India

May 10 2024, 15:57

जेल से चुनाव लड़ेंगे खालिस्तान समर्थक अमृतपाल, नहीं मिली पैरोल

#khalistani_amritpal_singh_will_file_nomination_from_jail

असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' संगठन का मुखिया अमृतपाल सिंह पंजाब से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटा है। अमृतपाल सिंह पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने जा रहा है। अमृतपाल सिंह ने लोकसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए हाईकोर्ट का रूख किया था। कोर्ट ने अमृतपाल की याचिका को खारिज कर दिया। वह अब जेल से रहकर ही नॉमिनेशन भरेगा।

अमृतपाल सिंह ने अपना नामांकन दाखिल करने के लिए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का रूख किया और नामांकन दाखिल करने के लिए 7 दिनों की अस्थायी रिहाई की मांग की थी।अब इस पर कोर्ट का फैसला आ गया है जिसने अमृतपाल सिंह की याचिका को खारिज कर दिया है।इस मामले पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में जस्टिस विनोद एस भारद्वाज सुनवाई करते हुए याचिका को खारिज कर दिया।

पंजाब सरकार व चुनाव आयोग ने कट्टरपंथी सिख अमृतपाल सिंह को लोकसभा चुनाव में नामांकन दायर करने के लिए सभी सुविधा उपलब्ध करवा दी है। पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया कि डिब्रूगढ़ जेल के सुपरिंटेंडेंट जेल में ही अमृतपाल सिंह के नॉमिनेशन की सभी प्रक्रिया पूरी करेंगे व सोमवार को अमृतपाल सिंह के नामांकन का काम पूरा हो जाएगा।

अमृतपाल सिंह के अधिवक्ता राजदेव सिंह खालसा ने उससे चुनाव लड़ने की मांग की थी। वकील ने दावा किया था अमृतपाल ने ने पंथ के हित में उसका ये अनुरोध स्वीकार कर लिया था। बता दें कि अमृतपाल सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगा। बता दें कि अमृतपाल सिंह ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख है। अमृतपाल सिंह को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था।र उसके खिलाफ सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया गया था। अमृतपाल सिंह अपने नौ सहयोगियों के साथ फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है।

India

Dec 06 2023, 14:33

खालिस्तानी आतंकी पन्नू की गीदड़ भभकी, दी संसद पर हमले की धमकी, कहा-दिल्ली बनेगा पाकिस्तान

#khalistanigurpatwantsinghpannuthreatenstoparliament_attack

भारत सरकार के अधिकारी पर अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की कोशिश के आरोपों के बीच पन्नू ने एक और धमकी भरा वीडियो जारी किया है। इसमें पन्नू ने भारत की संसद की नींव को हिला देने की बात कही है। आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने धमकी दी है कि वह 13 दिसंबर को संसद भवन पर हमला करेगा। उसने भारत पर हमले का एक धमकी भरा वीडिया जारी किया है।

पन्नू ने इस वीडियो में कहा कि 'मेरी हत्या की साजिश नाकाम हुई है, मैं 13 दिसंबर को संसद भवन पर हमला करके उसका जवाब दूंगा।'खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो में कहा कि भारतीय एजेंसियों ने उसकी हत्या की योजना बनाई थी, जो कामयाब नहीं हो पाई। अब हमले की योजना का जवाब वो 13 दिसंबर को संसद पर हमला करके देगा।' वीडियो में पन्नू ने संसद भवन पर हमले के आरोपी अफजल गुरु का पोस्टर भी जारी किया। इसमें लिखा है 'दिल्ली बनेगा पाकिस्तान'। 

आपको बता दें कि 2001 में 13 दिसंबर के ही दिन भारतीय संसद पर हमला हुआ था। ऐसे में पन्नू के 13 दिसंबर को चुनने की वजह इसी दिन संसद पर हुए हमले से जोड़कर देखा जा रहा है। 

पहले भी धमकी दे चुका है पन्नू

इससे पहले भी खालिस्तानी आतंकी पन्नू गीदड़ भभकी दे चुका है। उसने सिख लोगों से 19 नवंबर को एयर इंडिया की फ्लाइट से यात्रा न करने के लिए कहा था। उसने कहा था कि अगर एयर इंडिया से यात्रा करेंगे तो आपकी जान खतरे में पड़ जाएगी। पन्नूं ने आगे दावा किया था कि दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट 19 नवंबर को बंद रहेगा और इसका नाम बदल दिया जाएगा।

अमेरिकी एजेंसियों ने लगाया था ये आरोप

बता दें कि अभी हाल ही में अमेरिकी एजेंसियों ने एक भारतीय शख्स को गिरफ्तार कर पन्नू की हत्या की साजिश नाकाम की थी, अमेरिकी एजेंसियों ने दावा किया था कि गिरफ्तार आरोपी भारतीय एजेंसियों के इशारे पर काम कर रहा था। हालांकि भारत ने इन आरोपों से साफतौर पर इनकार किया है। साथ ही जांच के लिए एक हाई लेवल कमेटी भी बनाई है। बता दें कि पन्नू ने साल 2007 में 'सिख फॉर जस्टिस' संगठन बनाया था। जुलाई 2020 में भारत ने पन्नू को आतंकी घोषित किया था. पन्नू आईएसआई की मदद से खालिस्तान की मुहिम चला रहा है।

India

Dec 05 2023, 11:13

खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह रोडे की पाकिस्तान में मौत, गुपचुप हुआ अंतिम संस्कार, जानें भिंडरावाले से क्या था कनेक्शन

#khalistaniterroristlakhbirsinghrodediedin_pakistan

 खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह रोडे की पाकिस्तान में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि लखबीर की हार्ट अटैक के चलते मौत हुई है।सूत्रों के मुताबिक, लखबीर सिंह रोडे की 2 दिसंबर को पाकिस्तान में हार्ट अटैक की वजह से मौत हुई। खबर लीक ना हो इसके चलते चोरी छिपे पाकिस्तान में सिख रीति-रिवाज से लखबीर सिंह रोडे का अंतिम संस्कार कर दिया गया। लखबीर सिंह जरनैल सिंह भिंडरावाले का भतीजा था।

पंजाब में आतंकी गतिविधियों में रहा शामिल

लखबीर सिंह रोडे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर भारत के खिलाफ पंजाब में आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है। लखबीर सिंह रोडे भारत में प्रतिबंधित आतंकी संगठनों खालिस्तान लिबरेशन फोर्स और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन को पाकिस्तान से संचालित कर रहा था।

पाकिस्तान में थे लखबीर के कई ठिकाने

लखबीर सिंह रोडे ड्रोन के जरिये भारत में आरडीएक्स भेजने के अलावा कई संगीन मामलों का आरोपी है। खुफिया एजेंसियों के रिकॉर्ड के मुताबिक लखबीर के पाकिस्तान में कई ठिकाने थे। इनमें वह अलग-अलग समय में रहता था। प्रमुख ठिकानों में टाउनशिप क्षेत्र, हालौल, अमोल थियेटर लाहौर, हाउस नंबर 20, पीआईए कॉलोनी, डिफेंस लाहौर हैं।

पंजाब में तैयार कर रखा था स्लीपर सेल का नेटवर्क

लखबीर सिंह रोडे ने ड्रोन के जरिये पंजाब में टिफिन बम भेजे थे। इनका मकसद पंजाब में दहशत फैलाना था। एनआईए की जांच में सामने आया था कि रोडे ने पंजाब में जबरदस्त स्लीपर सेल का नेटवर्क तैयार कर रखा था। 200 के करीब युवाओं को जोड़ा जा चुका था। टिफिन बम बरामद होने के बाद भी एजेंसियां काफी हिस्सा इसलिए नहीं खोज पाई हैं, क्योंकि स्लीपर सेल ने टिफिन बम एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचा दिए थे और इसकी जानकारी आज तक एजेंसियों को नहीं मिल पाई है।

एनआईए ने रोडे की संपत्ति की थी सील

अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के समय रोडे जबरदस्त चर्चा में आया था। रोडे ने ही अमृतपाल सिंह को अपने गांव में पनाह दी थी। बता दें कि एनआईए ने पंजाब के मोगा के रोडे गांव में पाकिस्तान में बैठे आतंकी लखबीर सिंह रोडे की करीब 43 कनाल जमीन सील कर दी थी। एनआईए ने रोडे पर साल 2021 में लुधियाना कोर्ट में ब्लास्ट करने की प्लानिंग करने का आरोप लगाया था।

India

Sep 26 2023, 20:24

खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या से जुड़ा एक वीडियो आया सामने, दो गाड़ियों में सवार दो लोगों ने बरसायी थी 50 गोलियां

#khalistaniterroristhardeepsinghnijjarmurdercctv

कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इस घटना से जुड़ा सीसीटीवी वीडियो सामने आया है।बता दें कि इस साल 18 जून को निज्जर की कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे इलाके में एक गुरुद्वारे की पार्किंग में बंदूकधारियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी।निज्जर भारत से अलग एक खालिस्तानी देश की मांग करता आ रहा था। जुलाई 2020 में भारत ने उसे 'आतंकवादी' घोषित किया था।

अमेरिकी अखबार द वॉशिंगटन पोस्ट ने वीडियो फुटेज के हवाले से जो रिपोर्ट जारी की है।वाशिंगटन पोस्ट की ओर से जारी एक रिपोर्ट में घटना के प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत को साझा किया गया है। सीसीटीवी वीडियो और प्रत्यक्षदर्शियों से बात के अनुसार निज्जर की हत्या में कम से कम छह हमलावर दो वाहनों से आए थे। अमेरिकी अखबार ने कहा कि उसकी ओर से समीक्षा की गई 90 सेकंड की वीडियो रिकॉर्डिंग में निज्जर के ग्रे पिकअप ट्रक और एक सफेद सेडान को गुरुद्वारे की पार्किंग में एक साथ चलते हुए देखा गया है।

निज्‍जर की हत्या में कम से कम छह लोग शामिल

अखबार के मुताबिक कैमरे के वीडियो से पता चलता है कि एक सेडान ने कनाडा में रहने वाले सिख हरदीप सिंह निज्जर के ट्रक को रोका था। इसके बाद दो बंदूकधारियों ने निज्‍जर को मार डाला। अखबार के मुताबिक इससे पता लगता है कि निज्जर को मारने के लिए कनाडा के अधिकारियों की तरफ से जो कुछ भी बताया गया है कि उससे भी ज्‍यादा जटिल ऑपरेशन का खुलासा हुआ है। अखबार ने कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से लिखा है कि निज्‍जर की हत्या में कम से कम छह लोग शामिल थे।वीडियो में नजर आ रहा है कि निज्जर का ग्रे रंग का ट्रक गुरुद्वारे की पार्किंग से निकल रहा है। एक सफेद सेडान स्क्रीन पर नजर आती है और वह भी ट्रक की स्‍पीड से आगे बढ़ती है। इसके बाद वह ट्रक को ओवरटेक करती है और फिर सेडान ट्रक के साथ-साथ चलती है। जैसे ही वे बाहर निकलने के करीब आते हैं, सेडान फिर निज्जर के ट्रक से आगे निकल जाती है। कार गेट पर रुकती है और ट्रक फंस जाता है। इस बीच हुड वाली स्वेटशर्ट पहने दो आदमी आगे बढ़ते हैं और सेडान के दूर हटते ही ड्राइवर की सीट पर बंदूक तान देते हैं। इसी दौरान सामने खड़ी सेडान पार्किंग से बाहर निकल जाती है और कैमरे की नजर से दूर हो जाती है। इसके बाद गोलीबारी करने वाले दोनों लोग भी एक ही दिशा में भागते देखे गए।

हमलावरों ने लगभग 50 गोलियां चलाईं, निज्जर को 34 गोलियां लगी

कनाडा के स्थानीय सिख समुदाय के सदस्यों का कहना है कि जांचकर्ताओं ने उन्हें बताया है कि हमलावरों ने लगभग 50 गोलियां चलाईं थी, जिनमें से निज्जर को 34 गोलियां लगी थी। हर जगह खून और टूटा हुआ शीशा जमीन पर पड़ा था। जमीन गोलियों से छलनी थी। उसी दौरान गुरुमीत सिंह तूर नाम के एक अन्य गुरुद्वारा नेता अपने पिकअप ट्रक में आते हैं और निज्जर को गाड़ी में बिठाकर बंदूकधारियों का पीछा करने के लिए निकल पड़ते हैं।

सिख वेश-भूषा में थे हमलावर

रिपोर्ट में गुरुद्वारे के एक स्वयंसेवक भूपिंदरजीत सिंह का भी हवाला दिया गया है। वे निज्जर के ट्रक तक पहुंचने वाले पहले गवाह थे। सिंह ने ड्राइवर साइड का दरवाजा खोला और निज्जर के कंधों को पकड़ लिया। सिंह के हवाले से कहा गया, ऐसा लग रहा था कि निज्जर की सांसें नहीं चल रही थी। गुरुद्वारा समिति के एक अन्य सदस्य मलकीत सिंह ने बताया कि उन्होंने दो लोगों को पड़ोस के कौगर क्रीक पार्क की ओर भागते देखा। उसने उनका पीछा किया। उन्होंने दावा किया कि हमलावरों ने 'सिख गेट-अप' पहन रखा था, उनके सिर पर छोटे पघों पर हुडी खींची हुई थी और उनके 'दाढ़ी वाले चेहरे' पर मास्क लगा हुआ था।

India

Jun 19 2023, 10:42

कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या, भारत के वांडेट लिस्ट में था नाम

#khalistaniactivisthardeepsinghnijjarshotdead 

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। निज्जर आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) का चीफ था। वह कनाडा में रहकर लंबे समय से पंजाब में खालिस्तानी मूवमेंट को हवा दे रहा था। बता दें, एनआईए ने कुख्यात आतंकवादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स के मुखिया हरदीप सिंह निज्जर पर 10 लाख का इनाम घोषित किया हुआ था। ये इनाम जालंधर में एक पुजारी की हत्या के मामले में रखा गया था। भारत सरकार ने उसे आतंकी घोषित किया था।

सोमवार को कनाडा के एसएफजे प्रमुख और खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गुरु नानक सिख गुरुद्वारा सरे में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। जानकारी के अनुसार जिस गुरुद्वारे के आगे निज्जर की हत्या की गई है वह उसी गुरुद्वारे का अध्यक्ष था। गुरु नानक सिख गुरुद्वारे में दो अज्ञात बंदूकधारियों ने निज्जर को गोली मारकर इस वारदात को अंजाम दिया।

कनाडा में बैठकर भारत विरोधी गतिविधियां चला रहा था

निज्जर कनाडा में सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का प्रमुख था खालिस्तानी टाइगर फोर्स का मुखिया भी था। वो कनाडा में बैठकर भारत के खिलाफ देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। वह आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के मुखी गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी भी था। 

हरदीप सिंह निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था

सितंबर 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हरदीप निज्जर को आतंकवादी घोषित कर दिया था। इसके बाद निज्जर की जालंधर के भार सिंह पुरा गांव में संपत्तियां भी कुर्क की थी। इसी गांव में निज्जर ने पुजारी का कत्ल कराया था। इसके जरिए वह पंजाब में धार्मिक उन्माद फैलाने की फिराक में था। जिसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एआईए) ने भगोड़े खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।

निज्जर के संगठन को 4 महीने पहले आतंकी करार दिया था

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 4 महीने पहले निज्जर के संगठन केटीएफ को आतंकी संगठन करार दिया था। गृह मंत्रालय ने कहा था- खालिस्तान टाइगर फोर्स कट्‌टरपंथी संगठन है। जिसका मकसद पंजाब में फिर आतंकवाद फैलाना है। पंजाब में टारगेट किलिंग के पीछे भी इस संगठन का हाथ है। गृह मंत्रालय का कहना है कि ये संगठन भारत की क्षेत्रीय अखंडता, एकता, राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को चुनौती देता है।

India

Mar 28 2023, 19:33

क्या दिल्ली में है खालिस्तानी समर्थन अमृतपाल सिंह? बिना पगड़ी के खुले बालों में बेखौफ सड़क पर घूमता आया नजर

#khalistaniamritpalsinghnewcctv_footage

पंजाब पुलिस 18 मार्च से वारिस-पंजाब दे का चीफ और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को तलाश रही है। पड़ोसी देश नेपाल तक को इके लिए अलर्ट कर दिया गया है। 18 मार्च से 28 मार्च तक का समय बीत गया है कि लेकिन अमृतपाल पुलिस की पकड़ से दूर है।इस दौरान अलग-अलग जगहों से उसकी तस्वीरें आ रही हैं। इस बीच अमृतपाल का एक नया वीडियो सामने आया है। जिसमें वो दिल्ली की सड़कों पर घूमते हुए देखा जा सकता है।

सीसीटीवी फुटेज मधु विहार इलाके का

सीसीटीवी फुटेज में अमृतपाल सिंह मास्क लगाए सड़क से गुजरता दिख रहा है। पैदल चल रहे अमृतपाल के सिर पर पगड़ी नहीं दिख रही है और उसके लंबे-लंबे खुले बाल दिख रहे हैं। जांच में पता चला है कि अमृतपाल दिल्ली भी आया था और यह सीसीटीवी फुटेज मधु विहार इलाके का है। यह फुटेज 21 मार्च का है।

18 मार्च से उसकी तलाश में जुटी पुलिस

पंजाब पुलिस 18 मार्च से उसकी तलाश में जुटी है। देशभर में बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है और वो लगातार पुलिस से छिपने के लिए इधर-उघर भाग रहा है। पंजाब पुलिस की तरफ से सर्च ऑपरेशन चलाए जाने के कुछ दिनों बाद अमृतपाल सिंह पंजाब से भागने में कामयाब रहा था। इस दौरान उसने पुलिस को चकमा देने के लिए बार-बार गाड़ी बदली थी। पुलिस ने बॉर्डर एरिया को भी ब्लॉक कर दिया था लेकिन इसके बावजूद वो पंजाब से फरार होने में कामयाब रहा।

अमृतपाल की पाकिस्तानी लिंक का नया सबूत

इस बीच खबर मिल रही है कि वो संभवतः नेपाल पहुंच गया है। उधर, इंटेलिजेंस एजेंसियों ने दावा किया है कि उसे अमृतपाल की पाकिस्तानी लिंक का नया सबूत हाथ लगा है। अमृतताल सिंह के फाइनेंसर दलजीत कलसी का लिंक पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के बेटे के साथ सामने आया है। दरअसल, कलसी दुबई स्थित साद बाजवा की कंपनी से जुड़ा था। माना जा रहा है कि वह सिर्फ दो महीने के लिए दुबई गया था। कलसी के दुबई में रहने की व्यवस्था कथित रूप से खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर लंडा ने की थी। पुलिस को पहले ही सबूत मिल चुके हैं कि अमृतपाल और दलजीत कलसी दोनों ही पाकिस्तानी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईसआई) के संपर्क में थे।

India

May 10 2024, 15:57

जेल से चुनाव लड़ेंगे खालिस्तान समर्थक अमृतपाल, नहीं मिली पैरोल

#khalistani_amritpal_singh_will_file_nomination_from_jail

असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' संगठन का मुखिया अमृतपाल सिंह पंजाब से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटा है। अमृतपाल सिंह पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने जा रहा है। अमृतपाल सिंह ने लोकसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए हाईकोर्ट का रूख किया था। कोर्ट ने अमृतपाल की याचिका को खारिज कर दिया। वह अब जेल से रहकर ही नॉमिनेशन भरेगा।

अमृतपाल सिंह ने अपना नामांकन दाखिल करने के लिए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का रूख किया और नामांकन दाखिल करने के लिए 7 दिनों की अस्थायी रिहाई की मांग की थी।अब इस पर कोर्ट का फैसला आ गया है जिसने अमृतपाल सिंह की याचिका को खारिज कर दिया है।इस मामले पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में जस्टिस विनोद एस भारद्वाज सुनवाई करते हुए याचिका को खारिज कर दिया।

पंजाब सरकार व चुनाव आयोग ने कट्टरपंथी सिख अमृतपाल सिंह को लोकसभा चुनाव में नामांकन दायर करने के लिए सभी सुविधा उपलब्ध करवा दी है। पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया कि डिब्रूगढ़ जेल के सुपरिंटेंडेंट जेल में ही अमृतपाल सिंह के नॉमिनेशन की सभी प्रक्रिया पूरी करेंगे व सोमवार को अमृतपाल सिंह के नामांकन का काम पूरा हो जाएगा।

अमृतपाल सिंह के अधिवक्ता राजदेव सिंह खालसा ने उससे चुनाव लड़ने की मांग की थी। वकील ने दावा किया था अमृतपाल ने ने पंथ के हित में उसका ये अनुरोध स्वीकार कर लिया था। बता दें कि अमृतपाल सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगा। बता दें कि अमृतपाल सिंह ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख है। अमृतपाल सिंह को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था।र उसके खिलाफ सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया गया था। अमृतपाल सिंह अपने नौ सहयोगियों के साथ फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है।

India

Dec 06 2023, 14:33

खालिस्तानी आतंकी पन्नू की गीदड़ भभकी, दी संसद पर हमले की धमकी, कहा-दिल्ली बनेगा पाकिस्तान

#khalistanigurpatwantsinghpannuthreatenstoparliament_attack

भारत सरकार के अधिकारी पर अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की कोशिश के आरोपों के बीच पन्नू ने एक और धमकी भरा वीडियो जारी किया है। इसमें पन्नू ने भारत की संसद की नींव को हिला देने की बात कही है। आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने धमकी दी है कि वह 13 दिसंबर को संसद भवन पर हमला करेगा। उसने भारत पर हमले का एक धमकी भरा वीडिया जारी किया है।

पन्नू ने इस वीडियो में कहा कि 'मेरी हत्या की साजिश नाकाम हुई है, मैं 13 दिसंबर को संसद भवन पर हमला करके उसका जवाब दूंगा।'खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो में कहा कि भारतीय एजेंसियों ने उसकी हत्या की योजना बनाई थी, जो कामयाब नहीं हो पाई। अब हमले की योजना का जवाब वो 13 दिसंबर को संसद पर हमला करके देगा।' वीडियो में पन्नू ने संसद भवन पर हमले के आरोपी अफजल गुरु का पोस्टर भी जारी किया। इसमें लिखा है 'दिल्ली बनेगा पाकिस्तान'। 

आपको बता दें कि 2001 में 13 दिसंबर के ही दिन भारतीय संसद पर हमला हुआ था। ऐसे में पन्नू के 13 दिसंबर को चुनने की वजह इसी दिन संसद पर हुए हमले से जोड़कर देखा जा रहा है। 

पहले भी धमकी दे चुका है पन्नू

इससे पहले भी खालिस्तानी आतंकी पन्नू गीदड़ भभकी दे चुका है। उसने सिख लोगों से 19 नवंबर को एयर इंडिया की फ्लाइट से यात्रा न करने के लिए कहा था। उसने कहा था कि अगर एयर इंडिया से यात्रा करेंगे तो आपकी जान खतरे में पड़ जाएगी। पन्नूं ने आगे दावा किया था कि दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट 19 नवंबर को बंद रहेगा और इसका नाम बदल दिया जाएगा।

अमेरिकी एजेंसियों ने लगाया था ये आरोप

बता दें कि अभी हाल ही में अमेरिकी एजेंसियों ने एक भारतीय शख्स को गिरफ्तार कर पन्नू की हत्या की साजिश नाकाम की थी, अमेरिकी एजेंसियों ने दावा किया था कि गिरफ्तार आरोपी भारतीय एजेंसियों के इशारे पर काम कर रहा था। हालांकि भारत ने इन आरोपों से साफतौर पर इनकार किया है। साथ ही जांच के लिए एक हाई लेवल कमेटी भी बनाई है। बता दें कि पन्नू ने साल 2007 में 'सिख फॉर जस्टिस' संगठन बनाया था। जुलाई 2020 में भारत ने पन्नू को आतंकी घोषित किया था. पन्नू आईएसआई की मदद से खालिस्तान की मुहिम चला रहा है।

India

Dec 05 2023, 11:13

खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह रोडे की पाकिस्तान में मौत, गुपचुप हुआ अंतिम संस्कार, जानें भिंडरावाले से क्या था कनेक्शन

#khalistaniterroristlakhbirsinghrodediedin_pakistan

 खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह रोडे की पाकिस्तान में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि लखबीर की हार्ट अटैक के चलते मौत हुई है।सूत्रों के मुताबिक, लखबीर सिंह रोडे की 2 दिसंबर को पाकिस्तान में हार्ट अटैक की वजह से मौत हुई। खबर लीक ना हो इसके चलते चोरी छिपे पाकिस्तान में सिख रीति-रिवाज से लखबीर सिंह रोडे का अंतिम संस्कार कर दिया गया। लखबीर सिंह जरनैल सिंह भिंडरावाले का भतीजा था।

पंजाब में आतंकी गतिविधियों में रहा शामिल

लखबीर सिंह रोडे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर भारत के खिलाफ पंजाब में आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है। लखबीर सिंह रोडे भारत में प्रतिबंधित आतंकी संगठनों खालिस्तान लिबरेशन फोर्स और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन को पाकिस्तान से संचालित कर रहा था।

पाकिस्तान में थे लखबीर के कई ठिकाने

लखबीर सिंह रोडे ड्रोन के जरिये भारत में आरडीएक्स भेजने के अलावा कई संगीन मामलों का आरोपी है। खुफिया एजेंसियों के रिकॉर्ड के मुताबिक लखबीर के पाकिस्तान में कई ठिकाने थे। इनमें वह अलग-अलग समय में रहता था। प्रमुख ठिकानों में टाउनशिप क्षेत्र, हालौल, अमोल थियेटर लाहौर, हाउस नंबर 20, पीआईए कॉलोनी, डिफेंस लाहौर हैं।

पंजाब में तैयार कर रखा था स्लीपर सेल का नेटवर्क

लखबीर सिंह रोडे ने ड्रोन के जरिये पंजाब में टिफिन बम भेजे थे। इनका मकसद पंजाब में दहशत फैलाना था। एनआईए की जांच में सामने आया था कि रोडे ने पंजाब में जबरदस्त स्लीपर सेल का नेटवर्क तैयार कर रखा था। 200 के करीब युवाओं को जोड़ा जा चुका था। टिफिन बम बरामद होने के बाद भी एजेंसियां काफी हिस्सा इसलिए नहीं खोज पाई हैं, क्योंकि स्लीपर सेल ने टिफिन बम एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचा दिए थे और इसकी जानकारी आज तक एजेंसियों को नहीं मिल पाई है।

एनआईए ने रोडे की संपत्ति की थी सील

अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के समय रोडे जबरदस्त चर्चा में आया था। रोडे ने ही अमृतपाल सिंह को अपने गांव में पनाह दी थी। बता दें कि एनआईए ने पंजाब के मोगा के रोडे गांव में पाकिस्तान में बैठे आतंकी लखबीर सिंह रोडे की करीब 43 कनाल जमीन सील कर दी थी। एनआईए ने रोडे पर साल 2021 में लुधियाना कोर्ट में ब्लास्ट करने की प्लानिंग करने का आरोप लगाया था।

India

Sep 26 2023, 20:24

खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या से जुड़ा एक वीडियो आया सामने, दो गाड़ियों में सवार दो लोगों ने बरसायी थी 50 गोलियां

#khalistaniterroristhardeepsinghnijjarmurdercctv

कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इस घटना से जुड़ा सीसीटीवी वीडियो सामने आया है।बता दें कि इस साल 18 जून को निज्जर की कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे इलाके में एक गुरुद्वारे की पार्किंग में बंदूकधारियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी।निज्जर भारत से अलग एक खालिस्तानी देश की मांग करता आ रहा था। जुलाई 2020 में भारत ने उसे 'आतंकवादी' घोषित किया था।

अमेरिकी अखबार द वॉशिंगटन पोस्ट ने वीडियो फुटेज के हवाले से जो रिपोर्ट जारी की है।वाशिंगटन पोस्ट की ओर से जारी एक रिपोर्ट में घटना के प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत को साझा किया गया है। सीसीटीवी वीडियो और प्रत्यक्षदर्शियों से बात के अनुसार निज्जर की हत्या में कम से कम छह हमलावर दो वाहनों से आए थे। अमेरिकी अखबार ने कहा कि उसकी ओर से समीक्षा की गई 90 सेकंड की वीडियो रिकॉर्डिंग में निज्जर के ग्रे पिकअप ट्रक और एक सफेद सेडान को गुरुद्वारे की पार्किंग में एक साथ चलते हुए देखा गया है।

निज्‍जर की हत्या में कम से कम छह लोग शामिल

अखबार के मुताबिक कैमरे के वीडियो से पता चलता है कि एक सेडान ने कनाडा में रहने वाले सिख हरदीप सिंह निज्जर के ट्रक को रोका था। इसके बाद दो बंदूकधारियों ने निज्‍जर को मार डाला। अखबार के मुताबिक इससे पता लगता है कि निज्जर को मारने के लिए कनाडा के अधिकारियों की तरफ से जो कुछ भी बताया गया है कि उससे भी ज्‍यादा जटिल ऑपरेशन का खुलासा हुआ है। अखबार ने कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से लिखा है कि निज्‍जर की हत्या में कम से कम छह लोग शामिल थे।वीडियो में नजर आ रहा है कि निज्जर का ग्रे रंग का ट्रक गुरुद्वारे की पार्किंग से निकल रहा है। एक सफेद सेडान स्क्रीन पर नजर आती है और वह भी ट्रक की स्‍पीड से आगे बढ़ती है। इसके बाद वह ट्रक को ओवरटेक करती है और फिर सेडान ट्रक के साथ-साथ चलती है। जैसे ही वे बाहर निकलने के करीब आते हैं, सेडान फिर निज्जर के ट्रक से आगे निकल जाती है। कार गेट पर रुकती है और ट्रक फंस जाता है। इस बीच हुड वाली स्वेटशर्ट पहने दो आदमी आगे बढ़ते हैं और सेडान के दूर हटते ही ड्राइवर की सीट पर बंदूक तान देते हैं। इसी दौरान सामने खड़ी सेडान पार्किंग से बाहर निकल जाती है और कैमरे की नजर से दूर हो जाती है। इसके बाद गोलीबारी करने वाले दोनों लोग भी एक ही दिशा में भागते देखे गए।

हमलावरों ने लगभग 50 गोलियां चलाईं, निज्जर को 34 गोलियां लगी

कनाडा के स्थानीय सिख समुदाय के सदस्यों का कहना है कि जांचकर्ताओं ने उन्हें बताया है कि हमलावरों ने लगभग 50 गोलियां चलाईं थी, जिनमें से निज्जर को 34 गोलियां लगी थी। हर जगह खून और टूटा हुआ शीशा जमीन पर पड़ा था। जमीन गोलियों से छलनी थी। उसी दौरान गुरुमीत सिंह तूर नाम के एक अन्य गुरुद्वारा नेता अपने पिकअप ट्रक में आते हैं और निज्जर को गाड़ी में बिठाकर बंदूकधारियों का पीछा करने के लिए निकल पड़ते हैं।

सिख वेश-भूषा में थे हमलावर

रिपोर्ट में गुरुद्वारे के एक स्वयंसेवक भूपिंदरजीत सिंह का भी हवाला दिया गया है। वे निज्जर के ट्रक तक पहुंचने वाले पहले गवाह थे। सिंह ने ड्राइवर साइड का दरवाजा खोला और निज्जर के कंधों को पकड़ लिया। सिंह के हवाले से कहा गया, ऐसा लग रहा था कि निज्जर की सांसें नहीं चल रही थी। गुरुद्वारा समिति के एक अन्य सदस्य मलकीत सिंह ने बताया कि उन्होंने दो लोगों को पड़ोस के कौगर क्रीक पार्क की ओर भागते देखा। उसने उनका पीछा किया। उन्होंने दावा किया कि हमलावरों ने 'सिख गेट-अप' पहन रखा था, उनके सिर पर छोटे पघों पर हुडी खींची हुई थी और उनके 'दाढ़ी वाले चेहरे' पर मास्क लगा हुआ था।

India

Jun 19 2023, 10:42

कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या, भारत के वांडेट लिस्ट में था नाम

#khalistaniactivisthardeepsinghnijjarshotdead 

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। निज्जर आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) का चीफ था। वह कनाडा में रहकर लंबे समय से पंजाब में खालिस्तानी मूवमेंट को हवा दे रहा था। बता दें, एनआईए ने कुख्यात आतंकवादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स के मुखिया हरदीप सिंह निज्जर पर 10 लाख का इनाम घोषित किया हुआ था। ये इनाम जालंधर में एक पुजारी की हत्या के मामले में रखा गया था। भारत सरकार ने उसे आतंकी घोषित किया था।

सोमवार को कनाडा के एसएफजे प्रमुख और खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गुरु नानक सिख गुरुद्वारा सरे में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। जानकारी के अनुसार जिस गुरुद्वारे के आगे निज्जर की हत्या की गई है वह उसी गुरुद्वारे का अध्यक्ष था। गुरु नानक सिख गुरुद्वारे में दो अज्ञात बंदूकधारियों ने निज्जर को गोली मारकर इस वारदात को अंजाम दिया।

कनाडा में बैठकर भारत विरोधी गतिविधियां चला रहा था

निज्जर कनाडा में सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का प्रमुख था खालिस्तानी टाइगर फोर्स का मुखिया भी था। वो कनाडा में बैठकर भारत के खिलाफ देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। वह आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के मुखी गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी भी था। 

हरदीप सिंह निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था

सितंबर 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हरदीप निज्जर को आतंकवादी घोषित कर दिया था। इसके बाद निज्जर की जालंधर के भार सिंह पुरा गांव में संपत्तियां भी कुर्क की थी। इसी गांव में निज्जर ने पुजारी का कत्ल कराया था। इसके जरिए वह पंजाब में धार्मिक उन्माद फैलाने की फिराक में था। जिसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एआईए) ने भगोड़े खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।

निज्जर के संगठन को 4 महीने पहले आतंकी करार दिया था

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 4 महीने पहले निज्जर के संगठन केटीएफ को आतंकी संगठन करार दिया था। गृह मंत्रालय ने कहा था- खालिस्तान टाइगर फोर्स कट्‌टरपंथी संगठन है। जिसका मकसद पंजाब में फिर आतंकवाद फैलाना है। पंजाब में टारगेट किलिंग के पीछे भी इस संगठन का हाथ है। गृह मंत्रालय का कहना है कि ये संगठन भारत की क्षेत्रीय अखंडता, एकता, राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को चुनौती देता है।

India

Mar 28 2023, 19:33

क्या दिल्ली में है खालिस्तानी समर्थन अमृतपाल सिंह? बिना पगड़ी के खुले बालों में बेखौफ सड़क पर घूमता आया नजर

#khalistaniamritpalsinghnewcctv_footage

पंजाब पुलिस 18 मार्च से वारिस-पंजाब दे का चीफ और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को तलाश रही है। पड़ोसी देश नेपाल तक को इके लिए अलर्ट कर दिया गया है। 18 मार्च से 28 मार्च तक का समय बीत गया है कि लेकिन अमृतपाल पुलिस की पकड़ से दूर है।इस दौरान अलग-अलग जगहों से उसकी तस्वीरें आ रही हैं। इस बीच अमृतपाल का एक नया वीडियो सामने आया है। जिसमें वो दिल्ली की सड़कों पर घूमते हुए देखा जा सकता है।

सीसीटीवी फुटेज मधु विहार इलाके का

सीसीटीवी फुटेज में अमृतपाल सिंह मास्क लगाए सड़क से गुजरता दिख रहा है। पैदल चल रहे अमृतपाल के सिर पर पगड़ी नहीं दिख रही है और उसके लंबे-लंबे खुले बाल दिख रहे हैं। जांच में पता चला है कि अमृतपाल दिल्ली भी आया था और यह सीसीटीवी फुटेज मधु विहार इलाके का है। यह फुटेज 21 मार्च का है।

18 मार्च से उसकी तलाश में जुटी पुलिस

पंजाब पुलिस 18 मार्च से उसकी तलाश में जुटी है। देशभर में बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है और वो लगातार पुलिस से छिपने के लिए इधर-उघर भाग रहा है। पंजाब पुलिस की तरफ से सर्च ऑपरेशन चलाए जाने के कुछ दिनों बाद अमृतपाल सिंह पंजाब से भागने में कामयाब रहा था। इस दौरान उसने पुलिस को चकमा देने के लिए बार-बार गाड़ी बदली थी। पुलिस ने बॉर्डर एरिया को भी ब्लॉक कर दिया था लेकिन इसके बावजूद वो पंजाब से फरार होने में कामयाब रहा।

अमृतपाल की पाकिस्तानी लिंक का नया सबूत

इस बीच खबर मिल रही है कि वो संभवतः नेपाल पहुंच गया है। उधर, इंटेलिजेंस एजेंसियों ने दावा किया है कि उसे अमृतपाल की पाकिस्तानी लिंक का नया सबूत हाथ लगा है। अमृतताल सिंह के फाइनेंसर दलजीत कलसी का लिंक पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के बेटे के साथ सामने आया है। दरअसल, कलसी दुबई स्थित साद बाजवा की कंपनी से जुड़ा था। माना जा रहा है कि वह सिर्फ दो महीने के लिए दुबई गया था। कलसी के दुबई में रहने की व्यवस्था कथित रूप से खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर लंडा ने की थी। पुलिस को पहले ही सबूत मिल चुके हैं कि अमृतपाल और दलजीत कलसी दोनों ही पाकिस्तानी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईसआई) के संपर्क में थे।