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Jul 25 2024, 13:39

क्या जाएगी कंगना रनौत की सांसदी? याचिका पर हाईकोर्ट ने जारी किया नोटिस

#himachal_high_court_issues_notice_to_kangana_ranaut

बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत को हाईकोर्ट ने नोटिस जारी किया है। दरअसल, कंगना की सांसदी के खिलाफ हिमाचल हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिसके बाद हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ नोटिस जारी किया है।हाई कोर्ट ने कंगना से 21 अगस्त तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है।

हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में किन्नौर के एक निवासी द्वारा याचिका दायर की गई है। इस याचिका पर हाईकोर्ट ने मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद कंगना रनौत को नोटिस जारी किया है। याचिका में मंडी से सांसद कंगना के निर्वाचन को रद्द करने का अनुरोध करते हुए दलील दी गई है। याचिकाकर्ता का आरोप है कि इस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए उसके नामांकन पत्र को कथित रूप से गलत तरीके से खारिज कर दिया गया था। नोटिस जारी करते हुए न्यायमूर्ति ज्योत्सना रेवाल ने रनौत को 21 अगस्त तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।

याचिकाकर्ता लायक राम नेगी ने कंगना के खिलाफ याचिका दायर की है। इसमें उसने कोर्ट से कंगना के चुनाव को रद्द करने की मांग की है। नायक फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के पूर्व कर्मचारी हैं। उन्होंने समय से पहले वीआरएस मिल गई थी। नेगी का कहना है कि वह चुनाव लड़ना चाहता था लेकिन उसके नामांकन पत्र को मंडी के चुनाव अधिकारी ने गलत तरीके से खारिज कर दिया गया था। नेगी की दलील है कि अगर उनका नामांकन पत्र स्वीकार कर लिया जाता तो वो जीत जाते। याचिका में लायक राम नेगी ने कोर्ट से अपील की है कि कंगना के चुनाव को रद्द कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने मंडी सीट पर दोबारा चुनाव कराने की मांग की है।

कंगना ने लोकसभा चुनाव में हिमाचल के मंडी से जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को 74,755 वोट से हराया था। तीसरे नंबर पर बहुजन समाजवादी पार्टी के डॉ प्रकाश चंद्र भारद्वाज रहे थे। भारद्वाज को 4393 वोट मिले थे।

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Jun 06 2024, 13:51

जल संकट पर दिल्लीवासियों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा सरकार को दिया निर्देश

#delhi_water_crisis_supreme_court_direction_haryana_and_himachal_pradesh_govt

सुप्रीम कोर्ट दिल्ली में जल संकट से जूझ रहे लोगों को बड़ी राहत दी है।दिल्ली में पीने के पानी के बढ़ते संकट को लेकर अतिरिक्त पानी की मांग वाली दिल्ली सरकार की याचिका पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई है। इस दौरान दिल्ली सरकार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। शीर्ष अदालत ने दिल्ली को अतिरिक्त पानी देने का निर्देश दिया है।कोर्ट ने हिमाचल प्रदेश को 137 क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़ने का निर्देश दिया। कोर्ट ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की ओर से छोड़े गए अतिरिक्त जल के प्रवाह को हरियाणा सुगम बनाए। कोर्ट ने दिल्ली से कहा कि आप किसी भी तरह से पानी की बर्बादी नहीं होना चाहिए।

इस मालमे पर जस्टिस प्रशांत मिश्रा और जस्टिस के वी विश्वनाथन की अवकाशकालीन पीठ सुनवाई कर रही है।सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल प्रदेश सरकार को 137 क्यूसेक पानी रिलीज करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही साथ कहा है कि हरियाणा दिल्ली को पानी रिलीज करने की सुविधा देगा। हिमाचल सरकार शुक्रवार को पानी रिलीज करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को कल 137 क्यूसेक पानी हिमाचल को जारी करने का आदेश देते है।

कोर्ट ने कहा कि हरियाणा सरकार पानी के प्रवाह को जो हिमाचल से मिल रहा है उसे बिना किसी रोक टोक के दिल्ली के वजीराबाद तक आने दे, ताकि दिल्ली के लोगों को पीने का पानी मिल सके। सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार से यह भी कहा है कि वह अपने क्षेत्र में पड़ने वाली नहर से पानी दिल्ली तक पहुंचने में सहयोग करे। मामले की अगली सुनवाई सोमवार को होगी। अदालत ने सभी पक्षों से स्टेटस रिपोर्ट दायर करने को कहा है।

दरअसल, दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि हरियाणा सरकार उनके हिस्से का पानी नहीं छोड़ रहा है। याचिका में मांग की गईृ है कि हरियाणा हिमाचल प्रदेश के उपलब्ध कराए गए पानी को छोड़े।हाल ही में जल मंत्री आतिशी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर एक महीने के लिए दिल्ली को अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।

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Apr 19 2024, 11:50

*पहली बार मोबाइल नेटवर्क से जुड़ा देश के ये इलाका, पीएम मोदी ने ग्रामीणों से फोन पर की बात*
#himachal_telecom_connectivity_reaches_indias_first_village आज मोबाइल हमारी जिंदगी की अहम हिस्सा है। लोग बाहर निकलने से पहले कुछ भी भूल जाएं, पर अपना मोबाइल फोन नहीं भूल सकते। दरअसल, ये छोटा सा गैजेट आपके बड़े बड़े काम कर सकता है। आज तो लोगों के लिए मोबाइल ही पर्स से लेकर बैंक अकाउंट भी है। आप चाहे दस रूपये का सामना खरीदें या 10 हजार का इसी मोबाइल से पेमेंट हो रहा है। हालांकि, तकनीक के इस दौर में भी हमारे देश के कई इलाके ऐसे हैं जहां इसकी पहुंच नहीं है। हालांकि, धीरे-धीरे सरकार उन तक हर सुख सुविधा पहुंचा रही है। ऐसा ही एक गांव हिमाचल प्रदेश के स्पीति का ग्यू है। यह गांव पहली बार मोबाइल नेटवर्क से जुड़ा है। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्यू गांव के के निवासियों से फोन पर बात की। केंद्र की मोदी सरकार ने देश की सीमा पर बसे आखिरी गांव में नेटवर्क कनेक्टिविटी स्थापित कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इंडो-चाइना बॉर्डर के पास बसे हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति के कौरिक और ग्यू गांव में मोबाइल नेटवर्क स्थापित किया गया है। अहम बात है कि यह गांव चीन की सीमा के पास है, जो समुद्र तल से 14,931 फीट ऊंचाई पर स्थित है। इतनी ऊंचाई पर बसे इन गांव में मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी पहुंचने के बाद यहां के स्थानीय लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को खुद फोन पर संपर्क किया और उनसे बातचीत की। इसका वीडियो भी सामने आया है। पीएम मोदी ने ग्यू गांव के लोगों से लोगों के साथ फोन पर 13 मिनट से अधिक बातचीत की है। पीएम मोदी ने ग्यू गांव के लोगों से फोन पर बातचीत में दिवाली के दौरान सीमावर्ती क्षेत्र की अपनी यात्रा के बारे में बात की है। पीएम मोदी ने कहा, "मैं यहां दीवाली पर भी आया था। आज लाहौल-स्पीति के दूर-सुदूर ग्यू गांव में पहली बार मोबाइल नेटवर्क पहुंचा है। इस गांव की भौगोलिक परिस्थितियां इतनी कठिन रही है कि यहां पर मोबाइल नेटवर्क पहुंचाना सबसे बड़ी चुनौती थी। इसका पता मुझे उस वक्त लगा था, जब मैं यहां आया था। तब, मैंने वहां के लोगों से कहा था कि मोबाइल नेटवर्क की कनेक्टिविटी के लिए जरूर कुछ ना कुछ करूंगा। वैसे वहां के कई लोग अपने परिवार वालों से दूर रहते हैं और उनको अपने परिवार से बात करने का मन करता होगा। उन्होंने कहा कि गांव को मोबाइल नेटवर्क से जोड़ने से डिजिटल इंडिया अभियान को गति मिलेगी। पीएम मोदी ने लोगों से कहा कि विद्युतीकरण के अभियान में सफलता मिलने के बाद अब सरकार सभी स्थानों को संचार प्रौद्योगिकी से जोड़ने पर प्राथमिकता से काम कर रही है। ग्यू गांव के मोबाइल नेटवर्क से जुड़ने के बाद ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पीएम मोदी से बात करते हुए एक ग्रामीण ने उन्हें बताया विश्वास नहीं था कि उनका क्षेत्र मोबाइल नेटवर्क से जुड़ जाएगा। ग्रामीणों ने कहा कि पहले उन्हें अपने मोबाइल फोन का उपयोग करने के लिए करीब आठ किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी।

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Mar 26 2024, 13:24

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के 6 बागियों की लगी “लॉटरी”, भाजपा ने विधानसभा उपचुनाव के लिए दिया टिकट

#himachal_assembly_by_election_bjp_released_list_of_candidates

भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने हिमाचल प्रदेश की छह विधानसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव के साथ होने वाले उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषित कर दी है। भाजपा ने कांग्रेस के सभी बागियों को टिकट दिए हैं।

पिछले दिनों इन 6 विधायकों ने कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था। अब बीजेपी ने इन 6 चेहरों को मैदान में उतार दिया है। बीजेपी ने धर्मशाला सुधीर शर्मा, लाहौल-स्पीति से रवि ठाकुर, सुजानपुर से राजिंदर राणा, बड़सर से इंद्र दत्त लखनपाल, गगरेट से चैतन्य शर्मा और कुटलैहड़ से देविंदर कुमार भुट्टों को मैदान पर उतारा है।

बता दें कि हिमाचल प्रदेश की एक राज्यसभा सीट पर 27 फरवरी को चुनाव हुआ था। कांग्रेस के छह बागी विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में वोट किया था। जिसके बाद हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने गुरुवार (29 फरवरी) को बागी विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी थी। जिसके बाद चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की घोषणा करते, देश की 26 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराए जाने की भी घोषणा की थी। इनमें हिमाचल प्रदेश की 6 विधानसभा सीटें शामिल हैं। इसके तहत बागी विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने हैं।

हिमाचल में उपचुनाव का पूरा शेड्यूल

• अधिसूचना जारी करने की तारीख- 07-05-2024 (मंगलवार)

• नाम निर्देशन करने की आखिरी तारीख- 14-05-2024 (मंगलवार)

• नाम निर्देशनों की संवीक्षा की तारीख- 15-05-2024 (बुधवार)

• अभ्यर्थिताएं वापस लेने की आखिरी तारीख- 17-05-2024 (शुक्रवार)

• मतदान की तारीख- 01-06-2024 (शनिवार)

• मतगणना की तारीख- 04-06-2024 (मंगलवार)

• निर्वाचन सम्पन्नता की तारीख- 06-06-2024 (वीरवार)

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Mar 01 2024, 16:14

प्रतिभा सिंह के बयान ने बढ़ायी हिमाचल की हलचल, बीजेपी को लेकर कही बड़ी बात, बागी विधायकों का भी किया समर्थन

#himachal_congress_chief_pratibha_singh_says_who_is_better_congress_or_bjp

हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल मची हुई है। यहां राज्यसभा चुनाव की एक सीट पर कांग्रेस को मिली शिकस्त के बाद कांग्रेस का अंदरूनी कलह बाहर आ गया है। हालांकि, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दावा किया है कि उनकी सरकार सुरक्षित है और पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।इस बीच पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बयान के बाद लग रहा है कि कांग्रेस सरकार पर छाए संकट के बादल अभी छटे नहीं हैं। दरअसल, प्रतिभा सिंह ने न्यूज एजेंसी एएनआई के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में अभी बहुत कुछ किया जना बाकी है। यह सच है कि भाजपा का कामकाज हमसे बेहतर है। वहीं उन्होंने बागी विधायकों का समर्थन करते हुए कहा कि वे स्पीकर के फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएंगे।

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में प्रतिभा ने कहा, आप संगठन को मजबूत करेंगे तभी हम आने वाले चुनाव का सामना कर सकते हैं। हमें अभी पार्टी को संगठित करने की जरूरत है। आज हम चुनाव का सामना करेंगे, मैं यह कह सकती हूं कि यह कठिन समय है। लेकिन चुनाव तो चुनाव है, उसका सामना करना है।

संगठन के स्तर पर बीजेपी तैयार है या कांग्रेस? इस सवाल पर प्रतिभा सिंह ने कहा कि कांग्रेस में अभी हमें बहुत कुछ करने की जरूरत है। सांसद होने के नाते अपने क्षेत्र का दौरा किया, लोगों से मिली और जानने का प्रयास किया। हमारे पास सांसद निधि आती है और हर हल्के में बंटवारा करना था। कभी भी एमसीसी लगेगा तो पैसा लैप्स हो जाएगा। मैंने इस पर सभी से बात की। बीजेपी की वर्किंग हमसे अच्छी है।

'क्या भाजपा उन्हें मंडी से चुनाव लड़ाना चाहती है' सवाल के जवाब में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि हमने ऐसा कभी नहीं सोचा, हम भाजपा के संपर्क में भी नहीं हैं। भगवान जानें, आगे क्या स्थिति बनती है। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व किसे टिकट देना चाहता है, इसपर भी अब विचार होगा। उनके आदेश के मुताबिक हम क्या कदम उठाएंगे उसपर हम आगे बढ़ेंगे। प्रतिभा सिंह ने कहा है कि मेरा भाजपा में जाने का कोई विचार नहीं है मैं कांग्रेस की सिपाही हूं और पार्टी की मजबूती के लिए काम कर रही हूं।

हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले छह बागी विधायकों का समर्थन करते हुए कहा कि विधायकों का नाराज होना स्वाभाविक है। प्रतिभा सिंह ने एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि हो भी क्यों नहीं, जब एक वर्ष से अधिक समय हो गया है और आपने कोई संज्ञान नहीं लिया या उनकी बात नहीं सुनी, तो उनका परेशान होना स्वाभाविक है। क्या आपने उन्हें बैठाया, उनसे बात की और कोई समाधान निकाला, यह स्थिति ऐसी ही नहीं हुई होगी।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा है कि पार्टी के बागी विधायक कड़ी सुरक्षा में है, ऐसे में उनसे संपर्क कैसे किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अपने निष्कासन को बचाने के लिए विधायक जरूर कोर्ट जाएंगे। हर व्यक्ति अपने बचाव के लिए कुछ प्रयास करता है।

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Feb 29 2024, 11:51

हिमाचल में कांग्रेस के छह बागी विधायक अयोग्य घोषित, स्पीकर ने की बड़ी कार्रवाई, राज्यसभा चुनाव में की थी क्रॉस वोटिंग

#himachal_pradesh_congress_six_rebel_mlas_disqualified

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के पास बहुमत होने के बावजूद राज्यसभा की सीट भाजपा की झोली में जाने से सियासी घमासान मचा है।राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के छह विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग के बाद सियासी संकट के हालात पैदा हो गए हैं। इस बीच इन 6 विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने अयोग्य घोषित कर दिया है। इनकी सदस्यता रद्द कर दी गई है।

अपना फैसला सुनाते हुए विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि हमने दोनों पक्षों को ध्यान से सुना। हमने पाया कि बागी विधायकों ने व्हिप का उल्लंघन किया है। इसलिए उन्हें विधानसभा से अयोग्य घोषित किया जाता है। कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने वाले छह विधायकों ने दलबदल विरोधी कानून के प्रावधानों का उल्लंघन किया। इसलिए इन विधायकों की सदस्यका तत्काल प्रभाव से रद्द की जाती है। स्पीकर ने कहा कि दलबदल विरोधी कानून के तहत 6 विधायकों के खिलाफ मुझे याचिका मिली थी। मैंने अपने 30 पेज के आदेश में काफी विस्तार से इसकी जानकारी दी है। मैंने उन 6 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है, अब वे हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य नहीं है।

स्पीकर ने कहा कि सुधीर शर्मा, चैतन्य शर्मा, राजेन्द्र राणा, लखनपाल, रवि ठाकुर और देवेन्द्र बुट्टो की सदस्यता रद्द कर दी गई है। स्पीकर ने कहा कि आया राम गया राम की राजनीति नहीं होनी चाहिए। राज्यसभा चुनाव का व्हिप इस फैसले का पार्ट नहीं है। बजट सत्र के व्हिप के आधार पर फैसला लिया गया है। राज्यसभा चुनाव व्हिप के मुताबिक क्रॉस वोटिंग नहीं होनी चाहिए थी लेकिन वो व्हिप मेरे फैसले का पार्ट नहीं है। मैंने फैसले में उसे अनएथिकल करार दिया है लेकिन उस पर फैसला सुप्रीम कोर्ट ले सकता है।

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Feb 28 2024, 10:06

हिमाचल में सियासी संकटः क्या लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी बनाने जा रही सरकार?

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राज्यसभा चुनाव में हार के बाद हिमाचल की कांग्रेस सरकार संकट में है। हिमाचल के राज्यसभा चुनाव में 9 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। कांग्रेस के 6 बागी, 3 निर्दलियों ने बीजेपी उम्मीदवार को वोट दिया और इस तरह कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी चुनाव हार गए।इसके बाद आनन-फानन में बैठक का दौर कांग्रेस की तरफ से शुरू किया गया। सीएम सुक्खू ने विधायकों के साथ बैठक की। वहीं बागी विधायकों ने पार्टी के आलाकमान को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि वो पार्टी से नहीं बल्कि सीएम सुक्खू से नाराज हैं।

कांग्रेस को सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं-जयराम ठाकुर

इधर, भाजपा विधायक दल ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मुलाकात की और सदन में वित्तीय बजट के लिए मत विभाजन की मांग की। जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्यपाल से मिलकर हमने मौजूदा घटनाक्रम की जानकारी दी। इस सरकार को सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। जयराम ठाकुर ने कहा, 'पिछले कुछ समय से विधानसभा में जो घटनाक्रम चल रहा है उसकी जानकारी हमने राज्यपाल को दी है। राज्यसभा चुनाव में जो परिणाम आया, जो वर्तमान स्थिति है उसे देखें तो कांग्रेस को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। कांग्रेस हमारी वजह से नहीं, अपनी वजह से संकट में है।'

हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि विधानसभा में हमारी बात नहीं सुनी जा रही है। जब भी हम वित्तीय विधेयक के दौरान मतविभाजन की मांग करते हैं तो इसकी अनुमति नहीं दी जाती है। हमारी अनुमति के बिना सदन को स्थगित कर दिया जा रहा है।

बीजेपी बनाएगी सरकार-हर्ष महाजन

हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव जीतने वाले बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन ने कहा कि बीजेपी राज्य में अपनी सरकार बनाने जा रही है। कांग्रेस के कुछ और विधायक हमारे संपर्क में हैं। मुझे उनके कुछ विधायकों और मंत्रियों के फोन आए। अगले कुछ घंटों में स्थिति बदलने वाली है और आप देखेंगे कि बीजेपी जल्द ही अपनी सरकार बनाएगी। अगले 10-20 सालों तक कांग्रेस यहां सत्ता में नहीं आने वाली है।

विधानसभा में भाजपा-कांग्रेस का नंबरगेम

हिमाचल में विधानसभा की कुल 68 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 40 और भाजपा के पास 25 विधायक हैं। 3 निर्दलीय जीते थे। कल राज्यसभा चुनाव में 6 कांग्रेसी विधायकों ने भाजपा कैंडिडेट को वोट किया था। साथ ही निर्दलीय भी भगवा दल के साथ गए। बहुमत का आंकड़ा 35 है। अगर कांग्रेस के 6 विधायक भाजपाई हुए तो सुक्खू सरकार अल्पमत में आ जाएगी। इसके लिए फिलहाल बजट पास कराना ही अग्निपरीक्षा की तरह है। अगर डिविजन का फैसला होता है यानी बजट को पास कराने के लिए सदन पक्ष और विपक्ष के वोट में बंटता है तो सुक्खू सरकार गिर सकती है। इसकी वजह कांग्रेस के 6 बागी विधायक हैं जो फिलहाल उसकी पहुंच से बाहर और भाजपा शासित हरियाणा में बैठे बताए जा रहे हैं।

क्या कहता है नियम?

दरअसल, हिमाचल विधानसभा में अभी बजट सत्र चल रहा है। इस दौरान नो कॉन्फिडेंस मोशन यानी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता है। ऐसे में बीजेपी का फोकस बजट पास न होने देने पर है। अगर किन्हीं कारणों से बजट पास नहीं होता है तो सरकार अपने आप गिर जाती है। ऐसी स्थिति पैदा होने पर मंत्रिमंडल को इस्तीफा देना पड़ता है और सरकार गिर जाती है।

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Feb 27 2024, 18:48

क्या एक और राज्य “हाथ” से गया? हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के कई विधायकों के गायब होने की खबर

#himachal_big_breaking_nine_mla_including_6_congressmen_in_touch_with_bjp

क्या कांग्रेस के हाथ से एक और राज्य निकल जाएगा? ये सवाल हम नहीं हालात उठा रहे हैं।दरअसल हिमाचल प्रदेश की राज्यसभा की एक सीट पर हो रहे चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ सकता है। सूत्रों की मानें तो कि कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान किया है। इसी बीच बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि अगर मैं राज्यसभा चुनाव जीत गया तो हिमाचल में कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी।

ऐसे में हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ गई है। क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस के 6 विधायक इंद्रजीत लखनपाल, चैतन्य शर्मा, सुधीर शर्मा,राजेंद्र राणा, देवेंद्र सिंह भुट्टो, रवि ठाकुर और तीन निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा, के एल ठाकुर और होशियार सिंह हैं। सूत्रों के हवाले से यह खबर है कि ये 9 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं।

बताया जा रहा है कि राज्यसभा के लिए वोटिंग के बाद सीएम सुक्खू सहित अन्य कांग्रेस विधायक बजट सत्र में पहुंचे थे। यहां पर वित्त विधेयक पास होना था। लेकिन इस बीच स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही को बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। क्योंकि कांग्रेस के कई विधायक कार्यवाही में नहीं पहुंचे थे। बड़ी बात है कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सादौन सिंह बीते दो दिन से शिमला में डेरा डाले हुए थे।

