ट्रेन के चपेट में आकर अधेड़ की मौत, शिनाख्त करने में जुटी पुलिस

औरंगाबाद : पूर्व मध्य रेल के मुगलसराय मंडल अंतर्गत डिहरी-गया रेलखंड पर औरंगाबाद सदर प्रखंड के फेसर थाना क्षेत्र में बघोई कुशा हॉल्ट के पास अज्ञात ट्रेन की चपेट में आकर एक अधेड़ की मौत हो गई। मृतक की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। मृतक की उम्र करीब 48 वर्ष बताई जा रही है। फेसर थाना की पुलिस शव का शिनाख्त करने में जुटी है।

माना जा रहा है कि सोमवार की रात में ही अधेड़ की मौत ट्रेन के चपेट में आने से हुई होगी क्योंकि मंगलवार की सुबह कुछ लोग जब टहलते हुए स्टेशन के पास पहुंचे तो देखा कि एक अधेड़ का शव पड़ा है। शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत है। फेसर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद पहचान के लिए सुरक्षित रखा है।

बता दें प्रावधान के अनुसार पुलिस 72 घंटे तक शव को पहचान के लिए सुरक्षित रखेगी। इस दौरान पहचान हो जाने पर शव को संबंधित परिवार को सौंप दिया जाएगा।

वही इस अवधि में भी पहचान नही होने की स्थिति में पुलिस शव को लावारिस मानते हुए खुद ही अंतिम संस्कार कराती है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मां-भाई के ज्वाइंट एकाउंट की बैंक से जानकारी मांगने पर भाई ने सगे भाई को बेरहमी से पीटा

औरंगाबाद : शहर के टिकरी मुहल्ला निवासी सोहराब आलम को बैंक से अपनी मां और बड़े भाई के संयुक्त खाते की जानकारी मांगना महंगा पड़ गया।

बड़े भाई को जानकारी मिली कि छोटा भाई मां को साथ में लेकर बैंक खाते में जमा रकम की जानकारी लेने बैंक गया था पर बैंकवालो ने कुछ नही बताया। यह जानकारी मिलते ही वह आगबबूला हो गया और उसने अपने सहयोगियों और परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर लाठी-डंडे और रॉड से बेरहमी से पिटाई कर दी।

पिटाई से गंभीर रूप से घायल सोहराब को इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इस मामले में प्राथमिकी के लिए घायल ने नगर थाना की पुलिस को दिए फर्दबयान में कहा है कि वह अपनी मां अनवरी बानो के साथ बड़े भाई मो. आलमगीर के साथ एक्सिस बैंक, एमजी रोड के ज्वाइंट खाता में जमा राशि की जानकारी लेने गया था लेकिन बैंक कर्मचारियों ने इसकी जानकारी नहीं दी। इसके बाद नगर थाना जाकर इसकी शिकायत की।

नगर थाना से घर लौटने के बाद बड़े भाई मो. आलमगीर ने गाली-गलौज करते हुए धमकी भरे लहजे मे कहा कि बहुत थाना पुलिस करता है। यह कहते हुए उसने अपने साले को कहा कि जान से मार दो।

इसके बाद मो. सगीर आलम ने अपने हाथ में लिए लोहे के रॉड से जान मारने की नियत से मेरे सर पर मारा जिससे मेरा सर फट गया और काफी खून बहने लगा। हम गंभीर रूप घायल होकर जमीन पर गिर गए। इतने में मो. अरबाज आलम, शहनाज बानो, सुरैया बानो ने मिलकर लाठी डंडा से पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया।

पुलिस फर्दबयान के आधार पर आगे की कार्रवाई में जुटी है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

एनएच-139 पर बाइक में टक्कर मारते ही धू-धूकर जल उठा ट्रक, बाइक भी जला, बाइकर घायल

औरंगाबाद : राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-139 औरंगाबाद-पटना मुख्य पथ पर औरंगाबाद के ओबरा थाना क्षेत्र में ऊब और भरुब गांव के बीच मंगलवार को 11 बजे के करीब एक ट्रक ने बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर में बाइकर गंभीर रूप घायल हो गया जबकि ट्रक में अचानक आग लग गई। आनन-फानन में बाइकर के साथ रहे दूसरे बाइकर्स घायल युवक को इलाज के लिए दाउदनगर की ओर ले गए। बाइकर के साथी युवक को कहां ले गये और उसका कहां इलाज चल रहा है, यह पता नही चल पा रहा है।

