आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट बैंकिंग और हुरुन इंडिया ने जारी किया 'टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025' का तीसरा संस्करण

*दिल्ली, दिसंबर, 2025:* आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट बैंकिंग (IDFC FIRST Private Banking) और हुरुन इंडिया (Hurun India) ने 'आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025' का तीसरा संस्करण लॉन्च किया। इसमें उन 200 सबसे ज्यादा मूल्य वाली कंपनियों को शामिल किया गया है, जिनकी स्थापना वर्ष 2000 के बाद हुई है। कंपनियों की रैंकिंग उनके मूल्य के आधार पर की गई है, जिसमें सूचीबद्ध कंपनियों के लिए मार्केट कैपिटलाइज़ेशन और गैर-सूचीबद्ध कंपनियों के लिए वैल्यूएशन को आधार माना गया है। इस सूची के लिए 25 सितंबर, 2025 तक के आँकड़ें लिए गए हैं। इसमें सिर्फ वही कंपनियाँ शामिल हैं, जिनके मुख्यालय भारत में हैं, जबकि सरकारी कंपनियाँ और विदेशी कंपनियों की भारतीय इकाइयों को इसमें शामिल नहीं किया गया है।

इस सूची में शामिल सभी कंपनियों का कुल मूल्य करीब 42 लाख करोड़ रुपए है और इसमें देश के 51 शहरों के आंत्रप्रेन्योर्स सम्मिलित हैं। सूची की शुरुआत के बाद पहली बार ईटरनल के संस्थापक दीपिंदर गोयल (42) ने डीमार्ट के आर के दमानी (70) को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है। शहरों की बात करें, तो बेंगलुरु सबसे आगे रहा, जहाँ से 88 आंत्रप्रेन्योर्स सूची में शामिल हैं। इसके बाद मुंबई से 83 और नई दिल्ली से 52 आंत्रप्रेन्योर्स शामिल हैं, जो मिलकर सूची का आधा से ज्यादा हिस्सा बनाते हैं। सेक्टर के हिसाब से फाइनेंशियल सर्विसेस सबसे आगे रही, जिसमें 47 कंपनियाँ शामिल हैं। इसके बाद सॉफ्टवेयर और सर्विसेस से 28, हेल्थकेयर से 27 और रिटेल से 20 कंपनियाँ इस सूची का हिस्सा हैं। खास बात यह है कि 200 में से 189 कंपनियों को बाहरी निवेशकों का सहयोग मिला है, जबकि शेष कंपनियाँ अपने दम पर आगे बढ़ीं।

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में हेड- वेल्थ मैनेजमेंट और प्राइवेट बैंकिंग, श्री विकास शर्मा ने कहा, "आंत्रप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में भारत ने दुनियाभर के प्रमुख देशों में से एक के रूप में पहचान बनाई है। 'आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025' का तीसरा संस्करण भारत की स्टार्टअप और आंत्रप्रेन्योरशिप यात्रा को मनाने का एक और मौका है। यह रिपोर्ट उन खास आंत्रप्रेन्योर्स की कहानी बताती है, जो देश की आर्थिक दिशा को बदल रहे हैं। उनकी मेहनत, नवाचार और उत्कृष्टता लाने की लगातार कोशिशें वही मूल्य दिखाती हैं, जो हमें आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की सोच और मूल्यों से जोड़ती हैं। इस रिपोर्ट के जरिए हम इन अग्रणी उद्यमियों को सम्मान देते हैं और उनके काम को आगे बढ़ाने में सहयोग करने का आश्वासन देते हैं।"

हुरुन इंडिया के फाउंडर और चीफ रिसर्चर, अनस रहमान जुनैद ने कहा, "आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025 यह दर्शाता है कि विगत 25 वर्षों में इन सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स का भारत की आर्थिक तरक्की में कितना बड़ा योगदान है। इन कंपनियों का कुल व्यापार मूल्य 469 अरब डॉलर के बराबर है, जो भारत की 300 सबसे मूल्यवान फैमिली कंपनियों के मूल्य का एक चौथाई हिस्सा है। उन पाँच कंपनियों का कुल मूल्य अब 78,000 करोड़ रुपए तक पहुँच गया है, जिनकी स्थापना वर्ष 2020 के बाद शुरू हुई। ये आंत्रप्रेन्योर्स देश में विकास को बढ़ावा दे रहे हैं और राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहे हैं। वहीं, कर्मचारियों के लाभ इस साल 54,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 57,200 करोड़ रुपए हो गए हैं, जो उनके द्वारा कर्मचारियों में किए गए निवेश को दर्शाता है।"

कार्यप्रणाली

'आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025’ सूची उन 200 सबसे मूल्यवान कंपनियों को मान्यता देती है, जिनकी स्थापना भारत में वर्ष 2000 या उसके बाद हुई है। यह सूची भारत के उन सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स की खास उपलब्धियों पर ध्यान देती है, जिन्होंने इस समयावधि में सबसे मूल्यवान कंपनियों को बनाया और विकसित किया। इस सूची में रैंकिंग कंपनी के मूल्य के आधार पर होती है, न कि संस्थापकों की व्यक्तिगत संपत्ति के आधार पर।

सूचीबद्ध कंपनियों के लिए, मार्केट कैप उनकी तय तारीख के अनुसार की गई कीमत पर आधारित है। जिन कंपनियों की सूची में नाम नहीं है, उनके लिए हुरुन रिसर्च ने उन्हें समान सूचीबद्ध कंपनियों से तुलना करके मूल्य तय किया। इसमें इंडस्ट्री के आम मापदंड, जैसे- प्राइस टू अर्निंग, प्राइस टू सेल्स, ईवी टू सेल्स और ईवी टू एबिट्डा का इस्तेमाल किया गया। वित्तीय जानकारी हालिया वार्षिक रिपोर्ट या ऑडिट किए हुए स्टेटमेंट से ली गई है।

हुरुन रिसर्च टीम ने मूल्यांकन में बराबरी बनाए रखने के लिए हाल की फंडिंग राउंड के आधार पर सबसे नए आँकड़ें लिए हैं। इसके अलावा, कुछ मामलों में निवेशकों द्वारा बताई गई कम कीमत वाली रिपोर्ट को भी शामिल किया गया है, ताकि पूरी जानकारी मिल सके।
जिम कॉर्बेट में बोरोसिल के 'बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4' का सफल समापन
दो दिवसीय कार्यक्रम में बोरोसिल के डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स ने हिस्सा लिया; प्रोडक्ट परफॉर्मेंस और आगे की स्ट्रेटेजी पर हुई चर्चा
देहरादून, दिसंबर 2025: भारत के भरोसेमंद कंज़्यूमर ब्रांड, बोरोसिल लिमिटेड द्वारा आयोजित 'बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4' का समापन भव्य रूप से हुआ। यह खास आयोजन 16 और 17 दिसंबर को जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में स्थित आहाना- द कॉर्बेट वाइल्डरनेस रिज़ॉर्ट में हुआ। इस मौके पर बोरोसिल ने अपने चैनल पार्टनर्स के लिए एक खास मिलन समारोह भी आयोजित किया। उत्तराखंड की खूबसूरत प्राकृतिक वादियों के बीच, बोरोसिल के देशभर से आए डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स ने हिस्सा लिया, संवाद किया, अनुभव साझा किए और साझेदारी के रिश्तों को और मजबूत बनाया। इससे एक-दूसरे के साथ आगे बढ़ने का आत्मविश्वास भी बढ़ा।

