ट्रंप ने बदले सुर, बोले-कुशल विदेशी लोगों का अमेरिका आना जरूरी

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आव्रजन (इमिग्रेशन) पर सख्त रुख के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, अब उनके सुर बदले-बदले से लग रहे हैं। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ कहा कि हाई-स्किल्ड विदेशी कामगार अमेरिका की टेक इंडस्ट्री के लिए जरूरी हैं। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका की टेक कंपनियों को विदेशी कुशल कर्मचारियों की जरूरत है। उनके बिना अमेरिकी लोगों को कंप्यूटर चिप्स और दूसरी तकनीकी चीजें बनाना सीखना मुश्किल होगा।

अमेरिका में आयोजित यूएस-सऊदी इन्वेस्टमेंट फोरम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को उन्होंने स्वीकार किया कि हाल ही में उनके "मेक अमेरिका ग्रेट अगेन" (MAGA) समर्थकों द्वारा कुछ कुशल प्रवासियों को देश में आने की अनुमति देने के उनके बयान की आलोचना की गई है। ट्रंप ने व्यावसायिक अधिकारियों के एक समूह से कहा कि अमेरिका को ऐसे प्रवासियों की जरूरत है जो उच्च तकनीक वाली फैक्टरियों में घरेलू कामगारों को प्रशिक्षित कर सकें। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसा करना उनके मूल राजनीतिक विश्वासों के साथ असंगत नहीं है।

विरोधियों को ट्रंप का जवाब

ट्रंप ने कहा, मुझे अपने रूढ़िवादी दोस्त पसंद हैं। मुझे MAGA पसंद है, लेकिन यही MAGA है। ट्रंप ने यूएस-सऊदी निवेश फोरम को संबोधित करते हुए कहा, वे लोग हमारे लोगों को कंप्यूटर चिप बनाना सिखाएंगे, और कुछ ही समय में हमारे लोग बहुत अच्छा प्रदर्शन करेंगे। और वे लोग घर जा सकेंगे। इस टिप्पणी पर कमरे में तालियां बजीं।

ट्रंप ने जताई H-1B वीज़ा की जरूरत

पिछले हफ्ते, ट्रंप ने इसी मुद्दे पर फॉक्स न्यूज की होस्ट लॉरा इंग्राहम से बहस की। इंग्राहम ने ट्रंप के साथ एक साक्षात्कार में सुझाव दिया कि आप देश में लाखों विदेशी कर्मचारियों की बाढ़ नहीं ला सकते, जिस पर राष्ट्रपति ने जवाब दिया कि आपको प्रतिभाओं को भी लाना होगा। ट्रंप ने कहा था कि H-1B वीज़ा की जरूरत इसलिए है क्योंकि अमेरिका में हर तरह की तकनीकी प्रतिभा मौजूद नहीं है। H-1B वीजा अमेरिकी कंपनियों को छह साल तक विदेशी कुशल कर्मचारियों को काम पर रखने की अनुमति देता है।

H-1B वीजा को लेकर है विवाद

दक्षिणपंथी अमेरिकी लंबे समय से H-1B वीजा को अमेरिकी कामगारों के खिलाफ मानता रहा है। उनका आरोप है कि इस कार्यक्रम के जरिए अमेरिकी कंपनियां विदेशों से सस्ता कामगार लाकर अमेरिकी इंजीनियरों और प्रोग्रामर्स को रिप्लेस कर देती हैं। कुछ हाई-प्रोफाइल मामलों में अमेरिकियों की छंटनी और फिर उन्हें H-1B कर्मचारियों को ट्रेन देने के लिए कहे जाने ने इस गुस्से को और बढ़ाया। ट्रंप ने अपने पिछले चुनाव अभियानों के दौरान कई बार H-1B पर सवाल उठाए थे। लेकिन सितंबर 2025 में उन्होंने एक नया आदेश साइन किया जिसमें अमेरिका के बाहर से दायर होने वाले हर नए H-1B आवेदन पर एक बार का 100,000 डॉलर शुल्क लगाने की घोषणा की गई।

दिल्ली-एनसीआर में सांस लेना मुश्किल, दमघोंटू हुई हवा, जानिए कितना पहुंचा AQI

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दिल्ली की हाव दमघोंटू हो गई है। वायु प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता आज भी बेहद खराब है। सुबह से ही प्रदूषण स्तर ‘सीवियर' कैटेगरी में पहुंच गया है। राजधानी के आसपास के कई इलाकों में AQI 400 के पार दर्ज किया गया, जिससे हालात गैस चेंबर जैसे महसूस हो रहे हैं।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आज सुबह राजधानी दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई 416, अशोक विहार में 443, आया नगर में 332, बवाना में 437, बुराड़ी में 418, डीटीयू में 432, द्वारका में 414, आईटीओ में 399, जहांगीरपुरी में 451 दर्ज किया गया है।

हवा की गति कम होने से परेशानी और बढ़ी

विशेषज्ञों के मुताबिक कम तापमान, ठहरी हुई हवाएं और स्थानीय उत्सर्जन मिलकर प्रदूषण को जमीन के नजदीक फंसा रहे हैं। एनसीआर के शहरों—नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद में भी हालात लगभग ऐसे ही हैं और AQI 400-450 के बीच रिकॉर्ड हुआ। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तरी भारत में ठंड बढ़ने और हवा की गति कम होने से हवा में मौजूद कण ऊपर नहीं उठ पा रहे। इसके अलावा वाहनों का धुआं, निर्माण गतिविधियां और औद्योगिक उत्सर्जन हवा को और जहरीला बना रहे हैं।

सुबह-शाम स्मॉग ने बढ़ाई परेशानी

राजधानी और एनसीआर में सुबह और शाम के समय हालात सबसे ज्यादा बिगड़ जाते हैं। लोगों को भारीपन, आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं होने लगती हैं। सड़कों पर सफर करना तक मुश्किल हो जाता है। कई इलाकों में लोगों ने बताया कि कुछ मीटर दूर तक भी साफ दिखाई नहीं दे रहा। ऐसे में यह साफ है कि फिलहाल हवा में सुधार की कोई उम्मीद नहीं दिख रही।

मोहम्मदपुर सक्सित गांव में किसानों की दवाइयों का कैंप आयोजित

बहसुमा/मेरठ।मोहम्मदपुर सक्सित गांव में किसानों के लिए दवाइयों का स्वास्थ्य एवं जागरूकता कैंप लगाया गया। कैंप में डॉक्टर स्टेट ब्रांच हेड गौरव मेहरा, छवि बंसल, नॉर्थ हेड निशांत चौधरी एवं ऑर्गेनाइज़र अंजू रानी मौजूद रहे।इस दौरान विशेषज्ञों ने किसानों को विभिन्न दवाइयों की जानकारी दी तथा इंडियागॉर ब्रांड बूस्टर सुपर के उपयोग और फायदों के बारे में विस्तार से बताया।

कैंप में क्षेत्र के कई किसान उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से प्रमोद कुमार, मनोज चौधरी, प्रवीण कुमार, जोगिंदर सिंह, आकाश खंगवाल, विकास खंगवाल, अरुण कुमार, वीर सिंह, सुभाष, मोंटी, भीम सिंह, जयवीर सिंह मनीष कुमार रजनीश कुमार आदि मौजूद रहे।

लखनऊ में शादी समारोह में शामिल होने जा रही महिला से चेन स्नेचिंग

लखनऊ । राजधानी सआदतगंज थाना क्षेत्र में देर रात चेन स्नेचिंग की वारदात सामने आई है। कानपुर KDA कॉलोनी से आईं महिला सायदा खातून के गले से बाइक सवार दो बदमाश सोने की चेन छीनकर फरार हो गए। घटना हयात हॉस्पिटल के बगल वाली गली, कटरा वीजन बेग चौकी क्षेत्र की बताई जा रही है। बाइक सवार पीछे से आकर महिला के गले से खींच ली चेन महिला अपने रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में शामिल होने लखनऊ आई थीं। रात करीब 11:30 बजे जब वह गली से गुजर रही थीं, तभी पीछे से आए बाइक सवारों ने झटके से चेन छीन ली। घटना के बाद महिला सदमे में आ गईं और स्थानीय लोगों की मदद से डायल 112 पर सूचना दी गई। मौके पर पुलिस पहुंची और पूछताछ के साथ आसपास के लोगों के बयान लिए। बदमाशों को पकड़ने के लिए खंगाली जा रही सीसीटीवी कैमरों से फुटेज थाने और चौकी की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, चोरों की तलाश की जा रही है और आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। फिलहाल चोरों का कोई सुराग नहीं मिला है। सआदतगंज थाना प्रभारी ने बताया कि महिला की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। चेन छीनने वाले बदमाशों की खोजबीन जारी है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जंबूरी कार्यक्रम के चलते राजधानी में कई मार्ग बंद, ट्रैफिक पुलिस ने जारी किया रूट प्लान

