धीरेंद्र शास्त्री है ढोंगी बाबा, ऐसे बाबाओं से हिंदू और सनातन धर्म हो रहा बदनाम, उनका होना : सुरेंद्र राम

कैमूर : बाबा बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के पटना आगमन की सूचना पर राजनीति गरमा गई है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह हो या राजद के तेज प्रताप यादव दोनों लोगों ने इनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इसी कड़ी में अब जिले के सर्किट हाउस भभुआ पहुंचे बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम ने धीरेंद्र शास्त्री पर जमकर निशाना साधा है। 

उन्होंने कहा धीरेंद्र शास्त्री ढोंगी बाबा है, ऐसे बाबाओं से हिंदू और सनातन धर्म दोनों बदनाम हो रहा है। ऐसे बाबाओं का देश हित, समाज हित और धर्म हित के लिए विरोध होना बहुत जरूरी है। ऐसे लोग एक दूसरे धर्म से लड़ाने का करते हैं काम।

बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम से धीरेंद्र शास्त्री के पटना आगमन को लेकर जो पूछा गया तो उन्होंने बताया धीरेंद्र शास्त्री ढोंगी बाबा है। ऐसे ही ढोंगी बाबाओं से हमारा सनातन धर्म और हिंदू धर्म को यह लोग बदनाम कर रहे हैं। ऐसे ढोंगी बाबाओं का विरोध होना चाहिए और ऐसे ढोंगी बाबाओं का बहिष्कार होना चाहिए, ऐसा मैं मानता हूं। 

कहा कि हमारे इस देश में सभी धर्म सभी जाति और सभी मजहब के लोग एक दूसरे से प्रेम के साथ रहते हैं और एक दूसरे के धर्म का सम्मान करते हैं। हम कहेंगे कि यह ढोंगी बाबा का बहिष्कार करना चाहिए। यह एक धर्म दूसरे धर्म के लोगों को दूसरे धर्म के साथ लड़वाना चाहते हैं। जो आपस में प्रेम और भाईचारा है उसको खत्म करना चाहते हैं। तो पूर्ण रूप से हम यह मानते हैं ऐसे बाबाओं को बहिष्कार करना चाहिए । यह देश हित के लिए, जनहित के लिए और धर्म हित के लिए जरूरी है।

कैमूर पुलिस ने प्रतिबंधित 10200 शीशी कफ सिरप किया बरामद

कैमूर : जिले में डीसीएम ट्रक में नमक के बोरियों के नीचे छुपा कर लाई जा रही प्रतिबंधित कफ सिरफ को कैमूर में पुलिस ने बरामद की है। यह करवाई शराब की जांच के दौरान मोहनिया के समेकीत चेक पोस्ट पर एंटी लिकर टास्क फोर्स ने किया है। मोहनिया समेकित चेकपोस्ट पर वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने देर रात एक डिसीएम ट्रक को पकड़ा। चालक प्रशासन की मौजूदगी देख ट्रक छोड़कर फरार हो गया था। 

ट्रक में 280 नमक की बोरियां लदी हुई थी और जब उसे हटाकर देखा गया तो अंदर डीसीएम से कुल 10 हजार 200 शीशी कफ सिरप बरामद की है। शराबबंदी के बाद बिहार में नशा खोर गिरोहों द्वारा कफ सिरप को नशे में उपयोग किया जा रहा है। जिसको देखते हुए सरकार ने ऊसे प्रतिबंधित कर दिया था, लेकिन चोरी छुपे कफ सिरप को लाने की सूचना अक्सर पुलिस प्रशासन को मिलती रहती है जिस पर यह करवाई की गई है। 

मोहनिया डीएसपी फैज अहमद खान ने जानकारी देते हुए बताया मोहनियां समेकित चेकपोस्ट पर रात्रि में एंटी लिकर टास्क फोर्स एवं मोहनिया थाने की पुलिस टीम के साथ संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान चेकपोस्ट से पहले ही पुलिस की वाहन देखकर वाहन चालक गाड़ी छोड़कर भाग निकला। पुलिस को शक होने पर उक्त की जांच की गई तो उसमें नमक की बोरियों के नीचे में कुछ दवा की शीशी दिखाई दी। 

कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ट्रक को जप्त कर लिया उसके बाद थाने ले आई जहां तलाशी ली गई तो फेसेडिल कफ सिरप का करीब कुल 10200 शीशी 1020 लीटर बरामद की गई। अग्रीम कार्रवाई की जा रही है।

देश का नाम इंडिया से बदलकर हिंदुस्तान रखने को लेकर साइकिल से कोलकाता से दिल्ली की यात्रा पर निकले बाप-बेटी का कैमूर मे हुआ भव्य स्वागत

कैमूर : देश का नाम इंडिया से बदल कर हिंदुस्तान करने को लेकर कैमूर पहुंचे कोलकता के बाप बेटी का जोरदार स्वागत हुआ। 

दोनो साइकिल चलाते हुए कैमूर जिले के मोहनिया पहुंचे थे। जहां साइकिल पर तख्ती लगाए थे कि इंडिया का नाम बदलकर हिंदुस्तान रखा जाए। बेटी नौवीं क्लास का छात्रा है जो 9 अप्रैल को अपने पिता के साथ दिन के 11 बजे साइकिल से कोलकाता से दिल्ली के लिए चली थी। 

जहां आज वह मोहनिया पहुंची है। अभी उसको दिल्ली जाने में लगभग 15 दिन और लगेंगे। जहां वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति से मिलकर अपनी मांगों को रखेगी। 

कैमूर जिले के मोहनिया शहर पहुंचने पर दोनों लोगों का भव्य स्वागत हुआ। लड़की इतिहास के किताबों में ईस्ट इंडिया कंपनी की पढ़ाई की तो जब भी इंडियांका नाम सुनती है तो उसे ईस्ट इंडिया कम्पनी का नाम याद आता है । जिसको देखते हुए वह नाम इंडिया से बदलकर भारत हिंदुस्तान करवाना चाहती है।

कोलकाता के विश्वरूप बासु बताते हैं मैं चाय पी रहा था तभी मेरी बेटी ने कहा कि मैं साइकिल लेकर कोलकाता से चल कर दिल्ली में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मिलना चाहती हूं। हम चाहते हैं कि इंडिया का नाम बदलकर हिंदुस्तान रखा जाए। क्योंकि जब भी मैं इतिहास पढ़ती हूं तो उसमें ईस्ट इंडिया कंपनी का नाम पढने के बाद इंडिया का नाम जब भी सुनती हूं तो ईस्ट इंडिया कंपनी का याद दिलाता है इसलिए इंडिया का नाम हिंदुस्तान रखने की मांग को लेकर मिलना चाहती हूं । 

मैंने पहले तो मना किया लेकिन वह नहीं मानी तो मैं बोला मैं गाड़ी लेकर चलता हूं तो उसने मना कर दिया। कहा कि चलना है तो साइकिल लेकर चलो तो फिर मैं उसके साथ अपने बेटे का साइकिल लेकर कोलकाता से 9 अप्रैल को ही चले हैं । 

कहा कि बेटी को अकेले छोड़ नहीं सकता। पूरे रास्ते जगह-जगह पर लोगों ने बेटी की हौसला अफजाई की है। आज मैं कैमूर पहुंचा हूं अगले 15 दिनों में दिल्ली पहुंच जाऊंगा।

नौवीं क्लास की छात्रा वेद पंडिता बासु बताती है इंडिया का नाम बदलकर हिंदुस्तान रखना चाहती हूं । जिसको लेकर मैं कोलकाता से 9 अप्रैल को ही दिन के 11 बजे चली हूं। दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मुलाकात करना है। अगले 15 से 16 दिनों में मैं दिल्ली पहुंच जाऊंगी। जब देश के प्रधानमंत्री 4 घंटे सो कर 20 घंटे काम कर सकते हैं तो मैं अपने भारत के लिए इतना भी नहीं कर सकती।

बड़ी खबर : कैमूर में तेज रफ्तार ट्रक ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को रौंदा, 2 की घटनास्थल पर हुई मौत, आधा दर्जन से अधिक घायल

कैमूर : जिले से बड़ी खबर सामने आई है। जहां मोहनिया शहर के सबसे व्यस्ततम माना जाने वाला चांदनी चौक पर डड़वा की तरफ से आ रही तेज रफ्तार धान लदा ओवरलोडेड ट्रक अनियंत्रित होकर लोगों को रौंदते हुए आगे बढ़ते चली गई। जिसमें 2 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। जिसमें 3 लोगों की अभी भी स्थिति नाजुक बनी हुई है। घटना के बाद चालक ट्रक छोड़कर घटनास्थल से फरार हो गया। 

