प्रयागराज की छात्रा को मिली ब्रिटैन की प्रतिष्ठित स्यूरेस स्कॉलरशिप के तहत पीएचडी में हुआ चयन।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्रा रह चुकी फाफामऊ इलाहाबाद निवासी उर्वशी यादव का चयन ब्रिटेन की प्रतिष्ठित स्वानसी यूनिवर्सिटी में पीएचडी के लिए हुआ है।वह ऊर्जा एवं नवाचार के क्षेत्र में"फ्लोराइड आयन बैटरियो हेतु पॉलिमर इलेक्ट्रोड के विकास"नामक विषय पर केमिकल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर अंजी मुनान्गी रेड्डी एवं प्रोफेसर शिरीन एलेक्सेंडर के मार्गदर्शन में शोध करेगी। इस फ़ेलोशिप के तहत उर्वशी को 4 वर्षो के लिए अनुदान प्राप्त होगा और उनका शोध 30 सितंबर 2029 तक चलेगा।

उर्वशी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय से 2022 में स्नातक (गणित) एवं 2024में परास्नातक भौतिकी विभाग से किया हैं। वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय में स्नातक एवं परास्नातक दोनों की गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में परास्नातक के अध्ययन के दौरान वह महिला छत्रावास के हाल ऑफ़ रेजीडेन्सी हॉस्टल में रहकर पढ़ाई की।परास्नातक के बाद उन्होंने कुछ दिनों तक आईआईटी रुड़की के भौतिकी विभाग में भी शोध कार्य किया।इस अवसर पर भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर के एन उत्तम ने प्रसन्नता जाहिर की साथ में विभाग के प्रोफेसर फूल सिंह यादव प्रो.राम मनोहर प्रोफेसर विवेक तिवारी प्रो.अशील कुमार प्रो.कमलेश प्रो.ठाकुर प्रसाद प्रो.राजन वालिया प्रो.तारकेश्वर त्रिवेदी प्रो.कमलेश प्रोफेसर सरिता ने बधाई दी।

प्रो.के एन उत्तम के अनुसार उर्वशी ने परास्नातक का डेज़र्टेशन उनके मार्गदर्शन में किया था और वह बहुत ही होनहार छात्रा है।इसके अलावा उर्वशी के गावं में हर्ष का माहौल है।उर्वशी के पिता रतन सिंह यादव थल सेना से रिटायर हैं जबकि माता उमेश देवी एक कुशल गृहणी है।इन्होने इस सफलता का श्रेय उर्वशी के कठिन परिश्रम और विज्ञान के प्रति लगन को दिया है।

From Indian Air Force Aspirant to Global Startup Recognition: The Inspiring Journey of Rajasthan’s Young Entrepreneur Mr. Sunil Saharan

Today we are talking about a determined entrepreneur who once absented himself from a stable Indian Air Force job to chase his startup dream. After facing a tough failure in his first venture, his new tech startup has now earned a place in the prestigious Y Combinator Accelerator Program — one of the world’s top startup programs.

A Dream Beyond Uniforms: The Beginning Sunil Saharan, a young man from Hanumangarh, Rajasthan, began his professional life serving in the Indian Air Force in 2019. To many, a government service job like this is a dream of stability and pride. But Sunil Saharan carried a different kind of dream — a dream to create something meaningful for India’s tech future.

In 2022, driven by passion and urgency, Sunil took one of the boldest decisions of his life. He absented himself from his secure Air Force service to start his entrepreneurial journey. With little knowledge of what lay ahead, he founded his first Ed-Tech startup UPTOP, only to witness a harsh failure.

Crushed but Unshaken: The Struggle Phase Sunil Saharan was doing well in his career, but his desire to build something of value was stronger than a safe life. The journey he chose, however, was not easy. He worked tirelessly — 16 to 18 hours a day, seven days a week, yet nothing seemed to move in his favor.

Investors showed no interest in his Ed-Tech model, revenues dried up, and eventually he had to shut down all operations. It was a mentally, financially, and emotionally draining phase — a moment where most would quit.

But Sunil didn’t.

The Soldier Attitude: Rising Again With the spirit of a soldier who refuses to leave the battlefield, Sunil returned with a fresh mindset. He started building a new tech startup, again pouring in 16 to 18 hours every single day for an entire year without worrying about setbacks or opinions.

Slowly, results started to show. The company began securing strong corporate clients and generating traction. After three long years of struggle, sacrifice, and persistence, the breakthrough finally arrived — the startup was selected for the Y Combinator Accelerator Program, one of the most competitive and globally respected platforms for startups.

Being selected out of thousands of Indian startups is a massive milestone for any founder. For a 27-year-old from a small town in Rajasthan, this is nothing less than extraordinary.

What is Y Combinator? Y Combinator (YC) is a leading American startup accelerator and venture capital organization. Since inception, YC has helped launch over 5,000 companies, including globally recognized giants like Airbnb, Coinbase, Reddit, Instacart, Stripe, Twitch, Scale AI, Dropbox, and DoorDash.

YC offers seed funding, direct mentorship from industry leaders, and access to a highly influential global network of founders, investors, and partners. Joining YC is considered one of the greatest opportunities a young startup can achieve.

Future Vision: Empowering India’s Businesses with Tech Sunil envisions building technological solutions for India’s booming MSME sector. His mission is to bring smart tech and AI automation to millions of small and medium enterprises, helping them improve efficiency, reduce operational load, and grow faster using automation.

In simple words, he aims to democratize technology so that Indian businesses, no matter how small, can scale like global companies.

A Story of Courage, Failure & Comeback Sunil Saharan’s journey is more than a startup success story — it is a reminder that real entrepreneurship demands courage, sacrifice, and an unbreakable spirit. He walked away from a secure career, faced failure head-on, stood tall through loneliness, and rebuilt himself from scratch.

Today, his story stands as an inspiration to every young Indian who dares to dream beyond the ordinary.

हजारीबाग के क्रिकेट इतिहास का स्वर्णिम अध्याय शुरू, संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम को मिली बीसीसीआई टूर्नामेंट की मेजबानी

हजारीबाग शहर के संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम पूर्व के वेल्स ग्राउंड का साल 2017 से पूर्व बेहद दयनीय स्थिति था। साल 2017 से पहले इस मैदान में क्रिकेट की सुविधा नगण्य थी लेकिन साल 2017 में हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद और उस वक्त के सदर विधायक सह हजारीबाग जिला क्रिकेट संघ ( एचडीसीए) के अध्यक्ष मनीष जायसवाल ने अपने पूरे हजारीबाग जिला क्रिकेट संघ के जमात के साथ मिलकर इस क्रिकेट ग्राउंड के व्यापक बदलाव का संकल्प लिया और फ़िर हजारीबाग के क्रिकेट खिलाड़ियों को हर संभव जरूरत के मुताबिक आधारभूत संरचना के साथ साधन संसाधन उपलब्ध कराने के दिशा में उनका सकारात्मक प्रयास शुरू हुआ। साल 2017 में अपने विधायक निधि की राशि 25 लाख देकर इस मैदान के आधारभूत विकास का कार्य शुरू करते हुए मैदान के उन्नयन की नींव रखी। तत्पश्चात सांसद मनीष जायसवाल के प्रयास से पूरे मैदान परिसर में विशेषकर एंट्री क्षेत्र को आकर्षक और खेल योग्य बनाने हेतु गुणवत्त सिलेक्शन वन किस्म के घास को प्लांट किया गया। मैदान में प्रोफेशनल स्तर का टर्फ विकेट तैयार किया गया और बरमूडा घास बिछाई गई जो बेहद टिकाऊ तेज रिकवरी और अच्छी बाउंस प्रदान करती है। फिलवक्त इस मैदान में कुल 5 टर्फ विकेट और 3 प्रैक्टिस पिच मौजूद है। मैदान के प्लेयिंग एरिया सेंटर का विकेट में वृद्धि किया गया। मैदान के चारोंओर सुरक्षा एवं प्रवेश नियंत्रण के लिए लोहे की मजबूत जाली से फेंसिंग किया गया। मैदान मैं प्लेयर अधिकारियों और दर्शकों के लिए आधुनिक पवेलियन और दो दर्शक गैलरी का निर्माण राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त राशि करीब 01 करोड़ 10 लाख रुपए की लागत से कराया गया। मैदान में नाइट टूर्नामेंट फैसिलिटी के लिए राज्य सरकार से प्रयास करके करीब 01 करोड़ 53 लाख रुपए की राशि से उच्च गुणवत्ता वाली 04 फ्लड लाइट अधिष्ठापिता कराया गया। मैदान परिसर में 07 स्वच्छ बाथरूम, स्टोर रूम, पूरे पवेलियन के ड्रेसिंग रूम, ऑफिस रूम सहित अन्य कमरों का फर्निशिंग कराया गया। मैच के दौरान खिलाड़ियों के लिए डगआउट बनाए गए। बल्लेबाजों की दृश्यता सुधारने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली साइड स्क्रीन लगाई गई। यह मैदान जो उजड़ा चमन हुआ करता था आज यहां चमन-ए- बहार है और क्रिकेट के दृष्टिकोण से यह मैदान बीसीसीआई के मानकों के अनुरूप उन्नत एवं सूटेबल है। उक्त बातें हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने वेल्स क्रिकेट मैदान में एक प्रेस-वार्ता के दौरान कही।

सांसद मनीष जायसवाल ने बताया कि सकारात्मक दिशा में किया गया हर प्रयास सफल जरूर होता है और जब सफल होता है तो आंतरिक खुशी होती है। उन्होंने बताया कि साल 2017 से पूर्व इस मैदान में क्रिकेट तो खेला जाता था लेकिन कामचलाउ क्रिकेट होता था। इस मैदान में 25 % घास और 75 % हिस्से में मोरम या कंक्रीट हुआ करता था। मैदान ऊबड़-खाबड़ था इस वजह से पुराने समय के खिलाड़ी जो यहां खेलते थे उनके बदन पर खरोच और छिलने के निशान हमेशा दिखाई देते थे। 

लेकिन पिछले साल 2017 से जिस मैदान के कायाकल्प की शुरुआत की उसे साल 2025 में तब मुकाम मिला जब बीते 17 जुलाई 2025 को बीसीसीआई के अधिकारियों की एक टीम ने संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम का निरीक्षण कर जायजा लिया और इस स्टेडियम को बीसीसीआई के मैच के लिए सक्षम बताया। हजारीबाग के क्रिकेट प्रेमियों के लिए जब यह अनाउंस हुआ की हजारीबाग को पहली बार बीसीसीआई घरेलू कूच बेहार ट्रॉफी की मेजबानी मिली तो लोग फूले नहीं समाए। यह ऐतिहासिक मैच आगामी 8 - 11 दिसंबर 2025 के बीच संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम हजारीबाग में झारखंड और केरल के बीच खेला जाएगा। बतौर हजारीबाग जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सांसद मनीष जायसवाल ने बताया कि हम बीसीसीआई के आगामी होने वाले मैच को लेकर मैदान सुधार की दिशा में नए टर्फ विकेट, प्रैक्टिस विकेट, साइड स्क्रीन विस्तार, दोनों ओर वीडियो प्लेटफॉर्म, थर्ड अंपायर वीडियो विश्लेषण प्लेटफार्म का निर्माण कर रहें हैं। पवेलियन सुधार की दिशा में ड्रेसिंग रूम और वाशरूम का विस्तार, मेडिकल एवं फिजियोथेरेपी की सुविधा, खिलाड़ियों और अधिकारियों के लिए अलग रास्ते, मैच रेफरी वीडियो एनालिसिस अंपायर और स्कॉलर के लिए उपयुक्त कमरे, पूरे पवेलियन का नवीनीकरण कर रहें हैं। आवास व्यवस्था के लिए ठहराव हेतु शहर के हो होटल एक इंटरनेशनल, 02 एसी बसें और एसयूवी बहनों की सुविधा एवं मेडिकल सुविधा के लिए वृष डॉक्टर सहित मेडिकल टीम, हाई टेक एम्बुलेंस की सुविधा बना रहें हैं ।

सांसद मनीष जायसवाल ने बताया कि साल 2022-23 में संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम में अंडर -16 बॉयज, अंडर-19 वूमेन, अंडर -19 मेंस, रणधीर वर्मा ट्रॉफी (सीनियर डिस्ट्रिक्ट मेंस), साल 2023 -24 में अंडर-19 विमेंस, सीमा देसाई टी 20 टूर्नामेंट, अंडर-19 मेंस, अंडर -14 बॉयज, रणधीर वर्मा ट्रॉफी (सीनियर डिस्ट्रिक्ट मेंस), साल 2024-25 में सीमा देसाई टूर्नामेंट, अंडर -16 बॉयज, अंडर-14 बॉयज, अंडर-19 जोनल मेंस मैच, अंडर- 23 विमेंस स्टेट कैंप, अंडर- 23 विमेंस इंटर डिस्ट्रिक्ट टूर्नामेंट का सफल आयोजन यहां हो चुका है। इस दौरान हजारीबाग जिला क्रिकेट संघ (एचडीसीए) के खिलाड़ियों ने इस मैदान से अभ्यास करके क्रिकेट के क्षेत्र में राज्य स्तरीय कैंप में अपना बेहतर प्रदर्शन और प्रतिनिधित्व किया। जिसमें पुरुष वर्ग में अंडर- 16 स्टेट कैंप में पंकज कुमार, सौरव कुमार, अंडर- 16 स्टेट टीम में जीवन पटेल, अंडर-19 स्टेट कैंप में सचिन यादव, अश्विनी झा, अंडर-19 स्टेट टीम में अमित यादव, शिवांश, राहुल रजक ( करेंट), अंडर-23 स्टेट टीम में अमित यादव और रणजी ट्रॉफी कैंप में मणिकांत ने जगह बनाई वहीं महिला वर्ग में अंडर-15 स्टेट कैंप में आश्विका गुप्ता, अंडर- 15 स्टेट टीम में वर्षा कुमारी, नंदिनी कुमारी, ऋतिका कुमारी, अंडर- 19 स्टेट कैंप में श्रेया शाह, अंडर- 23 स्टैंडबाई में अर्चना कुमारी ने अपने प्रतिभा का प्रदर्शन कर हजारीबाग को गौरवान्वित किया। सांसद सह एचडीसीए के अध्यक्ष मनीष जायसवाल ने बताया कि एचडीसीए भविष्य में इस दिशा में प्रयासरत है कि रणजी ट्रॉफी की मेजबानी हेतु पूर्ण बीसीसीआई अनुपालन हासिल हो, अत्यधिक इंदौर प्रैक्टिस स्टेडियम का निर्माण, हाई परफॉमेंस जिम, एस्ट्रोटर्फ इनडोर पिचें, रिकवरी एवं स्किल डेवलपमेंट क्षेत्र में बेहतर करते हुए हजारीबाग के इस संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम को राष्ट्रीय स्तर का ख्यातिपूर्ण टूर्नामेंट बनाया जाय और हजारीबाग के होनहार क्रिकेट खिलाड़ियों को बीसीसीआई के मानक के अनुरूप आधारभूत संरचना एवं संसाधन उपलब्ध कराया जाए ताकि हजारीबाग से पुरुष और महिला वर्ग में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी निकलकर देश -दुनिया में हजारीबाग का नाम रोशन करें। सांसद मनीष जायसवाल ने यह भी बताया कि क्रिकेट जगत में हजारीबाग राष्ट्रीय मानचित्र पर जल्द ही दस्तक देने वाला है। उन्होंने बीसीसीआई के आने वाले टूर्नामेंट में बड़ी संख्या में संजय सिंह स्टेडियम पहुंचकर क्रिकेट प्रेमियों से अपील किया कि टीमों का हौसला बढ़ाएं ।

मौके पर हजारीबाग जिला क्रिकेट संघ के सचिव बंटी तिवारी सहित संघ से जुड़े विकास चौधरी, प्रमोद कुमार, अनिल अग्रवाल, सागर सरकार, जयप्रकाश जैन, रितेश सिन्हा, जयप्रकाश, आनंद देव, राकेश चोपड़ा, सुरेंद्र यादव, मनोज कुमार सिंह, सुबोध सिन्हा, मनोज अग्रवाल, डॉ. राजकिशोर, जयप्रकाश, अमित भंडारी, नीरज पासवान, अभिषेक जोशी, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद प्रतिनिधि सत्येंद्र नारायण सिंह, सदर विधानसभा क्षेत्र के सांसद प्रतिनिधि किशोरी राणा, पट्टू सिंह, लोकसभा क्षेत्र के सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहें ।

मगध विश्वविद्यालय बोधगया में 22वां दीक्षांत समारोह: बिहार के राज्यपाल मोहम्मद आरिफ ने 250 पीएचडी के मेधावी को मेडल और सर्टिफिकेट दिया

गया: मगध विश्वविद्यालय के 22वें वार्षिक दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता कर रहे महामहिम सह कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खां, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, महामहिम कुलाधिपति के प्रधान सचिव, प्रति कुलपति अन्य मंचासीन अतिथिगण, अधिषद्, अभिषद् एवं विद्वत्

परिषद् के सदस्यगण, विभिन्न विश्वविद्यालयों से आये कुलपति एवं पूर्व कुलपतिगण, सभागार में उपस्थित रहे. इस दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में राज्यपाल ने मंच से कहा की ज्ञान और मोक्ष की इस पवित्र भूमि पर मैं हार्दिक स्वागत, अभिवादन और वंदन करता हूँ. आज लगभग एक दशक के बाद मगध विश्वविद्यालय 22वें वार्षिक दीक्षांत समारोह का साक्षी बन रहा है. एक दशक का यह लम्बा वक्त शैक्षणिक सत्र और परीक्षाओं की विलम्बित अवस्था के कारण लगा। फरवरी 2023 में जब मैंने कुलपति का पद संभाला, तब विश्वविद्यालय में परीक्षाएँ बाधित थीं, परीक्षा परिणाम वर्षों से लंबित थे और विद्यार्थियों का भरोसा डगमगाया हुआ था. विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित करने के लिए ढाई वर्षों में 150 से अधिक लंबित परीक्षाएँ पूरी कर चार वर्ष पीछे चल रहे सत्र को नियमित कर दिया गया है. मगध विश्वविद्यालय के लिए यह परीक्षा में केवल सुधार नहीं है, यह विश्वविद्यालय

के साख की पुनर्स्थापना है. इसलिए, आज का यह ऐतिहासिक अवसर केवल दीक्षांत समारोह नहीं, बल्कि

मगध विश्वविद्यालय की आत्मा के पुनर्जागरण का उत्सव है। यह वह क्षण है जब चुनौती भरे समय में किए गए परिश्रम, संघर्ष और सुधार की रोशनी हमारे परिसर को आलोकित कर रही है। यह रोशनी बताती है कि जब नीयत साफ हो और दृष्टि स्पष्ट हो, तो असंभव भी संभव बन जाता है। 1962 में स्थापित मगध विश्वविद्यालय ने 6 दशक से भी अधिक की अपनी यात्रा में आरा और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के दो विभाजन भी देखे। इसके बावजूद पांच जिलों में फैले अपने क्षेत्राधिकार के अंतर्गत यह विश्वविद्यालय 1 लाख 10 हजार से अधिक विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान कर रहा है और बिहार के सामाजिक परिवर्तन की एक नयी गाथा लिख रहा है। अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि एक दशक बाद महामहिम के करकमलों से दीक्षार्थियों को पदक और उपाधि प्राप्त करने का सुअवसर मिल

रहा है। इस अवसर पर 28 परंपरागत स्नातकोत्तर और 6 व्यावसायिक कोर्स के 34 मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए जा रहे हैं। यह गौरव का पल है कि सत्र 2022-24 के 156 स्नातकोत्तर उत्तीर्ण विद्यार्थियों और वर्ष 2024 में पीएच.डी. परीक्षा उत्तीर्ण 250 शोधार्थियों, जिनमें दो डी.लिट्. शोधार्थी भी शामिल हैं, को इस 22वें दीक्षांत समारोह में महामहिम कुलाधिपति के सम्मुख उपाधियाँ प्रदान की जा रही हैं। यह प्रमाणपत्र केवल कागज़ की डिग्री नहीं, यह विद्यार्थियों के आत्मविश्वास, निष्ठा और चुनौतियों से भरी हुई शैक्षणिक यात्रा का जीवंत दस्तावेज़ है।

यह उपाधि आपको पहचान के अतिरिक्त उत्तरदायित्व भी देती है । आप भविष्य के निर्माता हैं. कभी महात्मा गांधी के लिए कवि सोहनलाल द्विवेदी ने कहा था-

“चल पड़े जिधर दो डग मग में, चल पड़े कोटि पग उसी ओर...' "आई मैं आप सभी विद्यार्थियों के कदमों को उसी दिशा में बढ़ने का आह्वान करता हूँ। आपको यह जानकर सुखद आश्चर्य होगा कि मगध विश्वविद्यालय बिहार का पहला राज्य विश्वविद्यालय है, जहाँ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस केंद्र की स्थापना की जा रही है।

Indian Air Force Trainee Sunil Saharan Turned Tech Founder Secures Y Combinator Spot After Early Startup Failure

Hanumangarh, Rajasthan — In a rare and inspiring turn of events, 27-year-old entrepreneur Sunil Saharan, who once served in the Indian Air Force, has achieved a milestone most startups can only dream of. His technology venture has been selected for the globally renowned Y Combinator Accelerator Program—the same platform that launched companies like Airbnb, Reddit, Instacart, Dropbox, Stripe and Twitch.Sunil’s story is not one of privilege, but of persistence. Originally from a small town in Rajasthan, he joined the Indian Air Force in 2019. However, driven by a burning desire to build something meaningful, he took the unconventional and risky decision to absent from his secure service in 2022 and pursue entrepreneurship.

A Rocky Start: Failure Before Success Sunil launched his first startup, an EdTech platform named UPTOP, hoping to revolutionize learning. But reality struck hard. Despite putting in 16–18 hours daily, seven days a week, the venture failed to attract investors and struggled to survive. Eventually, it had to be shut down completely.

The failure tested him financially and emotionally. Yet, the discipline he learned from the Indian Air Force shaped his mindset:

“A soldier can fall, but he never retreats from the battlefield.”

Rising Strong: A Second Startup With a Stronger Strategy Instead of giving up, Sunil began again from scratch. This time, he focused on solving real business problems with technology and AI automation. For one full year, he repeated the same 16–18 hour work cycle, but with better direction and deeper learning.

The results?

His startup secured large enterprise clients, Achieved consistent growth after three challenging years, and

Ultimately earned an invitation to join Y Combinator, selected from thousands of startups across India.

About Y Combinator Y Combinator (YC) is one of the world’s most prestigious startup accelerators and venture capital programs. With over 5,000 companies launched, YC has become a launchpad for global brands including Airbnb, Coinbase, DoorDash, Reddit, Instacart, Twitch, and many more. The program offers: ✔ Seed Funding ✔ Global Mentorship & Investor Access ✔ Strategic & Technical Support ✔ International Scale Opportunities

Being selected marks a significant leap for any early-stage startup.

दुमका में 22 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि को मिलेगा पानी: CM हेमंत सोरेन ने मसलिया-रानेश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना का किया निरीक्षण

दुमका: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज (24 नवंबर 2025) दुमका जिला अंतर्गत रानेश्वर प्रखंड के मुरगुनी में सिद्धेश्वरी नदी पर निर्माणाधीन मसलिया-रानेश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना की कार्य प्रगति का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के शेष बचे कार्यों को अतिशीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया, ताकि किसानों को जल्द से जल्द यह समर्पित की जा सके।

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निरीक्षण के दौरान विधायक श्री आलोक कुमार सोरेन, मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार और सचिव श्री प्रशांत कुमार भी मौजूद थे।

परियोजना होगी बहुउपयोगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना दुमका के लिए काफी महत्वपूर्ण है, जिससे मसलिया और रानेश्वर प्रखंड के 22,283 हेक्टेयर से ज्यादा भूमि पर सिंचाई की सुविधा पहुंचाई जानी है।

मुख्यमंत्री ने कहा:

"हर खेत तक पानी पहुंचे, इसी संकल्प के साथ हम सिंचाई सुविधाओं का विस्तार कर रहे हैं। सिद्धेश्वरी नदी के पानी का पूर्ण सदुपयोग करने की जिस सोच के साथ यह योजना बनी है, वह हकीकत में पूरी होनी चाहिए।"

उन्होंने यह भी कहा कि यह परियोजना बहुउपयोगी साबित होगी, क्योंकि इससे पटवन के अलावा नदी में ज्यादा पानी होने पर उसे तालाबों और जलाशयों में भी डाइवर्ट किया जा सकेगा। इसके चालू होने से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

80 प्रतिशत कार्य हुआ पूर्ण

परियोजना का निर्माण कर रही एल. एंड टी. कंपनी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि लगभग 80 प्रतिशत काम पूर्ण हो चुका है।

प्रगति: एक बैराज लगभग तैयार है, 15 गेटों का 90 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है, और तीन पंप हाउस में एक पूर्ण हो चुका है।

लक्ष्य: अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि अगले वर्ष जनवरी तक लगभग 6400 हेक्टेयर भूमि पर भूमिगत पाइपलाइन के माध्यम से सिंचाई की सुविधा शुरू कर दी जाएगी।

ज्ञात हो कि 1313 करोड़ रुपए की लागत वाली इस परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने नवंबर 2022 में किया था, जिसके पूर्ण होने पर मसलिया प्रखंड के 15 और रानेश्वर प्रखंड के चार पंचायत के अंतर्गत आने वाले 226 गांवों को लाभ मिलेगा।

धरतीपुत्र दिवस समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेता की मनाई गई जयन्ती।

शून्य से शिखर तक का सफर तय किया.पद्म भूषण सम्मानित मुलायम सिंह यादव।

संजय द्विवेदी प्रयागराज। यमुनानगर अन्तर्गत नगर पंचायत कोरांव में स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय सहित अन्य विभिन्न प्रतिष्ठानो पर देश के पूर्व रक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के निवर्तमान मुख्यमंत्री पद्म विभूषण से सम्मानित नेता मुलायम सिंह यादव की जयन्ती समाजवादी पार्टी के विधान सभा अध्यक्ष सोमदत्त सिंह पटेल के नेतृत्व में कई प्रतिष्ठानो पर मनाई गई।22 नवम्बर 1939 को इटावा के सैफई गांव में नेता का जन्म हुआ था 10 अक्टूबर 2022 को आकस्मिक निधन होने के बाद नेता भारतीय राजनीति में नही रहे।लेकिन देश की राजनीति में नेता के द्वारा लिए गए ऐतिहासिक फैसला आज भी देश की राजनीति में स्वर्णिम पन्नो में अंकित है उनके द्वारा लिए गए कई ऐतिहासिक फैसला उन्हे शून्य से शिखर तक का सफर समय समय पर तय कराते रहे।उनकी जयंती पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी के द्वारा कई सार्वजनिक स्थलो सहित चिकित्सालयो में फल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।प्रमुख रूप से सुमन कोल रेखा वर्मा रंजना जैसल रविन्द जैसल रामानुज यादव शहादत अली दीपक पटेल पुष्कर यादव शरद यादव सहित आदि लोग मौजूद रहे।

हेमंत सरकार ‘गजनी मोड’ में काम करती है"- प्रतुल शाह देव

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भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने सरकार आपके द्वार कार्यक्रम पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि हेमंत सरकार की कार्य संस्कृति गजनी फिल्म से प्रभावित दिखती है। सरकार कोई योजना शुरू करती है।फिर भूल जाती है।फिर अचानक झटका लगता है तो याद आता है कि ‘सरकार आपके द्वार’ जैसा कोई कार्यक्रम भी है। प्रतुल ने कहा कि हेमंत सरकार 2 वर्षों से अपनी इस योजना को भूल कर बैठी थी।जिस सरकार को अपनी ही घोषणाएं याद न रहें, वह जनता की समस्याएं क्या याद रखेगी?"

प्रतुल ने कहा की सबसे पहले हेमंत सरकार को श्वेत पत्र जारी करके बताना चाहिए कि सरकार आपके द्वार के पहले तीन चरणों में आए हुए डेढ़ करोड़ से ज्यादा आवेदनों का क्या हुआ? 2021 में 35.95 लाख आवेदन, 2022 में 55.44 लाख आवेदन, 2023 में 58.26 लाख आवेदन आए थे। सरकार ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि कितने आवेदकों को न्याय मिला। ऐसा लगता है कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम सिर्फ एक रिसीविंग देने का जरिया बन गया है।पहले तीन चरणों में सबसे ज्यादा शिकायतें जमीन से संबंधित आए थे। लेकिन इस सरकार में तो अंचल कार्यालय लूट का अड्डा बन गया है। जिस सरकार में अंचल कार्यालय की बोली लगती हो वहां जनता को न्याय कहां मिलेगा। प्रतुल ने कहा ऐसा प्रतीत होता है कि ‘सरकार आपके द्वारा’ नहीं बल्कि सरकार की एक फोटो-अपॉर्चुनिटी’ बनकर रह गई है!"

"जनता को राहत देने के नाम पर कार्यक्रम सिर्फ शो बाजी है

प्रतुल ने कहा कि की सरकार आपके द्वारा के दौरान जमा किए गए डेढ़ करोड़ आवेदनों पर धूल जम रहा है।काम शून्य दिख रहा। सरकार कैमरे के सामने मुस्कुराने में व्यस्त है। आवेदक अपनी पुरानी समस्याओं से ही घिरे हुए हैं।दो साल बाद जागी सरकार को अब जनता जवाब देगी कि झारखंड में ‘गजनी गवर्नेंस’ नहीं चलेगा।"

पति और दोस्तों ने मिलकर किया महिला के साथ अनैतिक कृत्य, FIR दर्ज

लखनऊ । यूपी की राजधानी में एक महिला के साथ रोंगटे खड़े कर देने वाली दरिंदगी का मामला सामने आया है। वजीरगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली पीड़िता ने अपने ही पति पर ऐसा आरोप लगाया है, जिसने स्थानीय पुलिस से लेकर इलाके के लोगों तक को हिलाकर रख दिया है। महिला का कहना है कि उसका पति न केवल दहेज के लिए उसे प्रताड़ित करता था, बल्कि उसे नशीला पदार्थ पिलाकर अपने दोस्तों के साथ अनैतिक कार्य करवाने तक पहुंच गया। शादी के चंद दिनों पर पति का असली चेहरा आ गया सामने पीड़िता के अनुसार, 14 अक्तूबर 2022 को उसका निकाह हरदोई रोड स्थित अंधे की चौकी के पास रहने वाले एक व्यापारी से हुआ था। शादी के चंद दिनों बाद ही पति का असली चेहरा सामने आने लगा। आरोप है कि पति ने अतिरिक्त दहेज की मांग शुरू कर दी। विरोध करने पर कभी शराब के नशे में बुरी तरह पिटाई, तो कभी घंटों भूखा रखने जैसे अमानवीय अत्याचार किए जाने लगे। दोस्तों से कराया दरिंदगी फिर बनाई वीडियो महिला ने बताया कि एक दिन पति घर आया और कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिला दिया। कुछ ही देर में वह बेहोश हो गई। इसी दौरान पति ने अपने दो दोस्तों को घर बुलाया और बेहोशी की हालत में उनके साथ अनैतिक कार्य करवाया। आरोप है कि इस दरिंदगी की वीडियो और फोटो भी बनाई गईं। विरोध करने पर पीटा, प्रताड़ना से परेशान होकर चली गई मायके होश में आने पर जब पीड़िता ने विरोध किया, तो पति और भी ज्यादा बेरहम हो गया। कथित तौर पर उसने न केवल उसे पीटा, बल्कि धमकी दी कि यदि उसने किसी को कुछ बताया तो बनाई गई अश्लील वीडियो वायरल कर देगा। पीड़िता के मुताबिक, बढ़ती प्रताड़ना से तंग आकर वह मायके चली गई। इसी बीच उसे पता चला कि आरोपी पति ने उनका मकान भी बेच दिया। जब उसने विरोध किया, तो पति ने धमकी को अंजाम देते हुए उसकी निजी फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दीं, जिससे पीड़िता मानसिक रूप से टूट गई। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शुरू की जांच मामले की जानकारी पुलिस तक पहुंची तो वजीरगंज थाने में पति सहित उसके दोस्तों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर राजेश त्रिपाठी ने बताया कि पूरे मामले की तफ्तीश जारी है। तकनीकी साक्ष्य व अन्य प्रमाण जुटाए जा रहे हैं। साक्ष्य मिलने पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने का मौका प्रदान कर रहा है एकीकृत प्रशिक्षण:शिवम पांडे
संजीव सिंह बलिया| परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के क्षमता संवर्धन के दृष्टि से आयोजित हो रहे एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के 11 वें बैच के समापन पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक शिवम पांडे जिनका स्थानांतरण जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भदोही के पद पर हुआ है, ने अपने संबोधन में बताया कि प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणाम इस बात का द्योतक है कि छात्रों में आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने तथा उनकी सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित और सुसज्जित करता है। यह अपनी तरह की एक अनूठी पहल है जिसमें शिक्षकों को प्रथम अस्तर के परामर्शदाता के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि छात्रों की सामाजिक भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं के प्रति सजग और उत्तरदाई बनाया जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा इस प्रशिक्षण के प्रभारी रविरंजन खरे के प्रयास से अभी तक लगभग 900 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है जबकि जनपद के कल 1500 प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक नई परंपरा की शुरुआत की गई है जिसमें प्रतिभागियों की उपस्थिति , तथा अनुशासन एवं प्रस्तुति के लिए अलग से पुरस्कृत किए जाने की व्यवस्था की गई है। इस बैच के प्रशिक्षण में प्राथमिक विद्यालय बहेरी पंदह के प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ,प्राथमिक विद्यालय बहोरवा खुर्द सियर के सिद्धांत कुमार ,प्राथमिक विद्यालय रासबिहारी नगर बेलहरी के सैयद मोहम्मद अफरोज, प्राथमिक विद्यालय की किशुनीपुर दुबहर के अनिल कुमार, प्राथमिक विद्यालय जमुआ दुबहर के चंदन कुमार गौतम ,प्राथमिक विद्यालय मझौवा बेलहरी के संजीव कुमार राय ,प्राथमिक विद्यालय बनकटा पंदह के अरुण कुमार गुप्ता, प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर उदयपूरा दुबहर की डॉक्टर लीना सिंह ,प्राथमिक विद्यालय कीर्तिपुर सियर की ज्योति वर्मा ,कन्या विद्यालय ककरासो सीयर के शबाना परवीन ,प्राथमिक विद्यालय बुद्धिपुर सियर की प्रियंका ,प्राथमिक विद्यालय प्रतापपुर दुबहर की इंदु देवी , कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय अब्दुलपुर मदारी नगरा की साक्षी गुप्ता, कंपोजिट विद्यालय बराड़ीडीह लवाई पट्टी नगरा के श्रीकांती ,पीएम श्री कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भूज्यनी सीयर के अश्विनी कुमार पांडे, कंपोजिट विद्यालय मलप नगरा की श्वेता चौधरी, कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय लहसनी नगरा की मंशा तथा प्राथमिक विद्यालय डोघ सीयर के ओमप्रकाश प्रसाद को सम्मानित किया गया। प्रशिक्षणर्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ता डॉ जितेंद्र गुप्ता, अविनाश सिंह,किरण सिंह,डॉक्टर अशफाक, देवेंद्र सिंह, राम प्रकाश, डॉक्टर शाइस्ता अंजुम, राम यश योगी,जानू राम तथा पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन कुमार मिश्र द्वारा पूर्ण मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है।
प्रयागराज की छात्रा को मिली ब्रिटैन की प्रतिष्ठित स्यूरेस स्कॉलरशिप के तहत पीएचडी में हुआ चयन।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्रा रह चुकी फाफामऊ इलाहाबाद निवासी उर्वशी यादव का चयन ब्रिटेन की प्रतिष्ठित स्वानसी यूनिवर्सिटी में पीएचडी के लिए हुआ है।वह ऊर्जा एवं नवाचार के क्षेत्र में"फ्लोराइड आयन बैटरियो हेतु पॉलिमर इलेक्ट्रोड के विकास"नामक विषय पर केमिकल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर अंजी मुनान्गी रेड्डी एवं प्रोफेसर शिरीन एलेक्सेंडर के मार्गदर्शन में शोध करेगी। इस फ़ेलोशिप के तहत उर्वशी को 4 वर्षो के लिए अनुदान प्राप्त होगा और उनका शोध 30 सितंबर 2029 तक चलेगा।

