विश्व गौरैया दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन ने गौरैया के संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र एवं विभिन्न देशों की सरकारों से अपील की

     

  

बेतिया : आज दिनांक 20 मार्च 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में विश्व गौरैया दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया।  

इस अवसर पर ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ. एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल, प्रज्ञान इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर व पश्चिमी चंपारण कला मंच की समन्वयक शाहीन परवीन ने संयुक्त रूप से कहा कि आज हमें 13वां विश्व गौरैया दिवस मनाने का अवसर मिला है. ऐसा इसलिए हो रहा है ताकि विलुप्त हो रही गौरैया को संरक्षण दिया जा सके।

  

कहा कि विश्व गौरैया दिवस हर साल 20 मार्च को मनाया जाता है। गौरैया दुनिया के कई देशों में पाई जाती है। लोगों में गौरैया के प्रति जागरूकता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए यह दिन मनाया जाता है। बढ़ते प्रदूषण समेत कई कारणों से गौरैया की संख्या में काफी कमी आई है और उनका अस्तित्व खतरे में है. स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण के सहयोग से गौरेया जैसे पक्षियों को विलुप्त होने से बचाया जा सकता है, इस दिशा में सत्याग्रह फाउण्डेशन, सरकारे एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से सकारात्मक कार्य कर रहा है।

  

विश्व गौरैया दिवस नेचर फॉरएवर सोसाइटी ऑफ इंडिया के साथ-साथ फ्रांस के इकोसेज एक्शन फाउंडेशन की एक पहल है। समाज की शुरुआत प्रसिद्ध पर्यावरणविद् मोहम्मद दिलावर ने की थी। उन्हें 2008 में टाइम पत्रिका द्वारा "पर्यावरण के नायकों" में शामिल किया गया था। वर्ष 2010 में पहली बार 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाया गया। इसके बाद यह दिवस हर साल 20 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन गौरैया के संरक्षण के लिए काम करने वाले लोगों को गौरैया पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाता है। विभिन्न सर्वेक्षण गोरिया (गौरैया) जैसे पक्षियों की संख्या दर्शाते है। 

गौरैया की संख्या लगातार घट रही है। स्टडी के मुताबिक इसकी संख्या में 60 फीसदी की कमी आई है। विश्व गौरैया दिवस मनाने का एक उद्देश्य हमारे युवाओं और प्रकृति के प्रति उत्साही लोगों को गौरैया से प्यार करने और उनकी देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित करना है।  

इस मौके पर डॉ. एजाज अहमद, डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल, बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के शोधार्थियों, डॉ. शाहनवाज अली व डॉ अमित कुमार लोहिया ने संयुक्त रूप से कहा कि विलुप्त हो रही गौरैया को बचाने के लिए समाज में जागरूकता फैलाना आवश्यक है। इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र एवं विश्व की अनेक सरकारों द्वारा गौरैया के संरक्षण के लिए विश्वव्यापी अभियान को संयुक्त रूप से तेज करने की आवश्यकता है, ताकि लुप्तप्राय पक्षियों जैसे गौरैया (गोरिया) को सुरक्षा प्रदान की जा सके। यह तभी संभव होगा जब हम सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समरसता स्थापित कर स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हों। साथ ही हम सभी को मिलकर इस दिशा में सकारात्मक तरीके से काम करना चाहिए।

जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा के अवंतीपोरा में हुए सड़क दुर्घटना में जिले के एक व्यक्ति की भी हुई मौत, जिला प्रशासन द्वारा उसके शव को लाने के लिए की गई व्यवस्था


बेतिया : जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा के अवंतीपोरा इलाके में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बस के पलटने से हुई दुर्घटना में बिहार के चार लोगों की दुखद मृत्यु हो गई। इस दुर्घटना में पश्चिम चंपारण जिले के एक व्यक्ति श्री नसरुद्दीन अंसारी की भी मृत्यु हो गई।

सरकार के निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए मृतक के शरीर को लाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई। एम्बुलेंस के साथ मजिस्ट्रेट को लगाया गया है ताकि उनकी देखरेख में मृतक के शरीर को लाया जा सके। मृतक के शरीर को लाने के लिए उनके आश्रित भी एम्बुलेंस के साथ भेजे गए हैं।

जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा इस दुर्घटना को लेकर अपनी संवेदना व्यक्त की गई है। उन्होंने मृतक की आत्मा की शांति तथा परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना की गई है।

उन्होंने जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि वे स्वयं अनुश्रवण करते हुए मृतक के घर तक शव पहुंचाने की व्यवस्था करेंगे। साथ ही एम्बुलेंस के साथ गए उनके परिजनों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसे भी सुनिश्चित करेंगे।

जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी, श्री सुजीत बरनवाल द्वारा बताया गया है कि जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में मजिस्ट्रेट सहित परिजनों को एम्बुलेंस के साथ बागडोगरा भेजा गया है। बागडोगरा में ही मृतक के शरीर को लाया गया है। यही से मृतक के शरीर को जिले में लाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा मृतक के आश्रितों को 2 लाख रुपये अनुग्रह अनुदान के तहत सहायता राशि प्रदान करने की बात कही गयी है, जिस हेतु अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।

महापौर गरिमा ने नौतन बेतिया रोड में पीपल चौक के पास लाखों की लागत से एप्रोच निर्माण का किया शिलान्यास, मौके पर कही यह बात

बेतिया : नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने रविवार को नौतन बेतिया मेन रोड में पीपल चौक के पास ऊँचे बने पुल के कारण करीब एक दशक से आवागमन में कष्ट झेल रहे लोगों की परेशानी का निदान करने हेतु एप्रोच पथ का शिलान्यास किया। 

उन्होंने कहा कि लाखों की लागत से बनने वाले एप्रोच का निर्माण से नौतन बेतिया के हजारों राहगीरों की परेशानी दूर होगी। विशेष कर नगर निगम में हाल में शामिल पूर्ववर्ती सनसरैया पंचायत के लोगों को विशेष सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि विगत चुनाव में जनसंपर्क के दौरान सैकड़ों लोगों ने इस समस्या के निदान की मांग की थी। 

श्रीमती सिकारिया ने राहगीरों की बड़ी परेशानी को लेकर संवेदक से जल्द गुणवत्तापूर्ण योजना पूरी करने का निर्देश दिया है। उन्होंने जमा भीड़ से कहा कि आप सबकी समस्याओं का एक एक कर के निदान होगा। मौके पर मौजूद प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी सह नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित ने कहा कि विकास एक अनवरत प्रक्रिया है। केवल सोच सकारात्मक और जागरूकता बनी रहनी चाहिए। नगर निगम प्रशासन समग्र विकास और एक एक जन समस्याओं के निदान के प्रति संकल्पित है। 

इस मौके पर बसवारिया के सैकड़ों नागरिकों ने नगर निगम की महापौर श्रीमती सिकारिया और प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी एवं नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित का पुरजोर स्वागत किया। मौके पर उपमेयर गायत्री देवी सहित वार्ड पार्षद कृष्णा कुमार शर्मा, दीपक कुमार, मो. कजाफी इत्यादि मौजूद रहे।

बेतिया: जिलाधिकारी द्वारा की गयी मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के अपूर्ण/अक्रियाशील योजनाओं की गहन समीक्षा

बेतिया: मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के अपूर्ण/अक्रियाशील योजनाओं को चालू कराने के निमित आज एक महत्वपूर्ण बैठक जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुयी। जिलाधिकारी द्वारा एक-एक अपूर्ण तथा अक्रियाशील योजनाओं, इंस्पेक्शन रिपोर्ट आदि की गहन समीक्षा की गयी। 

जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना अत्यंत ही महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही बरतने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।  

समीक्षा के क्रम में जिला पंचायत राज पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि बगहा प्रखंड अंतर्गत 07, बैरिया प्रखंड अंतर्गत 08, भितहां प्रखंड अंतर्गत 02, चनपटिया प्रखंड अंतर्गत 11, गौनहा प्रखंड अंतर्गत 08, योगापट्टी प्रखंड अंतर्गत 06, लौरिया प्रखंड अंतर्गत 15, मैनाटांड़ प्रखंड अंतर्गत 02, मझौलिया प्रखंड अंतर्गत 18, नौतन प्रखंड अंतर्गत 08, पिपरासी प्रखंड प्रखंड अंतर्गत 12, सिकटा प्रखंड अंतर्गत 01, ठकराहां प्रखंड अंतर्गत 01, सिधाव प्रखंड अंतर्गत 08, रामनगर प्रखंड प्रखंड अंतर्गत 05, मधुबनी प्रखंड अंतर्गत 05 तथा नरकटियागंज प्रखंड अंतर्गत 18 योजनाएं अक्रियाशील है। 

