राजा परीक्षित का कलयुग ने बत्तीस साल तक इंतजार किए: देवी राजनदिंनी जी
अमेठी। जिले के बिकास खण्ड भादर के सिद्धि पीठ पौराणिक तीर्थ स्थल श्रीमत परमहंस आश्रम टीकर माफी परिसर मे श्रीमद्भागवत कथा संगीतमय चल रही है। कथा राष्ट्रीय कथा बाचिका व्यास बिदुषी आचार्य ने कथा सुनते हुए राजा परीक्षित कोई गलती करे।
32 साल तक कलयुग ने इन्तजार किया। लेकिन राजा परीक्षित ने इतने सौम्य है। कि कोई चूक किये नही। स्त्री,जुआ,मंदिरा का पान नही चाहिए ।कलयुग आ जाता है। गन्दे कचडे मे क्यो पडे रहते है। मंदिरा से दूर रहना चाहिए। पराई स्त्री से दूर रहना चाहिए। राजा परीक्षित के मुकुट मे कलयुग ने प्रबेश कर लिया। अब धातु के सहारे मुकुट मे प्रवेश हो गया।
राजा परीक्षित भोग मे शामिल हो गया। धातु छल,कपट से कमाया सोना,चांदी से कलयुग के माया से कोई रोक नही सकता है। राजा परीक्षित आये और ऋषि के गले मे मृत साप डालकर राजा परीक्षित चले गए। जब ऋषि को पता चला। तो उन्होंने राजा परीक्षित को श्राप दे दिए।
कथा श्रवण मे मुख्य यजमान कृष्णानन्द महराज अवधेश नारायण पाण्डेय,ओम प्रकाश शुक्ल,राम बली यादव,राम कमल शुक्ल,शिव मूर्ति गुप्ता,शीतला प्रसाद पाण्डेय,परशुराम दूवे,आदि
Feb 27 2023, 19:14