नए संसद भवन के उद्घाटन पर पहले राजद ने कर दी ताबूत से तुलना, मचा संग्राम तो ट्वीट कर दी यह सफाई

नई संसद का पीएम मोदी ने उद्घाटन कर दिया है। लेकिन बावजूद इसके इस पर सियासत नहीं थम रहा है। उद्घाटन के थोड़ी देर बाद ही बिहार की सत्ताधारी पार्टी आरजेडी ने एक विवादित ट्वीट कर सियासी घमासान और तेज कर दिया है। आरजेडी की तरफ से किए गए ट्वीट में नई संसद की तुलना एक ताबूत से की गई है। जिसमें एक तरफ नए संसद भवन का फोटो है, तो वहीं दूसरी तरफ ताबूत का। जिसपर काफी रिट्वीट भी हुए हैं।

आरजेडी की तरफ से किए ट्वीट में एक तरफ ताबूत और दूसरी तरफ नई संसद का फोटो दिखाते हुए कैप्शन दिया गया है। ये क्या है?

वहीं इस ट्वीट पर एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि लोकतंत्र के पुजारी सब लोग हैं। लेकिन इतिहास बदलने का जो प्रयास किया जा रहा है। उसका सांकेतित प्रतिबिंब हमारी पार्टी ने दिखाया है। लोकतंत्र के मंदिर को बीजेपी ने अपना मंदिर और भवन समझ लिया है। ये समारोह और भव्य होता, अगर 19 विपक्षी दल भी शामिल होते। संसद भवन की ताबूत से तुलना पर उन्होने कहा कि इतिहास को दफ्न किया जा रहा है। उसका सांकेतिक रूप दिखाया गया है। लोकतंत्र के मंदिर का भगवाकरण हो रहा है। ये लोकतंत्र का अपमान है। विपक्ष की अहमियत को नकारा नहीं जा सकता है।

मार्च के दौरान हिरासत में लिए गए पहलवानों के समर्थन में आज राकेश टिकैत दिल्ली के लिए करेंगे प्रस्थान, पढ़िए, यह दी चेतावनी

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने स्त्री पहलवानों के समर्थन में 28 को दिल्ली कूच का आह्वान किया है। उन्होंने अपने फेसबुक एकाउंट पर भी वक्तव्य जारी कर आज 28 मई को स्त्री पहलवानों के समर्थन में दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया है।

 राकेश टिकैत रविवार को मुजफ्फरनगर स्थित अपने आवास से कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया है कि सहारनपुर और मेरठ मंडल से जानकारी मिली है कि पुलिस-प्रशासन कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए उनके घरों पर पहुच रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है रात दस बजे तक कार्यकर्ताओं को स्वतंत्र नहीं छोड़ा गया तो ट्रैक्टरों से भारी संख्या में दिल्ली पहुंचकर आंदोलन किया जाएगा।

सरकूलर रोड स्थित अपने आवास पर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि रविवार को दिल्ली में स्त्री पहलवानों के समर्थन में सभी भाकियू स्त्री और पुरुष संसद भवन जाएंगे। उन्हें पता लगा है कि दिल्ली पुलिस प्रशासन ने सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। भाकियू कार्यकर्ता अपने अपने मोटर वाहनों से किसान क्रांति गेट गाजीपुर पर एकत्रित होंगे और वहीं से आगे की रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि पुलिस प्रशासन ने अपनी फोर्स कार्यकर्ताओं के घरों से नहीं हटाई तो कार्यकर्ता अपने ट्रैक्टर से दिल्ली के लिए निकलेगा और इसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।

उन्होंने चेतावनी देते हुए बोला कि यदि पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोका तो आंदोलन जब तक पूर्ण नहीं होगा तब तक भाकियू कार्यकर्ता दिल्ली में डटे रहेंगे। उन्होंने बोला कि 28 तारीख की दिल्ली बैठक के बाद 29 को अमरोहा, 30 को लखीमपुर खीरी, जहां कारागार में बंद किसानों से वार्ता की जाएगी और 31 को फैजाबाद और एक जून को अलीगढ़ टप्पल में बैठक की जाएगी।

