पाकिस्तान ने बीएसएफ जवान वापस भारत भेजा, ऑपरेशन सिंदूर में ‘पिटने’ के बाद बैकफुट पर आया
#bsfjawanpksahureturnedfrompakistan_india
ऑपरेशन सिंदूर के जरिए करारा जवाब पाने के बाद पाकिस्तान बैकफुट पर आ गया है। इसी का नतीजा है कि पड़ोसी देश ने गलती से बॉर्डर क्रॉस करने वाले बीएसएफ जवान पीके साहू का वापस लौटा दिया है। पीके साहू गलती से 23 अप्रैल को गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे। इसके बाद उन्हें पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार कर दिया था। पीके साहू को 21 दिनों के बाद रिहा किया गया है।
बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने पीके साहू की वापसी को लेकर प्रेस रिलीज जारी की है। बीएसएफ ने बताया, आज बीएसएफ ने कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार साहू को अटारी-वाघा बॉर्डर से भारत आ गए हैं।जवान को संयुक्त चेक पोस्ट अटारी, के जरिए लगभग 10:30 बजे भारत को सौंप दिया गया। बीएसएफ ने साथ ही बताया, हैंडओवर शांतिपूर्वक और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार आयोजित किया गया था। भारत ने भी जवान के बदले रेंजर्स को लौटाया है।
पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं पूर्णम
पूर्णम मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रिशरा के रहने वाले हैं। कुछ दिन पहले सैनिक की पत्नी रजनी ने पति की रिहाई को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। रजनी ने चंडीगढ़ पहुंचकर बीएसएफ अधिकारियों से मुलाकात भी की थी।
गलती से सीमा पार कर गए थे जवान
दरअसल, पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) को गलती से पार करने के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को पकड़ लिया था। मामला 23 अप्रैल का है। जवान की पहचान 182वीं बीएसएफ बटालियन के कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार शॉ के रूप में हुई थी। वह भारत-पाकिस्तान सीमा के पास खेत के पास ड्यूटी पर थे। नियमित गतिविधि के दौरान वे अनजाने में भारतीय सीमा की बाड़ को पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए थे, जहां उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था।
May 23 2025, 19:44