चैनल पार्टनर्स मीट को खास डेस्टिनेशन इवेंट की तरह प्लान किया गया था। इस मौके ने बोरोसिल को अपने बड़े रिटेल नेटवर्क से जुड़ने और बातचीत करने का बेहतरीन प्लेटफॉर्म दिया। साथ ही, कंपनी ने दिखाया कि वह परफॉर्मेंस-आधारित किचन प्रोडक्ट्स पेश करने के लिए कितनी गंभीर और प्रतिबद्ध है।

बोरोसिल के ग्लास टॉप गैस स्टोव, ट्रिप्लाई कुकवेयर और प्रेशर कुकर की रेंज आयोजन का मुख्य आकर्षण रही। इसके लिए कुकिंग कॉम्पिटिशन और प्रोडक्ट डेमो रखे गए, जिनमें इन प्रोडक्ट्स की मजबूती, सुरक्षा और बेहतरीन हीट परफॉर्मेंस को बेहतरी से उजागर किया गया। कुकिंग से जुड़ी इन गतिविधियों ने बोरोसिल और उसके चैनल पार्टनर्स के बीच रिश्ता और भी मजबूत किया। इससे ब्रांड पर उनका भरोसा भी बढ़ा और जुड़ाव भी गहरा हुआ।

कार्यक्रम के दौरान बोरोसिल लिमिटेड की वीपी- मार्केटिंग, सुश्री बरनाली शंकर ने कहा, "बोरोसिल की रसोई अब हमारे चैनल पार्टनर्स से जुड़ने के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म बन चुकी है। जिम कॉर्बेट में सीज़न 4 आयोजित करने से हमें पारंपरिक फॉर्मेट से हटकर ऐसा माहौल बनाने का मौका मिला, जहाँ सबने सीखने, सहयोग करने और साथ मिलकर जश्न मनाने का अनुभव किया। अपने डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलना हमारे लिए सम्मान की बात है।"

कार्यक्रम के बारे में बोलते हुए बोरोसिल के एक पार्टनर ने कहा, "बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4 हमारे लिए बेहद दिलचस्प और उपयोगी अनुभव रहा। कुकिंग प्रतियोगिता और प्रोडक्ट डेमो ने हमें परफॉर्मेंस, गुणवत्ता और इस्तेमाल, तीनों ही स्तर पर बोरोसिल के प्रोडक्ट्स को नज़दीक से समझने का मौका दिया। इस अनुभव ने हमारे भरोसे को और मजबूत किया है और ब्रांड के साथ हमारे रिश्ते को और भी बेहतर बनाया है।"

कुकवेयर, किचन अप्लायंसेज़, डिनरवेयर और ग्लासवेयर सेगमेंट में मजबूत उपस्थिति के साथ बोरोसिल लगातार मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4 ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि ब्रांड अपने हुनर, गुणवत्ता और रोज़मर्रा की कुकिंग को बेहतर बनाने के उद्देश्य के साथ आगे बढ़ रहा है और इस सफलता का श्रेय उसके चैनल पार्टनर्स के भरोसे और साझेदारी को जाता है।
देवघर- के डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के उमंग का इंस्पायर अवार्ड मानक के राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चयन एवं मॉडल प्रदर्शित किया गया।
देवघर: भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा देश के स्कूली विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच, नवाचार और अनुसंधान की प्रवृत्ति को विकसित करने हेतु संचालित महत्त्वपूर्ण योजना इंस्पायर अवार्ड मानक 2024-25 के राज्य स्तरीय प्रदर्शनी सह प्रोजेक्ट प्रतियोगिता में गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के उमंग बरनवाल का चयन हुआ। देवघर जिले से कुल 4 विद्यार्थियों का चयन हुआ जिसमें से पब्लिक स्कूल की ओर से केवल गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल, भंडारकोला के उमंग बरनवाल का ही चयन हुआ।उमंग ने 19 दिसम्बर को रांची में इस प्रतियोगिता में भाग लिया और अपने वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया।उमंग ने एडवांस रिवर क्लीनिंग रोबोट बनाया जिसका उद्देश्य नदियों, तालाबों और जलाशयों में फैले कचरे को साफ करना है। यह रोबोट पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देने में सहायक है। इस रोबोट का काम नदियों में बहने वाले प्लास्टिक, पॉलीथिन, थर्मोकोल आदि को हटाकर जल प्रदूषण को कम करना है जिससे जलीय जीवों और पर्यावरण को सुरक्षित किया जा सकेगा। प्राचार्य बलराम कुमार झा ने कहा कि विद्यालय के लिए अपार हर्ष की बात है कि हमारे विद्यार्थी वैज्ञानिक दृष्टिकोण और समस्या समाधान क्षमता से लवरेज हो रहे हैं। यह उन्हें भविष्य में वैज्ञानिक, इंजीनियर और नवप्रवर्तक बनने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है जिससे बच्चे का शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, नैतिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास हो सके। उमंग के साथ उनके पिता अरूण कुमार बरनवाल और माता अर्चना बरनवाल का सम्मान विद्यालय के प्राचार्य ने किया। पिता ने कहा कि बेटे की सफलता के पीछे विद्यालय परिवार का अहम योगदान है जिसके कारण इसके अंदर वैज्ञानिक सोच का विकास हुआ। उक्त आशय की जानकारी मीडिया प्रभारी अभिषेक सूर्य ने दी।
जहानाबाद सदर अस्पताल में घायल युवक भर्ती, फायरिंग की आशंका, जांच जारी
जहानाबाद सदर अस्पताल में पुलिस एक घायल युवक को लेकर पहुंची। युवक के चेहरे पर जख्म के निशान थे और खून बह रहा था। पुलिस के अनुसार पटना मुख्यालय से 112 नंबर पर सूचना मिली थी कि टेहटा थाना क्षेत्र के हबलीपुर गांव के पास किसी घटना में एक युवक घायल हो गया है। सूचना मिलते ही 112 की पुलिस टीम मौके पर पहुंची, जहां ग्रामीणों द्वारा एक युवक को पकड़े जाने की बात सामने आई। घायल अवस्था में युवक को तुरंत पुलिस टीम द्वारा इलाज के लिए जहानाबाद सदर अस्पताल लाया गया। घायल युवक की पहचान मणि कुमार के रूप में हुई है। अस्पताल पहुंचे परिजनों का आरोप है कि पुरानी रंजिश के कारण फायरिंग की गई, जिसमें छर्रे युवक के चेहरे पर लगे हैं। हालांकि गोली लगने की पुष्टि न तो पुलिस और न ही अस्पताल प्रशासन की ओर से की गई है। इस मामले में सदर अस्पताल के डॉक्टर अरविंद कुमार नंदा ने बताया कि युवक को गोली नहीं लगी है। यदि फायरिंग हुई भी है तो बारूद के छींटों से चेहरे पर हल्की चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि मरीज पूरी तरह खतरे से बाहर है, उसकी ड्रेसिंग कर दी गई है और हालत सामान्य है। युवक को कोई गंभीर चोट नहीं आई है और वह घर जाने की स्थिति में है। वहीं 112 टीम के पुलिसकर्मी प्रेमचंद ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और घायल युवक को अस्पताल पहुंचाया गया। फिलहाल पूरा मामला जांच का विषय है। पुलिस टीम दोबारा घटनास्थल पर जाकर जांच करेगी और यदि वहां से छर्रा या अन्य साक्ष्य बरामद होते हैं तो उसकी पुष्टि की जाएगी। मामले को लेकर आगे की जानकारी वरीय अधिकारियों द्वारा दी जाएगी। पुलिस के अनुसार संबंधित थाना की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है और जांच की प्रक्रिया जारी है। फायरिंग हुई या नहीं, इसकी स्पष्ट पुष्टि जांच पूरी होने के बाद ही हो सकेगी।
जहानाबाद में रेलवे ट्रैक पर मिले शव की हुई पहचान, ककड़िया निवासी राजेंद्र पासवान की ट्रेन से कटकर मौत

