गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे आनंद वर्मा हत्याकांड की पुलिस ने सुलझायी गुत्थी
हत्या में शामिल मित्र सूरज का शव भी फंदे से लटकता पाया गया , दूसरा हत्यारा दोस्त डोमा गिरफ्तार
धनबाद। गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे आनन्द वर्मा की हत्या की गुत्थी धनबाद पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले के आनंद के हत्यारे मित्र डोमा भुईयां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि हत्या में शामिल दूसरे मित्र सूरज भुईयां ने हत्या करने के बाद पेड़ से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी।
इस बाबत धनबाद एसएसपी संजीव कुमार ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय स्थित अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हत्या की पूरी जानकारी दी। एसएसपी में पत्रकारों को बताया कि 21 मार्च को आनंद अपने घर से बाहर निकला था। कई दिनों जब घर नहीं लौटा तो उसके परिजनों द्वारा स्थानीय पुलिस से शिकायत की गई थी।
वहीं 3 अप्रैल को एक बंद खदान के मुहाने से सड़ी गली लाश मिली थी जिसके पंचनामे के दौरान उसकी पहचान आनंद वर्मा के रूप की गई थी। अनुसंधान के क्रम में पुलिस को पता चला कि आनंद वर्मा, डोमा भुईयां और सूरज भुईयां तीनों मित्र थे। जिस दिन से आनंद लापता हुआ उसी दिन डोमा ने उसे घर से बुलाया था और तीनों मिलकर कहीं कोयला की चोरी करने गए थे जिसमें असफल हुए।
इसके बाद आनंद बैठकर नशे का सेवन कर रहा था तभी वहां डोमा और सूरज भी पहुंचे और फिर तीनों में मजकिये लहजे में गाली गलौज शुरू हुई जो कि बाद में सीरियस होकर हाथा पाई तक पहुंच गई। डोमा और सूरज एक पत्थर से आनंद के सर पर मार दिया जिससे उसकी मौत हो गयी। साक्ष्य छुपाने के लिए पहले शव को बंद खदान में फेंका गया बाद किसी की नजर पड़ जाने के डर से उसे अवैध खनन के मुहाने के अंदर लगभग 15 फिर अंदर ले जाकर छुपा दिया गया था।
घटना को अंजाम देने के बाद डोमा भुईयां अयोध्या भाग गया था। पुलिस ने डोमा को अयोध्या से गिरफ्तार धनबाद लायी और उसे जेल भेज दिया।
दूसरे साथी सूरज का शव पेड़ से मिला था लटका हुआ
हत्या के लगभग एक हफ्ते बाद ही सूरज भुईयां का शव घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर ओबी डंप के समीप पेड़ से लटका पाया गया था। एसएसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद सूरज भुईयां ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी थी जिसके बाद परिजनों ने उसे धुत्कार कर खुद इस मामले को सलटने को कहा था सम्भवतः इसके बाद सूरज को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने पेड़ पर फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी।
क्या है पूरा मामला
बीते 3 अप्रैल को झरिया के अलकडीहा ओपी अंतर्गत जयरामपुर मोड़ के आटा चक्की के समीप अवैध खनन के मुहाने से एक सड़ी गली लाश मिली थी। शव के पोस्टमार्टम के बाद वे परिजनों की पहचान के बाद शव की शिनाख्त पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के आरोप में जेल के बन्द गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे के रूप में हुई। जिसकी बाद मामले को हाई प्रोफाइल मानते हुए पुलिस ने अनुसन्धान जारी किया था।आनंद वर्मा एमओसीपी ठाकुर मोड़ निवासी राजमिस्री राजेश वर्मा का पुत्र था।
पूर्व में आनंद का रहा है अपराधिक इतिहास
आनंद वर्मा की इंट्री कम उम्र से ही आपराध की दुनिया हो गयी थी। उस पर तीसरा, सुदामडीह, धनसार, झरिया सहित कई थानों में कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। पांच वर्ष पूर्व आनंद किसी मामले में धनबाद जेल गया था। यही उसकी मुलाकात पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्या के आरोप में जेल में बंद शूटर अमन सिंह से हुई थी। जेल से निकलने के बाद आनंद ने रंगदारी के लिए आसपास के इलाके के कोलियरी लोडिंग बाबू, लोडिंग पॉइंट के नेताओं सहित एक आउटसोर्सिंग परियोजना के संचालक को फोन कर रंगदारी के लिए धमकी दी थी। जिसके बाद से क्षेत्र में वह आतंक का पर्याय बन चुका था। वहीं वर्तमान में तीसरा थाने की पुलिस भी आनंद को दो मामले में लगातार खोज रही थी।
Apr 11 2023, 20:31