neha19junesingh

Jan 08 2024, 13:41

राम मंदिर उद्घाटन समारोह: ननिहाल से चावल और ससुराल से उपहार के 1100 थाल, जानिए समरोह में कहां से क्या कुछ आ रहा है

न्यूज़ डेस्क :   अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के उद्घाटन समारोह की तैयारियां जोरों पर है। अब तारीख भी नजदीक आ रही है। जब इस भव्य मंदिर में रामलला विराजमान होंगे। इसको लेकर विशेष तैयारी की जा रही है। 22 जनवरी को यह उद्घाटन किया जाएगा। जिसको लेकर विशेष तौर पर पूरा अयोध्या नगरी को सजाया जा रहा है । बताते चले कि देशभर से कई कलाकारों को अयोध्या नगरी को सजाने के लिए बुलाया गया है और अलग-अलग जगह से चीज मंगवाई गई है।

अलग अलग जगह से आएगी कई सामान

अब लोगों का बहुत जल्द लंबे समय का इंतजार खत्म होने वाला है। 22 जनवरी को होने वाले इस समारोह में देश-विदेश से भी कई लोग पहुंचेंगे। रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। इसके बाद भगवान को विशेष भोग लगाया जाएगा । जिसमें अलग-अलग जगह से कई चीज मंगवाई जा रही है। हम आपको बताते हैं कि कहां से क्या चीज आ रही है।

प्राण प्रतिष्ठा में 3500 KG की अगरबत्ती से महकेगी भगवान राम की अयोध्या, 108  फीट है लंबाई - ayodhya ram mandir fragrant incense sticks weighing three  and half thousand kg length 108 feet lcla ...

कहां से क्या आ रहा है

  • रामलाल के ननिहाल छत्तीसगढ़ से 3000 क्विंटल चावल अयोध्या आएगा। यह अब तक की सबसे बड़ी चावल की खेप होगी।
  • भगवान राम के ससुराल नेपाल के जनकपुर से वस्त्र, फल और मेवा अयोध्या पहुंचेगी। इसके अलावा उपहार से सजे 1100 थाल भी होंगे। वही नेपाल से आभूषण, बर्तन, कपड़े और मिठाइयां भी आएंगे। जिसमें कई प्रकार की मिठाइयां और चांदी के बर्तन शामिल होंगे।
  • यूपी के एटा से मंदिर का घंटा आएगा। जिसका वजन 2100 किलो है। इसे बनाने में 1 साल से ज्यादा समय लग गया। वही जानकारी के अनुसार यह घंटा देश का सबसे बड़ा घंटा होगा।
  • गुजरात के बड़ोदरा से 108 फिट अगरबत्ती अयोध्या भेजी जाएगी। जो बनकर तैयार है।
  • मंदिर को सजाने के लिए गुलाब फूल में राम जी की तस्वीर उकेरी गई है।
  • राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भगवान की चरण पादुकाएं भी वहां पर रखी जाएंगी। फिलहाल, ये पादुकाएं देशभर में घुमाई जा रही हैं. पादुकाएं 19 जनवरी को अयोध्या पहुंचेगी


Ram Mandir Inauguration: ननिहाल से 3 हजार क्विंटल चावल, ससुराल से उपहारों  के 1100 थाल... जानें राम मंदिर में कहां से क्या आएगा? - Ayodhya Ram Mandir  inauguration Shri Ram ...

अयोध्या में इस समय एक भव्य राम मंदिर का निर्माण जारी है। जिसमें प्राण प्रतिष्ठा समारोह भारत जनवरी को होगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे। शहर में एक प्रमुख सड़क के किनारे सूर्मेंय स्तंभ स्थापित किया जा रहे हैं। शहर में बने राम मंदिर और नए हवाई अड्डे की तस्वीर वाले बड़े-बड़े पोस्टर में अयोध्या को मर्यादा, धर्म, संस्कृति का शहर बताया गया है।

WestBengalBangla

Jan 06 2024, 18:42

*BJP will show the inauguration of Ram Mandir live across the country*

SBNB : Bharatiya Janata Party wants to show the inauguration of Ram Mandir live across the country That is why when Prime Minister Narendra Modi will inaugurate the Ram Mandir on January 22, the BJP will organize a live telecast at the booth level across the country. According to the sources, necessary instructions have been sent to the BJP workers In that order, the workers have been told to install big screens in booths The live telecast will run on that screen .

Streetbuzznews

Dec 11 2023, 00:58

New Aptar Mumbai Site to Increase Manufacturing Capabilities

Aptar Pharma, a global leader in drug delivery systems, services and active material science solutions, today announced the opening of its new Aptar Mumbai site, which will increase manufacturing capabilities in South East Asia.

An inauguration ceremony held on December 1, 2023, marked the official opening of the new Aptar Mumbai production facility in the Palava Industrial and Logistics Park at Taloja, Mumbai. Members of Aptar’s Executive Committee and Aptar Pharma’s Global Leadership Team welcomed more than 100 key customers and Aptar employees from the Mumbai and Hyderabad, India sites to this momentous occasion, which included a ribbon cutting and tree-planting ceremony.

Manufacturing capabilities at Aptar Mumbai, which began in 2012 with the assembly and supply of metered dose valves and pumps, have now been expanded to offer more innovative product solutions and ensure increased manufacturing capacity to pharma customers in South East Asia.

Assembly operations and product delivery to customers have already begun at Aptar Mumbai’s new 7,000 m2 state-of-the art site, which has also received ISO 15378 certification.

This expansion, which began in early 2022, is in line with Aptar’s localization strategy, and is a direct response by Aptar Pharma to growing customer demand in the region.

“Our Aptar Pharma business in India has shown robust growth in recent years, and today marks yet another milestone in our investment in the South East Asia region,” commented Gael Touya, President, Aptar Pharma. “Over the past 11 years, Aptar Mumbai has continuously supplied safe, high-quality products that meet even the highest of regulatory requirements. This new facility is a key step in serving the needs of our customers in the region, which will ultimately benefit patients.”

Sanjay Kapote, President, India & Head, Pharma – SEA, said, “This new site in Mumbai provides a larger space, not only for the expansion of our well-established assembly operations, but also to fuel further localization and support our vision of bringing in other Aptar Pharma technologies suitable for the Asian market.”

Aptar Pharma Prescription President, Alex Theodorakis, commented on more than a decade of success for Aptar Pharma in India, which he described as both a key pillar in the pharma ecosystem and a new chapter of growth in the region.

In her virtual address, Xiangwei Gong, President, Aptar Asia, wholeheartedly congratulated the global and local Aptar Pharma teams for their tireless efforts that contributed to the completion of the Mumbai facility in just under two years. She also noted how this new site will enhance local capabilities, allowing Aptar Pharma to be closer to its customers and to serve them with speed and agility. She also spoke of the growth opportunities for local talent and expected business growth that the new Aptar Mumbai facility will provide.

Ciara Jackson

Senior Marketing Manager, Aptar Pharma

Website link :- https://www.aptar.com/pharmaceutical

WestBengalBangla

Oct 23 2023, 12:54

*Replica of Ram Mandir in Kolkata Durga Puja is around 2 crore rupees.*

India

SB News bureau: Even before the construction of Ram Mandir in Ayodhya was completed, Tilottama's(kolkata )head stood on that very temple. It is almost impossible to find the difference with the arrival of this temporary architecture made in just a few months and by the hands of skilled artists. Ever since its inauguration, crowds flock to Santosh Mitra Square to see this Ram temple.

On August 19, the puja organizers announced with fanfare the theme of this year's Santosh Mitra Square, Ayodhya's Ram Mandir. Then the entire temple was built in less than two months.Santosh Mitra Square club secretary said, this time their puja budget was a little more than 2 crore rupees. The cost of construction of the original Ram temple in Ayodhya is around 900 crores. And the cost of building the replica of Ram temple in Kolkata is around 2 crore rupees.

India

Oct 13 2023, 13:43

*आतंकवाद के खिलाफ होना ही होगा सख्त, यह किसी के हित में नहीं, पी-20 समिट में बोले पीएम मोदी*

#p20summitinaugurationpmmodi

हाल ही में भारत में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसके बाद पी20 शिखर सम्मेलन का भी आयोजन किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यशोभूमि अधिवेशन केंद्र में जी20 के सदस्य देशों की संसदों के पीठासीन सभापतियों (पी20) के नौवें सम्मेलन का उद्घाटन किया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां अपना संबोधन दिया। पीएम ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है। समय के साथ भारत की संसदीय प्रक्रिया में सुधार हुआ है। भारत ने जी20 सम्मेलन का सफल आयोजन किया और अब पी20 की मेजबानी कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज के दौर में जंग किसी के हित में नहीं है। सबको साथ मिलकर चलना होगा। उन्होंने आतंकवाद को मौजूदा दौर की सबसे बड़ी चुनौती बताया । पीएम मोदी ने देश की संसद पर हमले का जिक्र किया और कहा, करीब 20 साल पहले आतंकवादियों ने हमारी संसद को निशाना बनाया था। उस समय संसद का सत्र चल रहा था और आतंकवादियों की मंशा सांसदों को बंधी और उनको खत्म करने की थी। दुनिया को भी एहसास हो रहा है कि आतंकवाद दुनिया के लिए कितनी बड़ी चुनौती है। पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद चाहे कहीं भी होता हो, किसी भी कारण से, किसी भी रूप में होता है, लेकिन वो मानवता के विरुद्ध होता है। उन्होंने कहा कि यह शांति और भाईचारे का समय है, साथ मिलकर चलने का समय है, साथ आगे बढ़ने का समय है। यह सबके विकास और कल्याण का समय है।

इस बात पर जताया दुख

प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद का एक वैश्विक पक्ष और है, जिसकी तरफ मैं आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। अभी तक आतंकवाद की परिभाषा को लेकर आम सहमति नहीं बन पाई है, यह बहुत दुखद है। आज भी यूनाइटेड नेशन में इंटरनेशनल कन्वेंशन ऑन कांबेटिंग टेररिज्म कंसेंसस का इंतजार किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि दुनिया के इसी रवैया का फायदा मानवता के दुश्मन उठा रहे हैं। दुनिया भर की संसद के रिप्रेजेंटेटिव को सोचना होगा कि आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में हम कैसे मिलकर काम कर सकते हैं।

आम चुनाव सबसे बड़ा पर्व-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि भारत में आम चुनाव एक त्यौहार की तरह है। स्वतंत्रता के बाद से भारत में 17 आम चुनाव हो चुके हैं और 300 से ज्यादा विधानसभा चुनाव हुए हैं। भारत ना सिर्फ दुनिया का सबसे चुनाव कराता है बल्कि बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी भी देखी जाती है। 2014 का चुनाव मानव इतिहास में सबसे बड़ा चुनाव था और इस चुनाव में 60 करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया। 2019 में वोटर टर्नआउट 70 फीसदी रहा और 600 से ज्याजा पार्टियों ने हिस्सा लिया।

इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 9वें जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20) में प्रतिनिधियों का स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने सम्मेलन (पी20) को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ये अत्यंत गौरव का विषय है कि भारत की अध्यक्षता में जी 20 लीडर समिट में नई दिल्ली डिक्लेरेशन को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। ये भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभावशाली नेतृत्व और वैश्विक दृष्टिकोण को दर्शाता है। ये वैश्विक चुनौतियों पर जी 20 देशों की एकजुटता और प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है। पी 20 सम्मेलन लोकतांत्रिक मुल्यों अंतरराष्ट्रीय संयोग तथा वैश्विक महत्व के विषयों एंव समकालीन चुनौतियों के समाधान से साझा संसदीय प्रयासों के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

India

May 25 2023, 16:09

नए संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्‍कार पर रविशंकर प्रसाद का पलटवार, पूछा-शिलान्यास में क्यों नहीं आई कांग्रेस?

#bjpleadersonoppositionboycottingtheinaugurationofnewparliamentbuilding

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। लेकिन 19 विपक्षी दलों ने इस उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है। उनकी मांग है कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा किया जाना चाहिए। इसको लेकर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधा है।

रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि उद्घाटन समारोह पर राजनीति कर रही कांग्रेस नए भवन के शिलान्यास में क्यों नहीं आई थी। बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस को परेशानी उद्घाटन की नहीं है, कांग्रेस की परेशानी प्रधानमंत्री मोदी हैं। रविशंकर ने आगे कहा कि हम आज भी कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं से कहेंगे कि आप संसद के उद्घाटन समारोह में आइए।रविशंकर ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री भी संवैधानिक दायित्व रखते हैं। कांग्रेस अपना ह्रदय बड़ा करेगी तो अच्छा रहेगा।

रविशंकर कांग्रेस से खास अपील

रविशंकर प्रसाद ने कहा, विपक्ष के नेताओं से कहेंगे कि आप आइए, संसद देश का मुकुट है। जब संख्या बढ़ेगी तब तो बैठने जगह होनी चाहिए। भारत को भारतीयों के द्वारा बनाया गया संसद क्यों नही मिलना चाहिए। 75 साल में हमने क्या बनाया, भारत की संसद में भारत का परिचय मिल रहा है। सेंगोल गर्व की परंपरा है। कांग्रेस से कहूंगा कि सेंगोल की परंपरा तो आप से भी जुड़ी हुई है, उसी को देखने आ जाइए।

सीतारमण ने की रुख बदल समारोह में भाग लेने की अपील

इस बीच, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान भी सामने आया है। विपक्षी के बहिष्कार को लेकर उन्होंने कहा, यह लोकतंत्र का मंदिर है, यहां तक कि प्रधानमंत्री ने भी अपने कदमों पर झुककर संसद में प्रवेश किया। मैं (विपक्ष से) विनम्रता पूर्वक अपील करती हूं कि कृपया फिर से सोचें, अपना रुख बदलें और समारोह में भाग लें। 

आपके पास अपने लिए अलग मानक हैं और दूसरों के लिए अलग-पूरी

नए संसद भवन के उद्घाटन का कांग्रेस सहित विपक्ष द्वारा बहिष्कार किए जाने पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, उन्होंने (विपक्षी दलों ने) संविधान से कुछ अनुच्छेद बोले और उस आधार पर हमें सलाह दे रहे। उस समय भी इंदिरा गांधी ने (संसद के उपभवन के उद्घाटन के दौरान) किया था। आपके पास अपने लिए अलग मानक हैं और दूसरों के लिए अलग। यह देश और किसी भी व्यक्ति के जीवन में एक बार आने वाला क्षण है। फुटनोट में कहीं लिखा जाएगा कि इन लोगों द्वारा संसद भवन के खुलने के कार्यक्रम का बहिष्कार किया था।

India

May 25 2023, 16:09

नए संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्‍कार पर रविशंकर प्रसाद का पलटवार, पूछा-शिलान्यास में क्यों नहीं आई कांग्रेस?*

#bjpleadersonoppositionboycottingtheinaugurationofnewparliamentbuilding

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। लेकिन 19 विपक्षी दलों ने इस उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है। उनकी मांग है कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा किया जाना चाहिए। इसको लेकर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधा है।

रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि उद्घाटन समारोह पर राजनीति कर रही कांग्रेस नए भवन के शिलान्यास में क्यों नहीं आई थी। बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस को परेशानी उद्घाटन की नहीं है, कांग्रेस की परेशानी प्रधानमंत्री मोदी हैं। रविशंकर ने आगे कहा कि हम आज भी कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं से कहेंगे कि आप संसद के उद्घाटन समारोह में आइए।रविशंकर ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री भी संवैधानिक दायित्व रखते हैं। कांग्रेस अपना ह्रदय बड़ा करेगी तो अच्छा रहेगा।

रविशंकर कांग्रेस से खास अपील

रविशंकर प्रसाद ने कहा, विपक्ष के नेताओं से कहेंगे कि आप आइए, संसद देश का मुकुट है। जब संख्या बढ़ेगी तब तो बैठने जगह होनी चाहिए। भारत को भारतीयों के द्वारा बनाया गया संसद क्यों नही मिलना चाहिए। 75 साल में हमने क्या बनाया, भारत की संसद में भारत का परिचय मिल रहा है। सेंगोल गर्व की परंपरा है। कांग्रेस से कहूंगा कि सेंगोल की परंपरा तो आप से भी जुड़ी हुई है, उसी को देखने आ जाइए।

सीतारमण ने की रुख बदल समारोह में भाग लेने की अपील

इस बीच, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान भी सामने आया है। विपक्षी के बहिष्कार को लेकर उन्होंने कहा, यह लोकतंत्र का मंदिर है, यहां तक कि प्रधानमंत्री ने भी अपने कदमों पर झुककर संसद में प्रवेश किया। मैं (विपक्ष से) विनम्रता पूर्वक अपील करती हूं कि कृपया फिर से सोचें, अपना रुख बदलें और समारोह में भाग लें। 

आपके पास अपने लिए अलग मानक हैं और दूसरों के लिए अलग-पूरी

नए संसद भवन के उद्घाटन का कांग्रेस सहित विपक्ष द्वारा बहिष्कार किए जाने पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, उन्होंने (विपक्षी दलों ने) संविधान से कुछ अनुच्छेद बोले और उस आधार पर हमें सलाह दे रहे। उस समय भी इंदिरा गांधी ने (संसद के उपभवन के उद्घाटन के दौरान) किया था। आपके पास अपने लिए अलग मानक हैं और दूसरों के लिए अलग। यह देश और किसी भी व्यक्ति के जीवन में एक बार आने वाला क्षण है। फुटनोट में कहीं लिखा जाएगा कि इन लोगों द्वारा संसद भवन के खुलने के कार्यक्रम का बहिष्कार किया था।

India

May 25 2023, 11:37

नए संसद भवन के उद्घाटन पर जारी है सियासी रार, बहिष्कार के ऐलान के बीच सरकार को मिला इन विपक्षी दलों का साथ

#inauguration_of_new_parliament_these_opposition_parties_came_with_pm_modi

नई संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर चल रहा सियासी ड्रामा फिलहाल जारी है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत 19 विपक्षी दलों ने देश की संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों न करवाने को लेकर इसे मुद्दा बनाया है और इस समारोह के बॉयकट का ऐलान किया है। तमाम विपक्षी दलों का कहना है कि देश की संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों होना चाहिए, प्रधानमंत्री के हाथों नहीं।हालांकि, कई विपक्षी दल इस उद्घाटन समारोह का हिस्सा बनने को राजी हैं।

ये पार्टियां हैं सरकार के समर्थन में

पंजाब की राजनीतिक पार्टी अकाली दल इस कार्यक्रम का हिस्सा होगी। इसके अलावा ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल भी इस उद्घाटन समारोह का हिस्सा होने जा रही है. वहीं जगन मोहन रेड्डी की पार्टी आईएसआरसीपी भी इस कार्यक्रम में शामिल होगी। इसके अलावा मायावती की पार्टी बसपा भी इस समारोह का हिस्सा होने वाली है। 

जगन मोहन ने पीएम मोदी को दी बधाई

वाईएसआर कांग्रेस की ओर से आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने ट्वीट कर कहा, इस भव्य और विशाल संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित करने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को बधाई देता हूं।संसद, लोकतंत्र का मंदिर होने के नाते, हमारे देश की आत्मा को दर्शाती है और हमारे देश के लोगों और सभी राजनीतिक दलों की है, ऐसे शुभ आयोजन का बहिष्कार करना लोकतंत्र की सच्ची भावना के अनुरूप नहीं है। सभी राजनीतिक मतभेदों को दूर करते हुए, मैं अनुरोध करता हूं कि सभी राजनीतिक दल इस शानदार आयोजन में शामिल हों। लोकतंत्र की सच्ची भावना में मेरी पार्टी इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होगी।

अन्य विपक्षियों से अकाली दल की अलग राय

अकाली दल नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि नए भवन का उद्घाटन देश के लिए गर्व की बात है, इसलिए हमने फैसला किया है कि अकाली दल 28 मई को होने वाले उद्घाटन समारोह में शामिल होगा। हम विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए मुद्दे से सहमत नहीं है।

गुलाम नबी आजाद ने कहा

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने भी इस बीच एक अहम बयान देते हुए कहा कि जिस समय पीवी नरसिम्हा राव पीएम थे, शिवराज पाटिल स्पीकर थे और मैं संसदीय कार्य मंत्री था तब शिवराज जी ने मुझसे कहा था कि एक नया और बड़ा संसद भवन 2026 से पहले बनकर तैयार होना चाहिए। नया भवन तब से बनाना जरूरी था, ऐसे में यह तो अच्छा हुआ है कि अब बन गया है। उन्होंने कहा कि मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता कि उद्घाटन समारोह में कौन शामिल होगा या कौन बहिष्कार करेगा।

किन पार्टियों ने किया उद्घाटन समारोह का बहिष्कार?

कांग्रेस समेत विपक्ष की 19 राजनीतिक दल नए संसद के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करेंगे। इन दलों में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, द्रमुक, समाजवादी पार्टी, जेडीयू, राष्ट्रीय जनता दल, शिवसेना (यूबीटी), एआईएमआईएम, माकपा, भाकपा शामिल हैं। इन दलों ने एक संयुक्त बयान में आरोप लगाया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को उद्घाटन समारोह से दरकिनार करना और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद के नए भवन का उद्घाटन करने का फैसला लोकतंत्र पर सीधा हमला है।

India

May 24 2023, 12:09

नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले सियासत जारी, कांग्रेस-आप-टीएमसी समेत कई विपक्षी दलों ने किया समारोह के बहिष्कार का ऐलान

#boycottparliamentnewbuildinginauguration

देश के नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भवन का उद्घाटन करेंगे। हालांकि, इससे पहले देश में नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सियासत शुरू हो गई है। विपक्षी दल नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बदले पीएम मोदी के द्वारा कराए जाने की आलोचना कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर राष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की बात कही है। 19 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।

नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर चल रहे सियासी घमासान के शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। 28 मई को होने वाले इस कार्यक्रम का हम भी बहिष्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया गया, इसी लिए देश के विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी महिला के नाम पर राष्ट्रपति बनाया, लेकिन उनको राष्ट्रपति भवन से बाहर तक नहीं आने दिया जाता है।

नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराने की मांग

कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों की मांग है कि संसद के नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराया जाए। संयुक्त विपक्ष भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करेगा। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि वह इस बारे में उचित समय पर उचित फैसला करेगी कि संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होना है या नहीं। पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने आरोप लगाया कि सरकार ने इस समारोह से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दूर रखकर उनका और पूरे आदिवासी समाज का अपमान किया है।उन्होंने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति, जो एक सामान्य पृष्ठभूमि से उठकर यहां तक पहुंची हैं, उनका अपमान क्यों हो रहा है? क्या अपमान इसलिए हो रहा है कि वह आदिवासी समाज से आती हैं या फिर उनके राज्य (ओडिशा) में चुनाव नहीं है?

इन राजनीतिक दलों ने किया बहिष्कार

तृणमूल कांग्रेस ने सबसे पहले समारोह में शामिल नहीं होने की बात कही थी। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने भी समारोह में नहीं जाने का एलान किया।भारतीय भाकपा ने मंगलवार को उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की जानकारी दी थी।बुधवार सुबह ही राजद ने घोषणा की है की वह समारोह का बहिष्कार करेगा। एनसीपी नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होगी।द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करेगी। विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) भी 28 मई को होने वाले नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल नहीं होगी।

संयुक्त बयान हो सकता है जारी

सूत्रों के मुताबिक, समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार को लेकर विचार-विमर्श किया है। कहा जा रहा है कि जल्द ही सदन के सभी नेता एक संयुक्त बयान जारी कर सकते हैं। इसमें कार्यक्रम के संयुक्त बहिष्कार की घोषणा की जाएगी। हालांकि, कई पार्टियां पहले ही कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की बात कह चुकी हैं। 

28 मई की तारीख पर भी उठाए सवाल

कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने उद्घाटन की तारीख पर भी सवाल उठाए हैं। दरअसल 28 मई को वीर सावरकर की जयंती है। उनका जन्म 28 मई 1883 को हुआ था। इस साल 28 मई को उनकी 140वीं जयंती मनाई जाएगी। कांग्रेस का कहना है कि 28 मई को हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की जयंती है, इसी दिन नए संसद भवन का उद्घाटन करना राष्ट्र निर्माताओं का अपमान है।

India

May 24 2023, 12:08

*नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले सियासत जारी, कांग्रेस-आप-टीएमसी समेत कई विपक्षी दलों ने किया समारोह के बहिष्कार का ऐलान*

#boycottparliamentnewbuildinginauguration

देश के नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भवन का उद्घाटन करेंगे। हालांकि, इससे पहले देश में नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सियासत शुरू हो गई है। विपक्षी दल नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बदले पीएम मोदी के द्वारा कराए जाने की आलोचना कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर राष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की बात कही है। 19 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।

नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर चल रहे सियासी घमासान के शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। 28 मई को होने वाले इस कार्यक्रम का हम भी बहिष्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया गया, इसी लिए देश के विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी महिला के नाम पर राष्ट्रपति बनाया, लेकिन उनको राष्ट्रपति भवन से बाहर तक नहीं आने दिया जाता है।

नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराने की मांग

कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों की मांग है कि संसद के नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराया जाए। संयुक्त विपक्ष भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करेगा। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि वह इस बारे में उचित समय पर उचित फैसला करेगी कि संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होना है या नहीं। पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने आरोप लगाया कि सरकार ने इस समारोह से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दूर रखकर उनका और पूरे आदिवासी समाज का अपमान किया है।उन्होंने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति, जो एक सामान्य पृष्ठभूमि से उठकर यहां तक पहुंची हैं, उनका अपमान क्यों हो रहा है? क्या अपमान इसलिए हो रहा है कि वह आदिवासी समाज से आती हैं या फिर उनके राज्य (ओडिशा) में चुनाव नहीं है?

इन राजनीतिक दलों ने किया बहिष्कार

तृणमूल कांग्रेस ने सबसे पहले समारोह में शामिल नहीं होने की बात कही थी। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने भी समारोह में नहीं जाने का एलान किया।भारतीय भाकपा ने मंगलवार को उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की जानकारी दी थी।बुधवार सुबह ही राजद ने घोषणा की है की वह समारोह का बहिष्कार करेगा। एनसीपी नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होगी।द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करेगी। विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) भी 28 मई को होने वाले नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल नहीं होगी।

संयुक्त बयान हो सकता है जारी

सूत्रों के मुताबिक, समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार को लेकर विचार-विमर्श किया है। कहा जा रहा है कि जल्द ही सदन के सभी नेता एक संयुक्त बयान जारी कर सकते हैं। इसमें कार्यक्रम के संयुक्त बहिष्कार की घोषणा की जाएगी। हालांकि, कई पार्टियां पहले ही कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की बात कह चुकी हैं। 

28 मई की तारीख पर भी उठाए सवाल

कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने उद्घाटन की तारीख पर भी सवाल उठाए हैं। दरअसल 28 मई को वीर सावरकर की जयंती है। उनका जन्म 28 मई 1883 को हुआ था। इस साल 28 मई को उनकी 140वीं जयंती मनाई जाएगी। कांग्रेस का कहना है कि 28 मई को हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की जयंती है, इसी दिन नए संसद भवन का उद्घाटन करना राष्ट्र निर्माताओं का अपमान है।

neha19junesingh

Jan 08 2024, 13:41

राम मंदिर उद्घाटन समारोह: ननिहाल से चावल और ससुराल से उपहार के 1100 थाल, जानिए समरोह में कहां से क्या कुछ आ रहा है

न्यूज़ डेस्क :   अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के उद्घाटन समारोह की तैयारियां जोरों पर है। अब तारीख भी नजदीक आ रही है। जब इस भव्य मंदिर में रामलला विराजमान होंगे। इसको लेकर विशेष तैयारी की जा रही है। 22 जनवरी को यह उद्घाटन किया जाएगा। जिसको लेकर विशेष तौर पर पूरा अयोध्या नगरी को सजाया जा रहा है । बताते चले कि देशभर से कई कलाकारों को अयोध्या नगरी को सजाने के लिए बुलाया गया है और अलग-अलग जगह से चीज मंगवाई गई है।

अलग अलग जगह से आएगी कई सामान

अब लोगों का बहुत जल्द लंबे समय का इंतजार खत्म होने वाला है। 22 जनवरी को होने वाले इस समारोह में देश-विदेश से भी कई लोग पहुंचेंगे। रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। इसके बाद भगवान को विशेष भोग लगाया जाएगा । जिसमें अलग-अलग जगह से कई चीज मंगवाई जा रही है। हम आपको बताते हैं कि कहां से क्या चीज आ रही है।

प्राण प्रतिष्ठा में 3500 KG की अगरबत्ती से महकेगी भगवान राम की अयोध्या, 108  फीट है लंबाई - ayodhya ram mandir fragrant incense sticks weighing three  and half thousand kg length 108 feet lcla ...

कहां से क्या आ रहा है

  • रामलाल के ननिहाल छत्तीसगढ़ से 3000 क्विंटल चावल अयोध्या आएगा। यह अब तक की सबसे बड़ी चावल की खेप होगी।
  • भगवान राम के ससुराल नेपाल के जनकपुर से वस्त्र, फल और मेवा अयोध्या पहुंचेगी। इसके अलावा उपहार से सजे 1100 थाल भी होंगे। वही नेपाल से आभूषण, बर्तन, कपड़े और मिठाइयां भी आएंगे। जिसमें कई प्रकार की मिठाइयां और चांदी के बर्तन शामिल होंगे।
  • यूपी के एटा से मंदिर का घंटा आएगा। जिसका वजन 2100 किलो है। इसे बनाने में 1 साल से ज्यादा समय लग गया। वही जानकारी के अनुसार यह घंटा देश का सबसे बड़ा घंटा होगा।
  • गुजरात के बड़ोदरा से 108 फिट अगरबत्ती अयोध्या भेजी जाएगी। जो बनकर तैयार है।
  • मंदिर को सजाने के लिए गुलाब फूल में राम जी की तस्वीर उकेरी गई है।
  • राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भगवान की चरण पादुकाएं भी वहां पर रखी जाएंगी। फिलहाल, ये पादुकाएं देशभर में घुमाई जा रही हैं. पादुकाएं 19 जनवरी को अयोध्या पहुंचेगी


Ram Mandir Inauguration: ननिहाल से 3 हजार क्विंटल चावल, ससुराल से उपहारों  के 1100 थाल... जानें राम मंदिर में कहां से क्या आएगा? - Ayodhya Ram Mandir  inauguration Shri Ram ...

अयोध्या में इस समय एक भव्य राम मंदिर का निर्माण जारी है। जिसमें प्राण प्रतिष्ठा समारोह भारत जनवरी को होगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे। शहर में एक प्रमुख सड़क के किनारे सूर्मेंय स्तंभ स्थापित किया जा रहे हैं। शहर में बने राम मंदिर और नए हवाई अड्डे की तस्वीर वाले बड़े-बड़े पोस्टर में अयोध्या को मर्यादा, धर्म, संस्कृति का शहर बताया गया है।

WestBengalBangla

Jan 06 2024, 18:42

*BJP will show the inauguration of Ram Mandir live across the country*

SBNB : Bharatiya Janata Party wants to show the inauguration of Ram Mandir live across the country That is why when Prime Minister Narendra Modi will inaugurate the Ram Mandir on January 22, the BJP will organize a live telecast at the booth level across the country. According to the sources, necessary instructions have been sent to the BJP workers In that order, the workers have been told to install big screens in booths The live telecast will run on that screen .

Streetbuzznews

Dec 11 2023, 00:58

New Aptar Mumbai Site to Increase Manufacturing Capabilities

Aptar Pharma, a global leader in drug delivery systems, services and active material science solutions, today announced the opening of its new Aptar Mumbai site, which will increase manufacturing capabilities in South East Asia.

An inauguration ceremony held on December 1, 2023, marked the official opening of the new Aptar Mumbai production facility in the Palava Industrial and Logistics Park at Taloja, Mumbai. Members of Aptar’s Executive Committee and Aptar Pharma’s Global Leadership Team welcomed more than 100 key customers and Aptar employees from the Mumbai and Hyderabad, India sites to this momentous occasion, which included a ribbon cutting and tree-planting ceremony.

Manufacturing capabilities at Aptar Mumbai, which began in 2012 with the assembly and supply of metered dose valves and pumps, have now been expanded to offer more innovative product solutions and ensure increased manufacturing capacity to pharma customers in South East Asia.

Assembly operations and product delivery to customers have already begun at Aptar Mumbai’s new 7,000 m2 state-of-the art site, which has also received ISO 15378 certification.

This expansion, which began in early 2022, is in line with Aptar’s localization strategy, and is a direct response by Aptar Pharma to growing customer demand in the region.

“Our Aptar Pharma business in India has shown robust growth in recent years, and today marks yet another milestone in our investment in the South East Asia region,” commented Gael Touya, President, Aptar Pharma. “Over the past 11 years, Aptar Mumbai has continuously supplied safe, high-quality products that meet even the highest of regulatory requirements. This new facility is a key step in serving the needs of our customers in the region, which will ultimately benefit patients.”

Sanjay Kapote, President, India & Head, Pharma – SEA, said, “This new site in Mumbai provides a larger space, not only for the expansion of our well-established assembly operations, but also to fuel further localization and support our vision of bringing in other Aptar Pharma technologies suitable for the Asian market.”

Aptar Pharma Prescription President, Alex Theodorakis, commented on more than a decade of success for Aptar Pharma in India, which he described as both a key pillar in the pharma ecosystem and a new chapter of growth in the region.

In her virtual address, Xiangwei Gong, President, Aptar Asia, wholeheartedly congratulated the global and local Aptar Pharma teams for their tireless efforts that contributed to the completion of the Mumbai facility in just under two years. She also noted how this new site will enhance local capabilities, allowing Aptar Pharma to be closer to its customers and to serve them with speed and agility. She also spoke of the growth opportunities for local talent and expected business growth that the new Aptar Mumbai facility will provide.

Ciara Jackson

Senior Marketing Manager, Aptar Pharma

Website link :- https://www.aptar.com/pharmaceutical

WestBengalBangla

Oct 23 2023, 12:54

*Replica of Ram Mandir in Kolkata Durga Puja is around 2 crore rupees.*

India

SB News bureau: Even before the construction of Ram Mandir in Ayodhya was completed, Tilottama's(kolkata )head stood on that very temple. It is almost impossible to find the difference with the arrival of this temporary architecture made in just a few months and by the hands of skilled artists. Ever since its inauguration, crowds flock to Santosh Mitra Square to see this Ram temple.

On August 19, the puja organizers announced with fanfare the theme of this year's Santosh Mitra Square, Ayodhya's Ram Mandir. Then the entire temple was built in less than two months.Santosh Mitra Square club secretary said, this time their puja budget was a little more than 2 crore rupees. The cost of construction of the original Ram temple in Ayodhya is around 900 crores. And the cost of building the replica of Ram temple in Kolkata is around 2 crore rupees.

India

Oct 13 2023, 13:43

*आतंकवाद के खिलाफ होना ही होगा सख्त, यह किसी के हित में नहीं, पी-20 समिट में बोले पीएम मोदी*

#p20summitinaugurationpmmodi

हाल ही में भारत में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसके बाद पी20 शिखर सम्मेलन का भी आयोजन किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यशोभूमि अधिवेशन केंद्र में जी20 के सदस्य देशों की संसदों के पीठासीन सभापतियों (पी20) के नौवें सम्मेलन का उद्घाटन किया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां अपना संबोधन दिया। पीएम ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है। समय के साथ भारत की संसदीय प्रक्रिया में सुधार हुआ है। भारत ने जी20 सम्मेलन का सफल आयोजन किया और अब पी20 की मेजबानी कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज के दौर में जंग किसी के हित में नहीं है। सबको साथ मिलकर चलना होगा। उन्होंने आतंकवाद को मौजूदा दौर की सबसे बड़ी चुनौती बताया । पीएम मोदी ने देश की संसद पर हमले का जिक्र किया और कहा, करीब 20 साल पहले आतंकवादियों ने हमारी संसद को निशाना बनाया था। उस समय संसद का सत्र चल रहा था और आतंकवादियों की मंशा सांसदों को बंधी और उनको खत्म करने की थी। दुनिया को भी एहसास हो रहा है कि आतंकवाद दुनिया के लिए कितनी बड़ी चुनौती है। पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद चाहे कहीं भी होता हो, किसी भी कारण से, किसी भी रूप में होता है, लेकिन वो मानवता के विरुद्ध होता है। उन्होंने कहा कि यह शांति और भाईचारे का समय है, साथ मिलकर चलने का समय है, साथ आगे बढ़ने का समय है। यह सबके विकास और कल्याण का समय है।

इस बात पर जताया दुख

प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद का एक वैश्विक पक्ष और है, जिसकी तरफ मैं आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। अभी तक आतंकवाद की परिभाषा को लेकर आम सहमति नहीं बन पाई है, यह बहुत दुखद है। आज भी यूनाइटेड नेशन में इंटरनेशनल कन्वेंशन ऑन कांबेटिंग टेररिज्म कंसेंसस का इंतजार किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि दुनिया के इसी रवैया का फायदा मानवता के दुश्मन उठा रहे हैं। दुनिया भर की संसद के रिप्रेजेंटेटिव को सोचना होगा कि आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में हम कैसे मिलकर काम कर सकते हैं।

आम चुनाव सबसे बड़ा पर्व-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि भारत में आम चुनाव एक त्यौहार की तरह है। स्वतंत्रता के बाद से भारत में 17 आम चुनाव हो चुके हैं और 300 से ज्यादा विधानसभा चुनाव हुए हैं। भारत ना सिर्फ दुनिया का सबसे चुनाव कराता है बल्कि बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी भी देखी जाती है। 2014 का चुनाव मानव इतिहास में सबसे बड़ा चुनाव था और इस चुनाव में 60 करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया। 2019 में वोटर टर्नआउट 70 फीसदी रहा और 600 से ज्याजा पार्टियों ने हिस्सा लिया।

इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 9वें जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20) में प्रतिनिधियों का स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने सम्मेलन (पी20) को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ये अत्यंत गौरव का विषय है कि भारत की अध्यक्षता में जी 20 लीडर समिट में नई दिल्ली डिक्लेरेशन को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। ये भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभावशाली नेतृत्व और वैश्विक दृष्टिकोण को दर्शाता है। ये वैश्विक चुनौतियों पर जी 20 देशों की एकजुटता और प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है। पी 20 सम्मेलन लोकतांत्रिक मुल्यों अंतरराष्ट्रीय संयोग तथा वैश्विक महत्व के विषयों एंव समकालीन चुनौतियों के समाधान से साझा संसदीय प्रयासों के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

India

May 25 2023, 16:09

नए संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्‍कार पर रविशंकर प्रसाद का पलटवार, पूछा-शिलान्यास में क्यों नहीं आई कांग्रेस?

#bjpleadersonoppositionboycottingtheinaugurationofnewparliamentbuilding

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। लेकिन 19 विपक्षी दलों ने इस उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है। उनकी मांग है कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा किया जाना चाहिए। इसको लेकर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधा है।

रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि उद्घाटन समारोह पर राजनीति कर रही कांग्रेस नए भवन के शिलान्यास में क्यों नहीं आई थी। बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस को परेशानी उद्घाटन की नहीं है, कांग्रेस की परेशानी प्रधानमंत्री मोदी हैं। रविशंकर ने आगे कहा कि हम आज भी कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं से कहेंगे कि आप संसद के उद्घाटन समारोह में आइए।रविशंकर ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री भी संवैधानिक दायित्व रखते हैं। कांग्रेस अपना ह्रदय बड़ा करेगी तो अच्छा रहेगा।

रविशंकर कांग्रेस से खास अपील

रविशंकर प्रसाद ने कहा, विपक्ष के नेताओं से कहेंगे कि आप आइए, संसद देश का मुकुट है। जब संख्या बढ़ेगी तब तो बैठने जगह होनी चाहिए। भारत को भारतीयों के द्वारा बनाया गया संसद क्यों नही मिलना चाहिए। 75 साल में हमने क्या बनाया, भारत की संसद में भारत का परिचय मिल रहा है। सेंगोल गर्व की परंपरा है। कांग्रेस से कहूंगा कि सेंगोल की परंपरा तो आप से भी जुड़ी हुई है, उसी को देखने आ जाइए।

सीतारमण ने की रुख बदल समारोह में भाग लेने की अपील

इस बीच, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान भी सामने आया है। विपक्षी के बहिष्कार को लेकर उन्होंने कहा, यह लोकतंत्र का मंदिर है, यहां तक कि प्रधानमंत्री ने भी अपने कदमों पर झुककर संसद में प्रवेश किया। मैं (विपक्ष से) विनम्रता पूर्वक अपील करती हूं कि कृपया फिर से सोचें, अपना रुख बदलें और समारोह में भाग लें। 

आपके पास अपने लिए अलग मानक हैं और दूसरों के लिए अलग-पूरी

नए संसद भवन के उद्घाटन का कांग्रेस सहित विपक्ष द्वारा बहिष्कार किए जाने पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, उन्होंने (विपक्षी दलों ने) संविधान से कुछ अनुच्छेद बोले और उस आधार पर हमें सलाह दे रहे। उस समय भी इंदिरा गांधी ने (संसद के उपभवन के उद्घाटन के दौरान) किया था। आपके पास अपने लिए अलग मानक हैं और दूसरों के लिए अलग। यह देश और किसी भी व्यक्ति के जीवन में एक बार आने वाला क्षण है। फुटनोट में कहीं लिखा जाएगा कि इन लोगों द्वारा संसद भवन के खुलने के कार्यक्रम का बहिष्कार किया था।

India

May 25 2023, 16:09

नए संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्‍कार पर रविशंकर प्रसाद का पलटवार, पूछा-शिलान्यास में क्यों नहीं आई कांग्रेस?*

#bjpleadersonoppositionboycottingtheinaugurationofnewparliamentbuilding

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। लेकिन 19 विपक्षी दलों ने इस उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है। उनकी मांग है कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा किया जाना चाहिए। इसको लेकर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधा है।

रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि उद्घाटन समारोह पर राजनीति कर रही कांग्रेस नए भवन के शिलान्यास में क्यों नहीं आई थी। बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस को परेशानी उद्घाटन की नहीं है, कांग्रेस की परेशानी प्रधानमंत्री मोदी हैं। रविशंकर ने आगे कहा कि हम आज भी कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं से कहेंगे कि आप संसद के उद्घाटन समारोह में आइए।रविशंकर ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री भी संवैधानिक दायित्व रखते हैं। कांग्रेस अपना ह्रदय बड़ा करेगी तो अच्छा रहेगा।

रविशंकर कांग्रेस से खास अपील

रविशंकर प्रसाद ने कहा, विपक्ष के नेताओं से कहेंगे कि आप आइए, संसद देश का मुकुट है। जब संख्या बढ़ेगी तब तो बैठने जगह होनी चाहिए। भारत को भारतीयों के द्वारा बनाया गया संसद क्यों नही मिलना चाहिए। 75 साल में हमने क्या बनाया, भारत की संसद में भारत का परिचय मिल रहा है। सेंगोल गर्व की परंपरा है। कांग्रेस से कहूंगा कि सेंगोल की परंपरा तो आप से भी जुड़ी हुई है, उसी को देखने आ जाइए।

सीतारमण ने की रुख बदल समारोह में भाग लेने की अपील

इस बीच, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान भी सामने आया है। विपक्षी के बहिष्कार को लेकर उन्होंने कहा, यह लोकतंत्र का मंदिर है, यहां तक कि प्रधानमंत्री ने भी अपने कदमों पर झुककर संसद में प्रवेश किया। मैं (विपक्ष से) विनम्रता पूर्वक अपील करती हूं कि कृपया फिर से सोचें, अपना रुख बदलें और समारोह में भाग लें। 

आपके पास अपने लिए अलग मानक हैं और दूसरों के लिए अलग-पूरी

नए संसद भवन के उद्घाटन का कांग्रेस सहित विपक्ष द्वारा बहिष्कार किए जाने पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, उन्होंने (विपक्षी दलों ने) संविधान से कुछ अनुच्छेद बोले और उस आधार पर हमें सलाह दे रहे। उस समय भी इंदिरा गांधी ने (संसद के उपभवन के उद्घाटन के दौरान) किया था। आपके पास अपने लिए अलग मानक हैं और दूसरों के लिए अलग। यह देश और किसी भी व्यक्ति के जीवन में एक बार आने वाला क्षण है। फुटनोट में कहीं लिखा जाएगा कि इन लोगों द्वारा संसद भवन के खुलने के कार्यक्रम का बहिष्कार किया था।

India

May 25 2023, 11:37

नए संसद भवन के उद्घाटन पर जारी है सियासी रार, बहिष्कार के ऐलान के बीच सरकार को मिला इन विपक्षी दलों का साथ

#inauguration_of_new_parliament_these_opposition_parties_came_with_pm_modi

नई संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर चल रहा सियासी ड्रामा फिलहाल जारी है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत 19 विपक्षी दलों ने देश की संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों न करवाने को लेकर इसे मुद्दा बनाया है और इस समारोह के बॉयकट का ऐलान किया है। तमाम विपक्षी दलों का कहना है कि देश की संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों होना चाहिए, प्रधानमंत्री के हाथों नहीं।हालांकि, कई विपक्षी दल इस उद्घाटन समारोह का हिस्सा बनने को राजी हैं।

ये पार्टियां हैं सरकार के समर्थन में

पंजाब की राजनीतिक पार्टी अकाली दल इस कार्यक्रम का हिस्सा होगी। इसके अलावा ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल भी इस उद्घाटन समारोह का हिस्सा होने जा रही है. वहीं जगन मोहन रेड्डी की पार्टी आईएसआरसीपी भी इस कार्यक्रम में शामिल होगी। इसके अलावा मायावती की पार्टी बसपा भी इस समारोह का हिस्सा होने वाली है। 

जगन मोहन ने पीएम मोदी को दी बधाई

वाईएसआर कांग्रेस की ओर से आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने ट्वीट कर कहा, इस भव्य और विशाल संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित करने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को बधाई देता हूं।संसद, लोकतंत्र का मंदिर होने के नाते, हमारे देश की आत्मा को दर्शाती है और हमारे देश के लोगों और सभी राजनीतिक दलों की है, ऐसे शुभ आयोजन का बहिष्कार करना लोकतंत्र की सच्ची भावना के अनुरूप नहीं है। सभी राजनीतिक मतभेदों को दूर करते हुए, मैं अनुरोध करता हूं कि सभी राजनीतिक दल इस शानदार आयोजन में शामिल हों। लोकतंत्र की सच्ची भावना में मेरी पार्टी इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होगी।

अन्य विपक्षियों से अकाली दल की अलग राय

अकाली दल नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि नए भवन का उद्घाटन देश के लिए गर्व की बात है, इसलिए हमने फैसला किया है कि अकाली दल 28 मई को होने वाले उद्घाटन समारोह में शामिल होगा। हम विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए मुद्दे से सहमत नहीं है।

गुलाम नबी आजाद ने कहा

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने भी इस बीच एक अहम बयान देते हुए कहा कि जिस समय पीवी नरसिम्हा राव पीएम थे, शिवराज पाटिल स्पीकर थे और मैं संसदीय कार्य मंत्री था तब शिवराज जी ने मुझसे कहा था कि एक नया और बड़ा संसद भवन 2026 से पहले बनकर तैयार होना चाहिए। नया भवन तब से बनाना जरूरी था, ऐसे में यह तो अच्छा हुआ है कि अब बन गया है। उन्होंने कहा कि मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता कि उद्घाटन समारोह में कौन शामिल होगा या कौन बहिष्कार करेगा।

किन पार्टियों ने किया उद्घाटन समारोह का बहिष्कार?

कांग्रेस समेत विपक्ष की 19 राजनीतिक दल नए संसद के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करेंगे। इन दलों में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, द्रमुक, समाजवादी पार्टी, जेडीयू, राष्ट्रीय जनता दल, शिवसेना (यूबीटी), एआईएमआईएम, माकपा, भाकपा शामिल हैं। इन दलों ने एक संयुक्त बयान में आरोप लगाया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को उद्घाटन समारोह से दरकिनार करना और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद के नए भवन का उद्घाटन करने का फैसला लोकतंत्र पर सीधा हमला है।

India

May 24 2023, 12:09

नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले सियासत जारी, कांग्रेस-आप-टीएमसी समेत कई विपक्षी दलों ने किया समारोह के बहिष्कार का ऐलान

#boycottparliamentnewbuildinginauguration

देश के नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भवन का उद्घाटन करेंगे। हालांकि, इससे पहले देश में नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सियासत शुरू हो गई है। विपक्षी दल नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बदले पीएम मोदी के द्वारा कराए जाने की आलोचना कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर राष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की बात कही है। 19 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।

नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर चल रहे सियासी घमासान के शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। 28 मई को होने वाले इस कार्यक्रम का हम भी बहिष्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया गया, इसी लिए देश के विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी महिला के नाम पर राष्ट्रपति बनाया, लेकिन उनको राष्ट्रपति भवन से बाहर तक नहीं आने दिया जाता है।

नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराने की मांग

कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों की मांग है कि संसद के नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराया जाए। संयुक्त विपक्ष भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करेगा। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि वह इस बारे में उचित समय पर उचित फैसला करेगी कि संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होना है या नहीं। पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने आरोप लगाया कि सरकार ने इस समारोह से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दूर रखकर उनका और पूरे आदिवासी समाज का अपमान किया है।उन्होंने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति, जो एक सामान्य पृष्ठभूमि से उठकर यहां तक पहुंची हैं, उनका अपमान क्यों हो रहा है? क्या अपमान इसलिए हो रहा है कि वह आदिवासी समाज से आती हैं या फिर उनके राज्य (ओडिशा) में चुनाव नहीं है?

इन राजनीतिक दलों ने किया बहिष्कार

तृणमूल कांग्रेस ने सबसे पहले समारोह में शामिल नहीं होने की बात कही थी। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने भी समारोह में नहीं जाने का एलान किया।भारतीय भाकपा ने मंगलवार को उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की जानकारी दी थी।बुधवार सुबह ही राजद ने घोषणा की है की वह समारोह का बहिष्कार करेगा। एनसीपी नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होगी।द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करेगी। विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) भी 28 मई को होने वाले नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल नहीं होगी।

संयुक्त बयान हो सकता है जारी

सूत्रों के मुताबिक, समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार को लेकर विचार-विमर्श किया है। कहा जा रहा है कि जल्द ही सदन के सभी नेता एक संयुक्त बयान जारी कर सकते हैं। इसमें कार्यक्रम के संयुक्त बहिष्कार की घोषणा की जाएगी। हालांकि, कई पार्टियां पहले ही कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की बात कह चुकी हैं। 

28 मई की तारीख पर भी उठाए सवाल

कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने उद्घाटन की तारीख पर भी सवाल उठाए हैं। दरअसल 28 मई को वीर सावरकर की जयंती है। उनका जन्म 28 मई 1883 को हुआ था। इस साल 28 मई को उनकी 140वीं जयंती मनाई जाएगी। कांग्रेस का कहना है कि 28 मई को हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की जयंती है, इसी दिन नए संसद भवन का उद्घाटन करना राष्ट्र निर्माताओं का अपमान है।

India

May 24 2023, 12:08

*नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले सियासत जारी, कांग्रेस-आप-टीएमसी समेत कई विपक्षी दलों ने किया समारोह के बहिष्कार का ऐलान*

#boycottparliamentnewbuildinginauguration

देश के नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भवन का उद्घाटन करेंगे। हालांकि, इससे पहले देश में नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सियासत शुरू हो गई है। विपक्षी दल नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बदले पीएम मोदी के द्वारा कराए जाने की आलोचना कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर राष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की बात कही है। 19 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।

नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर चल रहे सियासी घमासान के शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। 28 मई को होने वाले इस कार्यक्रम का हम भी बहिष्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया गया, इसी लिए देश के विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी महिला के नाम पर राष्ट्रपति बनाया, लेकिन उनको राष्ट्रपति भवन से बाहर तक नहीं आने दिया जाता है।

नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराने की मांग

कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों की मांग है कि संसद के नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराया जाए। संयुक्त विपक्ष भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करेगा। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि वह इस बारे में उचित समय पर उचित फैसला करेगी कि संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होना है या नहीं। पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने आरोप लगाया कि सरकार ने इस समारोह से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दूर रखकर उनका और पूरे आदिवासी समाज का अपमान किया है।उन्होंने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति, जो एक सामान्य पृष्ठभूमि से उठकर यहां तक पहुंची हैं, उनका अपमान क्यों हो रहा है? क्या अपमान इसलिए हो रहा है कि वह आदिवासी समाज से आती हैं या फिर उनके राज्य (ओडिशा) में चुनाव नहीं है?

इन राजनीतिक दलों ने किया बहिष्कार

तृणमूल कांग्रेस ने सबसे पहले समारोह में शामिल नहीं होने की बात कही थी। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने भी समारोह में नहीं जाने का एलान किया।भारतीय भाकपा ने मंगलवार को उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की जानकारी दी थी।बुधवार सुबह ही राजद ने घोषणा की है की वह समारोह का बहिष्कार करेगा। एनसीपी नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होगी।द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करेगी। विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) भी 28 मई को होने वाले नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल नहीं होगी।

संयुक्त बयान हो सकता है जारी

सूत्रों के मुताबिक, समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार को लेकर विचार-विमर्श किया है। कहा जा रहा है कि जल्द ही सदन के सभी नेता एक संयुक्त बयान जारी कर सकते हैं। इसमें कार्यक्रम के संयुक्त बहिष्कार की घोषणा की जाएगी। हालांकि, कई पार्टियां पहले ही कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की बात कह चुकी हैं। 

28 मई की तारीख पर भी उठाए सवाल

कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने उद्घाटन की तारीख पर भी सवाल उठाए हैं। दरअसल 28 मई को वीर सावरकर की जयंती है। उनका जन्म 28 मई 1883 को हुआ था। इस साल 28 मई को उनकी 140वीं जयंती मनाई जाएगी। कांग्रेस का कहना है कि 28 मई को हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की जयंती है, इसी दिन नए संसद भवन का उद्घाटन करना राष्ट्र निर्माताओं का अपमान है।