झारखंड का रजत पर्व: मोरहाबादी में भव्य समारोह, ₹8,799 करोड़ की 1087 योजनाओं की सौगात
रांची: देश के मानचित्र पर 15 नवंबर 2000 को अस्तित्व में आया झारखंड राज्य आज अपने स्थापना के रजत जयंती वर्ष (25वीं वर्षगांठ) का भव्य समारोह मना रहा है। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर राजधानी रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में दो दिवसीय राज्यस्तरीय महोत्सव का पहला दिन उत्साह और भव्यता के साथ आयोजित किया गया।
₹8,799 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास
समारोह के मुख्य आकर्षण में राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन की उपस्थिति में राज्य की जनता को ₹8,799 करोड़ की कुल 1087 योजनाओं की सौगात दी गई।
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शिलान्यास: ₹4,475 करोड़ की 209 नई योजनाओं का शिलान्यास किया गया।
उद्घाटन: ₹4,324 करोड़ की 878 योजनाओं का उद्घाटन किया गया।
उद्घाटित प्रमुख योजनाओं में विधानसभा सदस्यों के लिए कोर कैपिटल एरिया में आवासीय परिसर, देवघर और लोहरदगा में नए समाहरणालय भवन, गिरिडीह नगर पालिका भवन और सिमडेगा में नए अंतरराष्ट्रीय स्ट्रैटर्फ हॉकी स्टेडियम शामिल हैं।
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संजीव सिंह बलिया! रसड़ा क्षेत्र और आसपास के इलाकों में हुई बेमौसम भारी वर्षा ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। खड़ी और तैयार धान की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो जाने से क्षेत्र के किसानों के सामने आर्थिक संकट और भुखमरी जैसी स्थिति पैदा हो गई है। खेतों में खड़ी उपज डूबने से किसानों का महीनों का परिश्रम व्यर्थ हो गया है।इस गंभीर स्थिति को देखते हुए किसान रामकृष्ण सिंह सेंगर (पत्रकार), अरविंद कुमार तिवारी (पत्रकार) और भानु प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से उपजिलाधिकारी (SDM) रसड़ा के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपकर राहत और ऋण माफी की मांग की है।ज्ञापन में किसानों ने कहा है कि बेमौसम बारिश के चलते उनकी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं और अब उनके लिए जीवन-यापन तक कठिन हो गया है। किसानों ने चिंता जताई कि इस परिस्थिति में वे किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) या अन्य कृषि ऋण कैसे चुका पाएंगे।ज्ञापन में की गई प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:फसल नुकसान की उच्च-स्तरीय जांच कराई जाए।प्रभावित किसानों के कृषि ऋण माफ किए जाएं।किसानों को तत्काल राहत राशि और मुआवजा प्रदान किया जाए।किसानों ने कहा कि यह बारिश उनके लिए ‘काल’ बनकर आई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि सरकार तत्काल राहत की घोषणा कर किसानों के दर्द को कम करे और उनके जीवन को संबल प्रदान करे।










सुल्तानपुर,जिले में आयोजित PET (प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा) शांतिपूर्ण माहौल में चल रही है। परीक्षा केंद्रों पर सुबह से ही अभ्यर्थियों की भीड़ देखी गई,जहां प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों एवं सीसीटीवी कैमरे की मौजूदगी में परीक्षार्थियों ने सुव्यवस्थित ढंग से परीक्षा दी। परीक्षा में 60 हजार अभ्यार्थी शामिल हुए।





Nov 18 2025, 19:20
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