दिलचस्प : लगातार पुलिस को चुनौती देने वाले गैंगस्टर प्रिंस खान पासपोर्ट बनाकर फरार


पुलिस को भनक तक नहीं, लापरवाही के आरोप में बैंकमोड़ थाना के एसआई सस्पेंड,कतरास थानेदार को शोकॉज

धनबाद : धनबाद गैंग्स ऑफ वासेपुर से जुड़े मोस्ट वांटेड क्रिमिनल प्रिंस खान उर्फ हैदर अली पासपोर्ट बनाकर पुलिस की लापरवाही से देश छोड़कर भाग गया है, पासपोर्ट बनने के बाद उसने अपना टूरिस्ट वीजा बनवाया और मध्य पूर्व के किसी देश में भागने की जानकारी मिली है.सीआईडी सूत्रों के अनुसार गैंगेस्टर प्रिंस खान अभी मिडिल ईस्ट या खाड़ी या पड़ोस के किसी इस्लामिक देश में हो सकता है.

पुलिस ने उसका लोकेशन खोज निकाला है.. इधर पासपोर्ट बनाने के मामले में बैंकमोड़ थाना में पदस्थापित दरोगा कालिका राम को एसएसपी संजीव कुमार ने सस्पेंड कर दिया है.जबकि बैंकमोड़ थाना के तत्कालीन व वर्तमान में कतरास थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रणधीर कुमार सिंह को शोकॉज किया गया है.

बता दें गैंगेस्टर प्रिंस खान ,नन्हे हत्याकांड के बाद से ही पिछले डेढ़ साल से धनबाद से गायब है.

40 से ज्यादा मामले दर्ज है प्रिंस के उपर

सूत्रों ने बताया कि जब पासपोर्ट के कागजात जांच के लिए आए थे उस समय बैंकमोड़ थाना के प्रभारी सब इंस्पेक्टर रणधीर कुमार सिंह थे, श्रीकुमार वर्तमान में कतरास थाना के प्रभारी हैं ,दरोगा कालिका राम बैंकमोड़ में पदस्थापित है.SIश्रीराम पर आरोप है कि उन्होंने जांच में लापरवाही बरती तो पूर्व थानेदार पर आरोप है कि उन्होंने कागजात को सही ढंग से नहीं जांचा और पासपोर्ट कार्यालय पुनः वापस कर दिया.

.इधर पासपोर्ट कार्यालय के कर्मियों की मिली भगत से इंकार नहीं किया जा सकता है, जब पासपोर्ट मे ये साफ़ लिखा था कि हैदर नाम का व्यक्ति अपने अड्रेस पर नहीं पाया गया तो फिर पासपोर्ट कैसे जारी हुआ है..?

राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन के केंद्रीय कमेटी में धनबाद के कई लोगों को मिली जगह

धनबाद : राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन केंद्रीय कमेटी में धनबाद से कई लोगों को जगह मिली है। इसमें एक बार फिर से जेएमएम विधायक सरफराज अहमद को इंटक से संबद्ध फेडरेशन कमेटी में जगह मिली है।

जबकि विधायक को जेएमएम की ओर से पहले ही इंटक का संगठन करने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया था।

कमेटी में इन कंपनियों के प्रतिनिधियों को मिली जगह

16-17 दिसंबर में पूरी अधिवेशन के दौरान हुए चुनाव में कमेटी बनाने का अधिकार अध्यक्ष को दिया गया था।कमेटी में कोल इंडिया, जिंक, टाटा के कंपनियों के प्रतिनिधियों को जगह दी गई है। कमेटी जारी कर दी गई है, लेकिन वरीयता को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। संगठन में वरीयता पर भी गंभीरता नहीं दिख रही है।

बुधवार जारी की गई कमेटी की सूची

393 सदस्यीय कमेटी की सूची फेडरेशन के अध्यक्ष जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह के हस्ताक्षर से 25 मार्च को संबंधित विभाग को भेजा गया, लेकिन सूची बुधवार को जारी की गई। इसमें धनबाद से राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक, ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, वीरेंद्र प्रसाद अंबष्ठ, महासचिव एके झा, कोषाध्यक्ष संतोष महतो, मिथिलेश सिंह, रामप्रीत यादव आदि को शामिल किया गया है।