घटना की सूचना मिलते ही मोहनिया पुलिस और दंगा नियंत्रण वाहन मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस के सहयोग से सभी घायलों को उपचार के लिए अनुमंडल अस्पताल मोहनिया भिजवाया गया। वही घटनास्थल पर हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ जमी हुई थी। 

चांदनी चौक पर दिन में बड़े वाहनों के लिए नो एंट्री लगा हुआ है नो एंट्री को लेकर एक सेकसन फोर्स की तैनाती की गई है, उसके बावजूद धान लदा ओवरलोड ट्रक कैसे आया यह तो जांच का विषय है, घटना के बाद थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

मोहनिया के ग्रामीण तुलसी गुप्ता बताया कि रामगढ़ रोड की तरफ से ट्रक मोहनिया चांदनी चौक पर आ रहा था। जैसे ही वह ओवर ब्रिज से नीचे चांदनी चौक की तरफ उतरा उसका स्पीड कम नहीं हुआ और जो भी रास्ते में आया बाइक, टेंपो , रिक्शा, पैदल वाले सभी लोगों को रौंदते हुए भभुआ वाले रोड में बढ़ गया। इसके चपेट में आने से चांदनी चौक के नीचे एक व्यक्ति की घटनास्थल पर मौत हो गई है। वहीं मुंडेश्वरी गेट पार करने के बाद भभुआ रोड में दूसरे व्यक्ति को रौंदा जिससे उसकी भी मौत हो गई है। छह की संख्या में घायल अस्पताल पहुंचे हैं जिसमें 3 लोगों की स्थिति सीरियस है, दो को हायर सेंटर वाराणसी रेफर किया जा चुका है।

मोहनिया थाना अध्यक्ष ललन कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि मोहनिया शहर के चांदनी चौक के पास हम पहुंचे तो लोगों ने बताया कि ट्रक तेज रफ्तार से जिसका ब्रेक फेल हो जाने के कारण बाइक, ई रिक्शा को टक्कर मारते हुए आगे जाकर रुक गई है। जिसमें एक व्यक्ति की घटनास्थल पर मौत हो गई है और लोग अस्पताल पहुंचे हैं। अब वहां जाने के बाद ही क्लियर हो पाएगा कुल कितने घायल है और कितने लोगों की मौत हुई है। आगे कार्रवाई किया जा रहा है।

ट्रक लूटपाट के पांच आरोपी गिरफ्तार एक पिस्टल एक कट्टा हुआ जप्त

कैमूर जिले में ट्रक चालकों से लूटपाट करने वाले कुल 5 अपराधियों को कुदरा पुलिस ने धर दबोचा है। इनके पास से लुटे हुए 21000 रुपया, एक पिस्टल एक देसी कट्टा और ट्रक चालकों से लूटी हुई दो मोबाइल जप्त हुआ है।

गिरफ्तार अपराधियों में चार अपराधी कुदरा थाना क्षेत्र के घटाव गांव के तो एक अपराधी कुढनी थाना क्षेत्र के करमहरी गांव का रहने वाला बताया जा रहा। सभी अपराधि कैमूर के ही रहने वाले हैं। जहां कुदरा थाना क्षेत्र के घटाव रेलवे ओवर ब्रिज के पास एनएच 2 पर 20 मार्च और 23 मार्च को ट्रक चालकों से किए थे लूट।

मोहनिया डीएसपी फैज अहमद खान ने जानकारी देते हुए बताया कैमूर जिले के कुदरा थाना क्षेत्र के घटाव रेलवे ओवरब्रिज के पास nh2 से 20 मार्च को एक ट्रक चालक से ₹52000 नगद और उनके मोबाइल की लूट हुई थी, तो वही 23 मार्च को उसी जगह पर उत्तर प्रदेश के ट्रक चालक से ₹15000 नगद और मोबाइल की लूट हो गई थी। उसी समय कुदरा थानाध्यक्ष गश्ती पर निकले थे उन्होंने संदिग्ध स्थिति देख जब पहुंचे तो सभी अपराधी भागने लगे।

