सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन का आह्वान, तिब्बती स्वाधीनता एवं तिब्बती शरणार्थियों की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करें संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व बिरादरी


बेतिया : तिब्बत के आध्यात्मि धर्मगुरु ने अपने सहयोगियों संग चीनी सरकार के यातनाओं एवं उत्पीड़नो से तंग आकर दलाई लामा ने शांति एवं तिब्बती सांस्कृतिक पहचान बचाने के लिए भारत का रुख किया था, आज ही के दिन 30 मार्च 1959 को दलाई लामा लगभग 1महीने के दुर्लभ यात्रा के बाद भारत पहुंचे थे। दलाई लामा तब से भारत में रहे हैं, जब 1959 में, तिब्बत से स्थानीय आबादी के सहयोग अपने सहयोगियों के साथ से निकले थे। तिब्बत सरकार का निर्वासन सरकार हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला से संचालित होता है। भारत में लगभग 1,60,000 से अधिक तिब्बती रहते हैं।

इस अवसर पर, डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड , डॉ शाहनवाज अली डॉ अमित कुमार लोहिया , मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट के निदेशक एस सबा,डॉ महबूब उर रहमान, पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ने संयुक्त रूप से कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता दलाई लामा ने अपनी शांति और दया के माध्यम से दुनिया को प्रेरित किया है। तिब्बतियों और उनकी विरासत के लिए संघर्ष के प्रतीक के रूप में है। 

1959 से अब तक स्वतंत्रता में तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा और तिब्बतियों की मेजबानी करने के लिए सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विश्व की सभी संस्थाएं भारत को धन्यवाद देते हैं, और तिब्बत की स्वाधीनता की कामना करते हैं।  

"दलाई लामा आशा के दूत हैं, जिनका आध्यात्मिक मार्गदर्शन गर्मजोशी और करुणा को आगे बढ़ाने, धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने, मानव अधिकारों को सुरक्षित रखने और तिब्बती लोगों की भाषा और संस्कृति को संरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण बल रहा है।

इस अवसर पर, संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व की सरकारों से अपील करते हैं तिब्बत में लोकतंत्र बहाली के लिए उचित कार्यवाही करें ताकि दलाई लामा अपने देश लौट सके, जिसका सपना विगत 64 वर्षों से दलाई लामा एवं तिब्बती लोग देख रहे हैं।

पूर्ण स्वच्छ, निष्पक्ष, भयमुक्त एवं शांतिपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराएं मतदान : जिलाधिकारी।


थ्री लेयर रहेगी सुरक्षा व्यवस्था, पर्याप्त संख्या में पुलिस पदाधिकारी, पुलिस बलों की है तैनाती : पुलिस अधीक्षक।

जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक, बेतिया, श्री उपेंद्र नाथ वर्मा द्वारा की गई संयुक्त ब्रीफिंग।

03-सारण स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन अंतर्गत मतदान 31मार्च को।

मतदान का समय प्रातः 08.00 बजे से अपराह्न 04.00 बजे तक निर्धारित।

बेतिया। 03-सारण स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन-2023 अंतर्गत 31 मार्च को मतदान तथा 05 अप्रैल को मतो की गणना होगी। मतदान का समय प्रातः 08.00 बजे से अपराह्न 04.00 बजे तक निर्धारित है। 

मतदान को स्वच्छ, निष्पक्ष, भयमुक्त एवं शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने के उद्देश्य से आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक, बेतिया, श्री उपेंद्र नाथ वर्मा द्वारा संयुक्त ब्रीफिंग की गई। 

इस ब्रीफिंग में उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्त्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्त्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, उप निर्वाचन पदाधिकारी, श्री लालबहादुर राय सहित सभी स्टैटिक-सह-सेक्टर मजिस्ट्रेट/पुलिस पदाधिकारी, जोनल दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि सभी मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारी पूरी मुस्तैदी के साथ निर्वाचन को सफलतापूर्वक संपन्न कराएंगे। उन्होंने कहा कि सभी स्टैटिक-सह-सेक्टर मजिस्ट्रेट/पुलिस पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले मतदान केंद्रों पर मतदान दल के सभी सदस्य, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल मतदान सामग्री के साथ आज संध्या में पहुंच गए हैं। 