जहानाबाद जिले के कल्पा थाना क्षेत्र अंतर्गत ककड़िया गांव निवासी राजेंद्र पासवान की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद उनका शव परिजनों को सौंप दिया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार राजेंद्र पासवान गुरुवार की शाम अपने घर से टहलने के लिए निकले थे। इसी दौरान वे दर्दा नदी पुल के समीप स्थित रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए, जहां शाम के समय गुजरने वाली किसी ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

घटना की सूचना मिलने पर जीआरपी (रेलवे पुलिस) ने शव को कब्जे में लिया और टाउन थाना पुलिस के सहयोग से उसे सदर अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस में सुरक्षित रखवाया।

जब देर रात तक राजेंद्र पासवान घर नहीं लौटे तो परिजन उनकी तलाश में विभिन्न थानों में पहुंचे। इसी क्रम में उन्हें जीआरपी से जानकारी मिली कि रेलवे ट्रैक पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद हुआ है। इसके बाद परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, जहां उन्होंने शव की पहचान राजेंद्र पासवान के रूप में की।

परिजनों ने बताया कि राजेंद्र पासवान की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। शुक्रवार की शाम शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। घटना के बाद गांव में शोक का माहौल व्याप्त है।

बकाया मानदेय व कन्वर्जन कॉस्ट को लेकर रसोई माताओं का हुंकार, एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन

बच्चों के निवाले एवं मेहनत करने वाली रसोई माताओं के हक का पैसा रूकना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण-- राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया

ब्रह्म प्रकाश शर्मा ,जानसठ मुजफ्फरनगर  । तहसील क्षेत्र के गांव  में स्थित प्राथमिक विद्यालय में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को मिलने वाले मिड-डे मील और रसोई माताओं के मानदेय का भुगतान न होने से आक्रोशित महिलाओं ने शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष  व जिला अध्यक्ष  के नेतृत्व मे उपजिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। रसोई माताओं ने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा और जल्द से जल्द बकाया धनराशि दिलवाने की मांग की।

शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया व जिला अध्यक्ष जोगिंद्री देवी के नेतृत्व में जानसठ तहसील क्षेत्र की रसोई माताएं तहसील मुख्यालय पहुंची और एसडीएम कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान  रसोई माताओं ने  बताया कि  विद्यालय में दो आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें कुल 48 बच्चे पंजीकृत हैं। आरोप है कि सत्र 2025-26 का 'कन्वर्जन कॉस्ट' (भोजन पकाने की लागत) का पैसा अभी तक विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया है। बजट के अभाव में बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि लंबे समय से पारिश्रमिक (मानदेय) न मिलने के कारण उनके सामने परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते उन्हें मजबूरन आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा हैं उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में भी रसोई माताओं ने धरना प्रदर्शन किया लेकिन समाधान नहीं केवल अधिकारीयो से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है।इस दौरान बड़ी संख्या में रसोई माताएं मौजूद रहीं।

एसडीएम जानसठ, राजकुमार भारती ने प्रदर्शनकारी महिलाओं और विद्यालय स्टाफ की समस्याओं को गंभीरता से सुना। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर जल्द से जल्द कन्वर्जन कॉस्ट और मानदेय का भुगतान सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया। एसडीएम के सकारात्मक आश्वासन के बाद रसोई माताओं ने प्रदर्शन समाप्त किया और उनका आभार व्यक्त किया।


राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया ने कहा कि बच्चों के निवाले और मेहनत करने वाली माताओं के हक का पैसा रुकना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमने एसडीएम साहब को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही न्याय मिलेगा।"
प्रयागराज पुस्तक मेले के दूसरे दिन उमड़ी पाठको की भीड़ धर्म-कर्म और अध्यात्म का विशेष आकर्षण
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)में आयोजित 11दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेला 2025 के दूसरे दिन शुक्रवार को पुस्तक प्रेमियों की उल्लेखनीय उपस्थिति देखने को मिली।भले ही माघ मेला आरंभ होने में अभी समय शेष है लेकिन उससे पहले ही यह पुस्तक मेला शहरवासियो और साहित्य प्रेमियो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।मेला“विजन 2047: विकसित भारत–विकसित प्रदेश” की थीम पर आधारित है।

आयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि पुस्तक मेले में पुराने और नए लेखको की पुस्तको का समृद्ध संग्रह उपलब्ध है। विशेष रूप से धर्म कर्म और अध्यात्म से जुड़ी पुस्तको की ओर पाठको की गहरी रुचि देखी जा रही है।श्रीमद्भागवत गीता तथा विभिन्न देवी-देवताओं से सम्बंधित धार्मिक ग्रंथों के साथ-साथ आकर्षक रंगीन एवं गोल्डन पोस्टर भी स्टॉलो पर उपलब्ध है।हनुमान जी मां दुर्गा भगवान श्रीकृष्ण का बाल स्वरूप गणेश जी मां काली राम-लक्ष्मण-सीता एवं भगवान शंकर सहित अनेक देवी-देवताओ के पोस्टर मेले की शोभा बढ़ा रहे है।मेले में दीक्षा बुक्स एंड स्टेशनरी प्रयागराज द्वारा स्टेशनरी सामग्री की विस्तृत श्रृंखला प्रस्तुत की गई है। सम्यक प्रकाशन के स्टॉल पर भारत का संविधान बुद्ध की प्रतिमाएं अशोक चिन्ह तथा डायरी उपलब्ध है जबकि दिनकर पुस्तकालय भागलपुर के स्टॉल पर पुस्तको के साथ टेबल कैलेंडर भी पाठको को आकर्षित कर रहे है।एक पुस्तक स्टॉल के प्रतिनिधि ने बताया कि प्रारंभिक दिनो में पाठक अधिकतर पुस्तको को देख-समझ रहे है और जानकारी एकत्र कर रहे है जबकि आने वाले दिनो में खरीदारी में तेजी आने की संभावना है।सह-संयोजक मनीष अग्रवाल ने बताया कि पुस्तक मेले में साहित्य के साथ-साथ जन-जन के आराध्य देवी-देवताओ से संबंधित पुस्तके और पोस्टर उपलब्ध है।बच्चो के लिए कॉमिक्स कहानियां बोलने वाली पुस्तके और स्टेशनरी सामग्री है वही युवाओं और वरिष्ठ नागरिको के लिए साहित्यिक एवं धार्मिक पुस्तको का समृद्ध संग्रह मौजूद है।मेले में पुस्तको के साथ एक सांस्कृतिक मंच भी स्थापित किया गया है जहां प्रतिदिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ जबकि शनिवार को जन चेतना मंच द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पुस्तक मेले में पहली बार म्युचुअल फंड शेयर बाजार और बचत से सम्बंधित पुस्तकों एवं जानकारी का एक विशेष स्टॉल भी लगाया गया है जो पाठकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
बारा की नवांगतुक एसीपी निकिता श्रीवास्तव ने सम्भाला चार्ज
जनता की समस्याओं का होगा समाधान

