानो से मिले एवं उनकी समस्याओं की जानकारी प्राप्त की तथा चाय की खेती में उपयोग होने वाले कृषि यंत्रों/उपकरणों के संबंध में विस्तार से जानकारी ली तथा विभागीय अधिकारियों को चाय की खेती के लिए आवश्यक कृषि यंत्रों पर अनुदान की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। 

इसके बाद मंत्री विभागीय अधिकारियों के साथ चाय प्रसंस्करण ईकाई का भ्रमण किया तथा विस्तार से जानकारी प्राप्त की। भ्रमण के अवसर पर किशनगंज में चाय की खेती प्रारम्भ करने वाले प्रसिद्ध उद्योगपति श्री राजकरण दफतरी ने माननीय मंत्री को विस्तार से जानकारी दी तथा माननीय के पहल के लिए आभार व्यक्त किया।

घोटालेबाजी एवं भ्रष्टाचार के कारण जनता के बीच खतम होते जनाधार को बचाने के लिए महागठबंधन कर रही हैं विपक्षी एकता का ढोंग : अरविन्द सिंह

पटना : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि घोटालेबाजी एवं भ्रष्टाचार की नीव पर महागठबंधन कर रही है विपक्षी एकता का निर्माण। महाठगबंधन के कुशासन से जनता मुक्ति चाहती है क्योंकि वह समझ चुकी है महाठगबंधन की सरकार सुव्यवस्था से नहीं कूव्यवस्था से चलाई जा रही है और जनता के हितों को आए दिन बलि चढ़ाई जा रही है और जनता को त्राहिमाम करने के लिए भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।

महागठबंधन को यह बात समझ में आ रहा है की जनता उनके कूव्यवस्था एवं भ्रष्टाचार की नींव पर टिकी कुशासन से मुक्ति चाहती है। इसलिए ये सभी घोटालेबाज एवं भ्रष्टाचार की नींव पर विपक्षी एकता का निर्माण कर अपने साख को बचाना चाहते हैं बिहार के मा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार।

श्री अरविन्द ने कहा है कि कैसे विपक्षी एकता हो सकती है...? अरविन्द केजरीवाल और कांग्रेस पार्टी, ममता बनर्जी और कांग्रेस पार्टी सपा और बसपा ए सब अलग-अलग चरित्र और सोच की पार्टियां का कैसे गठबंधन और एकता हो सकता है। यह तभी संभव है जब यह सारे अवसरवादी घोटालेबाज को जेल जाने से डर हो, संपत्ति जांच की डर हो तब यह सारे गठबंधन की बात करते हैं। जैसे बाढ़ आने पर सांप नेवला और बिच्छू एक ही बहते हुए डाल पर बैठते हैं, अपनी जान बचाने के लिए, उसी तरह से यह विपक्ष कि एकता होगा।

कौन इनका नेता होगा और क्यों होगा...? बड़े-बड़े पार्टियां श्री नीतीश कुमार को नेता क्यों मानेंगे..? यह देश के लिए बहुत खतरनाक होगा यह एक मजाक है। यह सारे जनता के द्वारा रिफ्यूजी लोग हैं जिनको जनता नकार चुकी है यह देश के लिए बहुत ही खतरनाक गठबंधन होगा। देश का विकास और अवरुद्ध होगा, भ्रष्टाचार बढ़ेगी हत्या लूट मार और घोटाले बढ़ेगा। यह विपक्षी एकता देश एवं जनता के हितों के लिए नहीं बल्कि अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए करना चाहते हैं ताकि देश एवं जनता को पुनः अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए बलि चढ़ा सकें। 

यह विपक्षी भ्रष्टाचार के नीव पर यह जो विपक्षी एकता का पूल बनाना चाह रहे हैं उस भ्रष्टाचार युक्त विपक्षी एकता के पुल को भ्रष्टाचार की बलि चढ़ कर ढहना तय है। क्योंकि ठग और लोभी के राज में स्वार्थ हित के लिए काम हो रहा है जनहित के लिए नहीं।

गली क्रिकेट नेशनल T-20 में बिहार स्यान व बिहार येलो ने जीता मुकाबला

पटना : बिहार स्यान ने गली क्रिकेट नेशनल टी20 लीग का दूसरा मुकाबला अपने नाम कर लिया. स्यान ने बिहार ब्लू को 22 रनों से हराया. इस विजेता टीम के प्रशांत को प्लेयर आफ द मैच चुना गया. वहीं दूसरे मुकाबले में बिहार येलों ने बिहार रेड को एक विकेट से हराया. इस मैच के प्लेयर आफ द मैच शुभम चौहान रहे. प्लेयर द मैच का अवार्ड भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह ने दिया. 