लखनऊ । भारत स्काउट एवं गाइड की डायमंड जुबली जंबूरी के समापन तथा 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी के आयोजन को देखते हुए राजधानी में 23 से 29 नवंबर तक व्यापक यातायात एवं डायवर्जन व्यवस्था लागू की गई है। कार्यक्रम स्थल के आसपास भारी भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था के कारण कई मुख्य मार्गों पर सामान्य वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। ट्रैफिक पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि आवश्यक न होने पर प्रतिबंधित मार्गों से बचें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। यातायात प्रतिबंध व वैकल्पिक मार्ग 1. सेक्टर-14 नहर पुल चौराहा से सेक्टर-19 (पिपरीखेड़ा) मार्ग बंद इस दिशा में जाने वाले वाहन सेक्टर-14 से सेक्टर-12 नहर पुल, ज्ञान सरोवर नहर पुल (ईश्वरीखेड़ा), चिरैयाबाग, तेलीबाग या नहर रोड से कालिंदी पार्क मोड़ की ओर भेजे जाएंगे। 2. सेक्टर-19 (पिपरीखेड़ा) से सेक्टर-16 सपना इनक्लेव/सेक्टर-15 की ओर यातायात प्रतिबंधित वैकल्पिक मार्ग– सेक्टर-19 से कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन रोड या सेक्टर-14 नहर पुल, उतरेठिया शहीद पथ रेलवे क्रॉसिंग होते हुए तेलीबाग। 3. सेक्टर-16 सपना इनक्लेव से सेक्टर-15/कार्यक्रम स्थल की ओर मार्ग बंद वाहन सेक्टर-16 से सेक्टर-19 या ट्रॉमा सेंटर चौराहा, सेक्टर-17 नहर पुल, आवास विकास गेट, PGI तिराहा की ओर भेजे जाएंगे। 4. सेक्टर-18 (न्यू ट्रॉमा सेंटर) से सेक्टर-16/सेक्टर-19 की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– सेक्टर-18 से सेक्टर-17 वृंदावन योजना, कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन रोड। 5. सेक्टर-12 चौराहा से सेक्टर-15/कार्यक्रम स्थल की ओर यातायात बंद यातायात को ज्ञान सरोवर नहर पुल, चिरैयाबाग, तेलीबाग या नहर रोड से कालिंदी पार्क मोड़ भेजा जाएगा। 6. ज्ञान सरोवर नहर पुल (ईश्वरीखेड़ा) से सेक्टर-11, 12 एवं सेक्टर-15 की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– चिरैयाबाग, तेलीबाग, नहर रोड होते हुए कालिंदी पार्क मोड़। 7. सेक्टर-08 शहीद पथ अंडरपास से सेक्टर-10/सेक्टर-15 की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– उतरेठिया रेलवे स्टेशन रोड या तेलीबाग की ओर डायवर्ट किया जाएगा। 8. कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन्स शिव मंदिर तिराहा से सेक्टर-18/सेक्टर-15 मार्ग बंद वाहन सीएनजी पंप के सामने से मस्जिद तिराहा, हिमालयन अपार्टमेंट के पीछे से सेक्टर-16 नहर पुल, फिर PGI की ओर भेजे जाएंगे। 9. कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन्स गेट तिराहा से ट्रांजिट हॉस्टल चौराहा की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– बाबूखेड़ा गांव से हिमालयन अपार्टमेंट के पीछे होते हुए सेक्टर-16 नहर पुल, फिर PGI की ओर। महत्वपूर्ण अपील जनसामान्य से अनुरोध है कि इन दिनों अनावश्यक रूप से प्रतिबंधित मार्गों का प्रयोग न करें और डायवर्ट किए गए वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करें।एम्बुलेंस, शव वाहन, फायर सर्विस व स्कूली वाहनों को मेडिकल या आपात स्थिति में प्रतिबंधित मार्गों से भी जाने की अनुमति रहेगी।किसी भी सहायता या ट्रैफिक जानकारी के लिए संपर्क करें, ट्रैफिक कंट्रोल नंबर: 9454405155
झारखंड में शीतलहर से राहत: अगले 4 दिन हल्की रहेगी ठंड; कांके में पारा 7°C दर्ज, अगले सप्ताह से फिर जोर पकड़ेगी सर्दी

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रांची: झारखंड के मौसम में इन दिनों बदलाव देखा जा रहा है। सुबह-शाम हल्की ठंडक जरूर महसूस हो रही है, लेकिन कड़ाके की ठंड से फिलहाल लोगों को राहत मिली है। मौसम केंद्र के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, अगले चार दिनों तक पूरे राज्य में ठंड का प्रभाव कमजोर ही रहने वाला है। हालांकि, इसके बाद तापमान में दोबारा गिरावट आएगी और रातें ज्यादा ठंडी महसूस होंगी।

तापमान में बढ़ोतरी दर्ज

सोमवार रात से मंगलवार तक राज्य के कई हिस्सों में पारे में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

राजधानी रांची: दिन का तापमान लगभग 26 डिग्री और रात का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस के करीब रहा।

अन्य जिले: कई जिलों में रात के तापमान में लगभग दो डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पर्वतीय और वन क्षेत्रों वाले जिलों में हालांकि सुबह की ठंड अभी भी तेज बनी हुई है। रांची के पास स्थित ऊंचाई वाले इलाकों में हल्का कोहरा भी देखा गया।

आगामी मौसम पूर्वानुमान

मौसम विभाग का कहना है कि सप्ताह के अंत तक:

अधिकतम तापमान: 28 से 31 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है।

न्यूनतम तापमान: 13 से 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।

अगले सप्ताह: ठंडी हवा का प्रवाह बढ़ेगा और पारा नीचे आना शुरू होगा, जिससे ठंड जोर पकड़ेगी।

सबसे ठंडा कांके

मंगलवार को सबसे कम तापमान कांके में रिकॉर्ड किया गया, जहाँ रात का पारा 7 डिग्री सेल्सियस से भी कम दर्ज हुआ। इसके अलावा, गुमला, खूंटी, लातेहार, लोहरदगा और सिमडेगा जैसे जिलों में भी तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।

तापमान बढ़ने की वजह

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से उत्तर की ओर से आने वाली तेज ठंडी हवा कमजोर पड़ी है। इसके विपरीत, समुद्र की ओर से आ रही नमीयुक्त हवा के कारण वातावरण में हल्के बादल बने हुए हैं, जिससे दिन की गर्मी बढ़ी है और रात की ठंड कम हुई है।

नई दिल्ली में 21 नवंबर को मनाया जाएगा विश्व मत्स्य दिवस, ट्रेसिबिलिटी की राष्ट्रीय रूपरेखा होगी जारी

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दिल्ली ब्यूरो 

नई दिल्ली । मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत संचालित मत्स्य पालन विभाग 21 नवंबर को नई दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में विश्व मत्स्य दिवस 2025 का आयोजन करेगा। इस वर्ष का ध्येय वाक्य है— "भारत की जलजनित अर्थव्यवस्था में बदलाव: समुद्री खाद्य वस्तुओं के निर्यात में मूल्यवर्धन", जिसका उद्देश्य भारत के समुद्री और अंतर्देशीय जलीय उत्पादों को उच्च मूल्य वाले वैश्विक प्रतिस्पर्धी उत्पादों में रूपांतरित करना है।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह आभासी रूप से शामिल होंगे, जबकि नई दिल्ली में राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल और जॉर्ज कुरियन की उपस्थिति रहेगी। भारत सहित कई देशों से बड़ी संख्या में प्रतिनिधि इस वृहद आयोजन में भाग लेंगे।

इस अवसर पर मत्स्य पालन विभाग मत्स्य और जलीय कृषि में ट्रेसिबिलिटी पर राष्ट्रीय रूपरेखा जारी करेगा। इसका लक्ष्य एक केंद्रीकृत डिजिटल ट्रेसिबिलिटी प्रणाली तैयार करना है, जो उत्पाद के स्रोत, प्रसंस्करण केंद्र और बिक्री स्थान की स्पष्ट जानकारी देकर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुपालन, खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और बाजार पहुंच को मजबूत करेगी।

कार्यक्रम में संधारणीय मत्स्य प्राप्ति और जलीय कृषि के लिए कई महत्वपूर्ण पहल शुरू की जाएंगी, जिनमें समुद्री कृषि के लिए मानक संचालन प्रक्रिया, स्मार्ट व एकीकृत बंदरगाहों के दिशानिर्देश, फिश लैंडिंग सेंटर संबंधी दिशानिर्देश, जलाशय मत्स्य प्रबंधन ढांचा और तटीय जलीय कृषि दिशानिर्देश शामिल हैं। यह पहल भारत के जलीय क्षेत्र के समग्र विकास के लिए व्यापक रोडमैप प्रस्तुत करती है।

