नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर क्यों और कैसे मची भगदड़? आरपीएफ की रिपोर्ट में वजह आई सामने

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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी को हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई थी। घटना को लेकर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि प्रयागराज जाने वाली कुंभ स्पेशल ट्रेन के प्लेटफॉर्म बदलने के अनाउंसमेंट से हादसा हुआ है। आरपीएफ ने घटना के एक दिन बाद यानी 16 फरवरी को दिल्ली जोन को एक रिपोर्ट सौंपी है।

आरपीएफ की रिपोर्ट के मुताबिक प्रयागराज जाने वाली कुंभ स्पेशल ट्रेन के बारे में तीन मिनट के अंतराल पर दो अलग-अलग प्लेटफॉर्म का ऐलान होने की वजह से शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। पहले ऐलान में कहा गया कि ट्रेन प्लेटफॉर्म 12 से चलेगी, जबकि दूसरी बार कहा गया कि यह ट्रेन प्लेटफॉर्म 16 से रवाना होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन घोषणाओं के तुरंत बाद भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।

आरपीएफ के नई दिल्ली पोस्ट के इंचार्ज इंस्पेक्टर ने यह रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुंभ स्पेशल के लिए अनाउंसमेंट के बाद प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13, 14 और 15 के यात्री पैदल पुल नंबर 2 और 3 की ओर जाने लगे। इन सभी प्लेटफॉर्म पर जाम लग गया था। ये सारे यात्री सीढ़ियों का इस्तेमाल कर रहे थे। ठीक उसी समय मगध एक्सप्रेस (प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी) और उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर खड़ी) और प्रयागराज एक्सप्रेस (जो स्टेशन पर आने ही वाली थी) के यात्री भी सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे। इन यात्रियों का आमना-सामना हुआ। भीड़ ज्यादा होने की वजह से कुछ यात्री सीढ़ियों पर फिसल गए और दूसरों के नीचे कुचल गए।

भगदड़ की शुरुआत जांच में पता चला था कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हर दिन शाम 6 बजे से 8 बजे के बीच औसतन 7000 टिकट बुक किए जाते हैं। हालांकि, शनिवार को यह संख्या बढ़कर 9,600 से ज्यादा हो गई, जो कि सामान्य श्रेणी के टिकटों से 2600 ज्यादा थी। टिकटों की बिक्री में हुई बढ़ोतरी के चलते अजमेरी गेट साइड प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की संख्या बढ़ गई, जहां प्रयागराज सहित कई पूर्व की ओर जाने वाली ट्रेनें निर्धारित थीं।

आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त ने पुल नंबर 2 पर पहुंचकर भीड़ का जायजा लिया और स्टेशन डायरेक्टर को टिकट बिक्री रोकने व भीड़ को कंट्रोल करने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा। डायरेक्टर को यह भी निर्देश दिया गया कि जैसे ही स्पेशल ट्रेनें भर जाएं, उन्हें तुरंत रवाना कर दिया जाए। रिपोर्ट में कहा गया है कि आरपीएफ अधिकारी पुलों को खाली कराने की कोशिश कर रहे थे, तभी रात 8:45 बजे कुंभ स्पेशल ट्रेन के प्लेटफॉर्म 12 से रवाना होने का ऐलान किया गया, कुछ ही देर बाद एक और ऐलान किया गया था कि यह ट्रेन अब प्लेटफॉर्म 16 से रवाना होगी। इससे यात्रियों में अफरातफरी मच गई।

रांची रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज जाने के लिए उमड़ रही भीड़, ट्रेनों में अफरा-तफरी, ट्रेन छूटने का लोगों में दुख, रेलवे प्रशासन भी अलर्ट

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : माघी पूर्णिमा के बाद भी प्रयागराज स्थित संगम में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। आज सोमवार हटिया से खुलने वाली स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में कुछ इस तरह का ही नजारा देखने को मिला। यह ट्रेन रांची स्टेशन आते ही श्रद्धालुओं का भीड़ उमड़ पड़ी। ट्रेन के आते ही अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

हालांकि प्रशासन भी इसके लिए पूरी तरह से मुस्तैद थी। स्टेशन के बाहर उन्हीं यात्रियों को अंदर जाने की इजाजत दी जा रही थी जिनके पास टिकट था। और ट्रेन की बात करें तो रिजर्वेशन और AC बोगी के बाहर RPF के जवान खड़े थे। ट्रेन के अंदर उन्हीं यात्रियों को जाने की इजाजत दी जा रही थी जिनका रिजर्वेशन उस गाड़ी में था। वही जनरल डब्बे की बात करें तो उसमें श्रद्धालुओं और आम यात्रियों का भीड़ काफी था लोग ट्रेन के अंदर घुसने के लिए ऑफर तफरी मचा रखे थे। 

रेलवे प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करने में लगा हुआ है, लेकिन यात्रियों की परेशानी कम होती नहीं दिख रही। संगम में अमृत स्नान की आस्था के चलते श्रद्धालु हर हाल में प्रयागराज पहुंचना चाहते हैं। आज इसी क्रम में कुछ यात्री ट्रेन में चढ़ गए और कुछ की ट्रेन छूट गई। 

 जिस तरह से प्रचार प्रसार किया गया यह महाकुंभ 144 वर्ष के बाद आया है ऐसे में हर माध्यम से भक्तजन प्रयागराज जाने के लिए तैयार हैं। हालांकि, अत्यधिक भीड़ और ट्रेनों में सीटों की कमी की वजह से उनकी परेशानी बढ़ गयी है। रेलवे प्रशासन अतिरिक्त ट्रेनें चलाने के बावजूद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष कर रहा है। 

दिल्ली में भगदड़ की घटना होने के बाद रेलवे प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। रेलवे के उच्चाधिकारियों हेमराज मीना ने कहा कि आरपीएफ और रेलवे अधिकारी लगातार मुआयना कर रहे है। जिन यात्रियों को जी बोगी में रिजर्वेशन है उसी में जाने की इजाजत दी जा रही है।

दिल्ली भगदड़ के बाद प्रयागराज से लेकर पटना तक, स्टेशनों पर भारी भीड़, गुस्साए यात्रियों ने तोड़े ट्रेन के शीशे

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई घायल हैं. इस हादसे के बाद देश के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी है. प्रयागराज जंक्शन पर भी यात्रियों का दबाव बढ़ गया है. भीड़ पर काबू पाना पुलिस और जीआरपी के लिए मुश्किल हो रहा है. वहीं, पटना रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों का हुजूम उमड़ा है. ट्रेन के दरवाजे नहीं खोलने पर गुस्साए यात्रियों ने बोगी के शीशे तोड़ दिए. गाजीपुर, टूंडला स्टेशन पर भी यात्रियों की भीड़ उमड़ी है.

