प्रदेश में भूकंप आपदा से निपटने की तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित

* आगामी 16 सितम्बर को पश्चिम यूपी एवं 19 सितम्बर को सभी 34 संवेदनशील जनपदों में होगा मॉक एक्सरसाइज़ का प्रशिक्षण

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (UPSDMA) द्वारा प्रदेश के 34 भूकंप-संवेदनशील जनपदों में आगामी टेबलटॉप और मॉक एक्सरसाइज की तैयारियों को लेकर मंगलवार को प्राधिकरण सभागार में एक ओरियंटेशन एवं कोऑर्डिनेशन कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी (से.नि.), पी.वी.एस.एम, ए.वी.एस.एम, वी.एस.एम. ने की।

बैठक का मुख्य उद्देश्य सभी विभागों व हितधारकों को भूकंप, केमिकल हैज़र्ड और अग्नि दुर्घटनाओं जैसी आपदाओं के प्रति जागरूक कराना और उनके समन्वित प्रबंधन की रणनीति तैयार करना रहा। उपाध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश का बड़ा भू-भाग भूकंप के जोन 3 और 4 में आता है, जो इसे अधिक संवेदनशील बनाता है। उन्होंने यह भी बताया कि भूकंप की कोई पूर्व चेतावनी नहीं होती, लेकिन पूर्व तैयारी और विभागीय समन्वय के माध्यम से इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।

सम्मेलन में HVRCA (जोखिम, संवेदनशीलता और क्षमता आकलन) से संबंधित प्रस्तुतीकरण भी किया गया। इसमें बताया गया कि राज्य के 34 जनपदों को भूकंप के प्रति अति संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। आपदा की स्थिति में अग्निकांड, केमिकल रिसाव जैसी घटनाएं भी सामने आती हैं, जिनके लिए पूर्व तैयारी आवश्यक है।

बैठक में टेबलटॉप और मॉक एक्सरसाइज की रूपरेखा, संचालन प्रक्रिया, जिलों की भूमिका और जिम्मेदारियों को स्पष्ट किया गया। आगामी 16 सितम्बर को मेरठ कैंट स्थित पश्चिम उप्र सब एरिया में टेबलटॉप एक्सरसाइज आयोजित की जाएगी, जबकि 19 सितम्बर को सभी 34 जनपदों में स्कूलों, अस्पतालों, फैक्ट्रियों, रेलवे स्टेशनों, शासकीय भवनों और मॉल जैसे स्थानों पर मॉक ड्रिल की जाएगी।

इस बैठक में NDRF, SDRF, अग्निशमन, स्वास्थ्य, श्रम, कारखाना निदेशालय समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। साथ ही, भारतीय सेना के अधिकारी और 34 जनपदों के अपर जिलाधिकारी एवं अन्य स्टेकहोल्डर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। बैठक का समन्वय वरिष्ठ सलाहकार कर्नल संदीप मेहरोत्रा ने किया।
*सुल्तानपुर में शांतिपूर्ण माहौल में चल रही है PET परीक्षा*
सुल्तानपुर,जिले में आयोजित PET (प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा) शांतिपूर्ण माहौल में चल रही है। परीक्षा केंद्रों पर सुबह से ही अभ्यर्थियों की भीड़ देखी गई,जहां प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों एवं सीसीटीवी कैमरे की मौजूदगी में परीक्षार्थियों ने सुव्यवस्थित ढंग से परीक्षा दी। परीक्षा में 60 हजार अभ्यार्थी शामिल हुए। परीक्षा व्यवस्था का जायज़ा लेने पहुंचे SDM सदर बिपिन कुमार द्विवेदी और CO सिटी प्रशान्त सिंह ने केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था,सीसीटीवी कैमरों की निगरानी और छात्रों के प्रवेश की प्रक्रिया का बारीकी से अवलोकन किया। अधिकारियों ने परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के निर्देश दिए। इस दौरान पुलिस बल तैनात रहा और केंद्रों के बाहर अभ्यर्थियों के परिजनों को निर्धारित सीमा से बाहर रखा गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और PM नरेंद्र मोदी ने शिबू सोरेन को दी श्रद्धांजलि, परिजनों से की मुलाकात

नई दिल्ली, 4 अगस्त 2025: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर आज देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल पहुंचकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों ने दिवंगत शिबू सोरेन के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण किया। इस दुखद घड़ी में उन्होंने मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन, विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन और अन्य परिजनों से भी मुलाकात कर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि वे दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवार को इस कठिन समय में संबल दें।

शिबू सोरेन का निधन झारखंड समेत पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है, और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए कई गणमान्य व्यक्ति पहुंच रहे हैं।

सम्भल: स्काउट-गाइड जिला कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न, सत्र 2025-26 की रूपरेखा पर हुई विस्तृत चर्चा

सम्भल। भारत स्काउट और गाइड उत्तर प्रदेश की सम्भल जनपद इकाई की वार्षिक कार्यकारिणी बैठक उप जिला अधिकारी (SDM) चंदौसी एवं जिला मुख्य आयुक्त की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुई।

इस दौरान जिला संगठन स्काउट प्रिंस द्वारा मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष एसडीएम चंदौसी को स्कार्फ पहनाकर सम्मानित किया गया। वहीं, जिला संगठन गाइड मीनू सिंह ने जिला आयुक्त गाइड संगीता भार्गव को स्कार्फ पहनाकर सम्मानित किया। अन्य पदाधिकारियों को भी पारंपरिक सम्मान प्रदान किया गया।

