తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Sep 07 2024, 11:06

రుణమాఫీ కాలేదంటూ పురుగుల మందు డబ్బాలతో రైతుల ఆందోళన

కాంగ్రెస్‌(Congress) ప్రభుత్వ పాలనలో అన్ని వర్గాల ప్రజలు రోడ్ల మీదకు వస్తున్నారు. ఎన్నికల్లో ఇచ్చిన హామీ మేరకు ఎలాంటి షరతులు లేకుండా రైతులందరికీ రూ.2 లక్షల రుణమాఫీ( Loan waiver) చేయాలని రాష్ట్ర వ్యాప్తంగా ఆందోళనలు కొనసాగుతున్నాయి.

కాంగ్రెస్‌(Congress) ప్రభుత్వ పాలనలో అన్ని వర్గాల ప్రజలు రోడ్ల మీదకు వస్తున్నారు. ఎన్నికల్లో ఇచ్చిన హామీ మేరకు ఎలాంటి షరతులు లేకుండా రైతులందరికీ రూ.2 లక్షల రుణమాఫీ( Loan waiver) చేయాలని రాష్ట్ర వ్యాప్తంగా ఆందోళనలు కొనసాగుతున్నాయి. సీఎం రేవంత్‌ రెడ్డి ఇచ్చిన హామీని నిలుపుకోవాలని, రైతులందరికీ రుణాలు మాఫీ చేయాలని డిమాండ్‌ చేస్తున్నారు. ఎన్నికలకు ముందు రుణమాఫీ చేస్తామని దేవుడి మీద ఒట్టేసి మరీ చెప్పిన రేవంత్‌రెడ్డి.. ఇప్పుడు కొర్రీలు విధించడంపై రైతులు ఆగ్రహం వ్యక్తం చేస్తున్నారు.

కాంగ్రెస్‌ ప్రభుత్వం రుణమాఫీ విషయంలో చేసిన మోసాన్ని ఎండగడుతూ ఊరూరా సీఎం రేవంత్‌రెడ్డి దిష్టిబొమ్మలను దహనం చేస్తూ కాంగ్రెస్‌ పార్టీకి వ్యతిరేకంగా నినాదాలు చేస్తున్నారు. తాజాగా రుణమాఫీ కాలేదని ఆరోపిస్తూ వరంగల్ కెనరా బ్యాంకు ఎదుట రైతులు పురుగుల మందు డబ్బాలతో ఆందోళన చేపట్టారు.బ్యాంకులు, అధికారుల చుట్టూ తిరిగినా ఫలితం లేదని మండిపడ్డారు. ఇప్పటికైనా ప్రభుత్వం స్పందించి వెంటనే రుణమాఫీ చేయాలని డిమాండ్‌ చేశారు. లేదంటే ఉద్యమాన్ని ఉధృతం చేస్తామని హెచ్చరించారు.

రుణమాఫీ కాలేదంటూ పురుగుల మందు డబ్బాలతో వరంగల్ కెనరా బ్యాంకు ఎదుట రైతుల ఆందోళన

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Sep 07 2024, 10:26

कांग्रेस ने जारी की 31 उम्मीदवारों की सूची, लिस्ट में 3 मुस्लिम चेहरे, नूंह दंगे के आरोपी मामन खान को भी टिकट

#haryanacongresscandidateslistforassemblyelection

हरियाणा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने लिस्ट जारी कर दी है। कांग्रेस की लिस्ट में कुल 31 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। लिस्ट में विनेश फोगाट को भी मौका मिला है। जुलाना से विनेश फोगाट भी चुनाव लड़ेंगी। तो वहीं लिस्ट में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का भी नाम शामिल है। कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में लगभग सभी सिटिंग विधायकों को मैदान में उतार दिया है। मुसलमानों के हिस्सेदारी की बात करें तो पहली लिस्ट में सिर्फ तीन मुस्लिम चेहरों को जगह मिली है।

पहली सूची पर मुहर कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन सोनिया गांधी की मौजूदगी में सीईसी की बैठक में लगी। इसमें भूपेंद्र सिंह हुड्डा को एक बार फिर से पार्टी ने गढ़ी सांपला किलोई सीट से टिकट दिया है। इसके अलावा पार्टी ने पूर्व मंत्री गीता भुक्कल को झज्जर (सुरक्षित) सीट से उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने पूर्व वित्त मंत्री और लालू प्रसाद यादव के दामान चिरंजीव राव को रेवाड़ी से फिर उतारा है। इसके पार्टी ने नूंह सीट पर आफताब अहमद को टिकट दिया है।

नारायणगढ़ से कांग्रेस ने शैली चौधरी

अन्य बड़े चेहरों में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान होडल (सुरक्षित) सीट से लड़ेंगे। कांग्रेस पार्टी ने एनआईटी फरीदाबाद सीट से नीरज शर्मा को टिकट दिया है। पार्टी ने डबवाली सीट से अमित सिहाग को उतारा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की सीट रह चुकी नारायणगढ़ से कांग्रेस ने शैली चौधरी को टिकट दिया है।

सीएम सैनी के सामने मेवा सिंह

कांग्रेस ने अपनी सूची में घोषित 32 (31+1)कैंडिडेट में लाडवा सीट मौजूदा विधायक मेवा सिंह की टिकट बरकरार रखी है। 2019 में मेवा सिंह ने बीजेपी के सिटिंग विधायक डॉ. पवन सैनी को शिकस्त दी थी। इस बार लाडवा से हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद चुनाव लड़ रहे हैं। उप चुनाव में सीएम सैनी करनाल से जीते थे, लेकिन वह अब लाडवा से बीजेपी कैंडिडेट हैं।

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Sep 06 2024, 18:54

विनेश और बजरंग पुनिया कांग्रेस के लिए इतने जरूरी क्यों हुए, क्या हरियाणा विधानसभा तुनाव में मिलेगा लाभ?

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पहलवान विनेश फोगाट कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। विनेश के साथ पहलवान बजरंग पूनिया ने भी “सियासी दंगल” में प्रवेश कर लिया। ओलंपिक में पदक से चूकने के बाद ही विनेश ने खेल से संन्यास की घोषणा कर दी थी। इसके बाद ही उनके और ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया के राजनीतिक दंगल में उतरने की अटकलें शुरू हो गई थीं। आज कांग्रेस में शामिल होने के साथ ही इस पर विराम लग गया।

दोनों खिलाड़ियों के कांग्रेस का हाथ थामने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। सवाल है कि भारत से कई खिलाड़ी ओलंपिक में गए हैं लेकिन कांग्रेस ने उनमें से केवल विनेश फोगाट और बजरंग पांजा को ही अधिक महत्व क्यों दिया? इन दोनों पहलवानों के आने से कांग्रेस को इस चुनाव में कितना फायदा मिलेगा? दूसरे शब्दों में कहें तो कांग्रेस में इन दोनों खिलाड़ियों के शामिल होने से बीजेपी को कितना झटका लगेगा?

कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश ने कहा कि सड़क से संसद तक महिलाओं के लिए लड़ने वाली पार्टी में शामिल होकर वह खुश हैं। बता दें कि विनेश महिला रेसलरों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ तत्कालीन डब्यूएफआई प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के विरोध में लड़ाई लड़कर बीजेपी के विरोध की आवाज बन चुकी है। हरियाणा के चुनावों में वैसे तो कई मुद्दे होंगे पर विनेश फौगाट के बजरंग पूनिया ने जिस मुद्दे को लेकर सक्रिय हैं वो सभी मुद्दों पर भारी पड़ सकता है।

विनेश को ओलंपिक में सफलता मिलने के बाद जिस तरह हाथ से पदक फिसल गए उससे आम लोगों में उनको लेकर जबरदस्त संवेदना है। दिल्ली में कई बार विरोध प्रदर्शनों के दौरान और ओलंपिक में फाइनल नहीं खेलने दिए जाने के बाद से विनेश फोगाट को लेकर हरियाणा समेत देशभर में सहानुभूति की जबरदस्त लहर दिखाई दी थी. पेरिस से खाली हाथ मायूस होकर दिल्ली लौटीं विनेश फोगाट को देखकर कई खेलप्रेमियों के आंसू छलक पड़े थे. इसके बाद टीवी, रेडियो, अखबारों और सोशल मीडिया में विनेश फोगाट की तस्वीरों की लहर चल पड़ी. ज्यादातर तस्वीरों में उनके साथ बजरंग पूनिया भी दिखे थे। विनेश के राजनीतिक अखाड़े में उतरने से जाहिर है कि ब्रजभूषण शरण सिंह विवाद की फिर से हर गली चौक चौबारे पर चर्चा होगी। जो चुनाव परिणाम के लिए गेमचेंजर भी साबित हो सकता है।जो मौजूदा सरकार के खिलाफ किसानों की नाराजगी, जाटों की नाराजगी आदि को और बल प्रदान करेगा।

महिला, खिलाड़ियों, युवाओं को संदेश

राजनीति के जानकारों का मानना है कि विनेश के कांग्रेस में आने से महिला वोटरों खासकर युवा लड़कियों को भी कांग्रेस की तरफ से एक संदेश जाएगा। पार्टी विनेश और बजरंग के जरिये जाट वोटरों में मजबूती के साथ ही महिलाओं के अलावा युवाओं और खिलाड़ियों को भी अपने पाले में लाने में कामयाब होती दिख रही है। इसका असर चुनाव पर दिखना स्वाभाविक है।

राजनीति में असरदार जाट बिरादरी का मिलेगा साथ!

पिछले साल पहलवानों के विरोध प्रदर्शन का असर लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला था। बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला हुआ था। एनडीए और कांग्रेस दोनों को 5-5 सीटों पर जीत मिली थी। हरियाणा की राजनीति में जाटों की अहम भूमिका है। जाटों की आबादी 22 फीसदी से अधिका है। विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया दोनों हरियाणा की राजनीति में असरदार जाट बिरादरी से संबंध रखते हैं। हरियाणा में रोहतक, सोनीपत, हिसार, भिवानी, जींद, कैथल, चरखी दादरी और सिरसा तक जाट समुदाय ही कई विधानसभा सीटों पर जीत-हार का फैसला करता है। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से इन इलाकों की 36 विधानसभा सीटों पर जाट वोटर्स निर्णायक साबित होते हैं। इसलिए कांग्रेस ने हुड्डा परिवार की पैरवी, सहानुभूति लहर और जाट समुदाय के वोटों की उम्मीद में विनेश फोगाट के पक्ष में दांव लगाया है।

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Sep 06 2024, 16:18

बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट कांग्रेस में शामिल, अब हरियाणा चुनाव में दिखाएंगे दम

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ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मौजूदगी में दोनों पहलवान कांग्रेस में शामिल हुए। इस मौके पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी नेता पवन खेड़ा, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान और हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया भी मौजूद रहे। इससे पहले दोनों रेसलर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से उनके आवास पर मिले। इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। विनेश का जुलाना सीट से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। वहीं बजरंग के भी चुनाव लड़ने की अटकलें हैं।

कांग्रेस ज्वॉइन करने के बाद बोलीं विनेश फोगाट

कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश ने कहा कि जब रोड पर घसीटे जा रहे थे तो भाजपा के अलावा सभी पार्टियां साथ में खड़ीं थी। मुझे खुशी है कि मैं ऐसी पार्टी में आई जो महिलाओं की आवाज उठाती है। कांग्रेस ने हमारे आंसुओं को समझा। बुरे टाइम में पता चलता है कि आपका कौन है। भाजपा आईटी सेल ने जला हुआ कारतूस कहा। मेरे लिए बहुत गर्व की बात है कि मैं एक नई पारी शुरु करने जा रही हूं। विनेश ने कहा कि बजरंग ने हमारे साथ आवाज उठाई, उस पर डोप टेस्ट को लेकर चार साल का बैन लगा दिया।

विनेश फोगाट ने कहा कि जो लड़ाई थी वह खत्म नहीं हुई है। कोर्ट में हमारा केस चल रहा है। वह लड़ाई भी हम जीतेंगे। खेल में जैसे हमने कभी हार नहीं मानी वैसे ही इस नए प्लेटफॉर्म(पार्टी में) पर भी हम हार नहीं मानेंगे। अपने लोगों के बीच में रहेंगे, दिल से मेहनत करेंगे। मैं कहना चाहूंगी आपकी बहन आपके साथ हमेशा खड़ी रहेगी।

पुनिया ने कहा-कांग्रेस और देश को मजूबत करेंगे

वहीं बजरंग पूनिया ने कहा कि कांग्रेस और देश को मजूबत करेंगे। भाजपा हमारे साथ खड़ी नहीं हुई। कांग्रेस में आने पर आलोचना हो रही है। आज कहा जा रहा है कि हमारा मकसद सिर्फ राजनीति करना था। हमने उन्हें (बीजेपी) लेटर भेजा था। जो अत्याचार बेटियों के साथ हुआ था, कांग्रेस पार्टी हमारे साथ खड़ी रही। हमने जितनी मेहनत कुश्ती, किसान आंदोलन, अपने आंदोलन में की, उतनी ही मेहनत यहां भी करेंगे। विनेश के साथ ओलिंपिक में जो हुआ, पूरा देश दुखी था, हालांकि कुछ लोग खुशी मना रहे थे। ये गलत था। जैसा की विनेश ने कहा कि हम सभी देश की बेटियों के साथ हैं। विनेश जब फाइनल में गई पूरा देश खुश था सब जश्न मना रहे थे, लेकिन जब विनेश डिस्क्वालीफाई हुई तो पूरा देश दुखी था लेकिन भाजपा आईटी सेल ही था जो जश्न मना रहा था।

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Sep 06 2024, 12:19

कांग्रेस में शामिल होंगे विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया, कुश्ती के बाद अब सियासी “दंगल” में आजमाएंगे हाथ

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हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच खबर है कि कुश्ती के दो धाकड़ खिलाड़ी विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया आज कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस मुख्यालय में शुक्रवार को कुछ नेताओं को शामिल करने के लिए संवाददाता सम्मेलन हो रहा है। इस सम्मेलन में पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा आप विधायक राजेंद्र गौतम के भी हाथ थामने की खबर है।

इससे पहले चार सितंबर को विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी और सियासी संभावनाओं को लेकर चर्चा की थी। मुलाकात की जानकारी खुद कांग्रेस ने दी थी और इससे माना जा रहा था कि विनेश को चुनाव में उतारने के लिए कांग्रेस मंथन कर रही है।

इस सीट से किस्मत आजमा सकतीं हैं फोगाट

खबरों की मानें तो कांग्रेस ने विनेश फोगाट से संपर्क किया है और उनकी इच्छा पूछी गई है कि वह किस सीट से लड़ना चाहती हैं। फिलहाल कांग्रेस ने उन्हें दो सीटों में से किसी एक का ऑप्शन दिया है। पहली है बधरा और दूसरी दादरी। दोनों सीटें चरखी दादरी में ही आती हैं। इसमें से दादरी सीट पर बबीता फोगाट भाजपा के टिकट पर 2019 में चुनाव लड़ चुकी हैं। हालांकि, वह तीसरे नंबर पर रहीं थी। निर्दलीय रहे सोमबीर सांगवान यहां से चुनाव जीते थे। कांग्रेस चौथे स्थान पर रही थी। अब सोमबीर कांग्रेस में हैं। अगर विनेश यहां से चुनाव लड़ती हैं तो फिर इस सीट पर दो बहनों के बीच मुकाबला होगा। हालांकि, कांग्रेस ने विनेश को साफ तौर पर कहा है कि वो जिस सीट पर भी कहेंगी, उन्हें टिकट मिल जाएगा।

पुनिया किस सीट से लड़ेंगे चुनाव?

वहीं, दूसरी तरफ बजरंग पूनिया ने कांग्रेस से बादली विधानसभा सीट मांगी है। इस सीट पर सीटिंग विधायक कुलदीप वत्स को टिकट फाइनल कर दिया है। कुलदीप ब्राम्हण नेता हैं। ऐसे में कांग्रेस कुलदीप का टिकट काटकर ब्राह्मणों को नाराज नहीं करना चाहती। इसलिए बजरंग को बहादुरगढ़ और भिवानी का ऑप्शन दिया है। साथ ही हरियाणा की किसी भी जाट बाहुल्य सीट का ऑप्शन भी दिया गया है। अब गेंद बजरंग पूनिया के पाले में है कि वो किस सीट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं।

बता दें कि विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अब तक कोई लिस्ट जारी नहीं की है। प्रत्याशियों की पहली सूची गठबंधन को लेकर कोई नतीजा न निकलने से अटक गई है। शुक्रवार को आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ हरियाणा में गठबंधन को लेकर कांग्रेस हाईकमान की बैठक होगी। इस बैठक में ही तय होगा कि गठबंधन होगा या नहीं, अगर होगा तो कितनी और कौन सी सीटों पर यह समझौता होगा। राहुल गांधी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक के बाद ही सूची जारी होगी।

తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Aug 31 2024, 17:38

తెలంగాణ పీసీసీ చీఫ్ ఫిక్స్.. నేడే ప్రకటన!

టీపీసీసీ చీఫ్ పదవిపై గత కొద్దిరోజులుగా నెలకొన్న ఉత్కంఠకు నేడు తెరపడనుంది. తెలంగాణ పీసీసీ చీఫ్‌ ఎవరనేది ఈరోజు తేలిపోనుంది. ఇప్పటికే కాంగ్రెస్ అధిష్టానం తెలంగాణ పీసీసీ చీఫ్ పేరును ఖారారు చేసినట్లు తెలుస్తోంది. దాన్ని అధికారికంగా ప్రకటించడమే ఆలస్యం. తెలంగాణతో పాటు మూడు రాష్ట్రాలకు కొత్త పీసీసీ చీఫ్‌లపై కాంగ్రెస్ హైకమాండ్ కసరత్తు పూర్తి చేసింది.

టీపీసీసీ చీఫ్ (TPCC Chief) పదవిపై గత కొద్దిరోజులుగా నెలకొన్న ఉత్కంఠకు నేడు తెరపడనుంది. తెలంగాణ పీసీసీ చీఫ్‌ ఎవరనేది ఈరోజు తేలిపోనుంది. ఇప్పటికే కాంగ్రెస్ (Congress) అధిష్టానం తెలంగాణ పీసీసీ చీఫ్ పేరును ఖారారు చేసినట్లు తెలుస్తోంది. దాన్ని అధికారికంగా ప్రకటించడమే ఆలస్యం. తెలంగాణతో పాటు మూడు రాష్ట్రాలకు కొత్త పీసీసీ చీఫ్‌లపై కాంగ్రెస్ హైకమాండ్ కసరత్తు పూర్తి చేసింది. మూడు రాష్ట్రాలను పీసీసీ చీఫ్‌లను ఏఐసీసీ ప్రకటించనుంది.