लूट-पाट व अपराध पर होगा पूर्ण नियंत्रण:एसीपी बारा निकिता श्रीवास्तव

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।नवांगतुक सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी)बारा निकिता श्रीवास्तव ने अपना कार्यभार सम्भाल लिया।एसीपी बारा कुजलता की जगह उन्होने चार्ज लेते ही सर्किल के अन्तर्गत पड़ने वाले थानो सहित क्षेत्रो की जानकारी ली। कमिश्नरेट में कानून-व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए पुलिस आयुक्त द्वारा बीते दिनो एसीपी का स्थानांतरण किया गया।स्थानांतरण क्रम में बर्ष 2022 बैच की निकिता श्रीवास्तव ने बृहस्पतिवार शाम को एसीपी बारा का पदभार ग्रहण कर लिया।और देवरिया जनपद की मूल निवासिनी है.चार्ज ग्रहण करने के बाद एसीपी बारा निकिता श्रीवास्तव ने कहा कि उनका लक्ष्य क्षेत्र में निष्पक्ष त्वरित कार्यवाही शांति व्यवस्था स्थापित करना अपराध- अपराधियो व लूट-पाट का पूरी तरह से सफाया करना है भूमाफियाओ और महिला सम्बन्धी अपराध के खिलाफ विशेष अभियान चला कर कठोर कार्रवाई की जाएगी और जनसुनवाई कर निष्पक्ष कार्यवाही करने का प्रयास किया जाएगा।
जहानाबाद प्रयत्न नारी शक्ति महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति ने मनाया 13वां स्थापना दिवस
जहानाबाद प्रयत्न नारी शक्ति महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड, सदर जहानाबाद द्वारा तेरहवाँ स्थापना दिवस भव्य रूप से मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन उत्साहपूर्ण एवं गरिमामय वातावरण में किया गया।

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री डॉ. प्रमोद कुमार चंद्रवंशी उपस्थित रहे, जबकि उद्घाटनकर्ता के रूप में घोषी विधानसभा के माननीय विधायक श्री ऋतुराज कुमार ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। दीप प्रज्ज्वलन मुख्य अतिथि, विधायक एवं अन्य अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहकारिता मंत्री डॉ. प्रमोद कुमार चंद्रवंशी ने कहा कि प्रयत्न नारी शक्ति समिति महिला सशक्तिकरण की दिशा में सराहनीय कार्य कर रही है। महिलाओं में बचत की आदत विकसित कर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना समाज के लिए प्रेरणादायक पहल है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की समितियाँ ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

वहीं विधायक श्री ऋतुराज कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि वर्ष 2005 में उत्तराखंड दौरे के दौरान वहाँ की महिला स्वावलंबी समितियों को देखकर उन्होंने यह सोचा था कि बिहार में भी इस तरह के महिला समूह बनने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह जानकर गर्व होता है कि जहानाबाद में प्रयत्न नारी शक्ति समिति वर्ष 2005 से ही सक्रिय है और निरंतर महिलाओं को संगठित कर सशक्त बना रही है। यह समिति बिहार के लिए एक आदर्श मॉडल के रूप में उभर कर सामने आई है।

कार्यक्रम में महिला विकास निगम, समाज कल्याण विभाग, नाबार्ड एवं सर्व सेवा समिति संस्था से जुड़े पदाधिकारी, स्वयं सहायता समूहों की महिलाएँ तथा बड़ी संख्या में स्थानीय गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत में समिति के सदस्यों ने भविष्य में और अधिक मजबूती के साथ महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य करने का संकल्प लिया।

गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (G RAM G) विधेयक पर राज्य सभा में बोले प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू

भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने राज्य सभा में (G RAM G) गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रस्तुत विधेयक के समर्थन में अपनी बातें रखी।

श्री साहू ने कहा कि जो गरीबी ने जन्म लेता है, पलता है और बढ़ता है वही गरीबी का दर्द जनता है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ऐसे ही मसीहा हैं। प्रधानमंत्री जी गरीब मां बाप के बेटे हैं वहीं कृषि मंत्री जी किसान परिवार से हैं। दोनों ने गरीबी को नजदीक से महसूस किया है।

कहा कि मनरेगा कांग्रेस के शासन के 2007 में शुरू हुआ था,लेकिन लंबे समय के बाद भी इसके जो उद्देश्य थे वे पूरे नहीं हुए। यह योजना पूरी तरह लूट खसोट ,भ्रष्टाचार का जरिया बन गया था। झारखंड में तो इस योजना में लूट मची है। राज्य सरकार के संरक्षण में योजनाओं में भ्रष्टाचार हुआ, मजदूरों को काम न देकर जेसीबी ,डंफर से काम कराए गए जिसे किसी भी उच्च स्तरीय कमेटी से जांच कराई जा सकती है।

कहा कि ऐसी लूट और भ्रष्टाचार को रोकने तथा मजदूरों ,गरीबों को धरातल पर रोजगार उपलब्ध कराने केलिए ही नई योजना जी राम जी को लाया गया है।

कहा कि इस योजना की जानकारी फैलते ही गांव,गरीब में उत्साह है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नई सोच से गांव, गरीब किसान को लाभ होने वाला है। अब 100 की जगह 125 दिन रोजगार मिलेंगे। लाभ मिलेगा।

कहा कि गांव गरीब के आशीर्वाद से ही दुनियां में भारत का यश फैल रहा।

कहा कि कांग्रेस तुष्टीकरण में आकंठ डूबी है। इसे राम और हिंदुत्व से चिढ़ है। इसीलिए राम मंदिर का विरोध किया, राम मंदिर के उद्घाटन के निमंत्रण को ठुकरा दिया।

कहा कि कांग्रेस को पता है कि महात्मा गांधी ने भी अपने अंत समय में हे राम ही कहा था।

कहा कि राम भारत की आत्मा हैं,पहचान हैं।इसलिए भाजपा सरकार ने टेंट से निकालकर भव्य मंदिर में रामलाला को विराजित किया।

कहा कि रोजगार और आजीविका मिशन में बदलते ग्रामीण आवश्यकताओं पर बल दिया गया है।कांग्रेस का नेतृत्व सोने की चम्मच लेकर जन्म लिया है इसलिए उन्हें गांव की स्थिति का अंदाज नहीं। आज इसी के कारण कांग्रेस मुक्त भारत बन रहा है।

कहा कि जब गांव के विकास की बात होती है तो कांग्रेस विरोध करती है।

श्री साहू ने कहा कि झारखंड में मनरेगा की स्थिति अत्यंत खराब है, फर्जी निकासी आम बात है,50% से अधिक पैसे दलाल बिचौलिए खा जाते हैं।

कहा कि नई योजना में लूट रोकने का पूरा प्रावधान है।योजनाओं को जीपीएस,मोबाइल से जोड़ा जाएगा।जनता को योजनाओं की पूरी जानकारी रहेगी,हर पंचायत में साल में दो बार जांच होगी। भ्रष्टाचार का पता लगाने केलिए एआई का प्रावधान है।

कहा कि कांग्रेस पार्टी बताए क्या 125 दिन का रोजगार देना क्या सिर्फ नाम बदलना है,डिजिटल पारदर्शिता क्या सिर्फ नाम बदलना है,साप्ताहिक भुगतान करना क्या सिर्फ नाम बदलना है।

कहा कि गांव की गरीब जनता सब जानती है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को योजना केलिए आभार प्रकट किया।

आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट बैंकिंग और हुरुन इंडिया ने जारी किया 'टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025' का तीसरा संस्करण

*दिल्ली, दिसंबर, 2025:* आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट बैंकिंग (IDFC FIRST Private Banking) और हुरुन इंडिया (Hurun India) ने 'आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025' का तीसरा संस्करण लॉन्च किया। इसमें उन 200 सबसे ज्यादा मूल्य वाली कंपनियों को शामिल किया गया है, जिनकी स्थापना वर्ष 2000 के बाद हुई है। कंपनियों की रैंकिंग उनके मूल्य के आधार पर की गई है, जिसमें सूचीबद्ध कंपनियों के लिए मार्केट कैपिटलाइज़ेशन और गैर-सूचीबद्ध कंपनियों के लिए वैल्यूएशन को आधार माना गया है। इस सूची के लिए 25 सितंबर, 2025 तक के आँकड़ें लिए गए हैं। इसमें सिर्फ वही कंपनियाँ शामिल हैं, जिनके मुख्यालय भारत में हैं, जबकि सरकारी कंपनियाँ और विदेशी कंपनियों की भारतीय इकाइयों को इसमें शामिल नहीं किया गया है।

इस सूची में शामिल सभी कंपनियों का कुल मूल्य करीब 42 लाख करोड़ रुपए है और इसमें देश के 51 शहरों के आंत्रप्रेन्योर्स सम्मिलित हैं। सूची की शुरुआत के बाद पहली बार ईटरनल के संस्थापक दीपिंदर गोयल (42) ने डीमार्ट के आर के दमानी (70) को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है। शहरों की बात करें, तो बेंगलुरु सबसे आगे रहा, जहाँ से 88 आंत्रप्रेन्योर्स सूची में शामिल हैं। इसके बाद मुंबई से 83 और नई दिल्ली से 52 आंत्रप्रेन्योर्स शामिल हैं, जो मिलकर सूची का आधा से ज्यादा हिस्सा बनाते हैं। सेक्टर के हिसाब से फाइनेंशियल सर्विसेस सबसे आगे रही, जिसमें 47 कंपनियाँ शामिल हैं। इसके बाद सॉफ्टवेयर और सर्विसेस से 28, हेल्थकेयर से 27 और रिटेल से 20 कंपनियाँ इस सूची का हिस्सा हैं। खास बात यह है कि 200 में से 189 कंपनियों को बाहरी निवेशकों का सहयोग मिला है, जबकि शेष कंपनियाँ अपने दम पर आगे बढ़ीं।

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में हेड- वेल्थ मैनेजमेंट और प्राइवेट बैंकिंग, श्री विकास शर्मा ने कहा, "आंत्रप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में भारत ने दुनियाभर के प्रमुख देशों में से एक के रूप में पहचान बनाई है। 'आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025' का तीसरा संस्करण भारत की स्टार्टअप और आंत्रप्रेन्योरशिप यात्रा को मनाने का एक और मौका है। यह रिपोर्ट उन खास आंत्रप्रेन्योर्स की कहानी बताती है, जो देश की आर्थिक दिशा को बदल रहे हैं। उनकी मेहनत, नवाचार और उत्कृष्टता लाने की लगातार कोशिशें वही मूल्य दिखाती हैं, जो हमें आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की सोच और मूल्यों से जोड़ती हैं। इस रिपोर्ट के जरिए हम इन अग्रणी उद्यमियों को सम्मान देते हैं और उनके काम को आगे बढ़ाने में सहयोग करने का आश्वासन देते हैं।"

हुरुन इंडिया के फाउंडर और चीफ रिसर्चर, अनस रहमान जुनैद ने कहा, "आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025 यह दर्शाता है कि विगत 25 वर्षों में इन सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स का भारत की आर्थिक तरक्की में कितना बड़ा योगदान है। इन कंपनियों का कुल व्यापार मूल्य 469 अरब डॉलर के बराबर है, जो भारत की 300 सबसे मूल्यवान फैमिली कंपनियों के मूल्य का एक चौथाई हिस्सा है। उन पाँच कंपनियों का कुल मूल्य अब 78,000 करोड़ रुपए तक पहुँच गया है, जिनकी स्थापना वर्ष 2020 के बाद शुरू हुई। ये आंत्रप्रेन्योर्स देश में विकास को बढ़ावा दे रहे हैं और राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहे हैं। वहीं, कर्मचारियों के लाभ इस साल 54,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 57,200 करोड़ रुपए हो गए हैं, जो उनके द्वारा कर्मचारियों में किए गए निवेश को दर्शाता है।"

कार्यप्रणाली

'आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025’ सूची उन 200 सबसे मूल्यवान कंपनियों को मान्यता देती है, जिनकी स्थापना भारत में वर्ष 2000 या उसके बाद हुई है। यह सूची भारत के उन सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स की खास उपलब्धियों पर ध्यान देती है, जिन्होंने इस समयावधि में सबसे मूल्यवान कंपनियों को बनाया और विकसित किया। इस सूची में रैंकिंग कंपनी के मूल्य के आधार पर होती है, न कि संस्थापकों की व्यक्तिगत संपत्ति के आधार पर।

सूचीबद्ध कंपनियों के लिए, मार्केट कैप उनकी तय तारीख के अनुसार की गई कीमत पर आधारित है। जिन कंपनियों की सूची में नाम नहीं है, उनके लिए हुरुन रिसर्च ने उन्हें समान सूचीबद्ध कंपनियों से तुलना करके मूल्य तय किया। इसमें इंडस्ट्री के आम मापदंड, जैसे- प्राइस टू अर्निंग, प्राइस टू सेल्स, ईवी टू सेल्स और ईवी टू एबिट्डा का इस्तेमाल किया गया। वित्तीय जानकारी हालिया वार्षिक रिपोर्ट या ऑडिट किए हुए स्टेटमेंट से ली गई है।

हुरुन रिसर्च टीम ने मूल्यांकन में बराबरी बनाए रखने के लिए हाल की फंडिंग राउंड के आधार पर सबसे नए आँकड़ें लिए हैं। इसके अलावा, कुछ मामलों में निवेशकों द्वारा बताई गई कम कीमत वाली रिपोर्ट को भी शामिल किया गया है, ताकि पूरी जानकारी मिल सके।
जिम कॉर्बेट में बोरोसिल के 'बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4' का सफल समापन
दो दिवसीय कार्यक्रम में बोरोसिल के डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स ने हिस्सा लिया; प्रोडक्ट परफॉर्मेंस और आगे की स्ट्रेटेजी पर हुई चर्चा
देहरादून, दिसंबर 2025: भारत के भरोसेमंद कंज़्यूमर ब्रांड, बोरोसिल लिमिटेड द्वारा आयोजित 'बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4' का समापन भव्य रूप से हुआ। यह खास आयोजन 16 और 17 दिसंबर को जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में स्थित आहाना- द कॉर्बेट वाइल्डरनेस रिज़ॉर्ट में हुआ। इस मौके पर बोरोसिल ने अपने चैनल पार्टनर्स के लिए एक खास मिलन समारोह भी आयोजित किया। उत्तराखंड की खूबसूरत प्राकृतिक वादियों के बीच, बोरोसिल के देशभर से आए डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स ने हिस्सा लिया, संवाद किया, अनुभव साझा किए और साझेदारी के रिश्तों को और मजबूत बनाया। इससे एक-दूसरे के साथ आगे बढ़ने का आत्मविश्वास भी बढ़ा।

