गुमला के डुमरी में सड़क हादसा,4 की मौत, सीएम हेमंत सोरेन ने जताया शोक


गुमला में सड़क हादसा में चार लोगों की मौत हो गयी।झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने इस सड़क हादसा को लेकर ट्वीट किया है. 

उन्होंने लिखा है कि गुमला के डुमरी में सड़क दुर्घटना में 4 लोगों की मृत्यु की खबर से मन आहत है. 

परमात्मा दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे. दुर्घटना में घायल हुए लोगों को जिला प्रशासन द्वारा चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है.

ब्रेकिंग/गुमला के बसिया थाना क्षेत्र के बंबियारी गांव में मासूम बच्ची की गला काट कर निर्मम हत्या, आरोपी गिरफ्तार

गुमला जिले के बसिया थाना क्षेत्र के बंबियारी गांव में रंजीत सिंह की पांच वर्षीय मासूम बच्ची रीतिका कुमारी की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गयी है. घटना बुधवार अहले सुबह की है. रीतिका आंगनबाड़ी जा रही थी. तभी गांव के ही 25 वर्षीय रवि सिंह ने धारदार हथियार से गला काट दिया.

रांची:पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के जन्मदिन पर कटा केक,पहाड़ी मंदिर में हुई पूजा अर्चना


रांची:- प्रदेश कार्यसमिति सदस्य संजय कुमार जयसवाल के नेतृत्व में आज भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास जी का जन्मदिन शुभ अवसर पर रांची के ह्रदय स्थली पहाड़ी मंदिर पर पूजा अर्चना किया उसके बाद छोटे-छोटे बच्चों के बीच केक काटकर मनाया एवं जरूरतमंदों के बीच फल का भी वितरण किया गया। 

सलम बस्ती में जाकर जरूरतमंदों के बीच फल वितरण किया साथ ही महिलाओं के बीच साड़ी का वितरण किया गया एवं छोटे-छोटे बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूकता अभियान भी चलाए गया और बच्चे को बीच में कॉपी पेंसिल का भी वितरण किया गया।

पहाड़ी मंदिर में पूजा अर्चना कर रघुवर दास जी की लंबी आयु की कामना किया वह स्वस्थ रहें दीर्घायु रहें ताकि देश और राज्य के जनता के बीच समाज सेवा करते रहे। यही कामना के साथ उनके जन्मदिन मनाया।

इसमें मुख्य रूप से उपस्थित ललित नारायण ओझा राजकुमार जयसवाल शुभम कुमार जयसवाल तरुण कुमार जयसवाल जावेद सलीम राजेश वर्मा राजेश कुमार कृष्णा कुमार सहित युवा साथी उपस्थित थे।

झारखंड: रांची में हरमू के चुनाभट्टा इलाके में भूगर्भ का जलस्तर नीचे जाने से लोगो को पानी की कमी का करना पड़ रहा सामना

झारखंड: रांची में हरमू के चुनाभट्टा इलाके में भूगर्भ का जलस्तर नीचे जाने से लोगों को पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है।

एक स्थानीय ने बताया, "नगर निगम को ध्यान देना चाहिए। लोग ऑटो आदि से दूर-दूर से पानी लाते हैं। टैंकर भी नियमित नहीं आता, हफ्ते में 1-2 दिन आता है।"

पूरे रांची में निगम के 300 से अधिक टैंकर जा रहे हैं। हमने कंट्रोल रूम स्थापित किया है जहां लोग पानी की समस्या के लिए कॉल करते हैं और उनकी समस्या का समाधान करते हैं। पानी की समस्या से लड़ने के लिए हम और टैंकर ले रहे हैं

आज सामाजिक संस्था नाम्या स्माइल फाउंडेशन की ओर से जमशेदपुर में पत्रकारों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन

सामाजिक संस्था नाम्या स्माइल फाउंडेशन की ओर से विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर शहर के पत्रकारों के लिए अग्रसेन भवन साकची में निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया जायेगा. सुबह दस बजे शिविर का उद्घाटन होगा. 

फोर्टिस अस्पताल कोलकाता के विशेषज्ञ चिकित्सक स्वास्थ्य जांच करेंगे. जो उचित परामर्श भी देंगे. जिसमें आंख, प्रसूति, हृदय रोग, ऑर्थो, ब्लड प्रेशर, मधुमेह, फिजियोथेरेपी, दांत, ईएनटी समेत सामान्य चिकित्सक स्वास्थ्य जांच करेंगे. 

