अवैध कब्जे से परेशान पीड़िता ने आत्मदाह की दी चेतावनी
आजमगढ़ जिले के बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के नाऊपुर गांव निवासिनी सुमन पत्नी अरविंद ने उपजिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपा है और सुनवाई न होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। पीड़िता द्वारा दिए गए शिकायती पत्र के मुताबिक उसके बगल में गाटा संख्या 180 रकबा 0.0260 हेक्टेयर स्थित है जो बलिहारी मौर्य समेत अन्य लोगों की है। इसी से सटी हुई उसकी आबादी की भूमि है जिस पर बलिहारी समेत अन्य लोगों द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है। विरोध करने पर विपक्ष द्वारा मारपीट की जा रही है। ऐसे में पीड़िता पूरी तरह से परेशान है और वह चाहती है कि इसकी पैमाइश कराकर उसकी जमीन उसे दिया जाए और विपक्षियों की जमीन विपक्षियों को दिया जाए। पीड़िता ने मांग किया है कि यदि उसकी जल्द से जल्द सुनवाई नहीं हुई तो वह तहसील परिसर में ही आत्मदाह करेगी। इस संबंध में उसने एसडीएम को शिकायती पत्र दिया है और न्याय की गुहार लगाई है।
Strengthen Your Bones Naturally with Homeopathy in Hyderabad

Osteoporosis is a chronic condition where bones slowly lose their strength, becoming thin, brittle, and prone to fractures. Many people experience persistent back pain, weak posture, stiffness, height loss, and difficulty performing daily tasks as the condition progresses. Since osteoporosis affects long-term mobility and overall comfort, more individuals are turning toward homeopathy in Hyderabad, a gentle and holistic healing system known for its safe and personalized care.

Osteoporosis often develops silently, showing symptoms only when significant bone loss has already occurred. Common signs include frequent fractures, continuous backache, weakened muscles, difficulty walking, and a forward-bending posture. The major reasons behind this condition include aging, hormonal imbalance, nutritional deficiencies, lack of physical activity, hereditary tendencies, and prolonged use of certain medications. Understanding these causes helps individuals seek timely treatment and stronger long-term bone support.

Homeopathy in Hyderabad offers a natural and holistic approach to managing osteoporosis. Instead of focusing only on pain or fractures, homeopathy works on improving internal balance and overall well-being. Treatment plans are customized according to each person’s emotional state, lifestyle pattern, physical structure, and health history. This personalized method supports better bone strength, improved mobility, reduced discomfort, and steady recovery without side effects. It is especially beneficial for elderly individuals seeking safe and sustained healing.

Spiritual Homeopathy provides professional and compassionate care for osteoporosis through a detailed, individualized approach. The clinic emphasizes natural healing, long-term improvement, and complete wellness, making it a trusted destination for those seeking reliable homeopathy in Hyderabad. With a focus on patient comfort and holistic support, Spiritual Homeopathy helps individuals regain confidence and improve their quality of life.

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आईपीएस प्रशिक्षु अधिकारियों ने की डीजीपी से मुलाकात, पुलिसिंग में मानवीय संवेदना रखने के दिए गुर

लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय में बुधवार को भारतीय पुलिस सेवा 77 आरआर (2023–24 बैच) के 23 प्रशिक्षु अधिकारियों ने पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश  राजीव कृष्ण से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान डीजीपी ने प्रशिक्षुओं से उनके अनुभव, प्रशिक्षण के दौरान आए व्यावहारिक चुनौतियों और जिज्ञासाओं के बारे में विस्तार से बातचीत की।प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों ने पुलिस प्रशासन, फील्ड चुनौतियों, नेतृत्व कौशल और कार्यप्रणाली को लेकर कई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे, जिनका डीजीपी ने अपने अनुभव व तर्क आधारित दृष्टिकोण से मार्गदर्शन किया।

डीजीपी के संबोधन के प्रमुख बिंदु

पुलिसिंग मानव संबंधों का सर्वोच्च स्वरूप
पुलिस हर कदम पर मानवीय समझ और संवेदना बनाए रखे — “Policing is the purest form of human relationship.”
संवाद कौशल को रोज़ बेहतर करें और जनता की बात धैर्य से सुनें
जिज्ञासु बने रहें, पूर्वाग्रह रहित होकर सीखते रहें
फील्ड में समय का प्रभावी व उद्देश्यपूर्ण उपयोग करें
पुलिस सेवा के फैसले सीधे लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं, इसलिए जिम्मेदारी सर्वोपरि रखें
शुरुआती 4–5 वर्ष पूरे करियर की दिशा तय करते हैं
ईमानदारी, नैतिकता और प्रोफेशनल छवि की रक्षा जीवन की तरह करें
अधीनस्थों का मनोबल बढ़ाएँ और संवेदनशील नेतृत्व अपनाएँ
मार्शल क्वालिटी — हौसला, दृढ़ता और नेतृत्व क्षमता — हर पुलिस अधिकारी की अनिवार्यता
परिस्थितियों का सही मूल्यांकन व विवेकपूर्ण निर्णय ही उत्कृष्ट अधिकारी की पहचान

प्रशिक्षुओं ने डीजीपी को स्मृति-चिह्न भेंट कर आभार व्यक्त किया

डीजीपी राजीव कृष्ण ने प्रशिक्षु अधिकारियों को आत्मविश्वास, पारदर्शिता व अनुशासन के साथ नागरिकों की सेवा करने के लिए प्रेरित किया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं। प्रशिक्षुओं ने डीजीपी को स्मृति-चिह्न भेंट कर आभार व्यक्त किया।

वरिष्ठ अधिकारी रहे उपस्थित

इस अवसर पर डीजीपी मुख्यालय  रेणुका मिश्रा, एडीजी रूल्स एवं मैनुअल एल.वी. एनटोनी देवकुमार, एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश, एडीजी लॉजिस्टिक राजकुमार, एडीजी मानवाधिकार रामकुमार, एडीजी तकनीकी सेवाएं नवीन अरोड़ा, एडीजी अपराध एस.के. भगत, एडीजी प्रशिक्षण बी.डी. पॉल्सन, एडीजी प्रशासन प्रशांत कुमार तथा पुलिस महानिरीक्षक कार्मिक/जीएसओ शलभ माथुर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मनीष तिवारी ने पालक मंत्री आशीष शेलार से की SRA शुल्क माफ करने की मांग

मुंबई। मुंबई के पालक मंत्री विधायक आशिष शेलार से मुलाकात के दौरान समाजसेवी मनीष तिवारी ने आर्थिक रूप से कमजोर झोपड़पट्टीवासियों के लिए SRA के 2.5 लाख रुपये शुल्क को पूर्णत: माफ करने की मांग की।

पालक मंत्री विधायक आशिष शेलार से मुलाकात के दौरान समाजसेवी मनीष तिवारी ने आर्थिक रूप से कमजोर झोपड़पट्टीवासियों के लिए SRA के 2.5 लाख रुपये शुल्क को पूर्णत: माफ करने की मांग की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2000–2011 के पात्र झोपड़पट्टीधारकों में अधिकांश लोग घरकाम करने वाले, फेरीवाले, मजदूर और रोज़ंदारी पर काम करने वाले हैं, जिनकी आय बहुत सीमित है। ऐसे नागरिकों के लिए 2.5 लाख रुपये जमा करना लगभग असंभव है, जिससे कई लोग अपने हक़ के घर से वंचित हो सकते हैं। मनीष तिवारी ने कहा, “सरकार का उद्देश्य गरीबों को उनका हक़ देना है, न कि आर्थिक बोझ डालकर उन्हें योजनाओं से दूर करना। इसलिए कमजोर लाभार्थियों के लिए यह शुल्क पूरी तरह माफ कर उन्हें पुनर्वसन योजना के तहत नि:शुल्क घर दिए जाएं।”

उन्होंने मंत्रीजी से इस मांग को तत्परता से विचारात घेऊन गरीब नागरिकांना दिलासा देण्याची विनंती केली। कि वर्ष 2000–2011 के पात्र झोपड़पट्टीधारकों में अधिकांश लोग घरकाम करने वाले, फेरीवाले, मजदूर और रोज़ंदारी पर काम करने वाले हैं, जिनकी आय बहुत सीमित है। ऐसे नागरिकों के लिए 2.5 लाख रुपये जमा करना लगभग असंभव है, जिससे कई लोग अपने हक़ के घर से वंचित हो सकते हैं। मनीष तिवारी ने कहा, “सरकार का उद्देश्य गरीबों को उनका हक़ देना है, न कि आर्थिक बोझ डालकर उन्हें योजनाओं से दूर करना। इसलिए कमजोर लाभार्थियों के लिए यह शुल्क पूरी तरह माफ कर उन्हें पुनर्वसन योजना के तहत नि:शुल्क घर दिए जाएं।

लखनऊ में मिशन शक्ति केंद्र और एंटी रोमियो टीम के प्रभारियों को प्रशिक्षण व ब्रीफिंग, महिला सुरक्षा के लिए निर्देश जारी

लखनऊ। महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से लखनऊ पुलिस द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इसी क्रम में बुधवार को लखनऊ पुलिस लाइन स्थित संगोष्ठी सदन में मिशन शक्ति केंद्र प्रभारी तथा एंटी रोमियो टीम प्रभारी के लिए प्रशिक्षण एवं ब्रीफिंग सत्र आयोजित किया गया।यह सत्र पुलिस आयुक्त, लखनऊ तथा  संयुक्त पुलिस आयुक्त, अपराध के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का संचालन JCP कानून एवं व्यवस्था, DCP महिला अपराध और ACP महिला अपराध द्वारा किया गया।

सत्र का मुख्य उद्देश्य

इस प्रशिक्षण का उद्देश्य महिला सुरक्षा को सुदृढ़ करना, अपराधों की रोकथाम को प्रभावी बनाना और पीड़ित महिलाओं को त्वरित सहायता प्रदान करना था। अधिकारियों को विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए।

मिशन शक्ति केंद्र के लिए CUG नंबर जारी

प्रत्येक थाने में स्थापित मिशन शक्ति केंद्रों हेतु CUG मोबाइल नंबर दिए जाएंगे, ताकि महिलाएं सीधे पुलिस से संपर्क कर सकें।

महिला शिकायतों हेतु सिंगल विंडो प्रणाली

हर थाने में महिला शिकायतों के समाधान के लिए एक समर्पित सिंगल विंडो उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।

पीड़ित महिलाओं के लिए 360° सहायता प्रणाली

यौन अपराध पीड़ितों को काउंसलिंग से लेकर पुनर्वास तक हर स्तर पर सहायता मुहैया कराने पर विशेष जोर दिया गया।

त्वरित विवेचना व निस्तारण

महिला अपराधों की जांच में किसी प्रकार की देरी न हो, इसके लिए स्पीडी इन्वेस्टिगेशन और केस डिस्पोज़ल पर बल दिया गया।

संवेदनशील व सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार

पीड़ित महिलाओं से बातचीत करते समय पुलिसकर्मियों को मानवीय और सौम्य व्यवहार अपनाने के लिए निर्देशित किया गया।

स्कूल-कॉलेजों के पास सुरक्षा

शिक्षण संस्थानों के बाहर सादी वर्दी में एंटी रोमियो टीमों की तैनाती बढ़ाई जाएगी, ताकि छेड़छाड़ और उत्पीड़न पर रोक लगाई जा सके।

बीट आरक्षी प्रणाली को सुदृढ़ करना

मिशन शक्ति और एंटी रोमियो टीमों को बीट प्रणाली को मज़बूती से लागू करने हेतु विशेष प्रशिक्षण दिया गया।

महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता

पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी उपायों को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए ताकि लखनऊ में महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।लखनऊ पुलिस ने यह भी कहा कि मिशन शक्ति और एंटी रोमियो अभियान के जरिए शहर में महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को और मजबूत करने की दिशा में लगातार प्रयास जारी रहेंगे।
अनुष्का फाउंडेशन के माध्यम से जिला अस्पताल संभल में सहायक पर्यवेक्षक का आयोजन किया गया

संभल । अनुष्का फाउंडेशन के मास्टर ट्रेनर डॉक्टर डॉक्टर संजीव मोहन गुप्ता ने डॉक्टर अज़फर कमाल के साथ मिलकर सहायक पर्यवेक्षक में 30 क्लब्फूट के मरीजो का इलाज किया। अनुष्का फाउंडेशन अपने सभी दानदाताओं और समर्थकों का आभारी है जो यह सुनिश्चित करने के हमारे उद्देश्य में हमारा समर्थन करते हैं कि क्लबफुट के साथ पैदा होने के परिणामस्वरूप कोई भी बच्चा बड़ा होकर विकलांग न हो।

अनुष्का फाउंडेशन, एक गैर-लाभकारी संगठन जो भारत में क्लबफुट को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। जिला अस्पताल में प्रत्येक मंगलवार को कमरा नंबर 38 में क्लब्फूट क्लिनिक में बच्चो का निशुल्क इलाज किया जाता है।

अनुष्का फाउंडेशन के साथ साझेदारी में, यहां आर्थोपेडिक डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जाता है।

क्लबफुट एक जन्मजात विकृति है जो भारत में 800 नवजात शिशुओं में से 1 को प्रभावित करता है। इलाज न किए जाने या अधूरा इलाज दिए जाने से बच्चे गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं और उन्हें आजीवन विकलांगता का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, उचित उपचार से क्लबफुट का पूरी तरह से इलाज संभव है और आजीवन विकलांगता से आसानी से बचा जा सकता है।

हालाँकि, क्लबफुट का इलाज किया जा सकता है, और इस तरह बाद में होने वाली विकलांगता को रोका जा सकता है, और प्रभावित लोगों के जीवन को बदलने में मदद मिल सकती है। क्लबफुट को खत्म करने के लिए अनुष्का फाउंडेशन ने अपने क्लबफुट कार्यक्रम को लागू करने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के साथ साझेदारी की , क्लबफुट और उनके उपचार कार्यक्रम के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) योजना, आशा कार्यकर्ताओं, स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।अनुष्का फाउंडेशन के

कार्यक्रम मॉडल में प्रमुख हस्तक्षेप बिंदुओं में से एक क्लबफुट उपचार की पोंसेटी पद्धति में आर्थोपेडिक डॉक्टरों और कास्टिंग तकनीशियनों के लिए आयोजित चिकित्सा प्रशिक्षण है। इसमें प्रथम चरण में कास्टिंग दूसरे चरण में टेनोटॉमी और तीसरे चरण में बच्चो को पांच साल तक जूते और बार दिए जाते है।

अनुष्का फाउंडेशन एवं एसoबीo आईo फाउंडेशन देश के हर जिले में क्लबफुट कार्यक्रम लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि हर बच्चे को इलाज तक पहुंच मिल सके। अनुष्का फाउंडेशन एवं एसo बीo आईo फाउंडेशन जैसे सरकारी हितधारकों और भागीदारों के साथ हाथ मिलाकर, उनका लक्ष्य अपने कार्यक्रम को कुशलतापूर्वक लागू करना और यह सुनिश्चित करना है कि क्लबफुट के साथ पैदा होने के कारण कोई भी बच्चा विकलांग न रहे। ऐसा ही एक क्लीनिक जिला संभल में एसबीआई फाउंडेशन के माध्यम से चलाया जा रहा हे।

आज सहायक पर्यवेक्षक में टेक्नीशियन जावेद अली और अनुष्का फाउंडेशन से ब्रांच मैनेजर विशाल सक्सेना प्रोग्राम एग्जुकेटिव नाजिम अली मौजूद रहे।

बलिया में शहीद छात्रनेता स्व. चंद्रभानु पाण्डेय की 34वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि समारोह, आयोजित होगी संगोष्ठी और युवा सम्मान:5 दिसम्बर को
संजीव सिंह बलिया। शहीद छात्रनेता स्व. चंद्रभानु पाण्डेय की 34वीं पुण्यतिथि 5 दिसम्बर शुक्रवार को टीडी कालेज के राजेंद्र प्रसाद सभागार में मनायी जाएगी। इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम की जानकारी देते हुए स्व. चंद्रभानु पाण्डेय के अनुज एवं पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सुशील कुमार पाण्डेय कान्हजी ने बताया कि इस मौके पर जिले भर से छात्रसंघ अध्यक्ष, छात्रनेता, अधिवक्ता, सामाजिक कार्यकर्ता, अध्यापक, कर्मचारी, व्यापारी और राजनैतिक दलों के गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे।कार्यक्रम में एक संगोष्ठी का भी आयोजन होगा, जिसमें समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले युवाओं को सम्मानित किया जाएगा। यह आयोजन स्व. चंद्रभानु पाण्डेय की जयंती पर उनकी याद को सम्मानित करने और युवा नेतृत्व को प्रोत्साहित करने का माध्यम होगा।
बलिया का गौरव: डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को पंजाब कला साहित्य अकादमी का सर्वोच्च सम्मान
संजीव  सिंह बलिया, 3 दिसंबर 2025 – भारतीय दर्शन के प्रसिद्ध विद्वान, लेखक और शिक्षाविद डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को पंजाब कला साहित्य अकादमी, जालन्धर, पंजाब द्वारा अपने सर्वोच्च अकादमी सम्मान के लिए चुना गया है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उनके गहरे वैश्विक योगदान और भारतीय ज्ञान परंपरा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के प्रयासों का सम्मान है। 29वें वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह 7 दिसम्बर को जालन्धर प्रेस क्लब में आयोजित किया जाएगा, जहाँ डॉ. उपाध्याय को माननीय अतिथियों की उपस्थिति में यह सम्मान प्रदान किया जाएगा।जिले के साहित्यकारों, शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों और विद्यार्थियों में इस खबर को लेकर अत्यंत गर्व का माहौल है। अनेक वरिष्ठ विशिष्ट व्यक्तियों ने डॉ. उपाध्याय की इस उपलब्धि को बलिया की परंपरानुसार "साहित्य, दर्शन और भारतीय ज्ञान-परंपरा का गौरव" बताया है। इस सम्मान को बलिया की बौद्धिक एवं सांस्कृतिक विरासत का पर्व माना जा रहा है, जो जिले के प्रेरणास्पद और आदर्श व्यक्तित्व को सम्मानित करता है।पंजाब कला साहित्य अकादमी चार दशक से अधिक समय से कला, संस्कृति, साहित्य, दर्शन, समाजसेवा व संगीत जैसे क्षेत्रों में देश-विदेश की विशिष्ट हस्तियों को सम्मानित कर रही है, जो इसकी प्रतिष्ठा का प्रमाण है। बलिया में इस पुरस्कार की घोषणा से विद्वता, साहित्य और संस्कृति का मेल है, जिससे जिले का नाम न केवल उत्तर भारत में बल्कि पूरे देश विदेश में गर्व से झूम उठा है।
नियोजन सहायता शिविर में 33 दिव्यांगजन चयनित, 74 ने किया आवेदन

गया: अवर प्रादेशिक नियोजनालय, गया के तत्वावधान में “निःशक्त जनों के लिए नियोजन सहायता कार्यक्रम” अंतर्गत एक दिवसीय नियोजन-सह-मार्गदर्शन शिविर का आयोजन जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र, गया में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सहायक निदेशक (नियोजन) श्रीमती रज़िया इदरीसी, नियोजन पदाधिकारी सुश्री आकृति कुमारी एवं सहायक निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग अविनाश कुमार द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। सहायक निदेशक (नियोजन) ने बताया कि श्रम संसाधन विभाग द्वारा दिव्यांगजनों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु विशेष प्रयासों के तहत इस शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में कुल 74 दिव्यांग आवेदकों के बायोडाटा प्राप्त हुए। विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों—जैसे Zomato, Vishal Mega Mart, Hotel Hayatt Bodhgaya, Marasa Sarovar Premiere, Shakambhari Snacks Pvt. Ltd., Jindal Polyplast, Sanvan Industry, Dayal Petrol Pump, HP Petroleum, Mehta Petrol Pump तथा Youth for Job Foundation—द्वारा कुल 54 रिक्तियों की जानकारी उपलब्ध कराई गई, जिनमें से साक्षात्कार के उपरांत 33 दिव्यांगजनों का चयन किया गया।

शिविर में RSETI, जन शिक्षण संस्थान, सामाजिक सुरक्षा कार्यालय तथा जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र के प्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी योजनाओं की जानकारी दी और दिव्यांगजनों को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। नियोजन पदाधिकारी द्वारा उपस्थित आवेदकों को टूल किट एवं स्टडी किट योजना सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया गया। साथ ही सहायक निदेशक (नियोजन) ने आवेदकों को व्यवसायिक परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।

कार्यक्रम में NGO साइट सेवर इंडिया के प्रतिनिधि मनीष कुमार ने बताया कि संस्था द्वारा सिलौंजा, बोधगया स्थित तान्या कंप्यूटर सेंटर में पूर्ण एवं अल्प दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है। शिविर में अविनाश कुमार, सहायक निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग ने समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित ट्राइसाइकिल एवं सहायक उपकरण वितरण योजना की पात्रता एवं आवेदन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में दिव्यांगजन संगठन के प्रतिनिधियों सहित DRCC, RSETI और जन शिक्षण संस्थान के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कार्यालय के कनीय सांख्यिकी सहायक, लिपिकों, जिला कौशल प्रबंधक एवं अन्य कर्मियों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।

बारा में इंडस्ट्रियल टेरर!बारा के PP GCL प्लांट में 11 केबी ब्रेकर ब्लास्ट—तीन घायल,एक की हालत नाज़ुक;फ्रेसरो से जबरन करवाया गया था जोखिमभरा काम

इंजीनियरो की प्रताड़ना धौंस और गाली-गलौज की खुली पोल;घायल पड़े मजदूर—अब गेटपास कैंसिल कर जिम्मेदारी से बचने की कोशिश!

बारा से सबसे बड़ी खबर—PP GCLकम्पनी में बड़ा धमाका इंजीनियरों की मनमानी और भ्रष्टाचार का भंडाफोड़।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यमुनानगर क्षेत्र के बारा स्थित PP GCLपावर प्लांट में एक बड़ा हादसा हो गया।पावरमेक कंपनी के अंतर्गत CH P के इलेक्ट्रिकल सेक्शन में 11 केबी का ब्रेकर जोरदार धमाके के साथ ब्लास्ट हो गया। इस हादसे में कुल तीन युवा वर्कर गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें निखिल शुक्ला (निवासी– कर्मा करछना) की हालत बेहद नाज़ुक बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार उसकी जान बचने की संभावना बेहद कम है। घायल अन्य वर्करों में मनीष पाण्डेय (गढ़ी त्योंथर निवासी) शामिल हैं, जो बुरी तरह झुलस चुके हैं।

फ्रेसर से कराया गया खतरनाक काम—इलेक्ट्रिकल लाइसेंस तक नहीं था!

जानकारी के मुताबिक निखिल शुक्ला को कंपनी में अभी सिर्फ छह महीना ही हुआ है। उसके पास इलेक्ट्रिकल लाइसेंस भी नहीं है, बावजूद इसके उसे इंजीनियरों ने जबरन हाई- वोल्टेज क्षेत्र में काम करने को मजबूर किया। हादसे के वक्त इलेक्ट्रिकल इंचार्ज संदीप कुमार और इंजीनियर जीतेन्द्र यादव मौके पर मौजूद थे। आरोप है कि दोनों ने बिना सुरक्षा उपकरणों के निखिल को रुकवाकर खतरनाक काम कराया, जबकि उसकी जनरल ड्यूटी शाम 5 बजे समाप्त हो चुकी थी।

इंजीनियर प्रतीक और अमित पर गंभीर आरोप—गाली-गलौज धमकी और टर्मिनेशन की दहशत

वर्करों का कहना है कि PP GCL CH P के इंजीनियर प्रतीक और अमित रोजमर्रा की गाली-गलौज, मां-बहन की गंदी भाषा और टर्मिनेट करने की धमकी देकर जबरदस्ती खतरनाक काम करवाते हैं।लोकल लड़कों को कम वेतन और अधिक जोखिम वाले कामों में धकेलना इस प्लांट की पुरानी नीति बन चुकी है।

हादसे के बाद इंजीनियरो की चालबाज़ी—अब गेटपास कैंसिल करवाने में जुटे!

सबसे हैरानी की बात ये है कि हादसा होते ही घायल वर्करों को इलाज दिलाने और जिम्मेदारी लेने के बजाय कंपनी के इंजीनियर गेटपास कैंसिल कराने में लग गए, ताकि मामले को दबाया जा सके और अपनी जिम्मेदारी से बचा जा सके।

स्थानीय कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कंपनी हर बार हादसों को अंदर ही अंदर रफा-दफा कर देती है, ताकि प्लांट की साख पर सवाल न उठें।

जिलाधिकारी प्रयागराज से कार्रवाई की माँग—अगर निखिल को कुछ हुआ तो इसके जिम्मेदार इंजीनियर प्रतीक अमित संदीप और जीतेन्द्र यादव!

घायल मजदूरों के परिवार व स्थानीय लोग प्रयागराज डीएम व जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि: इंजीनियर प्रतीक,अमित, इलेक्ट्रिकल इंचार्ज संदीप कुमार, इंजीनियर जीतेन्द्र यादव, के खिलाफ तुरंत गम्भीर धाराओ में FIR दर्ज की जाए। क्योंकि उन्हीं की जबरदस्ती, प्रताड़ना, गाली- गलौज और बिना सुरक्षा के फ्रेसरों से काम कराने की वजह से ये बड़ा हादसा हुआ है।

प्रशासन के लिये बड़ा सवाल—कब तक चलता रहेगा मजदूरों पर यह औद्योगिक अत्याचार?

यह हादसा सिर्फ एक तकनीकी खराबी नहीं, बल्कि वर्करों के शोषण और प्लांट के अंदर फैले भ्रष्टाचार का नतीजा है। अगर आज भी प्रशासन ने सख्त कदम नहीं उठाया तो आने वाले दिनों में ऐसे हादसे और भी बड़े रूप में सामने आएंगे।

अवैध कब्जे से परेशान पीड़िता ने आत्मदाह की दी चेतावनी
आजमगढ़ जिले के बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के नाऊपुर गांव निवासिनी सुमन पत्नी अरविंद ने उपजिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपा है और सुनवाई न होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। पीड़िता द्वारा दिए गए शिकायती पत्र के मुताबिक उसके बगल में गाटा संख्या 180 रकबा 0.0260 हेक्टेयर स्थित है जो बलिहारी मौर्य समेत अन्य लोगों की है। इसी से सटी हुई उसकी आबादी की भूमि है जिस पर बलिहारी समेत अन्य लोगों द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है। विरोध करने पर विपक्ष द्वारा मारपीट की जा रही है। ऐसे में पीड़िता पूरी तरह से परेशान है और वह चाहती है कि इसकी पैमाइश कराकर उसकी जमीन उसे दिया जाए और विपक्षियों की जमीन विपक्षियों को दिया जाए। पीड़िता ने मांग किया है कि यदि उसकी जल्द से जल्द सुनवाई नहीं हुई तो वह तहसील परिसर में ही आत्मदाह करेगी। इस संबंध में उसने एसडीएम को शिकायती पत्र दिया है और न्याय की गुहार लगाई है।
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Osteoporosis often develops silently, showing symptoms only when significant bone loss has already occurred. Common signs include frequent fractures, continuous backache, weakened muscles, difficulty walking, and a forward-bending posture. The major reasons behind this condition include aging, hormonal imbalance, nutritional deficiencies, lack of physical activity, hereditary tendencies, and prolonged use of certain medications. Understanding these causes helps individuals seek timely treatment and stronger long-term bone support.

Homeopathy in Hyderabad offers a natural and holistic approach to managing osteoporosis. Instead of focusing only on pain or fractures, homeopathy works on improving internal balance and overall well-being. Treatment plans are customized according to each person’s emotional state, lifestyle pattern, physical structure, and health history. This personalized method supports better bone strength, improved mobility, reduced discomfort, and steady recovery without side effects. It is especially beneficial for elderly individuals seeking safe and sustained healing.

Spiritual Homeopathy provides professional and compassionate care for osteoporosis through a detailed, individualized approach. The clinic emphasizes natural healing, long-term improvement, and complete wellness, making it a trusted destination for those seeking reliable homeopathy in Hyderabad. With a focus on patient comfort and holistic support, Spiritual Homeopathy helps individuals regain confidence and improve their quality of life.

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लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय में बुधवार को भारतीय पुलिस सेवा 77 आरआर (2023–24 बैच) के 23 प्रशिक्षु अधिकारियों ने पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश  राजीव कृष्ण से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान डीजीपी ने प्रशिक्षुओं से उनके अनुभव, प्रशिक्षण के दौरान आए व्यावहारिक चुनौतियों और जिज्ञासाओं के बारे में विस्तार से बातचीत की।प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों ने पुलिस प्रशासन, फील्ड चुनौतियों, नेतृत्व कौशल और कार्यप्रणाली को लेकर कई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे, जिनका डीजीपी ने अपने अनुभव व तर्क आधारित दृष्टिकोण से मार्गदर्शन किया।

डीजीपी के संबोधन के प्रमुख बिंदु

पुलिसिंग मानव संबंधों का सर्वोच्च स्वरूप
पुलिस हर कदम पर मानवीय समझ और संवेदना बनाए रखे — “Policing is the purest form of human relationship.”
संवाद कौशल को रोज़ बेहतर करें और जनता की बात धैर्य से सुनें
जिज्ञासु बने रहें, पूर्वाग्रह रहित होकर सीखते रहें
फील्ड में समय का प्रभावी व उद्देश्यपूर्ण उपयोग करें
पुलिस सेवा के फैसले सीधे लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं, इसलिए जिम्मेदारी सर्वोपरि रखें
शुरुआती 4–5 वर्ष पूरे करियर की दिशा तय करते हैं
ईमानदारी, नैतिकता और प्रोफेशनल छवि की रक्षा जीवन की तरह करें
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प्रशिक्षुओं ने डीजीपी को स्मृति-चिह्न भेंट कर आभार व्यक्त किया

डीजीपी राजीव कृष्ण ने प्रशिक्षु अधिकारियों को आत्मविश्वास, पारदर्शिता व अनुशासन के साथ नागरिकों की सेवा करने के लिए प्रेरित किया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं। प्रशिक्षुओं ने डीजीपी को स्मृति-चिह्न भेंट कर आभार व्यक्त किया।

वरिष्ठ अधिकारी रहे उपस्थित

इस अवसर पर डीजीपी मुख्यालय  रेणुका मिश्रा, एडीजी रूल्स एवं मैनुअल एल.वी. एनटोनी देवकुमार, एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश, एडीजी लॉजिस्टिक राजकुमार, एडीजी मानवाधिकार रामकुमार, एडीजी तकनीकी सेवाएं नवीन अरोड़ा, एडीजी अपराध एस.के. भगत, एडीजी प्रशिक्षण बी.डी. पॉल्सन, एडीजी प्रशासन प्रशांत कुमार तथा पुलिस महानिरीक्षक कार्मिक/जीएसओ शलभ माथुर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मनीष तिवारी ने पालक मंत्री आशीष शेलार से की SRA शुल्क माफ करने की मांग

मुंबई। मुंबई के पालक मंत्री विधायक आशिष शेलार से मुलाकात के दौरान समाजसेवी मनीष तिवारी ने आर्थिक रूप से कमजोर झोपड़पट्टीवासियों के लिए SRA के 2.5 लाख रुपये शुल्क को पूर्णत: माफ करने की मांग की।

पालक मंत्री विधायक आशिष शेलार से मुलाकात के दौरान समाजसेवी मनीष तिवारी ने आर्थिक रूप से कमजोर झोपड़पट्टीवासियों के लिए SRA के 2.5 लाख रुपये शुल्क को पूर्णत: माफ करने की मांग की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2000–2011 के पात्र झोपड़पट्टीधारकों में अधिकांश लोग घरकाम करने वाले, फेरीवाले, मजदूर और रोज़ंदारी पर काम करने वाले हैं, जिनकी आय बहुत सीमित है। ऐसे नागरिकों के लिए 2.5 लाख रुपये जमा करना लगभग असंभव है, जिससे कई लोग अपने हक़ के घर से वंचित हो सकते हैं। मनीष तिवारी ने कहा, “सरकार का उद्देश्य गरीबों को उनका हक़ देना है, न कि आर्थिक बोझ डालकर उन्हें योजनाओं से दूर करना। इसलिए कमजोर लाभार्थियों के लिए यह शुल्क पूरी तरह माफ कर उन्हें पुनर्वसन योजना के तहत नि:शुल्क घर दिए जाएं।”

उन्होंने मंत्रीजी से इस मांग को तत्परता से विचारात घेऊन गरीब नागरिकांना दिलासा देण्याची विनंती केली। कि वर्ष 2000–2011 के पात्र झोपड़पट्टीधारकों में अधिकांश लोग घरकाम करने वाले, फेरीवाले, मजदूर और रोज़ंदारी पर काम करने वाले हैं, जिनकी आय बहुत सीमित है। ऐसे नागरिकों के लिए 2.5 लाख रुपये जमा करना लगभग असंभव है, जिससे कई लोग अपने हक़ के घर से वंचित हो सकते हैं। मनीष तिवारी ने कहा, “सरकार का उद्देश्य गरीबों को उनका हक़ देना है, न कि आर्थिक बोझ डालकर उन्हें योजनाओं से दूर करना। इसलिए कमजोर लाभार्थियों के लिए यह शुल्क पूरी तरह माफ कर उन्हें पुनर्वसन योजना के तहत नि:शुल्क घर दिए जाएं।

लखनऊ में मिशन शक्ति केंद्र और एंटी रोमियो टीम के प्रभारियों को प्रशिक्षण व ब्रीफिंग, महिला सुरक्षा के लिए निर्देश जारी

लखनऊ। महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से लखनऊ पुलिस द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इसी क्रम में बुधवार को लखनऊ पुलिस लाइन स्थित संगोष्ठी सदन में मिशन शक्ति केंद्र प्रभारी तथा एंटी रोमियो टीम प्रभारी के लिए प्रशिक्षण एवं ब्रीफिंग सत्र आयोजित किया गया।यह सत्र पुलिस आयुक्त, लखनऊ तथा  संयुक्त पुलिस आयुक्त, अपराध के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का संचालन JCP कानून एवं व्यवस्था, DCP महिला अपराध और ACP महिला अपराध द्वारा किया गया।

सत्र का मुख्य उद्देश्य

इस प्रशिक्षण का उद्देश्य महिला सुरक्षा को सुदृढ़ करना, अपराधों की रोकथाम को प्रभावी बनाना और पीड़ित महिलाओं को त्वरित सहायता प्रदान करना था। अधिकारियों को विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए।

मिशन शक्ति केंद्र के लिए CUG नंबर जारी

प्रत्येक थाने में स्थापित मिशन शक्ति केंद्रों हेतु CUG मोबाइल नंबर दिए जाएंगे, ताकि महिलाएं सीधे पुलिस से संपर्क कर सकें।

महिला शिकायतों हेतु सिंगल विंडो प्रणाली

हर थाने में महिला शिकायतों के समाधान के लिए एक समर्पित सिंगल विंडो उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।

पीड़ित महिलाओं के लिए 360° सहायता प्रणाली

यौन अपराध पीड़ितों को काउंसलिंग से लेकर पुनर्वास तक हर स्तर पर सहायता मुहैया कराने पर विशेष जोर दिया गया।

त्वरित विवेचना व निस्तारण

महिला अपराधों की जांच में किसी प्रकार की देरी न हो, इसके लिए स्पीडी इन्वेस्टिगेशन और केस डिस्पोज़ल पर बल दिया गया।

संवेदनशील व सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार

पीड़ित महिलाओं से बातचीत करते समय पुलिसकर्मियों को मानवीय और सौम्य व्यवहार अपनाने के लिए निर्देशित किया गया।

स्कूल-कॉलेजों के पास सुरक्षा

शिक्षण संस्थानों के बाहर सादी वर्दी में एंटी रोमियो टीमों की तैनाती बढ़ाई जाएगी, ताकि छेड़छाड़ और उत्पीड़न पर रोक लगाई जा सके।

बीट आरक्षी प्रणाली को सुदृढ़ करना

मिशन शक्ति और एंटी रोमियो टीमों को बीट प्रणाली को मज़बूती से लागू करने हेतु विशेष प्रशिक्षण दिया गया।

महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता

पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी उपायों को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए ताकि लखनऊ में महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।लखनऊ पुलिस ने यह भी कहा कि मिशन शक्ति और एंटी रोमियो अभियान के जरिए शहर में महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को और मजबूत करने की दिशा में लगातार प्रयास जारी रहेंगे।
अनुष्का फाउंडेशन के माध्यम से जिला अस्पताल संभल में सहायक पर्यवेक्षक का आयोजन किया गया

संभल । अनुष्का फाउंडेशन के मास्टर ट्रेनर डॉक्टर डॉक्टर संजीव मोहन गुप्ता ने डॉक्टर अज़फर कमाल के साथ मिलकर सहायक पर्यवेक्षक में 30 क्लब्फूट के मरीजो का इलाज किया। अनुष्का फाउंडेशन अपने सभी दानदाताओं और समर्थकों का आभारी है जो यह सुनिश्चित करने के हमारे उद्देश्य में हमारा समर्थन करते हैं कि क्लबफुट के साथ पैदा होने के परिणामस्वरूप कोई भी बच्चा बड़ा होकर विकलांग न हो।

अनुष्का फाउंडेशन, एक गैर-लाभकारी संगठन जो भारत में क्लबफुट को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। जिला अस्पताल में प्रत्येक मंगलवार को कमरा नंबर 38 में क्लब्फूट क्लिनिक में बच्चो का निशुल्क इलाज किया जाता है।

अनुष्का फाउंडेशन के साथ साझेदारी में, यहां आर्थोपेडिक डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जाता है।

क्लबफुट एक जन्मजात विकृति है जो भारत में 800 नवजात शिशुओं में से 1 को प्रभावित करता है। इलाज न किए जाने या अधूरा इलाज दिए जाने से बच्चे गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं और उन्हें आजीवन विकलांगता का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, उचित उपचार से क्लबफुट का पूरी तरह से इलाज संभव है और आजीवन विकलांगता से आसानी से बचा जा सकता है।

हालाँकि, क्लबफुट का इलाज किया जा सकता है, और इस तरह बाद में होने वाली विकलांगता को रोका जा सकता है, और प्रभावित लोगों के जीवन को बदलने में मदद मिल सकती है। क्लबफुट को खत्म करने के लिए अनुष्का फाउंडेशन ने अपने क्लबफुट कार्यक्रम को लागू करने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के साथ साझेदारी की , क्लबफुट और उनके उपचार कार्यक्रम के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) योजना, आशा कार्यकर्ताओं, स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।अनुष्का फाउंडेशन के

कार्यक्रम मॉडल में प्रमुख हस्तक्षेप बिंदुओं में से एक क्लबफुट उपचार की पोंसेटी पद्धति में आर्थोपेडिक डॉक्टरों और कास्टिंग तकनीशियनों के लिए आयोजित चिकित्सा प्रशिक्षण है। इसमें प्रथम चरण में कास्टिंग दूसरे चरण में टेनोटॉमी और तीसरे चरण में बच्चो को पांच साल तक जूते और बार दिए जाते है।

अनुष्का फाउंडेशन एवं एसoबीo आईo फाउंडेशन देश के हर जिले में क्लबफुट कार्यक्रम लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि हर बच्चे को इलाज तक पहुंच मिल सके। अनुष्का फाउंडेशन एवं एसo बीo आईo फाउंडेशन जैसे सरकारी हितधारकों और भागीदारों के साथ हाथ मिलाकर, उनका लक्ष्य अपने कार्यक्रम को कुशलतापूर्वक लागू करना और यह सुनिश्चित करना है कि क्लबफुट के साथ पैदा होने के कारण कोई भी बच्चा विकलांग न रहे। ऐसा ही एक क्लीनिक जिला संभल में एसबीआई फाउंडेशन के माध्यम से चलाया जा रहा हे।

आज सहायक पर्यवेक्षक में टेक्नीशियन जावेद अली और अनुष्का फाउंडेशन से ब्रांच मैनेजर विशाल सक्सेना प्रोग्राम एग्जुकेटिव नाजिम अली मौजूद रहे।

बलिया में शहीद छात्रनेता स्व. चंद्रभानु पाण्डेय की 34वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि समारोह, आयोजित होगी संगोष्ठी और युवा सम्मान:5 दिसम्बर को
संजीव सिंह बलिया। शहीद छात्रनेता स्व. चंद्रभानु पाण्डेय की 34वीं पुण्यतिथि 5 दिसम्बर शुक्रवार को टीडी कालेज के राजेंद्र प्रसाद सभागार में मनायी जाएगी। इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम की जानकारी देते हुए स्व. चंद्रभानु पाण्डेय के अनुज एवं पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सुशील कुमार पाण्डेय कान्हजी ने बताया कि इस मौके पर जिले भर से छात्रसंघ अध्यक्ष, छात्रनेता, अधिवक्ता, सामाजिक कार्यकर्ता, अध्यापक, कर्मचारी, व्यापारी और राजनैतिक दलों के गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे।कार्यक्रम में एक संगोष्ठी का भी आयोजन होगा, जिसमें समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले युवाओं को सम्मानित किया जाएगा। यह आयोजन स्व. चंद्रभानु पाण्डेय की जयंती पर उनकी याद को सम्मानित करने और युवा नेतृत्व को प्रोत्साहित करने का माध्यम होगा।
बलिया का गौरव: डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को पंजाब कला साहित्य अकादमी का सर्वोच्च सम्मान
संजीव  सिंह बलिया, 3 दिसंबर 2025 – भारतीय दर्शन के प्रसिद्ध विद्वान, लेखक और शिक्षाविद डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को पंजाब कला साहित्य अकादमी, जालन्धर, पंजाब द्वारा अपने सर्वोच्च अकादमी सम्मान के लिए चुना गया है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उनके गहरे वैश्विक योगदान और भारतीय ज्ञान परंपरा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के प्रयासों का सम्मान है। 29वें वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह 7 दिसम्बर को जालन्धर प्रेस क्लब में आयोजित किया जाएगा, जहाँ डॉ. उपाध्याय को माननीय अतिथियों की उपस्थिति में यह सम्मान प्रदान किया जाएगा।जिले के साहित्यकारों, शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों और विद्यार्थियों में इस खबर को लेकर अत्यंत गर्व का माहौल है। अनेक वरिष्ठ विशिष्ट व्यक्तियों ने डॉ. उपाध्याय की इस उपलब्धि को बलिया की परंपरानुसार "साहित्य, दर्शन और भारतीय ज्ञान-परंपरा का गौरव" बताया है। इस सम्मान को बलिया की बौद्धिक एवं सांस्कृतिक विरासत का पर्व माना जा रहा है, जो जिले के प्रेरणास्पद और आदर्श व्यक्तित्व को सम्मानित करता है।पंजाब कला साहित्य अकादमी चार दशक से अधिक समय से कला, संस्कृति, साहित्य, दर्शन, समाजसेवा व संगीत जैसे क्षेत्रों में देश-विदेश की विशिष्ट हस्तियों को सम्मानित कर रही है, जो इसकी प्रतिष्ठा का प्रमाण है। बलिया में इस पुरस्कार की घोषणा से विद्वता, साहित्य और संस्कृति का मेल है, जिससे जिले का नाम न केवल उत्तर भारत में बल्कि पूरे देश विदेश में गर्व से झूम उठा है।
नियोजन सहायता शिविर में 33 दिव्यांगजन चयनित, 74 ने किया आवेदन

गया: अवर प्रादेशिक नियोजनालय, गया के तत्वावधान में “निःशक्त जनों के लिए नियोजन सहायता कार्यक्रम” अंतर्गत एक दिवसीय नियोजन-सह-मार्गदर्शन शिविर का आयोजन जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र, गया में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सहायक निदेशक (नियोजन) श्रीमती रज़िया इदरीसी, नियोजन पदाधिकारी सुश्री आकृति कुमारी एवं सहायक निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग अविनाश कुमार द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। सहायक निदेशक (नियोजन) ने बताया कि श्रम संसाधन विभाग द्वारा दिव्यांगजनों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु विशेष प्रयासों के तहत इस शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में कुल 74 दिव्यांग आवेदकों के बायोडाटा प्राप्त हुए। विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों—जैसे Zomato, Vishal Mega Mart, Hotel Hayatt Bodhgaya, Marasa Sarovar Premiere, Shakambhari Snacks Pvt. Ltd., Jindal Polyplast, Sanvan Industry, Dayal Petrol Pump, HP Petroleum, Mehta Petrol Pump तथा Youth for Job Foundation—द्वारा कुल 54 रिक्तियों की जानकारी उपलब्ध कराई गई, जिनमें से साक्षात्कार के उपरांत 33 दिव्यांगजनों का चयन किया गया।

शिविर में RSETI, जन शिक्षण संस्थान, सामाजिक सुरक्षा कार्यालय तथा जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र के प्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी योजनाओं की जानकारी दी और दिव्यांगजनों को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। नियोजन पदाधिकारी द्वारा उपस्थित आवेदकों को टूल किट एवं स्टडी किट योजना सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया गया। साथ ही सहायक निदेशक (नियोजन) ने आवेदकों को व्यवसायिक परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।

कार्यक्रम में NGO साइट सेवर इंडिया के प्रतिनिधि मनीष कुमार ने बताया कि संस्था द्वारा सिलौंजा, बोधगया स्थित तान्या कंप्यूटर सेंटर में पूर्ण एवं अल्प दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है। शिविर में अविनाश कुमार, सहायक निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग ने समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित ट्राइसाइकिल एवं सहायक उपकरण वितरण योजना की पात्रता एवं आवेदन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में दिव्यांगजन संगठन के प्रतिनिधियों सहित DRCC, RSETI और जन शिक्षण संस्थान के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कार्यालय के कनीय सांख्यिकी सहायक, लिपिकों, जिला कौशल प्रबंधक एवं अन्य कर्मियों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।

बारा में इंडस्ट्रियल टेरर!बारा के PP GCL प्लांट में 11 केबी ब्रेकर ब्लास्ट—तीन घायल,एक की हालत नाज़ुक;फ्रेसरो से जबरन करवाया गया था जोखिमभरा काम

इंजीनियरो की प्रताड़ना धौंस और गाली-गलौज की खुली पोल;घायल पड़े मजदूर—अब गेटपास कैंसिल कर जिम्मेदारी से बचने की कोशिश!

बारा से सबसे बड़ी खबर—PP GCLकम्पनी में बड़ा धमाका इंजीनियरों की मनमानी और भ्रष्टाचार का भंडाफोड़।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यमुनानगर क्षेत्र के बारा स्थित PP GCLपावर प्लांट में एक बड़ा हादसा हो गया।पावरमेक कंपनी के अंतर्गत CH P के इलेक्ट्रिकल सेक्शन में 11 केबी का ब्रेकर जोरदार धमाके के साथ ब्लास्ट हो गया। इस हादसे में कुल तीन युवा वर्कर गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें निखिल शुक्ला (निवासी– कर्मा करछना) की हालत बेहद नाज़ुक बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार उसकी जान बचने की संभावना बेहद कम है। घायल अन्य वर्करों में मनीष पाण्डेय (गढ़ी त्योंथर निवासी) शामिल हैं, जो बुरी तरह झुलस चुके हैं।

फ्रेसर से कराया गया खतरनाक काम—इलेक्ट्रिकल लाइसेंस तक नहीं था!

जानकारी के मुताबिक निखिल शुक्ला को कंपनी में अभी सिर्फ छह महीना ही हुआ है। उसके पास इलेक्ट्रिकल लाइसेंस भी नहीं है, बावजूद इसके उसे इंजीनियरों ने जबरन हाई- वोल्टेज क्षेत्र में काम करने को मजबूर किया। हादसे के वक्त इलेक्ट्रिकल इंचार्ज संदीप कुमार और इंजीनियर जीतेन्द्र यादव मौके पर मौजूद थे। आरोप है कि दोनों ने बिना सुरक्षा उपकरणों के निखिल को रुकवाकर खतरनाक काम कराया, जबकि उसकी जनरल ड्यूटी शाम 5 बजे समाप्त हो चुकी थी।

इंजीनियर प्रतीक और अमित पर गंभीर आरोप—गाली-गलौज धमकी और टर्मिनेशन की दहशत

वर्करों का कहना है कि PP GCL CH P के इंजीनियर प्रतीक और अमित रोजमर्रा की गाली-गलौज, मां-बहन की गंदी भाषा और टर्मिनेट करने की धमकी देकर जबरदस्ती खतरनाक काम करवाते हैं।लोकल लड़कों को कम वेतन और अधिक जोखिम वाले कामों में धकेलना इस प्लांट की पुरानी नीति बन चुकी है।

हादसे के बाद इंजीनियरो की चालबाज़ी—अब गेटपास कैंसिल करवाने में जुटे!

सबसे हैरानी की बात ये है कि हादसा होते ही घायल वर्करों को इलाज दिलाने और जिम्मेदारी लेने के बजाय कंपनी के इंजीनियर गेटपास कैंसिल कराने में लग गए, ताकि मामले को दबाया जा सके और अपनी जिम्मेदारी से बचा जा सके।

स्थानीय कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कंपनी हर बार हादसों को अंदर ही अंदर रफा-दफा कर देती है, ताकि प्लांट की साख पर सवाल न उठें।

जिलाधिकारी प्रयागराज से कार्रवाई की माँग—अगर निखिल को कुछ हुआ तो इसके जिम्मेदार इंजीनियर प्रतीक अमित संदीप और जीतेन्द्र यादव!

घायल मजदूरों के परिवार व स्थानीय लोग प्रयागराज डीएम व जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि: इंजीनियर प्रतीक,अमित, इलेक्ट्रिकल इंचार्ज संदीप कुमार, इंजीनियर जीतेन्द्र यादव, के खिलाफ तुरंत गम्भीर धाराओ में FIR दर्ज की जाए। क्योंकि उन्हीं की जबरदस्ती, प्रताड़ना, गाली- गलौज और बिना सुरक्षा के फ्रेसरों से काम कराने की वजह से ये बड़ा हादसा हुआ है।

प्रशासन के लिये बड़ा सवाल—कब तक चलता रहेगा मजदूरों पर यह औद्योगिक अत्याचार?

यह हादसा सिर्फ एक तकनीकी खराबी नहीं, बल्कि वर्करों के शोषण और प्लांट के अंदर फैले भ्रष्टाचार का नतीजा है। अगर आज भी प्रशासन ने सख्त कदम नहीं उठाया तो आने वाले दिनों में ऐसे हादसे और भी बड़े रूप में सामने आएंगे।