जहानाबाद : इस्कॉन मंदिर केंद्र के द्वारा 12 फरवरी को निकाली जाएगी श्री श्री गौर निताई की भव्य शोभा यात्रा
जहानाबाद : जिले के इस्कॉन मंदिर केंद्र के द्वारा 12 फरवरी को श्री श्री गौर निताई की भव्य शोभा यात्रा गांधी मैदान से निकाली जाएगी। जो शहर के विभिन्न चौक चौराहा अंबेडकर चौक अंबेडकर चौक अरवल मोड़ हॉस्पिटल मोड़ बस स्टैंड से हॉस्पिटल मोड़ होते हुए होरीलगंज आएगी इसकी जानकारी केंद्र प्रबंधक अमर कुमार ने दी।
उन्होंने कहा कि चैतन्य महाप्रभु के जन्मोत्सव से पहले 12 फरवरी को भगवान श्रीकृष्ण और नित्यानंद प्रभु भगवान बलराम विराजमान होकर नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे।
बताया कि शोभा यात्रा में आकर्षण का केन्द्र 35 फीट ऊंचा रथ होगा। इस रथ को रंगीन कपड़ा, फूल व लाइट से साज- सज्जा की जाएगी।
रथ यात्रा के दौरान और समापन पर प्रसाद का वितरण किया जाएगा। श्रद्धालु रथ खींच भगवान को कराएंगे नगर भ्रमण।
इस्कॉन केंद्र प्रबंधक ने बताया कि श्रद्धालु रथ खींच भगवान को नगर भ्रमण कराएगें। भक्त रथ के सामने कीर्तन करते हुए नाचते- झूमते जयकारा लगाते हुए चलेंगे।
रथ यात्रा में शामिल होने के लिए इस्कॉन गया के अध्यक्ष जगदीश श्याम प्रभुजी अपनी टीम के साथ जहानाबाद आएगें। इनके द्वारा एक से बढ़कर एक कीर्तन गाया जाएगा, साथ ही प्रवचन भी देंगे।
शोभा यात्रा समाप्त होने के उपरांत भव्य भंडारे का आयोजन इस्कॉन केंद्र मुस्कान केंद्र थाना रोड में किया जाएगा। लोगों से रथ यात्रा में शामिल होने की अपील इस्कॉन समिति के सदस्यों ने शहर के लोगों से रथ यात्रा में शामिल होने की अपील की है।
कहा कि इस्कॉन समिति इसकी तैयारी में लगी हुई है। पिछले साल जुलाई माह में जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा पहली बार शहर में निकाला गया था। जिसमें काफी संख्या में लोग शामिल हुए थे।
प्रचार प्रसार के माध्यम से लोगों से इस रथ यात्रा में भी शामिल होने की अपील की जा रही है।
बताया कि संपूर्ण मानव समाज में सुव्यवस्थित रूप से आध्यात्मिक ज्ञान का व्यापकता से प्रचार-प्रसार और सभी को आध्यात्मिक जीवन शैली से प्रशिक्षित करना। जिससे उन्हें अपने जीवन-मूल्यों के असंतुलन की जानकारी हो ताकि विश्व में वास्तविक एकता और शांति की स्थापना हो सके । भगवद गीता और श्रीमद भागवतम, में प्रकाशित कृष्ण भावनामृत का प्रचार-प्रसार करना, संघ के सभी सदस्यों को आपस में एक साथ आदि पुरुष कृष्ण के निकट लाना, भगवान के पवित्र नाम के सामूहिक जप एवं कीर्तन, को सिखाना एवं प्रोत्साहित करना ।
जहानाबाद से बरुण कुमार
Feb 07 2023, 11:06