संसद में पहले भी मिल चुकी है नोटों की गड्डी, कभी 1 करोड़ कैश लेकर सदन में पहुंचे थे तीन सांसद

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राज्यसभा में 5 दिसंबर 2024 को कांग्रेस सांसद की बेंच से नोटों के बंडल मिलने का मामला सामने आया। गुरुवार को कार्यवाही के बाद सदन की जांच के दौरान ये गड्डी बरामद हुई। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने इसे गंभीर मामला बताया। साथ ही इसकी जांच कराने की बात कही है।फिलहाल नोटों की गड्डी मिलने की जांच की मांग की जा रही है। संदन में पैसे से जुड़ा ये कोई पहला विवाद नहीं है। पहले भी इस पैसे जुड़े अलग-अलग मामले आते रहे हैं। कभी सांसदों पर पैसे लेकर वोट देने का आरोप लगा तो कभी पैसे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगा। कभी खुद सांसदों ने ही सदन में नोटों की गड्डियां लहराईं तो कभी पैसे लेकर राज्यसभा चुनाव में वोट डालने का आरोप किसी विधायक पर लगा।

22 जुलाई 2008 का वो दिन जब एक करोड़ कैश लेकर पहुंचे तीन सांसद

राज्यसभा हो या लोकसभा, सदन में सत्र की कार्यवाही के दौरान असहज कर देने वाली घटनाओं का पुराना इतिहास रहा है। ऐसा ही एक वाक्या है 22 जुलाई 2008 का, जब संसद का मानसून सत्र चल रहा था। 2008 में अमेरिका के साथ मनमोहन सिंह की सरकार ने न्यूक्लियर डील किया। इस समझौते के खिलाफ सीपीएम ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया, जिसके तुरंत बाद बीजेपी ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दे दिया। संसद में इस अविश्वास प्रस्ताव पर खूब बहस हुई, लेकिन जब बारी वोटिंग की आई तो बीजेपी के 3 सांसदों ने नोट लहरा दिए। यह नोट तत्कालीन लोकसभा के स्पीकर सोमनाथ चटर्जी के टेबल पर लहराए गए।

बीजेपी के उन तीन सांसदों के नाम थे अशोक अर्गल, फग्गन सिंह कुलस्ते और महावीर भगोरा, जिन्होंने लोकसभा में एक करोड़ रुपए नकदी के बंडल टेबल पर रखकर दावा किया कि उन्हें यूपीए सरकार के सदस्यों द्वारा रिश्वत दी गई थी ताकि वो सरकार के विश्वास मत में उनका साथ दें। ये एक करोड़ रुपए उन्हें एडवांस के बतौर दिए गए जबकि 9 करोड़ रुपए और देने की बात कही गई। बस इतना सुनते ही सदन में भारी हंगामा शुरू हो गई. कार्यवाही बाधित हो गई। विपक्ष ने इसे लोकतंत्र पर “काला धब्बा” कहा। सरकार ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। इसे विपक्ष की साजिश बताया।

संसद की विशेष समिति ने इस मामले की जांच शुरू की। सीबीआई ने भी मामले की जांच की। भाजपा सांसदों, कांग्रेस नेताओं, और अन्य दलों के नेताओं से पूछताछ की गई। 2011 में सीबीआई ने अमर सिंह और अन्य पर आरोप लगाए, लेकिन ठोस सबूतों के अभाव में मामला ज्यादा आगे नहीं बढ़ सका। 2013 में, दिल्ली की एक अदालत ने अमर सिंह, भाजपा सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और अन्य आरोपियों को जमानत दी। केस की लंबी प्रक्रिया के कारण इसमें कोई निर्णायक निष्कर्ष नहीं निकला।

जब शिबू सोरेन और उनके चार सांसदों पर लगे रिश्वत लेने के आरोप

इससे पहले 1991 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी और पीवी नरसिम्हा राव देश के प्रधानमंत्री बनाए गए थे। चुनाव के करीब दो साल बाद जुलाई 1993 में नरसिम्हा राव सरकार को अविश्वास मत का सामना करना पड़ा। हालांकि, सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव 14 वोटों से गिर गया जब पक्ष में 251 वोट और विरोध में 265 वोट पड़े।

996 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांसद सूरज मंडल ने एक खुलासा किया। मंडल के मुताबिक 1993 में पैसे बंटने की वजह से राव की सरकार बच पाई। मंडल का कहना था कि सरकार बचाने के लिए एक-एक सांसदों को 40 लाख रुपए दिए गए थे। शिबू सोरेन और उनके चार सांसदों पर तत्कालीन पीवी नरसिम्हा राव सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट देने के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगा था। अल्पमत में रही नरसिम्हा राव सरकार उनके समर्थन से अविश्वास प्रस्ताव से बच गई। इसके बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (पीसीए) के तहत एक शिकायत दर्ज की गई जिसमें आरोप लगाया गया कि अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट करने के लिए कुछ सांसदों को रिश्वत दी गई थी।आगे चलकर यह मामला देश की सर्वोच्च अदालत पहुंच गया, लेकिन केस में सभी आरोपी बरी हो गए

*...तो बीजेपी 246 सीट भी नहीं जीत पाती, राहुल गांधी ने यूएस में बैठकर लोकसभा चुनाव पर उठाया सवाल*

#rahulgandhionloksabha_election

कांग्रेस के नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी अमेरिकी दौरे पर लगातार बीजेपी और नरेन्द्र मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। बीजेपी पर हमलावर कांग्रेस नेता ने अमेरिका में बैठकर हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं।लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव 2024 को वह स्वतंत्र चुनाव के रूप में नहीं देखते। उन्होंने कहा कि अगर निष्पक्ष चुनाव हुए होते तो बीजेपी सत्ता में नहीं होती।

कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनावों से पहले, हम इस बात पर जोर देते रहे कि संस्थाओं पर कब्ज़ा कर लिया गया है...हमारे पास निष्पक्ष खेल का मैदान नहीं था। उनके पास बहुत बड़ा वित्तीय लाभ था। उन्होंने हमारे बैंक खाते बंद कर दिए थे...चुनाव आयोग वही कर रहा था जो वे चाहते थे। राहुल गांधी ने कहा कि ये चीजें अचानक एक साथ आने लगीं। मुझे नहीं लगता कि निष्पक्ष चुनाव में भाजपा 246 के करीब थी।

इसे एक नियंत्रित चुनाव के रूप में देखता हूं-राहुल गांधी

एक इंटरव्यू में राहुल गांधी ने कहा कि मैं लोकसभा चुनाव 2024 को स्वतंत्र चुनाव नहीं मानता। मैं इसे एक नियंत्रित चुनाव के रूप में देखता हूं। राहुल गांधी ने कहा कि पूरा अभियान इस तरह से बनाया गया था कि नरेंद्र मोदी पूरे देश में अपनी बात कह सकें। जिन राज्यों में वे कमजोर थे, उन्हें अलग तरीके से डिजाइन किया गया था। चुनाव आयोग भी हमारी बातों और शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहा था।

मीडिया और जांच एजेंसियों पर उनका कब्जा-राहुल गांधी

राहुल ने कहा कि मीडिया और जांच एजेंसियों पर सरकार का कब्जा है। हम यह लगातार कहते रहे लेकिन लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था। मैंने संविधान को सामने रखना शुरू किया और मैंने जो कुछ भी कहा वह अचानक से फूट पड़ा। गरीब भारत, उत्पीड़ित भारत, भारत ने समझ लिया कि अगर संविधान खत्म हो गया तो पूरा खेल खत्म हो जाएगा।

हमने उन्हें पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया-राहुल गांधी

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रचार अभियान के आधे समय में मोदी को नहीं लगा कि वे 300-400 सीटों के करीब पहुंच गए हैं। जब उन्होंने कहा कि मैं सीधे भगवान से बात करता हूं, तो हमें पता चल गया था। हमें पता था कि हमने उन्हें पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। हमने इसे मनोवैज्ञानिक पतन के रूप में देखा। नरेंद्र मोदी को सत्ता में लाने वाला गठबंधन टूट गया है। सरकार और दो या तीन बड़े व्यवसायों के बीच बहुत बड़ी सांठगांठ है।

బీజేపీ అంటే భయం పోయింది.. ప్రజాస్వామ్యంపై దాడిని ప్రజలు అంగీకరించరు : రాహుల్‌

కేంద్రంలోని బీజేపీపై కాంగ్రెస్‌ ఎంపీ, లోక్‌సభలో ప్రధాన ప్రతిపక్ష నేత రాహుల్‌ గాంధీ తీవ్రస్థాయిలో విరుచుకుపడ్డారు.

కేంద్రంలోని బీజేపీపై కాంగ్రెస్‌ ఎంపీ, లోక్‌సభలో ప్రధాన ప్రతిపక్ష నేత రాహుల్‌ గాంధీ తీవ్రస్థాయిలో విరుచుకుపడ్డారు. ప్రస్తుతం అమెరికా పర్యటనలో ఉన్న రాహుల్‌.. అక్కడ ప్రవాస భారతీయులతో ముచ్చటించారు. ఈ సందర్భంగా బీజేపీ, ఆర్‌ఎస్‌ఎస్‌పై విరుచుకుపడ్డారు. భారత్‌లో బీజేపీ, ప్రధాని మోదీకి ఎవరూ భయపడరనే (fear of BJP vanished) విషయాన్ని ఇటీవల జరిగిన ఎన్నికలు నిరూపించాయన్నారు. భారత సంప్రదాయాలు, భాషలపై బీజేపీ దాడి చేస్తోందని ఆరోపించారు.

మన సంప్రదాయాలు, భాషపై బీజేపీ దాడి చేస్తోందని ప్రజలు అంటున్నారు. ఆ పార్టీ ఎలాంటిదో వారు గ్రహించారు. లోక్‌సభ ఎన్నికల ఫలితాలు ( Lok Sabha polls) వెలువడిన వెంటనే భారత్‌లో బీజేపీ, భారత ప్రధాని మోదీకి ఎవరూ భయపడరనే విషయం అర్థమైంది.

ప్రజాస్వామ్యంపై దాడిని తాము ఎన్నటికీ అంగీకరించబోమని ప్రజలు ఈ ఎన్నికల ద్వారా స్పష్టంగా చెప్పారు’ అని రాహుల్‌ వ్యాఖ్యానించారు. అయితే, రాహుల్‌ వ్యాఖ్యలపై బీజేపీ ఘాటుగా స్పందించింది. భారతదేశాన్ని అవమానించే అలవాటు గాంధీకి ఉందంటూ తీవ్ర వ్యాఖ్యలు చేసింది.

ओम बिरला चुने गए लोकसभा के अध्यक्ष, पीएम मोदी ने कहा- आपसे बहुत कुछ सीखने योग्य

#ombirlaelectedspeakerofloksabha

लोकसभा में स्पीकर का पद एनडीए के हिस्से आ गया है। ओम बिरला स्पीकर पद के लिए चुन लिए गए हैं। इसके साथ ही मोदी सरकार अपनी पहली अग्निपरीक्षा में पास हो गई है।सत्ता पक्ष और विपक्ष में इस पद को लेकर तनातनी चलती रही और फैसला एनडीए के हिस्से आया है।बीजेपी से लगातार दूसरी बार एक ही व्यक्ति का स्पीकर चुने जाने का ये पहला मौका है।

आज सदन में एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओम बिड़ला के नाम का प्रस्ताव रखा। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गजों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। विपक्ष की ओर से के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा गया।इसके बाद प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाते हुए प्रस्ताव का सभी के सामने रखा। ध्वनिमत के आधार पर उन्होंने ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के लिए आमंत्रित किया। 

इस दौरान खास बात यह भी रही कि आम बिरला को आसन तक ले जाने के लिए पीएम मोदी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू के साथ नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी साथ आए। राहुल को बीती रात ही कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष घोषित किया है।

आपसे युवा सांसदों को प्रेरणा मिलेगी-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘आप (ओम बिरला) जिस प्रकार से एक सांसद के रूप में कार्य करते हैं, वह भी जानने योग्य है और बहुत कुछ सीखने योग्य है। मुझे विश्वास है कि एक सांसद के रूप में आपकी कार्यशैली हमारे फर्स्ट टाइमर और युवा सांसदों को जरूर प्रेरणा देगी। 18वीं लोकसभा में स्पीकर का कार्यभार दूसरी बार आपने संभाला है, ये अपने आप में एक नया रिकॉर्ड बनते हुए हम देख रहे हैं। श्रीमान बलराम जाखड़ जी ऐसे पहले अध्यक्ष थे, जिन्हें 5 साल का कार्यकाल पूरा करके, फिर दोबारा स्पीकर बनने का अवसर मिला था। उनके बाद आप हैं, जिन्हें 5 साल पूर्ण करने के बाद दोबारा इस पद पर आसीन होने का अवसर मिला है। अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण कालखंड में दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष के रूप में एक बहुत बड़ा दायित्व आपको मिला है। हम सबको विश्वास है कि आप आने वाले 5 साल हम सब का मार्गदर्शन करेंगे और देश की आशाओं-अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए ये सदन जो दायित्व निभाएगा, उसमें आपकी बहुत बड़ी भूमिका रहेगी।’

राहुल गांधी ने ओम बिरला को दी बधाई, कहा- विपक्ष देश की आवाज

पीएम मोदी के संबोधन के बाद राहुल गांधी ने सदन को संबोधित किया। सबसे पहले राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को बधाई दी। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष देश की आवाज है। सरकार के पास ताकत है तो विपक्ष के पास देश की आवाज। उम्मीद है कि हमारी आवाज को सदन में नहीं दबाया जाएगा।हमें बोलने की आजादी मिलेगी।

BJP MP Sambit Patra says

The pro-tem Speaker is appointed through a convention, not a law... It is a long convention going on in India since independence. Now, Congress is trying to disturb this process.

Bhartruhari Mahtab is serving as an MP consecutively for the seventh time. The convention says that the MP having the longest period of unbroken service can be appointed as pro-tem Speaker. So, in this 18th Lok Sabha, Bhartruhari Mahtab qualifies to become the pro-tem Speaker.

As far as (Congress MP) K Suresh is concerned, he has served as an MP 8 times non-consecutively. It is the 4th consecutive term of K Suresh. However, it is the 7th consecutive term of Bhartruhari Mahtab. So, there has been no breach of convention."

Maharashtra ATS arrests four Bangladeshi nationals for using forged documents
Maharashtra ATS arrests four Bangladeshi nationals for using forged documents to obtain Indian passports and voter ID cards. Shockingly they had even voted in just concluded Lok Sabha elections using fake documents. Raids continue for m

*Chief Minister of West Bengal in discussion with newly elected MP*
# Politics # AITC #West Bengal #Street Buzz News
*SB News Bureau:* After the huge success in the Lok Sabha elections, the Chief Minister Mamata Banerjee today meeting with the newly elected MPs at his residence in Kalighat, Kolkata to discuss the next steps in Parliament. The number of Trinamool newly elected MPs is 29 this time. Trinamool is already playing an important role in parliamentary politics as one of the partner parties of India Alliance. There is no doubt that their MPs will play a special role in the Parliament.

*Photo Courtesy: X*
शुरूआती रुझानों में एनडीए को बहुमत, 'इंडिया' दे रहा टक्कर

#lok_sabha_election_2024_results

क्या भाजपा की अगुवाई में एनडीए जीत की हैट्रिक लगाएगा? क्या इंडिया गठबंधन भाजपा के विजयरथ को रोक पाएगा? अब से कुछ देर बाद इन सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे। बैसे शुरूआती रूझानों में एनडीए को बहुमत हासिल होता दिख रहा है। नौ बजे तक लोकसभा चुनाव परिणाम के जो रूझान आ रहे हैं उनसे लगता है कि नरेंद्र मोदी की अगुआई में भारतीय जनता पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। बहुमत के लिए जरूरी 272 का आंकड़ा बीजेपी ने पार कर लिया है। एनडीए 301 और इंडिया गठबंधन 174 सीटों पर आगे है। 

Party Won Leading Total

Bharatiya Janata Party - BJP 1

143

144

Indian National Congress - INC 0 53

53

Samajwadi Party - SP 0 27

27

Telugu Desam - TDP 0 10

10

Shiv Sena - SHS 0 6

6

Communist Party of India (Marxist) - CPI(M) 0 4

4

Aam Aadmi Party - AAAP 0 4

4

Shiv Sena (Uddhav Balasaheb Thackrey) - SHSUBT 0 3

3

Yuvajana Sramika Rythu Congress Party - YSRCP 0 2

2

Janata Dal (Secular) - JD(S) 0 2

2

Jammu & Kashmir National Conference - JKN 0 2

2

Janata Dal (United) - JD(U) 0 1

1

Lok Janshakti Party(Ram Vilas) - LJPRV 0 1

1

Rashtriya Janata Dal - RJD 0 1

1

Hindustani Awam Morcha (Secular) - HAMS 0 1

1

Indian Union Muslim League - IUML 0 1

1

Kerala Congress - KEC 0 1

1

Communist Party of India - CPI 0 1

1

Nationalist Congress Party – Sharadchandra Pawar - NCPSP 0 1

1

Naga Peoples Front - NPF 0 1

1

Voice of the People Party - VOTPP 0 1

1

Zoram People’s Movement - ZPM 0 1

1

Shiromani Akali Dal - SAD 0 1

1

Rashtriya Loktantrik Party - RLTP 0 1

1

Bharat Adivasi Party - BHRTADVSIP 0 1

1

Sikkim Krantikari Morcha - SKM 0 1

1

Rashtriya Lok Dal - RLD 0 1

1

Aazad Samaj Party (Kanshi Ram) - ASPKR 0 1

1

Independent - IND 0 7

7

Total         1 2 80 281

शुरूआती रुझानों में एनडीए को बहुमत, 'इंडिया' दे रहा टक्कर
#lok_sabha_election_2024_results
क्या भाजपा की अगुवाई में एनडीए जीत की हैट्रिक लगाएगा? क्या इंडिया गठबंधन भाजपा के विजयरथ को रोक पाएगा? अब से कुछ देर बाद इन सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे। बैसे शुरूआती रूझानों में एनडीए को बहुमत हासिल होता दिख रहा है। नौ बजे तक लोकसभा चुनाव परिणाम के जो रूझान आ रहे हैं उनसे लगता है कि नरेंद्र मोदी की अगुआई में भारतीय जनता पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। बहुमत के लिए जरूरी 272 का आंकड़ा बीजेपी ने पार कर लिया है। एनडीए 301 और इंडिया गठबंधन 174 सीटों पर आगे है। Party Won Leading Total Bharatiya Janata Party - BJP 1 143 144 Indian National Congress - INC 0 53 53 Samajwadi Party - SP 0 27 27 Telugu Desam - TDP 0 10 10 Shiv Sena - SHS 0 6 6 Communist Party of India (Marxist) - CPI(M) 0 4 4 Aam Aadmi Party - AAAP 0 4 4 Shiv Sena (Uddhav Balasaheb Thackrey) - SHSUBT 0 3 3 Yuvajana Sramika Rythu Congress Party - YSRCP 0 2 2 Janata Dal (Secular) - JD(S) 0 2 2 Jammu & Kashmir National Conference - JKN 0 2 2 Janata Dal (United) - JD(U) 0 1 1 Lok Janshakti Party(Ram Vilas) - LJPRV 0 1 1 Rashtriya Janata Dal - RJD 0 1 1 Hindustani Awam Morcha (Secular) - HAMS 0 1 1 Indian Union Muslim League - IUML 0 1 1 Kerala Congress - KEC 0 1 1 Communist Party of India - CPI 0 1 1 Nationalist Congress Party – Sharadchandra Pawar - NCPSP 0 1 1 Naga Peoples Front - NPF 0 1 1 Voice of the People Party - VOTPP 0 1 1 Zoram People’s Movement - ZPM 0 1 1 Shiromani Akali Dal - SAD 0 1 1 Rashtriya Loktantrik Party - RLTP 0 1 1 Bharat Adivasi Party - BHRTADVSIP 0 1 1 Sikkim Krantikari Morcha - SKM 0 1 1 Rashtriya Lok Dal - RLD 0 1 1 Aazad Samaj Party (Kanshi Ram) - ASPKR 0 1 1 Independent - IND 0 7 7 Total 1 2 80 281
లోక్‌సభ ఎన్నికలు సమాప్తం.. ముగిసిన ఏడో దశ పోలింగ్

లోక్‌సభ ఎన్నికలు-2024లో (Lok Sabha Elections 2024) భాగంగా.. ఏడో దశ పోలింగ్ ముగిసింది. జూన్ 1న (శనివారం) ఏడు రాష్ట్రాలు, కేంద్ర పాలిత ప్రాంతం పరిధిలోని 57 స్థానాలకు జరిగిన పోలింగ్ ప్రశాంతంగా జరిగింది. దీంతో.. ఏప్రిల్ 19వ తేదీ నుంచి మొదలుకొని జూన్ 1వ తేదీ వరకు 44 రోజులపాటు సుదీర్ఘంగా సాగిన సార్వత్రిక ఎన్నికల సమరం ముగిసింది. జూన్ 4వ తేదీన లోక్‌సభతో పాటు కొన్ని రాష్ట్రాల అసెంబ్లీ (ఏపీ, అరుణాచల్ ప్రదేశ్, సిక్కిం, ఒడిశా) ఫలితాలు రానున్నాయి.

తొలి దశ: ఏప్రిల్ 19వ తేదీ :20 రాష్ట్రాలు, కేంద్ర పాలిత ప్రాంతాల్లోని 101 లోక్‌సభ స్థానాలకు ఎన్నికల పోలింగ్ జరిగింది. తొలి దశలో మొత్తం 64 శాతం పోలింగ్ నమోదు అయింది. ఇక సిక్కిం, అరుణాచల్ ప్రదేశ్ అసెంబ్లీలకు ఒకే దశలో పోలింగ్ జరిగింది.

రెండో దశ: ఏప్రిల్ 26వ తేదీ: 13 రాష్ట్రాలు, కేంద్ర పాలిత ప్రాంతాల్లోని 88 లోక్‌సభ స్థానాలకు ఎన్నికల పోలింగ్ జరిగింది. ఈ రెండో దశలో మొత్తం 60.96 శాతం పోలింగ్ నమోదు అయింది

మూడో దశ: మే 7వ తేదీ: 11 రాష్ట్రాలు, కేంద్రపాలిత ప్రాంతాల్లోని 94 లోక్‌సభ స్థానాలకు ఎన్నికల పోలింగ్ జరిగింది. ఈ మూడో దశలో మొత్తం 64.58 శాతం పోలింగ్ నమోదు అయింది.

నాలుగో దశ: మే 13వ తేదీ: 10 రాష్ట్రాలు, కేంద్ర పాలిత ప్రాంతాల్లోని 96 లోక్‌సభ స్థానాలకు ఎన్నికల పోలింగ్ జరిగింది. ఈ నాలుగో దశలో మొత్తం 69.16 శాతం పోలింగ్ నమోదు అయింది. ఆంధ్రప్రదేశ్ అసెంబ్లీ ఎన్నికలు ఈ దశలోనే.. ఒకే సారి జరిగాయి.

అయిదో దశ: మే 20వ తేదీ: 8 రాష్ట్రాలు, కేంద్ర పాలిత ప్రాంతాల్లోని 49 లోక్‌సభ స్థానాలకు ఎన్నికలు పోలింగ్ జరిగింది. ఈ అయిదో దశలో మొత్తం 62 శాతం పోలింగ్ నమోదు అయింది. ఒడిశా అసెంబ్లీ ఎన్నికలు మూడు దశల్లో జరిగాయి. ఆ అసెంబ్లీకి తొలి దశ పోలింగ్ జరిగింది.

ఆరో దశ: మే 25వ తేదీ: 8 రాష్ట్రాలు, కేంద్రాపాలిత ప్రాంతాల్లోని 58 లోక్‌సభ స్థానాలకు ఎన్నికల పోలింగ్ జరిగింది. ఈ ఆరో దశలో మొత్తం 59.06 శాతం పోలింగ్ నమోదు అయింది. ఈ దశలో ఒడిశా అసెంబ్లీకి రెండో దశ పోలింగ్ జరిగింది.

ఏడో దశ: జూన్ 01వ తేదీ: 8 రాష్ట్రాలు, కేంద్రపాలిత ప్రాంతాల్లోని 57 లోక్‌సభ స్థానాలకు ఎన్నికల పోలింగ్ జరిగింది. ఈ ఏడో దశలో సాయంత్రం 5.00 గంటల వరకు 58.34 శాతం పొలింగ్ నమోదు అయింది. ఒడిశా అసెంబ్లీకి మూడో దశ లేదా తుది దశ పోలింగ్ పూర్తి అయింది.

संसद में पहले भी मिल चुकी है नोटों की गड्डी, कभी 1 करोड़ कैश लेकर सदन में पहुंचे थे तीन सांसद

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राज्यसभा में 5 दिसंबर 2024 को कांग्रेस सांसद की बेंच से नोटों के बंडल मिलने का मामला सामने आया। गुरुवार को कार्यवाही के बाद सदन की जांच के दौरान ये गड्डी बरामद हुई। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने इसे गंभीर मामला बताया। साथ ही इसकी जांच कराने की बात कही है।फिलहाल नोटों की गड्डी मिलने की जांच की मांग की जा रही है। संदन में पैसे से जुड़ा ये कोई पहला विवाद नहीं है। पहले भी इस पैसे जुड़े अलग-अलग मामले आते रहे हैं। कभी सांसदों पर पैसे लेकर वोट देने का आरोप लगा तो कभी पैसे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगा। कभी खुद सांसदों ने ही सदन में नोटों की गड्डियां लहराईं तो कभी पैसे लेकर राज्यसभा चुनाव में वोट डालने का आरोप किसी विधायक पर लगा।

22 जुलाई 2008 का वो दिन जब एक करोड़ कैश लेकर पहुंचे तीन सांसद

राज्यसभा हो या लोकसभा, सदन में सत्र की कार्यवाही के दौरान असहज कर देने वाली घटनाओं का पुराना इतिहास रहा है। ऐसा ही एक वाक्या है 22 जुलाई 2008 का, जब संसद का मानसून सत्र चल रहा था। 2008 में अमेरिका के साथ मनमोहन सिंह की सरकार ने न्यूक्लियर डील किया। इस समझौते के खिलाफ सीपीएम ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया, जिसके तुरंत बाद बीजेपी ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दे दिया। संसद में इस अविश्वास प्रस्ताव पर खूब बहस हुई, लेकिन जब बारी वोटिंग की आई तो बीजेपी के 3 सांसदों ने नोट लहरा दिए। यह नोट तत्कालीन लोकसभा के स्पीकर सोमनाथ चटर्जी के टेबल पर लहराए गए।

बीजेपी के उन तीन सांसदों के नाम थे अशोक अर्गल, फग्गन सिंह कुलस्ते और महावीर भगोरा, जिन्होंने लोकसभा में एक करोड़ रुपए नकदी के बंडल टेबल पर रखकर दावा किया कि उन्हें यूपीए सरकार के सदस्यों द्वारा रिश्वत दी गई थी ताकि वो सरकार के विश्वास मत में उनका साथ दें। ये एक करोड़ रुपए उन्हें एडवांस के बतौर दिए गए जबकि 9 करोड़ रुपए और देने की बात कही गई। बस इतना सुनते ही सदन में भारी हंगामा शुरू हो गई. कार्यवाही बाधित हो गई। विपक्ष ने इसे लोकतंत्र पर “काला धब्बा” कहा। सरकार ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। इसे विपक्ष की साजिश बताया।

संसद की विशेष समिति ने इस मामले की जांच शुरू की। सीबीआई ने भी मामले की जांच की। भाजपा सांसदों, कांग्रेस नेताओं, और अन्य दलों के नेताओं से पूछताछ की गई। 2011 में सीबीआई ने अमर सिंह और अन्य पर आरोप लगाए, लेकिन ठोस सबूतों के अभाव में मामला ज्यादा आगे नहीं बढ़ सका। 2013 में, दिल्ली की एक अदालत ने अमर सिंह, भाजपा सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और अन्य आरोपियों को जमानत दी। केस की लंबी प्रक्रिया के कारण इसमें कोई निर्णायक निष्कर्ष नहीं निकला।

जब शिबू सोरेन और उनके चार सांसदों पर लगे रिश्वत लेने के आरोप

इससे पहले 1991 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी और पीवी नरसिम्हा राव देश के प्रधानमंत्री बनाए गए थे। चुनाव के करीब दो साल बाद जुलाई 1993 में नरसिम्हा राव सरकार को अविश्वास मत का सामना करना पड़ा। हालांकि, सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव 14 वोटों से गिर गया जब पक्ष में 251 वोट और विरोध में 265 वोट पड़े।

996 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांसद सूरज मंडल ने एक खुलासा किया। मंडल के मुताबिक 1993 में पैसे बंटने की वजह से राव की सरकार बच पाई। मंडल का कहना था कि सरकार बचाने के लिए एक-एक सांसदों को 40 लाख रुपए दिए गए थे। शिबू सोरेन और उनके चार सांसदों पर तत्कालीन पीवी नरसिम्हा राव सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट देने के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगा था। अल्पमत में रही नरसिम्हा राव सरकार उनके समर्थन से अविश्वास प्रस्ताव से बच गई। इसके बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (पीसीए) के तहत एक शिकायत दर्ज की गई जिसमें आरोप लगाया गया कि अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट करने के लिए कुछ सांसदों को रिश्वत दी गई थी।आगे चलकर यह मामला देश की सर्वोच्च अदालत पहुंच गया, लेकिन केस में सभी आरोपी बरी हो गए

*...तो बीजेपी 246 सीट भी नहीं जीत पाती, राहुल गांधी ने यूएस में बैठकर लोकसभा चुनाव पर उठाया सवाल*

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कांग्रेस के नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी अमेरिकी दौरे पर लगातार बीजेपी और नरेन्द्र मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। बीजेपी पर हमलावर कांग्रेस नेता ने अमेरिका में बैठकर हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं।लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव 2024 को वह स्वतंत्र चुनाव के रूप में नहीं देखते। उन्होंने कहा कि अगर निष्पक्ष चुनाव हुए होते तो बीजेपी सत्ता में नहीं होती।

कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनावों से पहले, हम इस बात पर जोर देते रहे कि संस्थाओं पर कब्ज़ा कर लिया गया है...हमारे पास निष्पक्ष खेल का मैदान नहीं था। उनके पास बहुत बड़ा वित्तीय लाभ था। उन्होंने हमारे बैंक खाते बंद कर दिए थे...चुनाव आयोग वही कर रहा था जो वे चाहते थे। राहुल गांधी ने कहा कि ये चीजें अचानक एक साथ आने लगीं। मुझे नहीं लगता कि निष्पक्ष चुनाव में भाजपा 246 के करीब थी।

इसे एक नियंत्रित चुनाव के रूप में देखता हूं-राहुल गांधी

एक इंटरव्यू में राहुल गांधी ने कहा कि मैं लोकसभा चुनाव 2024 को स्वतंत्र चुनाव नहीं मानता। मैं इसे एक नियंत्रित चुनाव के रूप में देखता हूं। राहुल गांधी ने कहा कि पूरा अभियान इस तरह से बनाया गया था कि नरेंद्र मोदी पूरे देश में अपनी बात कह सकें। जिन राज्यों में वे कमजोर थे, उन्हें अलग तरीके से डिजाइन किया गया था। चुनाव आयोग भी हमारी बातों और शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहा था।

मीडिया और जांच एजेंसियों पर उनका कब्जा-राहुल गांधी

राहुल ने कहा कि मीडिया और जांच एजेंसियों पर सरकार का कब्जा है। हम यह लगातार कहते रहे लेकिन लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था। मैंने संविधान को सामने रखना शुरू किया और मैंने जो कुछ भी कहा वह अचानक से फूट पड़ा। गरीब भारत, उत्पीड़ित भारत, भारत ने समझ लिया कि अगर संविधान खत्म हो गया तो पूरा खेल खत्म हो जाएगा।

हमने उन्हें पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया-राहुल गांधी

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रचार अभियान के आधे समय में मोदी को नहीं लगा कि वे 300-400 सीटों के करीब पहुंच गए हैं। जब उन्होंने कहा कि मैं सीधे भगवान से बात करता हूं, तो हमें पता चल गया था। हमें पता था कि हमने उन्हें पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। हमने इसे मनोवैज्ञानिक पतन के रूप में देखा। नरेंद्र मोदी को सत्ता में लाने वाला गठबंधन टूट गया है। सरकार और दो या तीन बड़े व्यवसायों के बीच बहुत बड़ी सांठगांठ है।

బీజేపీ అంటే భయం పోయింది.. ప్రజాస్వామ్యంపై దాడిని ప్రజలు అంగీకరించరు : రాహుల్‌

కేంద్రంలోని బీజేపీపై కాంగ్రెస్‌ ఎంపీ, లోక్‌సభలో ప్రధాన ప్రతిపక్ష నేత రాహుల్‌ గాంధీ తీవ్రస్థాయిలో విరుచుకుపడ్డారు.

కేంద్రంలోని బీజేపీపై కాంగ్రెస్‌ ఎంపీ, లోక్‌సభలో ప్రధాన ప్రతిపక్ష నేత రాహుల్‌ గాంధీ తీవ్రస్థాయిలో విరుచుకుపడ్డారు. ప్రస్తుతం అమెరికా పర్యటనలో ఉన్న రాహుల్‌.. అక్కడ ప్రవాస భారతీయులతో ముచ్చటించారు. ఈ సందర్భంగా బీజేపీ, ఆర్‌ఎస్‌ఎస్‌పై విరుచుకుపడ్డారు. భారత్‌లో బీజేపీ, ప్రధాని మోదీకి ఎవరూ భయపడరనే (fear of BJP vanished) విషయాన్ని ఇటీవల జరిగిన ఎన్నికలు నిరూపించాయన్నారు. భారత సంప్రదాయాలు, భాషలపై బీజేపీ దాడి చేస్తోందని ఆరోపించారు.

మన సంప్రదాయాలు, భాషపై బీజేపీ దాడి చేస్తోందని ప్రజలు అంటున్నారు. ఆ పార్టీ ఎలాంటిదో వారు గ్రహించారు. లోక్‌సభ ఎన్నికల ఫలితాలు ( Lok Sabha polls) వెలువడిన వెంటనే భారత్‌లో బీజేపీ, భారత ప్రధాని మోదీకి ఎవరూ భయపడరనే విషయం అర్థమైంది.

ప్రజాస్వామ్యంపై దాడిని తాము ఎన్నటికీ అంగీకరించబోమని ప్రజలు ఈ ఎన్నికల ద్వారా స్పష్టంగా చెప్పారు’ అని రాహుల్‌ వ్యాఖ్యానించారు. అయితే, రాహుల్‌ వ్యాఖ్యలపై బీజేపీ ఘాటుగా స్పందించింది. భారతదేశాన్ని అవమానించే అలవాటు గాంధీకి ఉందంటూ తీవ్ర వ్యాఖ్యలు చేసింది.

ओम बिरला चुने गए लोकसभा के अध्यक्ष, पीएम मोदी ने कहा- आपसे बहुत कुछ सीखने योग्य

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लोकसभा में स्पीकर का पद एनडीए के हिस्से आ गया है। ओम बिरला स्पीकर पद के लिए चुन लिए गए हैं। इसके साथ ही मोदी सरकार अपनी पहली अग्निपरीक्षा में पास हो गई है।सत्ता पक्ष और विपक्ष में इस पद को लेकर तनातनी चलती रही और फैसला एनडीए के हिस्से आया है।बीजेपी से लगातार दूसरी बार एक ही व्यक्ति का स्पीकर चुने जाने का ये पहला मौका है।

आज सदन में एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओम बिड़ला के नाम का प्रस्ताव रखा। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गजों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। विपक्ष की ओर से के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा गया।इसके बाद प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाते हुए प्रस्ताव का सभी के सामने रखा। ध्वनिमत के आधार पर उन्होंने ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के लिए आमंत्रित किया। 

इस दौरान खास बात यह भी रही कि आम बिरला को आसन तक ले जाने के लिए पीएम मोदी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू के साथ नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी साथ आए। राहुल को बीती रात ही कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष घोषित किया है।

आपसे युवा सांसदों को प्रेरणा मिलेगी-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘आप (ओम बिरला) जिस प्रकार से एक सांसद के रूप में कार्य करते हैं, वह भी जानने योग्य है और बहुत कुछ सीखने योग्य है। मुझे विश्वास है कि एक सांसद के रूप में आपकी कार्यशैली हमारे फर्स्ट टाइमर और युवा सांसदों को जरूर प्रेरणा देगी। 18वीं लोकसभा में स्पीकर का कार्यभार दूसरी बार आपने संभाला है, ये अपने आप में एक नया रिकॉर्ड बनते हुए हम देख रहे हैं। श्रीमान बलराम जाखड़ जी ऐसे पहले अध्यक्ष थे, जिन्हें 5 साल का कार्यकाल पूरा करके, फिर दोबारा स्पीकर बनने का अवसर मिला था। उनके बाद आप हैं, जिन्हें 5 साल पूर्ण करने के बाद दोबारा इस पद पर आसीन होने का अवसर मिला है। अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण कालखंड में दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष के रूप में एक बहुत बड़ा दायित्व आपको मिला है। हम सबको विश्वास है कि आप आने वाले 5 साल हम सब का मार्गदर्शन करेंगे और देश की आशाओं-अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए ये सदन जो दायित्व निभाएगा, उसमें आपकी बहुत बड़ी भूमिका रहेगी।’

राहुल गांधी ने ओम बिरला को दी बधाई, कहा- विपक्ष देश की आवाज

पीएम मोदी के संबोधन के बाद राहुल गांधी ने सदन को संबोधित किया। सबसे पहले राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को बधाई दी। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष देश की आवाज है। सरकार के पास ताकत है तो विपक्ष के पास देश की आवाज। उम्मीद है कि हमारी आवाज को सदन में नहीं दबाया जाएगा।हमें बोलने की आजादी मिलेगी।