Sambhal इंडियन फ्रोजन फूड के अकाउंटेंट के घर आईटी की छापेमारी, लैपटॉप और दस्तावेज खंगाल रही टीम

संभल। इंडियन फ्रोजन फूड से जुड़े एक बड़े मामले में मंगलवार को आयकर विभाग की टीम ने शहर के चमन सराय क्षेत्र में रहने वाले अकाउंटेंट गुफरान पुत्र अरकान के आवास पर छापेमारी की। आईटी टीम ने घर को अपने कब्जे में लेकर अंदर मौजूद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि गुफरान सम्भल स्थित इंडियन फ्रोजन फूड फैक्ट्री में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत है और लंबे समय से वित्तीय व्यवस्थाओं से जुड़ा हुआ है।

सूत्रों के अनुसार, आईटी टीम सबसे पहले घर में रखे गए लैपटॉप और कंप्यूटर सिस्टम को खंगालने में जुट गई। टीम डिजिटल फाइलों, लेनदेन के रिकॉर्ड तथा अकाउंट से जुड़े संभावित डेटा की गहन जांच कर रही है। अधिकारियों का शक है कि फर्म से जुड़े कुछ वित्तीय लेनदेन संदेह के घेरे में हैं, जिनकी कड़ियां अकाउंटेंट के निजी रिकॉर्ड से जुड़ सकती हैं। छापेमारी के दौरान घर के बाहर पुलिस बल भी तैनात किया गया ताकि भीड़ न जुटे और कार्रवाई सुगमता से पूरी की जा सके। इस छापे की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में हलचल बढ़ गई और कई लोग मौके पर हालात देखने जुटने लगे, मगर सुरक्षा बल ने किसी को भी आवास के करीब जाने की अनुमति नहीं दी। आईटी विभाग की यह कार्रवाई इंडियन फ्रोजन फूड से जुड़े संभावित कर चोरी और आर्थिक अनियमितताओं की जांच के हिस्से के रूप में देखी जा रही है। फिलहाल विभाग की ओर से आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन जांच पूरी होने तक टीम मौके पर डटी हुई है।

गोंडा में 4 दिसंबर को एक "मोटिवेशनल लेक्चर

गोण्डा, 2 दिसंबर। भारतीय वायु सेना में कैरियर बनाने हेतु स्थानीय श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज, गोंडा में 4 दिसंबर को एक "मोटिवेशनल लेक्चर : चूज इंडियन एयरफोर्स एज करियर” विषय पर एक विशेष प्रेरक सेमिनार आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्देश्य देश के युवाओं को भारतीय वायु सेना में उपलब्ध करियर अवसरों, चयन प्रक्रिया एवं भविष्य की संभावनाओं से अवगत कराना है। यह जानकारी महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो रवीन्द्र कुमार ने दी।

प्राचार्य ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु महाविद्यालय के आई.क्यू.ए.सी. समन्वयक प्रो. जितेन्द्र सिंह और प्लेसमेंट प्रभारी डॉ. मनोज कुमार मिश्रा को दायित्व सौंपा है। प्रो. जितेंद्र सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में भारतीय वायु सेना के कई प्रमुख जहाजों की मॉडल प्रदर्शनी दिखाई जाएगी। इसके लिए भारतीय वायुसेना की बस आएगी, जिसमे सारी व्यवस्था होगी; जिसके द्वारा देश की सुरक्षा में वायुसेना के विमानों के योगदान का प्रदर्शन किया जाएगा ।उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में भारतीय वायु सेना के एक दर्जन अधिकारियों का आगमन होगा एवं उनके द्वारा प्रेरक व्याख्यान दिया जायेगा। इसके साथ ही विद्यार्थियों हेतु प्रश्नोत्तर सत्र होगा। प्लेसमेंट प्रभारी डॉ. मनोज कुमार मिश्रा ने महाविद्यालय के सभी शिक्षकों, छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों से समय से उपस्थित होने की अपील की है, जिससे वे भारतीय वायु सेना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कर सकें तथा छात्रों के करियर के लिए नई दिशा बनाने में अपनी महत्पूर्ण भूमिका निभा सकें।

Consult an Expert Homeo Doctor in Hyderabad for Stress Relief

Stress has become a major part of modern living, affecting mental clarity, emotional strength, and overall health. Constant pressure from work, family duties, finances, and social expectations can slowly build up and impact daily life. When stress turns persistent, it may lead to irritability, anxiety, sleep problems, headaches, low energy, and difficulty concentrating.

Understanding stress early is important for maintaining overall well-being. Common symptoms include mood changes, worry, loss of interest, digestive discomfort, muscle tension, and ongoing fatigue. Stress can arise from multiple causes such as workload, relationship challenges, academic pressure, major life transitions, or emotional burdens. If not addressed, it can weaken immunity and reduce productivity.

Choosing the right homeo doctor in Hyderabad can help individuals find long-term, natural relief. Homeopathy focuses on healing the root cause rather than offering temporary relief. It considers emotional triggers, lifestyle patterns, and overall health before creating a tailored approach. Homeopathic care aims to calm the mind, improve emotional balance, and strengthen the body’s natural ability to handle stress. It is gentle, safe, and suitable for all age groups.

Spiritual Homeopathy is known for its patient-centric and holistic approach. The clinic emphasizes detailed consultation, understanding individual stress triggers, and designing personalized treatment plans. Their focus is on promoting mental peace, better sleep, improved mood, and long-term wellness.

If stress is affecting your everyday life, guidance from an experienced homeo doctor in Hyderabad can help you regain balance and emotional stability naturally.

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लखनऊ में चार निरीक्षकों का कार्यक्षेत्र बदला, जल्द आ सकती है नई सूची
लखनऊ। राजधानी में पुलिस कमिश्नरेट में बुधवार को निरीक्षकों के कार्यक्षेत्र में महत्वपूर्ण फेरबदल किया गया है। चार प्रभारी निरीक्षकों का तबादला करते हुए उन्हें नई जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं। सूत्रों का कहना है कि यह रूटीन तबादला नहीं, बल्कि कई थाना क्षेत्रों के प्रदर्शन, शिकायतों और आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर किया गया बदलाव है।

गोसाईगंज और मोहनलालगंज थानों में किए गए बदलाव

सबसे अहम बदलाव गोसाईगंज और मोहनलालगंज थानों में किए गए। गोसाईगंज के प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार त्रिपाठी को मोहनलालगंज का नया प्रभारी निरीक्षक बनाया गया है। वहीं, मौजूदा मोहनलालगंज प्रभारी निरीक्षक दिलेश कुमार सिंह को स्थानांतरित कर गोसाईगंज की कमान सौंपी गई है। दोनों थाने लंबे समय से अपराध नियंत्रण और संवेदनशील मामलों की वजह से चर्चा में रहे हैं, इसलिए कमिश्नरेट ने परफॉर्मेंस बेस्ड इंटरचेंज किया है।

यह बदलाव संभावित कार्रवाई का संकेत

इसके अलावा, बिजनौर के प्रभारी निरीक्षक शिव शंकर महादेवन को स्थानांतरित कर उत्तरी जोन भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार उत्तरी जोन में एक प्रभारी निरीक्षक की कुर्सी पर संकट है, और इस रिक्ति को देखते हुए महादेवन को वहां एडजस्ट किया गया है। माना जा रहा है कि यह बदलाव संभावित कार्रवाई या आगे की सूची का संकेत भी हो सकता है।