चैनल पार्टनर्स मीट को खास डेस्टिनेशन इवेंट की तरह प्लान किया गया था। इस मौके ने बोरोसिल को अपने बड़े रिटेल नेटवर्क से जुड़ने और बातचीत करने का बेहतरीन प्लेटफॉर्म दिया। साथ ही, कंपनी ने दिखाया कि वह परफॉर्मेंस-आधारित किचन प्रोडक्ट्स पेश करने के लिए कितनी गंभीर और प्रतिबद्ध है।

बोरोसिल के ग्लास टॉप गैस स्टोव, ट्रिप्लाई कुकवेयर और प्रेशर कुकर की रेंज आयोजन का मुख्य आकर्षण रही। इसके लिए कुकिंग कॉम्पिटिशन और प्रोडक्ट डेमो रखे गए, जिनमें इन प्रोडक्ट्स की मजबूती, सुरक्षा और बेहतरीन हीट परफॉर्मेंस को बेहतरी से उजागर किया गया। कुकिंग से जुड़ी इन गतिविधियों ने बोरोसिल और उसके चैनल पार्टनर्स के बीच रिश्ता और भी मजबूत किया। इससे ब्रांड पर उनका भरोसा भी बढ़ा और जुड़ाव भी गहरा हुआ।

कार्यक्रम के दौरान बोरोसिल लिमिटेड की वीपी- मार्केटिंग, सुश्री बरनाली शंकर ने कहा, "बोरोसिल की रसोई अब हमारे चैनल पार्टनर्स से जुड़ने के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म बन चुकी है। जिम कॉर्बेट में सीज़न 4 आयोजित करने से हमें पारंपरिक फॉर्मेट से हटकर ऐसा माहौल बनाने का मौका मिला, जहाँ सबने सीखने, सहयोग करने और साथ मिलकर जश्न मनाने का अनुभव किया। अपने डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलना हमारे लिए सम्मान की बात है।"

कार्यक्रम के बारे में बोलते हुए बोरोसिल के एक पार्टनर ने कहा, "बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4 हमारे लिए बेहद दिलचस्प और उपयोगी अनुभव रहा। कुकिंग प्रतियोगिता और प्रोडक्ट डेमो ने हमें परफॉर्मेंस, गुणवत्ता और इस्तेमाल, तीनों ही स्तर पर बोरोसिल के प्रोडक्ट्स को नज़दीक से समझने का मौका दिया। इस अनुभव ने हमारे भरोसे को और मजबूत किया है और ब्रांड के साथ हमारे रिश्ते को और भी बेहतर बनाया है।"

कुकवेयर, किचन अप्लायंसेज़, डिनरवेयर और ग्लासवेयर सेगमेंट में मजबूत उपस्थिति के साथ बोरोसिल लगातार मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4 ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि ब्रांड अपने हुनर, गुणवत्ता और रोज़मर्रा की कुकिंग को बेहतर बनाने के उद्देश्य के साथ आगे बढ़ रहा है और इस सफलता का श्रेय उसके चैनल पार्टनर्स के भरोसे और साझेदारी को जाता है।
देवघर- के डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के उमंग का इंस्पायर अवार्ड मानक के राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चयन एवं मॉडल प्रदर्शित किया गया।
देवघर: भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा देश के स्कूली विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच, नवाचार और अनुसंधान की प्रवृत्ति को विकसित करने हेतु संचालित महत्त्वपूर्ण योजना इंस्पायर अवार्ड मानक 2024-25 के राज्य स्तरीय प्रदर्शनी सह प्रोजेक्ट प्रतियोगिता में गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के उमंग बरनवाल का चयन हुआ। देवघर जिले से कुल 4 विद्यार्थियों का चयन हुआ जिसमें से पब्लिक स्कूल की ओर से केवल गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल, भंडारकोला के उमंग बरनवाल का ही चयन हुआ।उमंग ने 19 दिसम्बर को रांची में इस प्रतियोगिता में भाग लिया और अपने वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया।उमंग ने एडवांस रिवर क्लीनिंग रोबोट बनाया जिसका उद्देश्य नदियों, तालाबों और जलाशयों में फैले कचरे को साफ करना है। यह रोबोट पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देने में सहायक है। इस रोबोट का काम नदियों में बहने वाले प्लास्टिक, पॉलीथिन, थर्मोकोल आदि को हटाकर जल प्रदूषण को कम करना है जिससे जलीय जीवों और पर्यावरण को सुरक्षित किया जा सकेगा। प्राचार्य बलराम कुमार झा ने कहा कि विद्यालय के लिए अपार हर्ष की बात है कि हमारे विद्यार्थी वैज्ञानिक दृष्टिकोण और समस्या समाधान क्षमता से लवरेज हो रहे हैं। यह उन्हें भविष्य में वैज्ञानिक, इंजीनियर और नवप्रवर्तक बनने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है जिससे बच्चे का शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, नैतिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास हो सके। उमंग के साथ उनके पिता अरूण कुमार बरनवाल और माता अर्चना बरनवाल का सम्मान विद्यालय के प्राचार्य ने किया। पिता ने कहा कि बेटे की सफलता के पीछे विद्यालय परिवार का अहम योगदान है जिसके कारण इसके अंदर वैज्ञानिक सोच का विकास हुआ। उक्त आशय की जानकारी मीडिया प्रभारी अभिषेक सूर्य ने दी।
जहानाबाद सदर अस्पताल में घायल युवक भर्ती, फायरिंग की आशंका, जांच जारी
जहानाबाद सदर अस्पताल में पुलिस एक घायल युवक को लेकर पहुंची। युवक के चेहरे पर जख्म के निशान थे और खून बह रहा था। पुलिस के अनुसार पटना मुख्यालय से 112 नंबर पर सूचना मिली थी कि टेहटा थाना क्षेत्र के हबलीपुर गांव के पास किसी घटना में एक युवक घायल हो गया है। सूचना मिलते ही 112 की पुलिस टीम मौके पर पहुंची, जहां ग्रामीणों द्वारा एक युवक को पकड़े जाने की बात सामने आई। घायल अवस्था में युवक को तुरंत पुलिस टीम द्वारा इलाज के लिए जहानाबाद सदर अस्पताल लाया गया। घायल युवक की पहचान मणि कुमार के रूप में हुई है। अस्पताल पहुंचे परिजनों का आरोप है कि पुरानी रंजिश के कारण फायरिंग की गई, जिसमें छर्रे युवक के चेहरे पर लगे हैं। हालांकि गोली लगने की पुष्टि न तो पुलिस और न ही अस्पताल प्रशासन की ओर से की गई है। इस मामले में सदर अस्पताल के डॉक्टर अरविंद कुमार नंदा ने बताया कि युवक को गोली नहीं लगी है। यदि फायरिंग हुई भी है तो बारूद के छींटों से चेहरे पर हल्की चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि मरीज पूरी तरह खतरे से बाहर है, उसकी ड्रेसिंग कर दी गई है और हालत सामान्य है। युवक को कोई गंभीर चोट नहीं आई है और वह घर जाने की स्थिति में है। वहीं 112 टीम के पुलिसकर्मी प्रेमचंद ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और घायल युवक को अस्पताल पहुंचाया गया। फिलहाल पूरा मामला जांच का विषय है। पुलिस टीम दोबारा घटनास्थल पर जाकर जांच करेगी और यदि वहां से छर्रा या अन्य साक्ष्य बरामद होते हैं तो उसकी पुष्टि की जाएगी। मामले को लेकर आगे की जानकारी वरीय अधिकारियों द्वारा दी जाएगी। पुलिस के अनुसार संबंधित थाना की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है और जांच की प्रक्रिया जारी है। फायरिंग हुई या नहीं, इसकी स्पष्ट पुष्टि जांच पूरी होने के बाद ही हो सकेगी।
जहानाबाद में रेलवे ट्रैक पर मिले शव की हुई पहचान, ककड़िया निवासी राजेंद्र पासवान की ट्रेन से कटकर मौत