वही आग लगते ही ट्रक धू-धूकर जलने लगा और बाइक भी दुर्घटनाग्रस्त ट्रक के पास ही होने के कारण जलने लगा। देखते ही देखते ट्रक और बाइक जलकर राख हो गया। आग लगने के बाद किसी तरह चालक ने जलती ट्रक से कूदकर अपनी जान बचाई और अफरा तफरी का फायदा उठाकर वह मौके से निकल भागा। इस कारण ट्रक चालक के बारे में भी कोई जानकारी नही मिल पा रही है। हालांकि स्थानीय लोगो द्वारा आग लगने की जानकारी पुलिस एवं फायर ब्रिगेड को दी। साथ ही आसपास के लोगों ने भी अपने स्तर से आग पर काबू पाने का भरपूर प्रयास किया लेकिन उन्हे सफलता नहीं मिल सकी।

वही सूचना मिलने पर दमकल गाड़ी के साथ मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मेहनत- मशक्कत कर आग पर काबू पाया लेकिन तब तक तक ट्रक और बाइक जलकर राख हो गया।

मौके के प्रत्यक्षदर्शी रहे अभाविप के छात्र नेता पुष्कर अग्रवाल ने बताया कि बाइक सवार ओबरा से दाउदनगर की तरफ जा रहे थे। वही ट्रक दाउदनगर से औरंगाबाद की ओर जा रहा था। इसी दौरान ट्रक और बाइक में टक्कर हुई और देखते ही देखते ट्रक में आग लग गई। आग लगने के बाद अफरा तफरी मच गयी। काफी देर तक आवागमन भी ठप रहा।

पुष्कर ने कहा कि घायल युवक और दूसरे बाइक पर रहे उसके साथी युवक कौन थे, कहां के थे, यह पता नहीं चल पाया। आग बुझाये जाने के बाद मामले में ओबरा थाना की पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

रामनवमी के दौरान हुए दंगों से आहत हुए "बनारस वाला इश्क" फेम लेखक प्रभात बांधुल्य, इन्ही के प्यार में पटना की पिंकी ने लिखी थी डिप्टी सीएम तेजस्व

औरंगाबाद : बिहार में रामनवमी के त्योहार पर राज्य के कई हिस्सों में हुए सांप्रदायिक दंगों से आहत राज्य के "बनारस वाला इश्क" फेम लेखक प्रभात बांधुल्य ने एक कविता लिखी और उसे स्वर भी दिया। 

इस कविता में सांप्रदायिक दंगों और उसके असर का दर्द छलकता है। यह मर्मस्पर्शी कविता है। कवि ने सांप्रदायिक दंगों के दर्द को बेहद भावपूर्ण अंदाज में गाया है। 

कविता में प्रेम के दर्द को भी पुट दिया और दंगों की आग में प्रेमियों के प्रेम पत्र के भी जल जाने को शब्द दिएं है। सुनिएं और पढ़िए प्रभात बांधुल्य की यह कविता-

धू-धू जर$ता शहरिया ए सजनी

  चीख -पुकार औरी शोर हो

 के ई शहरिया के अगिया लगवलस,

   के कइले एतना अनोर हो

जर$ता कुरान 

 वेद पुराण

रवि के मकान , 

करीम के दुकान

ओहि रे अगिया में, जरी गइले सजनी,तोहर भेजल प्रेम के डोर हो,

कइसे बचाईं तोहर पाती ए सजनी,

कइसे सुखाईं आपन लोर हो,

गौरतलब है कि इस कविता को लिखने और गाने वाले प्रभात बांधुल्य औरंगाबाद के है। यह वही लेखक है जिनकी रचना "बनारस वाला इश्क" सुपर डुपर फेमस हुई थी। साथ ही शौचालय योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार पर इनकी शॉर्ट फिल्म "फिक्स रेट भी बेहद चर्चित है। 

इस शॉर्ट फिल्म का डायलॉग -"पाखाना के लिए देना होगा दो हजार का खाना" आज भी लोगो की जुबां चढ़ा हुआ है। 

इस लेखक को पाने के लिए उसकी वन साइडेड लवर राजधानी पटना की पिंकी ने प्रदेश के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को रोजगार देने की मांग वाली चिट्ठी ऐन वैलेंटाइन वीक के आरंभ पर लिखी थी। 

उस वक्त चिट्ठी के साथ प्रभात बांधुल्य भी बेहद चर्चित हुए थे और आज भी उनकी एक पहचान वन साइडेड लवर पिंकी के बी-लवेड के रूप में है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