जिलाधिकारी द्वारा सख्त निर्देश दिया गया कि अभियान चलाकर एक सप्ताह के अंदर सभी अक्रियाशील योजनाओं को क्रियाशील कराना सुनिश्चित किया जाय। एक भी योजना अक्रियाशील नहीं रहना चाहिए। सभी लाभुकों को ससमय पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित हो, इसका अनुपालन दृढ़ता के साथ कराना सुनिश्चित किया जाय। इसके साथ ही अपूर्ण योजनाओं को अविलंब पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाय।

समीक्षा के क्रम में बताया गया कि राशि निकासी के बावजूद कुछ जगहों पर नल-जल योजनाएं अपूर्ण हैं। जिलाधिकारी द्वारा इसे गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिया गया कि राशि निकासी करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी जाय। सर्टिफिकेट केस करते हुए राशि की वसूली की जाय। उन्होंने कहा कि राशि निकासी करने के उपरांत कार्य अपूर्ण रखना बेहद गंभीर मामला है। ऐसे व्यक्तियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाय।

बारंबार निर्देश के बावजूद अबतक नल-जल योजनाएं अक्रियाशील पाये जाने पर सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी/प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी को शोकॉज करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। इसके साथ ही कार्य में लापरवाही को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी, नरकटियागंज को शोकॉज सहित एक दिन का वेतन अवरूद्ध करने का निर्देश भी दिया गया।

मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, बगहा-01 को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। उन्होंने कहा कि नल-जल योजना में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी सहित अन्य कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा। साथ ही गड़बड़ी में शामिल होने पर कड़ी कार्रवाई भी की जायेगी।

जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि प्रत्येक माह में दो बार 01 एवं 15 तारीख को पंचायतों में संचालित नल-जल योजनाओं के फंक्शनालिटी की जांच अनिवार्य रूप से कराना सुनिश्चित किया जाय। इस दौरान अक्रियाशील योजनाओं को त्वरित गति से ठीक कराते हुए पेयजल आपूर्ति सुचारू करना सुनिश्चित किया जाय।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, श्री मनीष कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।

केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय से पुरे बिहार के होस्ट सिटी के रूप में मात्र तीन ही सिटी गया, बोधगया व बेतिया का चयन


बेतिया: नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि देशभर के नगर निकायों में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में 30 मार्च तक "स्वच्छतोत्सव-2023" का आयोजन किया गया है।केंद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 को लेकर जारी गतिविधियों के बीच इस विशेष आयोजन में बेतिया नगर निगम वासियों के लिए खुद को साबित करने का बेहतर मौका है। हम सबको इसकी तैयारी 'स्वच्छता पर्व' के रूप में नगर निगम के घर घर में करनी है।

 इसके लिए पूरे नगर निगम क्षेत्र में दूसरे शिफ्ट मुहर्रम चौक, तीन लालटेन सहित सभी मुख्य सड़कों में रात्रि सफाई कराने पहुंचीं श्रीमती सिकारिया ने बताया कि आप सबको पता है कि देशभर के स्वच्छता दूतों को दूसरे प्रांत के चुनिंदा शहरों में जाकर वहां कि सफाई व्यवस्था को देखना और सीखना है। 

इसी क्रम में बेतिया के स्वच्छता दूतों को केंद्र सरकार के स्तर से मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध इंदौर नगर निगम में भेजना सुनिश्चित किया है। इसी तर्ज पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के माध्यम से साफ सफाई व्यवस्था में बेहतर पहचान वाले बेतिया में भी बिहार से बाहर के "स्वच्छता दूतों" को आना केंद्र सरकार ने तय किया है। 

क्योंकि केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय के द्वारा पुरे बिहार में केवल तीन ही नगर निकायों को होस्ट सिटी के रूप में चयनित किया गया है। जिसमें गया, बोधगया के साथ अपने बेतिया नगर निगम का चयन किया गया है।

श्रीमती सिकारिया ने कहा कि बिहार के बाहर से आने वाले स्वच्छता दूत अतिथियों के स्वागत की तैयारी के रूप में अपने अपने घर, परिसर और पास पड़ोस में उम्दा साफ सफाई की व्यवस्था करनी है।

*स्वछोत्सव-2023 के राष्ट्रीय कार्यक्रम में इंदौर जायेगी नगर निगम की 11 सदस्यीय महिला टीम : मेयर*

बेतिया : नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय के स्तर से 7 से 30 मार्च तक के लिए "स्वछोत्सव 2023" नाम से राष्ट्रीय स्तर का अभियान शुरू किया है। जिसका उद्देश्य है कि इस राष्ट्रीय उत्सव के माध्यम से घर से बाहर तक स्वच्छता को स्थापित करने के लिए जूझती हमारी महिलाओं को महज यह भागीदारी ही नहीं बल्कि महिलाओं में पहल अर्थात नेतृत्व शक्ति के साथ नेतृत्व के रूप में अपनी पहचान कायम करें। 

इस क्रम में हमारी आइएएस नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित के द्वारा सिटी मिशन मैनेजर प्रियदर्शी नारायण और समन्वयक मोनालिसा के नेतृत्व में एरिया लेवल फेडरेशन (एएलएफ) और प्रतिनिधि स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों का मनोनयन किया गया है। 

जिसमें फुलकुमारी देवी, सीमा देवी, विद्या देवी, मंजू देवी, चंदा देवी, पन्ना देवी, सुनीता देवी, प्रभावती देवी, फुलकांति देवी और मुनिता देवी को बेतिया नगर निगम की 'स्वच्छता दूत' के रूप में चयनित किया है। 

श्रीमती सिकारिया ने चयनित 'स्वच्छता दूतों के उन्मुखीकरण प्रशिक्षण में बताया कि आप सबको मध्य प्रदेश के इंदौर नगर निगम में भेजा जा रहा है। जहां पहुंच कर आप सब वहां कि महिलाओं के साथ घुल मिलकर एक-दूसरे के अनुभवों से सीख सकें और स्वच्छता जैसे विषय पर मिलकर काम करने के लिए प्रेरित हों। यह अभियान शहरों में 'स्वच्छता दूत' के रूप में काम करने का अवसर भी देगा। 

इससे पूर्व नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित ने बताया कि स्वच्छोत्सव 2023 के इस अभियान का उद्देश्य अपने शहर में गुणवत्तापूर्ण स्वच्छता के साथ ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन का लक्ष्य प्राप्त करते हुए कचरा मुक्त नगर निगम बनाकर साफ सफाई में सजग और सक्रिय एक नेटवर्क कायम करेंगे। इस क्रम में स्वच्छता मशाल मार्च भी निकाला जाएगा। 

सिटी मिशन मैनेजर मनीष कुमार द्वारा बताया गया कि पुरे बिहार में एकमात्र बेतिया नगर निगम की टीम को ही इंदौर जाने के लिये चयनित किया गया है। 

स्वछोत्सव 2023 अभियान की बैठक में सीओ आशा एवं सिटी मैनेजर रवि अमरनाथ भी मौजूद रहे।

अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के शत-प्रतिशत लोगों को विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों से करें लाभान्वित : जिलाधिकारी।


एक भी व्यक्ति/घर छूटना नहीं चाहिए, इस हेतु करें नियमित मॉनिटरिंग।

लाभुकों के हुनर को निखारते हुए उनके उत्पादों के लिए मार्केट लिंकेज की करें व्यवस्था ताकि इनकम बढ़ सके।

बेहतर कार्य करने वाले विकास मित्रों को जिलास्तर पर किया जायेगा सम्मानित।

जिले के सभी विकास मित्रों एवं प्रखंडस्तरीय पदाधिकारियों का क्षमतावर्धन करने हेतु एक दिवसीय उन्नयन कार्यक्रम का सफलतापूर्वक किया गया आयोजन।

बेतिया। अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के कल्याण हेतु विभिन्न विभागों द्वारा चलाये जा रहे सभी विकासात्मक योजनाओं एवं इसमें विकास रजिस्टर वर्जन-2.0 की भूमिका से सभी विकास मित्रों एवं प्रखंडस्तरीय पदाधिकारियों को अवगत कराने हेतु आज स्थानीय डीआरसीसी सभागार में एक दिवसीय उन्नयन कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।

जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा विधिवत दीप प्रज्जवलित कर उन्नयन कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, श्री अनिल राय सहित अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि आज का यह उन्नयन कार्यक्रम अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। अंतिम पायदान के व्यक्ति तक विकास की धारा को पहुंचाना है। इस कार्य में विकास मित्रों की अहम भूमिका है। सभी विकास मित्र अच्छे तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करें और शत-प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करें।

उन्होंने कहा कि विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित करने के कार्य में एक भी व्यक्ति/घर छूटना नहीं चाहिए। शत-प्रतिशत व्यक्तियों को लाभान्वित किया जाय। प्रत्येक पात्र व्यक्तियों को योजनाओं का सम्पूर्ण लाभ मिलें, इस हेतु प्रयास करें। आवश्कतानुसार महादलित टोलों में विशेष कैम्प का अधिष्ठापन कर विभिन्न समस्याओं का त्वरित गति से निराकरण कराया जाय।

जिलाधिकारी ने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोगों की आर्थिक स्थिति को और कैसे बढ़ायें, इस पर फोकस करें। रोजगार के अवसर बढ़ायें। लाभुकों के हुनर के अनुरूप उनको रोजगार दिलाने की व्यवस्था की जाय। स्थानीय उत्पादों की मार्केट लिंकेज की व्यवस्था की जाय। स्कील को निखारने की व्यवस्था करें ताकि अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोगों का इनकम बढ़ सके।

उन्होंने कहा कि सरकार का उदेश्य अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोगों को मुख्य धारा में लाना है। अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग एवं बिहार महादलित विकास मिशन की योजनाओं के साथ-साथ अन्य विभागों के योजनाओं/कार्यक्रमों की सूचना अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोगों तक पहुंचाने में विकास मित्रों की भूमिका महत्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि विकास की धारा अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए सभी को समन्वित प्रयास करना होगा। इनकी जिंदगी को बेहतर बनाने तथा इनके समग्र विकास के लिए एक-एक व्यक्ति को आगे बढ़ाना होगा, तभी जिले का सही मायने में विकास हो सकेगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि योजनाओं/कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में कहीं गड़बड़ी की सूचना मिलने पर तुरंत सूचित करें, सूचना गोपनीय रखी जायेगी। सूचना के आधार पर जांचोपरांत संबंधित व्यक्ति के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिया कि सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु विकास मित्रों से संबंधित एक व्हाट्सएप ग्रुप का निर्माण भी कराया जाय।

उन्नयन कार्यक्रम में विकास मित्र विकास कुमार, वसंत कुमार, अशोक कुमार, राजू राम, राजेश राम, रिंकु कुमारी, ममता कुमारी, अनिता कुमारी, आदित्य कुमार, माधव राम, दशरथ मांझी, नागेश्वर राम, संगीता कुमारी, अनिता देवी, नरसिंह राम, योगेन्द्र राम सहित अन्य विकास मित्रों द्वारा क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न विषयों से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया।

जिलाधिकारी द्वारा विकास मित्रों से कहा गया कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोगों द्वारा कई तरह के बांस से बने उत्पाद जैसे-दउरा, सुपली, डाला, झाड़ू आदि का निर्माण किया जाता है। इनके उत्पादों को और अधिक बेहतर कैसे बनाया जाय, इस पर कार्य करें। प्रोजेक्ट तैयार करें, विस्तृत रिपोर्ट दें तथा इनका आर्थिक विकास करें। ऐसे विकास मित्रों को जिलास्तर पर सम्मानित किया जायेगा।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, पश्चिम चम्पारण, श्री अनिल कुमार द्वारा ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी विकास मित्रों को दी गयी। उन्होंने विकास मित्रों से कहा कि जरूरतमंद लोगों को विभिन्न कल्याणकारी एवं विकासात्मक योजनाओं/कार्यक्रमों से लाभान्वित करें। सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित ने कहा कि सभी विकास मित्र अच्छे तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा लोगों को लाभान्वित करें।

