दिव्यांग की जमीन पर जबरन संवेदक द्वारा किया जा रहा है पूल निर्माण , उपायूक्त और कार्यपालक अभियंता से न्याय की गुहार


देवघर-सारठ प्रखण्ड अंतर्गत बरमसिया गांव नदी घाट पर संवेदक द्वारा जबरन एक दिव्यांग की जमीन पर पूल बनाने का मामला सामने आया है।मामले को लेकर दिव्यांग के परिजनों ने उपायूक्त देवघर तथा विशेष प्रमंडल ग्रामीण विकास कार्यपालक अभियंता को एक आवेदन समर्पित कर बताया है कि अखिल चंद्र कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा जमीन के मालिक से बिना सामंजस्य स्थापित कर जबरन शिवरात्रि के दिन बोरिंग कर कार्य की शुरुआत कर दिया गया है।

जबकि उक्त दिव्यांग का परिवार उस भूमि पर ही आश्रित हैं और जीवकोपार्जन करते हैं। पर सारे नियमों को ताख पर रखकर संवेदक द्वारा दिव्यांग की जमीन पर जबरन कार्य करवाया जा रहा है। वहीं इस मामले को लेकर विशेष प्रमंडल ग्रामीण विकास कार्यपालक अभियंता कृष्ण कुमार चौधरी से बात करनें पर उन्होंने कार्यालय में आवेदन देनें की बात कही है।

बताते चलें कि इस सम्बंध में पूर्व में भी विभाग के इंजीनियरों से बात किया गया था।वहीं यह समझ से परे है कि किसी की रैयती खेती योग्य जमीन पर बिना ऊक्त जमीन के स्वामी से संपर्क या जांच पड़ताल के कार्यादेश कैसे दे दिया गया?

बहरहाल यह सब जांच का विषय है।सूत्रों की मानें तो ऊक्त कम्पनी के संवेदक पर कई आपराधिक मामले का आरोप भी जिला के विभिन्न थाना में लंबित है।इतना ही नहीं इस कंपनी पर पूर्व में भी बगल के सटे जिला गिरिडीह में ग्रामीण विकास विभाग विशेष प्रमंडल में फर्जी बिल के आधार पर कार्य आदेश दिए जानें का मामला अखबार में भी प्रकाशित किया गया था।

इतने आरोपों के बावजूद इन्हें चरित्र प्रमाण पत्र कैसे निर्गत किया गया यह भी एक सवाल खड़ा करता है?बहरहाल पीड़ित को जिला के कर्मठ उपायूक्त मंजुनाथ भजंत्री और विभाग के अधिकारियों से उम्मीद है की कार्य रोकने का आदेश देते हुए जांच पड़ताल कर कार्यवाई अग्रतर की जाएगी।

फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री पहुंची देवघर,की बाबा की पूजा,साथ में थे सांसद निशिकांत दुबे एवं उनका परिवार



देवघर। शिवरात्रि के दिन सफल शिव बारात का आयोजन होने के बाद आज बॉलीवुड की सिने अभिनेत्री भाग्यश्री और गोड्डा के सांसद निशीकांत दुबे पूरे परिवार के साथ बाबा मंदिर देवघर पहुंचे जहां पर पुरोहितों ने विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना कराई।

 भाग्यश्री और सांसद निशिकांत दुबे ने बाबा भोलेनाथ पर जल अर्पण किया और भोलेनाथ को सफल आयोजन का क्रेडिट देते हुए इनका धन्यवाद किया मौके पर अभिनेत्री भाग्यश्री ने कहा कि इनका देवघर आगमन पहली बार हुआ है और पहले शिव बारात में शामिल होने का मौका मिला फिर बाबा के दर्शन हो गए नए साल में इनका या सबसे सुखद और बेहतरीन पल है ।

भाग्यश्री ने कहा कि देवघर बदल रहा है सांसद में इतनी अच्छी सड़क और एयरपोर्ट की सौगात दी है कि मुंबई में भी इतनी अच्छी सड़कें नहीं है उन्होंने कहा कि देवर वासियों से असीम प्यार मिला है शिव बारात में भी सुखद माहौल में लोगों ने उनका अभिवादन किया जो कि इनके जिंदगी के बेहतरीन पल में से एक है, ।