ऊर्जा स्टेडियम में खेले गए मैच में टॉस जीतकर बिहार ब्लू ने बिहार स्यान को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया. निर्धारित 17 ओवर के इस मैच में स्यान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट खोकर 127 रन बनाए. जवाब में खेलने उतरी ब्लू की टीम प्रशांत व माधव के गेंदों का सामना नहीं कर सकी. पूरी टीम 14.4 ओवर में 105 रन पर आलआउट हो गई. 

वहीं बिहार रेड बनाम बिहार येलों के बीच खेले गए दूसरे मैच में बिहार येलों ने एक विकेट से मैच अपने नाम कर लिया. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बिहार रेड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 12.3 ओवर में 76 रन पर आलआउट हो गई. जवाब में खेलने उतरी बिहार येलो ने लक्ष्य को 13.1 ओवर में नौ विकेट पर 77 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया.

आयोजन के सचिव देवव्रत प्रिंस ने बताया कि लीग का फाइनल मुकाबला शुक्रवार को अपराह्न 1 बजे से खेला जाएगा. वहीं लीग के संयोजक अभिषेक रंजन ने बताया कि फाइनल मुकाबले के समारोह के मुख्य अतिथि सांसद रामकृपाल होंगे।

संक्षिप्त स्कोर

बिहार स्यान: 17 ओवर में 5 विकेट खोकर 127 रन, सुबोजित 44, कैफ आलम 16, विष्णु 25, विकेट अमन 4-22, सोहन 1-3

बिहार ब्लू : 14.4 ओवर में 105 रन पर आलआउट, जानिसार 18, ईवान 13, विकेट प्रशांत 3-15, माधव 3-25

बिहार रेड: 12.3 ओवर में 76 रन पर आलआउट, विक्की 34, यश 7, विकेट- शुभम चौहान 2-3, सैयद अली 3-15

बिहार येलो: 13.1 ओवर में 9 विकेट पर 77 रन, नीतीश 21, शुभम चौहान 16, विकेट- आयुष 4-26, गोलू 2-5

बिहार प्रदेश किसान सलाहकार संघ द्वारा राज्य स्तरीय एक दिवसीय प्रदर्शन सह धरना कार्यक्रम का आयोजन गर्दनीबाग पटना में किया गया

आज दिनांक 05.06.2023 दिन सोमवार को बिहार प्रदेश किसान सलाहकार संघ द्वारा राज्य स्तरीय एक दिवसीय प्रदर्शन सह धरना कार्यक्रम का आयोजन गर्दनीबाग पटना में किया गया

 इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राजा राम सिंह प्रदेश अध्यक्ष, बिहार प्रदेश किसान सलाहकार संघ द्वारा किया गया। इस धरना कार्यक्रम का संचालन रंजन कुमार गौतम, अध्यक्ष गया जिला द्वारा किया गया। 

इस कार्यक्रम में बिहार के सभी जिला अध्यक्ष, प्रखंड अध्यक्ष सहित सभी किसान सलाहकार द्वारा भाग लिया गया।

 इस धरना कार्यक्रम में आए सभी जिले के जिलाध्यक्ष एवं उनके प्रतिनिधिगण द्वारा किसान सलाहकार के माँगों के समर्थन में कहा गया कि अगर विभाग ससमय हमारी माँगों पर विचार नहीं करती है, 

तो आगे और भी उग्र आंदोलन किया जाएगा। आगे कि आंदोलन की सूचना ससमय आप सभी को दे दी जायगी।

 इस कार्यक्रम का संबोधन अजय कुमार तिवारी, मोतिहारी, संजीव यादव, पूर्णिया, मो० मजहर कटिहार , पिंटु पासवान, सुपौल, श्यामनंदन पासवान गया. सुशील कुमार कुशवाहा,वैशाली विमलेश कुशवाहा, मुजफ्फरपुर, अविनाश कुमार, नालंदा, ब्रजेश कुमार, नालंदा, अखिलेश सिंह भोजपुर, रामहरे सिंह, पटना, चंद्रमोहन तिवारी, बेतिया, अमृता भारती शोभा कुमारी भागलपुर, सिमा कुमारी कटिहार , जुली कुमारी, पटना, रश्मिलता, पटना, शिखा सुमन नालंदा, विभा कुमारी, नालंदा, प्रियंका कुमारी, नालंदा क्रान्ती देवी, बाँका सहित अन्य सलाहकारों ने धरना स्थल को संबोधित किया। हमारी मुख्य माँग निम्नलिखित है:-

1. किसान सलाहकार को जनसेवक के पद पर अविलम्ब समायोजन किया जाए एवं तदनुसार वेतन का भुगतान किया जाय।

NIRF रैंकिंग - भारत सरकार के तहत एनआईआरएफ 2023 में भारत के शीर्ष 125 बी-स्कूलों में किया गया शमिल

बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान पटना (CIMP), ने एक बार फिर अपनी महत्ता साबित करते हुए NIRF (नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क) की ताजा रैंकिंग 2023 में कई समकालीन बी-स्कूलों को पछाड़कर एक बार फिर अपनी योग्यता साबित की है। 

शिक्षा और विदेश मामलों के माननीय राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह द्वारा कल अपराह्न जारी की गई रैंकिंग में सीआईएमपी को शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एनआईआरएफ 2023 में भारत के शीर्ष 125 बी-स्कूलों में शमिल किया गया है।

सीआईएमपी के निदेशक डॉ राणा सिंह ने बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष एवं संस्थान के शिक्षकों,अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके निरंतर समर्थन के लिए दिल से धन्यवाद व्यक्त किया, जिसके कारण संस्थान को इस स्तर तक ले जाना संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि इस रैंकिंग ने हम पर न केवल इस स्तर को बनाए रखने, बल्कि बाद के वर्षों की रैंकिंग में धीरे-धीरे आगे बढ़ने की एक बड़ी जिम्मेदारी भी डाल दी है।

National Institutional Ranking Framework (NIRF) भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा अनुमोदित एकमात्र रैंकिंग है जो देश भर के संस्थानों को रैंक करने के लिए एक पद्धति की रूपरेखा तैयार करता है। विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों की रैंकिंग के लिए व्यापक मापदंडों की पहचान करने के लिए पूर्ववर्ती एमएचआरडी द्वारा गठित एक कोर कमेटी द्वारा बनाई गई समग्र सिफारिशों और व्यापक समझ से रैंकिंग पद्धति प्राप्त होती है। मापदंडों में मोटे तौर पर " टीचिंग, लर्निंग एंड रिसोर्सेज," " रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिसेज," "ग्रेजुएशन आउटकम्स," " आउटरीच एंड इन्क्लूसिविटी," और "परसेप्शन" शामिल हैं।

'टीचिंग, लर्निंग एंड रिसोर्सेज ' पैरामीटर में डॉक्टरेट छात्रों सहित छात्रों की ताकत, स्थायी संकाय पर जोर देने के साथ संकाय-छात्र अनुपात, संकाय योग्यता और अनुभव के लिए संयुक्त मीट्रिक, और वित्तीय संसाधन और उनका उपयोग शामिल है। 

'रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिसेज' पैरामीटर में प्रकाशनों के लिए संयुक्त मेट्रिक्स, प्रकाशनों की गुणवत्ता, परियोजनाओं के पदचिह्न, पेशेवर प्रथाओं और कार्यकारी विकास कार्यक्रमों को शामिल किया गया है। 'ग्रेजुएशन आउटकम्स' पैरामीटर में प्लेसमेंट और उच्च अध्ययन, परीक्षाओं और औसत वेतन के लिए संयुक्त मीट्रिक शामिल हैं। 

'आउटरीच एंड इनक्लूसिविटी' पैरामीटर में क्षेत्रीय विविधता, लैंगिक विविधता, आर्थिक और सामाजिक विविधता और दिव्यांग छात्रों के लिए उपलब्ध सुविधाएं शामिल हैं। 'परसेप्शन' पैरामीटर संस्थान के बारे में नियोक्ताओं और अकादमिक सहकर्मी की धारणा सहित सहकर्मी धारणा को शामिल करता है। 

यह विभिन्न संस्थानों के स्नातकों के लिए अपनी वरीयता का पता लगाने के लिए नियोक्ताओं की एक बड़ी श्रेणी, प्रतिष्ठित संगठनों के पेशेवरों और शिक्षाविदों की एक बड़ी श्रेणी पर किए गए सर्वेक्षण के माध्यम से किया जाता है और प्रबंधन, इंजीनियरिंग, आदि जैसे विभिन्न डोमेन में विभिन्न मानकों को ध्यान में रखते हुए एक व्यापक रैंकिंग तैयार की जाती है।

सैयद शमायल अहमद की अध्यक्षता में ट्रेन हादसे पर शोक प्रस्ताव पारित कर दो मिनट का मौन रखा एवं दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की

प्राइवेट स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन पासवा ने उड़ीसा के बालासोर में ट्रेन दुर्घटना में 280 के करीब लोगों के निधन पर गहरी संवेदना एवं दुख प्रकट किया है। 

राष्ट्रीय अधिवेशन में पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद की अध्यक्षता में ट्रेन हादसे पर शोक प्रस्ताव पारित कर दो मिनट का मौन रखा एवं दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की।

  

 शोक संवेदना प्रकट करते हुए सैयद शमायल अहमद ने कहा भारत के इतिहास में कल का ट्रेन हादसा काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।पूरा देश शोकाकुल है,लोग इतने बड़े हादसे पर यकीन नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना की है। 

उन्होंने उड़ीसा पासवा के पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि युद्ध स्तर पर बचाव कार्य में लग जाऐं और आम लोगों की सहायता करें।

  

  झारखण्ड सरकार के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने बालासोर ट्रेन हादसे पर गहरा दुख एवं शोक प्रकट किया है। 

डॉ उरांव ने कहा आज प्रातःकालीन जब बालासोर ट्रेन दुर्घटना की जानकारी मिली तो मन व्यथित हो गया।280 के करीब लोगों के निधन की खबर और लगभग 1000 लोगों के घायल होने की खबर पूरी देश की आत्मा को झकझोर कर रख दिया है।सभी दिवंगत आत्माओं को ईश्वर अपने श्रीचरणों में स्थान दें, परिजनों को दुख सहने की शक्ति दें। केन्द्र एवं राज्य की सरकार से उन्होंने आग्रह किया है कि घायलों के जीवन की रक्षा के लिए हर संभव इंतजाम किए जाने चाहिए।

बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में करणी सेना की महिला प्रदेश अध्यक्ष ललिता सिंह चौहान सहित सैकड़ो महिलाएं भाजपा में हुई शामिल

पटना : बिहार बीजेपी प्रदेश कार्यालय में गुरुवार को आयोजित मिलन समारोह में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की महिला प्रदेश अध्यक्ष व समाज सेविका ललिता सिंह चौहान ने अपने सैकड़ो महिला समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर उपस्थित भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, रामकृपाल यादव, जनक चमार, नम्रता सिंह राठौर, राजू झा, प्रवीण सिंह सहित भाजपा के अन्य नेताओं द्वारा सभी लोगों को भाजपा की सदस्यता दिलाई गई। 

ललिता सिंह चौहान के साथ फ़िरोज़ा खातून, मनीषा ओझा, रानी कुमारी, रुकसाना खातून, चिनमानी सिंह सहित 500 से अधिक अल्पसंख्यक महिलाओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते हुए पार्टी को मजबूत करने का संकल्प लिया। प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सभी महिलाओं को भाजपा से जुड़ने पर बधाई दी और कहा कि भाड़ी संख्या में नारी शक्ति के जुड़ने से पार्टी और मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि इन महिलाओं को पार्टी में मान - सम्मान के साथ उचित स्थान दिया जाएगा। 

वहीं भाजपा से जुड़ने पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए ललिता सिंह चौहान ने कहा कि वे पार्टी द्वारा दिए गए हर जिम्मेवारी को पूरा करेंगी। 