ఈరోజు సాయంత్రం లేదా రేపు ఉదయం మూడు రాష్ట్రాలకు కొత్త పీసీసీ అధ్యక్షుల ప్రకటన వెలువడే అవకాశం ఉంది. తెలంగాణ పీసీసీ అధ్యక్షుడిగా మహేష్ కుమార్ గౌడ్ పేరు ఖరారు అయినట్లు సమాచారం. అలాగే పశ్చిమ బెంగాల్ పీసీసీ చీఫ్‌గా దీపాదాస్ మున్సీ, కేరళ పీసీసీ అధ్యక్షుడుగా కేసీ వేణుగోపాల్ పేరు ఖరారైంది. ప్రస్తుతం కేసీ వేణుగోపాల్ స్థానంలో ఏఐసీసీ ప్రధాన కార్యదర్శిగా అశోక్ గెహ్లాట్ బాధ్యతలు చేపట్టనున్నారు. అలాగే తెలంగాణ పార్టీ వ్యవహారాల ఇన్‌ఛార్జ్ దీపాదాస్ మున్షీ స్థానంలో ఛత్తీస్ ఘడ్ మాజీ సీఎం భూపేష్ బగెల్ ఉండనున్నారు. మూడు రాష్ట్రాలకు ఖరారైన నూతన పీసీసీ చీఫ్‌ల పేర్లను నేడో, రేపో కాంగ్రెస్ హైకమాండ్ ప్రకటించే అవకాశం ఉంది.

కాగా... తెలంగాణ పీసీసీ చీఫ్‌గా మహేష్‌ గౌడ్ పేరును హైకమాండ్ ఖారారు చేసినట్లు తెలుస్తోంది. ఈ క్రమంలో మహేష్ గౌడ్ గురించి పూర్తి సమాచారం ఇక్కడ తెలుసుకుందాం. బొమ్మ మహేష్ గౌడ్.. 1966 ఫిబ్రవరి 24న నిజామాబాద్ జిల్లా, భీంగల్ మండలం, రహత్‌నగర్‌లో జన్మించారు. విద్యార్థి దశ నుంచే ఆయన రాజకీయాల్లో ఫుల్ యాక్టివ్. ఎన్‌ఎస్‌యూఐ రాష్ట్ర ప్రధాన కార్యదర్శిగా పనిచేశారు. 1986లో నిజామాబాద్ జిల్లా అధ్యక్షుడిగా, జాతీయ యువజన కాంగ్రెస్ కార్యదర్శిగా పని చేశారు. తొలిసారిగా 1994లో కాంగ్రెస్ అభ్యర్థిగా డిచ్‌పల్లి అసెంబ్లీ నియోజకవర్గం నుంచి బరిలోకి దిగారు. కానీ ఓటమి పాలయ్యారు. ఆ తర్వాత 2013 నుంచి 2014 వరకు గిడ్డంగుల సంస్థ చైర్మన్‌గా పని చేశారు. ఆ తర్వాత 2014లో జరిగిన అసెంబ్లీ ఎన్నికల్లోనూ మహేష్ గౌడ్ పోటీ చేశారు. నిజామాబాద్ అర్బన్ నియోజకవర్గం నుంచి పోటీ చేసి ఓటమి పాలయ్యారు. 2018లో నిజామాబాద్ అర్బన్ టికెట్ ఆశించారు కానీ ఆ ఎన్నికల్లో ఆ స్థానాన్ని అధిష్ఠానం మైనార్టీలకు కేటాయించడంతో పోటీ నుంచి తప్పుకున్నారు. 2021 జూన్- 26న పీసీసీ కార్యనిర్వాహక అధ్యక్షుడిగా, 2022 డిసెంబర్- 10న కాంగ్రెస్ రాజకీయ వ్యవహారాల కార్యనిర్వాహక కమిటీలోప్రత్యేక ఆహ్వానితుడిగా, 2023 జూన్- 20న తెలంగాణ ప్రదేశ్‌ కాంగ్రెస్‌ కమిటీ (టీపీసీసీ) ఎన్నికల కమిటీలో సభ్యుడిగా నియమితులయ్యారు.

ఈ అసెంబ్లీ ఎన్నికల్లో కాంగ్రెస్ విజయం సాధించడంతో మహేష్ గౌడ్ ఫేట్ మారిపోయింది. ఈ ఏడాది జనవరి 29న తెలంగాణ శాసనమండలిలో ఎమ్మెల్యే కోటాలో ఎమ్మెల్సీ అయ్యారు. ఇక ఇప్పుడు టీపీసీసీ చీఫ్‌గా పదవిని అలంకరించబోతున్నారు. విద్యార్థి దశ నుంచే రాజకీయాల్లోకి వచ్చి పార్టీని ఏ తరుణంలోనూ వదిలిపెట్టలేదు. పైగా పార్టీ కోసం అహర్నిశలు శ్రమించారు. ఇంత కాలానికి ఆయన కష్టానికి ప్రతిఫలం దక్కబోతోందని కార్యకర్తలు, అభిమానులు, అనుచరులు ఆనందం వ్యక్తం చేస్తున్నారు. సీఎం దక్షిణ తెలంగాణకి చెందిన వ్యక్తి కావడంతో.. ఉత్తర తెలంగాణ నేతకి పీసీసీ చీఫ్ ఇవ్వాలని నిర్ణయించినట్లు సమాచారం. సీఎం రెడ్డి సామాజిక వర్గానికి చెందిన వ్యక్తి కావడంతో ఎస్సీ, ఎస్టీ, బీసీ నేతలకే పీసీసీ ఇవ్వాలని నిర్ణయం తీసుకున్నట్టుగా తెలుస్తోంది. అలా సామాజిక సమీకరణాలు అన్నీ మహేష్‌కు కలిసొచ్చినట్టుగా సమాచారం.

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Aug 24 2024, 11:43

कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गठबंधन के बाद भी सीट बंटवारें पर फंसा पेंच, जानें कहां अटक रही बात

#jkassemblyelectionseatsharingformulabetweennccongress 

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए अक्टूबर में चुनाव होने हैं।इस चुनाव में कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने 22 अगस्त को सभी 90 सीटों पर गठबंधन का ऐलान किया। सीट बंटवारे को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और कांग्रेस के बीच अब तक बात नहीं बन पाई है।

सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस 52 और कांग्रेस 38 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। दोनों पार्टियों के बीच अभी भी कुछ सीटों को लेकर पेंच फंसा है। इन सीटों में नगरोटा, विजयपुर और हब्बा कदल की सीटें शामिल हैं। इसको लेकर दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान के बीच चर्चा चल रही है।

सीटों के बंटवारे पर एनसी के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि "ज्यादातर सीटों पर हम सर्वसम्मति बना चुके हैं।कुछ सीटों पर हम अड़े हुए हैं और कुछ सीटों पर कांग्रेस के क्षेत्रीय नेता अड़े हुए हैं। आज हम फिर चर्चा करेंगे और कोशिश करेंगे कि जहां तक हो सके बाकी सीटों को गठबंधन की सीमा में लाकर अपने उम्मीदवारों का एलान करें।

पहले चरण की 24 सीटों में कांग्रेस 9 या 10 सीटें लड़ेगी

फिलहाल पहले चरण की 24 सीटों में कांग्रेस 9 या 10 सीटें पर लड़ेगी, जिसमें वो घाटी की 4 सीटों पर दावा ठोक रही है। इसमें दो सीटें देवसर और शांगस पर कांग्रेस ने 2014 में जीत हासिल की थी। तीसरी दुरु विधानसभा सीट है, जहां गुलाम अहमद मीर 161 वोट के करीबी मार्जिन से पीडीपी के उम्मीदवार सैयद फारूक अहमद अंदराबी से हार गए थे। वहीं चौथी कोकर नाग विधानसभा सीट है, जहां से कांग्रेस के सीनियर लीडर पीरजादा मोहम्मद सैयद आते हैं। इसलिए यह सीट कांग्रेस मांग रही है। हालांकि 2014 के विधानसभा चुनाव में यहां से पीडीपी जीत गई थी। इस चुनाव में कांग्रेस को 34 प्रतिशत वोट मिला जबकि पीडीपी को 42 प्रतिशत वोट मिला था। पीडीपी के अब्दुल रहीम राथर चुनाव जीत गए थे।कुल मिलाकर कांग्रेस अपनी सिटिंग सीट और पीडीपी की सीटें मांग रही है, जहां से उसके उम्मीदवार रनर अप रहे थे।

आज जारी हो सकती है कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट

वहीं, खबर है कि एनसी-कांग्रेस गठबंधन के कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट शनिवार (24 अगस्त) को जारी होगी। सूत्रों के मुताबिक, पहली लिस्ट में नेशनल कॉन्फ्रेंस के 13 से 17 और कांग्रेस के 7 से 10 कैंडिडेट के नामों की घोषणा हो सकती है।

2014 में हुए थे आखिरी विधानसभा चुनाव

आखिरी बार 2014 में जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव हुए थे। तब बीजेपी और पीडीपी ने गठबंधन सरकार बनाई थी। 2018 में गठबंधन टूटने के बाद सरकार गिर गई थी। इसके बाद राज्य में 6 महीने तक राज्यपाल शासन (उस समय जम्मू-कश्मीर संविधान के अनुसार) रहा। इसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू हो गया।

राष्ट्रपति शासन के बीच ही 2019 के लोकसभा चुनाव हुए, जिसमें बीजेपी भारी बहुमत के साथ केंद्र में लौटी। इसके बाद 5 अगस्त 2019 को बीजेपी सरकार ने आर्टिकल-370 खत्म करके राज्य को दो केंद्र-शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांट दिया था। इस तरह जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।

తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Aug 17 2024, 20:47

రుణమాఫీ జరగలేదని రోడ్డెక్కిన రైతన్నలు.. ఖమ్మం కలెక్టరేట్ వద్ద ఉద్రిక్తత

కాంగ్రెస్(Congress) సర్కార్ చేసిన రూ.2 లక్షల రుణమాఫీ తమకు కాలేదని రాష్ట్రవ్యాప్తంగా పలు గ్రామాల్లో రైతులు శనివారం నిరసనలు తెలిపారు. రుణమాఫీ జరగలేదని రోడ్లపై ముళ్ల కంచెలు వేసి నిరసనకు దిగారు.