बैठक में जिला सचिव डॉ. राजीव वार्ष्णेय ने सभी पदाधिकारियों व सदस्यों का स्वागत करते हुए परिचय कराया। बैठक में सत्र 2024-25 में आयोजित स्काउट-गाइड गतिविधियों की समीक्षा की गई और आगामी सत्र 2025-26 के लिए कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा हुई।

जिला आयुक्त गाइड संगीता भार्गव ने सभी पदाधिकारियों से प्रादेशिक कार्यालय द्वारा निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति में पूर्ण सहयोग की अपील की। बैठक में नवीनीकरण, पंजीकरण, प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय सोपान परीक्षण, निपुण परीक्षा, राज्यपाल पुरस्कार, 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी, स्काउट-गाइड भवन निर्माण, बेसिक स्काउट मास्टर व गाइड कैप्टन प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।

कार्यक्रम में जिले के समस्त विद्यालयों के प्रधानाचार्य, चीफ कमिश्नर आशुतोष तिवारी, जिला आयुक्त (स्काउट), ASOC, जिला सचिव व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। अध्यक्षीय उद्बोधन में एसडीएम चंदौसी ने जनपद में स्काउट-गाइड गतिविधियों को और अधिक प्रभावी व सुचारू बनाने की प्रेरणा दी। बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों ने एकजुट होकर कार्य करने का संकल्प लिया और स्काउट-गाइड भवन निर्माण जैसे दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए सहयोग का आश्वासन दिया।

झारखंड में भारी बारिश और अचानक बाढ़ का अलर्ट जारी

झा. डेस्क

रांची : भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने झारखंड के कई जिलों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे राज्य में अचानक बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। यह चेतावनी राज्य के 19 जिलों के लिए है, जहाँ अत्यधिक वर्षा के कारण जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।

IMD के नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, झारखंड के विभिन्न हिस्सों में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान भारी बारिश हो सकती है। विशेष रूप से निचले इलाकों और नदी-नालों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने अचानक बाढ़ की संभावना को देखते हुए स्थानीय प्रशासन को भी अलर्ट पर रखा है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने सभी संबंधित विभागों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इसमें बचाव और राहत कार्यों के लिए टीमों को तैयार रखना, निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना और जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करना शामिल है। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें।

IMD ने मानसून की सक्रियता को देखते हुए किसानों को भी सलाह दी है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय करें। वज्रपात की भी संभावना व्यक्त की गई है, इसलिए खुले स्थानों पर रहने वाले लोगों और पशुपालकों को विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है।

यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब मानसून अपने चरम पर है और पिछले कुछ हफ्तों से देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। झारखंड में भी मानसून की गतिविधियां तेज हुई हैं, जिससे कई नदियां उफान पर हैं। IMD और राज्य सरकार की प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, और इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

अंबेडकर की प्रतिमा पर असामाजिक तत्वों ने पोती मिट्टी, मचा बवाल

रायगढ़- चक्रधर नगर थाने और कलेक्ट्रेट करीब अंबेडकर चौक में बाबा साहेब की प्रतिमा पर बीती रात किसी अज्ञात ने मिट्टी पोत दी. इसे मामले को लेकर अब बवाल खड़ा हो गया है. इसकी जानकारी आज जैसे-जैसे भीम आर्मी, सर्व समाज और कांग्रेसी नेताओं को मिली, तो वहां सैकड़ों में भीड़ एकट्ठी हो गई और नारेबाजी करते हुए अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी करने की मांग पर अड़ गए. चेहरे पर मिट्टी पोतने की जानकारी मिलने के बाद चक्रधर नगर थाने की टीम भी मौके पर पहुंची. साथ ही साथ रायगढ़ एसडीएम महेश शर्मा तथा नगर पुलिस अधीक्षक आकाश शुक्ला सहित अन्य थाना प्रभारी भी स्थिति को भांपते हुए प्रतिमा स्थल पर पहुंचे और सभी ने मिलकर नाराज लोगों को समझाने की कोशिश की।

इस दौरान रायगढ़ महापौर जीवर्धन चैहान, रायगढ़ जिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष अनिल शुक्ला, भीम आर्मी के पदाधिकारी मौजूद रहे. उन सभी ने कहा कि संविधान के निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर के चेहरे पर जिस ढंग से मिट्टी पोतकर अपमानित किया गया है, उसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है. उन्होंने आगे कहा कि जिला न्यायालय, कलेक्ट्रेट और थाने से लगे चौक में प्रतिमा के साथ ऐसा घटिया कृत्य होना कई सवालों को खड़ा करता है. सभी ने मिलकर प्रशासन से मांग की है कि ऐसा करने वाले आरोपी के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए. अज्ञात आरोपी को ढूंढकर गिरफ्तार किया जाए. वहीं मौके पर पहुंचे नगर पुलिस अधीक्षक आकाश शुक्ला ने कहा कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है. चूंकि मौके पर CCTV फुटेज उपलब्ध नहीं है, इसलिए आसपास के CCTV कैमरों को खंगाला जाएगा। जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

रायगढ़ SDM महेश शर्मा ने इस मामले में कहा कि नाराज लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है और घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को इसकी जांच के लिये कहा गया है. उन्होंने बताया कि स्थिति तनाव पूर्ण है और समझाईश देकर मामला शांत कराया जा रहा है. अंबेडकर चौक पर लगी भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के चेहरे पर लगाई गई मिट्टी को धोने के लिये नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची थी. लेकिन वहां मौजूद भीम आर्मी, जिला कांग्रेस व सर्व समाज के सदस्यों ने भारी नारेबाजी करते हुए इसका भी विरोध कर कर्मचारियों को वापिस भेज दिया. वहीं महापौर का कहना है कि बाबा साहेब उनके भगवान है और सर्व समाज के लोग उनका शरीर दूध से धोकर साफ करेंगे. वे चाहते हैं कि प्रशासन इस जगह के आसपास सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी में रखें, ताकि दोबारा इस प्रकार की हरकत दोबारा न हो।