फाउंडेशन के संस्थापक कुणाल षाड़ंगी ने बताया कि पत्रकार समाज का दर्पण होते हैं. वे अपने स्वास्थ्य की परवाह न कर समाजहित में कार्य करते हैं. उनकी दिनचर्या तनावपूर्ण रहती है. जिस कारण वे अपने स्वास्थ्य की जांच नहीं करा पाते. इस बात को ध्यान में रखकर ही यह शिविर लगाया गया है.

आज सांसद संजय सेठ करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस तीन दिवसीय सांस्कृतिक आयोजन को लेकर करेंगे चर्चा


आज मुख्यमंत्री आवास के सामने दिन के 1:00 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को रांची के सांसद संजय सेठ जी संबोधित करेंगे.

 ज्ञात हो की रांची के सांसद संजय सेठ द्वारा भव्य सांस्कृतिक महोत्सव का तीन दिवसीय आयोजन पांच, छह, सात मई को आयोजित की गई है. जिसमें देश के नामी कलाकार सहित भव्य उद्घाटन समारोह का आयोजन होगा.

लातेहार: चंदवा में डायन बिसाही के आरोप में वृद्ध दंपति की हत्या


लातेहार के चंदवा में डायन बिसाही का मामला, वृद्ध दंपति की लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी गयी।

इस मामले में दो दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.विदित हो कि झारखंड में अभी भी आदिवासी बहुल क्षेत्र में अंध विश्वास लोगों में काफी फैला है।आये दिन डायन बिसाही के मामले में हत्या सामने आ रही है।

झारखंड में अप्रेंटिसशिप कॉन्क्लेव का किया गया है आज आयोजन, राज्यपाल होंगे मुख्य अतिथि

राँची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता के अनुरूप क्षेत्रीय स्तर पर युवाओं के लिए अप्रेंटिसशिप की संभावनाओं को बढ़ावा देने हेतु,कॉन्क्लेव का किया गया है.

 कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के तत्वावधान में और भारतीय प्रबंधन संस्थान रांची (आईआईएम-आर) के सहयोग से कौशल विकास और उद्यमिता के क्षेत्रीय निदेशालय (आरडीएसडीई), 3 मई 2023 को आईआईएम रांची में "अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग के माध्यम से झारखंड की क्षमता को अनलॉक करना" विषय पर एक दिवसीय संवाद की मेजबानी कर रहा है. 

झारखंड के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन कॉन्क्लेव में मुख्य अतिथि होंगे.

राज्य में कई जगहों पर वज्रपात के साथ बारिश की संभावना,6 मई से चढ़ेगा पारा


रांची:राज्य में बारिश के बाद मौसम का मिजाज बदल चुका है। आज सुबह से ही हल्की बारिश शुरु हो गयी। थोड़ी देर बाद बारिश बंद हुई लेकिन आसमान में बादल घिरे रहे। आईएमडी ने देश के कई राज्यों में बारिश का अनुमान लगाया है। झारखंड में भी बारिश की संभावना जाहिर की गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान झारखंड के कई जिलों में गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हुई है।

6 मई से आसमान रहेगा साफ चढ़ेगा पारा 

मौसम केंद्र की पूर्वानुमान रिपोर्ट के अनुसार, अगले छह दिन भी मौसम में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। तीन और चार मई को बादल छाए रहेंगे और बारिश भी हो सकती है। वहीं पांच व छह मई आसमान साफ रहेगा। इसके अलावा 7 व 8 मई भी बारिश होने की संभावना है।

भीषण गर्मी से मिल रही है राहत

मई में भीषण गर्मी होनी चाहिए थी वहीं राज्य का पापमान बड़ी राहत दे रहा है। झारखंड के मौसम में बदलाव दिख रहा है। राज्य का तापमान हल्का ठंडक भरा है। मौसम ऐसा भी नहीं है कि लोग गर्म कपड़े पहनकर निकलें लेकिन मौसम में अचानक बारिश के बाद हल्की ठंड बढ़ रही है। राजधानी रांची में सुबह से बादल छाए हैं।

क्या है मौसम में बदलाव के कारण

इस माह बारिश के तीन कारण बन रहे हैं। पहला पश्चिमी विक्षोभ के कारण आने वाली नमी, दूसरा बंगाल की खाड़ी में सर्कुलेशन सिस्टम और तीसरा झारखंड से ट्रफ लाइन गुजरना। मार्च और अप्रैल जैसी भीषण गर्मी से राहत की उम्मीद है। अगले 10 दिनों तक बीच-बीच में बारिश होनेकी संभावना है। इससे रांची का अधिकतम तापमान 35 डिग्री तक रहने की संभावना है। यानी गर्मी तो पड़ेगी, लेकिन बीच-बीच में बारिश से लोगों की बेचैनी कम होगी।

23 साल के आंकड़े क्या कहते हैं क्या रही है स्थिति

23 सालों के आंकड़ों पर गौर करने यह पता चलता है कि 2017 में रांची का अब तक सबसे अधिक तापमान 43.2 डिग्री रिकॉर्डकिया गया है। इस बार मई माह में रांची का अधिकतम तापमान 40 डिग्री तक पहुंच सकता है। वहीं डालटनगंज, गढ़वा, लातेहार, चतरा, जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, गोड्डा, देवघर, दुमका सहित अन्य जगहों पर अधिकतम पारा 40 डिग्री पार करेगा। यानी 42 से 43 डिग्री तक पहुंच सकता है।

1999 से 2022 तक सर्वाधिक बारिश 325.2 मिमी 2021 में

मौसम केंद्र की पूर्वानुमान रिपोर्ट के अनुसार, साल 1999 से लेकर साल 2022 तक रांची में 15 मई 2017 में 43.2 डिग्री रिकॉर्ड दर्ज किया गया। बाकी अन्य सालों में मई महीने में 40 से 37 डिग्री के बीच अधिकतम पारा रिकॉर्डकिया गया है। वहीं रांची में साल 2021 में सबसे ज्यादा बारिश 325.2 मिमी दर्ज की गई है। बाकी 22 सालों में 90 से 160 मिमी के बीच बारिश हुई।

मौसम केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, अगले तीन दिनों में अधिकतम तापमान तीन से चार डिग्री की वृद्धि होनेकी संभावना है। इसके बाद कोईबड़े बदलाव नहीं होनेकी संभावना है। वहीं राज्य के उत्तर-पूर्वी, दक्षिणी के बाद मध्य हिस्से में गर्जन, वज्रपात के बाद बारिश होनेकी संभावना है।

कब कैसा रहेगा मौसम

3 मई : आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, बादल गरजने के साथ बारिश की संभावना, अधिकतम तापमान 31 और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री रहेगा।

4 मई : आंशिक बादल छाए रहने की संभावना, गर्जन हो सकते हैं, अधिकतम तापमान 31 डिग्री और न्यूनतम 21 डिग्री रहने के आसार।

5- 6 मई : आसमान साफ रहेगा, अधिकतम 33 से 35 डिग्री और न्यूनतम 21 से 22 डिग्री रहने की संभावना है।

7-8 मई : आसमान साफ रहेगा, मौसम शुष्क रहने से गर्मी व उमस परेशान कर सकता है।

राँची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य स्तरीय 80 उत्कृष्ट विद्यालय का आज किया उद्घाटन


रांची: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि इस माह के अंत तक 25 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। वैसे तो राज्य में हजारों की संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति किया जाना प्रस्तावित है परंतु इस महीने के अंत तक 25 हजार नवनियुक्त शिक्षक राज्य के विभिन्न स्कूलों में पठन-पाठन के कार्य को सुदृढ़ करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दिन शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। 

आज 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का राज्यस्तरीय शुभारंभ हुआ है। आने वाले समय में झारखंड में और 5 हजार विद्यालयों को उत्कृष्ट विद्यालय (स्कूल ऑफ एक्सीलेंस) के रूप में अपग्रेड किया जाएगा। सभी उत्कृष्ट विद्यालयों के प्राचार्य एवं शिक्षकों को राज्य सरकार द्वारा आईआईएम से सीबीएसई कोर्स के अनुरूप प्रशिक्षण दिलाया गया है।

 मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के आदिवासी, दलित, पिछड़े, मजदूर एवं किसान सहित सभी वर्ग-समुदाय के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। हमारी सरकार निरंतर राज्य में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय, जगन्नाथपुर, धुर्वा में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा आयोजित 80 उत्कृष्ट विद्यालयों के राज्यस्तरीय शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए कही। 

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 80 उत्कृष्ट विद्यालयों के उद्घाटन समारोह में शामिल सभी लोगों को शुभकामनाएं दीं।

शिक्षा के माध्यम से हर चीज हासिल की जा सकती है

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विशेष रूप से शिक्षा की दिशा में सरकार ने महत्त्वाकांक्षी कदम उठाया है और यह कदम सरकार की पंचायत तक जाएगी। इसमें सबसे अहम भूमिका शिक्षा विभाग और शिक्षकों का होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राज्य के गरीब, आदिवासी, दलित, पिछड़े और मजदूर के बच्चों को कैसे बेहतर शिक्षा उपलब्ध करा सकें। 

 राज्य में वर्षों से चली आ रही पिछड़ेपन की समस्या को कैसे खत्म करें, इस निमित्त लगातार मंथन करते आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा एक ऐसा शस्त्र है, जिसके माध्यम से हर चीज हासिल की जा सकती है। झारखण्ड में शिक्षा की बेहतरी के लिए ऐसे कार्य सबसे पहले प्राथमिकता के आधार पर करना चाहिए था, जो बहुत विलंब से शुरू हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम मात्र 4 से 5 हजार स्कूलों को उत्कृष्ट विद्यालय में तब्दील करने की बात करते हैं, जबकि झारखंड में 35 हजार से अधिक स्कूल हैं। इन स्कूलों में जिस तरह से वर्षों से पढ़ाई की स्थिति बनी रही, अब उसे बदलने का कार्य हो रहा है। 

शिक्षा के क्षेत्र में नया आयाम जोड़ने की कोशिश

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने शिक्षा के क्षेत्र में नया आयाम जोड़ने की कोशिश की है। हमारी सरकार ने वर्षों से लंबित पारा शिक्षकों की समस्याओं का समाधान किया है। शिक्षा व्यवस्थाओं में सुधार समय की मांग है। आज प्रतियोगिता का दौर है। प्रतियोगिता के इस दौर में राज्य के स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों को बेहतर शिक्षा देना अत्यंत आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने तत्कालीन शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो जी, जो अब हमारे बीच नहीं हैं। उनका भी शिक्षा की बेहतरी के लिए निरंतर प्रयास रहा है। आज इस मौके पर हम उन्हें नमन करते हैं। आज पहले चरण में 80 उत्कृष्ट विद्यालय का उद्घाटन हुआ है। लेकिन मुझे जो जानकारी मिली है अभी भी कई स्कूल हैं, जहां कुछ कार्य बाकी है। विभाग उन कार्यों को निश्चित रूप से समय अवधि के अंदर पूर्ण करे। अब यह कदम आगे बढ़ चुका है। यह रुक न पाए। इसके लिए हर संभव प्रयास शिक्षा विभाग करे। ताकि राज्य के बच्चों को बदलते समय के अनुरूप शिक्षा देकर उन्हें दुनिया के समक्ष खड़ा किया जा सके।

स्कूल प्रबंधन समिति की भूमिका अहम

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। कई अड़चनें, कई बाधाओं की वजह से शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाई। लेकिन इस समस्या का समाधान निकाला जा चुका है। इस माह के अंत तक में लगभग 25 हजार की संख्या में शिक्षकों की बहाली होनी है। जो इन स्कूलों में पदस्थापित होकर बच्चों को शिक्षा देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों के संचालन के लिए स्कूल के अंदर एक प्रबंधन समिति है। उन सभी से आग्रह होगा कि वे भी उत्कृष्ट विद्यालयों में बेहतर शिक्षा के लिए अहम भूमिका निभाएं, ताकि स्कूलों का संचालन बेहतर ढंग से किया जा सके। सरकार आधारभूत संरचना, शिक्षक, किताबें, कपड़े, व्यवस्थाएं दे सकती है। प्रबंधन समिति सुनिश्चित करें कि इन सभी संसाधनों के साथ बेहतर शिक्षा स्कूलों मिले। जो स्कूल बेहतर प्रदर्शन करेगा। समय-समय पर उसका आकलन कर उस विद्यालय के बच्चों और शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाएगा।