ओआरओपी लागू करने की मांग को ले सेवानिवृत सैनिकों ने सौंपा डीएम को ज्ञापन

औरंगाबाद()। वन रैंक वन पेंशन(ओआरओपी) की मांग को लेकर नई दिल्ली में जंतर मंतर पर पिछ्ले माह 20 फरवरी से दिए जा रहे अनिश्चितकालीन धरना के सर्मथन में औरंगाबाद के सेवानिवृत सैनिको ने सोमवार को जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल को तीन सूत्री मांग पत्र सौंपा।

मांग पत्र में 01 जुलाई 2014 के बाद भी प्री मैच्युर सेवानिवृत हुए जवानों को एक रैंक एक पेंशन का लाभ देने, पुर्नवास की व्यवस्था,

सेना में अच्छी सेवा के सम्मान स्वरुप दिए जाने वाले ऑनररी रैंक नायब सूबेदार, सुबेदार एवं सुबेदार मेजर के पेंशन में बढ़ोतरी, सैनिकों की विधवाओं को सम्मानजनक पेंशन देने, वर्ष 2006 में छठें वेतन आयोग की अनुशंसा पर लागू किए गये एमएसपी का लाभ देने, विकलांगता पेंशन में अधिकारियों एवं जवानों के पेंशन वृद्धि के अनुपात में अंतर को दूर करने, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार

रिजर्व पेंशनर को रेगुलर सर्विस पेंशन के बराबर पेंशन देने एवं 2016 से पहले सेवानिवृत जवानों के सातवें वेतन के अनुरूप पेंशन देने की मांग शामिल है। मांग पत्र में कहा गया है कि मांगों को पूरा नही किये जाने पर देशभर के सेवानिवृत सैनिक संसद का अनिश्चितकालीन घेराव करने को बाध्य होंगे। डीएम से मिलकर मांग पत्र देनेवाले पूर्व सैनिको में पूर्व सैनिक संघ,

औरंगाबाद के अध्यक्ष डॉ. के सिंह, उपाध्यक्ष संजय कुमार सैनिक, सचिव जेपी सिंह, कोषाध्यक्ष एनके राय, जगदीश सिंह ,भीम सिंह, दाउदनगर अनुमंडल अध्यक्ष जनेश्वर सिंह, अरविंद कुमार, सुरेंद्र कुमार सिंह, विजय सिंह, प्रेम कुमार, कैप्टन कमलेश सिंह, भरत सिंह, डीके सिंह, जगदीश सिंह, पप्पू कुमार, रंजीत प्रसाद, शारदा सिंह, सुरेश

तिवारी, मिथिलेश कुमार सिंह, जितेंद्र सिंह, जेके सिंह, आरपी सिंह, दिलीप कुमार सिंह, दिलीप सिंह, राणा प्रताप सिंह, सुमेश्वर कुमार, संजीव कुमार, उपेंद्र कुमार, रणधीर कुमार एवं राजा राम सिंह आदि शामिल है।

दो अलग-अलग सड़क हादसे में एक मासूम बच्ची समेत दो की दर्दनाक मौत

औरंगाबाद : जिले में दो अलग-अलग सड़क हादसे में एक मासूम बच्ची समेत दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है।  

पहली घटना नगर थाना क्षेत्र के रामा बांध बस स्टैंड की है जहां एक मासूम बच्चे घर से खेलने के लिए निकली थी लेकिन तेज रफ्तार ऑटो ने उसे टक्कर मार दिया। जिससे कि मासूम बच्ची की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। 

वहीं दूसरी घटना अंम्बा थाना क्षेत्र के अंम्बा मोड़ कि है जहा एक तेज रफ्तार हाईवा ने एक युवक की टक्कर मार दी। जिससे कि युवक की घटनास्थल पर दर्दनाक मौत हो गई। मौत के बाद सब अस्पताल पहुंचते ही अस्पताल में चित्कार सी मच गई। 

घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शव को अपने कब्जे में ले लिया है और पूरे मामले की जांच में जुट गई है। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

संतान नहीं कर सकते मां बाप को सम्पत्ति के अधिकार से बेदखल : जिला विधिक सेवा प्राधिकार

औरंगाबाद : आज जिला विधिक सेवा प्राधिकार औरंगाबाद के सचिव एडीजे प्रंनव शंकर के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के बैनर तले प्राथमिक विद्यालय महुली रामपुर नबीनगर में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। जिसका बिषय वरिष्ठ नागरिकों के लिए विधिक सेवाएं से सम्बंधित नालसा योजनाएं 2016 था। 

इस कार्यक्रम का अध्यक्षता पैनल अधिवक्ता नन्द केशवर साव ने किया और संचालन अद्ध विधिक स्वयं सेवक आलोक कुमार पांडेय ने किया।  

