देवघर: मगडीहा एक ऐसा गांव जिसने जनसंख्या नियंत्रण के क्षेत्र में पाई शत-प्रतिशत सफलता


अल्पसंख्यकों ने मारी बाजी,एक चिकित्सक द्वारा लाये गए जागरूकता के कारण हुआ यह सब सम्भव

 

देवघर-जिला के सोनारायठाढ़ी प्रखंड अंतर्गत अमडीहा गाँव ने एक इतिहास रच डाला है।

शहर के एक नेत्र चिकित्सक एन डी मिश्रा ने गांव के लोगों में जागरूकता का अलख जगाया है।इस गाँव में 5 साल के अंदर पूर्ण जनसंख्या नियंत्रण कर देश का पहला गांव बनने का गौरव हासिल कर लिया है।

इस बात पर गांव में जश्न मनाया गया और अब दूसरे गांव में इस इतिहास को दोहराने की पहल शुरू की गई है।दो प्रखंड के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी इस कार्यक्रम में पहुंचे और इस गांव को शोध का विषय बताया ताकि इस पर अमल कर जनसंख्या विस्फोट को रोका जा सके।

खास बात यह है कि बारह सौ से ज्यादा आबादी वाला यह गांव आज पूर्ण रूप से जनसंख्या पर नियंत्रण पा लिया है और गांव का एक भी परिवार ऐसा नहीं है जो फैमिली प्लानिंग नहीं कर रहा है।

बताते चलें कि जनसंख्या विस्फोट आज एक बहुत बड़ी समस्या है जिसे रोकने के लिए सरकार फैमिली प्लैनिंग जैसी योजनाएं चला रही है।लेकिन देवघर के एक नेत्र चिकित्सक ने अपने ऑर्गेनाइजेशन वर्ल्ड रिस्पांसिबल सिटीजंस के तहत एक गांव मगडीहा को इस कदर जागरूक किया की देवघर का यह गाँव आज पूर्ण रूप से जनसंख्या नियंत्रण में सफल रहा।गांव में डॉ मिश्रा की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया जिसमें गांव के तमाम महिलाओं और बच्चों को गर्म कपड़े हैं कंबल और वस्त्र देकर इन्हें सम्मानित किया गया।

इन्हें जागरूक किया गया।

वहीं सोनारायठाढ़ी प्रखंड का मगडीहा गाँव की आबादी 1250 है जिसमें अल्पसंख्यकों की आबादी 550 है।लोगों को समझाने में शुरुआती दिनों में दिक्कत जरूर हुई लेकिन इस चिकित्सक ने अपने जज्बे का परिचय देते हुए लगातार 5 साल तक मेहनत की और आज पूरा गांव जनसंख्या नियंत्रण करने में कामयाब रहा।इसी क्रम में अब दूसरे गांव की तलाश शुरू कर दी गई है।गांव वालों ने जो इतिहास रचा है इसे देखने के लिए सोनारायठाढ़ी प्रखंड बीडीओ जहूर् आलम,सारवां प्रखंड के वीडियो कुंदन भगत थाना,प्रभारी मोहम्मद अफरोज भी कार्यक्रम में शामिल हुए।इस सम्बंध में डॉक्टर एनडी मिश्रा ने कहा कि शुरुआती दिनों में कुछ दिक्कतें आई लेकिन सतत प्रयास से आखिरकार सफलता मिली और अब दूसरे गांव को चुनने के लिए कार्य कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि संभव कुछ भी है लेकिन तन मन से कार्य करना जरूरी है आज गांव की तस्वीर बदल चुकी है सभी के बच्चे पढ़ रहे हैं और गांव में सभी लोग फैमिली प्लानिंग करवा चुके हैं।वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी जहूर आलम की माने तो देश का है यह पहला गांव मगडीहा है जिसने यह इतिहास रचा है।गांव का एक भी व्यक्ति इससे अछूता नहीं रहा है।

मुस्लिम बाहुल क्षेत्र होने के बावजूद यह कार्य सफल रहा और आज गांव में खुशहाली है।अन्य प्रखंड को भी इस गांव से सीख लेनी चाहिए और आगामी दिनों में इस गांव पर शोध भी होगा कि कैसे इच्छाशक्ति की बदौलत पूरा गांव जनसंख्या नियंत्रण करने में कामयाब रहा।वही प्रखंड विकास पदाधिकारी कुंदन भगत ने इसे अपने प्रखंड क्षेत्र में भी लागू करने की बात कही है।कुल मिलाकर इस पिछड़े गांव ने एक चिकित्सक के मदद से अपने गांव की तस्वीर और तकदीर बदल कर रख दी है।

मगडीहा गांव आज जनसंख्या नियंत्रण के क्षेत्र में एक इतिहास रचा है यह एक शोध का विषय है कि कैसे एक व्यक्ति पूरे गांव को जागरुक कर जनसंख्या नियंत्रण करने में कामयाब रहा।

बाबा बैद्यनाथ मंदिर में आज माघी पूर्णिमा को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी


देवघर। बाबा बैद्यनाथ मंदिर में आज माघी पूर्णिमा को लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है, कहा जाता है कि माघी पूर्णिमा जो श्रद्धालु गंगा स्नान कर भोलेनाथ पर जलअर्पण करते हैं, उन्हें विशेष फल की प्राप्ति होती है, जिसको लेकर आज गंगा स्नान का भी काफी महत्व है।

वहीं मंदिर के स्टेट पुरोहित श्रीनाथ महाराज ने बताया कि आज के दिन किया गया धार्मिक अनुष्ठान कभी जाया नहीं होता है, माघी पूर्णिमा के दिन जो श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ मंदिर में गंगाजल से बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं उन्हें मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। 

साथ ही मंदिर प्रांगण में आज के दिन मुंडन उपनयन सहित अनेक धार्मिक अनुष्ठान कराने की भी परंपरा रही है, श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है देवघर बाबा बैजनाथ मंदिर में पूजा अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं।