बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने का मौका प्रदान कर रहा है एकीकृत प्रशिक्षण:शिवम पांडे
संजीव सिंह बलिया| परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के क्षमता संवर्धन के दृष्टि से आयोजित हो रहे एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के 11 वें बैच के समापन पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक शिवम पांडे जिनका स्थानांतरण जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भदोही के पद पर हुआ है, ने अपने संबोधन में बताया कि प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणाम इस बात का द्योतक है कि छात्रों में आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने तथा उनकी सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित और सुसज्जित करता है। यह अपनी तरह की एक अनूठी पहल है जिसमें शिक्षकों को प्रथम अस्तर के परामर्शदाता के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि छात्रों की सामाजिक भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं के प्रति सजग और उत्तरदाई बनाया जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा इस प्रशिक्षण के प्रभारी रविरंजन खरे के प्रयास से अभी तक लगभग 900 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है जबकि जनपद के कल 1500 प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक नई परंपरा की शुरुआत की गई है जिसमें प्रतिभागियों की उपस्थिति , तथा अनुशासन एवं प्रस्तुति के लिए अलग से पुरस्कृत किए जाने की व्यवस्था की गई है। इस बैच के प्रशिक्षण में प्राथमिक विद्यालय बहेरी पंदह के प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ,प्राथमिक विद्यालय बहोरवा खुर्द सियर के सिद्धांत कुमार ,प्राथमिक विद्यालय रासबिहारी नगर बेलहरी के सैयद मोहम्मद अफरोज, प्राथमिक विद्यालय की किशुनीपुर दुबहर के अनिल कुमार, प्राथमिक विद्यालय जमुआ दुबहर के चंदन कुमार गौतम ,प्राथमिक विद्यालय मझौवा बेलहरी के संजीव कुमार राय ,प्राथमिक विद्यालय बनकटा पंदह के अरुण कुमार गुप्ता, प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर उदयपूरा दुबहर की डॉक्टर लीना सिंह ,प्राथमिक विद्यालय कीर्तिपुर सियर की ज्योति वर्मा ,कन्या विद्यालय ककरासो सीयर के शबाना परवीन ,प्राथमिक विद्यालय बुद्धिपुर सियर की प्रियंका ,प्राथमिक विद्यालय प्रतापपुर दुबहर की इंदु देवी , कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय अब्दुलपुर मदारी नगरा की साक्षी गुप्ता, कंपोजिट विद्यालय बराड़ीडीह लवाई पट्टी नगरा के श्रीकांती ,पीएम श्री कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भूज्यनी सीयर के अश्विनी कुमार पांडे, कंपोजिट विद्यालय मलप नगरा की श्वेता चौधरी, कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय लहसनी नगरा की मंशा तथा प्राथमिक विद्यालय डोघ सीयर के ओमप्रकाश प्रसाद को सम्मानित किया गया। प्रशिक्षणर्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ता डॉ जितेंद्र गुप्ता, अविनाश सिंह,किरण सिंह,डॉक्टर अशफाक, देवेंद्र सिंह, राम प्रकाश, डॉक्टर शाइस्ता अंजुम, राम यश योगी,जानू राम तथा पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन कुमार मिश्र द्वारा पूर्ण मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है।
सहारनपुर में फेन्सेडिल तस्करी का बड़ा खुलासा, चार आरोपी गिरफ्तार

लखनऊ । उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने  फेन्सेडिल कफ सिरप और कोडीन युक्त अन्य दवाओं के अवैध भंडारण और नशे के उद्देश्य से बिक्री करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। यह कार्रवाई सहारनपुर में की गई और गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से भारी मात्रा में अवैध सामग्री और दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम व बरामद सामान

गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम विभोर राणा, पुत्र गण गजराज सिंह, निवासी 2सी-3926ए, नियर गन्ना भवन, शास्त्री नगर, थाना सदर बाजार, सहारनपुर, विशाल सिंह, पुत्र गण गजराज सिंह, निवासी 2सी-3926ए, नियर गन्ना भवन, शास्त्री नगर, थाना सदर बाजार, सहारनपुर, बिट्टू कुमार, पुत्र स्व. हरदेवा, निवासी 49 अनमोल विहार कॉलोनी, शिव मंदिर के पास, थाना सदर बाजार, सहारनपुर; स्थाई पता: ग्राम अब्दुल्ला नगर, पो० बनहेड़ा, थाना देवबंद, सचिन कुमार, पुत्र स्व. हरदेवा, निवासी 49 अनमोल विहार कॉलोनी, शिव मंदिर के पास, थाना सदर बाजार, सहारनपुर; स्थाई पता: ग्राम अब्दुल्ला नगर, पो० बनहेड़ा, थाना देवबंद, गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्तों के पास दो पिस्टल, दस कारतूस, चार मोबाइल फोन और भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक व भौतिक दस्तावेज बरामद किए गए।

कफ सिरप के लंबे समय से भंडारण की मिल रही थी सूचना

एसटीएफ को लंबे समय से जानकारी मिल रही थी कि फेन्सेडिल कफ सिरप और कोडीन युक्त दवाओं का अवैध भंडारण और व्यापार किया जा रहा है। यह दवाएं नशे के रूप में इस्तेमाल के लिए भेजी जा रही थीं और इनके खरीदार उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तक फैले हुए थे।उत्तर प्रदेश शासन के पत्र के अनुसार एसटीएफ और खाद्य एवं औषधि प्रसाधन विभाग की संयुक्त जांच समिति बनाई गई थी। जांच के दौरान लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में भारी मात्रा में अवैध फेन्सेडिल बरामद की गई थी और मुकदमा पंजीकृत किया गया।

बांग्लादेश में नशे के रूप में इस दवा का खूब होता है इस्तेमाल

एसटीएफ ने गिरफ्तार अभियुक्तों से विस्तृत पूछताछ की। पूछताछ के दौरान विभोर राणा और विशाल सिंह ने बताया कि वर्ष 2018 में उन्होंने जी.आर. ट्रेडिंग, सहारनपुर नामक फर्म बनाई और एबॉट कंपनी से फेन्सेडिल कफ सिरप की सुपर डिस्ट्रीब्यूशनशिप ली। उनका दावा था कि यह दवा बांग्लादेश में नशे के रूप में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होती है।अभियुक्तों ने कहा कि अधिक लाभ कमाने के उद्देश्य से उन्होंने परिचितों के नाम पर ड्रग लाइसेंस बनवाए और फर्जी फर्मों के जरिए खरीद-फरोख्त को केवल कागजों में दिखाया। वास्तविक दवा को नशे के लिए इस्तेमाल करने वाले तस्करों को बेचा जाता था।

सचिन कुमार को हरिद्वार, उत्तराखंड में सुपर डिस्ट्रीब्यूटर बनाया

उन्होंने आगे बताया कि वर्ष 2021 में जौनपुर, बनारस और मालदा में कई जगह एसटीएफ और एनसीबी ने माल पकड़ा, जिसके बाद उनकी फर्म और फर्जी फर्म सचिन मेडिकोस का नाम विभिन्न नोटिसों में आया। वर्ष 2022 में एनसीबी वेस्ट बंगाल द्वारा विभोर राणा को गिरफ्तार किया गया था।फिर उन्होंने फर्म मारुति मेडिकोज बनाई और सचिन कुमार को हरिद्वार, उत्तराखंड में सुपर डिस्ट्रीब्यूटर बनाया। इसके माध्यम से फेन्सेडिल की तस्करी जारी रही। उनके अन्य सहयोगियों में अभिषेक शर्मा, शुभम शर्मा, संदीप शर्मा, दीपक राणा, संजय शर्मा और सी.ए. अरुण सिंघल शामिल थे।

जांच का दायरा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड तक बढ़ा

पूछताछ में यह भी सामने आया कि विभोर राणा और विशाल सिंह ने फेन्सेडिल तस्करी से लगभग 200 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित की। उनका यह कारोबार वर्षों तक चलता रहा और इसके लिए उन्होंने कई फर्जी फर्में बनाई।चारों गिरफ्तार आरोपियों को मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट, सहारनपुर के सामने पेश किया गया और ट्रांजिट डिमांड प्राप्त की गई। लखनऊ में उन्हें पहले से पंजीकृत मुकदमा  के तहत अग्रिम कार्रवाई के लिए लाया जाएगा।एसटीएफ की टीम, अपर पुलिस अधीक्षक  लाल प्रताप सिंह के पर्यवेक्षण में, अभियुक्तों से मिले दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और बैंक लेन-देन की जांच कर रही है।

जांच का दायरा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड तक फैलाया

इसका उद्देश्य फेन्सेडिल के अवैध व्यापार का पूरा नेटवर्क उजागर करना और संबंधित सभी व्यक्तियों को न्याय के कटघरे में लाना है। एसटीएफ और खाद्य एवं औषधि विभाग ने इस तस्करी को रोकने और दवाओं के अवैध वितरण को समाप्त करने के लिए सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। जांच का दायरा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड तक फैलाया गया है और फेन्सेडिल तस्करी में शामिल सभी फर्मों और सहयोगियों की पहचान की जा रही है।
दिल्ली ब्लास्टः धमाके वाली कार में मौजूद था आतंकी उमर, DNA टेस्ट में खुला राज

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दिल्ली कार ब्लास्ट केस में बड़ा खुलासा हुआ है। सोमवार शाम को चांदनी चौक पर लाल किले के पास जिस कार में धमाका हुआ था, उसमें आतंकी डॉक्टर उमर खुद मौजूद था। DNA टेस्ट से इस बात की पुष्टि हो गई है। इस धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए।

दिल्ली पुलिस ने किया खुलासा

कार के मलबे से मिले जले हुए शव का DNA टेस्ट उमर के परिवार के सदस्यों के सैंपल से 100 फीसदी मैच हुआ है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि डीएनए टेस्ट से पुष्टि हुई है कि लाल किले के पास विस्फोट करने वाला व्यक्ति डॉ. उमर उन नबी था। विस्फोट के बाद, उसका पैर स्टीयरिंग व्हील और एक्सीलेटर के बीच फंस गया था। उसका डीएनए सैंपल उसकी मां से मेल खाता है।

फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के खुलासे के बाद किया विस्फोट

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) व दिल्ली पुलिस को बुधवार देर रात डीएनए जांच की रिपोर्ट मिली। इससे साफ हो गया कि आई20 कार उमर नबी ही चला रहा था और धमाके में उसकी भी मौत हो गई। उसने आई20 में विस्फोटक लाद रखा था। बता दें कि लाल किले के पास ब्लास्ट फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के सामने आने के बाद हुआ। हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी से 2,900 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक और गोला-बारूद बरामद होने के कुछ ही घंटों बाद सोमवार शाम आतंकी उमर ने लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास कार में विस्फोट किया था।

साथी डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद दिया घटना को अंजाम

इस मामले की तहकीकात कर रही टीमों को शुरुआत से ही इस बात का शक था कि कार में मौजूद शख्स डॉ उमर ही है। उमर ने विस्फोट से ठीक 11 दिन पहले सफेद ह्यूंडई i20 कार खरीदी थी। वह फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का प्रमुख सदस्य था। आतंकी मुजम्मिल और अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद से वह फरार चल रहा था। सुरक्षा एजेंसियों की एक्शन से हड़बड़ा गया और पैनिक में आकर घटना को अंजाम दिया।

परिवार वालों को थी उमर के कट्टरपंथी होने की जानकारी

मीडिया रिपोर्टों में यह बात भी सामने आई है कि आतंकी उमर के परिवार वालों को भी उसके कट्टरपंथी होने का पता लग चुका था, लेकिन परिवार के किसी भी सदस्य ने इसकी जानकारी प्रशासन या पुलिस को नहीं दी। यह बात भी सामने निकल कर आ रही है कि उमर तुर्किए की राजधानी अंकारा में बैठे अपने हैंडलर के साथ संपर्क में था। साल 2022 में उमर अपने कुछ साथियों के साथ अंकारा भी गया था। इसी दौरान सभी का ब्रेन वॉश किया गया। इस मामले में NIA की टीम ने तुर्किए दूतावास से सहयोग मांगा है।

देवघर- वंदे मातरम के डेढ़ सौ वर्ष पूरे अपने पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वीर कुंवर सिंह चौक पर किया कार्यक्रम।
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देवघर: भारतीय जनता पार्टी देवघर जिला की ओर से केंद्र के निर्देशानुसार वंदे मातरम गीत के 150 वर्ष पूरे होने पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी के आह्वान पर वीर कुंवर सिंह चौक जिला अध्यक्ष सचिन रवानी के नेतृत्व में सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चों के साथ सामूहिक वंदे मातरम गाकर राष्ट्रभक्ति की जोत जगाई। जिला अध्यक्ष सचिन रवानी ने कहा आज हम लोग वीर कुंवर सिंह चौक पर वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर हाथों में तिरंगा लेकर देवघर की जनता के साथ वंदे मातरम का सामूहिक गीत गाऐ और आगे भी गाएंगे सभी लोगों ने हाथों में राष्ट्रध्वज लेकर देशभक्ति की मिसाल कायम की यह कार्यक्रम हम लोग का निरंतर चलते रहेगा। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित जिला अध्यक्ष सचिन रवानी संजीव जजवाड़े गौरी शंकर शर्मा अधीर भैया नवल राय रीता चौरसिया दिवाकर गुप्ता सचिन सुल्तानिया विजया सिंह ममता गुप्ता रवि तिवारी प्रज्ञा झा धनंजय तिवारी सोना धारी झा बबलू पासवान धनंजय खवाड़े मुकेश पाठक जयप्रकाश सिंह अशोक यादव ललन मिश्रा विष्णु रावत दिलीप यादव सतनारायण रामानी अलका सोनी चंपा घोष मीणा झा अशोक गोण मोहन कुमार विपिन देव सौरभ पाठक प्रमोद राय भूषण सोनी मौसमी मुखर्जी जय मिश्रा मनोज मिश्रा अमित कुमार बबलू कुमार कुसुम सिंह पवन पांडे रंजीत झा राजकिशोर गुप्ता अशोक कुमार एवं सैकड़ो कार्यकर्ता इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित थे
सिर्फ 10 महीनों में ही स्‍कोडा ऑटो इंडिया की सालाना बिक्री ने बनाया नया रिकॉर्ड

अक्टूबर में दर्ज की अब तक की सर्वाधिक मासिक बिक्री

• जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच 61,607 कारों की बिक्री दर्ज

• 2022 में दर्ज 53,721 यूनिट्स के पिछले वार्षिक रिकॉर्ड को तोड़ा

• अक्टूबर 2025 में 8,252 से अधिक यूनिट्स की बिक्री, अब तक की सबसे बड़ी मासिक उपलब्धि

स्‍कोडा ऑटो इंडिया के लिए ऐतिहासिक रहा है — कंपनी ने भारत में अपने 25 साल पूरे किए हैं। इसी वर्ष के अक्टूबर महीने में ब्रांड ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की, देश में अपनी अब तक की सर्वाधिक वार्षिक बिक्री का आंकड़ा पार किया।

जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच स्‍कोडा ऑटो इंडिया ने 61,607 वाहनों की बिक्री दर्ज की। यह उपलब्धि कंपनी के अब तक के सर्वश्रेष्ठ तिमाही और अर्धवार्षिक प्रदर्शन के बाद आई है। अक्टूबर 2025 में 8,252 से अधिक यूनिट्स की बिक्री के साथ स्‍कोडा ऑटो इंडिया ने अपनी अब तक की सबसे बड़ी मासिक बिक्री भी दर्ज की है।

इस शानदार वृद्धि के पीछे सबसे बड़ी भूमिका रही स्‍कोडा ऑटो इंडिया की पहली सब-4 मीटर एसयूवी ‘काइलैक’ की, जिसकी बिक्री निरंतर मज़बूती से बढ़ रही है। इसके साथ ही, ब्रांड की फ्लैगशिप लक्ज़री 4x4 कोडियाक, लोकप्रिय कुशाक और स्‍लाविया मॉडलों का योगदान भी लगातार बना हुआ है। वहीं, उच्च-प्रदर्शन वाली ऑक्‍टैविया आरएस लॉन्च के केवल 20 मिनट के भीतर ही पूरी तरह बिक गई।

इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बारे में आशीष गुप्ता, ब्रांड डायरेक्टर, स्‍कोडा ऑटो इंडिया, ने कहा, “हमने वर्ष 2025 की शुरुआत भारत में ब्रांड को मज़बूती से आगे बढ़ाने और नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने के संकल्प के साथ की थी। यह ‘अब तक की सबसे बड़ी बिक्री’ हमारे स्पष्ट दृष्टिकोण, दृढ़ संकल्प और तेज़ कार्यान्वयन का प्रमाण है — इन्हीं ने भारत में हमारी प्रगति को नई गति दी है। हमारा नए और आकर्षक मॉडलों की पेशकश, भारतीय ग्राहकों से जुड़ती हमारी संवाद शैली, 318 ग्राहक टचप्वाइंट्स तक विस्तारित नेटवर्क और नए भौगोलिक क्षेत्रों में उपस्थिति, ये सभी हमारे 25वें वर्ष को भारत में अब तक का सबसे सफल वर्ष बनाने में निर्णायक रहे हैं।”

प्रासंगिकता और प्रगति का वर्ष

स्‍कोडा ऑटो इंडिया के लिए यह वर्ष उसके उत्पाद नवाचार और नेटवर्क विस्तार रणनीति की सफलता से प्रेरित रहा है। ब्रांड की पहली सब-4 मीटर एसयूवी ‘काईलैक’ लॉन्च के बाद से ही ग्राहकों की पहली पसंद बन गई है - अब तक इसकी 40,000 से अधिक यूनिट्स बिक चुकी हैं।

कुशाक और स्‍लाविया के लिमिटेड एडिशन मॉडलों ने ग्राहकों के लिए ब्रांड के मूल्य प्रस्ताव को और आकर्षक बनाया है, जबकि फ्लैगशिप 4x4 कोडियाक ने लक्ज़री अनुभव को नई ऊँचाई दी है।

ऑटो प्रेमियों के लिए प्रतिष्ठित ओक्‍टैविया आरएस ने परफॉर्मेंस और ड्राइविंग का रोमांच फिर से जीवंत कर दिया है।

स्‍कोडा ने अब भारत में स्थानीय रूप से निर्मित स्‍लाविया, कुशाक और काइलैक मॉडलों की 2,00,000 से अधिक कारों की बिक्री का महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है। कंपनी का नेटवर्क अब 180 शहरों में 318 ग्राहक टचप्वाइंट्स तक फैल चुका है।

काइलैक, कुशाक और कोडियाक के साथ स्‍कोडा अब हर आकांक्षा के अनुरूप एसयूवी विकल्प प्रदान करती है, जबकि स्‍लाविया और ऑक्‍टैविया आरएस की वापसी के साथ अपने प्रतिष्ठित सेडान सेगमेंट की विरासत को भी आगे बढ़ा रही है।

ब्रांड की विशिष्ट पहचान

स्‍कोडा ने अपने ब्रांड संचार को अर्थपूर्ण कहानियों और संवेदनशील संदेशों के माध्यम से एक विशिष्ट पहचान देने पर ध्यान केंद्रित किया है। भारत, स्‍कोडा ऑटो का दुनिया का पहला बाज़ार बन गया है जिसने अपने पूरे नेटवर्क का 100% रीब्रांडिंग नई कॉर्पोरेट आइडेंटिटी और डिज़ाइन के साथ पूरा किया है। लोकप्रिय ‘आई लव माई डोडा’ अभियान ने ग्राहकों को कहानी के केंद्र में रखकर स्‍कोडा की ‘मालिक नहीं, प्रशंसक’ वाली भावना को शानदार ढंग से प्रस्तुत किया।

भरोसा और संबंध मज़बूत करना

स्‍कोडा ऑटो इंडिया ग्राहकों के अनुभव और सेवा उत्कृष्टता पर लगातार ध्यान केंद्रित कर भरोसा मज़बूत कर रही है। कंपनी का लक्ष्य है कि 2025 के अंत तक अपने सेल्स और आफ्टरसेल्स नेटवर्क में कर्मचारियों की संख्या 50% बढ़ाकर 7,500 से अधिक कर दी जाए। इसके साथ ही, 25,000 से अधिक ट्रेनिंग डे में निवेश कर आफ्टरसेल्स गुणवत्ता और ग्राहक संतुष्टि को और ऊँचा उठाया जाएगा।

ब्रांड की यह प्रतिबद्धता केवल सेवाओं तक सीमित नहीं है — यह ग्राहकों के साथ एक सशक्त समुदाय निर्माण की दिशा में उठाया गया कदम भी है। हाल ही में हुए ‘फैन्‍स ऑफ स्‍कोडा’ कैंपेन के तहत, 60 से अधिक स्‍कोडा प्रशंसकों ने 28 कारों के काफिले के साथ 19,024 फीट ऊँचाई पर स्थित उमलिंग ला तक ड्राइव कर भारत और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराया, जो ब्रांड और उसके प्रशंसकों के बीच गहरे संबंध का प्रतीक है।

चंदौसी में पारिवारिक कलह से व्यापारी की संदिग्ध मौत, बेटे ने पत्नी पर लगाया उकसाने का आरोप

Sambhal चंदौसी थाना क्षेत्र के मौलागढ़ स्थित संगम विहार कॉलोनी में शनिवार को पारिवारिक विवाद के चलते एक व्यापारी ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी।

व्यापारी की मौत से परिवार में कोहराम मच गया परिजनों का रो रो कर बुरा हाल होगा

थाना चंदौसी क्षेत्र की संगम विहार मौलागढ़ निवासी सरवन कुमार गुप्ता (48 वर्ष) पुत्र रामस्वरूप गुप्ता परिवार कल के चलते जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया जिससे परिजनों में सनसनी फैल गई परियों ने सरवन कुमार को उपचार के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया जहां से दोबारा परिजनों ने सीएससी चंदौसी में भर्ती कराया जहां हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल संभल को रेफर कर दिया जहां उपचार के दौरान सरवन कुमार की दर्दनाक मौत हो गई

परिजनों के अनुसार सरवन बीते कुछ दिनों से मानसिक तनाव में थे।

मृतक के पुत्र रोहित गुप्ता ने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी मुस्कान चौहान के उकसावे पर उसके पिता ने यह कदम उठाया। रोहित ने बताया कि वह पिछले सात महीनों से अपने पिता से अलग मिलन विहार में रह रहा था। उसकी शादी वर्ष 2022 में गोलागंज चंदौसी निवासी राजेश चौहान की पुत्री मुस्कान चौहान से हुई थी। रोहित के अनुसार 28 अगस्त को किसी बात को लेकर पति-पत्नी में विवाद हुआ, जिसके बाद मुस्कान अपने मायके चली गई थी।

रोहित का आरोप है कि 2 नवंबर को मुस्कान अचानक उसके पिता की दुकान पर पहुंची और वहां गाली-गलौज करने लगी। इससे उसके पिता आहत हो गए और मानसिक रूप से परेशान होकर घर लौटे, जहां उन्होंने कथित रूप से जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मृतक के परिवार में पत्नी सुमन, पुत्र रोहित और पुत्री अंजली हैं। दोनों बच्चों की शादी हो चुकी है। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

घटना से क्षेत्र में शोक की लहर है और लोग इसे पारिवारिक तनाव का दुखद परिणाम बता रहे हैं।

भारत पहली बार बना वर्ल्ड चैंपियन, फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर रचा इतिहास

भारत की बेटियों ने वो कर दिखाया है जिसका इंतजार 150 करोड़ हिंदुस्तानियों को लंबे समय था. हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने महिला वर्ल्ड कप जीत लिया है. नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हरा दिया. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रन बनाए और जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम भारतीय गेंदबाजी और फाइनल के दबाव में बिखर गई. दक्षिण अफ्रीका की टीम 246 रन ही बना पाई. दक्षिण अफ्रीकी कप्तान लॉरा वूलफार्ट ने जरूर शतक लगाया लेकिन इस खिलाड़ी के आउट होते ही पूरा मैच बदल गया.

शेफाली और दीप्ति ने दिखाया दम

भारत की जीत की स्क्रिप्ट शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा ने लिखी. शेफाली ने फाइनल मैच में 87 रन बनाने के अलावा 2 विकेट लिए वहीं दीप्ति ने भी 58 रन बनाने के साथ-साथ 5 विकेट झटके और उन्होंने एक खिलाड़ी को रन आउट भी किया.

भारत के लिए टॉस गंवाना रहा लकी

भारतीय टीम ने इस मुकाबले में भी टॉस गंवाया और उसके लिए ये गुडलक साबित हुआ. पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने ओपनर शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना के दम पर कमाल शुरुआत की. दोनों बल्लेबाजों नेपहले विकेट के लिए 104 रन जोड़े. स्मृति मंधाना हालांकि 45 रन बनाकर आउट हो गईं लेकिन शेफाली वर्मा क्रीज पर डटी रहीं और उन्होंने 87 रन बनाकर भारत को अच्छी स्थिति में पहुंचाया. शेफाली के अलावा मिडिल ऑर्डर में दीप्ति शर्मा ने बेहतरीन बैटिंग करते हुए 100 के स्ट्राइक रेट से 58 रन बनाए. विकेटकीपर ऋचा घोष ने भी 24 गेंदों में 34 रनों की पारी खेली और टीम इंडिया 298 रनों तक पहुंची.

फिर गेंदबाजों का दिखा दम

बल्लेबाजों के बाद बारी थी गेंदबाजों की और सभी गेंदबाज उसमें खरे उतरे. खासतौर पर दीप्ति शर्मा, शेफाली वर्मा और श्री चरनी ने अपनी फिरकी से साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों को फंसाया. दीप्ति शर्मा ने 9.3 ओवर में 39 रन देकर 5 विकेट हासिल किए. श्री चरनी ने 48 रन देकर 1 विकेट लिए. शेफाली वर्मा ने 36 रन देकर 2 विकेट हासिल किए.

12 हार के बाद हुआ चमत्कार

कप्तान हरमनप्रीत कौर के लिए खासतौर पर ये जीत बेहद खास है क्योंकि उन्होंने इस टूर्नामेंट से पहले 12 आईसीसी टूर्नामेंट खेले थे और हर बार उन्हें नाकामी मिली. वो वनडे वर्ल्ड कप 2009,2013, 2017 और 2022 में खेलीं. टी20 वर्ल्ड कप उन्होंने 2009, 2010, 2012, 2014, 2016, 2018, 2020 और 2023 में खेला लेकिन वो नाकाम रहीं. अबजाकर आखिरकार वो 2025 में वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर पाई हैं.

साइक्लोन मोंथा से आंध्र प्रदेश और ओडिशा में तबाही, यूपी-बिहार तक आफत

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चक्रवात मोन्था ने मंगलवार रात आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई। बंगाल की खाड़ी से उठा यह तूफान बुधवार रात करीब सात बजे आंध्र प्रदेश तट से टकराया। करीब 90-100 से की किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यह तूफान आंध्र में घुसा। आंध्र और ओडिशा इससे थरथरा से गए। गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में तट से टकराने के बाद इसने दक्षिण भारत के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया।

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मोंथा तूफान मंगलवार को आंध्र प्रदेश तट के मछिलीपट्टनम और कालींगपट्टनम के बीच काकीनाडा के पास जमीन से टकराया। उस समय हवा की रफ्तार 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा थी, जो 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई। तटीय इलाकों में समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठीं और कई जगहों पर पेड़ व बिजली के खंभे गिर गए। तूफान का असर ओडिशा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ से लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार तक दिखाई देने लगा है।

आंध्र प्रदेश में एक बुजुर्ग महिला की मौत

आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम में चक्रवात मोंथा की वजह से मंगिनापुडी समुद्र तट पर तेज हवाओं का असर तट पर देखा गया। कोनसीमा जिले में तूफान के कारण एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई, जब तेज़ हवाओं से गिरा पेड़ उसके घर पर जा गिरा। इसी जिले में तेज़ हवाओं के चलते नारियल के पेड़ गिरने से एक लड़का और एक ऑटो चालक घायल हो गए। मोंथा तूफान की वजह से विशाखापत्तन में तट पर ऊंची लहरें उठने लगीं. वहीं मोंथा के प्रभाव के बीच चेन्नई में मछुआरे अलर्ट दिखे

हेल्पलाइन नंबर जारी

आंध्र प्रदेश में चक्रवात मोंथा से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए नियंत्रण कक्ष बनाए गए हैं। हेल्पलाइन नंबर चित्तूर (08572-242777, 9491077325), नेल्लोर (0861-2331261, 7995576699), काकीनाडा (0884-2356801), बापटल (0863-2234014), गुंटूर (0864-3220226) और वाईएसआर कडपा (08562-246344) हैं।

ओडिशा के गजपति में कई जगहों पर भूस्खलन

ओडिशा के गजपति की जिला अधिकारी मधुमिता ने बताया कि प्रशासन ने रातभर काम किया, ताकि किसी तरह की जनहानि न हो। उन्होंने कहा, लगातार बारिश की वजह से कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है। हमने सुबह उन जगहों को खाली कर दिया। शून्य जनहानि का लक्ष्य पाने के लिए 10 हजार लोगों को संवेदनशील इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

*चेकिंग के दौरान बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़,तीन बदमाश घायल अस्पताल में भर्ती*
सुल्तानपुर जिले के थाना कोतवाली देहात पुलिस टीम द्वारा पखरौली रेलवे क्रासिंग पर संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग के दौरान बाइक सवार तीन संदिग्ध व्यक्ति आते दिखायी दिये जिन्हें पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। तो वह बदमाश भागने लगे। जिन्हें पुलिस टीम द्वारा पीछा किया गया तो कुछ दूरी पर बाईक फिसल कर गिर गयी,जिस पर बैठे तीनो बदमाश जमीन पर गिर गये,पुलिस वालों को देख कर मोटर साईकिल सवारों नें पुलिस टीम पर फायर कर दिया,आत्मसुरक्षा में पुलिस टीम द्वारा फायरिंग की गयी,जिसमें एक संदिग्ध व्यक्ति के पैर में एक गोली लग गयी,जो घायल होकर वही पर गिर गया व अन्य दो संदिग्ध व्यक्ति को पुलिस टीम द्वारा तीनों को असलहे के साथ पकड़ लिया गया। घायल अभियुक्त को इलाज हेतु अस्पताल भेजवाया गया।

*गिरफ्तार अभियुक्त*

*गिरफ्तार अभियुक्तः-1*

मुकेश पुत्र रामदौर निवासी फिरोजपुर शाहपुर थाना जलालपुर अम्बेडकर गिरफ्तार।

*अभियुक्तगण-2* लालू पुत्र मेहन्द्र 3. राज उर्फ छोटू पुत्र संजय निवासीगण फिरोजपुर शाहपुर थाना जलालपुर जनपद अम्बेडकर नगर *अभियुक्त का आपराधिक इतिहासः* - 1.मु0अ0सं0-151/2018 धारा 379/411 भादवि0 को0 नगर जनपद सुलतानपुर 2.मु0अ0सं0-787/2022 धारा 379/411 भादवि0 थाना अकबरपुर जनपद अम्बेडकरनगर 3.मु0अ0सं0-791/2022 धारा 4/25 आर्म्स एक्ट थाना अकबरपुर जनपद अम्बेडकरनगर 4.मु0अ0सं0-236/2024 धारा 3 (1) यू0पी0 गैंगेस्टर एक्ट थाना अकबरपुर जनपद अम्बेडकरनगर 5.मु0अ0सं0-41/2014 धारा 379/411 भादवि0 थाना हंसवर जनपद अम्बेडकरनगर *अभियुक्त-लालू उपरोक्त का आपराधिक इतिहासः-* 1.मु0अ0सं0- 251/2025 धारा 115(2)/3(5)/352 बीएनएस थाना अहरौला जनपद आजमगढ़ 2.मु0अ0सं0- 19/2016 धारा 356/411 भादवि0 थाना महाराजगंज जनपद आजमगढ़ 3.मु0अ0सं0- 20/2016 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट थाना महाराजगंज जनपद आजमगढ़ 4.मु0अ0सं0- 267/2022 धारा-379 भादवि0 थाना फूलपुर जनपद आजमगढ़ 5.मु0अ0सं0- 614/2020 धारा 379/411/419/420/467/468/471 भादवि0 थाना को0 नगर अयोध्या 6.मु0अ0सं0- 619/2020 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट थाना को0 नगर अयोध्या 7.मु0अ0सं0- 221/2020 धारा 379/411 भादवि0 थाना हंसवर थाना अम्बेडकरनगर 8.मु0अ0सं0- 224/2025 धारा 4/25 आर्म्स एक्ट थाना हंसवर थाना अम्बेडकरनगर 9.मु0अ0सं0- 38/2021 धारा 3(1)यू०पी०गैगेस्टर थाना हंसवर थाना अम्बेडकरनगर 10.मु0अ0सं0- 362/2020 धारा 379 भादवि0 थाना जलालपुर अम्बेडकरनगर 11.मु0अ0सं0- 361/2020 धारा- 379/411/420 भादवि0 थाना टाण्डा अम्बेडकरनगर 12.मु0अ0सं0- 72/2020 धारा- 4/25 आर्म्स एक्ट थाना धनघटा संत कबीर नगर।
डंकी रूट से गए थे अमेरिका, हरियाणा के 50 युवक डिपोर्ट, बेड़ियों में बांधकर लाया गया दिल्ली

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोबारी वापसी के बाद से ही अवैध प्रवासियों पर सख्त हैं। अमेरिकी प्रशासन ने एक बार फिर सख्तू दिखाते हुए अवैध भारतीयों को डिपोर्ट किया। डंकी रूट के जरिये अमेरिका पहुंचने वाले 50 युवाओं को अमेरिका ने शनिवार देर रात डिपोर्ट कर भारत भेज दिया। डिपोर्ट किए गए लोगों में हरियाणा के 50 युवक शामिल हैं।

बेड़ियों में बांधकर लाया गया

विशेष विमान द्वारा इन युवाओं को दिल्ली एयरपोर्ट पर बेड़ियों में बांधकर लाया गया। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों ने इन्हें आधिकारिक प्रक्रिया के तहत भारतीय इमिग्रेशन अधिकारियों के हवाले किया। एयरपोर्ट पर हरियाणा पुलिस की विशेष टीमें पहले से मौजूद थीं। जिन युवाओं के खिलाफ आपराधिक और गिरोह से जुड़े मामलों की जानकारी थी, उन्हें मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया। बाकी युवाओं को कागजी कार्रवाई के बाद उनके गृह जिलों में भेज दिया गया।

किस जिले से कितने युवा लौटे

शनिवार देर शाम अमेरिका के एक विशेष विमान में ये सभी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट उतरे। सूचना पाकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची हरियाणा की स्थानीय पुलिस को उनके-उनके जिले के निवासी लोगों को सौंपा गया। कैथल से 16, करनाल से 16 और अंबाला से पांच युवकों को डिपोर्ट किया गया है। यमुनानगर के चार, कुरुक्षेत्र के पांच, जींद के तीन, रोहतक व पानीपत का एक-एक युवक शामिल है। सभी की उम्र 18 से 42 साल के बीच है। ये सभी डंकी रूट से अमेरिका गए थे। वहां छह महीने से लेकर डेढ़ साल तक विभिन्न जेलों में रहे और अब बेड़ियों में वतन लौटे हैं।

लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य लाखा भी लौटा

वहीं इनमें सबसे बड़ा मामला कैथल के गांव तितरम निवासी लखविंद्र उर्फ लाखा का है। लाखा लॉरेंस बिश्नोई और अनमोल बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य है और 2022 से अमेरिका में बैठकर हरियाणा-पंजाब के व्यापारियों से फिरौती मांगने के नेटवर्क का संचालन कर रहा था। हरियाणा एसटीएफ की अंबाला यूनिट ने गैंगस्टर लॉरेंस के करीबी लखविंद्र उर्फ लाखा को गिरफ्तार कर लिया। कैथल के अलावा अन्य जिलों में भी उस पर फिरौती मांगने जैसे कई मामले दर्ज हैं।

मोस्ट वांटेड सुनली सरधानिया भी डिपोर्ट

इसके अलावा डिपोर्ट होकर आए दूसरे मोस्ट वांटेड सुनली सरधानिया का नाम भी शामिल हैं। जो हत्या सहित 24 आपराधिक वारदातों में वांछित है। सुनील को भिवानी में एक हत्या के केस में उम्र कैद और पंचकूला में डकैती के मामले में 10 साल की सजा हुई थी। दोनों मामलों में कोर्ट से जेल से जमानत आने के बाद उसने फर्जी पते पर अपना पासपोर्ट बनवाया था। इसके बाद 2024 में है विदेश भाग गया था। अमेरिका द्वारा रिपोर्ट किए गए युवकों में से एसटीएफ में दोनों आरोपियों तुरंत हिरासत में ले लिया। अब दोनों पुलिस रिमांड पर लिया है।

ट्रंप की अमेरिका फर्स्ट नीति

इस साल जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद, देश की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। ट्रंप ने चुनावों के दौरान अमेरिका की जॉब्स पहले अमेरिकी नागरिकों को देने का वादा किया था। ट्रंप समर्थकों का मानना है कि अवैध तरीके से आए प्रवासी अमेरिकियों की नौकरियां छीन रहे हैं।

बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने का मौका प्रदान कर रहा है एकीकृत प्रशिक्षण:शिवम पांडे
संजीव सिंह बलिया| परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के क्षमता संवर्धन के दृष्टि से आयोजित हो रहे एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के 11 वें बैच के समापन पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक शिवम पांडे जिनका स्थानांतरण जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भदोही के पद पर हुआ है, ने अपने संबोधन में बताया कि प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणाम इस बात का द्योतक है कि छात्रों में आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने तथा उनकी सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित और सुसज्जित करता है। यह अपनी तरह की एक अनूठी पहल है जिसमें शिक्षकों को प्रथम अस्तर के परामर्शदाता के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि छात्रों की सामाजिक भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं के प्रति सजग और उत्तरदाई बनाया जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा इस प्रशिक्षण के प्रभारी रविरंजन खरे के प्रयास से अभी तक लगभग 900 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है जबकि जनपद के कल 1500 प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक नई परंपरा की शुरुआत की गई है जिसमें प्रतिभागियों की उपस्थिति , तथा अनुशासन एवं प्रस्तुति के लिए अलग से पुरस्कृत किए जाने की व्यवस्था की गई है। इस बैच के प्रशिक्षण में प्राथमिक विद्यालय बहेरी पंदह के प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ,प्राथमिक विद्यालय बहोरवा खुर्द सियर के सिद्धांत कुमार ,प्राथमिक विद्यालय रासबिहारी नगर बेलहरी के सैयद मोहम्मद अफरोज, प्राथमिक विद्यालय की किशुनीपुर दुबहर के अनिल कुमार, प्राथमिक विद्यालय जमुआ दुबहर के चंदन कुमार गौतम ,प्राथमिक विद्यालय मझौवा बेलहरी के संजीव कुमार राय ,प्राथमिक विद्यालय बनकटा पंदह के अरुण कुमार गुप्ता, प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर उदयपूरा दुबहर की डॉक्टर लीना सिंह ,प्राथमिक विद्यालय कीर्तिपुर सियर की ज्योति वर्मा ,कन्या विद्यालय ककरासो सीयर के शबाना परवीन ,प्राथमिक विद्यालय बुद्धिपुर सियर की प्रियंका ,प्राथमिक विद्यालय प्रतापपुर दुबहर की इंदु देवी , कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय अब्दुलपुर मदारी नगरा की साक्षी गुप्ता, कंपोजिट विद्यालय बराड़ीडीह लवाई पट्टी नगरा के श्रीकांती ,पीएम श्री कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भूज्यनी सीयर के अश्विनी कुमार पांडे, कंपोजिट विद्यालय मलप नगरा की श्वेता चौधरी, कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय लहसनी नगरा की मंशा तथा प्राथमिक विद्यालय डोघ सीयर के ओमप्रकाश प्रसाद को सम्मानित किया गया। प्रशिक्षणर्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ता डॉ जितेंद्र गुप्ता, अविनाश सिंह,किरण सिंह,डॉक्टर अशफाक, देवेंद्र सिंह, राम प्रकाश, डॉक्टर शाइस्ता अंजुम, राम यश योगी,जानू राम तथा पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन कुमार मिश्र द्वारा पूर्ण मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है।
सहारनपुर में फेन्सेडिल तस्करी का बड़ा खुलासा, चार आरोपी गिरफ्तार

लखनऊ । उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने  फेन्सेडिल कफ सिरप और कोडीन युक्त अन्य दवाओं के अवैध भंडारण और नशे के उद्देश्य से बिक्री करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। यह कार्रवाई सहारनपुर में की गई और गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से भारी मात्रा में अवैध सामग्री और दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम व बरामद सामान

गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम विभोर राणा, पुत्र गण गजराज सिंह, निवासी 2सी-3926ए, नियर गन्ना भवन, शास्त्री नगर, थाना सदर बाजार, सहारनपुर, विशाल सिंह, पुत्र गण गजराज सिंह, निवासी 2सी-3926ए, नियर गन्ना भवन, शास्त्री नगर, थाना सदर बाजार, सहारनपुर, बिट्टू कुमार, पुत्र स्व. हरदेवा, निवासी 49 अनमोल विहार कॉलोनी, शिव मंदिर के पास, थाना सदर बाजार, सहारनपुर; स्थाई पता: ग्राम अब्दुल्ला नगर, पो० बनहेड़ा, थाना देवबंद, सचिन कुमार, पुत्र स्व. हरदेवा, निवासी 49 अनमोल विहार कॉलोनी, शिव मंदिर के पास, थाना सदर बाजार, सहारनपुर; स्थाई पता: ग्राम अब्दुल्ला नगर, पो० बनहेड़ा, थाना देवबंद, गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्तों के पास दो पिस्टल, दस कारतूस, चार मोबाइल फोन और भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक व भौतिक दस्तावेज बरामद किए गए।

कफ सिरप के लंबे समय से भंडारण की मिल रही थी सूचना

एसटीएफ को लंबे समय से जानकारी मिल रही थी कि फेन्सेडिल कफ सिरप और कोडीन युक्त दवाओं का अवैध भंडारण और व्यापार किया जा रहा है। यह दवाएं नशे के रूप में इस्तेमाल के लिए भेजी जा रही थीं और इनके खरीदार उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तक फैले हुए थे।उत्तर प्रदेश शासन के पत्र के अनुसार एसटीएफ और खाद्य एवं औषधि प्रसाधन विभाग की संयुक्त जांच समिति बनाई गई थी। जांच के दौरान लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में भारी मात्रा में अवैध फेन्सेडिल बरामद की गई थी और मुकदमा पंजीकृत किया गया।

बांग्लादेश में नशे के रूप में इस दवा का खूब होता है इस्तेमाल

एसटीएफ ने गिरफ्तार अभियुक्तों से विस्तृत पूछताछ की। पूछताछ के दौरान विभोर राणा और विशाल सिंह ने बताया कि वर्ष 2018 में उन्होंने जी.आर. ट्रेडिंग, सहारनपुर नामक फर्म बनाई और एबॉट कंपनी से फेन्सेडिल कफ सिरप की सुपर डिस्ट्रीब्यूशनशिप ली। उनका दावा था कि यह दवा बांग्लादेश में नशे के रूप में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होती है।अभियुक्तों ने कहा कि अधिक लाभ कमाने के उद्देश्य से उन्होंने परिचितों के नाम पर ड्रग लाइसेंस बनवाए और फर्जी फर्मों के जरिए खरीद-फरोख्त को केवल कागजों में दिखाया। वास्तविक दवा को नशे के लिए इस्तेमाल करने वाले तस्करों को बेचा जाता था।

सचिन कुमार को हरिद्वार, उत्तराखंड में सुपर डिस्ट्रीब्यूटर बनाया

उन्होंने आगे बताया कि वर्ष 2021 में जौनपुर, बनारस और मालदा में कई जगह एसटीएफ और एनसीबी ने माल पकड़ा, जिसके बाद उनकी फर्म और फर्जी फर्म सचिन मेडिकोस का नाम विभिन्न नोटिसों में आया। वर्ष 2022 में एनसीबी वेस्ट बंगाल द्वारा विभोर राणा को गिरफ्तार किया गया था।फिर उन्होंने फर्म मारुति मेडिकोज बनाई और सचिन कुमार को हरिद्वार, उत्तराखंड में सुपर डिस्ट्रीब्यूटर बनाया। इसके माध्यम से फेन्सेडिल की तस्करी जारी रही। उनके अन्य सहयोगियों में अभिषेक शर्मा, शुभम शर्मा, संदीप शर्मा, दीपक राणा, संजय शर्मा और सी.ए. अरुण सिंघल शामिल थे।

जांच का दायरा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड तक बढ़ा

पूछताछ में यह भी सामने आया कि विभोर राणा और विशाल सिंह ने फेन्सेडिल तस्करी से लगभग 200 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित की। उनका यह कारोबार वर्षों तक चलता रहा और इसके लिए उन्होंने कई फर्जी फर्में बनाई।चारों गिरफ्तार आरोपियों को मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट, सहारनपुर के सामने पेश किया गया और ट्रांजिट डिमांड प्राप्त की गई। लखनऊ में उन्हें पहले से पंजीकृत मुकदमा  के तहत अग्रिम कार्रवाई के लिए लाया जाएगा।एसटीएफ की टीम, अपर पुलिस अधीक्षक  लाल प्रताप सिंह के पर्यवेक्षण में, अभियुक्तों से मिले दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और बैंक लेन-देन की जांच कर रही है।

जांच का दायरा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड तक फैलाया

इसका उद्देश्य फेन्सेडिल के अवैध व्यापार का पूरा नेटवर्क उजागर करना और संबंधित सभी व्यक्तियों को न्याय के कटघरे में लाना है। एसटीएफ और खाद्य एवं औषधि विभाग ने इस तस्करी को रोकने और दवाओं के अवैध वितरण को समाप्त करने के लिए सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। जांच का दायरा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड तक फैलाया गया है और फेन्सेडिल तस्करी में शामिल सभी फर्मों और सहयोगियों की पहचान की जा रही है।
दिल्ली ब्लास्टः धमाके वाली कार में मौजूद था आतंकी उमर, DNA टेस्ट में खुला राज

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दिल्ली कार ब्लास्ट केस में बड़ा खुलासा हुआ है। सोमवार शाम को चांदनी चौक पर लाल किले के पास जिस कार में धमाका हुआ था, उसमें आतंकी डॉक्टर उमर खुद मौजूद था। DNA टेस्ट से इस बात की पुष्टि हो गई है। इस धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए।

दिल्ली पुलिस ने किया खुलासा

कार के मलबे से मिले जले हुए शव का DNA टेस्ट उमर के परिवार के सदस्यों के सैंपल से 100 फीसदी मैच हुआ है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि डीएनए टेस्ट से पुष्टि हुई है कि लाल किले के पास विस्फोट करने वाला व्यक्ति डॉ. उमर उन नबी था। विस्फोट के बाद, उसका पैर स्टीयरिंग व्हील और एक्सीलेटर के बीच फंस गया था। उसका डीएनए सैंपल उसकी मां से मेल खाता है।

फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के खुलासे के बाद किया विस्फोट

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) व दिल्ली पुलिस को बुधवार देर रात डीएनए जांच की रिपोर्ट मिली। इससे साफ हो गया कि आई20 कार उमर नबी ही चला रहा था और धमाके में उसकी भी मौत हो गई। उसने आई20 में विस्फोटक लाद रखा था। बता दें कि लाल किले के पास ब्लास्ट फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के सामने आने के बाद हुआ। हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी से 2,900 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक और गोला-बारूद बरामद होने के कुछ ही घंटों बाद सोमवार शाम आतंकी उमर ने लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास कार में विस्फोट किया था।

साथी डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद दिया घटना को अंजाम

इस मामले की तहकीकात कर रही टीमों को शुरुआत से ही इस बात का शक था कि कार में मौजूद शख्स डॉ उमर ही है। उमर ने विस्फोट से ठीक 11 दिन पहले सफेद ह्यूंडई i20 कार खरीदी थी। वह फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का प्रमुख सदस्य था। आतंकी मुजम्मिल और अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद से वह फरार चल रहा था। सुरक्षा एजेंसियों की एक्शन से हड़बड़ा गया और पैनिक में आकर घटना को अंजाम दिया।

परिवार वालों को थी उमर के कट्टरपंथी होने की जानकारी

मीडिया रिपोर्टों में यह बात भी सामने आई है कि आतंकी उमर के परिवार वालों को भी उसके कट्टरपंथी होने का पता लग चुका था, लेकिन परिवार के किसी भी सदस्य ने इसकी जानकारी प्रशासन या पुलिस को नहीं दी। यह बात भी सामने निकल कर आ रही है कि उमर तुर्किए की राजधानी अंकारा में बैठे अपने हैंडलर के साथ संपर्क में था। साल 2022 में उमर अपने कुछ साथियों के साथ अंकारा भी गया था। इसी दौरान सभी का ब्रेन वॉश किया गया। इस मामले में NIA की टीम ने तुर्किए दूतावास से सहयोग मांगा है।

देवघर- वंदे मातरम के डेढ़ सौ वर्ष पूरे अपने पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वीर कुंवर सिंह चौक पर किया कार्यक्रम।
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देवघर: भारतीय जनता पार्टी देवघर जिला की ओर से केंद्र के निर्देशानुसार वंदे मातरम गीत के 150 वर्ष पूरे होने पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी के आह्वान पर वीर कुंवर सिंह चौक जिला अध्यक्ष सचिन रवानी के नेतृत्व में सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चों के साथ सामूहिक वंदे मातरम गाकर राष्ट्रभक्ति की जोत जगाई। जिला अध्यक्ष सचिन रवानी ने कहा आज हम लोग वीर कुंवर सिंह चौक पर वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर हाथों में तिरंगा लेकर देवघर की जनता के साथ वंदे मातरम का सामूहिक गीत गाऐ और आगे भी गाएंगे सभी लोगों ने हाथों में राष्ट्रध्वज लेकर देशभक्ति की मिसाल कायम की यह कार्यक्रम हम लोग का निरंतर चलते रहेगा। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित जिला अध्यक्ष सचिन रवानी संजीव जजवाड़े गौरी शंकर शर्मा अधीर भैया नवल राय रीता चौरसिया दिवाकर गुप्ता सचिन सुल्तानिया विजया सिंह ममता गुप्ता रवि तिवारी प्रज्ञा झा धनंजय तिवारी सोना धारी झा बबलू पासवान धनंजय खवाड़े मुकेश पाठक जयप्रकाश सिंह अशोक यादव ललन मिश्रा विष्णु रावत दिलीप यादव सतनारायण रामानी अलका सोनी चंपा घोष मीणा झा अशोक गोण मोहन कुमार विपिन देव सौरभ पाठक प्रमोद राय भूषण सोनी मौसमी मुखर्जी जय मिश्रा मनोज मिश्रा अमित कुमार बबलू कुमार कुसुम सिंह पवन पांडे रंजीत झा राजकिशोर गुप्ता अशोक कुमार एवं सैकड़ो कार्यकर्ता इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित थे
सिर्फ 10 महीनों में ही स्‍कोडा ऑटो इंडिया की सालाना बिक्री ने बनाया नया रिकॉर्ड

अक्टूबर में दर्ज की अब तक की सर्वाधिक मासिक बिक्री

• जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच 61,607 कारों की बिक्री दर्ज

• 2022 में दर्ज 53,721 यूनिट्स के पिछले वार्षिक रिकॉर्ड को तोड़ा

• अक्टूबर 2025 में 8,252 से अधिक यूनिट्स की बिक्री, अब तक की सबसे बड़ी मासिक उपलब्धि

स्‍कोडा ऑटो इंडिया के लिए ऐतिहासिक रहा है — कंपनी ने भारत में अपने 25 साल पूरे किए हैं। इसी वर्ष के अक्टूबर महीने में ब्रांड ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की, देश में अपनी अब तक की सर्वाधिक वार्षिक बिक्री का आंकड़ा पार किया।

जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच स्‍कोडा ऑटो इंडिया ने 61,607 वाहनों की बिक्री दर्ज की। यह उपलब्धि कंपनी के अब तक के सर्वश्रेष्ठ तिमाही और अर्धवार्षिक प्रदर्शन के बाद आई है। अक्टूबर 2025 में 8,252 से अधिक यूनिट्स की बिक्री के साथ स्‍कोडा ऑटो इंडिया ने अपनी अब तक की सबसे बड़ी मासिक बिक्री भी दर्ज की है।

इस शानदार वृद्धि के पीछे सबसे बड़ी भूमिका रही स्‍कोडा ऑटो इंडिया की पहली सब-4 मीटर एसयूवी ‘काइलैक’ की, जिसकी बिक्री निरंतर मज़बूती से बढ़ रही है। इसके साथ ही, ब्रांड की फ्लैगशिप लक्ज़री 4x4 कोडियाक, लोकप्रिय कुशाक और स्‍लाविया मॉडलों का योगदान भी लगातार बना हुआ है। वहीं, उच्च-प्रदर्शन वाली ऑक्‍टैविया आरएस लॉन्च के केवल 20 मिनट के भीतर ही पूरी तरह बिक गई।

इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बारे में आशीष गुप्ता, ब्रांड डायरेक्टर, स्‍कोडा ऑटो इंडिया, ने कहा, “हमने वर्ष 2025 की शुरुआत भारत में ब्रांड को मज़बूती से आगे बढ़ाने और नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने के संकल्प के साथ की थी। यह ‘अब तक की सबसे बड़ी बिक्री’ हमारे स्पष्ट दृष्टिकोण, दृढ़ संकल्प और तेज़ कार्यान्वयन का प्रमाण है — इन्हीं ने भारत में हमारी प्रगति को नई गति दी है। हमारा नए और आकर्षक मॉडलों की पेशकश, भारतीय ग्राहकों से जुड़ती हमारी संवाद शैली, 318 ग्राहक टचप्वाइंट्स तक विस्तारित नेटवर्क और नए भौगोलिक क्षेत्रों में उपस्थिति, ये सभी हमारे 25वें वर्ष को भारत में अब तक का सबसे सफल वर्ष बनाने में निर्णायक रहे हैं।”

प्रासंगिकता और प्रगति का वर्ष

स्‍कोडा ऑटो इंडिया के लिए यह वर्ष उसके उत्पाद नवाचार और नेटवर्क विस्तार रणनीति की सफलता से प्रेरित रहा है। ब्रांड की पहली सब-4 मीटर एसयूवी ‘काईलैक’ लॉन्च के बाद से ही ग्राहकों की पहली पसंद बन गई है - अब तक इसकी 40,000 से अधिक यूनिट्स बिक चुकी हैं।

कुशाक और स्‍लाविया के लिमिटेड एडिशन मॉडलों ने ग्राहकों के लिए ब्रांड के मूल्य प्रस्ताव को और आकर्षक बनाया है, जबकि फ्लैगशिप 4x4 कोडियाक ने लक्ज़री अनुभव को नई ऊँचाई दी है।

ऑटो प्रेमियों के लिए प्रतिष्ठित ओक्‍टैविया आरएस ने परफॉर्मेंस और ड्राइविंग का रोमांच फिर से जीवंत कर दिया है।

स्‍कोडा ने अब भारत में स्थानीय रूप से निर्मित स्‍लाविया, कुशाक और काइलैक मॉडलों की 2,00,000 से अधिक कारों की बिक्री का महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है। कंपनी का नेटवर्क अब 180 शहरों में 318 ग्राहक टचप्वाइंट्स तक फैल चुका है।

काइलैक, कुशाक और कोडियाक के साथ स्‍कोडा अब हर आकांक्षा के अनुरूप एसयूवी विकल्प प्रदान करती है, जबकि स्‍लाविया और ऑक्‍टैविया आरएस की वापसी के साथ अपने प्रतिष्ठित सेडान सेगमेंट की विरासत को भी आगे बढ़ा रही है।

ब्रांड की विशिष्ट पहचान

स्‍कोडा ने अपने ब्रांड संचार को अर्थपूर्ण कहानियों और संवेदनशील संदेशों के माध्यम से एक विशिष्ट पहचान देने पर ध्यान केंद्रित किया है। भारत, स्‍कोडा ऑटो का दुनिया का पहला बाज़ार बन गया है जिसने अपने पूरे नेटवर्क का 100% रीब्रांडिंग नई कॉर्पोरेट आइडेंटिटी और डिज़ाइन के साथ पूरा किया है। लोकप्रिय ‘आई लव माई डोडा’ अभियान ने ग्राहकों को कहानी के केंद्र में रखकर स्‍कोडा की ‘मालिक नहीं, प्रशंसक’ वाली भावना को शानदार ढंग से प्रस्तुत किया।

भरोसा और संबंध मज़बूत करना

स्‍कोडा ऑटो इंडिया ग्राहकों के अनुभव और सेवा उत्कृष्टता पर लगातार ध्यान केंद्रित कर भरोसा मज़बूत कर रही है। कंपनी का लक्ष्य है कि 2025 के अंत तक अपने सेल्स और आफ्टरसेल्स नेटवर्क में कर्मचारियों की संख्या 50% बढ़ाकर 7,500 से अधिक कर दी जाए। इसके साथ ही, 25,000 से अधिक ट्रेनिंग डे में निवेश कर आफ्टरसेल्स गुणवत्ता और ग्राहक संतुष्टि को और ऊँचा उठाया जाएगा।

ब्रांड की यह प्रतिबद्धता केवल सेवाओं तक सीमित नहीं है — यह ग्राहकों के साथ एक सशक्त समुदाय निर्माण की दिशा में उठाया गया कदम भी है। हाल ही में हुए ‘फैन्‍स ऑफ स्‍कोडा’ कैंपेन के तहत, 60 से अधिक स्‍कोडा प्रशंसकों ने 28 कारों के काफिले के साथ 19,024 फीट ऊँचाई पर स्थित उमलिंग ला तक ड्राइव कर भारत और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराया, जो ब्रांड और उसके प्रशंसकों के बीच गहरे संबंध का प्रतीक है।

चंदौसी में पारिवारिक कलह से व्यापारी की संदिग्ध मौत, बेटे ने पत्नी पर लगाया उकसाने का आरोप

Sambhal चंदौसी थाना क्षेत्र के मौलागढ़ स्थित संगम विहार कॉलोनी में शनिवार को पारिवारिक विवाद के चलते एक व्यापारी ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी।

व्यापारी की मौत से परिवार में कोहराम मच गया परिजनों का रो रो कर बुरा हाल होगा

थाना चंदौसी क्षेत्र की संगम विहार मौलागढ़ निवासी सरवन कुमार गुप्ता (48 वर्ष) पुत्र रामस्वरूप गुप्ता परिवार कल के चलते जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया जिससे परिजनों में सनसनी फैल गई परियों ने सरवन कुमार को उपचार के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया जहां से दोबारा परिजनों ने सीएससी चंदौसी में भर्ती कराया जहां हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल संभल को रेफर कर दिया जहां उपचार के दौरान सरवन कुमार की दर्दनाक मौत हो गई

परिजनों के अनुसार सरवन बीते कुछ दिनों से मानसिक तनाव में थे।

मृतक के पुत्र रोहित गुप्ता ने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी मुस्कान चौहान के उकसावे पर उसके पिता ने यह कदम उठाया। रोहित ने बताया कि वह पिछले सात महीनों से अपने पिता से अलग मिलन विहार में रह रहा था। उसकी शादी वर्ष 2022 में गोलागंज चंदौसी निवासी राजेश चौहान की पुत्री मुस्कान चौहान से हुई थी। रोहित के अनुसार 28 अगस्त को किसी बात को लेकर पति-पत्नी में विवाद हुआ, जिसके बाद मुस्कान अपने मायके चली गई थी।

रोहित का आरोप है कि 2 नवंबर को मुस्कान अचानक उसके पिता की दुकान पर पहुंची और वहां गाली-गलौज करने लगी। इससे उसके पिता आहत हो गए और मानसिक रूप से परेशान होकर घर लौटे, जहां उन्होंने कथित रूप से जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मृतक के परिवार में पत्नी सुमन, पुत्र रोहित और पुत्री अंजली हैं। दोनों बच्चों की शादी हो चुकी है। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

घटना से क्षेत्र में शोक की लहर है और लोग इसे पारिवारिक तनाव का दुखद परिणाम बता रहे हैं।

भारत पहली बार बना वर्ल्ड चैंपियन, फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर रचा इतिहास

भारत की बेटियों ने वो कर दिखाया है जिसका इंतजार 150 करोड़ हिंदुस्तानियों को लंबे समय था. हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने महिला वर्ल्ड कप जीत लिया है. नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हरा दिया. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रन बनाए और जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम भारतीय गेंदबाजी और फाइनल के दबाव में बिखर गई. दक्षिण अफ्रीका की टीम 246 रन ही बना पाई. दक्षिण अफ्रीकी कप्तान लॉरा वूलफार्ट ने जरूर शतक लगाया लेकिन इस खिलाड़ी के आउट होते ही पूरा मैच बदल गया.

शेफाली और दीप्ति ने दिखाया दम

भारत की जीत की स्क्रिप्ट शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा ने लिखी. शेफाली ने फाइनल मैच में 87 रन बनाने के अलावा 2 विकेट लिए वहीं दीप्ति ने भी 58 रन बनाने के साथ-साथ 5 विकेट झटके और उन्होंने एक खिलाड़ी को रन आउट भी किया.

भारत के लिए टॉस गंवाना रहा लकी

भारतीय टीम ने इस मुकाबले में भी टॉस गंवाया और उसके लिए ये गुडलक साबित हुआ. पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने ओपनर शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना के दम पर कमाल शुरुआत की. दोनों बल्लेबाजों नेपहले विकेट के लिए 104 रन जोड़े. स्मृति मंधाना हालांकि 45 रन बनाकर आउट हो गईं लेकिन शेफाली वर्मा क्रीज पर डटी रहीं और उन्होंने 87 रन बनाकर भारत को अच्छी स्थिति में पहुंचाया. शेफाली के अलावा मिडिल ऑर्डर में दीप्ति शर्मा ने बेहतरीन बैटिंग करते हुए 100 के स्ट्राइक रेट से 58 रन बनाए. विकेटकीपर ऋचा घोष ने भी 24 गेंदों में 34 रनों की पारी खेली और टीम इंडिया 298 रनों तक पहुंची.

फिर गेंदबाजों का दिखा दम

बल्लेबाजों के बाद बारी थी गेंदबाजों की और सभी गेंदबाज उसमें खरे उतरे. खासतौर पर दीप्ति शर्मा, शेफाली वर्मा और श्री चरनी ने अपनी फिरकी से साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों को फंसाया. दीप्ति शर्मा ने 9.3 ओवर में 39 रन देकर 5 विकेट हासिल किए. श्री चरनी ने 48 रन देकर 1 विकेट लिए. शेफाली वर्मा ने 36 रन देकर 2 विकेट हासिल किए.

12 हार के बाद हुआ चमत्कार

कप्तान हरमनप्रीत कौर के लिए खासतौर पर ये जीत बेहद खास है क्योंकि उन्होंने इस टूर्नामेंट से पहले 12 आईसीसी टूर्नामेंट खेले थे और हर बार उन्हें नाकामी मिली. वो वनडे वर्ल्ड कप 2009,2013, 2017 और 2022 में खेलीं. टी20 वर्ल्ड कप उन्होंने 2009, 2010, 2012, 2014, 2016, 2018, 2020 और 2023 में खेला लेकिन वो नाकाम रहीं. अबजाकर आखिरकार वो 2025 में वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर पाई हैं.

साइक्लोन मोंथा से आंध्र प्रदेश और ओडिशा में तबाही, यूपी-बिहार तक आफत

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चक्रवात मोन्था ने मंगलवार रात आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई। बंगाल की खाड़ी से उठा यह तूफान बुधवार रात करीब सात बजे आंध्र प्रदेश तट से टकराया। करीब 90-100 से की किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यह तूफान आंध्र में घुसा। आंध्र और ओडिशा इससे थरथरा से गए। गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में तट से टकराने के बाद इसने दक्षिण भारत के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया।

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मोंथा तूफान मंगलवार को आंध्र प्रदेश तट के मछिलीपट्टनम और कालींगपट्टनम के बीच काकीनाडा के पास जमीन से टकराया। उस समय हवा की रफ्तार 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा थी, जो 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई। तटीय इलाकों में समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठीं और कई जगहों पर पेड़ व बिजली के खंभे गिर गए। तूफान का असर ओडिशा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ से लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार तक दिखाई देने लगा है।

आंध्र प्रदेश में एक बुजुर्ग महिला की मौत

आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम में चक्रवात मोंथा की वजह से मंगिनापुडी समुद्र तट पर तेज हवाओं का असर तट पर देखा गया। कोनसीमा जिले में तूफान के कारण एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई, जब तेज़ हवाओं से गिरा पेड़ उसके घर पर जा गिरा। इसी जिले में तेज़ हवाओं के चलते नारियल के पेड़ गिरने से एक लड़का और एक ऑटो चालक घायल हो गए। मोंथा तूफान की वजह से विशाखापत्तन में तट पर ऊंची लहरें उठने लगीं. वहीं मोंथा के प्रभाव के बीच चेन्नई में मछुआरे अलर्ट दिखे

हेल्पलाइन नंबर जारी

आंध्र प्रदेश में चक्रवात मोंथा से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए नियंत्रण कक्ष बनाए गए हैं। हेल्पलाइन नंबर चित्तूर (08572-242777, 9491077325), नेल्लोर (0861-2331261, 7995576699), काकीनाडा (0884-2356801), बापटल (0863-2234014), गुंटूर (0864-3220226) और वाईएसआर कडपा (08562-246344) हैं।

ओडिशा के गजपति में कई जगहों पर भूस्खलन

ओडिशा के गजपति की जिला अधिकारी मधुमिता ने बताया कि प्रशासन ने रातभर काम किया, ताकि किसी तरह की जनहानि न हो। उन्होंने कहा, लगातार बारिश की वजह से कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है। हमने सुबह उन जगहों को खाली कर दिया। शून्य जनहानि का लक्ष्य पाने के लिए 10 हजार लोगों को संवेदनशील इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

*चेकिंग के दौरान बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़,तीन बदमाश घायल अस्पताल में भर्ती*
सुल्तानपुर जिले के थाना कोतवाली देहात पुलिस टीम द्वारा पखरौली रेलवे क्रासिंग पर संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग के दौरान बाइक सवार तीन संदिग्ध व्यक्ति आते दिखायी दिये जिन्हें पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। तो वह बदमाश भागने लगे। जिन्हें पुलिस टीम द्वारा पीछा किया गया तो कुछ दूरी पर बाईक फिसल कर गिर गयी,जिस पर बैठे तीनो बदमाश जमीन पर गिर गये,पुलिस वालों को देख कर मोटर साईकिल सवारों नें पुलिस टीम पर फायर कर दिया,आत्मसुरक्षा में पुलिस टीम द्वारा फायरिंग की गयी,जिसमें एक संदिग्ध व्यक्ति के पैर में एक गोली लग गयी,जो घायल होकर वही पर गिर गया व अन्य दो संदिग्ध व्यक्ति को पुलिस टीम द्वारा तीनों को असलहे के साथ पकड़ लिया गया। घायल अभियुक्त को इलाज हेतु अस्पताल भेजवाया गया।

*गिरफ्तार अभियुक्त*

*गिरफ्तार अभियुक्तः-1*

मुकेश पुत्र रामदौर निवासी फिरोजपुर शाहपुर थाना जलालपुर अम्बेडकर गिरफ्तार।

*अभियुक्तगण-2* लालू पुत्र मेहन्द्र 3. राज उर्फ छोटू पुत्र संजय निवासीगण फिरोजपुर शाहपुर थाना जलालपुर जनपद अम्बेडकर नगर *अभियुक्त का आपराधिक इतिहासः* - 1.मु0अ0सं0-151/2018 धारा 379/411 भादवि0 को0 नगर जनपद सुलतानपुर 2.मु0अ0सं0-787/2022 धारा 379/411 भादवि0 थाना अकबरपुर जनपद अम्बेडकरनगर 3.मु0अ0सं0-791/2022 धारा 4/25 आर्म्स एक्ट थाना अकबरपुर जनपद अम्बेडकरनगर 4.मु0अ0सं0-236/2024 धारा 3 (1) यू0पी0 गैंगेस्टर एक्ट थाना अकबरपुर जनपद अम्बेडकरनगर 5.मु0अ0सं0-41/2014 धारा 379/411 भादवि0 थाना हंसवर जनपद अम्बेडकरनगर *अभियुक्त-लालू उपरोक्त का आपराधिक इतिहासः-* 1.मु0अ0सं0- 251/2025 धारा 115(2)/3(5)/352 बीएनएस थाना अहरौला जनपद आजमगढ़ 2.मु0अ0सं0- 19/2016 धारा 356/411 भादवि0 थाना महाराजगंज जनपद आजमगढ़ 3.मु0अ0सं0- 20/2016 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट थाना महाराजगंज जनपद आजमगढ़ 4.मु0अ0सं0- 267/2022 धारा-379 भादवि0 थाना फूलपुर जनपद आजमगढ़ 5.मु0अ0सं0- 614/2020 धारा 379/411/419/420/467/468/471 भादवि0 थाना को0 नगर अयोध्या 6.मु0अ0सं0- 619/2020 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट थाना को0 नगर अयोध्या 7.मु0अ0सं0- 221/2020 धारा 379/411 भादवि0 थाना हंसवर थाना अम्बेडकरनगर 8.मु0अ0सं0- 224/2025 धारा 4/25 आर्म्स एक्ट थाना हंसवर थाना अम्बेडकरनगर 9.मु0अ0सं0- 38/2021 धारा 3(1)यू०पी०गैगेस्टर थाना हंसवर थाना अम्बेडकरनगर 10.मु0अ0सं0- 362/2020 धारा 379 भादवि0 थाना जलालपुर अम्बेडकरनगर 11.मु0अ0सं0- 361/2020 धारा- 379/411/420 भादवि0 थाना टाण्डा अम्बेडकरनगर 12.मु0अ0सं0- 72/2020 धारा- 4/25 आर्म्स एक्ट थाना धनघटा संत कबीर नगर।
डंकी रूट से गए थे अमेरिका, हरियाणा के 50 युवक डिपोर्ट, बेड़ियों में बांधकर लाया गया दिल्ली

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोबारी वापसी के बाद से ही अवैध प्रवासियों पर सख्त हैं। अमेरिकी प्रशासन ने एक बार फिर सख्तू दिखाते हुए अवैध भारतीयों को डिपोर्ट किया। डंकी रूट के जरिये अमेरिका पहुंचने वाले 50 युवाओं को अमेरिका ने शनिवार देर रात डिपोर्ट कर भारत भेज दिया। डिपोर्ट किए गए लोगों में हरियाणा के 50 युवक शामिल हैं।

बेड़ियों में बांधकर लाया गया

विशेष विमान द्वारा इन युवाओं को दिल्ली एयरपोर्ट पर बेड़ियों में बांधकर लाया गया। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों ने इन्हें आधिकारिक प्रक्रिया के तहत भारतीय इमिग्रेशन अधिकारियों के हवाले किया। एयरपोर्ट पर हरियाणा पुलिस की विशेष टीमें पहले से मौजूद थीं। जिन युवाओं के खिलाफ आपराधिक और गिरोह से जुड़े मामलों की जानकारी थी, उन्हें मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया। बाकी युवाओं को कागजी कार्रवाई के बाद उनके गृह जिलों में भेज दिया गया।

किस जिले से कितने युवा लौटे

शनिवार देर शाम अमेरिका के एक विशेष विमान में ये सभी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट उतरे। सूचना पाकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची हरियाणा की स्थानीय पुलिस को उनके-उनके जिले के निवासी लोगों को सौंपा गया। कैथल से 16, करनाल से 16 और अंबाला से पांच युवकों को डिपोर्ट किया गया है। यमुनानगर के चार, कुरुक्षेत्र के पांच, जींद के तीन, रोहतक व पानीपत का एक-एक युवक शामिल है। सभी की उम्र 18 से 42 साल के बीच है। ये सभी डंकी रूट से अमेरिका गए थे। वहां छह महीने से लेकर डेढ़ साल तक विभिन्न जेलों में रहे और अब बेड़ियों में वतन लौटे हैं।

लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य लाखा भी लौटा

वहीं इनमें सबसे बड़ा मामला कैथल के गांव तितरम निवासी लखविंद्र उर्फ लाखा का है। लाखा लॉरेंस बिश्नोई और अनमोल बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य है और 2022 से अमेरिका में बैठकर हरियाणा-पंजाब के व्यापारियों से फिरौती मांगने के नेटवर्क का संचालन कर रहा था। हरियाणा एसटीएफ की अंबाला यूनिट ने गैंगस्टर लॉरेंस के करीबी लखविंद्र उर्फ लाखा को गिरफ्तार कर लिया। कैथल के अलावा अन्य जिलों में भी उस पर फिरौती मांगने जैसे कई मामले दर्ज हैं।

मोस्ट वांटेड सुनली सरधानिया भी डिपोर्ट

इसके अलावा डिपोर्ट होकर आए दूसरे मोस्ट वांटेड सुनली सरधानिया का नाम भी शामिल हैं। जो हत्या सहित 24 आपराधिक वारदातों में वांछित है। सुनील को भिवानी में एक हत्या के केस में उम्र कैद और पंचकूला में डकैती के मामले में 10 साल की सजा हुई थी। दोनों मामलों में कोर्ट से जेल से जमानत आने के बाद उसने फर्जी पते पर अपना पासपोर्ट बनवाया था। इसके बाद 2024 में है विदेश भाग गया था। अमेरिका द्वारा रिपोर्ट किए गए युवकों में से एसटीएफ में दोनों आरोपियों तुरंत हिरासत में ले लिया। अब दोनों पुलिस रिमांड पर लिया है।

ट्रंप की अमेरिका फर्स्ट नीति

इस साल जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद, देश की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। ट्रंप ने चुनावों के दौरान अमेरिका की जॉब्स पहले अमेरिकी नागरिकों को देने का वादा किया था। ट्रंप समर्थकों का मानना है कि अवैध तरीके से आए प्रवासी अमेरिकियों की नौकरियां छीन रहे हैं।