औरंगाबाद: 10 वैकल्पिक फोटो पहचान दस्तावेजों का प्रयोग करेंगे एमएलसी चुनाव के मतदाता
औरंगाबाद: बिहार विधान परिषद के गया स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव की तैयारी जिला प्रशासन ने पूरी कर ली है। उप निर्वाचन पदाधिकारी मोहम्मद गजाली ने बताया की सामग्री कोषांग द्वारा मतदान पदाधिकारियों हेतु सामग्रियों का थैला तैयार कर लिया गया है। मतपत्र एवं मतपेटिका कोषांग द्वारा मतदान केंद्रों पर प्रयोग में लाए जाने वाले मतपेटिकाओं की साफ सफाई तथा तैलीकरण और नम्बरीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है।
मतदाता सूची का मतदान केंद्रवार विखंडन का भी कार्य समाप्त हो गया है। वहीं प्रशिक्षण कोषांग द्वारा प्रथम प्रशिक्षण का कार्य पूरा कर लिया गया था। शनिवार को प्रशिक्षण कोषांग द्वारा मतदान पदाधिकारियों, माइक्रो आब्जर्वर तथा विडियोग्राफरों का द्वितीय प्रशिक्षण नगर भवन औरंगाबाद में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 132 मतदान पदाधिकारी, 33 माइक्रो आब्जर्वर तथा 29 वीडियोग्राफर मौजूद थें।
इस अवसर पर मुख्य मास्टर प्रशिक्षक राजकुमार प्रसाद गुप्ता ने सभी को मतदान प्रक्रिया से विस्तार पूर्वक अवगत कराया। बताया की मतदान के एक दिन पूर्व प्राप्त सामग्रियों का मिलान कर सही सही कर लेंगे। खास कर निर्वाचन नामावली की सभी प्रतियां, प्रपत्र, लिफाफे, एड्रेस टैग, बैगनी रंग के विशेष स्केच, अमिट स्याही, स्टैंप पैड, सील करने की सामग्री , मतपेटिका की स्थिति इत्यादि।
मतदान के दिन मतदान केंद्र पर मतदान प्रकोष्ठ की तैयारी, पोलिंग एजेंट की नियमानुसार नियुक्ति तथा बैठने की व्यवस्था, सिक्योरिटी अरेंजमेंट आदि का सही ले आउट के अनुसार व्यवस्थित कर लेंगे। मतदान सुबह आठ बजे प्रारंभ होगा जो शाम चार बजे तक चलेगा। मतदान प्रारंभ होने से पहले पोलिंग एजेंट , माइक्रो आब्जर्वर, वीडियोग्राफर आदि की उपस्थिति में मतपेटिका का मतदान हेतु प्रारंभिक सील किया जायेगा। मतदान समाप्ति के बाद मतपेटिका को अंतिम रूप से सील किया जाता है। अंतिम सील किया हुआ पॉल्ड मतपेटिका आवश्यक कागजातों के लिफाफों के साथ गया कॉलेज गया स्थित वज्र गृह में जमा किया जायेगा।
उन्होंने बताया की मतदान दल में शामिल प्रथम मतदान पदाधिकारी मतदाता के पहचान के उत्तरदायी होते हैं। उनके पास निर्वाचक नामावली की चिन्हित प्रति, अमिट स्याही एवं वैकल्पिक फोटो पहचान दस्तावेजों का लिस्ट होता है।
यदि किसी मतदाता के पास वोटर आईडी कार्ड नहीं हो तो चुनाव आयोग द्वारा जारी दस वैकल्पिक फोटो पहचान दस्तावेजों में कोई एक दस्तावेज के आधार पर वो वोट कर सकते हैं। स्नातक क्षेत्र के मतदाता को बाएं हाथ की तर्जनी पर तथा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता को बाएं हाथ की मध्यमा पर अमिट स्याही लगाई जाएगी।
मतदान समाप्ति के बाद पीठासीन पदाधिकारी वोट डाले गए सील मतपेटिका के अलावा संविधिक लिफाफा, आसंविधिक लिफाफा, तीसरा और चौथा लिफाफा, पीओ की डायरी और घोषणा, मतपत्र लेखा, पेपर सील लेखा, विजिट सीट, वोटर टर्न आउट रिपोर्ट, पीओ की 13 बिंदु रिपोर्ट गया कॉलेज,गया स्थित बज्र गृह में जमा करेंगे।
वही माइक्रो आब्जर्वर को प्रशिक्षण के दौरान बताया गया की प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक एक माइक्रो आब्जर्वर प्रतिनियुक्ति किए गए हैं जो मुख्य प्रेक्षक के नियंत्रण में कार्य करते हैं। अपनी 11 बिंदु का गोपनीय प्रेक्षक रिपोर्ट मतदान समाप्ति के बाद प्रेक्षक की सौंपते हैं।
माइक्रो आब्जर्वर मतदान प्रारंभ से मतदान समाप्ति तक के सभी गतिविधियों जैसे मतपेटिका की तैयारी, पोलिंग एजेंट की नियुक्ति, मतदाता का सही पहचान, मतपत्र जारी करना, अमिट स्याही का प्रयोग, मतदान की गोपनीयता, मतदान केन्द्र पर घटित कोई घटना, प्रवेश पास प्रणाली इत्यादि से संबंधित रिपोर्ट तैयार करते हैं।
इस मौके पर प्रशिक्षण कोषांग के सहयोगी कर्मी सैयद मोहम्मद दायम, कुंदन कुमार ठाकुर, नरेश सिंह आदि मौजूद थे।
Mar 26 2023, 10:35