बच्चों के पढ़ाई में कोई बाधा उत्पन्न न हो, इसका हो रहा है प्रयास

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज 80 उत्कृष्ट विद्यालयों में सीबीएसई की तर्ज पर पठन-पाठन कार्य शुरू हो रहा है, लेकिन अभी कई मंजिल पार करनी है। हम गरीबों को बेहतर शिक्षा देने की बात करते हैं। आदिवासी, दलित, पिछड़ों को अच्छी शिक्षा देने की बात करते हैं। लेकिन जो दो कमरों में शिक्षा देने की व्यवस्था पूर्व से चली आ रही है। वह कहीं न कहीं प्रति मजाक उड़ाने जैसा है। आज उससे अलग हटकर सरकार ने बेहतर शिक्षा के लिए उत्कृष्ट विद्यालयों को निजी स्कूलों के तर्ज पर विकसित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा को लेकर सरकार कार्य कर रही है। बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए शत प्रतिशत स्कॉलरशिप दिया जा रहा है। बच्चे ड्रॉपआउट न हों, इसके लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का संचालन किया जा रहा है, इसके साथ-साथ एकलव्य प्रशिक्षण योजना, मुख्यमंत्री प्रोत्साहन शिक्षा योजना, गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को लेकर हमारी सरकार आयी है। बच्चों को पैसे को लेकर शिक्षा में दिक्कत ना पहुंचे, इसलिए यह योजनाएं सरकार लेकर आयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल से निकलने के बाद इंजीनियर, डॉक्टर, वकील, जज बनने की इच्छा रखने वाले बच्चों का सरकार सभी खर्च उठाएगी। आप पढ़ाई नहीं छोड़े। सरकार आपको सभी व्यवस्थाएं दे रही है। 

राज्य के बच्चे-बच्चियों को प्रतियोगिता-परीक्षा की तैयारी हेतु कोचिंग के लिए भी सहायता राशि हमारी सरकार देगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय जगन्नाथपुर के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन तथा वेबसाइट का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का ऑनलाइन उद्घाटन एवं इन विद्यालयों में नामांकन की औपचारिक घोषणा की। मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय जगन्नाथपुर को सीबीएसई से संबद्धता संबंधित प्रमाण पत्र विद्यालय प्रधान को सौंपा गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री का सरायकेला, दुमका, लोहरदगा, गिरिडीह एवं पूर्वी सिंहभूम जिलों में आज शुभारंभ हुए उत्कृष्ट विद्यालयों के बच्चों के साथ ऑनलाइन माध्यम से सीधा संवाद भी हुआ। इस अवसर पर उक्त जिलों के उपायुक्त भी ऑनलाइन उपस्थित थे।

इस अवसर पर हटिया विधायक श्री नवीन जयसवाल ने कहा कि झारखंड के सरकारी स्कूलों में सीबीएसई की तर्ज पर पठन-पाठन कार्य हेतु आज 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का राज्यस्तरीय शुभारंभ हो रहा है, इस अवसर पर मैं मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन एवं उनकी टीम को शुभकामनाएं एवं बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में यह एक अच्छी पहल है। इस नए पहल में उतार-चढ़ाव हो सकता है परंतु लक्ष्य को हासिल करने के लिए जनप्रतिनिधि सहित सभी का सहयोग आवश्यक है। स्कूल प्रबंधन सहित शिक्षकों की कोशिश तथा स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के डेडीकेशन से उत्कृष्ट विद्यालय की परिकल्पना को पूरी की जा सकेगी।

इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह ने कहा कि मैं सबसे पहले स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं कि उन्होंने मुख्यमंत्री के सपने को साकार करने का काम कर रहे हैं। उत्कृष्ट विद्यालय की परिकल्पना कोरोना संक्रमण दौर के समय की गई थी। राज्य राज्य सरकार बेहतर शिक्षा एवं स्वास्थ्य उपलब्ध कराने हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। आज पहली कड़ी में 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का राज्यस्तरीय शुभारंभ हुआ है। बेहतर शिक्षा व्यवस्था तीन मानकों पर आधारित है। सुलभ प्रक्रिया, सस्ती दर तथा गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा।

 उत्कृष्ट विद्यालयों में सुलभ प्रक्रिया, सस्ती दर एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। ऐसा देखा जाता है कि निजी विद्यालयों में गुणवत्ता अच्छी होती है परंतु वहां सस्ती दर और सुलभ व्यवस्थाएं नहीं है। उत्कृष्ट विद्यालयों में इन तीनों मानकों पर खरा उतरने का प्रयास किया जा रहा है ताकि राज्य के सभी वर्ग-समुदाय के अध्ययनरत बच्चे-बच्चियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान किया जा सके। उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट विद्यालयों का शुभारंभ आज जिला स्तर पर हो रहा है परंतु समापन पंचायत स्तर पर होगी। मौके पर मुख्य सचिव ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के पदाधिकारियों को कुछ आवश्यक सुझाव भी दिए।

इस अवसर पर विकास आयुक्त श्री अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्रीमती वंदना डाडेल, झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार महतो, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग सचिव श्री के.रवि कुमार, निदेशक माध्यमिक शिक्षा श्री सुनील कुमार सहित अन्य वरीय पदाधिकारीगण एवं स्कूली छात्र छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।