जहानाबाद जिले के कल्पा थाना क्षेत्र अंतर्गत ककड़िया गांव निवासी राजेंद्र पासवान की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद उनका शव परिजनों को सौंप दिया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार राजेंद्र पासवान गुरुवार की शाम अपने घर से टहलने के लिए निकले थे। इसी दौरान वे दर्दा नदी पुल के समीप स्थित रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए, जहां शाम के समय गुजरने वाली किसी ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

घटना की सूचना मिलने पर जीआरपी (रेलवे पुलिस) ने शव को कब्जे में लिया और टाउन थाना पुलिस के सहयोग से उसे सदर अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस में सुरक्षित रखवाया।

जब देर रात तक राजेंद्र पासवान घर नहीं लौटे तो परिजन उनकी तलाश में विभिन्न थानों में पहुंचे। इसी क्रम में उन्हें जीआरपी से जानकारी मिली कि रेलवे ट्रैक पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद हुआ है। इसके बाद परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, जहां उन्होंने शव की पहचान राजेंद्र पासवान के रूप में की।

परिजनों ने बताया कि राजेंद्र पासवान की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। शुक्रवार की शाम शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। घटना के बाद गांव में शोक का माहौल व्याप्त है।

बकाया मानदेय व कन्वर्जन कॉस्ट को लेकर रसोई माताओं का हुंकार, एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन

बच्चों के निवाले एवं मेहनत करने वाली रसोई माताओं के हक का पैसा रूकना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण-- राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया

ब्रह्म प्रकाश शर्मा ,जानसठ मुजफ्फरनगर  । तहसील क्षेत्र के गांव  में स्थित प्राथमिक विद्यालय में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को मिलने वाले मिड-डे मील और रसोई माताओं के मानदेय का भुगतान न होने से आक्रोशित महिलाओं ने शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष  व जिला अध्यक्ष  के नेतृत्व मे उपजिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। रसोई माताओं ने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा और जल्द से जल्द बकाया धनराशि दिलवाने की मांग की।

शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया व जिला अध्यक्ष जोगिंद्री देवी के नेतृत्व में जानसठ तहसील क्षेत्र की रसोई माताएं तहसील मुख्यालय पहुंची और एसडीएम कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान  रसोई माताओं ने  बताया कि  विद्यालय में दो आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें कुल 48 बच्चे पंजीकृत हैं। आरोप है कि सत्र 2025-26 का 'कन्वर्जन कॉस्ट' (भोजन पकाने की लागत) का पैसा अभी तक विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया है। बजट के अभाव में बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि लंबे समय से पारिश्रमिक (मानदेय) न मिलने के कारण उनके सामने परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते उन्हें मजबूरन आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा हैं उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में भी रसोई माताओं ने धरना प्रदर्शन किया लेकिन समाधान नहीं केवल अधिकारीयो से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है।इस दौरान बड़ी संख्या में रसोई माताएं मौजूद रहीं।

एसडीएम जानसठ, राजकुमार भारती ने प्रदर्शनकारी महिलाओं और विद्यालय स्टाफ की समस्याओं को गंभीरता से सुना। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर जल्द से जल्द कन्वर्जन कॉस्ट और मानदेय का भुगतान सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया। एसडीएम के सकारात्मक आश्वासन के बाद रसोई माताओं ने प्रदर्शन समाप्त किया और उनका आभार व्यक्त किया।


राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया ने कहा कि बच्चों के निवाले और मेहनत करने वाली माताओं के हक का पैसा रुकना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमने एसडीएम साहब को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही न्याय मिलेगा।"
प्रयागराज पुस्तक मेले के दूसरे दिन उमड़ी पाठको की भीड़ धर्म-कर्म और अध्यात्म का विशेष आकर्षण
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)में आयोजित 11दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेला 2025 के दूसरे दिन शुक्रवार को पुस्तक प्रेमियों की उल्लेखनीय उपस्थिति देखने को मिली।भले ही माघ मेला आरंभ होने में अभी समय शेष है लेकिन उससे पहले ही यह पुस्तक मेला शहरवासियो और साहित्य प्रेमियो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।मेला“विजन 2047: विकसित भारत–विकसित प्रदेश” की थीम पर आधारित है।

आयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि पुस्तक मेले में पुराने और नए लेखको की पुस्तको का समृद्ध संग्रह उपलब्ध है। विशेष रूप से धर्म कर्म और अध्यात्म से जुड़ी पुस्तको की ओर पाठको की गहरी रुचि देखी जा रही है।श्रीमद्भागवत गीता तथा विभिन्न देवी-देवताओं से सम्बंधित धार्मिक ग्रंथों के साथ-साथ आकर्षक रंगीन एवं गोल्डन पोस्टर भी स्टॉलो पर उपलब्ध है।हनुमान जी मां दुर्गा भगवान श्रीकृष्ण का बाल स्वरूप गणेश जी मां काली राम-लक्ष्मण-सीता एवं भगवान शंकर सहित अनेक देवी-देवताओ के पोस्टर मेले की शोभा बढ़ा रहे है।मेले में दीक्षा बुक्स एंड स्टेशनरी प्रयागराज द्वारा स्टेशनरी सामग्री की विस्तृत श्रृंखला प्रस्तुत की गई है। सम्यक प्रकाशन के स्टॉल पर भारत का संविधान बुद्ध की प्रतिमाएं अशोक चिन्ह तथा डायरी उपलब्ध है जबकि दिनकर पुस्तकालय भागलपुर के स्टॉल पर पुस्तको के साथ टेबल कैलेंडर भी पाठको को आकर्षित कर रहे है।एक पुस्तक स्टॉल के प्रतिनिधि ने बताया कि प्रारंभिक दिनो में पाठक अधिकतर पुस्तको को देख-समझ रहे है और जानकारी एकत्र कर रहे है जबकि आने वाले दिनो में खरीदारी में तेजी आने की संभावना है।सह-संयोजक मनीष अग्रवाल ने बताया कि पुस्तक मेले में साहित्य के साथ-साथ जन-जन के आराध्य देवी-देवताओ से संबंधित पुस्तके और पोस्टर उपलब्ध है।बच्चो के लिए कॉमिक्स कहानियां बोलने वाली पुस्तके और स्टेशनरी सामग्री है वही युवाओं और वरिष्ठ नागरिको के लिए साहित्यिक एवं धार्मिक पुस्तको का समृद्ध संग्रह मौजूद है।मेले में पुस्तको के साथ एक सांस्कृतिक मंच भी स्थापित किया गया है जहां प्रतिदिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ जबकि शनिवार को जन चेतना मंच द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पुस्तक मेले में पहली बार म्युचुअल फंड शेयर बाजार और बचत से सम्बंधित पुस्तकों एवं जानकारी का एक विशेष स्टॉल भी लगाया गया है जो पाठकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
बारा की नवांगतुक एसीपी निकिता श्रीवास्तव ने सम्भाला चार्ज
जनता की समस्याओं का होगा समाधान

लूट-पाट व अपराध पर होगा पूर्ण नियंत्रण:एसीपी बारा निकिता श्रीवास्तव

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।नवांगतुक सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी)बारा निकिता श्रीवास्तव ने अपना कार्यभार सम्भाल लिया।एसीपी बारा कुजलता की जगह उन्होने चार्ज लेते ही सर्किल के अन्तर्गत पड़ने वाले थानो सहित क्षेत्रो की जानकारी ली। कमिश्नरेट में कानून-व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए पुलिस आयुक्त द्वारा बीते दिनो एसीपी का स्थानांतरण किया गया।स्थानांतरण क्रम में बर्ष 2022 बैच की निकिता श्रीवास्तव ने बृहस्पतिवार शाम को एसीपी बारा का पदभार ग्रहण कर लिया।और देवरिया जनपद की मूल निवासिनी है.चार्ज ग्रहण करने के बाद एसीपी बारा निकिता श्रीवास्तव ने कहा कि उनका लक्ष्य क्षेत्र में निष्पक्ष त्वरित कार्यवाही शांति व्यवस्था स्थापित करना अपराध- अपराधियो व लूट-पाट का पूरी तरह से सफाया करना है भूमाफियाओ और महिला सम्बन्धी अपराध के खिलाफ विशेष अभियान चला कर कठोर कार्रवाई की जाएगी और जनसुनवाई कर निष्पक्ष कार्यवाही करने का प्रयास किया जाएगा।
जहानाबाद प्रयत्न नारी शक्ति महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति ने मनाया 13वां स्थापना दिवस
जहानाबाद प्रयत्न नारी शक्ति महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड, सदर जहानाबाद द्वारा तेरहवाँ स्थापना दिवस भव्य रूप से मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन उत्साहपूर्ण एवं गरिमामय वातावरण में किया गया।

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री डॉ. प्रमोद कुमार चंद्रवंशी उपस्थित रहे, जबकि उद्घाटनकर्ता के रूप में घोषी विधानसभा के माननीय विधायक श्री ऋतुराज कुमार ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। दीप प्रज्ज्वलन मुख्य अतिथि, विधायक एवं अन्य अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहकारिता मंत्री डॉ. प्रमोद कुमार चंद्रवंशी ने कहा कि प्रयत्न नारी शक्ति समिति महिला सशक्तिकरण की दिशा में सराहनीय कार्य कर रही है। महिलाओं में बचत की आदत विकसित कर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना समाज के लिए प्रेरणादायक पहल है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की समितियाँ ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

वहीं विधायक श्री ऋतुराज कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि वर्ष 2005 में उत्तराखंड दौरे के दौरान वहाँ की महिला स्वावलंबी समितियों को देखकर उन्होंने यह सोचा था कि बिहार में भी इस तरह के महिला समूह बनने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह जानकर गर्व होता है कि जहानाबाद में प्रयत्न नारी शक्ति समिति वर्ष 2005 से ही सक्रिय है और निरंतर महिलाओं को संगठित कर सशक्त बना रही है। यह समिति बिहार के लिए एक आदर्श मॉडल के रूप में उभर कर सामने आई है।

कार्यक्रम में महिला विकास निगम, समाज कल्याण विभाग, नाबार्ड एवं सर्व सेवा समिति संस्था से जुड़े पदाधिकारी, स्वयं सहायता समूहों की महिलाएँ तथा बड़ी संख्या में स्थानीय गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत में समिति के सदस्यों ने भविष्य में और अधिक मजबूती के साथ महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य करने का संकल्प लिया।

गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (G RAM G) विधेयक पर राज्य सभा में बोले प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू

भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने राज्य सभा में (G RAM G) गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रस्तुत विधेयक के समर्थन में अपनी बातें रखी।

श्री साहू ने कहा कि जो गरीबी ने जन्म लेता है, पलता है और बढ़ता है वही गरीबी का दर्द जनता है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ऐसे ही मसीहा हैं। प्रधानमंत्री जी गरीब मां बाप के बेटे हैं वहीं कृषि मंत्री जी किसान परिवार से हैं। दोनों ने गरीबी को नजदीक से महसूस किया है।

कहा कि मनरेगा कांग्रेस के शासन के 2007 में शुरू हुआ था,लेकिन लंबे समय के बाद भी इसके जो उद्देश्य थे वे पूरे नहीं हुए। यह योजना पूरी तरह लूट खसोट ,भ्रष्टाचार का जरिया बन गया था। झारखंड में तो इस योजना में लूट मची है। राज्य सरकार के संरक्षण में योजनाओं में भ्रष्टाचार हुआ, मजदूरों को काम न देकर जेसीबी ,डंफर से काम कराए गए जिसे किसी भी उच्च स्तरीय कमेटी से जांच कराई जा सकती है।

कहा कि ऐसी लूट और भ्रष्टाचार को रोकने तथा मजदूरों ,गरीबों को धरातल पर रोजगार उपलब्ध कराने केलिए ही नई योजना जी राम जी को लाया गया है।

कहा कि इस योजना की जानकारी फैलते ही गांव,गरीब में उत्साह है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नई सोच से गांव, गरीब किसान को लाभ होने वाला है। अब 100 की जगह 125 दिन रोजगार मिलेंगे। लाभ मिलेगा।

कहा कि गांव गरीब के आशीर्वाद से ही दुनियां में भारत का यश फैल रहा।

कहा कि कांग्रेस तुष्टीकरण में आकंठ डूबी है। इसे राम और हिंदुत्व से चिढ़ है। इसीलिए राम मंदिर का विरोध किया, राम मंदिर के उद्घाटन के निमंत्रण को ठुकरा दिया।

कहा कि कांग्रेस को पता है कि महात्मा गांधी ने भी अपने अंत समय में हे राम ही कहा था।

कहा कि राम भारत की आत्मा हैं,पहचान हैं।इसलिए भाजपा सरकार ने टेंट से निकालकर भव्य मंदिर में रामलाला को विराजित किया।

कहा कि रोजगार और आजीविका मिशन में बदलते ग्रामीण आवश्यकताओं पर बल दिया गया है।कांग्रेस का नेतृत्व सोने की चम्मच लेकर जन्म लिया है इसलिए उन्हें गांव की स्थिति का अंदाज नहीं। आज इसी के कारण कांग्रेस मुक्त भारत बन रहा है।

कहा कि जब गांव के विकास की बात होती है तो कांग्रेस विरोध करती है।

श्री साहू ने कहा कि झारखंड में मनरेगा की स्थिति अत्यंत खराब है, फर्जी निकासी आम बात है,50% से अधिक पैसे दलाल बिचौलिए खा जाते हैं।

कहा कि नई योजना में लूट रोकने का पूरा प्रावधान है।योजनाओं को जीपीएस,मोबाइल से जोड़ा जाएगा।जनता को योजनाओं की पूरी जानकारी रहेगी,हर पंचायत में साल में दो बार जांच होगी। भ्रष्टाचार का पता लगाने केलिए एआई का प्रावधान है।

कहा कि कांग्रेस पार्टी बताए क्या 125 दिन का रोजगार देना क्या सिर्फ नाम बदलना है,डिजिटल पारदर्शिता क्या सिर्फ नाम बदलना है,साप्ताहिक भुगतान करना क्या सिर्फ नाम बदलना है।

कहा कि गांव की गरीब जनता सब जानती है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को योजना केलिए आभार प्रकट किया।