जानें कमेटी में किन्‍हें मिली जगह

कमेटी में अध्यक्ष विधायक अनूप सिंह, वरीय उपाध्यक्ष में गिरजाशंकर पांडेय, ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, मन्नान मल्लिक, एके झा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, विधायक अंबा प्रसाद, विधायक सोहन बालमिकी, जेएमएम विधायक सरफराज अहमद, केक सिहं आदि। उपाध्यक्ष वीरेंद्र प्रसाद अंबष्ठ, एसएस जामा, सीपी सनतन, मिथिलेश सिंह, रामप्रीत यादव, हेमंत प्ररधान, आरपी शर्मा, महेश प्रसाद आदि शामिल रहे।

ये भी हैं कमेटी में शामिल

सेक्रेटरी जनरल एसक्यू जामा, जनरल सेक्रेटरी केएस सक्शावत, सौभाग्य प्रधान, कोषाध्यक्ष संतोष महतो, डिप्टी जनरल सेक्रेटरी प्रदीप कोकश, एके पांडा, लगन देव यादव, महेंद्र प्रसाद सिंह, सहायक महासचिव एनपी सिंह बल्लू, योगेश पति त्रिपाठी, सुरेंद्र यादव, गोपाल सिंह, एसके शाही, एस नदीम जामा, संगीता तिवारी, अशोक लाल, सहायक सचिव संजय सिंह, रमेश भरद्वाज, उमा शंकर सिहं, रणधीर सिंह, संगठन सचिव विजय कुमार चौबे, बिमलेश चौबे, प्रदीप कुमार राय, कपील देव रवानी, इंदल यादव, क्यूम खान, कार्यकारी सदस्य में नबूल गक, प्रसाद निधि, मुाउद्दनी, ललन प्रसाद, शंकर कोयरी शामिल रहे और इसी के साथ शिक्षा, युवा, सेफ्टी कमेटी का भी गठन किया गया।

निगम द्वारा इलेक्ट्रिक बस सेवा की डीपीआर को सूडा ने किया खारिज, 29 रूटों का हुआ सर्वे,मात्र 15 रूटों की बनी डीपीआर


धनबाद : निगम की इलेक्ट्रिक बस सेवा की डीपीआर को सूडा ने किया खारिज, क्रेडिबल ने 15 रूटों पर सीएनजी-इलेक्ट्रिक बस चलाने के लिए बनायी है डीपीआर. सिटी बस सेवा के तहत धनबाद में 15 रूटों पर 120 सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों की डीपीआर को सूडा (स्टेट अरबन डेवलपमेंट ऑथिरिटी) ने तकनीकी खामियां बता कर धनबाद नगर निगम को वापस लौटा दिया है.

सिटी बस सेवा के तहत इस योजना की डीपीआर बनाने वाली कंपनी क्रेडिबल को इसमें संशोधन कर डीपीआर फिर से तैयार करने का निर्देश दिया गया है.

रांची में इलेक्ट्रिक बस सेवा को लेकर आयोजित बैठक में धनबाद की योजना का प्रजेंटेशन दिया गया. सूडा निदेशक अमित कुमार ने रूट पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जब 29 रूटों का सर्वे किया गया तो फिर 15 रूट पर ही इलेक्ट्रिक बसों को दौड़ाने की डीपीआर क्यों बनायी गई है. उन्होंने कहा कि इस योजना का मकसद ही है कि अधिक से अधिक रूटों पर लोगों को सुविधाएं दी जाएं.

क्रेडिबल कंपनी द्वारा तैयार डीपीआर में 120 बसों को चलाने का प्रस्ताव दिया गया था, जिसमें से 108 बसें सीएनजी से और 12 बसें इलेक्ट्रिक व्हीकल होंगी. इसके लिए चार्जिंग स्टेशन भी बनाए जाएंगे.

बचे हुए रूटों पर बसों की संभावना तलाशने का निर्देश बैठक में शामिल हुए धनबाद के अपर नगर आयुक्त महेश्वर महतो ने बताया कि सूडा निदेशक ने बचे हुए रूटों पर बसों के चलने की संभावना तलाशने का निर्देश दिया है. निर्देश के बाद नगर निगम अब फिर से क्रेडिबल कंपनी को बुलाकर रूट सर्वे कराएगा. जल्द ही संशोधित डीपीआर तैयार कर उसे मंजूरी के लिए सूडा निदेशक के पास भेजा जाएगा.

धनबाद: कार्मेल स्कूल में कम्युनिटी कॉलेज के पांचवें बैच को दी गई विदाई


धनबाद : कार्मेल स्कूल धनबाद में "कार्मेल कम्युनिटी कॉलेज" के पांचवें बैच को विदाई दी गई. समारोह का उद्घाटन प्राचार्या सिस्टर मारिया कृति और उप प्राचार्या सिस्टर दिशा ने किया.

इसके बाद प्रार्थना नृत्य से कार्यक्रम शुरू किया गया. प्राचार्य ने कम्युनिटी कॉलेज में कोर्स पूरा करने वाली सभी छात्राओं को रिपोर्ट कार्ड और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.

उन्होंने कहा कि स्कूल के आसपास रहने वाले गरीब तबके की महिलाओं व छात्राओं को आर्थिक रूप से संपन्न बनाने के लिए कम्युनिटी कॉलेज के जरिये स्किल सिखाए जाते हैं. आज कंप्यूटर एप्लीकेशन के 18 और टेलरिंग व फैशन डिजाइनिंग के 13 छात्राओं को विदाई दी गयी. प्राचार्या ने आसपास गरीब तबके की महिलाओं को कार्मेल स्कूल के इस अभियान का लाभ लेने की अपील की.

 इस अवसर पर प्राइमरी स्कूल की कोऑर्डिनेटर सिस्टर श्रेया, कार्मेल कम्युनिटी कॉलेज कोऑर्डिनेटर सिस्टर मोनिका, सिस्टर प्रकृति, शिक्षकों में रोज रिटा, जैस्मिन, सिम्मी टंडन, सोनाली सिंह, मंजू बंसल एवं पल्लवी पांडे मौजूद थे.

मार्निंग वॉक में मूर्छित हुए पूर्व GRP प्रभारी अमरजीत प्रसाद का इलाज के दौरान मौत, हाल ही में हुए थे निलंबित ..


धनबाद: कोयलांचल धनबाद इनदिनों हार्ट अटैक का मामला काफी बढ़ा है अचानक ही किसी भी स्वस्थ इंसान की हृदय गति रूक जा रही है और उसकी मौत हो जा रही है . इसका एक और उदाहरण आज धनबाद रेलवे ग्राउंड में देखने को मिला मंगलवार की सुबह मार्निंग वाक के दौरान धनबाद के पूर्व रेल थाना प्रभारी अमरजीत प्रसाद अचानक ही सड़क में गिर पड़े और कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई .

उनको सड़क पर गिरा GRP के जवानों ने देखा तो तुरंत रेलवे अस्पताल पहुंचाया डॉक्टरों ने उन्हें बरटांड़ के एशियन जालान अस्पताल में भेज दिया यहां डॉक्टरों ने जांच के दौरान उन्हें मृत घोषित कर दिया.

बताया गया कि हार्ट अटैक के कारण अमरजीत प्रसाद की मौत हुई है बता दें कि कि 20 दिन पहले ही उन्हें कार्य में लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया था.

बताया जाता है कि एडीजी रेल के निर्देश पर उन्हें निलंबित किया गया था मंगलवार को ही वह निलंबनमुक्त होते लेकिन उससे पहले मौत ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया..उनकी निधन से उनके परिवार और सगे संबधी के अलावा पुलिस एसोसिएशन और सहकर्मी भी दुखी है… वहीं कोयलांचल के लोगों ने शोक जताया है…

उनका परिवार जमशेदपुर में रहता है

53 वर्षीय अमरजीत प्रसाद पटना के स्थायी निवासी थे जमशेदपुर में उनका घर है परिवार जमशेदपुर में ही रहता है वह 1994 बैच के थे उनके शव को रेल पुलिस मुख्यालय लाने की तैयारी चल रही है सलामी के बाद जमशेदपुर भेजा जाएगा वह हर दिन मार्निंग वॉक करते थे.

 मंगलवार को भी उन्हें मार्निंग वाक करते देखा गया मार्निंग वाक के बाद वह रेल एसपी कार्यालय की ओर जा रहे थे रास्ते में उनकी तबीयत बिगड़ गई उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया इसके बावजूद उनकी जान नहीं बच सकी…

बोकारो में खुलेगा झारखंड राज्य मुक्त विश्व विद्यालय का सेंटर

बोकारो : बोकारो में झारखंड स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी का शुभारंभ होने जा रहा है। जिससे आने वाले दिनों में झारखंड के ग्रामीण एवं विशेषकर नौकरी पेशा वाले छात्रों को लाभ मिलेगा।

 एक प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी केंद्र के सचिव सह प्रबंधक ट्रस्टी हरेंद्र नाथ ने दी।

उन्होंने बताया कि बोकारो में शैक्षणिक एवं शोध संस्थान पीआरटी को अध्ययन केंद्र के रूप में चुना गया गया है। आने वाली 29 मार्च 2023 दिन बुधवार समय दोपहर 2 बजे बोकारो के सेक्टर 3 बी पूर्व इग्नू कैम्पस में इसका शुभारंभ झारखंड स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. डॉ टी.एन.साहू के द्वारा किया जाएग। 

उन्होंने बताया कि अभी इस विश्वविद्यालय में 27 पाठ्यक्रम शुरू किए जा रहे है और निकट भविष्य में बीए, एमए, बीएड, एमएड सहित अन्य तकनीकी पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। यह सभी कोर्स यूजीसी से मान्यता प्राप्त होंगे।

उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय ग्रामीण छात्र-छात्राओं एवं विशेषकर नौकरी पेशा वाले विद्यार्थियों के लिए ज्यादा लाभकारी होगा। इस दौरान मौके पर अध्ययन केंद्र के सचिव सह प्रबंधक ट्रस्टी हरेंद्र नाथ, संजीव कुमार, डॉक्टर लता कुमारी, डॉ केएन भारती, अंकिता रश्मि, अनिल कुमार आदि मौजूद थे।

गोल्फ ग्राउंड मे लगे गांधी शिल्प प्रदर्शनी में आदिवासी परंपरा और संस्कृति पर आधारित लोकप्रिय जादो पटिया पेंटिंग को लोग कर रहे हैं पसंद

धनबाद : गोल्फ ग्राउंड मे लगे गांधी शिल्प बाजार,प्रदर्शनी एवं बिक्री में आदिवासी परंपरा और संस्कृति पर आधारित लोकप्रिय जादो पटिया पेंटिंग अंकित वाले बहुत ही आकर्षक टेबल क्लॉथ, सिल्क और कॉटन की साड़ियां, दुपट्टे,बेडशीट, रुमाल, बंडी,छतरी गांव एवं जंगलों के मनोरम दृश्य वाले वस्त्र बाजार में आने वाले आगंतुकों के लिए काफी आकर्षण एवं जिज्ञासा की विषय का बनी हुई है। 

2008 से जादो पटिया पेंटिंग अंकित वस्त्रों की प्रदर्शनी एवं बिक्री कर रही बेबी देवी ने बताया कि दुमका में हमारे महिला समूह को झारक्राफ्ट की शिखा आनंद (डीआईसी)के प्रशिक्षण के द्वारा जादो पटिया पेंटिंग की बारीकियों को सीखने का अवसर मिला।

जादो पटिया पेंटिंग आदिवासी परंपरा और संस्कृति पर आधारित है जिसमें आदिवासी मूल की रीतियों परंपराओं और देवता मरांग बुरु को इस आकर्षक दर्शनीय पौराणिक कलात्मक चित्रण के माध्यम से दर्शाया गया है। स्टॉल में आकर्षक फ्रेम किया हुआ देवता मरांग बुरु की तस्वीर लोगों को काफी आकर्षक लग रही है। इसके साथ ही आदिवासियों के जादो पटिया पेंटिंग की महत्ता और इतिहास के बारे में बेबी देवी गांधी शिल्प मेला में अपने स्टाल में आए लोगों को बता रही है। बेबी देवी ने बताया कि आदिवासी मूल के लोगों के साथ-साथ अन्य लोग भी जादो पटिया की पेंटिंग अंकित उत्पाद को बहुत पसंद कर खरीद रहे हैं। 

पहली बार जादो पटिया पेंटिंग के उत्पादों के प्रदर्शन एवं अधिकारी के लिए धनबाद में लेकर आई बेबी देवी ने विकास आयुक्त हस्तशिल्प वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार धारा प्रायोजित तथा ऑल इंडिया परिवर्तन सेवा समिति द्वारा आयोजित धनबाद के गांधी शिल्प बाजार में वस्त्र मंत्रालय की योजना के तहत आर्थिक सहायता एवं अन्य सुविधाओं के साथ स्टॉल उपलब्ध कराने के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया जिससे धनबाद के लोग जादो पटिया पेंटिंग से अवगत हुए और जादो पटीआ पेंटिंग किए उत्पादों को बहुत पसंद किया। फलत संतोषजनक बिक्री हुई। 10 दिवसीय गांधी शिल्प बाजार का समापन समारोह 28 मार्च को है।

विधायक राज सिन्हा ने मिस्टर इलेक्ट्रिक प्रतिष्ठान का फीता काटकर किया उद्घाटन

धनबाद : सूर्य विहार कॉलोनी,बरटांड में विधायक राज सिन्हा ने मिस्टर इलेकट्रिक का उद्घाटन फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर किया।

मिस्टर इलेकट्रिक के नाम से प्रसिद्ध विनय सिन्हा ने बताया कि मिस्टर इलेक्ट्रिकल एक्सपर्ट सर्विसेज अपने आप में पूरे धनबाद जिले में बहुत ही सुविधा जनक नायाब सर्विस देगी जोकि एक नई पहल है। 

इस सर्विस के अंदर होम अप्लायंस इंस्टॉल करवाना,या बिजली सप्लाई बहाल कराना,वाटर सप्लाई का काम,हाउस वायरिंग जैसे सभी इलेक्ट्रिकल्स सर्विस दिए जायेंगे।यह सर्विस एक फोन कॉल पर 24*7 उपलब्ध रहेगा। कमर्शियल और रेजिडेंशियल इलेक्ट्रिकल निवारण के लिए धनबादवासी मिस्टर इलेक्ट्रिक के साथ सालाना एग्रीमेंट भी कर अपनी व्यवसाय प्रतिष्ठानों और घर के हर इलेक्ट्रिक समस्याओं की झंझटो से मुक्त हो सकते हैं। जिससे कस्टमर को बिजली वायरिंग और विभिन्न विद्युत उपकरणों की मरम्मती और मेंटेनेंस पर कम खर्च पड़ेगा।

सभी तरह की समस्या के निवारण के लिए मिस्टर एक्सपर्ट की टीम आपके घर पहुंच बिजली से संबंधित हर समस्या को समझाएंगे। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश कोषाध्यक्ष रमा सिन्हा, सुनिधि तिवारी, सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य मुरारी ,भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री धर्मजीत चौधरी ,निशा तिवारी ,प्रकाश श्रीवास्तव, दिनेश सिन्हा उपस्थित थे।

धरोहर : अंग्रेजों के समय बने 141 वर्ष पुराने रेजलीबांध तालाब का अस्तित्व खतरे में


धनबाद : जिले के गोविंदपुर स्थित ऐतिहासिक रेजलीबांध का अस्तित्व खतरे में. अंग्रेजों के समय में 1882 में बना यह जलाशय 17 एकड़ में फैला है.

लेकिन जिला परिषद की उदासीनता और रख-रखाव के अभाव में तालाब में चारों ओर जलकुंभी फैलती जा रही है. 

पास के बंद पड़े केमिकल कारखाने से निकला कचरा-गाद बरसात में बहकर तालाब में जमा हो गया है. वहीं, गोविदपुर बाजार का कचरा भी इसी में गिराया जाता है. इस कारण तालाब का प्रदूषित होकर उपयोग के लायक नहीं रह गया है.

स्थानीय लोगों की लगातार के मांग के बाद जिला प्रशासन ने रेजलीबांध के सौंदर्यीकरण के लिए डीएमएफटी से 5 करोड़ की राशि आवंटित की है. इसके लिए टेंडर भी निकाला गया है, लेकिन ठेकेदार नहीं मिल रहे हैं.

ऐतिहासिक रेजलीबांध तालाब कभी रंग-बिरंगी मछलियों के लिए जाना जाता था. लेकिन आज यह गंदगी व जलकुंभी के कारण उपेक्षा का दंश झेल रहा है. 

अंग्रेजी हुकूमत में इस तालाब का नर्माण वर्ष 1882 में गोविदपुर के तत्कालीन अनुमंडलाधिकारी रिश्ले साहब ने कराया था. तब इसका नाम रिश्लेबांध रखा गया था. तालाब के टापू पर विश्राम गृह व खूबसूरत पार्क था. टापू तक जाने के लिए बने पुल के अवशेष अब भी मौजूद हैं. यहां अंग्रेज छुट्टियां मनाने आते थे. 

करमाटांड़, बड़ानवाटांड़, गोविदपुर बाजार व अमरपुर पंचायत के लोग इसके पानी का उपयोग करते थे.

वर्ष 2008-09 में रेजलीबांध तालाब के सौंदर्यीकरण पर तत्कालीन बीडीओ मनोज कुमार ने मनरेगा के फंड से 30 लाख रुपये खर्च किए थे. गाद की सफाई कर और टापू में गार्डवाल का निर्माण कर वहां नौकायान शुरू करवाया था. बांध के पश्चिमी छोर की ओर घेराबंदी भी हुई थी. इसके बाद बांध के रख-रखाव पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. यही नहीं आसपास के कुद लोग तालाब की जमीन का अतिक्रमण करने की जुगाड़ में लगे हुए हैं.

स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता विनोद प्रसाद ने बताया कि रेजलीबांध का जीर्णोद्धार कर पुराना गौरव लौटाने की मांग वह लंबे समय से करते आ रहे हैं. जिला परिषद व जिला प्रशासन को कई बार पत्र लिखा, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. यह तालाब पहले गोविदपुर के लोगों के लिए काफी उपयोगी था. दर्जनों गांवों के लोग यहां रोजाना स्नान करने आते थे. इसके पानी की सप्लाई भी की जाती थी.

इस मुद्दे पर जिला परिषद अध्यक्ष शारदा देवी से बात की गई. उन्होंने कहा कि रेजलीबांध तालाब धनबाद की धरोहर है. इसे नष्ट नहीं होने देंगे. बांध के जीर्णोद्धार के लिए डीएमएफटी से टेंडर निकाला गया है. प्रक्रिया पूरी होते ही सौंदर्यीकरण का काम प्रारंभ कर दिया जाएगा.

खुशखबरी : धनबाद-बोकारो के रास्ते शीघ्र रांची पहुंचेगी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन


धनबाद : राज्य के लोगों के लिए एक खुशखबरी है. झारखंड को जल्द ही वंदे भारत ट्रेन मिलने वाली है. जी हां, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हावड़ा से रांची के लिए जल्द ही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलेगी.

रांची से शाम को और हावड़ा से सुबह चलेगी यह ट्रेन!

खबरों के अनुसार, यह ट्रेन रांची से शाम को और हावड़ा से सुबह चलेगी. हावड़ा के बाद दुर्गापुर, आसनसोल, धनबाद, चंद्रपुरा, बोकारो, मुरी होते हुए यह रांची पहुंचेगी. 

वहीं, ट्रेन की अधिकतम गति 130 किमी से 150 किमी के बीच होगी. सूत्रों का यह भी कहना है कि ट्रेन के रांची से हावड़ा के किराए के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है लेकिन यह शताब्दी एक्सप्रेस से करीब 300 रुपये ज्यादा होगी. जानकारी हो कि शताब्दी एक्सप्रेस को हावड़ा से रांची पहुंचने में सात घंटे से ज्यादा का समय लगता है.