वहीं सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि 20 दिनों में पूरे शिव बारात की रूपरेखा और इसे अंतिम रूप दिया गया शिव बारात में कोई भी दुर्घटनाएं नहीं हुई और भोलेनाथ की कृपा है कि इनके आशीर्वाद से यह शिव बारात ऐतिहासिक रही इस सफल आयोजन के बाद बाबा भोलेनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई और भोलेनाथ को धन्यवाद दिया उन्होंने कहा कि यह शिव बारात एक इतिहास रचने जैसा है साथी शिव बारात की यह परंपरा पुनर्जीवित होती है इतनी भीड़ आज तक कभी भी देवघर के शिव बारात में नहीं उमड़ी थी।

*कोलफील्ड में लगी भूमिगत आग के कारण और उसके नियंत्रण का अध्ययन नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (एनआरएससी) हैदराबाद टीम अध्ययन करेगी।*


कोलफील्ड में लगी भूमिगत आग के कारण और उसके नियंत्रण का अध्ययन नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर ;(एनआरएससी) हैदराबाद टीम अध्ययन करेगी।

धनबाद:कोल फील्ड्स के क्षेत्र का 254 स्क्वायर किमी में फैला हुआ है। इस कोलफील्ड के झरिया में भूमिगत आग के कारण मौजूदा समय में क्या स्थिति है, इसको लेकर नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर हैदराबाद (एनआरएससी) की टीम अध्ययन करेगी।

बीसीसीएल ने नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर को यह जिम्मेवारी सौंपते हुए एमओयू साइन कर हैदराबाद भेजा दिया है। अगले सप्ताह इस पर काम शुरू हो जाएगा।

बता दें कि 22 साल में झरिया की आग की रफ्तार में काफी कमी आई है। 2004 में 8.9 स्क्वायर किमी में आग फैली थी, जो 2021 की रिपोर्ट में 1.80 स्क्वायर किमी में आ कर सिमट गई।

सैटेलाइट के माध्यम से एरियल व्यू से होगी सर्वे

आग की सैटेलाइट के माध्यम से एरियल व्यू तैयार कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके लिए बीसीसीएल 24 लाख सात हजार राशि खर्च करेगी। यह अध्ययन 2022-23 से लेकर 2024-25 तक के लिया किया जाएगा। इसके लिए 16 लोकेशन तय किया गया है, जो अधिक अग्नि प्रभावित खनन क्षेत्र के दायरे में आ रहा है।

2021 में अंतिम रिपोर्ट हुई थी तैयार

पिछला अध्ययन 2021 में किया गया था। इसमें 27 लोकेशन पर सरफेस आग को लेकर अध्ययन किया गया था। इसको लेकर अपनी रिपोर्ट में दिया है। आग का दायरा 1.80 स्क्वायर किमी पर सिमट गया है। पहले चरण में 2025 तक 81 क्षेत्र के लोगों को पांच साल में हटाने को लेकर काम किया जा रहा है। इसमें करीब 15 हजार परिवार है। भूमिगत आग के कारण कुल 1 लाख 4 हजार परिवार को शिफ्ट करना है।

आग की क्या है स्थिति

2004 में 8.9 स्क्वायर किमी, 67 लोकेशन पर अध्ययन किया गया

2012 में 3.2 स्क्वायर किमी , 32 लोकेशन पर अध्ययन किया गया

2018 में 3.26 स्क्वायर किमी, 34 लोकेशन पर अध्ययन किया गया

2021 में 1.80 स्क्वायर किमी 27 लोकेशन पर अध्ययन किया गया

बीसीसीएल तकनीकी निदेशक संजय कुमार सिंह ने बताया कि नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर हैदराबाद को झरिया भूमिगत आग की स्थिति पर अध्ययन करेगी। इसको लेकर तीन साल तक काम करेगी। कंपनी भूमिगत आग को लेकर बीसीसीएल प्रबंधन गंभीर है।

22 व 23 फ़रवरी को इंटक का राष्ट्रीय अधिवेशन होगा दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में,झारखंड से भारी संख्या में संगठन के पदाधिकारी लेगें भाग


राजधानी दिल्ली मे आगामी 22 व 23 फ़रवरी को इंटक के राष्ट्रीय महाअधिवेशन होना है। शनिवार को बिष्टुपुर स्थित राकेशवर पांडे की आवास में इसकी जानकारी दी गई। 

मौके पर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष राकेशवर पांडे ने बताया दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम मे इसका आयोजन होने जा जा रहा हैं। इस महाअधिवेशन में इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीवा रेड्डी व कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे उपस्थित रहेंगे। साथ ही देश भर से इंटक के प्रतिनिधि शामिल होंगे। 

इंटक के झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पाण्डेय ने कहा इंटक विश्व भर में सबसे बड़ा मजदूर संगठन हैं। साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा इसके सदस्य हैं। देश भर मे साढ़े पांच हजार यूनियन इंटक से मान्यता प्राप्त यूनियन हैं।

 दो दिवसीय महाअधिवशन मे देश मे बढ़ते बेरोजगारी और निजीकरण पर चर्चा किया जायेगा। 

इस महाअधिवशन मे मजदूर हितों मे कैसे आगे बढ़कर कार्य किया जा सके, इसपर विस्तार से चर्चा की जाएगी। इसके अलावा इस अधिवेशन में चुनाव भी होगा और नए कार्य समिति का गठन किया जाएगा।

देवघर:आज महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा बैद्यनाथ मंदिर में उमड़ा आस्था का जनसैलाब

देवघर:- देवघर में आज महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा बैद्यनाथ मंदिर में आस्था का जनशैलाब उमड़ रहा है।अहले सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग गयी थी।खास कर महिलाएं बड़ी संख्या में बाबा का जलाभिषेक करने सुबह से ही लंबी कतार में खड़े हो कर अपनी बारी का इंतज़ार कर रही है।

मंदिर प्रांगण अहले सुबह से ही श्रद्धालुओं से खचाखच भरा है।बोल बम और जय शिव का जयकारा लगाते श्रद्धालू हाथ में जलपात्र लिए कतार में लग कर अपनी बारी का इन्तजार कर रहे हैं। बड़ी संख्या में पुलिस बल और दंडाधिकारी की तैनाती की गयी है l 

महशिवरात्रि के पावन अवसर पर पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग के जलाभिषेक का खास धार्मिक महत्व है। देवघर बाबा धाम में शिवरात्रि के मौके पर विशेष रीति रिवाज से शिव विवाह संपन्न कराया जाता है बाबा मंदिर में शाम से पूजा शुरू हो जाती है जिसमें चार पहर की विशेष पूजा और सिंदूर दान होता है इसके अलावा शाम को भव्य शिव बारात का आयोजन किया जाता है।

शिवरात्रि को लेकर मंदिर प्रबंधन और जिला प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू की है इसके अलावा वीआईपी पूजा पर रोक लगाई गई है या नहीं किसी भी वीआईपी और वीवीआईपी को कोई भी अतिरिक्त सुविधा पूजा और दर्शन के लिए नहीं दिया जाएगा।

शिवरात्रि के मौके पर 2800 अतिरिक्त पुलिस बल और 400 से ज्यादा पुलिस पदाधिकारी और मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है दूसरी तरफ कम समय में जल अर्पण के लिए शीघ्र दर्शनम की व्यवस्था की गई है जिसमें भक्त ₹500 का कूपन कटा कर बाबा भोलेनाथ का कम समय में दर्शन कर सकते हैं।

देवघर:शिवधुन,बोल बम के नारो गुंजायमान हुआ बाबा बैद्यनाथ धाम, फूलो से सजा बाबा के दरबार


देवघर: - आज देशभर में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। ऐसे तो देश के सभी ज्योतिर्लिंग और शिवालय में भक्तों की भीड़ लगी है। शनिवार शाम को शिव की भव्य बारात निकलेगी। रात में मंदिर में विवाहोत्सव होगा पर महाशिवरात्रि पर बाबा बैद्यनाथ के दरबार की छटा ही निराली है।

बता दें कि शनिवार सुबह 3:40 मिनट पर भक्तों के लिए बाबा मंदिर का कपाट खोल दिया गया । इसके बाद 'बोल बम' के अनमोल बोल के साथ भक्तों ने अपनी श्रद्धा के साथ जल अर्पण किया। मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। हालांकि, भीड़ काबू में है।

बैद्यनाथ धाम की धरा पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। बाबा का जलार्पण करने के लिए श्रद्धालु सुबह तीन बजे के पहले से हीं कतारबद्ध होकर होल्डिंग प्वाइंट में विश्राम कर रहे थे। रुट लाइन के साथ-साथ बीएड कालेज, क्यू काम्प्लेक्स, नाथबाड़ी और मंदिर प्रांगण में कतारबद्ध कांवरियों की सुविधा पर प्रशासन की नजर बनी हुई है।

लगी पांच किमी लंबी कतार

मंदिर के बाहर पांच किलोमीटर की लंबी कतार अनवरत चल रही है। उम्मीद है कि देर शाम तक एक लाख भक्त जलार्पण कर लेंगे। शनिवार सुबह तीन बजकर पांच मिनट पर मंदिर का कपाट खुला। बाबा की प्रातःकालीन पूजा पुजारी ने की। उसके बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए।

कतार में शिवधुन की गूंज है। जो वातावरण को शिवमय कर रहा है। मंदिर प्रांगण में 'ओम नमः शिवाय', 'हर-हर भोले', नमः शिवाय का भजन मन में भक्ति के ज्वार को ताकत दे रहा है।

सुरक्षा का है इंतजाम

मंदिर और रूटलाइन में तैनात दंडाधिकारी, पुलिस अधिकारी और सुरक्षाकर्मी शुक्रवार की रात दो बजे से तैनात हैं। सुबह से ही उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री, पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र जाट, अनुमंडल पदाधिकारी, दीपांकर चौधरी, प्रशिक्षु आइएएस अनिमेष रंजन के साथ पूरी टीम रूटलाइन के साथ साथ मंदिर क्षेत्र का भ्रमण करते रहे। डीसी प्रतिनियुक्त अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों को कुछ समझाते देखे गए।

डीसी प्रतिनियुक्त ने कि श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जलार्पण कराने के लिए कतार के अंतिम प्वाइंट से कतारबद्ध कांवरियां को तेजी से आगे बढ़ाएं। जिससे श्रद्धालुओं को ज्यादा देर कतार में न रहना पड़े।

फूल से सजा है भोलेनाथ का दरबार

महाशिवरात्रि को लेकर देवनगरी के साथ-साथ पूरा मंदिर प्रांगण गेरूआ रंग से पट गया है। बाबा मंदिर प्रांगण फूल की सज्जा से गुलजार है। सभी 22 मंदिर को गेंदा फूल से सजाया गया है।

आज देवघर के बाबा मंदिर में पंचशूल की विशेष पूजा-अर्चना व वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ


देवघर में शिवरात्रि के लिए पौराणिक परंपरा का निर्वहन कार्य शुरू हो गया है आज देवघर के बाबा मंदिर में पंचशूल की विशेष पूजा-अर्चना व वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सुबह शुरू किया गया 2 घंटे से ज्यादा चली इस विशेष पूजा के बाद पहले बाबा मंदिर और पार्वती मंदिर के शीर्ष पर पंचशूल स्थापित किया गया इसके बाद बारी-बारी से सभी मंदिरों के शीर्ष पर पंचशूल को स्थापित किया गया।

 गौरतलब है कि शिवरात्रि के 2 दिन पहले सभी मंदिरों के पंचशूल उतारे जाते हैं और फिर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करके इसे पुनः मंदिर के शीर्ष पर स्थापित कर दिया जाता है देवघर बाबा मंदिर के सरदार पंडा गुलाब आनंद झा ने बताया कि पंचशूल उतारने से लेकर पंचशूल चढ़ाने तक पार्वती और शिव मंदिर के बीच गठबंधन बंद कर दिया जाता है ।

आज विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने के बाद मंदिरों पर पंचशूल स्थापित किया गया और इनके द्वारा पहला गठबंधन माता पार्वती और शिव मंदिर के बीच किया गया इसके बाद आम श्रद्धालु इसमें गठबंधन कर सकते हैं पंचशूल स्थापित करने वाले तीर्थ पुरोहित बताते हैं कि यह काफी पुरानी परंपरा रही है क्योंकि यहां शक्तिपीठ है ऐसे में शिव और पार्वती का मिलन कराने के उपरांत शिवरात्रि के एक दिन पहले मंदिर के शीर्ष पर स्थापित किया जाता है इस बीच गठबंधन बंद रहता है और आज से गठबंधन शुरू कर दिया गया है कल चार प्रहर में बाबा भोलेनाथ की पूजा-अर्चना होगी गौरतलब है कि देवघर बाबा मंदिर विश्व का इकलौता मंदिर है जहां त्रिशूल की जगह पंचशूल होता है जो पांच तत्वों का परिचायक है बताया जाता है कि रावण के लंका में भी इसी पंचशूल का इस्तेमाल किया जाता था जो शहर की सुरक्षा के लिए होता था देवघर में शिवरात्रि के मौके पर पंचशूल उतारने और फिर इसे स्थापित करने की परंपरा रही है।

देवघर में शिवरात्रि के मौके पर धारा 144 लगाये जाने के मामले को लेकर सांसद निशिकांत दुबे पहुंचे हाईकोर्ट के शरण में

देवघर में शिवरात्रि के मौके पर धारा 144 लगाई जाने के मामले में सांसद निशिकांत दुबे इन दिनों हाईकोर्ट की शरण में है गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे आज देवघर बाबा मंदिर पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचे थे ,पूजा करने के बाद उन्होंने अपने पहले ही बयान में हेमंत सोरेन सरकार को हिंदू विरोधी बताते हुए जमकर अपनी भड़ास निकाला।

निशिकांत दुबे ने कहा कि सरकार की मानसिकता हिंदू विरोधी हो चुकी है पलामू में जिस तरीके से शिव भक्तों को दबाने की कोशिश की जा रही है और जिस तरीके से बाबा नगरी देवघर में शिव बारात पर शिकंजा कसा जा रहा है यह इस बात की ओर इशारा करती है कि हेमंत सोरेन सरकार हिंदू विरोधी है ।

निशिकांत दुबे ने कहा कि अगर शिव की नगरी में शिव बारात नहीं निकलेगी तो और क्या निकलेगा देवघर में अगर शिव बारात नहीं निकलेगी तो क्या शिव बारात मक्का मदीना या वेटिकन सिटी में निकलेगा l सांसद ने स्पष्ट शब्दों में हेमंत सोरेन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि देवघर जिला प्रशासन हेमंत सोरेन के इशारे पर धारा 144 लागू कर रही है। वह शिव बारात को रोकना चाहती है इसलिए लगातार जिला प्रशासन की ओर से शिवरात्रि महोत्सव समिति पर दबाव बनाया जा रहा है ।

पहले रूट लाइन छोटी कराई गई और अब हाथी और अन्य जानवरों को लाने पर रोक लगाई गई सांसद ने कहा कि इन तमाम मुद्दों को लेकर यह हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर चुके हैं । जिसका फैसला आज या कल में आ जाएगा। उन्होंने कहा कि इन्होंने सब कुछ बाबा भोलेनाथ पर छोड़ रखा है भोलेनाथ जो निर्णय लेंगे वही होगा।

नगर थाना अंतर्गत विभिन्न चौक चौराहों में लगातार चलाया जा रहा है हेलमेट चेकिंग अभियान

देवघर-नगर थाना अंतर्गत विभिन्न चौक चौराहों में लगातार हेलमेट चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।इसके तहत बुधवार को नगर निगम क्षेत्र के पुराना झरना चौक,हेड पोस्ट ऑफिस के निकट और बाजला चौक पर हेलमेट जांच अभियान चलाया गया।

इस दौरान देखते देखते मौके पर दर्जनों बिना हेलमेट के वाहन चलाने वालों को रोक कर फाइन काटा गया और उन्हें हिदायत दी गयी कि बिना हेलमेट के बाइक नहीं चलावें।बावजूद इसके लगातार लोग बिना हेलमेट के नियम कानून को ताख पर रख कर चलते हैं।

वहीं पकड़े जाने के बाद मिन्नतें और पैरवी का सहारा लेनें का प्रयास भी करते दिखे ताकि उनसे फाइन नहीं काटी जाए।इस दौरान बीच बीच में बाइक वाले पुलिस के अधिकारी और आरक्षी से उलझते भी दिखे।

बहरहाल जहां एक तरफ बीते कई वर्षों से लगातार हेलमेट और वाहन जांच अभियान चल रहा है,बावजूद इसके बाइक चालक अपने में कोई सुधार नहीं कर रहे हैं और लगातार बिना हेलमेट का वाहन चला रहे हैं नतीजा पकड़े जाने पर चालान भरते हैं।

परंपराओं का होगा निर्वाहन,पुराने रुट से ही निकलेगी बारात- मंजूनाथ भजंत्री

देवघर- दो वर्षों के बाद इस वर्ष शिव बारात की तैयारी जोर शोर से चल रही है कोरोना माहमारी के कारण विते वर्षों से शिव बारात नहीं निकल पाया था।पूरे शहर में इसकी तैयारियां जोरों से है

वहीं इस वर्ष समिति की तरफ से जिला प्रशासन को शिव बारात का एक नया रूट मैप दिया गया था जिसमें 7 किलोमीटर का शिव बारात का रूट मैप दिखाया गया है।ईसको लेकर जिला प्रशासन ने इस रूट मैप को परमिशन नहीं देकर पुराने और पारंपरिक जो शिव बारात निकलते आ रहा है उसी रूट की अनुमति दी है।

जिसको लेकर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर लिखा है जिला प्रशासन बारात रोकना चाहता है?मैं हाईकोर्ट जा रहा हूं तानाशाही से लड़ना मेरा कर्तव्य है।जनता से सहयोग की अपेक्षा है।

वहीं दूसरे ट्वीट में सांसद ने लिखा है कि धारा 144 लगाना तथा बिना शिव बारात महोत्सव सहमति के जिला प्रशासन द्वारा रूट कैसे तय किया यह तानाशाही है?यदि प्रशासन नहीं समझा तो मैं भगवान शिव के लिए आमरण अनशन भी कर सकता हूं।बताते चलें कि देवघर अनुमंडल कार्यालय से यह नोटिस जारी किया गया है कि शिवरात्रि के दिन देवघर में धारा 144 लगी रहेगी।

वहीं पुराने रूट पर ही शिव बारात निकाली जाएगी।जिसको लेकर गोड्डा सांसद हाई कोर्ट जाने और आमरण अनशन करने तक की बात कही गई है।

वहीं पुराने रूट में देवघर स्टेडियम से फव्वारा चौक,श्री राम जानकी मंदिर होते हुए बाजला चौक,बजरंगी चौक,राय एंड कंपनी चौक,टावर चौक,आजाद चौक,बड़ा बाजार,भैरो बाजार होते हुए बुधराम साह चौक,,एसबी राय रोड होते हुए अवंतिका गली तथा कन्या पाठशाला होते हुए फवारा चौक,विद्यापति चौक,पानी टंकी,डोमासी, नर्सिंग सिनेमा होते हुए शिक्षा सभा चौक,चांदनी चौक,बैजनाथ लाइन होते हुए बाबा बैधनाथ मंदिर तक जाएगी।

वहीं महाशिवरात्रि को लेकर पूरे शहर में आकर्ष विद्धुत सज्ज़ा किया गया है।वहीं उपायूक्त मंजुनाथ भजंत्री ने भी शोसलमीडिया के माध्यम से यह जानकारी दी है की सभी तरह के पौराणिक परंपराओं का निर्वाहन करते हुए नियम पूर्वक पुराने रुट से बारात निकलेगी।विधिब्यवस्था को लेकर एसडीएम भी गंभीर हैं और सम्बंधित अधिकारियों की मोनेटरिंग के लिए भी नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।