हमारी जिम्मेदारी है दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाना, नृत्य नाटिका में छलका दिव्यांगों का दर्द

अम्बिकापुर- श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विश्व दिव्यांग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने महाविद्यालय के प्राध्यापक और विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि दिव्यांग होना एक संयोग है जो सृष्टि की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि दिव्यांगों की मदद करें, उनके साथ सौहार्द्रपूर्ण, समरसता का व्यवहार रखें। उन्होंने विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बताया।

इस अवसर पर डॉ. जगमीत कौर के निर्देशन में बी.एससी बी.एड के विद्यार्थियों द्वारा दिव्यांगता आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गयी, जिसमें जीवन के संघर्ष और उनसे निकलने की जिजीविषा का दर्शाया गया। मंच का संचालन विधि पांडेय और निशा निषााद ने किया।

कॉलेज में मना कम्प्यटर साक्षरता दिवस

कम्प्यूटर साइंस एवं आईटी विभाग के तत्वावधान में विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर देवरा यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस विभाग के अध्यक्ष डॉ. दुर्गेश केशर ने कम्प्यूटर के विकास और वर्तमान स्थितियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि तकनीकी ने जीवन में गति प्रदान कर दी है।

श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय के कम्प्यूटर विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता ने कम्प्यूटर साक्षरता और तकनीक के बारे बताया। उन्होंने कहा कि हम सिटीजन से नेटीजन बन चुके हैं। हमारी लिट्रेसी अब कम्प्यूट्रेसी में बदल चुकी है। कार्यक्रम के दौरान सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

JSSC CGL नियुक्ति पर रोक हटने के बाद CM सोरेन ने कहा: "नेक इरादों का मिला परिणाम"

मुख्यमंत्री आवास पर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने मनाया जश्न, CM हेमंत सोरेन ने कहा- "निष्पक्ष जांच और ईमानदार प्रयासों का हुआ सम्मान"

झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा जेएसएससी संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा (CGL) के परिणाम जारी करने और नियुक्ति प्रक्रिया पर लगी रोक को हटाने के आदेश के बाद आज सैकड़ों अभ्यर्थी ढोल-नगाड़ों के साथ मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय परिसर पहुँचे। इन अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन और विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री का संबोधन और जीत की बधाई

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने जश्न मनाते अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि लंबे संघर्ष के बाद मिली यह सफलता और विजयी होना आप सभी के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं हैं।

नेक इरादों का परिणाम: मुख्यमंत्री ने कहा, "अगर इरादें नेक हों तो हर चीजें बेहतर होती है। इसी का परिणाम है कि जेएसएससी की संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा के रिजल्ट और नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़ी सारी अड़चनें अब दूर हो चुकी है।"

विलंब पर खेद: उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में विलंब हुआ, नहीं तो राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ पर ही वे युवाओं को नियुक्ति पत्र देने की खुशियां मनाते।

राज्य की खुशहाली: उन्होंने अपनी सरकार का दृष्टिकोण दोहराते हुए कहा कि "जब युवा खुश होंगे तभी यह राज्य खुशहाल होगा।"

निष्पक्ष जांच और विरोधियों पर हमला

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने इस पूरे मामले की निष्पक्षता के साथ जांच कराई, जिसके कारण दोषियों पर कठोर कार्रवाई हुई।

जांच पर जोर: उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने पूरी निष्पक्षता के साथ इसकी जांच कराई। जिन्होंने इस प्रतियोगिता परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता को दागदार बनाने की साजिश रची, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई हुई।"

विरोधी तत्वों पर आरोप: मुख्यमंत्री ने विरोधी तत्वों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हर प्रतियोगिता परीक्षाओं को बाधित करने की साजिश रचते रहते हैं।

न्याय की पुष्टि: उन्होंने कहा कि झारखंड उच्च न्यायालय ने निष्पक्ष जांच, तथा अभ्यर्थियों के ईमानदार प्रयास और भावनाओं को सम्मान देते हुए उन्हें न्याय दिया है।

जेपीएससी परीक्षाओं का तुलनात्मक रिकॉर्ड

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की प्रतिबद्धता साबित करने के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) का उदाहरण दिया।

परीक्षाओं की संख्या: मुख्यमंत्री ने कहा कि जेपीएससी द्वारा पिछले 18 वर्षों में सिविल सेवा की जितनी परीक्षाएं ली गई, उतनी परीक्षाएं उनकी सरकार ने पिछले 5 वर्षों में ही ली है।

बेदाग रिकॉर्ड: उन्होंने दावा किया कि पिछली परीक्षाओं को लेकर धांधली के मामले सामने आए थे, लेकिन उनकी सरकार में ली गई तमाम परीक्षाएं बेदाग रही हैं।

अभ्यर्थियों ने जताया आभार

इस अवसर पर अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी के अथक प्रयासों और सरकार द्वारा पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने से ही उन्हें न्याय मिला है।

पुतिन से मुलाकात शेड्यूल न होने पर भड़के राहुल गांधी, बोले- सरकार नहीं चाहती मैं मिलूं

#rahulgandhiallegescentrebarslopfrommeetingforeign_leaders

रूसी राष्ट्रपति पुतिन कुछ घंटे में भारत दौरे पर पहुंचने वाले हैं। 4 दिसंबर की शाम से कल तक पुतिन भारत के खास मेहमान होंगे। इस दौरान उनकी मुलाकात पीएम मोदी और राष्ट्रपति से होगी। इस बीच राहुल गांधी ने सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, केंद्र सरकार नहीं चाहती है कि मैं बाहर से आने वाले लोगों से मिलूं। मोदी जी और विदेश मंत्रालय इस नियम का पालन नहीं करते हैं। यह उनकी इनसिक्योरिटी है।

परंपरा का पालन नहीं करने का आरोप

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, अब तक परंपरा रही है कि विदेश से आने वाले नेता विपक्ष के नेता से भी मिलते थे। यह (पूर्व प्रधानमंत्री) अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह के समय में भी होता था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्रालय इस परंपरा का पालन नहीं कर रहे हैं।

सरकार क्या करती है हर बार ?

राहुल गांधी ने कहा, आजकल यह होता है कि जब बाहर से कोई आता है या मैं कहीं बाहर जाता हूं तो सरकार सुझाव देती है कि बाहर से आने वाले अतिथि या उनके (राहुल के) बाहर जाने पर वहां के लोग नेता प्रतिपक्ष से नहीं मिलें। उनका कहना था कि सरकार यह हर बार करती है।

राहुल बोले- हिंदुस्तान का प्रतिनिधित्व हम भी करते हैं

राहुल गांधी ने कहा, हिंदुस्तान का प्रतिनिधित्व हम भी करते हैं, सिर्फ सरकार नहीं करती है। विपक्ष का नेता भी भारत का प्रतिनिधित्व करता है और इन बैठकों से विदेशी नेताओं को एक अलग नजरिया मिलता है। सरकार नहीं चाहती कि विपक्ष के लोग बाहर के लोगों से मिलें।

पांच वर्षों में देश के एक हजार शहरी केंद्रों का हाेगा डिजिटल मानचित्रण: मनोज जोशी

दिल्ली ब्यूरो

नई दिल्ली। जियोस्मार्ट इंडिया 2025 के तीसरे दिन शहरी भूमि आधुनिकीकरण पर राष्ट्रीय नेतृत्व और तकनीकी विशेषज्ञों ने गहन चर्चा की। सत्रों में यह स्पष्ट हुआ कि भारत एकीकृत, सटीक और हाई-प्रिसीजन डिजिटल मैपिंग की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, जहां वास्तविक समय में उपलब्ध भू-स्थानिक परतें शासन, अवसंरचना निर्माण और देश की व्यापक डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए अनिवार्य हैं।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए भूमि संसाधन विभाग के सचिव मनोज जोशी ने कहा कि भारत आने वाले महीनों में 157 शहरों में हाई-प्रिसीजन सर्वे पूरे करने की दिशा में है और अगले पांच वर्षों में 1,000 शहरी केंद्रों का व्यापक डिजिटल मानचित्रण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी राज्य इस अभियान में शामिल हैं। बड़े राज्यों में 10 पायलट शहर और छोटे राज्यों में 1–2 शहर तय किए गए हैं, लेकिन लक्ष्य एक है। पूरे देश के शहरी भू-अभिलेखों को सटीक और अद्यतन बनाना। श्री जोशी ने जमीन पर मौजूद व्यावहारिक चुनौतियों की भी ओर इशारा किया। उन्होंने बताया कि कई शहरों में, जिनमें दरभंगा और दिल्ली के नजदीक अलवर शामिल हैं, निजी सर्वेयर अब भी टेप से माप करने जैसे पुराने तरीकों पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि अब समय है कि संपत्ति लेन-देन के लिए पूरी तरह लैटीट्यूड–लॉन्गिट्यूड आधारित डिजिटल स्केच अपनाए जाएँ। राजस्व विभागों को हाथ से बने रफ खाके छोड़कर जीआईएस-लिंक्ड रजिस्ट्रेशन सिस्टम अपनाने होंगे। नागरिक हमसे तेज़ चल रहे हैं, सरकार को भी उसकी गति पकड़नी होगी। उन्होंने उद्योग जगत से सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। “सरकारी अधिकारियों को जीआईएस की सीमित जानकारी है, हम सीख रहे हैं। निजी क्षेत्र को मार्गदर्शन में बड़ी भूमिका निभानी चाहिए। भारत में मजबूत जीआईएस बाज़ार तभी बनेगा जब दोनों क्षेत्र साथ मिलकर काम करेंगे।”

उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि आधुनिक भूमि मैपिंग अर्थव्यवस्था के लिए कितनी अहम है। “भारत की आर्थिक भावना का बड़ा आधार भूमि और संपत्ति मूल्य हैं। कोई व्यक्ति 50 लाख की संपत्ति खरीदकर आज उसे 4 करोड़ मानता है और उसी भावना से खर्च करता है। लेकिन हमारा दस्तावेजी सिस्टम इसकी गति से नहीं चल पा रहा। राजस्व विभागों की जिम्मेदारी है कि नागरिकों को स्पष्ट, सटीक और पारदर्शी अभिलेख उपलब्ध कराएं। भूमि अभिलेख विभाग के संयुक्त सचिव कुणाल सत्यार्थी ने तकनीकी प्रगति का विवरण देते हुए कहा कि भारत के जटिल शहरी स्वरूप को पारंपरिक सर्वे से आगे की तकनीक की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि सरकार 57 शहरों में एक बड़े पायलट की शुरुआत कर रही है, जिसमें पंजीयन दस्तावेज, नगर निकाय टैक्स रिकॉर्ड और अन्य भू-अभिलेखों को एकीकृत कर “प्रोकार्ड” नामक एकमात्र प्रामाणिक रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा, जो अपार्टमेंट स्तर तक स्वामित्व दर्शाएगा।

उन्होंने बताया, “भारत पहली बार ड्रोन, एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर के माध्यम से 5 सेंटीमीटर सटीकता वाली एरियल इमेज तैयार कर रहा है। पहले एक भूखंड का सर्वे पूरे दिन ले लेता था। 2014 में कॉर्स (CORS) प्रणाली लागू होने के बाद वही काम 10 मिनट में हो जाता है और सर्वेयर अब रोजाना 200 संपत्तियाँ माप सकते हैं।” सत्यार्थी ने केरल, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में एरियल मैपिंग की चुनौतियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार उन्नत ऑब्लिक कैमरों, फाइव-लेंस इमेजिंग और घने वृक्षों के भीतर तक स्कैन करने में सक्षम LiDAR सेंसर का उपयोग कर रही है। “यह संयोजन 20–30 राज्यों में परीक्षण में है ताकि सबसे कठिन भू-भाग में भी सटीक नक्शे तैयार किए जा सकें।” जियोस्पेशल वर्ल्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार ने कहा कि भारत उस मोड़ पर है जहाँ उच्च-गुणवत्ता, वास्तविक समय और एकीकृत डिजिटल मानचित्र राष्ट्रीय नियोजन के लिए अनिवार्य बन चुके हैं।

उन्होंने कहा कि हम एक डिजिटल युग में हैं जहाँ लोकेशन स्वयं एक आर्थिक संपत्ति है। खाना मंगाने से लेकर टैक्सी बुक करने तक, आपकी लाइव लोकेशन मूल्य पैदा करती है। भारत अलग-अलग विभागों के अलग-अलग नक्शों के युग में नहीं रह सकता। वन नेशन, वन मैप अब नारा नहीं, आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि पिछले 25 वर्षों में शहरों, कृषि और अवसंरचना में भारी बदलाव आए हैं, इसलिए एक अद्यतन और एकीकृत डिजिटल आधार अब जरूरी है। उन्होंने कहा कि अब चुनौती मैपिंग नहीं बल्कि डाटा को सामंजस्यपूर्ण बनाना है। “हर विभाग को एक ही संदर्भ फ्रेम पर काम करना होगा। ड्रोन सर्वे से लेकर क्लाउड आधारित AI सिस्टम तक, सभी को साझा भू-स्थानिक परतों पर काम करना होगा तभी हम मजबूत राष्ट्रीय जियोस्पैशल इकोसिस्टम तैयार कर पाएंगे।” सत्र में भूमि संसाधन विभाग के निदेशक श्याम कुमार भी उपस्थित रहे, जो नक्ष कार्यक्रम के कई महत्वपूर्ण हिस्सों की निगरानी करते हैं और केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय में अहम भूमिका निभा रहे हैं। सत्र का समापन इस एकमत आह्वान के साथ हुआ कि नक्ष कार्यक्रम की रफ्तार बढ़ाई जाए, मल्टी-लेयर क्षमता वाले आधुनिक जीआईएस (GIS) सॉफ्टवेयर विकसित किए जाएं और देशभर में 30 सेंटीमीटर सटीकता वाले सैटेलाइट बेस मैप सुनिश्चित किए जाएं, जब तक कि पूर्ण रिसर्वे पूरे न हो जाएं। इन चर्चाओं ने यह स्पष्ट किया कि भारत के भू-सुधार सिर्फ तकनीकी उन्नयन नहीं हैं बल्कि नागरिक सुविधाओं, व्यापार अनुकूलता, विवादों में कमी, संपत्ति बाज़ार की मजबूती और आने वाले दशक में खरबों रुपये की आर्थिक क्षमता को खोलने की दिशा में निर्णायक कदम हैं।

बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार शातिर चोर गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में क्राइम/सर्विलांस टीम पूर्वी जोन और थाना इन्दिरानगर पुलिस को संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बंद घरों की रेकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी का भारी माल, कैमरा, हेडफोन, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पीली धातु के सिक्के, विदेशी करेंसी और कुल 4,250 रुपये नगद बरामद किए गए हैं। विदेशी नागरिक के घर में चोरी का था मामला 13 अक्टूबर को यमन निवासी अब्दुलअज़ीज़ अहमद मोहम्मद, जो लखनऊ के इन्दिरानगर सेक्टर-10 में रह रहे हैं, ने अपने घर का ताला तोड़कर की गई चोरी की तहरीर दी थी। आरोपियों ने घर से लैपटॉप, मोबाइल, कैश, महत्वपूर्ण दस्तावेज, अन्य कीमती सामान उड़ा लिया था। यह मामला थाना इन्दिरानगर में मुकदमा दर्ज किया गया।साथ ही थाना गाजीपुर में भी डिग्री इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के ऑफिस से दो लैपटॉप और मोबाइल चोरी करने का मामला दर्ज था, जिसे भी इस गिरोह ने कबूल किया है। CCTV फुटेज और मुखबिर की सूचना से पुलिस को मिली सफलता पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों से पूछताछ की और मुखबिर की सूचना पर गुरुवार देर शाम माही मेडिकल सर्विस लेन के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शातिर चोरी की वारदात के लिए पहले रेकी करते थे और फिर रात में ताला तोड़कर घर में घुसते थे। गिरोह के तीन सदस्य ऑटो चलाते हैं, जिससे इन्हें रात में मूवमेंट में आसानी रहती थी। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पेशा विकास निगम (24 वर्ष) — निवासी गोण्डा, ऑटो चालक नीरज वर्मा (21 वर्ष) — निवासी सीतापुर, ऑटो चालक मोहित अवस्थी उर्फ कालिया (30 वर्ष) — निवासी इटौंजा, ऑटो चालक संजय कश्यप (24 वर्ष) — निवासी सीतापुर, हाल निवासी गाजीपुर, लखनऊ पुलिस ने जो माल बरामद किया कैमरा — CANON कंपनी, हेडफोन — BOAT कंपनी, नेकबैंड — OnePlus, 2 लैपटॉप — HP कंपनी, मोबाइल — Vivo, विदेशी मुद्रा नोट व सिक्का, तीन पिट्ठू बैग, परफ्यूम की चार शीशियां, पीली धातु का सिक्का, बेल्ट, टी-शर्ट, टॉवल,4,250 नकद अन्य चोरी का सामान बरामद किया है। पुलिस की निगरानी में बढ़ा विश्वास इन्दिरानगर क्षेत्र में बंद घरों में चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच इस गिरोह की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार शातिर चोर गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में क्राइम/सर्विलांस टीम पूर्वी जोन और थाना इन्दिरानगर पुलिस को संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बंद घरों की रेकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी का भारी माल, कैमरा, हेडफोन, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पीली धातु के सिक्के, विदेशी करेंसी और कुल 4,250 रुपये नगद बरामद किए गए हैं। विदेशी नागरिक के घर में चोरी का था मामला 13 अक्टूबर को यमन निवासी अब्दुलअज़ीज़ अहमद मोहम्मद, जो लखनऊ के इन्दिरानगर सेक्टर-10 में रह रहे हैं, ने अपने घर का ताला तोड़कर की गई चोरी की तहरीर दी थी। आरोपियों ने घर से लैपटॉप, मोबाइल, कैश, महत्वपूर्ण दस्तावेज, अन्य कीमती सामान उड़ा लिया था। यह मामला थाना इन्दिरानगर में मुकदमा दर्ज किया गया।साथ ही थाना गाजीपुर में भी डिग्री इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के ऑफिस से दो लैपटॉप और मोबाइल चोरी करने का मामला दर्ज था, जिसे भी इस गिरोह ने कबूल किया है। CCTV फुटेज और मुखबिर की सूचना से पुलिस को मिली सफलता पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों से पूछताछ की और मुखबिर की सूचना पर गुरुवार देर शाम माही मेडिकल सर्विस लेन के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शातिर चोरी की वारदात के लिए पहले रेकी करते थे और फिर रात में ताला तोड़कर घर में घुसते थे। गिरोह के तीन सदस्य ऑटो चलाते हैं, जिससे इन्हें रात में मूवमेंट में आसानी रहती थी। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पेशा विकास निगम (24 वर्ष) — निवासी गोण्डा, ऑटो चालक नीरज वर्मा (21 वर्ष) — निवासी सीतापुर, ऑटो चालक मोहित अवस्थी उर्फ कालिया (30 वर्ष) — निवासी इटौंजा, ऑटो चालक संजय कश्यप (24 वर्ष) — निवासी सीतापुर, हाल निवासी गाजीपुर, लखनऊ पुलिस ने जो माल बरामद किया कैमरा — CANON कंपनी, हेडफोन — BOAT कंपनी, नेकबैंड — OnePlus, 2 लैपटॉप — HP कंपनी, मोबाइल — Vivo, विदेशी मुद्रा नोट व सिक्का, तीन पिट्ठू बैग, परफ्यूम की चार शीशियां, पीली धातु का सिक्का, बेल्ट, टी-शर्ट, टॉवल,4,250 नकद अन्य चोरी का सामान बरामद किया है। पुलिस की निगरानी में बढ़ा विश्वास इन्दिरानगर क्षेत्र में बंद घरों में चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच इस गिरोह की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
JSSC-CGL परीक्षार्थियों ने मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर दी बधाई; कहा- 'CM हेमंत सोरेन के प्रयासों से मिला न्याय'

झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा झारखंड संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा (CGL) का रिजल्ट जारी करने और नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने के आदेश के बाद राज्यभर के अभ्यर्थियों में उत्साह और कृतज्ञता का माहौल है। सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी ढोल-नगाड़ों के साथ मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के आवासीय कार्यालय परिसर पहुँचे और जमकर जश्न मनाया।

मुख्यमंत्री का जताया आभार

जश्न मनाने आए अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री श्री सोरेन को इस न्यायिक जीत के लिए बधाई दी और उनका आभार व्यक्त किया।

अभ्यर्थियों का वक्तव्य: अभ्यर्थियों ने कहा, "मुख्यमंत्री जी के प्रयासों एवं निष्पक्ष जांच के कारण हमें न्याय मिला है।"

जश्न का माहौल: कोर्ट के फैसले से राहत मिलने के बाद अभ्यर्थियों ने मिठाइयाँ बांटी और ढोल की थाप पर अपनी खुशी जाहिर की।

अभ्यर्थियों ने विश्वास जताया कि राज्य सरकार अब न्यायालय के निर्देशानुसार जल्द ही रिजल्ट जारी करेगी और नियुक्ति प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी, जिससे उनके भविष्य का मार्ग प्रशस्त होगा।

सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक(प्रा0)परीक्षा-2025 को सकुशल नकलविहीन व सुचितापूर्ण ढंग से सम्पन्न कराये जाने के लिए जिला प्रशासन पुरी तरह से तैय

परीक्षा की शुचिता पर प्रभाव डालने का प्रयास करने वालो के विरूद्ध की जायेगी कड़ी कार्रवाई-जिलाधिकारी।

परीक्षा की शुचिता बनाये रखने के लिए जिलाधिकारी ने सभी परीक्षा केन्द्रो पर कड़ी निगरानी के बीच परीक्षा सम्पन्न कराये जाने के दिए निर्देश।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को जिला पंचायत सभागार में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक(पुरूष/महिला शाखा) (प्रा0) परीक्षा-2025 को सकुशल नकलविहीन व शुचितापूर्ण ढंग से सम्पन्न कराये जाने के दृष्टिगत समीक्षा बैठक व प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।बैठक में जिलाधिकारी ने सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक पुरूष/महिला शाखा (प्रा0)के सकुशल नकलविहीन व सुचितापूर्ण ढंग से आयोजन के लिए सेक्टर मजिस्टेट एवं स्टैटिक मजिस्टेट केन्द्र व्यवस्थापक सह केन्द्र व्यवस्थापक सहित अन्य अधिकारियो को जिम्मेदारी व संवेदनशीलता के साथ परीक्षा को सम्पन्न कराये जाने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नही है।उन्होने कहा कि परीक्षा की शुचिता में किसी भी प्रकार का व्यवधान डालने वालो के विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई की जायेगी।परीक्षा का आयोजन दिनांक06 07 एवं 21 दिसम्बर 2025 को दो पालियो में पूर्वान्हन 09ः00 बजे से 11ः00 बजे तक तथा अपरान्हन 03ः00 बजे से 05ः00 बजे तक होगा।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नगर सत्यम मिश्र एसीपी विमल किशोर मिश्र जिला विद्यालय निरीक्षक पी0एन0 सिंह जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संतोष कुमार सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन डॉ0 प्रभाकर त्रिपाठी के द्वारा किया गया।

दिव्यांग बच्चों को 15 एम0आर0 किट 70 कान की मशीन एवं 15 स्कूल बैग एवं पाठ्य सामग्री का वितरण कर लाभान्वित कराया गया

संजय द्विवेदी प्रयागराज।विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर ब्लाक संसाधन केन्द्र नगर क्षेत्र प्रयागराज में खेलकूद/सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम में विपिन चन्द्र दीक्षित न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय प्रयागराज मुख्य अतिथि एवं जिला विकास अधिकारी/प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी विशिष्ट अतिथि के साथ उप निदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग प्रयागराज मण्डल सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान समन्वयक समेकित शिक्षा समन्वयक एम0डी0 एम0 उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में सर्व शिक्षा अभियान एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग उ0प्र0 द्वारा संचालित बचपन डे केयर सेण्टर/उत्तर प्रदेश मूक बधिर विद्यालय में अध्ययनरत दिव्यांग बच्चे अपने अभिभावको के साथ उपस्थित रहे।कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चो द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमो की सुन्दर प्रस्तुती दी गयी।मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि गणों द्वारा दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग उ0प्र0 द्वारा संचालित कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण योजनान्तर्गत दिव्यांग बच्चों को 15 एम0आर0 किट 70 कान की मशीन एवं15 स्कूल बैग/पाठ्य सामग्री का वितरण कर लाभान्वित किया गया।

मां पाटेश्वरी स्कूल के बच्चों द्वारा रैली निकाल कर लोगों को जागरूक किया गया।

बलरामपुर 4 दिसंबर तुलसीपुर मां पाटेश्वरी स्कूल द्वारा 7 दिवसीय कार्यक्रम के क्रम में भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ भारत माता की जय एक रहेंगे नेक रहेंगे तथा राष्ट्रीय गीत के बीच आदि शक्ति मां पाटेश्वरी स्कूल देवीपाटन भवनियापुर की तरफ से 1000रो बच्चों तथा अध्यापकों द्वारा एक विशाल रैली निकाली गई

जो स्कूल प्रांगण से होते हुए हरैया तिराहा लाल चौराहा पुरानी बाजार नई बाजार चौक से निकलकर बलरामपुर चौराहा होते हुए तहसील रोड के माध्यम से बच्चों द्वारा भारत माता की जय सहित राष्ट्रीय गीत गाते हुए विद्यालय की तरफ बच्चों का रैली वाला काफिला पहुंचा , बीच-बीच में लोगों द्वारा बच्चों को पानी फ्रूटी बिस्कुट आदि दिया गया।

स्कूली बच्चों के सुरक्षा के लिए आगे आगे थाना अध्यक्ष तुलसीपुर की गाड़ी चल रही थी बीच-बीच में महिला सिपाही पुरुष सिपाही बच्चों को सुरक्षा दे रहे थे

हमारी जिम्मेदारी है दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाना, नृत्य नाटिका में छलका दिव्यांगों का दर्द

अम्बिकापुर- श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विश्व दिव्यांग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने महाविद्यालय के प्राध्यापक और विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि दिव्यांग होना एक संयोग है जो सृष्टि की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि दिव्यांगों की मदद करें, उनके साथ सौहार्द्रपूर्ण, समरसता का व्यवहार रखें। उन्होंने विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बताया।

इस अवसर पर डॉ. जगमीत कौर के निर्देशन में बी.एससी बी.एड के विद्यार्थियों द्वारा दिव्यांगता आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गयी, जिसमें जीवन के संघर्ष और उनसे निकलने की जिजीविषा का दर्शाया गया। मंच का संचालन विधि पांडेय और निशा निषााद ने किया।

कॉलेज में मना कम्प्यटर साक्षरता दिवस

कम्प्यूटर साइंस एवं आईटी विभाग के तत्वावधान में विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर देवरा यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस विभाग के अध्यक्ष डॉ. दुर्गेश केशर ने कम्प्यूटर के विकास और वर्तमान स्थितियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि तकनीकी ने जीवन में गति प्रदान कर दी है।

श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय के कम्प्यूटर विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता ने कम्प्यूटर साक्षरता और तकनीक के बारे बताया। उन्होंने कहा कि हम सिटीजन से नेटीजन बन चुके हैं। हमारी लिट्रेसी अब कम्प्यूट्रेसी में बदल चुकी है। कार्यक्रम के दौरान सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

JSSC CGL नियुक्ति पर रोक हटने के बाद CM सोरेन ने कहा: "नेक इरादों का मिला परिणाम"

मुख्यमंत्री आवास पर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने मनाया जश्न, CM हेमंत सोरेन ने कहा- "निष्पक्ष जांच और ईमानदार प्रयासों का हुआ सम्मान"

झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा जेएसएससी संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा (CGL) के परिणाम जारी करने और नियुक्ति प्रक्रिया पर लगी रोक को हटाने के आदेश के बाद आज सैकड़ों अभ्यर्थी ढोल-नगाड़ों के साथ मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय परिसर पहुँचे। इन अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन और विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री का संबोधन और जीत की बधाई

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने जश्न मनाते अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि लंबे संघर्ष के बाद मिली यह सफलता और विजयी होना आप सभी के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं हैं।

नेक इरादों का परिणाम: मुख्यमंत्री ने कहा, "अगर इरादें नेक हों तो हर चीजें बेहतर होती है। इसी का परिणाम है कि जेएसएससी की संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा के रिजल्ट और नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़ी सारी अड़चनें अब दूर हो चुकी है।"

विलंब पर खेद: उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में विलंब हुआ, नहीं तो राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ पर ही वे युवाओं को नियुक्ति पत्र देने की खुशियां मनाते।

राज्य की खुशहाली: उन्होंने अपनी सरकार का दृष्टिकोण दोहराते हुए कहा कि "जब युवा खुश होंगे तभी यह राज्य खुशहाल होगा।"

निष्पक्ष जांच और विरोधियों पर हमला

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने इस पूरे मामले की निष्पक्षता के साथ जांच कराई, जिसके कारण दोषियों पर कठोर कार्रवाई हुई।

जांच पर जोर: उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने पूरी निष्पक्षता के साथ इसकी जांच कराई। जिन्होंने इस प्रतियोगिता परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता को दागदार बनाने की साजिश रची, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई हुई।"

विरोधी तत्वों पर आरोप: मुख्यमंत्री ने विरोधी तत्वों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हर प्रतियोगिता परीक्षाओं को बाधित करने की साजिश रचते रहते हैं।

न्याय की पुष्टि: उन्होंने कहा कि झारखंड उच्च न्यायालय ने निष्पक्ष जांच, तथा अभ्यर्थियों के ईमानदार प्रयास और भावनाओं को सम्मान देते हुए उन्हें न्याय दिया है।

जेपीएससी परीक्षाओं का तुलनात्मक रिकॉर्ड

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की प्रतिबद्धता साबित करने के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) का उदाहरण दिया।

परीक्षाओं की संख्या: मुख्यमंत्री ने कहा कि जेपीएससी द्वारा पिछले 18 वर्षों में सिविल सेवा की जितनी परीक्षाएं ली गई, उतनी परीक्षाएं उनकी सरकार ने पिछले 5 वर्षों में ही ली है।

बेदाग रिकॉर्ड: उन्होंने दावा किया कि पिछली परीक्षाओं को लेकर धांधली के मामले सामने आए थे, लेकिन उनकी सरकार में ली गई तमाम परीक्षाएं बेदाग रही हैं।

अभ्यर्थियों ने जताया आभार

इस अवसर पर अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी के अथक प्रयासों और सरकार द्वारा पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने से ही उन्हें न्याय मिला है।

पुतिन से मुलाकात शेड्यूल न होने पर भड़के राहुल गांधी, बोले- सरकार नहीं चाहती मैं मिलूं

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रूसी राष्ट्रपति पुतिन कुछ घंटे में भारत दौरे पर पहुंचने वाले हैं। 4 दिसंबर की शाम से कल तक पुतिन भारत के खास मेहमान होंगे। इस दौरान उनकी मुलाकात पीएम मोदी और राष्ट्रपति से होगी। इस बीच राहुल गांधी ने सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, केंद्र सरकार नहीं चाहती है कि मैं बाहर से आने वाले लोगों से मिलूं। मोदी जी और विदेश मंत्रालय इस नियम का पालन नहीं करते हैं। यह उनकी इनसिक्योरिटी है।

परंपरा का पालन नहीं करने का आरोप

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, अब तक परंपरा रही है कि विदेश से आने वाले नेता विपक्ष के नेता से भी मिलते थे। यह (पूर्व प्रधानमंत्री) अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह के समय में भी होता था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्रालय इस परंपरा का पालन नहीं कर रहे हैं।

सरकार क्या करती है हर बार ?

राहुल गांधी ने कहा, आजकल यह होता है कि जब बाहर से कोई आता है या मैं कहीं बाहर जाता हूं तो सरकार सुझाव देती है कि बाहर से आने वाले अतिथि या उनके (राहुल के) बाहर जाने पर वहां के लोग नेता प्रतिपक्ष से नहीं मिलें। उनका कहना था कि सरकार यह हर बार करती है।

राहुल बोले- हिंदुस्तान का प्रतिनिधित्व हम भी करते हैं

राहुल गांधी ने कहा, हिंदुस्तान का प्रतिनिधित्व हम भी करते हैं, सिर्फ सरकार नहीं करती है। विपक्ष का नेता भी भारत का प्रतिनिधित्व करता है और इन बैठकों से विदेशी नेताओं को एक अलग नजरिया मिलता है। सरकार नहीं चाहती कि विपक्ष के लोग बाहर के लोगों से मिलें।

पांच वर्षों में देश के एक हजार शहरी केंद्रों का हाेगा डिजिटल मानचित्रण: मनोज जोशी

दिल्ली ब्यूरो

नई दिल्ली। जियोस्मार्ट इंडिया 2025 के तीसरे दिन शहरी भूमि आधुनिकीकरण पर राष्ट्रीय नेतृत्व और तकनीकी विशेषज्ञों ने गहन चर्चा की। सत्रों में यह स्पष्ट हुआ कि भारत एकीकृत, सटीक और हाई-प्रिसीजन डिजिटल मैपिंग की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, जहां वास्तविक समय में उपलब्ध भू-स्थानिक परतें शासन, अवसंरचना निर्माण और देश की व्यापक डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए अनिवार्य हैं।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए भूमि संसाधन विभाग के सचिव मनोज जोशी ने कहा कि भारत आने वाले महीनों में 157 शहरों में हाई-प्रिसीजन सर्वे पूरे करने की दिशा में है और अगले पांच वर्षों में 1,000 शहरी केंद्रों का व्यापक डिजिटल मानचित्रण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी राज्य इस अभियान में शामिल हैं। बड़े राज्यों में 10 पायलट शहर और छोटे राज्यों में 1–2 शहर तय किए गए हैं, लेकिन लक्ष्य एक है। पूरे देश के शहरी भू-अभिलेखों को सटीक और अद्यतन बनाना। श्री जोशी ने जमीन पर मौजूद व्यावहारिक चुनौतियों की भी ओर इशारा किया। उन्होंने बताया कि कई शहरों में, जिनमें दरभंगा और दिल्ली के नजदीक अलवर शामिल हैं, निजी सर्वेयर अब भी टेप से माप करने जैसे पुराने तरीकों पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि अब समय है कि संपत्ति लेन-देन के लिए पूरी तरह लैटीट्यूड–लॉन्गिट्यूड आधारित डिजिटल स्केच अपनाए जाएँ। राजस्व विभागों को हाथ से बने रफ खाके छोड़कर जीआईएस-लिंक्ड रजिस्ट्रेशन सिस्टम अपनाने होंगे। नागरिक हमसे तेज़ चल रहे हैं, सरकार को भी उसकी गति पकड़नी होगी। उन्होंने उद्योग जगत से सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। “सरकारी अधिकारियों को जीआईएस की सीमित जानकारी है, हम सीख रहे हैं। निजी क्षेत्र को मार्गदर्शन में बड़ी भूमिका निभानी चाहिए। भारत में मजबूत जीआईएस बाज़ार तभी बनेगा जब दोनों क्षेत्र साथ मिलकर काम करेंगे।”

उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि आधुनिक भूमि मैपिंग अर्थव्यवस्था के लिए कितनी अहम है। “भारत की आर्थिक भावना का बड़ा आधार भूमि और संपत्ति मूल्य हैं। कोई व्यक्ति 50 लाख की संपत्ति खरीदकर आज उसे 4 करोड़ मानता है और उसी भावना से खर्च करता है। लेकिन हमारा दस्तावेजी सिस्टम इसकी गति से नहीं चल पा रहा। राजस्व विभागों की जिम्मेदारी है कि नागरिकों को स्पष्ट, सटीक और पारदर्शी अभिलेख उपलब्ध कराएं। भूमि अभिलेख विभाग के संयुक्त सचिव कुणाल सत्यार्थी ने तकनीकी प्रगति का विवरण देते हुए कहा कि भारत के जटिल शहरी स्वरूप को पारंपरिक सर्वे से आगे की तकनीक की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि सरकार 57 शहरों में एक बड़े पायलट की शुरुआत कर रही है, जिसमें पंजीयन दस्तावेज, नगर निकाय टैक्स रिकॉर्ड और अन्य भू-अभिलेखों को एकीकृत कर “प्रोकार्ड” नामक एकमात्र प्रामाणिक रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा, जो अपार्टमेंट स्तर तक स्वामित्व दर्शाएगा।

उन्होंने बताया, “भारत पहली बार ड्रोन, एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर के माध्यम से 5 सेंटीमीटर सटीकता वाली एरियल इमेज तैयार कर रहा है। पहले एक भूखंड का सर्वे पूरे दिन ले लेता था। 2014 में कॉर्स (CORS) प्रणाली लागू होने के बाद वही काम 10 मिनट में हो जाता है और सर्वेयर अब रोजाना 200 संपत्तियाँ माप सकते हैं।” सत्यार्थी ने केरल, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में एरियल मैपिंग की चुनौतियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार उन्नत ऑब्लिक कैमरों, फाइव-लेंस इमेजिंग और घने वृक्षों के भीतर तक स्कैन करने में सक्षम LiDAR सेंसर का उपयोग कर रही है। “यह संयोजन 20–30 राज्यों में परीक्षण में है ताकि सबसे कठिन भू-भाग में भी सटीक नक्शे तैयार किए जा सकें।” जियोस्पेशल वर्ल्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार ने कहा कि भारत उस मोड़ पर है जहाँ उच्च-गुणवत्ता, वास्तविक समय और एकीकृत डिजिटल मानचित्र राष्ट्रीय नियोजन के लिए अनिवार्य बन चुके हैं।

उन्होंने कहा कि हम एक डिजिटल युग में हैं जहाँ लोकेशन स्वयं एक आर्थिक संपत्ति है। खाना मंगाने से लेकर टैक्सी बुक करने तक, आपकी लाइव लोकेशन मूल्य पैदा करती है। भारत अलग-अलग विभागों के अलग-अलग नक्शों के युग में नहीं रह सकता। वन नेशन, वन मैप अब नारा नहीं, आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि पिछले 25 वर्षों में शहरों, कृषि और अवसंरचना में भारी बदलाव आए हैं, इसलिए एक अद्यतन और एकीकृत डिजिटल आधार अब जरूरी है। उन्होंने कहा कि अब चुनौती मैपिंग नहीं बल्कि डाटा को सामंजस्यपूर्ण बनाना है। “हर विभाग को एक ही संदर्भ फ्रेम पर काम करना होगा। ड्रोन सर्वे से लेकर क्लाउड आधारित AI सिस्टम तक, सभी को साझा भू-स्थानिक परतों पर काम करना होगा तभी हम मजबूत राष्ट्रीय जियोस्पैशल इकोसिस्टम तैयार कर पाएंगे।” सत्र में भूमि संसाधन विभाग के निदेशक श्याम कुमार भी उपस्थित रहे, जो नक्ष कार्यक्रम के कई महत्वपूर्ण हिस्सों की निगरानी करते हैं और केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय में अहम भूमिका निभा रहे हैं। सत्र का समापन इस एकमत आह्वान के साथ हुआ कि नक्ष कार्यक्रम की रफ्तार बढ़ाई जाए, मल्टी-लेयर क्षमता वाले आधुनिक जीआईएस (GIS) सॉफ्टवेयर विकसित किए जाएं और देशभर में 30 सेंटीमीटर सटीकता वाले सैटेलाइट बेस मैप सुनिश्चित किए जाएं, जब तक कि पूर्ण रिसर्वे पूरे न हो जाएं। इन चर्चाओं ने यह स्पष्ट किया कि भारत के भू-सुधार सिर्फ तकनीकी उन्नयन नहीं हैं बल्कि नागरिक सुविधाओं, व्यापार अनुकूलता, विवादों में कमी, संपत्ति बाज़ार की मजबूती और आने वाले दशक में खरबों रुपये की आर्थिक क्षमता को खोलने की दिशा में निर्णायक कदम हैं।

बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार शातिर चोर गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में क्राइम/सर्विलांस टीम पूर्वी जोन और थाना इन्दिरानगर पुलिस को संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बंद घरों की रेकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी का भारी माल, कैमरा, हेडफोन, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पीली धातु के सिक्के, विदेशी करेंसी और कुल 4,250 रुपये नगद बरामद किए गए हैं। विदेशी नागरिक के घर में चोरी का था मामला 13 अक्टूबर को यमन निवासी अब्दुलअज़ीज़ अहमद मोहम्मद, जो लखनऊ के इन्दिरानगर सेक्टर-10 में रह रहे हैं, ने अपने घर का ताला तोड़कर की गई चोरी की तहरीर दी थी। आरोपियों ने घर से लैपटॉप, मोबाइल, कैश, महत्वपूर्ण दस्तावेज, अन्य कीमती सामान उड़ा लिया था। यह मामला थाना इन्दिरानगर में मुकदमा दर्ज किया गया।साथ ही थाना गाजीपुर में भी डिग्री इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के ऑफिस से दो लैपटॉप और मोबाइल चोरी करने का मामला दर्ज था, जिसे भी इस गिरोह ने कबूल किया है। CCTV फुटेज और मुखबिर की सूचना से पुलिस को मिली सफलता पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों से पूछताछ की और मुखबिर की सूचना पर गुरुवार देर शाम माही मेडिकल सर्विस लेन के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शातिर चोरी की वारदात के लिए पहले रेकी करते थे और फिर रात में ताला तोड़कर घर में घुसते थे। गिरोह के तीन सदस्य ऑटो चलाते हैं, जिससे इन्हें रात में मूवमेंट में आसानी रहती थी। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पेशा विकास निगम (24 वर्ष) — निवासी गोण्डा, ऑटो चालक नीरज वर्मा (21 वर्ष) — निवासी सीतापुर, ऑटो चालक मोहित अवस्थी उर्फ कालिया (30 वर्ष) — निवासी इटौंजा, ऑटो चालक संजय कश्यप (24 वर्ष) — निवासी सीतापुर, हाल निवासी गाजीपुर, लखनऊ पुलिस ने जो माल बरामद किया कैमरा — CANON कंपनी, हेडफोन — BOAT कंपनी, नेकबैंड — OnePlus, 2 लैपटॉप — HP कंपनी, मोबाइल — Vivo, विदेशी मुद्रा नोट व सिक्का, तीन पिट्ठू बैग, परफ्यूम की चार शीशियां, पीली धातु का सिक्का, बेल्ट, टी-शर्ट, टॉवल,4,250 नकद अन्य चोरी का सामान बरामद किया है। पुलिस की निगरानी में बढ़ा विश्वास इन्दिरानगर क्षेत्र में बंद घरों में चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच इस गिरोह की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार शातिर चोर गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में क्राइम/सर्विलांस टीम पूर्वी जोन और थाना इन्दिरानगर पुलिस को संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बंद घरों की रेकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी का भारी माल, कैमरा, हेडफोन, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पीली धातु के सिक्के, विदेशी करेंसी और कुल 4,250 रुपये नगद बरामद किए गए हैं। विदेशी नागरिक के घर में चोरी का था मामला 13 अक्टूबर को यमन निवासी अब्दुलअज़ीज़ अहमद मोहम्मद, जो लखनऊ के इन्दिरानगर सेक्टर-10 में रह रहे हैं, ने अपने घर का ताला तोड़कर की गई चोरी की तहरीर दी थी। आरोपियों ने घर से लैपटॉप, मोबाइल, कैश, महत्वपूर्ण दस्तावेज, अन्य कीमती सामान उड़ा लिया था। यह मामला थाना इन्दिरानगर में मुकदमा दर्ज किया गया।साथ ही थाना गाजीपुर में भी डिग्री इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के ऑफिस से दो लैपटॉप और मोबाइल चोरी करने का मामला दर्ज था, जिसे भी इस गिरोह ने कबूल किया है। CCTV फुटेज और मुखबिर की सूचना से पुलिस को मिली सफलता पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों से पूछताछ की और मुखबिर की सूचना पर गुरुवार देर शाम माही मेडिकल सर्विस लेन के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शातिर चोरी की वारदात के लिए पहले रेकी करते थे और फिर रात में ताला तोड़कर घर में घुसते थे। गिरोह के तीन सदस्य ऑटो चलाते हैं, जिससे इन्हें रात में मूवमेंट में आसानी रहती थी। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पेशा विकास निगम (24 वर्ष) — निवासी गोण्डा, ऑटो चालक नीरज वर्मा (21 वर्ष) — निवासी सीतापुर, ऑटो चालक मोहित अवस्थी उर्फ कालिया (30 वर्ष) — निवासी इटौंजा, ऑटो चालक संजय कश्यप (24 वर्ष) — निवासी सीतापुर, हाल निवासी गाजीपुर, लखनऊ पुलिस ने जो माल बरामद किया कैमरा — CANON कंपनी, हेडफोन — BOAT कंपनी, नेकबैंड — OnePlus, 2 लैपटॉप — HP कंपनी, मोबाइल — Vivo, विदेशी मुद्रा नोट व सिक्का, तीन पिट्ठू बैग, परफ्यूम की चार शीशियां, पीली धातु का सिक्का, बेल्ट, टी-शर्ट, टॉवल,4,250 नकद अन्य चोरी का सामान बरामद किया है। पुलिस की निगरानी में बढ़ा विश्वास इन्दिरानगर क्षेत्र में बंद घरों में चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच इस गिरोह की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
JSSC-CGL परीक्षार्थियों ने मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर दी बधाई; कहा- 'CM हेमंत सोरेन के प्रयासों से मिला न्याय'

झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा झारखंड संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा (CGL) का रिजल्ट जारी करने और नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने के आदेश के बाद राज्यभर के अभ्यर्थियों में उत्साह और कृतज्ञता का माहौल है। सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी ढोल-नगाड़ों के साथ मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के आवासीय कार्यालय परिसर पहुँचे और जमकर जश्न मनाया।

मुख्यमंत्री का जताया आभार

जश्न मनाने आए अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री श्री सोरेन को इस न्यायिक जीत के लिए बधाई दी और उनका आभार व्यक्त किया।

अभ्यर्थियों का वक्तव्य: अभ्यर्थियों ने कहा, "मुख्यमंत्री जी के प्रयासों एवं निष्पक्ष जांच के कारण हमें न्याय मिला है।"

जश्न का माहौल: कोर्ट के फैसले से राहत मिलने के बाद अभ्यर्थियों ने मिठाइयाँ बांटी और ढोल की थाप पर अपनी खुशी जाहिर की।

अभ्यर्थियों ने विश्वास जताया कि राज्य सरकार अब न्यायालय के निर्देशानुसार जल्द ही रिजल्ट जारी करेगी और नियुक्ति प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी, जिससे उनके भविष्य का मार्ग प्रशस्त होगा।

सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक(प्रा0)परीक्षा-2025 को सकुशल नकलविहीन व सुचितापूर्ण ढंग से सम्पन्न कराये जाने के लिए जिला प्रशासन पुरी तरह से तैय

परीक्षा की शुचिता पर प्रभाव डालने का प्रयास करने वालो के विरूद्ध की जायेगी कड़ी कार्रवाई-जिलाधिकारी।

परीक्षा की शुचिता बनाये रखने के लिए जिलाधिकारी ने सभी परीक्षा केन्द्रो पर कड़ी निगरानी के बीच परीक्षा सम्पन्न कराये जाने के दिए निर्देश।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को जिला पंचायत सभागार में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक(पुरूष/महिला शाखा) (प्रा0) परीक्षा-2025 को सकुशल नकलविहीन व शुचितापूर्ण ढंग से सम्पन्न कराये जाने के दृष्टिगत समीक्षा बैठक व प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।बैठक में जिलाधिकारी ने सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक पुरूष/महिला शाखा (प्रा0)के सकुशल नकलविहीन व सुचितापूर्ण ढंग से आयोजन के लिए सेक्टर मजिस्टेट एवं स्टैटिक मजिस्टेट केन्द्र व्यवस्थापक सह केन्द्र व्यवस्थापक सहित अन्य अधिकारियो को जिम्मेदारी व संवेदनशीलता के साथ परीक्षा को सम्पन्न कराये जाने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नही है।उन्होने कहा कि परीक्षा की शुचिता में किसी भी प्रकार का व्यवधान डालने वालो के विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई की जायेगी।परीक्षा का आयोजन दिनांक06 07 एवं 21 दिसम्बर 2025 को दो पालियो में पूर्वान्हन 09ः00 बजे से 11ः00 बजे तक तथा अपरान्हन 03ः00 बजे से 05ः00 बजे तक होगा।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नगर सत्यम मिश्र एसीपी विमल किशोर मिश्र जिला विद्यालय निरीक्षक पी0एन0 सिंह जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संतोष कुमार सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन डॉ0 प्रभाकर त्रिपाठी के द्वारा किया गया।

दिव्यांग बच्चों को 15 एम0आर0 किट 70 कान की मशीन एवं 15 स्कूल बैग एवं पाठ्य सामग्री का वितरण कर लाभान्वित कराया गया

संजय द्विवेदी प्रयागराज।विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर ब्लाक संसाधन केन्द्र नगर क्षेत्र प्रयागराज में खेलकूद/सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम में विपिन चन्द्र दीक्षित न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय प्रयागराज मुख्य अतिथि एवं जिला विकास अधिकारी/प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी विशिष्ट अतिथि के साथ उप निदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग प्रयागराज मण्डल सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान समन्वयक समेकित शिक्षा समन्वयक एम0डी0 एम0 उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में सर्व शिक्षा अभियान एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग उ0प्र0 द्वारा संचालित बचपन डे केयर सेण्टर/उत्तर प्रदेश मूक बधिर विद्यालय में अध्ययनरत दिव्यांग बच्चे अपने अभिभावको के साथ उपस्थित रहे।कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चो द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमो की सुन्दर प्रस्तुती दी गयी।मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि गणों द्वारा दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग उ0प्र0 द्वारा संचालित कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण योजनान्तर्गत दिव्यांग बच्चों को 15 एम0आर0 किट 70 कान की मशीन एवं15 स्कूल बैग/पाठ्य सामग्री का वितरण कर लाभान्वित किया गया।

मां पाटेश्वरी स्कूल के बच्चों द्वारा रैली निकाल कर लोगों को जागरूक किया गया।

बलरामपुर 4 दिसंबर तुलसीपुर मां पाटेश्वरी स्कूल द्वारा 7 दिवसीय कार्यक्रम के क्रम में भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ भारत माता की जय एक रहेंगे नेक रहेंगे तथा राष्ट्रीय गीत के बीच आदि शक्ति मां पाटेश्वरी स्कूल देवीपाटन भवनियापुर की तरफ से 1000रो बच्चों तथा अध्यापकों द्वारा एक विशाल रैली निकाली गई

जो स्कूल प्रांगण से होते हुए हरैया तिराहा लाल चौराहा पुरानी बाजार नई बाजार चौक से निकलकर बलरामपुर चौराहा होते हुए तहसील रोड के माध्यम से बच्चों द्वारा भारत माता की जय सहित राष्ट्रीय गीत गाते हुए विद्यालय की तरफ बच्चों का रैली वाला काफिला पहुंचा , बीच-बीच में लोगों द्वारा बच्चों को पानी फ्रूटी बिस्कुट आदि दिया गया।

स्कूली बच्चों के सुरक्षा के लिए आगे आगे थाना अध्यक्ष तुलसीपुर की गाड़ी चल रही थी बीच-बीच में महिला सिपाही पुरुष सिपाही बच्चों को सुरक्षा दे रहे थे