विदित हो कि ललिता सिंह चौहान इससे पहले अन्य राजनितिक पार्टी - हम, एनसीपी एवं लोक समता पार्टी में महिला प्रदेश अध्यक्ष के पद पर अपनी सेवा दे चुकी हैं। बाढ़ में जन्मी और पटना में पली - बढ़ी ललिता सिंह चौहान द्वारा आत्मनिर्भर महिला फाउंडेशन का भी संचालन किया जा रहा हैं जिसमें वो विगत 15 वर्षो से महिला सशक्तिकरण और घरेलु हिंसा पर कार्य कर रही हैं। 

उन्होंने अपने एनजीओ के माध्यम से अबतक 700 से अधिक महिलाओं को इससे मुक्त कराया है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है। उनके द्वारा चलाए जा रहे आत्मनिर्भर महिला फाउंडेशन में करीब दस हजार महिलाएं जुड़ चुकी हैं। 

भाजपा से जुड़ने पर पार्टी के सीमा पांडेय सहित अन्य नेताओं ने भी ललिता सिंह चौहान को अपनी शुभकामनाएं दी।

जेपी की धरती पर भ्रष्टाचारियों की बैठक का विरोध करेगी भाजपा : विजय सिन्हा

नेता प्रतिपक्ष ने उठाया सवाल, 106 साल पुराने संग्रहालय को नए संग्रहालय के अधीन क्यों किया जा रहा

पटना : बिहार विधानमंडल के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नए संग्रहालय से पुराने संग्रहालय के बीच सुरंग को गैर जरूरी बताते हुए कहा कि इसका क्या लाभ होगा। उन्होंने सवाल उठाया कि 106 साल के पुराने संग्रहालय को नए संग्रहालय के अधीन करने से क्या लाभ होगा। 

श्री सिन्हा ने राष्ट्रीय धरोहरों को स्थानांतरित किए जाने के खेल की न्यायिक आयोग बनाकर न्यायिक जांच कराने की भी मांग की। 

बिहार भाजपा के प्रदेश कार्यालय में सहयोग कार्यक्रम में लोगों की समस्या सुनने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि आज जो समस्या आई है उसमे सबसे बड़ा मुद्दा 106 साल पुराने संग्रहालय का है। 

उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के स्कूल में बेंच, डेस्क नहीं है, स्कूलों के पास अपना भवन नहीं है और सरकार संग्रहालय को जोड़ने के लिए सुरंग खोदवाने की योजना बना रही है। 

पटना में विपक्षी दलों के 12 जून को होने वाली बैठक का भाजपा द्वारा विरोध करने की घोषणा करते हुए उन्होंने इसे भ्रष्टाचारियों की बैठक बताया। 

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जेपी की धरती पर भ्रष्टाचारियों की बैठक का भाजपा विरोध करेगी। 

उन्होंने कहा कि जेपी निवास से लेकर पटना तक भ्रष्टाचार मुक्त आंदोलन की शुरुआत की जाएगी। 

उन्होंने दावा करते हुए कहा कि भ्रष्टाचारियों ने परिवारवाद के नाम पर अकूत संपत्ति बनाई है अब भ्रष्टाचारियों का चारागाह बनाने की तयारी है। उन्होंने कहा कि भाजपा कतई ऐसा नहीं होने देगी। 

कहा कि जेपी ने इसी धरती से कांग्रेसमुक्त भारत बनाने का ऐलान किया था। आज भाजपा उन्ही के अधूरे सपने को पूरा करने में जुटी है। उन्होंने कहा कि जेपी ने कांग्रेस के विरोध लड़ाई छेड़ी थी। 

श्री सिन्हा ने बिहार के छात्रों और बेरोजगार युवकों के पलायन के लिए भी बिहार सरकार को आड़े हाथों लिया।

आस्था फाऊंडेशन द्वारा वाक् फार लाइफ के तहत मेगा डाइबिटीज वाक् हुआ आयोजन, कई जानेमाने विशेषज्ञों द्वारा डाइबिटीज से बचने की दी गई अहम जानकारी

पटना : डाइबिटीज जिसे साइलेंट किलर कहा जाता है। आज हर दस में से चार लोग डाइबिटीज से पीड़ित हो रहे हैं। खराब जीवन शैली और खाने पीने की लापरवाही कारण डाइबिटीज आज तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है। खासकर यह बीमारी उन लोगों को ज्यादा प्रभावित करती है जो कोई काम नहीं करते सुस्त रहते हैं और हमेशा बैठे रहते हैं। अगर डाइबिटीज से बचना है और अगर आप डाइबिटीक है और इसे नियंत्रित कर रखना चाहते हैं तो आप अपने जीवन में वाक् को अपनाएं। सुबह-शाम टहलने से आपको मधुमेह ही नहीं और भी बीमारियों से निजात मिल सकता है। उक्त बातें आस्था फाऊंडेशन द्वारा चलाए जा रहे वाक् फार लाइफ के तहत मेगा डाइबिटीज वाक् में आए हुए मशहूर फिजिशियन डॉ दिवाकर तेजस्वी ने कही। 

वहीं मशहूर बच्चों के पेट के डाक्टर श्री कांत पांडे ने कहा कि आप अगर वाक् करते हैं तो आपके आनेवाली पीढ़ी भी आपके रास्ते पर चलेगी और उन्हें डाइबिटीज से बचाया जा सकता है। आर्थोपेडिक सर्जन डा प्रवीण कुमार ने कहा कि अगर आप रोज एक घंटा टहलते हैं तो आप डाइबिटीज के साथ साथ हड्डियों की बीमारियों से भी बच सकते हैं। 

मशहूर डाइटिशियन रूपाली सिंह ने कहा कि डाइबिटीज से पीड़ित लोगों को डाइट के साथ साथ सुबह-शाम टहलना बहुत जरूरी होता है । अगर आप डाइट और वाक् करते हैं तो आपकी डाइबिटीज हमेशा कन्ट्रोल रहेंगी। 

बताते चले कि आस्था फाऊंडेशन ने मेगा डाइबिटीज वाक् का आयोजन एन आई टी घाट पर किया था। जिसमें शहर के सभी डाक्टरों के साथ डाइटिशियन वकील सरकारी गैर-सरकारी कार्यालय के कर्मचारियों के अलावा बहुत सारे युवा शामिल थे। 

संस्था के सचिव पुरुषोत्तम सिंह ने कहा कि आस्था फाऊंडेशन का इस मेगा डाइबिटीज वाक् को आयोजन का मकसद था कि लोगों को सुवह सुवह टहलने के लिए तैयार करना जिससे की डाइबिटीज के साथ साथ हाईपरटेंशन थाइराइड और बी पी के कन्ट्रोल में राहत मिल सके। 

कार्यक्रम को सफल बनाने में डा धीरज सिन्हा, डा अरविंद कुमार, डाइटिशियन पुजा पांडे, चेतन कुमार, निकुंज, संजीव कर्ण , धनंजय जी के अलावा बहुत सारे लोग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पूर्व सांसद डॉ० मोनाजिर हसन ने जदयू के प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा, लगाया यह गंभीर आरोप

पटना : जदयू के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद डॉ. मोनाजिर हसन ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस बात की जानकारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी है। 

उन्होने प्रेस विज्ञप्ति में लिखा है, मैं डॉ मोनाजिर हसन जद (यू) की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र देने का आज ऐलान कर रहा हूँ। इसकी सुचना मैंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपना त्याग पत्र भेज चुका हूँ। मेरे इस्तीफा देने के पीछे मुख्य कारण है कि पार्टी अपने मूल सिद्धांतो से भटक गयी है और ऐसा प्रतीत होता है की पार्टी को हमारे जैसे निष्ठावान कार्यकर्ताओं की जरूरत ही नहीं है। चंद स्वार्थी लोगो ने पार्टी को अपने वश में कर लिया है जो पार्टी को दीमक की तरह चाट रहे हैं।

उन्होंने आगे लिखा है कि हजारो कार्यकर्ताओ के बलिदान से जिस पार्टी का निर्माण किया गया था उसी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को अपमानित और पार्टी विरोधी ताकतों को सम्मानित किया जा रहा है। पार्टी के 90 प्रतिशत कार्यकर्ता आज घुटन महसूस कर रहे हैं। इधर राष्ट्रीय जनता दल में भी मुसलमानों के लिए कोई जगह नहीं बच गयी है। उसे न तो मंच पे जगह दी जा रही है और न ही सरकार, संगठन में हिस्सेदारी दी जा रही है। अगर कोई हिस्सेदारी दी भी गई है तो वो भी खरीद-फरोत के माध्यम से ही। जैसा की आम चर्चा में भी है कि राज्यसभा की कुछ सीटें पैसों के लेन-देन से ही संभव हो पाया है।

जैसा की बीते दिनों बिहारशरीफ में दंगाइयों के द्वारा ऐतिहासिक मदरसा अजीजिया को जला दिया गया और मुसलमानों के मसीहा होने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज की तारीख तक जायजा लेने वहा नहीं पहुंच पाए। प्रभावित लोगों को मुवावजा तो दूर की बात है। जिनकी दुकाने जली, रोजी रोजगार छीने गये उन्हें सरकार ने अभी तक एक धेला तक नहीं दिया। माय समीकरण सिर्फ कहने भर ही है। सच तो ये है की मुसलमानों को महागठबंधन में सम्मान नहीं मिल रहा है। जैसे इफ्तार पार्टी में मुस्लिम नेताओं को फ्रंट में जगह तक नहीं दी गयी, लगभग 18 प्रतिशत आबादी का सिर्फ इन्हें वोट चाहिए मुस्लिम नेता नहीं ।

मोनाजिर हसन ने राजद पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा है कि राजद का अपने पूर्व सांसद स्व० मोहम्मद शहाबुद्दीन के साथ कैसा व्यवहार रहा ये जग जाहिर है। उनका जनाजा तक पार्टी ने बिहार लाने का प्रयास नहीं किया। दो दिनों तक उनका पार्थिव शारीर दिल्ली के अस्पताल में पड़ा रहा और इस बीच उनके परिवार वालो ने काफी मुस्तकत की, लेकिन तथाकथित सेक्ल्युरिजम का ढोंग करने वाले झांकने तक नहीं गये। आखिरकार उन्हें दिल्ली कि ही मिट्टी में सुपुर्दे ए खाक कर दिया गया। यहां तक की उनकी पूर्ण तिथि (1 मई) में राजद ने उन्हें याद तक नहीं किया, बिराज ए अकीदत के बतौर राजद ने उनकी तस्वीर पर एक फूल भी चढ़ाना गवारा नहीं समझा।

मुसलमानों को आज सबसे अधिक नुकसान धर्मनिरपेक्ष दलों से ही पहुंचा है। इनका काम सिर्फ भाजपा से डराना रह गया है। डर की राजनीति से मुसलमान को बाहर निकलना होगा। आज महागठबंधन में बड़े-बड़े मुस्लिम नेता हाशिये पर डाल दिए गए हैं। लोकसभा, विधानसभा चुनाव में समुचित हिस्सेदारी नहीं दी जा रही है। मुस्लिम संगठन ठप पड़े हैं। अल्पसंख्यक आयोग बिहार, उर्दू अकादमी, उर्दू परामर्शदात्री समिति, मदरसा एजुकेशन बोर्ड वर्षों से रिक्त है उर्दू और मुस्लिम समाज के विकास से जुड़े संस्थानों में चेयरमैन की नियुक्ति नहीं हो रही है। यही मुसलमानों की हमदर्द सरकार है? मुस्लिम मंत्रियो का कोई वजूद नहीं है, जिन मुस्लमान को बिहार सरकार में मंत्री बनाया गया उस विभाग का कोई अस्तित्व ही नहीं है। केवल नाम का मंत्री बना कर मुसलमानों को बेवकूफ़ बनाने का काम किया गया है।  

वहीं पार्टी की अनदेखी और पार्टी के द्वारा अपमानित करना मेरी तीन दशक की राजनीती और प्रतिष्ठा के खिलाफ है। ऐसे पार्टी में रहने का कोई मतलब नहीं, जंहा आपकी राजनीती शक्खसियत की कोई कद्र न हो, जबकि मुझे अपने राजनीती सफ़र में एक बार बेगुसराय लोकसभा से सांसद एवं चार बार मुंगेर विधानसभा से विधायक निर्वाचित होने के साथ दो-दो बार बिहार सरकार में मंत्री बनने का मौका भी मिला।

बिहार एवं देशहित में बहुत जल्द ही मैं अपने समर्थको के साथ विचार-विमर्श कर कोई ठोस निर्णय लूंगा और समर्थको की जो राय होगी वही मुझे स्वीकार होगा।