दुमका : दिव्यांगों के लिए जिला स्तरीय एक दिवसीय जागरूकता शिविर 13 को, सरकार के रवैये पर नाराजगी


दुमका : बिरसा दिव्यांग समिति एवं दिव्यांग, विधवा एवं वृद्धा जन कल्याण मोर्चा की संयुक्त बैठक बुधवार को पुराने समाहरणालय परिसर में केन्द्रीय अध्यक्ष बलदेव राय की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में 13 अप्रैल एग्रो पार्क आत्मा कृषि ट्रेनिंग सेंटर में दिव्यांगों के लिए एक दिवसीय जिला स्तरीय जागरूकता शिविर के आयोजन पर चर्चा की गई। 

 शिविर में दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 कानून के बारे में जानकारी दी जाएगी।

केंद्रीय अध्यक्ष बलदेव राय ने कहा कि दिव्यांगों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने पर भी बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है और रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे है। कहा कि सरकार भी दिव्यांगों के ऊपर कोई कानून सख्ती से लागू नहीं कर रहा है कि दिव्यांग छात्र एवं छात्राओं को हर क्षेत्र में काम मिल सके | यदि सरकार का ऐसा रवैया रहा तो दिव्यांग मोर्चा सरकार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे।

समिति के कोषाध्यक्ष प्रियतम सिंह ने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा शिक्षित एवं बेरोजगार दिव्यांग के लिए बैकलॉग बहाली निकालकर जल्द से जल्द नियुक्ति किया जाए। आनेवाले बहाली प्रक्रिया में दिव्यांग के लिए दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 कानून के तहत नियमों का पालन करते हुए बहाली प्रक्रिया शुरू किया जाए। 

बैठक में प्रियतम कुमार सिंह, सुकुमार दास, डमरूधर सिंह, संतोष प्रसाद साह, विनोद प्रसाद ठाकुर ,भोला शर्मा, काशीनाथ राय, उपेंद्र राय, प्रफुल दास, वकील दास, मुन्ना पंडित, सुनील मांझी , अजीत कुमार राय, निरंजन मंडल , रामचंद्र राय आदि मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : नेशनल हैंडबॉल चैंपियनशिप में रेफरी की भूमिका निभानेवाले फरीद सम्मानित, झारखण्ड को मिला था तीसरा स्थान


दुमका : राजस्थान के बांसवाड़ा में संपन्न 45 वें जूनियर बालक नेशनल हैंडबॉल चैंपियनशिप में टेक्निकल ऑफिशियल रेफरी की भूमिका निभाने वाले दुमका के फरीद खान को सम्मानित किया गया। फरीद को ओलंपिक संघ के पूर्व कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडे ने सम्मानित किया। चैंपियनशिप में झारखण्ड तीसरे स्थान पर रहा जिसमें दुमका के आसिफ अहमद और शाहिद अफरीदी ने ब्रोंज मेडल जीता था।

दुमका हैंडबॉल संघ के संरक्षक डॉक्टर तुषार ज्योति ने फरीद खान को बधाई देते हुए कहा कि फरीद खान के नेतृत्व में दुमका के खिलाड़ियों द्वारा नेशनल चैंपियनशिप में ब्रोंज मेडल प्राप्त करना गर्व की बात है। फरीद ऑफिशियल टेक्निकल के रूप में भी नेशनल चैंपियनशिप में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। 

डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने बधाई देते हुए कहा कि लगातार मेहनत और प्रयास के बदौलत फरीद खान को नेशनल चैंपियनशिप में टेक्निकल ऑफिशियल एवं रेफरी की भूमिका के लिए चयन किया गया था जिसमें वह दुमका का नाम रोशन कर दुमका वासियों को गौरवान्वित किया है।

दुमका हैंडबॉल संघ के पूर्व खिलाड़ी एवं कोच अमित आनंद ने भी बधाई दी। 

जिला हैंडबॉल संघ के अध्यक्ष प्रदीप्त मुखर्जी ने बधाई देते हुए कहा कि दुमका के लिए यह सम्मान की बात है। यहां के खिलाड़ी नेशनल गेम में मेडल प्राप्त कर एवं रेफरी टेक्निकल ऑफिशियल के रूप में योगदान देकर दुमका को गौरवान्वित कर रहे हैं।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : कांग्रेस ने निकाला मशाल जुलूस, केंद्र सरकार के रवैये पर उठाया सवाल

दुमका : - राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त किये जाने और केंद्र सरकार के नीतियों के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को मशाल जुलूस निकाला। मशाल जुलूस का नेतृत्व पार्टी के जिलाध्यक्ष महेश राम चंद्रवंशी ने की। मशाल जुलूस में मुख्य रूप से जिला प्रभारी रविन्द्र वर्मा एवं पार्टी नेता श्यामल किशोर सिंह मौजूद थे। 