कपिल गौतम को बिजनौर थाने की कमान सौंपी गई

सबसे दिलचस्प बदलाव पुलिस आयुक्त कार्यालय से हुआ है। पुलिस आयुक्त लखनऊ के PRO रह चुके कपिल गौतम को बिजनौर थाने की कमान सौंपी गई है। PRO पद पर काम करने के दौरान कपिल गौतम ने मीडिया कोऑर्डिनेशन और संवेदनशील मामलों के हैंडलिंग में दक्षता दिखाई थी। अब उन्हें फील्ड पोस्टिंग देते हुए थाने का दायित्व सौंपा गया है।

अगली सूची पर भी काम चल रहा

सूत्रों का दावा है कि अगली सूची पर भी काम चल रहा है और जल्द ही कई अन्य निरीक्षकों के नाम सामने आ सकते हैं। कमिश्नरेट में कुछ थानों के प्रदर्शन, लंबी तैनाती और शिकायतों की समीक्षा की जा रही है, जिसके आधार पर दूसरी सूची जारी होने की संभावना है।
उप्र कैबिनेट- : अयोध्या में अब 52 एकड़ में बनेगा विश्वस्तरीय मंदिर संग्रहालय, टाटा ग्रुप करेगा निर्माण और संचालन

लखनऊ ।योगी सरकार ने अयोध्या को विश्व स्तर का एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक गंतव्य के रूप में विकसित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।मंगलवार को लोकभवन में हुई कैबिनेट ने टाटा सन्स के सहयोग से अयोध्या में प्रस्तावित विश्वस्तरीय ‘मंदिर संग्रहालय’ का दायरा और बड़ा कर दिया है।

कैबिनेट के निर्णय के बारे में जानकारी देते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि टाटा सन्स ने अपने सीएसआर फंड से एक अत्याधुनिक मंदिर संग्रहालय विकसित करने और उसका संचालन करने की इच्छा व्यक्त की है। परियोजना के लिए भूमि आवंटन के लिए केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार और टाटा सन्स के बीच त्रिपक्षीय एम्ओयू बीते 3 सितंबर 2024 को ही हस्ताक्षरित हो चुका है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि पूर्व में प्रदेश सरकार ने अयोध्या के मांझा जमथरा गांव में 25 एकड़ नजूल भूमि टाटा सन्स को 90 वर्षों के लिए उपलब्ध कराने की अनुमति दी थी लेकिन टाटा संस ने संग्रहालय की भव्यता के दृष्टिगत अधिक भूमि की अपेक्षा की थी। ऐसे में अब इस भूमि के अतिरिक्त 27.102 एकड़ और मिलाकर कुल 52.102 एकड़ भूमि का निःशुल्क हस्तांतरण आवास एवं शहरी नियोजन विभाग से पर्यटन विभाग के पक्ष में किया जाएगा, ताकि परियोजना का दायरा और बड़ा किया जा सके।

उन्हाेंने बताया कि वर्ल्ड-क्लास मंदिर संग्रहालय तैयार होने के बाद अयोध्या को न सिर्फ एक नया सांस्कृतिक पहचान चिन्ह मिलेगा, बल्कि बड़े पैमाने पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार भी पैदा होंगे। साथ ही, पर्यटन से सरकार को राजस्व में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी भी होगी। युवा पीढ़ी, विदेशी सैलानियों और भारतीय संस्कृति में रुचि रखने वाले आगंतुकों को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में सांस्कृतिक आकर्षणों को बढाने की दिशा में यह संग्रहालय महत्वपूर्ण होगा।

राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लेने वाले यूपी के नियुक्त खिलाड़ियों को बड़ी राहतउत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता खिलाड़ियों को बड़ी राहत देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि अब वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं, ट्रेनिंग कैंपों और संबंधित गतिविधियों में शामिल होने की पूरी अवधि, आवागमन के समय सहित उनकी ‘ड्यूटी’ मानी जाएगी। मंत्री खन्ना ने बताया कि योगी कैबिनेट के इस फैसले से खिलाड़ियों को अनुमति लेने में होने वाली मुश्किलें खत्म होंगी। अब तक ‘अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली-2022’ में ऐसी कोई स्पष्ट व्यवस्था नहीं थी। सेवा नियमावली में अवकाश संबंधी प्रावधान न होने के कारण खिलाड़ियों को प्रतियोगिताओं और प्रशिक्षण शिविरों में भाग लेने के लिए अनुमति प्रक्रिया में दिक्कतें आती थीं।

उन्होंने कहा कि अब सरकार नई प्रणाली में व्यवस्था होगी कि नियुक्त खिलाड़ी जब भी किसी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता, कैंप या प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लें, वह अवधि सेवा अवधि (ड्यूटी) मानी जाएगी। इसमें आने-जाने का पूरा समय भी शामिल होगा। इससे न केवल खिलाड़ियों को अपने खेल कॅरियर में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा, बल्कि राज्य का प्रतिनिधित्व भी और मजबूत होगा, क्योंकि अब उन्हें अनुमति लेने में कोई बाधा नहीं आएगी।

वाराणसी के सम्पूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम का संचालन अब साई कोयोगी कैबिनेट ने वाराणसी में निर्माणाधीन डॉ. सम्पूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम, सिगरा के संचालन, प्रबंधन और रखरखाव तथा राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना के लिए ‘भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के साथ हुए एमओयू को मंजूरी दे दी है। यह वही स्टेडियम है, जहां ‘खेलो इंडिया’ योजना के तहत आधुनिक स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया गया है। एमओयू के तहत स्टेडियम परिसर में मौजूद खेल सुविधाओं; जैसे, भवन, ढांचे, मैदान और अन्य अवसंरचनाओं को साई को सौंपा जाएगा, ताकि यहां नेशनल सेंटर ऑfफ एक्सीलेंस की स्थापना और संचालन सुचारु रूप से हो सके।

वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र बनने के बाद प्रदेश के उभरते खिलाड़ियों को बड़ा मंच मिलेगा। विभिन्न आयु वर्गों और खेल विधाओं के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान की जाएगी और उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए उच्च स्तरीय प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। इससे न सिर्फ उत्तर प्रदेश की खेल प्रतिभा को मजबूत प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व भी और सशक्त होगा। सरकार का मानना है कि इस पहल से खिलाड़ियों के सामने भविष्य में रोजगार और खेल करियर दोनों की संभावनाएं बढ़ेंगी, साथ ही वाराणसी देश के प्रमुख खेल केंद्रों में से एक के रूप में उभरकर सामने आएगा।
पूर्व सैनिक की बेटी ने किया गाँव का नाम रौशन

सैनिक कॉलोनी के भारतीय थल सेना के पूर्व सूबेदार कारगिल युद्ध विजेता बी के पाण्डेय(निराला जी)की बेटी ने रचा इतिहास—ABV-IIITM ग्वालियर की एकमात्र AR (Legal)पद पर निहारिका का चयन

संजय द्विवेदी प्रयागराज।भारतीय थल सेना के पूर्व सुबेदार कारगिल युद्ध विजेता बी के पाण्डेय(निराला जी)की बेटी निहारिका का हुआ चयन। निहारिका ने एक छोटे गाँव बुधुआं के साधारण परिवार मे पली-बढ़ी निहारिका ने संघर्ष मेहनत और निरंतर प्रयास के दम पर वह उपलब्धि हासिल की है जो कई युवाओ का सपना होती है।उनका चयन देश के प्रतिष्ठित अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं प्रबन्धन संस्थान ग्वालियर(ABV-IIITM Gwalior)में असिस्टेंट रजिस्ट्रार (लीगल) पद पर हुआ है। उल्लेखनीय है कि

इस पद के लिए पूरे भारत में केवल एक ही रिक्ति थी!

निहारिका की शिक्षा यात्रा हमेशा उत्कृष्ट रही है।उन्होने Dr. Ram Manohar Lohiya National Law University (RMLNLU), Lucknow से BA LLB (Hons.)वर्ष 2020 में पूरा किया।इसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ते हुए वर्ष 2021में देश के प्रतिष्ठित Tata Institute of Social Sciences (TISS), Mumbai से LL.M की डिग्री प्राप्त की।उच्च शिक्षा के बाद निहारिका को राष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी शैक्षणिक प्रतिभा के लिए सम्मान मिला।उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार (MHRD, GoI) की ओर से Merit Certificate प्रदान किया गया।साथ ही निहारिका गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं, जो उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों का प्रमाण है।फरवरी 2022 से निहारिका Delhi Skill and Entrepreneurship University (DSEU),Delhi Government University में Training and Placement Officer (Grade A)के रूप में कार्यरत है।इस भूमिका में उन्होंने विद्यार्थियो के लिए इंडस्ट्री कनेक्ट प्लेसमेंट के अवसर प्री-प्लेसमेंट ट्रेनिंग और कौशल विकास कार्यक्रमो में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।प्रशासनिक जिम्मेदारियो और चुनौतियो के बावजूद निहारिका ने अपनी तैयारी और लक्ष्य को कभी नही छोड़ा।उनकी मेहनत ने अंततः उन्हें राष्ट्रीय महत्व के संस्थान ABV-IIITM में Assistant Registrar (Legal) के सम्मानित पद तक पहुँचाया। निहारिका का कहना है“मेरी यह यात्रा आसान नही थी लेकिन मैंने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी।मैं चाहती हूँ कि छोटे शहरों और सीमित संसाधनो से आने वाली लड़कियाँ जाने कि मेहनत और लगातार प्रयास से कोई भी मंज़िल पाई जा सकती है।उनकी उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे बुधुआँ गाँव एवम क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।निहारिका की कहानी उन सभी युवाओ के लिए प्रेरणा स्रोत है जो कठिन परिस्थितियो में भी बड़े सपने देखते है।निहारिका बुधुआँ गाँव के स्व० पंडित रामस्वरूप पाण्डेय की परपोती स्व0बबन पाण्डेय उर्फ जनता बाबा की पोती है!इनकी इस उपलब्धि पर उनके दादा ददन पाण्डेय बहुत खुश है।इनके पिता भारतीय थल सेना के पूर्व सूबेदार(कारगिल युद्ध विजेता)बी के पाण्डेय(निराला जी)इसे अपने गाँव के लिये सम्मान की बात मानते हैं! निहारिका का कहना है कि वे अपने गाँव के सभी लड़कियो को निशुल्क भाव से उनके उज्जवल भविष्य के लिये सहयोग करती रहेगी ताकि गाँव की और भी लड़कियो को सरकारी या गैर सरकारी विभाग मे अपनी सेवा प्रदान करने का अवसर मिलता रहे निहारिका के छोटे भाई ने भी सेना मे अधिकारी बन कर पहले ही अपने गाँव का नाम रौशन किया है!पद पर चयन के बाद गाँव के बधाई देने मे प्रमुख लोग शामिल रहे.पंडित ददन पाण्डेय आशुतोष तिवारी उर्फ छोटन बाबा राम अवध राम संजय सिंह यादव लोकगायक देवलाल अवधेश साह अजीत कुमार महतो एवम समस्त बुधुआँ गाँववासी इस बात को अपने गाँव के लिए गर्व की बात मानते है।वही लोगो ने निहारिका को शुभकामनाएं एवं बधाई दी।

भारत धर्मशाला नहीं, घुसपैठियों के लिए ‘रेड कार्पेट’ नहीं बिछा सकते, सीजेआई सूर्यकांत की दो टूक

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सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार का दिन रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर बेहद गर्म रहा। पाँच रोहिंग्या नागरिकों के कथित हिरासत में गायब होने (कस्टोडियल डिसअपीयरेंस) को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने कड़ा रुख अपनाया। याचिकाकर्ता ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी करने की मांग की थी, लेकिन सीजेआई की पीठ ने इस मांग को साफ तौर पर खारिज कर दिया।

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने याचिकाकर्ता पर कड़ा रुख अपनाया। चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने सीधा सवाल किया कि क्या भारत सरकार ने रोहिंग्याओं को कभी ‘शरणार्थी’ माना है। उन्होंने साफ कहा कि ‘शरणार्थी’ एक कानूनी शब्द है। सीजेआई ने टिप्पणी की कि जो लोग अवैध तरीके से देश में घुसते हैं, उनके लिए हम रेड कार्पेट नहीं बिछा सकते हैं।

राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ से जुड़े मुद्दे गंभीर

सीजेआई सूर्यकांत ने याचिकाकर्ता पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, आप जानते हैं कि ये लोग घुसपैठिए हैं। नॉर्थ-ईस्ट की सीमा बेहद संवेदनशील है। उन्होंने आगे कहा, देश में क्या-क्या हो रहा है, आप जानते हैं? अगर कोई गैरकानूनी तरीके से आता है। वो सुरंगों से घुस आते हैं, तब भी आप उनके लिए रेड कार्पेट चाहते हैं। आप कह रहे हैं कि उन्हें खाना, आश्रय, बच्चों के लिए शिक्षा… क्या कानून को इतना खींच दें?अदालत ने साफ कर दिया कि जहाँ मानवाधिकार महत्व रखते हैं, वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ से जुड़े मुद्दे भी उतने ही गंभीर हैं।

याचिकाकर्ता के तर्क पर कोर्ट का रुख

याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट में बताया कि वे रोहिंग्याओं के लिए कोई विशेष अधिकार नहीं माँग रहे हैं। उनकी बस यही माँग है कि अगर उन्हें उनके देश वापस भेजा जाए तो यह काम कानून के हिसाब से होना चाहिए। लेकिन कोर्ट ने साफ कहा कि रोहिंग्याओं का कानूनी दर्जा तय हुए बिना उनके अधिकारों पर बात नहीं हो सकती। कोर्ट ने यह भी याद दिलाया कि भारत दुनिया की ‘धर्मशाला नहीं बन सकता’ जहाँ से चाहे शरणार्थी आ जाएँ। 

16 दिसंबर तक टली सुनवाई

इस मामले को अब अन्य रोहिंग्या मामलों के साथ ही सुना जाएगा। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई अब 16 दिसंबर तक के लिए टाल दी है। उसी दिन रोहिंग्या शरणार्थियों से जुड़े अन्य मामलों की भी सुनवाई होगी।

झारखंड के चर्चित CA नरेश केजरीवाल के ठिकानों पर ED की बड़ी रेड; FEMA के तहत राज्य में पहली बार कार्रवाई

रांची।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार (02 दिसंबर 2025) की सुबह झारखंड में एक बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत झारखंड के चर्चित चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) नरेश केजरीवाल के झारखंड से लेकर गुजरात (सूरत) तक के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की है।

ईडी से मिली जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई कुल 15 ठिकानों पर एक साथ की जा रही है, जिनमें रांची, मुंबई, और सूरत जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं।

झारखंड में FEMA के तहत ED की पहली रेड

यह छापेमारी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह झारखंड में ED द्वारा FEMA के तहत की जाने वाली पहली कार्रवाई है। FEMA का उद्देश्य विदेशी मुद्रा के प्रबंधन को सुविधाजनक बनाना और देश के विकास में योगदान देना है।

एजेंसी की टीमों ने मंगलवार सुबह ही रांची स्थित नरेश केजरीवाल के घर और दफ्तरों पर अचानक छापेमारी शुरू कर दी। रांची में चर्च कॉम्प्लेक्स स्थित उनके कार्यालय सहित उनके कई आवासों पर एक साथ तलाशी ली गई।

विदेशों में अवैध निवेश का संदेह

ईडी सूत्रों के अनुसार, यह जांच आयकर विभाग (Income Tax) द्वारा की गई पिछली छापेमारी के दौरान मिले तथ्यों और जानकारियों के आधार पर शुरू की गई है।

प्रारंभिक जांच के दौरान एजेंसी को केजरीवाल द्वारा विदेशों में धन निवेश किए जाने के कई सबूत मिले हैं। सूत्रों ने बताया कि जो पैसे विदेश में निवेश किए गए हैं, उनका संबंध असम से है, लेकिन उनमें झारखंड में विभिन्न स्रोतों से कमाई गई 'काली कमाई' भी शामिल है।

क्या है FEMA और ED की कार्रवाई?

जानकारों के अनुसार, FEMA के तहत ईडी की कार्रवाई मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा प्रबंधन से संबंधित नियमों के उल्लंघन की जांच करती है। इसमें निम्न शामिल हैं:

जांच के बिंदु: विदेशी मुद्रा के हवाला लेनदेन, फंड की अनियमितता, निर्यात आय की गैर-प्राप्ति और अन्य संदेहास्पद गतिविधियों की जांच करना।

अधिकार: ईडी को पूछताछ करने, दस्तावेज जब्त करने और संबंधित व्यक्तियों के बयान दर्ज करने का अधिकार होता है।

दंड: उल्लंघन की पुष्टि होने पर, ईडी संबंधित व्यक्ति को 'शो कॉज नोटिस' जारी करती है, जिसके बाद आर्थिक दंड, संपत्ति की जब्ती और गिरफ्तारी जैसी दंडात्मक कार्रवाई शामिल हो सकती है।

फिलहाल, छापेमारी जारी है और इस मामले में बड़े खुलासे होने की संभावना है।

गया में बैंक कर्मचारी का पालतू डॉगी लापता, खोजने वाले को ₹10,000 इनाम

गया। रामपुर थाना क्षेत्र के जेल रोड में स्थित सीआरपीएफ 159 बटालियन कैंप के सामने रहने वाले बैंक ऑफ़ बड़ौदा के कर्मचारी कन्हैया लाल गुप्ता का पालतू डॉगी पिछले कई दिनों से लापता है। डॉगी के अचानक गायब होने से पूरा परिवार सदमे में है और इसकी तलाश में हर संभव प्रयास किया जा रहा है। मालिक ने डॉगी का पोस्टर जारी करते हुए उसे खोज निकालने वाले के लिए ₹10,000 इनाम की घोषणा की है।

मिली जानकारी के अनुसार, घटना 27 नवंबर 2025 की सुबह लगभग 8 बजे की है। कन्हैया लाल गुप्ता अपने आवास पर रोज़ाना की तरह डॉगी को बाहर खेलने के लिए छोड़ते थे, लेकिन उस दिन डॉगी अचानक गुम हो गया। परिवार ने आसपास के इलाकों – जेल रोड, सीआरपीएफ कैंप के पास, टीवीएस शोरूम क्षेत्र और रामपुर मोहल्ले में लगातार खोजबीन की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया।

लापता डॉगी का नाम स्कूबी है। उसका रंग आगे से सफेद, जबकि पीठ से पीछे तक काला है। उसके कानों के ऊपर घने बाल हैं और आकार में वह बड़ा है। मालिक ने बताया कि डॉगी परिवार का सदस्य जैसा था और उसके गायब होने के बाद घर का माहौल बेहद दुखद हो गया है। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी उसकी चिंता में परेशान हैं।

कन्हैया लाल गुप्ता ने इस मामले की जानकारी रामपुर थाना में भी दे दी है। पुलिस को आशंका है कि डॉगी रास्ता भटक गया होगा या किसी ने उसे अपने पास रख लिया होगा। जिसके चलते पुलिस ने स्थानीय लोगों और दुकानदरों से भी पूछताछ की है।

डॉगी के मालिक ने सोशल मीडिया और पोस्टर के माध्यम से शहरवासियों से अपील की है कि यदि किसी को भी यह डॉगी दिखाई दे या इसके संबंध में कोई जानकारी मिले तो वे तुरंत उन्हें सूचित करें। सूचना देने वाले को ₹10,000 का इनाम देने की घोषणा की गई है।

डॉगी का लापता होना सिर्फ गुप्ता परिवार ही नहीं बल्कि आसपास के लोगों को भी चिंतित कर रहा है, क्योंकि यह डॉगी इलाके में काफी मिलनसार और सभी का प्रिय था। फिलहाल परिवार इसकी सकुशल वापसी की उम्मीद में लगातार खोज जारी रखे हुए है।

मछली नहीं बनाने पर मनचलों ने होटल में लगा दी आग, लाखों की संपत्ति जलकर खाक

औरंगाबाद के ब्लॉक मोड़ के पास सनसनीखेज वारदात

औरंगाबाद। नगर थाना क्षेत्र के ब्लॉक मोड़ के समीप स्थित एक होटल को असामाजिक तत्वों ने मंगलवार की देर रात आग के हवाले कर दिया। घटना लगभग पूर्वाह्न 3 बजे की है, जब इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ था। आग इतनी भयावह थी कि देखते ही देखते होटल का सारा सामान राख में तब्दील हो गया। वहीं होटल से सटे खटाल में भी आग फैल गई, जिससे मवेशी झुलस गए। घटना में होटल संचालक की पत्नी भी घायल हो गईं और उनके हाथ झुलस गए। होटल संचालक शिवकुमार सिंह, जो ओबरा के मनौरा बाजीतपुर के निवासी हैं, ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से इस स्थान पर होटल चला रहे थे। उनके होटल में शाकाहारी और मांसाहारी भोजन की व्यवस्था रहती थी और इसी से उनका परिवार चलता था। उन्होंने बताया कि सोमवार की शाम कुछ युवक होटल पर पहुंचे और मछली बनाने की मांग करने लगे। उस समय गैस सिलेंडर खत्म होने के कारण वे ऑर्डर पूरा नहीं कर सके। इस पर उन युवकों ने न केवल उनसे बहस की, बल्कि धमकी भी दी कि “अब यहां रहना मुश्किल कर देंगे।” धमकी देकर वे वहां से चले गए।शिवकुमार के अनुसार, रात करीब 3 बजे उन्हें अचानक तेज जलने की गंध आई। बाहर निकलकर देखा तो होटल और बगल में बना खटाल धू-धू कर जल रहा था। आसपास पेट्रोल जैसी गंध भी महसूस हो रही थी, जिससे यह आशंका और मजबूत हो गई कि आग जानबूझकर लगाई गई है। स्थानीय लोगों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन लपटें इतनी तेज थीं कि प्रयास विफल रहा। घटना की जानकारी नगर थाना को दी गई, जिसके बाद दमकल दस्ता मौके पर पहुंचा और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। तब तक होटल का लगभग सारा सामान नष्ट हो चुका था। आग में दो फ्रिज, एक बाइक, काउंटर सामग्री, किचन उपकरण तथा खटाल से संबंधित सामान समेत लाखों की संपत्ति जलकर खाक हो गई। शिवकुमार ने अनुमान लगाया कि उन्हें लगभग 7 से 10 लाख रुपये तक का नुकसान हुआ है।

संचालक ने बताया कि जिन लोगों ने धमकी दी थी, उन्होंने पहले भी विवाद खड़ा किया था। इस घटना के बाद उन्होंने नगर थाना में नामजद आवेदन देते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने आवेदन प्राप्त कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं क्षेत्र की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय

Sambhal इंडियन फ्रोजन फूड के अकाउंटेंट के घर आईटी की छापेमारी, लैपटॉप और दस्तावेज खंगाल रही टीम

संभल। इंडियन फ्रोजन फूड से जुड़े एक बड़े मामले में मंगलवार को आयकर विभाग की टीम ने शहर के चमन सराय क्षेत्र में रहने वाले अकाउंटेंट गुफरान पुत्र अरकान के आवास पर छापेमारी की। आईटी टीम ने घर को अपने कब्जे में लेकर अंदर मौजूद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि गुफरान सम्भल स्थित इंडियन फ्रोजन फूड फैक्ट्री में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत है और लंबे समय से वित्तीय व्यवस्थाओं से जुड़ा हुआ है।

सूत्रों के अनुसार, आईटी टीम सबसे पहले घर में रखे गए लैपटॉप और कंप्यूटर सिस्टम को खंगालने में जुट गई। टीम डिजिटल फाइलों, लेनदेन के रिकॉर्ड तथा अकाउंट से जुड़े संभावित डेटा की गहन जांच कर रही है। अधिकारियों का शक है कि फर्म से जुड़े कुछ वित्तीय लेनदेन संदेह के घेरे में हैं, जिनकी कड़ियां अकाउंटेंट के निजी रिकॉर्ड से जुड़ सकती हैं। छापेमारी के दौरान घर के बाहर पुलिस बल भी तैनात किया गया ताकि भीड़ न जुटे और कार्रवाई सुगमता से पूरी की जा सके। इस छापे की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में हलचल बढ़ गई और कई लोग मौके पर हालात देखने जुटने लगे, मगर सुरक्षा बल ने किसी को भी आवास के करीब जाने की अनुमति नहीं दी। आईटी विभाग की यह कार्रवाई इंडियन फ्रोजन फूड से जुड़े संभावित कर चोरी और आर्थिक अनियमितताओं की जांच के हिस्से के रूप में देखी जा रही है। फिलहाल विभाग की ओर से आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन जांच पूरी होने तक टीम मौके पर डटी हुई है।

गोंडा में 4 दिसंबर को एक "मोटिवेशनल लेक्चर

गोण्डा, 2 दिसंबर। भारतीय वायु सेना में कैरियर बनाने हेतु स्थानीय श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज, गोंडा में 4 दिसंबर को एक "मोटिवेशनल लेक्चर : चूज इंडियन एयरफोर्स एज करियर” विषय पर एक विशेष प्रेरक सेमिनार आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्देश्य देश के युवाओं को भारतीय वायु सेना में उपलब्ध करियर अवसरों, चयन प्रक्रिया एवं भविष्य की संभावनाओं से अवगत कराना है। यह जानकारी महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो रवीन्द्र कुमार ने दी।

प्राचार्य ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु महाविद्यालय के आई.क्यू.ए.सी. समन्वयक प्रो. जितेन्द्र सिंह और प्लेसमेंट प्रभारी डॉ. मनोज कुमार मिश्रा को दायित्व सौंपा है। प्रो. जितेंद्र सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में भारतीय वायु सेना के कई प्रमुख जहाजों की मॉडल प्रदर्शनी दिखाई जाएगी। इसके लिए भारतीय वायुसेना की बस आएगी, जिसमे सारी व्यवस्था होगी; जिसके द्वारा देश की सुरक्षा में वायुसेना के विमानों के योगदान का प्रदर्शन किया जाएगा ।उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में भारतीय वायु सेना के एक दर्जन अधिकारियों का आगमन होगा एवं उनके द्वारा प्रेरक व्याख्यान दिया जायेगा। इसके साथ ही विद्यार्थियों हेतु प्रश्नोत्तर सत्र होगा। प्लेसमेंट प्रभारी डॉ. मनोज कुमार मिश्रा ने महाविद्यालय के सभी शिक्षकों, छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों से समय से उपस्थित होने की अपील की है, जिससे वे भारतीय वायु सेना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कर सकें तथा छात्रों के करियर के लिए नई दिशा बनाने में अपनी महत्पूर्ण भूमिका निभा सकें।

Consult an Expert Homeo Doctor in Hyderabad for Stress Relief

Stress has become a major part of modern living, affecting mental clarity, emotional strength, and overall health. Constant pressure from work, family duties, finances, and social expectations can slowly build up and impact daily life. When stress turns persistent, it may lead to irritability, anxiety, sleep problems, headaches, low energy, and difficulty concentrating.

Understanding stress early is important for maintaining overall well-being. Common symptoms include mood changes, worry, loss of interest, digestive discomfort, muscle tension, and ongoing fatigue. Stress can arise from multiple causes such as workload, relationship challenges, academic pressure, major life transitions, or emotional burdens. If not addressed, it can weaken immunity and reduce productivity.

Choosing the right homeo doctor in Hyderabad can help individuals find long-term, natural relief. Homeopathy focuses on healing the root cause rather than offering temporary relief. It considers emotional triggers, lifestyle patterns, and overall health before creating a tailored approach. Homeopathic care aims to calm the mind, improve emotional balance, and strengthen the body’s natural ability to handle stress. It is gentle, safe, and suitable for all age groups.

Spiritual Homeopathy is known for its patient-centric and holistic approach. The clinic emphasizes detailed consultation, understanding individual stress triggers, and designing personalized treatment plans. Their focus is on promoting mental peace, better sleep, improved mood, and long-term wellness.

If stress is affecting your everyday life, guidance from an experienced homeo doctor in Hyderabad can help you regain balance and emotional stability naturally.

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लखनऊ में चार निरीक्षकों का कार्यक्षेत्र बदला, जल्द आ सकती है नई सूची
लखनऊ। राजधानी में पुलिस कमिश्नरेट में बुधवार को निरीक्षकों के कार्यक्षेत्र में महत्वपूर्ण फेरबदल किया गया है। चार प्रभारी निरीक्षकों का तबादला करते हुए उन्हें नई जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं। सूत्रों का कहना है कि यह रूटीन तबादला नहीं, बल्कि कई थाना क्षेत्रों के प्रदर्शन, शिकायतों और आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर किया गया बदलाव है।

गोसाईगंज और मोहनलालगंज थानों में किए गए बदलाव

सबसे अहम बदलाव गोसाईगंज और मोहनलालगंज थानों में किए गए। गोसाईगंज के प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार त्रिपाठी को मोहनलालगंज का नया प्रभारी निरीक्षक बनाया गया है। वहीं, मौजूदा मोहनलालगंज प्रभारी निरीक्षक दिलेश कुमार सिंह को स्थानांतरित कर गोसाईगंज की कमान सौंपी गई है। दोनों थाने लंबे समय से अपराध नियंत्रण और संवेदनशील मामलों की वजह से चर्चा में रहे हैं, इसलिए कमिश्नरेट ने परफॉर्मेंस बेस्ड इंटरचेंज किया है।

यह बदलाव संभावित कार्रवाई का संकेत

इसके अलावा, बिजनौर के प्रभारी निरीक्षक शिव शंकर महादेवन को स्थानांतरित कर उत्तरी जोन भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार उत्तरी जोन में एक प्रभारी निरीक्षक की कुर्सी पर संकट है, और इस रिक्ति को देखते हुए महादेवन को वहां एडजस्ट किया गया है। माना जा रहा है कि यह बदलाव संभावित कार्रवाई या आगे की सूची का संकेत भी हो सकता है।

कपिल गौतम को बिजनौर थाने की कमान सौंपी गई

सबसे दिलचस्प बदलाव पुलिस आयुक्त कार्यालय से हुआ है। पुलिस आयुक्त लखनऊ के PRO रह चुके कपिल गौतम को बिजनौर थाने की कमान सौंपी गई है। PRO पद पर काम करने के दौरान कपिल गौतम ने मीडिया कोऑर्डिनेशन और संवेदनशील मामलों के हैंडलिंग में दक्षता दिखाई थी। अब उन्हें फील्ड पोस्टिंग देते हुए थाने का दायित्व सौंपा गया है।

अगली सूची पर भी काम चल रहा

सूत्रों का दावा है कि अगली सूची पर भी काम चल रहा है और जल्द ही कई अन्य निरीक्षकों के नाम सामने आ सकते हैं। कमिश्नरेट में कुछ थानों के प्रदर्शन, लंबी तैनाती और शिकायतों की समीक्षा की जा रही है, जिसके आधार पर दूसरी सूची जारी होने की संभावना है।
उप्र कैबिनेट- : अयोध्या में अब 52 एकड़ में बनेगा विश्वस्तरीय मंदिर संग्रहालय, टाटा ग्रुप करेगा निर्माण और संचालन

लखनऊ ।योगी सरकार ने अयोध्या को विश्व स्तर का एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक गंतव्य के रूप में विकसित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।मंगलवार को लोकभवन में हुई कैबिनेट ने टाटा सन्स के सहयोग से अयोध्या में प्रस्तावित विश्वस्तरीय ‘मंदिर संग्रहालय’ का दायरा और बड़ा कर दिया है।

कैबिनेट के निर्णय के बारे में जानकारी देते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि टाटा सन्स ने अपने सीएसआर फंड से एक अत्याधुनिक मंदिर संग्रहालय विकसित करने और उसका संचालन करने की इच्छा व्यक्त की है। परियोजना के लिए भूमि आवंटन के लिए केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार और टाटा सन्स के बीच त्रिपक्षीय एम्ओयू बीते 3 सितंबर 2024 को ही हस्ताक्षरित हो चुका है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि पूर्व में प्रदेश सरकार ने अयोध्या के मांझा जमथरा गांव में 25 एकड़ नजूल भूमि टाटा सन्स को 90 वर्षों के लिए उपलब्ध कराने की अनुमति दी थी लेकिन टाटा संस ने संग्रहालय की भव्यता के दृष्टिगत अधिक भूमि की अपेक्षा की थी। ऐसे में अब इस भूमि के अतिरिक्त 27.102 एकड़ और मिलाकर कुल 52.102 एकड़ भूमि का निःशुल्क हस्तांतरण आवास एवं शहरी नियोजन विभाग से पर्यटन विभाग के पक्ष में किया जाएगा, ताकि परियोजना का दायरा और बड़ा किया जा सके।

उन्हाेंने बताया कि वर्ल्ड-क्लास मंदिर संग्रहालय तैयार होने के बाद अयोध्या को न सिर्फ एक नया सांस्कृतिक पहचान चिन्ह मिलेगा, बल्कि बड़े पैमाने पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार भी पैदा होंगे। साथ ही, पर्यटन से सरकार को राजस्व में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी भी होगी। युवा पीढ़ी, विदेशी सैलानियों और भारतीय संस्कृति में रुचि रखने वाले आगंतुकों को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में सांस्कृतिक आकर्षणों को बढाने की दिशा में यह संग्रहालय महत्वपूर्ण होगा।

राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लेने वाले यूपी के नियुक्त खिलाड़ियों को बड़ी राहतउत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता खिलाड़ियों को बड़ी राहत देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि अब वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं, ट्रेनिंग कैंपों और संबंधित गतिविधियों में शामिल होने की पूरी अवधि, आवागमन के समय सहित उनकी ‘ड्यूटी’ मानी जाएगी। मंत्री खन्ना ने बताया कि योगी कैबिनेट के इस फैसले से खिलाड़ियों को अनुमति लेने में होने वाली मुश्किलें खत्म होंगी। अब तक ‘अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली-2022’ में ऐसी कोई स्पष्ट व्यवस्था नहीं थी। सेवा नियमावली में अवकाश संबंधी प्रावधान न होने के कारण खिलाड़ियों को प्रतियोगिताओं और प्रशिक्षण शिविरों में भाग लेने के लिए अनुमति प्रक्रिया में दिक्कतें आती थीं।

उन्होंने कहा कि अब सरकार नई प्रणाली में व्यवस्था होगी कि नियुक्त खिलाड़ी जब भी किसी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता, कैंप या प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लें, वह अवधि सेवा अवधि (ड्यूटी) मानी जाएगी। इसमें आने-जाने का पूरा समय भी शामिल होगा। इससे न केवल खिलाड़ियों को अपने खेल कॅरियर में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा, बल्कि राज्य का प्रतिनिधित्व भी और मजबूत होगा, क्योंकि अब उन्हें अनुमति लेने में कोई बाधा नहीं आएगी।

वाराणसी के सम्पूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम का संचालन अब साई कोयोगी कैबिनेट ने वाराणसी में निर्माणाधीन डॉ. सम्पूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम, सिगरा के संचालन, प्रबंधन और रखरखाव तथा राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना के लिए ‘भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के साथ हुए एमओयू को मंजूरी दे दी है। यह वही स्टेडियम है, जहां ‘खेलो इंडिया’ योजना के तहत आधुनिक स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया गया है। एमओयू के तहत स्टेडियम परिसर में मौजूद खेल सुविधाओं; जैसे, भवन, ढांचे, मैदान और अन्य अवसंरचनाओं को साई को सौंपा जाएगा, ताकि यहां नेशनल सेंटर ऑfफ एक्सीलेंस की स्थापना और संचालन सुचारु रूप से हो सके।

वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र बनने के बाद प्रदेश के उभरते खिलाड़ियों को बड़ा मंच मिलेगा। विभिन्न आयु वर्गों और खेल विधाओं के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान की जाएगी और उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए उच्च स्तरीय प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। इससे न सिर्फ उत्तर प्रदेश की खेल प्रतिभा को मजबूत प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व भी और सशक्त होगा। सरकार का मानना है कि इस पहल से खिलाड़ियों के सामने भविष्य में रोजगार और खेल करियर दोनों की संभावनाएं बढ़ेंगी, साथ ही वाराणसी देश के प्रमुख खेल केंद्रों में से एक के रूप में उभरकर सामने आएगा।
पूर्व सैनिक की बेटी ने किया गाँव का नाम रौशन

सैनिक कॉलोनी के भारतीय थल सेना के पूर्व सूबेदार कारगिल युद्ध विजेता बी के पाण्डेय(निराला जी)की बेटी ने रचा इतिहास—ABV-IIITM ग्वालियर की एकमात्र AR (Legal)पद पर निहारिका का चयन

संजय द्विवेदी प्रयागराज।भारतीय थल सेना के पूर्व सुबेदार कारगिल युद्ध विजेता बी के पाण्डेय(निराला जी)की बेटी निहारिका का हुआ चयन। निहारिका ने एक छोटे गाँव बुधुआं के साधारण परिवार मे पली-बढ़ी निहारिका ने संघर्ष मेहनत और निरंतर प्रयास के दम पर वह उपलब्धि हासिल की है जो कई युवाओ का सपना होती है।उनका चयन देश के प्रतिष्ठित अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं प्रबन्धन संस्थान ग्वालियर(ABV-IIITM Gwalior)में असिस्टेंट रजिस्ट्रार (लीगल) पद पर हुआ है। उल्लेखनीय है कि

इस पद के लिए पूरे भारत में केवल एक ही रिक्ति थी!

निहारिका की शिक्षा यात्रा हमेशा उत्कृष्ट रही है।उन्होने Dr. Ram Manohar Lohiya National Law University (RMLNLU), Lucknow से BA LLB (Hons.)वर्ष 2020 में पूरा किया।इसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ते हुए वर्ष 2021में देश के प्रतिष्ठित Tata Institute of Social Sciences (TISS), Mumbai से LL.M की डिग्री प्राप्त की।उच्च शिक्षा के बाद निहारिका को राष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी शैक्षणिक प्रतिभा के लिए सम्मान मिला।उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार (MHRD, GoI) की ओर से Merit Certificate प्रदान किया गया।साथ ही निहारिका गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं, जो उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों का प्रमाण है।फरवरी 2022 से निहारिका Delhi Skill and Entrepreneurship University (DSEU),Delhi Government University में Training and Placement Officer (Grade A)के रूप में कार्यरत है।इस भूमिका में उन्होंने विद्यार्थियो के लिए इंडस्ट्री कनेक्ट प्लेसमेंट के अवसर प्री-प्लेसमेंट ट्रेनिंग और कौशल विकास कार्यक्रमो में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।प्रशासनिक जिम्मेदारियो और चुनौतियो के बावजूद निहारिका ने अपनी तैयारी और लक्ष्य को कभी नही छोड़ा।उनकी मेहनत ने अंततः उन्हें राष्ट्रीय महत्व के संस्थान ABV-IIITM में Assistant Registrar (Legal) के सम्मानित पद तक पहुँचाया। निहारिका का कहना है“मेरी यह यात्रा आसान नही थी लेकिन मैंने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी।मैं चाहती हूँ कि छोटे शहरों और सीमित संसाधनो से आने वाली लड़कियाँ जाने कि मेहनत और लगातार प्रयास से कोई भी मंज़िल पाई जा सकती है।उनकी उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे बुधुआँ गाँव एवम क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।निहारिका की कहानी उन सभी युवाओ के लिए प्रेरणा स्रोत है जो कठिन परिस्थितियो में भी बड़े सपने देखते है।निहारिका बुधुआँ गाँव के स्व० पंडित रामस्वरूप पाण्डेय की परपोती स्व0बबन पाण्डेय उर्फ जनता बाबा की पोती है!इनकी इस उपलब्धि पर उनके दादा ददन पाण्डेय बहुत खुश है।इनके पिता भारतीय थल सेना के पूर्व सूबेदार(कारगिल युद्ध विजेता)बी के पाण्डेय(निराला जी)इसे अपने गाँव के लिये सम्मान की बात मानते हैं! निहारिका का कहना है कि वे अपने गाँव के सभी लड़कियो को निशुल्क भाव से उनके उज्जवल भविष्य के लिये सहयोग करती रहेगी ताकि गाँव की और भी लड़कियो को सरकारी या गैर सरकारी विभाग मे अपनी सेवा प्रदान करने का अवसर मिलता रहे निहारिका के छोटे भाई ने भी सेना मे अधिकारी बन कर पहले ही अपने गाँव का नाम रौशन किया है!पद पर चयन के बाद गाँव के बधाई देने मे प्रमुख लोग शामिल रहे.पंडित ददन पाण्डेय आशुतोष तिवारी उर्फ छोटन बाबा राम अवध राम संजय सिंह यादव लोकगायक देवलाल अवधेश साह अजीत कुमार महतो एवम समस्त बुधुआँ गाँववासी इस बात को अपने गाँव के लिए गर्व की बात मानते है।वही लोगो ने निहारिका को शुभकामनाएं एवं बधाई दी।

भारत धर्मशाला नहीं, घुसपैठियों के लिए ‘रेड कार्पेट’ नहीं बिछा सकते, सीजेआई सूर्यकांत की दो टूक

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सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार का दिन रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर बेहद गर्म रहा। पाँच रोहिंग्या नागरिकों के कथित हिरासत में गायब होने (कस्टोडियल डिसअपीयरेंस) को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने कड़ा रुख अपनाया। याचिकाकर्ता ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी करने की मांग की थी, लेकिन सीजेआई की पीठ ने इस मांग को साफ तौर पर खारिज कर दिया।

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने याचिकाकर्ता पर कड़ा रुख अपनाया। चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने सीधा सवाल किया कि क्या भारत सरकार ने रोहिंग्याओं को कभी ‘शरणार्थी’ माना है। उन्होंने साफ कहा कि ‘शरणार्थी’ एक कानूनी शब्द है। सीजेआई ने टिप्पणी की कि जो लोग अवैध तरीके से देश में घुसते हैं, उनके लिए हम रेड कार्पेट नहीं बिछा सकते हैं।

राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ से जुड़े मुद्दे गंभीर

सीजेआई सूर्यकांत ने याचिकाकर्ता पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, आप जानते हैं कि ये लोग घुसपैठिए हैं। नॉर्थ-ईस्ट की सीमा बेहद संवेदनशील है। उन्होंने आगे कहा, देश में क्या-क्या हो रहा है, आप जानते हैं? अगर कोई गैरकानूनी तरीके से आता है। वो सुरंगों से घुस आते हैं, तब भी आप उनके लिए रेड कार्पेट चाहते हैं। आप कह रहे हैं कि उन्हें खाना, आश्रय, बच्चों के लिए शिक्षा… क्या कानून को इतना खींच दें?अदालत ने साफ कर दिया कि जहाँ मानवाधिकार महत्व रखते हैं, वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ से जुड़े मुद्दे भी उतने ही गंभीर हैं।

याचिकाकर्ता के तर्क पर कोर्ट का रुख

याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट में बताया कि वे रोहिंग्याओं के लिए कोई विशेष अधिकार नहीं माँग रहे हैं। उनकी बस यही माँग है कि अगर उन्हें उनके देश वापस भेजा जाए तो यह काम कानून के हिसाब से होना चाहिए। लेकिन कोर्ट ने साफ कहा कि रोहिंग्याओं का कानूनी दर्जा तय हुए बिना उनके अधिकारों पर बात नहीं हो सकती। कोर्ट ने यह भी याद दिलाया कि भारत दुनिया की ‘धर्मशाला नहीं बन सकता’ जहाँ से चाहे शरणार्थी आ जाएँ। 

16 दिसंबर तक टली सुनवाई

इस मामले को अब अन्य रोहिंग्या मामलों के साथ ही सुना जाएगा। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई अब 16 दिसंबर तक के लिए टाल दी है। उसी दिन रोहिंग्या शरणार्थियों से जुड़े अन्य मामलों की भी सुनवाई होगी।

झारखंड के चर्चित CA नरेश केजरीवाल के ठिकानों पर ED की बड़ी रेड; FEMA के तहत राज्य में पहली बार कार्रवाई

रांची।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार (02 दिसंबर 2025) की सुबह झारखंड में एक बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत झारखंड के चर्चित चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) नरेश केजरीवाल के झारखंड से लेकर गुजरात (सूरत) तक के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की है।

ईडी से मिली जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई कुल 15 ठिकानों पर एक साथ की जा रही है, जिनमें रांची, मुंबई, और सूरत जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं।

झारखंड में FEMA के तहत ED की पहली रेड

यह छापेमारी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह झारखंड में ED द्वारा FEMA के तहत की जाने वाली पहली कार्रवाई है। FEMA का उद्देश्य विदेशी मुद्रा के प्रबंधन को सुविधाजनक बनाना और देश के विकास में योगदान देना है।

एजेंसी की टीमों ने मंगलवार सुबह ही रांची स्थित नरेश केजरीवाल के घर और दफ्तरों पर अचानक छापेमारी शुरू कर दी। रांची में चर्च कॉम्प्लेक्स स्थित उनके कार्यालय सहित उनके कई आवासों पर एक साथ तलाशी ली गई।

विदेशों में अवैध निवेश का संदेह

ईडी सूत्रों के अनुसार, यह जांच आयकर विभाग (Income Tax) द्वारा की गई पिछली छापेमारी के दौरान मिले तथ्यों और जानकारियों के आधार पर शुरू की गई है।

प्रारंभिक जांच के दौरान एजेंसी को केजरीवाल द्वारा विदेशों में धन निवेश किए जाने के कई सबूत मिले हैं। सूत्रों ने बताया कि जो पैसे विदेश में निवेश किए गए हैं, उनका संबंध असम से है, लेकिन उनमें झारखंड में विभिन्न स्रोतों से कमाई गई 'काली कमाई' भी शामिल है।

क्या है FEMA और ED की कार्रवाई?

जानकारों के अनुसार, FEMA के तहत ईडी की कार्रवाई मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा प्रबंधन से संबंधित नियमों के उल्लंघन की जांच करती है। इसमें निम्न शामिल हैं:

जांच के बिंदु: विदेशी मुद्रा के हवाला लेनदेन, फंड की अनियमितता, निर्यात आय की गैर-प्राप्ति और अन्य संदेहास्पद गतिविधियों की जांच करना।

अधिकार: ईडी को पूछताछ करने, दस्तावेज जब्त करने और संबंधित व्यक्तियों के बयान दर्ज करने का अधिकार होता है।

दंड: उल्लंघन की पुष्टि होने पर, ईडी संबंधित व्यक्ति को 'शो कॉज नोटिस' जारी करती है, जिसके बाद आर्थिक दंड, संपत्ति की जब्ती और गिरफ्तारी जैसी दंडात्मक कार्रवाई शामिल हो सकती है।

फिलहाल, छापेमारी जारी है और इस मामले में बड़े खुलासे होने की संभावना है।

गया में बैंक कर्मचारी का पालतू डॉगी लापता, खोजने वाले को ₹10,000 इनाम

गया। रामपुर थाना क्षेत्र के जेल रोड में स्थित सीआरपीएफ 159 बटालियन कैंप के सामने रहने वाले बैंक ऑफ़ बड़ौदा के कर्मचारी कन्हैया लाल गुप्ता का पालतू डॉगी पिछले कई दिनों से लापता है। डॉगी के अचानक गायब होने से पूरा परिवार सदमे में है और इसकी तलाश में हर संभव प्रयास किया जा रहा है। मालिक ने डॉगी का पोस्टर जारी करते हुए उसे खोज निकालने वाले के लिए ₹10,000 इनाम की घोषणा की है।

मिली जानकारी के अनुसार, घटना 27 नवंबर 2025 की सुबह लगभग 8 बजे की है। कन्हैया लाल गुप्ता अपने आवास पर रोज़ाना की तरह डॉगी को बाहर खेलने के लिए छोड़ते थे, लेकिन उस दिन डॉगी अचानक गुम हो गया। परिवार ने आसपास के इलाकों – जेल रोड, सीआरपीएफ कैंप के पास, टीवीएस शोरूम क्षेत्र और रामपुर मोहल्ले में लगातार खोजबीन की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया।

लापता डॉगी का नाम स्कूबी है। उसका रंग आगे से सफेद, जबकि पीठ से पीछे तक काला है। उसके कानों के ऊपर घने बाल हैं और आकार में वह बड़ा है। मालिक ने बताया कि डॉगी परिवार का सदस्य जैसा था और उसके गायब होने के बाद घर का माहौल बेहद दुखद हो गया है। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी उसकी चिंता में परेशान हैं।

कन्हैया लाल गुप्ता ने इस मामले की जानकारी रामपुर थाना में भी दे दी है। पुलिस को आशंका है कि डॉगी रास्ता भटक गया होगा या किसी ने उसे अपने पास रख लिया होगा। जिसके चलते पुलिस ने स्थानीय लोगों और दुकानदरों से भी पूछताछ की है।

डॉगी के मालिक ने सोशल मीडिया और पोस्टर के माध्यम से शहरवासियों से अपील की है कि यदि किसी को भी यह डॉगी दिखाई दे या इसके संबंध में कोई जानकारी मिले तो वे तुरंत उन्हें सूचित करें। सूचना देने वाले को ₹10,000 का इनाम देने की घोषणा की गई है।

डॉगी का लापता होना सिर्फ गुप्ता परिवार ही नहीं बल्कि आसपास के लोगों को भी चिंतित कर रहा है, क्योंकि यह डॉगी इलाके में काफी मिलनसार और सभी का प्रिय था। फिलहाल परिवार इसकी सकुशल वापसी की उम्मीद में लगातार खोज जारी रखे हुए है।

मछली नहीं बनाने पर मनचलों ने होटल में लगा दी आग, लाखों की संपत्ति जलकर खाक

औरंगाबाद के ब्लॉक मोड़ के पास सनसनीखेज वारदात

औरंगाबाद। नगर थाना क्षेत्र के ब्लॉक मोड़ के समीप स्थित एक होटल को असामाजिक तत्वों ने मंगलवार की देर रात आग के हवाले कर दिया। घटना लगभग पूर्वाह्न 3 बजे की है, जब इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ था। आग इतनी भयावह थी कि देखते ही देखते होटल का सारा सामान राख में तब्दील हो गया। वहीं होटल से सटे खटाल में भी आग फैल गई, जिससे मवेशी झुलस गए। घटना में होटल संचालक की पत्नी भी घायल हो गईं और उनके हाथ झुलस गए। होटल संचालक शिवकुमार सिंह, जो ओबरा के मनौरा बाजीतपुर के निवासी हैं, ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से इस स्थान पर होटल चला रहे थे। उनके होटल में शाकाहारी और मांसाहारी भोजन की व्यवस्था रहती थी और इसी से उनका परिवार चलता था। उन्होंने बताया कि सोमवार की शाम कुछ युवक होटल पर पहुंचे और मछली बनाने की मांग करने लगे। उस समय गैस सिलेंडर खत्म होने के कारण वे ऑर्डर पूरा नहीं कर सके। इस पर उन युवकों ने न केवल उनसे बहस की, बल्कि धमकी भी दी कि “अब यहां रहना मुश्किल कर देंगे।” धमकी देकर वे वहां से चले गए।शिवकुमार के अनुसार, रात करीब 3 बजे उन्हें अचानक तेज जलने की गंध आई। बाहर निकलकर देखा तो होटल और बगल में बना खटाल धू-धू कर जल रहा था। आसपास पेट्रोल जैसी गंध भी महसूस हो रही थी, जिससे यह आशंका और मजबूत हो गई कि आग जानबूझकर लगाई गई है। स्थानीय लोगों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन लपटें इतनी तेज थीं कि प्रयास विफल रहा। घटना की जानकारी नगर थाना को दी गई, जिसके बाद दमकल दस्ता मौके पर पहुंचा और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। तब तक होटल का लगभग सारा सामान नष्ट हो चुका था। आग में दो फ्रिज, एक बाइक, काउंटर सामग्री, किचन उपकरण तथा खटाल से संबंधित सामान समेत लाखों की संपत्ति जलकर खाक हो गई। शिवकुमार ने अनुमान लगाया कि उन्हें लगभग 7 से 10 लाख रुपये तक का नुकसान हुआ है।

संचालक ने बताया कि जिन लोगों ने धमकी दी थी, उन्होंने पहले भी विवाद खड़ा किया था। इस घटना के बाद उन्होंने नगर थाना में नामजद आवेदन देते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने आवेदन प्राप्त कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं क्षेत्र की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय