रामगढ़:रनिंग कर्मचारियों की मांगों की उपेक्षा स्वीकार नहीं - ओ पी शर्मा, रेल प्रशासन को सौंपा चौंतीस सूत्री मांग पत्र
रामगढ़:- रनिंग कर्मचारियों पर मानसिक प्रताड़ना और अमानवीय कार्यप्रणाली को अविलंब समाप्त करने एवं अन्य जायज मांगों के प्रति रेल प्रशासन की उपेक्षा से त्रस्त होकर रनिंग कर्मचारियों ने सोमवार को बरकाकाना क्रू लाबी के समक्ष धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के बाद शाखा सचिव महेंद्र प्रसाद महतो के नेतृत्व में रनिंग कर्मचारियों ने क्रू लाबी में मुख्य क्रू नियंत्रक एन के राम को राष्ट्रीय मांग सहित स्थानीय चौतीस सूत्री मांगपत्र सौंपा. इस मांग पत्र को धनबाद मंडल के वरीय मंडल विद्युत अभियंता परिचालन को भेजा जाना है.
यह प्रदर्शन 2-3 मार्च को जोधपुर में हुए ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के कार्यकारणी समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार पूरे भारतीय रेल में क्रू लाबी पर 20 मार्च को विक्षोभ प्रदर्शन किया जाना निश्चित किया गया था. इसी दिशा निर्देश के तहत ईसीआरकेयू बरकाकाना के नेतृत्व में आयोजित की गई. इस प्रदर्शन में बरकाकाना क्रू लाबी में पदस्थापित लोको पायलटों ने बड़ी संख्या में शामिल हो कर अपनी मांगों को पूरा करने के लिए प्रशासन से मांग रखी.
इस अवसर पर ईसीआरकेयू के केन्द्रीय कोषाध्यक्ष सह एआईआरएफ के जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा ने अपने संभाषण में कहा कि रनिंग कर्मचारियों पर आए दिन अमानवीय फैसलों के लागू करने से रनिंग कर्मचारी मानसिक प्रताड़ना के शिकार हो रहे हैं जो सुरक्षित और संरक्षित रेल परिचालन में बाधक और स्पेड के मामले का कारण प्रतीत हो रहा है. साथ ही साथ, रनिंग कर्मचारियों के मूलभूत और बहु प्रतिक्षित मांगों पर जरा सी भी कार्यवाई नही करना इस कर्मचारी वर्ग में भारी असंतोष का कारण हो रहा है.
रनिंग कर्मचारियों ने कोरोना काल में भी अपनी जान जोखिम में डाल कर रेल परिचालन का काम किया और देश के विभिन्न स्थानों पर जरूरत की सामग्रियों का अबाधित परिवहन किया. रेलवे के इस महत्वपूर्ण और अग्रिम पंक्ति के इस मेहनती पद के जायज मांगों के प्रति सरकार और रेल प्रशासन की उपेक्षा सहनशक्ति को पार कर गई है. नए पेंशन योजना को समाप्त कर गारंटीड पेंशन की मांग तथा काम के घंटों का नियमन करने सहित कई मांग प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है.
मौके पर ईसीआरकेयू रनिंग कौंसिल के संयुक्त सचिव आर के चौबे ने कहा कि आज यह आंदोलन शांति पूर्ण और प्रजातांत्रिक तरीके से की जा रही है. लेकिन समय रहते इन मांगों पर केन्द्र सरकार तथा रेल प्रशासन ने उचित समाधान नहीं किया तो आंदोलन और भी बड़ा करते हुए रेल का चक्का जाम करने से भी रेलकर्मी पीछे नहीं हटेंगे.
कार्यक्रम में ईसीआरकेयू बरकाकाना शाखा सचिव महेंद्र प्रसाद महतो, अमर कुमार सिंह, संजय कुमार, डी एस पाठक, रमाकांत कुमार, विक्रम, दिवाकर, पी एल ठाकुर, अविनाश कुमार, आर के चौबे, डलहौजी कुमार, प्रभु, रंजीत, विकास, एस के सिन्हा, अवनीश कुमार, एस के वर्मा, कुमार मिर्ची, इम्तियाज, धीरज, राजीव, भरत महतो, सरयू प्रसाद, पी आर बाजपेयी, विजय कुमार, ओंकार, रंजन, सुरेश, अमित, मानस, लक्ष्मी कुमारी, लाली, रीना बारला, सुनीता, मुकेश लाल, बी बी पाठक, देवराज, विजेंद्र, ऋषिकेश, मिहिर, आर जे मिर्ची सहित सैकड़ों रेलकर्मी उपस्थित रहे.
प्रमुख मांग :- एन पी एस समाप्त कर ओ पी एस को बहाल किया जाए., रनिंग रूम में मोबाइल फोन जमा करने के अमानवीय आदेश वापस लिया जाए., डियूटी के घंटे कम करने तथा उपयुक्त गाड़ी के लिए प्रतीक्षा कराने के लिए रनिंग कर्मचारियों को निर्धारित क्रू लॉबी के बदले विभिन्न स्थानों जैसे- केबिन, रोडसाईड स्टेशन पर साईन आन और साईन आफ करवाना बंद किया जाए. ऐसे स्थानों पर रिलीव कराने पर पहली उपलब्ध गाड़ी से क्रू को रनिंग रूम / मुख्यालय भेजने की व्यवस्था की जानी चाहिए., लौंग आवर्स करने वाले क्रू को दंडित और प्रताड़ित करना बंद किया जाए और इस संदर्भ में रेलवे बोर्ड के दिशा निर्देशों का अनुपालन किया जाना सुनिश्चित किया जाए., विभिन्न सेक्शनों और लोडिंग अनलोडिंग प्वाइंट गुड्स शेड के बदले साइडिंग के रूप में अधिसूचित किया जाए. नये सेक्शनों के लिए मिनिमम गारंटीड किमी को सी एम एस में फीड करने की व्यवस्था की जाए., न्यूनतम 120 किमी के दर से भुगतान सुनिश्चित किया जाए., मुख्यालय विश्राम 16+2 घंटे सुनिश्चित किया जाए. पर्याप्त विश्राम और सावधिक विश्राम नियमानुसार दिया जाए. संबंधित पायलट को उसके सावधिक विश्राम की सूचना पिछली डियूटी से साईन आफ के समय ही देना सुनिश्चित किया जाए.
सभी क्रू को अधिकतम 36 घंटे में मुख्यालय वापस करना सुनिश्चित किया जाए.,एक्सप्रेस/ सवारी गाड़ियों के लिए 6 घंटे तथा मालगाड़ियों के लिए 8 घंटे का कार्य अवधि को लागू करते हुए लिंक बनाया जाए.,रनिंग भत्ते को नियमानुसार आयकर में छूट दिया जाए तथा इसके लिए सी एम एस में आवश्यक संशोधन किया जाए.,रनिंग कर्मचारियों को MACP के प्रावधानों के अनुरूप 4600 और 4800 ग्रेड पे तथा सी एल आई को 4800 तथा 5400 ग्रेड पे का लाभ देना सुनिश्चित किया जाए., लोको निरीक्षकों को उनके नियंत्रणाधीन पायलटों की गलती के कारण दंड देना बंद किया जाए., महिला रनिंग कर्मचारियों के लिए अलग से लॉबी और रनिंग रूम की व्यवस्था किया जाए. साथ ही, महिला कर्मचारियों के 5 वर्ष के बच्चों के लिए शिशुगृह (creches) की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए.,महिला रनिंग कर्मचारियों को उनके बच्चों के बीमार होने पर मांगी गई छुट्टी स्वीकृत किया जाए., रनिंग कर्मचारियों के लिए पर्याप्त संख्या में लीव रिजर्व और ट्रेनी रिजर्व की व्यवस्था की जाए. ,सी एल आई को आवंटित पायलटों की संख्या कम किया जाए.
सी एल आई को विश्राम दिवस निर्धारित किया जाए.,बिना पर्याप्त ब्रेक पावर के पायलटों पर दबाव देकर गाड़ी परिचालन कराना बंद किया जाए.,रनिंग कर्मचारियों के परिवादों के निराकरण के लिए स्थाई कल्याण निरीक्षक प्रतिनियुक्त किया जाए. उनके परिवादों के निराकरण / प्रगति की सूचना संबंधित पायलटों को देना सुनिश्चित किया जाए.,सभी वर्किंग क्रू को अच्छा और कार्यरत वाकी टाकी की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाय।,धनबाद डिविजन के लॉबी ट्रांसफर में सर्विस सीनियरिटी के जगह सी आई सी में वर्किंग सीनियरिटी के अनुसार ही डीसी और जीसी में ट्रांसफर किया जाय.,लोको में कैमरा से पहले टॉयलेट की व्यवस्था किया जाय.
23- ओ टी भुगतान हेतु स्पेयर वर्किंग में डियूटी के घंटों में कटौती अविलंब बंद किया जाय., बरकाकाना से टाटीसिलवे और हटिया रूट का मिनिमम गारंटीड किलो मीटर चार्ज किया जाय.
Mar 24 2023, 18:02