लिंडसे क्लब में बंगाली नववर्ष पर सांस्कृतिक समूह रंगीला बैंड का होगा लोकार्पण

धनबाद : काला हीरा की शहर धनबाद को कला, संस्कृति और विद्यापीठ के धरोहर के रूप में भी जाना जाता रहा है। लेकिन इसके बावजूद जिले में ऐसा कोई सांस्कृतिक समुह या बैन्ड आजतक नहीं बना जो इस अंचल की मिट्टी से जुड़ी लोक संगीत चाहे वह छोटानागपुरी हो या बंगला की, प्रचार प्रसार करे।

धनबाद के प्रख्यात संगीत कलाकार अरूण बनर्जी द्वारा कई वर्षों से मानभुम और छोटानागपुर अंचल के जमीन से जुडी हुई इस सांस्कृतिक विरासत को जानने एवं समझने का काम करते आ रहे है। अपने इस प्रयास को अब वे धरातल पर उतारने के लिए सांस्कृतिक समुह 'रंगीला' नामक एक बैंड के माध्यम से करने जा रहे है।

इस बैंन्ड का लोकार्पण बंगाली नववर्ष के दिन यानी 15 अप्रैल 2023 को होगा। लोकार्पण कार्यक्रम हीरापुर स्थित लिन्डसे क्लब में शाम 7 बजे से होगा जिसमें प्रवेश निःशुल्क है।

गुड न्यूज : सड़क का अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों से निगम ने वसूला जुर्माना

धनबाद : बैंक मोड़, बड़ा गुरुद्वारा के समीप सड़क का अतिक्रमण कर दुकान लगाने वाले दो दुकानदारों को दुकानदारी महंगा पड़ गई. दोनों दुकानदारों से निगम की टीम ने 5-5 हजार रुपये जुर्माना वसूला.सेनेटरी इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने नगर आयुक्त के निर्देश पर यह कार्रवाई की है.

उन्होंने बताया कि स्टेंडर सेल्स और सुरेंद्र ऑयल नामक दुकान के मालिक सड़क का अतिक्रमण कर दुकानदारी कर रहे थे. पहले भी उन्हें हिदायत दी गई थी. बावजूद भी अतिक्रमण जारी था. इसलिए जुर्माना लिया गया है. साथ ही दुकान के आगे बनाए गए शेड को भी हटाने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा आज एसएसएलएनटी महिला कॉलेज के समीप सड़क किनारे जूस की दुकान लगाने वाले को भी सड़क पर गंदगी नहीं फैलने की चेतावनी दी गई है.

दुर्भाग्य : धनबाद के सांसद की मांगों को तवज्जो नहीं देता रेल मंत्रालय !

धनबाद : अपनी सरकार होने के बावजूद रेल मंत्रालय धनबाद के भाजपा सांसद पीएन सिंह की बातों, मांग या सलाह को तवज्जो नहीं देता है.

ग्रीष्मऋतु के लिए ट्रेनों की सूची से धनबाद गायब है. धनबाद विधानसभा क्षेत्र से 3 बार विधायक और लगातार तीसरी बार सांसद बने पशुपतिनाथ सिंह के कार्यकाल में कई ट्रेनें धनबाद से छिन गईं, तो एम्स और एयरपोर्ट जैसे बड़े प्रोजेक्ट भी धनबाद के खाते से फिसल कर देवघर चले गए.

धनबाद से गुजरने वाली युवा एक्सप्रेस, हावड़ा नई दिल्ली दुरंतो एक्सप्रेस के बाद धनबाद से खुलने वाली कोयंबटूर के मार्ग को भी परिवर्तित कर अब बरौनी से खोला जा रहा है. यह ट्रेन धनबाद के मरीजों के लिए साप्ताहिक विकल्प हुआ करती थी, जो अब काफी दूर चली गई है. रेलवे के अधिकारी भी धनबाद सांसद को कोई खास महत्व नही देते. सांसद ने पिछले कुछ वर्षों से बिहार समेत दिल्ली, पूना, नासिक आदि के लिए कई स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग उठाई. सब की सब अनसुनी ही रह गई. सांसद की चुप्पी व एम्स और एयरपोर्ट जैसे बड़े प्रोजेक्ट धनबाद के खाते से फिसल जाने के बाद लोग मानने लगे हैं कि उनकी बातों का महत्व घटा है.

रेलवे की ओर से गर्मी की छुट्टियों को लेकर 217 समर स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की गई. मगर धनबाद को एक भी ट्रेन नहीं मिली. इस कारण यहां के लोगों में निराशा है. गर्मियों की छुट्टी के लिए धनबाद होकर गुजरने वाली और यहांसे खुलने वाली ट्रेनों में अभी से टिकट के लिए मारामारी चल रही है. लोग स्पेशल ट्रेन की आस लगाए बैठे थे, जो अब टूट चुकी है.

आरोप है कि सांसद सीधे सादे व्यक्ति हैं. नौकरशाह उन्हें बरगला देते हैं. लोकसभा में भी उनकी आवाज कम ही सुनी जाती है. फलस्वरूप धनबाद निरंतर उपेक्षा का शिकार हो रहा है. नई ट्रेनें तो दूर, यहां से गुजरने वाली ट्रेनों के भी रूट में परिवर्तन कर दिया गया है.

कांग्रेस के जिला अध्यक्ष संतोष सिंह का कहना है कि पीएन सिंह धनबाद की शोभा बढ़ाने के लिए सांसद बने हैं. उन्हें यहां के विकास कार्यों से कोई लेना देना नहीं है. वह हर मोर्चे पर विफल साबित हो रहे हैं. जनहित के कार्यों में उन्हें नींद आ जाती है. उनके कार्यकाल में धनबाद से एयरपोर्ट, एम्स सहित कई ट्रेनें छिन गई और वह मुंह में पान दबाए बैठे रहे.

झारखंड कांग्रेस के महासचिव रवींद्र वर्मा का कहना है कि धनबाद के लोगों ने उन्हें वरदान समझकर सांसद चुना था. वह वरदान अब उनके लिए अभिशाप साबित हो रहा है. धनबाद से दुरंतो, एम्स, एयरपोर्ट सहित कई ट्रेनों का छिन जाना मौनी बाबा की ही देन है. यह मोदी जी के नाम पर आम जनता को छलने का काम कर रहे हैं.

झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व महानगर अध्यक्ष देबू महतो का कहना है कि केंद्र में अपनी सरकार रहने के बावजूद धनबाद के विकास के लिए सांसद पीएन सिंह कभी मुंह नहीं खोल सके. खामियाजा धनबाद की आम जनता को भुगतना पड़ रहा है.

झामुमो की केंद्रीय सदस्य नीलम मिश्रा कहती हैं कि धनबाद डायमंड सिटी होने के बावजूद मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है. कुछ नए बड़े प्रोजेक्ट तो दूर, जो बचा है वह भी लूटा जा रहा है.

धनबाद रणधीर वर्मा चौक पर जेएमएम ने जलाया गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे का पुतला,हेमंत सोरेन को सपरिवार जेल भेजने संबंधी बयान का जेएमएम कर रही थी

धनबाद। गुरुवार को शहर के रणधीर वर्मा चौक पर झमुमो द्वारा गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे का पुतला जलाया गया। सांसद द्वारा हेमंत सोरेन पर दिये गए बयान पर जेएमएम की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए धनबाद जिला उपाध्यक्ष मन्नू आलम ने कहा कि निशिकांत दुबे ने भाजपा के बैठक में कहा था कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सपरिवार जेल में डलवा देंगे यही नही झारखंड में समय से पहले चुनाव करवा देंगे।

राहुल गांधी ने मोदी के बारे में बोला तो उन पर कोर्ट में मामला दर्ज करवा कर सदस्यता खत्म करवा दी गयी। जबकि भाजपा सांसद पूरे सोरेन परिवार को जेल भेजने की बात कही है जो कि झारखंड के लोग बर्दाश्त नही करेंगे।

झारखंड के मूलवासियों को गाली देने का काम किया गया है। जेएमएम सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन करेगी। मौके पर जिला कमिटी के कई पदाधिकारियों सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

धनबाद: आजसू ने निकला न्याय यात्रा , 1932 के खतियान आधारित नियोजन नीति के अलावे अन्य सात सूत्री मांग पत्र सौंपा गया उपायुक्त को

धनबाद: आजसू पार्टी राज्य में अविलंब खतियान आधारित नियोजन नीति बनाकर रिक्त सभी सरकारी पदों को भरने की मांग पर जोर देते हुए और इसके साथ ही रोजगार सृजन के के लिए कदम उठाए जाने की मांग को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन की शुरुआत की है।

आजसू ने झारखंड में जातीय जनगणना को। जरूरी बताते हुए पिछड़ा आरक्षण तय करने के लिए बहुप्रतीक्षित मांग किया।विज्ञप्ति में सामाजिक, आर्थिक स्थिति का आंकलन, की मांग की है।

पार्टी प्रमुख सुदेश कुमार महतो ने इस बाबत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखकर आवश्यक कदम उठाने की मांग की है। आजसू नेताओं ने कहा सरकार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है। आरक्षण के सवाल पर झारखंड में पिछड़ा वर्ग के साथ धोखा और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

आजसू पार्टी ने पूर्व में जो जातियां अनुसूचित जनजाति की सूची में थे, उन्हें पुनः अनुसूचित जनजाति में शामिल करने, सरना

धर्म कोड लागू करने की मांग पर जोर देती रही है।

इसके लिए आजसू ने सामाजिक न्याय यात्रा की शुरुआत की ओर साथ हीं पार्टी एक बार फिर इस विषय पर आवाज मुखर की है।

धनबाद में आयोजित इस न्याय यात्रा में कहा है कि संसाधनों की लूट बंद हो झारखंड खनिज संपदा से परिपूर्ण प्रदेश है। लेकिन बड़े पैमाने पर संसाधनों की लूट से इस राज्य का

विकास जवरूद्ध हो रहा है और अराजकता का बातावरण है। राज्य की छवि लगातार खराब हो रही है। शासन-प्रशासन इस मामले में ईमानदार और पारदर्शी कदम उठाए।

आंदोलनकारियों का सम्मान : अलग राज्य बने 23 सास हुए, पर शाच्लंड में आंदोलनकारी हाशिये पर रह गए।

आजसू पार्टी उपायुक्त के माध्यम से सरकार को ज्ञापन सौंप कर जनभावना के अनुरूप उपरोक्त सात सूत्री मांगों सौंपा और अपेक्षित कार्रवाई सुनिश्चित करने का मांग किया।

बरवाअड्डा थाना क्षेत्र में गोली मारकर जमीन कारोबारी की हत्या, एक अन्य गम्भीर रूप से घायल


धनबाद: बुधवार को बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के संत निरंकारी चौक के समीप उस समय अफरा तफरी मच गई जब पूरा इलाका एकाएक गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजने लगा। 

इस गोली कांड में जमीन कारोबारी कुर्मिडीह निवासी राजकुमार साहू की मौत हो गयी जबकि उसका साथी नरेंद्र यादव गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों की मदद से परिजनों ने दोनों को आनन फानन में एसएनएमएमसीएच अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने राजकुमार को मृत घोषित कर दिया जबकि नरेंद्र की गम्भीर अवस्था को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद रांची स्थित रिम्स अस्पताल रेफर कर दिया।

 वहीं घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी हेडक्वॉर्टर 1 अमर पांडेय, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर अरविंद कुमार विन्हा दलबल के साथ एसएनएमएमसीएच अस्पताल पहुंचे और घायल नरेंद्र व मृतक राजकुमार के परिजनों से घटना से सम्बंधित जानकारी ली। फिलहाल पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई है। घटनास्थल ने पुलिस ने चार गोली के खोखे भी बरामद किए हैं।

क्या है पूरा मामला

आसपास के ग्रामीणों की माने तो बुधवार की सुबह जमीन को लेकर कुर्मिडीह क्षेत्र में दो गुटों में झड़प हुई थी। इसके बाद दोपहर लगभग 1 :30 बजे बाइक सवार अपराधियों ने राजकुमार और नरेंद्र पर हमला कर दिया। 

सफेद रंग की अपाची मोटरसाइकिल सवार तीन अपराधियो में से दो ने दनादन राजकुमार और नरेंद्र पर फायरिंग शुरू कर दी। वहीं नरेंद्र अपनी जान बचाने के लिए लगभग 100 मीटर दौड़ता रहा इसके बाद एक अपराधी ने उसका पीछा कर उसे भी गोली मार दी। घायल नरेंद्र के हाथ, पीठ और कमर में गोली लगी है। उसकी गंभीर स्तिथि को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे रिम्स रेफर कर दिया है।

मौत की खबर सुनते ही परिजन हुए आक्रोशित, किया हंगामा

वहीं एसएनएमएमसीएच में जब दोनों को गम्भीर अवस्था मे लाया गया तो राजकुमार को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। खबर सुनते ही राजकुमार के परिजन और परिचित अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अस्पताल में ही हंगामा करने लगे। हालांकि मौजूद पुलिस पदाधिकारियों समझाबुझा कर सभी को शान्त कराया। वहीं मृतक के भाई का कहना है कि राजकुमार की किसी से न तो कोई दुश्मनी थी और न ही वो इतना बड़ा कारोबारी था कि उसकी हत्या हो जाये। 

राजकुमार ने फरवरी में किया था लव मैरिज

मृतक राजकुमार साव बरवा अड्डा के कुर्मीडीह का रहने वाला है। फरवरी महीने में उसने अपने चचेरे भाई की साली से लव मैरिज किया था। अभी तक जो बातें सामने आ रही हैं, उस शादी में भी काफी विवाद हुआ था। पुलिस इस एंगल में भी जांच कर रही है।

दोपहर लगभग 1: 30 बजे बरवाअड्डा के संत निरंकारी चौक के समीप गोलीबारी की घटना घटी है इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी है जबकि एक घायल है। घायल को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया है। 

घटना की जांच की जा रही। पुलिस द्वारा हर एंगल पर जांच की जा रही है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जाएगा। घटना क्यों और कैसे हुई इस बात जांच की जा रही है। फिलहाल अपराधियो की पहचान नहीं कि जा सकी है।

धनबाद:कोविड संक्रमित मरीजों का सुचारू रूप से इलाज करने तथा अस्पतालों में व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के लिए उपविकास आयुक्त ने दिए निर्देश


धनबाद:- कोविड संक्रमित मरीजों का सुचारू रूप से इलाज करने तथा अस्पतालों में व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के निर्देश के बाद आज धनबाद जिले के उप विकास आयुक्त ने धनबाद स्थित शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) का जायजा लिया।

इस दौरान उप विकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह ने आईसीयू, पीएसए ऑक्सीजन प्लांट, रसोईघर, ऑटोमैटिक रोटी मेकिंग मशीन, लॉन्ड्री रूम, दवाइयों का स्टोर रूम इत्यादि विभागों का बारीकी से निरीक्षण किया।

व्यवस्था ठीक करने का दिया निर्देश

निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को सभी वार्ड में लाइट, पंखा को दुरुस्त करने, जिस बेड के पास ऑक्सीजन पाइप लाइन का कनेक्शन नहीं है वहां ऑक्सीजन सिलेंडर रखने, खाली ऑक्सीजन सिलेंडरों को रिफिल कराकर रखने, पीएम केयर से आए पीएसए ऑक्सीजन प्लांट को चालू स्थिति में रखने, जहां पीएसए ऑक्सीजन प्लांट से कनेक्शन नहीं है वहां शीघ्र कनेक्शन करने का निर्देश दिया।

कैथ लैब का भी किया निरीक्षण

निरीक्षण के बाद उप विकास आयुक्त ने कहा कि राज्य सरकार से प्राप्त निर्देश के बाद आज एसएनएमएमसीएच के पूर्ण निरीक्षण के साथ कैथ लैब का निरीक्षण किया गया। 

वहीं एक मॉक ड्रिल भी कराया गया। उन्होंने कहा कि धनबाद में कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 130 ऑक्सीजन सपोर्टेड बैड, 50 वेंटिलेटर तैयार है। इसके अतिरिक्त 250 से 300 और बेड तैयार है। सभी पारा मेडिकल स्टाफ, चिकित्सक का रोस्टर भी तैयार कर लिया गया है। बेड के पास ऑक्सिजन की आपूर्ति को भी चेक किया गया।

बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन में होगा जांच

उप विकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह ने बताया कि अस्पताल के रसोईघर व ऑटोमैटिक रोटी मेकिंग मशीन का भी निरीक्षण किया। वहीं लॉन्ड्री रूम में संक्रमित मरीजों के कपड़े, बेडशीट इत्यादि को कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार साफ करने का निर्देश दिया है। 

उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमित मरीजों का इलाज करने के लिए सभी तैयारियां संतोष पूर्ण है। साथ ही कहा कि बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन इत्यादि में जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा, डॉ यूके ओझा, एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य, अधीक्षक सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

धनबाद: स्वास्थ्य विभाग ने मिजिल्स रुबेला संक्रमण की रोकथाम को लेकर निकाला जागरूकता रैली

धनबाद: मिजिल्स रुबेला संक्रमण की रोकथाम के लिए असैनिक शल्य चिकित्सा सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आलोक विश्वकर्मा की अगुवाई में जागरूकता रैली निकाली गई।

 लुबी सर्कुलर रोड स्थित स्वास्थ्य केंद्र से जागरूकता रैली शुरू करते हुए प्रमुख मार्गों का भ्रमण करती हुई सिविल सर्जन कार्यालय पहुंची।

जागरूकता रैली में भारी संख्या में स्कूली बच्चे, पारा मेडिकल कर्मी और स्वास्थ्य कर्मी शामिल हुए। इस दौरान लोगों से मीजल्स रूबेला संक्रमण की रोकथाम हेतु 12 अप्रैल से शुरू हो रहे एमआर अभियान में 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को टीका लगाने की अपील की गई।

सिविल सर्जन ने लोगो से अपील कि की अभियान को सफल बनाने में हमें सभी के सहयोग की आवश्यकता है। अगर आप सभी का सहयोग मिला तो हम अपने जिला से मीजल्स एवं रूबेला जैसी खतरनाक बीमारी से बच्चों को बचाने में कामयाब होंगे।

जागरूकता रैली के माध्यम से लोगो को बताया गया कि खसरा एक जानलेवा रोग है। यह वायरस द्वारा फैलता है। इसके कारण बच्चों में दिव्यांगता तथा असमय मृत्यु हो सकती है।

 वहीं रूबैला भी एक संक्रामक रोग है। यह भी वायरस द्वारा फैलता है। इसके लक्षण खसरा रोग जैसे होते हैं। यह लड़के या लड़की दोनों को संक्रमित कर सकता है। यदि कोई महिला गर्भावस्था के शुरुआती चरण में इससे संक्रमित हो जाए तो कंजेनिटल रूबैला सिंड्रोम (सीआरएस) हो सकता है जो उसके भ्रूण तथा नवजात शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। खसरा रूबैला का टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। बच्चों को यह टीका एक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी द्वारा लगाया जाएगा।

हम सब ने ठाना है मिजल्स रूबैला से झारखंड को बचाना है.

गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे आनंद वर्मा हत्याकांड की पुलिस ने सुलझायी गुत्थी



हत्या में शामिल मित्र सूरज का शव भी फंदे से लटकता पाया गया , दूसरा हत्यारा दोस्त डोमा गिरफ्तार

धनबाद। गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे आनन्द वर्मा की हत्या की गुत्थी धनबाद पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले के आनंद के हत्यारे मित्र डोमा भुईयां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि हत्या में शामिल दूसरे मित्र सूरज भुईयां ने हत्या करने के बाद पेड़ से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। 

इस बाबत धनबाद एसएसपी संजीव कुमार ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय स्थित अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हत्या की पूरी जानकारी दी। एसएसपी में पत्रकारों को बताया कि 21 मार्च को आनंद अपने घर से बाहर निकला था। कई दिनों जब घर नहीं लौटा तो उसके परिजनों द्वारा स्थानीय पुलिस से शिकायत की गई थी। 

वहीं 3 अप्रैल को एक बंद खदान के मुहाने से सड़ी गली लाश मिली थी जिसके पंचनामे के दौरान उसकी पहचान आनंद वर्मा के रूप की गई थी। अनुसंधान के क्रम में पुलिस को पता चला कि आनंद वर्मा, डोमा भुईयां और सूरज भुईयां तीनों मित्र थे। जिस दिन से आनंद लापता हुआ उसी दिन डोमा ने उसे घर से बुलाया था और तीनों मिलकर कहीं कोयला की चोरी करने गए थे जिसमें असफल हुए।

 इसके बाद आनंद बैठकर नशे का सेवन कर रहा था तभी वहां डोमा और सूरज भी पहुंचे और फिर तीनों में मजकिये लहजे में गाली गलौज शुरू हुई जो कि बाद में सीरियस होकर हाथा पाई तक पहुंच गई। डोमा और सूरज एक पत्थर से आनंद के सर पर मार दिया जिससे उसकी मौत हो गयी। साक्ष्य छुपाने के लिए पहले शव को बंद खदान में फेंका गया बाद किसी की नजर पड़ जाने के डर से उसे अवैध खनन के मुहाने के अंदर लगभग 15 फिर अंदर ले जाकर छुपा दिया गया था।

 घटना को अंजाम देने के बाद डोमा भुईयां अयोध्या भाग गया था। पुलिस ने डोमा को अयोध्या से गिरफ्तार धनबाद लायी और उसे जेल भेज दिया। 

दूसरे साथी सूरज का शव पेड़ से मिला था लटका हुआ

हत्या के लगभग एक हफ्ते बाद ही सूरज भुईयां का शव घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर ओबी डंप के समीप पेड़ से लटका पाया गया था। एसएसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद सूरज भुईयां ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी थी जिसके बाद परिजनों ने उसे धुत्कार कर खुद इस मामले को सलटने को कहा था सम्भवतः इसके बाद सूरज को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने पेड़ पर फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी। 

क्या है पूरा मामला

बीते 3 अप्रैल को झरिया के अलकडीहा ओपी अंतर्गत जयरामपुर मोड़ के आटा चक्की के समीप अवैध खनन के मुहाने से एक सड़ी गली लाश मिली थी। शव के पोस्टमार्टम के बाद वे परिजनों की पहचान के बाद शव की शिनाख्त पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के आरोप में जेल के बन्द गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे के रूप में हुई। जिसकी बाद मामले को हाई प्रोफाइल मानते हुए पुलिस ने अनुसन्धान जारी किया था।आनंद वर्मा एमओसीपी ठाकुर मोड़ निवासी राजमिस्री राजेश वर्मा का पुत्र था।

पूर्व में आनंद का रहा है अपराधिक इतिहास

आनंद वर्मा की इंट्री कम उम्र से ही आपराध की दुनिया हो गयी थी। उस पर तीसरा, सुदामडीह, धनसार, झरिया सहित कई थानों में कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। पांच वर्ष पूर्व आनंद किसी मामले में धनबाद जेल गया था। यही उसकी मुलाकात पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्या के आरोप में जेल में बंद शूटर अमन सिंह से हुई थी। जेल से निकलने के बाद आनंद ने रंगदारी के लिए आसपास के इलाके के कोलियरी लोडिंग बाबू, लोडिंग पॉइंट के नेताओं सहित एक आउटसोर्सिंग परियोजना के संचालक को फोन कर रंगदारी के लिए धमकी दी थी। जिसके बाद से क्षेत्र में वह आतंक का पर्याय बन चुका था। वहीं वर्तमान में तीसरा थाने की पुलिस भी आनंद को दो मामले में लगातार खोज रही थी।

गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे आनंद वर्मा हत्याकांड की पुलिस ने सुलझायी गुत्थी

हत्या में शामिल मित्र सूरज का शव भी फंदे से लटकता पाया गया , दूसरा हत्यारा दोस्त डोमा गिरफ्तार


धनबाद। गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे आनन्द वर्मा की हत्या की गुत्थी धनबाद पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले के आनंद के हत्यारे मित्र डोमा भुईयां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि हत्या में शामिल दूसरे मित्र सूरज भुईयां ने हत्या करने के बाद पेड़ से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। 

इस बाबत धनबाद एसएसपी संजीव कुमार ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय स्थित अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हत्या की पूरी जानकारी दी। एसएसपी में पत्रकारों को बताया कि 21 मार्च को आनंद अपने घर से बाहर निकला था। कई दिनों जब घर नहीं लौटा तो उसके परिजनों द्वारा स्थानीय पुलिस से शिकायत की गई थी। 

वहीं 3 अप्रैल को एक बंद खदान के मुहाने से सड़ी गली लाश मिली थी जिसके पंचनामे के दौरान उसकी पहचान आनंद वर्मा के रूप की गई थी। अनुसंधान के क्रम में पुलिस को पता चला कि आनंद वर्मा, डोमा भुईयां और सूरज भुईयां तीनों मित्र थे। जिस दिन से आनंद लापता हुआ उसी दिन डोमा ने उसे घर से बुलाया था और तीनों मिलकर कहीं कोयला की चोरी करने गए थे जिसमें असफल हुए।

 इसके बाद आनंद बैठकर नशे का सेवन कर रहा था तभी वहां डोमा और सूरज भी पहुंचे और फिर तीनों में मजकिये लहजे में गाली गलौज शुरू हुई जो कि बाद में सीरियस होकर हाथा पाई तक पहुंच गई। डोमा और सूरज एक पत्थर से आनंद के सर पर मार दिया जिससे उसकी मौत हो गयी। साक्ष्य छुपाने के लिए पहले शव को बंद खदान में फेंका गया बाद किसी की नजर पड़ जाने के डर से उसे अवैध खनन के मुहाने के अंदर लगभग 15 फिर अंदर ले जाकर छुपा दिया गया था।

 घटना को अंजाम देने के बाद डोमा भुईयां अयोध्या भाग गया था। पुलिस ने डोमा को अयोध्या से गिरफ्तार धनबाद लायी और उसे जेल भेज दिया। 

दूसरे साथी सूरज का शव पेड़ से मिला था लटका हुआ

हत्या के लगभग एक हफ्ते बाद ही सूरज भुईयां का शव घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर ओबी डंप के समीप पेड़ से लटका पाया गया था। एसएसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद सूरज भुईयां ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी थी जिसके बाद परिजनों ने उसे धुत्कार कर खुद इस मामले को सलटने को कहा था सम्भवतः इसके बाद सूरज को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने पेड़ पर फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी। 

क्या है पूरा मामला

बीते 3 अप्रैल को झरिया के अलकडीहा ओपी अंतर्गत जयरामपुर मोड़ के आटा चक्की के समीप अवैध खनन के मुहाने से एक सड़ी गली लाश मिली थी। शव के पोस्टमार्टम के बाद वे परिजनों की पहचान के बाद शव की शिनाख्त पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के आरोप में जेल के बन्द गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे के रूप में हुई। जिसकी बाद मामले को हाई प्रोफाइल मानते हुए पुलिस ने अनुसन्धान जारी किया था।आनंद वर्मा एमओसीपी ठाकुर मोड़ निवासी राजमिस्री राजेश वर्मा का पुत्र था।

पूर्व में आनंद का रहा है अपराधिक इतिहास

आनंद वर्मा की इंट्री कम उम्र से ही आपराध की दुनिया हो गयी थी। उस पर तीसरा, सुदामडीह, धनसार, झरिया सहित कई थानों में कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। पांच वर्ष पूर्व आनंद किसी मामले में धनबाद जेल गया था। यही उसकी मुलाकात पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्या के आरोप में जेल में बंद शूटर अमन सिंह से हुई थी। जेल से निकलने के बाद आनंद ने रंगदारी के लिए आसपास के इलाके के कोलियरी लोडिंग बाबू, लोडिंग पॉइंट के नेताओं सहित एक आउटसोर्सिंग परियोजना के संचालक को फोन कर रंगदारी के लिए धमकी दी थी। जिसके बाद से क्षेत्र में वह आतंक का पर्याय बन चुका था। वहीं वर्तमान में तीसरा थाने की पुलिस भी आनंद को दो मामले में लगातार खोज रही थी।