कांग्रेस की आपसी कलह किसी से छिपी नहीं है। कांग्रेस के कई विधायक सीएम सुक्खू से नाराज है। वहीं हिमाचल के पूर्व सीएम और नेता विपक्ष जय राम ठाकुर ने भी कहा कि सरकार अल्पमत में हैं। उन्होंने कहा कि वित्त बिल को विधानसभा में वोटिंग के आधार पर नहीं पास किया गया। केवल वॉयस नोट के आधार पर इसे पास किया गया। इस तरह के हालात के बीच कांग्रेस में लगातार हो रही टूट के बाद इस तरह के कयाल लगने लाजमी है।

बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कुल 68 सीटें हैं। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 40, बीजेपी को 25 सीटों पर जीत मिली थी।वहीं तीन निर्दलीय उम्मीदवारों को भी कामयाबी मिली थी।राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 35 विधायकों की जरूरत होती है। राज्यसभा चुनाव की तरह की अगर कांग्रेस के ये छह विधायक आगे भी बागी रुख अपनाते हैं तो सुक्खू की सरकार संकट में आ सकती है।सूत्रों के मुताबिक अगर 6 कांग्रेस विधायकों ने पार्टी से बगावत की है तो अब कांग्रेस के पास 34 विधायक ही बचेंगे। वहीं बागी विधायकों ने बीजेपी के साथ जाने का मन बनाया तो पार्टी के विधानसभा सदस्यों की संख्या 31 हो जाएगी। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायकों का भी साथ मिला तो यह संख्या 34 पहुंच जाएगी। इससे दोनों ही दलों के पास 34-34 का आंकड़ा हो जाएगा और कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ जाएगी। बीजेपी उन कांग्रेस विधायकों को भी टारगेट पर रखे हुए हैं, जो लंबे वक्त से अपनी ही सरकार से नाराज चल रहे हैं। यहां पार्टी के कुछ विधायक टूटे तो फिर कांग्रेस की सरकार भी गिर सकती है। यही वजह है कि विधायकों के बगावत से कांग्रेस के पास सरकार बचाने की चुनौती सामने होगी।

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Feb 27 2024, 15:01

राज्यसभा चुनावः यूपी के बाद अब हिमाचल प्रदेश में 'खेला',कांग्रेस के 8- 9 विधायकों की क्रॉस वोटिंग!

#himachalrajyasabhaelectionsourcessaidcongress9mlavotinginfavorof_bjp

राज्यसभा चुनाव में यूपी से लेकर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस को बड़ा झटका लगता दिख रहा है। यूपी के बाद अब हिमाचल प्रदेश में 'खेला' हो गया है।हिमाचल प्रदेश में राज्य सभा की एक सीट के लिए मंगलवार को मतदान हुआ। इस चुनाव से पहले संख्या बल के आधार पर कांग्रेस की जीत सुनिश्चित थी। लेकिन बीजेपी ने हर्ष महाजन को मैदान में उतारकर दिलचस्प बना दिया। इसी बीच सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के 9 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। इन सभी विधायकों ने बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान किया है। हालंकि इसमें कितनी सच्चाई है इसका पता शाम को 5 बजे के बाद पता चल पाएगा।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कही ये बात

राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के मामले पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा वीरभद्र सिंह का कहना है कि जब नतीजे आएंगे तब देखेंगे। हमें उम्मीद है कि हमारा उम्मीदवार चुनाव जीतेगा। हमारे पास बहुमत है। हमें पहले से पता था कि वे (भाजपा) धनबल का इस्तेमाल करेगी। सभी 40 विधायकों से बात हो गई है। पार्टी पूरी तरह से एकजुट है। सभी कांग्रेस विधायक सरकार के साथ हैं। विपक्षी भाजपा पैसे की अंतरात्मा की बात कर रही है। क्योंकि भाजपा की कोई अंतरात्मा नहीं है पैसा ही उनकी अंतरात्मा है। अगर कोई पार्टी की सोच से हटकर वोट डालता है तो उसमें सौदेबाजी का अंदेशा होता है।

प्रतिभा सिंह के बयान से टेंशन

वहीं, प्रतिभा सिंह का बयान पार्टी के लिए टेंशन बढ़ाने वाला बयान है। उन्होंने कहा कि विधायकों की नाराजगी स्वभाविक है। विधायकों को लगता था कि सरकार कुछ कर सकती थी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हम स्थिति का सामना करेंगे। हम नैया पार लगा लेंगे, हमारे पास बहुमत है। हमें पता था कि वे (बीजेपी) धनबल का इस्तेमाल करेंगे। मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि यह कांग्रेस के लिए संकट की घड़ी है।

अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ हर्ष महाजन

बता दें कि कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी को उम्मीदवार बनाया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ हर्ष महाजन को मैदान में उतारा है। तीन बार कांग्रेस के विधायक रहे और राज्य के पूर्व मंत्री महाजन ने सितंबर 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे।

क्या है हिमाचल में समीकरण?

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 68 विधायक हैं। इन सभी ने राज्यसभा चुनाव के लिए वोट किया है।हिमाचल के 68 के 68 विधायकों ने वोट डाल दिया है। हिमाचल में कांग्रेस के 40 विधायक हैं। वहीं बीजेपी के 25 विधायक हैं। वहीं नालागढ़ से कृष्ण लाल ठाकुर, देहरा से होशियार सिंह और हमीरपुर से आशीष शर्मा निर्दलीय विधायक हैं। राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 35 विधायकों की जरूरत होती है। ऐसे में अआगर क्रॉस वोटिंग नहीं होती है, तो कांग्रेस आसानी से जीत दर्ज कर सकती है।

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Feb 27 2024, 10:01

राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान जारी, सपा को सता रहा क्रॉस वोटिंग का डर

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लोकसभा चुनाव से पहले राज्यसभा चुनाव को लेकर आज बड़ा चुनावी दंगल है। तीन राज्यों की 15 राज्यसभा सीटों पर आज यानी मंगलवार को मतदान शुरू हो गया है। इनमें उत्तर प्रदेश की 10 सीट, हिमाचल प्रदेश की एक सीट और कर्नाटक की चार राज्यसभा सीटों के लिए मतदान चल रहा है।देश के 15 राज्यों में राज्यसभा की सीटें खाली हो रही हैं। इस चुनाव में 56 राज्यसभा सीटों पर नए सदस्य मिलने थे, जिनमें से 41 पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं। ऐसे में बाकी बची 15 सीटों पर मंगलवार सुबह 9 बजे से वोटिंग जारी है, जो शाम 4 बजे तक चलेगी। इसके बाद शाम 5 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी और इसके कुछ ही देर बार नतीजे सामने आ जाएंगे।

बता दें कि उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों के लिए मतदान चल रहा है। उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीट पर 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। बीजेपी ने 8 और सपा ने 3 उम्मीदवार उतारे हैं। सपा से जया बच्चन रामजीलाल सुमन और आलोक रंजन उम्मीदवार हैं. वहीं, बीजेपी की तरफ से आरपीएन सिंह, चौधरी तेजवीर सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत, सुधांशु त्रिवेदी, साधना सिंह, नवीन जैन और संजय सेठ मैदान में हैं। यूपी में राज्यसभा के लिए मुकाबला काफी रोचक बन गया है। हालांकि, बीजेपी 8वें उम्मीदवर की जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नजर आ रही है। वहीं, सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के 10, कांग्रेस और बसपा के 1-1 विधायक के क्रॉस वोटिंग करने की संभावना है।

राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की अटकलों के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने सभी विधायकों की बैठक बुलाई है। उन्होंने बीजेपी पर प्रहार करते हुए कहा, ‘हमें उम्मीद है कि समाजवादी पार्टी के तीनों प्रत्याशी जीतेंगे। जो दूसरों के लिए काटा बोते हैं या गड्ढे खोदते हैं वे खुद ही उसमें गिरते हैं। भाजपा चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है। जिन्हें कुछ लाभ मिलना होगा वे चले(भाजपा की तरफ) जाएंगे।’

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Jul 25 2024, 13:39

क्या जाएगी कंगना रनौत की सांसदी? याचिका पर हाईकोर्ट ने जारी किया नोटिस

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बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत को हाईकोर्ट ने नोटिस जारी किया है। दरअसल, कंगना की सांसदी के खिलाफ हिमाचल हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिसके बाद हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ नोटिस जारी किया है।हाई कोर्ट ने कंगना से 21 अगस्त तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है।

हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में किन्नौर के एक निवासी द्वारा याचिका दायर की गई है। इस याचिका पर हाईकोर्ट ने मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद कंगना रनौत को नोटिस जारी किया है। याचिका में मंडी से सांसद कंगना के निर्वाचन को रद्द करने का अनुरोध करते हुए दलील दी गई है। याचिकाकर्ता का आरोप है कि इस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए उसके नामांकन पत्र को कथित रूप से गलत तरीके से खारिज कर दिया गया था। नोटिस जारी करते हुए न्यायमूर्ति ज्योत्सना रेवाल ने रनौत को 21 अगस्त तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।

याचिकाकर्ता लायक राम नेगी ने कंगना के खिलाफ याचिका दायर की है। इसमें उसने कोर्ट से कंगना के चुनाव को रद्द करने की मांग की है। नायक फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के पूर्व कर्मचारी हैं। उन्होंने समय से पहले वीआरएस मिल गई थी। नेगी का कहना है कि वह चुनाव लड़ना चाहता था लेकिन उसके नामांकन पत्र को मंडी के चुनाव अधिकारी ने गलत तरीके से खारिज कर दिया गया था। नेगी की दलील है कि अगर उनका नामांकन पत्र स्वीकार कर लिया जाता तो वो जीत जाते। याचिका में लायक राम नेगी ने कोर्ट से अपील की है कि कंगना के चुनाव को रद्द कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने मंडी सीट पर दोबारा चुनाव कराने की मांग की है।

कंगना ने लोकसभा चुनाव में हिमाचल के मंडी से जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को 74,755 वोट से हराया था। तीसरे नंबर पर बहुजन समाजवादी पार्टी के डॉ प्रकाश चंद्र भारद्वाज रहे थे। भारद्वाज को 4393 वोट मिले थे।

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Jun 06 2024, 13:51

जल संकट पर दिल्लीवासियों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा सरकार को दिया निर्देश

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सुप्रीम कोर्ट दिल्ली में जल संकट से जूझ रहे लोगों को बड़ी राहत दी है।दिल्ली में पीने के पानी के बढ़ते संकट को लेकर अतिरिक्त पानी की मांग वाली दिल्ली सरकार की याचिका पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई है। इस दौरान दिल्ली सरकार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। शीर्ष अदालत ने दिल्ली को अतिरिक्त पानी देने का निर्देश दिया है।कोर्ट ने हिमाचल प्रदेश को 137 क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़ने का निर्देश दिया। कोर्ट ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की ओर से छोड़े गए अतिरिक्त जल के प्रवाह को हरियाणा सुगम बनाए। कोर्ट ने दिल्ली से कहा कि आप किसी भी तरह से पानी की बर्बादी नहीं होना चाहिए।

इस मालमे पर जस्टिस प्रशांत मिश्रा और जस्टिस के वी विश्वनाथन की अवकाशकालीन पीठ सुनवाई कर रही है।सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल प्रदेश सरकार को 137 क्यूसेक पानी रिलीज करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही साथ कहा है कि हरियाणा दिल्ली को पानी रिलीज करने की सुविधा देगा। हिमाचल सरकार शुक्रवार को पानी रिलीज करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को कल 137 क्यूसेक पानी हिमाचल को जारी करने का आदेश देते है।

कोर्ट ने कहा कि हरियाणा सरकार पानी के प्रवाह को जो हिमाचल से मिल रहा है उसे बिना किसी रोक टोक के दिल्ली के वजीराबाद तक आने दे, ताकि दिल्ली के लोगों को पीने का पानी मिल सके। सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार से यह भी कहा है कि वह अपने क्षेत्र में पड़ने वाली नहर से पानी दिल्ली तक पहुंचने में सहयोग करे। मामले की अगली सुनवाई सोमवार को होगी। अदालत ने सभी पक्षों से स्टेटस रिपोर्ट दायर करने को कहा है।

दरअसल, दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि हरियाणा सरकार उनके हिस्से का पानी नहीं छोड़ रहा है। याचिका में मांग की गईृ है कि हरियाणा हिमाचल प्रदेश के उपलब्ध कराए गए पानी को छोड़े।हाल ही में जल मंत्री आतिशी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर एक महीने के लिए दिल्ली को अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।

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Apr 19 2024, 11:50

*पहली बार मोबाइल नेटवर्क से जुड़ा देश के ये इलाका, पीएम मोदी ने ग्रामीणों से फोन पर की बात*
#himachal_telecom_connectivity_reaches_indias_first_village आज मोबाइल हमारी जिंदगी की अहम हिस्सा है। लोग बाहर निकलने से पहले कुछ भी भूल जाएं, पर अपना मोबाइल फोन नहीं भूल सकते। दरअसल, ये छोटा सा गैजेट आपके बड़े बड़े काम कर सकता है। आज तो लोगों के लिए मोबाइल ही पर्स से लेकर बैंक अकाउंट भी है। आप चाहे दस रूपये का सामना खरीदें या 10 हजार का इसी मोबाइल से पेमेंट हो रहा है। हालांकि, तकनीक के इस दौर में भी हमारे देश के कई इलाके ऐसे हैं जहां इसकी पहुंच नहीं है। हालांकि, धीरे-धीरे सरकार उन तक हर सुख सुविधा पहुंचा रही है। ऐसा ही एक गांव हिमाचल प्रदेश के स्पीति का ग्यू है। यह गांव पहली बार मोबाइल नेटवर्क से जुड़ा है। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्यू गांव के के निवासियों से फोन पर बात की। केंद्र की मोदी सरकार ने देश की सीमा पर बसे आखिरी गांव में नेटवर्क कनेक्टिविटी स्थापित कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इंडो-चाइना बॉर्डर के पास बसे हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति के कौरिक और ग्यू गांव में मोबाइल नेटवर्क स्थापित किया गया है। अहम बात है कि यह गांव चीन की सीमा के पास है, जो समुद्र तल से 14,931 फीट ऊंचाई पर स्थित है। इतनी ऊंचाई पर बसे इन गांव में मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी पहुंचने के बाद यहां के स्थानीय लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को खुद फोन पर संपर्क किया और उनसे बातचीत की। इसका वीडियो भी सामने आया है। पीएम मोदी ने ग्यू गांव के लोगों से लोगों के साथ फोन पर 13 मिनट से अधिक बातचीत की है। पीएम मोदी ने ग्यू गांव के लोगों से फोन पर बातचीत में दिवाली के दौरान सीमावर्ती क्षेत्र की अपनी यात्रा के बारे में बात की है। पीएम मोदी ने कहा, "मैं यहां दीवाली पर भी आया था। आज लाहौल-स्पीति के दूर-सुदूर ग्यू गांव में पहली बार मोबाइल नेटवर्क पहुंचा है। इस गांव की भौगोलिक परिस्थितियां इतनी कठिन रही है कि यहां पर मोबाइल नेटवर्क पहुंचाना सबसे बड़ी चुनौती थी। इसका पता मुझे उस वक्त लगा था, जब मैं यहां आया था। तब, मैंने वहां के लोगों से कहा था कि मोबाइल नेटवर्क की कनेक्टिविटी के लिए जरूर कुछ ना कुछ करूंगा। वैसे वहां के कई लोग अपने परिवार वालों से दूर रहते हैं और उनको अपने परिवार से बात करने का मन करता होगा। उन्होंने कहा कि गांव को मोबाइल नेटवर्क से जोड़ने से डिजिटल इंडिया अभियान को गति मिलेगी। पीएम मोदी ने लोगों से कहा कि विद्युतीकरण के अभियान में सफलता मिलने के बाद अब सरकार सभी स्थानों को संचार प्रौद्योगिकी से जोड़ने पर प्राथमिकता से काम कर रही है। ग्यू गांव के मोबाइल नेटवर्क से जुड़ने के बाद ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पीएम मोदी से बात करते हुए एक ग्रामीण ने उन्हें बताया विश्वास नहीं था कि उनका क्षेत्र मोबाइल नेटवर्क से जुड़ जाएगा। ग्रामीणों ने कहा कि पहले उन्हें अपने मोबाइल फोन का उपयोग करने के लिए करीब आठ किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी।

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Mar 26 2024, 13:24

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के 6 बागियों की लगी “लॉटरी”, भाजपा ने विधानसभा उपचुनाव के लिए दिया टिकट

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भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने हिमाचल प्रदेश की छह विधानसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव के साथ होने वाले उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषित कर दी है। भाजपा ने कांग्रेस के सभी बागियों को टिकट दिए हैं।

पिछले दिनों इन 6 विधायकों ने कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था। अब बीजेपी ने इन 6 चेहरों को मैदान में उतार दिया है। बीजेपी ने धर्मशाला सुधीर शर्मा, लाहौल-स्पीति से रवि ठाकुर, सुजानपुर से राजिंदर राणा, बड़सर से इंद्र दत्त लखनपाल, गगरेट से चैतन्य शर्मा और कुटलैहड़ से देविंदर कुमार भुट्टों को मैदान पर उतारा है।

बता दें कि हिमाचल प्रदेश की एक राज्यसभा सीट पर 27 फरवरी को चुनाव हुआ था। कांग्रेस के छह बागी विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में वोट किया था। जिसके बाद हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने गुरुवार (29 फरवरी) को बागी विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी थी। जिसके बाद चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की घोषणा करते, देश की 26 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराए जाने की भी घोषणा की थी। इनमें हिमाचल प्रदेश की 6 विधानसभा सीटें शामिल हैं। इसके तहत बागी विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने हैं।

हिमाचल में उपचुनाव का पूरा शेड्यूल

• अधिसूचना जारी करने की तारीख- 07-05-2024 (मंगलवार)

• नाम निर्देशन करने की आखिरी तारीख- 14-05-2024 (मंगलवार)

• नाम निर्देशनों की संवीक्षा की तारीख- 15-05-2024 (बुधवार)

• अभ्यर्थिताएं वापस लेने की आखिरी तारीख- 17-05-2024 (शुक्रवार)

• मतदान की तारीख- 01-06-2024 (शनिवार)

• मतगणना की तारीख- 04-06-2024 (मंगलवार)

• निर्वाचन सम्पन्नता की तारीख- 06-06-2024 (वीरवार)

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Mar 01 2024, 16:14

प्रतिभा सिंह के बयान ने बढ़ायी हिमाचल की हलचल, बीजेपी को लेकर कही बड़ी बात, बागी विधायकों का भी किया समर्थन

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हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल मची हुई है। यहां राज्यसभा चुनाव की एक सीट पर कांग्रेस को मिली शिकस्त के बाद कांग्रेस का अंदरूनी कलह बाहर आ गया है। हालांकि, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दावा किया है कि उनकी सरकार सुरक्षित है और पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।इस बीच पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बयान के बाद लग रहा है कि कांग्रेस सरकार पर छाए संकट के बादल अभी छटे नहीं हैं। दरअसल, प्रतिभा सिंह ने न्यूज एजेंसी एएनआई के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में अभी बहुत कुछ किया जना बाकी है। यह सच है कि भाजपा का कामकाज हमसे बेहतर है। वहीं उन्होंने बागी विधायकों का समर्थन करते हुए कहा कि वे स्पीकर के फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएंगे।

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में प्रतिभा ने कहा, आप संगठन को मजबूत करेंगे तभी हम आने वाले चुनाव का सामना कर सकते हैं। हमें अभी पार्टी को संगठित करने की जरूरत है। आज हम चुनाव का सामना करेंगे, मैं यह कह सकती हूं कि यह कठिन समय है। लेकिन चुनाव तो चुनाव है, उसका सामना करना है।

संगठन के स्तर पर बीजेपी तैयार है या कांग्रेस? इस सवाल पर प्रतिभा सिंह ने कहा कि कांग्रेस में अभी हमें बहुत कुछ करने की जरूरत है। सांसद होने के नाते अपने क्षेत्र का दौरा किया, लोगों से मिली और जानने का प्रयास किया। हमारे पास सांसद निधि आती है और हर हल्के में बंटवारा करना था। कभी भी एमसीसी लगेगा तो पैसा लैप्स हो जाएगा। मैंने इस पर सभी से बात की। बीजेपी की वर्किंग हमसे अच्छी है।

'क्या भाजपा उन्हें मंडी से चुनाव लड़ाना चाहती है' सवाल के जवाब में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि हमने ऐसा कभी नहीं सोचा, हम भाजपा के संपर्क में भी नहीं हैं। भगवान जानें, आगे क्या स्थिति बनती है। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व किसे टिकट देना चाहता है, इसपर भी अब विचार होगा। उनके आदेश के मुताबिक हम क्या कदम उठाएंगे उसपर हम आगे बढ़ेंगे। प्रतिभा सिंह ने कहा है कि मेरा भाजपा में जाने का कोई विचार नहीं है मैं कांग्रेस की सिपाही हूं और पार्टी की मजबूती के लिए काम कर रही हूं।

हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले छह बागी विधायकों का समर्थन करते हुए कहा कि विधायकों का नाराज होना स्वाभाविक है। प्रतिभा सिंह ने एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि हो भी क्यों नहीं, जब एक वर्ष से अधिक समय हो गया है और आपने कोई संज्ञान नहीं लिया या उनकी बात नहीं सुनी, तो उनका परेशान होना स्वाभाविक है। क्या आपने उन्हें बैठाया, उनसे बात की और कोई समाधान निकाला, यह स्थिति ऐसी ही नहीं हुई होगी।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा है कि पार्टी के बागी विधायक कड़ी सुरक्षा में है, ऐसे में उनसे संपर्क कैसे किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अपने निष्कासन को बचाने के लिए विधायक जरूर कोर्ट जाएंगे। हर व्यक्ति अपने बचाव के लिए कुछ प्रयास करता है।

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Feb 29 2024, 11:51

हिमाचल में कांग्रेस के छह बागी विधायक अयोग्य घोषित, स्पीकर ने की बड़ी कार्रवाई, राज्यसभा चुनाव में की थी क्रॉस वोटिंग

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हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के पास बहुमत होने के बावजूद राज्यसभा की सीट भाजपा की झोली में जाने से सियासी घमासान मचा है।राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के छह विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग के बाद सियासी संकट के हालात पैदा हो गए हैं। इस बीच इन 6 विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने अयोग्य घोषित कर दिया है। इनकी सदस्यता रद्द कर दी गई है।

