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Sep 17 2024, 18:57

खरगे का पीएम मोदी को खतः कहा- आपके नेता राहुल को मारने की धमकी दे रहे, उन पर अंकुश लगाइए
# mallikarjun_kharge_letter_to_pm_raise_rahul_gandhi_issue
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने ये खत कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा नेताओं के बयानों को लेकर लिखा है। खरगे ने प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर ये पत्र लिखा है। इसकी पहली लाइन में बधाई देने के बाद उन्होंने अपनी शिकायतें जाहिर की हैं। पीएम से कहा है कि वो अपने नेताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाएं।

खड़गे ने मोदी से कहा कि भाजपा नेता लगातार राहुल को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। यह भविष्य के लिए घातक है। ऐसे नेताओं पर अंकुश लगाइए और उनके खिलाफ कार्रवाई कीजिए। खड़गे ने कहा कि राहुल को लगातार मिल रही धमकियों से कांग्रेस के कार्यकर्ता परेशान हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि राहुल के साथ कोई अनहोनी न हो।

खरगे ने लिखा, 'एक अहम मुद्दे पर आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूं, जो सीधे लोकतंत्र और संविधान से जुड़ा हुआ है। आप अवगत होंगे कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक, हिंसक और अशिष्ट बयानों का सिलसिला चल रहा है। मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि भारतीय जनता पार्टी और आपके सहयोगी दलों के नेताओं ने जिस हिंसक भाषा का प्रयोग किया है, वह भविष्य के लिए घातक है। सभी हैरान हैं कि केंद्र सरकार में रेल राज्य मंत्री, भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के मंत्री, लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता को 'नंबर एक आतंकवादी' कह रहे हैं। उन्होंने आगे लिखा, 'महाराष्ट्र में आपकी सरकार में सहयोगी दल का एक विधायक, नेता प्रतिपक्ष की जुबान काट कर लाने वाले को 11 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा कर रहे हैं। दिल्ली में एक भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक, उनका हस्र दादी जैसा करने की धमकी दे रहे हैं।'

लेटर में उन्होंने आगे लिखा, भारतीय संस्कृति अहिंसा, सद्भाव और प्रेम के लिए विश्वभर में जानी जाती है। इन बिंदुओं को हमारे नायकों ने राजनीति में मानक के रूप में स्थापित किया। गांधीजी ने अंग्रेजों के राज में ही इन मानकों को राजनीति का अहम हिस्सा बना दिया था। आजादी के बाद संसदीय परिधि में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सम्मानजनक अहसमतियों का एक लंबा इतिहास रहा है। इसने भारतीय लोकतंत्र की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का काम किया।

बता दें कि पिछले कुछ दिनों में नेता प्रतिपक्ष को लेकर एनडीए के नेताओं ने विवादास्पद बयान दिया है। 11 सितंबर को भाजपा नेता तरविंदर सिंह ने कहा था कि राहुल का हाल उसकी दादी जैसा होगा। फिर 15 सितंबर को केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल को देश का नंबर-1 आतंकी बताया। इसके अगले दिन यानी 16 सितंबर को शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा था कि जो राहुल की जीभ काटेगा, उसे 11 लाख का इनाम दिए जाएंगे।

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Sep 12 2024, 11:06

20 सीटें और मिलती तो 400 पार वाले जेल में होते', खरगे की ये कैसी धमकी?

#khargesaysifwehad20moreseatsbjpleaderswouldbein_jail

चुनावी मौसम है, जिसमें बयानबाजियां जोरों पर हैं। इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बड़ा विवादित बयान दिया है। मल्लिकार्जुन खरगे ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में एक चुनावी रैली के दौरान बीजेपी पर बड़ा हमला बोला। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हम अगर 20 और सीट जीत जाते तो अब तक बीजेपी के कई नेता जेल में रहते। खड़गे की इस बयान के बाद सियासी हलचल पैदा हो गई है।बीजेपी ने उनके बयान पर पलटवार करते हे कहा है कि उनकी यह टिप्पणी कांग्रेस की ‘‘आपातकाल वाली मानसिकता’’ का स्पष्ट उदाहरण है।

जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने अनंतनाग में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले 400 पार, 400 पार कहते थे। आपके 400 पार कहां गए? उन्हें केवल 240 सीट मिलीं। अगर हम 20 और सीट जीतते, तो वे जेल में होते। वे जेल में रहने के लायक हैं।

खरगे ने आगे कहा कि बीजेपी को उसका विरोध करने वाले राजनीतिक दलों और गठबंधनों को तोड़ने का प्रयास बंद कर देना चाहिए, क्योंकि केंद्र में उसकी अल्पमत सरकार है जो अपने अस्तित्व के लिए टीडीपी और जेडीयू पर निर्भर है।यह अल्पमत की सरकार है। चंद्रबाबू नायडू कभी भी समर्थन वापस ले सकते हैं। नीतीश कुमार कभी भी गठबंधन से बाहर निकल सकते हैं। आपने एक हाथ किसी और को जबकि एक पैर किसी और को दे दिया है। बीजेपी वाले को सावधानी से चलना चाहिए।

खड़गे ने आगे कहा कि यह लोग ईडी और सीबीआई से हमें डराते हैं, लेकिन इंडी गठबंधन और समर्थक उनसे डरने वाले नहीं हैं। पार्टी समर्थकों को एक साथ खड़ा होना होगा और हमें एक-दूसरे पर आरोप लगाने से बचना चाहिए।

बीजेपी का पलटवार

खरगे के इस बयान पर बीजेपी ने तगड़ा पलटवार किया है। बीजेपी ने कहा कि खरगे का यह बयान कांग्रेस के इमरजेंसी माइंडसेट का बेस्ट एग्जांपल है।बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह कांग्रेस की इमरजेंसी वाली मानसिकता का स्पष्ट उदाहरण है। इंदिरा गांधी ने आपातकाल लागू किया था और विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया था। कांग्रेस उस विरासत को जारी रखना चाहती है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को आपातकाल लागू किया था जो 21 महीने तक जारी रहा था।

Nisthawrites

Sep 11 2024, 19:26

25 लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा से लेकर ब्याज मुक्त ऋण तक: जम्मू-कश्मीर चुनाव से पहले कांग्रेस की 5 गारंटी

#congress_guarantees_benefits_in_jammu_and_kashmir_ahead_of_polls

Mallikarjun Kharge

खड़गे ने दोहराया कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने का प्रयास करेगी, साथ ही यूटी में द्विसदनीय विधायिका बहाल करने का वादा किया।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को पांच प्रमुख गारंटियों की घोषणा की, यदि कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) गठबंधन जम्मू-कश्मीर में सत्ता में आता है। इनमें से एक प्रमुख वादा जम्मू-कश्मीर में हर परिवार को 25 लाख रुपये का कवरेज प्रदान करने वाली स्वास्थ्य बीमा योजना है।

अनंतनाग में एक चुनावी रैली में बोलते हुए, खड़गे ने कांग्रेस की एक पुरानी प्रतिबद्धता पर भी फिर से विचार किया, जिसमें कश्मीरी पंडित प्रवासियों के पुनर्वास के वादे को पूरा करने की कसम खाई। उन्होंने कहा, "हम मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान किए गए कश्मीरी पंडित प्रवासियों के पुनर्वास के वादे को पूरा करेंगे।" उन्होंने विस्थापित समुदायों की चिंताओं को दूर करने के गठबंधन के इरादे की पुष्टि करते हुए कहा।

खड़गे ने जम्मू-कश्मीर में परिवार की महिला मुखियाओं को 3,000 रुपये मासिक लाभ देने और महिलाओं को 5 लाख रुपये का ब्याज मुक्त ऋण देने का वादा किया। खड़गे ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और के सी वेणुगोपाल और सुबोध कांत सहित अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में वादे पढ़े।

भाजपा पर निशाना साधते हुए खड़गे ने पार्टी पर अपने वादों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया। "भाजपा बहुत भाषण देती है, लेकिन काम और कथनी में बहुत अंतर है...भाजपा चाहे जितनी कोशिश कर ले, कांग्रेस और एनसी का गठबंधन कमजोर नहीं होगा। हमने संसद में अपनी ताकत दिखाई है...हम करेंगे।

भाजपा के रोजगार के वादे पर खड़गे

जम्मू-कश्मीर में 5 लाख युवाओं को रोजगार देने के भाजपा के वादे के बारे में पूछे जाने पर खड़गे ने कहा कि यह सिर्फ एक "जुमला" या खोखला वादा है।

खड़गे ने कहा, "उन्होंने देश भर में सालाना 2 करोड़ नौकरियां पैदा करने की बात कही थी, लेकिन 10 साल बीत गए हैं और वे नौकरियां साकार नहीं हुई हैं।"

उन्होंने मतदाताओं से भाजपा के "झूठ" के झांसे में न आने का आग्रह किया। "भाजपा बहुत भाषण देती है, लेकिन उनके शब्दों और कामों में बहुत अंतर है। उन्होंने 2 करोड़ नौकरियों का वादा किया था, फिर भी वे यहां 1 लाख लोगों को भी भर्ती नहीं कर सके। अब वे 5 लाख नौकरियां कैसे देंगे?" उन्होंने लोगों से कांग्रेस-एनसी गठबंधन का समर्थन करने की अपील करते हुए सवाल किया, जो आजादी के बाद से हमेशा लोगों के साथ खड़ा रहा है।

जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होने वाले हैं - 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर। परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।

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Jul 24 2024, 14:03

बजट पर राज्यसभा में खूब गरजे खरगे, बोले- बस दो राज्यों की थाली में पकौड़ा और जलेबी

#congressleaderkhargetargetedmodigovtregarding_budget

संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। कल यानी बीते मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। आज संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में बजट पर चर्चा होनी है। आज संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी दलों के सदस्यों ने आम बजट 2024-25 में बिहार और आंध्र प्रदेश को छोड़कर अन्य राज्यों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया। 

इससे पहले उच्च सदन की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ देर बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने बजट पर केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। बजट का जिक्र करते हुए खरगे ने कहा, ‘‘इसमें किसी भी राज्य को कुछ नहीं मिला। सबकी थाली खाली और दो की थाली में पकौड़े और जलेबी।’’

खरगे ने कहा कि न तमिलनाडु को कुछ मिला, न केरल, न कर्नाटक, न महाराष्ट्र, न पंजाब, न हरियाणा, न छत्तीसगढ़... दिल्ली और ओडिशा को भी कुछ नहीं दिया। ये सिर्फ कुर्सी बचाने के लिए, किसी को खुश करने के लिए हुआ है। हम इसकी निंदा करते हैं। उनका इशारा एनडीए सरकार में शामिल घटक दल जेडीयू और टीडीपी की तरफ था।

जिस जगह ने नकार, उसे कुछ नहीं मिला-खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर तंज कसते हुए कहा कि वह कर्नाटक से (राज्यसभा में) आई हैं। मेरी तो अपेक्षा यही थी कि सबसे ज्यादा मुझे ही मिलेगा लेकिन हमको तो कुछ नहीं मिला। हम इसके खिलाफ प्रोटेस्ट करेंगे। कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक करेंगे। खरगे ने आगे कहा कि जिस-जिस जगह विपक्षी पार्टी चुनकर आ गई, जिस जगह आपको नकार दिया गया उस जगह कुछ नहीं मिला। अगर आप ऐसा करते गए, अगर बैलेंस नहीं होगा तो गवर्नेंस कैसे होगा।

खरगे के आरोपों का वित्त मंत्री ने दिया जवाब

वहीं, खरगे के आरोपों का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया। उन्होंने कहा,"हर बजट में आपको इस देश के हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता। कैबिनेट ने वडवन पर एक बंदरगाह स्थापित करने का निर्णय लिया था। लेकिन कल बजट में महाराष्ट्र का नाम नहीं लिया गया। क्या इसका मतलब यह है कि महाराष्ट्र उपेक्षित महसूस करता है?

वित्त मंत्री ने आगे कहा कि यदि भाषण में किसी विशेष राज्य का नाम लिया जाता है, तो क्या इसका मतलब यह है कि भारत सरकार के कार्यक्रम इन राज्यों में नहीं जाते हैं? यह कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष का जानबूझकर लोगों को यह आभास देने का प्रयास है कि हमारे राज्यों को कुछ भी नहीं दिया गया है। यह एक अपमानजनक आरोप है।"

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Jul 03 2024, 11:59

राज्यसभा में हाथरस हादसे पर जताया गया शोक, खड़गे ने की अंधश्रद्धा को लेकर कानून बनाने की मांग

#mallikarjun_kharge_on_hathras_satsang

लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद आज केवल राज्यसभा की कार्यवाही होगी। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। सभापति जयदीप धनखड़ ने हाथरस हादसे में मारे गए लोगों के प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं।पूरे सदन ने मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। धनखड़ ने कहा- ऐसे आयोजनों के लिए नियमावली बननी चाहिए। सांसदों से उन्होंने अपनी राय देने के लिए कहा।

राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- हाथरस जैसा हादसा दुखद है। ऐसे आयोजनों को कराने के लिए कानून बनाना चाहिए। किस तरह से आयोजन हो, वहां क्या-क्या व्यवस्था हो, जिससे आयोजन हो सके। उसको ध्यान में रखते हुए ऐसे सत्संग और आयोजनों को लेकर कड़े नियम और कानून बनाए जाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि अंधश्रद्धा को लेकर महाराष्ट्र में भी एक कानून है, इसी तर्ज पर कानून बनना चाहिए।

खड़गे ने कहा- कई बाबा जेल में है। ऐसा कानून बनना चाहिए, जिससे अंध श्रद्धा पर रोक लगे। जो असली लोग है, उन्हें आने दो। जो नकली लोग हैं, वे आश्रम बनाकर लोगों को लूट रहे हैं।

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Jul 02 2024, 15:54

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और खड़गे के बीच जमकर हुई बहस, जानें क्यों आमने-सामने आए दोनों
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राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मंगलवार को सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और चेयरमैन जगदीप धनखड़ के बीच लंबी बहस हो गई।संसद सत्र के दूसरे सप्ताह के दूसरे दिन उच्च सदन राज्यसभा में विपक्ष के नेता की तकरार के बाद उन्हें आसन की ओर सख्त चेतावनी दी गई। राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने नाराज होकर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे को कड़े लहजे में समझाया।सभापति ने खरगे के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आपने कुर्सी का जितना अपमान किया है, उतना किसी ने नहीं किया। धनखड़ ने चेतावनी देते हुए कहा कि आप हर बार कुर्सी को नीचा नहीं दिखा सकते।

दरअसल, राज्यसभा में कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी अपना भाषण दे रहे थे। अपने संबोधन के दौरान वह मोदी सरकार को उसके कई वादे याद दिला रहे थे। उन्होंने काले धन वापस लाने, 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने जैसे पीएम मोदी की ओर से कई वादे किए गए थे। इसी दौरान उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी की पिछले कार्यकाल के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमत काफी घट गई थी। बावजूद इसके इस सरकार ने तेल के दाम नहीं घटाए।

सांसद प्रमोद ने आगे कहा, हो सकता है कि पीएम मोदी ने अपने कुछ दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया हो। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने आपत्ति जताई और कहा कि आपके पास सबूत हो तो ही अपनी बातें कहिए।

इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश भी खड़े हो गए। वह सभापति की बातों को काटने लगे। इस पर सभापति धनखड़ ने कहा कि जयराम आप बहुत प्रतिभाशाली हैं। आप बहुत हिम्मती हैं। आपको तुरंत खरगे की जगह विपक्ष के नेता का पद लेना चाहिए। क्योंकि आप कुल मिलाकर खरगे का ही काम कर रहे हैं।

इस पर खरगे भी खड़े हो गए। खरगे ने सभापति की बातों पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, आपके दिमाग में आज भी वर्ण व्यवस्था भरा हुआ है। आप इसी कारण रमेश को प्रतिभाशाली बता रहे हैं और मुझे मंदबुद्धि बता रहे हैं। आप यह कह रह हैं कि मेरी जगह उनको बैठना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद खरगे दलित समुदाय से आते हैं।

खरगे की आपत्ति पर सभापति धनखड़ ने सफाई देते हुए कहा, आप मेरी बात को नहीं समझ पाए। जितना मैं आपका आदर करता हूं उसका एक अंश भी आप मेरे लिए करेंगे तो आपको महसूस होगा कि मैंने कहा क्या है। फिर सभापति ने आगे कहा कि पहली पंक्ति में बैठे खरगे के पास 56 साल का विशाल अनुभव है। उनको भी जयराम रमेश की टिका टिप्पणी कर मदद करनी चाहिए।

इस पर खरगे ने आपत्ति ली और बराबर में बैठीं सोनिया गांधी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि मुझे बनाने (राज्सभा में विपक्ष का नेता) वाले यहां बैठे हैं श्रीमति सोनिया गांधी। न रमेश मुझे बना सकता है और न आप मुझे बना सकते हैं। खरगे के इस बयान पर सभापति जगदीप धनखड़ नाराज हो गए। उन्होंने कहा आप हर बार कुर्सी को नीचा नहीं दिखा सकते। आप हर बार कुर्सी का अनादर नहीं कर सकते... आप अचानक खड़े हो जाते हैं और बिना यह समझे कि मैं क्या कह रहा हूं, कुछ भी बोल देते हैं। इस देश और संसदीय लोकतंत्र और राज्यसभा की कार्यवाही के इतिहास में कुर्सी के प्रति इतनी अवहेलना कभी नहीं हुई, जितनी आपने की। अब आपको आत्मचिंतन करने का समय आ गया है।

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Jul 01 2024, 15:11

खरगे ने आरएसएस को लेकर राज्यसभा में दिया ऐसा बयान, मच गया बवाल, जानें क्या कहा

#mallikarjun_kharge_statement_on_rss_in_rajya_sabha 

संसद सत्र का छठा दिन भी हंगामों से भरा है।राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे के एक बयान पर हंगामा मच गया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किए। इस दौरान खडगे ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भी सवाल उठाए और आरोप लगाया कि आरएसएस ने नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या करवाई। इस पर सदन में हंगामा मच गया। 

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान खरगे ने कहा कि आरएसएस एक मनुवादी संस्था है। इसकी विचारधारा देश के लिए खतरनाक है। भारत के संस्थानों पर आरएसएस का कब्जा हो रहा है, यह देश के चिंता का विषय है। उन्होंने आगे कहा कि संघ के लोगों ने गांधी की हत्या की थी।खरगे ने कहा कि गोडसे को उकसाकर गांधी की हत्या कराई थी।

खरगे के बयान पर सभापति ने संघ का बचाव किया। सभापति ने कहा कि आरएसएस का सदस्य होना गुनाह है क्या? यह राष्‍ट्रह‍ित में कार्य कर रही है। देश में आरएसएस का बहुत योगदान है। 

सत्ताधारी बीजेपी के सदस्यों ने खड़गे के इस बयान पर आपत्ति जताई। हालांकि चेयरमैन धनखड़ ने उन्हें शांत कराते हुए खडगे से अपना भाषण जारी रखने को कहा।

वहीं खड़गे ने सदन में संबोधन जारी रखते हुए कहा, आरएसएस चीफ ने मण‍िपुर में नसीहत दी, उनकी तो बात सुन लीज‍िए, मणिपुर जल रहा है। ये मेरे शब्‍द नहीं हैं मोहन भगवत के शब्‍द हैं। मोहन भागवत का हर भाषण सुन लीज‍िए। कांग्रेस अध्यक्ष ने इसके साथ ही कहा,मैं आरएसएस के फाउंडर से लेकर सबको पढ़ता हूं। वह समाज को खत्‍म करने में लगे हैं उनको तो सुनता हूं मैं। 

इस पर चेयरमैन धनखड़ ने एक बार फिर आपत्ति जताते हुए कहा, ‘आपने कंटेप्ट वाला भाषण द‍िया है। ये लोग समाज को खत्‍म करने वाला काम कर रहे हैं, यह ब‍िल्‍कुल गलत बयान है आपका।

वहीं, जेपी नड्डा ने खरगे के इस बयान को रिकॉर्ड से हटाने की मांग की। नड्डा ने कहा कि खरगे का बयान गैर जिम्मेदाराना है। नड्डा ने कहा कि खरगे को आरएसएस के बारे में जानकारी नहीं है। उनका ये बयान निंदनीय है और तथ्यों से परे है। नड्डा की मांग पर सभापति ने खरगे के बयान को रिकॉर्ड से हटाने का आदेश दे दिया। इसके बाद खरगे के बयान को रिकॉर्ड से हटा दिया गया।

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Jun 24 2024, 15:53

पीएम मोदी ने इमरजेंसी को बताया “काला धब्बा”, खरगे-राहुल ने बोला हमला, जानें क्या कहा

#pm_modi_called_emergency_a_black_spot_on_democracy_then_kharge_hit_back

18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। उन्होंने लोकसभा चुनाव और तीसरी बार चुने जाने पर जनता को धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने आपालकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस ने जमकर हमला बोला है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से लेकर राहुल गांधी तक ने पीएम मोदी के बयान पर पलटवार किया है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी के इमरजेंसी पर दिए गए बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि बार-बार वह एक ही बात करते हैं, उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है। पीएम मोदी की आपातकाल वाली टिप्पणी पर वे कहते हैं, “वे यह बात 100 बार कहेंगे। बिना इमरजेंसी की घोषणा किए आप यह कर रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि एक ही बात को बार-बार कर के आप कब तक हुकुमत करना चाहते हैं? कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि आप आपातकाल की याद दिला रहे हैं, लेकिन वे पिछले 10 वर्षों के अघोषित आपातकाल को भूल गए हैं, जो लोगों ने खत्म कर दिया था।

वहीं, खरगे ने अपने सोशल मीडिया हैंडल का सहारा लेते हुए भी पीएम पर निशाना साधा है। खरगे ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि पीएम हमेशा जिन शब्दों का इस्तेमाल करते हैं उसे आज जरूरत से ज्यादा बोल गए है, इसे कहते हैं कि रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया। पीएम के भाषण को टारगेट करते हुए उन्होंने कहा कि पूरे देश ने पीएम से आशा लगाई थी कि वो अपने भाषण में अहम मुद्दों की बात करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लोगों ने सोचा था कि वह NEET व अन्य भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक के बारे में युवाओं के प्रति कुछ सहानुभूति दिखाएंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि इसमें उनके सरकार की धांधली और भ्रष्टाचार है जिसकी जिम्मेदारी उन्होंने नहीं ली। न ही उन्होंने हाल ही में पश्चिम बंगाल में हुए रेल दुर्घटना के बारे में कुछ कहा। आगे उन्होंने लिखा कि एक साल से ज्यादा समय मणिपुर में हिंसा हो रही है लेकिन न ही पीएम मोदी वहां गए और न ही हाल की हिंसा का जिक्र किया।

वहीं, रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह जो आक्रमण संविधान पर कर रहे हैं, वो हमारे लिए स्वीकार्य नहीं है और वो हम नहीं होने देंगे इसलिए हमने शपथ लेते समय संविधान पकड़ा था...हिंदुस्तान के संविधान को कोई शक्ति नहीं छू सकती..."

बता दें कि लोकसभा सत्र शुरू होने से पहेल पीएम ने आज इमरजेंसी की 50वीं वर्षगांठ से एक दिन पहले इसकी घोषणा को भारतीय लोकतंत्र पर एक "काला धब्बा" बताया। पीएम ने आगे कहा, "भारत की नई पीढ़ी कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को पूरी तरह से नकार दिया गया, संविधान के हर हिस्से को टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया, देश को जेलखाना बना दिया गया, लोकतंत्र को पूरी तरह से दबा दिया गया। अपने संविधान की रक्षा करते हुए, भारत के लोकतंत्र की, लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए, देशवासी संकल्प लेंगे कि भारत में दोबारा कोई ऐसा करने की हिम्मत न कर सके जो 50 साल पहले किया गया था। हम जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे। हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य लोगों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेंगे।"

WestBengalBangla

May 23 2024, 09:25

কংগ্রেস-বিজেপিকে নির্বাচন কমিশনের পরামর্শ, নির্বাচনী প্রচারে শৃঙ্খলা বজায় রাখতে বলা হয়েছে, উস্কানি মূলক বক্তব্য নয়
#election_commission_notice_to_jp_nadda_and_mallikarjun_kharge


এসবি নিউজ ব্যুরো: লোকসভা নির্বাচনকে কেন্দ্র করে রাজনৈতিক দলগুলোর নেতাদের কুকথা অব্যাহত রয়েছে। নির্বাচন কমিশন এ ধরনের বিষয়ে ক্রমাগত ব্যবস্থা নিচ্ছে। ইতিমধ্যে, নির্বাচন কমিশন কংগ্রেস এবং বিজেপিকে পরামর্শ দিয়েছে নির্বাচন কমিশন বিজেপি সভাপতি জেপি নাড্ডা এবং কংগ্রেস সভাপতি মল্লিকার্জুন খাড়গেকে তাদের বক্তৃতার জন্য জরিমানা করতে বলেছে।সতর্কতা অবলম্বন এবং শিষ্টাচার বজায় রাখার জন্য একটি আনুষ্ঠানিক নোট জারি করার নির্দেশনা দেওয়া হয়েছে। নির্বাচন কমিশন বলেছে যে বিজেপি এবং কংগ্রেসের তারকা প্রচারকদের নির্বাচনী প্রচারের গুণমান ব্যাপকভাবে হ্রাস পেয়েছে, যার পরিপ্রেক্ষিতে এই আদেশ জারি করা হয়েছে। কমিশন জাত, সম্প্রদায়, ভাষা এবং ধর্মের ভিত্তিতে প্রচারের জন্য বিজেপি এবং কংগ্রেস উভয়কেই নিন্দা করেছে। কমিশন বিজেপিকে নির্দেশ দিয়েছে দলের নেতারাআপনার বক্তৃতার সময় ধর্মীয় ও সাম্প্রদায়িক বিবৃতি দেবেন না। সমাজকে বিভক্ত করে এমন বক্তব্য এড়িয়ে চলতেও বলা হয়েছে। নির্বাচন কমিশনও জোর দিয়ে বলেছে, নির্বাচনের সময় ক্ষমতাসীন দলের বাড়তি দায়িত্ব রয়েছে। একই সময়ে, নির্বাচন কমিশন কংগ্রেসকে নির্দেশ দিয়েছে যে তারকা প্রচারকরা এমন বিবৃতি না দেয় যা ভুল ধারণা দেয়। তদুপরি, অগ্নিবীর প্রকল্পের কথা বলার সময় নির্বাচনী সংস্থা ডকংগ্রেস প্রচারক বা প্রার্থীদের প্রতিরক্ষা বাহিনীর রাজনীতিকরণ না করতে এবং প্রতিরক্ষা বাহিনীর আর্থ-সামাজিক গঠন সম্পর্কে সম্ভাব্য বিভাজনমূলক বিবৃতি না দিতে বলেছে। ইসিআই স্পষ্টভাবে বলেছে যে উভয় বড় দল (বিজেপি এবং কংগ্রেস) ভোটারদের নির্বাচনী অভিজ্ঞতার উত্তরাধিকারকে দুর্বল করার অনুমতি দেওয়া যাবে না। উভয় দলের প্রধানদের উচিত তাদের নিজ নিজ তারকা প্রচারকদের আনুষ্ঠানিক পরামর্শ দেওয়া, যাতে তারাসতর্ক থাকুন এবং শিষ্টাচার বজায় রাখুন। দেশের সামাজিক ও সাংস্কৃতিক কাঠামোকে ক্ষতিগ্রস্ত হতে দেওয়া যাবে না।

India

May 22 2024, 16:50

चुनाव आयोग की कांग्रेस-भाजपा को नसीहत, चुनाव प्रचार में मर्यादा बनाए रखने को कहा*
#election_commission_notice_to_jp_nadda_and_mallikarjun_kharge लोकसभा चुनाव के बीच राजनीतिक दलों के नेताओं की बयानबाजी का सिलसिला भी जारी है। चुनाव आयोग द्वारा लगातार ऐसे मामलों पर कार्रवाई भी की जा रही है। इस बीच चुनाव आयोग ने कांग्रेस और बीजेपी को नसीहत दी है।चुनाव आयोग ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को स्टार प्रचारकों को उनके भाषण को सही करने सावधानी बरतने और शिष्टाचार बनाए रखने के लिए फॉर्मल नोट जारी करने का निर्देश दिया है । चुनाव आयोग ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों के चुनाव प्रचार की गुणवत्ता में बेहद गिरावट आई है जिसके मद्देनजर यह आदेश जारी किए गए है। आयोग ने जाति, समुदाय, भाषा और धर्म के आधार पर प्रचार करने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों को आड़े हाथों लिया। आयोग ने भाजपा को निर्देश दिए हैं कि पार्टी के नेता अपने भाषणों के दौरान धार्मिक और सांप्रदायिक बयानबाजी न करें। यह भी कहा गया है कि समाज को बांटने वाले बयानों से बचें। चुनाव आयोग ने इस बात पर भी जोर दिया कि चुनाव के समय सत्तारूढ़ दल पर अतिरिक्त जिम्मेदारी होती है। वहीं, चुनाव आयोग ने कांग्रेस को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि स्टार प्रचारक ऐसे बयान न दें जो गलत धारणाएं देते हों। इसके अलावा, अग्निवीर योजना पर बोलते समय, चुनाव निकाय ने कांग्रेस प्रचारकों या उम्मीदवारों से रक्षा बलों का राजनीतिकरण न करने और रक्षा बलों की सामाजिक-आर्थिक संरचना के बारे में संभावित विभाजनकारी बयान न देने के लिए कहा है। ईसीआई ने दो टूक कहा कि दोनों बड़ी पार्टियों (भाजपा और कांग्रेस) को मतदाताओं के चुनावी अनुभव की विरासत को कमजोर करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है. दोनों दलों के प्रमुख अपने-अपने स्टार प्रचारकों के लिए औपचारिक सलाह जारी करें, जिससे वो सावधानी बरतें और शिष्टाचार बनाए रखें. देश के सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।

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Sep 17 2024, 18:57

खरगे का पीएम मोदी को खतः कहा- आपके नेता राहुल को मारने की धमकी दे रहे, उन पर अंकुश लगाइए
# mallikarjun_kharge_letter_to_pm_raise_rahul_gandhi_issue
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने ये खत कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा नेताओं के बयानों को लेकर लिखा है। खरगे ने प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर ये पत्र लिखा है। इसकी पहली लाइन में बधाई देने के बाद उन्होंने अपनी शिकायतें जाहिर की हैं। पीएम से कहा है कि वो अपने नेताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाएं।

खड़गे ने मोदी से कहा कि भाजपा नेता लगातार राहुल को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। यह भविष्य के लिए घातक है। ऐसे नेताओं पर अंकुश लगाइए और उनके खिलाफ कार्रवाई कीजिए। खड़गे ने कहा कि राहुल को लगातार मिल रही धमकियों से कांग्रेस के कार्यकर्ता परेशान हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि राहुल के साथ कोई अनहोनी न हो।

खरगे ने लिखा, 'एक अहम मुद्दे पर आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूं, जो सीधे लोकतंत्र और संविधान से जुड़ा हुआ है। आप अवगत होंगे कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक, हिंसक और अशिष्ट बयानों का सिलसिला चल रहा है। मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि भारतीय जनता पार्टी और आपके सहयोगी दलों के नेताओं ने जिस हिंसक भाषा का प्रयोग किया है, वह भविष्य के लिए घातक है। सभी हैरान हैं कि केंद्र सरकार में रेल राज्य मंत्री, भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के मंत्री, लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता को 'नंबर एक आतंकवादी' कह रहे हैं। उन्होंने आगे लिखा, 'महाराष्ट्र में आपकी सरकार में सहयोगी दल का एक विधायक, नेता प्रतिपक्ष की जुबान काट कर लाने वाले को 11 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा कर रहे हैं। दिल्ली में एक भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक, उनका हस्र दादी जैसा करने की धमकी दे रहे हैं।'

लेटर में उन्होंने आगे लिखा, भारतीय संस्कृति अहिंसा, सद्भाव और प्रेम के लिए विश्वभर में जानी जाती है। इन बिंदुओं को हमारे नायकों ने राजनीति में मानक के रूप में स्थापित किया। गांधीजी ने अंग्रेजों के राज में ही इन मानकों को राजनीति का अहम हिस्सा बना दिया था। आजादी के बाद संसदीय परिधि में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सम्मानजनक अहसमतियों का एक लंबा इतिहास रहा है। इसने भारतीय लोकतंत्र की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का काम किया।

बता दें कि पिछले कुछ दिनों में नेता प्रतिपक्ष को लेकर एनडीए के नेताओं ने विवादास्पद बयान दिया है। 11 सितंबर को भाजपा नेता तरविंदर सिंह ने कहा था कि राहुल का हाल उसकी दादी जैसा होगा। फिर 15 सितंबर को केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल को देश का नंबर-1 आतंकी बताया। इसके अगले दिन यानी 16 सितंबर को शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा था कि जो राहुल की जीभ काटेगा, उसे 11 लाख का इनाम दिए जाएंगे।

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Sep 12 2024, 11:06

20 सीटें और मिलती तो 400 पार वाले जेल में होते', खरगे की ये कैसी धमकी?

#khargesaysifwehad20moreseatsbjpleaderswouldbein_jail

चुनावी मौसम है, जिसमें बयानबाजियां जोरों पर हैं। इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बड़ा विवादित बयान दिया है। मल्लिकार्जुन खरगे ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में एक चुनावी रैली के दौरान बीजेपी पर बड़ा हमला बोला। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हम अगर 20 और सीट जीत जाते तो अब तक बीजेपी के कई नेता जेल में रहते। खड़गे की इस बयान के बाद सियासी हलचल पैदा हो गई है।बीजेपी ने उनके बयान पर पलटवार करते हे कहा है कि उनकी यह टिप्पणी कांग्रेस की ‘‘आपातकाल वाली मानसिकता’’ का स्पष्ट उदाहरण है।

जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने अनंतनाग में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले 400 पार, 400 पार कहते थे। आपके 400 पार कहां गए? उन्हें केवल 240 सीट मिलीं। अगर हम 20 और सीट जीतते, तो वे जेल में होते। वे जेल में रहने के लायक हैं।

खरगे ने आगे कहा कि बीजेपी को उसका विरोध करने वाले राजनीतिक दलों और गठबंधनों को तोड़ने का प्रयास बंद कर देना चाहिए, क्योंकि केंद्र में उसकी अल्पमत सरकार है जो अपने अस्तित्व के लिए टीडीपी और जेडीयू पर निर्भर है।यह अल्पमत की सरकार है। चंद्रबाबू नायडू कभी भी समर्थन वापस ले सकते हैं। नीतीश कुमार कभी भी गठबंधन से बाहर निकल सकते हैं। आपने एक हाथ किसी और को जबकि एक पैर किसी और को दे दिया है। बीजेपी वाले को सावधानी से चलना चाहिए।

खड़गे ने आगे कहा कि यह लोग ईडी और सीबीआई से हमें डराते हैं, लेकिन इंडी गठबंधन और समर्थक उनसे डरने वाले नहीं हैं। पार्टी समर्थकों को एक साथ खड़ा होना होगा और हमें एक-दूसरे पर आरोप लगाने से बचना चाहिए।

बीजेपी का पलटवार

खरगे के इस बयान पर बीजेपी ने तगड़ा पलटवार किया है। बीजेपी ने कहा कि खरगे का यह बयान कांग्रेस के इमरजेंसी माइंडसेट का बेस्ट एग्जांपल है।बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह कांग्रेस की इमरजेंसी वाली मानसिकता का स्पष्ट उदाहरण है। इंदिरा गांधी ने आपातकाल लागू किया था और विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया था। कांग्रेस उस विरासत को जारी रखना चाहती है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को आपातकाल लागू किया था जो 21 महीने तक जारी रहा था।

Nisthawrites

Sep 11 2024, 19:26

25 लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा से लेकर ब्याज मुक्त ऋण तक: जम्मू-कश्मीर चुनाव से पहले कांग्रेस की 5 गारंटी

#congress_guarantees_benefits_in_jammu_and_kashmir_ahead_of_polls

Mallikarjun Kharge

खड़गे ने दोहराया कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने का प्रयास करेगी, साथ ही यूटी में द्विसदनीय विधायिका बहाल करने का वादा किया।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को पांच प्रमुख गारंटियों की घोषणा की, यदि कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) गठबंधन जम्मू-कश्मीर में सत्ता में आता है। इनमें से एक प्रमुख वादा जम्मू-कश्मीर में हर परिवार को 25 लाख रुपये का कवरेज प्रदान करने वाली स्वास्थ्य बीमा योजना है।

अनंतनाग में एक चुनावी रैली में बोलते हुए, खड़गे ने कांग्रेस की एक पुरानी प्रतिबद्धता पर भी फिर से विचार किया, जिसमें कश्मीरी पंडित प्रवासियों के पुनर्वास के वादे को पूरा करने की कसम खाई। उन्होंने कहा, "हम मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान किए गए कश्मीरी पंडित प्रवासियों के पुनर्वास के वादे को पूरा करेंगे।" उन्होंने विस्थापित समुदायों की चिंताओं को दूर करने के गठबंधन के इरादे की पुष्टि करते हुए कहा।

खड़गे ने जम्मू-कश्मीर में परिवार की महिला मुखियाओं को 3,000 रुपये मासिक लाभ देने और महिलाओं को 5 लाख रुपये का ब्याज मुक्त ऋण देने का वादा किया। खड़गे ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और के सी वेणुगोपाल और सुबोध कांत सहित अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में वादे पढ़े।

भाजपा पर निशाना साधते हुए खड़गे ने पार्टी पर अपने वादों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया। "भाजपा बहुत भाषण देती है, लेकिन काम और कथनी में बहुत अंतर है...भाजपा चाहे जितनी कोशिश कर ले, कांग्रेस और एनसी का गठबंधन कमजोर नहीं होगा। हमने संसद में अपनी ताकत दिखाई है...हम करेंगे।

भाजपा के रोजगार के वादे पर खड़गे

जम्मू-कश्मीर में 5 लाख युवाओं को रोजगार देने के भाजपा के वादे के बारे में पूछे जाने पर खड़गे ने कहा कि यह सिर्फ एक "जुमला" या खोखला वादा है।

खड़गे ने कहा, "उन्होंने देश भर में सालाना 2 करोड़ नौकरियां पैदा करने की बात कही थी, लेकिन 10 साल बीत गए हैं और वे नौकरियां साकार नहीं हुई हैं।"

उन्होंने मतदाताओं से भाजपा के "झूठ" के झांसे में न आने का आग्रह किया। "भाजपा बहुत भाषण देती है, लेकिन उनके शब्दों और कामों में बहुत अंतर है। उन्होंने 2 करोड़ नौकरियों का वादा किया था, फिर भी वे यहां 1 लाख लोगों को भी भर्ती नहीं कर सके। अब वे 5 लाख नौकरियां कैसे देंगे?" उन्होंने लोगों से कांग्रेस-एनसी गठबंधन का समर्थन करने की अपील करते हुए सवाल किया, जो आजादी के बाद से हमेशा लोगों के साथ खड़ा रहा है।

जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होने वाले हैं - 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर। परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।

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Jul 24 2024, 14:03

बजट पर राज्यसभा में खूब गरजे खरगे, बोले- बस दो राज्यों की थाली में पकौड़ा और जलेबी

#congressleaderkhargetargetedmodigovtregarding_budget

संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। कल यानी बीते मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। आज संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में बजट पर चर्चा होनी है। आज संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी दलों के सदस्यों ने आम बजट 2024-25 में बिहार और आंध्र प्रदेश को छोड़कर अन्य राज्यों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया। 

इससे पहले उच्च सदन की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ देर बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने बजट पर केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। बजट का जिक्र करते हुए खरगे ने कहा, ‘‘इसमें किसी भी राज्य को कुछ नहीं मिला। सबकी थाली खाली और दो की थाली में पकौड़े और जलेबी।’’

खरगे ने कहा कि न तमिलनाडु को कुछ मिला, न केरल, न कर्नाटक, न महाराष्ट्र, न पंजाब, न हरियाणा, न छत्तीसगढ़... दिल्ली और ओडिशा को भी कुछ नहीं दिया। ये सिर्फ कुर्सी बचाने के लिए, किसी को खुश करने के लिए हुआ है। हम इसकी निंदा करते हैं। उनका इशारा एनडीए सरकार में शामिल घटक दल जेडीयू और टीडीपी की तरफ था।

जिस जगह ने नकार, उसे कुछ नहीं मिला-खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर तंज कसते हुए कहा कि वह कर्नाटक से (राज्यसभा में) आई हैं। मेरी तो अपेक्षा यही थी कि सबसे ज्यादा मुझे ही मिलेगा लेकिन हमको तो कुछ नहीं मिला। हम इसके खिलाफ प्रोटेस्ट करेंगे। कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक करेंगे। खरगे ने आगे कहा कि जिस-जिस जगह विपक्षी पार्टी चुनकर आ गई, जिस जगह आपको नकार दिया गया उस जगह कुछ नहीं मिला। अगर आप ऐसा करते गए, अगर बैलेंस नहीं होगा तो गवर्नेंस कैसे होगा।

खरगे के आरोपों का वित्त मंत्री ने दिया जवाब

वहीं, खरगे के आरोपों का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया। उन्होंने कहा,"हर बजट में आपको इस देश के हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता। कैबिनेट ने वडवन पर एक बंदरगाह स्थापित करने का निर्णय लिया था। लेकिन कल बजट में महाराष्ट्र का नाम नहीं लिया गया। क्या इसका मतलब यह है कि महाराष्ट्र उपेक्षित महसूस करता है?

वित्त मंत्री ने आगे कहा कि यदि भाषण में किसी विशेष राज्य का नाम लिया जाता है, तो क्या इसका मतलब यह है कि भारत सरकार के कार्यक्रम इन राज्यों में नहीं जाते हैं? यह कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष का जानबूझकर लोगों को यह आभास देने का प्रयास है कि हमारे राज्यों को कुछ भी नहीं दिया गया है। यह एक अपमानजनक आरोप है।"

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Jul 03 2024, 11:59

राज्यसभा में हाथरस हादसे पर जताया गया शोक, खड़गे ने की अंधश्रद्धा को लेकर कानून बनाने की मांग

#mallikarjun_kharge_on_hathras_satsang

लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद आज केवल राज्यसभा की कार्यवाही होगी। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। सभापति जयदीप धनखड़ ने हाथरस हादसे में मारे गए लोगों के प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं।पूरे सदन ने मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। धनखड़ ने कहा- ऐसे आयोजनों के लिए नियमावली बननी चाहिए। सांसदों से उन्होंने अपनी राय देने के लिए कहा।

राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- हाथरस जैसा हादसा दुखद है। ऐसे आयोजनों को कराने के लिए कानून बनाना चाहिए। किस तरह से आयोजन हो, वहां क्या-क्या व्यवस्था हो, जिससे आयोजन हो सके। उसको ध्यान में रखते हुए ऐसे सत्संग और आयोजनों को लेकर कड़े नियम और कानून बनाए जाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि अंधश्रद्धा को लेकर महाराष्ट्र में भी एक कानून है, इसी तर्ज पर कानून बनना चाहिए।

खड़गे ने कहा- कई बाबा जेल में है। ऐसा कानून बनना चाहिए, जिससे अंध श्रद्धा पर रोक लगे। जो असली लोग है, उन्हें आने दो। जो नकली लोग हैं, वे आश्रम बनाकर लोगों को लूट रहे हैं।

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Jul 02 2024, 15:54

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और खड़गे के बीच जमकर हुई बहस, जानें क्यों आमने-सामने आए दोनों
#vice_president_jagdeep_dhankhar_vs_congress_mallikarjun_kharge

राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मंगलवार को सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और चेयरमैन जगदीप धनखड़ के बीच लंबी बहस हो गई।संसद सत्र के दूसरे सप्ताह के दूसरे दिन उच्च सदन राज्यसभा में विपक्ष के नेता की तकरार के बाद उन्हें आसन की ओर सख्त चेतावनी दी गई। राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने नाराज होकर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे को कड़े लहजे में समझाया।सभापति ने खरगे के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आपने कुर्सी का जितना अपमान किया है, उतना किसी ने नहीं किया। धनखड़ ने चेतावनी देते हुए कहा कि आप हर बार कुर्सी को नीचा नहीं दिखा सकते।

दरअसल, राज्यसभा में कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी अपना भाषण दे रहे थे। अपने संबोधन के दौरान वह मोदी सरकार को उसके कई वादे याद दिला रहे थे। उन्होंने काले धन वापस लाने, 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने जैसे पीएम मोदी की ओर से कई वादे किए गए थे। इसी दौरान उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी की पिछले कार्यकाल के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमत काफी घट गई थी। बावजूद इसके इस सरकार ने तेल के दाम नहीं घटाए।

सांसद प्रमोद ने आगे कहा, हो सकता है कि पीएम मोदी ने अपने कुछ दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया हो। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने आपत्ति जताई और कहा कि आपके पास सबूत हो तो ही अपनी बातें कहिए।

इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश भी खड़े हो गए। वह सभापति की बातों को काटने लगे। इस पर सभापति धनखड़ ने कहा कि जयराम आप बहुत प्रतिभाशाली हैं। आप बहुत हिम्मती हैं। आपको तुरंत खरगे की जगह विपक्ष के नेता का पद लेना चाहिए। क्योंकि आप कुल मिलाकर खरगे का ही काम कर रहे हैं।

इस पर खरगे भी खड़े हो गए। खरगे ने सभापति की बातों पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, आपके दिमाग में आज भी वर्ण व्यवस्था भरा हुआ है। आप इसी कारण रमेश को प्रतिभाशाली बता रहे हैं और मुझे मंदबुद्धि बता रहे हैं। आप यह कह रह हैं कि मेरी जगह उनको बैठना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद खरगे दलित समुदाय से आते हैं।

खरगे की आपत्ति पर सभापति धनखड़ ने सफाई देते हुए कहा, आप मेरी बात को नहीं समझ पाए। जितना मैं आपका आदर करता हूं उसका एक अंश भी आप मेरे लिए करेंगे तो आपको महसूस होगा कि मैंने कहा क्या है। फिर सभापति ने आगे कहा कि पहली पंक्ति में बैठे खरगे के पास 56 साल का विशाल अनुभव है। उनको भी जयराम रमेश की टिका टिप्पणी कर मदद करनी चाहिए।

इस पर खरगे ने आपत्ति ली और बराबर में बैठीं सोनिया गांधी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि मुझे बनाने (राज्सभा में विपक्ष का नेता) वाले यहां बैठे हैं श्रीमति सोनिया गांधी। न रमेश मुझे बना सकता है और न आप मुझे बना सकते हैं। खरगे के इस बयान पर सभापति जगदीप धनखड़ नाराज हो गए। उन्होंने कहा आप हर बार कुर्सी को नीचा नहीं दिखा सकते। आप हर बार कुर्सी का अनादर नहीं कर सकते... आप अचानक खड़े हो जाते हैं और बिना यह समझे कि मैं क्या कह रहा हूं, कुछ भी बोल देते हैं। इस देश और संसदीय लोकतंत्र और राज्यसभा की कार्यवाही के इतिहास में कुर्सी के प्रति इतनी अवहेलना कभी नहीं हुई, जितनी आपने की। अब आपको आत्मचिंतन करने का समय आ गया है।

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Jul 01 2024, 15:11

खरगे ने आरएसएस को लेकर राज्यसभा में दिया ऐसा बयान, मच गया बवाल, जानें क्या कहा

#mallikarjun_kharge_statement_on_rss_in_rajya_sabha 

संसद सत्र का छठा दिन भी हंगामों से भरा है।राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे के एक बयान पर हंगामा मच गया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किए। इस दौरान खडगे ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भी सवाल उठाए और आरोप लगाया कि आरएसएस ने नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या करवाई। इस पर सदन में हंगामा मच गया। 

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान खरगे ने कहा कि आरएसएस एक मनुवादी संस्था है। इसकी विचारधारा देश के लिए खतरनाक है। भारत के संस्थानों पर आरएसएस का कब्जा हो रहा है, यह देश के चिंता का विषय है। उन्होंने आगे कहा कि संघ के लोगों ने गांधी की हत्या की थी।खरगे ने कहा कि गोडसे को उकसाकर गांधी की हत्या कराई थी।

खरगे के बयान पर सभापति ने संघ का बचाव किया। सभापति ने कहा कि आरएसएस का सदस्य होना गुनाह है क्या? यह राष्‍ट्रह‍ित में कार्य कर रही है। देश में आरएसएस का बहुत योगदान है। 

सत्ताधारी बीजेपी के सदस्यों ने खड़गे के इस बयान पर आपत्ति जताई। हालांकि चेयरमैन धनखड़ ने उन्हें शांत कराते हुए खडगे से अपना भाषण जारी रखने को कहा।

वहीं खड़गे ने सदन में संबोधन जारी रखते हुए कहा, आरएसएस चीफ ने मण‍िपुर में नसीहत दी, उनकी तो बात सुन लीज‍िए, मणिपुर जल रहा है। ये मेरे शब्‍द नहीं हैं मोहन भगवत के शब्‍द हैं। मोहन भागवत का हर भाषण सुन लीज‍िए। कांग्रेस अध्यक्ष ने इसके साथ ही कहा,मैं आरएसएस के फाउंडर से लेकर सबको पढ़ता हूं। वह समाज को खत्‍म करने में लगे हैं उनको तो सुनता हूं मैं। 

इस पर चेयरमैन धनखड़ ने एक बार फिर आपत्ति जताते हुए कहा, ‘आपने कंटेप्ट वाला भाषण द‍िया है। ये लोग समाज को खत्‍म करने वाला काम कर रहे हैं, यह ब‍िल्‍कुल गलत बयान है आपका।

वहीं, जेपी नड्डा ने खरगे के इस बयान को रिकॉर्ड से हटाने की मांग की। नड्डा ने कहा कि खरगे का बयान गैर जिम्मेदाराना है। नड्डा ने कहा कि खरगे को आरएसएस के बारे में जानकारी नहीं है। उनका ये बयान निंदनीय है और तथ्यों से परे है। नड्डा की मांग पर सभापति ने खरगे के बयान को रिकॉर्ड से हटाने का आदेश दे दिया। इसके बाद खरगे के बयान को रिकॉर्ड से हटा दिया गया।

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Jun 24 2024, 15:53

पीएम मोदी ने इमरजेंसी को बताया “काला धब्बा”, खरगे-राहुल ने बोला हमला, जानें क्या कहा

#pm_modi_called_emergency_a_black_spot_on_democracy_then_kharge_hit_back

18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। उन्होंने लोकसभा चुनाव और तीसरी बार चुने जाने पर जनता को धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने आपालकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस ने जमकर हमला बोला है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से लेकर राहुल गांधी तक ने पीएम मोदी के बयान पर पलटवार किया है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी के इमरजेंसी पर दिए गए बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि बार-बार वह एक ही बात करते हैं, उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है। पीएम मोदी की आपातकाल वाली टिप्पणी पर वे कहते हैं, “वे यह बात 100 बार कहेंगे। बिना इमरजेंसी की घोषणा किए आप यह कर रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि एक ही बात को बार-बार कर के आप कब तक हुकुमत करना चाहते हैं? कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि आप आपातकाल की याद दिला रहे हैं, लेकिन वे पिछले 10 वर्षों के अघोषित आपातकाल को भूल गए हैं, जो लोगों ने खत्म कर दिया था।

वहीं, खरगे ने अपने सोशल मीडिया हैंडल का सहारा लेते हुए भी पीएम पर निशाना साधा है। खरगे ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि पीएम हमेशा जिन शब्दों का इस्तेमाल करते हैं उसे आज जरूरत से ज्यादा बोल गए है, इसे कहते हैं कि रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया। पीएम के भाषण को टारगेट करते हुए उन्होंने कहा कि पूरे देश ने पीएम से आशा लगाई थी कि वो अपने भाषण में अहम मुद्दों की बात करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लोगों ने सोचा था कि वह NEET व अन्य भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक के बारे में युवाओं के प्रति कुछ सहानुभूति दिखाएंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि इसमें उनके सरकार की धांधली और भ्रष्टाचार है जिसकी जिम्मेदारी उन्होंने नहीं ली। न ही उन्होंने हाल ही में पश्चिम बंगाल में हुए रेल दुर्घटना के बारे में कुछ कहा। आगे उन्होंने लिखा कि एक साल से ज्यादा समय मणिपुर में हिंसा हो रही है लेकिन न ही पीएम मोदी वहां गए और न ही हाल की हिंसा का जिक्र किया।

वहीं, रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह जो आक्रमण संविधान पर कर रहे हैं, वो हमारे लिए स्वीकार्य नहीं है और वो हम नहीं होने देंगे इसलिए हमने शपथ लेते समय संविधान पकड़ा था...हिंदुस्तान के संविधान को कोई शक्ति नहीं छू सकती..."

बता दें कि लोकसभा सत्र शुरू होने से पहेल पीएम ने आज इमरजेंसी की 50वीं वर्षगांठ से एक दिन पहले इसकी घोषणा को भारतीय लोकतंत्र पर एक "काला धब्बा" बताया। पीएम ने आगे कहा, "भारत की नई पीढ़ी कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को पूरी तरह से नकार दिया गया, संविधान के हर हिस्से को टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया, देश को जेलखाना बना दिया गया, लोकतंत्र को पूरी तरह से दबा दिया गया। अपने संविधान की रक्षा करते हुए, भारत के लोकतंत्र की, लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए, देशवासी संकल्प लेंगे कि भारत में दोबारा कोई ऐसा करने की हिम्मत न कर सके जो 50 साल पहले किया गया था। हम जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे। हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य लोगों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेंगे।"

WestBengalBangla

May 23 2024, 09:25

কংগ্রেস-বিজেপিকে নির্বাচন কমিশনের পরামর্শ, নির্বাচনী প্রচারে শৃঙ্খলা বজায় রাখতে বলা হয়েছে, উস্কানি মূলক বক্তব্য নয়
#election_commission_notice_to_jp_nadda_and_mallikarjun_kharge


এসবি নিউজ ব্যুরো: লোকসভা নির্বাচনকে কেন্দ্র করে রাজনৈতিক দলগুলোর নেতাদের কুকথা অব্যাহত রয়েছে। নির্বাচন কমিশন এ ধরনের বিষয়ে ক্রমাগত ব্যবস্থা নিচ্ছে। ইতিমধ্যে, নির্বাচন কমিশন কংগ্রেস এবং বিজেপিকে পরামর্শ দিয়েছে নির্বাচন কমিশন বিজেপি সভাপতি জেপি নাড্ডা এবং কংগ্রেস সভাপতি মল্লিকার্জুন খাড়গেকে তাদের বক্তৃতার জন্য জরিমানা করতে বলেছে।সতর্কতা অবলম্বন এবং শিষ্টাচার বজায় রাখার জন্য একটি আনুষ্ঠানিক নোট জারি করার নির্দেশনা দেওয়া হয়েছে। নির্বাচন কমিশন বলেছে যে বিজেপি এবং কংগ্রেসের তারকা প্রচারকদের নির্বাচনী প্রচারের গুণমান ব্যাপকভাবে হ্রাস পেয়েছে, যার পরিপ্রেক্ষিতে এই আদেশ জারি করা হয়েছে। কমিশন জাত, সম্প্রদায়, ভাষা এবং ধর্মের ভিত্তিতে প্রচারের জন্য বিজেপি এবং কংগ্রেস উভয়কেই নিন্দা করেছে। কমিশন বিজেপিকে নির্দেশ দিয়েছে দলের নেতারাআপনার বক্তৃতার সময় ধর্মীয় ও সাম্প্রদায়িক বিবৃতি দেবেন না। সমাজকে বিভক্ত করে এমন বক্তব্য এড়িয়ে চলতেও বলা হয়েছে। নির্বাচন কমিশনও জোর দিয়ে বলেছে, নির্বাচনের সময় ক্ষমতাসীন দলের বাড়তি দায়িত্ব রয়েছে। একই সময়ে, নির্বাচন কমিশন কংগ্রেসকে নির্দেশ দিয়েছে যে তারকা প্রচারকরা এমন বিবৃতি না দেয় যা ভুল ধারণা দেয়। তদুপরি, অগ্নিবীর প্রকল্পের কথা বলার সময় নির্বাচনী সংস্থা ডকংগ্রেস প্রচারক বা প্রার্থীদের প্রতিরক্ষা বাহিনীর রাজনীতিকরণ না করতে এবং প্রতিরক্ষা বাহিনীর আর্থ-সামাজিক গঠন সম্পর্কে সম্ভাব্য বিভাজনমূলক বিবৃতি না দিতে বলেছে। ইসিআই স্পষ্টভাবে বলেছে যে উভয় বড় দল (বিজেপি এবং কংগ্রেস) ভোটারদের নির্বাচনী অভিজ্ঞতার উত্তরাধিকারকে দুর্বল করার অনুমতি দেওয়া যাবে না। উভয় দলের প্রধানদের উচিত তাদের নিজ নিজ তারকা প্রচারকদের আনুষ্ঠানিক পরামর্শ দেওয়া, যাতে তারাসতর্ক থাকুন এবং শিষ্টাচার বজায় রাখুন। দেশের সামাজিক ও সাংস্কৃতিক কাঠামোকে ক্ষতিগ্রস্ত হতে দেওয়া যাবে না।

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May 22 2024, 16:50

चुनाव आयोग की कांग्रेस-भाजपा को नसीहत, चुनाव प्रचार में मर्यादा बनाए रखने को कहा*
#election_commission_notice_to_jp_nadda_and_mallikarjun_kharge लोकसभा चुनाव के बीच राजनीतिक दलों के नेताओं की बयानबाजी का सिलसिला भी जारी है। चुनाव आयोग द्वारा लगातार ऐसे मामलों पर कार्रवाई भी की जा रही है। इस बीच चुनाव आयोग ने कांग्रेस और बीजेपी को नसीहत दी है।चुनाव आयोग ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को स्टार प्रचारकों को उनके भाषण को सही करने सावधानी बरतने और शिष्टाचार बनाए रखने के लिए फॉर्मल नोट जारी करने का निर्देश दिया है । चुनाव आयोग ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों के चुनाव प्रचार की गुणवत्ता में बेहद गिरावट आई है जिसके मद्देनजर यह आदेश जारी किए गए है। आयोग ने जाति, समुदाय, भाषा और धर्म के आधार पर प्रचार करने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों को आड़े हाथों लिया। आयोग ने भाजपा को निर्देश दिए हैं कि पार्टी के नेता अपने भाषणों के दौरान धार्मिक और सांप्रदायिक बयानबाजी न करें। यह भी कहा गया है कि समाज को बांटने वाले बयानों से बचें। चुनाव आयोग ने इस बात पर भी जोर दिया कि चुनाव के समय सत्तारूढ़ दल पर अतिरिक्त जिम्मेदारी होती है। वहीं, चुनाव आयोग ने कांग्रेस को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि स्टार प्रचारक ऐसे बयान न दें जो गलत धारणाएं देते हों। इसके अलावा, अग्निवीर योजना पर बोलते समय, चुनाव निकाय ने कांग्रेस प्रचारकों या उम्मीदवारों से रक्षा बलों का राजनीतिकरण न करने और रक्षा बलों की सामाजिक-आर्थिक संरचना के बारे में संभावित विभाजनकारी बयान न देने के लिए कहा है। ईसीआई ने दो टूक कहा कि दोनों बड़ी पार्टियों (भाजपा और कांग्रेस) को मतदाताओं के चुनावी अनुभव की विरासत को कमजोर करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है. दोनों दलों के प्रमुख अपने-अपने स्टार प्रचारकों के लिए औपचारिक सलाह जारी करें, जिससे वो सावधानी बरतें और शिष्टाचार बनाए रखें. देश के सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।