आयोजन में दो तकनीकी सत्र भी होंगे। पहला सत्र “मूल्य संवर्धन के माध्यम से मत्स्य पालन और जलीय कृषि के विकास को बढ़ावा” पर केंद्रित होगा, जिसमें समुद्री खाद्य उत्पादों के विविधीकरण, नवाचार, ब्रांडिंग, पैकेजिंग, मानक व प्रमाणन सुधार और अवसंरचना विकास पर चर्चा होगी। दूसरा सत्र “भारतीय अंतर्देशीय जल स्रोतों की निर्यात क्षमता के उपयोग” पर आधारित होगा, जिसमें राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की नदियों, झीलों, तालाबों और मीठे जल स्रोतों की मत्स्य प्रजातियों की क्षमता पर विशेषज्ञ विमर्श करेंगे।

*জ্যোতিষ মেনে সপ্তাহের এক একদিন এক এক রংয়ের পোশাক পরুন*

 ডেস্ক : ভারতীয় জ্যোতিষের একটা বিশেষ অঙ্গ ‘রঙতত্ত্ব’। জীবনকে সুখী ও শান্তিময় করার জন্য জ্যোতিষ এক একদিন এক এক রঙের পোশাক পরার নির্দেশ দিয়েছে। প্রতিটি দিনের যেমন নিজস্ব গুরুত্ব রয়েছে, ঠিক তেমনই সব রঙেরও আলাদা আলাদা মাহাত্ম্য রয়েছে। বৈদিক জ্যোতিষে প্রতিটি দিনের নিজস্ব রঙের কথা উল্লেখ করা আছে। আপনি যদি দিন অনুসারে সেই রঙের পোশাক বেছে নেন এবং সেগুলিই সপ্তাহের সাত দিনে ঘুরিয়ে ফিরিয়ে পরেন, তাহলে তার শুভ প্রভাব আপনার উপর পড়তে বাধ্য।

 সোমবার 

সপ্তাহের প্রথম দিন মহাদেবের উদ্দেশ্যে নিবেদিত। সোমবারের গ্রহ অধিপতি হল চাঁদ, যা শীতলতার প্রতীক। তাই সোমবারে হালকা রঙের পোশাক পরলে তা আপনার চোখকে আরাম দেবে ও মনকে শান্ত করবে। সোমবারে পুরুষ ও মহিলা উভয়েরই সাদা, ক্রিম, হালকা গোলাপী, আকাশী নীল বা হালকা হলুদ রঙের পোশাক পরা উচিত।

 মঙ্গলবার 

মঙ্গলবার হল বজরংবলী হনুমানের দিন। মঙ্গলবারের অধিপতি গ্রহ হল মঙ্গল। এদিন উজ্জ্বল রঙের পোশাক পরুন। যেমন গেরুয়া, কমলা, গাঢ় হলুদ, লাল রঙের পোশাক মঙ্গলবারের জন্য অত্যন্ত শুভ। এই সব রং মঙ্গলবারে আপনার জীবনে পজিটিভ এনার্জি নিয়ে আসবে।

 বুধবার 

হিন্দুধর্ম অনুসারে বুধবার দিনটি হল গণেশের দিন। পার্বতী-নন্দন গণেশের প্রিয় রং সবুজ। এই দিনে সবুজের যে কোনও শেডের পোশাক আপনি পরতে পারেন। এই রঙের পোশাক বুধবার পরলে কোষ্ঠীতে বুধের দোষ কেটে যায় এবং জীবনের সব সমস্যা দূর হ

 বৃহস্পতিবার 

বৃহস্পতিবার দিনটি হল শ্রীবিষ্ণুর দিন। হলুদ বা সবুজ রঙের পোশাক এদিন পরতে পারেন। যদি আপনার হলুদ রঙের পোশাক না থাকে, তাহলে বৃহস্পতিবার বাড়ি থেকে বেরনোর আগে কপালে হলুদের টীকা লাগিয়ে নিন। এর ফলে আপনার কাজের পথে আসা সব বাধা কেটে যাবে। তারপর সুবিধে অনুসারে আপনি হলুদ পোশাক কিনে নেবেন।

 শুক্রবার 

শুক্রবার দিনটি মা লক্ষ্মীর উদ্দেশ্যে নিবেদিত। মা লক্ষ্মীর লাল রং খুবই প্রিয়। সেই কারণে শুক্রবার লাল রঙের পোশাক পরার পরামর্শ দেওয়া হচ্ছে। এছাড়া ফুল ফুল ছাপের পোশাক এদিন পরতে পারেন। মেরুন বা ঘন নীল রঙের পোশাকও এদিন বেছে নিতে পারেন।

 শনিবার 

শনিবার দিনটি কর্মফবের দেবতা শনির উদ্দেশ্যে নিবেদিত। শনি মহারাজের পছন্দ কালো ও ঘন নীল রং। সেই কারণে শনিবারে কালো, গাঢ় বাদামী, ঘন নীল, পার্পল বা কফি রঙের পোশাক পরতে বলেন জ্যোতিষবিদরা।

 রবিবার 

রবিবার হল সূর্য দেবতার দিন। সূর্যেরও প্রিয় রং লাল। রবিবারে সব কাজে সাফল্য পেতে লাল, কমলা, হলুদ অথবা সোনালী রঙের পোশাক পরতে বলা হচ্ছে। এর ফলে কোনও কাজে আপনি বাধার মুখে পড়বেন না।

ছবি সৌজন্যে: www.machinnamasta.in

*কলকাতা পুলিশ "সেফ ড্রাইভ -সেভ লাইফ' হাফ ম্যারাথন ২০২৬*

 নিজস্ব প্রতিনিধি: কলকাতা পুলিশ বুধবার ঘোষণা করল যে কলকাতা পুলিশ সেফ ড্রাইভ সেভ লাইফ হাফ ম্যারাথন (KPSDSL)-এর ষষ্ঠ সংস্করণে হাফ ম্যারাথন ও ১০ কিমি — উভয় দূরত্বেই বিশ্ব মাস্টার্স অ্যাথলেটিক্স চ্যাম্পিয়নশিপ ২০২৬-এর জন্য কোয়ালিফায়ার বিভাগ অন্তর্ভুক্ত থাকবে। এই প্রতিযোগিতা অনুষ্ঠিত হবে দেগু, দক্ষিণ কোরিয়ায়, ২২ আগস্ট থেকে ৩ সেপ্টেম্বর ২০২৬ পর্যন্ত।

এটি শুধু যে কলকাতা পুলিশ হাফ ম্যারাথনকে একটি সুস্থ দৌড়সংস্কৃতির উদযাপনে পরিণত করেছে তা নয়, বরং ৩৫ বছরের ঊর্ধ্বে অ্যাথলেটদের জন্য প্রতিযোগিতামূলক উচ্চাকাঙ্ক্ষার নতুন মাত্রাও যোগ করেছে, যা একে দেশের অন্যতম জনপ্রিয় দৌড় প্রতিযোগিতায় রূপ দিচ্ছে। পশ্চিমবঙ্গ সরকারের পরিবহন দফতরের সহযোগিতায় এবং গেমচেঞ্জার্‌জ-এর প্রচারে কলকাতা পুলিশ এই প্রতিযোগিতা আয়োজন করছে। দৌড়টি অনুষ্ঠিত হবে আগামী ১৮ জানুয়ারি ২০২৬- তে, যা কলকাতায় লং-ডিস্ট্যান্স রানিং-এর সংস্কৃতিকে রূপান্তরিত করবে।

এই উদ্যোগ সম্পর্কে কথা বলতে গিয়ে কলকাতা পুলিশ কমিশনার, মনোজ কুমার বর্মা, আইপিএস বলেন,“প্রতিটি ভোর আমাদের মনে করিয়ে দেয় যে একটি মেগাসিটি দুইটি স্তম্ভের উপর দাঁড়িয়ে — শৃঙ্খলা ও সহমর্মিতা। সেফ ড্রাইভ সেভ লাইফ এই দুইয়েরই প্রতীক। এটি কেবল একটি বার্তা থেকে নাগরিক অভ্যাসে পরিণত হয়েছে, এবং এই হাফ ম্যারাথন তারই জীবন্ত প্রমাণ। যখন দৌড়বিদরা নিয়ম মেনে চলে এবং একে অপরকে এগিয়ে নিয়ে যায়, তারা কলকাতাকে দেখায় — যৌথ দায়িত্ব কীভাবে পালন করতে হয়।”

