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हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 3 ऑब्जर्वर किए नियुक्त, क्या गहलोत-माकन और बाजवा दिला पाएंगें फायदा?

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हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव को लेकर वोटिंग होनी हैं। इससे पहले सभी पार्टियों ने पूरा जोर लगा रखा है। एक तरफ बीजेपी तीसरी बार सत्ता में बने रहने के लिए पूरी जोर आजमाइश में लगी है, वहीं कांग्रेस 10 साल बाद सत्ता वापसी के लिए लड़ रही है। कांग्रेस इस चुनाव में बढ़त के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। यही वजह है कि पार्टी के तीन बड़े नेताओं को हरियाणा भेजकर अहम जिम्मेदारी दी जा रही है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। कांग्रेस राजस्थान, दिल्ली और पंजाब से अपने तीन बड़े नेताओं को इसकी जिम्मेदारी दी है। कांग्रेस ने राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन और पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा को वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया है।

10 साल बाद सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस का पूरा जोर

कांग्रेस 10 साल से सत्ता में दूर है इसलिए पार्टी चुनाव की तैयारियों में किसी तरह की कमी नहीं छोड़ना चाहती इसलिए अशोक गहलोत, मकान और बाजवा जैसे वरिष्ठ नेताओं को हरियाणा भेजा जा रहा है। राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन और पंजाब असेंबली में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, तीनों ही नेता न सिर्फ बेहद सीनियर व अनुभवी हैं, बल्कि संगठन में इनकी अपनी एक साख है। तीनों नेता हरियाणा की सीमा से सटे तीन राज्यों दिल्ली, पंजाब व राजस्थान से आते हैं। ऐसे में इन तीनों के सहारे उन इलाकों में इनके प्रभाव का इस्तेमाल करने की भी योजना है।

तीनों पर्यवेक्षकों के लिए बागियों को साधना सबसे बड़ी जिम्मेदारी

सूत्रों के मुताबिक, इन पर्यवेक्षकों का फिलहाल प्रमुख काम वहां नाराज पार्टी नेताओं, बागियों, नाराज कार्यकर्ताओं से संपर्क कर उनकी नाराजगी दूर करना, नाराज घर बैठ चुके लोगों को घर से बाहर निकालना है। उल्लेखनीय है कि नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 16 सितंबर सोमवार है। इसलिए कांग्रेस पूरा जोर लगाकर अपने बागियों को मनाने की कोशिश में लगी है। फिलहाल कांग्रेस में 31 बागी निर्दलीय खड़े हुए हैं। इन्हें साधना कांग्रेस की सबसे बड़ी प्राथमिकता व चिंता है। पार्टी के भीतर फिलहाल इस बात पर मंथन हो रहा है कि किस तरह के बागी को कैसे मनाया जाए या उस पर कहां व किससे कहलवाकर जोर डलवा कर नाम वापस लेने के लिए तैयार किया जा सकता है।

5 अक्टूबर को होगा मतदान

90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होना है और मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। सूबे में कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला है। तीनों ही पार्टियों ने चुन चुनकर अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतार दिए हैं। सूबे में 10 सालों से बीजेपी की सरकार है। ऐसे में पार्टी तीसरी बार राज्य में सरकार बनाने की कोशिश में है तो वहीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था जिसको लेकर पार्टी के हौसले बुलंद हैं। पार्टी किसी भी तरह से राज्य में वापसी करने की कोशिश में लगी हुई है।

తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Sep 12 2024, 12:55

ఇంకెంతమంది రైతుల ప్రాణాలు బలిపెట్టాలి?

కాంగ్రెస్ ప్రభుత్వంపై మరోసారి విరుచుకుపడ్డారు కేటీఆర్. రుణమాఫీ అందలేదని అనేక మంది రైతులు ప్రాణాలు తీసుకుంటున్న పరిస్థితి రాష్ట్రంలో ఉందన్నారు. ట్విట్టర్ వేదిక ప్రభుత్వాన్ని ఏకపారేశారు మాజీ మంత్రి. రాష్ట్రంలో రైతులు ఆత్మహత్యలు చేసుకుంటున్నా సర్కారు మొద్దు నిద్ర వీడటం లేదని విమర్శించారు.

కాంగ్రెస్ ప్రభుత్వంపై (Congress Govt) మరోసారి విరుచుకుపడ్డారు కేటీఆర్ (Former Minister KTR) . రుణమాఫీ అందలేదని అనేక మంది రైతులు ప్రాణాలు తీసుకుంటున్న పరిస్థితి రాష్ట్రంలో ఉందన్నారు. ట్విట్టర్ వేదిక ప్రభుత్వాన్ని ఏకిపారేశారు మాజీ మంత్రి. రాష్ట్రంలో రైతులు ఆత్మహత్యలు చేసుకుంటున్నా సర్కారు మొద్దు నిద్ర వీడటం లేదని విమర్శించారు. రుణమాఫీ కాలేదని కొందరు-పెట్టుబడి సాయం రైతు భరోసా లేక కొందరు ప్రాణాలు వదులుకోవడం ఆందోళనకరమన్నారు. మాజీ ముఖ్యమంత్రి కేసీఆర్ రైతును రాజును చేస్తే ఈ కాంగ్రెస్ సర్కార్ ప్రాణాలు తీస్తోందని మండిపడ్డారు. రైతు రుణమాఫీ అంత బోగస్, రైతు భరోసా కూడా బోగస్ అంటూ వ్యాఖ్యలు చేశారు.

నిన్న... రైతు సురేందర్ రెడ్డి అటు బ్యాంకులు, ఇటు ప్రభుత్వ కార్యాలయాల చుట్టూ కాళ్లరిగేలా తిరిగినా రుణమాఫీ కాకపోవడంతో మేడ్చల్‌లో వ్యవసాయ కార్యాలయం సాక్షిగా ఆత్మహత్య చేసుకున్నాడని తెలిపారు. తన తల్లికి, తనకు ఉన్న రుణం మాఫీ కాకపోవడంతో కాంగ్రెస్ ప్రభుత్వం చేసిన దగాకు బలైపోయాడన్నారు. నేడు... రైతు సాగర్ రెడ్డి భార్యాభర్తలిద్దరిలో ఒక్కరి కూడా రుణమాఫీ కాలేదన్న ఆవేదనతో జగిత్యాలలో పురుగుల మందు తాగి చావుబతుకుల మధ్య కొట్టుమిట్టాడుతున్నాడన్నారు. తన పేరిట ఉన్న లక్షన్నర రుణం, తన భార్య పేరిట ఉన్న లక్షా 60 వేల రుణంలో ఏ ఒక్కరి రుణం మాఫీ అయినా గట్టెక్కుతానని గంపెడాశలు పెట్టుకుని దారుణంగా మోసపోయాడని తెలిపారు.

ముఖ్యమంత్రి రేవంత్ రెడ్డది చేసిన తీరని ద్రోహానికి ఇంకా ఎంతమంది రైతులు ప్రాణాలను బలిపెట్టాలని ప్రశ్నించారు. ఏకకాలంలో అందరికీ 2 లక్షల రుణమాఫీ అని ఇచ్చిన మాటతప్పిన సీఎంను ఏం చేయాలన్నారు. డిసెంబర్లో పెట్టిన డెడ్ లైన్ సెప్టెంబర్ దాటినా అమలుకాకపోతే దగాపడ్డ అన్నదాతలు ఇంకా ఎవరికి చెప్పుకోవాలని నిలదీశారు. 49,500 వేల కోట్ల రుణమాఫీలో పావుశాతం కూడా చేయకుండా చేతులెత్తేసినందుకు రైతన్నలకు క్షమాపణలు చెప్పాలని డిమాండ్ చేశారు. ‘‘ ఇంకెంత మంది రైతులు ఆత్మహత్యలు చేసుకుంటే మీ కళ్ళు చల్లారుతాయి? ’’ అంటూ ఆగ్రహం వ్యక్తం చేశారు. రేవంత్ రెడ్డి ఢిల్లీ యాత్రలు చేయటం కాదు రాష్ట్రంలో ఏం జరుగుతుందో చూడాలన్నారు. రైతులు ఆత్మ హత్యలు చేసుకోవద్దని.. దైర్యంగా ఉండాలని కోరుతున్నాను అంటూ కేటీఆర్ ట్వీట్ చేశారు.

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Sep 11 2024, 10:14

मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं” यूएस में बोले राहुल गांधी, जानें क्यों देनी पड़ी सफाई

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अमेरिकी दौरे पर गए कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने आरक्षण को लेकर दिए अपने बयान पर देश में विवाद खड़ा हो गया है। रक्षण पर अपने बयान की वजह से चढ़े सियासी पारे के बीच कांग्रेस सासंद ने सफाई पेश की है। उन्होंने कहा है कि वह आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं। राहुल ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर उनकी पार्टी को गलत समझा गया, कांग्रेस पार्टी और का लक्ष्य इसे 50 प्रतिशत तक ले जाने का है।

वाशिंगटन में मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर उनकी पार्टी को गलत समझा गया है। वो 50 प्रतिशत से आगे बढ़कर आरक्षण देना चाहते हैं। उन्‍होंने कहा कि हम जो कह रहे हैं वह केवल आरक्षण के विचार से अलग है। हम, जो चल रहा है उसकी व्यापक समझ चाहते हैं और फिर इसे ठीक करने के लिए नीतियों की एक सीरीज लागू करना चाहते हैं, आरक्षण भी उनमें से एक है। राहुल गांधी ने कहा, ‘हम आरक्षण को 50 प्रतिशत से आगे बढ़ाने जा रहे हैं। मैं बार-बार यह कहता रहा हूं और कभी भी आरक्षण के खिलाफ नहीं रहा हूं। कल किसी ने मेरे बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया कि मैं आरक्षण के खिलाफ हूं। लेकिन मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं। हम चाहते हैं कि आरक्षण 50% हो।’

क्या कहा था राहुल गांधी ने?

इससे पहले राहुल गांधी ने अमेरिका के दौरे पर मंगलवार को जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों से बात की थी। इस दौरान उनसे पूछा गया था कि भारत में आरक्षण कब तक जारी रहेगा। इस पर राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी जब सही समय होगा, जोकि अभी नहीं है। राहुल ने कहा था, “जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपये में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपये में से 5 रुपये मिलते हैं और ओबीसी को भी लगभग इतनी ही रकम मिलती है। असलियत यह है कि उन्हें भागीदारी नहीं मिल रही है। भारत के हर एक बिजनेस लीडर की सूची देखें। मुझे आदिवासी, दलित का नाम दिखाएं। मुझे ओबीसी का नाम दिखाएं। मुझे लगता है कि शीर्ष 200 में से एक ओबीसी है। वे भारत के 50 प्रतिशत हैं, लेकिन हम इस बीमारी का इलाज नहीं कर रहे हैं। हालांकि अब, आरक्षण एकमात्र साधन नहीं है। अन्य साधन भी हैं।”

बयान पर सफाई की वजह

बता दे कि की राहुल के इस बयान के बाद बहुजन समाज पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसे लेकर कहा है कि 'केंद्र में काफी लंबे समय तक सत्ता में रहते हुए कांग्रेस पार्टी की सरकार ने ओबीसी आरक्षण को लागू नहीं किया और न ही देश में जातीय जनगणना। अब इनके इनकी आड़ में कांग्रेस सत्ता में आने के सपने देख रही है। इनके इस नाटक से सचेत रहें जो आगे कभी भी जातीय जनगणना नहीं करा पाएगी। बसपा के अलावा कुछ दलित संगठनों ने इसे मुद्दा बनाया है और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है।

TeluguCentralnews

Sep 10 2024, 09:49

Breaking : బాంబు పేల్చిన బండి సంజయ్ ‼️

- ప్రజలారా తుట్ పాలిష్ పట్టిన కేసిఆర్ భారీ స్కెచ్

- అతిత్వరలో కాంగ్రెస్ పార్టీలోకి బీఆర్ఎస్ విలీనం

తెలంగాణలో ‘విలీనం’ పై గట్టిగానే రాజకీయాలు నడుస్తున్నాయ్..! అదిగో ఫలానా పార్టీ.. ఈ పార్టీలో విలీనం కాబోతోందని ఓ జాతీయ పార్టీ అంటే.. అబ్బే మీరు మీరే ఒకటి కాబోతున్నారని మరో జాతీయ పార్టీ అంటోంది..!

ఈ విషయంలో ఎవ్వరూ తగ్గట్లేదు. ఈ అన్నింటిలోనూ కామన్‌గా బీఆర్ఎస్ పార్టీ ఉంది..! బీజేపీతో బీఆర్ఎస్‌కు (BJP, BRS) సన్నిహిత సంబంధాలున్నాయన్నది కొన్నేళ్లుగా నడుస్తున్నదే..!

అయితే ఈ మధ్య బీఆర్ఎస్‌ను కాంగ్రెస్ ఓ రేంజిలో బంతాట ఆడుకుంటోంది. రుణమాఫీ చెప్పిన టైమ్‌ కంటే చేసేయడం.. రాజీనామా చేస్తానన్న మాజీ మంత్రి, సిద్దిపేట ఎమ్మెల్యే తన్నీరు హరీష్ రావును ముహూర్తం ఎప్పుడు అంటూ మాట్లాడటం ఇలా రెండు పార్టీల మధ్య మాటల తూటాలు పేలుతున్నాయి.

ఈ క్రమంలోనే త్వరలోనే బీజేపీలో బీఆర్ఎస్ విలీనం కాబోతోందని స్వయానా రాష్ట్ర ముఖ్యమంత్రి రేవంత్ రెడ్డి వ్యాఖ్యానించారు. ఈ కామెంట్స్‌తో పొలిటికల్ హీట్ పెరిగిపోయింది. దీనిపై ఇప్పటికే బీఆర్ఎస్ నుంచి స్ట్రాంగ్ రియాక్షన్ రాగా.. తాజాగా బీజేపీ నుంచి కౌంటర్ వచ్చేసింది.

బీజేపీలో బీఆర్ఎస్ కాదు.. కాంగ్రెస్‌లోనే బీఆర్ఎస్‌ (Congress, BRS) విలీనం కాబోతోందని కేంద్ర హోం సహాయ మంత్రి బండి సంజయ్ కుమార్ ఉన్నట్టుండి బాంబ్ పేల్చారు. దీంతో రాష్ట్ర రాజకీయాలు మరింత హీటెక్కాయి. బండి రిలీజ్ చేసిన ఈ ప్రకటనపై ఇటు మీడియాలో.. అటు సోషల్ మీడియాలో పెద్ద ఎత్తునే చర్చ జరుగుతోంది.

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Sep 07 2024, 15:02

विनेश फोगाट पर बृजभूषण शरण सिंह के बयान पर कांग्रेस का पलटवार किया, जानें क्या कहा

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हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गहमागहमी बड़ गई है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है। इस बीच कांग्रेस ने भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह के बयान पर पलटवार किया है।विनेश फोगाट को कांग्रेस का टिकट मिलने के बाद बृजभूषण शरण सिंह के बयान पर अब कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है।

शुक्रवार को पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस में शामिल हुए थे। विनेश को कांग्रेस ने हरियाणा के जुलाना से विधायकी का टिकट भी सौंप दिया है। इस पर बृजभूषण शरण सिंह ने विनेश पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वे महिला खिलाड़ियों के सम्मान में नहीं बैठे थे बल्कि राजनीति के लिए बैठे थे। बृजभूषण के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, ये आज की बात नहीं है। आज़ादी के आंदोलन में भी कांग्रेस अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ खड़ी थी और ये उसके साथ खड़े थे। पवन खेड़ा ने कहा कि जो ग़लत करता है भाजपा उसके साथ होती है और वो भाजपा के साथ होता है। जिसके साथ ग़लत होता है कांग्रेस उसके साथ लड़ती है उसकी आवाज़ उठाती है इसीलिए वे कांग्रेस को पसंद करते हैं।

वहीं, हरियाणा कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, हरियाणा की बेटी के लिए बीजेपी के दुराचारी सांसद की ये भाषा बता रही कि भाजपा हमारी बेटियों को कभी न्याय नहीं दिलवाएगी। विनेश फौगाट हो या बबीता फौगाट, ये हरियाणा की बेटियां हैं. सबको राजनीति में आने का हक है। लेकिन इस वजह से दुराचारियों को अनर्गल टिप्पणियां करने का कोई हक नहीं।'

इससे पहले महिला पहलवान विनेश फोगाट के शुक्रवार को कांग्रेस शामिल होने पर प्रतिक्रिया देते हुये भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने दावा किया कि यह बात सत्य साबित हुयी कि उनके खिलाफ महिला पहलवानों का आंदोलन कांग्रेस प्रायोजित था। गोंडा के डुमरियाडीह स्थित एक निजी विद्यालय में स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम में पूर्व सांसद ने अपने संबोधन में कहा, मेरे खिलाफ जब महिला पहलवानों ने आरोप लगाए थे, मैंने तभी बोल दिया था कि यह कांग्रेस की साजिश है। हरियाणा के बड़े नेता दीपेंद्र हुड्डा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा हमारे खिलाफ साजिश कर रहे हैं।

बता दें कि महिला पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था। इसे लेकर महिला पहलवानों सहित कई पहलवानों ने दिल्ली में धरना भी दिया था।

తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Sep 07 2024, 11:06

రుణమాఫీ కాలేదంటూ పురుగుల మందు డబ్బాలతో రైతుల ఆందోళన

కాంగ్రెస్‌(Congress) ప్రభుత్వ పాలనలో అన్ని వర్గాల ప్రజలు రోడ్ల మీదకు వస్తున్నారు. ఎన్నికల్లో ఇచ్చిన హామీ మేరకు ఎలాంటి షరతులు లేకుండా రైతులందరికీ రూ.2 లక్షల రుణమాఫీ( Loan waiver) చేయాలని రాష్ట్ర వ్యాప్తంగా ఆందోళనలు కొనసాగుతున్నాయి.

కాంగ్రెస్‌(Congress) ప్రభుత్వ పాలనలో అన్ని వర్గాల ప్రజలు రోడ్ల మీదకు వస్తున్నారు. ఎన్నికల్లో ఇచ్చిన హామీ మేరకు ఎలాంటి షరతులు లేకుండా రైతులందరికీ రూ.2 లక్షల రుణమాఫీ( Loan waiver) చేయాలని రాష్ట్ర వ్యాప్తంగా ఆందోళనలు కొనసాగుతున్నాయి. సీఎం రేవంత్‌ రెడ్డి ఇచ్చిన హామీని నిలుపుకోవాలని, రైతులందరికీ రుణాలు మాఫీ చేయాలని డిమాండ్‌ చేస్తున్నారు. ఎన్నికలకు ముందు రుణమాఫీ చేస్తామని దేవుడి మీద ఒట్టేసి మరీ చెప్పిన రేవంత్‌రెడ్డి.. ఇప్పుడు కొర్రీలు విధించడంపై రైతులు ఆగ్రహం వ్యక్తం చేస్తున్నారు.

కాంగ్రెస్‌ ప్రభుత్వం రుణమాఫీ విషయంలో చేసిన మోసాన్ని ఎండగడుతూ ఊరూరా సీఎం రేవంత్‌రెడ్డి దిష్టిబొమ్మలను దహనం చేస్తూ కాంగ్రెస్‌ పార్టీకి వ్యతిరేకంగా నినాదాలు చేస్తున్నారు. తాజాగా రుణమాఫీ కాలేదని ఆరోపిస్తూ వరంగల్ కెనరా బ్యాంకు ఎదుట రైతులు పురుగుల మందు డబ్బాలతో ఆందోళన చేపట్టారు.బ్యాంకులు, అధికారుల చుట్టూ తిరిగినా ఫలితం లేదని మండిపడ్డారు. ఇప్పటికైనా ప్రభుత్వం స్పందించి వెంటనే రుణమాఫీ చేయాలని డిమాండ్‌ చేశారు. లేదంటే ఉద్యమాన్ని ఉధృతం చేస్తామని హెచ్చరించారు.

రుణమాఫీ కాలేదంటూ పురుగుల మందు డబ్బాలతో వరంగల్ కెనరా బ్యాంకు ఎదుట రైతుల ఆందోళన

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Sep 07 2024, 10:26

कांग्रेस ने जारी की 31 उम्मीदवारों की सूची, लिस्ट में 3 मुस्लिम चेहरे, नूंह दंगे के आरोपी मामन खान को भी टिकट

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हरियाणा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने लिस्ट जारी कर दी है। कांग्रेस की लिस्ट में कुल 31 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। लिस्ट में विनेश फोगाट को भी मौका मिला है। जुलाना से विनेश फोगाट भी चुनाव लड़ेंगी। तो वहीं लिस्ट में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का भी नाम शामिल है। कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में लगभग सभी सिटिंग विधायकों को मैदान में उतार दिया है। मुसलमानों के हिस्सेदारी की बात करें तो पहली लिस्ट में सिर्फ तीन मुस्लिम चेहरों को जगह मिली है।

पहली सूची पर मुहर कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन सोनिया गांधी की मौजूदगी में सीईसी की बैठक में लगी। इसमें भूपेंद्र सिंह हुड्डा को एक बार फिर से पार्टी ने गढ़ी सांपला किलोई सीट से टिकट दिया है। इसके अलावा पार्टी ने पूर्व मंत्री गीता भुक्कल को झज्जर (सुरक्षित) सीट से उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने पूर्व वित्त मंत्री और लालू प्रसाद यादव के दामान चिरंजीव राव को रेवाड़ी से फिर उतारा है। इसके पार्टी ने नूंह सीट पर आफताब अहमद को टिकट दिया है।

नारायणगढ़ से कांग्रेस ने शैली चौधरी

अन्य बड़े चेहरों में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान होडल (सुरक्षित) सीट से लड़ेंगे। कांग्रेस पार्टी ने एनआईटी फरीदाबाद सीट से नीरज शर्मा को टिकट दिया है। पार्टी ने डबवाली सीट से अमित सिहाग को उतारा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की सीट रह चुकी नारायणगढ़ से कांग्रेस ने शैली चौधरी को टिकट दिया है।

सीएम सैनी के सामने मेवा सिंह

कांग्रेस ने अपनी सूची में घोषित 32 (31+1)कैंडिडेट में लाडवा सीट मौजूदा विधायक मेवा सिंह की टिकट बरकरार रखी है। 2019 में मेवा सिंह ने बीजेपी के सिटिंग विधायक डॉ. पवन सैनी को शिकस्त दी थी। इस बार लाडवा से हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद चुनाव लड़ रहे हैं। उप चुनाव में सीएम सैनी करनाल से जीते थे, लेकिन वह अब लाडवा से बीजेपी कैंडिडेट हैं।

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Sep 06 2024, 18:54

विनेश और बजरंग पुनिया कांग्रेस के लिए इतने जरूरी क्यों हुए, क्या हरियाणा विधानसभा तुनाव में मिलेगा लाभ?

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पहलवान विनेश फोगाट कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। विनेश के साथ पहलवान बजरंग पूनिया ने भी “सियासी दंगल” में प्रवेश कर लिया। ओलंपिक में पदक से चूकने के बाद ही विनेश ने खेल से संन्यास की घोषणा कर दी थी। इसके बाद ही उनके और ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया के राजनीतिक दंगल में उतरने की अटकलें शुरू हो गई थीं। आज कांग्रेस में शामिल होने के साथ ही इस पर विराम लग गया।

दोनों खिलाड़ियों के कांग्रेस का हाथ थामने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। सवाल है कि भारत से कई खिलाड़ी ओलंपिक में गए हैं लेकिन कांग्रेस ने उनमें से केवल विनेश फोगाट और बजरंग पांजा को ही अधिक महत्व क्यों दिया? इन दोनों पहलवानों के आने से कांग्रेस को इस चुनाव में कितना फायदा मिलेगा? दूसरे शब्दों में कहें तो कांग्रेस में इन दोनों खिलाड़ियों के शामिल होने से बीजेपी को कितना झटका लगेगा?

कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश ने कहा कि सड़क से संसद तक महिलाओं के लिए लड़ने वाली पार्टी में शामिल होकर वह खुश हैं। बता दें कि विनेश महिला रेसलरों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ तत्कालीन डब्यूएफआई प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के विरोध में लड़ाई लड़कर बीजेपी के विरोध की आवाज बन चुकी है। हरियाणा के चुनावों में वैसे तो कई मुद्दे होंगे पर विनेश फौगाट के बजरंग पूनिया ने जिस मुद्दे को लेकर सक्रिय हैं वो सभी मुद्दों पर भारी पड़ सकता है।

विनेश को ओलंपिक में सफलता मिलने के बाद जिस तरह हाथ से पदक फिसल गए उससे आम लोगों में उनको लेकर जबरदस्त संवेदना है। दिल्ली में कई बार विरोध प्रदर्शनों के दौरान और ओलंपिक में फाइनल नहीं खेलने दिए जाने के बाद से विनेश फोगाट को लेकर हरियाणा समेत देशभर में सहानुभूति की जबरदस्त लहर दिखाई दी थी. पेरिस से खाली हाथ मायूस होकर दिल्ली लौटीं विनेश फोगाट को देखकर कई खेलप्रेमियों के आंसू छलक पड़े थे. इसके बाद टीवी, रेडियो, अखबारों और सोशल मीडिया में विनेश फोगाट की तस्वीरों की लहर चल पड़ी. ज्यादातर तस्वीरों में उनके साथ बजरंग पूनिया भी दिखे थे। विनेश के राजनीतिक अखाड़े में उतरने से जाहिर है कि ब्रजभूषण शरण सिंह विवाद की फिर से हर गली चौक चौबारे पर चर्चा होगी। जो चुनाव परिणाम के लिए गेमचेंजर भी साबित हो सकता है।जो मौजूदा सरकार के खिलाफ किसानों की नाराजगी, जाटों की नाराजगी आदि को और बल प्रदान करेगा।

महिला, खिलाड़ियों, युवाओं को संदेश

राजनीति के जानकारों का मानना है कि विनेश के कांग्रेस में आने से महिला वोटरों खासकर युवा लड़कियों को भी कांग्रेस की तरफ से एक संदेश जाएगा। पार्टी विनेश और बजरंग के जरिये जाट वोटरों में मजबूती के साथ ही महिलाओं के अलावा युवाओं और खिलाड़ियों को भी अपने पाले में लाने में कामयाब होती दिख रही है। इसका असर चुनाव पर दिखना स्वाभाविक है।

राजनीति में असरदार जाट बिरादरी का मिलेगा साथ!

पिछले साल पहलवानों के विरोध प्रदर्शन का असर लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला था। बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला हुआ था। एनडीए और कांग्रेस दोनों को 5-5 सीटों पर जीत मिली थी। हरियाणा की राजनीति में जाटों की अहम भूमिका है। जाटों की आबादी 22 फीसदी से अधिका है। विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया दोनों हरियाणा की राजनीति में असरदार जाट बिरादरी से संबंध रखते हैं। हरियाणा में रोहतक, सोनीपत, हिसार, भिवानी, जींद, कैथल, चरखी दादरी और सिरसा तक जाट समुदाय ही कई विधानसभा सीटों पर जीत-हार का फैसला करता है। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से इन इलाकों की 36 विधानसभा सीटों पर जाट वोटर्स निर्णायक साबित होते हैं। इसलिए कांग्रेस ने हुड्डा परिवार की पैरवी, सहानुभूति लहर और जाट समुदाय के वोटों की उम्मीद में विनेश फोगाट के पक्ष में दांव लगाया है।

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Sep 06 2024, 16:18

बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट कांग्रेस में शामिल, अब हरियाणा चुनाव में दिखाएंगे दम

#bajrangpuniaandvineshphogatjoinscongress

ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मौजूदगी में दोनों पहलवान कांग्रेस में शामिल हुए। इस मौके पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी नेता पवन खेड़ा, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान और हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया भी मौजूद रहे। इससे पहले दोनों रेसलर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से उनके आवास पर मिले। इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। विनेश का जुलाना सीट से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। वहीं बजरंग के भी चुनाव लड़ने की अटकलें हैं।

कांग्रेस ज्वॉइन करने के बाद बोलीं विनेश फोगाट

कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश ने कहा कि जब रोड पर घसीटे जा रहे थे तो भाजपा के अलावा सभी पार्टियां साथ में खड़ीं थी। मुझे खुशी है कि मैं ऐसी पार्टी में आई जो महिलाओं की आवाज उठाती है। कांग्रेस ने हमारे आंसुओं को समझा। बुरे टाइम में पता चलता है कि आपका कौन है। भाजपा आईटी सेल ने जला हुआ कारतूस कहा। मेरे लिए बहुत गर्व की बात है कि मैं एक नई पारी शुरु करने जा रही हूं। विनेश ने कहा कि बजरंग ने हमारे साथ आवाज उठाई, उस पर डोप टेस्ट को लेकर चार साल का बैन लगा दिया।

विनेश फोगाट ने कहा कि जो लड़ाई थी वह खत्म नहीं हुई है। कोर्ट में हमारा केस चल रहा है। वह लड़ाई भी हम जीतेंगे। खेल में जैसे हमने कभी हार नहीं मानी वैसे ही इस नए प्लेटफॉर्म(पार्टी में) पर भी हम हार नहीं मानेंगे। अपने लोगों के बीच में रहेंगे, दिल से मेहनत करेंगे। मैं कहना चाहूंगी आपकी बहन आपके साथ हमेशा खड़ी रहेगी।

पुनिया ने कहा-कांग्रेस और देश को मजूबत करेंगे

वहीं बजरंग पूनिया ने कहा कि कांग्रेस और देश को मजूबत करेंगे। भाजपा हमारे साथ खड़ी नहीं हुई। कांग्रेस में आने पर आलोचना हो रही है। आज कहा जा रहा है कि हमारा मकसद सिर्फ राजनीति करना था। हमने उन्हें (बीजेपी) लेटर भेजा था। जो अत्याचार बेटियों के साथ हुआ था, कांग्रेस पार्टी हमारे साथ खड़ी रही। हमने जितनी मेहनत कुश्ती, किसान आंदोलन, अपने आंदोलन में की, उतनी ही मेहनत यहां भी करेंगे। विनेश के साथ ओलिंपिक में जो हुआ, पूरा देश दुखी था, हालांकि कुछ लोग खुशी मना रहे थे। ये गलत था। जैसा की विनेश ने कहा कि हम सभी देश की बेटियों के साथ हैं। विनेश जब फाइनल में गई पूरा देश खुश था सब जश्न मना रहे थे, लेकिन जब विनेश डिस्क्वालीफाई हुई तो पूरा देश दुखी था लेकिन भाजपा आईटी सेल ही था जो जश्न मना रहा था।

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Sep 06 2024, 12:19

कांग्रेस में शामिल होंगे विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया, कुश्ती के बाद अब सियासी “दंगल” में आजमाएंगे हाथ

#vineshphogatandbajrangpuniawilljoincongresstoday

हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच खबर है कि कुश्ती के दो धाकड़ खिलाड़ी विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया आज कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस मुख्यालय में शुक्रवार को कुछ नेताओं को शामिल करने के लिए संवाददाता सम्मेलन हो रहा है। इस सम्मेलन में पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा आप विधायक राजेंद्र गौतम के भी हाथ थामने की खबर है।

इससे पहले चार सितंबर को विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी और सियासी संभावनाओं को लेकर चर्चा की थी। मुलाकात की जानकारी खुद कांग्रेस ने दी थी और इससे माना जा रहा था कि विनेश को चुनाव में उतारने के लिए कांग्रेस मंथन कर रही है।

इस सीट से किस्मत आजमा सकतीं हैं फोगाट

खबरों की मानें तो कांग्रेस ने विनेश फोगाट से संपर्क किया है और उनकी इच्छा पूछी गई है कि वह किस सीट से लड़ना चाहती हैं। फिलहाल कांग्रेस ने उन्हें दो सीटों में से किसी एक का ऑप्शन दिया है। पहली है बधरा और दूसरी दादरी। दोनों सीटें चरखी दादरी में ही आती हैं। इसमें से दादरी सीट पर बबीता फोगाट भाजपा के टिकट पर 2019 में चुनाव लड़ चुकी हैं। हालांकि, वह तीसरे नंबर पर रहीं थी। निर्दलीय रहे सोमबीर सांगवान यहां से चुनाव जीते थे। कांग्रेस चौथे स्थान पर रही थी। अब सोमबीर कांग्रेस में हैं। अगर विनेश यहां से चुनाव लड़ती हैं तो फिर इस सीट पर दो बहनों के बीच मुकाबला होगा। हालांकि, कांग्रेस ने विनेश को साफ तौर पर कहा है कि वो जिस सीट पर भी कहेंगी, उन्हें टिकट मिल जाएगा।

पुनिया किस सीट से लड़ेंगे चुनाव?

वहीं, दूसरी तरफ बजरंग पूनिया ने कांग्रेस से बादली विधानसभा सीट मांगी है। इस सीट पर सीटिंग विधायक कुलदीप वत्स को टिकट फाइनल कर दिया है। कुलदीप ब्राम्हण नेता हैं। ऐसे में कांग्रेस कुलदीप का टिकट काटकर ब्राह्मणों को नाराज नहीं करना चाहती। इसलिए बजरंग को बहादुरगढ़ और भिवानी का ऑप्शन दिया है। साथ ही हरियाणा की किसी भी जाट बाहुल्य सीट का ऑप्शन भी दिया गया है। अब गेंद बजरंग पूनिया के पाले में है कि वो किस सीट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं।

बता दें कि विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अब तक कोई लिस्ट जारी नहीं की है। प्रत्याशियों की पहली सूची गठबंधन को लेकर कोई नतीजा न निकलने से अटक गई है। शुक्रवार को आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ हरियाणा में गठबंधन को लेकर कांग्रेस हाईकमान की बैठक होगी। इस बैठक में ही तय होगा कि गठबंधन होगा या नहीं, अगर होगा तो कितनी और कौन सी सीटों पर यह समझौता होगा। राहुल गांधी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक के बाद ही सूची जारी होगी।

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9 hours ago

हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 3 ऑब्जर्वर किए नियुक्त, क्या गहलोत-माकन और बाजवा दिला पाएंगें फायदा?

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हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव को लेकर वोटिंग होनी हैं। इससे पहले सभी पार्टियों ने पूरा जोर लगा रखा है। एक तरफ बीजेपी तीसरी बार सत्ता में बने रहने के लिए पूरी जोर आजमाइश में लगी है, वहीं कांग्रेस 10 साल बाद सत्ता वापसी के लिए लड़ रही है। कांग्रेस इस चुनाव में बढ़त के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। यही वजह है कि पार्टी के तीन बड़े नेताओं को हरियाणा भेजकर अहम जिम्मेदारी दी जा रही है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। कांग्रेस राजस्थान, दिल्ली और पंजाब से अपने तीन बड़े नेताओं को इसकी जिम्मेदारी दी है। कांग्रेस ने राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन और पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा को वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया है।

10 साल बाद सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस का पूरा जोर

कांग्रेस 10 साल से सत्ता में दूर है इसलिए पार्टी चुनाव की तैयारियों में किसी तरह की कमी नहीं छोड़ना चाहती इसलिए अशोक गहलोत, मकान और बाजवा जैसे वरिष्ठ नेताओं को हरियाणा भेजा जा रहा है। राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन और पंजाब असेंबली में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, तीनों ही नेता न सिर्फ बेहद सीनियर व अनुभवी हैं, बल्कि संगठन में इनकी अपनी एक साख है। तीनों नेता हरियाणा की सीमा से सटे तीन राज्यों दिल्ली, पंजाब व राजस्थान से आते हैं। ऐसे में इन तीनों के सहारे उन इलाकों में इनके प्रभाव का इस्तेमाल करने की भी योजना है।

तीनों पर्यवेक्षकों के लिए बागियों को साधना सबसे बड़ी जिम्मेदारी

सूत्रों के मुताबिक, इन पर्यवेक्षकों का फिलहाल प्रमुख काम वहां नाराज पार्टी नेताओं, बागियों, नाराज कार्यकर्ताओं से संपर्क कर उनकी नाराजगी दूर करना, नाराज घर बैठ चुके लोगों को घर से बाहर निकालना है। उल्लेखनीय है कि नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 16 सितंबर सोमवार है। इसलिए कांग्रेस पूरा जोर लगाकर अपने बागियों को मनाने की कोशिश में लगी है। फिलहाल कांग्रेस में 31 बागी निर्दलीय खड़े हुए हैं। इन्हें साधना कांग्रेस की सबसे बड़ी प्राथमिकता व चिंता है। पार्टी के भीतर फिलहाल इस बात पर मंथन हो रहा है कि किस तरह के बागी को कैसे मनाया जाए या उस पर कहां व किससे कहलवाकर जोर डलवा कर नाम वापस लेने के लिए तैयार किया जा सकता है।

5 अक्टूबर को होगा मतदान

90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होना है और मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। सूबे में कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला है। तीनों ही पार्टियों ने चुन चुनकर अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतार दिए हैं। सूबे में 10 सालों से बीजेपी की सरकार है। ऐसे में पार्टी तीसरी बार राज्य में सरकार बनाने की कोशिश में है तो वहीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था जिसको लेकर पार्टी के हौसले बुलंद हैं। पार्टी किसी भी तरह से राज्य में वापसी करने की कोशिश में लगी हुई है।

తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Sep 12 2024, 12:55

ఇంకెంతమంది రైతుల ప్రాణాలు బలిపెట్టాలి?

కాంగ్రెస్ ప్రభుత్వంపై మరోసారి విరుచుకుపడ్డారు కేటీఆర్. రుణమాఫీ అందలేదని అనేక మంది రైతులు ప్రాణాలు తీసుకుంటున్న పరిస్థితి రాష్ట్రంలో ఉందన్నారు. ట్విట్టర్ వేదిక ప్రభుత్వాన్ని ఏకపారేశారు మాజీ మంత్రి. రాష్ట్రంలో రైతులు ఆత్మహత్యలు చేసుకుంటున్నా సర్కారు మొద్దు నిద్ర వీడటం లేదని విమర్శించారు.

కాంగ్రెస్ ప్రభుత్వంపై (Congress Govt) మరోసారి విరుచుకుపడ్డారు కేటీఆర్ (Former Minister KTR) . రుణమాఫీ అందలేదని అనేక మంది రైతులు ప్రాణాలు తీసుకుంటున్న పరిస్థితి రాష్ట్రంలో ఉందన్నారు. ట్విట్టర్ వేదిక ప్రభుత్వాన్ని ఏకిపారేశారు మాజీ మంత్రి. రాష్ట్రంలో రైతులు ఆత్మహత్యలు చేసుకుంటున్నా సర్కారు మొద్దు నిద్ర వీడటం లేదని విమర్శించారు. రుణమాఫీ కాలేదని కొందరు-పెట్టుబడి సాయం రైతు భరోసా లేక కొందరు ప్రాణాలు వదులుకోవడం ఆందోళనకరమన్నారు. మాజీ ముఖ్యమంత్రి కేసీఆర్ రైతును రాజును చేస్తే ఈ కాంగ్రెస్ సర్కార్ ప్రాణాలు తీస్తోందని మండిపడ్డారు. రైతు రుణమాఫీ అంత బోగస్, రైతు భరోసా కూడా బోగస్ అంటూ వ్యాఖ్యలు చేశారు.

నిన్న... రైతు సురేందర్ రెడ్డి అటు బ్యాంకులు, ఇటు ప్రభుత్వ కార్యాలయాల చుట్టూ కాళ్లరిగేలా తిరిగినా రుణమాఫీ కాకపోవడంతో మేడ్చల్‌లో వ్యవసాయ కార్యాలయం సాక్షిగా ఆత్మహత్య చేసుకున్నాడని తెలిపారు. తన తల్లికి, తనకు ఉన్న రుణం మాఫీ కాకపోవడంతో కాంగ్రెస్ ప్రభుత్వం చేసిన దగాకు బలైపోయాడన్నారు. నేడు... రైతు సాగర్ రెడ్డి భార్యాభర్తలిద్దరిలో ఒక్కరి కూడా రుణమాఫీ కాలేదన్న ఆవేదనతో జగిత్యాలలో పురుగుల మందు తాగి చావుబతుకుల మధ్య కొట్టుమిట్టాడుతున్నాడన్నారు. తన పేరిట ఉన్న లక్షన్నర రుణం, తన భార్య పేరిట ఉన్న లక్షా 60 వేల రుణంలో ఏ ఒక్కరి రుణం మాఫీ అయినా గట్టెక్కుతానని గంపెడాశలు పెట్టుకుని దారుణంగా మోసపోయాడని తెలిపారు.

ముఖ్యమంత్రి రేవంత్ రెడ్డది చేసిన తీరని ద్రోహానికి ఇంకా ఎంతమంది రైతులు ప్రాణాలను బలిపెట్టాలని ప్రశ్నించారు. ఏకకాలంలో అందరికీ 2 లక్షల రుణమాఫీ అని ఇచ్చిన మాటతప్పిన సీఎంను ఏం చేయాలన్నారు. డిసెంబర్లో పెట్టిన డెడ్ లైన్ సెప్టెంబర్ దాటినా అమలుకాకపోతే దగాపడ్డ అన్నదాతలు ఇంకా ఎవరికి చెప్పుకోవాలని నిలదీశారు. 49,500 వేల కోట్ల రుణమాఫీలో పావుశాతం కూడా చేయకుండా చేతులెత్తేసినందుకు రైతన్నలకు క్షమాపణలు చెప్పాలని డిమాండ్ చేశారు. ‘‘ ఇంకెంత మంది రైతులు ఆత్మహత్యలు చేసుకుంటే మీ కళ్ళు చల్లారుతాయి? ’’ అంటూ ఆగ్రహం వ్యక్తం చేశారు. రేవంత్ రెడ్డి ఢిల్లీ యాత్రలు చేయటం కాదు రాష్ట్రంలో ఏం జరుగుతుందో చూడాలన్నారు. రైతులు ఆత్మ హత్యలు చేసుకోవద్దని.. దైర్యంగా ఉండాలని కోరుతున్నాను అంటూ కేటీఆర్ ట్వీట్ చేశారు.

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Sep 11 2024, 10:14

मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं” यूएस में बोले राहुल गांधी, जानें क्यों देनी पड़ी सफाई

#congressleaderrahulgandhiclarificationonreservation_statement

अमेरिकी दौरे पर गए कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने आरक्षण को लेकर दिए अपने बयान पर देश में विवाद खड़ा हो गया है। रक्षण पर अपने बयान की वजह से चढ़े सियासी पारे के बीच कांग्रेस सासंद ने सफाई पेश की है। उन्होंने कहा है कि वह आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं। राहुल ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर उनकी पार्टी को गलत समझा गया, कांग्रेस पार्टी और का लक्ष्य इसे 50 प्रतिशत तक ले जाने का है।

वाशिंगटन में मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर उनकी पार्टी को गलत समझा गया है। वो 50 प्रतिशत से आगे बढ़कर आरक्षण देना चाहते हैं। उन्‍होंने कहा कि हम जो कह रहे हैं वह केवल आरक्षण के विचार से अलग है। हम, जो चल रहा है उसकी व्यापक समझ चाहते हैं और फिर इसे ठीक करने के लिए नीतियों की एक सीरीज लागू करना चाहते हैं, आरक्षण भी उनमें से एक है। राहुल गांधी ने कहा, ‘हम आरक्षण को 50 प्रतिशत से आगे बढ़ाने जा रहे हैं। मैं बार-बार यह कहता रहा हूं और कभी भी आरक्षण के खिलाफ नहीं रहा हूं। कल किसी ने मेरे बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया कि मैं आरक्षण के खिलाफ हूं। लेकिन मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं। हम चाहते हैं कि आरक्षण 50% हो।’

क्या कहा था राहुल गांधी ने?

इससे पहले राहुल गांधी ने अमेरिका के दौरे पर मंगलवार को जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों से बात की थी। इस दौरान उनसे पूछा गया था कि भारत में आरक्षण कब तक जारी रहेगा। इस पर राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी जब सही समय होगा, जोकि अभी नहीं है। राहुल ने कहा था, “जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपये में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपये में से 5 रुपये मिलते हैं और ओबीसी को भी लगभग इतनी ही रकम मिलती है। असलियत यह है कि उन्हें भागीदारी नहीं मिल रही है। भारत के हर एक बिजनेस लीडर की सूची देखें। मुझे आदिवासी, दलित का नाम दिखाएं। मुझे ओबीसी का नाम दिखाएं। मुझे लगता है कि शीर्ष 200 में से एक ओबीसी है। वे भारत के 50 प्रतिशत हैं, लेकिन हम इस बीमारी का इलाज नहीं कर रहे हैं। हालांकि अब, आरक्षण एकमात्र साधन नहीं है। अन्य साधन भी हैं।”

बयान पर सफाई की वजह

बता दे कि की राहुल के इस बयान के बाद बहुजन समाज पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसे लेकर कहा है कि 'केंद्र में काफी लंबे समय तक सत्ता में रहते हुए कांग्रेस पार्टी की सरकार ने ओबीसी आरक्षण को लागू नहीं किया और न ही देश में जातीय जनगणना। अब इनके इनकी आड़ में कांग्रेस सत्ता में आने के सपने देख रही है। इनके इस नाटक से सचेत रहें जो आगे कभी भी जातीय जनगणना नहीं करा पाएगी। बसपा के अलावा कुछ दलित संगठनों ने इसे मुद्दा बनाया है और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है।

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Sep 10 2024, 09:49

Breaking : బాంబు పేల్చిన బండి సంజయ్ ‼️

- ప్రజలారా తుట్ పాలిష్ పట్టిన కేసిఆర్ భారీ స్కెచ్

- అతిత్వరలో కాంగ్రెస్ పార్టీలోకి బీఆర్ఎస్ విలీనం

తెలంగాణలో ‘విలీనం’ పై గట్టిగానే రాజకీయాలు నడుస్తున్నాయ్..! అదిగో ఫలానా పార్టీ.. ఈ పార్టీలో విలీనం కాబోతోందని ఓ జాతీయ పార్టీ అంటే.. అబ్బే మీరు మీరే ఒకటి కాబోతున్నారని మరో జాతీయ పార్టీ అంటోంది..!

ఈ విషయంలో ఎవ్వరూ తగ్గట్లేదు. ఈ అన్నింటిలోనూ కామన్‌గా బీఆర్ఎస్ పార్టీ ఉంది..! బీజేపీతో బీఆర్ఎస్‌కు (BJP, BRS) సన్నిహిత సంబంధాలున్నాయన్నది కొన్నేళ్లుగా నడుస్తున్నదే..!

అయితే ఈ మధ్య బీఆర్ఎస్‌ను కాంగ్రెస్ ఓ రేంజిలో బంతాట ఆడుకుంటోంది. రుణమాఫీ చెప్పిన టైమ్‌ కంటే చేసేయడం.. రాజీనామా చేస్తానన్న మాజీ మంత్రి, సిద్దిపేట ఎమ్మెల్యే తన్నీరు హరీష్ రావును ముహూర్తం ఎప్పుడు అంటూ మాట్లాడటం ఇలా రెండు పార్టీల మధ్య మాటల తూటాలు పేలుతున్నాయి.

ఈ క్రమంలోనే త్వరలోనే బీజేపీలో బీఆర్ఎస్ విలీనం కాబోతోందని స్వయానా రాష్ట్ర ముఖ్యమంత్రి రేవంత్ రెడ్డి వ్యాఖ్యానించారు. ఈ కామెంట్స్‌తో పొలిటికల్ హీట్ పెరిగిపోయింది. దీనిపై ఇప్పటికే బీఆర్ఎస్ నుంచి స్ట్రాంగ్ రియాక్షన్ రాగా.. తాజాగా బీజేపీ నుంచి కౌంటర్ వచ్చేసింది.

బీజేపీలో బీఆర్ఎస్ కాదు.. కాంగ్రెస్‌లోనే బీఆర్ఎస్‌ (Congress, BRS) విలీనం కాబోతోందని కేంద్ర హోం సహాయ మంత్రి బండి సంజయ్ కుమార్ ఉన్నట్టుండి బాంబ్ పేల్చారు. దీంతో రాష్ట్ర రాజకీయాలు మరింత హీటెక్కాయి. బండి రిలీజ్ చేసిన ఈ ప్రకటనపై ఇటు మీడియాలో.. అటు సోషల్ మీడియాలో పెద్ద ఎత్తునే చర్చ జరుగుతోంది.

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Sep 07 2024, 15:02

विनेश फोगाट पर बृजभूषण शरण सिंह के बयान पर कांग्रेस का पलटवार किया, जानें क्या कहा

#congress_attacked_on_bjp_brij_bhushan_sharan_singh_over_vinesh_phogat

हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गहमागहमी बड़ गई है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है। इस बीच कांग्रेस ने भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह के बयान पर पलटवार किया है।विनेश फोगाट को कांग्रेस का टिकट मिलने के बाद बृजभूषण शरण सिंह के बयान पर अब कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है।

शुक्रवार को पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस में शामिल हुए थे। विनेश को कांग्रेस ने हरियाणा के जुलाना से विधायकी का टिकट भी सौंप दिया है। इस पर बृजभूषण शरण सिंह ने विनेश पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वे महिला खिलाड़ियों के सम्मान में नहीं बैठे थे बल्कि राजनीति के लिए बैठे थे। बृजभूषण के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, ये आज की बात नहीं है। आज़ादी के आंदोलन में भी कांग्रेस अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ खड़ी थी और ये उसके साथ खड़े थे। पवन खेड़ा ने कहा कि जो ग़लत करता है भाजपा उसके साथ होती है और वो भाजपा के साथ होता है। जिसके साथ ग़लत होता है कांग्रेस उसके साथ लड़ती है उसकी आवाज़ उठाती है इसीलिए वे कांग्रेस को पसंद करते हैं।

वहीं, हरियाणा कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, हरियाणा की बेटी के लिए बीजेपी के दुराचारी सांसद की ये भाषा बता रही कि भाजपा हमारी बेटियों को कभी न्याय नहीं दिलवाएगी। विनेश फौगाट हो या बबीता फौगाट, ये हरियाणा की बेटियां हैं. सबको राजनीति में आने का हक है। लेकिन इस वजह से दुराचारियों को अनर्गल टिप्पणियां करने का कोई हक नहीं।'

इससे पहले महिला पहलवान विनेश फोगाट के शुक्रवार को कांग्रेस शामिल होने पर प्रतिक्रिया देते हुये भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने दावा किया कि यह बात सत्य साबित हुयी कि उनके खिलाफ महिला पहलवानों का आंदोलन कांग्रेस प्रायोजित था। गोंडा के डुमरियाडीह स्थित एक निजी विद्यालय में स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम में पूर्व सांसद ने अपने संबोधन में कहा, मेरे खिलाफ जब महिला पहलवानों ने आरोप लगाए थे, मैंने तभी बोल दिया था कि यह कांग्रेस की साजिश है। हरियाणा के बड़े नेता दीपेंद्र हुड्डा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा हमारे खिलाफ साजिश कर रहे हैं।

बता दें कि महिला पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था। इसे लेकर महिला पहलवानों सहित कई पहलवानों ने दिल्ली में धरना भी दिया था।

తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Sep 07 2024, 11:06

రుణమాఫీ కాలేదంటూ పురుగుల మందు డబ్బాలతో రైతుల ఆందోళన

కాంగ్రెస్‌(Congress) ప్రభుత్వ పాలనలో అన్ని వర్గాల ప్రజలు రోడ్ల మీదకు వస్తున్నారు. ఎన్నికల్లో ఇచ్చిన హామీ మేరకు ఎలాంటి షరతులు లేకుండా రైతులందరికీ రూ.2 లక్షల రుణమాఫీ( Loan waiver) చేయాలని రాష్ట్ర వ్యాప్తంగా ఆందోళనలు కొనసాగుతున్నాయి.

కాంగ్రెస్‌(Congress) ప్రభుత్వ పాలనలో అన్ని వర్గాల ప్రజలు రోడ్ల మీదకు వస్తున్నారు. ఎన్నికల్లో ఇచ్చిన హామీ మేరకు ఎలాంటి షరతులు లేకుండా రైతులందరికీ రూ.2 లక్షల రుణమాఫీ( Loan waiver) చేయాలని రాష్ట్ర వ్యాప్తంగా ఆందోళనలు కొనసాగుతున్నాయి. సీఎం రేవంత్‌ రెడ్డి ఇచ్చిన హామీని నిలుపుకోవాలని, రైతులందరికీ రుణాలు మాఫీ చేయాలని డిమాండ్‌ చేస్తున్నారు. ఎన్నికలకు ముందు రుణమాఫీ చేస్తామని దేవుడి మీద ఒట్టేసి మరీ చెప్పిన రేవంత్‌రెడ్డి.. ఇప్పుడు కొర్రీలు విధించడంపై రైతులు ఆగ్రహం వ్యక్తం చేస్తున్నారు.

కాంగ్రెస్‌ ప్రభుత్వం రుణమాఫీ విషయంలో చేసిన మోసాన్ని ఎండగడుతూ ఊరూరా సీఎం రేవంత్‌రెడ్డి దిష్టిబొమ్మలను దహనం చేస్తూ కాంగ్రెస్‌ పార్టీకి వ్యతిరేకంగా నినాదాలు చేస్తున్నారు. తాజాగా రుణమాఫీ కాలేదని ఆరోపిస్తూ వరంగల్ కెనరా బ్యాంకు ఎదుట రైతులు పురుగుల మందు డబ్బాలతో ఆందోళన చేపట్టారు.బ్యాంకులు, అధికారుల చుట్టూ తిరిగినా ఫలితం లేదని మండిపడ్డారు. ఇప్పటికైనా ప్రభుత్వం స్పందించి వెంటనే రుణమాఫీ చేయాలని డిమాండ్‌ చేశారు. లేదంటే ఉద్యమాన్ని ఉధృతం చేస్తామని హెచ్చరించారు.

రుణమాఫీ కాలేదంటూ పురుగుల మందు డబ్బాలతో వరంగల్ కెనరా బ్యాంకు ఎదుట రైతుల ఆందోళన

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Sep 07 2024, 10:26

कांग्रेस ने जारी की 31 उम्मीदवारों की सूची, लिस्ट में 3 मुस्लिम चेहरे, नूंह दंगे के आरोपी मामन खान को भी टिकट

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हरियाणा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने लिस्ट जारी कर दी है। कांग्रेस की लिस्ट में कुल 31 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। लिस्ट में विनेश फोगाट को भी मौका मिला है। जुलाना से विनेश फोगाट भी चुनाव लड़ेंगी। तो वहीं लिस्ट में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का भी नाम शामिल है। कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में लगभग सभी सिटिंग विधायकों को मैदान में उतार दिया है। मुसलमानों के हिस्सेदारी की बात करें तो पहली लिस्ट में सिर्फ तीन मुस्लिम चेहरों को जगह मिली है।

पहली सूची पर मुहर कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन सोनिया गांधी की मौजूदगी में सीईसी की बैठक में लगी। इसमें भूपेंद्र सिंह हुड्डा को एक बार फिर से पार्टी ने गढ़ी सांपला किलोई सीट से टिकट दिया है। इसके अलावा पार्टी ने पूर्व मंत्री गीता भुक्कल को झज्जर (सुरक्षित) सीट से उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने पूर्व वित्त मंत्री और लालू प्रसाद यादव के दामान चिरंजीव राव को रेवाड़ी से फिर उतारा है। इसके पार्टी ने नूंह सीट पर आफताब अहमद को टिकट दिया है।

नारायणगढ़ से कांग्रेस ने शैली चौधरी

अन्य बड़े चेहरों में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान होडल (सुरक्षित) सीट से लड़ेंगे। कांग्रेस पार्टी ने एनआईटी फरीदाबाद सीट से नीरज शर्मा को टिकट दिया है। पार्टी ने डबवाली सीट से अमित सिहाग को उतारा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की सीट रह चुकी नारायणगढ़ से कांग्रेस ने शैली चौधरी को टिकट दिया है।

सीएम सैनी के सामने मेवा सिंह

कांग्रेस ने अपनी सूची में घोषित 32 (31+1)कैंडिडेट में लाडवा सीट मौजूदा विधायक मेवा सिंह की टिकट बरकरार रखी है। 2019 में मेवा सिंह ने बीजेपी के सिटिंग विधायक डॉ. पवन सैनी को शिकस्त दी थी। इस बार लाडवा से हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद चुनाव लड़ रहे हैं। उप चुनाव में सीएम सैनी करनाल से जीते थे, लेकिन वह अब लाडवा से बीजेपी कैंडिडेट हैं।

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Sep 06 2024, 18:54

विनेश और बजरंग पुनिया कांग्रेस के लिए इतने जरूरी क्यों हुए, क्या हरियाणा विधानसभा तुनाव में मिलेगा लाभ?

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पहलवान विनेश फोगाट कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। विनेश के साथ पहलवान बजरंग पूनिया ने भी “सियासी दंगल” में प्रवेश कर लिया। ओलंपिक में पदक से चूकने के बाद ही विनेश ने खेल से संन्यास की घोषणा कर दी थी। इसके बाद ही उनके और ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया के राजनीतिक दंगल में उतरने की अटकलें शुरू हो गई थीं। आज कांग्रेस में शामिल होने के साथ ही इस पर विराम लग गया।

दोनों खिलाड़ियों के कांग्रेस का हाथ थामने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। सवाल है कि भारत से कई खिलाड़ी ओलंपिक में गए हैं लेकिन कांग्रेस ने उनमें से केवल विनेश फोगाट और बजरंग पांजा को ही अधिक महत्व क्यों दिया? इन दोनों पहलवानों के आने से कांग्रेस को इस चुनाव में कितना फायदा मिलेगा? दूसरे शब्दों में कहें तो कांग्रेस में इन दोनों खिलाड़ियों के शामिल होने से बीजेपी को कितना झटका लगेगा?

कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश ने कहा कि सड़क से संसद तक महिलाओं के लिए लड़ने वाली पार्टी में शामिल होकर वह खुश हैं। बता दें कि विनेश महिला रेसलरों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ तत्कालीन डब्यूएफआई प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के विरोध में लड़ाई लड़कर बीजेपी के विरोध की आवाज बन चुकी है। हरियाणा के चुनावों में वैसे तो कई मुद्दे होंगे पर विनेश फौगाट के बजरंग पूनिया ने जिस मुद्दे को लेकर सक्रिय हैं वो सभी मुद्दों पर भारी पड़ सकता है।

विनेश को ओलंपिक में सफलता मिलने के बाद जिस तरह हाथ से पदक फिसल गए उससे आम लोगों में उनको लेकर जबरदस्त संवेदना है। दिल्ली में कई बार विरोध प्रदर्शनों के दौरान और ओलंपिक में फाइनल नहीं खेलने दिए जाने के बाद से विनेश फोगाट को लेकर हरियाणा समेत देशभर में सहानुभूति की जबरदस्त लहर दिखाई दी थी. पेरिस से खाली हाथ मायूस होकर दिल्ली लौटीं विनेश फोगाट को देखकर कई खेलप्रेमियों के आंसू छलक पड़े थे. इसके बाद टीवी, रेडियो, अखबारों और सोशल मीडिया में विनेश फोगाट की तस्वीरों की लहर चल पड़ी. ज्यादातर तस्वीरों में उनके साथ बजरंग पूनिया भी दिखे थे। विनेश के राजनीतिक अखाड़े में उतरने से जाहिर है कि ब्रजभूषण शरण सिंह विवाद की फिर से हर गली चौक चौबारे पर चर्चा होगी। जो चुनाव परिणाम के लिए गेमचेंजर भी साबित हो सकता है।जो मौजूदा सरकार के खिलाफ किसानों की नाराजगी, जाटों की नाराजगी आदि को और बल प्रदान करेगा।

महिला, खिलाड़ियों, युवाओं को संदेश

राजनीति के जानकारों का मानना है कि विनेश के कांग्रेस में आने से महिला वोटरों खासकर युवा लड़कियों को भी कांग्रेस की तरफ से एक संदेश जाएगा। पार्टी विनेश और बजरंग के जरिये जाट वोटरों में मजबूती के साथ ही महिलाओं के अलावा युवाओं और खिलाड़ियों को भी अपने पाले में लाने में कामयाब होती दिख रही है। इसका असर चुनाव पर दिखना स्वाभाविक है।

राजनीति में असरदार जाट बिरादरी का मिलेगा साथ!

पिछले साल पहलवानों के विरोध प्रदर्शन का असर लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला था। बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला हुआ था। एनडीए और कांग्रेस दोनों को 5-5 सीटों पर जीत मिली थी। हरियाणा की राजनीति में जाटों की अहम भूमिका है। जाटों की आबादी 22 फीसदी से अधिका है। विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया दोनों हरियाणा की राजनीति में असरदार जाट बिरादरी से संबंध रखते हैं। हरियाणा में रोहतक, सोनीपत, हिसार, भिवानी, जींद, कैथल, चरखी दादरी और सिरसा तक जाट समुदाय ही कई विधानसभा सीटों पर जीत-हार का फैसला करता है। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से इन इलाकों की 36 विधानसभा सीटों पर जाट वोटर्स निर्णायक साबित होते हैं। इसलिए कांग्रेस ने हुड्डा परिवार की पैरवी, सहानुभूति लहर और जाट समुदाय के वोटों की उम्मीद में विनेश फोगाट के पक्ष में दांव लगाया है।

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Sep 06 2024, 16:18

बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट कांग्रेस में शामिल, अब हरियाणा चुनाव में दिखाएंगे दम

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ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मौजूदगी में दोनों पहलवान कांग्रेस में शामिल हुए। इस मौके पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी नेता पवन खेड़ा, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान और हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया भी मौजूद रहे। इससे पहले दोनों रेसलर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से उनके आवास पर मिले। इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। विनेश का जुलाना सीट से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। वहीं बजरंग के भी चुनाव लड़ने की अटकलें हैं।

कांग्रेस ज्वॉइन करने के बाद बोलीं विनेश फोगाट

कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश ने कहा कि जब रोड पर घसीटे जा रहे थे तो भाजपा के अलावा सभी पार्टियां साथ में खड़ीं थी। मुझे खुशी है कि मैं ऐसी पार्टी में आई जो महिलाओं की आवाज उठाती है। कांग्रेस ने हमारे आंसुओं को समझा। बुरे टाइम में पता चलता है कि आपका कौन है। भाजपा आईटी सेल ने जला हुआ कारतूस कहा। मेरे लिए बहुत गर्व की बात है कि मैं एक नई पारी शुरु करने जा रही हूं। विनेश ने कहा कि बजरंग ने हमारे साथ आवाज उठाई, उस पर डोप टेस्ट को लेकर चार साल का बैन लगा दिया।

विनेश फोगाट ने कहा कि जो लड़ाई थी वह खत्म नहीं हुई है। कोर्ट में हमारा केस चल रहा है। वह लड़ाई भी हम जीतेंगे। खेल में जैसे हमने कभी हार नहीं मानी वैसे ही इस नए प्लेटफॉर्म(पार्टी में) पर भी हम हार नहीं मानेंगे। अपने लोगों के बीच में रहेंगे, दिल से मेहनत करेंगे। मैं कहना चाहूंगी आपकी बहन आपके साथ हमेशा खड़ी रहेगी।

पुनिया ने कहा-कांग्रेस और देश को मजूबत करेंगे

वहीं बजरंग पूनिया ने कहा कि कांग्रेस और देश को मजूबत करेंगे। भाजपा हमारे साथ खड़ी नहीं हुई। कांग्रेस में आने पर आलोचना हो रही है। आज कहा जा रहा है कि हमारा मकसद सिर्फ राजनीति करना था। हमने उन्हें (बीजेपी) लेटर भेजा था। जो अत्याचार बेटियों के साथ हुआ था, कांग्रेस पार्टी हमारे साथ खड़ी रही। हमने जितनी मेहनत कुश्ती, किसान आंदोलन, अपने आंदोलन में की, उतनी ही मेहनत यहां भी करेंगे। विनेश के साथ ओलिंपिक में जो हुआ, पूरा देश दुखी था, हालांकि कुछ लोग खुशी मना रहे थे। ये गलत था। जैसा की विनेश ने कहा कि हम सभी देश की बेटियों के साथ हैं। विनेश जब फाइनल में गई पूरा देश खुश था सब जश्न मना रहे थे, लेकिन जब विनेश डिस्क्वालीफाई हुई तो पूरा देश दुखी था लेकिन भाजपा आईटी सेल ही था जो जश्न मना रहा था।

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Sep 06 2024, 12:19

कांग्रेस में शामिल होंगे विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया, कुश्ती के बाद अब सियासी “दंगल” में आजमाएंगे हाथ

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हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच खबर है कि कुश्ती के दो धाकड़ खिलाड़ी विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया आज कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस मुख्यालय में शुक्रवार को कुछ नेताओं को शामिल करने के लिए संवाददाता सम्मेलन हो रहा है। इस सम्मेलन में पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा आप विधायक राजेंद्र गौतम के भी हाथ थामने की खबर है।

इससे पहले चार सितंबर को विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी और सियासी संभावनाओं को लेकर चर्चा की थी। मुलाकात की जानकारी खुद कांग्रेस ने दी थी और इससे माना जा रहा था कि विनेश को चुनाव में उतारने के लिए कांग्रेस मंथन कर रही है।

इस सीट से किस्मत आजमा सकतीं हैं फोगाट

खबरों की मानें तो कांग्रेस ने विनेश फोगाट से संपर्क किया है और उनकी इच्छा पूछी गई है कि वह किस सीट से लड़ना चाहती हैं। फिलहाल कांग्रेस ने उन्हें दो सीटों में से किसी एक का ऑप्शन दिया है। पहली है बधरा और दूसरी दादरी। दोनों सीटें चरखी दादरी में ही आती हैं। इसमें से दादरी सीट पर बबीता फोगाट भाजपा के टिकट पर 2019 में चुनाव लड़ चुकी हैं। हालांकि, वह तीसरे नंबर पर रहीं थी। निर्दलीय रहे सोमबीर सांगवान यहां से चुनाव जीते थे। कांग्रेस चौथे स्थान पर रही थी। अब सोमबीर कांग्रेस में हैं। अगर विनेश यहां से चुनाव लड़ती हैं तो फिर इस सीट पर दो बहनों के बीच मुकाबला होगा। हालांकि, कांग्रेस ने विनेश को साफ तौर पर कहा है कि वो जिस सीट पर भी कहेंगी, उन्हें टिकट मिल जाएगा।

पुनिया किस सीट से लड़ेंगे चुनाव?

वहीं, दूसरी तरफ बजरंग पूनिया ने कांग्रेस से बादली विधानसभा सीट मांगी है। इस सीट पर सीटिंग विधायक कुलदीप वत्स को टिकट फाइनल कर दिया है। कुलदीप ब्राम्हण नेता हैं। ऐसे में कांग्रेस कुलदीप का टिकट काटकर ब्राह्मणों को नाराज नहीं करना चाहती। इसलिए बजरंग को बहादुरगढ़ और भिवानी का ऑप्शन दिया है। साथ ही हरियाणा की किसी भी जाट बाहुल्य सीट का ऑप्शन भी दिया गया है। अब गेंद बजरंग पूनिया के पाले में है कि वो किस सीट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं।

बता दें कि विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अब तक कोई लिस्ट जारी नहीं की है। प्रत्याशियों की पहली सूची गठबंधन को लेकर कोई नतीजा न निकलने से अटक गई है। शुक्रवार को आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ हरियाणा में गठबंधन को लेकर कांग्रेस हाईकमान की बैठक होगी। इस बैठक में ही तय होगा कि गठबंधन होगा या नहीं, अगर होगा तो कितनी और कौन सी सीटों पर यह समझौता होगा। राहुल गांधी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक के बाद ही सूची जारी होगी।