इस अवसर पर विधालय प्रधानाध्यापिका सरिता कुमारी। उपसरपंच सरिता देवी सहित दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे। पैनल अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार औरंगाबाद द्वारा जिले के बहुत से दुर दराज ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार विभिन्न कानूनी जागरूकता बिषयो पर जागरूकता शिविर आयोजित किया जा रहा है। इसी क्रम में आज वरिष्ठ नागरिकों के नालसा योजना 2016 कीजानकारी ग्रामीणों को दी गई। 

बताया गया कि वृद्ध माता-पिता के जीवन और सम्पत्ति के अधिकार से उनके बच्चे भी वंचित नहीं कर सकते हैं। वरिष्ठ नागरिकों के बचत योजना पर उच्च दर से ब्याज मिलती है। इंदिरा गांधी पेंशन योजना के तहत 60 वर्ष से ऊपर और 80 वर्ष से ऊपर अलग-अलग केन्द्रीय सहायता है।60 वर्ष से ऊपर के स्त्री का राशन कार्ड में प्राथमिकता दी जाती है। अंत्योदय योजना के तहत जिस गरीबी रेखा के नीचे के परिवार में वृद्ध भी शामिल हैं 35 किलो अनाज मिलेगा। 

वृद्धाश्रम, मोबाइल मेडिकेयर की स्थापना की प्राथमिकता है। आयकर में रियायत दी जाती है सरकारी बस सेवा।रेल यात्रा में छुट दी जाती है। सरकारी उपक्रमों में भीड़ से अलग लाइन की सुविधा है। स्वास्थ्य बीमा और गम्भीर रोगों के इलाज में सरकारी अस्पताल को प्राथमिकता देना है।  

अधिवक्ता ने कहा कि अतः मैं कहा जाए तो वृद्धावस्था में मां बाप को परिजनों के प्यार और सेवा अति आवश्यक होती है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद: हत्या के मामले की जांच में लापरवाही न बरतने का निर्देश जारी


औरंगाबाद: आज किशोर न्याय परिषद औरंगाबाद के प्रधान न्यायाधीश मनीष कुमार पांडेय ने जे .जे .बी वाद संख्या 740/23, नबीनगर थाना कांड संख्या 435/22 , में सुनवाई करते हुए उक्त बातें कही।

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि यह मामला जघन्य अपराध की भादंवि धारा 302/364/201/120 बी, 34 से सम्बंधित है इस मामले में तीन किशोर को विचारण में सुरक्षित स्थान रखा गया है।

 जिनकी जमानत याचिका नामंजूर किया गया है परन्तु सुनवाई के क्रम में पाया गया है कि इस कांड में पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट,सी डी आर, और वरीय अधिकारियों का पर्यवेक्षण रिपोर्ट उपलब्ध कराने में असफल रही है जो एक बड़ी लापरवाही है अतः इस वाद के आई ओ और अनुमंडलीय पुलिस पदाधिकारी संदेह

03/04/23 के न्यायलय में हाजिर होकर प्रश्नगत तथ्यों पर जवाब दे।

वहीं एक दुसरे मामले में जे .जे .बी .वाद संख्या 168/23, हसपुरा थाना कांड संख्या 82/18 में आई ओ अरूण कुमार,दीप नारायण सिंह तथा चौकीदार गोपाल कुमार बघौई को गवाही पर अनुपस्थिति के कारण गैर जमानती वारंट जारी करने का आदेश जारी किया गया है यह वाद भादंवि धारा 324/341/307/302 से सम्बंधित है इसमें सुनवाई के अगली तिथि 03/05/23 निर्धारित किया गया है।

औरंगाबाद: नए जिला जज ने प्राधिकार में किया भ्रमण

औरंगाबाद: आज जिला जज सम्पूर्णानंद तिवारी ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार, विधिक सेवा सदन औरंगाबाद में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यों का निरीक्षण किया और नये कोर्ट विल्डिंग का भ्रमण कर कोर्ट में हो रहे न्यायिक कार्यवाही देखा , साफ सफाई और सुन्दरता बरकरार रखने को कहा, 13 मई को लगने वाली लोक अदालत की

तैयारियां का जायजा लिया और पक्षकारो को तेजी से नोटिस भेजने का आदेश दिया ।

तथा मीडिया से आग्रह किया है कि अधिक से अधिक सुलहनिये मुकदमे के पक्षकारो को राष्ट्रीय लोक अदालत की जानकारी उपलब्ध करवायें,लोक अदालत के प्रचार प्रसार में मीडिया का प्रयास सराहनीय रही है यह जानकारी पैनल अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने दी।

इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार औरंगाबाद के सचिव सह एडीजे प्रंनव शंकर और कोर्ट मेनेजर विवेक कुमार उपस्थित थे।

सासाराम में गृहमंत्री अमित शाह का कार्यक्रम रद्द होने पर राजनीति शुरू, भाजपा ने जदयू पर फोड़ा ठीकरा

औरंगाबाद: रामनवमी पर रोहतास जिले में उपद्रव के बाद सासाराम में 2 अप्रैल को भाजपा द्वारा आहुत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रैली को स्थगित किये जाने को लेकर राजनीति तेज हो गई। इसे लेकर सासाराम के बगल के औरंगाबाद के भाजपा सांसद सुशील कुमार सिंह ने बिहार की नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। 

श्री सिंह ने शनिवार को दोपहर यहां अपने आवास पर प्रेसवार्ता में कहा कि बिहार सरकार ने रोहतास में उपद्रवियों पर कोई कार्रवाई नही की। स्थिति को जान बूझकर ज्यादा बढ़ा चढ़ा कर पेश किया। बनावटी तनाव क्रिएट कर 144 लगाया। यह जताने के लिए इंटरनेट बंद कराया ताकि यहां स्थिति बेहद तनावपूर्ण लगे। इसके पीछे राज्य सरकार का एकमात्र उदेश्य केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रैली को रद्द कराना रहा। कहा कि हमारी पार्टी भाजपा कानून का सम्मान करती है और उपद्रव का ठीकरा जदयू भाजपा पर न फोड़ पाएं, इसके लिए पार्टी ने मजबूरी में सासाराम में आयोजित सम्राट अशोक जयंती समारोह को स्थगित कर दिया ताकि जदयू को ऐसा मौका नही मिले। 

उन्होने कहा कि हमारे प्रदेश की पहचान जिन महान विभूतियों से है, उनमें एक सम्राट अशोक भी है। देश में सम्राट अशोक के तीन स्मारक है। इनमें एक सासाराम में भी है। सासाराम के इस स्मारक को असामाजिक तत्वों ने घेर लिया था। स्मारक को चादर से ढ़क दिया था। वहां ताला भी लगा दिया था। भाजपा ने इसका पुरजोर विरोध किया था। आंदोलन किया था, धरना दिया था। तब जाकर सम्राट अशोक का यह स्मारक असामाजिक तत्वों से मुक्त हुआ। राज्य सरकार को यह लग रहा था कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जब सासाराम में सम्राट अशोक जयंती समारोह में आएंगे तो इस पर चर्चा होगी।

 राज्य सरकार की गलत नीतियों का पर्दाफाश होगा। राज्य सरकार इस क्रार्यक्रम से घबरा गई। इसी वजह से राज्य सरकार ने कार्यक्रम को स्थगित कराने के लिए उपद्रव का बहाना लिया। इस कार्यक्रम में अतिपिछड़ा वर्ग के बड़े नेता प्रमोद चंद्रवंशी भाजपा में शामिल होनेवाले थे। इस वजह से भी राज्य सरकार घबरा गई और भाजपा के कार्यक्रम में व्यवधान डलवाया गया लेकिन इस तरह का व्यवधान डलवाने से जदयू को कुछ हासिल नही होनेवाला है। ऐसे कुकृत्यों से जदयू का सफाया निश्चित हो गया है। 

जदयू द्वारा भाजपा के खिलाफ की जा रही साजिश से जनता का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इस तरह के कृत्यों से जदयू को कोई फायदा नही होने जा रहा है बल्कि ऐसा कर जदयू ने अपने राजनीतिक चरित्र का परिचय दिया है। सांसद ने कहा कि रामनवमी के अवसर पर बिहार में जहां कही भी उपद्रव हुआ है, वहां राज्य सरकार ने उपद्रवियों पर कोई कार्रवाई नही की है।

उल्टे एक समुदाय पर कार्रवाई की है। कहा कि वर्तमान में बिहार में हिंदू होना और हिंदू पर्व त्योहार मनाना गुनाह हो गया है। राज्य में कई जगह रामनवमी जुलूस निकालने की अनुमति मांगी गई पर यह अनुमति नही दी गई। प्रदेश में हिंदू होना अपराध हो गया है। सनातनी परंपरा को गलत कहा जा रहा है। 

आस्था का साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इसका नतीजा बिहार सरकार को भुगतना होगा। भाजपा राज्य सरकार के कुकृत्यों का पर्दाफाश करेगी क्योकि जन भावनाओं और आवाज को दबाना लोकतंत्र के लिए नुकसानदेह है। जनता इसका जवाब देगी।