कांग्रेस भवन से निकली जुलूस शहर के मुख्य मार्ग से गुजरते हुए वीर कुंवर सिंह चौक पहुँची और सभा में तब्दील हो गई। जिला प्रभारी रविन्द्र वर्मा ने कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक पीएम नरेंद्र मोदी यह नही बता देते कि अडानी के शेल कंपनी में बीस हजार करोड़ रूपया किसका है और उस रुपया का संबंध पीएम से क्या है।

पार्टी नेता श्यामल किशोर सिंह ने कहा कि कांग्रेस परिवार मोदी के गीदड़ भभकी से डरने वाली नही है। राहुल गांधी का संघर्ष महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी को लेकर है और इस संघर्ष से केंद्र की सरकार डरी हुई है। जिलाध्यक्ष महेश राम चंद्रवंशी ने कहा कि देश को बचाने के लिए राहुल गांधी घर से निकल कर भारत जोड़ो कार्यक्रम के तहत 3570 किलोमीटर की पद यात्रा किया और जमीनी हकीकत को जाना। 

देश की मोदी सरकार झूठ के बुनियाद पर टिकी हुई है। अडानी मामले में राहुल गांधी के सवाल पर भाजपा की सरकार ने अपनी कूटनीति के तहत उनकी सदस्यता को समाप्त करने काम किया। हमें इस बात से कोई परेशानी नहीं है। हमें इस बात से परेशानी है कि आज देश में सच्चाई बोलने पर किस प्रकार सजा दिया जाता है। 

मौके पर प्रो मनोज अम्बष्ठ, डॉ सुशील मरांडी, संजीत सिंह, अरविंद कुमार, मो अलीइमाम टिंकू, युगल किशोर सिंह, प्रेम कुमार साह गणेश, सागेन मुर्मू, रोमी इमाम, छवि बागची, स्टीफन मरांडी, विलियम टुडू, अनुज मंडल, शहरोज शेख, करण चंद्रवंशी, देवू सिंह, रवि कुमार, रूपेश कुमार, दशरथ मंडल, राजीव जयसवाल, स्टीफन बेसरा, ममता साह, संतोष सिंह, अविनाश कुमार, मो कलामउद्दीन अंसारी, मो अनवर, सनय कुमार चौबे, मो हसलैन, मिठ्ठु यादव, सुनिल किस्कू, विमल बेसरा, फ्रांसिस मुर्मू, सोनाधन हेंब्रम, मंटु मरांडी, विवेक दास, एलेक्स मुर्मू, अभय मरांडी आदि मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : 23 जून से रांची में शुरू होगी राज्य स्तरीय फिल्म फेस्टिवल, पोस्टर का किया गया लोकार्पण


दुमका : चित्रपट झारखण्ड द्वारा 23 से 25 जून तक राँची के सरला बिड़ला विश्वविद्यालय के परिसर में होनेवाली राज्य स्तरीय फिल्म फेस्टिवल के पोस्टर का लोकार्पण मंगलवार को अग्रसेन भवन के सभागार में किया गया। 

चित्रपट के प्रांतीय अध्यक्ष नन्द कुमार सिंह ने कहा कि बदलते समय में मनोरंजन उद्योग में क्रांति आ रही है। इसके मध्यम से झारखण्ड की भाषा और संस्कृति को विश्व पटल पर लाने की जरूरत है। कहा कि जिन सांस्कृतिक मूल्यों के विषय को लेकर भारतीय सिनेमा की शुरुआत हुई थी, आज उसमें काफी बिखराव दिखने लगा है।

 इसी पृष्ठभूमि में चित्रपट झारखण्ड का गठन किया गया है। कहा कि यह संगठन राज्य में लगातार कार्यशालाओं का आयोजन करके एक तरफ श्रेष्ठ फिल्म निर्माताओं की टीम खड़ी कर रहा है, वहीं दूसरी ओर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने की जमीन भी तैयार कर रहा है।

चलचित्र महोत्सव के बारे में जानकारी देते हुए चित्रपट झारखण्ड की प्रांतीय टोली के राकेश रमण ने बताया कि झारखण्ड राज्य की भाषा संस्कृति और जनजातीय जीवन को केंद्र में रखकर यह महोत्सव किया जा रहा है जिसमें राज्य के फिल्मकार मात्र 250 तथा 100 रुपये का शुल्क भरकर प्रतिभागी बन सकते हैं। इसकी पूरी जानकारी वेबसाइट www. chitrapatjharkhand.org पर उपलब्ध है। साथ ही पोस्टर पर दिये गये क्यू आर कोड को स्कैन करके भी जानकारी ली जा सकती है। 