उन्नयन कार्यक्रम में विकास मित्रों का क्षमतावर्धन किया गया। उन्हें अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग, बिहार महादलित विकास मिशन की मुख्य योजनाओं सहित तमाम योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। साथ ही विकास रजिस्टर वर्जन-2 के विभिन्न अवयय कौशल प्रशिक्षण, बिजली, जलापूर्ति, शौचालय, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, प्रधानमंत्री आवास योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, समेकित बाल विकास सेवाएं, वासभूमि, दिव्यांग कार्ड, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन, आरसीएच के संबंधित में अच्छे तरीके से जानकारी देते हुए उनका क्षमतावर्धन किया गया।

मिलावटी एवं नकली खाद्य पदार्थों की रोकथाम के लिए करें कारगर उपाय : जिलाधिकारी।


क्लीन स्ट्रीट फूड हब को विकसित करने की समुचित व्यवस्था, फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों के उपयोग के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम संचालित कराने का निर्देश।

बेतिया। जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार ने कहा कि मिलावटी एवं नकली खाद्य पदार्थ का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। इसके लगातार सेवन से उल्टी, दस्त, लीवर, किडनी, कैंसर सहित पेट संबंधी रोग होने की संभावना बनी रहती है। मिलावटी एवं नकली खाद्य पदार्थो की बिक्री पर रोकथाम लगाना अतिआवश्यक है। इसकी रोकथाम के लिए विभागीय दिशा-निर्देश के अनुरूप कारगर कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।

उन्होंने निर्देश दिया कि मिलावटी एवं नकली खाद्य पदार्थों की रोकथाम के लिए लगातार औचक जाँच अभियान चलाना सुनिश्चित किया जाय। छापेमारी अभियान में पुलिस विभाग द्वारा आवश्यक सहयोग किया जाय। औचक जाँच के दौरान फूड सैम्पल को कलेक्ट कर जाँच हेतु प्रयोगशाला में भेजा जाय। रिपोर्ट प्राप्त होने पर नियमानुकूल कार्रवाई सुनिश्चित किया जाय।

जिलाधिकारी द्वारा अपर समाहर्त्ता को निर्देश दिया गया कि दायर वादों का निष्पादन अविलंब करें। साथ ही दोषियों के विरुद्ध जुर्माना सहित अन्य दंड अधिरोपित किया जाय। फूड सेफ्टी ऑफिसर, सिविल सर्जन फूड बिजनेस, प्रोसेसिंग आदि कर रहे व्यक्तियों/प्रतिष्ठानों की जाँच करेंगे तथा लगातार अनुश्रवण करेंगे।

उन्होंने निर्देश दिया कि खाद्य संरक्षा कार्यक्रम का सफल संचालन सहित व्यापक प्रचार-प्रसार एवं अनुज्ञप्ति/पंजीयन की संख्या बढ़ाने के लिए विशेष कैम्प का आयोजन किया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि क्लीन स्ट्रीट फूड हब को विकसित करने की समुचित व्यवस्था, फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों के उपयोग के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम आदि कार्यक्रम संचालित किया जाय।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक, बेतिया, श्री उपेंद्र नाथ वर्मा, उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय सहित हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारी उपस्थित रहें।

मीना बाजार के जाम मुख्य नाले की मैनुअल सफाई शुरू कराने पहुंचीं नगर निगम की महापौर गरिमा, बोलीं-आपके द्वारा नाले में डाला गया कचरा बढ़ाता है आपके स्वास्थ्य और जीवन पर खतरा


बेतिया : कचरा से जाम पड़े मीना बाजार के मुख्य नाले की मैनुअल सफाई शुरू कराने पहुंचीं नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कचरा प्रबंधन में नगर निगम प्रशासन के ईमानदार सहयोग का अनुरोध बाजार में व्यवसाय करने वाले दुकानदारों से किया। 

उन्होंने बताया कि अपना नगर निगम क्षेत्र पर्यावरण की दृष्टि से खतरनाक स्थिति में है। इसका एक मुख्य कारण घरेलू और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों आदि से रोज निकलने वाले कचरे सही प्रबंधन नहीं होना है। 

महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि कचरों के सही निष्पादन में आप सबकी उदासीनता का प्रतिकूल प्रभाव नगर निगम के विकास पर पड़ रहा है। क्योंकि सालाना 50 लाख से भी ज्यादा के विकास राशि का खर्च आप सबके द्वारा नाले में डाले गए कचरे को निकालने पर होता है। 

उन्होंने बताया कि इसके अलावा आपके द्वारा नाले में डाला गया कचरा आपके जीवन और स्वास्थ्य पर खतरा भी बढ़ाता है। 

मौके पर मौजूद सिटी मैनेजर रवि अमरनाथ ने नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित ने नाले में कचरा डालने या जहां तहां फेकने वालों पर जुर्माना वसूलने का आदेश जारी किया है। 

वही मीना बाजार के दुकानदारों ने महापौर श्रीमती सिकारिया के साफ सफाई अभियान में पूरा सहयोग देने का आश्वासन देने के साथ नाले में कचरा डालने या जहां तहां फेकने वालों से जुर्माना वसूल वाने में सहयोग करने का भरोसा दिलाया। 

श्रीमती सिकारिया ने मीना बाजार के दुकानदारों और आम जनता से अपील किया कि मैं नगर निगम के नालों को कचरा मुक्त करने के लिए संकल्पित हूं, जो आप सब के सहयोग से ही संभव हो सकता है।

प्रेक्षक, 03-सारण स्नातक क्षेत्र द्वारा मतदान केन्द्रो का किया गया निरीक्षण, चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश के अनुरूप सभी तैयारियां ससमय पूरा कराने का दिया निर्देश

बेतिया : श्री प्रेम सिंह मीणा, प्रेक्षक, 03-सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र द्वारा आज चनपटिया, लौरिया एवं बेतिया मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। उन्होंने निर्देश दिया कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश के अनुरूप मतदान केन्द्रों पर सभी व्यवस्थाएं ससमय पूरी कर ली जाय। निर्वाचन प्रक्रिया के सफल संचालन में किसी भी तरह की चूक नहीं हो, इसका पूरा ख्याल रखा जाय। निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

इसके साथ ही प्रेक्षक महोदय द्वारा 03-सारण स्नातक निर्वाचन के मद्देनजर गठित विभिन्न कोषांगों के वरीय पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की गयी। 

बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि सभी कोषांगों के वरीय एवं नोडल पदाधिकारी ससमय अपने कार्यों को निष्पादित करते हुए सफलतापूर्वक निर्वाचन की प्रक्रिया को सम्पन्न करायेंगे।

बैठक में कार्मिक कोषांग, प्रशिक्षण कोषांग, मतपत्र कोषांग, सामग्री कोषांग, वाहन कोषांग, आदर्श आचार संहिता कोषांग, मीडिया कोषांग, विधि-व्यवस्था कोषांग, कार्मिक कल्याण कोषांग सहित सभी कोषांगों द्वारा किये जा रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गयी।

प्रेक्षक महोदय द्वारा निर्वाचन कार्यों में प्रतिनियुक्त कर्मियों का डाटा बेस तैयार करने तथा मास्टर ट्रेनर के प्रशिक्षण की व्यवस्था, मतदान पदाधिकारी, सेक्टर पदाधिकारी, माइक्रो आव्जर्बर एवं अन्य पदाधिकारियों के प्रशिक्षण, पोलिंग पार्टी एवं सभी मजिस्ट्रेट हेतु वाहन की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। 

ज्ञातव्य हो कि 03-सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के निर्वाचन 2023 के लिए 31 मार्च को मतदान तथा 05 अप्रैल को मतो की गणना होगी। मतदान का समय प्रातः 08.00 बजे से अपराह्न 04.00 बजे तक निर्धारित है। 

03-सारण स्नातक हेतु कुल मतदाताओं की कुल संख्या-13622 है, जिसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या-10593 तथा महिला मतदाताओं की संख्या-3029 है। सारण स्नातक निर्वाचन हेतु जिले के सभी अंचल कार्यालय को मतदान केन्द्र बनाया गया है।