WestBengalBangla

Nov 19 2023, 22:06

*A positive result against Qatar not unfeasible, says Igor Stimac*

Sports News 

 

 Akhil Rawat 

 BHUBANESHWAR: Four years ago, on a warm September night, in a 2022 World Cup Qualifiers outing against Qatar, a gritty India survived a wave of attacks to hold the powerhouse of Asian football to a goalless draw in Doha. The man who guided India from the sidelines was Head Coach Igor Stimac.

The Croatian would once again sit on the bench when India will cross swords on Tuesday with Qatar again in another World Cup qualifying match, this time for the 2026 edition in the US, Canada and Mexico.

No doubt, Stimac and his wards would take the pitch at the Kalinga Stadium here a far more confident lot than they were at the start of the campaign. The win against Kuwait in the tie brought a magical change to the entire scenario. Now there are serious expectations surrounding Sunil Chhetri and his men; a positive result against Qatar would definitely not leave anyone bewildered. 

Stimac agreed that India are now perfectly capable of pulling off a surprise or two, but is not ready to lower his guard. 

 Pic Courtesy by : AIFF

India

Nov 15 2023, 18:50

भारत के बाद जस्टिन ट्रूडो की इजरायल से भिड़ने की कोशिश, हमास के साथ युद्ध पर दिया सलाह, नेतन्‍याहू ने फटकारा

#canadapmsaysisraelresponsibleforkillingwomenand_children

इजरायल और हमास के बीच पिछले एक महीने से अधिक समय से जंग जारी है। हमास के हमले के बाद इजरायली सेना की ओर से गाजा पट्टी पर कार्रवाई जारी है। इस युद्ध में कई मासूम लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है। जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। युद्ध के दौरान कई ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जो दिल दहला देने वाली है। इस बीच कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने गाजा में मची तबाही के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही इस बर्बरता को जल्द से जल्द रोकने की मांग की है। जिसपर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू ने कनाडा के समकक्ष जस्टिन ट्रूडो को करार जवाब दिया है। 

क्या बोले ट्रूडो?

इजराइल-हमास युद्ध में पश्चिमी देश इसराइल के साथ खड़े हैं। उसमें एक नाम कनाडा का भी है। कनाडा ने पिछले हफ़्ते संयुक्त राष्ट्र महासभा में उस प्रस्ताव के ख़िलाफ़ वोट किया, जिसमें कब्ज़े वाले फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में इजराइली बस्तियों की निंदा की गई थी। एक तरफ़ कनाडा यूएन में खुलकर इसराइल के साथ खड़ा है और दूसरी तरफ़ वहाँ के प्रधानमंत्री इजराइल को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। मंगलवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि गाजा में महिलाओं, बच्चों और नवजातों की हत्या बंद होनी चाहिए। जस्टिन ट्रूडो ने इजराइल सरकार से ज़्यादा से ज़्यादा संयम बरतने की अपील की है। ट्रूडो ने कहा कि पूरी दुनिया टीवी और सोशल मीडिया पर देख रही है। हम डॉक्टरों, परिवार के लोगों, जीवित बचे लोगों और उन बच्चों की वेदना सुन रहे हैं, जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है।

नेतन्याहू ने दिया ये जवाब

ट्रूडो के बयान पर नेतन्याहू ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कहा है कि नागरिकों को जानबूझकर निशाना इजरायल नहीं बल्कि हमास बना रहा है। नेतन्याहू ने ट्विटर पर लिखा, यह इजराइल नहीं है जो जानबूझकर नागरिकों को निशाना बना रहा है, बल्कि हमास ने यहूदियों पर किए गए सबसे भयानक हमले में नागरिकों के सिर काटे और जलाए।जहां इज़राइल नागरिकों को नुकसान से दूर रखने के लिए सब कुछ कर रहा है, वहीं हमास उन्हें नुकसान से बचाने के लिए सब कुछ कर रहा है।

उन्होंने आगे लिखा, इज़राइल गाजा में नागरिकों को मानवीय गलियारे और सुरक्षित क्षेत्र प्रदान करता है, हमास उन्हें बंदूक की नोक पर जाने से रोकता है। यह हमास है, इज़राइल नहीं जिसे दोहरे युद्ध अपराध करने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए - नागरिकों के पीछे छिपकर नागरिकों को निशाना बनाना. सभ्यता की ताकतों को हमास की बर्बरता को हराने में इज़राइल का समर्थन करना चाहिए।

बता दें कि हमास और इजराइल के बीच चल रही इस जंग में गाजा में करीब 11 हजार लोगों की जान जा चुकी है, वहीं करीब 15 लाख लोग बेघर हो गए हैं। शहरों की बिजली काट दी गई है, पानी बंद कर दिया गया है, लोग बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। वहीं बच्चे भूख से बिलख रहे हैं। अस्पतालों के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं, जहां फ्यूल की कमी से लोगों की मौत हो रही है। वहीं इनक्यूबेटरों को बंद कर दिया गया है जिसके बाद नवजात बच्चों को गर्म रखने के लिए उन्हें एक साथ रखा जा रहा है। अस्पतालों की इन तस्वीरों ने दुनियाभर के देशों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है।

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Nov 14 2023, 11:42

*भारत ने यूएन में कनाडा का लताड़ा, कहा-अभिव्यक्ति की आजादी का गलत इस्तेमाल बंद करे*

#indiasaidtocanadastopfreedomofexpressionmisuse

भारत और कनाडा के बीच राजनीतिक तनाव जारी है।इस बीच भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कनाडा को आइना दिखाया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कनाडा को पूजा स्थलों और घृणा अपराध को रोकने की सलाह दी। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की बैठक के दौरान एक प्रस्ताव पर चर्चा में भारत ने अपने मानवाधिकार रिकॉर्ड की समीक्षा में कनाडा से हिंसा भड़काने और चरमपंथी समूहों की गतिविधियों को रोकने के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के 'दुरुपयोग' को रोकने कहा। भारत ने इसके लिए कनाडा को अपने कानूनी ढांचे को बढ़ावा देने का आह्वान किया है। 