श्री कुमार ने कहा कि इस महोत्सव में झारखण्ड के फिल्मकारों के लिए कुल मिलाकर दो लाख रुपये के पुरस्कार भी रखे गये हैं। साथ ही महोत्सव एवं इसके विषय पर आधारित एक स्मारिका भी प्रकाशित होगी जो सभी के लिए संग्रहणीय होगी। चित्रपट दुमका के प्रभारी ऋतुराज कश्यप ने

कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन राकेश रमण ने किया।  

मौके पर साहित्यकार अंजुला मुर्मू एवं विशिष्ट अतिथि एमानुएल सोरेन, अरुण सिन्हा, मधुर सिंह, पवन मिश्रा, दशरथ हांसदा, विद्याकांत शुक्ला, राजीव नयन तिवारी तथा फिल्मकार मुकेश टुडू, अजित टुडू, राजू सोरेन, अंजनी शरण आदि उपस्थित थे। 

  

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका जिला के एक गांव में प्रतिबंधित मांस के साथ एक अधेड़ को पकड़ कर ग्रामीणों ने किया पुलिस के हवाले


 दुमका,डेस्क: दुमका के मसलिया थाना क्षेत्र स्थित झिलुआ गांव से आज  20 किलो प्रतिबंधित मांस के साथ पुलिस ने एक अधेड़ को हिरासत में लिया है। 

 थाने में पूछताछ चल रही है। वह व्यक्ति मसलिया के छैलापाथर गांव के है।वह बोरा में 20 किलो प्रतिबंधित मांस लेकर ईसाई बहुल गांव में बेचने के लिए आया था।

प्रतिबंधित मांस बेचने के लिए घर से निकला था शख्‍स

आरोपी एक ईसाई आदिवासी के घर के अंदर में मांस बेचने के लिए वजन कर रहा था, तभी गांव के लोगों को इसकी सूचना मिल गई। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी ग्राम प्रधान नंदलाल दत्ता को दी। नंदलाल ने मौके पर पहुंचकर आरोपित को धर दबोचा और पुलिस को सूचित किया।

सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसे हिरासत में लेकर थाना लेकर आई। थाना प्रभारी ईश्वर दयाल मुंडा का कहना है कि आरोपित से पूछताछ चल रही है। ग्रामीणों की ओर से कार्रवाई के लिए आवेदन दिया जा रहा है। मामला दर्ज कर आरोपित को जेल भेजा जाएगा।

धनबाद में गोकशी की घटना पर बवाल

गौरतलब है कि हाल ही में रामनवमी के दिन निरसा के थाना क्षेत्र के भुरकुंडाबाड़ी गांव में एक व्यक्तिन के घर में गोकशी की घटना से खूब बवाल हुआ था। बात इतनी आगे बढ़ गई थी कि आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी के बेटे को बंधक बनाकर गांव में ही रखा था। आरोपित के घर पर पथराव भी किया गया था। घटना के बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई।

पुलिस ने इस दौरान तुरंत मौके पर पहुंचकर लोगों को 

समझाने-बुझाने का काम किया। इसके बाद गांव में हर चौक-चौराहे पर बीते शुक्रवार को पुलिस मुस्तैद दिखी। धारा 144 लागू कर दिया गया। सुबह व शाम के वक्‍त पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया। इस घटना को तूल देने वालों की पुलिस तलाश कर रही है।

ब्रेकिंग: दुमका :काठीकुंड में आज सुबह 2 हाइवा की टक्कर में एक खलासी की मौत


दुमका जिले के काठीकुंड में अहले सुबह 2 हाइवा की टक्कर में एक खलासी की जान चली गयी. यह घटना दुमका-पाकुड़ मुख्य पथ के काठीकुंड थाना क्षेत्र स्थित सनमत कल्याण अस्पताल से कुछ दूरी पर दर्दनाक हादसा हुआ.

ब्रेकिंग: हंसडीहा - दुमका रेल खंड पर विकास कार्य के लिए दुमका से गोड्डा के बीच रेल परिचालन रहेगा बंद

दुमका: पूर्व रेलवे के हंसडीहा - दुमका रेल खंड के अंतर्गत विकास कार्य के लिए ब्लॉक लिया जाएगा रांची रेल मंडल से परिचालित निम्नांकित ट्रेनों का आंशिक समापन / प्रारंभ होगा. ट्रेन संख्या 18619 रांची - गोड्डा एक्सप्रेस ट्रेन यात्रा प्रारंभ दिनांक 31/03/2023 का दुमका स्टेशन पर आंशिक समापन होगा और ट्रेन का दुमका से गोड्डा के बीच परिचालन रद्द रहेगा. 