उर्वशी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय से 2022 में स्नातक (गणित) एवं 2024में परास्नातक भौतिकी विभाग से किया हैं। वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय में स्नातक एवं परास्नातक दोनों की गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में परास्नातक के अध्ययन के दौरान वह महिला छत्रावास के हाल ऑफ़ रेजीडेन्सी हॉस्टल में रहकर पढ़ाई की।परास्नातक के बाद उन्होंने कुछ दिनों तक आईआईटी रुड़की के भौतिकी विभाग में भी शोध कार्य किया।इस अवसर पर भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर के एन उत्तम ने प्रसन्नता जाहिर की साथ में विभाग के प्रोफेसर फूल सिंह यादव प्रो.राम मनोहर प्रोफेसर विवेक तिवारी प्रो.अशील कुमार प्रो.कमलेश प्रो.ठाकुर प्रसाद प्रो.राजन वालिया प्रो.तारकेश्वर त्रिवेदी प्रो.कमलेश प्रोफेसर सरिता ने बधाई दी।

प्रो.के एन उत्तम के अनुसार उर्वशी ने परास्नातक का डेज़र्टेशन उनके मार्गदर्शन में किया था और वह बहुत ही होनहार छात्रा है।इसके अलावा उर्वशी के गावं में हर्ष का माहौल है।उर्वशी के पिता रतन सिंह यादव थल सेना से रिटायर हैं जबकि माता उमेश देवी एक कुशल गृहणी है।इन्होने इस सफलता का श्रेय उर्वशी के कठिन परिश्रम और विज्ञान के प्रति लगन को दिया है।

From Indian Air Force Aspirant to Global Startup Recognition: The Inspiring Journey of Rajasthan’s Young Entrepreneur Mr. Sunil Saharan

Today we are talking about a determined entrepreneur who once absented himself from a stable Indian Air Force job to chase his startup dream. After facing a tough failure in his first venture, his new tech startup has now earned a place in the prestigious Y Combinator Accelerator Program — one of the world’s top startup programs.

A Dream Beyond Uniforms: The Beginning Sunil Saharan, a young man from Hanumangarh, Rajasthan, began his professional life serving in the Indian Air Force in 2019. To many, a government service job like this is a dream of stability and pride. But Sunil Saharan carried a different kind of dream — a dream to create something meaningful for India’s tech future.

In 2022, driven by passion and urgency, Sunil took one of the boldest decisions of his life. He absented himself from his secure Air Force service to start his entrepreneurial journey. With little knowledge of what lay ahead, he founded his first Ed-Tech startup UPTOP, only to witness a harsh failure.

Crushed but Unshaken: The Struggle Phase Sunil Saharan was doing well in his career, but his desire to build something of value was stronger than a safe life. The journey he chose, however, was not easy. He worked tirelessly — 16 to 18 hours a day, seven days a week, yet nothing seemed to move in his favor.

Investors showed no interest in his Ed-Tech model, revenues dried up, and eventually he had to shut down all operations. It was a mentally, financially, and emotionally draining phase — a moment where most would quit.

But Sunil didn’t.

The Soldier Attitude: Rising Again With the spirit of a soldier who refuses to leave the battlefield, Sunil returned with a fresh mindset. He started building a new tech startup, again pouring in 16 to 18 hours every single day for an entire year without worrying about setbacks or opinions.

Slowly, results started to show. The company began securing strong corporate clients and generating traction. After three long years of struggle, sacrifice, and persistence, the breakthrough finally arrived — the startup was selected for the Y Combinator Accelerator Program, one of the most competitive and globally respected platforms for startups.

Being selected out of thousands of Indian startups is a massive milestone for any founder. For a 27-year-old from a small town in Rajasthan, this is nothing less than extraordinary.

What is Y Combinator? Y Combinator (YC) is a leading American startup accelerator and venture capital organization. Since inception, YC has helped launch over 5,000 companies, including globally recognized giants like Airbnb, Coinbase, Reddit, Instacart, Stripe, Twitch, Scale AI, Dropbox, and DoorDash.

YC offers seed funding, direct mentorship from industry leaders, and access to a highly influential global network of founders, investors, and partners. Joining YC is considered one of the greatest opportunities a young startup can achieve.

Future Vision: Empowering India’s Businesses with Tech Sunil envisions building technological solutions for India’s booming MSME sector. His mission is to bring smart tech and AI automation to millions of small and medium enterprises, helping them improve efficiency, reduce operational load, and grow faster using automation.

In simple words, he aims to democratize technology so that Indian businesses, no matter how small, can scale like global companies.

A Story of Courage, Failure & Comeback Sunil Saharan’s journey is more than a startup success story — it is a reminder that real entrepreneurship demands courage, sacrifice, and an unbreakable spirit. He walked away from a secure career, faced failure head-on, stood tall through loneliness, and rebuilt himself from scratch.

Today, his story stands as an inspiration to every young Indian who dares to dream beyond the ordinary.

हजारीबाग के क्रिकेट इतिहास का स्वर्णिम अध्याय शुरू, संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम को मिली बीसीसीआई टूर्नामेंट की मेजबानी

हजारीबाग शहर के संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम पूर्व के वेल्स ग्राउंड का साल 2017 से पूर्व बेहद दयनीय स्थिति था। साल 2017 से पहले इस मैदान में क्रिकेट की सुविधा नगण्य थी लेकिन साल 2017 में हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद और उस वक्त के सदर विधायक सह हजारीबाग जिला क्रिकेट संघ ( एचडीसीए) के अध्यक्ष मनीष जायसवाल ने अपने पूरे हजारीबाग जिला क्रिकेट संघ के जमात के साथ मिलकर इस क्रिकेट ग्राउंड के व्यापक बदलाव का संकल्प लिया और फ़िर हजारीबाग के क्रिकेट खिलाड़ियों को हर संभव जरूरत के मुताबिक आधारभूत संरचना के साथ साधन संसाधन उपलब्ध कराने के दिशा में उनका सकारात्मक प्रयास शुरू हुआ। साल 2017 में अपने विधायक निधि की राशि 25 लाख देकर इस मैदान के आधारभूत विकास का कार्य शुरू करते हुए मैदान के उन्नयन की नींव रखी। तत्पश्चात सांसद मनीष जायसवाल के प्रयास से पूरे मैदान परिसर में विशेषकर एंट्री क्षेत्र को आकर्षक और खेल योग्य बनाने हेतु गुणवत्त सिलेक्शन वन किस्म के घास को प्लांट किया गया। मैदान में प्रोफेशनल स्तर का टर्फ विकेट तैयार किया गया और बरमूडा घास बिछाई गई जो बेहद टिकाऊ तेज रिकवरी और अच्छी बाउंस प्रदान करती है। फिलवक्त इस मैदान में कुल 5 टर्फ विकेट और 3 प्रैक्टिस पिच मौजूद है। मैदान के प्लेयिंग एरिया सेंटर का विकेट में वृद्धि किया गया। मैदान के चारोंओर सुरक्षा एवं प्रवेश नियंत्रण के लिए लोहे की मजबूत जाली से फेंसिंग किया गया। मैदान मैं प्लेयर अधिकारियों और दर्शकों के लिए आधुनिक पवेलियन और दो दर्शक गैलरी का निर्माण राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त राशि करीब 01 करोड़ 10 लाख रुपए की लागत से कराया गया। मैदान में नाइट टूर्नामेंट फैसिलिटी के लिए राज्य सरकार से प्रयास करके करीब 01 करोड़ 53 लाख रुपए की राशि से उच्च गुणवत्ता वाली 04 फ्लड लाइट अधिष्ठापिता कराया गया। मैदान परिसर में 07 स्वच्छ बाथरूम, स्टोर रूम, पूरे पवेलियन के ड्रेसिंग रूम, ऑफिस रूम सहित अन्य कमरों का फर्निशिंग कराया गया। मैच के दौरान खिलाड़ियों के लिए डगआउट बनाए गए। बल्लेबाजों की दृश्यता सुधारने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली साइड स्क्रीन लगाई गई। यह मैदान जो उजड़ा चमन हुआ करता था आज यहां चमन-ए- बहार है और क्रिकेट के दृष्टिकोण से यह मैदान बीसीसीआई के मानकों के अनुरूप उन्नत एवं सूटेबल है। उक्त बातें हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने वेल्स क्रिकेट मैदान में एक प्रेस-वार्ता के दौरान कही।

सांसद मनीष जायसवाल ने बताया कि सकारात्मक दिशा में किया गया हर प्रयास सफल जरूर होता है और जब सफल होता है तो आंतरिक खुशी होती है। उन्होंने बताया कि साल 2017 से पूर्व इस मैदान में क्रिकेट तो खेला जाता था लेकिन कामचलाउ क्रिकेट होता था। इस मैदान में 25 % घास और 75 % हिस्से में मोरम या कंक्रीट हुआ करता था। मैदान ऊबड़-खाबड़ था इस वजह से पुराने समय के खिलाड़ी जो यहां खेलते थे उनके बदन पर खरोच और छिलने के निशान हमेशा दिखाई देते थे। 

लेकिन पिछले साल 2017 से जिस मैदान के कायाकल्प की शुरुआत की उसे साल 2025 में तब मुकाम मिला जब बीते 17 जुलाई 2025 को बीसीसीआई के अधिकारियों की एक टीम ने संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम का निरीक्षण कर जायजा लिया और इस स्टेडियम को बीसीसीआई के मैच के लिए सक्षम बताया। हजारीबाग के क्रिकेट प्रेमियों के लिए जब यह अनाउंस हुआ की हजारीबाग को पहली बार बीसीसीआई घरेलू कूच बेहार ट्रॉफी की मेजबानी मिली तो लोग फूले नहीं समाए। यह ऐतिहासिक मैच आगामी 8 - 11 दिसंबर 2025 के बीच संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम हजारीबाग में झारखंड और केरल के बीच खेला जाएगा। बतौर हजारीबाग जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सांसद मनीष जायसवाल ने बताया कि हम बीसीसीआई के आगामी होने वाले मैच को लेकर मैदान सुधार की दिशा में नए टर्फ विकेट, प्रैक्टिस विकेट, साइड स्क्रीन विस्तार, दोनों ओर वीडियो प्लेटफॉर्म, थर्ड अंपायर वीडियो विश्लेषण प्लेटफार्म का निर्माण कर रहें हैं। पवेलियन सुधार की दिशा में ड्रेसिंग रूम और वाशरूम का विस्तार, मेडिकल एवं फिजियोथेरेपी की सुविधा, खिलाड़ियों और अधिकारियों के लिए अलग रास्ते, मैच रेफरी वीडियो एनालिसिस अंपायर और स्कॉलर के लिए उपयुक्त कमरे, पूरे पवेलियन का नवीनीकरण कर रहें हैं। आवास व्यवस्था के लिए ठहराव हेतु शहर के हो होटल एक इंटरनेशनल, 02 एसी बसें और एसयूवी बहनों की सुविधा एवं मेडिकल सुविधा के लिए वृष डॉक्टर सहित मेडिकल टीम, हाई टेक एम्बुलेंस की सुविधा बना रहें हैं ।

सांसद मनीष जायसवाल ने बताया कि साल 2022-23 में संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम में अंडर -16 बॉयज, अंडर-19 वूमेन, अंडर -19 मेंस, रणधीर वर्मा ट्रॉफी (सीनियर डिस्ट्रिक्ट मेंस), साल 2023 -24 में अंडर-19 विमेंस, सीमा देसाई टी 20 टूर्नामेंट, अंडर-19 मेंस, अंडर -14 बॉयज, रणधीर वर्मा ट्रॉफी (सीनियर डिस्ट्रिक्ट मेंस), साल 2024-25 में सीमा देसाई टूर्नामेंट, अंडर -16 बॉयज, अंडर-14 बॉयज, अंडर-19 जोनल मेंस मैच, अंडर- 23 विमेंस स्टेट कैंप, अंडर- 23 विमेंस इंटर डिस्ट्रिक्ट टूर्नामेंट का सफल आयोजन यहां हो चुका है। इस दौरान हजारीबाग जिला क्रिकेट संघ (एचडीसीए) के खिलाड़ियों ने इस मैदान से अभ्यास करके क्रिकेट के क्षेत्र में राज्य स्तरीय कैंप में अपना बेहतर प्रदर्शन और प्रतिनिधित्व किया। जिसमें पुरुष वर्ग में अंडर- 16 स्टेट कैंप में पंकज कुमार, सौरव कुमार, अंडर- 16 स्टेट टीम में जीवन पटेल, अंडर-19 स्टेट कैंप में सचिन यादव, अश्विनी झा, अंडर-19 स्टेट टीम में अमित यादव, शिवांश, राहुल रजक ( करेंट), अंडर-23 स्टेट टीम में अमित यादव और रणजी ट्रॉफी कैंप में मणिकांत ने जगह बनाई वहीं महिला वर्ग में अंडर-15 स्टेट कैंप में आश्विका गुप्ता, अंडर- 15 स्टेट टीम में वर्षा कुमारी, नंदिनी कुमारी, ऋतिका कुमारी, अंडर- 19 स्टेट कैंप में श्रेया शाह, अंडर- 23 स्टैंडबाई में अर्चना कुमारी ने अपने प्रतिभा का प्रदर्शन कर हजारीबाग को गौरवान्वित किया। सांसद सह एचडीसीए के अध्यक्ष मनीष जायसवाल ने बताया कि एचडीसीए भविष्य में इस दिशा में प्रयासरत है कि रणजी ट्रॉफी की मेजबानी हेतु पूर्ण बीसीसीआई अनुपालन हासिल हो, अत्यधिक इंदौर प्रैक्टिस स्टेडियम का निर्माण, हाई परफॉमेंस जिम, एस्ट्रोटर्फ इनडोर पिचें, रिकवरी एवं स्किल डेवलपमेंट क्षेत्र में बेहतर करते हुए हजारीबाग के इस संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम को राष्ट्रीय स्तर का ख्यातिपूर्ण टूर्नामेंट बनाया जाय और हजारीबाग के होनहार क्रिकेट खिलाड़ियों को बीसीसीआई के मानक के अनुरूप आधारभूत संरचना एवं संसाधन उपलब्ध कराया जाए ताकि हजारीबाग से पुरुष और महिला वर्ग में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी निकलकर देश -दुनिया में हजारीबाग का नाम रोशन करें। सांसद मनीष जायसवाल ने यह भी बताया कि क्रिकेट जगत में हजारीबाग राष्ट्रीय मानचित्र पर जल्द ही दस्तक देने वाला है। उन्होंने बीसीसीआई के आने वाले टूर्नामेंट में बड़ी संख्या में संजय सिंह स्टेडियम पहुंचकर क्रिकेट प्रेमियों से अपील किया कि टीमों का हौसला बढ़ाएं ।

मौके पर हजारीबाग जिला क्रिकेट संघ के सचिव बंटी तिवारी सहित संघ से जुड़े विकास चौधरी, प्रमोद कुमार, अनिल अग्रवाल, सागर सरकार, जयप्रकाश जैन, रितेश सिन्हा, जयप्रकाश, आनंद देव, राकेश चोपड़ा, सुरेंद्र यादव, मनोज कुमार सिंह, सुबोध सिन्हा, मनोज अग्रवाल, डॉ. राजकिशोर, जयप्रकाश, अमित भंडारी, नीरज पासवान, अभिषेक जोशी, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद प्रतिनिधि सत्येंद्र नारायण सिंह, सदर विधानसभा क्षेत्र के सांसद प्रतिनिधि किशोरी राणा, पट्टू सिंह, लोकसभा क्षेत्र के सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहें ।

मगध विश्वविद्यालय बोधगया में 22वां दीक्षांत समारोह: बिहार के राज्यपाल मोहम्मद आरिफ ने 250 पीएचडी के मेधावी को मेडल और सर्टिफिकेट दिया

गया: मगध विश्वविद्यालय के 22वें वार्षिक दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता कर रहे महामहिम सह कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खां, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, महामहिम कुलाधिपति के प्रधान सचिव, प्रति कुलपति अन्य मंचासीन अतिथिगण, अधिषद्, अभिषद् एवं विद्वत्

परिषद् के सदस्यगण, विभिन्न विश्वविद्यालयों से आये कुलपति एवं पूर्व कुलपतिगण, सभागार में उपस्थित रहे. इस दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में राज्यपाल ने मंच से कहा की ज्ञान और मोक्ष की इस पवित्र भूमि पर मैं हार्दिक स्वागत, अभिवादन और वंदन करता हूँ. आज लगभग एक दशक के बाद मगध विश्वविद्यालय 22वें वार्षिक दीक्षांत समारोह का साक्षी बन रहा है. एक दशक का यह लम्बा वक्त शैक्षणिक सत्र और परीक्षाओं की विलम्बित अवस्था के कारण लगा। फरवरी 2023 में जब मैंने कुलपति का पद संभाला, तब विश्वविद्यालय में परीक्षाएँ बाधित थीं, परीक्षा परिणाम वर्षों से लंबित थे और विद्यार्थियों का भरोसा डगमगाया हुआ था. विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित करने के लिए ढाई वर्षों में 150 से अधिक लंबित परीक्षाएँ पूरी कर चार वर्ष पीछे चल रहे सत्र को नियमित कर दिया गया है. मगध विश्वविद्यालय के लिए यह परीक्षा में केवल सुधार नहीं है, यह विश्वविद्यालय

के साख की पुनर्स्थापना है. इसलिए, आज का यह ऐतिहासिक अवसर केवल दीक्षांत समारोह नहीं, बल्कि

मगध विश्वविद्यालय की आत्मा के पुनर्जागरण का उत्सव है। यह वह क्षण है जब चुनौती भरे समय में किए गए परिश्रम, संघर्ष और सुधार की रोशनी हमारे परिसर को आलोकित कर रही है। यह रोशनी बताती है कि जब नीयत साफ हो और दृष्टि स्पष्ट हो, तो असंभव भी संभव बन जाता है। 1962 में स्थापित मगध विश्वविद्यालय ने 6 दशक से भी अधिक की अपनी यात्रा में आरा और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के दो विभाजन भी देखे। इसके बावजूद पांच जिलों में फैले अपने क्षेत्राधिकार के अंतर्गत यह विश्वविद्यालय 1 लाख 10 हजार से अधिक विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान कर रहा है और बिहार के सामाजिक परिवर्तन की एक नयी गाथा लिख रहा है। अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि एक दशक बाद महामहिम के करकमलों से दीक्षार्थियों को पदक और उपाधि प्राप्त करने का सुअवसर मिल

रहा है। इस अवसर पर 28 परंपरागत स्नातकोत्तर और 6 व्यावसायिक कोर्स के 34 मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए जा रहे हैं। यह गौरव का पल है कि सत्र 2022-24 के 156 स्नातकोत्तर उत्तीर्ण विद्यार्थियों और वर्ष 2024 में पीएच.डी. परीक्षा उत्तीर्ण 250 शोधार्थियों, जिनमें दो डी.लिट्. शोधार्थी भी शामिल हैं, को इस 22वें दीक्षांत समारोह में महामहिम कुलाधिपति के सम्मुख उपाधियाँ प्रदान की जा रही हैं। यह प्रमाणपत्र केवल कागज़ की डिग्री नहीं, यह विद्यार्थियों के आत्मविश्वास, निष्ठा और चुनौतियों से भरी हुई शैक्षणिक यात्रा का जीवंत दस्तावेज़ है।

यह उपाधि आपको पहचान के अतिरिक्त उत्तरदायित्व भी देती है । आप भविष्य के निर्माता हैं. कभी महात्मा गांधी के लिए कवि सोहनलाल द्विवेदी ने कहा था-

“चल पड़े जिधर दो डग मग में, चल पड़े कोटि पग उसी ओर...' "आई मैं आप सभी विद्यार्थियों के कदमों को उसी दिशा में बढ़ने का आह्वान करता हूँ। आपको यह जानकर सुखद आश्चर्य होगा कि मगध विश्वविद्यालय बिहार का पहला राज्य विश्वविद्यालय है, जहाँ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस केंद्र की स्थापना की जा रही है।

Indian Air Force Trainee Sunil Saharan Turned Tech Founder Secures Y Combinator Spot After Early Startup Failure

Hanumangarh, Rajasthan — In a rare and inspiring turn of events, 27-year-old entrepreneur Sunil Saharan, who once served in the Indian Air Force, has achieved a milestone most startups can only dream of. His technology venture has been selected for the globally renowned Y Combinator Accelerator Program—the same platform that launched companies like Airbnb, Reddit, Instacart, Dropbox, Stripe and Twitch.Sunil’s story is not one of privilege, but of persistence. Originally from a small town in Rajasthan, he joined the Indian Air Force in 2019. However, driven by a burning desire to build something meaningful, he took the unconventional and risky decision to absent from his secure service in 2022 and pursue entrepreneurship.

A Rocky Start: Failure Before Success Sunil launched his first startup, an EdTech platform named UPTOP, hoping to revolutionize learning. But reality struck hard. Despite putting in 16–18 hours daily, seven days a week, the venture failed to attract investors and struggled to survive. Eventually, it had to be shut down completely.

The failure tested him financially and emotionally. Yet, the discipline he learned from the Indian Air Force shaped his mindset:

“A soldier can fall, but he never retreats from the battlefield.”

Rising Strong: A Second Startup With a Stronger Strategy Instead of giving up, Sunil began again from scratch. This time, he focused on solving real business problems with technology and AI automation. For one full year, he repeated the same 16–18 hour work cycle, but with better direction and deeper learning.

The results?

His startup secured large enterprise clients, Achieved consistent growth after three challenging years, and

Ultimately earned an invitation to join Y Combinator, selected from thousands of startups across India.

About Y Combinator Y Combinator (YC) is one of the world’s most prestigious startup accelerators and venture capital programs. With over 5,000 companies launched, YC has become a launchpad for global brands including Airbnb, Coinbase, DoorDash, Reddit, Instacart, Twitch, and many more. The program offers: ✔ Seed Funding ✔ Global Mentorship & Investor Access ✔ Strategic & Technical Support ✔ International Scale Opportunities

Being selected marks a significant leap for any early-stage startup.

दुमका में 22 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि को मिलेगा पानी: CM हेमंत सोरेन ने मसलिया-रानेश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना का किया निरीक्षण

दुमका: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज (24 नवंबर 2025) दुमका जिला अंतर्गत रानेश्वर प्रखंड के मुरगुनी में सिद्धेश्वरी नदी पर निर्माणाधीन मसलिया-रानेश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना की कार्य प्रगति का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के शेष बचे कार्यों को अतिशीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया, ताकि किसानों को जल्द से जल्द यह समर्पित की जा सके।

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निरीक्षण के दौरान विधायक श्री आलोक कुमार सोरेन, मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार और सचिव श्री प्रशांत कुमार भी मौजूद थे।

परियोजना होगी बहुउपयोगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना दुमका के लिए काफी महत्वपूर्ण है, जिससे मसलिया और रानेश्वर प्रखंड के 22,283 हेक्टेयर से ज्यादा भूमि पर सिंचाई की सुविधा पहुंचाई जानी है।

मुख्यमंत्री ने कहा:

"हर खेत तक पानी पहुंचे, इसी संकल्प के साथ हम सिंचाई सुविधाओं का विस्तार कर रहे हैं। सिद्धेश्वरी नदी के पानी का पूर्ण सदुपयोग करने की जिस सोच के साथ यह योजना बनी है, वह हकीकत में पूरी होनी चाहिए।"

उन्होंने यह भी कहा कि यह परियोजना बहुउपयोगी साबित होगी, क्योंकि इससे पटवन के अलावा नदी में ज्यादा पानी होने पर उसे तालाबों और जलाशयों में भी डाइवर्ट किया जा सकेगा। इसके चालू होने से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

80 प्रतिशत कार्य हुआ पूर्ण

परियोजना का निर्माण कर रही एल. एंड टी. कंपनी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि लगभग 80 प्रतिशत काम पूर्ण हो चुका है।

प्रगति: एक बैराज लगभग तैयार है, 15 गेटों का 90 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है, और तीन पंप हाउस में एक पूर्ण हो चुका है।

लक्ष्य: अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि अगले वर्ष जनवरी तक लगभग 6400 हेक्टेयर भूमि पर भूमिगत पाइपलाइन के माध्यम से सिंचाई की सुविधा शुरू कर दी जाएगी।

ज्ञात हो कि 1313 करोड़ रुपए की लागत वाली इस परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने नवंबर 2022 में किया था, जिसके पूर्ण होने पर मसलिया प्रखंड के 15 और रानेश्वर प्रखंड के चार पंचायत के अंतर्गत आने वाले 226 गांवों को लाभ मिलेगा।

धरतीपुत्र दिवस समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेता की मनाई गई जयन्ती।

शून्य से शिखर तक का सफर तय किया.पद्म भूषण सम्मानित मुलायम सिंह यादव।

संजय द्विवेदी प्रयागराज। यमुनानगर अन्तर्गत नगर पंचायत कोरांव में स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय सहित अन्य विभिन्न प्रतिष्ठानो पर देश के पूर्व रक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के निवर्तमान मुख्यमंत्री पद्म विभूषण से सम्मानित नेता मुलायम सिंह यादव की जयन्ती समाजवादी पार्टी के विधान सभा अध्यक्ष सोमदत्त सिंह पटेल के नेतृत्व में कई प्रतिष्ठानो पर मनाई गई।22 नवम्बर 1939 को इटावा के सैफई गांव में नेता का जन्म हुआ था 10 अक्टूबर 2022 को आकस्मिक निधन होने के बाद नेता भारतीय राजनीति में नही रहे।लेकिन देश की राजनीति में नेता के द्वारा लिए गए ऐतिहासिक फैसला आज भी देश की राजनीति में स्वर्णिम पन्नो में अंकित है उनके द्वारा लिए गए कई ऐतिहासिक फैसला उन्हे शून्य से शिखर तक का सफर समय समय पर तय कराते रहे।उनकी जयंती पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी के द्वारा कई सार्वजनिक स्थलो सहित चिकित्सालयो में फल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।प्रमुख रूप से सुमन कोल रेखा वर्मा रंजना जैसल रविन्द जैसल रामानुज यादव शहादत अली दीपक पटेल पुष्कर यादव शरद यादव सहित आदि लोग मौजूद रहे।

हेमंत सरकार ‘गजनी मोड’ में काम करती है"- प्रतुल शाह देव

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भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने सरकार आपके द्वार कार्यक्रम पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि हेमंत सरकार की कार्य संस्कृति गजनी फिल्म से प्रभावित दिखती है। सरकार कोई योजना शुरू करती है।फिर भूल जाती है।फिर अचानक झटका लगता है तो याद आता है कि ‘सरकार आपके द्वार’ जैसा कोई कार्यक्रम भी है। प्रतुल ने कहा कि हेमंत सरकार 2 वर्षों से अपनी इस योजना को भूल कर बैठी थी।जिस सरकार को अपनी ही घोषणाएं याद न रहें, वह जनता की समस्याएं क्या याद रखेगी?"

प्रतुल ने कहा की सबसे पहले हेमंत सरकार को श्वेत पत्र जारी करके बताना चाहिए कि सरकार आपके द्वार के पहले तीन चरणों में आए हुए डेढ़ करोड़ से ज्यादा आवेदनों का क्या हुआ? 2021 में 35.95 लाख आवेदन, 2022 में 55.44 लाख आवेदन, 2023 में 58.26 लाख आवेदन आए थे। सरकार ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि कितने आवेदकों को न्याय मिला। ऐसा लगता है कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम सिर्फ एक रिसीविंग देने का जरिया बन गया है।पहले तीन चरणों में सबसे ज्यादा शिकायतें जमीन से संबंधित आए थे। लेकिन इस सरकार में तो अंचल कार्यालय लूट का अड्डा बन गया है। जिस सरकार में अंचल कार्यालय की बोली लगती हो वहां जनता को न्याय कहां मिलेगा। प्रतुल ने कहा ऐसा प्रतीत होता है कि ‘सरकार आपके द्वारा’ नहीं बल्कि सरकार की एक फोटो-अपॉर्चुनिटी’ बनकर रह गई है!"

"जनता को राहत देने के नाम पर कार्यक्रम सिर्फ शो बाजी है

प्रतुल ने कहा कि की सरकार आपके द्वारा के दौरान जमा किए गए डेढ़ करोड़ आवेदनों पर धूल जम रहा है।काम शून्य दिख रहा। सरकार कैमरे के सामने मुस्कुराने में व्यस्त है। आवेदक अपनी पुरानी समस्याओं से ही घिरे हुए हैं।दो साल बाद जागी सरकार को अब जनता जवाब देगी कि झारखंड में ‘गजनी गवर्नेंस’ नहीं चलेगा।"

पति और दोस्तों ने मिलकर किया महिला के साथ अनैतिक कृत्य, FIR दर्ज

लखनऊ । यूपी की राजधानी में एक महिला के साथ रोंगटे खड़े कर देने वाली दरिंदगी का मामला सामने आया है। वजीरगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली पीड़िता ने अपने ही पति पर ऐसा आरोप लगाया है, जिसने स्थानीय पुलिस से लेकर इलाके के लोगों तक को हिलाकर रख दिया है। महिला का कहना है कि उसका पति न केवल दहेज के लिए उसे प्रताड़ित करता था, बल्कि उसे नशीला पदार्थ पिलाकर अपने दोस्तों के साथ अनैतिक कार्य करवाने तक पहुंच गया। शादी के चंद दिनों पर पति का असली चेहरा आ गया सामने पीड़िता के अनुसार, 14 अक्तूबर 2022 को उसका निकाह हरदोई रोड स्थित अंधे की चौकी के पास रहने वाले एक व्यापारी से हुआ था। शादी के चंद दिनों बाद ही पति का असली चेहरा सामने आने लगा। आरोप है कि पति ने अतिरिक्त दहेज की मांग शुरू कर दी। विरोध करने पर कभी शराब के नशे में बुरी तरह पिटाई, तो कभी घंटों भूखा रखने जैसे अमानवीय अत्याचार किए जाने लगे। दोस्तों से कराया दरिंदगी फिर बनाई वीडियो महिला ने बताया कि एक दिन पति घर आया और कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिला दिया। कुछ ही देर में वह बेहोश हो गई। इसी दौरान पति ने अपने दो दोस्तों को घर बुलाया और बेहोशी की हालत में उनके साथ अनैतिक कार्य करवाया। आरोप है कि इस दरिंदगी की वीडियो और फोटो भी बनाई गईं। विरोध करने पर पीटा, प्रताड़ना से परेशान होकर चली गई मायके होश में आने पर जब पीड़िता ने विरोध किया, तो पति और भी ज्यादा बेरहम हो गया। कथित तौर पर उसने न केवल उसे पीटा, बल्कि धमकी दी कि यदि उसने किसी को कुछ बताया तो बनाई गई अश्लील वीडियो वायरल कर देगा। पीड़िता के मुताबिक, बढ़ती प्रताड़ना से तंग आकर वह मायके चली गई। इसी बीच उसे पता चला कि आरोपी पति ने उनका मकान भी बेच दिया। जब उसने विरोध किया, तो पति ने धमकी को अंजाम देते हुए उसकी निजी फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दीं, जिससे पीड़िता मानसिक रूप से टूट गई। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शुरू की जांच मामले की जानकारी पुलिस तक पहुंची तो वजीरगंज थाने में पति सहित उसके दोस्तों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर राजेश त्रिपाठी ने बताया कि पूरे मामले की तफ्तीश जारी है। तकनीकी साक्ष्य व अन्य प्रमाण जुटाए जा रहे हैं। साक्ष्य मिलने पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने का मौका प्रदान कर रहा है एकीकृत प्रशिक्षण:शिवम पांडे
संजीव सिंह बलिया| परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के क्षमता संवर्धन के दृष्टि से आयोजित हो रहे एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के 11 वें बैच के समापन पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक शिवम पांडे जिनका स्थानांतरण जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भदोही के पद पर हुआ है, ने अपने संबोधन में बताया कि प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणाम इस बात का द्योतक है कि छात्रों में आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने तथा उनकी सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित और सुसज्जित करता है। यह अपनी तरह की एक अनूठी पहल है जिसमें शिक्षकों को प्रथम अस्तर के परामर्शदाता के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि छात्रों की सामाजिक भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं के प्रति सजग और उत्तरदाई बनाया जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा इस प्रशिक्षण के प्रभारी रविरंजन खरे के प्रयास से अभी तक लगभग 900 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है जबकि जनपद के कल 1500 प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक नई परंपरा की शुरुआत की गई है जिसमें प्रतिभागियों की उपस्थिति , तथा अनुशासन एवं प्रस्तुति के लिए अलग से पुरस्कृत किए जाने की व्यवस्था की गई है। इस बैच के प्रशिक्षण में प्राथमिक विद्यालय बहेरी पंदह के प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ,प्राथमिक विद्यालय बहोरवा खुर्द सियर के सिद्धांत कुमार ,प्राथमिक विद्यालय रासबिहारी नगर बेलहरी के सैयद मोहम्मद अफरोज, प्राथमिक विद्यालय की किशुनीपुर दुबहर के अनिल कुमार, प्राथमिक विद्यालय जमुआ दुबहर के चंदन कुमार गौतम ,प्राथमिक विद्यालय मझौवा बेलहरी के संजीव कुमार राय ,प्राथमिक विद्यालय बनकटा पंदह के अरुण कुमार गुप्ता, प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर उदयपूरा दुबहर की डॉक्टर लीना सिंह ,प्राथमिक विद्यालय कीर्तिपुर सियर की ज्योति वर्मा ,कन्या विद्यालय ककरासो सीयर के शबाना परवीन ,प्राथमिक विद्यालय बुद्धिपुर सियर की प्रियंका ,प्राथमिक विद्यालय प्रतापपुर दुबहर की इंदु देवी , कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय अब्दुलपुर मदारी नगरा की साक्षी गुप्ता, कंपोजिट विद्यालय बराड़ीडीह लवाई पट्टी नगरा के श्रीकांती ,पीएम श्री कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भूज्यनी सीयर के अश्विनी कुमार पांडे, कंपोजिट विद्यालय मलप नगरा की श्वेता चौधरी, कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय लहसनी नगरा की मंशा तथा प्राथमिक विद्यालय डोघ सीयर के ओमप्रकाश प्रसाद को सम्मानित किया गया। प्रशिक्षणर्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ता डॉ जितेंद्र गुप्ता, अविनाश सिंह,किरण सिंह,डॉक्टर अशफाक, देवेंद्र सिंह, राम प्रकाश, डॉक्टर शाइस्ता अंजुम, राम यश योगी,जानू राम तथा पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन कुमार मिश्र द्वारा पूर्ण मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है।