प्रयागराज जंक्शन पर प्रशासन के अनुमान से भी अधिक रेल यात्री जंक्शन के बाहर जमा हो गए हैं, जिनका दबाव कम करने के लिए पुलिस ने रस्सियों का घेरा बना दिया है. इसी घेरे के दायरे में रहकर भीड़ रेंग-रेंग कर आगे बढ़ रही है. जंक्शन पर भारी संख्या में पुलिस बल और पैरा मिलिट्री फोर्स ने मोर्चा संभाला है.

प्रयागराज जंक्शन परिसर में सीधे एंट्री नहीं

आज भी प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ उमड़ी है. श्रद्धालुओं को अब प्रयागराज जंक्शन परिसर में सीधे एंट्री नहीं दी जा रही है. रेलवे स्टेशन जाने वाले रास्तों को ब्लॉक कर दिया गया है. भीड़ को पहले रेलवे स्टेशन के पास खुसरो बाग परिसर में बनाए गए होल्डिंग एरिया की तरफ मोड़ दिया जा रहा है

प्रयागराज स्टेशन पर उमड़ी भीड़

रेलवे स्टेशन और प्लेटफार्म में हालात सामान्य होने पर ही श्रद्धालुओं को यहां से छोड़कर स्टेशन पर जाने की अनुमति दी जा रही है. रविवार कि छुट्टी होने की वजह से आज भी महा कुम्भ क्षेत्र में भीड़ का रेला है. सुबह से दोपहर 12 बजे तक 65 लाख लोग महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं. प्रयागराज शहर के आठ रेलवे स्टेशनों से 120 स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं. इसके अलावा 188 रूटीन ट्रेन भी चल रही हैं.

पटना रेलवे स्टेशन पर यात्रियों ने ट्रेन की बोगी के शीशे तोड़े

पटना रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी. यात्री स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों में चढ़ने को बेताब थे. भीड़ को कंट्रोल करने में रेल पुलिस के पसीने छूट गए. इसी बीच, गुस्साए यात्रियों ने ट्रेन की बोगी के शीशे तोड़ दिए. वहीं, पुलिस यात्रियों से शांति बनाए रखने की अपील करती हुई दिखाई दी.

गाजीपुर स्टेशन पर यात्रियों का सैलाब

महाकुंभ स्नान को लेकर गाजीपुर के रेलवे स्टेशन पर भी भारी भीड़ उमड़ी है. बलिया स्टेशन से चलने वाली कामायनी एक्सप्रेस में भी भारी भीड़ देखी गई. कामायनी एक्सप्रेस की बोगी के गेट पर लोग लटके दिखाई दिए. एसी बोगी के गेट पर भी जनरल यात्री बैठे हुए दिखे. भारी भीड़ के चलते गाजीपुर स्टेशन पर कई महिलाएं ट्रेन में नहीं चढ़ पाईं. वहीं, RPF के जवान सिटी बजाकर यात्रियों को सावधान करते दिखे.

टूंडला जंक्शन पर भी यात्रियों का हाल बेहाल

टूंडला जंक्शन पर भारी भीड़ उमड़ी है. यात्रियों ने बताया कि अधिकांश ट्रेनों में पहले से ही आरक्षित श्रेणी की सीटें बुक हैं, जिससे सामान्य डिब्बों में खड़े होकर सफर करने की मजबूरी हो रही है. कई यात्री स्टेशन पर घंटों इंतजार करने के बावजूद ट्रेन में चढ़ नहीं पाए. टूंडला जंक्शन पर एक यात्री ने कहा, “महाकुंभ में जाने के लिए भीड़ होना स्वाभाविक है, लेकिन इतनी कठिनाई हो जाएगी, यह सोचा नहीं था. थोड़ी परेशानी हम समझ सकते हैं, लेकिन यहां तो हालात बदतर हैं. “रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 यात्रियों की मौत

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात को भगदड़ मच गई. इस हादसे में 18 यात्रियों की मौत हो गई और कई घायल हैं. रेलवे इस हादसे के कारणों की जांच में जुटी है. प्लेटफॉर्म नंबर 14 से 16 तक आने-जाने के दौरान भगदड़ मची. इस हादसे में जान गंवाने वाले सबसे ज्यादा बिहार और दिल्ली के हैं.

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रेलवे की अपील: यात्रियों से कहा- टिकटों की कालाबाजारी की शिकायत करें

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भारतीय रेलवे ने रेल टिकटों को लेकर यात्रियों से अपील की है. भारतीय रेलवे ने कहा है कि यात्रियों को फेयर टिकट मिले, इसको लेकर हम प्रतिबद्ध हैं. अगर इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी दिखे तो हमें तुरंत बताएं. ऐसा करके आप रेलवे सिस्टम को ठीक करने में मदद कर सकते हैं. रेलवे ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक बताया.

आरपीएफ के डीजी मनोज यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का हालिया फैसला असली रेल यात्रियों के अधिकारों की रक्षा में एक ऐतिहासिक निर्णय है. रेल मंत्रालय ने केरल और मद्रास हाई कोर्ट के फैसलों को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दायर की थी, जिसमें अनधिकृत थोक रेलवे टिकट बुकिंग को सामाजिक अपराध बताया गया था.

सिस्टम को सुधारने में हमारा साथ दें- RPF DG

आरपीएफ के डीजी ने कहा कि आरपीएफ अपने मिशन में दृढ़ है. सभी वैध यात्रियों के लिए टिकट सुलभ हों और व्यक्तिगत लाभ के लिए सिस्टम का दुरुपयोग न हो. सिस्टम का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ हम सख्त कार्रवाई करेंगे. हम जनता से अपील करते हैं कि वे किसी भी अनियमितता की रिपोर्ट करें और रेलवे सिस्टम को सुधारने में हमारा साथ दें. सभी शिकायतों के लिए हेल्पलाइन नंबर 139 एक ही है. रेलमदद पोर्टल के माध्यम से भी शिकायत कर सकते हैं. RPF यात्रियों को रेलवे सिस्टम की अखंडता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.

टिकटों की कालाबाजारी सामाजिक अपराध- SC

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि टिकटों की कालाबाजारी एक सामाजिक अपराध है और इससे आम लोगों को परेशानी होती है. रेलवे हमारे देश के बुनियादे ढांचे का आधार है. देश की अर्थव्यवस्था में इसका जबरदस्त प्रभाव है. रेल टिकट धोखाधड़ी अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रही है. इसे तुरंत रोका जाना चाहिए. इस फैसले से रेलवे टिकट, खासकर तत्काल टिकटों की कालाबाजारी रुकेगी. अब कोई भी व्यक्ति रेलवे टिकटों को जमा करके ज्यादा दामों पर नहीं बेच सकेगा. यह फैसला ऑनलाइन बुक किए गए टिकटों पर भी लागू होगा. सुप्रीम कोर्ट ने 9 जनवरी 2025 को यह फैसला सुनाया था.

