आप लोगों ने फाइलेरिया की दवा खाई या नहीं गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की केंद्रीय टीम ने परखी फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की हकीकत
लखनऊ। घर में कोई है, आप लोगो ने फाइलेरिया की दवा खाई है या नहीं, घर के सभी लोगो ने खा लिया, दवा खिलाने के समय लंबाई नापी गई थी। उंगली में निशान लगाया गया था सहित तमाम सवाल गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की केंद्रीय टीम ने ग्रामीणों से किए।
हाथी पांव अर्थात फाइलेरिया से बचाव के लिए 10 फरवरी से चलाए जा रहे घर घर दवा खिलाने के अभियान की हकीकत जानने के लिए बुधवार को दिल्ली से तीन सदस्यीय टीम गोसाईगंज पहुंची।
टीम ने शेखनापुर और मंगाहुआ गांव में पहुंच कर लोगो से घरों में जानकारी लिया।
दिल्ली से गोसाईगंज पहुंची भारत सरकार की टीम में शामिल राज्य कीट विज्ञानी डॉ. विपिन कुमार, हेमंत नेगी और राम कुमार श्रीवास्तव ने शेखनापुर गांव पहुंच कर आंगनवाड़ी केंद्र पर एएनएम कामिनी शुक्ला और आशा संतोष कुमारी से फाइलेरिया और अन्य दवाएं खिलाए जाने की जानकारी हासिल की। यहां बताया गया की एक दो परिवारों ने दावा खाने से मना किया था जिनको समझाया गया है। एएनएम भी उन लोगो से घर पर जाकर मिली। आंगनवाड़ी केंद्र पर टीकाकरण चल रहा था जहां आंगनवाड़ी कार्यकत्री सविता वर्मा व सहायिका अनीता भी मौजूद रही।
केंद्र पर जानकारी लेने के बाद टीम ने गांव का भ्रमण कर रवि, सुरेश, राम विलास, शिवबरन, राकेश, अमित व राजाराम सहित कई घरों में जानकारी लिया की दवा खिलाई गई या नही। इस दौरान गोसाईगंज सीएचसी के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी लक्ष्मी नारायन यादव और स्वास्थ्य पर्यवेक्षक एचबी सिंह भी मौजूद रहे। शेखनापुर के बाद टीम मंगहुआ के लिए रवाना हो गई।
लोगों को बताया गया की दो साल से ऊपर की उम्र के सभी बच्चो और बड़ो को दवा खाना है। फाइलेरिया के साथ ही पेट के कीड़ों की भी दवा खिलाई जा रही है। दवा से हाथी पांव की बीमारी से बचाव होता है ।
उक्त बीमारी लोगो को विकलांग भी बना देती है। आंगनवाड़ी केंद्र पर टीकाकरण के दौरान भी अभियान की जानकारी दी गई। अभियान सात मार्च तक चलेगा।
Mar 01 2023, 19:19