পাণ্ডে সন্তোষ, আইপিএস, অ্যাডিশনাল কমিশনার অফ পুলিশ (IV), বলেন,“একজন রানার হিসেবে আমার লক্ষ্য খুবই সহজ: বিশ্বমানের নিখুঁততা, আর তার সঙ্গে থাকবে কলকাতার হৃদয়ের ছাপ। ইউনিফর্মড পেসার থেকে নিখুঁত পরিমাপের কোর্স, মেডিক্যাল রেডিনেস— প্রতিটি বিষয় এমনভাবে তৈরি যে অ্যাথলেটরা যেন পথচলায় নির্দেশনা, নিরাপত্তা এবং সম্মান অনুভব করেন। MAFI-এর স্বীকৃতি এবং ওয়ার্ল্ড মাস্টার্সকোয়ালিফায়ার স্ট্যাটাস পাওয়ায় এই দৌড় কেবল একটি ইভেন্ট নয়; এটি ভারতীয় অ্যাথলেটদের বিশ্বমঞ্চে পৌঁছানোর সোপান।”

তার বক্তব্যকে এগিয়ে নিয়ে কলকাতা পুলিশের ট্র্যাফিক বিভাগের ডেপুটি কমিশনার, ইয়েলওয়াড় শ্রীকান্ত জগন্নাথরাও, আইপিএস বলেন,“অনেকেই বলেন ভোর ৫টা থেকে ৭টা পর্যন্ত রাস্তাগুলো দৌড়বিদদের। কিন্তু আমাদের কাছে রাস্তা হলো শহরের লাইফলাইন— দিনের প্রতিটি মিনিটে। তাই এই মাপের একটি দৌড় আয়োজন করতে হয় কয়েক মাস ধরে, রুট অডিট, অ্যাডাপটিভ সিগন্যাল, গার্ড রেল, প্রায়োরিটি ক্রসিং এবং হাজারো সূক্ষ্ম প্রস্তুতির মাধ্যমে, যাতে অ্যাথলেটরা উড়ে যেতে পারেন, আর তবুও কলকাতা তার তাল বজায় রাখে।”

মাস্টার্স অ্যাথলেটিক্স ফেডারেশন অফ ইন্ডিয়া (MAFI)-এর সেক্রেটারি জেনারেল, মি. ডি. ডেভিড প্রেমনাথ বলেন,“এটি ভারতে MAFI দ্বারা স্বীকৃত প্রথম ইভেন্ট যেখানে অংশগ্রহণকারীরা তাদের পারফরম্যান্স ও দেগু ২০২৬-এর কোয়ালিফায়িং নর্ম অনুযায়ী ১০ কিমি এবং ২১ কিমি বিভাগে ভারতের প্রতিনিধিত্ব করার সুযোগ পাবেন। নির্বাচিত সকল অ্যাথলেটকে অবশ্যই MAFI-এর নিয়মকানুন মানতে হবে।”

গেমচেঞ্জার্‌জ-এর ফাউন্ডার ডিরেক্টর, দিলীপ জয়ারাম বলেন,

“কলকাতা পুলিশ নেতৃত্ব দিচ্ছে বলেই সেফ ড্রাইভ সেভ লাইফ হাফ ম্যারাথন একসঙ্গে পারফরম্যান্স, উদ্দেশ্য, বিশ্বমানের রোড রানিং, মাস্টার্স অ্যাথলেটদের পথ, ইন্ডিয়া কেয়ার্স-এর সঙ্গে কারণ-নিরপেক্ষ দান, এবং শূন্য-আবর্জনা ব্যবস্থাপনাকে একত্রে বুনে তুলছে। রেজিস্টার করুন, নিরাপদে প্রশিক্ষণ নিন, আপনার কারণ বেছে নিন, আর আমাদের রাস্তাকে এমন এক স্টেডিয়ামে পরিণত করুন যেখানে শৃঙ্খলাই সবচেয়ে জোরালো উল্লাস, আর প্রতিটি ফিনিশ শহরকে আরও নিরাপদ করে তোলে।”

ওয়ার্ল্ড মাস্টার্স অ্যাথলেটিক্স হল ৩৫ বছরের বেশি বয়সী অ্যাথলেটদের জন্য, যারা ৫ বছরের বয়সভিত্তিক গ্রুপে (৩৫–৩৯, ৪০–৪৪, ৪৫–৪৯ …) প্রতিযোগিতা করেন। পুরুষ ও মহিলা একই বয়স বিভাগে আলাদা জেন্ডার ক্যাটেগরিতে প্রতিযোগিতা করেন। বয়সের মানদণ্ড পূরণ করলে যে কোনো অ্যাথলেট যোগ্য হতে পারেন, MAFI-তে নিবন্ধন ও অনুমোদনের শর্তসাপেক্ষে।

প্রতিযোগিতায় অংশ নিতে হলে অ্যাথলেটকে জাতীয় মাস্টার্স সংস্থায় (ভারতে সেটি হলো MAFI) নিবন্ধিত হতে হবে এবং সেই সংস্থার মাধ্যমে বা তাদের নির্ধারিত প্রক্রিয়ায় এন্ট্রি করতে হবে। MAFI হল ওয়ার্ল্ড মাস্টার্স ও এশিয়ান মাস্টার্স অ্যাথলেটিক্স-এর অ্যাফিলিয়েট সংস্থা, যারা ভারতীয় অ্যাথলেটদের নির্বাচন ও এন্ট্রির দায়িত্বে থাকে।

অ্যাথলেটদের এন্ট্রি অফিসিয়াল টাইমিং-এর ভিত্তিতে MAFI প্রক্রিয়া করে—এই ক্ষেত্রে কলকাতা পুলিশ সেফ ড্রাইভ সেভ লাইফ হাফ ম্যারাথনই সেই প্ল্যাটফর্ম। অ্যাথলেটরা দুইটি বিভাগে কোয়ালিফাই করতে পারেন: হাফ ম্যারাথন ও ১০ কিমি।

ছবি সৌজন্যে: আয়োজক সংস্থা।

तिसरी के वन क्षेत्रों में नाबालिक कर रहे है ढिबरा का अवैध खनन, प्रशासन मौन


तिसरी, गिरिडीह

जिले के तिसरी थाना क्षेत्र के जीनाडीह एवं पचरुखी के समीप स्थित जंगल में इन दिनों 8 वर्ष से 16 वर्ष तक के बच्चों द्वारा ढिबरा का अवैध उत्खनन कराया जा रहा है, जिससे उनके न सिर्फ शैक्षिक भविष्य पर बल्कि उनके जीवन पर भी खतरा मंडरा रहा है। और हैरत की बात तो यह है कि न तो इस पर तिसरी वन विभाग, पुलिस विभाग और नाही यहां के बीडीओ, बीईईओ या बच्चों के लिए खड़ी होने वाली कोई संस्था रोकथाम के लिए तत्पर दिखाई दे रही है।

आपको बता दें बच्चों को शैक्षिक बनाने के उद्देश्य से झारखंड सरकार द्वारा कई तरह के कैंपेन चलाए जा रहे हैं। साथ ही साथ अवैध उत्खनन को रोकने के लिए गिरिडीह उपायुक्त राम निवास यादव भी खनन टास्क फोर्स की बैठक में कड़े कदम उठाने के लिए निर्देश दे रहे हैं, बावजूद इसके तिसरी में ढिबरा का अवैध उत्खनन कराया जा रहा है, जिसमें नाबालिक तक शामिल हैं। मानो तो इस ढिबरा कारोबार में वन विभाग के कर्मी और स्थानीय प्रशाशन मौन बने हुए है। इतना ही नहीं ढिबरा कारोबारियों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि वह लोकाय नयनपुर थाना क्षेत्र के करमा पहाड़ी में व्यापक पैमाने पर जेसीबी से माइका एवं ढिबरा उत्खन किया जा रहा है। वहीं उत्खननकर्ता के बारे में जब पहाड़ी में मिले चरवाहों से जानकारी ली गई तो उन्होंने कथित रूप से बिमलेश एवं राजेश का नाम बताया। इसके अलावा जीनाडीह में भी अवैध खदान संचालित होने की भी जानकारी सामने आई है।

इधर पूरे मामले को लेकर गावां रेंजर अनिल कुमार का कहना है कि अवैध ढिबरा उत्खनन और परिवहन को लेकर विभाग द्वारा लगातार छापेमारी की जाती रही है। अगर बावजूद इसके उत्खनन किया जा रहा है तो वन विभाग की टीम इस पर अविलंब कार्रवाई करेगी। साथ ही कहा कि ढिबरा का कारोबार करने वालों के ऊपर भी कानून कार्यवाही करेगी।
ट्रंप ने बदले सुर, बोले-कुशल विदेशी लोगों का अमेरिका आना जरूरी