*रेलवे स्टेशन परिसर की गतिविधियों पर 32 नई सीसीटीवी कैमरे रखेगी नजर*
सुल्तानपुर,बीबीआईपी रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रेल प्रशासन की ओर से 32 नए CCTV कैमरे लगाए जा रहे हैैं। पहले लगे कैमरों में खराबी आने पर उन्हें पुनः बदला जा रहा है। नए कैमरे लगने से स्टेशन परिसर के विभिन्न स्थानों पर होेने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जायेगी। इसलिए 32 नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यहां जिनका इंस्टाॅलेशन चल रहा है। कंट्रोल रूम RPF की निगरानी में संचालित होगा।
धनबाद रेलवे स्टेशन पर IRCTC कर्मचारियों पर हमला, अवैध पानी की बोतलें जब्त करने पर बवाल


धनबाद : रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-2 पर सोमवार की रात IRCTC के कर्मचारियों पर हमला किया गया।

मिली जानकारी के अनुसार IRCTC के कर्मचारी गैर मान्यता प्राप्त पानी की बोतलें जब्त करने पहुंचे थे तभी पानी माफिया सिंडिकेट ने उन पर हमला कर दिया।

घटना में IRCTC के एरिया ऑफिसर राकेश कुमार और कर्मचारी अफताब हुसैन को 8-10 लोगों ने घेरकर बुरी तरह पीटा। दोनों के सिर पर गंभीर चोटें आईं।

वहीं अफ़रा-तफ़री के बीच हमलावर मौके से फरार हो गए। घायल कर्मचारियों को देर रात RPF की मदद से SNMMCH में भर्ती कराया गया।

गैर मान्यता प्राप्त पानी की बोतलों की पेटियां जब्त

इस संबंध में IRCTC के अधिकारियों ने बताया कि गंगा-सतलज एक्सप्रेस में गैर मान्यता प्राप्त पानी की बोतलों की सप्लाई और अधिक कीमत वसूले जाने की लगातार शिकायतें मिल रही थीं।

सोमवार को एक ही दिन में आधा दर्जन शिकायतें मिलने के बाद एरिया ऑफिसर राकेश कुमार और अफताब हुसैन जांच के लिए ट्रेन में पहुंचे।

जांच के दौरान गंगा-सतलज एक्सप्रेस से गैर मान्यता प्राप्त पानी की बोतलों की कई पेटियां जब्त की गईं। इन पेटियों को नीचे उतारने के बाद जैसे ही ट्रेन रात 9:50 बजे रवाना हुई, कुछ लोगों ने अचानक हमला कर दिया।

IRCTC कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि इस हमले में मनईटांड के रिंकु सिंह और रिशु सिंह समेत अन्य लोग शामिल हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर पंकज कुमार भी SNMMCH पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया।

ट्रेन में यात्रियों का सामान चोरी करने वाले पेपर गैंग का भंडाफोड़: रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी ने 3 शातिर चोरों को किया गिरफ्तार

बिलासपुर-  रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और जीआरपी बिलासपुर ने ट्रेन में यात्रियों का सामान चोरी करने वाले पेपर गैंग का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से चोरी किए गए जेवरात भी बरामद किए हैं। पकड़े गए तीनों चोरों के खिलाफ विभिन्न राज्यों के जीआरपी थानों में पहले भी चोरी के कई मामले दर्ज हैं, जिन्हें गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है।

जानकारी के मुताबिक, 6 अक्टूबर 2024 को गाड़ी संख्या 08737 रायगढ़-बिलासपुर लोकल ट्रेन में यात्रा के दौरान इन चोरों ने एक महिला यात्री के पर्स का चैन खोलकर उसमें से एक गले का हार, कान की बाली एवं पायजेब के जेवरात चुरा लिए थे। इसके बाद महिला ने RPF से चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। महिला का बयान दर्ज करने के बाद पुलिस चोरों की तलाश में जुट गई। इस दौरान टीम जनरल बुकिंग काउंटर में रिपीटर यात्रियों में से कुछ संदिग्धों की लगातार निगरानी कर रही थी। आज, यानी बुधवार 27 नवंबर की शाम, बिलासपुर रेलवे स्टेशन नंबर 1 पर गाड़ी संख्या 08264 बिलासपुर-तितलागढ़ लोकल खड़ी थी। इस दौरान हावड़ा छोर पर खड़े 3 संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, इस दौरान उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

तीनों ट्रेनों में घूम-घूमकर करते थे यात्रियों का सामान चोरी

बता दें कि रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी बिलासपुर के हत्थे चढ़े आरोपियों का नाम अमर कुमार मंडल (35), विशाल कुमार पासवान (36), और सदानंद कुमार मंडल (22) है, जो बिहार के मुंगेर और भागलपुर जिलों के रहने वाले हैं। पूछताछ में इन चोरों ने स्वीकार किया कि वे ट्रेनों में घूमकर यात्रियों का सामान चोरी करते थे। चोरों ने बताया कि वे चोरी किए गए जेवरात मुंगेर ले जाकर ठेले वालों को बेचते थे। जीआरपी बिलासपुर ने शातिर चोरों के कब्जे से लोकल ट्रेन से चोरी किया गया सोने का हार, इयर रिंग और चांदी की पायजेब बरामद किया है। इन आरोपियों के खिलाफ जीआरपी थाना बिलासपुर में BNS की धारा 305(C) के तहत अपराध दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है।

*रेलवे स्टेशनों पर रील बनाने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन

देशभर में रेलवे स्टेशनों और ट्रेन के आसपास खड़े होकर रील बनाने वालों के खिलाफ अब सख्त एक्शन लिया जाएगा. रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन के अधिकारियों से कहा कि यदि रील बनाने वाले सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए खतरा पैदा करते हैं या कोच और रेलवे परिसर में यात्रियों को असुविधा पहुंचाते हैं तो उनके खिलाफ केस दर्ज करें.

रेलवे बोर्ड की ओर से यह आदेश उन मामलों के बाद आया है जिनमें लोगों ने अपने मोबाइल फोन से रेल की पटरियों और चलती ट्रेन में स्टंट के वीडियो बनाकर रेल सुरक्षा के साथ समझौता किया था. हाल फिलहाल में सोशल मीडिया पर भी इस तरह के वीडियो खूब शेयर किए जाते हैं.

रील बनाने की सारी हदें पार

पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि लोगों ने रील बनाने की सारी हदें पार कर दी हैं. वे न केवल अपनी जान को जोखिम में डालते हैं, बल्कि रेल की पटरियों पर वस्तुएं रखकर या वाहन चलाकर चलती ट्रेन में जानलेवा स्टंट करके सैकड़ों रेल यात्रियों की सुरक्षा को भी खतरे में डालते हैं.

सेल्फी लेने के चक्कर में नजदीक चले जाते थे

अधिकारी ने आगे कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले वीडियो में देखा गया है कि लोग सेल्फी लेते समय ट्रेन के काफी करीब आकर ट्रैक के नजदीक चले गए, यह समझे बिना कि एक ट्रेन कम समय में कितनी लंबी दूरी तय कर सकती है और इस कारण ट्रेन की चपेट में आकर अपनी जान गंवा बैठे.

रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) को मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए रील बनाने वाले लोगों के खिलाफ कोई ढील न बरतने की नीति अपनाने के लिए कहा गया है.

चलती ट्रेन में सांप ने यात्री को काटा, मची भगदड़:यात्री की इलाज जारी

उत्तर प्रदेश के झांसी से एक ऐसा मामला सामने आया, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. झांसी से दिल्ली की ओर जा रही ट्रेन में उस वक्त भगदड़ मच गई. जब चलती ट्रेन में एक युवक को सांप ने डस लिया. सांप जनरल डिब्बे में था, जिसे देखकर डिब्बे में सफर कर रहे बाकी यात्री अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे और पूरे डिब्बे में अफरा-तफरी मच गई.

दरअसल 30 साल का भगवानदास नाम का शख्स दिल्ली के जाने के लिए निकला था, जो मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ का रहने वाला है. वह रविवार, 10 नवंबर को खजुराहो-झांसी मेमू से झांसी पहुंचा. अब यहां से उसे अपना आगे का सफर तय करना था, जिसके लिए उसने दादर-अमृतसर एक्सप्रेस झांसी ट्रेन पकड़ी, जो दिल्ली की ओर जा रही थी और वह उसके जनरल कोच में चढ़ गया.

चलती ट्रेन में उसे सांप ने काटा

जनरल डिब्बों में अक्सर देखा जाता है कि वह यात्रियों से भरे हुए होते हैं और जब भगवानदास ट्रेन में चढ़ा, तो भी कुछ ऐसा ही आलम था, जिस वजह से उसे बैठने की जगह नहीं मिली तो वह दरवाजे के पीछे खड़ा हो गया लेकिन जब ट्रेन डबरा और ग्वालियर के बीच चल रही थी, तभी चलती ट्रेन में उसे सांप ने काट लिया. उसकी चीख सुनकर डिब्बे में सफर कर रहे बाकी यात्री आ गए.

मेडिकल कॉलेज में इलाज जारी

सांप को देखकर मची भगदड़ के बीच किसी ने रेलवे हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया और इस घटना की जानकारी रेलवे प्रशासन को दी. इसके बाद जब ट्रेन ग्वालियर पहुंची, तो भगवानदास को RPF की मदद से एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उसका इलाज जारी है. इस मामले को लेकर पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने कहा कि ट्रेन में ऐसे सांप नहीं निकलते. ये किसी अराजक तत्व की साजिश है.

दीपावली के खर्च और पार्टी के लिए चोरों ने की हद पार, रेलवे लाइन पर लगे सिग्नल की काटी केबल, पुलिस ने दो युवकों को रंगे हाथ पकड़ा

राजनांदगांव-  प्रदेश के कई इलाकों में बीते कुछ दिनों से रेलवे लाइन में लगे सिग्नल के तार और अन्य उपकरणों की चोरी की घटनाएं हो रही हैं। ताजा मामला राजनांदगांव से सामने आया है, जहां सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात रेलवे सिग्नल के केबल की चोरी करने वाले दो युवकों को आरपीएफ ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। मामले में आरपीएफ ने विधिवत कार्रवाई करते हुए दोनों की निशानदेही पर चोरी की केबल बरामद कर उन्हें जेल भेज दिया है।

बता दें कि राजनांदगांव आरपीएफ को सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात करीब 3 बजे मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष नागपुर से राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पश्चिमी यार्ड में सिग्नल फेल होने की सूचना मिली। जिसके बाद मंडल सुरक्षा आयुक्त नागपूर दीपचंद आर्य के दिशा निर्देशन पर राजनांदगांव RPF की टीम प्रभारी निरीक्षक तरुणा साहू के नेतृत्व में मौके पर पहुंची। इस दौरान मौके पर सिग्नल विभाग के एसएसई हीरालाल और उनके अधीनस्थ मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान पता चला कि राजनांदगांव पश्चिमी यार्ड के सभी सिग्नल फेल हैं और सिग्नल की चार नग 30 कोर, कुल 36 मीटर केबल काटकर चोरी की गई है। इस दौरान घटनास्थल के पास बीएनसी मिल लाइन साइड की झाड़ियों में चेकिंग के दौरान दो युवकों को आरपीएफ की टीम को देखकर भागते हुए देखा गया। इसके बाद आरपीएफ की टीम ने उन्हें घेराबंदी कर धर दबोचा।

दीपावली के खर्च और पार्टी के लिए की चोरी

जानकारी के मुताबिक पुलिस के हत्थे चढ़े युवकों में एक चिखली के रामनगर निवासी भक्त राज ढीमर पिता ईश्वरी प्रसाद ढीमर (उम्र 24 साल) है, जबकि दूसरा भागवत नेताम पिता शेर सिंह नेताम (उम्र 20 साल) है, जो बसंतपुर का रहने वाला है। पूछताछ में दोनो ने बताया कि वे दीपावली के खर्च और पार्टी के लिए रेलवे की केबल काटकर जलाने की योजना बना रहे थे।

आरपीएफ ने चोरी की केबल जब्त कर दोनों को भेजा जेल

बता दें कि आरपीएफ ने दोनों युवकों की निशानदेही पर झाड़ियों में छिपाकर रखे गए चार नग सिग्नल केबल बंडल और केबल काटने के लिए उपयोग की गई हैक्सा ब्लेड भी बरामद की है। आरोपियों के खिलाफ धारा 3(अ) रेलवे अवैध कब्जा अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर मंगलवार को न्यायिक कार्यवाही के लिए रायपुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां वारंट मिलने पर दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। इस कार्रवाई में आरपीएफ उप निरीक्षक के. प्रसाद, आरक्षक राहुल घाहरे, आरक्षक प्रमोद यादव, और आरक्षक राजेंद्र रायकवाड़ की भी विशेष भूमिका रही।

