सोनभद्र के बाद मीरजापुर में हुआ खदान हादसा, मुंशी की खदान में दबने से हुई मौत
खदान मालिक के इशारे पर शव लेकर भागने की फिराक में रहे खदान मालिक के लोग, ग्रामीणों ने पकड़ा
आक्रोशित लोगों ने खदान मैनेजर को बनाया बंधक
मीरजापुर। सोनभद्र जिले के खदान हादसे के बाद के मीरजापुर में भी खदान हादसा हो गया जहां एक खदान के मुंशी की खदान में दबने से दर्दनाक मौत हुई है। हादसा रात में खनन के दौरान होना बताया गया है। जहां हादसे के बाद मामले को दबाने की गरज से खदान मालिक के इशारे पर शव लेकर भागने की फिराक में लगे खदान मालिक के लोगों को ग्रामीणों ने मुंशी के शव लेकर भागते हुए पकड़ लिया। बाद में खदान मैनेजर को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। सूचना होने पर
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा है। जहां हादसा हुआ है वहां का खनन पट्टा चंदौली के बीजेपी नेता छत्रबली सिंह के भाई श्याम जी सिंह के नाम से होना बताया जा रहा है। लोगों का आरोप है कि नियमो को ताक पर रखकर रात में अंधाधुंध खनन हो रहा था। मामला जिले के अहरौरा थाना क्षेत्र कंचनपुर खनन क्षेत्र का बताया गया है। पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के मुताबिक 27 नवंबर की रात थाना अहरौरा क्षेत्र में माइनिंग साइट की घटना में एक लेबर की मौत हो जाने की सूचना प्राप्त होने पर पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचा गया। जहां परिवार जन व आसपास के लोगों द्वारा पोकलैंड से एक्सीडेंट में जयहिन्द यादव पुत्र राजनाथ यादव 32 वर्ष निवासी मुबारकपुर थाना चकिया जनपद चन्दौली की मृत्यु होना बताया गया। मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
--सोनभद्र हादसे के बाद भी नहीं दिखी सख्ती---
सोनभद्र जिले के बिल्ली मारकुंडी खदान हादसे में सात लोगों की मौत की घटना के बाद भी जिले में खनन विभाग ने रात में खनन को लेकर जरा भी सख्ती नहीं दिखाई है। आस-पास के ग्रामीणों की मानें तो खनन विभाग की सांठ-गांठ से मीरजापुर के अहरौरा में धड़ल्ले से कायदे कानून को ताक पर रख कर अवैध खनन जहां जारी है वहीं अहरौरा क्षेत्र के खदानों से लगाए क्रेशर एवं कट्टर प्लांटो में मजदूरों की जीवन सुरक्षा को दांव पर लगाकर काम कराया जा रहा है। सोनभद्र जिले की घटना से कुछ दिनों पूर्व ही एक और खनन क्षेत्र में हादसे में एक श्रमिक की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि उक्त खनन हादसा बीजेपी नेता के करीबी का बताया जा रहा है जिस पर ठोस कार्रवाई के बजाए मामले को रफा-दफा कर दिया गया था। इन हादसों को लोग भूल भी नहीं पाएं थे कि अहरौरा क्षेत्र में एक और हादसे में श्रमिक की मौत ने लोगों को झकझोर कर रख देने के साथ सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है।
माकू यूनियन ने मजदूरों की मौत पर खड़े किए सवाल--
अहरौरा, मीरजापुर। गहरी हो चली पत्थर खदानों में कायदे कानून को ताक पर रख तथा मजदूरों की सुरक्षा को दरकिनार कर हो रहे मनमाने खनन पर मिर्ज़ापुर असंगठित कामगार यूनियन (माकू) ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यूनियन के राष्ट्रीय महामंत्री मंगल तिवारी ने कहा है कि मजदूरों के कंधों पर सवार होकर पूंजीपति अपने लिए ऐसो आराम से लेकर कई पुस्तों के लिए बना लेते हैं लेकिन मजदूर और उसका परिवार जस का तस ही रह जाता है। उसके खून पसीने के बदले उसे जीवन सुरक्षा उपकरण तक नसीब नहीं कराया जाता है। उन्होंने खदानों से लेकर क्रेशर एवं पत्थर कटर प्लाटों में नियम विरुद्ध तथा बिना सुरक्षा उपकरणों के काम कराएं जाने का गंभीर मसला उठाते हुए खनन विभाग व अन्य को आड़े हाथों लिया है।
3 hours ago
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