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आव्रजन (इमिग्रेशन) पर सख्त रुख के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, अब उनके सुर बदले-बदले से लग रहे हैं। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ कहा कि हाई-स्किल्ड विदेशी कामगार अमेरिका की टेक इंडस्ट्री के लिए जरूरी हैं। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका की टेक कंपनियों को विदेशी कुशल कर्मचारियों की जरूरत है। उनके बिना अमेरिकी लोगों को कंप्यूटर चिप्स और दूसरी तकनीकी चीजें बनाना सीखना मुश्किल होगा।

अमेरिका में आयोजित यूएस-सऊदी इन्वेस्टमेंट फोरम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को उन्होंने स्वीकार किया कि हाल ही में उनके "मेक अमेरिका ग्रेट अगेन" (MAGA) समर्थकों द्वारा कुछ कुशल प्रवासियों को देश में आने की अनुमति देने के उनके बयान की आलोचना की गई है। ट्रंप ने व्यावसायिक अधिकारियों के एक समूह से कहा कि अमेरिका को ऐसे प्रवासियों की जरूरत है जो उच्च तकनीक वाली फैक्टरियों में घरेलू कामगारों को प्रशिक्षित कर सकें। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसा करना उनके मूल राजनीतिक विश्वासों के साथ असंगत नहीं है।

विरोधियों को ट्रंप का जवाब

ट्रंप ने कहा, मुझे अपने रूढ़िवादी दोस्त पसंद हैं। मुझे MAGA पसंद है, लेकिन यही MAGA है। ट्रंप ने यूएस-सऊदी निवेश फोरम को संबोधित करते हुए कहा, वे लोग हमारे लोगों को कंप्यूटर चिप बनाना सिखाएंगे, और कुछ ही समय में हमारे लोग बहुत अच्छा प्रदर्शन करेंगे। और वे लोग घर जा सकेंगे। इस टिप्पणी पर कमरे में तालियां बजीं।

ट्रंप ने जताई H-1B वीज़ा की जरूरत

पिछले हफ्ते, ट्रंप ने इसी मुद्दे पर फॉक्स न्यूज की होस्ट लॉरा इंग्राहम से बहस की। इंग्राहम ने ट्रंप के साथ एक साक्षात्कार में सुझाव दिया कि आप देश में लाखों विदेशी कर्मचारियों की बाढ़ नहीं ला सकते, जिस पर राष्ट्रपति ने जवाब दिया कि आपको प्रतिभाओं को भी लाना होगा। ट्रंप ने कहा था कि H-1B वीज़ा की जरूरत इसलिए है क्योंकि अमेरिका में हर तरह की तकनीकी प्रतिभा मौजूद नहीं है। H-1B वीजा अमेरिकी कंपनियों को छह साल तक विदेशी कुशल कर्मचारियों को काम पर रखने की अनुमति देता है।

H-1B वीजा को लेकर है विवाद

दक्षिणपंथी अमेरिकी लंबे समय से H-1B वीजा को अमेरिकी कामगारों के खिलाफ मानता रहा है। उनका आरोप है कि इस कार्यक्रम के जरिए अमेरिकी कंपनियां विदेशों से सस्ता कामगार लाकर अमेरिकी इंजीनियरों और प्रोग्रामर्स को रिप्लेस कर देती हैं। कुछ हाई-प्रोफाइल मामलों में अमेरिकियों की छंटनी और फिर उन्हें H-1B कर्मचारियों को ट्रेन देने के लिए कहे जाने ने इस गुस्से को और बढ़ाया। ट्रंप ने अपने पिछले चुनाव अभियानों के दौरान कई बार H-1B पर सवाल उठाए थे। लेकिन सितंबर 2025 में उन्होंने एक नया आदेश साइन किया जिसमें अमेरिका के बाहर से दायर होने वाले हर नए H-1B आवेदन पर एक बार का 100,000 डॉलर शुल्क लगाने की घोषणा की गई।

दिल्ली-एनसीआर में सांस लेना मुश्किल, दमघोंटू हुई हवा, जानिए कितना पहुंचा AQI

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दिल्ली की हाव दमघोंटू हो गई है। वायु प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता आज भी बेहद खराब है। सुबह से ही प्रदूषण स्तर ‘सीवियर' कैटेगरी में पहुंच गया है। राजधानी के आसपास के कई इलाकों में AQI 400 के पार दर्ज किया गया, जिससे हालात गैस चेंबर जैसे महसूस हो रहे हैं।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आज सुबह राजधानी दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई 416, अशोक विहार में 443, आया नगर में 332, बवाना में 437, बुराड़ी में 418, डीटीयू में 432, द्वारका में 414, आईटीओ में 399, जहांगीरपुरी में 451 दर्ज किया गया है।

हवा की गति कम होने से परेशानी और बढ़ी

विशेषज्ञों के मुताबिक कम तापमान, ठहरी हुई हवाएं और स्थानीय उत्सर्जन मिलकर प्रदूषण को जमीन के नजदीक फंसा रहे हैं। एनसीआर के शहरों—नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद में भी हालात लगभग ऐसे ही हैं और AQI 400-450 के बीच रिकॉर्ड हुआ। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तरी भारत में ठंड बढ़ने और हवा की गति कम होने से हवा में मौजूद कण ऊपर नहीं उठ पा रहे। इसके अलावा वाहनों का धुआं, निर्माण गतिविधियां और औद्योगिक उत्सर्जन हवा को और जहरीला बना रहे हैं।

सुबह-शाम स्मॉग ने बढ़ाई परेशानी

राजधानी और एनसीआर में सुबह और शाम के समय हालात सबसे ज्यादा बिगड़ जाते हैं। लोगों को भारीपन, आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं होने लगती हैं। सड़कों पर सफर करना तक मुश्किल हो जाता है। कई इलाकों में लोगों ने बताया कि कुछ मीटर दूर तक भी साफ दिखाई नहीं दे रहा। ऐसे में यह साफ है कि फिलहाल हवा में सुधार की कोई उम्मीद नहीं दिख रही।

मोहम्मदपुर सक्सित गांव में किसानों की दवाइयों का कैंप आयोजित

बहसुमा/मेरठ।मोहम्मदपुर सक्सित गांव में किसानों के लिए दवाइयों का स्वास्थ्य एवं जागरूकता कैंप लगाया गया। कैंप में डॉक्टर स्टेट ब्रांच हेड गौरव मेहरा, छवि बंसल, नॉर्थ हेड निशांत चौधरी एवं ऑर्गेनाइज़र अंजू रानी मौजूद रहे।इस दौरान विशेषज्ञों ने किसानों को विभिन्न दवाइयों की जानकारी दी तथा इंडियागॉर ब्रांड बूस्टर सुपर के उपयोग और फायदों के बारे में विस्तार से बताया।

कैंप में क्षेत्र के कई किसान उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से प्रमोद कुमार, मनोज चौधरी, प्रवीण कुमार, जोगिंदर सिंह, आकाश खंगवाल, विकास खंगवाल, अरुण कुमार, वीर सिंह, सुभाष, मोंटी, भीम सिंह, जयवीर सिंह मनीष कुमार रजनीश कुमार आदि मौजूद रहे।

लखनऊ में शादी समारोह में शामिल होने जा रही महिला से चेन स्नेचिंग

लखनऊ । राजधानी सआदतगंज थाना क्षेत्र में देर रात चेन स्नेचिंग की वारदात सामने आई है। कानपुर KDA कॉलोनी से आईं महिला सायदा खातून के गले से बाइक सवार दो बदमाश सोने की चेन छीनकर फरार हो गए। घटना हयात हॉस्पिटल के बगल वाली गली, कटरा वीजन बेग चौकी क्षेत्र की बताई जा रही है। बाइक सवार पीछे से आकर महिला के गले से खींच ली चेन महिला अपने रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में शामिल होने लखनऊ आई थीं। रात करीब 11:30 बजे जब वह गली से गुजर रही थीं, तभी पीछे से आए बाइक सवारों ने झटके से चेन छीन ली। घटना के बाद महिला सदमे में आ गईं और स्थानीय लोगों की मदद से डायल 112 पर सूचना दी गई। मौके पर पुलिस पहुंची और पूछताछ के साथ आसपास के लोगों के बयान लिए। बदमाशों को पकड़ने के लिए खंगाली जा रही सीसीटीवी कैमरों से फुटेज थाने और चौकी की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, चोरों की तलाश की जा रही है और आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। फिलहाल चोरों का कोई सुराग नहीं मिला है। सआदतगंज थाना प्रभारी ने बताया कि महिला की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। चेन छीनने वाले बदमाशों की खोजबीन जारी है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जंबूरी कार्यक्रम के चलते राजधानी में कई मार्ग बंद, ट्रैफिक पुलिस ने जारी किया रूट प्लान

लखनऊ । भारत स्काउट एवं गाइड की डायमंड जुबली जंबूरी के समापन तथा 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी के आयोजन को देखते हुए राजधानी में 23 से 29 नवंबर तक व्यापक यातायात एवं डायवर्जन व्यवस्था लागू की गई है। कार्यक्रम स्थल के आसपास भारी भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था के कारण कई मुख्य मार्गों पर सामान्य वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। ट्रैफिक पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि आवश्यक न होने पर प्रतिबंधित मार्गों से बचें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। यातायात प्रतिबंध व वैकल्पिक मार्ग 1. सेक्टर-14 नहर पुल चौराहा से सेक्टर-19 (पिपरीखेड़ा) मार्ग बंद इस दिशा में जाने वाले वाहन सेक्टर-14 से सेक्टर-12 नहर पुल, ज्ञान सरोवर नहर पुल (ईश्वरीखेड़ा), चिरैयाबाग, तेलीबाग या नहर रोड से कालिंदी पार्क मोड़ की ओर भेजे जाएंगे। 2. सेक्टर-19 (पिपरीखेड़ा) से सेक्टर-16 सपना इनक्लेव/सेक्टर-15 की ओर यातायात प्रतिबंधित वैकल्पिक मार्ग– सेक्टर-19 से कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन रोड या सेक्टर-14 नहर पुल, उतरेठिया शहीद पथ रेलवे क्रॉसिंग होते हुए तेलीबाग। 3. सेक्टर-16 सपना इनक्लेव से सेक्टर-15/कार्यक्रम स्थल की ओर मार्ग बंद वाहन सेक्टर-16 से सेक्टर-19 या ट्रॉमा सेंटर चौराहा, सेक्टर-17 नहर पुल, आवास विकास गेट, PGI तिराहा की ओर भेजे जाएंगे। 4. सेक्टर-18 (न्यू ट्रॉमा सेंटर) से सेक्टर-16/सेक्टर-19 की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– सेक्टर-18 से सेक्टर-17 वृंदावन योजना, कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन रोड। 5. सेक्टर-12 चौराहा से सेक्टर-15/कार्यक्रम स्थल की ओर यातायात बंद यातायात को ज्ञान सरोवर नहर पुल, चिरैयाबाग, तेलीबाग या नहर रोड से कालिंदी पार्क मोड़ भेजा जाएगा। 6. ज्ञान सरोवर नहर पुल (ईश्वरीखेड़ा) से सेक्टर-11, 12 एवं सेक्टर-15 की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– चिरैयाबाग, तेलीबाग, नहर रोड होते हुए कालिंदी पार्क मोड़। 7. सेक्टर-08 शहीद पथ अंडरपास से सेक्टर-10/सेक्टर-15 की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– उतरेठिया रेलवे स्टेशन रोड या तेलीबाग की ओर डायवर्ट किया जाएगा। 8. कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन्स शिव मंदिर तिराहा से सेक्टर-18/सेक्टर-15 मार्ग बंद वाहन सीएनजी पंप के सामने से मस्जिद तिराहा, हिमालयन अपार्टमेंट के पीछे से सेक्टर-16 नहर पुल, फिर PGI की ओर भेजे जाएंगे। 9. कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन्स गेट तिराहा से ट्रांजिट हॉस्टल चौराहा की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– बाबूखेड़ा गांव से हिमालयन अपार्टमेंट के पीछे होते हुए सेक्टर-16 नहर पुल, फिर PGI की ओर। महत्वपूर्ण अपील जनसामान्य से अनुरोध है कि इन दिनों अनावश्यक रूप से प्रतिबंधित मार्गों का प्रयोग न करें और डायवर्ट किए गए वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करें।एम्बुलेंस, शव वाहन, फायर सर्विस व स्कूली वाहनों को मेडिकल या आपात स्थिति में प्रतिबंधित मार्गों से भी जाने की अनुमति रहेगी।किसी भी सहायता या ट्रैफिक जानकारी के लिए संपर्क करें, ट्रैफिक कंट्रोल नंबर: 9454405155
झारखंड में शीतलहर से राहत: अगले 4 दिन हल्की रहेगी ठंड; कांके में पारा 7°C दर्ज, अगले सप्ताह से फिर जोर पकड़ेगी सर्दी

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रांची: झारखंड के मौसम में इन दिनों बदलाव देखा जा रहा है। सुबह-शाम हल्की ठंडक जरूर महसूस हो रही है, लेकिन कड़ाके की ठंड से फिलहाल लोगों को राहत मिली है। मौसम केंद्र के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, अगले चार दिनों तक पूरे राज्य में ठंड का प्रभाव कमजोर ही रहने वाला है। हालांकि, इसके बाद तापमान में दोबारा गिरावट आएगी और रातें ज्यादा ठंडी महसूस होंगी।

तापमान में बढ़ोतरी दर्ज

सोमवार रात से मंगलवार तक राज्य के कई हिस्सों में पारे में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

राजधानी रांची: दिन का तापमान लगभग 26 डिग्री और रात का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस के करीब रहा।

अन्य जिले: कई जिलों में रात के तापमान में लगभग दो डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पर्वतीय और वन क्षेत्रों वाले जिलों में हालांकि सुबह की ठंड अभी भी तेज बनी हुई है। रांची के पास स्थित ऊंचाई वाले इलाकों में हल्का कोहरा भी देखा गया।

आगामी मौसम पूर्वानुमान

मौसम विभाग का कहना है कि सप्ताह के अंत तक:

अधिकतम तापमान: 28 से 31 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है।

न्यूनतम तापमान: 13 से 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।

अगले सप्ताह: ठंडी हवा का प्रवाह बढ़ेगा और पारा नीचे आना शुरू होगा, जिससे ठंड जोर पकड़ेगी।

सबसे ठंडा कांके

मंगलवार को सबसे कम तापमान कांके में रिकॉर्ड किया गया, जहाँ रात का पारा 7 डिग्री सेल्सियस से भी कम दर्ज हुआ। इसके अलावा, गुमला, खूंटी, लातेहार, लोहरदगा और सिमडेगा जैसे जिलों में भी तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।

तापमान बढ़ने की वजह

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से उत्तर की ओर से आने वाली तेज ठंडी हवा कमजोर पड़ी है। इसके विपरीत, समुद्र की ओर से आ रही नमीयुक्त हवा के कारण वातावरण में हल्के बादल बने हुए हैं, जिससे दिन की गर्मी बढ़ी है और रात की ठंड कम हुई है।

नई दिल्ली में 21 नवंबर को मनाया जाएगा विश्व मत्स्य दिवस, ट्रेसिबिलिटी की राष्ट्रीय रूपरेखा होगी जारी

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दिल्ली ब्यूरो 

नई दिल्ली । मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत संचालित मत्स्य पालन विभाग 21 नवंबर को नई दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में विश्व मत्स्य दिवस 2025 का आयोजन करेगा। इस वर्ष का ध्येय वाक्य है— "भारत की जलजनित अर्थव्यवस्था में बदलाव: समुद्री खाद्य वस्तुओं के निर्यात में मूल्यवर्धन", जिसका उद्देश्य भारत के समुद्री और अंतर्देशीय जलीय उत्पादों को उच्च मूल्य वाले वैश्विक प्रतिस्पर्धी उत्पादों में रूपांतरित करना है।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह आभासी रूप से शामिल होंगे, जबकि नई दिल्ली में राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल और जॉर्ज कुरियन की उपस्थिति रहेगी। भारत सहित कई देशों से बड़ी संख्या में प्रतिनिधि इस वृहद आयोजन में भाग लेंगे।

इस अवसर पर मत्स्य पालन विभाग मत्स्य और जलीय कृषि में ट्रेसिबिलिटी पर राष्ट्रीय रूपरेखा जारी करेगा। इसका लक्ष्य एक केंद्रीकृत डिजिटल ट्रेसिबिलिटी प्रणाली तैयार करना है, जो उत्पाद के स्रोत, प्रसंस्करण केंद्र और बिक्री स्थान की स्पष्ट जानकारी देकर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुपालन, खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और बाजार पहुंच को मजबूत करेगी।

कार्यक्रम में संधारणीय मत्स्य प्राप्ति और जलीय कृषि के लिए कई महत्वपूर्ण पहल शुरू की जाएंगी, जिनमें समुद्री कृषि के लिए मानक संचालन प्रक्रिया, स्मार्ट व एकीकृत बंदरगाहों के दिशानिर्देश, फिश लैंडिंग सेंटर संबंधी दिशानिर्देश, जलाशय मत्स्य प्रबंधन ढांचा और तटीय जलीय कृषि दिशानिर्देश शामिल हैं। यह पहल भारत के जलीय क्षेत्र के समग्र विकास के लिए व्यापक रोडमैप प्रस्तुत करती है।

आयोजन में दो तकनीकी सत्र भी होंगे। पहला सत्र “मूल्य संवर्धन के माध्यम से मत्स्य पालन और जलीय कृषि के विकास को बढ़ावा” पर केंद्रित होगा, जिसमें समुद्री खाद्य उत्पादों के विविधीकरण, नवाचार, ब्रांडिंग, पैकेजिंग, मानक व प्रमाणन सुधार और अवसंरचना विकास पर चर्चा होगी। दूसरा सत्र “भारतीय अंतर्देशीय जल स्रोतों की निर्यात क्षमता के उपयोग” पर आधारित होगा, जिसमें राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की नदियों, झीलों, तालाबों और मीठे जल स्रोतों की मत्स्य प्रजातियों की क्षमता पर विशेषज्ञ विमर्श करेंगे।

*জ্যোতিষ মেনে সপ্তাহের এক একদিন এক এক রংয়ের পোশাক পরুন*

 ডেস্ক : ভারতীয় জ্যোতিষের একটা বিশেষ অঙ্গ ‘রঙতত্ত্ব’। জীবনকে সুখী ও শান্তিময় করার জন্য জ্যোতিষ এক একদিন এক এক রঙের পোশাক পরার নির্দেশ দিয়েছে। প্রতিটি দিনের যেমন নিজস্ব গুরুত্ব রয়েছে, ঠিক তেমনই সব রঙেরও আলাদা আলাদা মাহাত্ম্য রয়েছে। বৈদিক জ্যোতিষে প্রতিটি দিনের নিজস্ব রঙের কথা উল্লেখ করা আছে। আপনি যদি দিন অনুসারে সেই রঙের পোশাক বেছে নেন এবং সেগুলিই সপ্তাহের সাত দিনে ঘুরিয়ে ফিরিয়ে পরেন, তাহলে তার শুভ প্রভাব আপনার উপর পড়তে বাধ্য।

 সোমবার 

সপ্তাহের প্রথম দিন মহাদেবের উদ্দেশ্যে নিবেদিত। সোমবারের গ্রহ অধিপতি হল চাঁদ, যা শীতলতার প্রতীক। তাই সোমবারে হালকা রঙের পোশাক পরলে তা আপনার চোখকে আরাম দেবে ও মনকে শান্ত করবে। সোমবারে পুরুষ ও মহিলা উভয়েরই সাদা, ক্রিম, হালকা গোলাপী, আকাশী নীল বা হালকা হলুদ রঙের পোশাক পরা উচিত।

 মঙ্গলবার 

মঙ্গলবার হল বজরংবলী হনুমানের দিন। মঙ্গলবারের অধিপতি গ্রহ হল মঙ্গল। এদিন উজ্জ্বল রঙের পোশাক পরুন। যেমন গেরুয়া, কমলা, গাঢ় হলুদ, লাল রঙের পোশাক মঙ্গলবারের জন্য অত্যন্ত শুভ। এই সব রং মঙ্গলবারে আপনার জীবনে পজিটিভ এনার্জি নিয়ে আসবে।

 বুধবার 

হিন্দুধর্ম অনুসারে বুধবার দিনটি হল গণেশের দিন। পার্বতী-নন্দন গণেশের প্রিয় রং সবুজ। এই দিনে সবুজের যে কোনও শেডের পোশাক আপনি পরতে পারেন। এই রঙের পোশাক বুধবার পরলে কোষ্ঠীতে বুধের দোষ কেটে যায় এবং জীবনের সব সমস্যা দূর হ

 বৃহস্পতিবার 

বৃহস্পতিবার দিনটি হল শ্রীবিষ্ণুর দিন। হলুদ বা সবুজ রঙের পোশাক এদিন পরতে পারেন। যদি আপনার হলুদ রঙের পোশাক না থাকে, তাহলে বৃহস্পতিবার বাড়ি থেকে বেরনোর আগে কপালে হলুদের টীকা লাগিয়ে নিন। এর ফলে আপনার কাজের পথে আসা সব বাধা কেটে যাবে। তারপর সুবিধে অনুসারে আপনি হলুদ পোশাক কিনে নেবেন।

 শুক্রবার 

শুক্রবার দিনটি মা লক্ষ্মীর উদ্দেশ্যে নিবেদিত। মা লক্ষ্মীর লাল রং খুবই প্রিয়। সেই কারণে শুক্রবার লাল রঙের পোশাক পরার পরামর্শ দেওয়া হচ্ছে। এছাড়া ফুল ফুল ছাপের পোশাক এদিন পরতে পারেন। মেরুন বা ঘন নীল রঙের পোশাকও এদিন বেছে নিতে পারেন।

 শনিবার 

শনিবার দিনটি কর্মফবের দেবতা শনির উদ্দেশ্যে নিবেদিত। শনি মহারাজের পছন্দ কালো ও ঘন নীল রং। সেই কারণে শনিবারে কালো, গাঢ় বাদামী, ঘন নীল, পার্পল বা কফি রঙের পোশাক পরতে বলেন জ্যোতিষবিদরা।

 রবিবার 

রবিবার হল সূর্য দেবতার দিন। সূর্যেরও প্রিয় রং লাল। রবিবারে সব কাজে সাফল্য পেতে লাল, কমলা, হলুদ অথবা সোনালী রঙের পোশাক পরতে বলা হচ্ছে। এর ফলে কোনও কাজে আপনি বাধার মুখে পড়বেন না।

ছবি সৌজন্যে: www.machinnamasta.in

*কলকাতা পুলিশ "সেফ ড্রাইভ -সেভ লাইফ' হাফ ম্যারাথন ২০২৬*

 নিজস্ব প্রতিনিধি: কলকাতা পুলিশ বুধবার ঘোষণা করল যে কলকাতা পুলিশ সেফ ড্রাইভ সেভ লাইফ হাফ ম্যারাথন (KPSDSL)-এর ষষ্ঠ সংস্করণে হাফ ম্যারাথন ও ১০ কিমি — উভয় দূরত্বেই বিশ্ব মাস্টার্স অ্যাথলেটিক্স চ্যাম্পিয়নশিপ ২০২৬-এর জন্য কোয়ালিফায়ার বিভাগ অন্তর্ভুক্ত থাকবে। এই প্রতিযোগিতা অনুষ্ঠিত হবে দেগু, দক্ষিণ কোরিয়ায়, ২২ আগস্ট থেকে ৩ সেপ্টেম্বর ২০২৬ পর্যন্ত।

এটি শুধু যে কলকাতা পুলিশ হাফ ম্যারাথনকে একটি সুস্থ দৌড়সংস্কৃতির উদযাপনে পরিণত করেছে তা নয়, বরং ৩৫ বছরের ঊর্ধ্বে অ্যাথলেটদের জন্য প্রতিযোগিতামূলক উচ্চাকাঙ্ক্ষার নতুন মাত্রাও যোগ করেছে, যা একে দেশের অন্যতম জনপ্রিয় দৌড় প্রতিযোগিতায় রূপ দিচ্ছে। পশ্চিমবঙ্গ সরকারের পরিবহন দফতরের সহযোগিতায় এবং গেমচেঞ্জার্‌জ-এর প্রচারে কলকাতা পুলিশ এই প্রতিযোগিতা আয়োজন করছে। দৌড়টি অনুষ্ঠিত হবে আগামী ১৮ জানুয়ারি ২০২৬- তে, যা কলকাতায় লং-ডিস্ট্যান্স রানিং-এর সংস্কৃতিকে রূপান্তরিত করবে।

এই উদ্যোগ সম্পর্কে কথা বলতে গিয়ে কলকাতা পুলিশ কমিশনার, মনোজ কুমার বর্মা, আইপিএস বলেন,“প্রতিটি ভোর আমাদের মনে করিয়ে দেয় যে একটি মেগাসিটি দুইটি স্তম্ভের উপর দাঁড়িয়ে — শৃঙ্খলা ও সহমর্মিতা। সেফ ড্রাইভ সেভ লাইফ এই দুইয়েরই প্রতীক। এটি কেবল একটি বার্তা থেকে নাগরিক অভ্যাসে পরিণত হয়েছে, এবং এই হাফ ম্যারাথন তারই জীবন্ত প্রমাণ। যখন দৌড়বিদরা নিয়ম মেনে চলে এবং একে অপরকে এগিয়ে নিয়ে যায়, তারা কলকাতাকে দেখায় — যৌথ দায়িত্ব কীভাবে পালন করতে হয়।”

পাণ্ডে সন্তোষ, আইপিএস, অ্যাডিশনাল কমিশনার অফ পুলিশ (IV), বলেন,“একজন রানার হিসেবে আমার লক্ষ্য খুবই সহজ: বিশ্বমানের নিখুঁততা, আর তার সঙ্গে থাকবে কলকাতার হৃদয়ের ছাপ। ইউনিফর্মড পেসার থেকে নিখুঁত পরিমাপের কোর্স, মেডিক্যাল রেডিনেস— প্রতিটি বিষয় এমনভাবে তৈরি যে অ্যাথলেটরা যেন পথচলায় নির্দেশনা, নিরাপত্তা এবং সম্মান অনুভব করেন। MAFI-এর স্বীকৃতি এবং ওয়ার্ল্ড মাস্টার্সকোয়ালিফায়ার স্ট্যাটাস পাওয়ায় এই দৌড় কেবল একটি ইভেন্ট নয়; এটি ভারতীয় অ্যাথলেটদের বিশ্বমঞ্চে পৌঁছানোর সোপান।”

তার বক্তব্যকে এগিয়ে নিয়ে কলকাতা পুলিশের ট্র্যাফিক বিভাগের ডেপুটি কমিশনার, ইয়েলওয়াড় শ্রীকান্ত জগন্নাথরাও, আইপিএস বলেন,“অনেকেই বলেন ভোর ৫টা থেকে ৭টা পর্যন্ত রাস্তাগুলো দৌড়বিদদের। কিন্তু আমাদের কাছে রাস্তা হলো শহরের লাইফলাইন— দিনের প্রতিটি মিনিটে। তাই এই মাপের একটি দৌড় আয়োজন করতে হয় কয়েক মাস ধরে, রুট অডিট, অ্যাডাপটিভ সিগন্যাল, গার্ড রেল, প্রায়োরিটি ক্রসিং এবং হাজারো সূক্ষ্ম প্রস্তুতির মাধ্যমে, যাতে অ্যাথলেটরা উড়ে যেতে পারেন, আর তবুও কলকাতা তার তাল বজায় রাখে।”

মাস্টার্স অ্যাথলেটিক্স ফেডারেশন অফ ইন্ডিয়া (MAFI)-এর সেক্রেটারি জেনারেল, মি. ডি. ডেভিড প্রেমনাথ বলেন,“এটি ভারতে MAFI দ্বারা স্বীকৃত প্রথম ইভেন্ট যেখানে অংশগ্রহণকারীরা তাদের পারফরম্যান্স ও দেগু ২০২৬-এর কোয়ালিফায়িং নর্ম অনুযায়ী ১০ কিমি এবং ২১ কিমি বিভাগে ভারতের প্রতিনিধিত্ব করার সুযোগ পাবেন। নির্বাচিত সকল অ্যাথলেটকে অবশ্যই MAFI-এর নিয়মকানুন মানতে হবে।”

গেমচেঞ্জার্‌জ-এর ফাউন্ডার ডিরেক্টর, দিলীপ জয়ারাম বলেন,

“কলকাতা পুলিশ নেতৃত্ব দিচ্ছে বলেই সেফ ড্রাইভ সেভ লাইফ হাফ ম্যারাথন একসঙ্গে পারফরম্যান্স, উদ্দেশ্য, বিশ্বমানের রোড রানিং, মাস্টার্স অ্যাথলেটদের পথ, ইন্ডিয়া কেয়ার্স-এর সঙ্গে কারণ-নিরপেক্ষ দান, এবং শূন্য-আবর্জনা ব্যবস্থাপনাকে একত্রে বুনে তুলছে। রেজিস্টার করুন, নিরাপদে প্রশিক্ষণ নিন, আপনার কারণ বেছে নিন, আর আমাদের রাস্তাকে এমন এক স্টেডিয়ামে পরিণত করুন যেখানে শৃঙ্খলাই সবচেয়ে জোরালো উল্লাস, আর প্রতিটি ফিনিশ শহরকে আরও নিরাপদ করে তোলে।”

ওয়ার্ল্ড মাস্টার্স অ্যাথলেটিক্স হল ৩৫ বছরের বেশি বয়সী অ্যাথলেটদের জন্য, যারা ৫ বছরের বয়সভিত্তিক গ্রুপে (৩৫–৩৯, ৪০–৪৪, ৪৫–৪৯ …) প্রতিযোগিতা করেন। পুরুষ ও মহিলা একই বয়স বিভাগে আলাদা জেন্ডার ক্যাটেগরিতে প্রতিযোগিতা করেন। বয়সের মানদণ্ড পূরণ করলে যে কোনো অ্যাথলেট যোগ্য হতে পারেন, MAFI-তে নিবন্ধন ও অনুমোদনের শর্তসাপেক্ষে।

প্রতিযোগিতায় অংশ নিতে হলে অ্যাথলেটকে জাতীয় মাস্টার্স সংস্থায় (ভারতে সেটি হলো MAFI) নিবন্ধিত হতে হবে এবং সেই সংস্থার মাধ্যমে বা তাদের নির্ধারিত প্রক্রিয়ায় এন্ট্রি করতে হবে। MAFI হল ওয়ার্ল্ড মাস্টার্স ও এশিয়ান মাস্টার্স অ্যাথলেটিক্স-এর অ্যাফিলিয়েট সংস্থা, যারা ভারতীয় অ্যাথলেটদের নির্বাচন ও এন্ট্রির দায়িত্বে থাকে।

অ্যাথলেটদের এন্ট্রি অফিসিয়াল টাইমিং-এর ভিত্তিতে MAFI প্রক্রিয়া করে—এই ক্ষেত্রে কলকাতা পুলিশ সেফ ড্রাইভ সেভ লাইফ হাফ ম্যারাথনই সেই প্ল্যাটফর্ম। অ্যাথলেটরা দুইটি বিভাগে কোয়ালিফাই করতে পারেন: হাফ ম্যারাথন ও ১০ কিমি।

ছবি সৌজন্যে: আয়োজক সংস্থা।

तिसरी के वन क्षेत्रों में नाबालिक कर रहे है ढिबरा का अवैध खनन, प्रशासन मौन


तिसरी, गिरिडीह

जिले के तिसरी थाना क्षेत्र के जीनाडीह एवं पचरुखी के समीप स्थित जंगल में इन दिनों 8 वर्ष से 16 वर्ष तक के बच्चों द्वारा ढिबरा का अवैध उत्खनन कराया जा रहा है, जिससे उनके न सिर्फ शैक्षिक भविष्य पर बल्कि उनके जीवन पर भी खतरा मंडरा रहा है। और हैरत की बात तो यह है कि न तो इस पर तिसरी वन विभाग, पुलिस विभाग और नाही यहां के बीडीओ, बीईईओ या बच्चों के लिए खड़ी होने वाली कोई संस्था रोकथाम के लिए तत्पर दिखाई दे रही है।

आपको बता दें बच्चों को शैक्षिक बनाने के उद्देश्य से झारखंड सरकार द्वारा कई तरह के कैंपेन चलाए जा रहे हैं। साथ ही साथ अवैध उत्खनन को रोकने के लिए गिरिडीह उपायुक्त राम निवास यादव भी खनन टास्क फोर्स की बैठक में कड़े कदम उठाने के लिए निर्देश दे रहे हैं, बावजूद इसके तिसरी में ढिबरा का अवैध उत्खनन कराया जा रहा है, जिसमें नाबालिक तक शामिल हैं। मानो तो इस ढिबरा कारोबार में वन विभाग के कर्मी और स्थानीय प्रशाशन मौन बने हुए है। इतना ही नहीं ढिबरा कारोबारियों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि वह लोकाय नयनपुर थाना क्षेत्र के करमा पहाड़ी में व्यापक पैमाने पर जेसीबी से माइका एवं ढिबरा उत्खन किया जा रहा है। वहीं उत्खननकर्ता के बारे में जब पहाड़ी में मिले चरवाहों से जानकारी ली गई तो उन्होंने कथित रूप से बिमलेश एवं राजेश का नाम बताया। इसके अलावा जीनाडीह में भी अवैध खदान संचालित होने की भी जानकारी सामने आई है।

इधर पूरे मामले को लेकर गावां रेंजर अनिल कुमार का कहना है कि अवैध ढिबरा उत्खनन और परिवहन को लेकर विभाग द्वारा लगातार छापेमारी की जाती रही है। अगर बावजूद इसके उत्खनन किया जा रहा है तो वन विभाग की टीम इस पर अविलंब कार्रवाई करेगी। साथ ही कहा कि ढिबरा का कारोबार करने वालों के ऊपर भी कानून कार्यवाही करेगी।