अपना फैसला सुनाते हुए विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि हमने दोनों पक्षों को ध्यान से सुना। हमने पाया कि बागी विधायकों ने व्हिप का उल्लंघन किया है। इसलिए उन्हें विधानसभा से अयोग्य घोषित किया जाता है। कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने वाले छह विधायकों ने दलबदल विरोधी कानून के प्रावधानों का उल्लंघन किया। इसलिए इन विधायकों की सदस्यका तत्काल प्रभाव से रद्द की जाती है। स्पीकर ने कहा कि दलबदल विरोधी कानून के तहत 6 विधायकों के खिलाफ मुझे याचिका मिली थी। मैंने अपने 30 पेज के आदेश में काफी विस्तार से इसकी जानकारी दी है। मैंने उन 6 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है, अब वे हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य नहीं है।

स्पीकर ने कहा कि सुधीर शर्मा, चैतन्य शर्मा, राजेन्द्र राणा, लखनपाल, रवि ठाकुर और देवेन्द्र बुट्टो की सदस्यता रद्द कर दी गई है। स्पीकर ने कहा कि आया राम गया राम की राजनीति नहीं होनी चाहिए। राज्यसभा चुनाव का व्हिप इस फैसले का पार्ट नहीं है। बजट सत्र के व्हिप के आधार पर फैसला लिया गया है। राज्यसभा चुनाव व्हिप के मुताबिक क्रॉस वोटिंग नहीं होनी चाहिए थी लेकिन वो व्हिप मेरे फैसले का पार्ट नहीं है। मैंने फैसले में उसे अनएथिकल करार दिया है लेकिन उस पर फैसला सुप्रीम कोर्ट ले सकता है।

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Feb 28 2024, 10:06

हिमाचल में सियासी संकटः क्या लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी बनाने जा रही सरकार?

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राज्यसभा चुनाव में हार के बाद हिमाचल की कांग्रेस सरकार संकट में है। हिमाचल के राज्यसभा चुनाव में 9 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। कांग्रेस के 6 बागी, 3 निर्दलियों ने बीजेपी उम्मीदवार को वोट दिया और इस तरह कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी चुनाव हार गए।इसके बाद आनन-फानन में बैठक का दौर कांग्रेस की तरफ से शुरू किया गया। सीएम सुक्खू ने विधायकों के साथ बैठक की। वहीं बागी विधायकों ने पार्टी के आलाकमान को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि वो पार्टी से नहीं बल्कि सीएम सुक्खू से नाराज हैं।

कांग्रेस को सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं-जयराम ठाकुर

इधर, भाजपा विधायक दल ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मुलाकात की और सदन में वित्तीय बजट के लिए मत विभाजन की मांग की। जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्यपाल से मिलकर हमने मौजूदा घटनाक्रम की जानकारी दी। इस सरकार को सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। जयराम ठाकुर ने कहा, 'पिछले कुछ समय से विधानसभा में जो घटनाक्रम चल रहा है उसकी जानकारी हमने राज्यपाल को दी है। राज्यसभा चुनाव में जो परिणाम आया, जो वर्तमान स्थिति है उसे देखें तो कांग्रेस को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। कांग्रेस हमारी वजह से नहीं, अपनी वजह से संकट में है।'

हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि विधानसभा में हमारी बात नहीं सुनी जा रही है। जब भी हम वित्तीय विधेयक के दौरान मतविभाजन की मांग करते हैं तो इसकी अनुमति नहीं दी जाती है। हमारी अनुमति के बिना सदन को स्थगित कर दिया जा रहा है।

बीजेपी बनाएगी सरकार-हर्ष महाजन

हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव जीतने वाले बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन ने कहा कि बीजेपी राज्य में अपनी सरकार बनाने जा रही है। कांग्रेस के कुछ और विधायक हमारे संपर्क में हैं। मुझे उनके कुछ विधायकों और मंत्रियों के फोन आए। अगले कुछ घंटों में स्थिति बदलने वाली है और आप देखेंगे कि बीजेपी जल्द ही अपनी सरकार बनाएगी। अगले 10-20 सालों तक कांग्रेस यहां सत्ता में नहीं आने वाली है।

विधानसभा में भाजपा-कांग्रेस का नंबरगेम

हिमाचल में विधानसभा की कुल 68 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 40 और भाजपा के पास 25 विधायक हैं। 3 निर्दलीय जीते थे। कल राज्यसभा चुनाव में 6 कांग्रेसी विधायकों ने भाजपा कैंडिडेट को वोट किया था। साथ ही निर्दलीय भी भगवा दल के साथ गए। बहुमत का आंकड़ा 35 है। अगर कांग्रेस के 6 विधायक भाजपाई हुए तो सुक्खू सरकार अल्पमत में आ जाएगी। इसके लिए फिलहाल बजट पास कराना ही अग्निपरीक्षा की तरह है। अगर डिविजन का फैसला होता है यानी बजट को पास कराने के लिए सदन पक्ष और विपक्ष के वोट में बंटता है तो सुक्खू सरकार गिर सकती है। इसकी वजह कांग्रेस के 6 बागी विधायक हैं जो फिलहाल उसकी पहुंच से बाहर और भाजपा शासित हरियाणा में बैठे बताए जा रहे हैं।

क्या कहता है नियम?

दरअसल, हिमाचल विधानसभा में अभी बजट सत्र चल रहा है। इस दौरान नो कॉन्फिडेंस मोशन यानी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता है। ऐसे में बीजेपी का फोकस बजट पास न होने देने पर है। अगर किन्हीं कारणों से बजट पास नहीं होता है तो सरकार अपने आप गिर जाती है। ऐसी स्थिति पैदा होने पर मंत्रिमंडल को इस्तीफा देना पड़ता है और सरकार गिर जाती है।

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Feb 27 2024, 18:48

क्या एक और राज्य “हाथ” से गया? हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के कई विधायकों के गायब होने की खबर

#himachal_big_breaking_nine_mla_including_6_congressmen_in_touch_with_bjp

क्या कांग्रेस के हाथ से एक और राज्य निकल जाएगा? ये सवाल हम नहीं हालात उठा रहे हैं।दरअसल हिमाचल प्रदेश की राज्यसभा की एक सीट पर हो रहे चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ सकता है। सूत्रों की मानें तो कि कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान किया है। इसी बीच बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि अगर मैं राज्यसभा चुनाव जीत गया तो हिमाचल में कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी।

ऐसे में हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ गई है। क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस के 6 विधायक इंद्रजीत लखनपाल, चैतन्य शर्मा, सुधीर शर्मा,राजेंद्र राणा, देवेंद्र सिंह भुट्टो, रवि ठाकुर और तीन निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा, के एल ठाकुर और होशियार सिंह हैं। सूत्रों के हवाले से यह खबर है कि ये 9 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं।

बताया जा रहा है कि राज्यसभा के लिए वोटिंग के बाद सीएम सुक्खू सहित अन्य कांग्रेस विधायक बजट सत्र में पहुंचे थे। यहां पर वित्त विधेयक पास होना था। लेकिन इस बीच स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही को बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। क्योंकि कांग्रेस के कई विधायक कार्यवाही में नहीं पहुंचे थे। बड़ी बात है कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सादौन सिंह बीते दो दिन से शिमला में डेरा डाले हुए थे।

कांग्रेस की आपसी कलह किसी से छिपी नहीं है। कांग्रेस के कई विधायक सीएम सुक्खू से नाराज है। वहीं हिमाचल के पूर्व सीएम और नेता विपक्ष जय राम ठाकुर ने भी कहा कि सरकार अल्पमत में हैं। उन्होंने कहा कि वित्त बिल को विधानसभा में वोटिंग के आधार पर नहीं पास किया गया। केवल वॉयस नोट के आधार पर इसे पास किया गया। इस तरह के हालात के बीच कांग्रेस में लगातार हो रही टूट के बाद इस तरह के कयाल लगने लाजमी है।

बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कुल 68 सीटें हैं। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 40, बीजेपी को 25 सीटों पर जीत मिली थी।वहीं तीन निर्दलीय उम्मीदवारों को भी कामयाबी मिली थी।राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 35 विधायकों की जरूरत होती है। राज्यसभा चुनाव की तरह की अगर कांग्रेस के ये छह विधायक आगे भी बागी रुख अपनाते हैं तो सुक्खू की सरकार संकट में आ सकती है।सूत्रों के मुताबिक अगर 6 कांग्रेस विधायकों ने पार्टी से बगावत की है तो अब कांग्रेस के पास 34 विधायक ही बचेंगे। वहीं बागी विधायकों ने बीजेपी के साथ जाने का मन बनाया तो पार्टी के विधानसभा सदस्यों की संख्या 31 हो जाएगी। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायकों का भी साथ मिला तो यह संख्या 34 पहुंच जाएगी। इससे दोनों ही दलों के पास 34-34 का आंकड़ा हो जाएगा और कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ जाएगी। बीजेपी उन कांग्रेस विधायकों को भी टारगेट पर रखे हुए हैं, जो लंबे वक्त से अपनी ही सरकार से नाराज चल रहे हैं। यहां पार्टी के कुछ विधायक टूटे तो फिर कांग्रेस की सरकार भी गिर सकती है। यही वजह है कि विधायकों के बगावत से कांग्रेस के पास सरकार बचाने की चुनौती सामने होगी।

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Feb 27 2024, 15:01

राज्यसभा चुनावः यूपी के बाद अब हिमाचल प्रदेश में 'खेला',कांग्रेस के 8- 9 विधायकों की क्रॉस वोटिंग!

#himachalrajyasabhaelectionsourcessaidcongress9mlavotinginfavorof_bjp

राज्यसभा चुनाव में यूपी से लेकर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस को बड़ा झटका लगता दिख रहा है। यूपी के बाद अब हिमाचल प्रदेश में 'खेला' हो गया है।हिमाचल प्रदेश में राज्य सभा की एक सीट के लिए मंगलवार को मतदान हुआ। इस चुनाव से पहले संख्या बल के आधार पर कांग्रेस की जीत सुनिश्चित थी। लेकिन बीजेपी ने हर्ष महाजन को मैदान में उतारकर दिलचस्प बना दिया। इसी बीच सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के 9 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। इन सभी विधायकों ने बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान किया है। हालंकि इसमें कितनी सच्चाई है इसका पता शाम को 5 बजे के बाद पता चल पाएगा।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कही ये बात

राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के मामले पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा वीरभद्र सिंह का कहना है कि जब नतीजे आएंगे तब देखेंगे। हमें उम्मीद है कि हमारा उम्मीदवार चुनाव जीतेगा। हमारे पास बहुमत है। हमें पहले से पता था कि वे (भाजपा) धनबल का इस्तेमाल करेगी। सभी 40 विधायकों से बात हो गई है। पार्टी पूरी तरह से एकजुट है। सभी कांग्रेस विधायक सरकार के साथ हैं। विपक्षी भाजपा पैसे की अंतरात्मा की बात कर रही है। क्योंकि भाजपा की कोई अंतरात्मा नहीं है पैसा ही उनकी अंतरात्मा है। अगर कोई पार्टी की सोच से हटकर वोट डालता है तो उसमें सौदेबाजी का अंदेशा होता है।

प्रतिभा सिंह के बयान से टेंशन

वहीं, प्रतिभा सिंह का बयान पार्टी के लिए टेंशन बढ़ाने वाला बयान है। उन्होंने कहा कि विधायकों की नाराजगी स्वभाविक है। विधायकों को लगता था कि सरकार कुछ कर सकती थी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हम स्थिति का सामना करेंगे। हम नैया पार लगा लेंगे, हमारे पास बहुमत है। हमें पता था कि वे (बीजेपी) धनबल का इस्तेमाल करेंगे। मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि यह कांग्रेस के लिए संकट की घड़ी है।

अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ हर्ष महाजन

बता दें कि कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी को उम्मीदवार बनाया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ हर्ष महाजन को मैदान में उतारा है। तीन बार कांग्रेस के विधायक रहे और राज्य के पूर्व मंत्री महाजन ने सितंबर 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे।

क्या है हिमाचल में समीकरण?

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 68 विधायक हैं। इन सभी ने राज्यसभा चुनाव के लिए वोट किया है।हिमाचल के 68 के 68 विधायकों ने वोट डाल दिया है। हिमाचल में कांग्रेस के 40 विधायक हैं। वहीं बीजेपी के 25 विधायक हैं। वहीं नालागढ़ से कृष्ण लाल ठाकुर, देहरा से होशियार सिंह और हमीरपुर से आशीष शर्मा निर्दलीय विधायक हैं। राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 35 विधायकों की जरूरत होती है। ऐसे में अआगर क्रॉस वोटिंग नहीं होती है, तो कांग्रेस आसानी से जीत दर्ज कर सकती है।

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Feb 27 2024, 10:01

राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान जारी, सपा को सता रहा क्रॉस वोटिंग का डर

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लोकसभा चुनाव से पहले राज्यसभा चुनाव को लेकर आज बड़ा चुनावी दंगल है। तीन राज्यों की 15 राज्यसभा सीटों पर आज यानी मंगलवार को मतदान शुरू हो गया है। इनमें उत्तर प्रदेश की 10 सीट, हिमाचल प्रदेश की एक सीट और कर्नाटक की चार राज्यसभा सीटों के लिए मतदान चल रहा है।देश के 15 राज्यों में राज्यसभा की सीटें खाली हो रही हैं। इस चुनाव में 56 राज्यसभा सीटों पर नए सदस्य मिलने थे, जिनमें से 41 पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं। ऐसे में बाकी बची 15 सीटों पर मंगलवार सुबह 9 बजे से वोटिंग जारी है, जो शाम 4 बजे तक चलेगी। इसके बाद शाम 5 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी और इसके कुछ ही देर बार नतीजे सामने आ जाएंगे।

बता दें कि उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों के लिए मतदान चल रहा है। उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीट पर 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। बीजेपी ने 8 और सपा ने 3 उम्मीदवार उतारे हैं। सपा से जया बच्चन रामजीलाल सुमन और आलोक रंजन उम्मीदवार हैं. वहीं, बीजेपी की तरफ से आरपीएन सिंह, चौधरी तेजवीर सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत, सुधांशु त्रिवेदी, साधना सिंह, नवीन जैन और संजय सेठ मैदान में हैं। यूपी में राज्यसभा के लिए मुकाबला काफी रोचक बन गया है। हालांकि, बीजेपी 8वें उम्मीदवर की जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नजर आ रही है। वहीं, सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के 10, कांग्रेस और बसपा के 1-1 विधायक के क्रॉस वोटिंग करने की संभावना है।

राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की अटकलों के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने सभी विधायकों की बैठक बुलाई है। उन्होंने बीजेपी पर प्रहार करते हुए कहा, ‘हमें उम्मीद है कि समाजवादी पार्टी के तीनों प्रत्याशी जीतेंगे। जो दूसरों के लिए काटा बोते हैं या गड्ढे खोदते हैं वे खुद ही उसमें गिरते हैं। भाजपा चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है। जिन्हें कुछ लाभ मिलना होगा वे चले(भाजपा की तरफ) जाएंगे।’