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर क्यों और कैसे मची भगदड़? आरपीएफ की रिपोर्ट में वजह आई सामने

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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी को हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई थी। घटना को लेकर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि प्रयागराज जाने वाली कुंभ स्पेशल ट्रेन के प्लेटफॉर्म बदलने के अनाउंसमेंट से हादसा हुआ है। आरपीएफ ने घटना के एक दिन बाद यानी 16 फरवरी को दिल्ली जोन को एक रिपोर्ट सौंपी है।

आरपीएफ की रिपोर्ट के मुताबिक प्रयागराज जाने वाली कुंभ स्पेशल ट्रेन के बारे में तीन मिनट के अंतराल पर दो अलग-अलग प्लेटफॉर्म का ऐलान होने की वजह से शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। पहले ऐलान में कहा गया कि ट्रेन प्लेटफॉर्म 12 से चलेगी, जबकि दूसरी बार कहा गया कि यह ट्रेन प्लेटफॉर्म 16 से रवाना होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन घोषणाओं के तुरंत बाद भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।

आरपीएफ के नई दिल्ली पोस्ट के इंचार्ज इंस्पेक्टर ने यह रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुंभ स्पेशल के लिए अनाउंसमेंट के बाद प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13, 14 और 15 के यात्री पैदल पुल नंबर 2 और 3 की ओर जाने लगे। इन सभी प्लेटफॉर्म पर जाम लग गया था। ये सारे यात्री सीढ़ियों का इस्तेमाल कर रहे थे। ठीक उसी समय मगध एक्सप्रेस (प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी) और उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर खड़ी) और प्रयागराज एक्सप्रेस (जो स्टेशन पर आने ही वाली थी) के यात्री भी सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे। इन यात्रियों का आमना-सामना हुआ। भीड़ ज्यादा होने की वजह से कुछ यात्री सीढ़ियों पर फिसल गए और दूसरों के नीचे कुचल गए।

भगदड़ की शुरुआत जांच में पता चला था कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हर दिन शाम 6 बजे से 8 बजे के बीच औसतन 7000 टिकट बुक किए जाते हैं। हालांकि, शनिवार को यह संख्या बढ़कर 9,600 से ज्यादा हो गई, जो कि सामान्य श्रेणी के टिकटों से 2600 ज्यादा थी। टिकटों की बिक्री में हुई बढ़ोतरी के चलते अजमेरी गेट साइड प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की संख्या बढ़ गई, जहां प्रयागराज सहित कई पूर्व की ओर जाने वाली ट्रेनें निर्धारित थीं।

आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त ने पुल नंबर 2 पर पहुंचकर भीड़ का जायजा लिया और स्टेशन डायरेक्टर को टिकट बिक्री रोकने व भीड़ को कंट्रोल करने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा। डायरेक्टर को यह भी निर्देश दिया गया कि जैसे ही स्पेशल ट्रेनें भर जाएं, उन्हें तुरंत रवाना कर दिया जाए। रिपोर्ट में कहा गया है कि आरपीएफ अधिकारी पुलों को खाली कराने की कोशिश कर रहे थे, तभी रात 8:45 बजे कुंभ स्पेशल ट्रेन के प्लेटफॉर्म 12 से रवाना होने का ऐलान किया गया, कुछ ही देर बाद एक और ऐलान किया गया था कि यह ट्रेन अब प्लेटफॉर्म 16 से रवाना होगी। इससे यात्रियों में अफरातफरी मच गई।

रांची रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज जाने के लिए उमड़ रही भीड़, ट्रेनों में अफरा-तफरी, ट्रेन छूटने का लोगों में दुख, रेलवे प्रशासन भी अलर्ट

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : माघी पूर्णिमा के बाद भी प्रयागराज स्थित संगम में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। आज सोमवार हटिया से खुलने वाली स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में कुछ इस तरह का ही नजारा देखने को मिला। यह ट्रेन रांची स्टेशन आते ही श्रद्धालुओं का भीड़ उमड़ पड़ी। ट्रेन के आते ही अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

हालांकि प्रशासन भी इसके लिए पूरी तरह से मुस्तैद थी। स्टेशन के बाहर उन्हीं यात्रियों को अंदर जाने की इजाजत दी जा रही थी जिनके पास टिकट था। और ट्रेन की बात करें तो रिजर्वेशन और AC बोगी के बाहर RPF के जवान खड़े थे। ट्रेन के अंदर उन्हीं यात्रियों को जाने की इजाजत दी जा रही थी जिनका रिजर्वेशन उस गाड़ी में था। वही जनरल डब्बे की बात करें तो उसमें श्रद्धालुओं और आम यात्रियों का भीड़ काफी था लोग ट्रेन के अंदर घुसने के लिए ऑफर तफरी मचा रखे थे। 

रेलवे प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करने में लगा हुआ है, लेकिन यात्रियों की परेशानी कम होती नहीं दिख रही। संगम में अमृत स्नान की आस्था के चलते श्रद्धालु हर हाल में प्रयागराज पहुंचना चाहते हैं। आज इसी क्रम में कुछ यात्री ट्रेन में चढ़ गए और कुछ की ट्रेन छूट गई। 

 जिस तरह से प्रचार प्रसार किया गया यह महाकुंभ 144 वर्ष के बाद आया है ऐसे में हर माध्यम से भक्तजन प्रयागराज जाने के लिए तैयार हैं। हालांकि, अत्यधिक भीड़ और ट्रेनों में सीटों की कमी की वजह से उनकी परेशानी बढ़ गयी है। रेलवे प्रशासन अतिरिक्त ट्रेनें चलाने के बावजूद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष कर रहा है। 

दिल्ली में भगदड़ की घटना होने के बाद रेलवे प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। रेलवे के उच्चाधिकारियों हेमराज मीना ने कहा कि आरपीएफ और रेलवे अधिकारी लगातार मुआयना कर रहे है। जिन यात्रियों को जी बोगी में रिजर्वेशन है उसी में जाने की इजाजत दी जा रही है।

दिल्ली भगदड़ के बाद प्रयागराज से लेकर पटना तक, स्टेशनों पर भारी भीड़, गुस्साए यात्रियों ने तोड़े ट्रेन के शीशे

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई घायल हैं. इस हादसे के बाद देश के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी है. प्रयागराज जंक्शन पर भी यात्रियों का दबाव बढ़ गया है. भीड़ पर काबू पाना पुलिस और जीआरपी के लिए मुश्किल हो रहा है. वहीं, पटना रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों का हुजूम उमड़ा है. ट्रेन के दरवाजे नहीं खोलने पर गुस्साए यात्रियों ने बोगी के शीशे तोड़ दिए. गाजीपुर, टूंडला स्टेशन पर भी यात्रियों की भीड़ उमड़ी है.