पूर्व CM अजीत जोगी की पुण्यतिथि पर निकाली गई सद्भावना रैली, अमित-रेणु जोगी समेत सैकड़ों समर्थकों ने मूर्ती विवाद को लेकर प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

गौरेला पेण्ड्रा मरवाही- पूर्व सीएम स्व. अजीत जोगी की पुण्यतिथि पर आज उनके पुत्र अमित जोगी ने सद्भावना रैली निकाली. इस दौरान उन्होंने अजीत जोगी के मूर्ति हटाने के विवाद को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए अल्टीमेटम भी दिया है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि स्व. अजीत जोगी की मूर्ती जहां पर लगाई गई थी, उनकी मूर्ती को उसी जगह वापिस ससम्मान लगाने की मांग की है.

यह रैली गौरेला के जोगी निवास से पूर्व सीएम स्व. अजीत जोगी की समाधि स्थल तक निकाली गई. जिसमें अमित जोगी, उनकी मां रेणु जोगी, पत्नी ऋचा जोगी सहित बड़ी संख्या में सहित तमाम जोगी समर्थकों ने भी शामिल होकर प्रशासन के सामने अपनी मांग रखी.

अमित जोगी ने कहा कि नगरपालिका गौरेला में लगे CCTV में आरोपियों को मूर्ति लाते हुए देखा जा सकता है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 7 दिनों का दिया अल्टीमेटम दिया गया है. वहीं स्व. अजीत जोगी की मूर्ति उसी जगह विधिवत लगाए जाने को लेकर प्रशासन को दिया 30 दिनों का समय दिया गया है.

अमित जोगी ने कहा कि आज हम शान्ति पूर्ण आंदोलन और प्रदर्शन कर रहे है. लेकिन अगर नियत समय पर उसी जगह मूर्ति नहीं लगाई गई, तो हम उग्र आंदोलन करेंगे.

वहीं प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने शहर में चाक चौबंद व्यवस्था की थी. गौरेला जोगी निवास से कलेक्टर कार्यालय तक जगह-जगह प्रशासन ने बेरिकेडिंग की थी. सुरक्षा के मद्देनजर SDM पेंड्रारोड ऋचा चंद्रकार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल सहित भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा.

अजीत जोगी प्रतिमा विवाद पर अमित जोगी की दो टूक, कहा- “या तो मेरी अर्थी उठेगी या प्रतिमा लगेगी”, CM साय बोले –

रायपुर/गौरेला-पेंड्रा-मरवाही- छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी की प्रतिमा को लेकर विवाद लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। अब इस मुद्दे पर उनके पुत्र और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता अमित जोगी ने दो टूक कहा है कि, “या तो मेरी अर्थी उठेगी या अजीत जोगी की प्रतिमा फिर से उसी स्थान पर स्थापित होगी।”

अमित जोगी के मुताबिक जहां से प्रतिमा हटाई गई, वह निजी ज़मीन है और वहां नगरपालिका या राज्य शासन का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्य किसी के इशारे पर किया गया है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।

अमित जोगी ने कहा “मूर्ति जिस तरह रातों-रात चोरी हुई, उसी तरह वापस उसी जगह पर मूर्ति लगनी चाहिए। मैंने डिप्टी सीएम से बात की है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि जो भी अप्रिय घटनाएं हुई हैं, उन पर कार्रवाई की जाएगी। हमें न्याय चाहिए।”


मूर्ति स्थापना को लेकर प्रशासन-समर्थक विवाद जारी

स्थानीय प्रशासन का कहना है कि प्रतिमा बिना सभी आवश्यक नियमों और प्रक्रियाओं को पूरा किए बिना स्थापित नहीं की जा सकती। इसके चलते जोगी समर्थकों और प्रशासन के अधिकारियों के बीच तीखी बहस हो रही है। अमित जोगी अभी धरने पर बैठे हैं, जहां उनके समर्थकों और प्रशासन के बीच झड़प भी हुई।

मौके पर SDM पेंड्रारोड ऋचा चंद्रकार, CEO सुरेंद्र वैद्य, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल समेत भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।

प्रतीमा हटाने के पहले और बाद की तस्वीर

जोगी समर्थकों का कहना है कि वे किसी भी सूरत में प्रतिमा को वहीं स्थापित करवाएंगे। वे आरोपियों को सीसीटीवी फुटेज के बावजूद नहीं पकड़ने को शर्मनाक बता रहे हैं वहीं, SDM पेंड्रारोड नियमों का हवाला देते हुए स्थिति को संभालने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन समर्थकों की नारेबाजी तेज हो रही है और वे प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दे रहे हैं।

CM साय बोले – रेणु जोगी से हुई मुलाकात, प्रशासन की रिपोर्ट का इंतजार

वहीं, इस मामले पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का बयान भी सामने आया है। सीएम ने साय ने कहा कि “रेणु जोगी (अजीत जोगी की पत्नी) ने कल मुझसे मुलाक़ात की थी। जो मामला सामने आया है, उसकी जानकारी प्रशासन से मंगाई गई है। जानकारी के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।”