नए संसद भवन के उद्घाटन पर पहले राजद ने कर दी ताबूत से तुलना, मचा संग्राम तो ट्वीट कर दी यह सफाई


नई संसद का पीएम मोदी ने उद्घाटन कर दिया है। लेकिन बावजूद इसके इस पर सियासत नहीं थम रहा है। उद्घाटन के थोड़ी देर बाद ही बिहार की सत्ताधारी पार्टी आरजेडी ने एक विवादित ट्वीट कर सियासी घमासान और तेज कर दिया है। आरजेडी की तरफ से किए गए ट्वीट में नई संसद की तुलना एक ताबूत से की गई है। जिसमें एक तरफ नए संसद भवन का फोटो है, तो वहीं दूसरी तरफ ताबूत का। जिसपर काफी रिट्वीट भी हुए हैं।

आरजेडी की तरफ से किए ट्वीट में एक तरफ ताबूत और दूसरी तरफ नई संसद का फोटो दिखाते हुए कैप्शन दिया गया है। ये क्या है?

वहीं इस ट्वीट पर एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि लोकतंत्र के पुजारी सब लोग हैं। लेकिन इतिहास बदलने का जो प्रयास किया जा रहा है। उसका सांकेतित प्रतिबिंब हमारी पार्टी ने दिखाया है। लोकतंत्र के मंदिर को बीजेपी ने अपना मंदिर और भवन समझ लिया है। ये समारोह और भव्य होता, अगर 19 विपक्षी दल भी शामिल होते। संसद भवन की ताबूत से तुलना पर उन्होने कहा कि इतिहास को दफ्न किया जा रहा है। उसका सांकेतिक रूप दिखाया गया है। लोकतंत्र के मंदिर का भगवाकरण हो रहा है। ये लोकतंत्र का अपमान है। विपक्ष की अहमियत को नकारा नहीं जा सकता है।

नए संसद भवन का उद्घाटन पर सियासी घमासान, राजद के ताबूत वाले बयान पर भड़की भाजपा ने कहा, इससे ज्यादा लोकतंत्र का क्या अपमान होगा


भले ही पीएम मोदी ने आज नए संसद भवन का उद्घाटन कर दिया हो। लेकिन उस पर सियासत औक तेज हो गई है। आरजेडी के उस ट्वीट पर बीजेपी भड़की हुई है। जिसमें राजद ने नए संसद की तुलना एक ताबूत से की है। जिसके बाद बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इससे ज्यादा लोकतंत्र का क्या अपमान होगा। ऐसे लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा होना चाहिए। सुशील मोदी ने कहा कि नई संसद जनता के पैसों के बनी है। और अब नए भवन में ही संसद चलेगी। तो क्या अब आरजेडी हमेशा इसका बहिष्का करेगी। क्या आरजेडी के सांसद लोकसभा और राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे।

लोकतंत्र का इससे ज्यादा क्या होगा अपमान

बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि एक राजनीतिक दल इतनी घटिया मानसिकता पर उतर आया है कि एक शुभ दिन, जो देश के लिए गौरव का दिन हो। उसी दिन नई संसद की तुलना एक ताबूत से की गई है। जिसमें डेडबॉडी को रखा जाता है। ऐसे लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि पुराना भवन 90 साल का हो गया है। और नया भवन बना है तो इसका विरोध क्यों किया जा रहा है? बीजेपी और नरेंद्र मोदी का विरोध करने के लिए लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन का विरोध किया जा रहा है। जिसकी आवश्यकता तुरंत देश को पड़ने वाली है।

आरजेडी ने दी ट्वीट पर सफाई

वहीं बीजेपी नेता संजय जासयवाल ने कहा कि यह निंदनीय है। बता दें आज ही नई संसद का पीएम मोदी ने उद्घाटन किया है। थोड़ी ही देर बाद आरजेडी ने ट्वीट कर सियासी बयानबाजी को और धार दे दी है। हालांकि राजद का कहना है कि बीजेपी इस तस्वीर का गलत अर्थ निकाल रहे हैं। ताबूत की तुलना नई संसद से नहीं की गई। बल्कि आज जिस तरह इतिहास को दफ्न किया जा रहा है। उसका सांकेतिक रूप दिखाया गया है। लोकतंत्र के मंदिर का भगवाकरण हो रहा है। ये लोकतंत्र का अपमान है। विपक्ष की अहमियत को नकारा नहीं जा सकता है।

राहुल गांधी का पीएम मोदी पर जोरदार हमला, कहा-नए भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे प्रधानमंत्री

#rahul_gandhi_jabs_pm_on_new_parliament_opening

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्थापित किया। उधर कांग्रेस समेत 21 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से नए संसद भवन के उद्घाटन की मांग को लेकर बहिष्कार किया। पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन के बाद कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं।

नए संसद भवन के उद्घाटन के कुछ घंटों बाद, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम पर तंज कसते हुए कहा कि वह नए भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समारोह मान रहे हैं। राहुल गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा कि संसद लोगों की आवाज़ है! प्रधानमंत्री संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं। बता दें कि कांग्रेस समेत देश की 20 पार्टियों ने नई संसद के भव्य उद्घाटन का बहिष्कार किया है।

वहीं, पूर्व सांसद राहुल ने एक ट्वीट करके जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के समर्थन में आवाज उठाई। राहुल गांधी ने कहा, "राज्याभिषेक पूरा हुआ- 'अहंकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़।

36 दिन से जारी पहलवानों का धरना खत्म! जंतर-मंतर से पुलिस ने उखाड़े तंबू, हिरासत में लिए गए रेसलर्स

#wrestlers_protest

भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक महीने से अधिक लंबे पहलवानों के धरने को लेकर दिल्ली पुलिस ने सख्त रुख अपना लिया है। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से नए संसद भवन की ओर मार्च कर रहे पहलवानों को हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से पहलवानों का तंबू भी हटा दिया है।

पुलिस ने प्रदर्शन स्थल खाली किया

जंतर मंतर पर अपने विरोध स्थल से नई संसद की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे पहलवानों को सुरक्षा कर्मियों ने रोका और हिरासत में लिया। पहलवान नई संसद की ओर कूच करने की कोशिश कर रहे थे क्योंकि वे नई संसद के सामने महिला महापंचायत करना चाहते हैं। संसद भवन की ओर जा रहे पहलवानों को पुलिस ने रोक लिया है। इस दौरान कई पहलवानों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिस ने वहां रहने के लिए बनाए गए तंबू को हटा दिया है।

साक्षी मलिक विनेश फोगाट को हिरासत में लिया गया

नई संसद की ओर कूच करने पर हिरासत में ली गई महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि हम शांतिपूर्वक मार्च कर रहे थे। लेकिन उन्होंने हमें जबरदस्ती घसीटा और हिरासत में लिया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम देश विरोधी नहीं हैं, हम तिरंगे के साथ शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे थे, पहलवानों को हिरासत में लिया गया है, जो बहन-बेटियां न्याय मांग रही हैं तो उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है।

जेएनयू में पहलवानों की गिरफ्तारी पर नारेबाजी

पहलवानों को हिरासत में लिये जाने के बाद जेएनयू के छात्र भी उनके समर्थन में उतर आए हैं। आइसा कार्यकर्ता गंगा ढाबा पर एकत्रित होकर नारेबाजी कर रहे हैं। वहीं एहतियात के तौर पर जेएनयू के बाहर दिल्ली पुलिस बल मौजूद है। आइसा का दावा है कि दिल्ली पुलिस ने कैंपस में अघोषित रूप से धारा-144 जैसी स्थिति बना दी है।

अरविंद केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन से अस्पताल में की मुलाकात, गले लगाकर जाना हाल, बताया-हीरो

#arvindkejriwalmetsatyendrajain

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज अस्पताल पहुंच अपनी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन से मुलाकात की।केजरीवाल ने रविवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्तपताल (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन से मुलाकात की। अरविंद केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन को गले लगाया। इस दौरान सीएम केजरीवाल ने सत्येंद्र जैने से उनका हाल जाना।