प्रयागराज जंक्शन पर प्रशासन के अनुमान से भी अधिक रेल यात्री जंक्शन के बाहर जमा हो गए हैं, जिनका दबाव कम करने के लिए पुलिस ने रस्सियों का घेरा बना दिया है. इसी घेरे के दायरे में रहकर भीड़ रेंग-रेंग कर आगे बढ़ रही है. जंक्शन पर भारी संख्या में पुलिस बल और पैरा मिलिट्री फोर्स ने मोर्चा संभाला है.

प्रयागराज जंक्शन परिसर में सीधे एंट्री नहीं

आज भी प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ उमड़ी है. श्रद्धालुओं को अब प्रयागराज जंक्शन परिसर में सीधे एंट्री नहीं दी जा रही है. रेलवे स्टेशन जाने वाले रास्तों को ब्लॉक कर दिया गया है. भीड़ को पहले रेलवे स्टेशन के पास खुसरो बाग परिसर में बनाए गए होल्डिंग एरिया की तरफ मोड़ दिया जा रहा है

प्रयागराज स्टेशन पर उमड़ी भीड़

रेलवे स्टेशन और प्लेटफार्म में हालात सामान्य होने पर ही श्रद्धालुओं को यहां से छोड़कर स्टेशन पर जाने की अनुमति दी जा रही है. रविवार कि छुट्टी होने की वजह से आज भी महा कुम्भ क्षेत्र में भीड़ का रेला है. सुबह से दोपहर 12 बजे तक 65 लाख लोग महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं. प्रयागराज शहर के आठ रेलवे स्टेशनों से 120 स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं. इसके अलावा 188 रूटीन ट्रेन भी चल रही हैं.

पटना रेलवे स्टेशन पर यात्रियों ने ट्रेन की बोगी के शीशे तोड़े

पटना रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी. यात्री स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों में चढ़ने को बेताब थे. भीड़ को कंट्रोल करने में रेल पुलिस के पसीने छूट गए. इसी बीच, गुस्साए यात्रियों ने ट्रेन की बोगी के शीशे तोड़ दिए. वहीं, पुलिस यात्रियों से शांति बनाए रखने की अपील करती हुई दिखाई दी.

गाजीपुर स्टेशन पर यात्रियों का सैलाब

महाकुंभ स्नान को लेकर गाजीपुर के रेलवे स्टेशन पर भी भारी भीड़ उमड़ी है. बलिया स्टेशन से चलने वाली कामायनी एक्सप्रेस में भी भारी भीड़ देखी गई. कामायनी एक्सप्रेस की बोगी के गेट पर लोग लटके दिखाई दिए. एसी बोगी के गेट पर भी जनरल यात्री बैठे हुए दिखे. भारी भीड़ के चलते गाजीपुर स्टेशन पर कई महिलाएं ट्रेन में नहीं चढ़ पाईं. वहीं, RPF के जवान सिटी बजाकर यात्रियों को सावधान करते दिखे.

टूंडला जंक्शन पर भी यात्रियों का हाल बेहाल

टूंडला जंक्शन पर भारी भीड़ उमड़ी है. यात्रियों ने बताया कि अधिकांश ट्रेनों में पहले से ही आरक्षित श्रेणी की सीटें बुक हैं, जिससे सामान्य डिब्बों में खड़े होकर सफर करने की मजबूरी हो रही है. कई यात्री स्टेशन पर घंटों इंतजार करने के बावजूद ट्रेन में चढ़ नहीं पाए. टूंडला जंक्शन पर एक यात्री ने कहा, “महाकुंभ में जाने के लिए भीड़ होना स्वाभाविक है, लेकिन इतनी कठिनाई हो जाएगी, यह सोचा नहीं था. थोड़ी परेशानी हम समझ सकते हैं, लेकिन यहां तो हालात बदतर हैं. “रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 यात्रियों की मौत

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात को भगदड़ मच गई. इस हादसे में 18 यात्रियों की मौत हो गई और कई घायल हैं. रेलवे इस हादसे के कारणों की जांच में जुटी है. प्लेटफॉर्म नंबर 14 से 16 तक आने-जाने के दौरान भगदड़ मची. इस हादसे में जान गंवाने वाले सबसे ज्यादा बिहार और दिल्ली के हैं.

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रेलवे की अपील: यात्रियों से कहा- टिकटों की कालाबाजारी की शिकायत करें

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भारतीय रेलवे ने रेल टिकटों को लेकर यात्रियों से अपील की है. भारतीय रेलवे ने कहा है कि यात्रियों को फेयर टिकट मिले, इसको लेकर हम प्रतिबद्ध हैं. अगर इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी दिखे तो हमें तुरंत बताएं. ऐसा करके आप रेलवे सिस्टम को ठीक करने में मदद कर सकते हैं. रेलवे ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक बताया.

आरपीएफ के डीजी मनोज यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का हालिया फैसला असली रेल यात्रियों के अधिकारों की रक्षा में एक ऐतिहासिक निर्णय है. रेल मंत्रालय ने केरल और मद्रास हाई कोर्ट के फैसलों को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दायर की थी, जिसमें अनधिकृत थोक रेलवे टिकट बुकिंग को सामाजिक अपराध बताया गया था.

सिस्टम को सुधारने में हमारा साथ दें- RPF DG

आरपीएफ के डीजी ने कहा कि आरपीएफ अपने मिशन में दृढ़ है. सभी वैध यात्रियों के लिए टिकट सुलभ हों और व्यक्तिगत लाभ के लिए सिस्टम का दुरुपयोग न हो. सिस्टम का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ हम सख्त कार्रवाई करेंगे. हम जनता से अपील करते हैं कि वे किसी भी अनियमितता की रिपोर्ट करें और रेलवे सिस्टम को सुधारने में हमारा साथ दें. सभी शिकायतों के लिए हेल्पलाइन नंबर 139 एक ही है. रेलमदद पोर्टल के माध्यम से भी शिकायत कर सकते हैं. RPF यात्रियों को रेलवे सिस्टम की अखंडता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.

टिकटों की कालाबाजारी सामाजिक अपराध- SC

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि टिकटों की कालाबाजारी एक सामाजिक अपराध है और इससे आम लोगों को परेशानी होती है. रेलवे हमारे देश के बुनियादे ढांचे का आधार है. देश की अर्थव्यवस्था में इसका जबरदस्त प्रभाव है. रेल टिकट धोखाधड़ी अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रही है. इसे तुरंत रोका जाना चाहिए. इस फैसले से रेलवे टिकट, खासकर तत्काल टिकटों की कालाबाजारी रुकेगी. अब कोई भी व्यक्ति रेलवे टिकटों को जमा करके ज्यादा दामों पर नहीं बेच सकेगा. यह फैसला ऑनलाइन बुक किए गए टिकटों पर भी लागू होगा. सुप्रीम कोर्ट ने 9 जनवरी 2025 को यह फैसला सुनाया था.