अजीत जोगी की मूर्ति हटाए जाने का CCTV फुटेज आया सामने

ज्योतिपुर चौक में स्थापित स्वर्गीय अजीत जोगी की मूर्ति हटाए जाने का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। एक मोबाइल दुकान में लगे कैमरे में यह घटना साफ तौर पर रिकॉर्ड हुई है। फुटेज में देखा जा सकता है कि आधी रात के बाद एक बड़ा वाहन मूर्ति को हटाता है। हैरानी की बात यह है कि उस वक्त घटनास्थल के आसपास कोई भी व्यक्ति नजर नहीं आ रहा, जिससे यह संदेह और गहराता है कि पूरी कार्रवाई योजनाबद्ध तरीके से की गई।

गौरतलब है कि इस पूरे घटनाक्रम ने न केवल राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है, बल्कि अजीत जोगी समर्थकों में भारी नाराज़गी भी देखी जा रही है। समर्थकों का कहना है कि अजीत जोगी की राजनीतिक और सामाजिक विरासत का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी अब और बढ़ गई है। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या अजीत जोगी की प्रतिमा वापस उसी स्थान पर लगेगी, और इस विवाद का क्या निष्कर्ष निकलता है।

गोण्डा में जनसुनवाई का डिजिटल नवाचार: जिलाधिकारी नेहा शर्मा की पहल पर प्रतिदिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे सभी SDM

गोण्डा। जनपद गोण्डा में जनशिकायतों के त्वरित, पारदर्शी और उत्तरदायित्वपूर्ण निस्तारण को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी नेहा शर्मा द्वारा एक नवाचारपूर्ण व्यवस्था की शुरुआत की गई है। इस व्यवस्था के अंतर्गत अब प्रत्येक कार्यदिवस पर जनसुनवाई के दौरान प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक जनपद की सभी तहसीलों के उपजिलाधिकारी (SDM) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी कार्यालय से सीधे रूप से जुड़े रहेंगे।

इस अभिनव प्रणाली की शुरुआत आज मंगलवार, 13 मई 2025 से की गई, जिसके अंतर्गत जिलाधिकारी कार्यालय में जनसुनवाई हेतु उपस्थित शिकायतकर्ताओं की समस्याओं को तत्काल संबंधित उपजिलाधिकारी से संवाद स्थापित कर सुना गया एवं उनका प्राथमिक स्तर पर ही त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया गया।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि यह व्यवस्था अब नियमित रूप से प्रत्येक कार्यदिवस पर लागू रहेगी। शिकायतकर्ता की समस्या यदि किसी विशेष तहसील से संबंधित होती है, तो जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित SDM से संवाद स्थापित कर, उनकी उपस्थिति में ही शिकायत का परीक्षण एवं प्राथमिक निस्तारण करती हैं।

इस प्रक्रिया से जहां एक ओर शिकायतकर्ता को तत्काल राहत प्राप्त हो रही है, वहीं दूसरी ओर अधिकारियों की जवाबदेही और प्रशासनिक पारदर्शिता में भी वृद्धि हो रही है।जिलाधिकारी ने कहा कि यह पहल शासन की जनहितकारी मंशा के अनुरूप आमजन को प्रभावी, तकनीक-सक्षम और संवेदनशील प्रशासन उपलब्ध कराने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है।

सहकारिता विभाग में बंपर घोटाला: PCF मुख्यालय तक पहुंची जांच


बस्ती मंडल में धान खरीद के नाम पर करोड़ों की बंदरबांट, EOW की रिपोर्ट से खुली परतें

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सहकारिता विभाग के तहत धान खरीद घोटाले ने बड़ा रूप ले लिया है। बस्ती मंडल के सिद्धार्थनगर, बस्ती और संतकबीरनगर ज़िलों में उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (PCF) के अंतर्गत हुए करोड़ों के गबन का दायरा अब जिला स्तर से बढ़कर मुख्यालय तक पहुंच चुका है।

क्या है घोटाले का मॉडल ?

जांच में सामने आया है कि धान खरीदा ही नहीं गया, लेकिन कागजों में पूरी प्रक्रिया दिखाकर लाखों रुपये का भुगतान दर्शा दिया गया। किसानों के नाम पर बिना किसी भौतिक सत्यापन के भुगतान किया गया। ढुलाई, मजदूरी और अन्य खर्चों के नाम पर फर्जी भुगतान दिखाए गए।

4200 किसानों के आधार कार्ड और मोबाइल नंबर का दुरुपयोग कर फर्जी भुगतान दर्शाया गया। 37 क्रय केंद्रों पर एक ही मोबाइल नंबर और बैंक खाता दर्ज पाया गया। जांच में कई लेखपाल, कंप्यूटर ऑपरेटर, और SDM, ADM स्तर के अधिकारी लापरवाही के घेरे में आए हैं।

कई अफसरों पर गिरी गाज, मुख्यालय भी चपेट में

सिद्धार्थनगर के जिला प्रबंधक अमित कुमार चौधरी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। अब तक 6 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। 10 अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

SIT और EOW की रिपोर्ट से खुली परतें

एसआईटी और आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) की जांच में यह घोटाला महज एक वित्तीय अनियमितता नहीं, बल्कि एक संगठित अपराध और सिस्टम फेलियर के रूप में सामने आया है। इसमें सीएमओ, लेखपाल, डेटा एंट्री ऑपरेटर तक की भूमिका संदिग्ध बताई गई है। अब जांच की आंच PCF मुख्यालय के अफसरों तक पहुंच चुकी है। अपर मुख्य सचिव (सहकारिता) ने स्पष्ट किया है कि-

"कार्रवाई किसी भी स्तर पर रोकी नहीं जाएगी।" PCF मुख्यालय के कई अधिकारियों पर शासन स्तर से कठोर कार्रवाई के संकेत मिल रहे हैं। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, कई बड़े नामों के सामने आने की संभावना है।

प्रदेश में भूकंप आपदा से निपटने की तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित

* आगामी 16 सितम्बर को पश्चिम यूपी एवं 19 सितम्बर को सभी 34 संवेदनशील जनपदों में होगा मॉक एक्सरसाइज़ का प्रशिक्षण

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (UPSDMA) द्वारा प्रदेश के 34 भूकंप-संवेदनशील जनपदों में आगामी टेबलटॉप और मॉक एक्सरसाइज की तैयारियों को लेकर मंगलवार को प्राधिकरण सभागार में एक ओरियंटेशन एवं कोऑर्डिनेशन कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी (से.नि.), पी.वी.एस.एम, ए.वी.एस.एम, वी.एस.एम. ने की।

बैठक का मुख्य उद्देश्य सभी विभागों व हितधारकों को भूकंप, केमिकल हैज़र्ड और अग्नि दुर्घटनाओं जैसी आपदाओं के प्रति जागरूक कराना और उनके समन्वित प्रबंधन की रणनीति तैयार करना रहा। उपाध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश का बड़ा भू-भाग भूकंप के जोन 3 और 4 में आता है, जो इसे अधिक संवेदनशील बनाता है। उन्होंने यह भी बताया कि भूकंप की कोई पूर्व चेतावनी नहीं होती, लेकिन पूर्व तैयारी और विभागीय समन्वय के माध्यम से इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।

सम्मेलन में HVRCA (जोखिम, संवेदनशीलता और क्षमता आकलन) से संबंधित प्रस्तुतीकरण भी किया गया। इसमें बताया गया कि राज्य के 34 जनपदों को भूकंप के प्रति अति संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। आपदा की स्थिति में अग्निकांड, केमिकल रिसाव जैसी घटनाएं भी सामने आती हैं, जिनके लिए पूर्व तैयारी आवश्यक है।

बैठक में टेबलटॉप और मॉक एक्सरसाइज की रूपरेखा, संचालन प्रक्रिया, जिलों की भूमिका और जिम्मेदारियों को स्पष्ट किया गया। आगामी 16 सितम्बर को मेरठ कैंट स्थित पश्चिम उप्र सब एरिया में टेबलटॉप एक्सरसाइज आयोजित की जाएगी, जबकि 19 सितम्बर को सभी 34 जनपदों में स्कूलों, अस्पतालों, फैक्ट्रियों, रेलवे स्टेशनों, शासकीय भवनों और मॉल जैसे स्थानों पर मॉक ड्रिल की जाएगी।

इस बैठक में NDRF, SDRF, अग्निशमन, स्वास्थ्य, श्रम, कारखाना निदेशालय समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। साथ ही, भारतीय सेना के अधिकारी और 34 जनपदों के अपर जिलाधिकारी एवं अन्य स्टेकहोल्डर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। बैठक का समन्वय वरिष्ठ सलाहकार कर्नल संदीप मेहरोत्रा ने किया।
*सुल्तानपुर में शांतिपूर्ण माहौल में चल रही है PET परीक्षा*
सुल्तानपुर,जिले में आयोजित PET (प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा) शांतिपूर्ण माहौल में चल रही है। परीक्षा केंद्रों पर सुबह से ही अभ्यर्थियों की भीड़ देखी गई,जहां प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों एवं सीसीटीवी कैमरे की मौजूदगी में परीक्षार्थियों ने सुव्यवस्थित ढंग से परीक्षा दी। परीक्षा में 60 हजार अभ्यार्थी शामिल हुए। परीक्षा व्यवस्था का जायज़ा लेने पहुंचे SDM सदर बिपिन कुमार द्विवेदी और CO सिटी प्रशान्त सिंह ने केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था,सीसीटीवी कैमरों की निगरानी और छात्रों के प्रवेश की प्रक्रिया का बारीकी से अवलोकन किया। अधिकारियों ने परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के निर्देश दिए। इस दौरान पुलिस बल तैनात रहा और केंद्रों के बाहर अभ्यर्थियों के परिजनों को निर्धारित सीमा से बाहर रखा गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और PM नरेंद्र मोदी ने शिबू सोरेन को दी श्रद्धांजलि, परिजनों से की मुलाकात

नई दिल्ली, 4 अगस्त 2025: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर आज देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल पहुंचकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों ने दिवंगत शिबू सोरेन के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण किया। इस दुखद घड़ी में उन्होंने मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन, विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन और अन्य परिजनों से भी मुलाकात कर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि वे दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवार को इस कठिन समय में संबल दें।

शिबू सोरेन का निधन झारखंड समेत पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है, और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए कई गणमान्य व्यक्ति पहुंच रहे हैं।

सम्भल: स्काउट-गाइड जिला कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न, सत्र 2025-26 की रूपरेखा पर हुई विस्तृत चर्चा

सम्भल। भारत स्काउट और गाइड उत्तर प्रदेश की सम्भल जनपद इकाई की वार्षिक कार्यकारिणी बैठक उप जिला अधिकारी (SDM) चंदौसी एवं जिला मुख्य आयुक्त की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुई।

इस दौरान जिला संगठन स्काउट प्रिंस द्वारा मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष एसडीएम चंदौसी को स्कार्फ पहनाकर सम्मानित किया गया। वहीं, जिला संगठन गाइड मीनू सिंह ने जिला आयुक्त गाइड संगीता भार्गव को स्कार्फ पहनाकर सम्मानित किया। अन्य पदाधिकारियों को भी पारंपरिक सम्मान प्रदान किया गया।

बैठक में जिला सचिव डॉ. राजीव वार्ष्णेय ने सभी पदाधिकारियों व सदस्यों का स्वागत करते हुए परिचय कराया। बैठक में सत्र 2024-25 में आयोजित स्काउट-गाइड गतिविधियों की समीक्षा की गई और आगामी सत्र 2025-26 के लिए कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा हुई।

जिला आयुक्त गाइड संगीता भार्गव ने सभी पदाधिकारियों से प्रादेशिक कार्यालय द्वारा निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति में पूर्ण सहयोग की अपील की। बैठक में नवीनीकरण, पंजीकरण, प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय सोपान परीक्षण, निपुण परीक्षा, राज्यपाल पुरस्कार, 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी, स्काउट-गाइड भवन निर्माण, बेसिक स्काउट मास्टर व गाइड कैप्टन प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।

कार्यक्रम में जिले के समस्त विद्यालयों के प्रधानाचार्य, चीफ कमिश्नर आशुतोष तिवारी, जिला आयुक्त (स्काउट), ASOC, जिला सचिव व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। अध्यक्षीय उद्बोधन में एसडीएम चंदौसी ने जनपद में स्काउट-गाइड गतिविधियों को और अधिक प्रभावी व सुचारू बनाने की प्रेरणा दी। बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों ने एकजुट होकर कार्य करने का संकल्प लिया और स्काउट-गाइड भवन निर्माण जैसे दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए सहयोग का आश्वासन दिया।

झारखंड में भारी बारिश और अचानक बाढ़ का अलर्ट जारी

झा. डेस्क

रांची : भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने झारखंड के कई जिलों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे राज्य में अचानक बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। यह चेतावनी राज्य के 19 जिलों के लिए है, जहाँ अत्यधिक वर्षा के कारण जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।

IMD के नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, झारखंड के विभिन्न हिस्सों में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान भारी बारिश हो सकती है। विशेष रूप से निचले इलाकों और नदी-नालों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने अचानक बाढ़ की संभावना को देखते हुए स्थानीय प्रशासन को भी अलर्ट पर रखा है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने सभी संबंधित विभागों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इसमें बचाव और राहत कार्यों के लिए टीमों को तैयार रखना, निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना और जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करना शामिल है। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें।

IMD ने मानसून की सक्रियता को देखते हुए किसानों को भी सलाह दी है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय करें। वज्रपात की भी संभावना व्यक्त की गई है, इसलिए खुले स्थानों पर रहने वाले लोगों और पशुपालकों को विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है।

यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब मानसून अपने चरम पर है और पिछले कुछ हफ्तों से देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। झारखंड में भी मानसून की गतिविधियां तेज हुई हैं, जिससे कई नदियां उफान पर हैं। IMD और राज्य सरकार की प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, और इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

अंबेडकर की प्रतिमा पर असामाजिक तत्वों ने पोती मिट्टी, मचा बवाल

रायगढ़- चक्रधर नगर थाने और कलेक्ट्रेट करीब अंबेडकर चौक में बाबा साहेब की प्रतिमा पर बीती रात किसी अज्ञात ने मिट्टी पोत दी. इसे मामले को लेकर अब बवाल खड़ा हो गया है. इसकी जानकारी आज जैसे-जैसे भीम आर्मी, सर्व समाज और कांग्रेसी नेताओं को मिली, तो वहां सैकड़ों में भीड़ एकट्ठी हो गई और नारेबाजी करते हुए अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी करने की मांग पर अड़ गए. चेहरे पर मिट्टी पोतने की जानकारी मिलने के बाद चक्रधर नगर थाने की टीम भी मौके पर पहुंची. साथ ही साथ रायगढ़ एसडीएम महेश शर्मा तथा नगर पुलिस अधीक्षक आकाश शुक्ला सहित अन्य थाना प्रभारी भी स्थिति को भांपते हुए प्रतिमा स्थल पर पहुंचे और सभी ने मिलकर नाराज लोगों को समझाने की कोशिश की।

इस दौरान रायगढ़ महापौर जीवर्धन चैहान, रायगढ़ जिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष अनिल शुक्ला, भीम आर्मी के पदाधिकारी मौजूद रहे. उन सभी ने कहा कि संविधान के निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर के चेहरे पर जिस ढंग से मिट्टी पोतकर अपमानित किया गया है, उसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है. उन्होंने आगे कहा कि जिला न्यायालय, कलेक्ट्रेट और थाने से लगे चौक में प्रतिमा के साथ ऐसा घटिया कृत्य होना कई सवालों को खड़ा करता है. सभी ने मिलकर प्रशासन से मांग की है कि ऐसा करने वाले आरोपी के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए. अज्ञात आरोपी को ढूंढकर गिरफ्तार किया जाए. वहीं मौके पर पहुंचे नगर पुलिस अधीक्षक आकाश शुक्ला ने कहा कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है. चूंकि मौके पर CCTV फुटेज उपलब्ध नहीं है, इसलिए आसपास के CCTV कैमरों को खंगाला जाएगा। जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

रायगढ़ SDM महेश शर्मा ने इस मामले में कहा कि नाराज लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है और घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को इसकी जांच के लिये कहा गया है. उन्होंने बताया कि स्थिति तनाव पूर्ण है और समझाईश देकर मामला शांत कराया जा रहा है. अंबेडकर चौक पर लगी भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के चेहरे पर लगाई गई मिट्टी को धोने के लिये नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची थी. लेकिन वहां मौजूद भीम आर्मी, जिला कांग्रेस व सर्व समाज के सदस्यों ने भारी नारेबाजी करते हुए इसका भी विरोध कर कर्मचारियों को वापिस भेज दिया. वहीं महापौर का कहना है कि बाबा साहेब उनके भगवान है और सर्व समाज के लोग उनका शरीर दूध से धोकर साफ करेंगे. वे चाहते हैं कि प्रशासन इस जगह के आसपास सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी में रखें, ताकि दोबारा इस प्रकार की हरकत दोबारा न हो।

पूर्व CM अजीत जोगी की पुण्यतिथि पर निकाली गई सद्भावना रैली, अमित-रेणु जोगी समेत सैकड़ों समर्थकों ने मूर्ती विवाद को लेकर प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

गौरेला पेण्ड्रा मरवाही- पूर्व सीएम स्व. अजीत जोगी की पुण्यतिथि पर आज उनके पुत्र अमित जोगी ने सद्भावना रैली निकाली. इस दौरान उन्होंने अजीत जोगी के मूर्ति हटाने के विवाद को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए अल्टीमेटम भी दिया है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि स्व. अजीत जोगी की मूर्ती जहां पर लगाई गई थी, उनकी मूर्ती को उसी जगह वापिस ससम्मान लगाने की मांग की है.

यह रैली गौरेला के जोगी निवास से पूर्व सीएम स्व. अजीत जोगी की समाधि स्थल तक निकाली गई. जिसमें अमित जोगी, उनकी मां रेणु जोगी, पत्नी ऋचा जोगी सहित बड़ी संख्या में सहित तमाम जोगी समर्थकों ने भी शामिल होकर प्रशासन के सामने अपनी मांग रखी.

अमित जोगी ने कहा कि नगरपालिका गौरेला में लगे CCTV में आरोपियों को मूर्ति लाते हुए देखा जा सकता है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 7 दिनों का दिया अल्टीमेटम दिया गया है. वहीं स्व. अजीत जोगी की मूर्ति उसी जगह विधिवत लगाए जाने को लेकर प्रशासन को दिया 30 दिनों का समय दिया गया है.

अमित जोगी ने कहा कि आज हम शान्ति पूर्ण आंदोलन और प्रदर्शन कर रहे है. लेकिन अगर नियत समय पर उसी जगह मूर्ति नहीं लगाई गई, तो हम उग्र आंदोलन करेंगे.

वहीं प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने शहर में चाक चौबंद व्यवस्था की थी. गौरेला जोगी निवास से कलेक्टर कार्यालय तक जगह-जगह प्रशासन ने बेरिकेडिंग की थी. सुरक्षा के मद्देनजर SDM पेंड्रारोड ऋचा चंद्रकार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल सहित भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा.

अजीत जोगी प्रतिमा विवाद पर अमित जोगी की दो टूक, कहा- “या तो मेरी अर्थी उठेगी या प्रतिमा लगेगी”, CM साय बोले –

रायपुर/गौरेला-पेंड्रा-मरवाही- छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी की प्रतिमा को लेकर विवाद लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। अब इस मुद्दे पर उनके पुत्र और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता अमित जोगी ने दो टूक कहा है कि, “या तो मेरी अर्थी उठेगी या अजीत जोगी की प्रतिमा फिर से उसी स्थान पर स्थापित होगी।”

अमित जोगी के मुताबिक जहां से प्रतिमा हटाई गई, वह निजी ज़मीन है और वहां नगरपालिका या राज्य शासन का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्य किसी के इशारे पर किया गया है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।

अमित जोगी ने कहा “मूर्ति जिस तरह रातों-रात चोरी हुई, उसी तरह वापस उसी जगह पर मूर्ति लगनी चाहिए। मैंने डिप्टी सीएम से बात की है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि जो भी अप्रिय घटनाएं हुई हैं, उन पर कार्रवाई की जाएगी। हमें न्याय चाहिए।”


मूर्ति स्थापना को लेकर प्रशासन-समर्थक विवाद जारी

स्थानीय प्रशासन का कहना है कि प्रतिमा बिना सभी आवश्यक नियमों और प्रक्रियाओं को पूरा किए बिना स्थापित नहीं की जा सकती। इसके चलते जोगी समर्थकों और प्रशासन के अधिकारियों के बीच तीखी बहस हो रही है। अमित जोगी अभी धरने पर बैठे हैं, जहां उनके समर्थकों और प्रशासन के बीच झड़प भी हुई।

मौके पर SDM पेंड्रारोड ऋचा चंद्रकार, CEO सुरेंद्र वैद्य, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल समेत भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।

प्रतीमा हटाने के पहले और बाद की तस्वीर

जोगी समर्थकों का कहना है कि वे किसी भी सूरत में प्रतिमा को वहीं स्थापित करवाएंगे। वे आरोपियों को सीसीटीवी फुटेज के बावजूद नहीं पकड़ने को शर्मनाक बता रहे हैं वहीं, SDM पेंड्रारोड नियमों का हवाला देते हुए स्थिति को संभालने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन समर्थकों की नारेबाजी तेज हो रही है और वे प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दे रहे हैं।

CM साय बोले – रेणु जोगी से हुई मुलाकात, प्रशासन की रिपोर्ट का इंतजार

वहीं, इस मामले पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का बयान भी सामने आया है। सीएम ने साय ने कहा कि “रेणु जोगी (अजीत जोगी की पत्नी) ने कल मुझसे मुलाक़ात की थी। जो मामला सामने आया है, उसकी जानकारी प्रशासन से मंगाई गई है। जानकारी के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।”

अजीत जोगी की मूर्ति हटाए जाने का CCTV फुटेज आया सामने

ज्योतिपुर चौक में स्थापित स्वर्गीय अजीत जोगी की मूर्ति हटाए जाने का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। एक मोबाइल दुकान में लगे कैमरे में यह घटना साफ तौर पर रिकॉर्ड हुई है। फुटेज में देखा जा सकता है कि आधी रात के बाद एक बड़ा वाहन मूर्ति को हटाता है। हैरानी की बात यह है कि उस वक्त घटनास्थल के आसपास कोई भी व्यक्ति नजर नहीं आ रहा, जिससे यह संदेह और गहराता है कि पूरी कार्रवाई योजनाबद्ध तरीके से की गई।

गौरतलब है कि इस पूरे घटनाक्रम ने न केवल राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है, बल्कि अजीत जोगी समर्थकों में भारी नाराज़गी भी देखी जा रही है। समर्थकों का कहना है कि अजीत जोगी की राजनीतिक और सामाजिक विरासत का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी अब और बढ़ गई है। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या अजीत जोगी की प्रतिमा वापस उसी स्थान पर लगेगी, और इस विवाद का क्या निष्कर्ष निकलता है।

गोण्डा में जनसुनवाई का डिजिटल नवाचार: जिलाधिकारी नेहा शर्मा की पहल पर प्रतिदिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे सभी SDM

गोण्डा। जनपद गोण्डा में जनशिकायतों के त्वरित, पारदर्शी और उत्तरदायित्वपूर्ण निस्तारण को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी नेहा शर्मा द्वारा एक नवाचारपूर्ण व्यवस्था की शुरुआत की गई है। इस व्यवस्था के अंतर्गत अब प्रत्येक कार्यदिवस पर जनसुनवाई के दौरान प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक जनपद की सभी तहसीलों के उपजिलाधिकारी (SDM) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी कार्यालय से सीधे रूप से जुड़े रहेंगे।

इस अभिनव प्रणाली की शुरुआत आज मंगलवार, 13 मई 2025 से की गई, जिसके अंतर्गत जिलाधिकारी कार्यालय में जनसुनवाई हेतु उपस्थित शिकायतकर्ताओं की समस्याओं को तत्काल संबंधित उपजिलाधिकारी से संवाद स्थापित कर सुना गया एवं उनका प्राथमिक स्तर पर ही त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया गया।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि यह व्यवस्था अब नियमित रूप से प्रत्येक कार्यदिवस पर लागू रहेगी। शिकायतकर्ता की समस्या यदि किसी विशेष तहसील से संबंधित होती है, तो जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित SDM से संवाद स्थापित कर, उनकी उपस्थिति में ही शिकायत का परीक्षण एवं प्राथमिक निस्तारण करती हैं।

इस प्रक्रिया से जहां एक ओर शिकायतकर्ता को तत्काल राहत प्राप्त हो रही है, वहीं दूसरी ओर अधिकारियों की जवाबदेही और प्रशासनिक पारदर्शिता में भी वृद्धि हो रही है।जिलाधिकारी ने कहा कि यह पहल शासन की जनहितकारी मंशा के अनुरूप आमजन को प्रभावी, तकनीक-सक्षम और संवेदनशील प्रशासन उपलब्ध कराने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है।

सहकारिता विभाग में बंपर घोटाला: PCF मुख्यालय तक पहुंची जांच


बस्ती मंडल में धान खरीद के नाम पर करोड़ों की बंदरबांट, EOW की रिपोर्ट से खुली परतें

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सहकारिता विभाग के तहत धान खरीद घोटाले ने बड़ा रूप ले लिया है। बस्ती मंडल के सिद्धार्थनगर, बस्ती और संतकबीरनगर ज़िलों में उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (PCF) के अंतर्गत हुए करोड़ों के गबन का दायरा अब जिला स्तर से बढ़कर मुख्यालय तक पहुंच चुका है।

क्या है घोटाले का मॉडल ?

जांच में सामने आया है कि धान खरीदा ही नहीं गया, लेकिन कागजों में पूरी प्रक्रिया दिखाकर लाखों रुपये का भुगतान दर्शा दिया गया। किसानों के नाम पर बिना किसी भौतिक सत्यापन के भुगतान किया गया। ढुलाई, मजदूरी और अन्य खर्चों के नाम पर फर्जी भुगतान दिखाए गए।

4200 किसानों के आधार कार्ड और मोबाइल नंबर का दुरुपयोग कर फर्जी भुगतान दर्शाया गया। 37 क्रय केंद्रों पर एक ही मोबाइल नंबर और बैंक खाता दर्ज पाया गया। जांच में कई लेखपाल, कंप्यूटर ऑपरेटर, और SDM, ADM स्तर के अधिकारी लापरवाही के घेरे में आए हैं।

कई अफसरों पर गिरी गाज, मुख्यालय भी चपेट में

सिद्धार्थनगर के जिला प्रबंधक अमित कुमार चौधरी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। अब तक 6 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। 10 अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

SIT और EOW की रिपोर्ट से खुली परतें

एसआईटी और आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) की जांच में यह घोटाला महज एक वित्तीय अनियमितता नहीं, बल्कि एक संगठित अपराध और सिस्टम फेलियर के रूप में सामने आया है। इसमें सीएमओ, लेखपाल, डेटा एंट्री ऑपरेटर तक की भूमिका संदिग्ध बताई गई है। अब जांच की आंच PCF मुख्यालय के अफसरों तक पहुंच चुकी है। अपर मुख्य सचिव (सहकारिता) ने स्पष्ट किया है कि-

"कार्रवाई किसी भी स्तर पर रोकी नहीं जाएगी।" PCF मुख्यालय के कई अधिकारियों पर शासन स्तर से कठोर कार्रवाई के संकेत मिल रहे हैं। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, कई बड़े नामों के सामने आने की संभावना है।