वहीं, ट्रेन संख्या 18620 गोड्डा - रांची एक्सप्रेस ट्रेन यात्रा प्रारंभ दिनांक 01/04/2023 का दुमका स्टेशन से आंशिक प्रारंभ होगा और गोड्डा से दुमका के बीच परिचालन रद्द रहेगा

दुमका : 60:40 नियोजन नीति के खिलाफ सड़क पर छात्र, बंदी का जबरदस्त असर, सरकार के मंत्री व विधायकों के बयान पर आक्रोश

दुमका :- झारखण्ड की उपराजधानी दुमका में हेमंत सरकार के 60:40 नियोजन नीति के खिलाफ और 1932 के खतियान आधारित नियोजन नीति की मांग को लेकर आदिवासी-मूलवासियों एवं विभिन्न छात्र संगठनों व सामाजिक संगठनों द्वारा शनिवार को बुलायी गयी संथाल परगना बंदी का जबरदस्त असर देखने को मिल रहा है। 

छात्र समन्वय समिति के नेतृत्व में दुमका सहित संथाल परगना के सभी छह जिलों में आज बंदी है। अब तक शांतिपूर्ण बंदी की सूचना है। दुमका के तमाम दुकानें और प्रतिष्ठानें बंद है। बस पड़ाव में सन्नाटा पसरा हुआ है। दुमका के मुख्य चौक-चौराहों पर आदिवासी छात्रों द्वारा सड़क पर उतरकर आवागमन ठप कर दिया गया है। वाहनों की लंबी कतारें लग गयी है। वही एहतियात के तौर पर जगह जगह मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात किए गए है। ढोल-मांदर और पारंपरिक हथियारों के साथ सड़क पर उतरे छात्रों ने 60:40 नाय चलतो और सीएम के खिलाफ नारेबाजी किया। 

छात्र सरकार से 1932 के खतियान आधारित नियोजन नीति लागू करने की मांग कर रहे है। छात्र नेता श्यामदेव हेम्ब्रम ने कहा कि राज्य की हेमंत सरकार 60:40 नियोजन नीति को लाकर यहाँ के आदिवासी मूलवासी छात्रों को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार, बंगाल, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ में वहाँ स्थानीय युवकों को नौकरियों में प्राथमिकता दी जा रही है और दूसरे राज्यों के युवकों का आरक्षण का प्रतिशत भी कम है तो झारखण्ड में स्थानीय छात्रों और बेरोजगार युवकों के भविष्य के साथ क्यो खिलवाड़ किया जा रहा है। 

उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्री और विधायक यह आरोप लगा रहे है कि 60:40 नियोजन नीति का विरोध करनेवाले बीजेपी के कार्यकर्ता है तो क्या सरकार में शामिल मंत्री और विधायकों के बच्चों को झारखण्ड में नौकरी नही चाहिए। सरकार के मंत्री और विधायक ऐसा बयानबाजी कर यहाँ के छात्रों व बेरोजगार युवकों को गुमराह कर रहे है। 

श्यामदेव हेम्ब्रम ने कहा कि 60 प्रतिशत आरक्षण तो पूर्व से ही है लेकिन 40 प्रतिशत आरक्षण बाहरी लोगों को सरकार क्यो दे रही है। छात्र नेता ठाकुर हांसदा ने कहा कि अगर सरकार ने 60:40 नियोजन नीति को वापस नही लिया तो आनेवाले समय मे आर्थिक नाकेबंदी की जाएगी जिसकी जिम्मेदार सरकार होगी। 

इधर प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार सिन्हा और नगर थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह दल-बल के साथ स्थिति पर नजर रखे हुए थे। बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा ने कहा कि बंदी को देखते हुए सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। अभी तक शांतिपूर्ण बंदी की सूचना है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : 60:40 नियोजन नीति के खिलाफ मशाल जुलूस, छात्रों ने बंद को सफल बनाने का किया आह्वान


दुमका : झारखण्ड में नियोजन नीति को लेकर बवाल थम नही रहा। हेमंत सरकार की 60:40 नियोजन नीति के खिलाफ कल शनिवार को संथाल परगना के दुमका सहित सभी छह जिलों में छात्र सड़क पर उतरेंगे। 

छात्र समन्वय समिति के नेतृत्व में विभिन्न छात्र एवं सामाजिक संगठनों ने शनिवार को संथाल परगना में बंद का एलान किया है। समिति के नेतृत्व में छात्रों ने शुक्रवार की शाम दुमका शहर में मशाल जुलूस निकाला और लोगो से बंद को सफल बनाने की अपील की। बता दे कि झारखण्ड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद अब तक स्पष्ट नियोजन नीति नहीं बनने से लगातार विरोध होता आ रहा है।


छात्र 1932 के खतियान आधारित नियोजन नीति को लागू करने की मांग कर रहे है।

छात्रों के मुताबिक झारखण्ड बनने के बाद से राज्य में अब तक कोई स्पष्ट नीति नही बन पायी है। छात्रों ने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद से अब तक सभी सरकार ने छात्रों और यहाँ के बेरोजगार युवक व युवतियों को छलने का काम किया। छात्र समन्वय समिति के श्यामदेव हेम्ब्रम ने कहा कि सरकार बार बार गलत नियोजन नीति बना रही है और छात्रों को छलने का काम कर रही है।

 सरकार 60: 40 नियोजन नीति के लाकर गुमराह करने का काम कर रही है। छात्र नेता राजीव बास्की ने कहा कि सरकार के गलत नीति के विरोध में संथाल परगना के सभी छह जिलों में एक अप्रैल को बंदी का आह्वान किया गया है। 60:40 नियोजन नीति को यहाँ के छात्र बर्दाश्त नही करेंगे। झारखण्ड को सरकार ने चारागाह बना दिया है। अगर आंदोलन के बावजूद सरकार नही चेती तो यहाँ के सभी छात्र भविष्य में आर्थिक नाकेबंदी भी करेंगे। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : पीएम मोदी को अपशब्द कहने के मामले में कांग्रेस विधायक को राहत, कोर्ट ने किया बरी

विधायक डॉ0 इरफान ने कहा - पावर का मिसयूज कर रही बीजेपी

दुमका : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपशब्द कहने के एक मामले में दुमका की एमपी - एमएलए स्पेशल कोर्ट ने शुक्रवार को जामताड़ा के कांग्रेस विधायक डॉ0 इरफान अंसारी को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया। 

कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि बीजेपी अपने पावर का मिसयूज कर रही है और इसी का नतीजा था कि 2017-18 में झारखण्ड में बीजेपी के नेतृत्व वाली तत्कालीन रघुवर सरकार ने मुझपर केस कर दिया। कहा कि मुझे कोर्ट पर पूरी आस्था थी और आज फैसला मेरे पक्ष में आया।

दरअसल दुमका के एमपी - एमएलए स्पेशल कोर्ट ने जामताड़ा के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी को पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्द बोलने के एक मामले में साक्ष्य के अभाव में रिहा कर दिया। यह फैसला एसडीजेएम जितेन्द्र राम के कोर्ट ने दिया। मामला 27 नवम्बर 2018 का है। 

जामताड़ा के भाजपा नेता तरुण कुमार गुप्ता ने नारायणपुर थाना में केस दर्ज कराया था कि लोकनिया ग्राम में आयोजित एक आम सभा में इरफान अंसारी ने पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्द कहा था। बचाव पक्ष के वकील राजा खान ने कहा कि पहले यह मामला जामताड़ा कोर्ट में चल रहा था। बाद में इसे एमपी - एमएलए कोर्ट , दुमका ट्रांसफर कर दिया गया जहां आज इसका फैसला सुनाया गया । 

कोर्ट द्वारा रिहा किए जाने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि क्या भाजपा के नेता कांग्रेस के बारे में अनर्गल बयानबाजी नहीं करते हैं । इसमें हमलोग तो मुकदमा करने नहीं जाते हैं लेकिन भाजपा ने अपने पावर का मिसयूज किया है । उन्होंने कहा कि आज जिस तरह राहुल गांधी की सदस्यता रद्द की गई । उनका घर छीन लिया गया । इससे हर जगह जनता दुखी है । कांग्रेस चुप बैठने वाली नहीं हैं । प्रखंड से लेकर जिला तक आंदोलन किया जाएगा । 

हमलोग राहुल गांधी की सदस्यता फिर से बहाल करने के लिए बाध्य कर देंगे । 

इरफान अंसारी ने कहा कि राहुल गांधी गरीबों की आवाज है । क्या हमलोग भी अडानी अंबानी की दलाली करें । गरीबों की बात करना छोड़ दे । गरीबों का पक्ष लेना अगर गलत है तो जो सजा देना है दीजिए । चाहे हमारी सदस्यता रद्द कर दीजिए या हमें फांसी पर लटका दीजिए । हम लोग चुप बैठने वाले नहीं हैं ।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)