उन्होंने निर्देश दिया कि सभी स्टैटिक-सह-सेक्टर मजिस्ट्रेट/पुलिस पदाधिकारी मतदान केंद्र परिसर में मतदान अवधि में विधि-व्यवस्था संधारित करेंगे। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या शिकायत प्राप्त होने पर शिकायतों का स्थलीय जांच करेंगे एवं नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। यदि मतदान कर्मियों के बीच मतदान प्रक्रिया के संबंध में कोई संदेह हो तो उसे तुरंत दूर करेंगे।

उन्होंने निर्देश दिया कि मतदान के दौरान मतदान केंद्र के 200 मीटर की परिधि क्षेत्र प्रतिबंधित क्षेत्र होता है अतः प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी दल द्वारा प्रतिबंधित क्षेत्र के अंदर मतदाता को पर्ची निर्गत करने अथवा मतदाताओं को प्रभावित करने का कार्य नहीं किया जा रहा है।

उन्होंने निर्देश दिया कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी थानाध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत भ्रमणशील रहकर सुरक्षा व्यवस्था एवं विधि व्यवस्था का संधारण सुनिश्चित करेंगे। संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी उक्त निर्वाचन के आलोक में मतदान को स्वच्छ, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने हेतु धारा-144 के अंतर्गत निषेधाज्ञा लागू करेंगे।

उन्होंने कहा कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी जिला नियंत्रण कक्ष की भांति अपने-अपने अनुमंडल मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित करेंगे। नियंत्रण कक्ष में दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी सहित पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति करेंगे। प्रत्येक नियंत्रण कक्ष में क्यूआरटी अलर्ट मोड में तैनात रहेंगे। 

उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि जिलास्तर सहित सभी नियंत्रण कक्ष में आवश्यक संसाधनों के साथ चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ, जीवन रक्षक उपकरण सहित एक-एक एम्बुलेंस की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करेंगे। जिला अग्निशमन पदाधिकारी नियंत्रण कक्ष में एक-एक अग्निशमन वाहन की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करेंगे।

समीक्षा के क्रम में बताया गया कि निर्वाचन को स्वच्छ, निष्पक्ष, भयमुक्त एवं शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने हेतु जिला स्तर पर समाहरणालय सभागार में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। जिसका दूरभाष संख्या 06254-240204 है। इस नियंत्रण कक्ष के वरीय प्रभारी पदाधिकारी, अनिल कुमार राय, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, पश्चिमी चंपारण को बनाया गया है।

उप निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि 03-सारण स्नातक हेतु कुल मतदाताओं की कुल संख्या-13622 है, जिसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या-10593 तथा महिला मतदाताओं की संख्या-3029 है। इसी तरह 03-सारण शिक्षक हेतु कुल मतदाताओं की संख्या-1538 है, जिसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या-1349 तथा महिला मतदाताओं की संख्या-189 है। उन्होंने बताया कि सारण स्नातक हेतु जिले के सभी अंचल कार्यालय को मतदान केन्द्र बनाया गया है तथा 03-सारण शिक्षक हेतु सभी जिले के सभी प्रखंड विकास कार्यालय को मतदान केन्द्र बनाया गया है। 

उन्होंने बताया कि मतदान बैलेट पेपर के माध्यम से सम्पन्न होगी। निर्वाचक इसमें अधिमानता के क्रम में मतपत्र पर अपना मत अंकित कर सकते हैं। मत अंकित करने की प्रक्रिया इस प्रकार हैः-

● मतदान के लिए सिर्फ बैंगनी (Violet) स्केच पेन, जो आपको मतपत्र के साथ ही दी जाती है, का उपयोग करें। अन्य कोई भी कलम या पेंसिल या बॉलपेन का इस्तेमाल नहीं करें।

● अभ्यर्थी के नाम के सामने स्थित अधिमानता क्रम वाले स्तंभ में अपने पहले पसंद के अभ्यर्थी को अंक 1 लिखकर मतदान करें।

● चुने जाने हेतु अभ्यर्थियों की संख्या एक से अधिक रहने पर भी अंक सिर्फ 1 एक ही अभ्यर्थी के सामने किया जायेगा। 

● प्रत्येक मतदाता अधिकतम उतनी अधिमानतायें अंकित कर सकता है, जितने चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थी होंगे। 

● शेष बचे हुए अभ्यर्थियों के लिये अपनी अगली अधिमानतायें बाद के अंकों 2, 3, 4 आदि के रूप में अपनी अधिमानता के आधार पर अंकित करें।

● किसी भी अभ्यर्थी के नाम के सामने केवल एक ही अंक अंकित करें। समान अंक एक से अधिक अभ्यर्थी के नाम के सामने नहीं अंकित किया जाना चाहिए।