कनाडा के पीएम ट्रूडो द्वारा भारत को लेकर दिए गए बेमतलब के बयानों के बाद भारत ने कनाडा के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया था। वहीं, अब संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की समीक्षा बैठक में भी भारत ने कनाडा को बड़ी नसीहत दी है।भारतीय राजनयिक मोहम्मद हुसैन ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कनाडा में मानव तस्करी जैसे मुद्दों से निपटने की रिपोर्ट को स्वीकार किया। भारत ने यह भी सिफारिश की कि कनाडा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दुरुपयोग, विशेषकर हिंसा भड़काने को रोकने के लिए अपने घरेलू ढांचे को मजबूत करे। इसके अलावा, भारत ने कनाडा से चरमपंथ को बढ़ावा देने वाले समूहों की गतिविधियों को अस्वीकार करने, धार्मिक और नस्लीय अल्पसंख्यकों के पूजा स्थलों पर हमलों को रोकने और घृणा अपराधों और घृणा भाषण को रोकने को भी कहा।

बांग्लादेश ने कनाडा को क्या कहा?

वहीं, बांग्लादेश के राजनयिक अबदुल्लाह अल फोरहाद ने भी कनाडा से गुजारिश की कि वह रंगभेद, हेट स्पीच, हेट क्राइम और प्रवासियों एवं मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अपराधों से निपटने में तेजी लाए। अल फोरहाद ने कहा, बांग्लादेश कनाडा को सिफारिश देता है कि वह रंगभेद, नस्लवाद, हेट स्पीच, हेट क्राइम और मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ भेदभाव और अपराधों से निपटने के लिए किए जा रहे अपने प्रयासों में तेजी लेकर आए।उन्होंने कहा, कनाडा को कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए जरूरी उपाय करना चाहिए। उसे जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभावों से निपटने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना चाहिए। सभी प्रवासियों, मजदूरों और उनके परिवार के सदस्यों के अधिकारों की सुरक्षा पर अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन भी कनाडा को करना चाहिए। हालांकि, बांग्लादेश ने मानवाधिकार की सुरक्षा में कनाडा के जरिए उठाए गए कदमों को लेकर उसकी तारीफ भी की।

भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव

बता दें कि भारत और कनाडा के रिश्ते इन दिनों बुरे दौर से गुजर रहे हैं। कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने इस हत्या में भारत का हाथ बताया था। इसके बाद से दोनों देशों के रिश्ते तनावग्रस्त हो गए हैं। इन आरोपों के बाद भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं स्थगित कर दी थीं। हालांकि बीते दिनों वीजा सेवाएं फिर से चालू कर दी गई हैं। अब बीते शनिवार को कनाडा के पीएम ने एक बार फिर भारत पर आरोप लगाए और भारत द्वारा कनाडा के 40 राजनयिकों की राजनयिक इम्युनिटी खत्म करने के फैसले को वियना कन्वेंशन का उल्लंघन बता दिया था।

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Oct 26 2023, 15:12

भारत ने कनाडा के लिए वीजा सेवा पर लगी रोक हटाई, 4 कैटेगरी में मिली मंजूरी, जानें सेवा बहाल होने पर ओटावा की प्रतिक्रिया

#indiaresumesvisaserviceforcanadayoucanapplyfromtoday

भारत और कनाडा के रिश्तों के बीच जमी बर्फ पिछलने लगी है। दरअसल दोनों देशों के बीच जारी तनाव के दौरान भारत ने कनाडा के लिए वीजा सेवा पर लगी रोक को हटा दिया है। हालांकि फिलहाल केवल चार कैटेगरी के लिए ही वीजा सेवाओं को फिर से शुरू किया गया है।इसे लेकर कनाडा ने भी भारत का स्वागत किया है। कनाडा के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि कनाडाई नागरिकों के लिए चिंताजनक समय के बाद एक अच्छा संकेत आया है।बता दें कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत-कनाडा के बीच तनाव जारी है।

भारत आज यानी बृहस्पतिवार से कनाडा में कुछ श्रेणी की वीजा सेवाएं फिर शुरू करेगा।ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, इस संबंध में कनाडा के कुछ हालिया कदमों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद निर्णय लिया गया है कि 26 अक्टूबर से प्रवेश वीजा, बिजनेस वीजा, मेडिकल वीजा, और कॉन्फ्रेंस वीजा श्रेणियों के लिए वीजा सेवाओं को फिर शुरू किया जाएगा।

कनाडा के आव्रजन मंत्री मार्क मिलर ने कहा, हमें लगता है कि सेवाओं को निलंबित किया ही नहीं जाना चाहिए था।उन्होंने कहा कि ‘भारत के साथ वास्तव में चिंताजनक राजनयिक स्थिति ने कई समुदायों में काफी भय पैदा कर दिया है। वहीं, आपात प्रबंधन मंत्री और सिख नेता हरजीत सज्जन ने कहा कि वीजा प्रक्रिया फिर से शुरू होना अच्छी खबर है, लेकिन वह इस पर अटकलें नहीं लगाएंगे कि नई दिल्ली क्या संदेश देने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, यह जानकर अच्छा लगा कि उन्होंने इसे (सेवाएं) बहाल कर दिया है। यदि उन्होंने यह कदम उठाया ही नहीं होता, तो बेहतर होता।

विदेश मंत्री जयशंकर ने दिए थे संकेत

यह कदम ऐसे वक्त उठाया गया है जब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा था कि अगर भारत कनाडा में अपने राजनयिकों की सुरक्षा में प्रगति देखता है तो वह कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवाएं बहुत जल्द फिर शुरू करने पर विचार कर सकता है। जयशंकर ने कहा था कि कुछ हफ्ते पहले भारत द्वारा वीजा सेवाओं को अस्थायी रूप से रोकने के पीछे मुख्य कारण कनाडा में अपने राजनयिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता थी और भारतीय अधिकारियों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने में ओटावा की असमर्थता राजनयिक संबंधों पर वियना संधि के सबसे बुनियादी पहलू को चुनौती देती है।

इस वजह से भारत ने कर दिया था विजा सर्विस को सस्पेंड

भारत और कनाडा में तनाव की वजह खालिस्तानी दहशतगर्द हरदीप सिंह निज्जर की हत्या है। जिसका इल्जाम कनाडा ने भारत पर लगाया था। इसके साथ ही कनाडा ने एक भारतीय डिप्लोमेट को ओटावा छोड़कर जाने को कहा था। कनाडा के जरिए लगाए आरोपों को भारत ने इनकार किया था, इसके बाद भारत जवाबी कार्रवाई करते हुए, भारत में मौजूद कनाडा के डिप्लोमेट को भारत छोड़ने का हुक्म सुना दिया था। इसके बाद भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सर्विस को सस्पेंड कर दिया।

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Oct 03 2023, 11:30

कनाडा के खिलाफ भारत की बड़ा एक्शन, ट्रूडो सरकार से 40 राजनयिकों को वापस बुलाने को कहा

#indiatellscanadatowithdrawdozensofdiplomaticstaff

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर कनाडा के बेबुनियाद आरोपों के बाद भारत सरकार सख्त बनी हुई है।इसी बीच के खिलाफ अब भारत ने बड़ा पलटवार किया है। भारत ने कनाडा से कहा है कि वह अपने 40 राजनयिकों को 10 अक्‍टूबर तक वापस बुला ले।भारत ने यह भी कहा है कि अगर कनाडा ऐसा नहीं करता है तो इन राजनयिकों को भारत में राजनयिक छूट भी नहीं मिलेगी।

 ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार ने अभी तक इस ताजा घटना के बारे में एक बयान जारी नहीं किया है। अखबार के मुताबिक कनाडा के भारत में 62 राजनयिक हैं और भारत ने कहा था कि इसमें से कुल 41 लोगों को कम किया जाना चाहिए।बता दें कि भारत सरकार ने कनाडा पर इस एक्शन को लेकर पहले ही संकेत दिए थे। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत में कनाडा के ज्यादा राजनयिक तैनात हैं और उनकी संख्या कम किए जाने की जरूरत है।

कनाडा के खिलाफ भारत का तीसरा एक्शन

कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के दावे के बाद कनाडा के खिलाफ भारत सरकार का यह तीसरा एक्शन है। भारत सरकार ने सबसे पहले कनाडा के एक खुफिया अधिकारी को देश छोड़ने का आदेश दिया था। इसके बाद भारत सरकार ने कनाडा के नागरिकों की भारत में एंट्री पर रोक लगाते हुए वीजा सेवाओं को बंद कर दिया था। इसके साथ ही भारत सरकार ने कनाडा में रहने वाले और वहां यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की थी।

क्या कहा था ट्रूडो ने

बता दें कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में आरोप लगाए थे कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ हो सकता है। इसके बाद से नई दिल्ली और ओटावा के बीच राजनयिक संबंध अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए। भारत में नामित आतंकवादी निज्जर की 18 जून को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर पार्किंग की जगह पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बहरहाल भारत ने कनाडा के इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है और इसे बेतुका और प्रेरित बताया है। भारत सरकार ने कहा है कि कनाडा ने निज्जर की हत्या के दावे के समर्थन में अभी तक कोई सार्वजनिक सबूत उपलब्ध नहीं कराया है।

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Sep 29 2023, 11:43

भारत से सख्त तेवर के आगे झुके कनाडा के पीएम ट्रूडो, कहा-भारत आर्थिक ताकत, संबंध मजबूत करने को लेकर गंभीर

#canada_pm_justin_trudeau_says_wants_closer_ties_with_india 

“ऊंट पहाड़ के नीचे आना” ये कहावत तो सही ने सुनी होगी। जो कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर बड़ी ही सटीक बैठ रही है। दरअसल, भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने यू-टर्न ले लिया है। आरोप के बाद भारत की सख्ती के बाद कनाडा के सुर बदलते दिख रहे हैं। अब ट्रूडो ने भारत को उभरती ताकत बता कर उसके साथ घनिष्ठ संबंध बनाने की इच्छा जाहिर की है।

कनाडा के अखबार नेशनल पोस्‍ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक पीएम ट्रूडो ने कहा है कि वह अभी भी भारत के साथ मजबूत और घनिष्‍ठ संबंधों को कायम रखने पर प्रतिबद्ध हैं। ट्रूडो के मुताबिक वो भारत के साथ आगे बढ़ाना चाहते हैं। उनकी मानें तो दुनिया भर में भारत का कद और उसका प्रभाव बढ़ रहा है। ऐसे में यह 'बेहद महत्वपूर्ण' है कि कनाडा और उसके सहयोगी भारत के साथ जुड़े रहें।कनाडाई प्रधानमंत्री ने कहा, भारत एक बढ़ती आर्थिक शक्ति और महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक खिलाड़ी है और जैसा कि हमने पिछले साल अपनी इंडो-पैसिफिक रणनीति प्रस्तुत की थी, हम भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने को लेकर बहुत गंभीर हैं। 

हालांकि ट्रूडो ने निज्‍जर मामले में फिर वही पुरानी बात भी दोहराई। ट्रूडो ने कहा, उसी समय हमें जाहिर तौर पर, कानून के शासन वाले देश के रूप में, हमें इस बात पर जोर देने की जरूरत है कि भारत को यह सुनिश्चित करने के लिए कनाडा के साथ काम करने की जरूरत है कि हमें इस मामले के पूरे तथ्य मिलें। ट्रूडो ने कहा, यह कुछ ऐसा है जिसे सभी लोकतांत्रिक देशों, कानून के शासन का सम्मान करने वाले सभी देशों को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।हम भारत सरकार के प्रति अपने दृष्टिकोण सहित अपने सभी साझेदारों के साथ कानून के शासन में रहते हुए एक विचारशील, जिम्मेदार तरीके से आगे बढ़ रहे हैं।

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का यह बयान ऐसे वक्त में सामने आया है, जब भारत और कनाडा के रिश्ते बेहद नाजुक दौर में हैं। साथ ही दोनों देशों के बीच मचे कूटनीतिक घमासान के बीच भारत-अमेरिका के विदेश मंत्रियों की महत्वपूर्ण बैठक हुई है। हालांकि, वॉशिंगटन में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन की मुलाकात के दौरान खालिस्तानी आतंकी निज्जर के मारे जाने का मुद्दा उठा या नहीं ये साफ नहीं हो पाया विदेश विभाग में इस भेंटवार्ता से पहले ब्लिंकन के साथ मीडिया के सामने जयशंकर ने कहा, यहां आकर अच्छा लगा, जी20 सम्मेलन के लिए सभी तरह की सहयोग के लिए अमेरिका को धन्यवाद।

लहीं, ब्लिंकन ने कहा कि जी20 और न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र समेत पिछले कुछ सप्ताह में विभिन्न मौकों पर उनकी अच्छी चर्चा रही है। उन्होंने कहा कि वह अपने भारतीय समकक्ष के साथ चर्चा को लेकर आशान्वित हैं। वैसे दोनों नेताओं ने मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया।

India

Sep 25 2023, 10:17

कनाडा की संसद में ट्रूडो और जेलेंस्की की मौजूदगी में हिटलर के सैनिक को सम्मान, स्पीकर ने मांगी माफ़ी

#canadaparliamenthonoursnaziveteran

भारत को कटघरे में खड़े करकने की कोशिशों में लगे कनाडा पहले ही सुर्खियों में हैं। इसी बीच कनाडा की संसद ने ऐसा कुछ कर दिया जिससे पूरी दुनिया में किरकिरी हो रही है।दरअसल, कनाडा की संसद में तानाशाह एडोल्फ हिटलर की सेना में शामिल 98 वर्षीय यारोस्लाव हुंका, एक नाजी और एक युद्ध अपराधी का सम्मान किया गया।कनाडा की संसद में नाजी समर्थक सैनिक की सम्मान में सांसदों ने खड़े होकर ताली बजाई और उसे सम्मान दिया। इस घटना के समय यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलिंस्की और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी वहां मौजूद थे।

बता दें कि 22 सितंबर को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कनाडा की संसद में भाषण दिया। जेलेंस्की रूसी आक्रमण के खिलाफ यूक्रेन के युद्ध के लिए पश्चिमी सहयोगियों से समर्थन बढ़ाने के लिए ओटावा में थे। इस भाषण के फ़ौरन बाद दूसरे विश्व युद्ध में रूस के ख़िलाफ़ लड़ने वाले यारोस्लाव हुंका का सम्मान किया गया। हाउस ऑफ कॉमन्स में स्पीकर के ध्यान दिलाने के बाद सांसदों ने खड़े होकर हुंका का सम्मान किया।स्पीकर एंथनी रोटा ने हुंका को वॉर हीरो बताया और कहा कि फर्स्ट यूक्रेनियन डिविजन से थे।

स्पीकर ने मांगी माफी

हालांकि, बाद में हुंका के बारे में ज़्यादा जानकारियां सामने आईं तो पता चला कि हुंका हिटलर की फौज में थे और नाजियों की तरफ़ से दूसरे विश्व युद्ध में लड़े थे। अब कनाडा की संसद के स्पीकर रोटा ने हुंका के सम्मान करवाए जाने को लेकर माफ़ी मांगी है।रोटा ने कहा, यूक्रेन के राष्ट्रपति के भाषण के बाद मैंने गैलरी में मौजूद एक व्यक्ति को पहचाना और उनका सम्मान करवाया। इसके बाद मुझे कुछ और जानकारियां मिलीं, जिससे मुझे अपने फ़ैसले का अफ़सोस है।

स्पीकर ने कहा- कार्रवाई के लिए पूरी जिम्मेदारी मेरी

स्पीकर एंथनी रोटा ने कहा कि जब मुझे हुंका के बारे में और जानकारी मिली तो मुझे अपने फैसले पर पछतावा हुआ। रोटा ने कहा कि हुंका उनके जिले से हैं। उन्होंने कहा कि मैं विशेष रूप से कनाडा और दुनिया भर में यहूदी समुदायों से माफी मांगना चाहता हूं। मैं अपनी कार्रवाई के लिए पूरी जिम्मेदारी स्वीकार करता हूं।मैंने जो किया, उसके बारे में कनाडाई सांसदों या यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल को कुछ नहीं पता था।

पीएमओ ने कहा- हुंका को मिले निमंत्रण की नहीं थी जिम्मेदारी

वहीं, इस बवाल पर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि स्पीकर रोटा ने हुंका को सम्मानित करने के लिए माफी मांग ली है। उन्होंने हुंका को निमंत्रण जारी करने और संसद में मान्यता के लिए पूरी जिम्मेदारी स्वीकार की है। पीएम कार्यालय ने कहा कि हुंका को मिले निमंत्रण या मान्यता के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय या यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल को कोई अग्रिम सूचना नहीं दी गई थी।

India

Sep 19 2023, 15:52

*भारत और कनाडा के विवाद पर अमेरिका ने दी प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा?*

#usreactiononcanadapmjustintrudeauallegationson_india

भारत और कनाडा के संबंधों में तल्खी और बढ़ गई है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया है कि सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार हो सकती है।भारत सरकार निज्जर की हत्या के आरोपों को ख़ारिज करती रही है। निज्जर की हत्या में भारत की भूमिका की जांच के मद्देनजर कनाडा ने भारत के शीर्ष राजनयिक को भी निष्कासित कर दिया है। भारत ने भी जवाबी कार्रवाई में दिल्ली स्थित कनाडाई उच्चायोग को समन भेजा और एक सीनियर डिप्लोमैट को निष्कासित करने का फ़ैसला किया है। उस राजनयिक को भारत छोड़ने के लिए पाँच दिन का समय दिया गया है।भारत-कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी की हत्या को लेकर चल रहे इस तनाव पर अब अमेरिका ने चिंता जाहिर की है।

व्हाइट हाउस ने कहा कि जून में ब्रिटिश कोलंबिया में एक खालिस्तानी नेता की हत्या में भारतीय सरकारी एजेंटों को शामिल होने के कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों पर अमेरिका गहराई से चिंतित है।व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने एक बयान में कहा,'हम आज प्रधान मंत्री ट्रूडो द्वारा संदर्भित आरोपों के बारे में गहराई से चिंतित हैं। उन्होंने कहा, 'हम अपने कनाडाई भागीदारों के साथ नियमित संपर्क में रहते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि कनाडा की जांच आगे बढ़े और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।

निज्‍जर प्रतिबंधित खालिस्‍तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) से जुड़ा था। वह गुरपतवंत सिंह पन्नून के बाद संगठन में नंबर दो था। जुलाई 2020 में भारत ने उसे 'आतंकवादी' घोषित किया था।इस साल 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। निज्जर की हत्या के बाद कनाडा में ये बातें उठी कि उसकी हत्या भारतीय एजेंट्स ने की। लेकिन भारत अपने ऊपर लगने वाले इन आरोपों को खारिज कर चुका है।इसी क्रम में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्‍तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्‍जर की हत्‍या के लिए भारत पर निशाना साधा है। इसके साथ ही ट्रूडो ने एक टॉप भारतीय डिप्‍लोमैट को भी अपने देश से निष्कासित कर दिया है।

क्य़ा कहा था कनाडाई पीएम ट्रूडो ने?

कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने आरोप लगाया कि कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी की हत्या के तार भारत सरकार के साथ जुड़े हुए हो सकते हैं। कनाडाई संसद को संबोधित करते हुए ट्रूडो ने कहा कि कनाडाई खुफिया एजेंसियों ने सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद आरोपों की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि हमारे देश की जमीन पर कनाडाई नागरिक की हत्या के पीछे विदेशी सरकार का होना बिल्कुल भी स्वाकार्य योग्य नहीं है। ये हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है।

कनाडा को करारा जवाब

कनाडा की तरफ से भारत पर लगाए गए आरोपों का मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने करारा जवाब दिया है।विदेश मंत्रालय ने मंगलवार सुबह एक बयान जारी कर कहा कि कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का संसद में दिए गए बयान को देखा गया है। उनके विदेश मंत्री के बयान को भी सुना गया है। हम कनाडाई पीएम और विदेश मंत्री के आरोपों को खारिज करते हैं। कनाडा में होने वाली किसी भी हिंसा में भारत सरकार पर शामिल होने का आरोप लगाना बेहद ही बेतुका और राजनीति से प्रेरित है। बयान में आगे कहा गया कि ठीक ऐसे ही आरोप हमारे प्रधानमंत्री के सामने कनाडाई प्रधानमंत्री ने लगाए। हमने उसे भी सिरे से खारिज कर दिया था। हम कानून के राज को लेकर लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहे हैं।

India

Sep 19 2023, 15:50

भारत और कनाडा के विवाद पर अमेरिका ने दी प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा?

#usreactiononcanadapmjustintrudeauallegationson_india

भारत और कनाडा के संबंधों में तल्खी और बढ़ गई है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया है कि सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार हो सकती है।भारत सरकार निज्जर की हत्या के आरोपों को ख़ारिज करती रही है। निज्जर की हत्या में भारत की भूमिका की जांच के मद्देनजर कनाडा ने भारत के शीर्ष राजनयिक को भी निष्कासित कर दिया है। भारत ने भी जवाबी कार्रवाई में दिल्ली स्थित कनाडाई उच्चायोग को समन भेजा और एक सीनियर डिप्लोमैट को निष्कासित करने का फ़ैसला किया है। उस राजनयिक को भारत छोड़ने के लिए पाँच दिन का समय दिया गया है।भारत-कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी की हत्या को लेकर चल रहे इस तनाव पर अब अमेरिका ने चिंता जाहिर की है।

व्हाइट हाउस ने कहा कि जून में ब्रिटिश कोलंबिया में एक खालिस्तानी नेता की हत्या में भारतीय सरकारी एजेंटों को शामिल होने के कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों पर अमेरिका गहराई से चिंतित है।व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने एक बयान में कहा,'हम आज प्रधान मंत्री ट्रूडो द्वारा संदर्भित आरोपों के बारे में गहराई से चिंतित हैं। उन्होंने कहा, 'हम अपने कनाडाई भागीदारों के साथ नियमित संपर्क में रहते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि कनाडा की जांच आगे बढ़े और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।

निज्‍जर प्रतिबंधित खालिस्‍तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) से जुड़ा था। वह गुरपतवंत सिंह पन्नून के बाद संगठन में नंबर दो था। जुलाई 2020 में भारत ने उसे 'आतंकवादी' घोषित किया था।इस साल 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। निज्जर की हत्या के बाद कनाडा में ये बातें उठी कि उसकी हत्या भारतीय एजेंट्स ने की। लेकिन भारत अपने ऊपर लगने वाले इन आरोपों को खारिज कर चुका है।इसी क्रम में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्‍तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्‍जर की हत्‍या के लिए भारत पर निशाना साधा है। इसके साथ ही ट्रूडो ने एक टॉप भारतीय डिप्‍लोमैट को भी अपने देश से निष्कासित कर दिया है।

क्य़ा कहा था कनाडाई पीएम ट्रूडो ने?

कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने आरोप लगाया कि कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी की हत्या के तार भारत सरकार के साथ जुड़े हुए हो सकते हैं। कनाडाई संसद को संबोधित करते हुए ट्रूडो ने कहा कि कनाडाई खुफिया एजेंसियों ने सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद आरोपों की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि हमारे देश की जमीन पर कनाडाई नागरिक की हत्या के पीछे विदेशी सरकार का होना बिल्कुल भी स्वाकार्य योग्य नहीं है। ये हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है।

कनाडा को करारा जवाब

कनाडा की तरफ से भारत पर लगाए गए आरोपों का मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने करारा जवाब दिया है।विदेश मंत्रालय ने मंगलवार सुबह एक बयान जारी कर कहा कि कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का संसद में दिए गए बयान को देखा गया है। उनके विदेश मंत्री के बयान को भी सुना गया है। हम कनाडाई पीएम और विदेश मंत्री के आरोपों को खारिज करते हैं। कनाडा में होने वाली किसी भी हिंसा में भारत सरकार पर शामिल होने का आरोप लगाना बेहद ही बेतुका और राजनीति से प्रेरित है। बयान में आगे कहा गया कि ठीक ऐसे ही आरोप हमारे प्रधानमंत्री के सामने कनाडाई प्रधानमंत्री ने लगाए। हमने उसे भी सिरे से खारिज कर दिया था। हम कानून के राज को लेकर लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहे हैं।

India

Sep 12 2023, 15:25

*दो दिनों तक भारत में फंसे होने के बाद कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो रवाना, तकनीकी खराबी दूर किए जाने के बाद विमान ने भरी उड़ान*

#canadapmjustintrudeauaircrafttakesofffromdelhi

जी20 समिट के बाद विमान में खराबी के कारण भारत में फंसे कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और उनका प्रतिनिधिमंडल आखिरकार अपने देश के लिए रवाना हो गए हैं।जी20 समिट में हिस्सा लेने के लिए भारत आए कनाडा के पीएम को दो दिनों तक भारत में ही रुकना पड़ा। उनके विमान में तकनीकी खराबी आ जाने की वजह से वे भारत में ही रुके रहे।आज मंगलवार को वे अपने देश के लिए रवाना हो चुके हैं। इस बात की जानकारी कनाडा पीएमओ की ओर से समाचार एजेंसी एएनआई को दी गई है।

कनाडा के प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रेस सचिव मोहम्मद हुसैन ने बताया था कि विमान की तकनीकी समस्या को हल कर लिया गया है उसे उड़ान भरने की मंजूरी दे दी गई है। मंगलवार की दोपहर कनाडाई पीएम के विमान ने नई दिल्ली हवाई अड्डे से उड़ान भरी।

इससे पहले खबर आई थी कि कनाडाई पीएम को भारत से वापस ले जाने के आने वाला वैकल्पिक विमान के भी भारत पहुंचने में देरी हो सकती है। सीबीसी न्यूज की खबर के अनुसार कनाडा से आ रहे ट्रूडो के वैकल्पिक विमान को भी लंदन डायवर्ट कर दिया गया जिससे उनकी स्वदेश वापसी में और देरी होने की आशंका बढ़ गई है। रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली जाने के लिए रोम से होकर जा रहे विमान को लंदन की ओर मोड़ दिया गया।

रविवार को ही भारत से होना था रवाना

दरअसल, नई दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें शामिल होने के लिए ट्रूडो भारत आए थे। दो दिवसीय बैठक में शामिल होने के बाद उन्हें रविवार को ही भारत से रवाना होना था, लेकिन उनके विमान में अचानक कुछ तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण उन्हें थोड़े और समय के लिए दिल्ली में ही रुकना पड़ा था।

अपने होटल के कमरे में ही बीताया था पूरा दिन

सोमवार को भारत में फंसे कनाडाई प्रधानमंत्री ने राजधानी के ललित होटल में अपने कमरे में ही रहने का फैसला किया। सोमवार को ट्रूडो की भारत सरकार के किसी अधिकारी से कोई आधिकारिक मुलाकात नहीं हुई। विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की कि उन्हें किसी अन्य आधिकारिक कार्यक्रम के लिए कोई अनुरोध नहीं मिला था और ट्रूडो की अगवानी के लिए नियुक्त राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के कार्यालय ने भी पुष्टि की कि उनका कर्तव्य केवल कनाडाई प्रधान मंत्री के आगमन पर हवाई अड्डे पर उनका स्वागत करना था। स्थानीय उच्चायोग में भी किसी कार्यक्रम का कोई संकेत नहीं मिला है।

WestBengalBangla

Nov 19 2023, 22:06

*A positive result against Qatar not unfeasible, says Igor Stimac*

Sports News 

 

 Akhil Rawat 

 BHUBANESHWAR: Four years ago, on a warm September night, in a 2022 World Cup Qualifiers outing against Qatar, a gritty India survived a wave of attacks to hold the powerhouse of Asian football to a goalless draw in Doha. The man who guided India from the sidelines was Head Coach Igor Stimac.

The Croatian would once again sit on the bench when India will cross swords on Tuesday with Qatar again in another World Cup qualifying match, this time for the 2026 edition in the US, Canada and Mexico.

No doubt, Stimac and his wards would take the pitch at the Kalinga Stadium here a far more confident lot than they were at the start of the campaign. The win against Kuwait in the tie brought a magical change to the entire scenario. Now there are serious expectations surrounding Sunil Chhetri and his men; a positive result against Qatar would definitely not leave anyone bewildered. 

Stimac agreed that India are now perfectly capable of pulling off a surprise or two, but is not ready to lower his guard. 

 Pic Courtesy by : AIFF

India

Nov 15 2023, 18:50

भारत के बाद जस्टिन ट्रूडो की इजरायल से भिड़ने की कोशिश, हमास के साथ युद्ध पर दिया सलाह, नेतन्‍याहू ने फटकारा

#canadapmsaysisraelresponsibleforkillingwomenand_children

इजरायल और हमास के बीच पिछले एक महीने से अधिक समय से जंग जारी है। हमास के हमले के बाद इजरायली सेना की ओर से गाजा पट्टी पर कार्रवाई जारी है। इस युद्ध में कई मासूम लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है। जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। युद्ध के दौरान कई ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जो दिल दहला देने वाली है। इस बीच कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने गाजा में मची तबाही के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही इस बर्बरता को जल्द से जल्द रोकने की मांग की है। जिसपर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू ने कनाडा के समकक्ष जस्टिन ट्रूडो को करार जवाब दिया है। 

क्या बोले ट्रूडो?

इजराइल-हमास युद्ध में पश्चिमी देश इसराइल के साथ खड़े हैं। उसमें एक नाम कनाडा का भी है। कनाडा ने पिछले हफ़्ते संयुक्त राष्ट्र महासभा में उस प्रस्ताव के ख़िलाफ़ वोट किया, जिसमें कब्ज़े वाले फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में इजराइली बस्तियों की निंदा की गई थी। एक तरफ़ कनाडा यूएन में खुलकर इसराइल के साथ खड़ा है और दूसरी तरफ़ वहाँ के प्रधानमंत्री इजराइल को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। मंगलवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि गाजा में महिलाओं, बच्चों और नवजातों की हत्या बंद होनी चाहिए। जस्टिन ट्रूडो ने इजराइल सरकार से ज़्यादा से ज़्यादा संयम बरतने की अपील की है। ट्रूडो ने कहा कि पूरी दुनिया टीवी और सोशल मीडिया पर देख रही है। हम डॉक्टरों, परिवार के लोगों, जीवित बचे लोगों और उन बच्चों की वेदना सुन रहे हैं, जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है।

नेतन्याहू ने दिया ये जवाब

ट्रूडो के बयान पर नेतन्याहू ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कहा है कि नागरिकों को जानबूझकर निशाना इजरायल नहीं बल्कि हमास बना रहा है। नेतन्याहू ने ट्विटर पर लिखा, यह इजराइल नहीं है जो जानबूझकर नागरिकों को निशाना बना रहा है, बल्कि हमास ने यहूदियों पर किए गए सबसे भयानक हमले में नागरिकों के सिर काटे और जलाए।जहां इज़राइल नागरिकों को नुकसान से दूर रखने के लिए सब कुछ कर रहा है, वहीं हमास उन्हें नुकसान से बचाने के लिए सब कुछ कर रहा है।

उन्होंने आगे लिखा, इज़राइल गाजा में नागरिकों को मानवीय गलियारे और सुरक्षित क्षेत्र प्रदान करता है, हमास उन्हें बंदूक की नोक पर जाने से रोकता है। यह हमास है, इज़राइल नहीं जिसे दोहरे युद्ध अपराध करने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए - नागरिकों के पीछे छिपकर नागरिकों को निशाना बनाना. सभ्यता की ताकतों को हमास की बर्बरता को हराने में इज़राइल का समर्थन करना चाहिए।

बता दें कि हमास और इजराइल के बीच चल रही इस जंग में गाजा में करीब 11 हजार लोगों की जान जा चुकी है, वहीं करीब 15 लाख लोग बेघर हो गए हैं। शहरों की बिजली काट दी गई है, पानी बंद कर दिया गया है, लोग बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। वहीं बच्चे भूख से बिलख रहे हैं। अस्पतालों के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं, जहां फ्यूल की कमी से लोगों की मौत हो रही है। वहीं इनक्यूबेटरों को बंद कर दिया गया है जिसके बाद नवजात बच्चों को गर्म रखने के लिए उन्हें एक साथ रखा जा रहा है। अस्पतालों की इन तस्वीरों ने दुनियाभर के देशों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है।

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Nov 14 2023, 11:42

*भारत ने यूएन में कनाडा का लताड़ा, कहा-अभिव्यक्ति की आजादी का गलत इस्तेमाल बंद करे*

#indiasaidtocanadastopfreedomofexpressionmisuse

भारत और कनाडा के बीच राजनीतिक तनाव जारी है।इस बीच भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कनाडा को आइना दिखाया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कनाडा को पूजा स्थलों और घृणा अपराध को रोकने की सलाह दी। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की बैठक के दौरान एक प्रस्ताव पर चर्चा में भारत ने अपने मानवाधिकार रिकॉर्ड की समीक्षा में कनाडा से हिंसा भड़काने और चरमपंथी समूहों की गतिविधियों को रोकने के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के 'दुरुपयोग' को रोकने कहा। भारत ने इसके लिए कनाडा को अपने कानूनी ढांचे को बढ़ावा देने का आह्वान किया है। 

कनाडा के पीएम ट्रूडो द्वारा भारत को लेकर दिए गए बेमतलब के बयानों के बाद भारत ने कनाडा के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया था। वहीं, अब संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की समीक्षा बैठक में भी भारत ने कनाडा को बड़ी नसीहत दी है।भारतीय राजनयिक मोहम्मद हुसैन ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कनाडा में मानव तस्करी जैसे मुद्दों से निपटने की रिपोर्ट को स्वीकार किया। भारत ने यह भी सिफारिश की कि कनाडा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दुरुपयोग, विशेषकर हिंसा भड़काने को रोकने के लिए अपने घरेलू ढांचे को मजबूत करे। इसके अलावा, भारत ने कनाडा से चरमपंथ को बढ़ावा देने वाले समूहों की गतिविधियों को अस्वीकार करने, धार्मिक और नस्लीय अल्पसंख्यकों के पूजा स्थलों पर हमलों को रोकने और घृणा अपराधों और घृणा भाषण को रोकने को भी कहा।

बांग्लादेश ने कनाडा को क्या कहा?

वहीं, बांग्लादेश के राजनयिक अबदुल्लाह अल फोरहाद ने भी कनाडा से गुजारिश की कि वह रंगभेद, हेट स्पीच, हेट क्राइम और प्रवासियों एवं मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अपराधों से निपटने में तेजी लाए। अल फोरहाद ने कहा, बांग्लादेश कनाडा को सिफारिश देता है कि वह रंगभेद, नस्लवाद, हेट स्पीच, हेट क्राइम और मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ भेदभाव और अपराधों से निपटने के लिए किए जा रहे अपने प्रयासों में तेजी लेकर आए।उन्होंने कहा, कनाडा को कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए जरूरी उपाय करना चाहिए। उसे जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभावों से निपटने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना चाहिए। सभी प्रवासियों, मजदूरों और उनके परिवार के सदस्यों के अधिकारों की सुरक्षा पर अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन भी कनाडा को करना चाहिए। हालांकि, बांग्लादेश ने मानवाधिकार की सुरक्षा में कनाडा के जरिए उठाए गए कदमों को लेकर उसकी तारीफ भी की।

भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव

बता दें कि भारत और कनाडा के रिश्ते इन दिनों बुरे दौर से गुजर रहे हैं। कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने इस हत्या में भारत का हाथ बताया था। इसके बाद से दोनों देशों के रिश्ते तनावग्रस्त हो गए हैं। इन आरोपों के बाद भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं स्थगित कर दी थीं। हालांकि बीते दिनों वीजा सेवाएं फिर से चालू कर दी गई हैं। अब बीते शनिवार को कनाडा के पीएम ने एक बार फिर भारत पर आरोप लगाए और भारत द्वारा कनाडा के 40 राजनयिकों की राजनयिक इम्युनिटी खत्म करने के फैसले को वियना कन्वेंशन का उल्लंघन बता दिया था।

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Oct 26 2023, 15:12

भारत ने कनाडा के लिए वीजा सेवा पर लगी रोक हटाई, 4 कैटेगरी में मिली मंजूरी, जानें सेवा बहाल होने पर ओटावा की प्रतिक्रिया

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भारत और कनाडा के रिश्तों के बीच जमी बर्फ पिछलने लगी है। दरअसल दोनों देशों के बीच जारी तनाव के दौरान भारत ने कनाडा के लिए वीजा सेवा पर लगी रोक को हटा दिया है। हालांकि फिलहाल केवल चार कैटेगरी के लिए ही वीजा सेवाओं को फिर से शुरू किया गया है।इसे लेकर कनाडा ने भी भारत का स्वागत किया है। कनाडा के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि कनाडाई नागरिकों के लिए चिंताजनक समय के बाद एक अच्छा संकेत आया है।बता दें कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत-कनाडा के बीच तनाव जारी है।

भारत आज यानी बृहस्पतिवार से कनाडा में कुछ श्रेणी की वीजा सेवाएं फिर शुरू करेगा।ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, इस संबंध में कनाडा के कुछ हालिया कदमों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद निर्णय लिया गया है कि 26 अक्टूबर से प्रवेश वीजा, बिजनेस वीजा, मेडिकल वीजा, और कॉन्फ्रेंस वीजा श्रेणियों के लिए वीजा सेवाओं को फिर शुरू किया जाएगा।

कनाडा के आव्रजन मंत्री मार्क मिलर ने कहा, हमें लगता है कि सेवाओं को निलंबित किया ही नहीं जाना चाहिए था।उन्होंने कहा कि ‘भारत के साथ वास्तव में चिंताजनक राजनयिक स्थिति ने कई समुदायों में काफी भय पैदा कर दिया है। वहीं, आपात प्रबंधन मंत्री और सिख नेता हरजीत सज्जन ने कहा कि वीजा प्रक्रिया फिर से शुरू होना अच्छी खबर है, लेकिन वह इस पर अटकलें नहीं लगाएंगे कि नई दिल्ली क्या संदेश देने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, यह जानकर अच्छा लगा कि उन्होंने इसे (सेवाएं) बहाल कर दिया है। यदि उन्होंने यह कदम उठाया ही नहीं होता, तो बेहतर होता।

विदेश मंत्री जयशंकर ने दिए थे संकेत

यह कदम ऐसे वक्त उठाया गया है जब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा था कि अगर भारत कनाडा में अपने राजनयिकों की सुरक्षा में प्रगति देखता है तो वह कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवाएं बहुत जल्द फिर शुरू करने पर विचार कर सकता है। जयशंकर ने कहा था कि कुछ हफ्ते पहले भारत द्वारा वीजा सेवाओं को अस्थायी रूप से रोकने के पीछे मुख्य कारण कनाडा में अपने राजनयिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता थी और भारतीय अधिकारियों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने में ओटावा की असमर्थता राजनयिक संबंधों पर वियना संधि के सबसे बुनियादी पहलू को चुनौती देती है।

इस वजह से भारत ने कर दिया था विजा सर्विस को सस्पेंड

भारत और कनाडा में तनाव की वजह खालिस्तानी दहशतगर्द हरदीप सिंह निज्जर की हत्या है। जिसका इल्जाम कनाडा ने भारत पर लगाया था। इसके साथ ही कनाडा ने एक भारतीय डिप्लोमेट को ओटावा छोड़कर जाने को कहा था। कनाडा के जरिए लगाए आरोपों को भारत ने इनकार किया था, इसके बाद भारत जवाबी कार्रवाई करते हुए, भारत में मौजूद कनाडा के डिप्लोमेट को भारत छोड़ने का हुक्म सुना दिया था। इसके बाद भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सर्विस को सस्पेंड कर दिया।

India

Oct 03 2023, 11:30

कनाडा के खिलाफ भारत की बड़ा एक्शन, ट्रूडो सरकार से 40 राजनयिकों को वापस बुलाने को कहा

#indiatellscanadatowithdrawdozensofdiplomaticstaff

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर कनाडा के बेबुनियाद आरोपों के बाद भारत सरकार सख्त बनी हुई है।इसी बीच के खिलाफ अब भारत ने बड़ा पलटवार किया है। भारत ने कनाडा से कहा है कि वह अपने 40 राजनयिकों को 10 अक्‍टूबर तक वापस बुला ले।भारत ने यह भी कहा है कि अगर कनाडा ऐसा नहीं करता है तो इन राजनयिकों को भारत में राजनयिक छूट भी नहीं मिलेगी।

 ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार ने अभी तक इस ताजा घटना के बारे में एक बयान जारी नहीं किया है। अखबार के मुताबिक कनाडा के भारत में 62 राजनयिक हैं और भारत ने कहा था कि इसमें से कुल 41 लोगों को कम किया जाना चाहिए।बता दें कि भारत सरकार ने कनाडा पर इस एक्शन को लेकर पहले ही संकेत दिए थे। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत में कनाडा के ज्यादा राजनयिक तैनात हैं और उनकी संख्या कम किए जाने की जरूरत है।

कनाडा के खिलाफ भारत का तीसरा एक्शन

कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के दावे के बाद कनाडा के खिलाफ भारत सरकार का यह तीसरा एक्शन है। भारत सरकार ने सबसे पहले कनाडा के एक खुफिया अधिकार