काकोरी में कार पलटने से बैंक मैनेजर व अकाउंटेंट घायल

लखनऊ । काकोरी के उन्नाव में सोमवार सुबह करीब 09:35 बजे काकोरी थाना क्षेत्र में एक सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर और अकाउंटेंट घायल हो गए। हादसा तब हुआ जब दोनों लखनऊ से बैंक ऑफ इंडिया, मोहान शाखा (उन्नाव) जा रहे थे।

पेट्रोल पंप मदारपुर के पास अचानक अनियंत्रित होकर पलटी कार

जानकारी के अनुसार, बैंक के मैनेजर मनोज वर्मा और अकाउंटेंट उपेंद्र सिंह अपनी निजी क्रेटा कार (रजिस्ट्रेशन UP32MA 9228) में सफर कर रहे थे। पेट्रोल पंप मदारपुर के थोड़ी दूरी आगे मोहन रोड पर गाड़ी अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई।दुर्घटना के तुरंत बाद सूचना मिलते ही थाना स्थानीय पुलिस टीम मौके पर पहुंची। बैंक के अन्य कर्मचारी भी घटनास्थल पर आए और घायल कर्मियों को तत्काल ग्लोब हॉस्पिटल, मोहन (उन्नाव) पहुंचाया गया।

दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही पुलिस

मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, मनोज वर्मा के सिर में चोटें आई हैं जबकि उपेंद्र सिंह के हाथ और पैर में चोटें लगी हैं। डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं। परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है, और बैंक के सहकर्मी शशांक कुमार भी हॉस्पिटल में मौजूद हैं।पुलिस के अनुसार, हादसे के समय सड़क पर अन्य वाहनों की आवाजाही सामान्य थी और किसी अन्य को चोट नहीं आई। पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दुर्घटना का कारण क्या था, लेकिन स्थिति सामान्य है और आगे की कार्रवाई जारी है।

*एसआईआर फॉर्म डिजिटाइजेशन के प्रगति का औचक निरीक्षण कर जिलाधिकारी ने ली जानकारी*

गोण्डा ।जिला निर्वाचन अधिकारी /जिलाधिकारी गोण्डा श्रीमती प्रियंका निरंजन ने तहसील सदर गोण्डा, विकास खण्ड झंझरी तथा विकास खण्ड पण्डरीकृपाल में एसआईआर फार्म डिजिटाइजेशन कार्य की प्रगति का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभिन्न केंद्रों पर चल रहे फॉर्म संकलन व फीडिंग की स्थिति की विस्तार से जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों से कार्य की गति को लेकर आवश्यक पूछताछ की।

जिलाधिकारी ने एसआईआर फार्म डिजिटाइजेशन को निर्वाचन कार्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह कार्य समयबद्ध, शतप्रतिशत गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाना आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि फार्मों का संकलन, सत्यापन एवं डिजिटाइजेशन कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता स्वीकार नहीं की जाएगी।

निरीक्षण के दौरान तहसील सदर गोण्डा में कार्य की कम प्रगति सामने आई, तो जिलाधिकारी ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने उपजिलाधिकारी सदर एवं संबंधित कर्मचारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि वे तत्काल प्रभाव से कार्य की गति तेज करें तथा सुनिश्चित करें कि सभी एसआईआर फार्मों का शतप्रतिशत संकलन एवं फीडिंग समय पर पूर्ण हो जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक कर्मचारी को उसकी जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से सौंपते हुए प्रगति की समीक्षा की जाए और किसी भी स्तर पर लापरवाही की स्थिति पाई जाने पर उत्तरदायित्व तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक ब्लॉक और तहसील स्तर पर टीमों को सक्रिय किया जाए, फील्ड में जाकर लंबित फार्मों को तत्काल एकत्र कराया जाए और डिजिटाइजेशन कार्य निरंतर चलता रहे। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि निर्वाचन कार्यों में पारदर्शिता और शुचित्ता सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा इसमें बाधक बनने वाली किसी भी प्रकार की देरी या उदासीनता को गंभीरता से लिया जाएगा, और संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।

जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे स्वयं भी प्रगति की निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि निर्धारित समय सीमा के भीतर सभी कार्य पूरी प्रतिबद्धता और दक्षता के साथ पूर्ण हो जाएँ। उन्होंने भरोसा व्यक्त किया कि यदि सभी टीमें समन्वय और सतत प्रयासों के साथ काम करेंगी, तो एसआईआर फार्म डिजिटाइजेशन का लक्ष्य समय पर पूरा किया जा सकेगा।

भारत के 53वें सीजेआई बने जस्टिस सूर्यकांत, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ

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जस्टिस सूर्यकांत ने आज भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ ग्रहण किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट के पूर्व सीजेआई भूषण आर. गवई के उत्तराधिकारी बने हैं। उनका कार्यकाल लगभग 14 महीने का होगा।

राष्ट्रपति ने सीजेआई गवई की सिफारिश के बाद 'संविधान के आर्टिकल 124 के क्लॉज (2) से दी गई शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए' जस्टिस सूर्यकांत को भारत का अगला चीफ जस्टिस नियुक्त किया था। जस्टिस गवई ने रविवार को 65 साल की उम्र में सीजेआई का पद छोड़ दिया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सबसे सीनियर जज को अपना उत्तराधिकारी बनाने की परंपरा को बनाए रखा।

9 फरवरी, 2027 को रिटायर होंगे जस्टिस सूर्यकांत

जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई का सीजेआई के तौर पर कार्यकाल 23 नवंबर, 2025 को समाप्त हो गया। वह साढ़े छह महीनों के लिए इस पद पर रहे। जस्टिस सूर्यकांत का सीजेआई के तौर पर कार्यकाल करीब डेढ़ साल का होगा। वह 9 फरवरी, 2027 को रिटायर होंगे।

हरियाणा के गांव से सुप्रीम कोर्ट तक का सफर

सीजेआई सूर्यकांत का जन्म 10 फरवरी, 1962 को हरियाणा के एक मिडिल क्लास परिवार में हुआ था। उन्होंने 1984 में हिसार से अपनी लॉ यात्रा शुरू की। सीजेआई सूर्यकांत ने 1981 में हिसार के गवर्मेंट पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज से ग्रेजुएशन की और फिर 1984 में लॉ में बेचलर की डिग्री ली। उन्होंने 1984 में रोहतक के महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने 1984 में हिसार में ही लॉ की प्रैक्टिस शुरू कर दी और 1985 में वह पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने लगे। साल 2000 में वह हरियाणा के सबसे युवा एडवोकेट जनरल बने। साल 2011 में सीजेआई सूर्यकांत ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से लॉ में मास्टर्स किया, जिसे उन्होंने डिस्टिंक्शन के साथ 'फर्स्ट क्लास फर्स्ट' से पास किया। वह 2018 में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस नियुक्त किए गए और इसके बाद 2019 में वह सुप्रीम कोर्ट के जज अपॉइंट किए गए।

महत्वपूर्ण मामले

1. चुनाव आयोग को बिहार में मसौदा मतदाता सूची से बाहर किए गए 65 लाख मतदाताओं का ब्योरा सार्वजनिक करने का निर्देश दिया था।

2. उस संविधान पीठ का भी हिस्सा थे, जिसने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा समाप्त करने के केंद्र सरकार के फैसले को बरकरार रखा था।

3. ओआरओपी (वन रैंक वन पेंशन) को संविधानिक रूप से वैध माना और भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं के लिए समान अवसरों का समर्थन किया।

4. जस्टिस कांत उस पीठ का भी हिस्सा थे, जिसने असम से संबंधित नागरिकता के मुद्दों पर धारा 6ए की वैधता को बरकरार रखा था।

5. जस्टिस कांत दिल्ली आबकारी शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल को जमानत देने वाली पीठ के सदस्य थे। हालांकि, उन्होंने केजरीवाल की गिरफ्तारी को जायज ठहराया था।

Comprehensive Homeopathy in Hyderabad for Joint Pain Relief

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Joint pains can greatly affect daily comfort, productivity, and overall mobility. Whether they arise from arthritis, injuries, strain, or age-related wear, joint pains often lead to stiffness, swelling, and difficulty in movement. With growing awareness about natural healing methods, many individuals now prefer homeopathy in Hyderabad for gentle and long-term joint pain relief.

Symptoms of joint pain usually include tenderness, reduced flexibility, morning stiffness, swelling, and discomfort during movement. When ignored, these issues can progress into chronic pain and limit everyday activities. Early attention is essential, and homeopathy in Hyderabad provides a safe and effective path for managing these concerns naturally.

Homeopathy takes a holistic approach by focusing on the individual rather than just the painful joint. Through detailed understanding of physical symptoms, emotional patterns, and lifestyle habits, homeopathy in Hyderabad helps reduce inflammation, enhance joint mobility, and support the body’s natural healing capacity. This gentle approach is suitable for all ages and is known for offering long-term improvement without causing side effects.

Spiritual Homeopathy is recognized for its customized and compassionate care. Each case is carefully studied to create personalized treatment plans that address unique symptoms and underlying causes. Many patients dealing with chronic joint pains have reported improved flexibility, reduced stiffness, and better overall comfort through their systematic homeopathic approach.

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गया के संग्रहालय में विश्व विरासत सप्ताह के अवसर पर मगध क्षेत्र के पुरातात्विक धरोहर पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित

गया: कला संस्कृति एवं युवा विभाग के बिहार विरासत विकास समिति एवं गयाजी संग्रहालय गया के संयुक्त तत्वाधान में रविवार को विश्व विरासत सप्ताह के अवसर पर मगध क्षेत्र के पुरातात्विक धरोहर पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी गया संग्रहालय के सभागार में आयोजित की गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में रजिस्ट्रार मगध विश्वविद्यालय बोधगया के डॉक्टर विनोद कुमार मंगलम रहे. मुख्य विशेषज्ञ के रूप में इतिहास विभाग मगध विश्वविद्यालय प्रोफेसर मनीष सिंह एवं कन्वीनर इंटक डॉक्टर अलका मिश्रा, विभाग अध्यक्ष प्राचीन भारतीय एवं एशियाई अध्ययन विभाग मगध विश्वविद्यालय डॉक्टर कुणाल किशोर, विभाग अध्यक्ष प्राचीन भारतीय इतिहास एवं एशियाई अध्ययन विभाग गया कॉलेज डॉक्टर चंद्र प्रकाश, प्राध्यापक प्राचीन भारतीय एशिया एवं अध्ययन विभाग मगध विश्वविद्यालय रहे. इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने विरासत के महत्व एवं गया क्षेत्र के मगध क्षेत्र के पुरातात्विक इतिहास पर प्रकाश डाला तथा बच्चों को इसके प्रति जागरूक किया. उन्होंने बच्चों को कहा कि धरोहर को संजना ही इतिहास के प्रति देश के प्रति सच्ची श्रद्धा होगी.

प्रोफेसर मनीष सिंह ने बोधगया परिक्षेत्र के पुरातात्विक इतिहास की यात्रा को विस्तार से विद्यार्थियों को बताया डॉक्टर अलका मिश्रा ने संग्रहालय के महत्व एवं मगध के विविध संग्रहालय में स्थित पूरा वस्तुओं का इतिहास व्याख्याित किया डॉ चंद्र प्रकाश ने प्रशासनिक एवं सामाजिक दोनों स्तर पर विरासत को सहेजने के प्रयासों को रेखांकित किया डॉक्टर कुणाल किशोर ने इस तरह के विविध आयोजनों की माध्यम से किया जा रहे कार्यों की प्रशंसा की एवं मगध के क्षेत्र पर विस्तृत प्रकाश डाला तथा कई पूरा स्थलों के उत्खनन एवं अन्वेषण की अनुरोध किया और उसकी जरूरत पर प्रकाश डाला अतिथियों का स्वागत संग्रहालय के संग्रहालय अध्यक्ष डॉ सुधीर कुमार यादव ने किया मंच संचालन एवं कार्यक्रम समन्वय बिहार विरासत विकास समिति के समन्वयक डॉक्टर अमित रंजन कार्यक्रम का समन्वय एवं मंच संचालन किया।

बोधगया विधानसभा क्षेत्र के संडेश्वर स्थान स्थित शिव मंदिर मैदान में एक भव्य नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन

गया: बोधगया विधानसभा क्षेत्र के संडेश्वर स्थान स्थित शिव मंदिर मैदान में रविवार को एक भव्य नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बोधगया विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीसरी बार निर्वाचित विधायक कुमार सर्वजीत के सम्मान में आयोजित किया गया था। अपनी हैट्रिक जीत और विपक्षी दल के मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्ति के बाद पहली बार क्षेत्र में पहुंचे विधायक का जोरदार स्वागत किया गया।

समारोह में पहुँचने से पहले विधायक कुमार सर्वजीत ने संडेश्वर धाम में भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर क्षेत्र और पूरे प्रदेश की उन्नति, खुशहाली और सुख-शांति की कामना की। उन्होंने कहा कि संडेश्वर स्थान आकर उन्हें हमेशा ही आध्यात्मिक ऊर्जा और जनता की सेवा का नया संकल्प मिलता है।

नागरिक अभिनंदन समारोह में बोधगया विधानसभा क्षेत्र के महागठबंधन दलों के कई प्रमुख नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी, युवा साथी तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे। सभी ने विधायक का माला, अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम स्थल पर उत्सव जैसा माहौल था और भारी जनसमूह उपस्थित था।

सभा को संबोधित करते हुए विधायक कुमार सर्वजीत ने जनता का आभार व्यक्त किया और कहा कि उनकी यह जीत केवल एक चुनावी परिणाम नहीं, बल्कि बोधगया की जनता का उनके प्रति विश्वास और प्रेम है। उन्होंने कहा, “विकास ही मेरा कर्म और धर्म है। जब तक मैं ज‍िंदा हूँ, बोधगया विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों का परचम लहराता रहेगा। जनता की सेवा ही मेरा सबसे बड़ा दायित्व और संकल्प है।”

उन्होंने सभी जाति और धर्मों के लोगों से आपसी एकता, सद्भाव और भाईचारा बनाए रखने की अपील की। विधायक ने कहा कि क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी, रोजगार और पर्यटन के क्षेत्रों में तेज गति से विकास कार्य जारी रहेंगे।

कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने विधायक के नेतृत्व और कार्यशैली की सराहना करते हुए आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में बोधगया विधानसभा और भी विकास के नए आयाम स्थापित करेगा।

महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त हाजीपुर ने गया आरपीएफ पोस्ट का आकस्मिक निरीक्षण किया, सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का निर्देश

गया: महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त हाजीपुर अमरेश कुमार ने रविवार को आज गया आरपीएफ पोस्ट का आकस्मिक का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पोस्ट की समग्र कार्यप्रणाली, तैनात बल की स्थिति तथा ड्यूटी डिप्लायमेंट का विस्तृत आकलन किया। उन्होंने बल के अधिकारियों और जवानों से बातचीत कर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश भी प्रदान किए। निरीक्षण के क्रम में महानिरीक्षक ने सबसे पहले पोस्ट की दैनिक गतिविधियों एवं ड्यूटी रजिस्टर की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। बढ़ती भीड़ और यात्रा सीजन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने बल को रेलवे परिसर में गश्त और निगरानी बढ़ाने तथा हर संदिग्ध गतिविधि पर तत्परता से प्रतिक्रिया देने के निर्देश दिए।

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भीड़ प्रबंधन के लिए पर्याप्त जवानों की तैनाती सुनिश्चित की जाए, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। विशेषकर लौटती भीड़ में महिलाओं और बुजुर्गों की सहायता हेतु “मेरी सहेली टीम” को 24 घंटे सक्रिय रहने को कहा गया। साथ ही, सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से रियल-टाइम मॉनिटरिंग को और प्रभावी बनाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।

महानिरीक्षक ने सुरक्षा व्यवस्था में आधुनिक उपकरणों और संसाधनों के उपयोग पर भी विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने बताया कि बदलते समय में तकनीकी सहायता के बिना बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित करना संभव नहीं है। इसलिए ट्रेन तथा स्टेशन परिसर में अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग बढ़ाया जाए। इसके अतिरिक्त, स्थानीय प्रशासन एवं जीआरपी के साथ सामंजस्य स्थापित कर संयुक्त रूप से सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की बात कही।

निरीक्षण के अंत में महानिरीक्षक ने आरपीएफ जवानों के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें अपने दायित्वों के प्रति सजग, अनुशासित और हर परिस्थिति में तत्पर रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, और इसके लिए समर्पण एवं सतर्कता अत्यंत आवश्यक है।

जहरीला' है मां का दूध, एम्स और महावीर कैंसर संस्थान की स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा

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बिहार के छह जिलों में स्तनपान कराने वाली माताओं को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मां के दूध में यूरेनियम (यू-238) की मौजूदगी का दानवा किया जा रहा है। महावीर कैंसर संस्थान, पटना और एम्स नई दिल्ली की संयुक्त स्टडी में यह बात सामने आई है कि राज्य के छह जिलों भोजपुर, समस्तीपुर, मुंगेर, भागलपुर, खगड़िया और नालंदा में स्तनपान कराने वाली माताओं के दूध में यूरेनियम पाया गया है।

40 महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क की जांच

अक्टूबर 2021 से जुलाई 2024 के बीच किए गए इस शोध में बेगूसराय, भोजपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, कटिहार और नालंदा जैसे जिलों से सैंपल लिए गए थे। इन जिलों से 17 से 35 वर्ष की आयु की 40 महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया था। इन सभी नमूनों में यूरेनियम यानी U-238 पाया गया है। इस दूध में यूरेनियम की मात्रा 0 से 5.25 जी/एल के बीच दर्ज की गई है।

70% शिशुओं के स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ा

इस शोध को महावीर कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र, पटना, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी और एम्स, नई दिल्ली के वैज्ञानिकों के एक समूह ने मिलकर किया है। ब्रिटिश जर्नल 'साइंटिफिक रिपोर्ट्स' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अध्ययन में बिहार के स्तन के दूध के नमूनों में 5 पीपीबी (प्रति अरब भाग) तक यूरेनियम पाया गया।अध्ययन के अनुसार, लगभग 70% शिशुओं के स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ सकता है। हालांकि यह साफ किया गया है कि इससे कैंसर का खतरा नहीं है यह स्तर अभी स्वीकार्य सीमा से नीचे हैं और घबराने की जरूरत नहीं है।

यूरेनियम भूजल के जरिए शरीर में पहुंच रहा

इस स्टडी का नेतृत्व महावीर कैंसर संस्थान के डॉ. अरुण कुमार ने किया। एम्स नई दिल्ली के डॉ. अशोक शर्मा रिसर्च के सह लेखक रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि यह यूरेनियम भूजल के जरिए शरीर में पहुंच रहा है, क्योंकि इन जिलों में पानी पहले से ही दूषित बताया जाता रहा है। यह दूषित पानी पीने और भोजन के माध्यम से शरीर में जाता है और फिर माताओं के दूध में पहुंचकर बच्चों के लिए खतरा पैदा करता है।

माताओं को स्तनपान बंद करने की कोई जरूरत नहीं

शोधकर्ताओं ने कहा कि अभी यह साफ नहीं है कि यूरेनियम का स्रोत कौन- सी जगह या गतिविधि है, लेकिन यह तथ्य गंभीर है कि यह सीधे बच्चों तक पहुंच रहा है। एम्स दिल्ली के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. अशोक शर्मा ने कहा, 70% शिशुओं में जोखिम का संकेत जरूर मिला है, लेकिन स्वास्थ्य पर इसका वास्तविक प्रभाव कम होने की संभावना है। माताओं को स्तनपान बंद करने की कोई जरूरत नहीं है। यह शिशु के पोषण का सबसे सुरक्षित और प्रभावी स्रोत है।

पानी में आर्सेनिक ज्यादा

बिहार के 6 जिलों में लोगों का पीने का पानी और खाने का अनाज धीरे-धीरे जहर में बदलता जा रहा है। स्टडी में टीम ने बिहार के पटना, वैशाली, सारण, भोजपुर, बक्सर और नालंदा जिलों में सर्वे किया। कुल 286 घरों से हैंडपंप के पानी, गेहूं, चावल, बाल और नाखून के नमूने एकत्र किए गए। जांच में लगभग 14% हैंडपंपों के पानी, 44% गेहूं और 3% चावल के नमूनों में आर्सेनिक की मात्रा WHO की तय सीमा से अधिक पाई गई।

आजमगढ़:- बिजली बिल राहत योजना के प्रचार प्रसार के लिए गाजे बाजे के साथ नगर से लेकर गांव तक पहुँच रही टीम

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़।  बिजली बिल राहत योजना के प्रचार प्रसार के लिए विभागीय अधिकारी और कर्मचारी नगर से लेकर गांव तक पहुँचकर उपभोक्ताओं से संपर्क करने में लगे हैं। विद्युत अभियन्ता सुदनीपुर देवेंन्द्र सिह ने बताया कि उपभोक्ताओं को एक मुश्त भुगतान पर सरचार्ज में 100 फीसदी छूट के साथ ही विद्युत चोरी के प्रकरणों में राजस्व में 50 प्रतिशत छूट के साथ ही मुकदमें से छुटकारा भी मिलेगा। यह योजना तीन चरणों में चलेगी, लेकिन उपभोक्ताओं को सबसे अधिक लाभ प्रथम चरण में मिलेगा। इस योजना का लाभ घरेलू 2 किलोवाट और वाणिज्यिक एक किलोवाट तक के नेवर पेड और लांग अनपेड उपभोक्ता ले सकते हैं। प्रथम चरण की शुरुआत 1 दिसंबर से शुरू होकर 31 दिसंबर तक चलेगी। दूसरा चरण 1 जनवरी से 31 जनवरी और तीसरा चरण 1 फरवरी से 28 फरवरी तक चलेगा। योजना में शामिल होने के लिए पंजीकरण के समय 2000 रुपया जमा करना होगा। एक मुश्त भुगतान करने पर ब्याज में 100 प्रतिशत छूट के साथ ही मूलधन में भी 25 प्रतिशत की छूट मिलेगी। पिछला बकाया 750/500 की आसान किश्त में भी जमा किया जा सकता है। सामान्य से अधिक बिल पर औसत भुगतान का भी विकल्प दिया गया है। विद्युत चोरी के प्रकरणों में पंजीकरण कराने पर राजस्व निर्धारण में 50 प्रतिशत की छूट में साथ ही मुकदमें से छुटकारा मिलेगा। एकमुश्त भुगतान करने पर प्रथम चरण में 25 प्रतिशत, द्वितीय चरण में 20 प्रतिशत एवं तृतीय चरण में 15 प्रतिशत की मूलधन में छूट मिलेगी। वहीं 750 रुपये की मासिक भुगतान पर तीनों चरणों में 10 प्रतिशत की छूट और 500 रुपये के मासिक भुगतान पर तीनों चरणों में 5 प्रतिशत की छूट मिलेगी। इसी क्रम में तहसील मुख्यालय के नाम से सुदनीपुर विद्युत सब स्टेशन के अवर अभियन्ता देवेंन्द्र सिह अपने अधिनस्त कर्मियों के साथ नगर पंचायत शहीत सम्बंधित दर्जनों।गाव में डुग्गी के रूप में ढोल तासा के साथ भृमण कर।बिद्युत उपभोक्ताबो को जागरूक।किया सर्वाजनिक स्थलों पर छूट सम्बन्धी पोस्टर लगवाए उच्चाधिकारियों के आदेश के क्रम में सभी तहसील क्षेत्र के सभी बिद्युत स्टेशनों से उपभोक्ता जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है ।कि बिद्युत बकाया राजस्व अधिक से अधिक प्राप्त हो और।विद्युत उपभोक्ता सरकार द्वारा दी जा रही छूट।का लाभ ले सके ।
धरतीपुत्र दिवस समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेता की मनाई गई जयन्ती।

शून्य से शिखर तक का सफर तय किया.पद्म भूषण सम्मानित मुलायम सिंह यादव।

संजय द्विवेदी प्रयागराज। यमुनानगर अन्तर्गत नगर पंचायत कोरांव में स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय सहित अन्य विभिन्न प्रतिष्ठानो पर देश के पूर्व रक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के निवर्तमान मुख्यमंत्री पद्म विभूषण से सम्मानित नेता मुलायम सिंह यादव की जयन्ती समाजवादी पार्टी के विधान सभा अध्यक्ष सोमदत्त सिंह पटेल के नेतृत्व में कई प्रतिष्ठानो पर मनाई गई।22 नवम्बर 1939 को इटावा के सैफई गांव में नेता का जन्म हुआ था 10 अक्टूबर 2022 को आकस्मिक निधन होने के बाद नेता भारतीय राजनीति में नही रहे।लेकिन देश की राजनीति में नेता के द्वारा लिए गए ऐतिहासिक फैसला आज भी देश की राजनीति में स्वर्णिम पन्नो में अंकित है उनके द्वारा लिए गए कई ऐतिहासिक फैसला उन्हे शून्य से शिखर तक का सफर समय समय पर तय कराते रहे।उनकी जयंती पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी के द्वारा कई सार्वजनिक स्थलो सहित चिकित्सालयो में फल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।प्रमुख रूप से सुमन कोल रेखा वर्मा रंजना जैसल रविन्द जैसल रामानुज यादव शहादत अली दीपक पटेल पुष्कर यादव शरद यादव सहित आदि लोग मौजूद रहे।

काकोरी में कार पलटने से बैंक मैनेजर व अकाउंटेंट घायल

लखनऊ । काकोरी के उन्नाव में सोमवार सुबह करीब 09:35 बजे काकोरी थाना क्षेत्र में एक सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर और अकाउंटेंट घायल हो गए। हादसा तब हुआ जब दोनों लखनऊ से बैंक ऑफ इंडिया, मोहान शाखा (उन्नाव) जा रहे थे।

पेट्रोल पंप मदारपुर के पास अचानक अनियंत्रित होकर पलटी कार

जानकारी के अनुसार, बैंक के मैनेजर मनोज वर्मा और अकाउंटेंट उपेंद्र सिंह अपनी निजी क्रेटा कार (रजिस्ट्रेशन UP32MA 9228) में सफर कर रहे थे। पेट्रोल पंप मदारपुर के थोड़ी दूरी आगे मोहन रोड पर गाड़ी अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई।दुर्घटना के तुरंत बाद सूचना मिलते ही थाना स्थानीय पुलिस टीम मौके पर पहुंची। बैंक के अन्य कर्मचारी भी घटनास्थल पर आए और घायल कर्मियों को तत्काल ग्लोब हॉस्पिटल, मोहन (उन्नाव) पहुंचाया गया।

दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही पुलिस

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*एसआईआर फॉर्म डिजिटाइजेशन के प्रगति का औचक निरीक्षण कर जिलाधिकारी ने ली जानकारी*

गोण्डा ।जिला निर्वाचन अधिकारी /जिलाधिकारी गोण्डा श्रीमती प्रियंका निरंजन ने तहसील सदर गोण्डा, विकास खण्ड झंझरी तथा विकास खण्ड पण्डरीकृपाल में एसआईआर फार्म डिजिटाइजेशन कार्य की प्रगति का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभिन्न केंद्रों पर चल रहे फॉर्म संकलन व फीडिंग की स्थिति की विस्तार से जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों से कार्य की गति को लेकर आवश्यक पूछताछ की।

जिलाधिकारी ने एसआईआर फार्म डिजिटाइजेशन को निर्वाचन कार्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह कार्य समयबद्ध, शतप्रतिशत गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाना आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि फार्मों का संकलन, सत्यापन एवं डिजिटाइजेशन कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता स्वीकार नहीं की जाएगी।

निरीक्षण के दौरान तहसील सदर गोण्डा में कार्य की कम प्रगति सामने आई, तो जिलाधिकारी ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने उपजिलाधिकारी सदर एवं संबंधित कर्मचारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि वे तत्काल प्रभाव से कार्य की गति तेज करें तथा सुनिश्चित करें कि सभी एसआईआर फार्मों का शतप्रतिशत संकलन एवं फीडिंग समय पर पूर्ण हो जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक कर्मचारी को उसकी जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से सौंपते हुए प्रगति की समीक्षा की जाए और किसी भी स्तर पर लापरवाही की स्थिति पाई जाने पर उत्तरदायित्व तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक ब्लॉक और तहसील स्तर पर टीमों को सक्रिय किया जाए, फील्ड में जाकर लंबित फार्मों को तत्काल एकत्र कराया जाए और डिजिटाइजेशन कार्य निरंतर चलता रहे। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि निर्वाचन कार्यों में पारदर्शिता और शुचित्ता सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा इसमें बाधक बनने वाली किसी भी प्रकार की देरी या उदासीनता को गंभीरता से लिया जाएगा, और संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।

जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे स्वयं भी प्रगति की निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि निर्धारित समय सीमा के भीतर सभी कार्य पूरी प्रतिबद्धता और दक्षता के साथ पूर्ण हो जाएँ। उन्होंने भरोसा व्यक्त किया कि यदि सभी टीमें समन्वय और सतत प्रयासों के साथ काम करेंगी, तो एसआईआर फार्म डिजिटाइजेशन का लक्ष्य समय पर पूरा किया जा सकेगा।

भारत के 53वें सीजेआई बने जस्टिस सूर्यकांत, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ

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जस्टिस सूर्यकांत ने आज भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ ग्रहण किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट के पूर्व सीजेआई भूषण आर. गवई के उत्तराधिकारी बने हैं। उनका कार्यकाल लगभग 14 महीने का होगा।

राष्ट्रपति ने सीजेआई गवई की सिफारिश के बाद 'संविधान के आर्टिकल 124 के क्लॉज (2) से दी गई शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए' जस्टिस सूर्यकांत को भारत का अगला चीफ जस्टिस नियुक्त किया था। जस्टिस गवई ने रविवार को 65 साल की उम्र में सीजेआई का पद छोड़ दिया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सबसे सीनियर जज को अपना उत्तराधिकारी बनाने की परंपरा को बनाए रखा।

9 फरवरी, 2027 को रिटायर होंगे जस्टिस सूर्यकांत

जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई का सीजेआई के तौर पर कार्यकाल 23 नवंबर, 2025 को समाप्त हो गया। वह साढ़े छह महीनों के लिए इस पद पर रहे। जस्टिस सूर्यकांत का सीजेआई के तौर पर कार्यकाल करीब डेढ़ साल का होगा। वह 9 फरवरी, 2027 को रिटायर होंगे।

हरियाणा के गांव से सुप्रीम कोर्ट तक का सफर

सीजेआई सूर्यकांत का जन्म 10 फरवरी, 1962 को हरियाणा के एक मिडिल क्लास परिवार में हुआ था। उन्होंने 1984 में हिसार से अपनी लॉ यात्रा शुरू की। सीजेआई सूर्यकांत ने 1981 में हिसार के गवर्मेंट पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज से ग्रेजुएशन की और फिर 1984 में लॉ में बेचलर की डिग्री ली। उन्होंने 1984 में रोहतक के महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने 1984 में हिसार में ही लॉ की प्रैक्टिस शुरू कर दी और 1985 में वह पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने लगे। साल 2000 में वह हरियाणा के सबसे युवा एडवोकेट जनरल बने। साल 2011 में सीजेआई सूर्यकांत ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से लॉ में मास्टर्स किया, जिसे उन्होंने डिस्टिंक्शन के साथ 'फर्स्ट क्लास फर्स्ट' से पास किया। वह 2018 में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस नियुक्त किए गए और इसके बाद 2019 में वह सुप्रीम कोर्ट के जज अपॉइंट किए गए।

महत्वपूर्ण मामले

1. चुनाव आयोग को बिहार में मसौदा मतदाता सूची से बाहर किए गए 65 लाख मतदाताओं का ब्योरा सार्वजनिक करने का निर्देश दिया था।

2. उस संविधान पीठ का भी हिस्सा थे, जिसने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा समाप्त करने के केंद्र सरकार के फैसले को बरकरार रखा था।

3. ओआरओपी (वन रैंक वन पेंशन) को संविधानिक रूप से वैध माना और भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं के लिए समान अवसरों का समर्थन किया।

4. जस्टिस कांत उस पीठ का भी हिस्सा थे, जिसने असम से संबंधित नागरिकता के मुद्दों पर धारा 6ए की वैधता को बरकरार रखा था।

5. जस्टिस कांत दिल्ली आबकारी शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल को जमानत देने वाली पीठ के सदस्य थे। हालांकि, उन्होंने केजरीवाल की गिरफ्तारी को जायज ठहराया था।

Comprehensive Homeopathy in Hyderabad for Joint Pain Relief

Get natural, long-lasting relief from joint pains with advanced homeopathy in Hyderabad. Understand symptoms, causes, and holistic homeopathic care.

Joint pains can greatly affect daily comfort, productivity, and overall mobility. Whether they arise from arthritis, injuries, strain, or age-related wear, joint pains often lead to stiffness, swelling, and difficulty in movement. With growing awareness about natural healing methods, many individuals now prefer homeopathy in Hyderabad for gentle and long-term joint pain relief.

Symptoms of joint pain usually include tenderness, reduced flexibility, morning stiffness, swelling, and discomfort during movement. When ignored, these issues can progress into chronic pain and limit everyday activities. Early attention is essential, and homeopathy in Hyderabad provides a safe and effective path for managing these concerns naturally.

Homeopathy takes a holistic approach by focusing on the individual rather than just the painful joint. Through detailed understanding of physical symptoms, emotional patterns, and lifestyle habits, homeopathy in Hyderabad helps reduce inflammation, enhance joint mobility, and support the body’s natural healing capacity. This gentle approach is suitable for all ages and is known for offering long-term improvement without causing side effects.

Spiritual Homeopathy is recognized for its customized and compassionate care. Each case is carefully studied to create personalized treatment plans that address unique symptoms and underlying causes. Many patients dealing with chronic joint pains have reported improved flexibility, reduced stiffness, and better overall comfort through their systematic homeopathic approach.

If joint pains are disrupting your daily routine or limiting your movement, it may be time to consider homeopathy in Hyderabad as a natural solution. Spiritual Homeopathy provides trusted guidance and long-term support for individuals seeking genuine, holistic relief.

गया के संग्रहालय में विश्व विरासत सप्ताह के अवसर पर मगध क्षेत्र के पुरातात्विक धरोहर पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित

गया: कला संस्कृति एवं युवा विभाग के बिहार विरासत विकास समिति एवं गयाजी संग्रहालय गया के संयुक्त तत्वाधान में रविवार को विश्व विरासत सप्ताह के अवसर पर मगध क्षेत्र के पुरातात्विक धरोहर पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी गया संग्रहालय के सभागार में आयोजित की गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में रजिस्ट्रार मगध विश्वविद्यालय बोधगया के डॉक्टर विनोद कुमार मंगलम रहे. मुख्य विशेषज्ञ के रूप में इतिहास विभाग मगध विश्वविद्यालय प्रोफेसर मनीष सिंह एवं कन्वीनर इंटक डॉक्टर अलका मिश्रा, विभाग अध्यक्ष प्राचीन भारतीय एवं एशियाई अध्ययन विभाग मगध विश्वविद्यालय डॉक्टर कुणाल किशोर, विभाग अध्यक्ष प्राचीन भारतीय इतिहास एवं एशियाई अध्ययन विभाग गया कॉलेज डॉक्टर चंद्र प्रकाश, प्राध्यापक प्राचीन भारतीय एशिया एवं अध्ययन विभाग मगध विश्वविद्यालय रहे. इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने विरासत के महत्व एवं गया क्षेत्र के मगध क्षेत्र के पुरातात्विक इतिहास पर प्रकाश डाला तथा बच्चों को इसके प्रति जागरूक किया. उन्होंने बच्चों को कहा कि धरोहर को संजना ही इतिहास के प्रति देश के प्रति सच्ची श्रद्धा होगी.

प्रोफेसर मनीष सिंह ने बोधगया परिक्षेत्र के पुरातात्विक इतिहास की यात्रा को विस्तार से विद्यार्थियों को बताया डॉक्टर अलका मिश्रा ने संग्रहालय के महत्व एवं मगध के विविध संग्रहालय में स्थित पूरा वस्तुओं का इतिहास व्याख्याित किया डॉ चंद्र प्रकाश ने प्रशासनिक एवं सामाजिक दोनों स्तर पर विरासत को सहेजने के प्रयासों को रेखांकित किया डॉक्टर कुणाल किशोर ने इस तरह के विविध आयोजनों की माध्यम से किया जा रहे कार्यों की प्रशंसा की एवं मगध के क्षेत्र पर विस्तृत प्रकाश डाला तथा कई पूरा स्थलों के उत्खनन एवं अन्वेषण की अनुरोध किया और उसकी जरूरत पर प्रकाश डाला अतिथियों का स्वागत संग्रहालय के संग्रहालय अध्यक्ष डॉ सुधीर कुमार यादव ने किया मंच संचालन एवं कार्यक्रम समन्वय बिहार विरासत विकास समिति के समन्वयक डॉक्टर अमित रंजन कार्यक्रम का समन्वय एवं मंच संचालन किया।

बोधगया विधानसभा क्षेत्र के संडेश्वर स्थान स्थित शिव मंदिर मैदान में एक भव्य नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन

गया: बोधगया विधानसभा क्षेत्र के संडेश्वर स्थान स्थित शिव मंदिर मैदान में रविवार को एक भव्य नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बोधगया विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीसरी बार निर्वाचित विधायक कुमार सर्वजीत के सम्मान में आयोजित किया गया था। अपनी हैट्रिक जीत और विपक्षी दल के मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्ति के बाद पहली बार क्षेत्र में पहुंचे विधायक का जोरदार स्वागत किया गया।

समारोह में पहुँचने से पहले विधायक कुमार सर्वजीत ने संडेश्वर धाम में भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर क्षेत्र और पूरे प्रदेश की उन्नति, खुशहाली और सुख-शांति की कामना की। उन्होंने कहा कि संडेश्वर स्थान आकर उन्हें हमेशा ही आध्यात्मिक ऊर्जा और जनता की सेवा का नया संकल्प मिलता है।

नागरिक अभिनंदन समारोह में बोधगया विधानसभा क्षेत्र के महागठबंधन दलों के कई प्रमुख नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी, युवा साथी तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे। सभी ने विधायक का माला, अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम स्थल पर उत्सव जैसा माहौल था और भारी जनसमूह उपस्थित था।

सभा को संबोधित करते हुए विधायक कुमार सर्वजीत ने जनता का आभार व्यक्त किया और कहा कि उनकी यह जीत केवल एक चुनावी परिणाम नहीं, बल्कि बोधगया की जनता का उनके प्रति विश्वास और प्रेम है। उन्होंने कहा, “विकास ही मेरा कर्म और धर्म है। जब तक मैं ज‍िंदा हूँ, बोधगया विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों का परचम लहराता रहेगा। जनता की सेवा ही मेरा सबसे बड़ा दायित्व और संकल्प है।”

उन्होंने सभी जाति और धर्मों के लोगों से आपसी एकता, सद्भाव और भाईचारा बनाए रखने की अपील की। विधायक ने कहा कि क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी, रोजगार और पर्यटन के क्षेत्रों में तेज गति से विकास कार्य जारी रहेंगे।

कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने विधायक के नेतृत्व और कार्यशैली की सराहना करते हुए आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में बोधगया विधानसभा और भी विकास के नए आयाम स्थापित करेगा।

महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त हाजीपुर ने गया आरपीएफ पोस्ट का आकस्मिक निरीक्षण किया, सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का निर्देश

गया: महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त हाजीपुर अमरेश कुमार ने रविवार को आज गया आरपीएफ पोस्ट का आकस्मिक का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पोस्ट की समग्र कार्यप्रणाली, तैनात बल की स्थिति तथा ड्यूटी डिप्लायमेंट का विस्तृत आकलन किया। उन्होंने बल के अधिकारियों और जवानों से बातचीत कर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश भी प्रदान किए। निरीक्षण के क्रम में महानिरीक्षक ने सबसे पहले पोस्ट की दैनिक गतिविधियों एवं ड्यूटी रजिस्टर की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। बढ़ती भीड़ और यात्रा सीजन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने बल को रेलवे परिसर में गश्त और निगरानी बढ़ाने तथा हर संदिग्ध गतिविधि पर तत्परता से प्रतिक्रिया देने के निर्देश दिए।

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भीड़ प्रबंधन के लिए पर्याप्त जवानों की तैनाती सुनिश्चित की जाए, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। विशेषकर लौटती भीड़ में महिलाओं और बुजुर्गों की सहायता हेतु “मेरी सहेली टीम” को 24 घंटे सक्रिय रहने को कहा गया। साथ ही, सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से रियल-टाइम मॉनिटरिंग को और प्रभावी बनाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।

महानिरीक्षक ने सुरक्षा व्यवस्था में आधुनिक उपकरणों और संसाधनों के उपयोग पर भी विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने बताया कि बदलते समय में तकनीकी सहायता के बिना बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित करना संभव नहीं है। इसलिए ट्रेन तथा स्टेशन परिसर में अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग बढ़ाया जाए। इसके अतिरिक्त, स्थानीय प्रशासन एवं जीआरपी के साथ सामंजस्य स्थापित कर संयुक्त रूप से सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की बात कही।

निरीक्षण के अंत में महानिरीक्षक ने आरपीएफ जवानों के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें अपने दायित्वों के प्रति सजग, अनुशासित और हर परिस्थिति में तत्पर रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, और इसके लिए समर्पण एवं सतर्कता अत्यंत आवश्यक है।

जहरीला' है मां का दूध, एम्स और महावीर कैंसर संस्थान की स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा

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बिहार के छह जिलों में स्तनपान कराने वाली माताओं को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मां के दूध में यूरेनियम (यू-238) की मौजूदगी का दानवा किया जा रहा है। महावीर कैंसर संस्थान, पटना और एम्स नई दिल्ली की संयुक्त स्टडी में यह बात सामने आई है कि राज्य के छह जिलों भोजपुर, समस्तीपुर, मुंगेर, भागलपुर, खगड़िया और नालंदा में स्तनपान कराने वाली माताओं के दूध में यूरेनियम पाया गया है।

40 महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क की जांच

अक्टूबर 2021 से जुलाई 2024 के बीच किए गए इस शोध में बेगूसराय, भोजपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, कटिहार और नालंदा जैसे जिलों से सैंपल लिए गए थे। इन जिलों से 17 से 35 वर्ष की आयु की 40 महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया था। इन सभी नमूनों में यूरेनियम यानी U-238 पाया गया है। इस दूध में यूरेनियम की मात्रा 0 से 5.25 जी/एल के बीच दर्ज की गई है।

70% शिशुओं के स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ा

इस शोध को महावीर कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र, पटना, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी और एम्स, नई दिल्ली के वैज्ञानिकों के एक समूह ने मिलकर किया है। ब्रिटिश जर्नल 'साइंटिफिक रिपोर्ट्स' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अध्ययन में बिहार के स्तन के दूध के नमूनों में 5 पीपीबी (प्रति अरब भाग) तक यूरेनियम पाया गया।अध्ययन के अनुसार, लगभग 70% शिशुओं के स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ सकता है। हालांकि यह साफ किया गया है कि इससे कैंसर का खतरा नहीं है यह स्तर अभी स्वीकार्य सीमा से नीचे हैं और घबराने की जरूरत नहीं है।

यूरेनियम भूजल के जरिए शरीर में पहुंच रहा

इस स्टडी का नेतृत्व महावीर कैंसर संस्थान के डॉ. अरुण कुमार ने किया। एम्स नई दिल्ली के डॉ. अशोक शर्मा रिसर्च के सह लेखक रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि यह यूरेनियम भूजल के जरिए शरीर में पहुंच रहा है, क्योंकि इन जिलों में पानी पहले से ही दूषित बताया जाता रहा है। यह दूषित पानी पीने और भोजन के माध्यम से शरीर में जाता है और फिर माताओं के दूध में पहुंचकर बच्चों के लिए खतरा पैदा करता है।

माताओं को स्तनपान बंद करने की कोई जरूरत नहीं

शोधकर्ताओं ने कहा कि अभी यह साफ नहीं है कि यूरेनियम का स्रोत कौन- सी जगह या गतिविधि है, लेकिन यह तथ्य गंभीर है कि यह सीधे बच्चों तक पहुंच रहा है। एम्स दिल्ली के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. अशोक शर्मा ने कहा, 70% शिशुओं में जोखिम का संकेत जरूर मिला है, लेकिन स्वास्थ्य पर इसका वास्तविक प्रभाव कम होने की संभावना है। माताओं को स्तनपान बंद करने की कोई जरूरत नहीं है। यह शिशु के पोषण का सबसे सुरक्षित और प्रभावी स्रोत है।

पानी में आर्सेनिक ज्यादा

बिहार के 6 जिलों में लोगों का पीने का पानी और खाने का अनाज धीरे-धीरे जहर में बदलता जा रहा है। स्टडी में टीम ने बिहार के पटना, वैशाली, सारण, भोजपुर, बक्सर और नालंदा जिलों में सर्वे किया। कुल 286 घरों से हैंडपंप के पानी, गेहूं, चावल, बाल और नाखून के नमूने एकत्र किए गए। जांच में लगभग 14% हैंडपंपों के पानी, 44% गेहूं और 3% चावल के नमूनों में आर्सेनिक की मात्रा WHO की तय सीमा से अधिक पाई गई।

आजमगढ़:- बिजली बिल राहत योजना के प्रचार प्रसार के लिए गाजे बाजे के साथ नगर से लेकर गांव तक पहुँच रही टीम

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़।  बिजली बिल राहत योजना के प्रचार प्रसार के लिए विभागीय अधिकारी और कर्मचारी नगर से लेकर गांव तक पहुँचकर उपभोक्ताओं से संपर्क करने में लगे हैं। विद्युत अभियन्ता सुदनीपुर देवेंन्द्र सिह ने बताया कि उपभोक्ताओं को एक मुश्त भुगतान पर सरचार्ज में 100 फीसदी छूट के साथ ही विद्युत चोरी के प्रकरणों में राजस्व में 50 प्रतिशत छूट के साथ ही मुकदमें से छुटकारा भी मिलेगा। यह योजना तीन चरणों में चलेगी, लेकिन उपभोक्ताओं को सबसे अधिक लाभ प्रथम चरण में मिलेगा। इस योजना का लाभ घरेलू 2 किलोवाट और वाणिज्यिक एक किलोवाट तक के नेवर पेड और लांग अनपेड उपभोक्ता ले सकते हैं। प्रथम चरण की शुरुआत 1 दिसंबर से शुरू होकर 31 दिसंबर तक चलेगी। दूसरा चरण 1 जनवरी से 31 जनवरी और तीसरा चरण 1 फरवरी से 28 फरवरी तक चलेगा। योजना में शामिल होने के लिए पंजीकरण के समय 2000 रुपया जमा करना होगा। एक मुश्त भुगतान करने पर ब्याज में 100 प्रतिशत छूट के साथ ही मूलधन में भी 25 प्रतिशत की छूट मिलेगी। पिछला बकाया 750/500 की आसान किश्त में भी जमा किया जा सकता है। सामान्य से अधिक बिल पर औसत भुगतान का भी विकल्प दिया गया है। विद्युत चोरी के प्रकरणों में पंजीकरण कराने पर राजस्व निर्धारण में 50 प्रतिशत की छूट में साथ ही मुकदमें से छुटकारा मिलेगा। एकमुश्त भुगतान करने पर प्रथम चरण में 25 प्रतिशत, द्वितीय चरण में 20 प्रतिशत एवं तृतीय चरण में 15 प्रतिशत की मूलधन में छूट मिलेगी। वहीं 750 रुपये की मासिक भुगतान पर तीनों चरणों में 10 प्रतिशत की छूट और 500 रुपये के मासिक भुगतान पर तीनों चरणों में 5 प्रतिशत की छूट मिलेगी। इसी क्रम में तहसील मुख्यालय के नाम से सुदनीपुर विद्युत सब स्टेशन के अवर अभियन्ता देवेंन्द्र सिह अपने अधिनस्त कर्मियों के साथ नगर पंचायत शहीत सम्बंधित दर्जनों।गाव में डुग्गी के रूप में ढोल तासा के साथ भृमण कर।बिद्युत उपभोक्ताबो को जागरूक।किया सर्वाजनिक स्थलों पर छूट सम्बन्धी पोस्टर लगवाए उच्चाधिकारियों के आदेश के क्रम में सभी तहसील क्षेत्र के सभी बिद्युत स्टेशनों से उपभोक्ता जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है ।कि बिद्युत बकाया राजस्व अधिक से अधिक प्राप्त हो और।विद्युत उपभोक्ता सरकार द्वारा दी जा रही छूट।का लाभ ले सके ।
धरतीपुत्र दिवस समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेता की मनाई गई जयन्ती।

शून्य से शिखर तक का सफर तय किया.पद्म भूषण सम्मानित मुलायम सिंह यादव।

संजय द्विवेदी प्रयागराज। यमुनानगर अन्तर्गत नगर पंचायत कोरांव में स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय सहित अन्य विभिन्न प्रतिष्ठानो पर देश के पूर्व रक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के निवर्तमान मुख्यमंत्री पद्म विभूषण से सम्मानित नेता मुलायम सिंह यादव की जयन्ती समाजवादी पार्टी के विधान सभा अध्यक्ष सोमदत्त सिंह पटेल के नेतृत्व में कई प्रतिष्ठानो पर मनाई गई।22 नवम्बर 1939 को इटावा के सैफई गांव में नेता का जन्म हुआ था 10 अक्टूबर 2022 को आकस्मिक निधन होने के बाद नेता भारतीय राजनीति में नही रहे।लेकिन देश की राजनीति में नेता के द्वारा लिए गए ऐतिहासिक फैसला आज भी देश की राजनीति में स्वर्णिम पन्नो में अंकित है उनके द्वारा लिए गए कई ऐतिहासिक फैसला उन्हे शून्य से शिखर तक का सफर समय समय पर तय कराते रहे।उनकी जयंती पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी के द्वारा कई सार्वजनिक स्थलो सहित चिकित्सालयो में फल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।प्रमुख रूप से सुमन कोल रेखा वर्मा रंजना जैसल रविन्द जैसल रामानुज यादव शहादत अली दीपक पटेल पुष्कर यादव शरद यादव सहित आदि लोग मौजूद रहे।