● अधिमानता केवल अंकों में जैसे 1, 2, 3 आदि में अंकित किया जायेगा। अधिमानता शब्दों में जैसे एक, दो, तीन, चार आदि में नहीं किया जायेगा।

● अंकों को भारतीय अंक के अंतरराष्ट्रीय रूप जैसे 1, 2, 3, 4, 5 आदि या रोमन रूप I, II, III आदि या संविधान की आठवीं सूची में मान्यता प्राप्त किसी भारतीय भाषा में अंकित किया जा सकता है। 

● मतपत्र पर अपना हस्ताक्षर या अद्याक्षर या नाम या कोई शब्द नहीं लिखें। अपने अंगूठें का निशान भी नहीं दें।

● अपनी अधिमानता दर्शाने के लिए सही का निशान या क्रॉस का निशान अंकित नहीं करें। ऐसे मतपत्र अस्वीकृत कर दिये जायेंगे।

● अपने मतपत्र को वैध बनाने के लिये आपको किसी एक अभ्यर्थी के सामने अंक 1 अंकित करना चाहिए। अन्य अधिमानतायें केवल ऐच्छिक है अनिवार्य नहीं।

आर्य समाज की स्थापना दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन ने विश्व शांति एवं पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

बेतिया : आर्य समाज की स्थापना दिवस पर दिया विश्व शांति मानवता पर्यावरण संरक्षण एवं सामाजिक सद्भावना का संदेश। आज आर्य समाज की स्थापना दिवस के अवसर पर विश्व शांति मानवता पर्यावरण संरक्षण एवं सामाजिक सद्भावना का संदेश देते हुए अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सहा सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली ,डॉ अमित कुमार लोहिया ने संयुक्त रूप से कहा कि चैत शुक्ल 5, 1932विक्रम संवत 1875 ई0 को आर्य समाज की स्थापना हुई। जिसकी स्थापना स्वामी दयानन्द सरस्वती ने १८७५ में बंबई में मथुरा के स्वामी विरजानन्द की प्रेरणा से की थी। 

यह आन्दोलन पाश्चात्य प्रभावों की प्रतिक्रिया स्वरूप हिंदू धर्म में सुधार के लिए प्रारम्भ हुआ था। आर्य समाज में शुद्ध वैदिक परम्परा में विश्वास करते थे तथा मूर्ति पूजा, अवतारवाद, बलि, झूठे कर्मकाण्ड व अन्धविश्वासों को अस्वीकार करते थे। इसमें छुआछूत व जातिगत भेदभाव का विरोध किया तथा स्त्रियों व शूद्रों को भी यज्ञोपवीत धारण करने व वेद पढ़ने का अधिकार दिया था। स्वामी दयानन्द सरस्वती द्वारा रचित सत्यार्थ प्रकाश नामक ग्रन्थ आर्य समाज का मूल ग्रन्थ है। आर्य समाज का आदर्श वाक्य है: कृण्वन्तो विश्वमार्यम्, जिसका अर्थ है - विश्व को आर्य बनाते चलो। 

इस अवसर पर आर्य समाज के महान विभूतियों स्वामी दयानन्द सरस्वती, स्वामी श्रद्धानन्द, महात्मा हंसराज, लाला लाजपत राय, भाई परमानन्द, राम प्रसाद 'बिस्मिल', पंडित गुरुदत्त, स्वामी आनन्दबोध पुष्पांजलि अर्पित की गई।

दयानन्द सरस्वती ने 10 अप्रैल सन् 1875 ई. (चैत्र शुक्ला 5 शनिवार सम्वत् 1932 विक्रमी) को मुम्बई में आर्यसमाज की स्थापना की थी। इससे पूर्व उन्होंने 6 या 7 सितम्बर, 1872 को वर्तमान बिहार प्रदेश के ‘आरा’ स्थान पर आगमन पर भी वहां आर्यसमाज स्थापित किया था। उपलब्ध इतिहास व जानकारी के अनुसार यह प्रथम आर्यसमाज था। परन्तु उसके एक-दो ही अधिवेशन हुए। 

स्वामी दयानन्द ने 31 दिसम्बर 1874 से 10 जनवरी 1875 तक राजकोट में प्रवास कर वैदिक धर्म का प्रचार किया। यहां जिस कैम्प की धर्मशाला में स्वामी ठहरे, वहां उन्होंने आठ व्याख्यान दिये जिनके विषय थे ईश्वर, धर्मोदय, वेदों का अनादि और अपौरुषेय होना, पुनर्जन्म, विद्या-अविद्या, मुक्ति और बन्धन, आर्यों का इतिहास और कर्तव्य। यहां स्वामीजी ने पं. महीधर और जीवनराम शास्त्री से मूर्तिपूजा और वेदान्त-विषय पर शास्त्रार्थ भी किया। 