కాంగ్రెస్(Congress) సర్కార్ చేసిన రూ.2 లక్షల రుణమాఫీ తమకు కాలేదని రాష్ట్రవ్యాప్తంగా పలు గ్రామాల్లో రైతులు శనివారం నిరసనలు తెలిపారు. రుణమాఫీ జరగలేదని రోడ్లపై ముళ్ల కంచెలు వేసి నిరసనకు దిగారు. ఆదిలాబాద్ - జైనథ్ మండల కేంద్రంలో రుణమాఫీ(Loan Waiver) జరగలేదని, రుణమాఫీపై స్పష్టమైన హామీ ఇవ్వాలని రైతులు డిమాండ్ చేశారు. వారికి బీఆర్ఎస్ బోథ్ ఎమ్మెల్యే అనిల్ యాదవ్(Anil Yadav) మద్దతుగా నిలిచారు. సీఎం రేవంత్ రెడ్డి(CM Revanth Reddy) రైతులపట్ల కక్షపూరిత వైఖరితో వ్యవహరిస్తున్నారని ఆయన వెంటనే సీఎం పదవికి రాజీనామా చేయాలని అనిల్ యాదవ్ డిమాండ్ చేశారు. ఈ ధర్నాతో జాతీయ రహదారిపై వందల సంఖ్యలో వాహనాలు నిలిచిపోయాయి.

కాగా.. రుణమాఫీ జరగలేదని ఖమ్మంలో కూడా నిరసనలు కొనసాగాయి. తమకు కాంగ్రెస్ సర్కార్ మోసం చేసిందని పలువురు రైతులు ఖమ్మం కలెక్టరేట్ ఎదుట నిరసనలకు దిగారు. రోడ్డుపై బైఠాయించి ప్రభుత్వానికి వ్యతిరేకంగా నినాదాలు చేశారు. దీంతో కిలోమీటర్ల మేర ట్రాఫిక్ జామ్ అయింది. సాంకేతిక కారణాలతో కొందరు రైతులకు రుణాలు మాఫీ కాలేదని.. వారంతా కలెక్టర్ కార్యాలయంలో ఫిర్యాదు చేయవచ్చని వ్యవసాయ శాఖ అధికారులు చెబుతున్నారు. 100 శాతం రుణాలు మాఫీ చేస్తామని మంత్రి తుమ్మల నాగేశ్వరరావు స్పష్టం చేశారు. కొన్ని కారణాలతో పలువురు రైతులకు రుణాలు మాఫీ కాకపోయినా.. వారి ఫిర్యాదు మేరకు చర్యలు తీసుకుంటామన్నారు. ఈ అంశంపై బీఆర్ఎస్ రాజకీయాలు చేస్తోందని మండిపడ్డారు.

కాంగ్రెస్ రూ. 2 లక్షల రుణమాఫీ పేరుతో అబద్ధపు రాజకీయాలు చేస్తోందని మాజీ మంత్రి, బీఆర్ఎస్ వర్కింగ్ ప్రెసిడెంట్ కేటీఆర్ విమర్శించారు. "ఎల్లుండి నుంచి క్షేత్ర స్థాయికి వెళ్తాం. గ్రామ స్థాయి నుంచి రుణమాఫీ కానీ రైతుల వివరాలు సేకరిస్తాం. ముఖ్యమంత్రి, మంత్రుల నియోజక వర్గాల మీద ప్రత్యేక దృష్టి పెడతాం. వివరాలన్నీ వ్యవసాయ శాఖ అధికారులకు, కలెక్టర్లకు అందజేస్తాం. ఆ తర్వాత సచివాలయంలో అధికారులకు ఇస్తాం. అయినా న్యాయం జరగకపోతే ప్రత్యక్ష పోరాటానికి దిగుతాం. రాష్ట్ర వ్యాప్తంగా 40 శాతం మాత్రమే రుణ మాఫీ జరిగింది. ఇంకా 60శాతం మంది రైతులకు కాలేదు. వారంతా వెయ్యి కళ్లతో ఎదురు చూస్తున్నారు" అని కేటీఆర్ పేర్కొన్నారు.

bharathnews

Jul 31 2024, 10:30

Nirmalasitharaman VS Rahulgandi

RAHUL GANDHI : "Govt is not giving MSP Guarantee to Farmers"

FM NIRMALA SITHARAMAN - MSP report was junked by Congress, now shedding crocodile tears for farmers.

CONGRESS - "Only Specific states got funds in budget"

FM - 26 states were not named in 2009 Budget. State not being named doesn't mean it was not included in Budget

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India

Jul 25 2024, 10:28

अमेरिका की संसद में गरजे इजरायली पीएम नेतन्याहू, बोले-जब तक हमास को पूरी तरह मिटा नहीं देते जारी रहेगा युद्ध

#israelipmnetanyahuaddressedthejointsessionoftheuscongress

बीते नौ महीनों से इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इस बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका के दौरे पर हैं। यहां उन्होंने अमेरिकी संसद को संबोधित किया। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार रात 11:30 बजे (भारतीय समयानुसार) अमेरिकी संसद के जॉइंट सेशन को संबोधित किया। नेतन्याहू ने करीब एक घंटे तक भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने सबसे अधिक ईरान पर ही बात की। उन्होंने ईरान को अमेरिका और इजराइल का सबसे बड़ा दुश्मन बताया। साथ ही उन्होंने हमास और अन्य ईरान समर्थित सशस्त्र समूहों के खिलाफ युद्ध के लिए अमेरिकी समर्थन बढ़ाने की भी मांग की।उन्होंने ये भी कहा कि जब तक हमास को पूरी तरह से मिटा नहीं देते युद्ध खत्म नहीं होगा। 

हमास पर राहत सामग्री को चुराने का आरोप

बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी संसद में 9 महीने से जारी गाजा और इजराइल युद्ध का जिक्र करते हुए हमास पर फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए भेजी जाने वाली राहत सामग्री को चुराने का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इजराइल ने 40,000 से ज्यादा सहायता ट्रकों को गाजा में प्रवेश करने दिया है। लेकिन गाजा में फिलिस्तीनियों को पर्याप्त भोजन नहीं मिल रहा है, तो इसका कारण यह नहीं है कि इजराइल इसे रोक रहा है। बल्कि ऐसा इसलिए है क्योंकि हमास इसे चुरा रहा है।

हमास पर फिलिस्तीनी नागरिकों का इस्तेमाल करने का आरोप

इजराइली पीएम ने कहा कहाल कि हमास फिलिस्तीनी नागरिकों को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा कि आईडीएफ यानी इजराइली रक्षा बलों ने फिलिस्तीनी नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए लाखों फ़्लायर्स भेजे हैं लाखों टेक्स्ट संदेश भेजे हैं और सैकड़ों हजारों फोन कॉल किए हैं। उन्होंने कहा कि हमास फिलिस्तीनी नागरिकों को नुकसान पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करता है। वह स्कूलों, अस्पतालों और मस्जिदों से रॉकेट दागता है। जब वे युद्ध क्षेत्र छोड़ने की कोशिश करते हैं तो वे उन्हें गोली भी मार देते हैं।

ईरान को अमेरिका और इजराइल के लिए संकट बताया

इस दौरान इजराइली पीएम ने हिजबुल्ला को भी कुचलने की धमकी। उन्होंने कहा कि हम अपने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए हर जरूरू कदम उठाएंगे। आगे उन्होंने ईरान को अमेरिका और इजराइल के लिए संकट बताया। नेतन्याहू ने कहा कि ऐसे में अमेरिका और इस्राइल को एक साथ खड़ा होना चाहिए। जब हम एक साथ खड़े होते हैं तो वास्तव में सब अच्छा होता है। हम जीतते हैं, वे हारते हैं। 

रिकॉर्ड चौथी बार अमेरिकी संसद को संबोधित किया 

नेतन्याहू पहले ऐसे विदेशी नेता बन गए हैं, जिन्होंने अमेरिकी सीनेट और प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ कॉमन्स) की संयुक्त बैठक को रिकॉर्ड चौथी बार संबोधित किया है। उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे विंस्टन चर्चिल को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने तीन बार संबोधन किया था।

తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Sep 07 2024, 11:06

రుణమాఫీ కాలేదంటూ పురుగుల మందు డబ్బాలతో రైతుల ఆందోళన

కాంగ్రెస్‌(Congress) ప్రభుత్వ పాలనలో అన్ని వర్గాల ప్రజలు రోడ్ల మీదకు వస్తున్నారు. ఎన్నికల్లో ఇచ్చిన హామీ మేరకు ఎలాంటి షరతులు లేకుండా రైతులందరికీ రూ.2 లక్షల రుణమాఫీ( Loan waiver) చేయాలని రాష్ట్ర వ్యాప్తంగా ఆందోళనలు కొనసాగుతున్నాయి.

కాంగ్రెస్‌(Congress) ప్రభుత్వ పాలనలో అన్ని వర్గాల ప్రజలు రోడ్ల మీదకు వస్తున్నారు. ఎన్నికల్లో ఇచ్చిన హామీ మేరకు ఎలాంటి షరతులు లేకుండా రైతులందరికీ రూ.2 లక్షల రుణమాఫీ( Loan waiver) చేయాలని రాష్ట్ర వ్యాప్తంగా ఆందోళనలు కొనసాగుతున్నాయి. సీఎం రేవంత్‌ రెడ్డి ఇచ్చిన హామీని నిలుపుకోవాలని, రైతులందరికీ రుణాలు మాఫీ చేయాలని డిమాండ్‌ చేస్తున్నారు. ఎన్నికలకు ముందు రుణమాఫీ చేస్తామని దేవుడి మీద ఒట్టేసి మరీ చెప్పిన రేవంత్‌రెడ్డి.. ఇప్పుడు కొర్రీలు విధించడంపై రైతులు ఆగ్రహం వ్యక్తం చేస్తున్నారు.

కాంగ్రెస్‌ ప్రభుత్వం రుణమాఫీ విషయంలో చేసిన మోసాన్ని ఎండగడుతూ ఊరూరా సీఎం రేవంత్‌రెడ్డి దిష్టిబొమ్మలను దహనం చేస్తూ కాంగ్రెస్‌ పార్టీకి వ్యతిరేకంగా నినాదాలు చేస్తున్నారు. తాజాగా రుణమాఫీ కాలేదని ఆరోపిస్తూ వరంగల్ కెనరా బ్యాంకు ఎదుట రైతులు పురుగుల మందు డబ్బాలతో ఆందోళన చేపట్టారు.బ్యాంకులు, అధికారుల చుట్టూ తిరిగినా ఫలితం లేదని మండిపడ్డారు. ఇప్పటికైనా ప్రభుత్వం స్పందించి వెంటనే రుణమాఫీ చేయాలని డిమాండ్‌ చేశారు. లేదంటే ఉద్యమాన్ని ఉధృతం చేస్తామని హెచ్చరించారు.

రుణమాఫీ కాలేదంటూ పురుగుల మందు డబ్బాలతో వరంగల్ కెనరా బ్యాంకు ఎదుట రైతుల ఆందోళన

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Sep 07 2024, 10:26

कांग्रेस ने जारी की 31 उम्मीदवारों की सूची, लिस्ट में 3 मुस्लिम चेहरे, नूंह दंगे के आरोपी मामन खान को भी टिकट

#haryanacongresscandidateslistforassemblyelection

हरियाणा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने लिस्ट जारी कर दी है। कांग्रेस की लिस्ट में कुल 31 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। लिस्ट में विनेश फोगाट को भी मौका मिला है। जुलाना से विनेश फोगाट भी चुनाव लड़ेंगी। तो वहीं लिस्ट में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का भी नाम शामिल है। कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में लगभग सभी सिटिंग विधायकों को मैदान में उतार दिया है। मुसलमानों के हिस्सेदारी की बात करें तो पहली लिस्ट में सिर्फ तीन मुस्लिम चेहरों को जगह मिली है।

पहली सूची पर मुहर कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन सोनिया गांधी की मौजूदगी में सीईसी की बैठक में लगी। इसमें भूपेंद्र सिंह हुड्डा को एक बार फिर से पार्टी ने गढ़ी सांपला किलोई सीट से टिकट दिया है। इसके अलावा पार्टी ने पूर्व मंत्री गीता भुक्कल को झज्जर (सुरक्षित) सीट से उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने पूर्व वित्त मंत्री और लालू प्रसाद यादव के दामान चिरंजीव राव को रेवाड़ी से फिर उतारा है। इसके पार्टी ने नूंह सीट पर आफताब अहमद को टिकट दिया है।

नारायणगढ़ से कांग्रेस ने शैली चौधरी

अन्य बड़े चेहरों में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान होडल (सुरक्षित) सीट से लड़ेंगे। कांग्रेस पार्टी ने एनआईटी फरीदाबाद सीट से नीरज शर्मा को टिकट दिया है। पार्टी ने डबवाली सीट से अमित सिहाग को उतारा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की सीट रह चुकी नारायणगढ़ से कांग्रेस ने शैली चौधरी को टिकट दिया है।

सीएम सैनी के सामने मेवा सिंह

कांग्रेस ने अपनी सूची में घोषित 32 (31+1)कैंडिडेट में लाडवा सीट मौजूदा विधायक मेवा सिंह की टिकट बरकरार रखी है। 2019 में मेवा सिंह ने बीजेपी के सिटिंग विधायक डॉ. पवन सैनी को शिकस्त दी थी। इस बार लाडवा से हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद चुनाव लड़ रहे हैं। उप चुनाव में सीएम सैनी करनाल से जीते थे, लेकिन वह अब लाडवा से बीजेपी कैंडिडेट हैं।

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Sep 06 2024, 18:54

विनेश और बजरंग पुनिया कांग्रेस के लिए इतने जरूरी क्यों हुए, क्या हरियाणा विधानसभा तुनाव में मिलेगा लाभ?

#bajrangandvineshjoinscongresswhatimpactonharyanaassemblyelections

पहलवान विनेश फोगाट कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। विनेश के साथ पहलवान बजरंग पूनिया ने भी “सियासी दंगल” में प्रवेश कर लिया। ओलंपिक में पदक से चूकने के बाद ही विनेश ने खेल से संन्यास की घोषणा कर दी थी। इसके बाद ही उनके और ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया के राजनीतिक दंगल में उतरने की अटकलें शुरू हो गई थीं। आज कांग्रेस में शामिल होने के साथ ही इस पर विराम लग गया।

दोनों खिलाड़ियों के कांग्रेस का हाथ थामने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। सवाल है कि भारत से कई खिलाड़ी ओलंपिक में गए हैं लेकिन कांग्रेस ने उनमें से केवल विनेश फोगाट और बजरंग पांजा को ही अधिक महत्व क्यों दिया? इन दोनों पहलवानों के आने से कांग्रेस को इस चुनाव में कितना फायदा मिलेगा? दूसरे शब्दों में कहें तो कांग्रेस में इन दोनों खिलाड़ियों के शामिल होने से बीजेपी को कितना झटका लगेगा?

कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश ने कहा कि सड़क से संसद तक महिलाओं के लिए लड़ने वाली पार्टी में शामिल होकर वह खुश हैं। बता दें कि विनेश महिला रेसलरों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ तत्कालीन डब्यूएफआई प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के विरोध में लड़ाई लड़कर बीजेपी के विरोध की आवाज बन चुकी है। हरियाणा के चुनावों में वैसे तो कई मुद्दे होंगे पर विनेश फौगाट के बजरंग पूनिया ने जिस मुद्दे को लेकर सक्रिय हैं वो सभी मुद्दों पर भारी पड़ सकता है।

विनेश को ओलंपिक में सफलता मिलने के बाद जिस तरह हाथ से पदक फिसल गए उससे आम लोगों में उनको लेकर जबरदस्त संवेदना है। दिल्ली में कई बार विरोध प्रदर्शनों के दौरान और ओलंपिक में फाइनल नहीं खेलने दिए जाने के बाद से विनेश फोगाट को लेकर हरियाणा समेत देशभर में सहानुभूति की जबरदस्त लहर दिखाई दी थी. पेरिस से खाली हाथ मायूस होकर दिल्ली लौटीं विनेश फोगाट को देखकर कई खेलप्रेमियों के आंसू छलक पड़े थे. इसके बाद टीवी, रेडियो, अखबारों और सोशल मीडिया में विनेश फोगाट की तस्वीरों की लहर चल पड़ी. ज्यादातर तस्वीरों में उनके साथ बजरंग पूनिया भी दिखे थे। विनेश के राजनीतिक अखाड़े में उतरने से जाहिर है कि ब्रजभूषण शरण सिंह विवाद की फिर से हर गली चौक चौबारे पर चर्चा होगी। जो चुनाव परिणाम के लिए गेमचेंजर भी साबित हो सकता है।जो मौजूदा सरकार के खिलाफ किसानों की नाराजगी, जाटों की नाराजगी आदि को और बल प्रदान करेगा।

महिला, खिलाड़ियों, युवाओं को संदेश

राजनीति के जानकारों का मानना है कि विनेश के कांग्रेस में आने से महिला वोटरों खासकर युवा लड़कियों को भी कांग्रेस की तरफ से एक संदेश जाएगा। पार्टी विनेश और बजरंग के जरिये जाट वोटरों में मजबूती के साथ ही महिलाओं के अलावा युवाओं और खिलाड़ियों को भी अपने पाले में लाने में कामयाब होती दिख रही है। इसका असर चुनाव पर दिखना स्वाभाविक है।

राजनीति में असरदार जाट बिरादरी का मिलेगा साथ!

पिछले साल पहलवानों के विरोध प्रदर्शन का असर लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला था। बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला हुआ था। एनडीए और कांग्रेस दोनों को 5-5 सीटों पर जीत मिली थी। हरियाणा की राजनीति में जाटों की अहम भूमिका है। जाटों की आबादी 22 फीसदी से अधिका है। विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया दोनों हरियाणा की राजनीति में असरदार जाट बिरादरी से संबंध रखते हैं। हरियाणा में रोहतक, सोनीपत, हिसार, भिवानी, जींद, कैथल, चरखी दादरी और सिरसा तक जाट समुदाय ही कई विधानसभा सीटों पर जीत-हार का फैसला करता है। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से इन इलाकों की 36 विधानसभा सीटों पर जाट वोटर्स निर्णायक साबित होते हैं। इसलिए कांग्रेस ने हुड्डा परिवार की पैरवी, सहानुभूति लहर और जाट समुदाय के वोटों की उम्मीद में विनेश फोगाट के पक्ष में दांव लगाया है।

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Sep 06 2024, 16:18

बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट कांग्रेस में शामिल, अब हरियाणा चुनाव में दिखाएंगे दम

#bajrangpuniaandvineshphogatjoinscongress

ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मौजूदगी में दोनों पहलवान कांग्रेस में शामिल हुए। इस मौके पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी नेता पवन खेड़ा, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान और हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया भी मौजूद रहे। इससे पहले दोनों रेसलर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से उनके आवास पर मिले। इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। विनेश का जुलाना सीट से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। वहीं बजरंग के भी चुनाव लड़ने की अटकलें हैं।

कांग्रेस ज्वॉइन करने के बाद बोलीं विनेश फोगाट

कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश ने कहा कि जब रोड पर घसीटे जा रहे थे तो भाजपा के अलावा सभी पार्टियां साथ में खड़ीं थी। मुझे खुशी है कि मैं ऐसी पार्टी में आई जो महिलाओं की आवाज उठाती है। कांग्रेस ने हमारे आंसुओं को समझा। बुरे टाइम में पता चलता है कि आपका कौन है। भाजपा आईटी सेल ने जला हुआ कारतूस कहा। मेरे लिए बहुत गर्व की बात है कि मैं एक नई पारी शुरु करने जा रही हूं। विनेश ने कहा कि बजरंग ने हमारे साथ आवाज उठाई, उस पर डोप टेस्ट को लेकर चार साल का बैन लगा दिया।

विनेश फोगाट ने कहा कि जो लड़ाई थी वह खत्म नहीं हुई है। कोर्ट में हमारा केस चल रहा है। वह लड़ाई भी हम जीतेंगे। खेल में जैसे हमने कभी हार नहीं मानी वैसे ही इस नए प्लेटफॉर्म(पार्टी में) पर भी हम हार नहीं मानेंगे। अपने लोगों के बीच में रहेंगे, दिल से मेहनत करेंगे। मैं कहना चाहूंगी आपकी बहन आपके साथ हमेशा खड़ी रहेगी।

पुनिया ने कहा-कांग्रेस और देश को मजूबत करेंगे

वहीं बजरंग पूनिया ने कहा कि कांग्रेस और देश को मजूबत करेंगे। भाजपा हमारे साथ खड़ी नहीं हुई। कांग्रेस में आने पर आलोचना हो रही है। आज कहा जा रहा है कि हमारा मकसद सिर्फ राजनीति करना था। हमने उन्हें (बीजेपी) लेटर भेजा था। जो अत्याचार बेटियों के साथ हुआ था, कांग्रेस पार्टी हमारे साथ खड़ी रही। हमने जितनी मेहनत कुश्ती, किसान आंदोलन, अपने आंदोलन में की, उतनी ही मेहनत यहां भी करेंगे। विनेश के साथ ओलिंपिक में जो हुआ, पूरा देश दुखी था, हालांकि कुछ लोग खुशी मना रहे थे। ये गलत था। जैसा की विनेश ने कहा कि हम सभी देश की बेटियों के साथ हैं। विनेश जब फाइनल में गई पूरा देश खुश था सब जश्न मना रहे थे, लेकिन जब विनेश डिस्क्वालीफाई हुई तो पूरा देश दुखी था लेकिन भाजपा आईटी सेल ही था जो जश्न मना रहा था।

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Sep 06 2024, 12:19

कांग्रेस में शामिल होंगे विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया, कुश्ती के बाद अब सियासी “दंगल” में आजमाएंगे हाथ

#vineshphogatandbajrangpuniawilljoincongresstoday

हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच खबर है कि कुश्ती के दो धाकड़ खिलाड़ी विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया आज कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस मुख्यालय में शुक्रवार को कुछ नेताओं को शामिल करने के लिए संवाददाता सम्मेलन हो रहा है। इस सम्मेलन में पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा आप विधायक राजेंद्र गौतम के भी हाथ थामने की खबर है।

इससे पहले चार सितंबर को विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी और सियासी संभावनाओं को लेकर चर्चा की थी। मुलाकात की जानकारी खुद कांग्रेस ने दी थी और इससे माना जा रहा था कि विनेश को चुनाव में उतारने के लिए कांग्रेस मंथन कर रही है।

इस सीट से किस्मत आजमा सकतीं हैं फोगाट

खबरों की मानें तो कांग्रेस ने विनेश फोगाट से संपर्क किया है और उनकी इच्छा पूछी गई है कि वह किस सीट से लड़ना चाहती हैं। फिलहाल कांग्रेस ने उन्हें दो सीटों में से किसी एक का ऑप्शन दिया है। पहली है बधरा और दूसरी दादरी। दोनों सीटें चरखी दादरी में ही आती हैं। इसमें से दादरी सीट पर बबीता फोगाट भाजपा के टिकट पर 2019 में चुनाव लड़ चुकी हैं। हालांकि, वह तीसरे नंबर पर रहीं थी। निर्दलीय रहे सोमबीर सांगवान यहां से चुनाव जीते थे। कांग्रेस चौथे स्थान पर रही थी। अब सोमबीर कांग्रेस में हैं। अगर विनेश यहां से चुनाव लड़ती हैं तो फिर इस सीट पर दो बहनों के बीच मुकाबला होगा। हालांकि, कांग्रेस ने विनेश को साफ तौर पर कहा है कि वो जिस सीट पर भी कहेंगी, उन्हें टिकट मिल जाएगा।

पुनिया किस सीट से लड़ेंगे चुनाव?

वहीं, दूसरी तरफ बजरंग पूनिया ने कांग्रेस से बादली विधानसभा सीट मांगी है। इस सीट पर सीटिंग विधायक कुलदीप वत्स को टिकट फाइनल कर दिया है। कुलदीप ब्राम्हण नेता हैं। ऐसे में कांग्रेस कुलदीप का टिकट काटकर ब्राह्मणों को नाराज नहीं करना चाहती। इसलिए बजरंग को बहादुरगढ़ और भिवानी का ऑप्शन दिया है। साथ ही हरियाणा की किसी भी जाट बाहुल्य सीट का ऑप्शन भी दिया गया है। अब गेंद बजरंग पूनिया के पाले में है कि वो किस सीट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं।

बता दें कि विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अब तक कोई लिस्ट जारी नहीं की है। प्रत्याशियों की पहली सूची गठबंधन को लेकर कोई नतीजा न निकलने से अटक गई है। शुक्रवार को आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ हरियाणा में गठबंधन को लेकर कांग्रेस हाईकमान की बैठक होगी। इस बैठक में ही तय होगा कि गठबंधन होगा या नहीं, अगर होगा तो कितनी और कौन सी सीटों पर यह समझौता होगा। राहुल गांधी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक के बाद ही सूची जारी होगी।

తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Aug 31 2024, 17:38

తెలంగాణ పీసీసీ చీఫ్ ఫిక్స్.. నేడే ప్రకటన!

టీపీసీసీ చీఫ్ పదవిపై గత కొద్దిరోజులుగా నెలకొన్న ఉత్కంఠకు నేడు తెరపడనుంది. తెలంగాణ పీసీసీ చీఫ్‌ ఎవరనేది ఈరోజు తేలిపోనుంది. ఇప్పటికే కాంగ్రెస్ అధిష్టానం తెలంగాణ పీసీసీ చీఫ్ పేరును ఖారారు చేసినట్లు తెలుస్తోంది. దాన్ని అధికారికంగా ప్రకటించడమే ఆలస్యం. తెలంగాణతో పాటు మూడు రాష్ట్రాలకు కొత్త పీసీసీ చీఫ్‌లపై కాంగ్రెస్ హైకమాండ్ కసరత్తు పూర్తి చేసింది.

టీపీసీసీ చీఫ్ (TPCC Chief) పదవిపై గత కొద్దిరోజులుగా నెలకొన్న ఉత్కంఠకు నేడు తెరపడనుంది. తెలంగాణ పీసీసీ చీఫ్‌ ఎవరనేది ఈరోజు తేలిపోనుంది. ఇప్పటికే కాంగ్రెస్ (Congress) అధిష్టానం తెలంగాణ పీసీసీ చీఫ్ పేరును ఖారారు చేసినట్లు తెలుస్తోంది. దాన్ని అధికారికంగా ప్రకటించడమే ఆలస్యం. తెలంగాణతో పాటు మూడు రాష్ట్రాలకు కొత్త పీసీసీ చీఫ్‌లపై కాంగ్రెస్ హైకమాండ్ కసరత్తు పూర్తి చేసింది. మూడు రాష్ట్రాలను పీసీసీ చీఫ్‌లను ఏఐసీసీ ప్రకటించనుంది.

ఈరోజు సాయంత్రం లేదా రేపు ఉదయం మూడు రాష్ట్రాలకు కొత్త పీసీసీ అధ్యక్షుల ప్రకటన వెలువడే అవకాశం ఉంది. తెలంగాణ పీసీసీ అధ్యక్షుడిగా మహేష్ కుమార్ గౌడ్ పేరు ఖరారు అయినట్లు సమాచారం. అలాగే పశ్చిమ బెంగాల్ పీసీసీ చీఫ్‌గా దీపాదాస్ మున్సీ, కేరళ పీసీసీ అధ్యక్షుడుగా కేసీ వేణుగోపాల్ పేరు ఖరారైంది. ప్రస్తుతం కేసీ వేణుగోపాల్ స్థానంలో ఏఐసీసీ ప్రధాన కార్యదర్శిగా అశోక్ గెహ్లాట్ బాధ్యతలు చేపట్టనున్నారు. అలాగే తెలంగాణ పార్టీ వ్యవహారాల ఇన్‌ఛార్జ్ దీపాదాస్ మున్షీ స్థానంలో ఛత్తీస్ ఘడ్ మాజీ సీఎం భూపేష్ బగెల్ ఉండనున్నారు. మూడు రాష్ట్రాలకు ఖరారైన నూతన పీసీసీ చీఫ్‌ల పేర్లను నేడో, రేపో కాంగ్రెస్ హైకమాండ్ ప్రకటించే అవకాశం ఉంది.

కాగా... తెలంగాణ పీసీసీ చీఫ్‌గా మహేష్‌ గౌడ్ పేరును హైకమాండ్ ఖారారు చేసినట్లు తెలుస్తోంది. ఈ క్రమంలో మహేష్ గౌడ్ గురించి పూర్తి సమాచారం ఇక్కడ తెలుసుకుందాం. బొమ్మ మహేష్ గౌడ్.. 1966 ఫిబ్రవరి 24న నిజామాబాద్ జిల్లా, భీంగల్ మండలం, రహత్‌నగర్‌లో జన్మించారు. విద్యార్థి దశ నుంచే ఆయన రాజకీయాల్లో ఫుల్ యాక్టివ్. ఎన్‌ఎస్‌యూఐ రాష్ట్ర ప్రధాన కార్యదర్శిగా పనిచేశారు. 1986లో నిజామాబాద్ జిల్లా అధ్యక్షుడిగా, జాతీయ యువజన కాంగ్రెస్ కార్యదర్శిగా పని చేశారు. తొలిసారిగా 1994లో కాంగ్రెస్ అభ్యర్థిగా డిచ్‌పల్లి అసెంబ్లీ నియోజకవర్గం నుంచి బరిలోకి దిగారు. కానీ ఓటమి పాలయ్యారు. ఆ తర్వాత 2013 నుంచి 2014 వరకు గిడ్డంగుల సంస్థ చైర్మన్‌గా పని చేశారు. ఆ తర్వాత 2014లో జరిగిన అసెంబ్లీ ఎన్నికల్లోనూ మహేష్ గౌడ్ పోటీ చేశారు. నిజామాబాద్ అర్బన్ నియోజకవర్గం నుంచి పోటీ చేసి ఓటమి పాలయ్యారు. 2018లో నిజామాబాద్ అర్బన్ టికెట్ ఆశించారు కానీ ఆ ఎన్నికల్లో ఆ స్థానాన్ని అధిష్ఠానం మైనార్టీలకు కేటాయించడంతో పోటీ నుంచి తప్పుకున్నారు. 2021 జూన్- 26న పీసీసీ కార్యనిర్వాహక అధ్యక్షుడిగా, 2022 డిసెంబర్- 10న కాంగ్రెస్ రాజకీయ వ్యవహారాల కార్యనిర్వాహక కమిటీలోప్రత్యేక ఆహ్వానితుడిగా, 2023 జూన్- 20న తెలంగాణ ప్రదేశ్‌ కాంగ్రెస్‌ కమిటీ (టీపీసీసీ) ఎన్నికల కమిటీలో సభ్యుడిగా నియమితులయ్యారు.

ఈ అసెంబ్లీ ఎన్నికల్లో కాంగ్రెస్ విజయం సాధించడంతో మహేష్ గౌడ్ ఫేట్ మారిపోయింది. ఈ ఏడాది జనవరి 29న తెలంగాణ శాసనమండలిలో ఎమ్మెల్యే కోటాలో ఎమ్మెల్సీ అయ్యారు. ఇక ఇప్పుడు టీపీసీసీ చీఫ్‌గా పదవిని అలంకరించబోతున్నారు. విద్యార్థి దశ నుంచే రాజకీయాల్లోకి వచ్చి పార్టీని ఏ తరుణంలోనూ వదిలిపెట్టలేదు. పైగా పార్టీ కోసం అహర్నిశలు శ్రమించారు. ఇంత కాలానికి ఆయన కష్టానికి ప్రతిఫలం దక్కబోతోందని కార్యకర్తలు, అభిమానులు, అనుచరులు ఆనందం వ్యక్తం చేస్తున్నారు. సీఎం దక్షిణ తెలంగాణకి చెందిన వ్యక్తి కావడంతో.. ఉత్తర తెలంగాణ నేతకి పీసీసీ చీఫ్ ఇవ్వాలని నిర్ణయించినట్లు సమాచారం. సీఎం రెడ్డి సామాజిక వర్గానికి చెందిన వ్యక్తి కావడంతో ఎస్సీ, ఎస్టీ, బీసీ నేతలకే పీసీసీ ఇవ్వాలని నిర్ణయం తీసుకున్నట్టుగా తెలుస్తోంది. అలా సామాజిక సమీకరణాలు అన్నీ మహేష్‌కు కలిసొచ్చినట్టుగా సమాచారం.

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Aug 24 2024, 11:43

कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गठबंधन के बाद भी सीट बंटवारें पर फंसा पेंच, जानें कहां अटक रही बात

#jkassemblyelectionseatsharingformulabetweennccongress 

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए अक्टूबर में चुनाव होने हैं।इस चुनाव में कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने 22 अगस्त को सभी 90 सीटों पर गठबंधन का ऐलान किया। सीट बंटवारे को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और कांग्रेस के बीच अब तक बात नहीं बन पाई है।

सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस 52 और कांग्रेस 38 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। दोनों पार्टियों के बीच अभी भी कुछ सीटों को लेकर पेंच फंसा है। इन सीटों में नगरोटा, विजयपुर और हब्बा कदल की सीटें शामिल हैं। इसको लेकर दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान के बीच चर्चा चल रही है।

सीटों के बंटवारे पर एनसी के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि "ज्यादातर सीटों पर हम सर्वसम्मति बना चुके हैं।कुछ सीटों पर हम अड़े हुए हैं और कुछ सीटों पर कांग्रेस के क्षेत्रीय नेता अड़े हुए हैं। आज हम फिर चर्चा करेंगे और कोशिश करेंगे कि जहां तक हो सके बाकी सीटों को गठबंधन की सीमा में लाकर अपने उम्मीदवारों का एलान करें।

पहले चरण की 24 सीटों में कांग्रेस 9 या 10 सीटें लड़ेगी

फिलहाल पहले चरण की 24 सीटों में कांग्रेस 9 या 10 सीटें पर लड़ेगी, जिसमें वो घाटी की 4 सीटों पर दावा ठोक रही है। इसमें दो सीटें देवसर और शांगस पर कांग्रेस ने 2014 में जीत हासिल की थी। तीसरी दुरु विधानसभा सीट है, जहां गुलाम अहमद मीर 161 वोट के करीबी मार्जिन से पीडीपी के उम्मीदवार सैयद फारूक अहमद अंदराबी से हार गए थे। वहीं चौथी कोकर नाग विधानसभा सीट है, जहां से कांग्रेस के सीनियर लीडर पीरजादा मोहम्मद सैयद आते हैं। इसलिए यह सीट कांग्रेस मांग रही है। हालांकि 2014 के विधानसभा चुनाव में यहां से पीडीपी जीत गई थी। इस चुनाव में कांग्रेस को 34 प्रतिशत वोट मिला जबकि पीडीपी को 42 प्रतिशत वोट मिला था। पीडीपी के अब्दुल रहीम राथर चुनाव जीत गए थे।कुल मिलाकर कांग्रेस अपनी सिटिंग सीट और पीडीपी की सीटें मांग रही है, जहां से उसके उम्मीदवार रनर अप रहे थे।

आज जारी हो सकती है कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट

वहीं, खबर है कि एनसी-कांग्रेस गठबंधन के कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट शनिवार (24 अगस्त) को जारी होगी। सूत्रों के मुताबिक, पहली लिस्ट में नेशनल कॉन्फ्रेंस के 13 से 17 और कांग्रेस के 7 से 10 कैंडिडेट के नामों की घोषणा हो सकती है।

2014 में हुए थे आखिरी विधानसभा चुनाव

आखिरी बार 2014 में जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव हुए थे। तब बीजेपी और पीडीपी ने गठबंधन सरकार बनाई थी। 2018 में गठबंधन टूटने के बाद सरकार गिर गई थी। इसके बाद राज्य में 6 महीने तक राज्यपाल शासन (उस समय जम्मू-कश्मीर संविधान के अनुसार) रहा। इसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू हो गया।

राष्ट्रपति शासन के बीच ही 2019 के लोकसभा चुनाव हुए, जिसमें बीजेपी भारी बहुमत के साथ केंद्र में लौटी। इसके बाद 5 अगस्त 2019 को बीजेपी सरकार ने आर्टिकल-370 खत्म करके राज्य को दो केंद्र-शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांट दिया था। इस तरह जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।

తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Aug 17 2024, 20:47

రుణమాఫీ జరగలేదని రోడ్డెక్కిన రైతన్నలు.. ఖమ్మం కలెక్టరేట్ వద్ద ఉద్రిక్తత

కాంగ్రెస్(Congress) సర్కార్ చేసిన రూ.2 లక్షల రుణమాఫీ తమకు కాలేదని రాష్ట్రవ్యాప్తంగా పలు గ్రామాల్లో రైతులు శనివారం నిరసనలు తెలిపారు. రుణమాఫీ జరగలేదని రోడ్లపై ముళ్ల కంచెలు వేసి నిరసనకు దిగారు.

కాంగ్రెస్(Congress) సర్కార్ చేసిన రూ.2 లక్షల రుణమాఫీ తమకు కాలేదని రాష్ట్రవ్యాప్తంగా పలు గ్రామాల్లో రైతులు శనివారం నిరసనలు తెలిపారు. రుణమాఫీ జరగలేదని రోడ్లపై ముళ్ల కంచెలు వేసి నిరసనకు దిగారు. ఆదిలాబాద్ - జైనథ్ మండల కేంద్రంలో రుణమాఫీ(Loan Waiver) జరగలేదని, రుణమాఫీపై స్పష్టమైన హామీ ఇవ్వాలని రైతులు డిమాండ్ చేశారు. వారికి బీఆర్ఎస్ బోథ్ ఎమ్మెల్యే అనిల్ యాదవ్(Anil Yadav) మద్దతుగా నిలిచారు. సీఎం రేవంత్ రెడ్డి(CM Revanth Reddy) రైతులపట్ల కక్షపూరిత వైఖరితో వ్యవహరిస్తున్నారని ఆయన వెంటనే సీఎం పదవికి రాజీనామా చేయాలని అనిల్ యాదవ్ డిమాండ్ చేశారు. ఈ ధర్నాతో జాతీయ రహదారిపై వందల సంఖ్యలో వాహనాలు నిలిచిపోయాయి.

కాగా.. రుణమాఫీ జరగలేదని ఖమ్మంలో కూడా నిరసనలు కొనసాగాయి. తమకు కాంగ్రెస్ సర్కార్ మోసం చేసిందని పలువురు రైతులు ఖమ్మం కలెక్టరేట్ ఎదుట నిరసనలకు దిగారు. రోడ్డుపై బైఠాయించి ప్రభుత్వానికి వ్యతిరేకంగా నినాదాలు చేశారు. దీంతో కిలోమీటర్ల మేర ట్రాఫిక్ జామ్ అయింది. సాంకేతిక కారణాలతో కొందరు రైతులకు రుణాలు మాఫీ కాలేదని.. వారంతా కలెక్టర్ కార్యాలయంలో ఫిర్యాదు చేయవచ్చని వ్యవసాయ శాఖ అధికారులు చెబుతున్నారు. 100 శాతం రుణాలు మాఫీ చేస్తామని మంత్రి తుమ్మల నాగేశ్వరరావు స్పష్టం చేశారు. కొన్ని కారణాలతో పలువురు రైతులకు రుణాలు మాఫీ కాకపోయినా.. వారి ఫిర్యాదు మేరకు చర్యలు తీసుకుంటామన్నారు. ఈ అంశంపై బీఆర్ఎస్ రాజకీయాలు చేస్తోందని మండిపడ్డారు.

కాంగ్రెస్ రూ. 2 లక్షల రుణమాఫీ పేరుతో అబద్ధపు రాజకీయాలు చేస్తోందని మాజీ మంత్రి, బీఆర్ఎస్ వర్కింగ్ ప్రెసిడెంట్ కేటీఆర్ విమర్శించారు. "ఎల్లుండి నుంచి క్షేత్ర స్థాయికి వెళ్తాం. గ్రామ స్థాయి నుంచి రుణమాఫీ కానీ రైతుల వివరాలు సేకరిస్తాం. ముఖ్యమంత్రి, మంత్రుల నియోజక వర్గాల మీద ప్రత్యేక దృష్టి పెడతాం. వివరాలన్నీ వ్యవసాయ శాఖ అధికారులకు, కలెక్టర్లకు అందజేస్తాం. ఆ తర్వాత సచివాలయంలో అధికారులకు ఇస్తాం. అయినా న్యాయం జరగకపోతే ప్రత్యక్ష పోరాటానికి దిగుతాం. రాష్ట్ర వ్యాప్తంగా 40 శాతం మాత్రమే రుణ మాఫీ జరిగింది. ఇంకా 60శాతం మంది రైతులకు కాలేదు. వారంతా వెయ్యి కళ్లతో ఎదురు చూస్తున్నారు" అని కేటీఆర్ పేర్కొన్నారు.

bharathnews

Jul 31 2024, 10:30

Nirmalasitharaman VS Rahulgandi

RAHUL GANDHI : "Govt is not giving MSP Guarantee to Farmers"

FM NIRMALA SITHARAMAN - MSP report was junked by Congress, now shedding crocodile tears for farmers.

CONGRESS - "Only Specific states got funds in budget"

FM - 26 states were not named in 2009 Budget. State not being named doesn't mean it was not included in Budget

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India

Jul 25 2024, 10:28

अमेरिका की संसद में गरजे इजरायली पीएम नेतन्याहू, बोले-जब तक हमास को पूरी तरह मिटा नहीं देते जारी रहेगा युद्ध

#israelipmnetanyahuaddressedthejointsessionoftheuscongress

बीते नौ महीनों से इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इस बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका के दौरे पर हैं। यहां उन्होंने अमेरिकी संसद को संबोधित किया। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार रात 11:30 बजे (भारतीय समयानुसार) अमेरिकी संसद के जॉइंट सेशन को संबोधित किया। नेतन्याहू ने करीब एक घंटे तक भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने सबसे अधिक ईरान पर ही बात की। उन्होंने ईरान को अमेरिका और इजराइल का सबसे बड़ा दुश्मन बताया। साथ ही उन्होंने हमास और अन्य ईरान समर्थित सशस्त्र समूहों के खिलाफ युद्ध के लिए अमेरिकी समर्थन बढ़ाने की भी मांग की।उन्होंने ये भी कहा कि जब तक हमास को पूरी तरह से मिटा नहीं देते युद्ध खत्म नहीं होगा। 

हमास पर राहत सामग्री को चुराने का आरोप

बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी संसद में 9 महीने से जारी गाजा और इजराइल युद्ध का जिक्र करते हुए हमास पर फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए भेजी जाने वाली राहत सामग्री को चुराने का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इजराइल ने 40,000 से ज्यादा सहायता ट्रकों को गाजा में प्रवेश करने दिया है। लेकिन गाजा में फिलिस्तीनियों को पर्याप्त भोजन नहीं मिल रहा है, तो इसका कारण यह नहीं है कि इजराइल इसे रोक रहा है। बल्कि ऐसा इसलिए है क्योंकि हमास इसे चुरा रहा है।

हमास पर फिलिस्तीनी नागरिकों का इस्तेमाल करने का आरोप

इजराइली पीएम ने कहा कहाल कि हमास फिलिस्तीनी नागरिकों को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा कि आईडीएफ यानी इजराइली रक्षा बलों ने फिलिस्तीनी नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए लाखों फ़्लायर्स भेजे हैं लाखों टेक्स्ट संदेश भेजे हैं और सैकड़ों हजारों फोन कॉल किए हैं। उन्होंने कहा कि हमास फिलिस्तीनी नागरिकों को नुकसान पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करता है। वह स्कूलों, अस्पतालों और मस्जिदों से रॉकेट दागता है। जब वे युद्ध क्षेत्र छोड़ने की कोशिश करते हैं तो वे उन्हें गोली भी मार देते हैं।

ईरान को अमेरिका और इजराइल के लिए संकट बताया

इस दौरान इजराइली पीएम ने हिजबुल्ला को भी कुचलने की धमकी। उन्होंने कहा कि हम अपने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए हर जरूरू कदम उठाएंगे। आगे उन्होंने ईरान को अमेरिका और इजराइल के लिए संकट बताया। नेतन्याहू ने कहा कि ऐसे में अमेरिका और इस्राइल को एक साथ खड़ा होना चाहिए। जब हम एक साथ खड़े होते हैं तो वास्तव में सब अच्छा होता है। हम जीतते हैं, वे हारते हैं। 

रिकॉर्ड चौथी बार अमेरिकी संसद को संबोधित किया 

नेतन्याहू पहले ऐसे विदेशी नेता बन गए हैं, जिन्होंने अमेरिकी सीनेट और प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ कॉमन्स) की संयुक्त बैठक को रिकॉर्ड चौथी बार संबोधित किया है। उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे विंस्टन चर्चिल को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने तीन बार संबोधन किया था।