हरे पेड़ पौधो से स्वस्थ मानव एवं पर्यावरण.हरी जड़ी-बूटियो के उपयोग के बारे में विस्तार से चर्चा।
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संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिला कारागार में हरे पेड़ पौधो से स्वस्थ मानव एवं पर्यावरण के विषय पर व्याख्यान एवं हरी जड़ी-बूटियो के उपयोग के बारे में विस्तार से की गयी चर्चा डा0 के0एन0 सिंह पुलिस योजना निदेशक द्वारा मुख्य अतिथि वरिष्ठ जेल अधीक्षक अमिता दुबे की अध्यक्षता में आयोजित जिला कारागार प्रयागराज में हरे पेड़ पौधो से स्वस्थ मानव एवं पर्यावरण के विषय पर व्याख्यान एवं हरी जड़ी-बूटियो के उपयोग के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी तथा वेदों में वर्णित नभो मुद्रा के ऊपर बोलते हुए इसे राजयोग तथा अष्टावक्र के द्वारा राजा जनक को बताये गये इसी योग क्रिया को विस्तार से वैज्ञानिक तरीके से वर्णन करते हुए बताया कि जीभ को गले की ओर 135 डिग्री पलटकर तालू से साधारण रूप में टच कर किसी भी अवस्था में बैठकर या चलते फिरते इस स्वतंत्र योगक्रिया को करने का विश्लेषण प्रस्तुत किया जिससे उत्पन्न हुई लार को निगलने से समस्त रोगों का नाश शरीर में होता है तथा मूलाधार से सहस्रार्थ तक सारे चक्र खुल जाते हैं एवं त्रिकाल ज्ञान इसी स्वतंत्र क्रिया से होता है।इस स्वतंत्र मुद्रा से सारे चक्र सक्रिय हो जाते हैं एवं घूमने लगते हैं तथा दुर्विकार नकारात्मक सोच अपराधिक मानसिकता इत्यादि योगाग्नि में भष्म होकर व्यक्ति संत स्वरूप हो जाता है जैसे कि ऊॅगलीमार को महर्षि बाल्मीकि इसी योग क्रिया से बनाया गया।हरे पेड़-पौधों में 4-5 पीपल के पत्ते और इसके फल खाने से जोड़ो का दर्द दूर होना नजर तेज होना चश्मा हटना और समस्त विषाणुयुक्त रोंगो को नष्ट किया जाता है जो कि पीपल के शोध पत्रों में विस्तृत रूप से वर्णित हैं जिन्हें गूगल सर्च में देखा जा सकता है।सफेद मदार कीटाणु नाशक स्वास्थ्य वर्धक हाजमा कारक मोटापा नाशक एवं वायरस वैक्टीरिया इत्यादि कीटाणुओं का नाशक तथा समस्त त्वचारोग नाशक बताया और एक उंगली बराबर पत्ता खाने से हिपेटाईटिस ए,बी,सी, डी तथा पीलिया एक सप्ताह में जड़ से समाप्त हो जाता है। अन्य पेड़-पौधों में लट्जीरा मकोई भ्रंगराज हरसिंगार दूर्वा घास नवग्रह जड़ी बूटियॉ इत्यादि का उपयोग विस्तार से बताया तथा नवग्रह के उपयोग से सकारात्मक ऊर्जा परिसर में उत्पन्न करने के फायदे बताये। विभिन्न रोगो के निदान पर भी कैदियों एवं जेल प्रशासन के स्टाफ के सवालों के जवाब में विस्तार से बताया जिसमें पथरी हटाना डायविटीज ठीक होना दमा नजर इत्यादि के रोगो के इलाज हरित पेड़-पौधो से बताया।डा0 सिंह के व्याख्यान का आयोजन कारागार में निरूद्ध बंदियों हेतु कारागार के मल्टीपरपरज हाल में कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक अमिता दुबे की अध्यक्षता में कराया गया तथा इस अवसर पर कारापाल शैलेन्द्र प्रताप सिंह कारापाल आलोक कुमार चिकित्साधिकारी डा0 सुनील कुमार उप कारापाल अभिलाषा उप कारापाल विजय प्रसाद उप कारापाल सुशीला देवी उप कारापाल सिमरन सोनी एवं उप कारापाल अमर सिंह के साथ-साथ कारागार के अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे। कारागार में निरूद्ध अधिकांश बंदियों द्वारा इस व्याख्यान में उपस्थित होकर लाभ प्राप्त किया गया। डा0 सिंह ने धनवन्तरि एवं नवग्रह वाटिका की सूची वृक्षारोपड़ हेतु कारागार प्रशासन को प्रदान की गयी।






लखनऊ । राजधानी के पीजीआई इलाके में गुरुवार शाम जो मंजर दिखा, उसने हर किसी को सन्न कर दिया। बरौली फ्लाईओवर के किनारे 9वीं कक्षा की छात्रा मानसी खून से लथपथ बेसुध हालत में पड़ी मिली, सिर और गले पर गंभीर चोट के निशान थे। कुछ ही दूरी पर उसकी सहेली और एक दोस्त भी घायल मिले, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह सिर्फ एक सड़क हादसा था या फिर हत्या को हादसे का रूप देने की खौफनाक कोशिश?

भायंदर। हिन्दी प्रचार एवं शोध संस्था मुंबई द्वारा न्यु सी ब्यु न्यु रविराज काम्प्लेक्स जेसल पार्क भाईंदर पूर्व में डॉ. सुधाकर मिश्र की अध्यक्षता में काव्य गोष्ठी का संयोजन किया गया। डॉ.मिश्र ने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि सभी लोगों ने शब्द सौंदर्य की दृष्टि से बेहतरीन रचना पढ़ी। "गीत मैंने लिखें मैं यशस्वी बना। गीत तुम पर लिखें तुम अमर हो गई।" मुख्य अतिथि मुरलीधर पाण्डेय ने गीत पढ़ा "यह मत सोचो, किसने क्या क्या बात कही" एवं बाल कविता "बचपन के दिन प्यारे प्यारे" डॉ.उमेशचन्द्र शुक्ल ने संचालन करते हुए कहा कि "यहां हर रोज परीक्षा है,हर लम्हा सबक, जिसने दिल से पढ़ा उसने ही अंजाम सहा।।" ग़ज़ल पढ़ा "खुला ये राज कि ये जिंदगी भी होती है"एवं "और चुप रहने को तैयार नहीं हैं ब्राह्मण।झूठ के आगे कभी लाचार नहीं हैं ब्राह्मण।" भोलानाथ तिवारी भारतांचली ने "अजब निराला देश बा,अजब निराला खेल, चालिस नंबर पास है अस्सी नंबर फेल" एवं "बेचकर सम्मान जिसको रहना आता नहीं" व्यंग्य रचना पढ़ी। कल्पेश यादव ने गीत "मोहब्बत छुपतीं नहीं छुपाने से" एवं "जब मैं बाज़ार में खरीदीं गई, तभी मेरे घर से ग़रीबी गई।" श्रीधर मिश्र आत्मिक ने आध्यात्मिक रचना "छोड़कर बाहर भीतर पाया तुम्हें।" संजय सिंह निर्जल ने "मौसम के बदलने का भी एक वक्त होता है" अमरनाथ द्विवेदी ने धारदार व्यंग्य रचना पढ़ी "एक चौराहे पर कुछ लोग कह रहे थे कैसी है व्यवस्था हस्ताक्षर के नाम पर अँगूठा लगाते हैं।" विजय नाथ मिश्र ने "चलीं है चुनावी लहर धीरे धीरे" एवं "गिरगिट तो बदनाम है केवल आदम रंग बदलता है।" व्यवस्था कि विसंगतियों पर करारा प्रहार करती है। विनोद मिश्र ने"तुम कितनी सुन्दर लगती हो" बेहद भावपूर्ण रचना पढ़ी। बीना त्रिपाठी ने "दिक्कतें आती है तो आने दें।" एवं "मुकद्दर भी रूठ सकता है।" बेहद भावपूर्ण खूबसूरत रचना का पाठ किया। डॉ. ओमप्रकाश तिवारी ने " दर्पण टूट गया" एवं "झंझावातों से ना डर तू, ये तेरे" ओजस्वी वाणी में काव्य पाठ किया।
मुंबई। मुंबई की सबसे पुरानी सामाजिक संस्था श्री गौरी शंकर ग्राम सेवा मंडल, मुंबई द्वारा 1 जनवरी को 112 वा स्थापना दिवस मनाया जाएगा। मलाड पूर्व के दत्त मंदिर रोड स्थित शारदा ज्ञानपीठ इंटरनेशनल स्कूल के सकल नारायण शर्मा सभागृह में सुबह 10 बजे से आयोजित समारोह के प्रमुख अतिथि महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह होंगे। सम्मानित अतिथि के रूप में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अजीत कुमार व न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव तथा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के संस्कृत आचार्य प्रोफेसर रामनाथ झा समारोह में शामिल होंगे। इस वर्ष के बोहनीकर्ता जौनपुर के राजा बाजार स्थित श्री चंडी मंदिर रामस्वरूप गुप्त आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य पंडित मंसाराम तिवारी होंगे। समारोह में पिछले वर्ष के बोहनीकर्ता नालासोपारा मेडिकल कॉलेज के संचालक डॉ ओमप्रकाश दुबे विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। संस्था के चेयरमैन, ट्रस्टी बोर्ड डॉ शारदा प्रसाद शर्मा, अध्यक्ष रामसेवक पांडे उपाध्यक्ष कौशल कुमार तिवारी, मानकेश्वर चौबे तथा संयुक्त मंत्री सुभाषचंद्र उपाध्याय, विनोद कुमार मिश्रा व राधेश्याम दुबे हैं। संस्था द्वारा जौनपुर के कई स्थानों पर शिक्षण संस्थान तथा पुस्तकालय और वाचनालय संचालित किए जा रहे हैं।



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