स्वामीजी का यहां राजाओं के पुत्रों की शिक्षा के कालेज, राजकुमार कालेज में एक व्याख्यान हुआ। उपदेश का विषय था ‘‘अंहिसा परमो धर्मः”। यहां स्कूल की ओर से स्वामीजी को प्रो. मैक्समूलर सम्पादित ऋग्वेद भेंट किया गया था। राजकोट में आर्यसमाज की स्थापना के विषय में पं. देवेन्द्रनाथ मुखोपाध्याय रचित महर्षि दयानन्द के जीवन चरित में विभिन्न विवरण प्राप्त होता है।

अमर शहीद मंगल पांडे और 1857के स्वतंत्रता सेनानियों को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

बेतिया : सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857के महानायक अमर शहीद महान स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे द्वारा देश की स्वाधीनता एवं अंग्रेजों के अत्याचार के विरुद्ध स्वतंत्रता आंदोलन शुरू किए जाने की 166 वी वर्षगांठ एवं भारत की स्वाधीनता की 75 वीं वर्षगांठ आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष पर छात्र छात्राओं को विश्व शांति एवं मानवता का संकल्प दिलाया गया।

अंतर्राष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सचिव डॉ एजाज अहमद (अधिवक्ता) डॉ शाहनवाज अलीएवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने संयुक्त रूप से प्रथम स्वतंत्र संग्राम 1857 के अमर शहीद मंगल पांडे , वीर सैनिकों एवं स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज ही के दिन 166 वर्ष पूर्व महान स्वतंत्रता सेनानी अमर शहीद मंगल पांडे ने देश की स्वाधीनता एवं अंग्रेजों के अत्याचार के विरुद्ध आंदोलन आरंभ किया था। उनका सारा जीवन राष्ट्र के लिए संबंधित रहा।

इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद, अधिवक्ता एवं पश्चिम चंपारण कला मंच के संयोजक शाहीन परवीन ने संयुक्त रूप से कहा कि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 के पूर्व भारतीयों पर हो रहे अत्याचार एवं भेदभाव को रोकने के लिए अंग्रेजों के अत्याचार के विरुद्ध बिगुल फूंका था। सर्वप्रथम मंगल पांडे एवं उनके साथियों ने एनफील्ड राइफलों के कारतूस जिसमें चर्बी का उपयोग किया जाता था। मंगल पांडे एवं उनके साथियों ने किसी भी सूरत में चर्बी लगे कारतूस का इस्तेमाल करने से साफ इनकार कर दिया। 

डॉ एजाज अहमद ने कहा कि आखिरकार मंगल पांडे ने मातृभूमि की रक्षा एवं राष्ट्रीय एकता के लिए फांसी के फंदे पर लटकना बेहतर समझा। इस मंच के माध्यम से हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

चनपटिया में फंक्शनल हुआ डाकघर निर्यात (एक्सपोर्ट) केन्द्र, जिले के लिए बड़ी उपलब्धि : जिलाधिकारी

बेतिया : एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के उदेश्य से भारतीय डाक विभाग द्वारा बिहार के तीन जिलों में डाकघर निर्यात केन्द्र को फंक्शनल कराया गया है, जिसमें पश्चिम चम्पारण जिले का भी नाम शामिल है।

जिला प्रशासन की पहल से चनपटिया में डाकघर निर्यात केन्द्र पूरी तरह फंक्शनल हो चुका है। जिलेवासी सहित निकटवर्ती जिलों के व्यापारी, उद्यमी अपना प्रोडक्ट समूचे विश्व में कहीं भी काफी कम राशि में आसानी से भेज सकेंगे। व्यापारियों, उद्यमियों को कस्टम क्लियरेंस के लिए इधर-उधर भटकना भी नहीं पड़ेगा। कस्टम क्लियरेंस से लेकर पैकेजिंग, पिकअप तक की सुविधा भारतीय डाक विभाग द्वारा डाक निर्यात केन्द्र के जरिए मुहैया करायी जायेगी।

इसी परिप्रेक्ष्य में आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुयी। इस बैठक में भारतीय डाक विभाग के वरीय डाक अधीक्षक, मुजफ्फरपुर, श्री सुबोध प्रताप सिंह, डाक अधीक्षक, पश्चिम चम्पारण, श्री श्याम सुंदर प्रसाद, विकास पदाधिकारी, श्री योगेन्द्र प्रसाद, प्रणाली प्रशासक, श्री अविनाश कुमार सहित सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित आदि उपस्थित रहे।