जिसमें एक अपराधी कुदरा थाना क्षेत्र के घटाव गांव के मोहित कुमार को पकड़ लिया गया। जब उससे पूछताछ होने लगी तो उसने अपने अन्य साथियों के नाम बताएं।

जिसमें घटाव गांव के ही आलोक राम, अरुण कुमार, शैलेश राम और कुढनी थाना क्षेत्र के करमहरी के आजाद राम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इन सभी के पास से ₹21000 ,एक पिस्टल और एक देसी कट्टा और दो मोबाइल को जप्त कर लिया गया। गिरफ्तार अपराधियों का अपराधिक इतिहास खंगालने में पुलिस जुटी हुई है

और कौन-कौन इनके टीम में इनके अलावा सदस्य शामिल हैं यह सभी पता लगाया जा रहा है । सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा ।

युवती की हत्या मामले का पुलिस ने किया खुलासा, प्रेमी सहित तीन को किया गिरफ्तार

कैमूर : जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र के पानापुर के 25 वर्षीय रूबी कुमारी की हत्या कर शव फेंके जाने के मामले में पुलिस ने उद्भेदन किया है। वहीं पुलिस प्रेमी सहित तीन आरोपियों गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही घटना में प्रयुक्त बाइक और एक मोबाइल को पुलिस ने जप्त किया है। 

कैमूर एसपी हृदय कांत ने प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए बताया 18.03.23 को मोहनियों थाना पर सुरेन्द्र प्रजापति, ग्राम - पानापुर द्वारा लिखित आवेदन देकर अपनी पुत्री रूबी कुमारी उम्र 25 वर्ष को उमेश तिवारी द्वारा अपहरण करने की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। 19 मार्च को सोनहन थाना क्षेत्र में एक लड़की का अज्ञात लाश मिली, जिसकी पहचान सुरेन्द्र प्रजापति की पुत्री रूबी कुमारी के रूप में हुयी।

अपहरण एवं हत्या जैसे संवेदनशील मामला को देखते हुए तत्काल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मोहनियों के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जिसमें तकनिकी सहयोग के लिए डी०आई०यू० प्रभारी संतोष कुमार वर्मा को दिया गया। टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए तकनिकी आधार पर कांड में आये तथ्यों के आधार पर प्राथमिक अभियुक्त उमेश तिवारी को गिरफ्तार किया, तथा उसके स्वीकारोक्ति ब्यान में बताया गया। 

मृतिका को भभुआ रोड स्टेशन से ले जाने तथा परसथुआ से पहले पेट्रोल पंप पर तेल लेने के क्रम में बगल के होटल पर पानी पीने के बहाने लड़की के जहर खाने के बाद उमेश तिवारी द्वारा परसथुआ में ईलाज न होने की स्थिति में अपने परिचित कुदरा के डॉ० महेन्द्र प्रसाद के घर राजेश्वरनगर कुदरा पर कराने की बात बताई है। जहाँ लड़की की मृत्यु हो जाने बाद लाश को चाट में मोटरसाईकिल से ले जाकर फेकने की बात के तथ्यों की पुष्टी के आधार पर मृतिका का गैर कानूनी तरीके से ईलाज करने वाले डॉ० महेन्द्र प्रसाद को भी गिरफ्तार किया गया। 

घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकिल को सुखारीपुर, थाना- सोनहन से बरामद किया गया। तथा अभियुक्त विकाश कुमार को पटना से गिरफ्तार किया गया। गठित टीम द्वारा काफी सराहनीय कार्य किया गया है। जिससे घटना का सफल उद्भेदन हुआ हैं। इस मामले में मोहनियों थाना कांड सं0-200/23 दर्ज किया गया है जिसमे धारा-365/366 लगाया गया है। 

गिरफ्तारी अभ्युक्तो में उमेश तिवारी जो कुदरा थाना क्षेत्र के देवकली और दूसरा महेन्द्र प्रसाद सिंह जो कुदरा के सलथुआ का रहने वाला है। और तीसरा विकाश कुमार पटना जिला के दनारा का है। घटना में प्रयुक्त अपाची मोटरसाईकिल और एक मोबाईल बरामद हुआ है।

मुख्तार अंसारी के शार्प शूटर की कैमूर में हुई गिरफ्तार को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने प्रदेश की सरकार पर बोला हमला, कहा-अपराधियों को संरक्षण दे रही बिहार सरकार


कैमूर : जिले के मोहनिया पहुंचे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार अपराधियों को संरक्षण देने वाली सरकार है। यूपी में अपराधी एनकाउंटर के डर से भाग रहे हैं और बिहार में अपने आप को सुरक्षित समझ रहे हैं। उनकी यह समझ सरकार का संरक्षण प्राप्त होना दर्शाता है।

दरअसल जिले के दुर्गावती पुलिस द्वारा शराब मामले में मुख्तार अंसारी के शूटर अंगद राय को 13 मार्च की रात आदर्श नुआंव बाजार से शराब के साथ गिरफ्तार किया। जिसका अपराधिक इतिहास खंगालने पर पता चला की अंगद राय की तलाश यूपी के गाजीपुर की पुलिस बेसब्री से कर रही थी। अंगद राय पर उत्तर प्रदेश में दो दर्जन हत्या,लूट,डकैती और रंगदारी के मामले दर्ज है, उसकी गिरफ्तारी के लिए गाजीपुर पुलिस द्वारा ₹25 हजार का इनाम भी घोषित किया है।

उक्त मामले को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अपराधी ये जानते हैं की योगी सरकार में हमारी गुंजाइश नहीं है। बिहार को अपना सुरक्षित भूमि मानते है, उन्हें ये पता है की अगर हम बिहार आ जायेंगे तो बिहार में महागठबंधन वाली सरकार अपराधियों को संरक्षण देती है। इसलिए पनाह लेने के लिए यहां आ जाते हैं। 

कहा कि आपने देखा होगा की देश के कई स्थानों से पीएफआई तो कभी बड़े अपराधी यहां आकर संरक्षण लेते है। उनको पता है की यहां के सरकार को कानून से मतलब नहीं है।

*ट्रक की चपेट में आने से बाइक सवार चचेरे भाई-बहन की मौके पर मौत, आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम*

कैमूर : जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र के समेकित चेक पोस्ट के पास एनएच 2 पर तेज रफ्तार ट्रक ने आगे जा रहे बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। इस घटना में मौके पर ही बाइक सवार चचेरे भाई-बहन की मौत हो गई। वहीं बाइक चला रहे व्यक्ति को हल्की चोट आई। 

घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने ट्रक को जप्त कर लिया। वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने nh2 के उत्तरी और दक्षिणी लेन को जाम जाम कर दिया। मोहनिया थाना अध्यक्ष सहित दर्जनों की संख्या में पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर ग्रामीणों को समझाने में जुटे हुए थे। मृतकों में शिवपुर गांव के विजय सिंह का 12 वर्षीय पुत्र समर सिंह और उनके भाई अजय सिंह का 15 वर्षीय पुत्री सोनाली कुमारी बताई जा रही है।

ग्रामीण ने जानकारी देते हुए बताया बाइक से शिवपुर गांव से दुर्गावती जाने के लिए लोग चले थे, तभी सूचना मिला कि मोहनिया थाना क्षेत्र के समेकीत चेकपोस्ट के पास nh2 पर तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में पीछे से टक्कर मार दिया है और बाइक सवार दोनों चचेरे भाई बहन को ट्रक रौंदते हुए भागने लगी है। जहां आगे में ट्रक को पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया है।

महिला पुलिसकर्मी के द्वारा यातायात प्रभारी का कॉलर पकड़ खींचते हुए झगड़ने का वीडियो हुआ वायरल, एसपी ने दिया जांच का आदेश

कैमूर – जिले में पुलिस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें होमगार्ड के जवान महिला पुलिस यातायात प्रभारी का कॉलर खींचते हुए देखी जा रही है और उनके ऊपर पीटने का आरोप लगा रही है। वायरल वीडियो 2 दिन पहले का बताया जा रहा है, जो यातायात कार्यालय भभुआ का है। 

वीडियो में महिला पुलिसकर्मी यातायात प्रभारी विजयानंद पाठक का कलर पकड़े हुए हैं और पीटने का उनके ऊपर आरोप लगा रही है। महिला पुलिसकर्मी अपने यातायात के प्रभारी को जूता निकालकर पीटने की बात कहते हुए भी सुनी जा रही है और बार-बार चिल्ला कर कह रही है कि तुम वर्दी में हो तुम्हारे पास पावर है तो मैं भी वर्दी में हूं मेरे पास में पावर है, कम मत समझो। 

महिला सफाई यातायात थाना भभुआ में तैनात होमगार्ड के जवान दीपशिखा बताई जा रही है।

बता दें यह कोई पहला मामला नहीं है जहां इस तरह से कैमूर पुलिस का वीडियो वायरल हुआ है। इसके कुछ दिन पहले ही यातायात के 2 महिला सिपाही द्वारा जेपी चौक पर एक बुजुर्ग शिक्षक की डंडे से ताबड़तोड़ पिटाई कर दी गई थी। जिस मामले में एसपी ने कार्रवाई करते हुए दोनों महिला पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। इस बार भी वीडियो वायरल होने के बाद कैमूर एसपी ने जांच का आदेश दिया है।

वही कैमूर के यातायात प्रभारी विज्यानंद पाठक ने बताया कि मामला यातायात थाने का है । एक महिला पुलिसकर्मी होमगार्ड की जवान है जिनको जेपी चौक पर ड्यूटी में लगाया गया था उनकी लगातार शिकायत मिलते रहता था कि ड्यूटी के प्रति लापरवाही है। मेरे द्वारा जांच किया गया देखा गया कि वह इयर फोन कान में लगाकर ड्यूटी के प्रति लापरवाह है। जिससे उनको कहा गया कि आपकी शिकायत मिल रही है जो ठीक नही है। 

इस पर वह बोली कि मुझे छुट्टी चाहिए तो मेरे द्वारा कहा गया कि छुट्टी तो देने के अधिकारी नहीं है ।लेकिन एक दिन के लिए रिलीव दे सकते हैं और ड्यूटी पर तैनात थी ।उसके बाद पता नहीं क्या हुआ डायरेक्ट थाने पर आ गई झगड़ने लगी। इसकी सूचना मेरे द्वारा वरीय पदाधिकारी को दिया गया है उस महिला होमगार्ड के जवान सिपाही का नाम दीपशिखा है।

सदर अस्पताल भभुआ का हाल, प्रबंधन की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की गई जान

कैमूर : जिले के सदर अस्पताल भभुआ में जच्चा बच्चा की मौत हो गई । गर्भवती महिला अस्पताल परिसर में खुद चलकर आई थी । परिजनों के मुताबिक उसे किसी भी प्रकार का कोई दिक्कत नहीं था। 

दरअसल कलावती देवी को सदर अस्पताल भभुआ में परिजनों ने लाकर भर्ती कराया था। फिर थोड़ी देर बाद जच्चा, बच्चा की मौत हो गई। वही परीजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया। 

महिला की मौत होने के बाद जच्चे बच्चे को अस्पताल प्रबंधन द्वारा रेफर कर दिया गया। महिला की मौत के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। 

मृत महिला गोबरछ गांव के सुरेंद्र प्रजापति की पत्नी कलावती देवी बताई जा रही है और उसका मायका दरौली गांव में था।

मृत महिला के पिता राज ठाकुर प्रजापति बताते हैं महिला को डिलीवरी होना था जिसको लेकर आज सुबह भर्ती कराया गया था। पैदल ही मेरी बच्ची अस्पताल परिसर में आई है । 

अस्पताल प्रबंधन द्वारा बताया गया एक घंटे में डिलीवरी हो जाएगा। मैंने कहा था कि अगर कोई भी परेशानी होगा बताइएगा। मैं प्राइवेट हॉस्पिटल में भी ले जा सकता हूं। 

लेकिन उन्होंने कहा कि कोई परेशानी नहीं है 1 घंटे में डिलीवरी हो जाएगा और जच्चे ,बच्चे की मौत हो गई तो अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा उसे वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया। घटना से पहले किसी भी प्रकार का दिक्कत की बात चिकित्सकों द्वारा नहीं बताया गया था।

सुरेंद्र प्रजापति ने जानकारी देते हुए बताया आशा के कहने पर हम लोग सदर अस्पताल भभुआ में अपनी पत्नी को डिलीवरी कराने के लिए लाए हुए थे। यहां पर किसी भी प्रकार का कोई परेशानि चिकित्सक या आशा के द्वारा नहीं बताया गया था। 

उन लोगों के द्वारा बताया गया था कि नॉर्मल डिलीवरी होगा। कुछ देर बाद मौत होने के बाद हमको सूचना दिया गया ।