*रेलवे स्टेशन परिसर की गतिविधियों पर 32 नई सीसीटीवी कैमरे रखेगी नजर*
सुल्तानपुर,बीबीआईपी रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रेल प्रशासन की ओर से 32 नए CCTV कैमरे लगाए जा रहे हैैं। पहले लगे कैमरों में खराबी आने पर उन्हें पुनः बदला जा रहा है। नए कैमरे लगने से स्टेशन परिसर के विभिन्न स्थानों पर होेने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जायेगी। इसलिए 32 नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यहां जिनका इंस्टाॅलेशन चल रहा है। कंट्रोल रूम RPF की निगरानी में संचालित होगा।
धनबाद रेलवे स्टेशन पर IRCTC कर्मचारियों पर हमला, अवैध पानी की बोतलें जब्त करने पर बवाल


धनबाद : रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-2 पर सोमवार की रात IRCTC के कर्मचारियों पर हमला किया गया।

मिली जानकारी के अनुसार IRCTC के कर्मचारी गैर मान्यता प्राप्त पानी की बोतलें जब्त करने पहुंचे थे तभी पानी माफिया सिंडिकेट ने उन पर हमला कर दिया।

घटना में IRCTC के एरिया ऑफिसर राकेश कुमार और कर्मचारी अफताब हुसैन को 8-10 लोगों ने घेरकर बुरी तरह पीटा। दोनों के सिर पर गंभीर चोटें आईं।

वहीं अफ़रा-तफ़री के बीच हमलावर मौके से फरार हो गए। घायल कर्मचारियों को देर रात RPF की मदद से SNMMCH में भर्ती कराया गया।

गैर मान्यता प्राप्त पानी की बोतलों की पेटियां जब्त

इस संबंध में IRCTC के अधिकारियों ने बताया कि गंगा-सतलज एक्सप्रेस में गैर मान्यता प्राप्त पानी की बोतलों की सप्लाई और अधिक कीमत वसूले जाने की लगातार शिकायतें मिल रही थीं।

सोमवार को एक ही दिन में आधा दर्जन शिकायतें मिलने के बाद एरिया ऑफिसर राकेश कुमार और अफताब हुसैन जांच के लिए ट्रेन में पहुंचे।

जांच के दौरान गंगा-सतलज एक्सप्रेस से गैर मान्यता प्राप्त पानी की बोतलों की कई पेटियां जब्त की गईं। इन पेटियों को नीचे उतारने के बाद जैसे ही ट्रेन रात 9:50 बजे रवाना हुई, कुछ लोगों ने अचानक हमला कर दिया।

IRCTC कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि इस हमले में मनईटांड के रिंकु सिंह और रिशु सिंह समेत अन्य लोग शामिल हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर पंकज कुमार भी SNMMCH पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया।

ट्रेन में यात्रियों का सामान चोरी करने वाले पेपर गैंग का भंडाफोड़: रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी ने 3 शातिर चोरों को किया गिरफ्तार

बिलासपुर-  रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और जीआरपी बिलासपुर ने ट्रेन में यात्रियों का सामान चोरी करने वाले पेपर गैंग का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से चोरी किए गए जेवरात भी बरामद किए हैं। पकड़े गए तीनों चोरों के खिलाफ विभिन्न राज्यों के जीआरपी थानों में पहले भी चोरी के कई मामले दर्ज हैं, जिन्हें गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है।

जानकारी के मुताबिक, 6 अक्टूबर 2024 को गाड़ी संख्या 08737 रायगढ़-बिलासपुर लोकल ट्रेन में यात्रा के दौरान इन चोरों ने एक महिला यात्री के पर्स का चैन खोलकर उसमें से एक गले का हार, कान की बाली एवं पायजेब के जेवरात चुरा लिए थे। इसके बाद महिला ने RPF से चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। महिला का बयान दर्ज करने के बाद पुलिस चोरों की तलाश में जुट गई। इस दौरान टीम जनरल बुकिंग काउंटर में रिपीटर यात्रियों में से कुछ संदिग्धों की लगातार निगरानी कर रही थी। आज, यानी बुधवार 27 नवंबर की शाम, बिलासपुर रेलवे स्टेशन नंबर 1 पर गाड़ी संख्या 08264 बिलासपुर-तितलागढ़ लोकल खड़ी थी। इस दौरान हावड़ा छोर पर खड़े 3 संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, इस दौरान उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

तीनों ट्रेनों में घूम-घूमकर करते थे यात्रियों का सामान चोरी

बता दें कि रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी बिलासपुर के हत्थे चढ़े आरोपियों का नाम अमर कुमार मंडल (35), विशाल कुमार पासवान (36), और सदानंद कुमार मंडल (22) है, जो बिहार के मुंगेर और भागलपुर जिलों के रहने वाले हैं। पूछताछ में इन चोरों ने स्वीकार किया कि वे ट्रेनों में घूमकर यात्रियों का सामान चोरी करते थे। चोरों ने बताया कि वे चोरी किए गए जेवरात मुंगेर ले जाकर ठेले वालों को बेचते थे। जीआरपी बिलासपुर ने शातिर चोरों के कब्जे से लोकल ट्रेन से चोरी किया गया सोने का हार, इयर रिंग और चांदी की पायजेब बरामद किया है। इन आरोपियों के खिलाफ जीआरपी थाना बिलासपुर में BNS की धारा 305(C) के तहत अपराध दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है।

*रेलवे स्टेशनों पर रील बनाने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन

देशभर में रेलवे स्टेशनों और ट्रेन के आसपास खड़े होकर रील बनाने वालों के खिलाफ अब सख्त एक्शन लिया जाएगा. रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन के अधिकारियों से कहा कि यदि रील बनाने वाले सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए खतरा पैदा करते हैं या कोच और रेलवे परिसर में यात्रियों को असुविधा पहुंचाते हैं तो उनके खिलाफ केस दर्ज करें.

रेलवे बोर्ड की ओर से यह आदेश उन मामलों के बाद आया है जिनमें लोगों ने अपने मोबाइल फोन से रेल की पटरियों और चलती ट्रेन में स्टंट के वीडियो बनाकर रेल सुरक्षा के साथ समझौता किया था. हाल फिलहाल में सोशल मीडिया पर भी इस तरह के वीडियो खूब शेयर किए जाते हैं.

रील बनाने की सारी हदें पार

पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि लोगों ने रील बनाने की सारी हदें पार कर दी हैं. वे न केवल अपनी जान को जोखिम में डालते हैं, बल्कि रेल की पटरियों पर वस्तुएं रखकर या वाहन चलाकर चलती ट्रेन में जानलेवा स्टंट करके सैकड़ों रेल यात्रियों की सुरक्षा को भी खतरे में डालते हैं.

सेल्फी लेने के चक्कर में नजदीक चले जाते थे

अधिकारी ने आगे कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले वीडियो में देखा गया है कि लोग सेल्फी लेते समय ट्रेन के काफी करीब आकर ट्रैक के नजदीक चले गए, यह समझे बिना कि एक ट्रेन कम समय में कितनी लंबी दूरी तय कर सकती है और इस कारण ट्रेन की चपेट में आकर अपनी जान गंवा बैठे.

रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) को मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए रील बनाने वाले लोगों के खिलाफ कोई ढील न बरतने की नीति अपनाने के लिए कहा गया है.

चलती ट्रेन में सांप ने यात्री को काटा, मची भगदड़:यात्री की इलाज जारी

उत्तर प्रदेश के झांसी से एक ऐसा मामला सामने आया, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. झांसी से दिल्ली की ओर जा रही ट्रेन में उस वक्त भगदड़ मच गई. जब चलती ट्रेन में एक युवक को सांप ने डस लिया. सांप जनरल डिब्बे में था, जिसे देखकर डिब्बे में सफर कर रहे बाकी यात्री अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे और पूरे डिब्बे में अफरा-तफरी मच गई.

दरअसल 30 साल का भगवानदास नाम का शख्स दिल्ली के जाने के लिए निकला था, जो मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ का रहने वाला है. वह रविवार, 10 नवंबर को खजुराहो-झांसी मेमू से झांसी पहुंचा. अब यहां से उसे अपना आगे का सफर तय करना था, जिसके लिए उसने दादर-अमृतसर एक्सप्रेस झांसी ट्रेन पकड़ी, जो दिल्ली की ओर जा रही थी और वह उसके जनरल कोच में चढ़ गया.

चलती ट्रेन में उसे सांप ने काटा

जनरल डिब्बों में अक्सर देखा जाता है कि वह यात्रियों से भरे हुए होते हैं और जब भगवानदास ट्रेन में चढ़ा, तो भी कुछ ऐसा ही आलम था, जिस वजह से उसे बैठने की जगह नहीं मिली तो वह दरवाजे के पीछे खड़ा हो गया लेकिन जब ट्रेन डबरा और ग्वालियर के बीच चल रही थी, तभी चलती ट्रेन में उसे सांप ने काट लिया. उसकी चीख सुनकर डिब्बे में सफर कर रहे बाकी यात्री आ गए.

मेडिकल कॉलेज में इलाज जारी

सांप को देखकर मची भगदड़ के बीच किसी ने रेलवे हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया और इस घटना की जानकारी रेलवे प्रशासन को दी. इसके बाद जब ट्रेन ग्वालियर पहुंची, तो भगवानदास को RPF की मदद से एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उसका इलाज जारी है. इस मामले को लेकर पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने कहा कि ट्रेन में ऐसे सांप नहीं निकलते. ये किसी अराजक तत्व की साजिश है.

दीपावली के खर्च और पार्टी के लिए चोरों ने की हद पार, रेलवे लाइन पर लगे सिग्नल की काटी केबल, पुलिस ने दो युवकों को रंगे हाथ पकड़ा

राजनांदगांव-  प्रदेश के कई इलाकों में बीते कुछ दिनों से रेलवे लाइन में लगे सिग्नल के तार और अन्य उपकरणों की चोरी की घटनाएं हो रही हैं। ताजा मामला राजनांदगांव से सामने आया है, जहां सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात रेलवे सिग्नल के केबल की चोरी करने वाले दो युवकों को आरपीएफ ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। मामले में आरपीएफ ने विधिवत कार्रवाई करते हुए दोनों की निशानदेही पर चोरी की केबल बरामद कर उन्हें जेल भेज दिया है।

बता दें कि राजनांदगांव आरपीएफ को सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात करीब 3 बजे मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष नागपुर से राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पश्चिमी यार्ड में सिग्नल फेल होने की सूचना मिली। जिसके बाद मंडल सुरक्षा आयुक्त नागपूर दीपचंद आर्य के दिशा निर्देशन पर राजनांदगांव RPF की टीम प्रभारी निरीक्षक तरुणा साहू के नेतृत्व में मौके पर पहुंची। इस दौरान मौके पर सिग्नल विभाग के एसएसई हीरालाल और उनके अधीनस्थ मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान पता चला कि राजनांदगांव पश्चिमी यार्ड के सभी सिग्नल फेल हैं और सिग्नल की चार नग 30 कोर, कुल 36 मीटर केबल काटकर चोरी की गई है। इस दौरान घटनास्थल के पास बीएनसी मिल लाइन साइड की झाड़ियों में चेकिंग के दौरान दो युवकों को आरपीएफ की टीम को देखकर भागते हुए देखा गया। इसके बाद आरपीएफ की टीम ने उन्हें घेराबंदी कर धर दबोचा।

दीपावली के खर्च और पार्टी के लिए की चोरी

जानकारी के मुताबिक पुलिस के हत्थे चढ़े युवकों में एक चिखली के रामनगर निवासी भक्त राज ढीमर पिता ईश्वरी प्रसाद ढीमर (उम्र 24 साल) है, जबकि दूसरा भागवत नेताम पिता शेर सिंह नेताम (उम्र 20 साल) है, जो बसंतपुर का रहने वाला है। पूछताछ में दोनो ने बताया कि वे दीपावली के खर्च और पार्टी के लिए रेलवे की केबल काटकर जलाने की योजना बना रहे थे।

आरपीएफ ने चोरी की केबल जब्त कर दोनों को भेजा जेल

बता दें कि आरपीएफ ने दोनों युवकों की निशानदेही पर झाड़ियों में छिपाकर रखे गए चार नग सिग्नल केबल बंडल और केबल काटने के लिए उपयोग की गई हैक्सा ब्लेड भी बरामद की है। आरोपियों के खिलाफ धारा 3(अ) रेलवे अवैध कब्जा अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर मंगलवार को न्यायिक कार्यवाही के लिए रायपुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां वारंट मिलने पर दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। इस कार्रवाई में आरपीएफ उप निरीक्षक के. प्रसाद, आरक्षक राहुल घाहरे, आरक्षक प्रमोद यादव, और आरक्षक राजेंद्र रायकवाड़ की भी विशेष भूमिका रही।