दिल्ली सीएम केजरीवाल ने इस मुलाकात की कुछ तस्वीरें अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा की। सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए दिल्ली सीएम ने लिखा कि हिम्मती आदमी से मुलाकात...हीरो। इस ट्वीट के साथ तीन फोटोज शेयर की गई है। जिसमें अरविंद केजरीवाल सत्येंद्र जैन से गले मिलते और हाथ मिलाते दिख रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने दी थी 6 हफ्तों की अंतरिम जमानत

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को मेडिकल ग्राउंड पर अंतरिम जमानत दी है। सुप्रीम कोर्ट ने शर्तों के साथ 11 जुलाई तक सत्येंद्र जैन को जमानत देने का निर्देश दिया है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जेके महेश्वरी और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की बेंच ने उनकी अपनी मर्जी से अस्पताल में इलाज कराने की छूट दी है और कहा है कि अंतरिम जमानत के लिए शर्त ट्रायल कोर्ट तय करेगा। साथ ही, कोर्ट ने कहा है कि वह मेडिकल रेकॉर्ड 10 जुलाई को पेश करें। सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व मंत्री से कहा है कि वह अंतरिम जमानत अवधि के दौरान वह मीडिया से बात नहीं करेंगे और वह किसी भी गवाह को प्रभावित करने की कोशिश नहीं करेंगे।

करीब एक साल से जेल में बंद है जैन

बता दें कि पिछले साल मई में गिरफ्तार किए जाने के बाद से तिहाड़ जेल में बंद आम आदमी पार्टी (आप) के नेता एवं दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन बृहस्पतिवार को चक्कर आने से शौचालय में गिर पड़ थे। जिसके बाद उन्हें अस्पताल भर्ती कराया गया। धन शोधन के एक मामले में पिछले साल मई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से जैन तिहाड़ जेल में बंद।

पीएम मोदी बोले-नई संसद नए भारत के सृजन का आधार बनेगी, ये आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा

#pmmodifirstspeechinnewparliament_building

वैदिक परंपराओं के साथ आज नए संसद भवन का उद्घाटन हो गया है।पीएम मोदी ने पूरे विधि-विधान से इसका उद्घाटन किया। इसके बाद लोकसभा के उपाध्यक्ष और इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का भाषण हुआ। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन हुआ। इस मौके पर पीएम ने कहा कि हर देश की विकास यात्रा में कुछ पल ऐसे आते हैं जो हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं। कुछ तारीखें समय की ललाट पर इतिहास का अमित हस्ताक्षर बन जाती हैं। आज 28 मई 2023 का यह दिन ऐसा ही शुभ अवसर है। देश आजादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव मना रहा है। भारत के लोगों ने अपने लोकतंत्र को संसद के इस नए भवन का उपहार दिया है। मैं देशवासियों को इस स्वर्णिम क्षण की बहुत-बहुत बधाई देता हूं। 

नए रास्तों पर चलकर ही नए कीर्तिमान गढ़े जाते है-पीएम मोदी

पीएम ने नए संसद के भाषण में कहा है कि नए रास्तों पर चलकर ही नए कीर्तिमान गढ़े जाते है। नया भारत नए लक्ष्य तय कर रहा है। नया जोश है, नया उमंग है, नया सफर है। नई सोच है, दिशा नई है, दृष्टि नई है। संकल्प नया है, विश्वास नया। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि ये सिर्फ भवन नहीं है यह 140 करोड़ भारतीयों के आकांक्षाओं एवं सपनों का प्रतिबिंब है। यह विश्व को भारत के दृढ़ संकल्प को संकेत देने वाला लोकतंत्र का मंदिर है। यह नया संसद भवन योजनाओं को यथार्थ से, नीति को निर्माण से, इच्छाशक्ति को क्रियाशक्ति से, संकल्प को सिद्धी से जोड़ने वाली अहम कड़ी साबित होगा। यह नया भवन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने का मध्यम बनेगा। यह नया भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा। यह नया भारत विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धी होते हुए देखेगा। यह नया भवन नूतन एवं पुरातन के सह-अस्तित्व भी बेजोड़ उदाहरण है। आज नया भारत अपने लिए नए लक्ष्य गढ़ रहा है।

यह भवन नए भारत के सृजन का आधार बनेगा-पीएम मोदी

दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को यह भवन नई ऊर्जा और मजबूती प्रदान करेगी। यहां होने वाला हर निर्णय भारत के भविष्य को संवारेगा। इस भवन की हर ईंट और हर दीवार गरीब के कल्याण के लिए समर्पित है। अगले 25 वर्षों में संसद में बनने वाले नए कानून भारत को विकसित राष्ट्र बनाएंगे। यहां बनने वाले कानून, युवाओं, महिलाओं के लिए नए अवसरों का निर्माण करेंगे। यह भवन नए भारत के सृजन का आधार बनेगा। मैं समस्त भारतवासियों को नए संसद की बधाई देता हूं।

इस नए भवन में संस्कृति भी है संविधान के स्वर भी हैं-पीएम मोदी

21वीं सदी का भारत बुलंद हौसलों से भरा हुआ है। आज नए संसद भवन को देखकर हर भारतीय गौरव से भरा हुआ है। इस भवन में विरासत भी है, वास्तु भी है। कला भी है कौशल भी है। इसमें संस्कृति भी है संविधान के स्वर भी हैं। लोकसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय पक्षी मोर पर आधारित है तो राज्यसभा का आतंरिक हिस्सा राष्ट्रीय फूल कमल पर आधारित है। संसद के प्रांगण में हमारा राष्ट्रीय वृक्ष बरगद भी है। इस नए भवन में देश की विशेषताओं को समाहित किया गया है।

पीएम मोदी ने सावरकर को किया याद, मन की बात में किया इन हस्तियों का जिक्र

#pmmodimannkibaat

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित किया।पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ के 101वें एपिसोड को सेकेंड सेंचुरी का प्रारंभ बताया और कहा कि पिछले महीने हम सभी ने इसकी स्पेशल सेंचुरी को सेलिब्रेट किया है। उन्होंने देश से कहा, ‘आपकी भागीदारी ही इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी ताकत है।इस दौरान उन्होंने वीर सावरकर से लेकर एनटी रामा राव तक कई बड़ी हस्तियों का जिक्र किया।

पीएम ने किया ‘युवा संगम’ का जिक्र

पीएम मोदी बोले, जब 'मन की बात' का प्रसारण हुआ, तो उस समय दुनिया के अलग-अलग देशों में, अलग-अलग टाइम जोन में, कहीं शाम हो रही थी तो कहीं देर रात थी। इसके बावजूद, बड़ी संख्या में लोगों ने 100वें एपिसोड को सुनने के लिए समय निकाला। पीएम मोदे ने आगे कहा, पिछले मन की बात में काशी तमिल संगमम की बात की। सौराष्ट्र तमिल संगमम की बात की। कुछ समय पहले ही वाराणसी में काशी तेलुगू संगमम भी हुआ। एक भारत श्रेष्ठ भावना को ताकत देने वाला ऐसे ही एक और अनूठा प्रयास देश में हुआ है। ये प्रयास है- युवा संगम का।शिक्षा मंत्रालय ने ‘युवा संगम’ नाम से एक बेहतरीन पहल की है। इसका उद्देश्य लोगों को लोगों को जोड़ने के साथ ही देश के युवाओं को आपस में घुलने-मिलने का मौका देना है। इसके तहत विभिन्न राज्यों के युवाओं को अलग-अलग राज्यों के दौरे पर भेजा जा रहा है। 

वीर सावरकर को किया याद

पीएम मोदी ने इस दौरान वीर सावरकर और एनटी रामा राव को भी याद किया। दरअसल आज यानी 28 मई को वीर सावरकर और एनटी रामा राव की जयंती है। पीएम मोदी ने मन की बात में इन दिग्गजों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। वीर सावरकर को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सामाजिक समानता और सामाजिक न्यया के लिए वीर सावरकर ने जितना कुछ किया, उसे आज कोई नहीं भूला। पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि उनके त्याग, साहस और संकल्प-शक्ति से जुड़ी कहानियां आज भी सबको प्रेरित करती हैं।

एनटीआर की प्रतिभा का किया जिक्र

वहीं एनटीआर का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि उन्होंने अपनी प्रतिभा के दम पर अमिट छाप छोड़ी। एनटीआर की 100वीं जयंती पर उन्हें याद करतए हुए पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने तेलुगु सिनेमा का ही नहीं करोड़ो लोगों का दिल जीता। पीएम मोदी ने एनटीआर की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया था। उन्होंने कई ऐतिहासिक पात्रों को अपने एक्टिंग के दम पर फिर से जीवित किया। भगवान कृष्ण, राम और ऐसी कई अन्य भूमिकाओं में एन.टी.आर का अभिनय लोग आज भी याद करते हैं।

पीएम मोदी ने जापान दौरे का किया जिक्र

पीएम मोदी ने इस दौरान जापान के दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि, कुछ दिनों पहले मैं जापान गया जहां मुझे हिरोशिमा पीस मेमोरियल में जाने का मौका मिला। ये एक भावुक कर देने वाला पल था। जब हम इतिहास की यादों को संजोकर रखते हैं तो आने वाली पीढ़ियों की बहुत मदद करता है। पीएम मोदी ने बताया, बीते वर्षों में भी हमने भारत में नए-नए तरह के म्यूजियम और मेमोरियल बनते देखे हैं। स्वाधीनता संग्राम में आदिवासी भाई-बहनों के योगदान को समर्पित 10 नए म्यूजियम बनाए जा रहे हैं। पीएम मोदी बोले, गुरुग्राम में एक अनोखा संग्रहालय है. म्यूजियो कैमरा, इसमें 1860 के बाद के 8 हजार से ज्यादा कैमरों का कलेक्शन मौजूद है। तमिलनाडु के म्यूजियम ऑफ पॉजिब्लिटीज को हमारे दिव्यांगजनों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय एक ऐसा म्यूजियम है, जिसमें 70 हजार से भी अधिक चीजें संरक्षित की गई हैं।

‘विश्व योग दिवस’ का भी जिक्र

आखिर में पीएम मोदी ने 21 जून को होने वाले ‘विश्व योग दिवस’ का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “21 जून को हम ‘विश्व योग दिवस’ भी मनाएंगे.।आप इन तैयारियों के बारे में भी अपने ‘मन की बात’ में मुझे लिखते रहिए। किसी और विषय पर कोई और जानकारी अगर आपको मिले तो वो भी मुझे बताइयेगा।

इमेजिंग सिस्टम, फेस रिकग्निशन, समेत कई लेयर में कड़ें पहरे, जानें नए संसद भवन की सुरक्षा-व्यवस्था के बारे में*

#knowhowstrictisthesecurityofthenewparliamentbuilding

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन कर इसे राष्ट्र को समर्पित कर दिया है। नई संसद को आर्किटेक्‍ट बिमल पटेल की निगरानी में अहमदाबाद की एचसीपी डिजाइन, प्‍लानिंग एंड मैनेजमेंट ने डिजाइन किया है. इसे टाटा प्रोजेक्‍ट्स लिमिटेड ने रिकॉर्ड समय में बनाकर तैयार किया है। नई संसद 64,500 वर्ग मीटर में फैली भव्‍य इमारत है। जाहिर सी बात है, देश की इस सबसे महत्वपूर्ण जगह की हर व्यवस्था एकदम दुरूस्त होगी, खासकर सुरक्षा व्यवस्था। जानते हैं कि नई संसद में सुरक्षा के क्‍या बंदोबस्‍त हैं?

नए संसद भवन की सुरक्षा को लेकर बार-बार सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं, क्योंकि मौजूदा संसद एक बार आतंकियों के हमले से दहल चुका है। 13 दिसबंर 2001 को आतंकियों ने बड़ा हमला किया था। इस हमले में 9 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। जिनमें दिल्ली पुलिस के जवान भी शामिल थे। तब से संसद के सुरक्षा बंदोबस्‍त को लगातार कड़ा किया गया। इस सबके मद्देनजर संसद की नई बिल्डिंग में सुरक्षा बंदोबस्‍त का खास ख्‍याल रखा गया है। नई इमारत में सुरक्षा के लिए एडवांस टेक्‍नोलॉजी, आधुनिक हथियारों से लैस सुरक्षा बल, अग्नि शमन प्रणाली समेत कई इंतजाम किए गए हैं। नई संसद की सुरक्षा मौजूदा भवन के मुकाबले कई गुना बेहतर होगी। दूसरे शब्‍दों में कहा जाए तो नई संसद भवन में ऐसी कई सुरक्षा व्यवस्थताएं होंगी जो फिलहाल मौजूदा संसद भवन में नहीं हैं। 

सीसीटीवी कैमरा फेस रिकॉग्निशन सिस्टम से लैस

नई संसद में 360 डिग्री सीसीटीवी सर्विलांस की सुविधा रहेगी। इसकी खास बात ये होगी कि ये सीसीटीवी कैमरा फेस रिकॉग्निशन सिस्टम से लैस होंगे। ये सीसीटीवी कैमरा 360 डिग्री रोटेट कर निगरानी रखेंगे। खास बात है कि अगर कोई व्यक्ति कैमरे के घूमने की विपरित दिशा से संसद भवन परिसर में घुसने का प्रयास करता है तो भी वह पकड़ा जाएगा। एक कैमरा जब विपरित दिशा में घूमता है तो उसी वक्त सेकेंड और थर्ड कैमरा, पहले वाले कैमरे की दिशा में आ जाता है। इससे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के लिए संसद में एंट्री करना काफी मुश्किल हो जाएगा।

किसी भी तरह की घुसपैठ का आसानी से पता लग सकेगा

नई संसद में घुसपैठियों को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। थर्मल इमेजिंस सिस्टम किसी भी घुसपैठिए का पता लगाने में मददगार साबित होगा। इसके अलावा किसी भी तरह की अनहोनी से निपटने के लिए एक मजबूत फायर अलार्म सिस्टम होगा। आग लगने से नुकसान को बचाने के लिए आग दमन प्रणाली की व्यवस्था की गई है।

बैरियर, बाड़ और चौकियों से कई स्‍तर की सुरक्षा

संसद भवन परिसर में किसी भी संदिग्‍ध व्‍यक्ति को रोकने और किसी भी अनहोनी को नाकाम करने के लिए कई स्‍तर के सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं। इनमें बैरियर्स, बाड़ और चौकियों पर आधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस सुरक्षा बलों की तैनाती होगी। नए भवन के सुरक्षा बंदोबस्‍त में इस बात का खास ख्‍याल रखा गया है कि अगर संसद पर आतंकी हमला, बम धमाका या किसी दूसरी तरह से हमला किया जाए तो किसी भी सांसद, कर्मचारी या दूसरे लोगों को कोई नुकसान ना हो।

सर्विलांस सिस्टम के साथ छेड़छाड़ का तुरंत पता चलेगा

संसद भवन में ऐसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी लगे हैं, जिनकी मदद से सर्विलांस सिस्टम के साथ कोई छेड़छाड़ होती है तो उसका तुरंत पता लग जाएगा। संसद भवन परिसर के किस सेक्शन में यह छेड़छाड़ हुई है, उस कंट्रोल पैनल की जानकारी सेंट्रल सर्वर पर आ जाती है। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस प्रणाली में उन सभी बातों का ध्यान रखा गया है, जिनका इस्तेमाल कर शत्रु राष्ट्र या आतंकी समूह, किसी हमले की प्लानिंग करते हैं। संसद भवन में एनएसजी के शार्पशूटर 24 घंटे तैनात रहेंगे। इसके अलावा पीडीजी, जो सीआरपीएफ का एक समूह है, उसकी संख्या बढ़ाई गई है। संसद भवन परिसर के आसपास की सुरक्षा दिल्ली पुलिस के शार्पशूटर और स्वैट कमांडो को दी गई है। 

फिजकल सिक्योरिटी के अलावा नए संसद भवन में कई सुरक्षा प्रोटोकॉल भी होंगे। ये प्रोटोकॉल एक्सेस कंट्रोल से लेकर विजिटर मैनेजमेंट तक सब कुछ कवर करेंगे। इन प्रोटोकॉल का उद्देश्य संसद में एक सुरक्षित वातावरण बनाना है, जहां संसद के सदस्य हमले के डर के बिना अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें।