दशक बाद निषाद समाज का हुआ झंडा बुलंद : कैबिनेट मंत्री सजंय निषाद
सिद्धेश्वर पाण्डेय
फूलपुर (आजमगढ़)। फूलपुर तहसील के जल्दीपुर गांव में पहुँचे निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद शनिवार को यहां पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया ।
इस दौरान केंद्रीय कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने मछुआ समुदाय के विकास को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि मछुआरा समुदाय और निषाद समुदाय 70 वर्ष तक उपेक्षित रहा । 7 दशक के बाद पहली बार इस समुदाय का झंडा बुलंद हुआ है ।
जल्दीपुर गांव में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए निषाद समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि कार्यकर्ता ही पार्टी की रीढ़ होते हैं और उसी के दम पर पार्टी चलती है।
निषाद समाज के लोगों को पिछले 70 सालों में जमकर सताया गया । इन्हें सिर्फ वोट बैंक समझा गया , पहली बार भाजपा सरकार में निषाद समाज ने पार्टी का झंडा बुलंद किया और प्रधानमंत्री ने उनका साथ दिया। जिसके कारण हमारे 11 विधायक हैं।
संजय निषाद ने कहा कि आज हमारे समाज के लोगों की आवाज विधानसभा से लेकर दिल्ली तक उठाई जा रही है, इसका श्रेय भारतीय जनता पार्टी को जाता है । आजादी के बाद से वर्ष 2014 तक पूर्व की केंद्र सरकारों ने मछुआ समुदाय के विकास के लिए मात्र 3 हजार करोड़ रुपए ही दिया था।
वही 7 दशक के बाद पहली बार केंद्र की सरकार ने मत्स्य मंत्रालय का गठन करने के साथ ही साथ 26 हजार करोड़ रुपए मछुआरा समाज को देकर इतिहास बनाया है । यही नहीं प्रदेश सरकार निषाद समाज के बच्चो को निशुल्क शिक्षा,वाचनालय,मकान, इलाज सहित 12 प्रकार से सहायता देने का काम कर रही।
उम राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने कांग्रेस ,सपा और बसपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि निषाद समाज के लोगो ने इन पार्टियों का झंडा उठाकर प्रदेश में सरकार बनाया ,परन्तु कांग्रेस ,सपा और बसपा की पिछली सरकारों ने मछुआरा समाज एवं निषाद समाज को ठगने का काम किया ।
संजय निषाद ने निषाद समाज को भगवान राम से जोड़ते हुए यह कहा कि प्रयागराज में भगवान राम और निषाद राज की 70 फीट ऊंची मूर्ति का अनावरण 26मार्च को प्रधानमंत्री जी के करकमलों द्वारा होना है , उन्होंने कार्यकर्ताओं से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष चंद्रभान निषाद ने किया।इस अवसर पर प्रमोद यादव , गुफरान आज़मी, हरिश्चंद्र निषाद , रामबदन निषाद , राम लखन , विष्णु देव निषाद , रामसूरत निषाद ,बिहारी निषाद आदि लोग उपस्थित रहे।
Mar 22 2023, 21:39