वरीय डाक अधीक्षक, मुजफ्फरपुर द्वारा बताया गया कि एक्सपोर्ट की समस्या का समाधान करते हुए भारतीय डाक द्वारा पश्चिम चम्पारण जिले के चनपटिया में डाक निर्यात केन्द्र संचालित किया जा रहा है। स्थानीय व्यापारी, उद्यमी काफी कम राशि में अपना सामान विश्व के किसी भी देश में आसानी से भेज सकते हैं। किसी कारणवश मिसिंग के फलस्वरूप मुआवजा का भी प्रावधान किया गया है।

चनपटिया डाक निर्यात केन्द्र पूरी तरह फंक्शनल हो चुका है। यहां भी व्यापारियों, उद्यमियों को कोई परेशानी नहीं होगी, उनका प्रोडक्ट सुरक्षित, कम समय में, कम राशि में विदेशों तक पहुंचेगा। खासकर स्टार्टअप जोन चनपटिया के विभिन्न प्रोडक्ट्स को विश्व स्तर तक पहुंचाने में काफी सहायता होगी।

उन्होंने बताया कि डाक निर्यात केन्द्र आईटीपीएस, ईएमएस एवं एयर पार्सल के माध्यम से निर्धारित समयावधि में देश-विदेश में सामान को पहुंचा रहा है। पूरे देश में कहीं भी अधिकतम पांच दिनों में पार्सल पहुंचाया जा रहा है।

वरीय डाक अधीक्षक द्वारा डाकघर निर्यात केन्द्र के लाभों से अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि ग्राहक डाक निर्यात पोर्टल के माध्यम से डाक खर्च और सेवाओं की उपलब्धता की जांच कर सकते हैं। डिजिटल केवाईसी, डोर स्टेप से कमर्शियल आइटम भेजने की सुविधा, चालान, पता पर्ची और सीएन 22 फॉर्म प्रिंट करने की सुविधा, जीएसटी की आसान वापसी और अन्य सरकारी लाभ ग्राहकों को मिलेगा।

उन्होंने बताया कि ग्राहक स्वयं डाक निर्यात केन्द्र के वेबसाइट पर जाकर बुकिंग शुल्क का पता कर सकते हैं। इसके लिए डाकघर से संपर्क करने की आवश्यकता नहीं है। डायनेमिक बारकोड के रूप में बारकोड सिस्टम के माध्यम से उत्पन्न होता है। ग्राहक पोर्टल से सीमा शुल्क, घोषणा प्रपत्र, पता पर्ची, चालान डाउनलोड कर सकते हैं। कस्टम पोर्टल पर ट्रैकिंग की सुविधा उपलब्ध है।

उन्होंने बताया कि ग्राहक पोर्टल के माध्यम से निर्यात का प्रमाण उपलब्ध है। भेजे जाने वाले आइटम की संख्या एवं आइटम के मूल्य की कोई सीमा नहीं है। प्राप्तकर्ता/खरीदार की कोई सीमा नहीं, जिसे विक्रेता अपना सामान बेचता है। डीएनके विभिन्न गतिविधियों पर निर्यातकों के खर्च को कम करेगा। निर्यातक सभी काम घर से करते हैं, प्रेषण के लिए बहुत कम समय की आवश्यकता होती है।

उन्होंने बताया कि डाक निर्यात केन्द्र का लाभ लेने के लिए ग्राहकों के पास आवश्यक दस्तावेज होना आवश्यक है। इसमें किसी भी बैंक का चालू खाता, आयात-निर्यात कोड, अधिकृत डीलर कोड, माल और सेवा कर पहचान संख्या, आधार कार्ड एवं पैन नंबर शामिल है।

उन्होंने कहा कि घरेलू विक्रेता, एसएचजी, किसान, कारीगर, एमएसएमई, पेशेवर हस्तशिल्पकार, स्थानीय बाजारों में छोटे निर्माण की बिक्री करने वाले, स्वेटर बुनने वाली गृहणियों, बुटिक का हुनर रखने वाली महिलाएं डाक निर्यात केन्द्र से लाभ प्राप्त कर आगे बढ़ सकती हैं।

इस अवसर पर जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण ने कहा कि भारतीय डाक विभाग द्वारा चनपटिया में डाकघर निर्यात केन्द्र को फंक्शनल कराना अत्यंत ही सराहनीय है। इससे एक्सपोर्ट को काफी बल मिलेगा। क्षेत्रीय उत्पादों को विदेशों तक पहुंचाने में काफी मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा कि न सिर्फ पश्चिम चम्पारण जिले के वासी बल्कि आसपास के जिलों के व्यापारियों एवं उद्यमियों को भी इससे लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा विश्व प्रसिद्ध मरचा धान/चूड़ा को जीआई टैग दिलाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जीआई टैग मिलने के उपरांत मरचा धान/चूड़ा का उत्पादन करने वाले कृषकों को अत्यधिक लाभ होगा। मरचा चूड़ा/धान का एक्सपोर्ट सुगमतापूर्वक यहां के किसान कर सकेंगे तथा आर्थिक उन्नति की प्राप्ति करेंगे।

जिलाधिकारी ने दिया सख्त निर्देश, पीएमएफएमई एवं पीएमईजीपी योजनान्तर्गत आवेदन स्वीकृति के उपरांत ससमय डिस्वर्समेंट कराना सुनिश्चित करें बैंकर्स

बेतिया : जिलाधिकारी कुंदन कुमार द्वारा आज समाहरणालय सभाकक्ष में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) एवं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) की समीक्षा की गयी। इस अवसर पर सहायक समाहर्ता, शिवाक्षी दीक्षित, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, अनिल कुमार सिंह, जिला सहकारिता पदाधिकारी, अमृतांश ओझा सहित विभिन्न बैंकों के प्रबंधक आदि उपस्थित रहे।

समीक्षा के क्रम में महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) में 117 लक्ष्य के विरूद्ध बैंकों द्वारा अबतक मात्र 49 आवेदन स्वीकृत किया गया है। एसबीआई द्वारा 21 लक्ष्य के विरूद्ध 21 को स्वीकृति प्रदान की गयी है। सिर्फ एसबीआई के द्वारा ही शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया है।

इंडियन ओवरसीज बैंक, आईसीआईसीआई द्वारा कोई ऋण पीएमएफएमई में स्वीकृत नहीं किया गया है। बैंक ऑफ बड़ौदा को आवंटित लक्ष्य 05 के विरूद्ध मात्र 01 की स्वीकृति, पीएनबी को आवंटित लक्ष्य 08 के विरूद्ध मात्र 02 स्वीकृति तथा उतर बिहार ग्रामीण बैंक का 33 लक्ष्य के विरूद्ध मात्र 07 की स्वीकृति प्रदान की गयी है।

जिलाधिकारी द्वारा पीएमएफएमई अंतर्गत कम उपलब्धि पर नराजगी व्यक्त की गयी एवं बैंक अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया गया कि योजनान्तर्गत ऋण स्वीकृति में अभिरूचि लें। ऋण स्वीकृति में बेवजह आनाकानी एवं बहानेबाजी कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी एवं लक्ष्य प्राप्त नहीं करने वाले बैंकों के विरूद्ध बैंकों के उच्चाधिकारियों एवं वित्त विभाग को कार्रवाई हेतु अनुशंसा कर दी जायेगी। उन्होंने निर्देश दिया कि 31 मार्च तक सभी बैंक लक्ष्य के अनुरूप स्वीकृति कर तत्काल लाभुकों को भुगतान करें।

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) की समीक्षा के क्रम में महाप्रबंधक द्वारा बताया गया कि इस योजनान्तर्गत यूनियन बैंक, एसबीआई, यूबीजीबी एवं पीएनबी द्वारा शत-प्रतिशत स्वीकृति प्रदान की गयी है।

जिलाधिकारी द्वारा सभी बैंकर्स को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि उक्त दोनों योजनाओं के अंतर्गत स्वीकृति के साथ डिस्वर्समेंट पर भी विशेष ध्यान दिया जाय, डिस्वर्समेंट ससमय कराना सुनिश्चित करें ताकि लाभुक अपना उद्यम सुचारू रूप से संचालित कर सकें। उन्होंने निर्देश दिया कि स्वीकृति एवं डिस्वर्समेंट हेतु लंबित मामलों को प्राथमिकता के साथ निष्पादित करना सुनिश्चित करें।

इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा तीन लाभुकों को 50-50 लाख रूपये का ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया। नेशनल को-ऑपरेटिव बैंक द्वारा पीएमएफएमई योजनान्तर्गत तीनों लाभुकों को लाभान्वित किया गया है।

बेतिया की एक माह के लिए नगर आयुक्त बनी प्रशिक्षु आईएएस शिवाक्षी दीक्षित का कार्यकाल पूरा होने पर दी गई फेयरवेल पार्टी


बेतिया : महज एक माह के लिए नगर आयुक्त बनीं 2021 बैच की प्रशिक्षु आईएएस शिवाक्षी दीक्षित का कार्यकाल सोमवार को पूरा हो गया। शाम करीब 6 बजे नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया की अध्यक्षता में नगर आयुक्त सुश्री दीक्षित की फेयरवेल पार्टी की गई। जिसमें नगर पार्षदगण से लेकर पदाधिकारी और भावुक सफाई कर्मियों तक की सहभागिता रही।

महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि हमारे नगर निगम बोर्ड के सदस्यगण से लेकर हमारे कार्यालय परिवार को हर हाल में प्रेक्टिकल बने रहने की बड़ी सीख मिली है। हमने यह भी सीखा है कि आप आईएएस लोगों का एकेडमिक अंदाज निजी जीवन से साफ अलग होता है। आज हमारे सफाईकर्मी तक आपको विदा करते हुए भावुक हो रहे हैं।

वहीं प्रशिक्षु आईएएस शिवाक्षी ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में साफ सफाई से लेकर विकास कार्यों को भी नजदीक से देखनाबहुत अच्छा लगा। लेकिन आप सबसे आज विदा होते हुए मैं ऐसा अनुभव कर रही हूं कि ग्राउंड लेबल जाकर आप सहित सफाई निरीक्षक जुलुम जी और तबरेज जी का सहकर्मियों का सहयोग और निर्देशन करना सुखद लगा।

सुश्री दीक्षित ने यह भी कहा कि मेरी इच्छा रहेगी कि स्थानीय सरकार के रूप में प्रशासक के रूप में मुझे आगे भी मौका मिले। उन्होंने नगर निकाय के कार्यों की व्यवहारिक सीख के लिए अपने एक माह के कार्यकाल को छोटा बताया। इस आयोजन में महापौर के साथ नगर आयुक्त शंभू कुमार ने सुश्री दीक्षित को सम्मानित किया।

मौके पर सभी सिटी मैनेजर सहित निगम के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन की रुस से अपील, यूक्रेन से अविलंब युद्ध को करे समाप्त

बेतिया : आज 28 मार्च 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में विश्व शांति , मानवता की रक्षा एवं युद्ध समाप्ति के लिए सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न धर्मों के लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए। 

इस अवसर पर अंतराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज अहमद, डॉ शाहनवाज अली एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने सर्वप्रथम यूक्रेन रूस युद्ध एवं दुनिया भर में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आधुनिक सभ्य समाज में युद्ध के लिए कोई जगह नहीं है। 

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्माताओं ने सदैव ही युद्ध एवं हिंसा का विरोध किया है। इसे किसी भी परिस्थिति में जायज नहीं ठहराया जा सकता ।संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व बिरादरी को यूक्रेन रूस युद्ध को बंद कराने की अंतिम प्रयासों को जारी रखना है। सीरिया समेत पश्चिम एशियाई देशों में संघर्ष पर चिंता व्यक्त की गई। सऊदी अरब एवं यमन संघर्ष की निंदा करते हुए कहा कि जटिल समस्याओं का हल आपसी बातचीत से ही संभव है।  

इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल,डॉ शाहनवाज अली,, नवीदूं चतुर्वेदी ने शुरू से कहा कि आज के समय में हम सभी को प्राकृतिक आपदाओं एवं मानव निर्मित आपदाओं से बचने के लिए हर समय तैयार रहने की आवश्यकता है ।साथ ही साथ बच्चों और युवाओं को आपदा से बचने के लिए प्रशिक्षण देने की जरूरत है। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि देश के प्रत्येक जिलों में 10000 क्षमता का आपदा क्लीनिक स्थापित किया जाए।

जिलाधिकारी द्वारा खसरा-रूबैला उन्मूलन और टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की, अभियान चलाकर छूटे हुए सभी बच्चों को टीकाकरण करने का दिया निर्देश

बेतिया : जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि भारत सरकार द्वारा दिये गये निर्देश के आलोक में खसरा-रूबैला उन्मूलन दिसंबर 2023 तक शत-प्रतिशत कर दिया जाना है। इसके तहत बच्चों के 09 माह होने पर खसरा-रूबैला के प्रथम डोज एवं 16 माह के होने पर द्वितीय डोज से शत-प्रतिशत आच्छादित किया जाना है।

उन्होंने कहा कि इस कार्य को मिशन मोड में कराना सुनिश्चित किया जाय। खसरा-रूबैला से बचाव हेतु अभियान चलाकर छूटे हुए सभी बच्चों को टीकाकरण से आच्छादित किया जाय। उन्होंने कहा कि बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण कराना अतिआवश्यक है। सम्पूर्ण टीकाकरण हेतु व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करते हुए जनजागरूकता लायी जाय। जिलाधिकारी द्वारा खसरा-रूबैला उन्मूलन और टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी प्रशासनिक पदाधिकारी यह ध्यान रखेंगे कि क्षेत्रान्तर्गत खसरा-रूबैला के संदिग्ध बच्चे मिलते हैं तो इसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों को दें ताकि उनकी निगरानी करते हुए जांच किया जा सके।

 

समीक्षा के क्रम में डब्ल्यूएचओ के डॉ0 भाष्करण द्वारा खसरा-रूबैला से संबंधित प्रजेंटेशन देते हुए बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा खसरा-रूबैला की रोकथाम करने हेतु कार्रवाई की जा रही है। 

उन्होंने बताया कि नियमित रूप से रेंडमली बच्चों की जांच करायी जाती है। जांचोपरांत यह तथ्य प्रकाश में आया कि कुछ संक्रमित बच्चों को नियमित टीकाकरण से आच्छादित नहीं किया गया था। इस कारण ये बच्चे संक्रमित हो गये। संक्रमित बच्चों को समुचित ईलाज मुहैया कराते हुए उन्हें स्वस्थ कर दिया गया है। 

उन्होंने बताया कि खसरा-रूबैला बीमारी होने पर बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बुरी तरह प्रभावित होता है। इसके कारण अन्य बीमारी भी बच्चों को गंभीर रूप से जकड़ लेता है। खसरा-रूबैला से बचाव हेतु एमआर-01 एवं एमआर-02 दोनों टीका लेना अनिवार्य है। 

जिलाधिकारी बताया कि खसरा-रूबैला दोनों के लक्षण लगभग एक समान ही है। इसमें बच्चों को बुखार के साथ शरीर पर लाल दाने निकल आते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में यह भ्रांति है कि यह माता जी या मईया जी हैं। उन्होंने बताया कि एएनएम के माध्यम से तथा अन्य माध्यमों से यह प्रचारित कराया जाता है कि बच्चों को अगर बुखार के साथ शरीर पर लाल दाने निकल आते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में टीकाकरण सहित मेडिसिन उपलब्ध है। 

उन्होंने बताया कि नियमित रूप से हर महीने हर गांव-टोलों में एएनएम के माध्यम से टीकाकरण सत्र का आयोजन किया जाता है। वर्तमान में लगभग चार हजार से ज्यादा सेशन साइट बनाये गये हैं जहां एएनएम नियमित टीकाकरण का कार्य करती है। 

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्त्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय, सिविल सर्जन, डॉ0 श्रीकांत दूबे, महामारी विशेषज्ञ, डॉ0 आरस मुन्ना, डब्ल्यूएचओ के डॉ0 भाष्करण सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

रोट्रेक्ट क्लब ने 100 जरूरतमंदों के बीच भोजन का किया वितरण

नरकटियागंज : रोट्रेक्ट क्लब की स्थानीय इकाई द्वारा विगत रात्री में रेलवे-स्टेशन पर 100 जरूरतमन्द और भूखे यात्रियों के बीच भोजन के पैकेट का वितरण किया. 

सचिव प्रिंस कुमार ने कहा कि इस भागमभाग जीवन में किसी को एक शाम का भोजन कराना एक पुण्य का काम है. 

     

अग्रणी अध्यक्ष सुमित कुमार गुप्ता ने बताया कि हमारी क्लब विगत एक वर्ष से हर माह के अंतिम रविवार को इस कार्यक्रम का आयोजन करता आ रहा है जिसमें रोटरी क्लब के सदस्यों का अहम योगदान रहा है. 

इस बार रोटरी क्लब के डाॅ बी0 के0 चौहान के सौजन्य से पचास पैकेट भोजन की सहयोग हुआ है शेष हमारे सदस्यों के आपसी सहयोग से लोगों के बीच भोजन का वितरण किया गया. 

    

इस अवसर पर अध्यक्ष सुदिस्ट कुमार,चंदन कुमार,नंदन कुमार, शशिभूषण कुमार,नवीन कुमार और परनित कुमार की भागीदारी रही.